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अध्माम-8: अवस्था के वववयण जो नीगत अथवा कामासन्वमन केगनधासयण के सॊफॊध भं जनता के सदस्मं द्वाया प्रगतगनगधत्वमा उनके ऩयाभशस के गरए भौजूद है[धाया 4 (1) (ख) (vii)]वतसभान सभम भं ऐसी डकसी व्मवस्था की भाॊग नहीॊ हं।अध्माम-9: भण्डरं, ऩरयषद, सगभगतमं तथा दो अथवा अगधक व्मवक्तमंके अन्म गनकामं के वववयण जो इसके बाग के रूऩ भंअथवा सराह के प्रमोजन हेतु गडठत डकए गए हं औय क्माइन भण्डरं , ऩरयषदं, सगभगतमं औय अन्म गनकामं कीफैठकं जनता के गरए खुरी हं अथवा उक्त फैठकं के कामसवृत्तंतक जनता की ऩहुॉच है।[धाया 4 (1) (ख) (viii)]एसटीऩीआई गनम्नगरस्खत अॊगं के भाध्मभ से कामस कयता है्9.1 शासी ऩरयषद9.1.1 सॊगठन्शासी ऩरयषद एक वैधागनक अॊग है, जो नीगतमं का ववगनमभन कयती है औय सॊस्था का प्रशासनकयती है। सोसामटी की सबी शवक्तमाॊ , कामस, स्जम्भेफारयमाॊ शासी ऩरयषद भं गनडहत हं स्जसकाभुख्म कामसऩारक अगधकायी के भाध्मभ से एसटीऩीआई के कामसकराऩं को डकमा जाता है। इसभंन्मूनतभ 15 औय अगधकतभ 18 सदस्मं के अॊतगसत गनम्नगरस्खत शागभर हंगे्