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Bhs/usc/27.3.12/11.00/1a अशो धत त/ काशनाथ नह ं राज थान ...

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<strong>Bhs</strong>/<strong>usc</strong>/<strong>27.3.12</strong>/<strong>11.00</strong>/<strong>1a</strong><br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अंक 8 तेरहवीं वधान सभा के आठव स का तीसवां दवस सं या-8<br />

मंगलवार,<br />

27 माच, 2012<br />

राज थान वधान सभा क बैठक <strong>11.00</strong> बजे<br />

राज थान वधान सभा भवन, जयपुर म ार भ हई। ु<br />

( ी द पे िसंह शेखावत, अ य , पदासीन)<br />

तारां कत<br />

नो तर<br />

ी रो हताश कु मार (बानसूर): माननीय अ य महोदय, आज ितप पर आपक कृ पा<br />

नजर नह ं आ रह ।<br />

है...।<br />

ी अ य<br />

ी अ य<br />

: वरा जये आप। देख िलया मने आपको।<br />

: ी भगवान सहाय सैनी।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): अ य महोदय, आपसे बहत वन ता से िनवेदन<br />

ु<br />

ी अ य<br />

: ी भगवान सहाय सैनी। मने पुकार िलया है।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): कृ पा करके मेर बात को आप सुन।<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर म आप कहां से ड टब कर रहे हो।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): एक से कं ड के िलए।<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर खतम हो जाए उसके बाद म आपको समय दंगा। ू<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): म यह कह रहा हं अगर ू<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर म आपको...। वे चन ऑवर समा त हो जाने द जये।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): अ य महोदय, अगर िश ा िम को रात को<br />

यारह बजे सोते हए को। अ य<br />

ु महोदय, ...।<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर के बाद म आपको समय दंगा। ू<br />

कायवाह वृ ता त म यु त संके ता<br />

+++: श द/अिभ य अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत क गयी।<br />

000: अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

र<br />

...।


ु<br />

(2)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म हला िश<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): ...( यवधान)... रात को बारह बजे व ाथ िम को,<br />

काओं को पुिलस ने भगा-भगा कर मारा है।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): ...( यवधान)... अ य महोदय, आप यह बताय..।<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर हो जाने द जये उसके बाद आपको समय दया जाएगा।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): ... या कसी को अपनी बात के िलए।<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): 000<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): 000<br />

ी अ य : माननीय सद य, आपको अवसर दंगा। वे ू चन ऑवर समा त हो जाने<br />

द जए उसके बाद आपको अवसर दे दंगा। जीरो ऑवर म आपको अवसर दे दंगा।<br />

ू ू<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): 000<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): 000<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): 000<br />

ी बनवार लाल िसंघल (अलवर शहर): 000<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): 000<br />

ी अ य<br />

: ी भगवान सहाय सैनी।<br />

जयपुर जले के कृ षक क भूिम पर मं दर माफ नोट<br />

109. ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): या राज व मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

(1) या जला जयपुर म कसान क भूिम के म दर माफ का नोट लगा हआ ु है<br />

या राज व म डल अजमेर ने गलत लगे हए म<br />

दर माफ नोट को हटाने के कोई आदेश<br />

जार कए ह य द हां, तो उ त आदेश क पालना कतने ितशत हई ु आदेश क ित<br />

स हत ववरण सदन क मेज़ पर रख।<br />

(2) या मं दर माफ का नोट हटाने के िलए येक खातेदार को आवेदन करना<br />

आव यक है<br />

(3) या सरकार अपने तर पर मं दर माफ नोट हटाकर खाता द त ु कराने का वचार<br />

रखती है य द हां, तो कब तक और नह ं, तो य <br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): 000<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): 000<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): 000<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): 000<br />

ी<br />

ानदेव आहजा ू (रामगढ़): 000<br />

ी हेमाराम चौधर (राज व मं ी): माननीय अ य महोदय, (1) जी हां। जन करण<br />

म माफ मं दर क भूिम मानकर यायालय म राज थान भू राज व अिधिनयम, 1956 क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(3)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

धारा 82 के तहत रेफरस करण वचाराधीन ह उनम माफ मं दर का नोट लगा हआ है। ु<br />

जी नह ं। राज व म डल अजमेर ारा म<br />

दर माफ के नोट को हटाने के आदेश नह ं<br />

दये ह अ पतु राज व वभाग के प रप मांक 3(2)राज6/2007/14 दनांक 24-5-2007<br />

प र. (अ) म अं कत िनदश क पालना म ल<br />

बत करण िन तारण हेतु िलखा है।<br />

राज व वभाग ारा अपने प रप मांक 3(2)राज6/2007/14 दनांक 24-5-2007<br />

प र. (अ) म ये िनदश दये गये थे क जागीरदार के अिध हण के समय मं दर माफ क<br />

भूिम जो कसी य के नाम खातेदार प टेदार अथवा खाद मदार आ द नाम से दज थी।<br />

उसम उन का तकार को पूण उ तरािधकार यो य के एवं ह ता तरणीय अिधकार ा त है।<br />

ऐसी भूिमय को पुन: मं दर के नाम दज कया जाना विध स मत नह ं है। राज व रकाड<br />

म ऐसे य य का नाम िनरंतर खातेदार के प म दज रहेगा। उ त प रप के म म<br />

राज व म डल ने अपने प मांक राम/प-63/ याय/ था-5/636-689 दनांक 6-1-2010<br />

प र. (ब) से िनदश दये गये थे क उ त प रप का गहनता से अवलोकन कर राज व<br />

यायालय म ल बत करण का िन तारण सुिन त कराया जावे।<br />

सुिन<br />

उ त प रप को जले के सभी राज व अिधका रय को िभजवाकर िनदश क पालना<br />

त करने हेतु िनदश दये गये। प रप म दये गये िनदश क पालना म ऐसे<br />

यायालय म ल बत रेफरस को व ा करवा कर अथवा जमाबंद म ु टवश लगाये गये<br />

माफ मं दर के नोट को हटाने क कायवाह क गई है एवं िनदश क शत ितशत पालना<br />

करायी जा रह है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): 000<br />

ी हेमाराम चौधर (राज व मं ी): (2) राज व वभाग के प रप दनांक 24-5-2007<br />

व दनांक 25-11-2011 प र. (स) म दये गये िनदश के अनुसार कायवाह करने हेतु रकाड<br />

द ती ु हेतु राज थान भू-राज व अिधिनयम, 1956 क धारा 136 के तहत आवेदन कया<br />

जाना आव यक है।<br />

ी अ य<br />

: वे चन ऑवर समा त होने के प चात ् आपक मांग पर वचार कया जा<br />

सकता है ले कन अभी म इसके िलए तैयार नह ं हं। ू<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): 000<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): 000<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी हेमाराम चौधर (राज व मं ी): (3) राज व वभाग के प रप मांक<br />

3(2)राज6/2007/14 दनांक 25-5-2007 व 25-11-2011 ारा प ट िनदश जार कये जा<br />

चुके ह। अत: इस संबंध म पृथक से रा य तर पर कोई कायवाह नह ं क जानी है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): 000<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): 000<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(4)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

महोदय से पूछना चाहता हं क ये राज व<br />

ू म डल ारा 24-5-2007 को राज व वभाग-6<br />

ारा 25-11-2011 को जो िनदश जार कये गये उनक कतनी पालना हई ु <br />

ी अ य<br />

: राज व मं ी जी।<br />

ी हेमाराम चौधर (राज व मं ी): अ य महोदय, मने पहले ह बता दया है क<br />

राज व मंडल ारा जो मं दर माफ क जमीन थी वो जागीर अिध हण अिधिनयम के तहत<br />

अिध हण के समय खातेदार, प टेदार या खाद मदार के नाम दज थी वो जमीन उनके खाते<br />

म रहेगी और उनको ह तांतरण का अिधकार होगा।<br />

( ितप के माननीय सद य ारा सदन कू प म नारेबाजी)<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय अ य महोदय, ये तो इ ह ने बताया क<br />

प टेदार, खातेदार का रकाड म होगा, म माननीय मं ी महोदय से पूछना चाहता हं क चौमूं ू<br />

तहसील म इस तरह के कतने<br />

करण ह जनके गलत नोट लगाये गये ह जो खातेदार,<br />

प टेदार थे और उनम से कतने नोट को द त ु कर दया गया माननीय अ य महोदय,<br />

मं ी जी ये बताने क कृ पा कर।<br />

कै लाश/चौहान 27.03.2012 11.10 (1) 1b<br />

ी अ य<br />

( ितप के माननीय सद य ारा सदन कू प म नारेबाजी)<br />

: माननीय सद यगण को म फर िनवेदन कर रहा हं ू कृ पया<br />

नकाल को<br />

शांित से चलने द उसके बाद माननीय कटा रया जी और घन याम जी अपनी बात कहना<br />

चाहगे तो म उनको अवसर दे दंगा। ू ...( यवधान)...<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी<br />

महोदय से पूछना चाहता हं ू क चौमूं तहसील म इस तरह के कतने मं दर माफ नोट लगे<br />

हए ु ह जनका दु तीकरण करना था और अब तक कतने कर दये जब से यह राज व<br />

म डल का आदेश आया।<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): अ य महोदय ...<br />

ी अ य : मने िनवेदन कया नकाल शांित से चलने द फर नकाल के बाद<br />

माननीय कटा रया जी और माननीय घन याम जी को अपनी बात कहने का म अवसर दे<br />

दंगा ू , आप कृ पया वराजे। ...( यवधान)... नकाल कृ पया शांित से चलने द।<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): अ य महोदय, शांित से दशन करने वाले<br />

व ाथ िम के ऊपर इतना जोरदार लाठ चाज हआ ु है, रात को घसीट घसीट कर उनको बंद<br />

कर दया....<br />

ी अ य<br />

: मने आपसे िनवेदन कया आपक बात कहने का अवसर दंगा ू , अभी<br />

नकाल कृ पया शांित से चलने द।<br />

द जए।<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): आप हम बता द जए, अपनी यव था बता<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(5)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी अ य : कृ पया नकाल चलने द जए। नकाल के बाद म आपको अपनी बात<br />

कहने का अवसर दे दंगा ू , म यह कह चुका हं। ू<br />

डा. रघु शमा ( मु य सचेतक): ...( यवधान)... इतना अ छा बजट आया है उसको यह<br />

डाइजे ट नह ं कर पा रहे ह।<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप<br />

): ...( यवधान)... इतना मह वपूण वषय है सर,<br />

इसम तो अभी, सरकार तो जो भी अपने मन म चाहती है वह करती है, यह तो बलकु ल ह<br />

नह ं होगा इसिलए हमार पूर क पूर पाट इसके खलाफ ब हगमन करते ह।<br />

(भारतीय जनता पाट दल ारा ब हगमन)<br />

ी अ य : अगला न ी रणवीर पहलवान, ी रणवीर पहलवान।<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप<br />

पर, ऐसे नह ं।<br />

): आपको तो अभी तुरंत ह कह देना चा हये इस<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय अ य महोदय, मेरा जवाब नह ं दलवाया।<br />

न सं या 110<br />

ी अ य<br />

ी अ य<br />

: वराजो, वराजो। ी रणवीर पहलवान।<br />

(अनुप थत: कृ पया आगे देख।)<br />

: ी अमराराम।<br />

सीकर जले के आंगनबाड कायकताओं को मानदेय भुगतान म वलंब<br />

111. ी अमराराम (दांतारामगढ़): या म हला एवं बाल वकास मं ी यह बताने क कृ पा<br />

करगे :-<br />

(1) या सरकार रा य म कायरत आंगनबाड कायकता, सहाियका, सहयोगनी एवं<br />

सािथन का मानदेय बढाने का वचार रखती है य द हां, तो कब तक और नह ं, तो य <br />

(2) या सरकार पा ड चेर रा य क तरह इनको रा य कमचार घो षत करने का<br />

वचार रखती है य द हां, तो कब तक और नह ं, तो य <br />

(3) या यह सह है क जला सीकर म कायरत कायकताओं को अ प मानदेय का भी<br />

माहवार भुगतान नह ं दया जा रहा है य द हां, तो य <br />

(4) उ त जले म पंचायत सिमित वार उ त मानदेय का भुगतान गत दो वष म कब<br />

कब कया गया है उ त जले के कायकताओं को 5 माह का मानदेय एक साथ देने के<br />

या कारण रहे ह <br />

ीमती मंजू देवी (रा य मं ी, म हला एवं बाल वकास): (1) जी हां। बजट य घोषणा<br />

वष 2012-13 म आंगनबाड कायकता, सहाियका, सहयोिगनी तथा सािथन के मानदेय म 10<br />

ितशत बढ़ोतर ता वत क गई है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(6)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

(2) जी नह ं। आंगनबाड कायकता एवं सहाियका भारत सरकार के सहयोग से संचािलत<br />

के वितत योजना समे कत बाल वकास सेवाएं योजना तगत मानदेय कायकता है। इन<br />

पर राज थान सेवा िनयम लागू नह ं होते ह।<br />

(3) वभाग ारा सभी मानदेय कायकताओं को समय पर मानदेय भुगतान के आदेश<br />

जार कये गये ह क तु<br />

जा पा रहा है।<br />

या मक कारण से सीकर जले म माहवार भुगतान नह ं कया<br />

(4) जला सीकर म गत दो वष म कये गये भुगतान का ववरण प रिश ठ अ पर<br />

संल न है। सीकर जले म कायकताओं के मानदेय का भुगतान 5 माह म एक साथ नह ं<br />

कया गया है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी महोदया से<br />

जानना चाहंगा ू क आपने कहा क या मक कारण से नह ं दया जा रहा है, वह कौनसे<br />

या मक कारण ह जनके कारण सरकार उनको जो मानदेय दे रह है वह भी एक तार ख<br />

को नह ं िमलता जब क राज थान के 7 लाख कमचार , अिधकार , मं ी और वधायक को<br />

एक तार ख को तन वाह िमल जाती है तो जो यह 1 लाख 80 हजार जो 33 पये म चार<br />

घंटे, आठ घंटे काम करती ह, मं ी महोदया से म जानना चाहंगा ू क यह कौनसे या मक<br />

कारण ह जसके कारण उनको माहवार भुगतान नह ं कया जा रहा, अ य महोदय, चार<br />

चार मह ने बाद कया गया है, इससे यादा अफसोस जनक बात नह ं हो सकती। जहां तक<br />

आप बढोतर क बात कर रह ह, अ य महोदय, म आपके मा यम से जानना चाहंगा ू<br />

राज थान म मातृ िशशु मृ यु दर ह दु तान म सबसे यादा है और उसको कम करने म<br />

कोई कारगर िस हो सकता है तो वभाग म काम करने वाली यह कायकता, सहयोगनी,<br />

सािथनी हो सकती ह ले कन इनको मानदेय इतना कम दया जा रहा है, म नह ं समझता क<br />

कोई आठ घंटे काम, आठ से बारह बजे तक तो आपका आंगनबाड के खोलेगी, उसके बाद<br />

वह सव भी करेगी, दसरे ू काम भी करेगी और उनको मा 33 पया पर डे दया जाये,<br />

कौनसा मानदेय दे रहे ह, अब आपने वृ कर के 33 क बजाय 35 कर दया, 35 पये म<br />

इस महंगाई म, अ य महोदय, कोई भी कायकता कै सा काम करेगी और आप कह रहे ह<br />

क यह तो के वल मानदेय है। हमारे ह देश म जब पा ड चेर क सरकार वहां क आंगनबाड<br />

कायकता, सहाियका को रा य सरकार के कमचार घो षत कर सकती है और उनको वेतन दे<br />

सकती है तो फर राज थान म तो खजाना भरा हआ ु है, इसिलए य नह ं दे सकती।<br />

अ य महोदय, म आपके मा यम से जानना चाहंगा ू क पछले 2009-10, 2010-11, 2011-<br />

12 म के सरकार से कतना बजट रा य सरकार को िमला और वषवार कतना उसम से<br />

खच कया गया।<br />

ी अ य<br />

: वराज, मं ी जी।<br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): अ य महोदय, सबसे पहले माननीय सद य ने जो<br />

या मक कारण के बारे म जानना चाहा वह यह है क जब पेमट होनी होती है,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(7)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कायकता, सहाियका और सहयोगिनय क उप थित का प क ाम पंचायत के सरंपच के<br />

ारा जो जार कया जाता है और उसके बाद बीड ओ उसको काउंटर साइन करता है, पहले<br />

सरपंच साइन करते ह और उसके बाद बीड ओ साइन करते ह तो कु छ इलाक म यह<br />

सम या आ रह थी जहां का माननीय सद य ने ज कया है क चार मह ने तक पेमट<br />

नह ं हो पाया था, तो वहां पर जब बीड ओ ने द तख़त नह ं कये तो कले टर को प िलखा<br />

गया कर ब 24.8.11 को क इस कार से बीड ओ ने काउं टर साइन नह ं कये ह, कले टर ने<br />

सीईओ को आदेश दये, सीईओ ने मौ खक प से भी और एक प जार करके भी बीड ओ<br />

को िलखा, उसने फर कायवाह नह ं क , उसके बाद एसीएस पंचायती राज को 8.11. को<br />

िलखा गया, तो यह द कत जो<br />

या मक थी साइन और काउंटर साइन करने क उसको<br />

म मानती हं ू क उसम मानदेय देने म देर आई थी ले कन उसके बाद बीड ओ के जो पावर<br />

थे उसको सीज करके ड ट डाइरे टर को दे दये गये और अब भुगतान हो गया है। यह जो<br />

या मक द कत आई है इसको मेरे<br />

याल से और िस पलीफाई करना पडेगा हमको<br />

य क यह द कत आज आपके इलाके म आई है हो सकता है क कसी और इलाके म भी<br />

आये तो उसे कस कार से िस पलीफाई कया जाता है उसके ऊपर हम लोग वचार कर के<br />

एक<br />

यादा पारदश तर का िनकालगे, मानती हं ू क इन सहाियकाओं को तीन- तीन, साढे<br />

तीन-तीन हजार पया ह िमलता है वह इनको समय पर िमल जाना चा हये। जस कार से<br />

पछले साल के ने इनका पैसा बढाया था उसी तज पर कल ह आपके सवाल आने के<br />

पहले हमने जो जवाब भेजा था उसम तो कहा था क नह ं, अभी कोई वचार नह ं है ले कन<br />

हम लोग को बहत ु ह स नता हई ु यह सुनकर क माननीय मु यमं ी जी ने कल ह अपने<br />

बजट भाषण म कायकताओं का और सहयोगिनय का जो मानदेय है उसे 10 ितशत वयं<br />

ह बढा दया है, यह एक बहत ु खुशी क बात है। पछले साल के ने बढाया था....<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): दो पया रोज।<br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): नह ं, 3300 का 3600 पया हआ ु है, 1650 का 1815<br />

पया हआ ु है और 1000 जनको िमलता था उनको 1100 पया कया गया है। हम जवाब<br />

बदलना पडा य क कल माननीय मु यमं ी जी ने<br />

ता वत कर दया है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): आप तो यह बता दो क जनको 1100 पया िमल रहा है<br />

उनको रोज कतना पया कतना दे रहे हो, 34 पया, 34 पये म कोई आज रह सकता है।<br />

सश<br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): और जहां<br />

तक माननीय सद य ने म हला<br />

करण के बारे म बात क उसके िलये भी कल माननीय मु यमं ी जी ने एक टा क<br />

फोस जो क िलंग डटरिमनेशन जसके बारे म बात कर रहे ह उसक भी घोषणा क है<br />

जसम है थ डपाटमट, पंचायती राज, सोिशयल ज<br />

टस इ या द जो महकम ह यह लोग<br />

सब िमलकर जो आपक िचंता है उसे मोनेट रंग करगे कस तरह से और म हलाओं को और<br />

इन ब च को और श<br />

शाली बनाया जाये, और इनक है थ का यान रखा जाये उसके बारे<br />

म बहत ु ह अ छे कारगर उपाय माननीय मु यमं ी जी ने आपको बता दये ह।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(8)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

न सं या 112<br />

ी अ य : ध यवाद वराजे। ने ट न ी फू लचंद िभ डा।<br />

(अनुप थत: कृ पया आगे देख)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, मने..<br />

ी अ य : हो गया, काफ प ट कर दया, ी फू लचंद िभ डा।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, मने 2009,10, 11 का बजट पूछा है।<br />

न सं या 113<br />

ी अ य<br />

: ीमती संजना आगर ।<br />

(अनुप<br />

थत: कृ पया आगे देख।)<br />

Ans/<strong>usc</strong> 11.20 1c 27032012<br />

न सं या 114<br />

ी अ य<br />

: ीमती च का ता मेघवाल ।<br />

(अनुप<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

ी वासुदेव देवनानी।<br />

ीमती अिनता भदेल।<br />

(अनुप<br />

(अनुप<br />

न सं या 115<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

न सं या 116<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

बै ठये आप।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय मेरा न है...<br />

ी अ य : म ने ट न पर जा रहा हं ू, माननीय सद य, काफ प ट हो गया,<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, चार-चार मह ने से पेमट दे रहे ह, चार-<br />

चार मह ने से...( यवधान)<br />

न सं या 117<br />

ी अ य<br />

: ी घन याम ितवाड़ ।<br />

(अनुप<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

न सं या 118<br />

ी अ दुल संगीर खां ।<br />

(अनुप<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(9)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यह तो कोई आ नह ं रहे, म पूछ रहा हं तो उनको तो<br />

ू<br />

उ तर देने द जए साहब। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: ी हनुमान बेनीवाल।<br />

(अनुप<br />

न सं या 119<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 7व मह ने का 11व मह ने म पेमट कया। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: म अलाऊ नह ं कर रहा हं ू, कृ पया बराजे, सारा प ट हो गया। ( यवधान)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): एक नह ं तीन साल लगातार। ( यवधान)<br />

न सं या 120<br />

ी अ य : ी बाबूिसंह राठौड़।<br />

(अनुप थत: कृ पया आगे देख)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): इस तरह के समथन म जस तरह से<br />

है ( यवधान)<br />

ी अ य :अं कत नह ं हो।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़):000<br />

टाचार फै ला हआ ु<br />

न सं या 121<br />

ी अ य<br />

: ी राजे राठौड़। डॉ. दग बर िसंह।<br />

(अनुप<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

ी राधे याम गंगानगर।<br />

ी अशोक डोगरा ।<br />

ी पेमाराम।<br />

(अनुप<br />

(अनुप<br />

न सं या 122<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

न सं या 123<br />

थत: कृ पया आगे देख)<br />

करगे:.<br />

तहसील ीमाधोपुर (सीकर) का द षत पंजीर करण<br />

ू<br />

124. ी पेमाराम (धोद): या म हला एवं बाल वकास मं ी यह बताने क कृ पा<br />

(1) रा य के व ालय एवं आंगनबाड़ के पर वतरण क जाने वली पंजीर कहां<br />

बनाई जाती हे तथा के तक वतरण कस कार क जाती थी <br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(10)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

(2) जला सीकर म 1 जनवर 2011 से दस बर,2011 तक कतनी मा ा म पंजीर<br />

कस कस साधन से कौन कौन से के पर भेजी गई तथा इसक लागत मू य कतनी है<br />

(3) या उ त जले म दू<br />

षत पंजीर खाने से ढाणी च ावाली ( दवराला) तहसील<br />

ीमाधोपुर म माह मई,2011 म ब चे बीमार या उनी मौत हई ु<br />

या उ त करण म कोई<br />

थम सूचना रपोट दज करवाई गई य द हां तो उ त पर या कायवाह हई ु<br />

सदन क मेज पर रख।<br />

(4) या यह सह है क उ त पंजीर क योगशालाओं म जांच हई है ु<br />

जांच रपोट क ितसदन क मेज पर रख।<br />

ववरण<br />

य द हां तो<br />

(5) या यह भी सह है क उ त घटना म के बाद द षत पंजीर को ख डा खोदकर<br />

ू<br />

जमीन म गाड दया गया य द हां तो जलेम कौन कौन से के पर कतनी कतनी<br />

रािश क पंजीर न ट क गई <br />

(6) उ त करण म कस अिधकार को दोषी माना गया और उसके व या<br />

कायवाह क गई <br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): (1) रा य के व ालय म कसी कार क पंजीर का<br />

वतरण नह ं कया जाता है। रा य के आंगनबाड़ के पर रैड ट ू इट टेक होम राशन के<br />

प म वत रत क जाने वाली पंजीर का िनमाण व वतरण दो कार से कया जाता है:-<br />

(1) के यकृ त यव था के अ तगत एवं (2) वके यकृ त यव था के अ तगत । देश<br />

के आंगनबाड़ के पर वतरण क जाने वाली पंजीर के यकृ त यव था के तहत<br />

सामा य व तीय एवं लेखा िनयम के अ तगत खुली िन वदाएं आमं<br />

त कर अनुबंधकता<br />

पोषाहार उ पादनकता फम से य क जा◌ी है। वके यकृ त पूरक पोषाहार यव था म<br />

चयिनत क गई प रयोजनाओं के के पर म हला वयं सहायता समूह /अ नपूणा म हला<br />

सहकार सिमितय से थानीय तर पर पूरक पोषाहार बेबी िम स<br />

य कया जाता है ।<br />

के यकृ त यव था के अ तगत पोषाहार िनमाता फम ारा प रयोजना तर तक पोषाहार<br />

क आपूित क जाती है। प रयोजना तर से आंगनबाड़ के तक संबंिधत बाल वकास<br />

प रयोजना अिधकार ारा थानीय प रवहन यव था से पोषाहार का वतरण कराया जाता<br />

है। वके यकृ त यव था के अ तगत वंय सहायता समूह ारा पोषाहार का वतरण<br />

आंगनबाड़ के पर कया जाता है।<br />

(2) जला सीकर के िलए 1 जनवर ,2011 से दस बर,2011 तक 783.81 म.टन पंजीर<br />

पोषाहार, जसका मू य रािश . 288.35 लाख है,सम त आंगनबाड़ के पर भेजी गई।<br />

रैड ट ू इट टेक होम राशन का वतरण प रवहन के सामा य साधन से कया गया है।<br />

(3) जी, नह ं। क तु उ त घटना से संबंिधत थम सूचना रपोट घटना म म मृतक<br />

बािलका के प रवारजन ारा थाना अजीतगढ़ म दज कराई गई थी। करण म व तृत<br />

अनुसंधान के प चात मामला अदम वकु गलत फहमी बाका का पाया गया है। अत:<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

(11)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

थानािधकार अजीतगढ़ ारा मुकदमा म एफ.आर. नं. 43/11 दनांक 21.09.11 को<br />

कर द गई है।<br />

(4) जी हां। उ त पंजीर क योगशालाओं म जांच कराई गयी है। जांच रपोट क<br />

ितयां प रिश ठ अ पर संल न है।<br />

(5) जी नह ं। यह सह नह ंहै क उ त घटना म के बाद पंजीर को द षत ू होने के<br />

कारण ख डा खोदकर जमीन म गाड़ा गया हो। य<br />

तुत<br />

प वभाग ारा करवाई गई योगशाला<br />

जांच रपोट म पंजीर खराब होने क पु नह ं हई ु है तथा प एहितयात बरतते हए ु वभाग<br />

ारा पंजीर स तू के बैच सं या जे.पी.-11 एवं जे.पी.-13 क अवशेष मा ा को प रयोजना<br />

गोदाम व आंगनबाड़ क<br />

से वा पस उठाने हेतु आपूितकता फम को िनदश दये गये। फम<br />

ारा 7.960 म. टन पंजीर पोषाहार वापस उठाया गया है जसका मू य रािश पये 2.93<br />

लाख है। फम<br />

ारा िनदश के उपरा त भी जस पंजीर को उठाया नह ं गया उ त मा ा<br />

54.335 म.टन पंजीर पोषाहार को प रयोजना/ आंगनबाड़ के पर न ट कया गया है<br />

जसका मू य रािश . 19.97 लाख है। फम ारा वा पस उठाई गई मा ा एवं प रयोजना/<br />

आंगनबाड़ के पर न ट क गई मा ा का भुगतान फम को नह ं कया गया है। रा य<br />

सरकार को कोई व तीय हािन नह ं हई है। न ट ु क गई मा ा का के वार ववरण प रिश ठ<br />

ब पर संल न है।<br />

(6) उ त करण म कसी भी अिधकार को दोषी नह ं माना गया । अ पतु घटना म<br />

के समय अनुप थत रहने के कारण संबंिधत म हला पयवे क को अ य थाना त रत कर<br />

दया गया।<br />

ी पेमाराम (धोद): माननीय अ य महोदय, म आपके ारा मं ी महोदय से पूछना<br />

चाहता हं क हमारे जले म<br />

ू , इनका िनयम तो यह है क पंजीर सहायता समूह के ारा य<br />

करनी चा हये मगर इनके अिधका रय ने िमली भगत करके एक फम से पंजीर खर द और<br />

वह पंजीर द षत पाई गई जससे हमारे जले क<br />

ीमाधोपुर तहसील म एक बािलका क<br />

मौत हो गई और मौत होने के बाद इनका जो जवाब आया है, जवाब म यह कह रहे ह<br />

पंजीर दू<br />

षत नह ं थी, म आपके माफत मं ी महोदय से पूछना चाहता हं क अगर पंजीर<br />

दू षत नह ं थी तो पंजीर को कसके आदेश से न ट कया गया य द कसी अिधकार ने<br />

कोई आदेश दया है तो उसक<br />

ितिलपी मुझे भी उपल ध कराई जाए और य द कसी<br />

उ चािधकार ने कोई आदेश नह ं दया, सीकर म वह ं पर लोकल तर पर दो अिधका रय ने<br />

िमलीभगत करके लगभग 20 लाख पये क 54.335 म. टन पंजीर को एक तरफ कहते ह<br />

क पंजीर दू षत नह ं थी और दसर ू तरफ लगभग 20 लाख पये क पंजीर को वह ं पर<br />

ख डा खोदकर न ट कर दया गया और कसी के खलाफ वभाग ने य क बचाने के िलए<br />

कोई एफआईआर दज नह ं करवाई। म पूछना चाहता हं ू क पंजीर कसके आदेश से न ट क<br />

गई और य द कसी का ओदश नह ं है तो पंजीर न ट करने वाले अिधका रय के खलाफ<br />

वभाग ने<br />

या कायवाह क अवगत कराने का क ट कर। दसरा ू मेरा सवाल है, म हला<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(12)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

सहायता समूह के ारा सु ीम कोट का, अ य महोदय यह कोई राज थान सरकार अके ला<br />

नह ं, माननीय सु ीम कोट का भी ओदश है क यह पंजीर , सु ीम कोट ने कहा है क<br />

सहायता समूह, हमारा जला तो एक न बर पर है, सहायता समूह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं<br />

बनाने पर हर साल<br />

उनको माण प जार कया जाता है। कौनसा कारण है क सीकर जले म म हला सहायता<br />

समूह के ारा पंजीर नह ं खर द जाती, या कारण है, कस अिधकार क लापरवाह है, या<br />

कभी वभाग ने जांच क , या वभाग ने उस अिधकार के खलाफ कोई कायवाह क ,<br />

इसका मतलब सहायता समूह तो कागज म बनाकर वाह-वाह लूटते ह, इसिलए म पूछना<br />

चाहता हं क ऐसा ू कौनसा कारण था क म हला सहायता समूह जो पंजीर बनाते ह उनसे<br />

न खर दकर एक क पनी वशेष से िमलीभगत करके पंजीर य खर द गई और लगभग<br />

20 लाख पये क पंजीर को न ट करने वाल के खलाफ आज तक वभाग ने एफआईआर<br />

दज य नह ं करवाई, माननीय मं ी महोदय बता द क उनके खलाफ या करने जा रहे<br />

ह।<br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): माननीय अ य महोदय, यह सह है क इस कार<br />

क रपोट आई थी ले कन जब जांच क तो यह पाया गया क भेड बकर चराने वाली दो<br />

बािलकाएं एक पैके ट पंजीर और हलवा जो उ ह िमला था वह उसे लेकर गई और एक<br />

िम ट के िसकोरे के अंदर जसके अंदर िसंदर ओर इस तरह क चीज थी उसके अंदर<br />

ू<br />

घोलकर उसको पकाकर, तो उससे जो रए शन हआ ु , उसको खाया और उसके बाद म उनक<br />

मौत हई ु जो बहत ु ह सी रयस चीज है और ददनाक मामला है ले कन इसको बहत ु ग भीरता<br />

से वभाग ने िलया है और जो भी फम इसके अंदर है उनक जो िस यो रट है उसको भी<br />

फोरफ ट करने के िनदश वभाग के ारा दे दये गये थे और अगर आपको लगता है क<br />

कसी अिधकार क िमलीभगत थी तो उसको म जांच करवा लूंगी और इसम कोई भी<br />

कोताह राज थान सरकार नह ं बरतेगी।<br />

Ddm/<strong>usc</strong> 27032012 1130 1d<br />

य क यह ब च क हे थ का मामला है, ब च के भ व य का मामला है। म आपको<br />

यह आ वासन देना चाहती हं ू, ब क पूरा व वास दलाना चाहती हं ू क इस करण क जांच<br />

करके , य द आपको लगता है, आप मुझे बता द जए, उस दोषी अिधकार के खलाफ तुर त<br />

कायवाह क जाएगी।<br />

ी अ य<br />

: स फिशए ट। ी छोटिसंह ू भाट ।<br />

जैसलमेर जले के कृ षक को मुआवजा<br />

125. ी अमराराम (दांतारामगढ़) ( ी छोटिसंह ू भाट (जैसलमेर) के थान पर): या<br />

आपदा ब धन एवं सहायता रा य मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

(1) या यह सह है क जैसलमेर म वतमान म रबी क फसल म शीतलहर के भाव<br />

से विभ न फसल म 50 ितशत से 100 ितशत तक खराबा हआ ु है


ु<br />

(13)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

(2) या सरकार ारा स पूण सव करवा िलया गया है य द हां, तो उसके या<br />

प रणाम ा त हुए ह<br />

(3) या सरकार सभी भा वत कसान को मुआवजा देने का वचार रखती है य द हां,<br />

तो कब तक और नह ं, तो य ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

ी बृजे<br />

िसंह ओला (रा य मं ी, इं दरा गांधी नहर प रयोजना): (1) रबी फसल<br />

िगरदावर संवत 2068 के अनुसार जैसलमेर जले क तहसील पोकरण तथा जैसलमेर म<br />

फसल खराबा 50 ितशत व इससे अिधक हआ है। ु<br />

(2) जी हां। रबी फसल िगरदावर संवत 2068 क रपोट क ित प रिश ट-अ पर<br />

संल न है।<br />

(3) पाला एवं शीतलहर से फसल के खराबे पर राहत देने हेतु रा य सरकार ारा<br />

दनांक 25.3.2012 को राहत पैके ज जार कया गया है जसके तहत पा कसान को<br />

सहायता दान क जावेगी। उ त पैके ज क ित प रिश ट-ब पर संल न है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से जानना<br />

चाहंगा ू क राज थान म शीतलहर और पाले से भंयकर नुकसान हआ है और राज थान<br />

सरकार का कृ ष वभाग 65 से 70 ितशत खराबा बता रहा है और राज व वभाग क जो<br />

रपोट आई है वह सीकर, जयपुर, झुंझुनूं, नागौर, बहत ु से जले, जसम शत- ितशत फसल<br />

न ट हो गयीं और सरकार के िनदश ह क उन कसान को नह ं िमले, इसके िलये 50<br />

ितशत से नीचे...।<br />

ी अ य : न या है आपका, रलेवे ट न<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): न यह तो है अ य महोदय, न यह है क जो 200<br />

करोड़ क घोषणा क गई है उसम से 10 ित त भी कसान को राहत नह ं िमलेगी य क<br />

जब कृ ष वभाग, इस फसल म रबी-2012 म फसल जो न ट हई ु है, असल म कृ ष वभाग<br />

ह बता सकता है क उसम कतना नुकसान हआ है य ु<br />

क फली तो आज भी हर है, आज<br />

जो काट रहे ह, उसम 80 ितशत सरस म नुकसान है, जीरा और इसबगोल साफ है, पपीते<br />

क खेती...।<br />

ी अ य : न या है<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): इसिलये अ य महोदय, या सरकार, जनका नुकसान<br />

50 ितशत से कम हआ ु है, या सरकार दबारा ु िगरदावर कृ ष वभाग, रेवे यु अिधकार ,<br />

या जन ितिनिधय को िमलाकर पुन: िगरदावर कराने क सरकार मंशा रखती है। अगर<br />

नह ं रखती है तो इसका मतलब सरकार नह ं चाहती क उनको मुआवजा िमले।<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी।<br />

ी बृजे िसंह ओला (रा य मं ी, इं दरा गांधी नहर प रयोजना): आदरणीय अ य<br />

महोदय, िगरदावर क एक िनधा रत<br />

या है। उसके तहत िगरदावर राज व वभाग ने<br />

कराई। हम तो िसफ उसका डाटा काम म लेते ह, जो राज व वभाग िगरदावर करवाता है,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(14)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उसका। और उस डाटा के अनुसार जो भी खराबे क<br />

अिधक, उसको सरकार ने राहत पैके ज देने क घोषणा कर द है।<br />

से<br />

थित आई है, 50 ितशत या उससे<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, मं ी महोदय यह बता द क 50 ितशत<br />

यादा खराबे वाले कतने कसान ह। पूरे राज थान म आप यह बता द क कतने<br />

कसान ह और आपके पैके ज के अनुसार कतनी रािश उनको िमलेगी, बात समझ म आ<br />

जाएगी। अ य महोदय, साधारण िगरदावर कराते ह वह राज व वभाग म, कसम कतना<br />

बोया है। कोई भी पटवार यह नह ं बता सकता क यह सरस क फसल म, जीरे क फसल<br />

म, स जी म, पपीते के बाग़ म कतना नुकसान हआ है। कोई पटवार के पास कोई<br />

ु<br />

ए सपटाइजेशन नह ं है। तो या सरकार उन कृ ष वभाग, जन ितिनिधय और उनके<br />

मा यम से करवाने का वचार रखती है। उन कसान क , जनक साल भर क फसल तबाह<br />

हो गयी, साल भर क उ मीद तबाह हो गयीं, उनक या सरकार यह मंशा रखती है।<br />

ी अ य<br />

: वरा जये, वरा जये, जवाब आने द जए।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): मं ी महोदय बता द क 50 ितशत से यादा के कतने<br />

का तकार आपक िगरदावर म आये ह और आपके पैके ज के अनुसार 200 करोड़ म से<br />

कतनी रािश उनको भुगतान क जाएगी। ( यवधान) अ य महोदय, स ता प के लोग<br />

बोल रहे ह।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): अ य महोदय, िगरदावर के पास कौनसे मापद ड ह जो<br />

मालूम कर लेगा। ( यवधान) मालूम ह नह ं होता है। म यह कहना चाहता हं क पटवार के<br />

ू<br />

पास ऐसा कौनसा थमा मीटर है जो यह बता सकता है क सरस म इतना खराबा हआ है। ु<br />

माननीय सद य को मालूम हो जाता है क फसल न ट हो जाती है। अब यह फसल खड़<br />

दखाई दे रह है, हर दखाई दे रह ह। काटगे तब सरस िनकलेगी, जीरो पर आकर टके गी।<br />

ी अ य : न या है आपका<br />

ी गंगा सहाय शमा (आमेर): अ य महोदय, जयपुर जले म आमेर और चौमूं म..।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): अ य महोदय, मेरा न यह है क जो डाटा बता रहे ह,<br />

पटवार के पास कोई डाटा नह ं है।<br />

ी अ य : न या है आपका<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़):<br />

कसान से बड़ा और<br />

न मेरा यह है। कसान के िलये यह या मतलब हआ ु ,<br />

न या होगा हमारे पास। उनके भेजे हए ु हम बैठे ह हम तो।<br />

ी गंगा सहाय शमा (आमेर): अ य महोदय, जयपुर जले म आमेर और चौमूं, दो<br />

ऐसे वधान सभा े ह जनम स जयां यादा से यादा उगाई जाती ह। ( यवधान) और<br />

अभी जो दावा पडा है। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: मने के वल माननीय सद य को अलाऊ कया है। माननीय सद य को<br />

अलाऊ कया है। आप स लीम न पूिछये।<br />

ी<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): म यह कहना चाहता हं ू, झुंझुनूं जला, सीकर, यह वैसे तो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(15)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

यू.पी. तक का है, ले कन वहां हमारा ठेका नह ं है। हम झुंझुनूं, सीकर, राज थान क बात<br />

करते ह। फसल का जो नमूना है वह हरा दखाई दे रहा है। फसल प क नजर आएगी<br />

ले कन उसके बीज अ दर से पानी हो गये ह। इसिलये म कहना चाहता हं क डाटा पर मत<br />

ू<br />

जाओ। आप दबारा एक अ छे<br />

ु सवयर को भेजो, एम.एल.ए. साथ जाए और उनका ितिनिध<br />

जाए। वह बताये, फोड़ कर बताए क सरस के अ दर पानी हो गया है। उसको गेहं को मार ू<br />

दया है, गेहं ू के अ दर हवा िनकल गई, सारा िस टम ख म हो गया। अब यह जब िनकालगे<br />

तब रोएंगे, उस व त आप िगरदावर नह ं करवाओगे। जब म ड म जाने का मतलब नह ं<br />

होगा उनका। इसिलये म कहना चाहता हं ू, कसान को बेिन फट दो, कसान का भेजा हआ ु<br />

सारा िस टम है यह।<br />

ी अ य<br />

: ी शाले मोह मद।<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): अ य महोदय, म मं ी महोदय से यह जानना चाहं ूगा<br />

क जैसलमेर जले म, जैसे मौसम आधा रत फसल म अर ड को साथ म नह ं िलया गया<br />

है। तो या मं ीजी यह बताएंगे क जो यह अभी सरकार ने घोषणा क है, हमारे जले म<br />

अर ड क काफ फसल है तो उनको या इसका फायदा िमलेगा या<br />

ी बृजे िसंह ओला (रा य मं ी, इं दरा गांधी नहर प रयोजना): अ य महोदय, एक<br />

तो यह न जैसलमेर जले से स बंिधत है। न जैसलमेर जले से स बंिधत है। उसक म<br />

आपके मा यम से सदन को जानकार देना चाहता हं। ू<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यह जैसलमेर जले से तो है ले कन सवाल तो पूरे<br />

राज थान का है।<br />

ी अ य<br />

: अमरारामजी, एक िमनट, जहां तक आपका सवाल है, उसी के सीिमत दायरे<br />

म तो जवाब दगे ना। ( यवधान)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, फसल तो पूरे राज थान क खराब है।<br />

मं ीजी खुद बता द।<br />

ी अ य<br />

: आप जवाब आने द जए। आप जवाब आने द जए। म अलाऊ नह ं क ं गा।<br />

मं ीजी के अलावा कसी अ य सद य का अं कत नह ं होगा। ( यवधान) और कसी सद य<br />

का अं कत नह ं होगा। मं ीजी जवाब दे रहे ह। ( यवधान) माननीय मं ीजी।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी बृजे िसंह ओला (रा य मं ी, इं दरा गांधी नहर प रयोजना): जैसलमेर जले से<br />

आने वाले माननीय सद य ने अर ड के बारे म पूछा है। माननीय अ य महोदय, अर ड<br />

खर फ के अ तगत आती है। इसिलये उसके बारे म रबी क फसल म वचार नह ं होता है।<br />

ी पेमाराम (धोद): अ य महोदय, मेरा एक सवाल है।<br />

ी अ य<br />

: ी शाले मोह मद।<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): म यह िनवेदन करना चाहंगा क अर ड<br />

ू क जो फसल है,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(16)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

मं ीजी से िनवेदन करना चाहंगा क अर ड<br />

ू क फसल हमेशा दो या तीन फसल अर ड<br />

लगातार देती है। रबी म भी इसक फसल िमलती है और खर फ म भी फसल िमलती है।<br />

अब मौसम आधा रत जो फसल योजना है...। ( यवधान)<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यह तो लाल िमच उगाने वाले ह।<br />

ी अ य : आप न पूछने द जए। मने उनको अलाऊ कया है। बै ठये आप।<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): जैसलमेर जले म 70 ितशत लोग अर ड क खेती कर<br />

रहे ह। मेरे पोकरण म अर ड खेती कर रहे ह। अब य द उसको रबी के साथ मानगे तो सद<br />

म सबसे यादा नुकसान हआ ु है वह अर ड को हआ ु है। इसिलये म मं ीजी से और मु य<br />

मं ीजी को िनवेदन करना चाहंगा क हमारे जले क जो अर ड<br />

ू क फसल है उन लोग को<br />

बहत बड़ा नुकसान हआ है। इसिलये म चाहंगा क इन लोग को जो नुकसान हआ है उनको<br />

ु ु ू ु<br />

य द लाभ नह ं िमलेगा तो यह बहत बड़ा नुकसान होगा।<br />

ु<br />

को भी खर फ क फसल म साथ िलया जाए।<br />

ी अ य<br />

: ी मंगलारामजी।<br />

( यवधान) म चाहता हं क अर ड ू<br />

ी मंगलाराम गोदारा (डूंगरगढ़): अ य महोदय, म मं ीजी से जानना चाहता हं क ू<br />

फसल क कटाई तो हो गई सरस क । ( यवधान)<br />

ी अ य : जैसलमेर जले का न है।<br />

ी मंगलाराम गोदारा (डूंगरगढ़): राज थान का ह है। राज थान का ह है, फसल क<br />

कटाई हो चुक है। या मं ीजी फसल क कटाई होने के बाद म िगरदावर करवा सकते ह<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, यह तो करवाएं। अ य महोदय, मेरा<br />

सवाल है, या सरकार दबारा ु िगरदावर कराने का..।<br />

ी अ य<br />

: जवाब आने द जए। जवाब तो आने द जए।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, दबारा िगरदावर नह ं होगी। कृ ष वभाग<br />

ु<br />

और रेवे यु का दबारा ु , सरकार इतना ह बता दे क या दबारा ु िगरदावर करवाएगी। वाकई<br />

कसान का नुकसान हआ है ु , उनको सहायता करना चाहती है या नह ं करना चाहती है। 50<br />

ितशत से नीचे वाल को भी, म समझता हं क फसल ू<br />

ी अ य<br />

: भाषण नह ं।<br />

70-80 ितशत न ट हई ह। ु<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, इसका उ तर दला द। सरकार नह ं देना<br />

चाहती तो खड़े होकर मं ीजी कह द क सरकार नह ं देना चाहती है। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: ी भगवान सहाय सैनी।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): सरकार कसान को नह ं देना चाहती। ( यवधान)<br />

ी अ य : ी भगवान सहाय सैनी का ह अं कत कया जाए। बाक का अं कत नह ं<br />

कया जाए। ी भगवान सहाय सैनी।<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, जयपुर जले म चौमूं और आमेर<br />

तहसील और इसके आसपास सरस म 80 ितशत से यादा नुकसान है, खराबा है पाले से।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(17)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी अ य : आपका न या है, जैसलमेर के वषय म<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): म मं ीजी से यह िनवेदन करना चाहता हं आपके ू<br />

मा यम से क जयपुर जले म चौमूं और आमेर म सरस क फसल म पाले से खराबा हआ ु<br />

है। स<br />

जयां खराब हई ह उसका मुआवजा दलाएंगे या<br />

ु ( यवधान) चौमूं और आमेर म जो<br />

पाले से स जयां और सरस क फसल खराब हो चुक ह, या उसके बारे म भी वचार<br />

कया जाएगा या<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य : आप या कह रहे ह<br />

VPS-USC-27.03.2012-11.40-1e<br />

ी गंगा सहाय शमा (आमेर): माननीय अ य महोदय, आमेर वधान सभा े म<br />

टमाटर, सरस , ककड़ यह सभी फसल 100 ितशत न ट हो चुक ह। ... ( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: यह जैसलमेर म है या यह जैसलमेर म है या ... ( यवधान)...<br />

ी गंगा सहाय शमा (आमेर): माननीय अ य महोदय, म आमेर क बात कर रहा हं। ू<br />

राज थान म ह है। ... ( यवधान)... या मं ीजी इसके बारे म भी वचार करगे या ...<br />

( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: म अलाऊ नह ं क ं गा।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: म अलाऊ नह ं क ं गा। माननीय मं ीजी जवाब दे रहे है। न आपको अलाऊ<br />

क ं गा, न मु य मं ीजी को अलाऊ क ं गा। कृ पया बैठ जाएं। ... ( यवधान)...<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: ी मदन।<br />

ी मदनलाल वमा (डग): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से यह जानना<br />

चाहता हं ू क आपदा बंधन म जो खराबे का दज होता है वह एक कसान को इकाई<br />

मानकर दज करते ह। अब एक कसान के पास अगर चार तरह क फसल बोई हई है और ु<br />

एक तरह क फसल अगर पूर बरबाद हो जाती है, तीन तरह क उसके पास खाने क व तुएं<br />

बचती ह पर तु जो फसल बरबाद होती है जो कॉमिशयल फसल बरबाद होती है तो परसटेज<br />

50 परसट से ऊपर वाले को ह मुआवजा देय होता है पर तु अगर उसके पास 25 परसट जो<br />

कॉमिशयल फसल थी, य द वह पूर बरबाद होती है तो उस फसल का मुआवजा देने का या<br />

मं ीजी वचार रखते ह, यह मेरा<br />

ी अ य<br />

: माननीय मं ीजी।<br />

न है साहब। ... ( यवधान)...<br />

ी पवन दु गल (अनूपगढ़): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से यह पूछना<br />

चाहता हं ू ... ( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(18)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी अ य : सारे सवाल ह हो जाएंगे तो फर जवाब ह नह ं आ पाएगा। ...<br />

( यवधान)...<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): मेरा भी जोड़ दो माननीय अ य महोदय, ...<br />

( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: माननीय मं ीजी।<br />

ी पवन द ु गल (अनूपगढ़): मं ीजी यह बता द क इ ह ने जो घोषणा क है क देश<br />

के अ दर कतने जले आये ह जसम ... ( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

माननीय मं ीजी।<br />

: माननीय मं ीजी। अ य कसी माननीय सद य का अं कत नह ं होगा।<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): 000<br />

ी बृजे िसंह ओला (रा य मं ी, इं दरा गांधी नहर प रयोजना): माननीय अ य<br />

महोदय, अभी िनयम यह है, कायदा यह है क 50 परसट या उससे जो अिधक खराबा होता<br />

है उसी के मामले म सहायता द जाती है। ... ( यवधान)...<br />

ी पेमाराम (धोद): माननीय अ य महोदय, एक छोटा सा है, जब सरकार के कृ ष<br />

वभाग ... ( यवधान)... 50 परसट से ऊपर खराबा होता है तो ... ( यवधान)...<br />

ी नगराज (ध रयावद): माननीय अ य महोदय, जहां 50 परसट से अिधक खराबा<br />

हआ है ु उसका या मं ीजी जवाब दे रहे ह तापगढ़ जले म 50 परसट से यादा खराबा<br />

हआ है। ु<br />

ी पेमाराम (धोद): माननीय अ य महोदय, मेरा िनवेदन एक ह है क सरकार या<br />

कृ ष वभाग से ... ( यवधान)...<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 50 परसट से यादा खराबा होता है वहां कृ ष वभाग से<br />

... ( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य, बै ठये। माननीय सद य, बै ठये। ... ( यवधान)...<br />

ी नगराज (ध रयावद): तापगढ़ जले का या है मं ी महोदय ... ( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: या पूछ रहे ह आप माइक को दर रख थोड़ा। ू<br />

ी नगराज (ध रयावद): तापगढ़ जले म भी 50 ितशत से<br />

माननीय अ य महोदय, ... ( यवधान)...<br />

... ( यवधान)...<br />

ी अ य : यह न जैसलमेर जले का है। आपके जले का नह ं है।<br />

ी नगराज (ध रयावद): नह ं,<br />

ी अ य<br />

: ी रामहेत।<br />

यादा खराबा हआ है ु<br />

तापगढ़ भी तो राज थान म ह है। ... ( यवधान)...<br />

अलवर जले म कु पोषण के उपचार के<br />

126. ी पवन द ु गल (अनूपगढ़) ( ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास) के थान पर):<br />

या िच क सा एवं वा य मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(19)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

े े<br />

(1) या यह सह है क ब च (0-6 वष) म कु पोषण क रोकथाम के िलए अलवर जले<br />

के विभ न िच क सा सं थान म कु पोषण उपचार के खोले गये ह य द हां, तो शहर व<br />

ामीण उपचार के क सूची सदन क मेज पर रख।<br />

(2) उ त कु पोषण उपचार के म इसके ार भ से अब तक कतने कु पो षत ब च<br />

का उपचार कया गया उपचार कये गये कु पो षत ब च का के वार सं या ववरण सदन<br />

क मेज पर रख।<br />

(3) उ त उपचार के पर आने वाले कु पो षत ब चे एवं उनके माता- पता को कस<br />

कार क सु वधाएं एवं सहायता उपल ध कराये जाने का ावधान है ववरण सदन क मेज<br />

पर रख।<br />

(4) उ त उपचार के को सुचा प से संचािलत करने के िलए अब तक कतनी<br />

रािश का आवंटन कया गया तथा आवं टत रािश के व कतनी रािश अब तक यय क<br />

गई जलेवार, के वार ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

डा. राजकु मार शमा (रा य मं ी, व ान एवं ौ ोिगक ): (1) जी, हां। जला अलवर म<br />

शहर म जला िच क सालय अलवर व ामीण म सामुदाियक वा य के ,<br />

राजगढ़, बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा म कु पोषण उपचार के खोले गये ह।<br />

(2) अग त, 2008 से जनवर , 2012 तक जला िच क सालय अलवर म 819 तथा<br />

सामुदाियक वा य के , राजगढ़ म 122, कु ल 941 कु पो षत ब च का उपचार कया गया<br />

है। सामुदाियक वा य के , बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा म जून, 2011 से जनवर ,<br />

2012 तक उपचा रत ब च क सं या शू य है।<br />

सामुदाियक वा य के , बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा म संचािलत कु पोषण के<br />

म उपचा रत ब च क सूचना शू य रहने के संबंध म मु य िच क सा एवं वा य<br />

अिधकार अलवर, ख ड मु य िच क सा एवं वा य अिधकार बानसूर, कोटकािसम एवं<br />

ितजारा तथा िच क सा अिधकार भार , बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा को 17 सीसीए का<br />

नो टस जार कया गया है।<br />

(3) उ त उपचार के पर आने वाले कु पो षत ब चे एवं उसके साथ कने वाले<br />

संर क (माता) को पये 30 ित दन व ब चे को ित दन दन म तीन बार पोषाहार दया<br />

जाता है। ब च को इलाज के दौरान सम त िच क सा सु वधाएं िन:शु क उपल ध करवाई<br />

जाती है। वष 2012-13 क पीआईपी. म संर क को 30 पये के थान पर 135 पये<br />

ित दन ता वत कया गया है।<br />

(4) अग त, 2008 से जनवर , 2012 तक जला िच क सालय, अलवर को 2064530/-<br />

पये तथा सामुदाियक वा य के , राजगढ़ को 1616000/- पये एवं जून, 2011 से<br />

जनवर , 2012 तक सामुदाियक वा य के , बानसूर को 185000/- पये, सामुदाियक<br />

वा य के कोटकािसम को 185000/- पये एवं सामुदाियक वा य के ितजारा को<br />

185000/- पये, कु ल 4235530/- पये आवं टत कये गये, जसके व जला<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(20)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

िच क सालय अलवर ने 1568552/- पये एवं सामुदाियक वा य के राजगढ़ ने<br />

522732/- पये कु ल 2091284/- पये यय कये गये ह। सामुदाियक वा य के ,<br />

बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा ने कोई रािश यय नह ं क है।<br />

सामुदाियक वा य के , बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा म संचािलत कु पोषण के<br />

म आवं टत रािश का उपयोग नह ं करने के कारण मु य िच क सा एवं वा य अिधकार<br />

अलवर, ख ड मु य िच क सा एवं वा य अिधकार बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा तथा<br />

िच क सा अिधकार भार , बानसूर, कोटकािसम एवं ितजारा को 17 सीसीए का नो टस जार<br />

कया गया है।<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): माननीय अ य महोदय, म आपके माफत से माननीय<br />

मं ी महोदय से यह जानना चाहता हं क इ ह ू ने अलवर जले म 941 के क थापना क<br />

बात सदन म कह है क कु ल 941 के है जसके अ दर कु पोषण से संबंिधत ब च क<br />

रोकथाम क सं थाएं खोली गई ह।<br />

माननीय अ य महोदय, इसके अ दर माननीय मं ीजी से यह जानना चाहता हं क जो ू<br />

कु पोषण से भा वत ब चे हए ु ह उनके माता- पता को अभी तक आपने या दया है इसम<br />

इस<br />

न के मा यम से हम आपके मा यम से जानना चाहते ह क कस कार क सु वधा<br />

आपके ारा अभी तक उन प रवार को और उन ब च को द गई है एवं दसरा यह क उ त<br />

ू<br />

जो उपचार के सुचा प से संचािलत अब तक कये गये ह उनम कतनी रािश का योग<br />

अभी तक माननीय मं ीजी ने, जो कु ल रािश द है, उसम से कतनी रािश का योग उन<br />

कु पो षत ब च के उपचार हेतु कया गया है<br />

डा. राजकु मार शमा (रा य मं ी, व ान एवं ौ ोिगक ): माननीय अ य महोदय, जो<br />

इनके संर क क बात कर रहे ह, उनके घर वाल को जो कु पो षत ब चे ह, उनको या<br />

िमलता है तो माननीय सद य को बताना चाहता हं क ू<br />

30 पये ित दन हम उनको देते<br />

ह, तीन समय उनको पोषाहार दया जाता है और जो नई पीआईपी है, उसम 135 पये का<br />

ताव हमने के सरकार को भेज दया है और उन कु पो षत ब च का िन:शु क उपचार<br />

कया जाता है।<br />

ी अ य<br />

: ी अिभषेक मटो रया।<br />

हनुमानगढ़ जले म बाल िमक हेतु ग ठत टॉ क फोस<br />

127. ी पेमाराम (धोद) ( ी अिभषेक मटो रया (नोहर) के थान पर): या म एवं<br />

िनयोजन रा य मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

(1) या यह सह है क सरकार ारा जला तर पर बाल म को रोकने के िलए टॉ क<br />

फोस का गठन कर िलया गया है य द हां, तो हनुमानगढ़ जले म ग ठत टॉ क फोस के<br />

सद य का ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

(2) उ त ग ठत टॉ क फोस ारा वगत दो वष म कतने बाल िमक को मु त<br />

कराकर उनका पुनवास कया गया है उ त जले का ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(21)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

(3) या यह सह है क सरकार ारा वगत तीन वष म बाल िमक क पहचान के<br />

िलए कोई सव काय नह ं कया गया है य द हां, तो उ त सव को नह ं करने के िलए कौन<br />

दोषी है ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

(4) या यह भी सह है क बाल िमक का िनयिमत प से सव करना अिनवाय है<br />

य द हां, तो उ त सव को नह ं कराने के िलए कौन दोषी है ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

ी मांगीलाल गरािसया (रा य मं ी,<br />

म एवं िनयोजन): (1) जी, हां। हनुमानगढ़ जले<br />

म ग ठत टॉ क फोस के सद य का ववरण प रिश ट- ‘अ’ पर संल न है।<br />

(2) उ त टॉ क फोस ारा वगत दो वष म मु त कराये गये बालक क सं या शू य<br />

है। रा य म सभी 33 जल म मु त कराये गये 692 बालक का ववरण प रिश ट-‘ब’ पर<br />

संल न है।<br />

(3) जी, हां। रा य सरकार ारा वगत 3 वष म बाल िमक क पहचान के िलए कोई<br />

सव काय नह ं कराया गया है य क के सरकार ारा सव हेतु रािश उपल ध कराने पर<br />

सव काय कराया जाता है। रा य के 27 जल म म मं ालय, भारत सरकार के सहयोग से<br />

रा य बाल िमक प रयोजना चलाई जा रह है। के सरकार ारा ा त आिथक सहायता<br />

के अनुसार जयपुर, अलवर, उदयपुर, जालौर, बांसवाड़ा, अजमेर, िच तौड़गढ़, बीकानेर, ट क,<br />

भीलवाड़ा, ीगंगानगर, बाड़मेर, पाली, नागौर, झालावाड़, भरतपुर, झु झुनूं एवं बारां म सव<br />

काय कराया जा रहा है जसका ववरण प रिश ट- ‘स’ पर संल न है।<br />

(4) रा य बाल िमक प रयोजना के अ तगत बाल िमक के िलए व ालय संचालन<br />

हेतु सव कराया जाता है। एक बार सव म िच<br />

त बालक को 3 वष तक िश ा दान कर<br />

राजक य व ालय म वेश दलाया जाता है त प चात ् पुन: नवीन व ालय हेतु बालक के<br />

चयन के िलए के सरकार ारा रािश आवंटन क थित म सव कराया जाता है। अत:<br />

िनयिमत प से सव कराने का कोई ावधान नह ं है।<br />

ी अ य<br />

: सदन क कायवाह 12.00 बजे तक के िलए थिगत क जाती है।<br />

(तदन तर सदन क बैठक 11.49 बजे 12.00 बजे तक के िलए थिगत हई। ु )<br />

Spp/<strong>usc</strong>/27.3.2012/12.00/1g<br />

ी अ य<br />

(पुन: समवेत ् होने पर)<br />

(समय 12.00 बजे)<br />

( ी द पे िसंह शेखावत, अ य , पदासीन)<br />

: एक िनवेदन कर दं। ू म एक िनवेदन कर दं। ू शोकािभ य पहले कर दंू,<br />

उसके बाद आपको अवसर दंगा। ू<br />

शोकािभ य एवं ांजिल<br />

पूंजीलाल मीणा, ी, सद य<br />

माननीय सद यगण, शोकािभ य के इस अवसर पर म हाल ह म दवंगत हए इस ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(22)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वधान सभा के पूव सद य, ी पूंजीलाल मीणा के ित संवेदना य त करते हए यह शोक ु<br />

िश<br />

ताव<br />

तुत करता हं। ू<br />

पूव सद य ी पूंजीलाल मीणा का ज म 7 िसत बर, 1923 को हआ। आपने मै क तक<br />

ु<br />

ा ा त क ।<br />

ी पूंजीलाल मीणा सातवीं राज थान वधान सभा म घाटोल िनवाचन े से कां ेस के<br />

वधायक रहे। वधान सभा के कायकाल के दौरान आप अनुसूिचत जनजाित क याण सिमित<br />

तथा खान वभाग क संसद य परामशदा ी सिमित के सद य रहे।<br />

ी मीणा अपने सावजिनक जीवन म लगभग 3 वष तक पंच तथा 6 वष तक मोटा<br />

गांव और जगपुरा पंचायत के सरपंच रहे। आप लगभग 14 वष तक घाटोल पंचायत सिमित<br />

के धान भी रहे। ी मीणा बांसवाड़ा जले के ामीण वकास अिभकरण म सूखा स भा य<br />

े प रयोजना<br />

या वयन सिमित के सद य रहे। समाज सेवा म िच रखने वाले ी मीणा<br />

जनजाित उपयोजना सम वय एवं िनदशन सिमित के सद य रहे। अ यापन से जुड़े ी मीणा<br />

वष 1939 से 1965 तक राज थान डूंगरपुर सेवा संघ व परतापुर बांसवाड़ा सेवा संघ क<br />

िश ण सं था से स ब रहे। आप िश ा समाधान सिमित, जयपुर के सद य भी रहे। ी<br />

मीणा घाटोल लॉक कां ेस कमेट के अ य तथा बांसवाड़ा जला कां ेस कमेट के<br />

उपा य रहे।<br />

ी पूंजीलाल मीणा का दनांक 3 माच, 2012 को िनधन हो गया।<br />

म अपनी ओर से तथा इस सदन के सभी माननीय सद य क ओर से दवंगत<br />

पूंजीलाल मीणा के ित शोक कट करते हए ु उनके प रवार के ित संवेदना य त करता हं ू<br />

तथा<br />

ांजिल अ पत करता हं। ू म ई वर से ाथना करता हं ू क दवंगत क आ मा को<br />

शा त दान कर तथा उनके शोक संत त प रजन को उनका बछोह सहन करने क श<br />

दे।<br />

माननीय सद यगण कृ पया दो िमनट मौन खड़े रहकर दवंगत क आ मा क शा<br />

िलये ाथना कर।<br />

(तदन तर सदन के सभी माननीय सद य ने दो िमनट मौन खड़े रहकर दवंगत क<br />

आ मा क शा त के िलये ांजिल अ पत क ।)<br />

नेता ितप<br />

, आप बोलगी, या फर कटा रया साहब<br />

शू य काल<br />

व ाथ िम पर लाठ चाज<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): अ य महोदय, म आसन का स मान करते हए ु<br />

आज एक िश क के नाते अपने मन क पीड़ा इस सदन म कट कर रहा हं। यह िश ा<br />

ू<br />

िम जो ब चे ह, चूं क हमार सरकार पछले ल बे समय से अ यापक के र त पद को<br />

भर नह ं पा रह है, ब च क पढ़ाई सफर कर रह है और इसिलये सरकार ने एक टे परेर<br />

यव था क भत से ऐसे ब चे जो उनके समान यो यता रखते ह, उनको एज ए अ यापक<br />

त के<br />

ी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(23)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

लगाकर कू ल क यव था को सुचा<br />

प से चलाने का काम कया और यह ब चे एक<br />

ल बे पाँच-पाँच साल के काल ख ड से लगे हए ु ह और अपनी नौक रयां दे रहे ह। यह बार-<br />

बार सरकार के सामने आते ह क हमको एक िमिनमम वेज, जो एक मजदर ू को िमलता है,<br />

मुझे बहत द ु ु:ख है, अफसोस है इस बात का, क हम जो राज चलाते ह, सरकार चलाते ह,<br />

ब च का भ व य बनाने के िलये िच ता करते ह, उन सरकार व ालय म जहां पहले से ह<br />

ई वर ने उन गर ब को मजबूर कया इस बात के िलये, क उनके पास फ स देने के िलये<br />

पैसा नह ं है इसिलये सरकार कू ल म ह जाना पड़ेगा और जो सरकार करोड़ इन व ालय<br />

के िलये, इन िश<br />

ण सं थाओं के िलये यय करती है और उन बालक को हम 3000 पया<br />

देते ह। आज जो िमिनमम वेज है, वह 133 पया, 137 पया, 140 पया है। उसके हसाब<br />

से भी 4000 बनता है। वह भी हमार सरकार, य क यह आिथक<br />

से इतनी दबल है ु<br />

क एक भ व य बनाने वाले िश क को उसके एम.ए., बी.एड. करके के बाद टैट और फै ट,<br />

पता नह ं कतनी पर<br />

अपने ब चे को बी.एड. कराकर िश<br />

ाएं लेने के बाद और उसके मां-बाप सार जागीर िगरवी रखने के बाद<br />

क बनाता है। अब वह ब चा अगर अपनी मांग लेकर<br />

आता है, तो सरकार के पास नह ं आयेगा तो कहां जाये उसे आ खर अपनी बात कहने का<br />

अिधकार तो है ना और उस अिधकार के आधार पर सरकार को भी एक िश<br />

को बनाये रखने के िलये वह के वल िश<br />

क क ग रमा<br />

ा िम ह नह ं है, वह आज क तार ख म इस जजर<br />

अ यव था म वह ब च का भ व य बनाने का यास कर रहा है। वह यहां एक बार नह ं,<br />

कई बार आया है, और कई बार आयेगा। म उसको भी इतना नह ं लेता हं क आप उसक<br />

ू<br />

कौनसी बात माने, कौनसी नह ं मान। मानना आप ठ क समझते ह क नह ं समझते ह, यह<br />

भी आपक इ छा हो सकती है। यह भी अिभमान हो सकता है। म सोचता हं क पछले टम<br />

ू<br />

म हम लोग ने जतने भी पैराट चस, जतने भी िश ाकम , जतने भी लोक जु बश, जतने<br />

भी सं वदा िश ा, सबको प का िश क बनाकर पूरे वेतन म उनको हमने अ यापक क<br />

यो यता य द वह रखते थे, तो बनाये। चलो छो ़डये, उसको कोई बात नह ं। आज वह अगर<br />

मांग लेकर आपके यहां आये ह और जुलूस िनकालकर यहां दशन करना अपना<br />

चाहते ह, मान लो हो सकता है वह जसको<br />

तो घर ले-जाकर<br />

ापन देना<br />

ापन देना चाहते ह , वह यहां उपल ध नह ं है,<br />

ापन दला देते। उसके बाद भी अगर मान लो नह ं हआ ु , तो 4000 क<br />

तादाद म ब चे वहां आये, रात को सो रहे ह और सोये हए ब च ु को, अगर गांधीवाद इस<br />

सदन का नेता, म तो सोचता हं क हम गांधीजी क पूजा ह इसीिलये करते ह क उ ह<br />

ू<br />

अ हंसा का माग अपनाकर ह दु तान के जनमानस को जगाया और अं ेज के खलाफ<br />

लड़ाई लड़ने म वह अपने मकसद म सफल हए। ु जस तर के से आज हम अपनी कस<br />

यव था म जा रहे ह, क उस कार के आ दोलन को करना और उस आ दोलन को इस<br />

ढंग से कु चल देना या यह कोई लोकतां<br />

क यव था है अगर इस कार से आ दोलन को<br />

कु चलने का मन बनाओगे तो आप और म भी कभी जन सम याओं को लेकर कले<br />

दशन करगे, कभी कु छ भी करगे तो रात को धरना लगाय तो ल ठ मारकर भगा दो। जैसे<br />

ने<br />

पर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(24)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

रामदेव को भगाया। कह ं आप ऐसा तो नह ं द ली क जो गित है, उसको सीख रहे हो और<br />

उसके अनुसार राज थान म चलने का यास कर रहे हो। हो सकता है अभी राज जा ड डा<br />

आपके हाथ म है, आप चला सकते हो। ले कन यह ड डा अगर कसी दसरे के हाथ म आया<br />

ू<br />

और उसने भी इसी ढंग से चलाना शु कर दया तो इस देश के लोकतं क<br />

होगी, उसको भी आपको दमाग म रखना चा हये।<br />

या दशा<br />

म आज भी इस सदन के माननीय नेता को याद दलाता हं ू, हमार सरकार के टाइम पर<br />

आपने पानी का एक आ दोलन कया था। उस आ दोलन म आपने सिचवालय क द वार<br />

फांद-फांदकर, सिचवालय म जाकर जस तरह से हड़दंग ु कया, उसके बाद भी हमने आपको<br />

सस मान पकड़कर जो भी कानूनी कायवाह हो सकती थी, वो क । कम से कम लाठ -भाटा-<br />

जंग का काम नह ं कया। बाहर लाठ -भाटा जंग थोड़ा बहत हआ ु ु , ले कन कम से कम<br />

सिचवालय म घुसने वाले लोग को चाहते तो मार सकते थे, ले कन यह लोकतं का तर का<br />

नह ं है।<br />

Pcs/<strong>usc</strong>/27.03.2012/12.10/ 1h<br />

म सोचता हं जस तर के ू से सरकार के इशारे पर, यह कौन पुिलस आ फसर है जसने सोये<br />

हए इन ब च<br />

ु पर लाठ चाज कया कसने आदेश कसने दया य द अिधकार उसको<br />

कसने दया जो उन सोये हए ब च ु के ऊपर लाठ चाज कर दे और ब च को खदेड़ कर<br />

पुिलस म ब द कर द। म सोचता हं क यह ू<br />

तो जािलमपने क सीमा हो गई। यह लोकतं है<br />

इस देश म। अगर इस तरह होगा तो कै से लोकतं म आपके सामने आयेगा, कै से अपनी<br />

बात उठायेगा। कम से कम मांग उठाने का अिधकार तो उसको है। आप उसको कु छ दगे या<br />

नह ं, यह आपका अिधकार है। आप चाहे जो करगे, वह आपके अिधकार म है ले कन यह<br />

अिधकार आपको नह ं है क सोये हए ब च ु के ऊपर आप लाठ चाज करके आप उनको<br />

बखेर द और यह कहो क इस कार के आ दोलन इस तानाशाह राज म नह ं चल सकता।<br />

म इस तानाशाह राज को चुनौती देता हं ू, अगर आप म दम है और आप यह चाहते हो क<br />

इसी ढंग से फै सला करना है तो फर दो दो हाथ करने के िलए भी तैयार हो जाओ। हमने<br />

चू ़डयां नह ं पहन रखी ह। अगर टकराना ह आपने ज दगी का उसूल समझ िलया, यह<br />

समझ िलया हो क नह ं, इस तरह से बात नह ं मानी जाती ह, अब हम इस<br />

थित को पस द नह ं करगे।<br />

म एक िश<br />

कार क<br />

क का अपमान बदा त नह ं कर सकता हं। ू आप और म, म यहां कसी न<br />

कसी गु क कृ पा से खड़ा हं। ू उसने मुझे पढ़ाया है इसिलए खड़ा हं। ू अगर गु का इस तरह<br />

से अपमान और यवहार कया जाए, जसको हम गु कहते ह, या तो आपने गु क<br />

प रभाषा बदल द , के वल पैस का नौकर मानकर आपने यवहार कया, िश<br />

क को लाठ<br />

मारना, म सोचता हं क यह कसी भी क मत पर बदा त<br />

ू करने लायक नह ं है। अगर आपने<br />

यहां फै सला नह ं कया तो म अपनी ताकत लगाकर जो भी करना होगा, जान पर खेलना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(25)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

होगा तो भी खेलूंगा ले कन इस अपमान का बदला लकर रहं ूगा। यह नह ं हो सकता। अ य<br />

महोदय, म चाहंगा ू क आप आसन से यव था कर नह ं तो मुझे मजबूर होकर इस सदन म<br />

कोई नया इितहास बनाना पड़ जायेगा। म के वल भाषण के िलए नह ं बोल रहा हं ू, अपनी<br />

अ त: पीड़ा से बोल रहा हं। ू जस डपाटमट के इतने बडे़ -बडे़ अिधकार जनक एक-एक,<br />

डेढ़-डेढ़ लाख क तन वाह है वह उस ब चे को संभाल सकता है। चार-चार हजार पये क<br />

पाँच साल तक नौकर करके अपने ब चे को रोट और दध ू पला सकता है। उसके ब चे क<br />

पीड़ा को आप समझते हो वह कराये के मकान म रहता होगा और कै सा जीवन गुजारता<br />

होगा। उसने भी शाद क होगी और उसके भी बाल ब चे ह गे। तीन, साढे़ तीन और चार<br />

हजार पये से<br />

या होगा अभी आपने एक तोहफा दया है क अ ेल, 2010 म उसक<br />

सैलेर थी, उसम 25 ितशत क वृ करगे। या आप भीख डाल रहे हो आप िसले शन<br />

करते नह ं। मा टस के अ सी हजार से अिधक पद खाली पडे़ ह। पूरा का पूरा कू ल बेकार<br />

हो गया। पढ़ाई बलकु ल ख म हो गई। आपने उस गर ब के ब चे को सरकार कू ल म<br />

भेजकर, जैसे उससे कोई द ु मनी कर रहे हो। जहां गर ब का ब चा जाता है, उस गर ब के<br />

ब चे को पढ़ाने के िलए मा टर नह ं होता तो कहते ह क ब च को<br />

...( यवधान)... +++ ...( यवधान)...<br />

य नह ं पढ़ाया।<br />

इस सदन के सभी माननीय सद य से िनवेदन कर रहा हं अगर गु का अनादर हो<br />

ू<br />

...( यवधान)... रात को बारह बजे सोते उनको सोते हए ु<br />

...( यवधान)... कसके कारण से<br />

...( यवधान)... या कसूर था उस ब चे का ...( यवधान)... रात को बारह बजे उसने या<br />

अपराध कया ...( यवधान)... जसके कारण से लाठ चाज कया। ...( यवधान)... म यहां<br />

भाषण देने के िलए नह ं बोल रहा हं। ू<br />

...( यवधान)... कह ं ऐसा नह ं हो क मुझे सदन म<br />

ऐसी कायवाह करनी पडे़ जो मेरे िलए भी अफसोस होगी और मेरे पतीस साल के जीवन पर<br />

कलंक होगा ले कन म इसे बदा त नह ं क ं गा। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं कर।<br />

ी नगराज (ध रयावद): 000<br />

ी अ य<br />

: लीज आप बैठ।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य : माननीय सद य, वप के उप नेता कु छ कह रहे ह। आप बैठ। शाट म।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हां, म दो तीन<br />

न पूछंगा ू माननीय मं ी महोदय से।<br />

अ य महोदय, मेरा पहला न यह है क व ाथ िम आये और रात को सो रहे थे, ऐसी<br />

उ ह ने कौनसी कानून यव था क<br />

क रात को सोते हए को भगा दया जाए।<br />

ु<br />

ऐसी कौनसी प र<br />

थित खराब कर द जसके कारण से आदेश देना पडा<br />

थित उ ह ने पैदा क जसके कारण से सरकार ने यह काम कया<br />

अ य महोदय, सीधी बात है। वे लगातार ापन दे रहे ह। वे एक ह मांग कर रहे ह क<br />

हमको, व ाथ िम को िनयिमत कया जाए। िनयिमत नह ं करो तो उनका जो वेतन है, वह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(26)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

तो कम से कम आप बढ़ाओ। अ य महोदय, तीन साल म, जैसा क कल माननीय मु य<br />

मं ीजी ने कहा क तृतीय<br />

ेणी के अ यापक हम भत नह ं कर सकते। अब इ ह ने फर<br />

कहा क हम भत करगे। करगे और नह ं करगे तो समय बतायेगा ले कन पैराट चस का बहत ु<br />

कम वेतन था और हमारे राज म बोधक का एक नया वग बनाकर बोधक के प म सारे<br />

पैराट चस को िनयिमत करके आठ हजार क वेतन<br />

ंखला ृ द गई। हमारे राज म िश<br />

जब यारह हजार थे, उनको तीन हजार चार हजार िमलते थे, उनको िनयिमत करके पूर<br />

वेतन शृ ंखला हमने उनको द । इस<br />

ाकम<br />

कार से पढ़ाई म वह लोग मदद करने लगे। गे ट<br />

फै क ट पर जब ितब ध लग गया, जब व ाथ िम को दो कारण से लगाया गया। एक<br />

तो इसिलए क जस गांव म कोई जाने को तैयार नह ं था, उस जगह पर जाकर ये लोग<br />

पढ़ाने के िलए तैयार हए। एक बात।<br />

ु<br />

दसरा ू काम ये लोग वहां पर उसी कै टगर के वह बी ए बी एड जो चा हए सार ेिनंग<br />

करके वह लोग उस गांव म पढ़ाते ह। वह लोग पाँच साल से काम कर रहे ह। वह बार-बार<br />

इस मांग को लेकर आते ह और हम उनक मांग को ठकरा ु देते ह। म मांग करता हं ू क<br />

उनक बात को माना जाए।<br />

य नह ं मानो आप उनक बात को आप ट चर नह ं लगा<br />

सकते। सरकार कू ल म डेढ़ लाख लोग कम हो गये अ य महोदय। ये सार प र थितयां<br />

बन गई ह। उसके बावजूद भी सरकार उनक बात को नह ं मानती।<br />

म आपको फर कह रहा हं। ू आप सारा सीकर जला ब द है। कल झु झुनूं ब द हआ ु<br />

था। वह बार-बार मांग कर रहे ह क राज थान प लक स वस कमीशन से आप पर ा<br />

कराओ। आप य नौजवान का जीवन खराब करने पर तुले हए ु हो इसका जबाव दे यह<br />

सरकार। इसी कारण से आ दोलन करने ये व ाथ िम आये ह। अ य महोदय, यह उसी<br />

कार का अ याय है जस कार से रामलीला मैदान म रामदेवजी के साथ कया और सु ीम<br />

कोट ने आपको कहा क यह दादािगर चलेगी नह ं। दादािगर नह ं चलेगी यह। य द यह<br />

सरकार यह चाहती है क दादािगर चलायगे....<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): इ ह ने तो सरपंच को रात को पीटा है। ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आपने सरपंच को रात को पीटा है। अ य महोदय,<br />

हम चाहगे क सरकार इस पर दो बात पर व त य चाहगे। एक तो यह चाहगे क सरकार<br />

यह प ट करे क कसके आदेश से रात को मारा पीटा गया य मारा इसका जबाव द<br />

और दसरा ू , उनक मांग के बारे म सरकार या कर रह है इसका भी सरकार जबाव दे।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): अ य महोदय, ....<br />

ी अ य<br />

: आप बराजो हो गया। कृ पया बराज। नह ं।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): यह या बात हई ु यह या बोल रहे हो आप<br />

यह कोई बात हई। म मेर भावना य<br />

ु त क ं गा। ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(27)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बराज।<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: गृह रा य मं ीजी, आपको कु छ कहना है या<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: कृ पया आप बराज। माननीय सद य। गृह रा य मं ीजी खडे़ हए ु ह, आप<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अ य<br />

: गृह रा य मं ीजी कु छ कह रहे ह। कृ पया आप बराज।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य, अं कत नह ं हो रहा है। ...( यवधान)... गृह रा य मं ीजी<br />

कु छ कहने के िलए खडे़ हए ह। ु<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अ य<br />

: आप नह ं सुनना चाहते तो म आगे क कायवाह चालू कर दं। गृह रा य ू<br />

मं ीजी को मने अलाऊ कया है। आप नह ं सुनना चाहते सरकार क तरफ से कु छ कह रहे ह<br />

वह। ...( यवधान)... अं कत नह ं होगा।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

Msr/<strong>usc</strong>/27032012/1220/1j<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अ य<br />

: कोई अं कत नह ं हो रहा, माननीय सद य, गृह रा य मं ीजी को जवाब देने<br />

द जए। गृह रा य मं ीजी कु छ बोलना चाहते ह। अं कत नह ं हो रहा। ...( यवधान)... नह ं,<br />

अं कत नह ं हो रहा।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: आप नह ं सुनना चाहते अगर गृह रा य मं ी को नह ं चुनना चाहते तो म<br />

आगे क ोसी डंग शु क ं गृह रा य मं ीजी।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ी अ य<br />

: अब जवाब आ रहा है, दो बोल चुके उसके बाद या है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(28)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): 000<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा। माननीय मं ीजी।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य<br />

: गृह रा य मं ीजी बोल रहे ह, म अलाऊ नह ं क ं गा। आपके उप नेता और<br />

माननीय कटा रया जी बोल चुके ह, उसके बाद म कसी को अलाऊ नह ं कर रहा हं। अं कत ू<br />

नह ं होगा।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य<br />

: अगर नह ं सुनना चाहते जवाब तो तो अलग बात है।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा। अं कत नह ं हो रहा।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा। ...( यवधान)... म आगे क कायवाह के िलए ववश<br />

हं ू ...( यवधान)... इस तरह से थोड़े ह चलेगा।<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): 000<br />

थगन ताव पर अ य ीय यव था<br />

ी अ य : बै ठये आप। थगन ताव पर यव था। ...( यवधान)...<br />

मुझे माननीय सद य को सुिचत करना है क िन नां कत थगन<br />

ा त हई है। ु<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): 000<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ताव क सूचना<br />

ी अ य : (1) ी ान च द पारख, सद य क ओर से जला पाली क तहसील रोहट<br />

म पेयजल का ग भीर संकट उ प न होने के स ब ध म।<br />

(2) ी भवानी िसंह राजावत, सद य क ओर से रा य म लहसुन के भाव म आयी<br />

भार िगरावट से उ प न<br />

थित के स ब ध म।<br />

(3) ी पेमाराम, सद य क ओर से रा य म याज तथा लहसुन के भाव अ यिधक<br />

िगरने से उ प न<br />

उपरो त थगन<br />

थित के स ब ध म।<br />

ताव ऐसे नह ं ह क सदन क पूव िनधा रत कायवाह को रोक कर<br />

इन पर वचार कया जाय, अत: अनुमित देने म असमथ हं। ू वैसे भी माननीय सद य ी<br />

भवानी िसंह राजावत एवं ी पेमाराम आज पच के मा यम से इ ह ं वषय पर अपने वचार<br />

कट करगे। ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(29)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): 000<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): 000<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी अ य<br />

: (4) ी मोहनलाल गु ता, सद य क ओर से राज थान रा य पथ प रवहन<br />

िनगम म फज खेल माण प के आधार पर हई ु अिनयिमतता के स ब ध म।<br />

(5) डा0 फू ल च द िभ डा एवं दो अ य सद य क ओर से रा य म रा य राजमाग<br />

एवं अ य सड़क के िलए कसान क बेशक मती जमीन का मनमाने तर के से अिध हण<br />

कये जाने से उ प न<br />

थित के स ब ध म।<br />

(6) ी राजे राठौड़ एवं दो अ य सद य क ओर से रा य म वाइन लू से होने<br />

वाली मौत का आंकड़ा बढ़ने एवं जोधपुर म सं<br />

िमत लूकोज आपूित करने वाल को दोष<br />

मु त करने एवं िनशु क इंजे शन से सूताओं क तबीयत बगड़ने से उ प न<br />

स ब ध म।<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य ारा सदन कू प म वेश)<br />

थित के<br />

(7) ी ओम बरला एवं एक अ य सद य क ओर से रा य म गेहं को समथन मू य<br />

ू<br />

पर अित र त बोनस नह ं दये जाने, समथन मू य पर खर द क उपयु त यव था नह ं<br />

होने तथा लहसुन और याज के दाम म आयी भार िगरावट से उ प न<br />

म।<br />

उपरो त थगन<br />

थित के स ब ध<br />

ताव भी ऐसे नह ं ह क सदन क पूव िनधा रत कायवाह को रोक<br />

कर इन पर वचार कया जाय, अत: अनुमित देने म असमथ हं ू। फर भी माननीय सद य<br />

ी मोहनलाल गु ता, डा0 फू ल च द िभ डा, ी राजे राठौड़ एवं ी ओम बरला को<br />

अपने-अपने<br />

दे खये।<br />

(1) ी छोटिसंह ू भाट<br />

से बचाने के िलए<br />

ताव क वषय व तु पर दो-दो िमनट बोलने क अनुमित होगी।<br />

िनयम 295 के तहत वशेष उ लेख<br />

या के िनयम 295 के अ तगत ा त सूचनाएं।<br />

चारागाह घो षत करने के स ब ध म।<br />

, सद य क ओर से जला जैसलमेर म सेवण घास को न ट होने<br />

ाकृ ितक चारागाह व ओरण क िसवाय चक बंजर क म बदलकर<br />

(2) ी ह रिसंह रावत, सद य क ओर से देवगढ़ नगर पािलका के मा टर लान क<br />

वसंगितय को दर ू करने के स ब ध म।<br />

(3) ी ओटाराम देवासी, सद य क ओर से जला िसरोह के िच क सालय म<br />

िच क सक के पद र त होने से उ प न<br />

थित के स ब ध म।<br />

(4) ी वासुदेव देवनानी, सद य क ओर से अजमेर क ऐितहािसक आनासागर झील<br />

क ददशा ु के स ब ध म।<br />

(5) ी अजय िसंह, सद य क ओर से वधान सभा े डेगाना क उप तहसील सॉजू<br />

एडपो ट िच क सालय को ाथिमक वा य के म मो नत करने के स ब ध म।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(30)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

(6) ी बाबूिसंह राठौड़, सद य क ओर से कृ ष व ुत कने शन नीित म आव यक<br />

संशोधन कर आवेदक को राहत पहंचाने ु के स ब ध म।<br />

(7) ी रमेश ख डेलवाल, सद य क ओर से नीमकाथाना वधान सभा े म ता वत<br />

नये औ ोिगक े महावा क म जूर म हो रहे अनाव यक वल ब से उ प न थित के<br />

स ब ध म।<br />

(8) ीमती सूयका ता यास, सद य क ओर से वधान सभा े सूरसागर के कमला<br />

नेह नगर<br />

के स ब ध म।<br />

थत ई.एस.आई. अ पताल म र त पड़े पद को भरने एवं सु वधाएं बढ़ाये जाने<br />

(9) ीमती अनीता िसंह, सद य क ओर से वधान सभा े नगर के अ पताल म<br />

डा टस क कमी के स ब ध म।<br />

(10) ी कान िसंह कोटड़ , सद य क ओर से वधान सभा े िसवाना के तीथराज<br />

ह दे वर एवं िसवाना के ऐितहािसक दग ु को पयटन थल घो षत करने के स ब ध म।<br />

(11) ी जगसीराम, सद य क ओर से वधान सभा े रेवदर म ड .ए.पी. खा व<br />

यू रया क स लाई समुिचत मा ा म नह ं होने से उ प न<br />

थित के स ब ध म।<br />

(12) ी कै लाश च द भंसाली, सद य क ओर से जोधपुर क ित त सड़क क<br />

मर मत करवाये जाने के स ब ध म।<br />

माननीय सद य को उनके ारा द गयी सूचना को पढ़ने क अनुमित होगी।<br />

ी मोहनलाल गु ता। ...( यवधान)... जस कार का वातावरण मेरे िनवेदन के बाद भी<br />

आपके माननीय सद य ने, वरोधी दल वाल म बनाया है, म आपको िनवेदन करना चाहता<br />

हं ू ...( यवधान)... मने गृह रा य मं ीजी को जवाब देने क बात करने के िलए खड़ा कर<br />

दया था, उसके बावजूद भी वरोधी प के माननीय सद य ने यवधान पैदा कर मुझे<br />

मजबूर कया, मने कह दया था क म आगे क कायवाह शु कर रहा हं फर भी ू आप नह ं<br />

माने इसिलए मने आगे क कायवाह शु कर है।<br />

ी मोहनलाल गु ता।<br />

ताव पर थगन<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य सदन कू प म।)<br />

ी मोहनलाल गु ता बोलना चाह, बोलना चाहते ह आप थगन<br />

ताव पर ी मोहनलाल गु ता।<br />

ी फू ल च द िभ डा। ी फू ल च द िभ डा। ी फू ल च द िभ डा।<br />

ी राजे राठौड़। ी राजे राठौड़। ी ओम बरला। ी ओम बरला। ...( यवधान)...<br />

295 के अ तगत ा त सूचनाओं को पढ़ा हआ ु मान िलया जाय ...( यवधान)...<br />

पढ़ा हआ ु माना गया।<br />

(िनयम 295 के तहत ा त वशेष उ लेख क सूचनाओं के िलए आगे देख।)<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): यह तो अ य महोदय, अ य महोदय।<br />

...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(31)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

हई ह। ु<br />

ी अ य<br />

पच के मा यम से उठाये गये मु े<br />

: आज दनांक 27 माच, 2012 को शू यकाल म बोलने हेतु 17 पिचयां ा त<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): अ य महोदय, यह या मतलब हआ ु <br />

ी अ य<br />

: जनम शलाका ारा चार पिचयां िनकाली गयीं ह।<br />

ी पेमाराम, कसान को याज व लहसुन के भाव नह ं िमलने के स ब ध म।<br />

ी भवानी िसंह राजावत, रा य म लहसुन के भाव म आयी भार िगरावट के स ब ध<br />

म। ...( यवधान)...<br />

ी<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य सदन कू प म।)<br />

ान च द पारख, पाली शहर म राजीव गांधी पथ िनमाण हेतु सकड़ के बन एवं<br />

थ ़डय वाल को हटा कर उ ह रोजगार से वंिचत करने के स ब ध म। ...( यवधान)...<br />

ीमती च का ता मेघवाल, दनांक 17.02.2012 को बीकानेर जले म छतरगढ़ म हई ु<br />

दिलत कशन लाल मेघवाल क ह या के स ब ध म। ...( यवधान)...<br />

आसन पांव पर है। आसन पांव पर है। माननीय सद य, आसन पांव पर है। आसन<br />

पांव पर है। ...( यवधान)... कोई अं कत नह ं होगा।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): 000<br />

ी अ य<br />

: पहले अपनी चेयस पर, चेयस पर जायगे यह लोग। ...( यवधान)...<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): अ य महोदय, यह इस तर के से बहत ह गलत ु<br />

बात है। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: म तो इतना िनवेदन कर रहा हं ू क आपने जो बात रखी है, माननीय<br />

कटा रया जी ने जो बात रखी है उसके बारे म गृह रा य मं ीजी को मने अलाऊ कया बोलने<br />

के िलए। अगर आप उनको सुनना चाहते ह तो म अलाऊ करता हं। ू सुनना नह ं चाहते ह,<br />

मने कु छ नह ं कया, आपक तरफ से ह ला शु हआ ु है, आपक तरफ से यवधान हआ ु है,<br />

मने तो उनको मौका दया है, मने उनको बोलने का मौका दया, वो खड़े हो गये। आपक<br />

तरफ से यवधान हआ है ु<br />

आगे चलानी पड़ेगी।<br />

जाएं ...<br />

तो मने यह िनवेदन कर दया, मुझे अब ववश होकर के कायवाह<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय अ य महोदय, एक िमनट।<br />

ी अ य<br />

: आप चाहते हो जवाब द तो वो जवाब द।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): जी, जी।<br />

ी अ य<br />

: तो आप वराज जाएं।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): एक िमनट सुन ल, अ य महोदय।<br />

ी अ य<br />

: जवाब दे रहे ह।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): एक बात सुन ल, हम गरम हो जाएं, हम गु सा हो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(32)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): नह ं, नह ं हर बार आपक सुनो, हमार भी तो सुन लो,<br />

जवाब आ रहा है। ...( यवधान)...<br />

चलती है।<br />

करते।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हम गु सा हो जाएं ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: न आप गु सा न म गु सा न ये गु सा, कायवाह पर परा और िनयम से<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): पर परा यह रह है क अ य कभी गु सा नह ं<br />

ी अ य<br />

कर रहा हं। ू<br />

: है ह नह ं, कभी नह ं होता। आसन कभी भी गु सा नह ं होता है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): इसिलए म आपसे आ ह कर रहा हं ू, एक बार आ ह<br />

ी अ य<br />

: याय करनी पड़ती है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हां, याय।<br />

ी अ य : आप जवाब चाहते ह<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हम जवाब चाहते ह, एक।<br />

ी अ य<br />

: माननीय गृह रा य मं ीजी।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): जवाब के साथ-साथ एक अभी माननीय सद य को<br />

आपने नाम पुकारे उनको दोबारा, थगन<br />

ी अ य<br />

ताव पर।<br />

: दे खये, अब आगे क कायवाह चलेगी।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): नह ं, नह ं।<br />

ी अ य<br />

: यवधान आपने पैदा कया है। माननीय मं ीजी।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, यवधान कोई नह ं है, उनको वापस<br />

िलया जाय और एक बार उनका जवाब दलाया जाय।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): इस पर पुन वचार करना चा हए।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): पुन वचार कर ल, अ य<br />

जी।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): यह तो आसन का अिधकार है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप इतना गु सा ह गे तो हम कै से ...( यवधान)...<br />

ी रो हताश कु मार (बानसूर): आप राठौड़ ह।<br />

ी अ य<br />

: म राठौड़ नह ं हं। ू<br />

...( यवधान)...<br />

शू य काल<br />

व ाथ िम पर लाठ चाज<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): अ य महोदय, जैसा क ितप के<br />

सांगानेर से आने वाले माननीय सद य और उदयपुर ामीण से आने वाले माननीय सद य,<br />

उदयपुर शहर से आने वाले माननीय सद य ने जस घटना का ज कया, नकाल के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(33)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

दौरान िनयत काय को न चलने देने के साथ एक वषय उठाया क अकारण<br />

व ाथ िम और पैराट चस पर लाठ हार कया गया।<br />

दशनरत<br />

Ars/<strong>usc</strong>/1230/1k/27032012/1<br />

व ाथ िम और पैरा ट चस पर लाठ हार कया गया, उनको बुर तरह से पीटा गया और<br />

उसके साथ साथ अनेक और भी वषय उठाये गये। जो इस घटना वशेष जसके बारे म<br />

वचार कट करने का आसन से अनुमित लेकर के आपने समय िलया था, उसके साथ और<br />

वषय को भी जोड़ते हए ु आपने बहत ु से न उठाये। म िनवेदन करना चाहता हं माननीय<br />

उपा य महोदय, जस घटना का ज कया गया लाठ चाज क इस कार क कोई भी<br />

घटना कल रा म नह ं हई। ु<br />

...( यवधान)...<br />

अनेक माननीय सद य: +++...( यवधान)...<br />

ी पवन द ग ु ल (अनूपगढ़): ...( यवधान)... उनको िगर तार कया गया है<br />

...( यवधान)... पूरा पुिलस थाना घेर िलया ...( यवधान)... पुिलस थाने म िगर तार करके<br />

बैठा रखा है ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

है ...( यवधान)...<br />

: आप बात तो सुिनये ...( यवधान)... आप पूरा सुिनये या र लाई आता<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): जो वाता कये जाने क मांग कर रहे थे<br />

...( यवधान)...<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): सरकार +++ बोलती है।<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): माननीय मु यमं ी महोदय के ओ एस ड<br />

साहब से भी उनक वाता हई। ु<br />

को।<br />

ी उपा य : यह +++ श द तो असंसद य है इसको तो िनकाल दया जाए +++<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): उससे भी स तु ट न होने के बाद रा को<br />

10 बजे माननीय िश ा मं ी महोदय से भी उनक वाता हई ु , उस वाता म भी उ ह ने अपना<br />

कोई स तोष कट नह ं कया। जो ड सी पी साउथ वह वयं रा 1 बजे तक मौके पर थे,<br />

उनके ारा भी उनसे जो पूव क वाताएं हए जाने के साथ रा य<br />

ु सरकार का नज रया जो<br />

उनको पेश कया गया था उसक बात को पुन: यान दलाये जाने के उपरा त पैरा ट चस<br />

स तु ट होकर वहां से पधार गये। मौके पर जो व ाथ िम ह, जो लगातार सड़क माग को<br />

अव कर आस पास क कालोनी वािसय के िलए भी एक सम या के प म वहां पर खड़े<br />

थे, उस बात को यान म आने के उपरा त थानीय पुिलस ारा उनको अनुनय वनय कया<br />

गया क आपके ारा जो दशन समय िनयत था तो ...( यवधान)...<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): या है यह ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(34)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): जो दशन के िलए आपके ारा समय<br />

िनयत था ...( यवधान)... उस समय क पूित हो चुक है आपके ारा जो आपक मंशा थी<br />

दशन कये जाने क वह शांितपूवक दशन आपके ारा कया जा चुका है। रा य सरकार<br />

आपसे वाता इस बारे म कर रह है। आप कृ पया कर यहां से पधार जाएं। ऐसे म वहां पर<br />

उन व ाथ िम म से कु छ उ ेिलत हए। ऐसे उ ेिलत होने वाले तेरह व ाथ िम को<br />

ु<br />

वाहन म बैठाकर मुहाना म ड थाने ले जाकर छोड़ दया गया ले कन दो व ाथ िम उनको<br />

151 म अरे ट कया गया।<br />

यह घटना म है माननीय उपा य महोदय, कसी कार का लाठ चाज नह ं हआ। ु<br />

वातावरण को तनावपूण बनाने के िलए ...( यवधान)... जो माननीय मु यमं ी महोदय ारा<br />

आमजन के हत म जो बजट पेश कया गया है उससे पी ़डत होकर के इ ह ने यह वातावरण<br />

यहां पर बनाया ...( यवधान)... लगातार गोलीका ड हए ु , जस कार लगातार ा ण समाज<br />

पर लाठ हार हआ ु जस कार यापा रय पर लाठ हार हआ ु उसी कार<br />

...( यवधान)...<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): ...( यवधान)... सरपंच पर कया, ट चस पर<br />

कया ...( यवधान)... सरपंच पर जस तर के से ...( यवधान)...<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): सदन का समय लेकर के ...( यवधान)...<br />

गुमराह कया गया है, इतना म कहना चाहता हं। ू<br />

...( यवधान)...<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): आपसे ऐसे +++ क अपे<br />

...( यवधान)... आपसे ऐसी अपे ा नह ं है ...( यवधान)...<br />

एक माननीय सद य: बेनीवाल साहब आप +++ बोल रहे ह।<br />

ा नह ं है<br />

ीमती वसु धरा राजे (नेता, ितप ): उपा य महोदय, इस वधान सभा के हम लोग<br />

आते ह, जनता हमको चुनकर अपना व वास देकर यहां भेजती है। हम लोग यहां सी रयसली<br />

उनक बात सदन म रखते ह, उनक सम याओं का समाधान करने क हम लोग कोिशश<br />

करते ह। हम इस चीज के िलए नह ं आते क जब पूरा फै ट सबके सामने है और मं ी खड़े<br />

होकर उन फै स को गलत बताएं, इस तर के से सा बत करने क कोिशश कर, म तो नह ं<br />

समझती हं क ऐसे मजाक म यहां हाउस म हम लोग पाट िसपेट कर सकते ह।<br />

अगर हम आते ह, मं ी खड़ा होकर हमको कु छ कहता है तो सी रयसली उनक बात सुनने के<br />

िलए बैठे होते ह हम ...( यवधान)... गलत बयानी नह ं करगे और न यहां गलत बयानी नह ं<br />

करना और न यहां ट टा बाजी करना। यहां तो प<br />

य<br />

क<br />

लक सब पूर देख रह है। या तो<br />

टेली वजन पर देख रह है, पेपर से पढ़ती है और म आपको कह दं क अगर इस तर के का<br />

ू<br />

मजाक हम इस हाउस के अ दर करगे तो बहत सारे लोग और यह पाट इन लोग को अपने<br />

ु<br />

आप अपने िगरेबान म झांककर देखने क ज रत है क जनता आपके साथ बाहर<br />

करेगी। यहां हाउस म आप कु छ भी कर लो, यहां तो आप पावर म हो तो आप कर सकते हो<br />

पर तु जनता आपके साथ या करेगी उनसे डरने क ज रत आपको है और इसम हम लोग<br />

पाट िसपेट नह ं कर सकते। अगर सह बात मं ी हम नह ं बतायगे, हम लोग को साथ बात<br />

या<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(35)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

करने के िलए नह ं बैठायगे, हम लोग िमलकर इन चीज का समाधान कर सकते ह इसिलए<br />

आज इस हाउस म है। पर तु अगर आप हम लोग को इस तर के से गुमराह करने क<br />

कोिशश करगे तो म समझती हं क ऐसे इ यु<br />

ू म तो हम लोग को यहां बैठने क कोई<br />

ज रत ह नह ं है। इसिलए म तो माफ चाहती हं। ू<br />

ब हगमन<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य ारा सदन से ब हगमन )<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): गुमराह करने क कोिशश<br />

आप कर रह ह ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): यह ट टा खेलना या होता है ...( यवधान)...<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): अगर लाठ चाज कया<br />

गया तो एकाध को चोट तो लगती ...( यवधान)... अगर चोट आयी हो तो आप उसका<br />

मे डकल बताएं ...( यवधान)... मेरे पास दो दो मे डकल स ट फके<br />

चोट नह ं है ...( यवधान)...<br />

स ह ...( यवधान)... कह ं<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): मा सवाद क युिन ट पाट भी गलत बयानी के खलाफ<br />

वाक आउट करती है।<br />

ब हगमन<br />

( मा.क.पा के माननीय सद य ारा सदन से ब हगमन)<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): ...( यवधान)... ट टर क ज रत पड़ गयी भारतीय<br />

जनता पाट को ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: माननीय मु य सचेतक महोदय ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): बहत बुर दशा से गुजर रहे हो<br />

ु<br />

क िच ता मत करो आप।<br />

...( यवधान)... जनता<br />

ी उपा य : ी वीरे बेनीवाल, प रवहन रा य मं ी, प रवहन वभाग क अिधसूचना<br />

सदन क मेज पर रखगे।<br />

सदन पटल पर रखे गये प<br />

अिधसूचना<br />

प रवहन वभाग<br />

ी वीरे बेनीवाल (रा य मं ी, यातायात): उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

प रवहन वभाग क अिधसूचना सं या: प.6(138)प र/कर/मु/10 दनांक 13.3.2012 जसके<br />

ारा जीवन योित सं था, लालसोट (गीता मेमो रयल आई अ पताल) ारा<br />

वाहन को सशत कर मु त कया गया है, सदन क मेज पर रखता हं। ू<br />

य कये गये<br />

ी उपा य : ी शांती कु मार धार वाल, नगर य वकास एवं आवासन मं ी, आउटपुट<br />

बजट वष 2010-2011 एवं आउटकम बजट वष 2011-12 सदन क मेज पर रखगे।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(36)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वा षक ितवेदन एवं लेखे<br />

आउटपुट बजट वष 2010-11 एवं आउटकम बजट वष 2011-12<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): उपा य महोदय, म<br />

आपक अनुमित से आउटपुट बजट वष 2010-2011 एवं आउटकम बजट वष 2011-12 सदन<br />

क मेज पर रखता हं। ू<br />

ी उपा य : ी राजे पार क, उ ोग मं ी, 31 माच, 2011 को समा त हए वष के ु<br />

िलए राज थान व त िनगम के लेख का अंके<br />

ण ितवेदन सदन क मेज पर रखगे।<br />

राज थान व त िनगम के लेख का अंके ण ितवेदन, वष 2011<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): माननीय उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

व त अिधिनयम, 1951 क धारा-37(7) के अ तगत 31 माच, 2011 को समा त हए वष के ु<br />

िलए राज थान व त िनगम के लेख का अंके<br />

ण ितवेदन सदन क मेज पर रखता हं। ू<br />

ी उपा य : डा0 दयाराम परमार, उ च िश ा रा य मं ी, रा य विध व व व ालय,<br />

जोधपुर का वा षक ितवेदन जनवर , 2011 से दस बर 2011 सदन क मेज पर रखगे।<br />

रा य विध व व व ालय, जोधपुर का वा षक ितवेदन जनवर , वष 2011<br />

डा. दयाराम परमार (रा य मं ी, उ च िश ा): माननीय उपा य महोदय, म आपक<br />

अनुमित से रा य विध व व व ालय, जोधपुर के अिधिनयम, 1999 क धारा 25(2) के<br />

अ तगत रा य विध व व व ालय, जोधपुर का वा षक<br />

दस बर, 2011 सदन क मेज पर रखता हं। ू<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): वापस आ गये या <br />

ितवेदन जनवर , 2011 से<br />

ी उपा य : ी महे जीत िसंह मालवीय, ामीण वकास एवं पंचायती राज मं ी<br />

महा मा गांधी रा य रोजगार गार ट क म का वा षक ितवेदन वष 2010-2011 सदन क<br />

मेज पर रखगे।<br />

महा मा गांधी रा य ामीण रोजगार गारंट क म का वा षक ितवेदन वष 2010-<br />

2011<br />

ी महे जीत िसंह (जनजाित े ीय वकास मं ी): माननीय उपा य महोदय, म<br />

आपक अनुमित से महा मा गांधी रा य<br />

ामीण रोजगार गारंट अिधिनयम, 2005 क<br />

धारा-12(3) (एफ) के अ तगत महा मा गांधी रा य ामीण रोजगार गारंट क म का<br />

वा षक ितवेदन वष 2010-2011 सदन क मेज पर रखता हं। ू<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): उपा य महोदय, म<br />

आपक जानकार म एक मामला लाना चाहता हं। अभी ितप क नेता ने यह कहा क हम<br />

ू<br />

यहां इस सदन म ट टा खेलने नह ं आते। मेरे हसाब से यह ट टा खेलना असंसद य श द<br />

है।<br />

ी पेमाराम (धोद): ना, ना कसने कहा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(37)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): तो फर या है बता दो<br />

...( यवधान)... इसको ए सपंज कया जाना चा हए। ट टा खेलने का मतलब हाड़ौती म कु छ<br />

और िलया जाता है।<br />

Vns/<strong>usc</strong>/12.40/27.03.2012/1l/1<br />

ी पेमाराम (धोद): नह ं-नह ं। उपा य महोदय, ग टा श द कोई असंसद य नह ं है।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): या तो आप बता दो<br />

ट टा खेलना कसे कहते ह।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यह तो संसद य मं ी ह असंसद य ह।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय मं ीजी..<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): मं ी लोग ह इस तरह क बात करगे..( यवधान)<br />

ी उपा य<br />

: अमराराम जी। यह जैसे असंसद य होगा तो कायवाह से िनकाल दया<br />

जायेगा ले कन असंसद य हआ तो। ु<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): उपा य महोदय, आप<br />

भी हाड़ौती से आते हो। ट टा कसे कहते ह <br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): ितप क नेता..( यवधान) मजाक बना रहे हो<br />

इस सदन को।<br />

करवाइये।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): इसको ए सपंज<br />

ी उपा य : ीमती सूयका ता यास, सद य, वधान सभा एक यािचका उप था पत<br />

करगी....( यवधान) (अनुप<br />

थत)<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): उपा य महोदय, माननीय संसद य काय मं ीजी ने<br />

कहा क ग टा..( यवधान)<br />

ी रतन देसाई उफ देवासी (उप मु य सचेतक): ग टा नह ं ट टा।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): वह तो बात है। यह तो<br />

फक आ रहा है। फक यह आ रहा है। आप उपा य महोदय, हाड़ौती से ह, इनसे पूछो ट टा<br />

कसे कहते ह <br />

ी रतन देसाई उफ देवासी (उप मु य सचेतक): ट टा है।<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): सांगानेर से आने वाले माननीय सद य, आपने कभी<br />

खेला हो ट टा..( यवधान)<br />

करगे।<br />

ी उपा य<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

असंसद य श द कहां है वह <br />

: माननीय अमराराम जी, सद य, वधान सभा 2 यािचकाओं का उप थापन<br />

(सांगानेर): असंसद य श द क सूची बनी हई है इसिलये<br />

ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(38)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): आपको जानकार है या ट टा खेलना या होता है<br />

ी उपा य : जो भी असंसद य होगा तो वत: िनकाल दया जायेगा। माननीय<br />

अमराराम जी..( यवधान) आप हाड़ौती म नह ं आते हो, झालावाड़ फ ट परसे ट आता है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय उपा य महोदय, म आपक ..( यवधान)<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): पहले तो ट टा बताओ<br />

आप ट टा या होता है <br />

ट टा...<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): शहर म होता ह नह ं, गांव म होता है ग टा।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): या <br />

ी रतन देसाई उफ देवासी (उप मु य सचेतक): ग टा नह ं, ट टा।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): कौनसा ट टा, कै सा<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): व ह आप बता द..( यवधान) वह आप आ जाना बता दंगा ू<br />

यह होता है ग टा।<br />

ी उपा य<br />

: अमराराम जी।<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): सदन क बात सदन म ह होगी।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): हां, तो वह शहर म नह ं होता ग टा।<br />

ी उपा य<br />

: आप अपनी यािचका उप था पत कर।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (नगर य वकास एवं आवासन मं ी): असंसद य यह श द है<br />

मेहरबानी करके ...<br />

ी उपा य<br />

दया जायेगा।<br />

हं ू:-<br />

: तो िनकल जायेगा। असंसद य होगा तो कायवाह से अपने आप िनकाल<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यह संसद य मं ी ह असंसद य ह।<br />

यािचकाओं का उप थापन<br />

उपा य महोदय, म आपक अनुमित से िन नां कत यािचकाओं का उप थापन करता<br />

आयुव दक औषधालय, छ गपुर, दांतारामगढ़ जीण भवन के थान पर नया भवन<br />

1. आयुव दक औषधालय, छ गपुर, दांतारामगढ़ जीण भवन के थान पर नया भवन<br />

बनाने क आव यकता बाबत, एवं<br />

सीकर जले क एमड आर-100 के ह सा सावलपुरा से खाट ू का ह सा 6 कलोमीटर<br />

ेवल सड़क का डामर करण<br />

2. सीकर जले क एमड आर-100 के ह सा सावलपुरा से खाट ू का ह सा 6<br />

कलोमीटर ेवल सड़क को डामर कृ त करने बाबत 4 य य ारा ह ता रत।<br />

करगे।<br />

ी उपा य<br />

: डा. फू लच द िभ डा, सद य, वधान सभा एक यािचका का उप थापन<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(39)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वराटनगर पािलका म<br />

थत राजक य उ च मा यिमक व ालय एवं क या उ च<br />

मा यिमक व ालय म मश: वा ण य, व ान संकाय तथा ाम राजनोता म उ च<br />

मा यिमक व ालय म व<br />

ान संकाय खोलना<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): माननीय उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

वराटनगर पािलका म<br />

थत राजक य उ च मा यिमक व ालय एवं क या उ च मा यिमक<br />

व ालय म मश: वा ण य, व ान संकाय तथा ाम राजनोता म उ च मा यिमक<br />

व ालय म व ान संकाय खोलने बाबत 5 य य ारा ह ता रत एक यािचका का<br />

उप थापन करता हं। ू<br />

करगे।<br />

ी उपा य : ी रमेश च द मीना, सद य, वधान सभा 4 यािचकाओं का उप थापन<br />

ी रमेश च मीना (संसद य सिचव): माननीय उपा य महोदय, म िन नां कत<br />

यािचकाओं का उप थापन करता हं ू:-<br />

पांचोली ाम, तहसील-म डरायल, जला-करौली म पेयजल योजना<br />

1. ाम पांचोली, तहसील-म डरायल, जला-करौली पेयजल योजना बाबत,<br />

गुडली ाम, तहसील-नादौती, जला-करौली म राजक य बािलका मा यिमक व ालय<br />

भवन का अ य थान पर िनमाण<br />

2. ाम गुडली, तहसील-नादौती, जला-करौली म राजक य बािलका मा यिमक व ालय<br />

भवन का अ य थान पर िनमाण करवाने बाबत,<br />

िसंघािनया ाम पंचायत, टोड़ाभीम म पेयजल सम या के िनराकरण<br />

3. वधान सभा े टोड़ाभीम क ाम पंचायत िसंघािनया म पेयजल सम या के<br />

िनराकरण बाबत, एवं<br />

च बल-सवाई माधोपुर-नादौती पेयज प रयोजना को समय पर पूरा करना<br />

4. च बल-सवाई माधोपुर-नादौती पेयज प रयोजना को समय पर पूरा करने बाबत चार<br />

य य ारा ह ता रत।<br />

करगे।<br />

ी उपा य : ी कान िसंह कोटड़ , सद य, वधान सभा 2 यािचकाओं का उप थापन<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): माननीय उपा य महोदय..( यवधान)<br />

ी उपा य<br />

: आप बरा जये अभी हालां क ु ट तो हई है। ु<br />

ी कानिसंह कोटड़ (िसवाना): माननीय उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

िन नां कत यािचकाओं का उप थापन करता हं ू:-<br />

ह ता<br />

िसयाली से ख डप तक प क सड़क के िनमाण<br />

1. िसयाली से ख डप तक प क सड़क के िनमाण बाबत 3 य य ारा<br />

रत, एवं<br />

सावरड़ा से राखी तक सड़क िनमाण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(40)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

2. सावरड़ा से राखी तक सड़क िनमाण बाबत 4 य य ारा ह ता रत।<br />

ी उपा य : ीमती सूयका ता यास, सद य, वधान सभा एक यािचका उप था पत<br />

करगी। समय का थोड़ा यान र खये आप। एक दफा िनकलने के बाद प रपाट नह ं है।<br />

सूरसागर वधान सभा<br />

े म राजक य क या महा व ालय खोला जाना<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): माननीय उपा य महोदय, म आपक अनुकित से<br />

सूरसागर वधान सभा े म राजक य क या महा व ालय खोलने बाबत 4 य य ारा<br />

ह ता<br />

रत एक यािचका का उप थापन करती हं। ू<br />

ी उपा य : सिमित के ितवेदन का उप थापन। ी भगवान सहाय सैनी, सभापित,<br />

यािचका सिमित, 2011-2012 यािचका सिमित के आठव ितवेदन का उप थापन करगे।<br />

अिभयां<br />

सिमित ितवेदन : यािचका सिमित<br />

यािचका सिमित, 2011-2012 का आठवां ितवेदन<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): उपा य महोदय, म आपक अनुमित से जन वा य<br />

क वभाग एवं ऊजा वभाग से स बंिधत सिमित को ा त यािचकाओं के स ब ध<br />

म यािचका सिमित, 2011-2012 के आठव ितवेदन का उप थापन करता हं। ू<br />

ी उपा य : वधायी काय। पुर: था पत कये जाने वाले वधेयक। वी. आई. ट .<br />

व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012, डा. दयाराम परमार, भार मं ी<br />

आई. ट . व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012, को पुर: था पत करने क आ<br />

जाय।<br />

वधायी काय<br />

वधेयक का पुर: थापन<br />

वी. आई. ट . व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012<br />

ताव करगे क वी.<br />

ा दान क<br />

डा. दयाराम परमार (रा य मं ी, उ च िश ा): माननीय उपा य महोदय, म आपक<br />

अनुमित से वी. आई. ट . व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012, को पुर: था पत करने क<br />

आ ा के िलये ताव करता हं। ू<br />

ी उपा य : न यह है क वी. आई. ट . व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012, को<br />

पुर: था पत करने क आ ा दान क जाय <br />

वधेयक को पुर: था पत करने क आ<br />

( वीकृ त)<br />

भार मं ी वधेयक को पुर: था पत भी करगे।<br />

ा दान क गयी।<br />

डा. दयाराम परमार (रा य मं ी, उ च िश ा): माननीय उपा य म आपक अनुमित से<br />

वी. आई. ट . व व व ालय, जयपुर वधेयक, 2012, को पुर: था पत करता हं। ू<br />

ी उपा य<br />

भार मं ी<br />

पुर: था पत करने क आ<br />

: कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012, डा. दयाराम परमार,<br />

ताव करगे क कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012 को<br />

ा दान क जाय।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(41)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वधेयक का पुर: थापन<br />

कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012<br />

डा. दयाराम परमार (रा य मं ी, उ च िश ा): उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012 को पुर: था पत करने क आ<br />

ताव करता हं। ू<br />

ा के िलये<br />

ी उपा य : न यह है क कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012 को<br />

पुर: था पत करने क आ ा दान क जाय <br />

वधेयक को पुर: था पत करने क आ<br />

( वीकृ त)<br />

भार मं ी वधेयक को पुर: था पत भी करगे।<br />

ा दान क गयी।<br />

डा. दयाराम परमार (रा य मं ी, उ च िश ा): उपा य महोदय, म आपक अनुमित से<br />

कै रयर पाइ ट व व व ालय, कोटा वधेयक, 2012 को पुर: था पत करता हं। ू<br />

घोषणा<br />

आय- ययक अनुमान वष 2012-13 पर सामा य वाद ववाद के िलए समय का बटवारा<br />

ी उपा य : मुझे सदन को सूिचत करना है क आय- ययक अनुमान वष 2012-2013<br />

पर सामा य वाद- ववाद के िलये लगभग 16 घ टे उपल ध ह। उपल ध समय म सरकार<br />

ारा उ तर दये जाने का समय भी स<br />

बंटवारा िन न कार करता हं ू:-<br />

इं डयन नेशनल कां ेस<br />

भारतीय जनता पाट<br />

भारतीय क युिन ट पाट<br />

जनता दल<br />

समाजवाद पाट<br />

मिलत है। म विभ न पा टय के िलये समय का<br />

8 घ टे 8 िमनट<br />

6 घ टे 19 िमनट<br />

15 िमनट<br />

5 िमनट<br />

5 िमनट<br />

लोकतां क समाजवाद पाट 5 िमनट<br />

िनदलीय<br />

1 घ टा 3 िमनट<br />

कु ल समय 16 घ टा िनधा रत कया गया है। सामा य वाद- ववाद...<br />

ी पेमाराम (धोद): उपा य महोदय, परची <br />

ी उपा य : पिचयां िनकल गयीं। आप बाहर चले गये थे...<br />

ी पेमाराम (धोद): नह ं िनकली। 295 क अ य महोदय ने यव था द थी। अ य<br />

महोदय ने यव था द थी 295...<br />

ी उपा य : ी महे चौधर ।<br />

ी पेमाराम (धोद): पिचय पर यव था नह ं द थी..<br />

ी उपा य : आपसे कहा है ना...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(42)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 295 को पढ़ा हआ ु मान लेने के िलये यव था द है। वह<br />

के वल 295 को पढ़ा हआ ु मानने के िलये यव था द है।<br />

ी उपा य<br />

: एक िमनट। म माननीय सद य को िनवेदन करता हं क ू<br />

..( यवधान)<br />

आप सुिनये। आपने काय सूची देख ली। काय सूची म जो भी था उसके मुता बक आगे<br />

कायवाह चलेगी। जो काय सूची म ब हगमन के समय या जो भी प र<br />

क कायवाह क बात होनी चा हये..( यवधान)<br />

ी पेमाराम (धोद): 295 के आगे बढ़े ह नह ं थे...<br />

थित रह उससे आगे<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): यव था दे द थी। आसन ने यव थरा दे द थी पहले।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): उपा य महोदय, अ य महोदय ने 295 को पढ़ा हआ ु<br />

मान िलया उसके आगे नाम नह ं पुकारे।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय अमराराम जी, एक िमनट आप बरा जगे। म जरा अज कर दं। ू<br />

295 पढ़े हए ु मान िलये गये ह और परची..( यवधान) 295 पढ़े हए ु मान िलये गये।<br />

माननीय महे जी चौधर ।<br />

लोक<br />

आय- ययक आय- ययक अनुमान वष 2012-13 पर सामा य वाद ववाद<br />

ी महे चौधर (नावां): माननीय उपा य महोदय, सदन म कल जो राज थान के<br />

य मु यमं ी....<br />

यव था का<br />

आय- ययक पर सामा य वाद ववाद का पर परानुसार ितप से ार भ<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): ऑन ए पाइ ट ऑफ आडर। उपा य महोदय, हमेशा<br />

ितप क ओर से बहस शु होती है, स ता प क ओर से नह ं होती है बजट पर।<br />

ी उपा य<br />

: म माननीय महे जी से अनुरोध क ं गा क 2 िमनट बाद आपका..<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): 2 िमनट बाद नह ं...<br />

ी उपा य<br />

ी<br />

: हां, आपक बात वीकार करते ह। ी राजपाल िसंहजी।<br />

ानच द पारख (पाली): परची पर यव था नह ं द है।<br />

न<br />

याम/चौहान 27.03.2012 12.50 1m<br />

ी उपा य : पिचय का यह ं िनकाला था, अ य जी ने बोला था, आप वाक आउट<br />

कर गये ह गे, ऐसा नह ं हआ ु<br />

...( यवधान)...<br />

ी पेमाराम (धोद): ना, ना, हमने वाक आउट नह ं कया ...( यवधान)...<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): वाक आउट कया कसने है ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: राजपाल िसंह जी।<br />

ी पेमाराम (धोद): उपा य महोदय, पिचय पर नाम नह ं बोला है, कायवाह देख ल<br />

आप ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: राजपाल िसंह जी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(43)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी पेमाराम (धोद): पिचय पर कायवाह नह ं द आपने ...( यवधान)...<br />

ी ानच द पारख (पाली): उपा य महोदय, आपने कोई यव था नह ं द<br />

...( यवधान)...<br />

ी पेमाराम (धोद): कायवाह देख ल आप ...( यवधान)... पिचय पर यव था नह ं द<br />

आपने ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

ी पेमाराम (धोद):<br />

...( यवधान)...<br />

िसंह जी।<br />

ी उपा य<br />

: मने देख िलया है ...( यवधान)...<br />

यव था नह ं द है ...( यवधान)... आप कायवाह मंगा ल<br />

: मने देख िलया है। देखने के बाद ह आपको िनवेदन कर रहा हं। राजपाल ू<br />

आय- ययक<br />

आय- ययक अनुमान वष 2012-13 पर सामा य वाद ववाद<br />

ी राजपाल िसंह शेखावत (झोटवाड़ा): माननीय उपा य महोदय, यह माननीय<br />

मु यमं ी जी का चौथा बजट था और यह ऐसे समय आया जब यारहवीं पंचवष य योजना<br />

समा त हो रह थी और बारहवीं पंचवष य योजना शु हई उसका पहला था। म सोचता था<br />

ु<br />

क मु यमं ी जी यारहवीं पंचवष य योजना म कस कार से उनके उ े य पूरे हए इस पर ु<br />

कोई रोशनी डालगे और साथ म यह भी बतायगे क बारहवीं पंचवष य योजना म जो रै पड<br />

इ लूिसव ोथ क जो लगातार बात कर रहे ह, इ लूिसव ोथ, वह भी रै पड इ लूिसव<br />

ोथ, उसका कोई रोड मैप लेकर आयगे। एक स टेनेबल डवलपमट कस कार से कया जा<br />

सकता है। कस<br />

फामशन हो सकता है, एसेटस<br />

हो सकता है।<br />

कार से योजना के तहत ए लायमट जनरेशन हो सकता है, कै पटल<br />

उपा य महोदय, ले कन म सोचता हं क इस बार मु य<br />

ू<br />

येशन हो सकता है और ऑगमेनटेड रेवे यु का या लान<br />

मं ी जी बड़े खोये हए थे , बड़े<br />

खुश थे, राज व आिध य आ गया, बजट य आिध य आ गया। बजट य आिध य थोड़ा और<br />

बढ़ा लेते। हजार, दो हजार करोड़ पये और आपने कजा िलया होता तो बजट आिध य को<br />

और बढ़ाने का शौक आपने पूरा कर िलया होता।<br />

उपा य महोदय, राजकोषीय घाटा आप कम कर नह ं पाये। राज व आिध य आपने<br />

ा त कर िलया, ले कन यह कहते हए शम आयी या<br />

ु क आपके राज म राज थान म सुबह<br />

पहले जब आदमी उठेगा तो 23 करोड़ पये का तो याज चुकायेगा। सुबह का मुंह देखेगा,<br />

सूरज का मुंह देखेगा उसके पहले ह 38 करोड़ का कजा उसके माथे पर लग जायेगा यह<br />

कहते हए ु या शम आ रह थी। म तो इतना ह कहना चाहता हं ू क आप राज व आिध य<br />

क बात कर रहे ह ले कन राज व आिध य भी आपके कारण नह ं आया है। आपके कारण<br />

आ भी नह ं सकता है। आप सोच रहे ह क राज व आिध य आ गया। आपने ए ट को<br />

वायलेट नह ं कया। ले कन यह आपके बस क बात नह ं थी। जस सरकार का ऑन टै स<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(44)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

रेवे यु पशन म, याज म, तन वाह म चला जाता हो 140 परसट, जसका टोटल टै स<br />

रेवे यु का 84 से 85 परसट किमटेड ए सप डचर म ख म हो जाता हो। जस सरकार का<br />

ऑन टै स रेवे यु के वल 10 ितशत क दर से बढ़ रहा हो। जसका खचा तेजी से बढ़ रहा<br />

हो, वह राज व आिध य म आ भी नह ं सकता है।<br />

उपा य महोदय, आप आये ह तो कृ पा पर, यह आपने जो बजट पेश कया है, यह<br />

पैरासाइट बजट पेश कया है, परजीवी बजट पेश कया है। अमरबेल ज दा तो रहती है,<br />

ले कन खुद के बल पर नह ं। अमरबेल जंदा रहती है कसी और के बल पर। आपने जो<br />

राज व आिध य<br />

हआ ु<br />

ा त कया है, यह राज व आिध य आपके टै स एफट के कारण नह ं<br />

, आपक फ कल ूडस के कारण नह ं हआ, आपक का बिलयत के कारण नह ं हआ।<br />

आपने अक मात कोई चम कार कर दया इसके कारण से नह ं हआ। यह अगर तेरहवां<br />

ु<br />

फाइने स कमीशन नह ं आता और उसने अगर ढाई गुणा टेट का शेयर नह ं कया होता,<br />

ांट इन एड अगर 2.8 गुणा यादा नह ं कर होती तो आज भी आप कटोरा लेकर घूम रहे<br />

होते। एक लाख करोड़, पाँच साल म एक लाख करोड़ राज थान क सरकार को िमलेगा और<br />

उसके बावजूद भी आपका राजकोषीय घाटा 8 हजार करोड़ से ऊपर चल रहा है। एक लाख<br />

करोड़ कसी फाइने स कमीशन से अगर पाँच साल म िमल जाता तो +++ कोई मु यमं ी<br />

होता तो उसका राज व आिध य होता इसम कोई कहने क बात नह ं है।<br />

उपा य महोदय, म पूछना चाहता हं क थट न फाइने स<br />

ू कमीशन क इतनी मैिसव<br />

रकमंडेशन के बाद म और पे ोिलयम के अंदर भगवान क कृ पा से 3 हजार करोड़ से ऊपर,<br />

3140 करोड़ पये से ऊपर जो रेवे यु आया है, जो ांट इन एड म वृ हई है उसके बाद म<br />

ु<br />

साढ़े 8 हजार करोड़ का फ कल डे फिसट कै से रह गया इसका जवाब राज थान क जनता<br />

आपसे मांग रह है।<br />

उपा य महोदय, म िनवेदन करना चाहता हं क अिधशेष इस कार से नह ं होते ह।<br />

ू<br />

कसी क कृ पा से अिधशेष नह ं ा त होते ह। अगर आपको रेवे यु सर लस का इतना ह<br />

शौक था तो आपको देखना चा हए था 2007-08 का वसु धरा जी का राज, आपको देखना<br />

चा हए था 2006-07 का वसु धरा जी का राज, राज व आिध य आया था, कसी फाइने स<br />

कमीशन क कृ पा से नह ं आया था। कसी ांट इन एड क कृ पा पर नह ं आया था। भगवान<br />

क कृ पा से बाड़मेर म तेल िनकल गया था इसिलए राज व आिध य नह ं आया था। यह<br />

राज व आिध य आया था, फ कल ूडस के कारण आया था। यह राज व आिध य आया<br />

था तो फ कल कु शलता के कारण आया था। इस कार का राज व आिध य अगर आप<br />

लेकर आते तो िन<br />

त प से आपके िलए तािलयां बजाते। ले कन राज व आिध य के नाम<br />

पर आप जस कार से तािलयां बजवाना चाहते ह। खुश हो रहे ह, उस खुशी का कोई कारण<br />

नह ं बनता।<br />

उपा य महोदय, आपने राज व आिध य ह य , जीड पी बढ़ाया आपने। आपका<br />

कहना है क जीड पी आपने बढ़ाया। इकानॉिम ट का कहना है क इ फलेशन से बढ़ा है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


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मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उनका कहना है क इ फलेशन ने बढ़ाया, इं देव ने बढ़ाया। इ देव और इ फलेशन के बढ़ाने<br />

के बाद म भी अगर आपको चैन नह ं आया तो झूंठा जीड पी का ोथ दखा सकते ह तो<br />

आपने बेस ईयर ह बदल िलया। द ली वाल ने बदल िलया, आपने बेस ईयर बदल िलया।<br />

इस बेस ईयर क कृ पा ऐसी क 2009-10 म इ ह ं मु यमं ी जी ने कहा था और यह ं पर<br />

कहा था क हमार जीएसड पी क<br />

ोथ दर 2.5 ितशत है। अगली साल बेस ईयर बदल<br />

िलया। बेस ईयर बदलते ह 2.5 क जीएसड पी अपने आप 4.3 ितशत हो गयी। इस कार<br />

क जीएसड पी का करना या है। यह जीएसड पी कसक इनकम बढ़ा रह है। इस कार का<br />

फ टशस न बर को मेनु लेट करके एक िमसलेिनयस नंबर लेकर के आप इस कार से<br />

जीड पी बढ़ाने क बात करके या कहना चाहते ह। इस जीड पी से राज थान के गर ब का<br />

तो कु छ भला हआ नह ं। ु<br />

उपा य महोदय, आपको पता ह नह ं क गर ब है कौन गर बी के बारे म आपको<br />

जानकार नह ं, गर ब के बारे म आपको जानकार नह ं। आपने पांचवीं पंचवष य योजना म<br />

पहली बार नारा दया था गर बी हटाओ, आपने देखा गर ब या है। कमे टयां बनाई आपने,<br />

दांडेकर कमेट बना द आपने, तदलकर ु कमेट बना द आपने, सेन कमेट बना द आपने,<br />

यास कमेट बना द आपने, ले कन तब से लेकर आज तक आप मालूम नह ं कर पाये क<br />

गर बी या है, गर ब कौन है। कभी आप कहने लगे क कै लोर इतनी जो खायेगा वह गर ब<br />

नह ं है। म टेक िसंह जी आहलूवािलया तो कहते ह क 22 पये हो गया बहत है। ु<br />

22 पये<br />

जसके पास म ह, जेब म है, वह गर बी से दर है। म पूछना चाहता हं क यह जीड पी क<br />

ू<br />

ू<br />

ोथ कसके िलए है। इन इन लुिसव ोथ क आप लगातार बात कर रहे ह उस इन लुिसव<br />

ोथ का मतलब है क जो 42 ितशत आदमी राज थान के गांव म बसता है, अगर जीड पी<br />

म उसका शेयर है, उसका शेयर या है, उसका शेयर कतना सा है, राज थान के अंदर कृ ष<br />

के<br />

े म के वल 22 परसट ह जीड पी का शेयर है, 22 ितशत जीड पी का शेयर यािन<br />

के वल 47596 करोड़ पये के जीड पी शेयर म राज थान के 43 ितशत लोग पल रहे ह।<br />

अगर म इसको फलाऊं और आपके जीड पी के रे यो को यूं का यूं मान लूं बना ड युट<br />

कये हए ु तो भी कसान क ित य आय के वल 15865 पये बैठती है। जो आपने<br />

बताया क 27400 उसक ित य आय है। वह ित य आय के वल 15865 पये है।<br />

ईमानदार से अगर ो ेिसव ट स म अगर हम इसको देख क सचमुच म कतनी जनसं या<br />

हो गयी है उसके 46 परसट से अगर हम देख तो राज थान के अंदर कसान क आय के वल<br />

आपक इस बढ़ हई जीड पी के बाद म<br />

ु 14337 पये है। 14337 पये ित य आय है<br />

राज थान के 43 ितशत लोग क । उसम से आप जेब काटकर के 3432<br />

पये तो टै स<br />

रेवे यु ले जाते हो। जस आदमी क इनकम 13 हजार पये हो, उस 13 हजार पये इनकम<br />

वाले आदमी के ऊपर 3432<br />

इफे<br />

पये टै स के नाम से आप चोर कर ल तो उसक जो<br />

टव इनकम है, जो उसक असली इनकम है, जो उसक ड पोजेबल इनकम है वह<br />

जाती है 10861, मतलब 29 पये रोज। राज थान क आबाद का 43 ितशत आदमी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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ू<br />

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मंगलवार, 27 माच 2012<br />

सीधा-सीधा गर बी क रेखा के नीचे है। आपक जीड पी बढ़ने के बाद भी अगर 43 ितशत<br />

राज थान का आदमी गर बी क रेखा के नीचे है तो चाहे आप 8 परसट क बात कर, 9<br />

परसट क बात करो, यह राज थान के लादराम क<br />

ोथ रेट नह ं है। यह कसी<br />

इंड यिल ट क ोथ रेट है, यह कसी मेहनोत क ोथ रेट हो सकती है, यह कसी<br />

कोठार क ोथ रेट हो सकती है, पर यह<br />

ोथ रेट राज थान के आम कसान क ोथ रेट<br />

नह ं है। आम कसान पस रहा है और इसिलए म कहना चाहता हं ू क आप बार-बार जो<br />

बात करते ह क इतना परसट हमार जीड पी है। जीड पी के लकु लेटेड होती है, जीड पी<br />

िमसनोमर है, जीड पी बदल सकती है। बेस ईयर बदलने से बदल सकती है।<br />

Jyg/<strong>usc</strong>/<strong>27.3.12</strong>/13.00/1n<br />

इ लेशन आने पर बदल सकती है, कल आपने 7-8 ितशत का ड ए दया, ड ए देने के<br />

साथ य का य ड ए का पैसा जीड पी म चला गया। कल आप पे ोल का बढ़ायगे, पे ोल<br />

का बढ़ाते ह सीधा-सीधा उसका र लेशन जीड पी म बढ़ो तर म हो जाएगा। म कहता हं ू<br />

क जीड पी िमसनोमर है ले कन आपका जो कजा है वह असली है, कजा रयल तज पर है<br />

और जीड पी िमसनोमर है। आपको यान होगा माननीय उपा य महोदय, 1998-99 म<br />

पहली बार मु य मं ी बनकर अशोक गहलोत साहब आए थे, उ ह ने एक वेत प जार<br />

कया था राज थान क आिथक हालत पर, झूठा-स चा आंकडा लेकर, फ कल डे फिसट<br />

दखाने क कोिशश क थी। नवीं पंच वष य योजना 27650 करोड़ पये क योजना थी, उस<br />

27650 करोड़ पये क योजना को काट कर आपने 19650 करोड़ का कर दया और आप<br />

यह कहने लगे क वकास के नाम पर कजा नह ं लगे, वकास के नाम पर कजा लेकर गर ब<br />

को नह ं मारा जा सकता। हम छोट योजनाओं म जाएंगे और छोट योजनाओं क<br />

या<br />

वित करगे। म समझता हं ू क इतने साल बाद आज कम से कम मु य मं ीजी को दो<br />

चीज समझ म आई, एक तो यह समझ म आया क जीड पी के यूलेट कै से करते ह और<br />

दसरा ू यह समझ म आया क अगर राज थान का वकास करना है तो राज थान के वकास<br />

के िलए लान का बड़ा होना ज र है। राज थान क नवीं पंच वष य योजना म कटौती करके<br />

राज थान को पछड़े देश क<br />

ेणी म बहत पीछे ले जाने का पाप अगर कसी ने कया है<br />

ु<br />

तो माननीय मु य मं ी अशोक गहलोत ने कया है ज ह ने नवीं पंच वष य योजना के<br />

27650 करोड़ को काट कर 19 हजार करोड़ पर ले आए। म िनवेदन करना चाहता हं क ू<br />

आपको पता लग गया क लान तो बड़ा होना चा हए तो लान क फ<br />

है, लान क फ<br />

डंग कै से क जाती<br />

डंग के िलए इ टरनल रसोसज का मो बलाइजेशन कै से कया जाना चा हए<br />

अभी भी मु य मं ीजी को नह ं आया इसिलए लान क फ<br />

डंग के तीन-चार साल के आंकड़े<br />

म आपको दे रहा हं। इ ट ू रनल रसोसज 2008-2009 म माइनस 8413 करोड़ पए,<br />

इ टरनल रसोसज, 2009-2010 म माइनस 10253 करोड़ पये, 2010-2010 म, स जे ट ट ू<br />

सम करे शन बकॉज चज ऑफ डेटा, माइनस 9579 करोड़<br />

पये और वष 2011-12 के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ए ट मेट माइनस 11096 करोड़ पये। यह सारा इ टरनल रसोसज मो बलाइजेशन लान के<br />

अंदर आप कर पाये ह इसिलए नेगे टव चल रहे ह, इसीिलए लान क फ<br />

डंग करने के िलए<br />

आपको कजा लेना पड़ा। सबसे बुर बात जो आप कर रहे ह, यह कोई गलत बात नह ं है,<br />

कसी भी सरकार क ज मेदार है, फ कल ज मेदार है क सरकार पर जो देनदा रयां ह,<br />

उन देनदा रय को ड चाज करे, बजट म फ डंग क यव था कर अपने लान क फ डंग<br />

क यव था करे। ले कन लान क फ डंग क यव था करते टाइम चोर दरवाजे से फ डंग<br />

करना शु करवा द, यह<br />

थित कसी भी कार से बदा त के लायक नह ं है। म उ मीद<br />

करता हं ू क बजट फ डंग और लान फ डंग के िलए कजा लेना ज र हो सकता है ले कन<br />

छप ु कर कजा लेना और छप ु कर कजा लेने का कारण य क राज थान को आपने जस<br />

ढंग से तबाह कया है, राज थान क जस<br />

कार क आपने आिथक हालत क है उस<br />

आिथक हालत के हसाब से आपने कज का क ितमान था पत कया है। म आपको पूछना<br />

चाहता हं क आप ू क बोरोइं स कतनी रह , आपने लान को फ डंग करने के िलए बजट को<br />

फ<br />

डंग करने के िलए जस कार से बारोइं स करके राज थान को कज के अंदर डाल दया<br />

और इसी से आपक बैलस शीट म बच भी रहा है। 2009-2010 क बजट फ<br />

आपको बोरो करना पड़ा 1337 करोड़ पया और लान को फ<br />

डंग के िलए<br />

डंग करने के िलए आपको<br />

बोरो करना पड़ा 7684 करोड़ पया और 2009-10 म अके ले म 20721 करोड़ पये से<br />

यादा का कजा आपने िलया। 2010-11 म आपने बजट को फ<br />

डंग करने के िलए आपने<br />

कजा िलया 7990 करोड़ पये और लान को फ डंग करने के िलए आपने कजा िलया<br />

11314 करोड़ पये और आपने 2010-11 म कजा िलया 19304 करोड़ पये और 2011-12 म<br />

11240 करोड़ पये कजा िलया आपने बजट को फ डंग करने के िलए और लान को<br />

फ डंग करने के िलए आपने 11874 करोड़ पये और इस साल आपने कजा िलया 23114<br />

करोड़ पये का और 2012-13 का जो बजट आपने पेश कया है उसम आप बजट के फ<br />

के िलए कजा लगे 13765 करोड़ पये क बोरोइं स करगे और लान क फ<br />

डंग<br />

डंग के िलए<br />

करगे 12166 करोड़ पये क बोरोइं स, इस साल बोरोइं स करगे 25931 करोड़ पये यािन 4<br />

साल के अशोक गहलोत साहब के राज म 89070 करोड़ पये का कजा िलया गया है ले कन<br />

कजा आप बजट म नह ं दखाते ह, बजट म छपाते ु ह। कताब म छोटा सा प ना हे, प ने<br />

म छोट सी चार लाइन है और आपने दखा दया। मजेदार चीज तो यह है क बजट क<br />

फ<br />

डंग, बजट का जो कजा आप दखा रहे हो, उसके मुकाबले लान का खचा कई बार लगा<br />

क लान का खचा बहत ु यादा है। कु ल िमलाकर 79070 करोड़ पये का कजा लाद कर<br />

राज थान सरकार पर, इसको अगर जीड पी से िमलायगे तो आपके उस बल का या होगा,<br />

एफआरबीएम बल का<br />

या होगा, आप उसके पेरामीटर म से िनकलते नह ं है इसिलए म<br />

िनवेदन करना चाहता हं क टोटल ू डैट क लाइ बिलट इस साल के अंत म, इसी साल 1<br />

लाख 84 हजार करोड़ पये से ऊपर जाएगी और 1 लाख 84 हजार करोड़ पये क डैट<br />

लाइ बिलट इस साल के अंत तक रहने वाली है, यह कजा आप लगे, कजा लेकर बजट पेश<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(48)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कर दया, आप ताली बजवाओ ले कन 33500 करोड़ पये का लान, लान फ<br />

डंग आपको<br />

आती नह ं है ले कन कजा लेना कोई बुर बात नह ं है, कजा लो ले कन कजा लेकर कजा<br />

चुकाने क ताकत पैदा करो और कजा लेकर कजा चुकाने क ताकत पैदा करते ह, अगर आप<br />

इकोनोमी को बू ट करने के िलए कजा लेते ह, इकोनोमी म रेवे यू जनरेशन करने के िलए<br />

आप कजा लेते ह, असेट जनरेशन करने के िलए कजा लेते ह,<br />

ूमन रसोसज डवलप करने<br />

के िलए कजा लेते ह तो कोई तकलीफ वाली बात नह ं है ले कन इतना बड़ा कजा काहे से<br />

चुकायगे, जब आपके इतने बड़े बजट म के पटल आउट ले इतना सा है। आपका बजट था<br />

2008-09 म 43133 करोड़ पये का, खचा कया आपने 43133 करोड़ पये और लान<br />

आउट ले कतना था आपका 5899 करोड़ पये का और 13.67, वष 2009-10 के अंदर<br />

आपका टोटल ए सपड चर था 48749 करोड़ पये और आपका लान आउट ले था 5170<br />

करोड़ पये और के वल 10 ितशत। वष 2010-11 म 53703 करोड़ पये था आपका बजट<br />

और उसका के वल 10 ितशत 5530 आपका के पटल आउट ले था। यह हालत अगर आपको<br />

देखना था, 2007-08 म जब वसु धराजी का राज था तब के पटल आउट ले हआ ु करता था<br />

टोटल ए सपड चर का 18 ितशत। अभी भी आप 18 ितशत को टच नह ं कर पाये, छ ू नह ं<br />

पाये। आप लगातार 10-10, 11 ितशत, म पूछना चाहता हं क जो आदमी<br />

ू<br />

100 पये का<br />

कजा ले और 10 पये कह ं पर इ वे ट करे और उस कज को चुकाने क सोचे तो उसका<br />

कजा कभी भी चुकने वाला नह ं है। जब तक आपके बजट के अंदर के पटल आउट ले का<br />

क पोनट नह ं बढ़ेगा तब तक कसी भी<br />

क<br />

थित म राज थान क अथ यव था कजा चुकाने<br />

थित म नह ं आएगी। आपका के पटल आउट ले के पटल रसीट से लेकर आप कजा ले<br />

रहे हो। आपका के पटल रसीट था 2009-10 म 13158 करोड़ पये और के पटल आउट ले<br />

था आपका 5170 करोड़ पये, आधे से यादा, 8 हजार करोड़ पये और कहां वह चला गया,<br />

इसी तरह 2010-11 म के पटल रसीट का के वल 66 ितशत यू टलाइजेशन हआ। म िनवेदन<br />

ु<br />

करना चाहता हं क आप यह कजा ले रहे<br />

ू ह, कजा ल, कोई आप नह ं है ले कन कज का<br />

उपयोग इस कार से कर क डैट को ड चाज करके आपने जस कार क यव था बनाई<br />

है उसम यह कजा कसी भी हालत म, कसी भी क मत पर नह ं चुके गा। इस साल के ए ड<br />

म यह कजा 1 लाख 85 हजार करोड़ पये पहंचेगा ु ह पहंचेगा। ु लगातार राज थान िन चत<br />

प से ऐसे ेप म चला जाएगा जहां से िनकला नह ं जाएगा, आप डैट को कहां से चुकाएंगे,<br />

के पटल आउट ले से चुकाएंगे, अब डैट 2007-08 के अंदर आपका टोटल डैट का 2008-09<br />

म के वल 7 ितशत था के पटल आउट ले, 2009-10 के अंदर फर 5.64 ितशत रह गया।<br />

इस कार क थित जहां पर आप 5.6 ितशत, 5.56 ितशत टोटल डैट के मुकाबले<br />

आपका आउट ले हो वह कजा चुकाने क बात आप सोच ह नह ं सकते। म लान<br />

ए सपड चर वाले के सेज क चचा कर रहा था। लान ए सपड चर के कज को आप जोड़ द<br />

फर आप उसको िमलायगे तो के पटल आउट ले को तो राज थान िन<br />

त प से फ कल<br />

डे शन क ओर जा रहा है, इसम कोई संदेह क बात नह ं है। राज थान के फ कल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(49)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

डे शन क<br />

थित के िलए सबसे बड़ा कोई ज मेदार रहा है तो यह मु य मं ीजी रहे ह<br />

जो कल बड़ -बड़ बात कर रहे थे क हमने रेवे यू सर लस के िलया। रेवे यू सर लस का<br />

करगे या, अगर आप उसका यूज नह ं कर सकते। रेवे यू सर लस को आप यूज नह ं कर<br />

सकते तो उसका उपयोग<br />

या है। रेवे यू सर लस आपको िमल गया, बजट आिध य कर<br />

दया, बजट आिध य का या करगे। म कहना चाहता हं क जस कार क<br />

आिथक<br />

थित यहां पर<br />

थित जो राज थान क है, जस कार से कज का भार आपने िलया है और कज<br />

को आपने जस कार से छपाने ु क कोिशश क है, यह राज थान क जनता का अपमान है<br />

और इस वधान सभा का भी अपमान है। म िनवेदन करना चाहता हं क आपने बजट म<br />

ू<br />

बड़ -बड़ घोषणाएं क , आपके राहलजी ु आए थे , कहने लगे क जयपुर को व ड लास िसट<br />

बनाएंगे, आप मे ो लेकर आए, मे ो पहले कहने लगे क पीपीपी मोड पर लाएंगे, पीपीपी मोड<br />

पर कोई आया ह नह ं तो आपने कहा क नह ं, टे रफ बेस पर लाएंगे।<br />

ी उपा य<br />

दला रहा हं क ू<br />

: माननीय राजपालजी, म आपको ड टब नह ं कर रहा हं ू, म आपको याद<br />

20 िमनट हो चुके ह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अभी तो ली अंगड़ाई है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): इ ह ने अभी शु कया है ले कन म कहना चाहता हं ू,<br />

राजा श ु ऋणम ् कृ वा, जो राजा जा के िलए ऋण करता है वह उसके श ु के समान होता<br />

है।<br />

ी उपा य<br />

: आप इ ह ं का टाइम ले रहे ह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): बजट पर यहां चचा हो रह है और व त मं ीजी यहां<br />

बैठते ह नह ं ह, या ग भीरता है इसक <br />

मोहन/चौहान/27.03.12/13.10/1o<br />

नह ं, या गंभीरता है इनक ...( यवधान)...<br />

ी रो हताश कु मार (बानसूर): कोई सुन ह नह ं रहा, हम अके ले बोल रहे रहे ह<br />

...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: वराजमान ह।<br />

ी रो हताश कु मार (बानसूर): जनता क जुबान बनकर बोल रहे ह, उधर से कोई सुन<br />

ह नह ं रहा है ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: ऊजा मं ी जी यहां वराजमान ह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): व त मं ी जी को यहां बैठना चा हए।<br />

ी उपा य<br />

: ऊजा मं ी जी वराजमान ह उनके थान पर ...( यवधान)...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): नह ं, वह नह ं बैठे ह ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): िनयम ह क बैठना चा हए, नह ं बैठ रहे ह तो बैठने<br />

के लायक नह ं ह हजूर ु ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(50)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी उपा य<br />

: िनयम तो नह ं ह ...( यवधान)...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): पर परा है।<br />

ी रो हताश कु मार (बानसूर): स ता प के लोग ह गायब ह।<br />

ी राजपाल िसंह शेखावत (झोटवाड़ा): माननीय उपा य महोदय, म चचा कर रहा था<br />

क आप इतना बड़ा लान साइज बढ़ाने के मा यम से, इतने बड़े वो यूम आफ बजट को<br />

बढ़ाने के बाद म आपने कहा क हम मे ो लेकर आएंगे। आपक सरकार क े ड बिलट<br />

इतनी कमजोर है क पीपीपी मॉडल पर आप मे ो को लेकर आना चा हते ह और पीपीपी<br />

मॉडल पर कोई मे ो को लेकर नह ं आया, आपने झक मार कर यहाँ कहा क हम टे रफ<br />

लान पर लाएंगे, टे रफ मॉडल पर लाएंगे। आपने ड पीआर बनवाई, डटेल<br />

ोजे ट रपोट<br />

बनवाई, डटेल ोजे ट रपोट आपक इनक पलीट जसम े ट का खचा तो आ गया और<br />

ड ब का खचा नह ं आया और साढ़े 7 हजार करोड़, आपने कहा साढ़े 7 हजार करोड़ पये<br />

म हम बना दगे, बाद म मालूम पडा क ड बे का खचा शािमल नह ं है, ड बे का खचा<br />

शािमल नह ं है, कसी ट क गलत डजाइिनंग कर िलया, 90 ड ी पर आपने ेन मोड़ द ,<br />

आपने दबारा ु उसको र यु कर िलया, तब मालूम पडा यह खचा आएगा, 20 से 22 हजार<br />

करोड़ के बीच। यह 20 से 22 हजार करोड़ के बीच, म पूछना चाहता हं ू क जयपुर क<br />

जनता के ऊपर इतना बड़ा कज डालने का आपको अिधकार कसने दया साढ़े तीन लाख<br />

पये पर-के पटा कजा जयपुर क जनता के ऊपर आएगा, 8 पये ित कलो मीटर पर आप<br />

लगाना चाहते ह, 8 पये ित कलोमीटर टै सी का भार है, ऑटो र शा का भार है, द ली<br />

म मे ो वाएबल नह ं ह, द ली म मे ो काम नह ं कर रह है। आपने कहा हम द ली से पैसे<br />

लाएंगे, बड़ मु<br />

कल से खुरचन लेकर आए ह यह इस बार, मे ो के िलए खुरचन लेकर आए<br />

ह और मे ो पता नह ं आपक कब पूर होगी।<br />

यह कहानी आपक रंग रोड क है, आपको यह पता नह ं है क रंग रोड 360 मीटर<br />

क बनानी है या 90 मीटर क बननी है। धार वाल जी कहते ह 360 मीटर क बनानी है,<br />

च भान जी कहते ह क 90 मीटर से एक इंच यादा दगे ह नह ं, महेश जी ऐसे कहते ह<br />

क नह ं, नह ं, 90 मीटर ह होनी चा हए। 90 मीटर और 360 मीटर के बीच चलते चलते<br />

रंग रोड यहां तक आ गई, अभी तक आपके पास दो कलो मीटर क जगह आपके क जे म<br />

नह ं है और आप कह रहे ह, हम रंग रोड बनाना चाहते ह। अब चाहे रंग रोड का मामला<br />

हो, चाहे मे ो का मामला हो और इ ह ं मु य मं ी जी ने यह ं पर कहा था हम<br />

भारतीय स मेलन करगे। कहां करगे इंटरनेशनल कं वशन सटर बनाएंगे। कहां बनाएंगे<br />

तापनगर म, मने तब भी कहा था, आप फाउ डेशन भी नह ं लगा पाएंगे। यह<br />

भारतीय स मेलन भी हो गया, वह वासी बेचारे दःखी ु होकर चले भी गये ले कन इंटरनेशनल<br />

कं वशन सटर क अभी तक नींव आपके हाथ से नह ं लगी। आप राहल ु जी के सगे नह ं,<br />

सोिनया जी के आप सगे नह ं, उनक बात नह ं मानते तो राज थान क गर ब जनता के सगे<br />

तो हो ह नह ं सकते आप और इसीिलए गर ब जनता का, मने कहा 10 हजार से नीचे क<br />

वासी<br />

वासी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(51)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उसक इनकम आपके राज म हई ु और हालत यह है क आपने कहा हमार सरकार चल रह<br />

है, आज राज थान के अ दर, आपके राज थान के अ दर न तो फ कल ूडस है, न गवनस<br />

है, आपके राज के अ दर जतनी यादा मौत अ पताल गये लोग क हई ु , आपक भरोसे जो<br />

अ पताल चला गया, वह अ पताल से वापस नह ं आया और आप जोधपुर के सबसे बड़े बेर<br />

हो, आप जोधपुर के सबसे बड़े बेर हो और यह लगातार एक बार गलती हो जाए माना,<br />

दसर ू बार भी मु य मं ी बने, पहली बार यह फ कल डे फिसट नह ं पता था, लान साइज<br />

बड़ा होना चा हए, यह नह ं पता था तो नह ं होगा तो 2011 के िसत बर म मौत हई ु , 3 दन<br />

म 74 गये, दस बर 2011 म मौत हई ु 70 से यादा और 13 फरवर से 27 फरवर तक<br />

र<br />

सूताएं मरती गई, लूड चढ़ता गया, सरकार सोती रह , जो जोधपुर के अ दर सूताओं क<br />

ा नह ं कर सकता उनक , अ पताल म आए हए ु , ल बी ल बी बात कर रहे थे कल, लान<br />

साइज बढ़ाने क बात कर रहे थे। 200 के ऊपर मौत हई ु ह, राज थान के इितहास के अ दर<br />

इससे यादा कोई +++ राज थान के इितहास म नह ं हआ ु ...( यवधान)...<br />

आपके यहां कोई देहदान कर दे तो आपके चूहे कु तर जाएंगे। कोई गलती से आईसीयू म<br />

भत हो जाए, नली काट गया, मर ज को भी काट गया। जो नली को काट जाए, मर ज को<br />

काट जाए, आईसीयू क हालत आपक यह है, तब आप अंदाजा लगा सकते ह क यह<br />

सरकार खुद आईसीयू म है, यह सरकार आईसीयू म है इसिलए इस<br />

सरकार, कसी क भलाई करने क<br />

कार क हड के प<br />

थित म नह ं है। 200 से ऊपर मौत कह ं फाय रंग होती<br />

है, मौत हो सकती ह, लॉ-ए ड-ऑडर क ा लम हो जाए तो मौत हो सकती ह ले कन गलती<br />

से कोई आपके भरोसे चला गया और कौन गया होगा, राजे जी राठौड़ तो जा नह ं सकते,<br />

राजपाल िसंह शेखावत तो गया नह ं होगा, जसके पास इलाज का पैसा नह ं, कौन मरा<br />

गर ब मरा, उसके इलाज का पैसा नह ं, जो जानता था क डा टस ाइक पर ह,<br />

...( यवधान)... जानता था सरकार लाचार है ले कन उसके पास कोई चारा नह ं था, उसके<br />

पास कोई चारा नह ं था इसीिलए अ पताल गया और कसिलए गया, मरने के िलए गया।<br />

जसके राज के अ दर इस कार क मौत हो सकती ह, उसको राज करने का एक दन का<br />

अिधकार नह ं है। म िनवेदन करना चाहता हं ू, आप लान साइज बढ़ा रहे ह, आप कज को<br />

बढ़ाये जा रहे ह, आप कजा बढ़ाये जा रहे ह। आप इंवे टमट ले ह नह ं पा रहे ह, वसुंधरा<br />

जी के राज म रसजट राज थान हआ ु था, एक लाख 62 हजार से ऊपर के एमओयू हए ु थे,<br />

आपके कहने से एक एमओयू नह ं हआ ु , आपके कहने से एक आदमी पया लगाने का तैयार<br />

नह ं हआ ु , जो एक लाख 62 हजार का एमओयू दे गये, उसका बैक-अप तो कर लेते आप।<br />

आपने वासी भारतीय का स मेलन तो कर िलया, आप काहे के िलए वासी कम, कले ट,<br />

सेली ेट, इसके िलए आये थे वासी इसिलए आये थे क बीना जी काक के जटेशन िमलती,<br />

अपना जटेशन भी नह ं दे पाये इसिलए देखने आये थे वह शांित जी धार वाल जवाब नह ं<br />

दे पाये, यह देखने आये थे वह लोग आपने एक लाख 62 हजार करोड़<br />

पये का जो<br />

एमओयू भारतीय जनता पाट क वसुंधरा जी क सरकार ने जो कये थे, उन एमओयूज को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(52)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

के पेटलाइज करने क आपक हैिसयत नह ं है। इतनी नाकारा सरकार जो एमओयू को क वट<br />

नह ं करा पाये, एमओयू के इ वे टमट को चेनेलाइज नह ं कर पाये, उस सरकार के बारे म<br />

कहने क कोई<br />

थित नह ं है।<br />

आप कड़ से कड़ बनाने क बात कर रहे थे, िमल गई कड़ से कड़ और इधर कड़ से<br />

कड़ िमलते ह जनता क कड़ टट ू गई। या हआ ु रफाइनर का जो 3 हजार करोड़ पये<br />

से यादा आपक इनकम इस साल हई ु है, 3140 करोड़ घर बैठे बैठे, रामधुनी करते करते<br />

इसिलए राज व अवशेष आ गया, आपक कृ पा से नह ं आया, आपक कोिशश से नह ं आया।<br />

वह रफाइनर य नह ं लगाई आपने जयपुर क मे ो आपको पसंद है, जहां 20 हजार, 22<br />

हजार करोड़ तो आप लगा सकते ह ले कन जससे रेवे यु जनरेशन होगा रफाइनर के िलए,<br />

उसके िलए पीछे पीछे घूम रहे ह, हमार बात चल रह जनरेशन होता है है, माक टंग करने<br />

के िलए फलानी से, आज बात चल रह है, 4-4 साल बाद आप रफाइनर खुद य नह ं<br />

लेकर आए जब मे ो के अ दर इ<br />

वट पा टिसपेशन आप करा सकते ह हाउिसंग बोड का,<br />

जब मे ो का आप लोन दे सकते ह, मे ो के लोन क गारंट दे सकते ह तो रफाइनर के<br />

अ दर इस कार का पा टिसपेशन य नह ं कर सकते थे आप ले कन रफाइनर लगाना<br />

ठ क नह ं समझते आप। आप रफाइनर लगा नह ं पाये यहां, वहां आपक चलती नह ं। वहां<br />

पानी का पैके ज मांगने गये थे। या हआ ु आप हर जगह चले आए, लािनंग कमीशन म<br />

आप, एनड सी क मी टंग म आप, सब जगह जा आए आप, जूते िघसट िघसट कर आ गये।<br />

पेयजल क सम या का इलाज आप नह ं कर पाये, पेयजल के िलए कोई पैके ज आप लेकर<br />

नह ं आ पाये। म इतना ह िनवेदन करना चाहता हं ू क जस कार क आिथक थित<br />

आपने पैदा क है और जस कार क लेक आफ गवनस राज थान म पैदा हई ु है, जस<br />

कार क अराजकता क<br />

थित राज थान म पैदा हई ु<br />

है और लान के नाम पर जस कार<br />

का फं ड का िमस-यूज हआ ु है, वह राज थान के इितहास के अ दर अनोखा है। आज आपक<br />

लान फं डंग हो रह है, 44 परसट, 45 परसट कज से और उस कज को िछपा रहे हो आप,<br />

कजा कजा होता है, कजा आपक सरकार का, कजा जनता को चुकाना पड़ेगा, लंच कभी<br />

नह ं होता, लंच मेरे िलए हो सकता है, आपके िलए हो सकता है, कसी और को पैसा<br />

देना पड़ेगा, कजा िलये हए ु हो चाहे कसी के नाम पर, आपने कजा िलया हो, चाहे आपने<br />

पावर से टर से कजा िलया हो, चाहे एमएमड सी के नाम से कजा िलया हो, चाहे जेड ए के<br />

नाम से कजा िलया हो, चाहे आपने वेयर हाउिसंग कारपोरेशन के नाम से कजा िलया हो और<br />

यह सब कज क ज मेदार आपक कै से नह ं है, आज लान का फं ड करने के िलए कजा<br />

लेने के आपने इं शन दया, उनका कोई अपना िनणय नह ं है, वह िनणय आपका है,<br />

आपक पहल बढ़ने के बाद म, आज म कहना चाहता हं ू क जस कार से<br />

थित आपने<br />

पैदा क है राज थान क जीड पी का 8 से 9 ितशत के ऊपर राज थान के ऊपर कजा है,<br />

आप कोई रा ता िनकालना चाहते ह क यह ए ट से बच जाएं, उस ए ट से बच सकते ह<br />

आप ले कन राज थान क जनता क तलवार के नीचे से नह ं बच सकते ह, वह इंतजार कर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(53)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

रह है आपका और इंतजार इस बात का है क राज थान को जस कार से पछड़ेपन म<br />

आपने पहले पहंचाया ु , नवीं पंचवष य योजना म 27650 करोड़ क योजना को 19 हजार काट<br />

कर राज थान को पछड़ा कया, उसी कार इस लान क फं डंग के अ दर पैसे क पूर<br />

बरबाद करके राज थान को कज म डुबो कर राज थान क जनता को धोखे म रख कर,<br />

राज थान क वधान सभा को धोखे म रख कर जस कार से<br />

थित आपने पैदा क है क<br />

राज थान डे शन के कगार पर जाकर खड़ा हो गया है। राज थान ह दु तान के अ दर<br />

फ कल इ ूडस को दखाने वाला सबसे बड़ा टेट होगा। म िनवेदन करना चाहता हं ू क<br />

आपके लेवल पर कोई ए सपट नह ं है इसिलए म कहना चाहता हं ू, माननीय उपा य<br />

महोदय, इस बजट का समथन के वल थोथी घोषणाओं के भरोसे नह ं<br />

कया जा सकता,<br />

घोषणाएं तो आप तीन चार साल से कर रहे ह लगातार अखबार म आ रहा है, घोषणाएं पूर<br />

हो नह ं रह ह और इतनी घोषणाएं आपने कर ली क आपको खुद को याद नह ं क कतनी<br />

घोषणाएं आपने कर द । म िनवेदन करना चाहता हं ू क इस कार क<br />

थित से राज थान<br />

को कं गाली के कगार पर ले आये ह, राज थान के आम गर ब को गर बी क रेखा के नीचे ले<br />

आये, 42 ितशत जनता को, जससे राज थान के ऊपर एक लाख 85 करोड़ से यादा का<br />

कजा लाद दया है और कज के रपेमट का कोई बंदोब त करने क<br />

है, उस बजट का समथन करने क<br />

थित म सरकार नह ं<br />

थित म कोई नह ं है। म सोचता हं ू क यह राज थान<br />

क सरकार जतनी ज द जाए, उतनी राज थान क जनता क भलाई है, राज थान<br />

पछड़ेपन के िलए लगातार अभी आपने देखा होगा,<br />

ूमन डवलपमट इंडे स के ऊपर<br />

राज थान जो आगे था, वह पीछे चला गया और गहलोत साहब के राज म म सोचता हं ू आने<br />

वाले दो साल बाद भी<br />

ूमन इंडे स अगर आप देखगे तो उसम राज थान फर पीछे चला<br />

जाएगा इसीिलए आपने न तो रा यपाल के अिभभाषण पर और न आपके बजट म आपने<br />

इस बात क चचा क ।<br />

Gpc/<strong>usc</strong>/27032012/1320/1p<br />

यारहव लान म आपका एचीवमट या है आप बार-बार बात करते ह पावर क , पावर<br />

जनरेशन क । आपका आधे से यादा पावर जनरेशन तो वसुंधरा जी के राज म जो<br />

पाइपलाइन म थे उन ोजे ट के कारण हआ ु और हालत यह है क जो ोजे ट हमने लगा<br />

दया, बजली पैदा होने लग गई वहां बजली पैदा पहले यादा होती थी।<br />

म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू बार-बार आप ताली बजाते ह और ताली बजाकर यह<br />

कहते ह हमने बजली इतनी पैदा क , हमार पहली<br />

मु यमं ी थे जब हमार<br />

ायरट बजली है। हम पहले भी<br />

ाथिमकता बजली थी, आज मु यमं ी बने ह तब भी हमार<br />

ाथिमकता बजली है, ले कन बजली भी आप भाटे से भाटे िभड़ाकर पैदा नह ं कर सकते।<br />

कोल िलंके ज का<br />

मेगावाट क इकाई लगने से पहले क<br />

या हआ ु सूरतगढ़ क 250 मेगावाट क इकाई लगने के बाद 250<br />

थित म ोड शन हो रहा है। आपका ोड शन घट<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(54)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

गया। छबड़ा क हालत यह है। इसिलए म कहना चाहता हं ू पावर जनरेशन के अलावा अब<br />

वीकृ ितयां जार कर दगे, वीकृ ितयां जार करने वाले ह। ऐसे ह रोजगार देते-देते चार साल<br />

हो गये, अब खुद ह बूढ़े हो गये, रटायरमट के नजद क आ गये आप। अब आपका<br />

रटायरमट नजद क है और 5 साल से लगातार कोई 20 हजार, 30 हजार नौक रयां ह और<br />

अगर आपने नौकर देने का वादा पूरा कया तो जस राज व अिधशेष क बात आप कर रहे<br />

ह अगर आपने वादा पूरा कया और जन नौक रय क चचा आपने बजट म क है अगर<br />

आपने नौकर द तो म आपको आज कह सकता हं ू, मेरा नाम िलखे लो, आज का टाइम<br />

िलख लो, राज थान का बजट अिधशेष म नह ं रहेगा। जब रवाइज ए ट मेट आएगा, जब<br />

ए चुअ स आएंगे तब पता लगेगा राज थान रेवे यू सर लस म नह ं है, ले कन आप करना<br />

या चाहते ह आप घोषणा करना चाहते ह, काम नह ं करना चाहते। ऐसी थोथी, ढपोरशंखी<br />

घोषणाएं करने वाले मु यमं ी के बजट का समथन न तो राज थान क जनता करती है और<br />

न भारतीय जनता पाट करती है और न सदन के अंदर कु छ लोग पाट से बंधे हए ु ह वे<br />

समथन कर तो म नह ं<br />

कह सकता, बाक राज थान के हत का खयाल रखने वाला,<br />

राज थान के गर ब का खयाल रखने वाला एक भी आदमी इस बजट का समथन नह ं कर<br />

सकता। इस बजट का समथन म भी नह ं करता, मेर पाट भी नह ं करती, बहत ु -बहत ु<br />

ध यवाद।<br />

लोक<br />

ी उपा य<br />

: माननीय महे जी चौधर ।<br />

ी महे चौधर (नावां): माननीय उपा य महोदय, 26 माच को राज थान के<br />

य मु यमं ी अशोक जी गहलोत ने बतौर व त मं ी इस तेरहवीं वधान सभा म जो<br />

बजट पेश कया उस बजट के समथन म म ( यवधान)<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): उपा य महोदय ( यवधान)<br />

ी महे चौधर (नावां): उपा य महोदय, कभी कोई खड़ा हो जाता है, कभी कोई<br />

खड़ा हो जाता है, पहले ितवाड़ जी खड़े हो गये अब आप खड़े हो गये, फर हम भी खड़े हो<br />

रहे ह।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): महे जी, म आपको ड टब नह ं कर रहा हं। ू मेर<br />

न आपको ड टब करने क मंशा है, म तो आसन से के वल इतना ह ( यवधान)<br />

ी उपा य<br />

: डॉ0 जते िसंह जी बैठे ह।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): डॉ. जते िसंह जी ह, बहत ु अ छ बात है, भरत<br />

िसंह जी ह, बहत ु अ छ बात है, ले कन म सोचता हं ू क इस वभाग के जतने अिधकार<br />

ह गे जब बजट पर ड कसन होगा तब भी व त वभाग के अिधका रय को कोई<br />

आव यकता नह ं इस बजट को सुनने क । यह<br />

थित हमने तो 30 साल म कभी नह ं देखी<br />

जो इस बार इस तेरहवीं वधान सभा म जस तरह से ये अिधकार इसको ह के पन म लेकर<br />

सोचते ह क हम शायद यहां कोई फालतू क बात बोलते ह या कोई तक क बात नह ं<br />

बोलते। कृ पा करके आसन अगर यव था करा सके तो जो अिधकार ह, जो इससे संबंिधत<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(55)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ह, ज ह ने बजट बनाया है, हमारे बजट के कु छ सुझाव ह गे तो उसका कोई लाभ िमलेगा<br />

जवाब के समय। नह ं तो वे िलखा-पढ़ा दगे जो बोल दगे।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय महे जी चौधर ।<br />

ी महे चौधर (नावां): माननीय उपा य महोदय, राज थान के लोक य मु यमं ी<br />

अशोक जी गहलोत ने कल इस सदन म बतौर व त मं ी इस तेरहवीं वधान सभा का जो<br />

चौथा बजट पेश कया उस बजट के समथन के िलए म खड़ा हआ ु हं। ू<br />

बजट पहले भी पेश<br />

होते थे, बजट अब भी पेश हआ ु है, ले कन इस राज थान के इितहास म जस कार का<br />

बजट कल पेश कया गया है उसक पूरे राज थान के अंदर शंसा हो रह है। हमारे सारे<br />

समाचार-प म चाहे संपादक य हो या अ य मा यम से सभी जगह इस बजट क भू र-भू र<br />

शंसा हो रह है। माननीय मु यमं ीजी ने इस बजट के अंदर उस कमजोर वग का वशेष<br />

प से यान रखा है जो इस समाज का अंितम छोर पर बैठा हआ ु य हो, चाहे आ दवासी<br />

हो और चाहे कसान हो या अ य लोग हो सभी को यान म रखते हए ु यह बजट पेश कया<br />

गया है। इस बजट के वाद- ववाद म प और वप म जो चचा होगी उसम म सबसे पहले<br />

माननीय सदन के नेता को, हमारे मु य सचेतक रघु शमा जी को ध यवाद य त करना<br />

चाहंगा ू क मुझे थम व ता के प म उ ह ने बोलने का अवसर दया है और वप के<br />

लोग ह उनका आज तक बजट हो चाहे गवनर अिभभाषण का हो, कभी भी आप उठाकर देख<br />

ल इ ह ने पहली बार जीतकर आये कसी भी य को इस सदन म थम व ता के प म<br />

बोलने का मौका नह ं दया है और वशेष प से जो गांव से, जो थम बार जीतकर आये ह<br />

उनको तो ला ट क पं म बठा रखा है, उनका न बर आएगा रात को 11 बजे या लेट<br />

नाइट के अंदर तब उनको 5-10 िमनट बोलने का मौका िमलेगा। इससे पहले क सरकार म<br />

जो बजट बनते थे वे महल के कं गूर पर बजट बनते थे, यह पहला बजट बनाया गया है<br />

यह कसान क झ पड़ म, गर ब के घर म बजट बनाया गया है। इसीिलए इस बजट क<br />

शंसा पूरे देश के अंदर हो रह है।<br />

माननीय उपा य महोदय, इस बजट के अंदर हर वग का यान रखा गया है। म सबसे<br />

पहले िच क सा पर आना चाहंगा। ू<br />

पर सबसे पहले िच क सा का ज<br />

िच क सा के अंदर आपने देखा क मु यमं ीजी ने बजट<br />

कया। मु यमं ी िन:शु क दवा वतरण योजना, यह इस<br />

कार क योजना है जसको शहर से जीतने वाला वधायक या शहर से जीतकर आने वाला<br />

माननीय सद य उतनी गंभीरता से नह ं ले सकता जतना गांव से आने वाला, ामीण े<br />

से आने वाला माननीय सद य या गांव म रहने वाले लोग बहत ु अ छ तरह से समझ<br />

सकते ह। जस गर ब य को दवा नह ं िमलती थी, बीमार होने के बाद उसके पास म<br />

पैसा नह ं होता था, आज भी दवा क दकान ु पर जहां डा टर को दखाता है डा टर दवा िलख<br />

देता है और आराम से दवा लेकर आ जाता है इस<br />

कार क जो िन:शु क दवा वतरण<br />

योजना है जसम दो लाख लोग को इस राज थान के अंदर अब तक पूरा फायदा िमल चुका<br />

है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(56)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

दसरा ू मु यमं ी सहायता कोष और जीवन र ा कोष योजना। इस योजना के अंदर भी<br />

राज थान क जनता, राज थान क गर ब जनता को इस योजना के अंदर काफ फायदा िमल<br />

चुका है। मु यमं ी ामीण बीपीएल आवास योजना, इसम 10 लाख मकान बनाने क योजना<br />

है। माननीय मु यमं ीजी ने पूरे देश म उन गर ब बीपीएल लोग के िलए जो योजना ारंभ<br />

क है उसक भी पूरे राज थान म बहत ु शंसा हो रह है। िशशु जननी सुर<br />

ा योजना, यह<br />

इस कार क योजना है जसका फायदा वशेष प से गांव और ढा णय के अंदर रहने वाली<br />

उन गर ब औरत को िमल रहा है जो सव के व त हो<br />

म हो<br />

पटल नह ं आ सकती, उनके पास<br />

पटल का कराया नह ं होता था। आज सभी जगह 108 ए बुलस रख द गई ह और<br />

जहां पर 108 ए बुलस नह ं िमलती हो ाइवेट गाड़ के अंदर भी वे हो<br />

पटल के अंदर आ<br />

सकती ह उसका कराया भी सरकार दे रह है। शहर म रहने वाली उस म हला को हजार<br />

पया दे रहे ह और ामीण<br />

े म रहने वाली म हला को 1400 पया दे रहे ह। यह सरकार<br />

का बहत ु ह उ लेखनीय काय िच क सा के अंदर हो रहा है। 3 लाख 70 हजार म हलाओं को<br />

इस योजना के अंतगत अब तक लाभा<br />

वत कया जा चुका है।<br />

अ य योजनाओं म राज थान के मु यमं ीजी ने इस बजट म राज थान लोक सेवाओं<br />

क गारंट दान अिधिनयम 2011 को जसम अब तक 31 लाख 10 हजार आवेदन ा त हए ु<br />

उनके अंदर 30 लाख 33 हजार का िन तारण हो गया उससे आप जान सकते ह इस योजना<br />

का कतना फायदा देश क जनता को िमल रहा है।<br />

बजट म म हलाओं, युवाओं, अ पसं यक, ओबीसी, एसबीसी, कसान एवं आिथक प से<br />

कमजोर वग का वशेष<br />

प से यान रखा गया है। िच क सा के अंदर 3 हजार सब सटर<br />

खोले जाएंगे। हर वधायक को 15-15 गांव के अंदर सब सटर िमलने का मौका िमलेगा, जहां<br />

वे चाहगे वहाँ सब सटर खोल सकगे। वहां एएनएम बैठेगी। यह फायदा गांव और ढा णय म<br />

रहने वाले उन लोग को िन<br />

एक हजार पीएचसी खोलने का<br />

त प से इस योजना के मा यम से िमलेगा।<br />

ावधान रखा है। 25 पीएचसी को सीएचसी के अंदर<br />

मो नत करने का रखा है और एक हजार के कर ब शै याओं क वृ इस बजट के अंदर<br />

माननीय मु यमं ीजी ने रखी। 100 शै या वाले अ पताल म यू बोन टे बलाइजेशन यूिनट<br />

शु क गई उससे भी जनता को काफ फायदा होगा। दसरा ू म हलाओं और पु ष का जो<br />

अनुपात देश म घटता जा रहा है, हजार के ऊपर 812 म हलाओं का जो ितशत आ रहा<br />

है।<br />

Skp/<strong>usc</strong>/27.03.2012/13.30/1q<br />

उसको देखते हए मु य ु मं ी जी ने िलंग पर ण के अ दर रा य तर य टा क फोस<br />

का गठन कया है और कह ं पर भी इस कार का य िलंग पर ण कराता हआ पाया ु<br />

जाता है और जो सूचना देने वाला होता है उसको एक लाख पये का पुर कार इस सरकार ने<br />

घो षत कया है। एनआरएचएम के तहत 21 हजार िनयिमत पद सृ जत कये ह, एक हजार<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(57)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

एएनएम के पद और 3 हजार उप वा य के जो खुलगे उनम भी एएनएम के पद सृ जत<br />

करने क सरकार क योजना है। संतानह नता, अगर कसी भी प रवार म कसी य के<br />

संतान नह ं होती है तो उसके बहत ु सोच का वषय होता है। उसके िलए भी मु य मं ी जी<br />

ने हर जले के अ दर फ टिलट<br />

देकर उसको भी एक अ छ रािश देने का ावधान रखा है।<br />

लिनक कह ं पर नह ं है तो एक करोड़ पये क रािश<br />

पी.ड यू.ड . के अ दर जो नरेगा योजना पहले भारत के अ दर, अगर पूरे<br />

देश के<br />

अ दर लागू है, राज थान के अ दर लागू है उस नरेगा योजना का सबसे बड़ा फायदा गांव म<br />

रहने वाले, ढाणी म रहने वाले उस गर ब मजदर को िमला है जसको पहले बाहर काम करने<br />

ू<br />

जाना पड़ता था। अब नरेगा योजना के अ दर वो मजदर ू सुबह काम करने जाता है, शाम को<br />

वापस आ जाता है। इससे सड़क अ छ चौड़ हो ग और गांव के लोग को फायदा िमल<br />

गया। उनक मजदर ू भी अभी हाल ह म द ली सरकार ने जो पहले 119 पये थे उसको<br />

133 पये कर दया है। नरेगा सड़क जो बन ग उन सभी सड़क को जो 250 से 500 तक<br />

क आबाद क सड़क ह उनका डामर करण कराने का सरकार ने िनणय िलया है वह वा तव<br />

म बहत ु वागत यो य िनणय है। रा य माग के सु ढ़ करण के िलए भी 250 करोड़ पये<br />

का ावधान रखा गया है। 16 मेगा हाइवे बजट के अ दर स शन कये गये ह और इन पर<br />

3590 करोड़ का पैसा खच होगा। म मु य मं ी जी को ध यवाद देना चाहंगा ू क इन 16<br />

मेगा हाइवे म दो मेगा हाइवे मेरे वधान सभा<br />

े नावां के अ दर भी दये ह जनम<br />

जयपुर-जोबनेर-कु चामन-नागौर-फलौद के अ दर पहला मेगा हाइवे और कोटपूतली-<br />

नीमकाथाना-सीकर-कु चामन के अ दर दसरा ू हाइवे जो स शन कये ह उनके िलए भी म<br />

माननीय मु य मं ीजी का बहत ु -बहत ु आभार कट करना चाहंगा। ू पड़ौसी रा य को जोड़ने<br />

के िलए 500 कलोमीटर क सड़क का ावधान रखा गया है। मु य जला सड़क को चौड़ा<br />

करने के िलए हो चाहे दघटना ु संभा वत े को चौड़ा करने के िलए हो चाहे बरसात के<br />

अ दर जो रा ता खराब हो जाता है उसका भी इसके अ दर काफ ावधान रखा गया है।<br />

ऊजा के<br />

े म अभी मेरे से पहले जो झोटवाड़ा से आने वाले माननीय सद य बोल रहे<br />

थे उनको म काफ देर से सुन रहा था। कजा, कजा, कजा, खाली कज के अलावा इस बजट<br />

के अ दर जतना ावधान कया गया है उसका इ ह ने कसी कार का कोई ज नह ं<br />

कया। थोड़ा सा ऊजा का ज र इ ह ने ज कया है। हमारे माननीय ऊजा मं ी जी डा टर<br />

जते जी साहब यहां पर बैठे ह, 1998 के अ दर कां ेस क सरकार थी, 2003 के अ दर<br />

आपक सरकार थी और अब फर वापस 2008 के अ दर कां ेस क सरकार आई। उ पादन<br />

कतना हआ ु है आंकड़ को उठाकर देख लो, आप लोग खुद पता कर लो, कां ेस ने उस<br />

व त भी 1750 मेगावाट बजली का उ पादन कया था और इन तीन वष के अ दर भी<br />

3800 मेगावाट बजली का उ पादन कां ेस सरकार कर चुक है। डा टर साहब, आपक<br />

सरकार ने भी कया ले कन आप तुलना कर लो क आपक सरकार ने जो पैदा कया वो<br />

950 मेगावाट पैदा कया और हमने 1750 मेगावाट तो उस सरकार म कया और 3800<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(58)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

मेगावाट इस सरकार म तीन साल म कर चुके ह। आप कसान नह ं ह, आपको कसान क<br />

परवाह नह ं ह, आपको कसान क िचंता नह ं है और आप कसान वरोधी रहे हो। आप<br />

हमेशा कसान वरोधी रहे हो और आपक सोच कसान के वरोध म रह है। आपने खाली<br />

पैसे वाले और धना य य<br />

य के सोचा है और जब भी आप लोग का बजट आता था तो<br />

आप लोग उसम पैसे वाले और धना य लोग के िलए सोचकर बजट म ावधान रखते थे<br />

और कसान के िलए आपका कसी कार का बजट नह ं आता था। अगर आप लोग को<br />

कसी कार क िचंता है, अगर कोई इसके िलए कहना चाहता है, हमारे भूलाल जी सैनी भी<br />

पछली बार सरकार के अ दर िमिन टर थे, वो भी यहां पर बैठे ह, हम भी यहां पर कसान<br />

के बेटे के प म उप थत ह, राज थान के लोक य मु य मं ी जी ने जो बजट पेश कया<br />

है वो भी एक कसान के बेटे ह और कसान के हत का यान रखते हए उ ह ु<br />

ने जतने<br />

ावधान इस बजट के अ दर कये ह वो उ लेखनीय है। अभी बजट के अ दर ऊजा के<br />

अ दर जो 400 के वी के ि ड सब टेशन चाहे जयपुर (उ तर) तथा उदयपुर म था पत<br />

कये जाएंगे तथा 132 के वी के 53 जीएसएस जसम 28 चालू एवं 25 नये ह गे, 33 के वी के<br />

200 सब टेशन बनाये जाएंगे, यह बहत बड़ उपल ध<br />

ु है। माननीय मु य मं ी जी ने, ऊजा<br />

मं ी जी ने इस<br />

े म गांव म रहने वाले कसान को, आज 70 ितशत लोग गांव म रहते<br />

ह, 70 ितशत लोग बजली के ऊपर आधा रत ह और उस बजली क सोच तो इस सरकार<br />

ने बनते ह अपने आप म सोच ली थी क जब सरकार बनने के साथ म जयपुर म एक<br />

बहत बड़ा स मे<br />

ु<br />

लन हआ था तो माननीय सोिनया गांधी जी उस स मेलन के अ दर आ थीं<br />

और माननीय मु य मं ी जी ने घोषणा कर द थी क इस देश के अ दर कसी भी कार<br />

क<br />

थित हो ले कन कसान का 5 साल के अ दर बजली का बल नह ं बढ़ाया जाएगा यह<br />

एक बहत बड़ा ऐितहािसक फै सला कसान के हक म रहा है। आज भी इन तीन साल के<br />

ु<br />

अ दर कर ब 2 लाख लोग को कृ ष व ुत कने शन दया जा चुका है, कर ब 13 लाख लोग<br />

को घरेलू कने शन दए जा चुके ह और 1983 गांव और 15 हजार ढा णय का व ुतीकरण<br />

कर दया गया है। यह गांव के अ दर इस सरकार का सोच कट करती है क कस कार<br />

क गांव के ित इस सरकार क सोच है। राजीव गांधी ामीण व ुतीकरण योजना, 2012<br />

के अ दर 300 से अिधक जनसं या के गांव और ढा णय को जोड़ दया गया है और इस<br />

साल के अ दर 100 से कम आबाद क 67 हजार के कर ब ढा णय को जोड़ दया गया है<br />

और 60 हजार के लगभग ढा णयां इस बजट के अ दर जुडेगी। चाहे पवन ऊजा नीित हो,<br />

चाहे सौर ऊजा नीित हो, इसके िलए भी सरकार बहत गंभीरता से काय कर रह है। ऊजा<br />

ु<br />

े के अ दर 12726 करोड़ का ावधान रखा गया है जो इस देश क वा षक योजना का<br />

38.4 ितशत है, यह म उपा य महोदय, आपक मौजूदगी के अ दर कहना चाहता हं। ू<br />

सामा जक याय के अिधका रता वभाग के अ दर पहले 8 वष क आयु होने के बाद ह<br />

उस िन:श त य को पशन िमलती थी ले कन मु य मं ी जी ने उसक भावना समझी<br />

और 8 वष से कम आयु का जो िन:श त य है उसको भी 250 पये पशन के कर दये<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(59)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

और यह भी बहत ु अ छा काय इस सरकार के बजट म हआ है। चाहे पोिलयो करे शन<br />

आपरेशन हो, चाहे मोटराइ ड ाईिसकल हो, उसके अ दर भी गर ब लोग का वशेष प से<br />

इस बजट म यान रखा गया है। िनराि त स बल योजना हो, एससी के छा ावास का<br />

िनमाण हो, एससी के छा ावास के िलए और एससी के छा -छा ाओं के िलए वशेष प से<br />

इस बजट के अ दर जगह-जगह जो 9 से 12 तक जो छा -छा ाएं पढ़ रहे ह उनको<br />

क यूटर, सी.ड ., इंटरनेट के मा यम से उनको अं ेजी और ग णत वषय का वशेष प से<br />

अ ययन कराया जाएगा। जयपुर म एक छा के िलए, दो छा ाओं के िलए, सात शहर के<br />

अ दर छा ाओं के िलए छा ावास का िनमाण करने का इस सरकार ने बजट म ावधान रखा<br />

है। य<br />

गत लाभ क योजनाएं भी इस सरकार ने वशेष प से रखी है।<br />

अ पसं यक समुदाय के िलए पछले बजट म भी वशेष<br />

और इस बजट के अ दर भी अ पसं यक समुदाय का वशेष<br />

प से यान रखा गया था<br />

प से यान रखा गया है।<br />

500 क यूटर पैरा ट चर हो चाहे 3500 िश ा सहयोिगय क भत हो, वो भी इस बजट म<br />

रखा गया है। बािलका छा ावास जयपुर, कोटा, अजमेर और इस वष उदयपुर, जोधपुर,<br />

भरतपुर और बीकानेर हज हाउस के िलए दो करोड़ पये का भी ावधान रखा गया है।<br />

पंचायती राज के अ दर भी मु य मं ी<br />

ामीण रोजगार योजना जो ार भ क गई है<br />

इस योजना से एक लाख पये तक क वा षक आय वाले प रवार के युवक-युवितय को<br />

िश<br />

त कर रोजगार उपल ध कराने का एक अवसर दया जाएगा, यह भी सरकार का बहत ु<br />

उ लेखनीय काय है।<br />

आई.ट . के अ दर बात आती है तो राजीव गांधी सेवा के क । हमारे दसरे लोग जब<br />

ू<br />

राजीव गांधी जी का नाम सुनते ह तो पता नह ं उनके दमाग म कस कार क बात आती<br />

है। राजीव गांधी खाली एक पाट के नेता नह ं थे, राजीव गांधी इस देश के महान धान मं ी<br />

थे और उन राजीव गांधी जी ने 18 साल के नौजवान को वोट का अिधकार दया था। उन<br />

राजीव गांधी जी क यह सोच थी क गांव और ढाणी म रहने वाले य को वो सार<br />

सु वधाएं उपल ध हो सके जो शहर म रहने वाले य को उपल ध होती ह। उ ह ं के नाम<br />

पर इस सरकार ने आई.ट . के खोले ह। 10-10 लाख पये के आई.ट . भवन बनाये ह<br />

उनका अब व तार होगा ता क उस व तार म कृ ष और राज व से स ब<br />

धत जो भी काय<br />

ह उनका भी फायदा िमलेगा। कृ ष और राज व के अलावा पंचायत सिमित तर पर कृ षक<br />

के िलए िश ण काय भी ारंभ कया जाएगा और उसके िलए आई.ट . के का बहत बड़ा ु<br />

मह व होगा। येक ाम पंचायत को एक क यूटर दया जाएगा ता क हर बेरोजगार य<br />

वहां पर रोजगार क पूर जानकार ा त कर सके । उसके अलावा इस सरकार ने क तान<br />

और मशान घाट क चारद वार के िलए, छाया के िलए, पानी के िलए एक वशेष ावधान<br />

रख दया है।<br />

Vkj/<strong>usc</strong>/27.03.2012/13.40/2a<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(60)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उसम 10 ितशत ह सा गांव वाले जमा कराते ह तो 90 ितशत ह सा अनुदान रािश<br />

के प म दया जाता है। यह भी सरकार ने एक ावधान रखा है।<br />

कृ ष के अ दर इस सरकार ने खर फ और रबी म बुवाई के समय जो ड एपी और अ य<br />

उवरक क मांग रहती है, उसके िलए उ ह ने पहले से ावधान कर दया है क 2.50 मै<br />

टन ड .ए.पी., दो लाख मै क टन एस.एस.पी., 50,000 मै क टन का ले स उवरक और<br />

एक लाख मै<br />

दया है।<br />

क टन यू रया का राजफै ड के मा यम से अि म भ डारण इस सरकार ने कर<br />

कृ ष महा व ालय, कृ ष िश<br />

इस सरकार ने जो पहले<br />

ा को बढ़ावा देने के िलए, म हलाओं को बढ़ावा देने के िलए<br />

ो साहन रािश होती थी, उसको बढ़ा दया है। बी.एससी. और<br />

एम.एससी. वाली छा ाओं को 5,000 से 10,000 पये कर द है ो साहन रािश, पी.एचड .<br />

करने वाली छा ाओं को 10,000 से 15,000 पये इस सरकार ने कर दये ह।<br />

बूंद-बूंद िसंचाई, पानी क कमी क ग भीरता को देखते हए ु देश के मु य मं ीजी<br />

िचंितत थे। उ ह ने िसंचाई म यादा पानी वे ट नह ं हो, इसके िलए बूंद-बूंद िसंचाई क जो<br />

योजना है, उसम 90 ितशत अनुदान देने का एक ावधान कया है जसके अ दर रा य<br />

सरकार के 190 करोड़ पये खच ह गे। फ टगेशन आधा रत<br />

क<br />

प िसंचाई म भी 25 करोड़<br />

पये का ावधान कया गया है। कृ ष पयवे क और सहायक अिधका रय के भी कर ब<br />

750 नवीन पद सृ जत कये ह। सहका रता म भी एक साथ अगर कसान पूरा ऋण चुका<br />

देता है तो उसका पूरा याज माफ हो जायेगा। इस कार का भी सरकार ने यान दया है।<br />

म इस सदन म माननीय उपा य महोदय, हमारे माननीय मु य मं ीजी से और कृ ष<br />

मं ीजी से िनवेदन करना चाहता हं ू, म अपना एक सुझाव रखना चाहता हं। ू म जस जले से<br />

आता हं ू नागौर जला, नागौर जले म पहले तीन साल से कम उ के बछड़े, जनको कसान<br />

एक आजी वका के<br />

प म रखता था, ले कन इस पछली सरकार ने, उ ह ने यह िशकायत<br />

क , गुमानमल लोढ़ा क एक कमेट बठाई और उसके अ दर आरोप लगाये क ये बैल बाहर<br />

जाते ह, वह कटने के िलए जाते ह। म य देश जाये, चाहे आ<br />

देश जाये, चाहे यू.पी. म<br />

जाये, यहां पर चावल क खेती होती है और चावल क खेती के िलए पानी भरा हआ ु रहता है,<br />

उसम ै टर चल नह ं सकते ह, उसके अ दर एह बछड़े ह काम आते थे ले कन इ ह ने जो<br />

गुमानमल लोढ़ा क कमेट बैठाकर इन आर.एस.एस. और बजरंग दल ने सु ीम कोट के<br />

अ दर एक रट लगा द क इनक ह या होती है तो इसिलए म सरकार से आपके मा यम<br />

से िनवेदन करना चाहता हं क इस ू<br />

पर जो रोक लगाई गई है, उस रोक को इन पर से<br />

हटाया जाये ता क नागौर जले के उन कसान को, जनक आजी वका का ये साधन था,<br />

उनको बछड़ को वह वापस पालने का मौका िमल सके , यह भी इस सदन के मा यम से<br />

मेर मांग है।<br />

दसरा ू , रबी क फसल क कटाई हो रह है। कसान को अपनी फसल का उिचत दाम<br />

िमल सके , उसके िलए समथन मू य घो षत कर रखा है। आज चना, सरस , जौ, गेहं ू, मसूर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(61)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

के अ दर समथन मू य घो षत है ले कन याज और मैथी को भी इसके अ दर शािमल<br />

कया जाये य क मेरे इलाके कु चामन िसट के अ दर जो याज होता है, वह पूरे भारत के<br />

अ दर फे मस है इसिलए उसको भी स<br />

मिलत कया जाये।<br />

दसरा ू , पेयजल योजना के िलए म वशेष प से इस सदन के अ दर माननीय मु य<br />

मं ीजी का आभार कट करना चाहंगा। ू<br />

जस सदन म म बार-बार कहता था क मेरा वधान<br />

सभा े नावां, जो नमक क नगर से जाना जाता है, पूरे भारत म सबसे यादा नमक<br />

उ पादन गुजरात म होता है और उसके बाद म नावां के अ दर होता है। नावां के अ दर<br />

खारा पानी, लोराइड का पानी है। बीसलपुर का पानी लाने के िलए म पूर तरह से यासरत<br />

था। कल क बजट घोषणा के अ दर माननीय मु य मं ीजी ने बीसलपुर का पानी नावां लाने<br />

के िलए उसम 125 करोड़ पये वीकृ त कर दये, उसके िलए म बहत ु -बहत ु आभार और<br />

उनका ध यवाद कट करना चाहंगा। वैसे ह मु य<br />

ू मं ीजी ने चाहे नागौर िल ट प रयोजना<br />

का पानी हो, उसको भी सैक ड फे ज के अ दर वीकृ त कर दया है, और भी पूरे देश के<br />

अ दर इस योजना का पूरा यान म रखा है।<br />

झोटवाड़ा से आने वाले माननीय सद य अभी बार-बार कह रहे थे, बड़े िचंितत हो रहे थे<br />

क कस कार का बजट है, कस कार लोग इसको कहगे। घोषणाएं पूर होगी या नह ं<br />

होगी हम उनके ऊपर नह ं जाना चाहते, िन त प से ये घोषणाएं पूर ह गी। आपक<br />

सरकार क नेता नह ं ह। यह राज थान के मु य मं ी अशोक जी गहलोत क सोच है जो<br />

उ ह ने घोषणा क है, जो यह बजट पेश कया है, वह बजट क घोषणा िन<br />

त प से पूर<br />

होगी, उसक घोषणा पूर होगी, यह हम आपको इस सदन के अ दर कहना चाहते ह। आपके<br />

समय के अ दर कस कार, या- या घोषणाएं हई ु थी। अगर आप वह देखना चाह तो मेरे<br />

पास म सूची है। एक पानी पानी क योजना के िलए म आप लोग को बता देना चाहता हं ू<br />

शोट के अ दर, जो घोषणाएं आपके समय के अ दर पानी के िलए कस कार से घोषणाएं<br />

हई ु थीं , वह आप लोग क 16 घोषणाएं इस कार क ह, अगर कोई माननीय सद य मांगना<br />

चाह तो म सूची मेज पर रख सकता हं और वह ू<br />

16 घोषणाएं आप लोग ने दिनया ु को,<br />

जनता को गुमराह करने के िलए इस सदन के अ दर बजट स के अ दर रखीं और 16 क<br />

16 पूरे पाँच साल के अ दर आप लोग से या वत नह ं हो सक , यह आप लोग क<br />

सबसे बड़ उपल<br />

ध रह है।<br />

िन:शु क दवा के साथ-साथ पशुपालन के अ दर पशुओं क दवा को आपने मु त कर द ,<br />

वह एक बहत बड़ा फै सला<br />

ामीण जनता को राहत<br />

देने वाला रहा है, उसके िलए भी हम<br />

आपका बहत ु -बहत ु आभार कट करना चाहते ह। 400 नवीन पशु उप के आप लोग<br />

खोलगे या खोलने का ावधान रखा है, 200 अ पताल को<br />

मो नत करने का ावधान रखा<br />

है, उसके िलए भी सरकार ने जो बजट के अ दर मु य मं ीजी ने ावधान रखा है, उसके<br />

िलए भी हम उनके बहत ु -बहत ु आभार ह।<br />

दसरा ू , म कहना चाहंगा ू आज सुबह जब सदन चल रहा था, उदयपुर ामीण से आने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(62)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वाले माननीय सद य कह रहे थे, म कई बार बोलते हए ु उनको देखता हं ू, उनको बहत ु पीड़ा<br />

होती है, आज तो उ ह ने उदयपुर शहर से आये हए<br />

िश<br />

क क बात कहते हए यह कहने<br />

ु<br />

ामीण के िलए, आज तो वे बड़े<br />

लगे क इितहास के अ दर म ऐसा कर जाऊं गा क<br />

कु छ नया हो जायेगा। हम लोग तो बड़े िचंितत हो गये थे क माननीय सद य या करने<br />

वाले ह। उनको पीड़ा होती है। कई बार वह अपने श द के मा यम से इस सदन के अ दर<br />

आंकड़े पेश करते ह, सांगानेर से आने वाले माननीय सद य आंकड़े पेश करते ह और आंकड़े<br />

पेश करके इस कार से सदन के अ दर लहराते ह कागज को क जस कार से लोग यह<br />

देखने वाले सोच क वा तव के अ दर पता नह ं इनक सरकार ने या कर दया हो और<br />

आने वाली सरकार<br />

या कर रह है। मुझे याद है उनके श द, जब सरकार के अ दर यह<br />

पहला बजट पेश हआ ु था, उस समय आप वहां पर बोलने के िलए खड़े हए ु थे।<br />

2008 के<br />

अ दर कां ेस को कतने वोट िमले और भारतीय जनता पाट को कतने वोट िमले आंकड़े<br />

पेश कये ले कन आंकड़ के जाल म हम नह ं जाना चाहते। उस समय 39 ितशत वोट<br />

भारतीय जनता पाट को िमले थे और 35 ितशत वोट कां ेस को िमले थे ले कन आपने जो<br />

आंकडे़ बताने का काम कया है, जस<br />

कार से बोड ल वेज और लहजा आप लोग ने<br />

दखाने का इस वधान सभा के अ दर एक तर का अपनाया, उसको देखते हए हम उस तर के<br />

ु<br />

म नह ं जाना चाहते, ले कन हम इतनी सी बात कहना चाहते ह, उस समय भी आप लोग<br />

कहते थे 1998 के अ दर जस अशोक जी गहलोत ने, जस कां ेस सरकार ने उस समय भी<br />

11 मह ने तक इस अकाल का सामना कया था। आप कहते थे क द ली म अशोक जी<br />

गहलोत भीख मांगने गये ह, भीख का कटोरा लेने गये ह। चाहे भीख मांगो या कसी भी<br />

कार क राहत मांगो, इस<br />

देश क जनता के िलए अशोक जी गहलोत ने उस समय<br />

आपक सरकार होते हए भी पूरे पाँच साल तक सरकार चलाई थी और आज भी पूरे पाँच<br />

ु<br />

साल तक सरकार चल रह है और कल दावे के साथ उ ह ने आपको इस कार से कह दया<br />

है बजट के बाद क अगली सरकार भी कां ेस क आयेगी, यह भी माननीय मु य मं ीजी ने<br />

आपको कह दया है। आप लोग के पास म कहने का कसी भी कार का कोई सामान नह ं<br />

है इस बजट के िलए, आप लोग ने यह कह दया, यह हमार वह घोषणा है, जो हमने<br />

घोषणा क थी तो आप लोग कहां गांव गये हए ु थे या, जब पाँच साल के अ दर आपक<br />

सरकार थी, आप लोग ने उसको पूर<br />

य नह ं क आप पूर कर लेते ता क आज हम<br />

कहने का मौका नह ं िमलता, आज कसी कार से और दसर बार उन घोषणाओं को वापस<br />

ू<br />

रपीट कया है। आप यह कहते थे, लोग भूख से मर रहे ह। अशोक जी गहलोत ने उस<br />

समय भी कहा था क लोग भूख से मरना तो दरू , म भूखे लोग को भूख से सोने नह ं दंगा ू ,<br />

यह अशोक जी गहलोत ने उस समय भी कहा था।<br />

िश ा के मामले म भी काफ भितयां क ं। आपने देखा, िश ा के मामले म म इसिलए<br />

कहना चाहंगा क आज िश<br />

ा क बात आ रह<br />

थी, व ाथ िम जो हमारे भी व ाथ िम<br />

ह, हमारे भी गांव के ह, हमारे भी भाई ह, हमार भी ब हन ह ले कन िश ा का जतना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(63)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बंटाधार आप लोग ने अपने कायकाल के अ दर कया, आज य ज रत पड़ अ छे िश<br />

को लगाने क , आप लोग क सरकार जब जा रह थी तो आप लोग ने झूठ वाहवाह लेने<br />

के िलए कू ल मो नत कर द ं, फ ते काट दये। िश क क भत आपसे नह ं हई और ु<br />

आज वह सैक ड ेड के िश क क भत हो रह है और आज थड ेड के िश क क भत<br />

हो रह है चाहे उद ू के िश क क भत हो रह है। 8,993 सैक ड ेड के िश क िनयु त हो<br />

चुक ह, 11,865 क<br />

या चालू है और 41,000 शु होने वाली है और 30,000 क कल<br />

मु य मं ीजी ने फर घोषणा कर द है। उद म चाहे ू<br />

क<br />

100 या याता हो, व र ठ अ यापक<br />

200 हो, चाहे थड ेड के 500 हो यानी 82,000 कू ल म िश क इस सरकार के अ दर<br />

भत करने का ावधान रखा गया है जो एक बहत ु ह उ लेखनीय काय है। इसके अलावा<br />

गांव म रहने वाले उन ामीण छा को ो साहन देने के िलए आठवीं कू ल म पढ़ रहे<br />

ब चे-ब<br />

चय के िलए जो लेपटोप क यव था क गई है। जो अ य लास के अ दर, 10वीं<br />

और 12वीं के अ दर जो मे रट म आने वाले 10-10 हजार लड़क को, छा -छा ाओं को जो<br />

लेपटोप देने क यव था क गई है...<br />

Jkj/<strong>usc</strong>/13.50/2b/27.3.2012<br />

िश<br />

यह इस देश क जनता के िलए, यह इस देश के ब च के िलए, यह इस देश क<br />

ा के िलए एक बहत ु उ लेखनीय काय और अ छा योगदान इस देश के अंदर शािमल<br />

होगा, यह भी म, माननीय उपा य महोदय, आपके मा यम से कहना चाहता हं। ू इसके<br />

अलावा म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू क खेल के अंदर एक इितहास रच दया है इस<br />

सरकार ने। खेलकर बाहर से जो खलाड़ आता था, कहता था गौरव के साथ क म<br />

राज थान का हं ू, चाहे वह अ तरा यीय तर पर हो, चाहे रा य तर पर हो और चाहे वह<br />

अपने रा य तर पर हो, उसक रािश जो है, म पाँच िमनट और बोलूंगा माननीय उपा य<br />

महोदय, उसक रािश दस गुना जो बढ़ा द , यह पूरे भारत के अंदर और भी टेट ह गे,<br />

ले कन यह पहला राज थान टेट ऐसा है जसके अंदर इस कार क रािश बढ़ाई गई है,<br />

उसके िलए माननीय मु य मं ीजी को बहत ु -बहत ु ध यवाद और आभार कट करता हं। ू खेल<br />

म युवाओं का यान रखते हए ु टे डयम का चाहे िनमाण हो, चाहे ज बूर के अंदर रा य को<br />

थम थान ा त हआ ु हो, उसके अंदर भी िन त प से माननीय मु य मं ीजी ने इन<br />

युवाओं का वशेष प से यान रखा है। शहर के लोग का भी यान रखा है, यह नह ं क<br />

खाली गांव-गांव के लोग का यान रखा है, शहर के अंदर भी शहर बीपीएल आवास योजना<br />

ार भ कर द है। शहर म शासन शहर के संग कै प लगने वाले ह, यह आरओबी बन रहे<br />

ह। 32 आरओबी पहले वीकृ त हो गये, 10 आरओबी कल वीकृ त हो गये और दस आरओबी<br />

के अंदर एक मेरे वधान सभा<br />

े नावां के अ दर जो आपने स शन कया है उसके िलए<br />

भी म आपका बहत ु -बहत ु आभार और ध यवाद कट करना चाहंगा। ू मै ो रेल प रयोजना,<br />

मै ो रेल प रयोजना इस कार क प रयोजना आ रह है उसको तार फ करनी चा हए सब<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(64)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

लोग को ले कन पता नह ं य नह ं करते ले कन देश क जनता आज मै ो ेन को देख<br />

रह है उसके िलए भी हम मु य मं ीजी का आभार कट करना चाहते ह। गृह के अंदर चाहे<br />

नफर म 60 बढ़ाये ह शहर म, चाहे ामीण म बढ़ाये ह , चाहे होमगाड म दस ितशत क<br />

वृ क हो, इस कार का काय जो है वह भी बहत ु उ लेखनीय ावधान बजट के अंदर रखा<br />

गया है। एक गांव के आने वाले, य क म खुद गांव का आदमी हं ू, गांव से आने वाले य<br />

को इस बजट के अंदर जो<br />

ावधान दया गया है, रा ते का अिधकार, पहले रा ते का<br />

अिधकार नह ं हआ ु करता था, एक य जब एक खेत के अंदर रहता था उसके पड़ौस का<br />

य जब उसका रा ता रोक देता था तो उसको बहत ु<br />

तकलीफ होती थी ले कन सरकार ने<br />

जो रा ते का अिधकार दे दया, उसके िलए भी म माननीय मु य मं ीजी का ध यवाद कट<br />

करना चाहंगा। ू जमाबंद क नकल, पहले एक पटवार को ढंढना ू पड़ता था जमाबंद क नकल<br />

के िलए ले कन अब जमाबंद क नकल के िलए पटवार को ढंढने ू क आव यकता नह ं है,<br />

अब आईट के के अंदर, जो राजीव गांधी सेवा के ह, उसम जो क यूटर लगाया जा<br />

रहा है उसके अंदर य जायेगा, अपने खसरा न बर बतायेगा और दस पये, बीस पये,<br />

जो भी चाज होगा, वह चाज वहां दे देगा तो िन त प से वह हाथ -हाथ जमाबंद क<br />

नकल िमल जायेगी जसके ऊपर तहसीलदार, पटवार के साइन कये हए ु ह गे। यह गांव के<br />

कसान के िलए, गर ब के िलए इस बजट के अंदर वशेष प से ावधान रखा गया है। 24<br />

नई तहसील हो, 6 अित र त तहसील हो, छह अित र त तहसील के अंदर मेरे कु चामन को<br />

भी नई तहसील के प म<br />

भी बीदासर को<br />

तहसील ह उनको भी<br />

मो नत कर दया गया है, मा टर भँवर लालजी बैठे ह, इनके<br />

मो नत कर दया गया है और और भी कई कार क लोग क जो उप<br />

मो नत कया गया है। पंजीयन के अंदर, जहां पर 2007 म कह ं भी<br />

पंजीयन चल रहा था, उस योजना से द पयोग ु और नाग रक के साथ म बड़ -बड़ धोखाधड़<br />

हो रह थी, अब मु य मं ीजी ने<br />

मो नत कर दया है अंशकािलक उप पंजीयक को<br />

पूणकािलक कायालय म खोल दया गया है, इसम मेरे कु चामन को भी खोल दया गया है,<br />

उसके िलए भी म उनका बहत ु -बहत ु आभार कट करता हं। ू म हलाओं का भी इसके अंदर<br />

वशेष<br />

प से यान रखा गया है चाहे आंगनबाड़ कायकता हो, चाहे सहाियका हो, चाहे<br />

सािथन हो, चाहे आशा सहयोगी ह , उनके मानदेय के अंदर दस ितशत वृ इस बजट के<br />

अंदर क गई है। उ च िश<br />

ा के अंदर व व व ालय, कतने व व व ालय खोल दये, आप<br />

लोग ने अपनी सरकार के अंदर कतने व व व ालय खोले ह गे, आप लोग को भी अ छ<br />

तरह पता है, हम भी अ छ तरह पता है, ले कन कल क घोषणा के अंदर, उदयपुर म<br />

राजीव गांधी<br />

ाइबल व व व ालय, सीकर म शेखावाट व व व ालय, अलवर म म य<br />

व व व ालय, भरतपुर म ज व व व ालय, जोधपुर म सरदार पटेल पुिलस और सुर ा<br />

व व व ालय और जयपुर के अंदर प का रता और संचार व व व ालय, यािन सात-सात<br />

व व व ालय इस बजट के अंदर खोले गये ह, यह भी माननीय उपा य महोदय, म आपको<br />

कहना चाहंगा। ू शासन गांव के अंदर कै प लगे ह, उसके अंदर भी इस जनता को िन त<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(65)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

प से फायदा होगा, इसके िलए भी सरकार ने पूरा ावधान कर दया है। इसके अलावा म,<br />

माननीय उपा य महोदय, आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू, यह कहना चाहता हं ू, म अभी<br />

देख रहा था, बजट सेशन से पहले, सांगानेर से आने वाले सद य यहां ह नह ं, उ ह ने कहा<br />

क इस सरकार के अंदर चौदह हजार मौत हो गई ह सड़क दघटनाओं ु के िलए, म उनसे<br />

पूछना चाहंगा ू क यह चौदह हजार का जो आंकड़ा है, या आपने कोई सूचना के अिधकार के<br />

तहत िलया है या उसके अंदर जो क ड़ -मकोड़े, जानवर मर रहे ह उनको भी आपने चौदह<br />

हजार के अंदर शािमल कर िलया है और उसको जनता को दखा रहे ह क चौदह हजार के<br />

आंकड़ पेश कर दये ह। यह इस कार से गुमराह, इस सदन के अंदर अस य आंकड़े नह ं<br />

पेश करने चा हए। वह भले ह व ान ह , भले ह कई बार जीत कर आये ह ले कन सदन<br />

के अंदर वह बात होनी चा हए, उ ह ने कह दया क यह सरकार समय से पहले ह जायेगी,<br />

हाई कोट का फै सला आने वाला है, सरकार अ पताल म है, जैसे अभी माननीय झ टवाड़ा से<br />

आने वाले सद य कह रहे थे क यह सरकार अ पताल के अंदर है और वह यह कह रहे थे<br />

क कां ेस को बीजेपी क चुनौती है, िसंहासन खाली करो, हमार बार है। यह आप लोग से<br />

हम कहना चाहते ह, भले ह हम पहली बार जीत कर आये ह, आप चाहे पाँच-पाँच बार जीत<br />

कर आये ह गे, आपका अनुभव कतना ह होगा, हमारा भी अनुभव कम नह ं है, यह जो<br />

देश क जनता है, इस जनता ने इस राज थान के मु य मं ी अशोकजी गहलोत क<br />

भावनाओं को, उनके कये जा रहे काय को बहत ु अ छ तरह देख रखा है और जो योजनाएं<br />

वह देश क जनता के िलए ला रहे ह, उन योजनाओं क या वित के बाद के अंदर हम<br />

आपको पहले भी कह रहे थे और आज भी कह रहे ह क 2013 के चुनाव के अंदर वा पस<br />

राज थान के अंदर कां ेस क सरकार आयेगी, यह हमारा दावा है। आप घमंड मत करो।<br />

आप घमंड के साथ म कहते हो, दादािगर के साथ म कहते हो, कहते हो, अभी सुबह बात<br />

चल रह थी जब कह रहे थे माननीय उदयपुर से आने वाले सद य, दो-दो हाथ कर लो,<br />

चू ़डयां नह ं पहन रखी है। यह शोभा नह ं देता है इतने पुराने य के िलए। हमारे जैसा<br />

नौजवान, भाई मदन जापत जैसा नौजवान अगर खड़ा होकर इस कार क बात कह दे तो<br />

फर भी समझ म आती है ले कन इतने पुराने और इतने बुजुग आदमी के िलए इस कार<br />

क बात शोभा नह ं देती। घमंड हर य को चूर कर देता है। घमंड के िलए म आपको<br />

कहना चाहता हं ू, पहले क सरकार के अंदर कले टर क मी टंग होती थी, माननीय मु य<br />

मं ी कले टर को डांट देती थीं, कले टर के दल का झटका आ जाता था, कले टर बाहर<br />

आकर रोने लग जाता था। ले कन अशोकजी गहलोत क सरकार के अंदर अगर मु य मं ी<br />

का ओएसड कले टर को कान म धीरे से कह दे क मु य मं ी आपसे नाराज है तो वह वह<br />

काम करेगा जो उनके कहने के बाद म होता, उनके इशारे म हो रहा है, यह पहले के मु य<br />

मं ी और इस मु य मं ी म फक है। घमंड के िलए म माननीय िसफ दो िमनट क एक बात<br />

और कहना चाहता हं। ू म यह कह रहा हं ू, हम यास करना चा हए, और इस बजट म<br />

माननीय मु य मं ीजी से कहना चाहगे, आपने कू ल खूब खोल दये, एक हजार कू ल खोल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(66)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

दये, छह सौ आपने कू ल<br />

मो नत कर दये, मांग भी करगे हम क सैक डर कू ल और<br />

सीिनयर हायर सैक डर कू ल इस बजट के अंदर और खुलने चा हए ता क हम जनता को<br />

उसका जवाब दे सक। हमारा जो बजट है, जो सब जगह बजट बढ़ रहा है, पािलयामट मे बर<br />

का बजट बढ़ रहा है, उस बजट के अंदर भी बढ़ो तर का<br />

िसंहजी, आप भी इसके िलए सहमत ह गे, यह इस<br />

ताव होना चा हए। य बाबू<br />

कार क बात भी हम रखगे ले कन<br />

बातचीत के ज रये कोई समाधान हो सकता है, घमंड से कोई कसी कार का समाधान नह ं<br />

हो सकता। घमंड के िलए म कहना चाहंगा ू , घमंड य को चूर कर देता है, घमंड ने<br />

भगवान को भी चूर कर दया था। गणेशजी महाराज बहत ु बड़े थे, शर र म<br />

ट-पु ट थे और<br />

गणेश, सुनो अब डा टर साहब जते िसंहजी, डा टर साहब जते िसंहजी, काशजी, एक<br />

िमनट आप, बस म दो िमनट कह कर बैठंगा ू , घमंड क बात के ऊपर म कहता हं ू क य<br />

को घमंड नह ं करना चा हए। गणेशजी बहत ु मोटे थे, गणेशजी को घमंड हआ ु और गणेशजी<br />

ने ( यवधान) हां, वह है, बता रहा हं ू, आप सुनो तो सह । गु ताजी, आप सुनो इस बात को।<br />

गणेशजी को घमंड हआ ु , गणेशजी घूमते-घूमते यह कहने लगे, म बड़ा, म बड़ा, म बड़ा, तो<br />

मां पावती ने यह बात सुन ली और मां पावती ने कहा, गणेशजी घमंड मत करो, आप काहे<br />

से बड़े, आप तो जो ह, आप काहे से बड़े। मां पावती ने कहा, तू काहे से बड़ा, तू मेर गोद म<br />

पडा। तो मां पावती कहने लेगी क म बड़ , म बड़ , म बड़ , तो िशवजी भगवान ने सुन<br />

िलया और िशवजी ने कहा क तू काहे से बड़ , तू तो मेर जटा म पड़ ।<br />

Lpm/<strong>usc</strong>/1400/2c/27032012<br />

तो िशवजी कहने लगे क म बड़ा, म बड़ा तो उस बात को पवत ने सुन िलया और पवत ने<br />

यह कहा क तू काहे से बड़ा, तू तो मेर गुफा म पडा। तो पवत कहने लगा म बड़ा, म बड़ा,<br />

म बड़ा, तो हनुमानजी ने सुन िलया और हनुमानजी ने कहा तू काहे से बड़ा, तू तो मेर<br />

हथेली म पडा। तो हनुमानजी कहने लगे म बड़ा, म बड़ा, म बड़ा तो उधर से भगवान राम<br />

िनकल रहे थे तो राम ने कहा तू काहे से बड़ा, तू तो चरण म पडा। तो राम कहने लगे म<br />

बड़ा, म बड़ा, म बड़ा तो उधर से लाल कृ ण आडवाणी और अपने अटल बहार जी िनकल<br />

रहे थे तो उ ह ने कहा तुम काहे के बड़े, तुम तो हमारे लफड़े म पड़े। इसिलए माननीय<br />

उपा य महोदय, म इतना कहना चाहंगा ू , आपने मुझे समय दया उसके िलए आपको<br />

ध यवाद।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय महे जी, कौनसी कताब म यह िलखा है, यह तो बता द जए।<br />

माननीय ी गुलाब च दजी कटा रया।<br />

ी हनुमान बेनीवाल (खींवसर): ...( यवधान)... खीवाराम सबसे बड़ा है, अभी तो वह<br />

बड़ा है जो मु य मं ीजी के , बताओ इतनी ह मत कर ली उसने। कतनी बड़ ह मत है<br />

उसक , दाग देनी चा हए उसक ह मत क ।<br />

ी उपा य<br />

: आपने बोलने क पच भेजी है या आपका नाम नह ं है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(67)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): माननीय उपा य महोदय, म आपके मा यम से<br />

िनवेदन करना चाहता हं ू क वा तव म यह बजट देखने म भी सु दर है और सुनने म भी<br />

सु दर है। ले कन इसके अंदर जब गोता लगाते ह तो इसम कई किमयां सामने आती ह और<br />

म आपके सामने, आप इसे ठ क करना चाहे तो कर, न कर तो भी आपक इ छा है। ले कन<br />

म आपको कु छ चीज यान म लाना चाहता हं ू क इतना बजट, जसने सुना उसको लगा क<br />

33 हजार 500 करोड़ का बजट िन त प से वकास क से वग उतारेगा और पहले<br />

भी इसके पहले वाला बजट भी, अब तक इस सरकार का यह चौथा बजट है। पहला बजट 18<br />

हजार करोड़ा का, उसके बाद 23 हजार करोड़ का, उसके बाद फर 28 हजार करोड़ का, 70<br />

हजार करोड़ पया अब तक अपन इस माच, 2012 तक लान बजट खच कर चुके ह। और<br />

यह 33 करोड़ और िमला दे तो 1 लाख 3 हजार करोड़<br />

पया का राज थान म कां ेस<br />

सरकार आने के बाद लान बजट हम पेश कर रहे ह। म बलकु ल साधारण आदमी हं ू, म<br />

बलकु ल गांव म घूमता हं ू, गांव का कोई भी अनपढ़ आदमी इस सरकार के ारा 70 हजार<br />

करोड़ पया लान का खच करने के बाद उसे यह अहसास हो जाए क वा तव म उसक जो<br />

मूलभूत आव यकताएं थी। उन मूलभूत आव यकताओं को इस सरकार ने पूरा कर दया है तो<br />

म इस बजट को सफल मानूंगा। बाक पया और पैस से जब तक जमीन पर चीज नह ं<br />

उतरती तब तक यह नह ं है। तो वा तव म इस बजट म इसको मूलभूत जमीन तक उतारने<br />

का य न अगर सरकार ने कया और उसम सफल हो गई तो िन<br />

त प से यह का बले<br />

तार फ है। इसम कोई दो राय नह ं है। ले कन हक कत जो अब तक बजट पेश हए ह। म ु<br />

आपके यान म लाना चाहता हं क ू<br />

11वीं पंचवष य योजना जो 2007 से लेकर 2012 तक<br />

पूर क है। उसम हमारा ल य था 71 हजार करोड़ का। उसक जगह हमने खच कया है 97<br />

हजार। 97 हजार हमने खच कया, जो ल य हमने तय कया था उसके ऊपर भी, म कसी<br />

और डो युमट से नह ं िनकाल रहा हं। ू जो डो युमट आपने मुझे दया है उसी डो युमट के<br />

आधार पर मने यह आंकड़े िनकाले ह क आपने जो वकास दर तय कया था 7वीं पंचवष य<br />

योजना का वह 7.4 तय कया था। अब यह 7वीं पंचवष य योजना पूर हो रह है इसी 31<br />

माच के दन और आपका जो टारगेट अचीव हो रहा है वह 6.1 के लगभग हो रहा है। 6<br />

ितशत आप टारगेट को पूरा कर पा रहे हो, वह नह ं कर पाये। िशशु मृ यु दर का जो ल य<br />

आपने इस 11वीं पंचवष य योजना म रखा 32 हम लाएंगे एक हजार पर। उसक जगह आज<br />

क तार ख म भी 55 है। मातृ िशशु मृ यु दर हम 141 पर लाएंगे एक हजार म से, वह आज<br />

क तार ख म 318 है। कु ल सा<br />

रता का ितशत हम 80 ितशत तक लाएंगे, सबसे दभा य ु<br />

क बात है क यह सरकार के दस साल के य न के बाद भी के वल 6 परसट सा<br />

जब क इसके पहले वाले 91 से लेकर के 2001 के बीच म 22 परसट राज थान क सा<br />

रता बढ़ ।<br />

बढ़ है। यह इस बात को इंिगत कर रह है क हम के वल हवा म उड़ रहे ह और धरातली<br />

पर जाने का<br />

यास नह ं कर रहे ह और अपने अिभमान म चूर है। कोई मेरे को बड़ा<br />

बताएगा, कोई उसको बड़ा बताएगा, आपने उस समय तय कया था 11वीं पंचवष य योजना<br />

रता<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(68)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म गर बी क जो सीमा लाएंगे वह 12 ितशत लाएंगे। आज क तार ख राज थान का जो<br />

गर बी ितशत है वह 22 से अिधक है। अब आप कहे क हम आपके बजट क तार फ कर<br />

ज र करगे ले कन हम इस बात को भी देख क जो पुरानी घोषणाएँ ह उनक<br />

या गित<br />

बनाई है आपने। वैसी गित इसक तो नह ं बनेगी आपने बहत ु बार कहा था, हमारे टाइम<br />

पर कहते थे रफाइनर करो, रफाइनर करो, अब तो द ली म आपक सरकार है और यहां<br />

भी आपक सरकार है फर या हो गया रफाइनर को पछले बजट म रफाइनर था या<br />

हआ ु उसका इस बार भी आप फर वह ं बात कर रहे हो भूिम अिध हण कानून लाएंगे, ले<br />

आये ना आ गया ना भूिम अिध हण कानून नह ं आया तो देख लेना एक बार पुरानी<br />

कताब को देखकर के । तीन वष म हम ज़ल का िनमाण करगे, कब से जब आप चुनाव<br />

का घोषणा प िनकाला ना तब से। अभी आपने िनकाला छह मह ने म कमेट रपोट देगी।<br />

तब तक तो आपका चुनाव आ जाएगा। ितवष एक लाख ामीण को रोजगार दगे, दे दया<br />

ना म इसीिलए यह कह रहा हं जो कु छ भी<br />

ू<br />

चीज़ सामने ह अ य पछड़ा वग, अनुसूिचत<br />

जाित और अनुसूिचत जनजाित वग के खाली पद को भरगे, भर दया<br />

या यह सार<br />

घोषणा पछले बजट क है। आपने कहा था 90 बी समा त करगे, कर दया, हआ<br />

सालभर म 90 बी समा त हो गया, जमीन का जो भी काम होना है, जो कं शन होना<br />

है, जो चीज होनी है, डवलपमट होना है वह तो बंद पडा है। ले कन अभी तक तो कानून नह ं<br />

आया ना पूरा साल िनकाल दया है, 31 तार ख तो कल परस आ जाएगी तो यह भी<br />

आपका नह ं बना। आपने पछले बजट म घोषणा क थी शीत लहर, ओलावृ<br />

या<br />

, बाढ़ आ द<br />

ाकृ ितक आपदाओं के समय उिचत मुआवजा देने क नीित बनाएंगे, बना द ना नीित बना<br />

देते तो यहां इतना हौ-ह ला नह ं करना पड़ता और अब आपको 200 करोड़<br />

वीकृ त नह ं करना पड़ता। नीित बन जाती तो अपने आप हो जाता। सा<br />

है। बहत भावी दर है छह ितशत सा<br />

पया ऐसे<br />

रता क भावी दर<br />

रता दर दस साल म बढाई और वा तव म हम जो<br />

जहां थे, उससे भी नीचे िगर गए। सभी तहसील म कॉलेज था पत करगे, कर दए ना यह<br />

घोषणा म आपक वयं क बता रहा हं। जवाहर लाल<br />

ू नेह शहर र युअल िमशन के तहत<br />

अजमेर, पु कर, जयपुर के वकास के िलए 09-10 म हम 544 करोड़ खच करगे। कब<br />

2009-10 म। आज हो गया या इसका हसाब दे देना मुझे बता देना क हमने कर दया।<br />

िच क सा क से आप येक ाम पंचायत तर पर एक ाथिमक वा य कायकता,<br />

एक एएनएम क िनयु तथा सभी ाम पंचायत म उप वा य के खोलने क घोषणा<br />

क थी जो अधूर है आज भी। ामीण<br />

े म सभी अ पताल म िच क सा, िच क सक एवं<br />

पैरामे डकल निसग टाफ के सभी पद को तुरंत भाव से िनयु त करने का आपने पछले<br />

बजट म कहा था, भर दए न अंतर रा य िसंचाई क<br />

से अंतर रा य समझौते के<br />

तहत रा य के ह से का पानी उपल ध कराने का दावा कया था जो पूरा नह ं हआ है। बाण ु<br />

गंगा, गंभीर, पारेला न दय का पानी का भरतपुर को तथा यमुना नद और गुडगांव नहर<br />

का पानी भरतपुर और अलवर जले को उपल ध कराने का वादा कया था, पूरा हो गया<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(69)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

या म इसिलए कह रहा हं क बजट म कह देना एक अलग बात है और उसक पूित<br />

ू<br />

कराने के िलए जस कार क मॉिनट रंग चा हए, जस कार क िचंता चा हए वह हमारे<br />

पास नह ं है। या तो हमारा शासिनक तं इतना कमजोर है क हम उसको काम म नह ं ले<br />

पा रहे ह। आपने कहा था कमचार क याण के िलए रा य कमचा रय को रयायती दर पर<br />

आवासीय कॉलोिनय के िलए जला तर पर भूिम उपल ध कराने का वादा कर दया ना हो<br />

गया पूरा, िमल गया या म एवं रोजगार म कहा था दस लाख युवाओं को रोजगार<br />

उपल ध कराएंगे, हो गया ना सूचना का अिधकार। हैदराबाद क तज पर, इस बार फर<br />

िलखा आपने, पछली बार भी िलखा था हैदराबाद क तज पर देश म आईट सीट ए ड<br />

सॉ टवेयर टे नोलॉजी पाक क थापना क जाएगी। पछली बार भी क , इस बार भी क<br />

ले कन अभी तो थापना हई ु नह ं। म इसिलए कह रहा हं ू क सरकार को जो ोपर<br />

मॉिनट रंग होनी चा हए वह नह ं होती है। यह पछली साल का 2011-12 का जो बजट रखा<br />

यह अपना बजट था 28 हजार 461.30 करोड़ का और जो मने आंकड़े िनकाले ह जनवर<br />

तक के , उसम से मा 65 ितशत अभी तक खच कर पाए ह। और इसम भी य क<br />

दभा य ु है क इस वभाग के अिधका रय ने जस कार से अपने आपको एक अिभमानी<br />

समझ रखा है क कसी चीज को समझना ह नह ं चाहते ह। इस वधान सभा को इतने<br />

ह के प म लेते ह जैसे हम कोई यहां आकर के खाली यूं ह टोरे मारने का काम करते<br />

ह गे। कसी को ज मेदार आदमी को इस बात क पीड़ा ह नह ं लगती है क हम लोग भी,<br />

आप कु छ थोड़ा बहत ु जानते ह, समझते ह और सुझाव कह आपके काम म आ जाए और<br />

इस देश का भला हो जाए तो उसका उपयोग करना चा हए ना। के वल इस अहंकार म नह ं<br />

रहना चा हए क जो है ना एयरकं ड शन म बैठकर के इस सरकार को चलाएंगे। यहां हम जन<br />

ितिनिध कोई यहां कोई ऐसे ह नह ं आते ह। हम भी कोई सोच समझकर के आते ह और<br />

साल जब कभी भी एकाध बार मौका िमलता है ना तब भी आपके अिधका रय को फु सत<br />

नह ं होती है। वे इतने बजी रहते ह क जब बजट बना लेते तब तो समझ म आ सकता<br />

था, बजट बन जाने के बाद बजट क किमय पर जब ड कसन हो रहा है तब सार क<br />

सार लॉबी खाली य पड़ है<br />

<strong>Bhs</strong>/<strong>usc</strong>/<strong>27.3.12</strong>/14.10/2d<br />

इसके बारे म कौन ज मेदार होगा। बहत ु अफसोस है। इस पसठ ितशत म मेरा दावा है,<br />

मेरा दभा ु य यह है क जब मु यमं ी जी जवाब देते ह तो ट ू द पाइंट नह ं देते ह िलखा<br />

लाते ह उसको पढ़ कर के हा-ह ू करके िनकल जाते ह। न न पूछने देते ह न सवाल-जवाब<br />

करने देते ह। ये जो पसठ ितशत खचा आप दखा रहे हो इसम से कु छ वभाग तो ऐसे ह<br />

खिनज और उ ोग वभाग आपका ह है जसम खचा 178 करोड़ क जगह 49 करोड़ कु ल<br />

खच हआ है ु<br />

27 ितशत ह अब तक जनवर , 2012 तक हआ है और इसी तरह से आपका<br />

ु<br />

ये आिथक सेवाओं म जो 1,144 करोड़ पया रखा हआ था उसम से<br />

ु<br />

149 करोड़ पये ह खच<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(70)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

हए ह के वल ु<br />

13 ितशत खच हआ है। ये पसठ ितशत म तो आता है ले कन ये वभाग<br />

ु<br />

ऐसे ह जो 13 ितशत खच कर रहे ह और इसम से भी उपा य महोदय, बहत न ता से ु<br />

मेरा िनवेदन है क इसम से आप इतना बता द क पीड अकाउं ट म पैसा डाल कर ये पसठ<br />

ितशत के आंकड़े कस- कस वभाग ने अब तक पूरे कये ह। ये पैसा खच नह ं हआ है। ु<br />

व त वभाग से िनकल करके पीड अकाउंट म जाकर के पड़ जाता है उसके बाद अपनी<br />

जोड़-बाक म िमला देते ह क हमारा ये पैसा काम म आ गया, नह ं आया और नह ं आया<br />

तो जवाब म बताना क इस साल के बजट का कतना पैसा आज क तार ख म कस- कस<br />

वभाग के पास पीड अकाउंट म पडा हआ ु है वे ट पडा हआ ु है इसको ज र बताय और म<br />

इसिलए कह रहा हं ू मने पछली बार भी कहा था ले कन मेर कसी बात पर यान नह ं<br />

दया और अभी भी म सोचता हं ू क अिभमान म कोई यान देगा नह ं।<br />

कां ेस का जब-जब भी सालाना बजट पेश हआ एक भी बजट चाहे अशोक गहलोत जी<br />

ु<br />

का पछले पाँच साल का, या अभी ये जो तीन साल गुजरे ह, एक भी बजट का सट-परसट<br />

खचा कर दया हो तो इस आिथक समी<br />

ा म से िनकाल कर मुझे बताय और हमने हर बार<br />

जतना हमको बजट दया था, अगर समय हो तो म आपको बताना चाहंगा क ू<br />

99-00 म<br />

5622 करोड़ का बजट था उसम से 3600 करोड़ पये के वल खच कया 1421 करोड़ पये<br />

बाक रह गया फर 2000-01 म 4146 करोड़ का हआ उसम से<br />

ु<br />

3722 करोड़ पये आपने<br />

खच कये। 423 करोड़ पये बाक रह गये। फर 2003 म भी इसी तरह से 789 करोड़<br />

पये आपने बचा िलये और उसके बाद आपने देखा क हमने बजट जब से शु कया बजट<br />

का पूरा खच कया। कभी भी बजट को हमने जतनी सीमा थी उससे अिधक िनकाला। आप<br />

2007-08 का देखो। हमने 11,638 करोड़ का बजट पेश कया, 13,794 करोड़ पये खच<br />

कये लस कये 2,156 करोड़ पये और 2008-09 का अगर देखगे तो हमने लस कया था<br />

915 करोड़ का और उसके बाद 2009-10 का आपका आ गया तो आपने 18,634 करोड़ का<br />

बजट पेश कया, 18,022 करोड़ पया के वल खच कया। माइनस 600 करोड़ पया आपका<br />

बाक रह गया। उसके बाद 2010-11 म आपने 23,822 करोड़ पये का बजट पेश कया इसी<br />

सदन म और उसम से आपका माइनस हआ ु<br />

2,282 करोड़ पया और इसी तरह से ये जो<br />

2011-12 है अभी जसम अपन चल रहे ह इसम आपने जो बजट पेश कया 28,661 करोड़<br />

का उसम से अभी तक जो मने आंकड़े िलये ह जनवर तक के उसम आपका खचा 65<br />

ितशत का मतलब माइनस 9,886 करोड़ पया आज बाक है उसम भी पीड अकाउंट म<br />

आपका पैसा पडा़ हआ है। ु<br />

कज लेना कोई गुनाह नह ं है और स पूण देश म हर रा य कज लेता है। ले कन कज<br />

लेकर के अगर आप एसे स बनाते ह अगर आप स प बनाते ह और उसके कारण से<br />

वापस पैसा जनरेट होता है तो वो कजा कभी भी नह ं अखरेगा। ले कन कजा लेकर के वे ट<br />

खचा कर द तो िन त प से देश दवािलया बनेगा। अब म आपको बता रहा हं क ू<br />

आपने ये जो सारा 2005-06 से लेकर के आप चाहगे तो म बता रहा हं क ू<br />

99-00 म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(71)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

24,000 करोड़ का कजा था हमारे पास म 2003-04 म ये 54,000 हो गया। 2006-07 म<br />

66,686 फर आप घटते-घटते अब जो आप कज पर आये। आज क तार ख म 2011-12 म<br />

1,07,026 करोड़ पये का कजा आज क तार ख म राज थान पर है और अगले वष का जो<br />

अनुमािनत आपने अपने चाट म जो दया है वो कजा होगा 1,16,074 करोड़ पये का। अगर<br />

आपका ये जो हर साल का िलया हआ कजा है उसके अग ट<br />

ु म कतना पूंजी का िनमाण<br />

कया, कतना आपने कं शन म लगाया, कतना उसका एक तरह से पूंजीगत िनमाण<br />

कया तो वो अगर आप देख तो आपके राज म 1999-2000 से लेकर टोटल जतना कजा<br />

िलया उसका 35 ितशत, 46, 36, 43, 42 2003-04 म आपका 42 ितशत एसे स बने<br />

थे कज के अग ट म। हमने 2004-05 म आकर के 51 ितशत बनाया, फर उसके बाद<br />

2005-06 म 68 ितशत बनाया उसके बाद 2006-07 म 101 ितशत बनाया। जतना<br />

कजा िलया उसको हमने वकास के काम म िलया और 2007-08 म तो हमने 109 ितशत,<br />

जो कजा हमने िलया आप चाह तो बताना चाहंगा क हमने िलया था<br />

ू<br />

5,992 करोड़ पया<br />

और हमने इसका जो एसे स बनाया वो 6,555 करोड़ पया 109 ितशत उसके बाद आप<br />

2009 के ला ट के तीन मह ने म आप आ गये 2008-09 का बजट हमने पेश कया उस<br />

समय जो कजा िलया था वो 7,166 िलया था उसक जगह 5,899 करोड़ मतलब 82 ितशत<br />

असे स बना। उसके बाद आप फर ाफ देखो 2009-10 म ये ाफ घट करके जो िनमाण<br />

आया वो 68 ितशत आ गया फर उसके बाद 2010-11 म ये 67 ितशत आ गया और<br />

आज क तार ख म ये जो वष 2011-12 है इसम जतना कजा िलया उसके अग ट म के वल<br />

61 ितशत आप अपना असे स बना सके बाक कजा सारा का सारा वे ट हआ। अब इन<br />

ु<br />

सवाल का जवाब कोई नह ं देगा यानी इस पर कोई चचा नह ं करेगा ये बहत अ छ ु बात है<br />

ये िनमाण होगा, ये खुलेगा-ये खुलेगा सबको अ छा लगता है। इसम कोई दोराय नह ं है<br />

ले कन आप इस बारे म भी तुलना करो क जो हमार जीड पी है उसके अग ट म हमार<br />

ित य क आय या बढ़ । टेट क जो जीड पी बढ़ है वो 2006-07 से लेकर के<br />

2011-12 तक जीड पी म 41.57 ितशत क बढ़ोतर हई है जब क हमारे यहां ित य<br />

ु<br />

आय म कतनी बढ़ोतर हई। जो पहले<br />

ु<br />

27,421 पये ित य हमार आय बढ़ जसम वृ हई है ु<br />

2006-07 म 21,342 पये थी वो अभी 2011-12 म<br />

28 ितशत। यानी जीड पी<br />

बढ़ आपक 41 ितशत और ित य आय बढ़ आपक 28 ितशत। इसका मतलब आप<br />

वकास क ओर जा रहे हो या वनाश क ओर जा रहे हो इसका भी कह ं न कह ं मू यांकन<br />

होना चा हए ले कन कोई करने को तैयार नह ं।<br />

अब आपने इस एफआरबीएम ए ट का हवाल दया और इस हवाले म आपने वाहवाह<br />

लेने का यास कया। ये आपने अपने बजट भाषण के पहले ह पैरे म कहा जैसे कोई बहत ु<br />

क ितमान कर दया होगा आपने। आपने इसम दसरे पैसे म ू , ‘आिथक एवं व तीय से<br />

बीते वष के दौरान रा य क उपल<br />

धयां उ लेखनीय रह ह। रा य क , कर एवं गैर-कर<br />

राज व (टै स ए ड नॉन-टै स रेवे यू) आय म भार वृ हई है तथा खच को िनयं त<br />

ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(72)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

करने के प रणाम व प रा य के राज व खाते म अिधशेष क थित बनी है।...’ और वष<br />

2009-10 म जो 4,747 करोड़ पये का राज व घाटा था, वो आपने वष 2010-11 म लस<br />

म लाकर के 1 हजार 55 करोड़ पये कर दया और आपने एफआरबीएम ए ट का हवाला<br />

देकर कहा क 2005-06 म जो हमारा जीड पी था उसके अग ट म जो हमारा कजा था वो<br />

47 ितशत था और आज क तार ख म आपने इसम दे दया क हम इस साल इसको 29<br />

ितशत ले आएंगे। कहां से ले आएंगे आपक ये कताब तो बताती है क आज क तार ख<br />

म 2011-12 म आपका 41 ितशत है या तो आप इसको ठ क करो या आप इसे बताओ। ये<br />

तो आप कह सकते हो 2012-13 म ले कन आप तो इस साल का देओ न क आपने वा तव<br />

म एफआरबीएम ए ट का पालन कया क नह ं कया आपने नह ं कया उसी कारण से तो<br />

टेट को नुकसान हो रहा है। एफआरबीएम ए ट के तहत हम लोग ने यास कया था क<br />

ये जतना आपका एफआरबीएम ए ट के तहत ये जो आपने देखा होगा क जो घाटा है वो<br />

हमको 3 ितशत पर लाना था। वो तीन ितशत आपने 2004-05 म सरकार छोड़ थी तब<br />

हमको आप ये देकर गये थे 4.8 पर फर हमने 2005-06 म इसको कम कया 3.62 पर<br />

लाये फर उसके बाद 2006-07 म 2.3 पर लाये फर 2007-08 म हम 1.7 पर लाये और<br />

उसके बाद 2008-09 म आप वापस आये तो इसको 3.10 पर ले गये कज को। 3 ितशत<br />

ह रहना चा हए कजा ये एफआरबीएम ए ट, 2005 का आपको बा य करता है ले कन उसके<br />

बाद 2009-10 म ये बढ़ कर के 4.03 हो गया। फर उसके बाद आप अभी 2.4 पर लाये<br />

हो। तो वा तव म एफआरबीएम ए ट के तहत हमने जब राज व घाटा घटाया था तो के<br />

सरकार ने हमको पेशल एड द थी। इस बात के िलए क आप रेवे यु सर लस ले आये और<br />

रेवे यु सर लस लाने के कारण से हमको तीन साल ए ा पैसा िमला के सरकार से।<br />

2006-07 म हमको 617 करोड़ िमला, 2007-08 म हमको 308 करोड़ िमला, 2008-09 म<br />

हमको 308 करोड़ पया ये ए ा इस बात के िलए क आपका फाइनिशयल मेनेजमट<br />

अ छा है ...<br />

कै लाश/चौहान 27.03.2012 14.20 (1) 2e<br />

उसके बाद आप जीरो, जीरो, जीरो, कु छ भी नह ं आ रहा। यह आपका जो ित य कजा<br />

है इसको भी यान म लाना चा हये, के वल ित य आय के बारे म नह ं चलेगा। आज<br />

क तार ख म वष 2011-12 म ित य कजा हो गया 5597 पया और टोटल जो कजा<br />

है वह 99285 पया ित य कजा और 2012-12 म आपका जो कजा बनेगा यह 16915<br />

पया ित य कजा बनेगा और टोटल कजा जो राज थान पर होगा वह 107000 करोड<br />

पया हो जायेगा। एक तरह से आपका कज िनर तर बढ रहा है। आपका जीड पी और ित<br />

य आय का मने आपको अभी बताया ह था 41 परसट है। जीड पी म ोथ है ले कन<br />

हमार ित य जो आय है वह 28 परसट ह बढ है। यह आ चय है, कोई देखता ह<br />

नह ं, कसी को मोनेट रंग करने क फु सत ह नह ं, सब सोचते ह बजाओ ताली, बजाओ<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(73)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ताली, भले आदमी पैसा हमारा ह है, के का पैसा है तो भी हमारा ह है, अगर वह<br />

राज थान के हत म खच होगा तो उसका एडवांटेज िमलेगा। आपको म बताता हं के ू<br />

वितत योजना का वष 2010-11 का यय का मेरे पास चाट है। वाटर शैड डवलपमट का<br />

आपको के से 22 करोड िमला इसम से आप के वल 8 करोड खच कर पाये। इसम रा य<br />

का ह सा था 8.1 करोड पया उसम से मा 90 लाख खच कर के के वल 11 परसट खच<br />

कया। सा रता म के सरकार ने आपको 106 करोड पया दया उसके व आपने खच<br />

कया 6.6 करोड, 106 करोड पया आपको सा<br />

रता म दया था उसक जगह आपका खचा<br />

हआ ु 6.6 करोड, मा 6.2 ितशत। रा य का ह सा जो 35 करोड पये था उसके व<br />

आपने खच कया 2.23 करोड पया, मतलब के वल 6.28 ितशत। हाउिसंग डवलपमट म<br />

जो पैसा आपको िमला उसम आपने 35-35 परसट खच कया। अरबन डवलपमट म आपका<br />

50-50 परसट खच हआ। अनुसूिचत जनजाित वैलफे यर म आपको<br />

ु<br />

45.72 करोड पये िमला<br />

उसम से 24 करोड आपने खच कया और के के वैलफे यर डवलपमट म 11 म से 11<br />

करोड। मतलब एक तरह से आपके पास पैसा है ले कन आप पैसा खच नह ं कर पा रहे।<br />

इसी तरह से फौरेन एड से जतने भी काम हमारे यहां चल रहे ह, राज थान म जन<br />

फौरेन एड से हमको पैसा िमला उसका तो चाट देख कर ह बहत ु दःख ु होता है क कोई<br />

मोनेट रंग करता ह नह ं, कसी को इस बात क फु सत ह नह ं है क वा तव म हमको जो<br />

पैसा वदेशी सहयोग के मा यम से िमल रहा है उसका डवलपमट पर या खच हो रहा है।<br />

जैसे आपको जल े उ थान प रयोजना व व बक के मा यम से है इसम आपको 970<br />

करोड पया िमला यय हआ ु 729 करोड पया, माच 2011 तक और वा षक बजट 2011-12<br />

म आपने जो रखा 100 करोड उसम से के वल अभी तक 46 करोड पया खच हआ है। इसी ु<br />

तरह से आपका जो सारा टागट है राज थान शहर<br />

े वकास प रयोजना, एड बी, इस<br />

एड बी का आपका जो 2011-12 का खचा है उसम आपको िमला 1883 करोड पया और<br />

वा षक योजना म 300 करोड, आप खच कर पाये के वल 141 करोड। इन आंकड को देखने<br />

क कोई कोिशश करता ह नह ं है क वा तव म हम वदेशी सहायता के मा यम से जो 8-9<br />

ोजे ट चला रहे ह उन ोजे ट म हम मा 34 परसट खचा अभी तक कर पाये। मतलब<br />

पैसा हमारे पास है पर हम खच नह ं कर पाते और न इसक कोई मोनेट रंग है। अब आपने<br />

बजट तो बहत बढा दया ले कन इस बजट क तुलना करो क महंगाई क तुलना म यह<br />

ु<br />

कहां जाकर टड करेगा। आपने कहा क हमने 21.8 परसट इस साल का लान बढा दया,<br />

बहत अ छ ु बात है बढाया आपने, ध यवाद आपको। इसम कोई दो राय नह ं क जो आप<br />

अ छा काम करोगे उसे हम अ छा कहगे, कम से कम म उस तरह का नह ं हं। जैसे मु त<br />

ू<br />

दवा योजना आपक वा तव म का बले तार फ है, अगर पशुओं के िलये भी कर रहे ह का बले<br />

तार फ है, पर इसम सुधार क ज रत है। या है क बेईमान को बेईमानी का रा ता बनता<br />

है, इसम से ह लोग लूट खाते ह। य न आपक जो भी सरकार क पनी है जो दवाइयां<br />

बनाती है, जो अ छ टडड क क पनी है उसी से आप खर दो ना, यह कमीशन के लफडे म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(74)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

पडते ह य हो। अगर आपको अ छ दवाई चा हये तो अ छ दवाई खर द कर इस सम या<br />

का समाधान हो जायेगा, ले कन आप अ छे के िलये करो और इसम बेईमान को उतार कर<br />

सारा पैसा लूट खाये और गर ब तक दवाई पहंचाने के जस मन से आपने इसे कया वह<br />

ु<br />

नह ं पहंचती है। महंगाई क हालत इतनी खराब है क<br />

ु<br />

2004 से अगर अपन 2012 म तुलना<br />

कर तो कई आइटम तो ऐसे ह जनम 300 गुणा वृ है। वशेषकर आप ल पै ोल जो क<br />

2004 म 24 पये लीटर था आज 72 पया लीटर है, तीन गुणा वृ है। इसी तरह से<br />

ड जल जो 22 पया था आज क तार ख म 42 पया है। सीमट का बैग पये का था वह<br />

आज 270 पये का है। इसी तरह से ट ल 23000 पये टन था आज क तार ख म<br />

52000 पये टन है। अथात जस कार से इन साम ी म बढ़ोतर हई ु एक तरह से आपका<br />

बजट दो गुणा भी हो तो काम तो उतना ह होगा जतना एक काम उस समय हआ था। ु<br />

इसके साथ इसक तुलना करके आप बोलगे तो कम से कम आपको भी ठ क लगेगा।<br />

म मेरे मेवाड का तो दभा य ु ह मानता हं य ू<br />

क हम राज बनाने वाले लोग ह, हमारे<br />

यहां वकास क कोई आव यकता नह ं। जस पाट को 21 एमएलए जता कर देते ह, खचा<br />

म अभी िनकाल कर बताऊं गा आपको, 23000 करोड पये म से उदयपुर डवीजन को आपने<br />

या<br />

या दया। हमारा दभा य ु है, उस े से जो माननीय सद य आये ह उनसे मेर<br />

ाथना है क यहां अगर नह ं बोलो, कोई बात नह ं ले कन कम से कम अपने वधायक दल<br />

म तो कहो, आ खर हमारे साथ यह अ याय कब तक चलेगा। हम पहले से ह दबले ु ह, पहले<br />

से ह कमजोर है और उसके बाद भी अगर हमको बज सपोट नह ं िमलेगा तो हमार<br />

आिथक<br />

थित कब सुधरेगी। म सोचता हं क मेवाड के बारे म<br />

ू<br />

आपने जो घोषणाएं क ह<br />

वह आज भी पूर नह ं हई। ु आपने कहा एट एस बनायगे उदयपुर म, अभी तक तो के वल एक<br />

ड वाई एसपी क पो<br />

टंग हई ु साल भर म। इसम कतने आदमी चा हये, 10-12 आदमी<br />

ले कन आपक जो एंट टैरे र ट ट म बननी चा हये वह नह ं बन पाई। इसी तरह से<br />

स नगढ अभयार य म लाइट ए ड साउंड अभी शु नह ं हआ जो आपने पछले बजट म<br />

ु<br />

घोषण क थी, अभी तक नह ं हई। ु बैने वर धाम म वकास के िलये पछली बार भी आपने<br />

बजट म 50 लाख कहा, अबक बार भी बजट म 50 लाख कया पर तु खच एक पैसा नह ं<br />

हआ। भीखाभाई के नाल को आप<br />

ु पूर करगे, राम धम से कमेट के लोग जाकर देख आओ<br />

भीखाभाई नहर पूर हो गई<br />

या या जहां है वह ं अटक पड है। एक मुझे आ चय है क<br />

पछले बजट म मने पढा आसपुर, डूंगरपुर पेयजल योजना के िलये 72 करोड पया रखा,<br />

मुझे कोई बता दे क उस काम म हआ या ु है और अबक बार बजट म उसका नाम िनशान<br />

भी नह ं है तो<br />

या उसको ाप कर द है, उसको ख म कर द है। इसी तरह से डेगू के<br />

वधायक अभी यहां है नह ं उनके यहां पछले बजट म यह घोषणा हई थी क ु<br />

हा<br />

75 बैड का<br />

पटल बनेगा, एक भी बैड का बना है या। मतलब घोषणा कर देना बहुत आसान लगता<br />

है। वा तव म आपने 33141 का लान कया और के ने 33500 का लान पास कर<br />

दया। ले कन आपने मेवाड को दया या है। मेवाड को दया है आपने 356 करोड पया<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(75)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

सड़क म उसम से भी आपने दया है यह जो सड़क है क र क चौक -सलूंबर-आसपुर-डूंगपुर-<br />

सरथुना, 167 कलो मीटर, 239 करोड। रतलाम क जो 38 कलो मीटर क सड़क है उसम<br />

117 करोड दया। रतलाम डूंगरपुर बांसवाडा रेल लाइन के िलये आपने 200 करोड पया<br />

दया। फर आपने 16 करोड पया ह रदेव जोशी क के नाल को दया। उसके बाद आपने<br />

उदयपुर म एक छा ावास दया, मानगढ के ऊपर 4 करोड पया दया, उदयपुर म एक व व<br />

व ालय था पत करने के िलये20 करोड दया और उदयपुर म ह एक ाइबल के िलये 5<br />

करोड<br />

पया,<br />

हमारे इस पछडे<br />

पया दया। इन सबको मने जोडा, यह सारा जोड िमला कर होता है 602 करोड<br />

या हमारा इतना ह हक बनता है। 33000 करोड म हम इतने ह लायक ह क<br />

े को मा 602 करोड पया िमले, यह हमारे साथ याय नह ं है। म वहां<br />

से आने वाले कां ेस पाट के सभी माननीय सद य से ाथना करता हं भगवान के िलये उस<br />

ू<br />

ाइबल ए रये पर दया करो और अपने हक को लेने के िलये यहां नह ं बोल सकते हो तो<br />

कम से कम घर म बोल कर के तो अपना यास करो ता क उस<br />

े का वकास हो सके ।<br />

दभा य ु या है, यह पैसा कै से ड प पडा रहता है और काम य नह ं होता है। म एक<br />

उदाहरण आपको देता हं ू सावजिनक िनमाण वभाग को विभ न वभाग ने 16092 काम<br />

वीकृ त कये उसके व म 796 काम बाक है, इसम 2326 करोड पया दया, 1429<br />

करोड पया खच हआ। ु आज क तार ख म आपके पास विभ न वभाग का 1100 करोड<br />

पया आपक जेब म बंद पडा है। इसको कौन देखेगा क आ खर जन वभाग ने आपको<br />

पैसा ांसफर कर दया अपने काम के िलये वह आ खर य नह ं खच होता है। साल अंत<br />

होने वाला है और 1100 करोड पये लेकर आप बैठे ह। अभी बड तार फ क क ऐसा सडक<br />

का जाल बछा रहे ह, यह कर रहे ह, थोडा आपक जो आिथक समी<br />

ा क कताब को भी<br />

पढो तो आपको कम से कम इन आंकड से यह पता लग जायेगा क हम धरातल पर ह या<br />

कहां पर ह।<br />

Ans 14.30 2f 27032012<br />

म आपको िनवेदन कर रहा हं ू क 2003-04 म राज थान क जो<br />

ामीण सड़के थी वह<br />

1,18,188 कलोमीटर थी, हमने 08-09 तक आकर 1,37,235 कलोमीटर, 17 ितशत क<br />

बढ़ोतर क और 19047 ामीण सड़के बनाई थी । अब आप देखो 2009 से लेकर<br />

2010,2011-12 से लेकर जो कु छ भी आपने ामीण सड़के बनाई या तो वह जला सड़क म<br />

ा सफर हो गई या टेट म ा सफर हो गई, बेले स आपका जीरो आ रहा है। ामीण सड़क<br />

का बेले स जीरो आ रहा है य क आपको हमने 1,38,665 कलोमीटर सुपुद क और आज<br />

भी जो आंकड़ा मने इसम से िनकाला है वह 1,38,000 ह आ रहा है अगर आंकड़ म गलती<br />

है तो इसे ठ क करो, कताब को देखकर इसको करे ट कराओ ता क कम से कम यह<br />

पैदा नह ं हो सके । दसरा ू इसी तरह से आपक जला सड़के , आप बड़े गुणगान गा रहे हो क<br />

हमने यह कर दया, या कया यह तो आपके सामने है। 2003-04 म 6117 कलोमीटर<br />

म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(76)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

जला सड़के थी वह 2008-9 म जाकर 7643 हई ु<br />

अथात 1556 कलोमीटर हमारे राज के<br />

टाइम म बनी। कां ेस राज का यह 10-11, 11-12 म वृ है वह 2051 कलोमीटर क है।<br />

इसी तरह से टेट हाइवे, टेट हाइवे म आपने हमको 2002-03 म 8627 कलोमीटर सुपुद<br />

क हमने 08-09 म 11758 कलोमीटर पर एंड कया और 3131 कलोमीटर क सड़क<br />

बनाकर आपको टेट हाइवे द । आज क तार ख म हमने आपको 11866 पर द तो आप<br />

आज भी उतने पर ह है 11866, यह िनल बेले स आ रहा है यह या च कर है। यह िनल<br />

बेले स आ रहा है इसका मतलब टेट हाइवे कलोमीटर क<br />

न कसी रोड़ म इधर से इधर<br />

से अगर बनाई हो तो कसी<br />

ा सफर हई ु इसके कारण से बेले स नह ं बन रहा। अब आप<br />

एक ह बात, रोजगार-रोजगार इतने दे दगे 1 लाख, 10 लाख, कतने साल तक कह गे यह<br />

भाषण सुनते सुनते हमारे कान क चे हो गये। म पहले भी पाँच साल था आपक इसी<br />

सरकार म जब आप 156 लोग थे और बड़े अिभमान म चूर हो रहे थे, 156 से 56 आ गये<br />

थे यान तो है ना अिभमान मत करो, ईमानदार से काम करने का यास करो, जनता<br />

आपको मौका देती है तो अिभमान करने के िलए नह ं देती है। हमारा काम बोलने का है हम<br />

बोलगे, आपका काम काम करने का है आप करके दखाओ। अब आपने दखाया, रोजगार क<br />

से म आपको क पेरेजन करता हं ू, यह म और कसी से नह ं लाया हं। ू<br />

ी उपा य : उधर आप कनसे बात कर रहे थे <br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): आपसे। यह जो आिथक समी<br />

आिथक समी<br />

ा क रपोट है इस<br />

ा क रपोट म, हमने 99 तक सरकार कमचार के नाते रोजगार दया था वह<br />

10 लाख 18 हजार, उस समय हमने आपको सुपुद कया और उसके बाद आपने (-) 90<br />

हजार कमचार हो गये। हमने आपको 10 लाख 16 हजार कमचार सुपुद कये थे ,आपने जब<br />

अपनी सरकार एंड क थी तो 9 लाख 28 हजार कमचार रह गये अथात जो रटायर होते<br />

गये, रटायर के बाद पद खाली होते गये आपने उनको भरने का यास नह ं कया। यह 90<br />

के फ गर बता रहा हं ू, 9 लाख 27 हजार उस समय थे जब 1999 म और आज भी आपक<br />

थित ऐसी क ऐसी ह है। 2004 से लेकर 5,6,7,8 यहां तक हम रहे, हमारे टाइम म पहले<br />

हमने 91 हजार भत क<br />

पछली बार म, इसम हमने 34 हजार लोग को नई नौकर द<br />

और आपने वापस 9 से लेकर आप इसम आ गये, आप माइनस हो गये। (-) 14 हजार<br />

नौकर घट गई। 962 पर सुपुद कया था आज 948 पर एंड कर रहे हो तो है कहां नौकर <br />

यह ज र है क आप कहते हो 50 हजार अ यापक भत करगे, यह दो-तीन बजट को छोड़ो<br />

क वा तव म हमने 50 हजार क भत भी कहा, 20 हजार क भत भी कहा, हम इतने<br />

अ यापक लगा द, लगे य नह ं अभी भी आप कह रहे हो 41 हजार हम तृतीय<br />

ेनी के भरगे और 20 हजार हम और ए ा भरगे, यह भरगे तो है ले कन भरे कहां जा रहे<br />

ह और इसके कारण से आज राज थान म 1 लाख 33 हजार रा य कमचार के पद<br />

विभ न वभाग म र त है। अगर आप चाहो तो म एक-एक क डटेल पढ़कर बता सकता<br />

हं ू, 1 लाख 33 हजार रा य कमचार के पद आज क तार ख म खाली है और आप उसक<br />

ेड<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(77)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

भत नह ं करके चाहते हो क काम का व तार हो। काम आगे बढ़े, काहे को बढ़ेगा, जब<br />

आपका काम चार गुणा हो गया,आपका<br />

बजट चार गुणा हो गया, आपने काम को इतना<br />

फै ला दया और कमचार को आप घटाते चले जा रहे हो, घटाते चले जा रहे हो तो कसके<br />

भरोसे काम कर गे, के वल पैसा बचाना यह उ े य बन गया हो और इसके कारण भत पर<br />

कु डली मारकर बैठ गये हो तो उसके कारण से वा तव म भत नह ं लगता है।<br />

डॉ. साहब आप वराजमान है, म आपको कह रहा हं ू यह बार-बार बोलना बंद करो,<br />

ईमानदार से यह कहो क हमने एक मेगावाट बजली नह ं बनाई। जो खड़ा होता है भाषण<br />

ठोकता है। आपके राज म एक मेगावाट बजली नह ं बनी, तो यह आंकड़ा म लाया हं ू <br />

आिथक समी<br />

ा का पेज 34 है यह मने नह ं बनाया, इस बात का बहत ु दःख ु है,आपने देखा<br />

होगा क 98-99 म जब हमने आपको सुपुद कया था तब 3355 मेगावाट बजली पैदा होती<br />

थी और उसके बाद आपने हमको सुपुद कया था तब 5167 मेगावाट अथात 1812 मेगावाट<br />

बजली उस समय आपके पछले राज म पैदा हई। ु फर हमने 5167 पर िलया और हमने<br />

आपको सुपुद कया था 7019 मेगावाट पर। यह कहां से मेरे घर से लाया, 1852 मेगावाट<br />

बजली, मने अपने घर से आंकड़े िलखे या मेर सरकार ने अपने हाथ से िलख दये इस<br />

तरह से बोलकर के वल छ छालेदर कोई मतलब नह ं िनकलता है क हमने कोई बजली पैदा<br />

नह ं क हो या बजली के बारे म हमारा कोई यान ह नह ं जाता था ऐसी बात नह ं है।<br />

आपने अभी जो बजली पैदा क , या तो आप अपने आंकड़े<br />

लयर करना, इस बजट म जो<br />

आपने आंकड़े दये और जो इसम दये दोन म अंतर आ रहा है, इसके हसाब से तो आपके<br />

तीन वष के आंकड़े म 2400 इतना ह मेगावाट बजली आ रहा है जब क आपने इस भाषण<br />

म 3400 समिथंग मेगावाट बजली पैदा करना बताया, तो दोन को करे ट क रये। यह सह<br />

है, आपने जो बजट म घोषण क है वह सह है अगर बजट के आंकड़े से लूं जो आपने<br />

फ गर बताया है 2011-12 का तो 2400 समिथंग मेगावाट बजली ह आपके तीन साल म<br />

जनरेट हई ु है, यह इसमे से िनकलता है। यह कहना और फर आप बार-बार वाहवाह लेते हो<br />

क हमने तो कोई पैसा नह ं बढ़ाया। डा. साहब म आपको, अगर मन म थोड़ा बहत ु भी<br />

जमीर बचा हो तो म 2008 का कसान का बल जो उसके उसके कु एं का हो और 2012 का<br />

बल एक िनगाह म एक साथ रखकर देख ली जए अगर उसम पैसा नह ं बढ़ा हो तो म इस<br />

बात को मान जाऊं गा । आपने चोर रा ते से घुसकर उस कसान क कमर तोड़ डाली है<br />

और उसके बाद भी आप यहां वाहवाह कर रहे ह। लोग यह सोचे जैसे हमने बहत ु क ितमान<br />

कायम कर दया होगा, ऐसा नह ं है। म सोचता हं ू क हम हक कत के धरातल पर आना<br />

चा हये। बजट बहत ु<br />

अ छा होता है, मने कहा ना सुनने म भी अ छा लगता है, देखने म<br />

भी अ छा लगता है, राज थान का हर आदमी सोचता है वग उतर जाएगा, उतरेगा कहां,<br />

जेब म पैसा होगा तब आएगा। यह काम कहां से पूरा कर गे , आपके पास फ ड कहां है <br />

आपने इसम कहां बताया क इतनी यूिनविसट के िलए कतना पैसा लगेगा और वह कहां से<br />

आएगा इतने आपने डवलपमट कये, कभी आप नाबाड को बता देते हो, कभी इसको बता<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(78)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

देते हो, कभी इसको बता देते हो, है कहां। आज क तार ख म आपका बजली डपाटमट 50<br />

हजार करोड़ के घाटे म है। यह दकान ु कस दन बंद हो जाएगी और राज थान कब तबाह हो<br />

जाएगा इसका थोड़ा याल करो। इसके आधार नह ं चलेगा क यह , वह , यह से<br />

अपन राज म तो आ सकते ह ले कन राज थान को ऊपर नह ं उठा सकते, थोड़ा धरातल पर<br />

आना पड़ेगा । वा त वकता के आधार पर म ईमानदार से कह रहा हं ू,बजट आपने पेश कया<br />

दखने म भी अ छा लगता है, सुनने म भी अ छा लगता है ले कन आपके तीन साल के<br />

कायकाल ने इस बारे म संदेह पैदा कर दया यह सरकार घोषणा करती है, मोनीट रंग नह ं<br />

करती इसके कारण से बजट का उपयोग नह ं होता और बजट पीड खाते म पड़कर के<br />

बेल स और आंकड़े िमलाने का<br />

मजाल पैदा कया जाता है। अभी तो ऐसे कई और वषय<br />

ह, जन वषय पर हम चचा करगे तो िन त प से लगेगा, जो अ छ योजना है वह<br />

अ छ योजना है उसको ईमानदार से लागू करने का यास करना चा हये। दो<br />

पये का<br />

अनाज देते ह अगर ईमानदार से उस गर ब के पास पहंचे ु उसका पेट भरता है। अगर कसी<br />

आदमी को दवाई िमलती है और सह दवाई िमलती है तो हर आदमी उसक तार फ करेगा।<br />

इसको इससे मत तोलो क हमने कहां<br />

क इ ह ने कहा, जो अ छ चीज है उसको मानना<br />

चा हये ले कन टे डड नह ं िगरे, इसम हेराफे र का ध धा नह ं हो, बीच का आदमी पैसे नह ं<br />

खा जाए, हमारा पैसा है। कु छ बदमाश लोग ने िमलकर घेरा डाल दया राज थान के<br />

लोकतं पर,यह जो टाचार क जननी है और यह टाचार क भ ट है, इस टाचार क<br />

भ ट को जब तक नह ं जलाओंगे तब तक इस गर ब को कभी राहत नह ं पहंचा ु सके गी।<br />

अगर कु छ करना चाहते हो और ह मत हो तो कम से कम यह जो िलके ज है इन िलके ज को<br />

भरो और इसम से पैसा जहां पहंचना ु है वहां पहंचे। ु इस बात के िलए उपा य जी आपका<br />

बहत ु -बहत ु आभार, ध यवाद, जय ह द।<br />

ी उपा य<br />

: माननीया ीमती ममता भूपेश ।<br />

Ddm/ 27032012 1440 2g<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): उपा य महोदय, आपके मा यम से, हमारे<br />

राज थान के यश वी मु य मं ी ओर जनका संक प, जनके काय करने क शैली, जनका<br />

काय करने का तर का और जो हर व त राज थान के आम-अवाम और लगभग साढे छह<br />

करोड़ लोग के िलये रात- दन सोचते ह, उ ह ने यह क याणकार बजट हमारे राज थान क<br />

आम-अवाम को सुपुद कया है, पेश कया है, उसके िलये बहत ु -बहत मु य ु मं ीजी का<br />

आभार कट करना चाहती हं। यह िसफ कोई महज एक कताब नह ं है। यह सरकार के ारा<br />

ू<br />

पेश कया हआ ु कागज का पुिल दा नह ं है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): उपा य महोदय, नई प रपाट य ार भ करवा रहे ह।<br />

ेजर बचेज के िमिन टस और संसद य सिचव बोल रहे ह।<br />

व ताओं का अभाव आ गया। ( यवधान)<br />

या स ता ढ़ दल के पास<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(79)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): तो आपको<br />

आपको या तकलीफ है इसके अ दर।<br />

या तकलीफ है इसके अ दर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह पर परा नह ं रह है, उपा य महोदय। यह पर परा<br />

नह ं रह है इस राज थान वधान सभा म।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): तारानगर से आने वाले माननीय सद य महोदय,<br />

आपको या तकलीफ है।<br />

ी राजे<br />

उपा य महोदय।<br />

राठौड़ (तारानगर): यह पर परा नह ं है, इसिलये म िनवेदन कर रहा हं ू,<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): तकलीफ के वल इनको नह ं है, हमको भी है।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): आप तो म हलाओं क बात करते ह।<br />

ी उपा य<br />

जानकार है।<br />

: आप तो संसद य काय मं ी रहे ह, मु य सचेतक भी ह, आपको यह<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): उपा य महोदय, तकलीफ हमको भी है। ( यवधान)<br />

तकलीफ हमको भी है।<br />

ी उपा य<br />

: अब आपको ड टब करना हो। आपको य द माननीय सद य को ड टब<br />

करना हो तो मुझे कोई एतराज नह ं है। आप दे खये, अगर आपको ड टब होना हो।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): उपा य महोदय, मुझे उनके ऊपर बड़ा तरस आ<br />

रहा है। ये स चाई को सुनने म इनको बड़ परेशानी महसूस हो रह है।<br />

ी उपा य<br />

: आप तो अपना भाषण चालू रख।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): यह ऐसे बजट के बारे म, जसको म कहंगी क ू<br />

राज थान के अ दर..। ( यवधान) आप लोग बोल लो, अगर आप लोग को बोलना हो तो।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): आप पर तरस आ रहा है।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): मुझे तो आपके ऊपर यादा आ रहा है, अलवर<br />

से आने वाले माननीय सद य महोदय क जैसे वह +++ क तरह बीच म बोलते ह, वैसे<br />

आप बोल रहे ह।<br />

नह ं कर।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय यादव साहब, कृ पया पड़ौसी जले के माननीय सद य को ड टब<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): माननीय उपा य महोदय, यह महज एक<br />

कताब नह ं है और न ह कागज का पुिल दा रजा थान क जनता को सुपुद कया गया है।<br />

यह क याणकार बजट जो क राज थान के आम-अवाम को, उनके दु:ख तकलीफ को दर ू<br />

करने के िलये और उनके उ वल भ व य के िलये, उनके भ व य को सुधारने के िलये और<br />

उनक दनचया को कस कार से हमको एक आवरण के<br />

हमको बात को संक<br />

मु य मं ीजी का आभार<br />

प म देना है, कस कार से<br />

पत करना है, उसका एक बजट पेश कया, उसके िलये बहत ु -बहत ु<br />

कट करना चाहती हं। ू इस बजट के अ दर अगर म पढ़ं ू और<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(80)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

आपने भी देखा होगा, तमाम सद य ने देखा होगा, इसम एक-एक लाइन और इसक एक-<br />

एक पं<br />

, जो िलखी हई ु है, उसम 80 ितशत जो बात ह, वह अनुसूिचत जाित, जनजाित,<br />

ओ.बी.सी. और अ प-सं यक के िलये िलखी गयी ह। यह एक बहत ु ह सुनहरा, राज थान<br />

के इितहास के अ दर, अपने-आपके अ दर एक मील का प थर सा बत होने वाला बजट पेश<br />

कया गया है। कल मने टेली वजन के अ दर देखा, बारबार यह ितप क तरफ से,<br />

माननीय नेता, ितप ने बारबार ट .वी. म यह कहा क यह हमार घोषणाएं थीं। यह हमारे<br />

ारा ह बोली गई बात थीं। माननीय उपा य महोदय, िन त तौर पर इ ह ने इसी तरह<br />

क थोथी घोषणाएं क थीं। इसिलये आज इनको सामने बैठना पड़ रहा है। अगर यह उस<br />

समय यह घोषणाएं जो ये कहते ह क हमने क ह, अगर पूर कर देते तो शायद इनका<br />

सपना साकार होता। ले कन इनका मुंगेर लाल का हसीन सपना, मुझे नह ं लगता क शायद<br />

कभी साकार होगा। म एक शैर के साथ म इनके ऊपर कहना चाहती हं ू<br />

‘ए मौज-ए-बला इनको भी जरा दो-चार थपेड़े लेने दो,<br />

कु छ लोग अभी तक सा हल से िसफ तूफान का नजारा देखते रहते ह’<br />

इनको यह लग रहा है क बड़ा नजद क है सब कु छ ले कन जस कार से कल मु य<br />

मं ीजी ने कहा क सरकार चल रह है, बहत अ छे ु तर के से काय कर रह है और गर ब के<br />

िलये, गर ब को गणेश समझकर यह बजट पेश कया गया है और यह लोग सपने ले रहे ह<br />

क हम लोग आएंगे। इ ह ने तो िसफ एक चीज के ऊपर सबसे यादा तािलयां बजा क<br />

वधान प रषद बनेगा य क इनको लग रहा था क हमारा भ व य पता नह ं कस कार का<br />

रहेगा। इसिलये वधान प रषद के नाम पर पूरे सदन के वप के सािथय ने भी बहत ु<br />

तािलयां बजा । ले कन म मु य मं ीजी को बहत ध य ु<br />

अि म<br />

वाद देना चाहंगी क राज थान को<br />

ेणी के देश म लाने का, जो अभी तक ह दु तान म िसफ 6 देश के अ दर<br />

वधान प रषद चल रह ह, सातवां देश जो हमारे राज थान को जुड़वाने का उ ह ने एक<br />

बहत नई घोषणा हमारे यहां पर क है क इसका<br />

शंसा करना चाहती हं। ू<br />

ताव लाया जाएगा। म उसक भू र-भू र<br />

साथ ह हमार रा य नेता, महबूब नेता, हमार सोिनया गांधीजी का भी आभार कट<br />

करना चाहंगी क ज ह<br />

ू ने पूरे रा के अ दर जननी-िशशु सुर ा योजना जैसी एक नायाब<br />

योजना लागू क , जसम सरकार क , के सरकार हो, चाहे रा य सरकार हो, उसक<br />

म हलाओं के ित संवेदनशीलता नजर आयी। पछली सरकार, जसम कई मांओं के बेटे गये,<br />

कई बहन के भाई गये और कई मांग के िसंदर ू उजड़े , जब क हमार सरकार यह चाहती है<br />

क जननी भी सुर त रहे, उसका ब चो भी सुर त रहे, कोई बहन अपना भाई न खोए।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): या कह रहे ह, जोधपुर म या हआ ु <br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): माननीय, आप बहत व र ठ ु ह। ए े ज क जए, सर।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): और कोई प नी अपने पित को न खोये।<br />

िन:शु क दवा वतरण योजना, जो आप सबके सामने पूरे देश भर म चल रह है, म कहंगी ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(81)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

क शायद उ तर और प<br />

म भारत क सबसे बड़ योजना है और इसको पूरे रा य तर<br />

पर भी लागू करने क कोिशश क जा रह है। के सरकार इसके ऊपर बातचीत भी कर रह<br />

है। चार सौ तरह क दवाइयां हमारे यहां पर चल रह ह। साथ ह जो अभी पशुओं को भी<br />

िन:शु क दवा वतरण का जो एक ऐितहािसक कदम मु य मं ीजी ने बजट के अ दर रखा<br />

है, इस पर भी म बहत ु -बहत ु शंसा करना चाहंगी ू क जो इ सान मानव के साथ-साथ<br />

पशुधन,<br />

य क हमारा राज थान रा य जो क कसान और पशुधन के ऊपर आधा रत<br />

रा य है, यहां कोई बड़े-बड़े कल-कारखाने नह ं ह, यहां क 70<br />

ितशत जनता आज भी<br />

पशुधन और खेती के ऊपर अपना जीवन बसर करती है। गांव म रहने वाले हर य के घर<br />

के अ दर कोई गाय, भस, बकर या कसी भी कार का पशुधन ज र होता है। उनके ित<br />

अपनी संवेदनशीलता देखते हए ु जो पशुओं के िलये िन:शु क दवा वतरण क योजना जो<br />

हमार सरकार के ारा लाई जा रह है उसक बहत ु -बहत ु , उसके िलये मु य मं ी को को ट-<br />

को ट णाम करना चाहंगी। हमार सरकार चाहती है क गांव म रहने वाला हर य<br />

ू<br />

, चाहे<br />

वह पु ष हो, चाहे म हला हो, सुर त रहे, वा य क से अपने आपको सुर त<br />

महसूस करे। जब नई सरकार क तरफ उ मीद भर नजर से देखता है, जस सरकार को<br />

तीन साल पहले राज थान क जनता ने सरकार बनाने का मौका दया था, 3 हजार नये<br />

वा य के , ए.एन.एम. क भितय के साथ म खोले जाएंगे। डा टर साहब, सामने बैठे<br />

हए ु , अभी चले गये यहां से हमार बात सुनते हए। ु ड ग से आने वाले माननीय सद य अभी<br />

हंस रहे थे ले कन जब आप वा य मं ी थे, तब कतने वा य के , उप वा य के<br />

खोले गये, शायद पाँच साल म नह ं खोले ह गे जो क हमार सरकार िसफ एक बजट के<br />

अ दर 3 हजार खोलने का ावधान लेकर आयी है। 108 ए बुलस, जस दन हमने सरकार<br />

ली थी उस दन सौ का आंकड़ा पार नह ं कर रह थी। राज थान क जनता, जो क कोई<br />

बीमार है, कसी के लग गयी, कोई ए सीडे ट के अ दर मरने क<br />

थित के अ दर आ गया,<br />

उसको सेवा देने के िलये पहले जब हम सरकार के अ दर हम 2008 म आये थे, उस समय<br />

सौ का आंकड़ा भी पार नह ं कर रह थी, आज साढे चार सौ 108 ए बुलस राज थान क<br />

जनता क सेवा के िलये सरकार ारा चलाई जा रह ह और 200 नई ए बुलस और लाने का<br />

ावधान हमारे मु य मं ीजी ने कया है। इसके िलये भी म बहत ु -बहत ु साधुवाद देना चाहंगी। ू<br />

हमारे पशुधन क बात जब हम कर रहे थे तो नये अ पताल, 200 हा<br />

पटल जो क<br />

मो नत कये जाएंगे, हमारे पशु वा य के अ पताल, और 400 नये उप वा य के<br />

पशुओं के िलये था पत कये जाएंगे। म समझती हं ू क राज थान के अ दर, यह कृ ष और<br />

पशुओं क जब बात करते ह तो हर कसान के चेहरे पर खुशी नजर आने लगती है। हर<br />

आदमी यह सोच रहा है क जो उ मीद मु य मं ीजी से और राज थान के अ दर कां ेस क<br />

सरकार से हमारे कसान ने, हमारे गर ब लोग ने क थीं उन उ मीद पर जब हम आज<br />

खड़ा उतरते हए नजर आ रहे<br />

ु ह तो हमारे वप के सािथय को बड़ अजीब-अजीब सी बात,<br />

य क यादातर यह बात, जतने भी, दो व ता वप के बोल चुके ह, पूर शहर करण क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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ू<br />

ु<br />

(82)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बात करते ह। इनको मालूम नह ं है, बहत कम ु पता है क गांव के अ दर थित कतनी<br />

खराब छोड़ कर गये थे। पहले कां ेस क सरकार थी, ढ़ांचा सुधार कर गयी, फर वप<br />

लोग आगकर बैठ गये, उ ह ने हमारे सारे कये हए काम को फर खराब करने क कोिशश<br />

ु<br />

क और अब हम वापस सरकार के अ दर आये ह और चौथे बजट के साथ, जो क ऊजा से<br />

भरा हआ है ु<br />

, संचार से भरा हआ ु है, राज थान के आम-अवाम को सुपुद है। वापस हम उन<br />

बगड़ हई ु यव थाओं को सुधारने के यास कर रहे ह। म मानती हं ू क मु य मं ी अशोक<br />

गहलोतजी के नेतृ व के अ दर हमार सरकार, हमारा बजट, आम आदमी के िलये कारगर<br />

सा बत होगा। ऊजा के े के अ दर हमने नई पािलसी बनाई और येक तीन ाम<br />

पंचायत के अ दर 33 के .वी. का सब टेशन था पत करने का संक प ऊजा<br />

गया। सौर ऊजा के<br />

, ये<br />

े म िलया<br />

े म हमारा राज थान आने वाले वष के अ दर अपने आप के अ दर,<br />

मेरे याल से पं के अि म ेणी के अ दर खड़ा हो जाएगा। 300 से अिधक आबाद वाले<br />

गांव,<br />

येक गांव को व ुतीकरण का ल य हमारे बजट के अ दर रखा गया है। सौर ऊजा<br />

क नीित के अ तगत 873 मेगावाट क 72 प रयोजनाएं राज थान क जनता के सामने<br />

आने वाले वष के अ दर था पत हो जाएंगी।<br />

VPS-USC-27.03.2012-14.50-2h<br />

जो क सौर ऊजा क<br />

से राज थान आ मिनभर होगा और उसके साथ ह हमार सरकार<br />

क क पनाएं भी पूर ह गी। आगामी वष म 20 हजार घरेलू सौलर काश संयं , अभी हमने<br />

पछले दन ह अख़बार के अ दर सरकार ारा, हमार सरकार ारा एक व<br />

ापन छापा था<br />

माननीय उपा य महोदय, और जब म उस व ापन को देखा तो मेरे को लगा क गांव के<br />

अ दर रहने वाला वह य जो कभी यह नह ं समझता था क मेरे घर म भी लाइट<br />

आएगी, 24 घंटे लाइट जलेगी, एक तरफ एक बड़ा सा मकान था, बड़ दो-तीन मं जल<br />

इमारत थी और एक तरफ एक छोट सी झ पड़ थी और दोन के ऊपर हमारे सौलर संयं<br />

लगा हआ था ु , जसके ऊपर राज थान क सरकार तीन हजार पये स सड भी देने क<br />

घोषणा कर चुक है। मेरे याल से म मानती हं क ऊजा क<br />

से हमारे गांव तक व ुत<br />

पहंचाने ु का बहत ु बड़ा सपना हमार सरकार ने देखा था जो क साकार करने हम लोग जा<br />

रहे ह।<br />

राज थान के अ दर पानी क काफ सम या है और जो पेयजल हम लोग को उपल ध<br />

है, वह पेयजल के अ दर भी लोराइड क मा ा बहत या ु<br />

दा बहतायत के अ दर है। हम<br />

चाहते ह क हमारे राज थान के अ दर रहने वाला येक य व थ रहे। लोराइड क<br />

बीमा रय से<br />

िसत नह ं रहे। इसी योजना को यान म रखते हए ु लोराइडयु त पानी को<br />

लोराइडमु त करने के िलए लगभग साढ़े पाँच हजार गांव को ड - लोराइ ेशन मशीन के<br />

ारा जोड़ा जा रहा है, जसका काय संचािलत है और काय गांव के अ दर चल रहा होगा,<br />

जसको आप लोग भी देख रहे ह गे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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ु<br />

(83)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

पेयजल प रयोजना के िलए लगभग चार हजार करोड़ पये क क स बजट के अ दर<br />

लायी गयी ह जो क विभ न कार से पेयजल क सम याओं को हमारे राज थान के अ दर<br />

समा त करने का यास राज थान के मु य मं ीजी ने कया है।<br />

म भी इस सदन के मा यम से माननीय मु य मं ीजी से यह<br />

ाथना करना चाहंगी ू<br />

और यह आ ह करना चाहंगी ू क म दौसा जले से ता लुक रखती हं ू और हमारा जला भी<br />

पानी क<br />

से बहत ु पछड़ा हआ ु है। पानी क बहतायत ु म कमी हमारे जले के अंदर है।<br />

हमारे जलो को भी च बल और बीसलपुर से अगर जोड़ा जाए तो मु य मं ीजी का बहत ु -<br />

बहत आभार दौसा क आम जनता और आवाम क तरफ से।<br />

ु<br />

साथ ह देवनारायण योजना एक ऐसी योजना है जो क चलाई गई है खास तौर से, म<br />

जस वधान सभा<br />

े िसकराय से आती हं ू माननीय उपा य महोदय, हमारे यहां भी बहत ु<br />

से साथी हमारे गुजर भाई भी ह और हमार सरकार चाहती है क उनको रा क मु य<br />

धारा के अ दर लेकर आये। उनका शै णक तर सुधारे और उनको जस भी कार क<br />

ज रत है, चाहे वह छा वृ क हो, चाहे वह कू ट देने का काय हो, चाहे साइकल वतरण<br />

का काय हो, चाहे कोई कू ल खोलने का काय हो, चाहे महा व ालय खोलने का काय हो,<br />

देवनारायण योजना के तहत यह सभी चीज संचािलत क जा रह है जो क मेरे<br />

याल से<br />

200 करोड़ पये का बजट तो हम लोग पहले पूव म दे चुके ह और अब ज रत रहेगी तो<br />

माननीय मु य मं ीजी आगे भी इस योजना के िलए बजट देकर अ छ घोषणाएं करगे,<br />

यह बहत ह मील का प थ<br />

ु र सा बत होने वाली योजनाएं चलगी। िन त तौर पर जो समाज<br />

का तबका जो पछड़ा हआ ु था जो क अपने आप को रा क मु य धारा से दर ू समझता<br />

था, वह इस योजना के तहत उनका ब चा भी पढ़ेगा-िलखेगा और आने वाले समय म कोई<br />

डा टर, कोई इंजीिनयर बनेगा और वह भी अपने आपको उपे<br />

इसी के तहत मेर वधान सभा<br />

त महसूस नह ं करगे।<br />

े िसक दरा जो क गुजर आ दोलन के तहत अपने<br />

आप बहत ु व यात हो गया था वह भी देवनारायण योजना के तहत, इसी े का बहतायत ु<br />

का इलाका है, म माननीय मु य मं ीजी से मांग करना चाहंगी इस बात के िलए क<br />

ू<br />

िसक दरा के अ दर एक म हला एस.बी.सी. का छा ावास और कॉलेज खोला जाए तो हमारे<br />

वहां क ब<br />

चयां भी जो क इस समाज से ता लुक रखती है, उनको पढ़ने िलखने और आगे<br />

बढ़ने म बहत आसानी हो जाएगी।<br />

ु<br />

म दो पये कलो अनाज, राज आटा, राज नमक, राज चाय, राज थान का नाम जस-<br />

जस चीज से जुड़ा हआ ु है, हर पैके ट के ऊपर हम देखते ह तो राज िलखा हआ ु है। हम बड़<br />

खुशी होती है इस बात को देखकर क आज गांव का, अभी मु य मं ीजी पछले दन मेरे<br />

वधान सभा<br />

े के गीजगढ़ क बे म आये थे और अचानक उ ह ने एक पी.ड .एस. िस टम<br />

क दकान के सामने ककर और वहां पर अंदर चले गये तो जब हम वहां पर गये और वहां<br />

ु<br />

का जो य था, जो दकानदार था ु<br />

, उस दकानदार ने जब यह कहा क साहब, जब से यह<br />

आटा आया है, जब से यह नमक आया है, जब से यह चाय आई है, मेर दकान क ब ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(84)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

यादा बढ़ गई है। राज थान क जनता को मु य मं ीजी ने पी.ड .एस. िस टम के तहत<br />

विभ न कार क जो सुलभ उपल ध होने वाली चीज स ती दर पर दलाने का जो िनणय<br />

कया है, यह अपने आप म बहत ु ह आलीशन िनणय है और जनता इसम बहत ु अ छ तरह<br />

से खुश हो रह है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): वाह-वाह।<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): अब यह तो कह रहे ह वाह-वाह। मुझे यह नह ं<br />

समझ म आ रहा है क मेर बात का प कर रहे ह या वप कर रहे ह शायद म यह<br />

मानती हं ू क सांगानेर से आने वाले हमारे बहत ु ह सीिनयर माननीय सद य ह और िन त<br />

तौर पर राज थान क जनता का भला ह चाहते ह इसिलए हमार सरकार के<br />

क याणकार योजनाएं हम लोग चला रहे ह, म आपसे तो यह<br />

उ मीद क ं गी क आप हमार सरकार क क याणकार योजनाओं को<br />

ारा जो<br />

ाथना क ं गी और यह<br />

य क अ छा काय<br />

करने वाले ब चे को जब शाबासी द जाती है तो वह और भी अ छा काम करने क कोिशश<br />

करता है। िश<br />

ा म, सुिनये हमार सरकार है ... ( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): ब च को तो दे सकते है, मतलब तु ह तो दे सकते ह<br />

पर ब च के बाप को नह ं दे सकते। ... ( यवधान)...<br />

ीमती ममता भूपेश (संसद य सिचव): िश ा क से म कहंगी क म अनुसूिचत<br />

ू<br />

जाित से ता लुक रखती हं ू और माननीय उपा य महोदय, जस कार से इस बार आठवीं<br />

के , दसवीं के और बारहवीं के ब च को लैपटॉप देने का एक अनूठा राजीव गांधी ड जटल<br />

व ाथ योजना का नायाब काम जो हमारे मु य मं ीजी ने कया है, इसम िन<br />

त तौर पर<br />

हमारे ब च म ित पधा बढ़ेगी और जो गांव और ढा णय म रहने वाले ब चे जो कभी,<br />

आज ह मने एक यूज पेपर के अ दर देखा क एक ब चे ने, िलखा है, उसम एक ब चे क<br />

फोटो थी, और वह ामीण प रवेश का ब चा था, उसने कहा क हम तो सपने देखते थे क<br />

कभी कोई सरकार हमको कताब और का पयां मु त देगी ले कन राज थान के मु य मं ी<br />

अशोक गहलोतजी ने क यूटर, ड जटल लैपटॉप जैसी चीज हमारे ब च को देकर, 44 हजार<br />

ब च को ितवष लैपटॉप दये जाएंगे जो क हमारे<br />

े के अ दर, ामीण प रवेश म रहने<br />

वाले ब चे, जनम ित पधा बढ़ेगी और नई ितभाएं िनकलकर पढ़ाई-िलखाई के अ दर<br />

दसवीं म, बारहवीं म, बोड म नई ितभाएं िनकल कर आएंगी जो क आने वाले समय म<br />

रा िनमाण म राज थान का एक बहत बड़ा अपने आप म नाम रोशन करेगी।<br />

ु<br />

म जब से वधायक बनी, मने देखा क म तीन साल से गांव म गई, बहत ु सी छोट -<br />

छोट ढा णय म गई, जहां पर लोग कहते ह हम क एम.एल.ए. साहब पांचवीं क कू ल<br />

खुलवा दो। आठवीं क कू ल खुलवा दो। यह बहत ु मांग थी। जस मांग को यान म रखते<br />

हए हमारे माननीय मु य<br />

ु मं ीजी ने एक हजार पांचवीं और छह सौ आठवीं के कू ल क जो<br />

घोषणा क है यह उनक सोच इस बात को दिशत करती है क मु य मं ीजी चाहते ह और<br />

हमार सरकार चाहती है क दरदराज ू और पं के जो अंितम छोर के ऊपर जो य खड़ा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(85)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

हआ है ु , वह य भी िश ा क से पछड़ा हआ नह ं ु रहे इसिलए पांचवीं क और<br />

आठवीं क कू ल, कर ब पछले वष येक ाम पंचायत तर के ऊपर दसवीं के व ालय<br />

क जो घोषणा क थी, उसको सुचा प से संचािलत कया गया। म मेरे वधान सभा<br />

क ह अगर बात क ं तो 16 व ालय मुझे<br />

मो नत कराने पड़े आठवीं से दसवीं के और<br />

यह लोग बात करते ह क हमने बहत कु छ कर दया अगर इतना कु छ कया होता और पाँच<br />

ु<br />

साल के अ दर इस िश ा क से अपने आप म एक अनूठा उदाहरण पेश कया होता तो<br />

शायद मेरा वधान सभा<br />

े जो क अनुसूिचत जाित, जनजाित, ओ.बी.सी. बहल ु इलाका है,<br />

वहां 16 कू ल, जहां पर दसवीं के व ालय तक नह ं थे, शायद र त नह ं रहती ले कन म<br />

आपके मा यम से माननीय मु य मं ीजी का ध यवाद देना चाहती हं क वे चाहते ह क हर<br />

ू<br />

पंचायत पर रहने वाला य<br />

, हर छा कम से कम दसवीं क पढ़ाई अपने ह गांव के<br />

अ दर, अपनी ह पंचायत म करे, जससे उसको कराया-भाड़ा नह ं देना पड़े। उसके ऊपर<br />

भार नह ं पड़े यो क वह गर ब क कोख से ज म िलया हआ ु होता है, उसको दस-बीस पये<br />

रोजाना का कराया उठाना अपने आप म उसके िलए बहत क ठन काय रहता है।<br />

ु<br />

म िश क क िनयु यां अभी हो रह ह, जला प रषद के मा यम से सै क ड ेड क ,<br />

थड ेड क आप सब लोग के सामने आ जाएगी। आई.ट .आई. कॉलेज खोलने का, जो 20<br />

नई आई.ट .आई. कॉलेज राज थान क नये छा को सुपुद क जा रह है, वह अपने आप म<br />

एक बहत ह ऐितहािसक कदम<br />

ु मु य मं ीजी उठा रहे ह और म मु य मं ीजी से आ ह<br />

करना चाहंगी क यह ू<br />

20 आई.ट .आई. जो कॉलेज खुलगी, वे सार आई.ट .आई. कॉलेज<br />

ामीण े म खोली जाए जससे ामीण ब चा अपने आपको टे नोलॉजी से जुड़ा हआ ु<br />

महसूस करे और अपने ह<br />

खोलने क म मु य मं ीजी से ाथना करना चाहती हं। ू<br />

े म और िसकराय के अ दर भी एक आई.ट .आई. कॉलेज<br />

जस कार से ब चय को गाग पुर कार दया जा रहा था, इं दरा यदशनी पुर कार<br />

दया जा रहा है, जब हम कई बार यह इनाम, 40-40, 50-50 हजार पये जब ब<br />

देते थे तो म देखती थी क कई बार सामा य वग क ब<br />

थित इतनी अ छ नह ं होती, वह अपने आपको उपे<br />

चय को<br />

चयां, जनका प रवार, जनक<br />

त महसूस करती थीं और उनको यह<br />

लगता था क यह तो एस.सी., एस.ट . को ह िमल रहा है, हम नह ं िमलेगा। मु य मं ीजी<br />

ने समानता क<br />

रखते हए जो सामा य<br />

ु वग क ब चय के िलए भी यह योजना शु क<br />

है, इसका भी एक म हला होने के नाते म भू र-भू र शंसा करना चाहंगी क चाहे वह कसी<br />

ू<br />

भी जाित, धम, वचार से ता लुक रखती हो, कसी भी समाज से ता लुक रखती हो, अगर<br />

वह य , अगर वे ब चयां पढ़ने के िलए, छा ा पढ़ने के िलए ितब है और उसके ललक<br />

है क वह िश ा म आगे कर पाये तो उसको हमार सरकार इं दरा यदशनी पुर कार के<br />

मा यम से सभी समाज क बािलकाओं को पुर कृ त करेगी, यह बहत बड़ा कदम हमार<br />

ु<br />

सरकार के मा यम से कया जा रहा है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(86)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म छह नये व व व ालय जो क राज थान क जनता को सुपुद ह, आज हम जब कह ं<br />

भी जाते ह तो जब कई बार ब च से पूछा जाता है क या पढ़ाई कर रहे हो तो आजकल<br />

बहत से ब चे ु यह बात कहते ह क हम जनिल म के अंदर पी.जी. करने जा रहे ह और<br />

हमको बाहर जाना पड़ रहा है। य क प का रता के अ दर पी.जी. करना अपने आप म एक<br />

बहत ु ह इं े टंग टड हो गई, बहत ु ह इं े टंग स जे ट हो गया और हमारे राज थान के<br />

ब चे भी चाहते ह क प का रता के अ दर पी.जी. हम लोग करे।<br />

Spp/27.3.2012/15.00/2j<br />

और अ छे नेशनल, इंटरनेशनल लेवल के प कार हमारे राज थान से पढ़कर जाय और<br />

यहां क प का रता को बहत बड़ा सहयोग मु य<br />

ु म ीजी का रहेगा क प का रता एवं संचार<br />

व व व ालय क थापना करने क जो घोषणा क है, यह पहली बार राज थान के अंदर<br />

प कार क तरफ इतना देखा गया है, उनके बारे म इतना सोचा गया है, जसम उनक बीमा<br />

पॉिलसीज भी लागू ह, जसम हमारे दौसा के अंदर भी 50 लाख पये क लागत से सूचना<br />

के क घोषणा क गयी, जसका भी म ध यवाद मु य मं ीजी को देना चाहंगी ू<br />

आ दवािसय के िलये अभी गुलाबच द जी कटा रया कह रहे थे क हमारे आ दवािसय के<br />

िलये या कया है, मेवाड़ के िलये या कया है मेवाड़ के िलये आ दवासी युिनविसट ,<br />

जो क आ दवासी<br />

े के रहने वाले ब च के िलये, जो क ाइबल जाित के अंदर आते ह और<br />

राज थान म सबसे यादा अगर अभी भी पछड़ा हआ ु इलाका है, माननीय कटा रया जी तो<br />

बहत ु साल से वहां से वधायक बनते आ रहे ह। म समझती हं ू उस इलाके से चार-चार,<br />

पाँच-पाँच, छह-छह बार कोई य वधायक और गृह मं ी जैसे पद पर रह जाये और उसके<br />

बाद भी अगर उस इलाके को वह अपने मुंह से पछड़ा कहे तो उससे बड़ हमारे िलये शम<br />

क बात नह ं हो सकती। म उनसे कहना चाहंगी क मु य<br />

ू मं ीजी सदैव आ दवािसय का<br />

भला चाहते ह। उनके उ थान के िलये, उनके वकास के िलये हमार सरकार क टब है। हम<br />

संक<br />

पत ह इस बात के िलये क आ दवािसय का भला हमको करना है। म विभ न कार<br />

क शहर बी पी एल आवास योजना, जो क मु य मं ीजी ने लागू क , लगभग एक लाख<br />

मकान शहर के अंदर रहने वाले बीपीएल लोग को भी,<br />

गांव म 10 लाख मकान बनाये जा रहे ह तो शहर<br />

य क जब अख़बार पढ़ते ह क<br />

े के लोग के अंदर भी इस कार क<br />

भावना आती है क हमारे िलये सरकार या कर रह है उनके िलये भी मु य मं ीजी ने जो<br />

एक लाख मकान बनाने के िलये शहर िनकाय योजना के अंदर दये गये, उसका म बहत ु<br />

बहत अिभवादन करना चाहंगी।<br />

ु ू<br />

साथ म मै ो क बात अभी थोड़ देर पहले झोटवाड़ा से आने वाले स माननीय वधायक<br />

महोदय कह रहे थे क मै ो पर पैसा खच कया जा रहा है। आज जब रा क राजधानी के<br />

अंदर मै ो दौड़ती है तो हमारे राज थान के अंदर रहने वाले येक य के मन म भाव<br />

आता है क हमार जो राजधानी है जयपुर, वह भी द ली क तज पर आगे बढ़े। हम भी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(87)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

चाहते ह क हमारे यहां पर नई चीज आय। हमारे गांव का य भी चाहता है क हमारे<br />

रा य क राजधानी वतमान जगत के हसाब से अपने आपको जुड़ता हआ महसूस करे। मुझे<br />

ु<br />

बड़ा अफसोस हआ क शहर से आने वाले वधायक<br />

ु , जो क शहर े से ता लुक रखते ह<br />

और वह मै ो जैसी प रयोजना का वरोध कर रहे ह और यह कहते ह क वह पैसा<br />

फजूलखच कया जा रहा है। मुझे बड़ हैरानी होती है इस बात के िलये क उस पैसे को<br />

फजूल य माना जा रहा है, जो क शहर े को खास तौर से कहते ह, उपा य महोदय,<br />

क जब हम घर म आते ह और चूं क म एक म हला हं और यह मानते ह क ाइंग म<br />

ू<br />

को हमारे सबसे सुंदर सजाया जाता है, उससे पूरे घर क एक परेखा नजर आ जाती है<br />

इंसान क , क कस कार उसके रहने का तर का है, कस कार क उसक जीवन शैली है।<br />

इन बात को यान म रखते हए ु अगर मै ो जैसी बड़ प रयोजना, जो क गर ब तबके के<br />

िलये, मजदर ू वग के िलये बनाई जा रह है, जो क दो-दो, तीन-तीन घंटे नह ं घूम सकता है,<br />

जो ज द सुलभ तर के से कम पैसे म अपना रोजगार कर लेगा। ऐसी योजना का अगर यहां<br />

बैठे हए ु वप के माननीय सद य वरोध करते ह तो मुझे बड़ा अफसोस है इनक बु पर,<br />

इनक सोच पर क यह राज थान को आगे लेकर नह ं जाना चाहते ह।<br />

म मु य मं ीजी को ध यवाद दंगी ू क रोजमरा के काम आने वाली चीज जैसे क गेहं ू,<br />

आटा, चावल और खास तौर से सा ़डय पर जो कर कम कया है, उससे िन<br />

त तौर पर<br />

हमारे राज थान के रहने वाले येक य को अपना जुड़ाव महसूस होगा और उनको<br />

लगेगा क मु य मं ीजी ने हमारे िलये कु छ कया है। उ ह ने पे ोल के ऊपर से जो वैट कम<br />

कया है, वह भी अपने आप म एक बहत ु ह नायाब है। कु ल िमलाकर म आपसे कहना<br />

चाहंगी क रसोई गैस के ऊपर मु य<br />

ू मं ीजी ने पहले ह 25 पये स सड कम क थी, वह<br />

भी मेरे<br />

याल से ह दु तान के कसी रा य के अंदर नह ं हई है। ु<br />

ऐसा देश है, जो क रसोई गैस के ऊपर 25 पये क स<br />

िसफ राज थान ह एक<br />

सड कम कर चुका है। म इन<br />

तमाम बात के साथ म यह कहना चाहंगी क जो बजट मु य<br />

ू मं ीजी ने कल हमारे<br />

राज थान क वधान सभा म पेश कया और राज थान के आम-अवाम को सुपुद कया, वह<br />

एक बहत ु ह नायाब बजट है, क याणकार बजट है और गर ब एवं कसान वग को यान म<br />

रखते हए ु ामीण लोग को यान म रखते हए ु और खास तौर से एस.सी, एस.ट .,<br />

अनुसूिचत जाित, अनुसूिचत जनजाित, ओबीसी, अ पसं यक समुदाय को सम पत करते हए ु<br />

जो बजट पेश कया गया है, उसके समथन म मने अपने वचार कट कये। म इस बजट<br />

का समथन करती हं। ू ध यवाद। जय ह द।<br />

ी उपा य<br />

: ीमती अिनता जी भदेल।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): माननीय उपा य महोदय, माननीय मु य<br />

मं ीजी ने कल जो बजट तुत कया है, स ता प के लोग ने उनक तार फ के पुल बांधे<br />

ह और कहा है क यह बजट सुनने म बहत अ छा ु है, पढ़ने म भी बहत अ छा ु है पर कथनी<br />

और करनी, यह तो िसफ कहा गया है, करनी कै सी होगी, यह आगे आने वाला समय<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(88)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बतायेगा। भ व य के गभ म िछपा है क हमने कया या है और इस बात से म इसका<br />

अंदाजा लगा सकती हं क पछले तीन वष के<br />

ू बजट मेरे पास रखे ह। वष 2009-2010,<br />

2010-2011 और 2011-2012, चौथा बजट भी मुझे कल िमला है, वह भी मेरे पास है। तीन<br />

बजट क घोषणाओं म श द को हेर-फे र करके कस कार से कोई बात कहां रखी जा सकती<br />

है, ता क ामक थित उ प न करके यह कहा जा सके क यह नई बात हमने बजट म<br />

कह है। जो बात कह गयी है उसको हमने पूरा करने का कहां तक य न कया है, कतना<br />

ितशत हम उन योजनाओं को पूरा कर पाये यह तो गुलाब जी ने और झोटवाड़ा से आने<br />

वाले माननीय वधायक ने बता दया। स ता प के जो दो माननीय वधायक बोले ह,<br />

उ ह ने अपने भाषण म यह ज नह ं कया। योजनाएं अ छ ह, इस बारे म कहा और म<br />

भी इस बात को कह रह हं क हां योजना अ छ<br />

ू है। पर कथनी और करनी म अ तर ह तो<br />

सबसे बड़ बात है। कहने को बहत अ छ ु बात कह सकते ह। कहने म या जाता है, जबान<br />

से कहना ह तो है, िलखकर के पटल पर रखना ह तो है, पर पूरा कहां तक करगे, यह करने<br />

वाली बात है। य द हम कर देते ह तो अ छा है, य द नह ं करते ह तो फर कहना उतने<br />

मायने नह ं रखता और आपक बात पर फर व वास नह ं होता। य द जो चीज तीन वष म<br />

कह गयी है, य द वह धरातल पर वैसी क वैसी लागू हो जाती तो आज हम जो राज थान<br />

क जनता है, चाहे वह ामीण जनता है, चाहे वह अनुसूिचत जाित, जनजाित क जनता है,<br />

चाहे जो बीपीएल प रवार ह, उनके आिथक तर को हम उ नत होता हआ देख सकते थे।<br />

ु<br />

अभी माननीय सद या कह रह थी मु य मं ीजी ने दो पये गेहं क घोषणा क थी। हां<br />

ू<br />

क थी और उस घोषणा को पूरा एक वष हो गया। मने पहले भी इस बात को वधान सभा<br />

म उठाया है क दो पये कलो गेहं नह ं िमल रहा है। आप िसफ<br />

ू<br />

15 कलो गेहं दे रहे ह ू<br />

और जबरद ती 10 कलो आटा दे रहे ह और उस आटे क क मत दो पये नह ं है तो इसको<br />

आप धरातल पर जाकर दे खये।<br />

आपने बात कह क हम िन:श तजन क बहबूद के िलये कानून लायगे, िनदेशालय का<br />

गठन करगे। यह बात आपने 2011-12 के बजट म कह है। वह कानून कब लायगे जब<br />

सरकार चली जायेगी, मु य मं ी अशोक गहलोत नह ं रहगे तब लायगे<br />

डोमे<br />

या कानून हम<br />

टक वकर क िस यो रट के िलये कानून लायगे, एक साल हो गया, आप कानून नह ं<br />

लाये। कहां गया वह कानून हम वाटर के मेनेजमट के िलये िनदेशालय बनायगे, बीकानेर म<br />

था पत करगे। कहां गया वह िनदेशालय कह ं उसका पता नह ं है। हम बाल अिधकार<br />

आयोग बनायगे। आयोग बनाने क घोषणा दो साल पहले क माननीय उपा य महोदय,<br />

बनाया कब जब वधान सभा म<br />

न लगा और बना दया हमारे मु य सिचव को। जब<br />

दसर ू बात वधान सभा म न लगा तब कसी कायकता को उसका अिधकार बना दया।<br />

तीसर बार वधान सभा म<br />

न लगा तब पता पडा क हां, उसक धूल हटाई जा रह है तो<br />

यह या मतलब है क जब कोई बात आपको याद दलाई जाती है तब ह आप करते हो,<br />

बगैर याद के य नह ं करते अपने आप कहा है तो करना भी चा हये। अजमेर से आने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(89)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वाली हमार िश<br />

ट सी क<br />

ा मं ी महोदय बैठ ह नसीम अ तर जी, एक साल पहले अ पभाषायी एस<br />

थापना क बात कह थी। आप बार-बार अखबार म और अिधका रय को<br />

फटकारती रहती ह क कब लाओगे। मं ी महोदय क बात नह ं सुनी जाती है तो हम<br />

ितप के एम एल एज क बात कौन सुनेगा अभी तक अजमेर म उसक थापना नह ं<br />

हई हे। ु<br />

क<br />

अजमेर क जनता ने बीसलपुर के पानी के िलये बहत साल तक संघष कया है। अकाल<br />

ु<br />

थित म अजमेर म पीने का पानी नह ं िमलता। बजट म घोषणा क गई है क हम<br />

उसको नावां तक लेकर जायगे। जब अजमेर क यव था नह ं हो पा रह है उस पानी से, तो<br />

आप नावां कै से ले जायगे नागौर के लोग को खुश कर दया। माननीय चौधर साहब तो<br />

खुश ह। अभी तार फ कर रहे थे क हां, हमारे पानी क यव था कर द । यह पु कर से<br />

होकर जायेगा पानी। अभी तो पु कर ह नह ं पहंचा ु है तो नावां कै से जायेगा( यवधान)<br />

Pcs/27.03.2012/15.10/ 2k<br />

तो फर यह घोषणा गलत है। मु य मं ीजी ने जो घोषणा क है तो फर वह गलत है।<br />

बजट म जो घोषणा क है, वह गलत है इसका मतलब। ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

दोन अजमेर जले क ह।<br />

: माननीय सद य, आपस म बात नह ं कर। सदन को मालूम है क आप<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

ण): दे खए, म तो इस बजट म जो बात िलखी हई ु<br />

ह उसके आधार पर कह रह हं। य द आपके पास कोई आधार है तो आप बता द जए। मुझे<br />

ू<br />

तो यह कताब जो उपल ध करवायी गयी है उससे बोल रह हं। ू<br />

ी उपा य<br />

: आप तो अपनी बात क हए।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): उपा य महोदय, मेरे कहने का मतलब िसफ<br />

यह है क अ छ बात कहना अ छा है ले कन उनको पूरा करना यादा ज र है, यादा<br />

अ छा, उनको पूरा करना है। आप दे खए, बीपीएल प रवार क पु<br />

य को शाद के उपल य<br />

म द जाने वाली सहायता जो द जाती है उनके आवेदन वीकृ त हए आठ आठ मह ने हो<br />

ु<br />

गये ले कन एक पाई का भुगतान उनके पास नह ं है और जब यहां अिधका रय से बात क<br />

जाती है तो वह कहते ह क मैडम, के सरकार से पैसा नह ं आ रहा है, तो हम या कर।<br />

के सरकार म तो आपक कड़ से कड़ जुड़ गई। फर कड़ से कड़ जुड़ने के बाद पैसा<br />

कहां गया पैसा य नह ं आ रहा है आप तो यह बताइये हम। आप बार बार इस बात क<br />

घोषणा करते ह।<br />

उपा य महोदय, यह मेरे पास वष 2009-10 का बजट है। इसम आपने यह बात कह<br />

है क हम 17 हजार िश<br />

के िश<br />

क क भत करगे। यह है पैरा न बर 146, स ह हजार तृतीय ेणी<br />

क क भत करगे। फर आप दसरे बजट म कहते ह वष<br />

ू<br />

न बर 142 म आपने यह बात कह है क हम िश<br />

2010-11 के बजट के पैरा<br />

क क भत नह ं करगे और बड़े मजेदार<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(90)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ढंग से, पैरे को देखो आप, कै से बात कह है, राइट ट ू एजुके शन ए ट के लागू होने से हमारे<br />

शै णक प र े य म आमूल चूल प रवतन होगा। अब यह आव यक है क स पूण िश ा<br />

यव था को सु ढ़ कया जाए और िश<br />

हमने िनणय िलया है क आगामी वष म व ालय को िसफ<br />

ा क गुणव ता पर वशेष यान दया जाए। अत:<br />

मो नत कराने क बजाय,<br />

यहां अिधकार जो बैठते ह, वह यह तो देख ल क हमने पछले वष माननीय मु य<br />

मं ीजी से या घोषणा करवायी थी। इसके वपर त तो हम कु छ श द नह ं बुलवा रहे। म इस<br />

लाइन को वापस पढंगी ू , अत:हमने िनणय िलया है क आगामी वष म व ालय को िसफ<br />

मो नत कराने क बजाय ाथिमक तर से उ च ाथिमक तर के व ालय म िश<br />

क कमी को दर करते हए आव य<br />

ू ु क सु वधाएं उपल ध कराई जाएंगी इसिलए हमारे व ालय<br />

को मो नत कराने का कोई इरादा नह ं है। उपा य महोदय, यह पछले वष का बजट है।<br />

मतलब दो तीन साल पुराना भी बजट नह ं है। पछले वष का बजट यह कहता है और इस<br />

वष मु य मं ीजी से आप यह कहलवा रहे हो क हम व ालय को<br />

क<br />

मो नत करने जा रहे<br />

ह। तो या एक साल के अ दर आपने सभी िश क क कमी को पूरा कर दया अब<br />

आपक िश क भत क कोई ाथिमकता नह ं है। अब िश क भत क कोई आव यकता<br />

नह ं है। इसिलए हम व ालय को<br />

मो नत ह, उन व ालय म िश<br />

तृतीय ेणी के िश<br />

क क भत करने जा रहे ह।<br />

मो नत करने जा रहे ह। जो व ालय पहले से ह<br />

क क भत के िलए आपने कहा क हम पचास हजार<br />

अब इस बजट म माननीय मु य मं ीजी ने उन पचास हजार को घटाकर 41 हजार कह<br />

दया क 41 हजार िश क क भत याधीन है। तो नौ हजार कहां गये तो आप यह<br />

घुमा फराकर तोड़ मरोड़ कर जो बात करते ह, वह ठ क नह ं है और धरातल पर, हम खूब<br />

वाहवाह कर ल, आप इनके प म बोल ल और हम वरोध म बोल ल ले कन आम जनता<br />

जनके वोट से हम यहां चुनकर आते ह उनको असली फायदा होना चा हए। य द उनका<br />

फायदा नह ं है तो हमारे और आपके बोलने से वह बात रकाड पर ज र आ जायेगी ले कन<br />

जनता सब समझती है, सब देखती है और जब व त आयेगा तब आपसे पूछने वाली है क<br />

आपने यह घोषणा क थी उसका या हआ ु <br />

उपा य महोदय, मु य मं ीजी ने व वकमा पशन योजना ब द कर द । आप बजट म<br />

यह तो कह ं नह ं िलख रहे क हम ब द कर रहे ह। ब द करने वाली चीज का तो कह ं<br />

गुणगान नह ं है और जो नयी नयी शु कर रहे ह उनक हम खूब तािलयां पीट रहे ह। खूब<br />

वाहवाह कर रहे है। व वकमा पशन योजना ब द करने का या कारण है या सरकार के<br />

पास उसका अंशदान देने के िलए पैसा नह ं है म चाहंगी ू क माननीय मु य मं ीजी मेर<br />

बात का जबाव द क उ ह ने यह योजना ब द<br />

य क है। या फर जनता को बताय<br />

ज ह ने इसम पैसा डाला है। वह या जबाव दगे उन लोग को ज ह ने व वास करके इस<br />

योजना म लोग को स<br />

मिलत कया था। अब लोग को जबाव देने के िलए नह ं ह। लोग<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(91)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

पूछ रहे ह हमार उस योजना का पैसा कहां जायेगा। कै से जायेगा और कै से हम रटन होगा<br />

ले कन कोई जबाव यहां देने वाला नह ं है।<br />

उपा य महोदय, आपने यहां बहत ु सार बात ऊजा के बारे म कह ह। गुलाबजी ने<br />

ऊजा के बारे म आपको बताया है। फर भी माननीय सद य ऊजा के बारे म जो बोलने वाले<br />

ह, मेरा आपसे एक ह िनवेदन है क य द आपने ऊजा का बहत ु सारा उ पादन कया तो<br />

कृ पा करके जनता तक पहंचाओ। ु कसान तक पहंचाओ ु और शहर म पहंचाओ। ु गांव म<br />

पहंचाओ ु उस बजली को। आप रखकर या मुनाफा कमाने वाले हो या बेचकर उससे<br />

यादा पैसे कमा रहे हो या पैदा क है तो गई कहां वह हमारे यहां तो रोज कटौती होती<br />

है। रोजाना फोन करते ह क मैडम, बजली नह ं आ रह है। म कहती हं ू क या कर<br />

सरकार अशोक गहलोतजी क है। बजली नह ं आ रह । पता नह ं कहां लेकर जा रहे ह। रोज<br />

िच लाते ह क बजली का उ पादन खूब बढ़ा रहे ह। खूब बजली आ रह है। गांव म<br />

बजली है नह ं, कसान के पास बजली है नह ं, फर गई कहां बजली उपा य महोदय,<br />

म मु य मं ीजी से यह पूछना चाहंगी ू , बजली मं ीजी तो अभी थोड़ देर पहले तक तो बैठे<br />

थे, पता नह ं कहां गये। वह बजली कहां गई बजली िमल जाए तो हम भी उसके दशन हो<br />

जाएं। इतना म कहना चाहंगी। ू<br />

ी उपा य<br />

...( यवधान)... वसु धराजी के साथ गई।<br />

: माननीय सद य, यह या जल रह है<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

ण): हम यहां क बात नह ं कर रहे है, हम जो गांव<br />

क बात कर रहे ह। गांव क नह ं, शहर क भी बात कर रहे ह उपा य<br />

जी। अब तो शहर<br />

म भी बजली दखाई नह ं देती है। कभी एक घंटा, कभी दो घंटा और कभी अघो षत कटौती,<br />

कभी घो षत बजली कटौती तो पता ह नह ं चलता क बजली कब आयेगी और कब<br />

जायेगी।<br />

एक माननीय सद य: उिनयारा म भी गायब है।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): उपा य महोदय, एक बहत ु ह मह वाकां ी<br />

योजना के बारे म मु य मं ीजी ने ज कया है बीपीएल शहर आवास योजना। पछले दो<br />

बजट म इस योजना के बारे म बात कह गई ह। राजीव आवास योजना, शहर आवास<br />

योजना और अब मु य मं ी बीपीएल आवास योजना। राजीव गांधीजी के नाम पर क ची<br />

ब<br />

यय का सव करवाकर प टे दए जाएंगे और उनको आवास दए जाएंगे। यह घोषणा<br />

2010-11 के बजट म भी है और 2011-12 के बजट म भी है। अब इस घोषणा को रपीट<br />

कया गया है। मने वधान सभा म न लगाया था क अजमेर क क ची ब तय का सव<br />

करके या िच त कये गये ह क कतने मकान आपको बनाने पडे़गे। उ तर म ‘नह ं’<br />

आया। इसका मतलब है क घोषणा पर दो साल म कोई काम नह ं हआ। ु<br />

अब वापस मु य मं ी आवास योजना क घोषणा क गई है शहर म। यह बात कह<br />

गयी है क पचास हजार पये का अनुदान दया जाएगा। बडे़ ह मजाक का वषय बनाया<br />

गया है गर ब आदमी को। पचास हजार पये म या तो वह मैटे रयल खर देगा य क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(92)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

आपने सब पर टै स लगाया है। लोहे पर टै स है, सीमट पर टै स है, अ य साम ी पर<br />

टै स है तो पचास हजार म कै से उसका मकान बनेगा। सरकार ने जो अफोडबल क म और<br />

बीएसयूपी म जो मकान बनाये ह उनक क मत भी कम से कम डेढ़ लाख पया है। डेढ़<br />

लाख पये म भी वह पूरा मकान नह ं बना पाये ह। तो कै से पचास पये क अनुदान रािश<br />

म बीपीएल प रवार मकान बना पायेगा। यह बहत ु ह आ चय क बात है।<br />

इसके अित र त एक बात और इसम कह गई है। इसके िलए थानीय िनकाय, नगर<br />

िनगम, नगर प रषद लोन लगी। आज उनक इतनी अ छ<br />

काम कर सके । सफाई और<br />

थित नह ं है क वह खुद के भी<br />

ट रोशनी क यव था तक वह नह ं कर पाते ह तो लोन<br />

लेकर कै से बीपीएल प रवार को आवास क सु वधा मुहैया करा पायगे। यह ऐसी घोषणा है<br />

जसके बारे म कु छ नह ं कहा जा सकता।<br />

एक बात और आपने कह है। पछले तीन साल से सुनती आ रह हं ू क धािमक थान<br />

को सड़क से जोडगे। धािमक थान को सड़क से जोड़ना अ छ बात है। हम पयटन को<br />

बढ़ावा देना चाहते ह। य द धािमक थान पर आने जाने क सु वधा बढ़ेगी तो पयटन और<br />

बढे़गा तथा रा य क रेवे यू भी बढे़गी ले कन अजमेर जले के तीन वधान सभा े ऐसे ह,<br />

थम वष 2009-10 म जब यह घोषणा हई ु तब से लेकर आज तक धािमक थान के<br />

ताव मांगे गये ले कन उन थान तक आज तक नह ं जोड़ा गया। तो मेरा माननीय मं ी<br />

महोदय कह ं सुन रहे ह , तो उनसे िनवेदन है क उस 2009-10 क उस घोषणा को ह पूरा<br />

कर द तो हम समझ जायगे क हां, तीन वष म सरकार को काम करने के िलए यान तो<br />

आया। घोषणा िसफ घोषणा नह ं रहनी चा हए। काम होना चा हए।<br />

Msr/27032012/1520/2l<br />

म बारबार इस बात के िलए आ ह कर रह हं क आप पाँच ह बात कह ले कन पाँच<br />

ू<br />

बात पूर तरह से आप उसको लागू कर, पूर तरह से उन पर काम कर तब तो सरकार क<br />

वाहवाह है।<br />

यह सार जो योजनाएं ह, आप बेरोजगार भ ता दगे ले कन इसम यह बात िलखी है क<br />

आप िसफ दो वष तक उसको बेरोजगार भ ता दगे या उसके िनयोजन तक आप भ ता दगे।<br />

और एक बात आपने िलख द क जनका एक साल पूव म र ज ेशन हो चुका है उ ह ं को<br />

हम, तो यह राइडस य लगाये गये ह यह राइडर लगाने का मतलब है हम कम से कम,<br />

मतलब ऊँ ट के मुंह म जीरा जतनी ह लोग को सु वधा पहंचाएं तो उससे सरकार योजनाओं<br />

ु<br />

का चार- सार आम लोग तक नह ं हो पाता और ना वो उसका उपयोग कर पाते और ना<br />

ह उनका फायदा उठा पाते। तो मेरा िनवेदन है क इन राइडस को दर कया जाय।<br />

ू<br />

एक बात और म वधवाओं के बारे म कहना चाहंगी। ू म हला होने के नाते मेरा बहत ु<br />

अिधक उनके ित आ ह रहता है। वधवा म हलाएं यह चाहती ह क उनको पे शन द जाए<br />

ले कन एक बहत बड़ा राइडर उसम लगा हआ है क<br />

ु ु 25 वष से बड़ा उनका बेटा होगा तो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(93)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उनको पे शन नह ं द जायेगी। मेरा माननीय मु य मं ीजी से आ ह है क कम से कम वो<br />

वधवा म हला के ित सहानुभूित रखते हए ु , उनके ित आ ह रखते हए ु इस राइडर को वो<br />

हटा द तो उनको पे शन िमल सके गी, भले ह 500 पये उनको पे शन िमले ले कन उनको<br />

पे शन का लाभ िमल जायेगा तो उनक थोड़ -बहत<br />

सुधार पायगी।<br />

थित जो भी, जैसी भी है उसको वो<br />

दसर ू एक बात और म कहना चाहंगी क अनुसूिचत जाित, जनजाित के जतने भी<br />

छा ावास संचािलत ह उन सब छा ावास म या तो हॉ टल वाडन का पद वीकृ त होने के<br />

बाद वहां पर पद थापन नह ं है। एक बात और कह गयी क क यूटर दये गये ह उनको<br />

िश ण के िलए ले कन आप दे खये क उन ब च को रहने के िलए जो स ह उन स<br />

क भी इतनी कम सं या है क उनको खुद को रहने, उठने-बैठने और टैड के िलए जगह<br />

नह ं िमलती उन कमर म। आपने क यूटर दे दये, क यूटर टेबल पर रखे हए ु ह, रात को<br />

जब ब चे सोते ह तो क यूटर उठा कर के बाहर रखते ह फर सुबह क यूटर उठा कर<br />

अ दर रखते ह, वो कबाड़ बन गये। तो या तो ऐसी यव था कर, जब आप कोई चीज द तो<br />

उसके िलए पूव म सार सु वधाओं का िनयोजन वहां कर। आप क यूटर लैब बनाएं वहां पर<br />

अलग से, उसके िलए पैसा द उसके बाद क यूटर द। उनके िश<br />

हम उसका उपयोग कर पायगे नह ं तो हम उसका उपयोग नह ं कर पायगे।<br />

ण क यव था हो तो<br />

माननीय उपा य महोदय, म एक अंितम बात कह कर के अपनी बात समा त करती<br />

हं। बजट म अजमेर म बहत सार इससे अपे<br />

ू ु ाएं थीं। हमारे अजमेर के सब लोग ने<br />

माननीय मु य मं ीजी को प िलख कर के एिलवेटेड रोड क मांग क थी य क अजमेर<br />

म जस कार से वाहन क सं या बढ़ है, सड़क पर दबाव बढ़ा है उसके कारण से रोड<br />

ए सीडट होते ह और य द दघटना म कसी य<br />

ु क मृ यु होती है, वो भी कसी कमाऊ<br />

य क मृ यु होती है तो यह सम झये क उस य क मृ यु नह ं पूरे प रवार क मृ यु<br />

है और उस कारण से हम यह चाहते थे क अजमेर म एक एिलवेटेड रोड माननीय मु य<br />

मं ीजी देते य क अजमेर एक ऐसा शहर है जो रेलवे के कमचा रय से बसा हआ शहर है ु<br />

और अजमेर शहर को रेलवे क लाइन तीन-चार भाग म वभ त करती ह। मने आशा क<br />

थी क आप आर.ओ.बी. दगे तो अजमेर के िलए िमलेगा, एक एिलवेटेड रोड अजमेर के िलए<br />

द जायेगी, मेर उनसे ाथना है क जब वो उ तर द तो कम से कम आर.ओ.बी. ना द तो<br />

एिलवेटेड रोड तो द ता क यातायात क जो उतनी भयंकर सम या है उसका हम समाधान<br />

कर पाएं।<br />

माननीय उपा य महोदय, एक बात और कहना चाहंगी क आप जो भी घोषणा कर<br />

ू<br />

उनको पूर ोपर वे म मानीट रंग हर तीन मह ने म, हर 15 दन म हम एक मानीट रंग<br />

कमेट बना कर के उसक मानीट रंग कर तक कहां तक गित हो पायी है या कतने लोग<br />

को हम लाभ दे पाये ह, कतने पैस का हम उपयोग कर पाये ह तो शायद इस बजट म जो<br />

ो वजन कये गये ह उन<br />

ो वजन के मा यम से हम आम जनता तक राहत दे पायगे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

े<br />

ु<br />

(94)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

अ यथ यह कोर बात कह ं हई ह रह जायगी<br />

ु , इनको हम काय प म प रणीत नह ं कर<br />

पायगे। बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी उपा य<br />

: ी करण िसंह जी राठौड़।<br />

ी करणिसंह (छबड़ा): नम कार। माननीय उपा य महोदय, कल राज थान के<br />

आदरणीय मु य मं ीजी ने जो बजट पेश कया है उस पर काफ ल बे समय से चचा चल<br />

रह है। म आदरणीय मु य मं ीजी को ध यवाद देना चाहंगा क उ ह ू<br />

ने यह बजट जो पेश<br />

कया है इस बजट के अ दर अगर हम उठा कर के देख तो इस बजट म उस गर ब के दद<br />

को, उस म हला, उस वधवा, िन:श तजन, मंदबु , वतं ता सेनानी, भूतपूव सैिनक,<br />

प कार, अनाथ ब चे, एस.सी., एस.ट ., एस.बी.सी., उन सभी वग का वशेष यान रखते<br />

हए ु इस बजट को पेश कया है। इस बजट म जो देखने को िमला है, आजाद के 64 साल<br />

बाद जस तरह से गांव म आज भी गर ब आदमी गर ब है और मोटा आदमी मोटा है, जब<br />

तक सामा जक समानता पूरे देश के अ दर नह ं रहेगी, जब तक दोन का जीवन तर बराबर<br />

नह ं हो जायेगा तब तक देश आगे नह ं बढ़ेगा, सामा जक समानता, सामा जक याय क<br />

बात इसके अ दर क गयी। कभी कसी ने गर ब को छने ू का यास नह ं कया, कभी गर ब<br />

के दद को जानने का यास नह ं कया, कभी िन:श तजन और मंदबु के बारे म कसी ने<br />

सोचा नह ं। वधवा पे शन, गर ब के इलाज क बात, और तो और िन:स तान य है,<br />

आज तक कसी सरकार ने िन:स तान य के बारे म सोचा तक नह ं और म तो ध यवाद<br />

देना चाहता हं माननीय मु य<br />

ू मं ीजी का क उ ह ने मानव समाज के बारे म तो सोचा ह<br />

सोचा, गर ब तबके के बारे म सोचा ह सोचा मगर उस य के बारे म भी सोचा जसके<br />

बारे म आजाद के बाद आज तक कसी ने सुध नह ं ली, उसका भगवान ह मािलक था।<br />

और म ध यवाद दंगा ू<br />

माननीय मु य मं ीजी को क इस बजट के अ दर उ ह ने<br />

इ सान के साथ-साथ पशुओं के बारे म भी सोचा। पशुओं को भी<br />

इलाज, मनु य का<br />

इलाज और साथ ह साथ इसम बहत ु बड़ा कया गया क व य जीव क दघटना ु होती है,<br />

मुझे दद हआ ु क इस बार मेरे के अ दर 300 हरण क एक साथ मौत हई है<br />

अ यिधक बा रश के कारण और जब हरण क मौत हई ु , हरण तड़फ-तड़फ कर खेत म<br />

भागते रहे और कु छ हरण को कु त ने या जंगली जानवर ने पकड़-पकड़ कर हमारे सामने,<br />

हमने खाते हए ु देखा और हरण वगैरह जो जंगल के जानवर दुघटना त हो जाते ह उनके<br />

बारे म कसी सरकार ने आज तक सोचने का यास नह ं कया, व य जीव के ित हमारे<br />

मु य मं ीजी ने जो ेम दशाया, उनके ित जो सहानुभूित दशायी यह आज तक कसी नेता<br />

ने सोचने का यास नह ं कया। व य जीव के साथ-साथ आसमान म रहने वाले प<br />

य को<br />

भी भोजन क यव था है, गोडावण जो वलु त जाित है उसके बारे म भी इसम काफ<br />

ज कया गया।<br />

अब ड कस म हम किमयां खूब िनकाल सकते ह। मने कटा रया साहब का पीच सुना<br />

तो उ ह ने कहा 41.7 ितशत जी.ड .पी. कम हो गयी, इतना घाटा हो गया, गांव के आदमी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(95)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

को इस जी.ड .पी. से, घाटे से कोई मतलब नह ं है उसको सुबह का भोजन चा हए, उसको<br />

बीमार होने पर इलाज चा हए, उसका पेट दद हो तो गोली चा हए, रहने को मकान चा हए<br />

और उसको मु त इलाज चा हए। जी.ड .पी. घट गयी, मने इसके पहले भी दसू रे नेता क<br />

पीच सुनी, राज थान क वकास दर कम हो गयी, आपका िस टम बगड़ गया,<br />

अथ यव था लड़खड़ा गयी मतलब झूठ माट के आंकड़े पता नह ं कहां से उठा-उठा कर के<br />

लाते ह और सदन को गुमराज करते ह। गांव का कोई आदमी नह ं जानता, 80 परसट गांव<br />

के लोग नह ं जानते जी.ड .पी. या होता है। म वधायक बन के आने के बाद समझने लगा<br />

जी.ड .पी. या होती है। यह जी.ड .पी. और यह कोई आदमी को रोट खाने को नह ं देती,<br />

अ छा राज वो होता है, लोकतं वो होता है, डेमो े सी वो होती है, राजा वो अ छा होता है<br />

जसके राज म जा सुखी रहे। राजा अशोक, राजा व<br />

हमारे ह।<br />

मा द य सादा और ेट वो ह अशोक<br />

आपको बोलने का मौका नह ं दगे, िचंता मत करो, ऐसा काम करने जा रहे ह, हम इस<br />

तरह क यव था करने जा रहे ह। कम से कम तीन साल म हमारे माननीय मु य मं ीजी<br />

ने एक भी कमी आपको नह ं द बोलने क और जस तरह का हम बजट लाये ह उसम<br />

आपको बोलने का मौका नह ं िमल रहा है। आप भी बोल रहे ह क बजट तो बहत ु ब ़ढया है,<br />

बजट म बोलने लायक कमी नह ं छोड़ आपने, वा तव म आप ठ क काम कर रहे ह।<br />

कटा रया साहब ने भी कहा है क मु त इलाज अ छ बात है पर दवाई म गड़बड़<br />

कमीशन है, अब कमीशन क कर के फर वापस इसको कटघरे म खड़ा करने क बात कर<br />

रहे ह।<br />

Ars/<strong>usc</strong>/1530/2m/27032012/1<br />

कमीशन या, दवाई का सलै शन कौन कर रहा है, दवाई कहां से आ रह है, सुन लेना<br />

इस बात को कान खोलकर, पूर जनता हमार बात को सुन रह है, हमारे नेता का नाम है<br />

अशोक जी गहलोत, ना तो खाने देते ह और ना खाते ह। आपक तरह नह ं ह जो तीन साल<br />

तक पूरा राज थान लुटता रहा,<br />

अराजकता फै लती रह , भय था,<br />

के काय<br />

टाचार का नंगा नाच होता रहा, 90 बी के नाम पर<br />

टाचार था, कोई राज नह ं था और उसके तहत जस तरह<br />

म होते रहे, आपके नेताओं ने उँगली उठाई। व: नेता भैर िसंह जी शेखावत, म<br />

जाना नह ं चाहता उन चीज म य क मेर डबेट का सारा मैटर रह जाएगा। इसिलए म उन<br />

बात को छोड़ते हए ु आपसे कहना चाहता हं ू नेता का च र होना चा हए, नेता का आचरण<br />

ठ क होना चा हए और नेता क सोच गर ब जनता के ित होनी चा हए। जब तक गर ब<br />

जनता के ित सोच नह ं होगी वह राजा राजा कहलाने लायक नह ं होता है। कभी सोचा था<br />

आपने क िन:स तान य का ब चा होने के बारे म आप सोचगे, मु त इलाज कभी सोचा<br />

आपने, मु त मकान, मु त लाइट, दो पये कलो गेहं। आपको कह ं बोलने का मौका नह ं<br />

ू<br />

दगे, इस तरह क हमार योजना चल रह है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(96)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

मंद बु लोग के िलए छा ावास, वधवाओं के िलए अभी बात कर रह थी बहन जी<br />

हमार , अ छ बात थी, म समथन क ं गा उनका, वधवाओं को पशन िमलनी चा हए।<br />

िनराि त लोग आज भी परेशान ह गांव म, उनके िलए पाँच वृ ा म खोलने क हमारे<br />

मु यमं ी जी ने घोषणा क है। सार चीज हम उठा उठा कर देखते ह तो म एक एक चीज<br />

पर बोलूंगा तो काफ ल बा समय लगेगा। फर भी कु छ पाइंट का म यहां ज क ं गा।<br />

माननीय मु यमं ी जी ने अजमेर, भरतपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर म मानिसक वमं दत<br />

पुनवास गृह, इसका मतलब जानते ह मानिसक वमं दत<br />

या होता है। जस मां बाप के<br />

मानिसक वमं दत ब चा होता है उससे पूछो वह ब चे को कै से पालते ह। कभी वह इधर<br />

िगरता है कभी उधर िगरता है, मां उसको गोद म लटकाए फरती है, ना मां बाप जी सकते<br />

ह, ब चा मरने लायक होता नह ं है, उसको कौन पालेगा। उसको पालने के िलए या उसको<br />

ज दा रखने के िलए, उसका जीवन गुजारने के िलए अगर कसी ने योजना बनाई है तो<br />

हमारे मु यमं ी जी ने बनाई है। उसके िलए म ध यवाद देना चाहता हं। ू<br />

ऐसे काम कये ह जसके बारे म कसी ने सोचा नह ं। इस तरह से जयपुर, जोधपुर,<br />

बीकानेर, उदयपुर, कोटा म वृ ा म था पत कये। गांव गांव जाते ह, आजकल स तान इस<br />

तरह क हो गयी है क मां बाप क सेवा नह ं करती है और मां बाप क ोपट पर क जा<br />

करके उनको घर से बाहर िनकाल देते ह। आप भी मेरे हाड़ौती<br />

े के ह और जब गांव म<br />

जाते ह और देखते ह क सुबह शाम के भोजन के िलए मां बाप घर के बाहर तरसते रहते ह<br />

और बह बेटे पलंग पर बैठकर खाना खाते रहते ह। इस तरह हम<br />

ू<br />

देखते ह यह हमार सबक<br />

तकलीफ है, उनको कौन पालेगा और उसके िलए वृ ा म जैसी योजनाएं बनाई, म इसको भी<br />

तार फ के का बल मानता हं। ू<br />

कु ठ रोगी, इनके बारे म तो सरकार ने सोचा ह नह ं कभी। आप तो जी ड पी क बात<br />

करते हो बस। यह बंद कमरे म जी ड पी1 यह हमार िमला जी कु डारा बैठ ह इनसे पूछो<br />

जी ड पी या होती है, बता नह ं सकती जी ड पी या होती है, नह ं जानती,<br />

ब जानने<br />

लगी ह, यह जी ड पी, वी ड पी रोट नह ं देगी लोग को। गांव म अभी भी अ सी परसट<br />

तबका गर ब है। उसको चा हए भरपूर भोजन, उसके घर म खुशी होनी चा हए, उसको दो<br />

पये कलो गेहं ू िमल रहा है, उसको लाइट िमल रह है, उसको मु त इलाज िमल रहा है।<br />

यह आव यकता थी वह हमार सरकार कर रह है।<br />

िन:श त जन को पशन, म उपा य महोदय, इसके बारे म कहंगा ू क िन:श त जन<br />

का सव हआ है और ु<br />

हमारे मु यमं ी जी ने बहत अ छा ु काम कया और िन:श तजन को<br />

पशन िमलनी चा हए। िन:श त जन को कई िनयम कायद के तहत सभी को पशन नह ं<br />

िमल पा रह है। म आपके मा यम से मु यमं ी जी से कहंगा ू क सव कराने के बाद सोलह-<br />

स ह लाख क पूर फ गर है, सबक पशन बाँध देनी चा हए, मेरा मु यमं ी जी से आ ह है।<br />

यह धरम का काम और करना पड़ेगा। दसरा धरम का काम और मांग लेता हं आपसे क<br />

ू<br />

ू<br />

राज थान क जतनी वधवा म हलाएं ह, जो ऊं चे घराने क ह वह पशन नह ं मांगती ह मत<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(97)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

मांग मगर कोई माता वधवा अपना एफे डे वट देकर के पशन मांगती है अपना जीवन यापन<br />

करने के िलए तो उसक पशन बाँध देनी चा हए। यह काम होना बहत ु आव यक है इसके<br />

िलए म पहले भी सदन म कह चुका हं। इससे बड़ा धरम का काम कोई नह ं होगा। म<br />

ू<br />

आदरणीय भैर िसंह जी शेखावत को ध यवाद देना चाहता हं उ ह ू<br />

ने राजपूत समाज के<br />

स मेलन म कहा था क ठाकर वधवा म हलाओं क सेवा करना सीख जाओ, उन पर यान<br />

देना सीखो नह ं तो उनके ाप से तुम आगे नह ं बढ़ पाओगे।<br />

इसिलए म कहना चाहता हं भारतीय जनता पाट के लोग से क वधवाओं क पशन के<br />

ू<br />

बारे म आप भी यान द, आपने नह ं कया म मु यमं ी जी से िनवेदन क ं गा क वधवाओं<br />

क पशन चाहे कोई भी ह उसको पशन बंधनी चा हए। औलाद वाला भी ठ क कया, जो भी<br />

हो आप भेज देना, जो भी होगा उसका इलाज पूरा ठ क करायगे, िच ता मत करो आप।<br />

िनराि त संबल योजना, यह आप दे खये समाज क याण के मा यम से जस तरह से<br />

हमारे मु यमं ी जी ने काफ योजनाएं द ं ह यह सब तार फ के का बल ह। चाहे अ पसं यक<br />

वग ले ल, चाहे एस सी, एस ट वग ले ल। बार बार एक श द पर हमार वप क नेता ने<br />

बोला क एस बी सी। जब हमारे मु यमं ी जी ने बार बार इसको<br />

लक कया तो थोड़ा<br />

उनको बुरा लगा। यह वशेष पछड़ा वग हमने बनाया है इनको बहत ु कु छ उ मीद हमारे<br />

लोग से है। उसके िलए भी मु य मं ी जी ने योजना द एस बी सी को वह भी तार फ के<br />

का बल है। एस बी सी, एस बी सी कया जा रहा था तो यह इसिलए कया जा रहा था क<br />

हमने उनके िलए 200 करोड़ का लान पहले दया था और उपा य महोदय, इसका बड़ा<br />

अ छा रज ट आ रहा है। जो जाितयां िश<br />

से अब जाग क हई ह। म ध य<br />

ु<br />

ा क तरफ यान नह ं देती थीं वह इस मा यम<br />

वाद देना चाहता हं मु यमं ी जी को इ ह ने पछले बजट<br />

म सांसी, कं जर, गा ़डया लुहार ऐसी जाितयां जनको मु य धारा से जोड़ने के िलए योजनाएं<br />

चला , नवजीवन योजना, उससे जनता को काफ लाभ िमला है। पर कई जाितयां राज थान<br />

म अभी ऐसी ह जो इस लाभ से वंिचत ह उसका सव कराकर के उसको जोड़ा जाए।<br />

म ऊजा<br />

े क बात करता हं। अभी कटा रया साहब ने कहा था क एक भी मेगावाट<br />

ू<br />

बजली पैदा नह ं क । उपा य महोदय, अगर सरकार एक भी मेगावाट बजली पैदा नह ं<br />

करती तो इनक सरकार के जाने के बाद और हमार सरकार के आने के बाद जो गेप पैदा<br />

होता है डमा ड का वह हम पूरा नह ं कर पाते। इस साल भी हमारे कसान को हमने<br />

बजली कह ं से लाकर द और कोई कसर नह ं छोड़ । बजली के जो हमारे ोजे ट आ रहे ह<br />

उस ोजे ट म अगर आप देख तो अभी म पूना था एक राज थानी महो सव म तो वहां के<br />

लोग ने कहा है क हम सौर ऊजा पर आपके यहां जो ला ट आ रहे ह उसम लगाना चाहते<br />

ह उसके िलए हम या करना पड़ेगा। अमे रका, जमनी, जापान और पूरे व व के लोग हमारे<br />

राज थान भगकर के ला ट लगाना चाह रहे ह। तो आप समझ जाना राज थान क त वीर<br />

बदलेगी क नह ं बदलेगी। कमी हम कु छ भी िनकाल सकते ह, आज यव था कम हो सकती<br />

है, आज बजली का उ पादन कम हो सकता है, ला ट हमारा लेट हो सकता है पर आने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(98)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वाला समय भ व य हमारा और राज थान क जनता का सुर<br />

त और बेहद खुश होगा।<br />

कसान को कह ं परेशानी नह ं होगी, आम जनता को पूरे टाइम लाइट िमलेगी, यह हमार<br />

सरकार क देन रहेगी, हमारे मु यमं ी जी क देन है चाहे आप जी ड पी दर कतनी ह<br />

कम कर। सौर ऊजा, पवन ऊजा, आपने सौर ऊजा म कु छ काम नह ं कया राज थान म,<br />

पवन ऊजा म कोई काम नह ं कया, बायो मास म आपने कोई काम नह ं कया और जो<br />

ला ट आपने लगाये उसका भी काम हमारे कायकाल म ार भ हआ। ु<br />

इसिलए माननीय उपा य महोदय, लाइट के कोण से हमारे मु यमं ी जी क<br />

योजना है, तहे दल से तार फ के का बल है। पर इसम मेरा सुझाव है बजली उ पादन के<br />

बावजूद भी गांव म व ुत स लाई ठ क नह ं हो पाती है। गांव गांव म लाइट क पुरानी<br />

लाइन बछ हई है ु<br />

, पुरानी लाइन बछ रहने से लाइट के तार टटते ू ह, कई कसान क खेत<br />

म काम करते करते मौत होती है। इसको जब हम देखते ह तार टटने ू से मर गया, बजली<br />

का तार ढ ला होने से मर गया या अिधक करंट आने से िचपक कर मर गया। हजार<br />

कसान क मौत इसक नै लीजसी के कारण होती हैह। इस यव था को द त ु करने क<br />

आव यकता है, इस बात को म सरकार तक पहंचाने ु का यास कर रहा हं। ू गावं के कसान<br />

को ड बी ांसफामर ठ क टाइम पर नह ं िमलता है। सरकार से अलॉटमट कराकर अिधकार<br />

लोग ले जाते ह और वह ांसफामर टाइम पर नह ं पहंचता ु और इसम काफ कर शन होता<br />

है। म सरकार होने के बाद भी इस बात को उठा रहा हं ू क इस कर शन को दर ू कया जाए<br />

और कसान को राहत द जाए।<br />

तीसर बात म आपसे इस सदन के मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क गरमी का<br />

ू<br />

मौसम आने वाला है, कई गांव म पानी के बल पंचायत जमा नह ं करती है। क म होती है<br />

पी एच ई ड क और वह बजली कट जाती है तो गरमी क यव था को यान म रखकर<br />

के पेयजल के िलए बजली उपल ध कराना अिनवाय है यह हमार सरकार क ज मेदार है।<br />

यह मेर भावना मु यमं ी तक पहंच जाए। ु<br />

Vns/<strong>usc</strong>/15.40/27.03.2012/2n/1<br />

साथ ह साथ म कृ ष के े म भी बोलूंगा। कृ ष के े म माननीय मु यमं ी जी ने<br />

बहत अ छ ु बजट म घोषणा क है। इस बार खाद का ाइिसस रहा है। खाद का जबरद त<br />

ाइिसस रहा है और कसान परेशान रहे ह। खाद के िलये सरकार ने भ डारण करने क बात<br />

कर है। इसके िलये म मु यमं ी जी से कहंगा ू क यव था पहले से होनी चा हये ता क<br />

कसान को समय पर खाद िमले। कसान को खाद, बजली, पानी और बीज समय पर<br />

चा हये। इसके िलये हमार सरकार को जो किमयां ह उसको दर करने का वचार करते हए<br />

ू<br />

ु<br />

योजना बनानी चा हये।<br />

म इसम िनवेदन करना चाहता हं हमारे<br />

े म लहसुन होता है और लहसुन का भाव<br />

बहत ु डाउन हो गया है। इस बार े म लहसुन क ब पर ॉप आ रह है तो लहसुन क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(99)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

फसल का उिचत मू य िमलना चा हये। अभी मेरे सािथय ने भी कहा है टमाटर का भाव<br />

ठ क नह ं िमलता है। फल, स जी का भाव ठ क नह ं िमलता। सरकार को एक यव था<br />

करनी चा हये। सरकार यह कहती है क स जी का समथन मू य नह ं होता है। समथन मू य<br />

तो नह ं होता पर सरकार क ज मेदार भी होती है कोई चीज को खर दने क यव था करे।<br />

आज कल रलायंस वाले, स जी वाले, बड़ -बड़ बाहर क क पनीज आती ह तो सरकार खर द<br />

कर उन क पनीज को दे ता क कसान को वह फायदा िमल जायेगा। इस तरह क यव था<br />

होनी चा हये।<br />

साथ ह कसान को जो तकलीफ होती है उसके बारे म आपसे ज कर रहा हं। म ू<br />

आपका यान यादातर सम याओं क ओर ले जाऊं गा।<br />

इस बार बजट काफ अ छा दया है। सड़क के बारे म ठ क दया। िश<br />

ठ क दया। िश<br />

ा के बारे म<br />

ा के बारे म सब कु छ ठ क दया है पर एक थोड़ सी कमी जो रह है,<br />

माननीय सद य सभी चाहते ह गे जो सेके डर कू ल ह वह सीिनयर सेके डर कू ल होने<br />

चा हये। यह तोहफा िमलना चा हये। हम सब लोग क इ छा है। सार यव था आपक ठ क<br />

है। आपने ब च को पढ़ने के िलये लैपटॉप दये। ब च को आगे बढ़ाने के िलये आपने<br />

छा वृ यां द ह। आपने िम डल कू ल को सेके डर कू ल कया है। आपने कोई कमी नह ं<br />

छोड़ , मगर जो कमी है उसको म सदन के मा यम से माननीय मु यमं ी तक पहंचाना ु<br />

चाहता हं क सेके ड ू र कू ल को सीिनयर सेके डर कू ल कया जाये ता क हमार एक जो<br />

डमा ड है वह पूर हो सके ।<br />

साथ ह म वाटर सोस के बारे म बोलूंगा। माननीय उपा य महोदय, आप हाड़ौती के<br />

रहने वाले ह। हाड़ौती आ ोिगक नगर है, िश ा नगर है, पयटन क से बहत ु आगे है,<br />

व ुत उ पादन म हम न बर वन होने जा रहे ह। पानी के वाटर सोस हमारे पास ह।<br />

ॉडगेज रेल लाइन हमारे पास है। कृ ष उ पादन हमारे पास है और कृ ष पर आधा रत उ ोग<br />

के कोप हमारे े म काफ ह। म आपसे कहना चाहता हं क इस बजट म हमारे े म<br />

ू<br />

वाटर सोस के बारे म हाड़ौती म कोई वशेष योजना नह ं बन पायी। म आपके मा यम से<br />

चाहता हं क पानी बहकर िनकलता है। आंख के सामने पानी जा रहा है और लोग पानी के<br />

ू<br />

िलये लड़ रहे ह। हमारा पानी भीलवाड़ा ला रहे ह। कोई ट क ला रहा है, कोई बूंद ला रहा है<br />

पर जो हमारा पानी बहकर िनकल रहा है उसको बचाने के िलये तो आप कम से कम योजना<br />

बनाएं ता क पूरे राज थान का भला हो सके गा। पूर जनता का भला हो सके गा और कसान<br />

भी स प न हो पायेगा। रा भी स प न हो पायेगा और हम भी आगे बढ़ पायगे।<br />

इ ह ं के साथ म पंचायत राज के बारे म बोलना चाहता हं ू क पंचायत राज के अ दर<br />

हमारे मु यमं ी जी ने बजट देकर एक अ छा िस टम जमाया है। नयी भत क बात भी<br />

क । राजीव गांधी सेवा के जो बन रहे ह उसके िलये म माननीय मु यमं ी जी को<br />

ध यवाद देना चाहता हं। उ ह ू<br />

ने पंचायत तर पर भी यव था क है। उस गांव के गर ब<br />

आदमी को इंटरनेट से जोड़ने क बात क है। राजीव गांधी का सफल संचालन करने के िलये<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(100)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

नाबाड के मा यम से कृ ष वभाग, राज व वभाग के अिधका रय को बैठाने क जो बात क<br />

है वह तार फ के का बल है। आज तक क सरकार ने इस बात को नह ं सोचा इसिलये इसम<br />

जो कमी रह है म वह भी आपके यान म लाना चाहता हं। ू गांव से दर ू राजीव गांधी सेवा<br />

के बने ह। उसक सुर ा करने का उपाय भी सरकार को सोचना पड़ेगा। उसम बड़ -बड़<br />

मोटर रहेगी, बैटर रहेगी, ढाई लाख के उपकरण रहगे कह ं वह चोर न हो जाए और वप<br />

म बैठे हए ु हमरे साथी को लोग को मौका िमल जायेगा क राजीव गांधी सेवा के फे ल<br />

गये।<br />

माननीय उपा य महादय, आप हाड़ौती के ह थोड़ मेर तरफ यान रख। म गलत बात<br />

नह ं बोल रहा हं। आपके हत क ह सार बात बोल रहा हं। आपको भी मौका उधर िमल<br />

ू ू<br />

गया और मुझे इधर िमल गया। दोन क जोड़ पहले से है ह । ई वर क दया से सब काम<br />

ठ क चलेगा।<br />

132 का जी एस एस मेरे छबड़ा म माननीय बजली मं ीजी से कहंगा ू क डमा ड है।<br />

मेरे यहां बजली क आपूित ठ क नह ं हो पाती है। यह खोला जाए।<br />

छबड़ा म पेयजल योजना होनी चा हये इसके बारे म भी म आपसे िनवेदन क ं गा क<br />

इस बार काफ<br />

ाइिसस रहा है। पानी क योजना बननी चा हये।<br />

बोलने के िलये मेरे पास काफ बात है पर आप समय दगे नह ं।<br />

इसम बहत बड़ चीज कह गयी क खला ़डय को ो सा<br />

ु<br />

हत करने के िलये मानदेय<br />

बढ़ाया है। यह भी खुशी क बात है। आपने खेल मैदान के िलये 10-10 लाख दये। यह<br />

अमाउ ट थोड़ कम है। एक लॉक पर 10 लाख म खेल मैदान नह ं बन पायेगा। आदरणीय<br />

मु यमं ी जी से कहगे क 10 लाख क जगह इस अमाउ ट को 20-20 लाख करना चा हये।<br />

10 लाख म तो बाउ हो पायेगी। न वह काम हो पायेगा, न पेवेिलयन बन पायेगा तो ऐसा<br />

ह काय<br />

म दखेगा। फर कटा रया साहब जी ड पी क बात करगे और किमयां िनकालगे<br />

इसिलये इनको इस तरह क बात बोलने, जी ड पी का मौका ह मत दो जस तरह से हम<br />

काम कर रहे ह उसम कोई कमी हमको नजर नह ं आनी चा हये।<br />

( बजे)<br />

( ी राव राजे िसंह, सभापित, पदासीन)<br />

मु त इलाज के िलये म ध यवाद दंगा ू मु यमं ी जी को। मु त इलाज के िलये जो<br />

योजना चलायी है उसम अब कोई कमी नह ं है। हम कु छ दवाई कई जगह उपल ध हो पाती<br />

ह और कु छ कम उपल ध हो पाती है इससे इस योजना को फे ल करने के िलये हमारे वप<br />

म बैठे साथी<br />

म फै ला सकते ह, यास कर सकते ह। दवाई खराब हो सकती है, डॉ टर<br />

अवेलेबल नह ं ह। इस तरह क बात करने का मौका नह ं द। उस योजना को सफल<br />

या<br />

वत करने के िलये हमको पूर मॉनीट रंग करनी चा हये। म उसके िलये ध यवाद देना<br />

चाहता हं क आम गर ब आदमी जो इलाज के िलये तरसता था। जसक जेब म पैसा नह ं<br />

ू<br />

होता था और हॉ<br />

पटल आने के िलये उसको सोचना पड़ता था। उस आदमी क जान बचाने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(101)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

का काम अगर कया है तो हमारे राज थान के मु यमं ी ने कया है। सारे काम कये<br />

उ ह ने। चाहे जननी सुर<br />

ा योजना है। जननी को भी बचाया, िशशु को भी बचाया और िशशु<br />

का इलाज भी एक मह ने तक के िलये करने का ावधान करके हमारे गहलोत साहब ने बहत ु<br />

अ छा काम कया है।<br />

म सार योजनाओं क तार फ करते हए और मुझे आपने बोलने का जो मौका दया<br />

ु<br />

उसके िलये ध यवाद देना चाहता हं। व य ू जीव ा णय का इलाज, पशुओं के िलये इलाज,<br />

इ सान के साथ-साथ पशुओं के इलाज क बात क गयी। आज तक कसी ने जीवन म सोचा<br />

ह नह ं होगा क कोई पशुओं के बारे म भी सोचेगा। तो हमारे मु यमं ी जी ने पशुओं का<br />

इलाज<br />

करके ऐसा स देश दया इससे गौशाला म सेवा करने वाले, गांव के पुजार , गाय<br />

को पूजने वाले, गाय के नाम पर राजनीित करने वाले नेताओं को एक बहत बड़ा तमाचा<br />

ु<br />

िमला है और गाय क सेवा करने का ज मा अब कां ेस ने िलया है। इसके िलये म गहलोत<br />

साहब को ध यवाद देना चाहता हं। ू<br />

साथ ह िन:श तजन के इलाज के िलये आपने काम कया है वह भी बहत बेहतर न ु<br />

काम है। इसके साथ जो लोग छोटे तबके के ह उनके िलये भी आप करने का पूरा यास कर<br />

और आपके मा यम से वधवाओं को पे शन मेर काफ तम ना है, चाहे वह कोई सी वधवा<br />

हो, उसका बेटा 25 साल को य नह ं हो गया हो, उसके दद को पहचानने क ज रत है।<br />

माता रोती है, जब हम मी टंग म जाते ह तो 15-20 म हलाएं लाठ टेक-टेक कर आकर बैठ<br />

जाती ह। वह िनयम म पा नह ं पायी जाती है तो वापस जाती ह और उनको पे शन नह ं<br />

िमलती है। वह हम ाप देती ह इसिलये उनके ाप से बचाने के िलये उनक पे शन बननी<br />

चा हये। म माननीय मु यमं ी जी से कहंगा ू एक काम भला और कर द, बाक आप 5 साल<br />

बाद कर। जय ह द। जय भारत।<br />

ी सभापित: ीमती करण माहे वर ।<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): सभापित जी, बजट क चचा चल रह है ले कन<br />

सरकार इसम जरा भी संवेदनशील नह ं लग रह है। इसिलये क अब जाकर कह ं एक और<br />

मं ी जी यहां आ गये ह अदरवाइज पूर बचेज खाली पड़ ह। कल जो सरकार ने बजट रखा<br />

माननीय मु यमं ीजी ने...<br />

चिलये।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): एक ह लग रहे ह या <br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): अ छा, एक बराबर वन टू, सबके बराबर ह या<br />

कल बजट रखा है माननीय मु यमं ी जी ने। 2 घ टे 40 िमनट का भाषण उनका हआ ु<br />

और पूरे राज थान क जनता उस बजट भाषण को सुन रह थी। ट वी के ऊपर भी उ ह ने<br />

सार बात देखी और सोचा क बहत ु कु छ हम लोग को िमलने वाला है ले कन इस राज थान<br />

क जनता को बहत ु ह हताशा हई ु जब सब चीज का व लेषण हआ ु और सार चीज जब<br />

खुलकर सामने आयी क वा तव म बजट के अ दर जो सार बात क गयी थी....<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

ु<br />

े<br />

(102)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

याम/चौहान 27.03.2012 15.50 2o<br />

जो सार घोषणाएं क गयी थी, उन सब घोषणाओं का वा त वक व प या है। उस<br />

वा त वक व प को जब हम देखते ह तो हम लगता है क जस तर के से कल सदन के<br />

अंदर इतनी सार तािलयां बजायी गयी और सभी ने सोचा क इससे अ छा बजट तो कोई हो<br />

ह नह ं सकता। ले कन उस बजट क समी<br />

ा म हम लोग को बहत ु िनराशा हई। ु आज<br />

अ छा होता क माननीय मु यमं ी जी ज ह ने बजट रखकर कल वाहवाह लूट थी, वह<br />

खुद भी और उनके कु छ ऐसे<br />

य मं ी लोग भी यहां पर बैठते जो उनको बात पहंचाते ु ,<br />

य क इतनी सार जो चचाएं हई ु ह, उस चचा म अ छा-अ छा सुनना तो बहत ु अ छा<br />

लगता है। ले कन उसम कु छ और नये काम होने चा हए, कु छ और अ छे सजेशन भी िमल<br />

रहे ह, उन सजेशंस को कौन नोट कर रहा है, यह मुझे नह ं पता। म तो मु यमं ी जी के<br />

िलए यह कहंगी क ू जो उ ह ने कल कहा, उससे तो यह तीत होता है क, ‘ मेरा मुंह मेर<br />

जुबां, मुझ पर कसी का जोर<br />

बोलकर गये अब हम लोग उसक समी<br />

या। िशकवा ए बेदाद बेजा है तो बेजा ह सह ’। वह तो<br />

ा करते रह। ले कन वापस आकर अपनी र लाई म<br />

वह हमार बात को जोड़ तब तो लगेगा क वा तव म यह बजट क जो चचा हो रह है, उस<br />

चचा का कोई साथक अथ है। अदरवाइज हम लोग यहां पर बैठकर चचा म भाग ले रहे ह,<br />

चचा म कह रहे ह, ले कन उसका कोई प रणाम िनकले तब तो बात भी सह है।<br />

सभापित महोदय, आपके मा यम से अपनी बात को सरकार तक पहंचाने का यह यास<br />

ु<br />

कर रह हं ू, मु यमं ी जी ने कहा क रा य का राजकोषीय घाटा बहत कम हआ है। वष<br />

2010-11 म राजकोषीय घाटा 4126 करोड़ पये है, 2011-12 म यह संशोिधत अनुमान का<br />

घाटा 7687 करोड़ पये है और 2012-13 के अंदर यह घाटा 8650.60 करोड़ पये है। अब<br />

आप यह बताय क सरकार का जो आयोजना यय, पूंजीगत ाि य म भी यह कम है,<br />

बजट म 63146 करोड़ पये क पूंजीगत ाि य के सम आयोजना यय जो है, वह मा<br />

20986 करोड़ पये ह है। यय को अगर हम देख तो यह जो सामा य खचा है, उधार लेकर<br />

सरकार यह सामा य खचा कर रह है। यािन कहना चा हए क हम लोग घी तो पी रहे ह<br />

ले कन उधार का। वकास करना चाह रहे ह, वकास करगे ऐसा बार-बार कहा जाता है।<br />

ले कन वह वकास कतना हो रहा है<br />

सभापित महोदय, वा त वक उपल धयां हमार या ह, इसका एक नजारा आपके<br />

मा यम से सरकार के सामने रखना चाहती हं। सरकार ने ऊजा के<br />

े म कहा क हमने<br />

12726 करोड़ पये का ावधान वा षक योजना म कया है। इसम यह भी कहा क 9780<br />

करोड़ पये व ुत कं पिनयां अपने आंत रक संसाधन से जुटायगी। इस कार व ुतीय<br />

के िलए बजट य ावधान मा 2946 करोड़ पये का ह कया और बाक यह कहा क यह<br />

सारा व ुत कं पनी अपने तर पर जुटायगी। आज<br />

थित यह है क व ुत कं पिनयां सरकार<br />

के कहे अनुसार भार घाटे म चल रह ह। यह रयिलट है क इतने घाटे म चल रह ह। ऐसे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(103)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म आं त रक संसाधन से 9780 करोड़<br />

पये क भार -भरकम रािश यह कहां से जुटायगी।<br />

इसके बारे म सरकार जब अपना यहां पर उ तर पेश करे तब दे तो ठ क होगा। यािन<br />

वा त वक यय तो 3000 करोड़ पये का, ले कन झूंठ वाहवाह के िलए यह आंकड़ क<br />

बाजीगर क गयी है।<br />

सभापित महोदय, अब इसके अंदर और वा त वक उपल<br />

वा त वक उपल<br />

धय का उ लेख क ं तो यह<br />

ध होगी क सरकार ने पेयजल के िलए 24 योजनाओं क घोषणा क है,<br />

यह योजनाएं लगभग 5200 करोड़ पय क ह गी। क तु वा षक योजना म पेयजल के िलए<br />

ावधान कतना कया है वह मा 1395 करोड़ पये का ावधान कया है। यािन योजनाएं<br />

बनाते ह 5200 करोड़ क और ावधान रखा 1395 करोड़ पये का। उ त योजनाएं कहां से<br />

या पूित ह गी, इसका कोई पता नह ं। यहां पर 300 से अिधक घोषणाएं क ह और उन<br />

योजनाओं क भौितक उपल<br />

या उसक भौितक उपल<br />

धय को अगर देख तो उसके ऊपर सरकार बलकु ल मौन है।<br />

ध हई उसका कु छ नह ं।<br />

ु<br />

सभापित महोदय, तीन साल का बजट सुना है, चौथे साल का और सुन िलया। चार साल<br />

के इन बजट भाषण को अगर हम उठाकर देखते ह तो वह भाषण र पटेडली लग रहे ह,<br />

ऐसा लग रहा है क र पटेशन हो रहा है। हर बजट भाषण म जो एक बात सामने दखती है<br />

वह यह क फलां योजना क घोषणा, यह घोषणा, ले कन हम जब दसरे वष म बजट रखते<br />

ू<br />

ह तो या हम पछले बजट क भौितक उपल<br />

धय क भी बात करते ह। जैसे अभी कहा<br />

क कु छ योजनाएं चलती ह, कु छ योजनाएं बंद हो जाती ह, उसक भी कह ं चचा नह ं होती<br />

क योजना चालू य क थी और बंद य हो गयी, पता ह नह ं।<br />

सभापित महोदय, इस तर के से जो यह बात करते ह, जैसे 2009-10 के बजट भाषण म<br />

सरकार ने 5000 एएनएम, 540 िच क सक क भत करगे, 1400 प रचायक क भत<br />

करगे और 17229 िश क क , 4500 क युटर िश क क और मदरस म 2500 िश ा<br />

सहयोिगय क भत का सपना उ ह ने दखाया था। सरकार ने कहा था क ित वष 12000<br />

पद िश क के सेवा िनवृ के कारण र त होते ह उनके ऊपर भी हम भत करगे। अगर<br />

यह सारा उठाय तो 2011-12 के बजट म सरकार ने 50 हजार िश<br />

दखाया।<br />

ीमती बीना काक (पयटन मं ी): पढ़ा हआ मान ल। ु<br />

क क भत का सपना<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): पढ़ा हआ तो सब मान ल आप। आप कह तो हम<br />

ु<br />

कह ह नह ं कु छ। आप कह तो हम बैठ जाय, अगर आपको के वल अ छाई ह अ छाई<br />

सुननी है। ले कन आपको इसक समी<br />

ा के िलए थोड़ा-बहत भी अगर लगता है तो जरा इस<br />

ु<br />

पर िचंतन क रये क हम या- या घोषणाएं कर रहे ह। 2009-10 म हम कह रहे ह क<br />

इतनी भत करगे, 2010-11 म हम कह रहे ह क इतनी कर रहे ह, 2011-12 म हमने कहा<br />

क 50 हजार िश क क भत करगे और अभी आपने भाषण म कहा क 1 लाख िश क<br />

क भत और करने जा रहे ह। यािन कु ल िमलाकर अगर देखा जाये तो आपक जो भत है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(104)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वह 3 साल के अंदर तो 1 लाख हो गयी और यह चौथे साल म और आपने कह दया क 1<br />

लाख। धरती पर जाकर के देखो क कह ं एक िश<br />

क क भी भत हई ु है या जब आप<br />

यहां यह बात कहते हो, बजट भाषण पढ़ा जाता है और कहते ह क इतने हजार िश<br />

भत होगी तो एक उ मीद क करण जागती है पूरे राज थान के िश<br />

क क<br />

क के मन म। एक<br />

मां-बाप के मन म उ मीद जागती है क मेरे बेटे क अब क बार तो ज र नौकर लग<br />

जायेगी। ले कन पता लगता है क वष के लॉ ट म एक भी िश<br />

क क भत नह ं हई। ु तीन,<br />

चार साल हो गये इस जनता को छलावा देते हए। चौथे साल भी आपने बजट के अंदर<br />

ु<br />

घोषणा करके तािलयां तो पीट ली, ले कन या एक िश क क भी भत के बारे म समी ा<br />

क या आज तक हमने या घोषणा क थी। इतने सारे लोग को क हम एएनएम क<br />

भत करगे, सब क करगे।<br />

नह ं है। वह फै ट सामने है।<br />

सभापित महोदय, आपने कहा क हम<br />

या- या कर िलया आपने। यह दखाता है क कु छ भत हई ु<br />

ामीण िनधन आवास योजना बनायगे। योजना<br />

बनाई आपने आपने पछले वष कहा था क 1400 करोड़ पये क लागत से 2 लाख 80<br />

हजार आवास उपल ध करवाने क हम घोषणा करते ह। हआ या ु 2012-13 और 2013-14<br />

म भी, और उसी साल कहा था, पछले साल आपने क हम 2012-13 और 2013-14 तक 2-<br />

2 लाख और अित र त आवास इस योजना म वीकृ त कये जायगे। यािन लॉ ट ईयर ह<br />

आपने यह कह दया। इस सबके बाद म आप मुझे बता दो क अगर इस सबको हम लेते ह<br />

तो आज तक हमने कतने आवास उपल ध करवाये। आज भी जो आवास उपल ध हए ु ह,<br />

उसम भी यह<br />

थित है क जो आपने घोषणा क थी क हम 45 हजार पया मु यमं ी<br />

आवास योजना के तहत एक य को पहंचायगे। उसम पहली क त<br />

ु 25 हजार क िमली<br />

और दसर क त ू का पता नह ं। य मकान तोड़कर बैठा है क नया मकान बनायगे। ट<br />

के दाम बढ़ गये, सीमे ट के दाम बढ़ गये, लोहे के दाम बढ़ गये। उस 45 हजार पये म<br />

उसका एक कमरा नह ं बनता। उसम आपने कहा क हम लोग राजीव गांधी आवास योजना,<br />

हमार मु यमं ी आवास योजना, यह सार आवास योजना बीपीएल को हम लोग घर बनाकर<br />

दगे। आपने एक मजाक कर रखा है इन योजनाओं के नाम पर। मजाक हो रहा है उस गर ब<br />

का। कां ेस के वल नारा देती है गर बी हटाओ, देश बचाओ। ले कन कौनसी गर बी हटा द <br />

बीपीएल को तो कहते हो क 22 पये अगर तु हार जेब म ह तो तुम बीपीएल क ेणी से<br />

ऊपर आ गये।<br />

Jyg/<strong>27.3.12</strong>/16.00/2p<br />

यािन कै सा मजाक उस गर ब से इस देश के अंदर हो रहा है और राज थान म आप बैठकर<br />

योजनाओं पर योजनाएं बनाते जा रहे ह ले कन गर ब को उसका फायदा कह ं नह ं िमल रहा,<br />

इस बारे म जरा सोचने क आव यकता है। आप लोग ने जयपुर मे ो के िलए 9,700 करोड़<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(105)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

पये का ावधान रखा। अब जयपुर म मे ो के िलए जतने भी, वाय बिलट के जो सारे<br />

मानद ड थे, उन पर देखा, उन सारे मानद ड के अंदर यह चीज आई थी क यह वाइबल<br />

नह ं है उसके बाद भी एक बात हो गई क हमने कहा है इसिलए हम मे ो तो बनाएंगे। अब<br />

9,700 करोड़ पये तो यहां क मे ो के िलए रखने के िलए तैयार हो ले कन मेवाड़ जस<br />

मेवाड़ के िलए आप कहते हो क मेवाड़ के िलए मन म बड़ा दद है, जनजाित<br />

के िलए मन म बड़ा दद है और वहां क एक ल<br />

े के लोग<br />

बत योजना जो बड़ सादड़ से लेकर,<br />

मावली से होते हए ु वाया भीम, यावर होते हए मारवाड़ जं शन तक जानी है उस रेल लाइन<br />

के िलए मा 800 करोड़ पये चा हए। उन 800 करोड़ पय म भी के वल 400 करोड़ पये<br />

य द राज थान सरकार दे दे तो के क सरकार उस योजना को वीकृ त कर देगी ले कन<br />

9,700 करोड़ पये से जयपुर म मे ो लाने के िलए तो तैयार है ले कन 800 करोड़ पये<br />

देकर वहां बड़ लाइन खंचवाने के िलए तैयार नह ं है। वहां पर बड़ लाइन के िलए जसम<br />

राज थान सरकार को के वल 400 करोड़ पये देने है यािन आपक सोच या है मुझे पता<br />

नह ं है ले कन सोच पहले जब मु य मं ी बने थे अशोक गहलोत जी तो उ ह ने कहा था क<br />

छोट -छोट योजनाओं लाकर हम पूरे राज थान को लाभां वत करगे, ले कन लग नह ं रहा।<br />

एक तरफ तो आप कहते ह क बहत ु सार बस खर द रहे ह, 1000 नई बस हम खर द<br />

रहे ह, ऐसा आपने पछले बजट भाषण म कहा। राजसम द, म जस<br />

े से आती हं ू, उस<br />

राजसम द म आपने एक डपो भी दया पछले बजट म ले कन हालत या है, एक वष हो<br />

गया उस डपो को और 6 बस, मा 6 बस िमली है उस डपो को। इसके बारे म कहते ह<br />

क और अभी खर द रहे ह, नई बस आएंगी तब हम यहां पर िभजवाएंगे, अभी चल रहा है,<br />

यानी कब तक यह चलेगा यह पता नह ं। पछले बजट म घोषणा हई ु , 1,000 नई बस और<br />

पहंच रह है। राजसम द<br />

ु जले म मा 6 बस, वह भी डपो वीकृ त करने के बाद म, यह<br />

हालत है।<br />

उदयपुर म तीन साल से जो सार िसट बस ह, वह सार िसट बस बंद पड़ हई ह। ु<br />

बार बार यहां पर आवाज उठाते रहे, चाहे पच के मा यम से हो, चाहे वह<br />

न के मा यम<br />

से हो क िसट बस शु करवाओ और मं ी यहां बैठकर जवाब देते ह क हमने टे डर कर<br />

दया है, बहत ज द ु िसट बस शु हो जाएगी। दभा य ु है क तीन साल हो गये, उदयपुर म<br />

िसट बस बंद पड़ हुई है, सरकार को उससे कोई लेना-देना नह ं है ले कन यहां पर के वल<br />

घोषणा करनी है क हम इतनी बस चला रहे ह और इतना सारा सब कु छ कर रहे ह।<br />

अगर<br />

े ीय असंतुलन को देख वकास के अंदर तो आपने यह तो घोषणा क क हम<br />

लोग बहत ु सारे यायालय क थापना, ख डपीठ क थापना कर रहे ह, ले कन उदयपुर म<br />

वहां के जनजाित<br />

े का 60 साल से आंदोलन चल रहा है क हम यहां पर हाई कोट क<br />

बच दे द जाए ले कन उस हाई कोट क बच को आप उदयपुर को नह ं दे पा रहे ह और<br />

घोषणा करते हो क हम लोग संतुिलत और पूरे<br />

देश का बराबर से वकास कर रहे ह<br />

ले कन यह कौनसा संतुिलत वकास है, इसम साफ दख रहा है क कतना असंतुलन है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(106)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

आप हमार सार बात को नजरअंदाज करके के वल घोषणा करते हो क हम सब के िलए ह,<br />

ले कन लगता नह ं है क आप सबके िलए हो।<br />

सड़क के िलए जो आपने घोषणा क , आपने कहा क 250 तक क आबाद के गांव को<br />

हम सड़क से जोड़गे। अब यह घोषणा तो जब पूववत मु य मं ी वसु धराजी थीं तभी<br />

उ ह ने कहा था। इसके अलावा जो मेगा हाईवे बनानी है उसके बारे म भी उ ह ने कहा था<br />

क मेगा हाईवे बनगे। अब वह सार घोषणाएं उनक थी, टे डर हो चुके थे, उन सबको<br />

किसल कर दया, य किसल कर दया, के वल यह मन म सोच क अगर अभी हमने इसी<br />

टे डर पर वक ऑडर दे दया तो जनता यह कहेगी क यह तो वसु धराजी के समय क<br />

सड़क ह। यह तो वसु धराजी ने इन सड़क के बारे म टे डर कया था इसिलए<br />

वसु धराजी को िमल जाएगा इसिलए उनको किसल करके आपने दो साल बाद वापस उ ह ं<br />

को लेकर आए। हम 16 मेगा हाईवे बना रह ह, हम यहां पर 250 क आबाद के सब गांव<br />

को सड़क से जोड़ दगे, यह बात तो पहले हो चुक थी, अगर तीन साल म यह सड़क सरकार<br />

ने बना द होती तो आज राज थान क जनता को सार सु वधा िमल जाती ले कन ऐसा<br />

राजनीितक सोच, इस तर के का आप लोग का क के वल ेय चा हये और वह ेय तो<br />

जनता देती है,<br />

ेय कोई हाथ से िलया या खींचा नह ं जाता। आप यह सोचते हो क टे डर<br />

किसल करके और फर वापस से नया टे डर करवा दगे तो जनता यह सोचने लगेगी क हम<br />

यह लेकर आए ह ले कन जनता को जो असु वधा हई ु उसका ज मेदार कौन होगा, इस बारे<br />

म जरा सोचने क ज रत है, इस पर वचार क जए क कतना आप लोग ने जनता के<br />

साथ अ याय कया है।<br />

म आज आप लोग को यह जानकार देना चाहती हं क हमारे वहां पर जो चारभुजाजी<br />

ू<br />

का मं दर है जहां पर हजार हजार दशनाथ दशन करने के िलए पूरे देश भर से आते ह, वहां<br />

गोमती चौराहे से चार भुजाजी मं दर तक क जो सड़क है उस सड़क को पछले दो साल से<br />

खोद कर रखा हआ ु है। आरएसआरड सी को उसका काम दया है, के वल आरएसआरड सी काम<br />

करेगी। वहां पर कल से जनता अनशन पर बैठ है, वह इसिलए बैठ है क यह सड़क दो<br />

साल से रोजाना च कर काट रहे ह ले कन हमको कहते ह, कभी ए सईएन को फोन करो तो,<br />

बस अभी टे डर हआ ु , अभी वक ऑडर होने ह, कभी एसई को फोन करो तो अभी होनी है,<br />

कभी कहगे क आरएसआरड सी को दया है और कल क लेटे ट बात यह है क माननीय<br />

मं ीजी के पास फाइल पड़ है, जब माननीय मं ीजी साइन करगे तो उनको ऑडर दया<br />

जाएगा और वह वक ऑडर होगा, तब वहां पर बैठे हए जो लोग ह तब वह उठ पाएंगे यािन<br />

ु<br />

दो दन से जनता वहां आ<br />

ोिशत है, उस सड़क पर बैठ हई है ले कन सरकार को उसका<br />

ु<br />

परवाह नह ं है, दो साल से सड़क बंद है वहां पर और वह सड़क खुद हई है और दशन के<br />

ु<br />

िलए चार भुजाजी के पूरे देश भर से लोग आते ह ले कन शहर के अंदर आकर उन लोग को<br />

वहां पर मुसीबत का सामना करना पड़ता है उससे सरकार को कोई लेना देना नह ं है। फर<br />

भी आप कहते हो क हम तो इतने हजार कलोमीटर क सड़क दे रह ह। मने तो तीन<br />

ेय<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(107)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कलोमीटर क सड़क के टकड़े ु का नमूना आपके सामने रखा।<br />

माइिनंग क सड़क को आप देख तो जो हमार माइिनंग क रेवे यू है उसका 80<br />

ितशत रेवे यू राजसम द ड ट से कले ट करते ह। उसके बाद भी माइिनंग क सड़क<br />

क या हालत है। यहां पर हम कतना ह सड़क क वाह वाह कर ल ले कन माइिनंग क<br />

सड़क क हालत बहत ु खराब है, उनक दशा को ठ क करने के बारे म सरकार क कोई सोच<br />

नह ं है। पहले सरकार ने वसु धराजी के समय यह कहा था क चलो हम सहभागी योजना के<br />

अंदर करते ह, हमने भी उसम वीकृ ित द क कोई बात नह ं सरकार पूरा पैसा नह ं दे, 75<br />

ितशत सरकार दे, 25<br />

ितशत वहां क माइिनंग एजसीज से इक ठा करके हम जमा<br />

करायगे, उस योजना को भी इस सरकार ने बंद कर दया। यािन क माइिनंग रो स के बारे<br />

म सरकार क कोई सोच ह नह ं है। वहां से िसफ रेवे यू कले ट करना, पैसा वहां से आ<br />

जाए वह तो अ छा दखता है ले कन वहां पर वकास के नाम पर बलकु ल जीरो है, कोई<br />

वकास नह ं हो रहा है और सड़क क ऐसी ददशा ु हो रह है क अगर आप वहां पर अ छ<br />

से अ छ गाड़ लेकर भी जाएंगे तो आपको इतने सारे झटके लगगे तो आपको समझ म आ<br />

जाएगा क आप यहां सड़क क बड़ वाह वाह जो लूट रहे ह, वह वहां आकर देख लो क<br />

या<br />

थित है।<br />

म आज सरकार के सामने यह भी कहना चाहंगी क ू जो 16 मेगा हाईवे के काम का<br />

इ होने कहा है क हम लोग ने िलए है, इस<br />

आमेट-कांकरोली-रेलमगरा-कपासन माग जो है, जो पहले<br />

े के बारे म म फर से कहंगी ू क देवगढ़-<br />

वीकृ त था मेगा हाईवे के अंदर<br />

उसका इसम कह ं नामोिनशान नह ं है। पूरे राजसम द, पूरे उदयपुर और पूरे मेवाड़<br />

जस तर के से उपे<br />

े क<br />

ा हई ु है इस बजट म, आने वाले साल म आप सबको यह जनता<br />

बताएगी क आप लोग ने हम या दया है और वह वोट के मा यम से आपको पता चल<br />

जाएगा।<br />

आज म आपके सामने यह भी कहना चाहंगी ू<br />

क पेयजल के बारे म जो बात चल रह है,<br />

अब यह सारा पेयजल का आपने आरयूआईड पी को दया है, यह नई पाइप लाइन डाली<br />

जाएगी, सीवरेज लाइन डाली जाएगी और या उसम हो रहा है, उन नई पाइप लाइन जो डल<br />

रह है और जो सीवरेज लाइन डल रह है उसम<br />

या मानद ड रखे गए ह, इतना घ टया<br />

काम हो रहा है और कोई सुपरवीजन नह ं है, कोई देखने वाला नह ं है। जब वह घ टया काम<br />

होकर पेमट हो जाएगा और जनता रोती रहे उसके अंदर जनता परेशान होती रहे ले कन<br />

सरकार को उससे कोई लेना देना नह ं होगा<br />

य क सरकार तो कहेगी क हमने तो इतने<br />

सारे करोड़ पए य क यहां जब बैठगे तो आप कहगे क इतने करोड़ पये हमने पेयजल<br />

क योजनाओं के िलए, इतने करोड़ पये हमने सीवरेज क योजनाओं के िलए लगाये। ले कन<br />

आप राजसम द क जनता को जाकर पूछ लो क वहां आरयूआईड पी का जो काम हो रहा है<br />

वह कतना घ टया हो रहा है ले कन यहां पर तो बजट के अंदर हम यह बताना है क हमने<br />

इतना करोड़ पया खच कया इसिलए ठ क है और इसीिलये म कहती हं क जब तक आप<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(108)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

धरातल पर इस चीज क समी<br />

ा नह ं करगे.<br />

मोहन/चौहान/27.03.12/16.10/2q<br />

आपक योजना जो यहां पर आप घोषणा करते ह, उस योजना का लाभ वा तव म जनता को<br />

िमल रहा है या नह ं, इस बात क समी<br />

व तु<br />

ा भी इसी सदन म होनी चा हए, तब जाकर हम<br />

थित पर पहंच ु पाएंगे। आपने यहां पर कहा क हम व ुत कने शन कसान को,<br />

यानी 2009-10 के अ दर बजट के भाषण म कहा क हम लोग सारे के सारे कसान को<br />

व ुत कने शन दगे, कोई बाक अब नह ं रहेगा ले कन आज क थित यह है क 2008<br />

तक के ह व ुत कने शन दये गये ह और यह ढाई साल के बैकलॉग अभी पड़े ह,<br />

कने शन नह ं िमल रहा है और जब कहते ह तो कहते ह क अभी तो बैकलॉग है, अभी तो<br />

इतने तक ह हम पहंचे ु ह तो अभी ढाई साल, तीन साल का बैकलॉग लेकर यह सरकार चल<br />

रह है और 2009-10 म घोषणा करती है क 2012 तक हम सारे व ुत कने शन दे दगे,<br />

आपके बजट के भाषण को तो उठा कर देखो क 2009-10 म आपने या कहा था और<br />

आज 2012-13 म या<br />

थित है। कसान आज व ुत के िलए, एक तरफ कहते हो क हम<br />

ऊजा इतनी बढ़ा रहे ह, वह ऊजा कहां उड़ जाती है, पता नह ं चलता, वह कहां जाती है वह<br />

ऊजा यानी आज भी कसान को चार घंटे लाइट िमल रह है और वह चार घंटे म जैसे तैसे<br />

अपनी कोताह कर रहा है ले कन सरकार बार बार कहती है अपने भाषण म कहती है, हमने<br />

इतना उ पादन कर दया ऊजा का, वह ऊजा का उ पादन कहां उड़ जाता है, यह हमारे<br />

समझ म नह ं आता। यानी भौितक उपल<br />

भौितक उपल<br />

ध अगर देख तो चार घंटे लाइट िमल रह है,<br />

ध देख तो कृ ष के कने शन जो ह, उसके तीन साल का बैकलॉग चल रहा है,<br />

यानी अभी आपने कहा क म हलाओं के िलए बहत ु काम कर िलया, आंगनबाड़ क<br />

कायकता, आशा कायकता, सािथन, सहाियका, इन सब को 10 परसट माने बहत इतना जोर<br />

ु<br />

देकर कहा क हमने इनके 10 परसट जो इनक तन वाह थी, वह 10 परसट बढ़ा द<br />

...( यवधान)... वह तो। अब वह 10 परसट बढ़ाने क बात करके आपने या कर िलया<br />

वह 3500 पये जस आंगनबाड़ क कायकता को िमल रहे थे यानी आशा क कायकता को<br />

हजार पये िमल रहा था, उस हजार पये से सौ पये उसके बढ़ गये। उससे काम कतना<br />

ले रहे हो उससे काम 25 काम सरकार के ऐसे ह जो वह आंगनबाड़ क कायकता और<br />

सािथन कर रह है और 25 साल से वह बराबर नौकर पर है और उसको िमल रहा है<br />

मानदेय इतना। एक तरफ तो हम लोग कहते ह क मानदेय बढ़ना चा हए, यह सब कु छ<br />

होना चा हए और जो हमार आंगनबाड़ क कायकता गांव के अ दर वह सािथन और<br />

आंगनबाड़ क कायकता, आशा कायकता, आपक यह जननी सुर<br />

ा योजना को, अगर कह ं<br />

उस जननी को पहंचाती ु है अ पताल तक तो वह आशा पहंचाती ु है। अगर उस योजना का<br />

लाभ दलवा पाती है तो वह आशा दलवा पाती है ले कन जो उसक तन वाह वह मा एक<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(109)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

हजार पये, या हम अपने अ दर झांक कर देख या से ट फे शन होगा यानी जो यूनतम<br />

मजदर कसी मजदर को िमलनी चा हए<br />

ू ू , उससे कई गुना कम है और उसके बारे म भी हम<br />

लोग यंहां बैठ कर के वल वाहवाह ले ले कर 10 परसट, 10 परसट बढ़ा दया तो बहत अ छा ु<br />

हो गया। म यह भी कहंगी ू क हां, सरकार ने कु छ अ छे काम कये य क बजट के अ दर<br />

जो एक जनता को जो एक बहत अ छ ु सु वधा िमली, वह जो जनता को जसको कहना<br />

चा हए न क एक राहत िमली, वह राहत शायद पे ोल के अ दर जो आपका वेट था, उस वेट<br />

को 28 परसट से आपने 26 परसट करके 2 परसट कया तो एक पये 6 पैसे उनको िमला,<br />

फायदा हो गया क अब कम हम पे ोल के दाम एक पये 6 पैसे देने पड़गे ले कन फर भी<br />

आप सोिचए इस बात को और सारे रा य के बाद आसपास के रा य क भी सोच क<br />

उ ह ने कतना कम कया और हम कतना कर रहे ह। िसफ दो परसट और दो परसट देकर<br />

हम लोग हो सकता है य क आपने पे ोल पर कम कया तो कु छ तो राहत िमली ले कन<br />

या वह राहत स फिशएंट है एक तरफ अभी तीन पये बढ़ाया, यानी इस पूर यूपीए क<br />

गवनमट के अ दर के सरकार ने 14 बार पे ोल और ड जल के दाम बढ़ाये और आज यह<br />

थित है क के का मं ी यह कह रहा है क 5 पये ित लीटर और बढ़ने वाले ह, वह<br />

अिभभाषण म कह रहे ह क संभावना है क और बढ़ेगा, पाँच पये और बढ़ेगा, पर अभी<br />

यह बात आ रह है क हम लोग कतनी यानी छट ू अगर कम से कम<br />

होती तो थोड़ बहत भी राहत ऐसा लगता है िमलती<br />

ु<br />

10 परसट छट ू द<br />

महंगाई क तार जस तर के से जनता<br />

के ऊपर पड़ रह है उसम सरकार क कोई मदद होनी चा हए, सरकार उसम कसी तर के से<br />

रले स करती तो समझ म आता क वा तव म गवनमट प<br />

लक के बारे म सोच रह है।<br />

अ पताल के िलए है और कहना चाहंगी क िच क सा<br />

ू के बारे म बहत अ छ ु बात है क<br />

आप िनशु क दवाइयां उपल ध करवा रहे ह ले कन वह िनशु क दवाइयां अभी भी 40 परसट<br />

ह िमल रह ह और इस बात क समी<br />

ा कर ल, बहत ु अ छ योजना है, बहत ु अ छ बात<br />

है क हम लोग िनशु क दवा द ले कन वह िनशु क दवा सट परसट तक पहंचते ु पहंचते ु<br />

पहंचनी ु चा हए यानी अभी जब से शु कया है, पहले 25 से 30 परसट, 40 परसट तक<br />

पहंचे ु , वह बहत ह धीरे पीड म अभी भी दवाइयां िनशु क हम लोग पूर दे नह ं पा रहे ह।<br />

आपने घोषणा क है, एक बहत अ छ ु घोषणा थी, जो आपने कहा क हम लोग ड ट<br />

लेवल के ऊपर फ टिलट<br />

लिनक जो खोलने का कहा क अगर कोई भी खोलेगा उसको एक<br />

करोड़ पये क मदद यानी अनुदान सरकार देगी। अ छ बात है, एक करोड़ का अनुदान दगे,<br />

लगभग तीन से चार करोड़ लगता है कोई फ टिलट<br />

लिनक अगर आती है तो ले कन<br />

चिलए एक करोड़ भी आप मदद करगे, मेरा यह सुझाव है सरकार को आपके मा यम से,<br />

माननीय सभापित महोदय क सरकार इसके बारे म सोचे क<br />

या सरकार मेटरिनट<br />

लिन स जो ह उसको य नह ं बढ़ावा दे रह है, आज वह लिन स मेटरिनट लिन स<br />

खोले, गवनमट अपने लेवल के ऊपर कोई खोल ले तो उसके िलए कतना अनुदान गवनमट<br />

देगी, उसके बारे म सोच, य क यादा लोग को परेशानी तो वह है क आज वहां पर हम<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(110)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

लोग अपने राजसमंद को अगर देख तो वहां क जो सीएचसी है उसम गाइनीकोलो ज ट ह<br />

नह ं है। वहां क देवगढ़ क , आमेट क , रेलमगरा, खमनोर, के लवाड़ा, नाथ ारा इन सब सटस<br />

के अ दर कोई गाइनीकोलो ज ट नह ं है। अब आप सोच क नस जो है वह जापा करा रह<br />

है यानी अ पताल के अ दर राजसमंद हॉ पटल जो जनरल हॉ पटल है, वहां पर भी मा<br />

दो गाइनीकोलो ज ट ह और पूरे जले को देख रहे ह। यानी या<br />

थित है क आज या<br />

हालत है उसके बारे म सोच सजस नह ं ह, वहां पर अ पताल के अ दर आप यहां पर कह<br />

दोगे क हम इतने उप वा य के खोल रहे ह, इतने वा य के खोल रहे ह ले कन<br />

हालात यह है क वह वा य के हो, वह उप वा य के हो, वह सीएचसी हो,<br />

हॉ पटल के अ दर अगर डा टर नह ं है, नसज नह ं ह तो उन हॉ पटल क ब डंग देख<br />

कर उनक आरती उतार उन हॉ पटल क ब डंग का या करगे जहां पर संसाधन नह ं<br />

ह गे, जहां पर डा टस और नसज नह ं ह गे और जहां पर मशीन नह ं ह गी, मशीन ह गी तो<br />

वह मशीन खराब ह गे, उसका उपयोग नह ं हो रहा है, कौन सुपर वजन कर रहा है, कौन इस<br />

चीज को देख रहा है, के वल हम अपने भाषण के अ दर कह, इ ह ने अपने बजट भाषण के<br />

अ दर एंड म माननीय मु य मं ी जी ने गांधी जी क उन पं<br />

य को कहा क हम लोग<br />

मनु य क सहायता तभी करते ह, अ य त सहनशील बन जाता है, हम आशीवाद<br />

करो, ता क हम आप लोग से एक पल भी दर ू नह ं हो सक हम खूब सेवा कर,। महा मा<br />

गांधी जी क पं यां यहां पर पढ़ कर उ ह ने अपनी यह भावना उन पं य के मा यम से<br />

सुनाई ले कन या यह वा तव म समी<br />

दान<br />

ाएं हो रह ह या वा तव म आप जनता के हत<br />

म काम कर रहे ह, आप यहां पर बैठ कर घोषणाएं करो, तािलयां बजाओ, सब कु छ अ छा है<br />

ले कन धरातल पर उन भौितक उपल धय के बारे म सोचना शु कर और जो मं गण ह,<br />

वह मं गण जब जाते ह अपने अपने े के अ दर जो भार , जस भार के अ दर जो<br />

भार दया है उनको, उन ड स के अ दर जाते ह तो वह के वल एक फामिलट बनकर<br />

के वल फ ता काटने के िलए वहां पर जाते ह क कन कन के उ ाटन करना है, या वहां<br />

पर बैठ कर कोई समी ा करते ह, वह कह ं समी ा नह ं होती है और इसिलए म तो यह<br />

कहंगी ू क जो भाषण आपने यहां पर बजट का रखा है, माननीय मु य मं ी जी ने, उसको<br />

जरा अ छा होगा क धरातल पर उसको देख क कस तर के से वह हो रहा है, वह सार<br />

घोषणाएं जो इतनी सार कर ह चार साल म, वह सार घोषणाएं, उनको एक बार बैठ कर<br />

समी<br />

ा करने के िलए भी एक चचा यहां पर रखवा ल तो अ छा होगा और म अपनी बात<br />

समा त क ं उससे पहले िन<br />

जंदगी को टालना नह ं अ छा,<br />

दो टक ू बात करो फै सल क भाषा म,<br />

यह कहावत पुरानी सी, मगर स ची है,<br />

त प से यह कहना चाहंगी क ू<br />

चमकती हई ु हर चीज को सोना न समझना,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(111)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

भारत।<br />

यह बात कहते हए ु , आपने मुझे समय दया, उसके िलए बहत ु बहत ु ध यवाद। जय<br />

ी सभापित: ीमती कांता भील।<br />

ीमती का ता भील (गढ़ ): सभापित महोदय, आपक अनुमित से माननीय मु य मं ी<br />

जी ने बजट भाषण 2012-13 के समथन म अपना प रखना चाहती हं। माननीय सभापित<br />

ू<br />

महोदय, म वागत करती हं ू, माननीय मु य मं ी जी के बजट भाषण का और बहत बहत<br />

बधाई देती हं ू क आपने इस देश को बहत ु ह शानदार बजट दया है।<br />

Gpc/<strong>usc</strong>/27032012/1620/3a<br />

माननीय सभापित महोदय, माननीय मु यमं ी महोदय ने रा य बजट म जो सौगात क<br />

बौछार क है जसक आमजन ने मु तकं ठ से<br />

शंसा क है। इस बजट म माननीय<br />

मु यमं ीजी ने सभी वग का, सभी े का पूरा-पूरा यान रखा है और यह बजट पूण प<br />

से संतुिलत बजट है।<br />

इस बजट म माननीय मु यमं ी महोदय ने वशेषकर युवा वग को तरजीह द है। ल बे<br />

समय से युवा वग, जो बेरोजगार क मार झेल रहा था, नयी भितय क घोषणा से युवा वग<br />

को बहत ु ज द भितयां िमलगी और रोजगार िमलेगा।<br />

सभापित महोदय, म माननीय मु यमं ीजी का बहत ु -बहत ु आभार य त करती हं ू,<br />

ध यवाद देती हं ू क रतलाम से बांसवाड़ा-डूंगरपुर रेल लाइन िनमाण के िलए रेल मं ालय के<br />

साथ एमओयू ह ता<br />

रत कर 1200 करोड़ के रा य अंशदान म से थम क त के प म<br />

200 करोड़ पये रेलवे मं ालय को उपल ध करा दये गये ह और रेल का काम याधीन<br />

है।<br />

इस बजट भाषण म माननीय मु यमं ीजी ने वशेषकर हमारे द<br />

बांसवाड़ा जला, वागड़<br />

ण अंचल और हमारे<br />

े यहां पर बांसवाड़ा जले म नगर प रषद, तहसील व उप तहसील<br />

तथा िसंचाई के िलए भूंगड़ा कै नाल और ह रदेव जोशी नहर के िलए 16 करोड़ पये का जो<br />

बजट आवं टत कया है उससे उस<br />

े क नहर का सु ढ़ करण होगा, व तार होगा।<br />

माननीय सभापित महोदय, वैसे तो माननीय मु यमं ी जी क हमारे ट एसपी<br />

बहत ु अ छ िनगाह रह है और हमेशा उस<br />

े पर<br />

े को कु छ न कु छ सौगात द ह, ले कन<br />

वशेषकर राजीव गांधी ाइबल यूिनविसट क घोषणा इस बजट भाषण म करके माननीय<br />

मु यमं ी महोदय ने ट एसपी े को एक ऐितहािसक तोहफा दया है जससे ट एसपी े<br />

खुशी से गदगद है। वहां का हर य<br />

, वहां का हर व ाथ राजीव गांधी ाइबल यूिनविसट<br />

क घोषणा से बहत ु खुश है और माननीय मु यमं ी महोदय को ध यवाद दे रहा है।<br />

सभापित महोदय, यह यूिनविसट क मांग, य क हमारा<br />

े पछड़ा हआ ु है, न के वल<br />

आिथक प से पछड़ा, ब क िश ा के े म पछड़ा हआ ु माना जाता है। ऐसी थित म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(112)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वहां के जनजाित वग के िलए राजीव गांधी<br />

आपम एक बहत ु अहिमयत रखता है।<br />

ाइबल यूिनविसट क घोषणा करना अपने<br />

सभापित महोदय, बहत ु ल बे समय से जब हम छोटे थे, पढ़ते थे उस समय से इस<br />

यूिनविसट क लगातार मांग क जा रह थी। इससे पहले कई सरकार आ और ग , ले कन<br />

कसी ने इस मांग को नह ं समझा। म ध यवाद देती हं ू माननीय मु यमं ीजी को और<br />

ध यवाद देती हं ू उ च िश<br />

ा मं ी महोदय दयाराम जी परमार साहब को जनक पहल से<br />

माननीय मु यमं ीजी ने हमारे इस े को, जनजाित े को यूिनविसट द है। इस<br />

यूिनविसट से हमारे ट एसपी े के छा को वहां पर अिधक से अिधक छा को उ च<br />

िश ा के िलए वैक पक वषय के चयन का सुअवसर ा त होगा और इस पछड़े े म<br />

िश ा के े म जाग कता आएगी और हमारा े जो शासिनक सेवाओं म पछड़ा हआ ु है<br />

िन त ह िश ा के े म जाग कता आएगी, यूिनविसट म अिधक से अिधक छा पढ़गे<br />

और शासिनक पर<br />

ाओं चाहे रा य सरकार क हो, राज थान लोक सेवा आयोग क हो इन<br />

सेवाओं म हमारे यादा से यादा लड़क का चयन हो सके गा।<br />

सभापित महोदय, हमारे राज थान के मु यमं ी वयं कसान भी ह और कसान के<br />

हत का इ ह ने इस बजट म पूरा-पूरा यान रखा है। वप िसफ वरोध करने के िलए<br />

वरोध करता है य क वरोध करने के िलए उनके पास म कोई मु ा नह ं है, ले कन य क<br />

वप म रहते हए ु वे अपना धम िनभाते ह। अभी फसली ऋण कसान को दया जाता है<br />

एक लाख तक के फसली ऋण समय पर चुकाने पर संपूण याज रािश अनुदान के प म<br />

घोषणा क जससे कसान को बहत ु बड़ राहत िमलेगी। आप जानते ह कसान क कमर<br />

टट ू हई ु रहती है। अगर फसल खराब रहती है, अिधक बा रश होती है तो भी खराबा रहता है,<br />

कम बा रश होती है तो भी खराबा होता है। पछली बार मु यमं ीजी ने फसल बीमा योजना<br />

क घोषणा क थी जसके तहत हमारे<br />

े म 8 करोड़ का फसल बीमा वहां के कसान को<br />

िमला और यह एक लाख पये का फसली ऋण समय पर चुकाने से कसान को याजमु त<br />

कया जाएगा, िन<br />

त ह इससे कसान को बहत ु बड़ राहत िमलेगी।<br />

सभापित महोदय, हमारे राज थान के मु यमं ी अशोक जी गहलोत बहत ु संवेदनशील ह,<br />

हर छोट से छोट बात, हर य , आम गर ब य हो, चाहे पशु हो उसक पीड़ा को<br />

इ ह ने समझा है। कसान क पीड़ा को इ ह ने समझा है और िन<br />

त ह इस पीड़ा को<br />

समझते हए ु मु यमं ी िन:शु क दवा योजना क तज पर उ ह ने पशुओं के िलए भी अिधक<br />

काम म आने वाली दवाइयां ह उन दवाइय को िन:शु क राजक य पशु िच क सालय म<br />

वत रत करने क योजना लागू क है उससे िन<br />

त ह आिथक तंगी से जूझते ् कसान को<br />

यह सु वधा देकर माननीय अशोक जी गहलोत ने बहत ु बड़ा संबल दान कया है।<br />

सभापित महोदय, आज के इस अवसर पर वशेषकर हमारे जनजाित<br />

े के एससी और<br />

एसट छा के िलए माननीय मु यमं ीजी ने बहत ु सौगात द ह और बहत ु ह मह वपूण<br />

योजनाएं शु क ह जसम अनुसूिचत जनजाित के ितभावान 50 छा एवं छा ाओं के िलए<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(113)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

जयपुर म तथा 50 छा एवं छा ाओं के िलए कोटा म आईआईट , पीएमट और आईपीईट<br />

आ द पर<br />

ाओं म बैठने हेतु कोिचंग क सु वधा उपल ध करायी है जससे एससी, एसट वग<br />

एवं वशेष पछड़ा एवं अ पसं यक व ािथय के िलए संघ लोक सेवा आयोग, राज थान<br />

लोक सेवा आयोग के मा यम से मुख राजक य सेवाओं म चयन हेतु मु य पर ा क<br />

तैयार हेतु जयपुर म छा ावास एवं कोिचंग क सु वधा उपल ध करायी है।<br />

सभापित महोदय, पछड़े वग के छा ितभावान होते ह, ले कन इसके बावजूद आिथक<br />

तंगी के कारण से कसी कारण पछड़ जाते ह और जयपुर लेवल पर या कोिचंग क सु वधा<br />

कोटा म है वहां से कोिचंग क सु वधा नह ं ले पाते ह िन<br />

त ह इन छा ावास के िनमाण<br />

से, छा ावास क सु वधा से ितभावान छा ह वे कोिचंग लगे और कोिचंग लेने से संघ लोक<br />

सेवा आयोग या राज थान लोक सेवा आयोग क पर<br />

ाओं म बैठगे और उनका चयन होगा<br />

और शासिनक सेवाओं म, य क शासिनक सेवाओं म जब तक इस वग के लोग चयन<br />

होकर नह ं आएंगे।<br />

Skp/<strong>usc</strong>/27.03.2012/16.30/3b<br />

इस वग से संबंिधत जतनी भी योजनाएं ह उन योजनाओं क या वित जस तर के से<br />

होनी चा हए वो नह ं हो पाती है। वशेषकर हमारा जो ाइबल<br />

मह वाकां<br />

े है वहां पर बहत सार ु<br />

ी योजनाएं लागू क जाती ह ले कन य क वहां के थानीय लोग नह ं होने क<br />

वजह से बाहर के लोग आते ह वो िसफ नौकर क भावना से नौकर करते ह, यूट क<br />

भावना से यूट करते ह ले कन उस<br />

े के वकास म कसी तर के क दलच पी नह ं लेते<br />

ह जससे जो भी मह वाकां ी योजनाएं ह उन मह वाकां ी योजनाओं क या वित सह<br />

तर के से नह ं हो पाती है।<br />

सभापित महोदय, आज के इस बजट भाषण म बहत अ छ ु योजनाएं द ह जनम<br />

वशेषकर हमारे<br />

े म जो आ दवािसय का तीथ थल मानगढ़ धाम है वहां पर हमारे जो<br />

आ दवासी लोग शह द हए ु ह उसके मारक के िलए, उसके वकास के िलए माननीय मु य<br />

मं ी जी ने बहत बड़ा बजट दया है। इससे िन<br />

त ह आ दवासी लोग क , ज ह ने इस देश<br />

को आजाद कराने म अहम भूिमका िनभाई थी उनक रा य तर पर पहचान हो पायेगी,<br />

इितहास म उनका नाम िलखा जाएगा और िन<br />

त ह उनका मनोबल बढ़ेगा।<br />

सभापित महोदय, िश ा के े म माननीय मु य मं ी जी ने राजीव गांधी ड जटल<br />

व ाथ योजना लागू करके दसवीं तथा बारहवीं क मै रट के अनुसार थम दस-दस हजार<br />

बालक-बािलकाओं को पुर कार के प म लैपटॉप देने का जो ावधान कया है, िन<br />

आधुिनक िश ा क तरफ माननीय मु य मं ी महोदय का इन छा को बढ़ावा देने का यह<br />

अपने आप म बहत बड़ा पुर का<br />

ु र है। साथ ह 8वीं क ा म थम थान ा त करने वाले<br />

24 हजार व ािथय को वशेष लिनग लैपटॉप पुर कार के प म देने का जो ावधान कया<br />

है, इससे िन त ह इन छा म व थ ित प ा क भावनाएं जगेगी और ये ब चे अ छे<br />

त ह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

ु<br />

ू<br />

ु<br />

ू<br />

े<br />

(114)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

से अ छे अंक से पास ह गे। इसके अलावा आधुिनक जो तकनीक िश ा और तकनीक े<br />

ह उन े म ये बालक बहत ु ह ितभा के साथ म पहंच ु पाएंगे। आज के इस अवसर पर<br />

म माननीय मु य मं ी जी के इस बजट भाषण म सभी वग को जो समान<br />

प से और<br />

वशेष प से पछड़ा वग और जनजाित वग के उ थान के िलए उनके छा क पढ़ाई क<br />

सु वधा के िलए जो ावधान कए ह उनके िलए म उनको ध यवाद देती हं। ू<br />

मेरे वधान सभा<br />

े म तलवाड़ा को पयटन थल के प म वकिसत करने के िलए जो<br />

50 लाख पये क रािश द है उसके िलए म माननीय मु य मं ी जी का बहत ु -बहत ु आभार<br />

य त करती हं ू, बहत ु -बहत ध यवाद देती हं। ले कन िनवेदन करना चाहती हं क इस बजट<br />

म मेरे वधान सभा े क कु छ वलंत सम याएं ह उन वलंत सम याओं को इसम<br />

समायो जत करने के िलए म आज के इस अवसर पर<br />

इस बजट म जो संशोिधत बजट<br />

समायो जत कया जाए। वशेषकर मेरे वधान सभा<br />

ताव रखती हं क मेर मांग को<br />

ू<br />

तुत कया जाएगा, संशोिधत बजट म उन मांग को<br />

े म माह क जो नहर ह, िसंचाई का<br />

साधन एकमा माह क नहर ह और वो माह क नहर पूण प से जजर हो चुक ह। उन<br />

नहर का िनमाण आज से ठ क 42 वष पहले हआ था और आज क<br />

थित यह है क वो<br />

नहर जजर हो चुक ह, पानी का बहत ु यादा उनम रसाव होता है और पानी का रसाव होने<br />

क वजह से नहर के आस-पास का जतना भी ए रया है, जतनी भी जमीन है वो जमीन<br />

लगभग ऊसर हो चुक है और जो कम जमीन वाले का तकार ह, जनक 2-3 बीघा जमीन<br />

है, उनक आजी वका का साधन िसफ वो जमीन है और य द वो जमीन ह ऊसर हो जाती है<br />

तो उस का तकार के लालन-पालन के लाले पड़ जाते ह। ऐसी<br />

थित म माननीय सभापित<br />

महोदय, म सदन म आपके मा यम से माननीय मु य मं ी जी से मांग करना चाहंगी ू क<br />

मेरे वधान सभा<br />

े क नहर बहत ु पुरानी ह, जजर ह और इतनी पुरानी ह क इन नहर<br />

का 31.10.1983 म वग य इं दरा गांधी ने, इस माह बजाज सागर प रयोजना क जो बायीं<br />

और दायीं मु य नहर ह उन नहर का जो अंितम छोर है वह मेरे वधान सभा<br />

ऐसी<br />

े म है,<br />

थित म जजर नहर होने क वजह से सीपेज का पानी बहत ु यादा मा ा म न दय<br />

और नाल म बहकर गुजरात के कडाना बाँध म जाता है और टेल पर जो का तकार पानी का<br />

इंतजार करता है उस का तकार के खेत म पानी नह ं पहंच ु पाता है जससे मेरे क<br />

जनता म भयंकर आ<br />

चाहंगी क मेरे<br />

ोश है। इसिलए सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना<br />

े म टेल तक पानी पहंच सके इसके िलए बजट दया जाए ता क जो जजर<br />

अव था म नहर ह उनका सु ढ़ करण कया जा सके और जो नहर का व तार नह ं हो सका<br />

है, जहां क ची नहर ह उन क ची नहर को प का कया जा सके । माननीय मु य मं ी जी<br />

का नारा है – ‘पानी बचाओ, बजली बचाओ और सबको पढ़ाओ’ और जहां के सरकार और<br />

रा य सरकार के ारा 90 ितशत अनुदान देकर के बूंद-बूंद िसंचाई को बढ़ावा देकर जो<br />

यथ पानी जाता है उस पानी को बचाने का यास कया जाता है तो ऐसी<br />

वधान सभा<br />

े क नहर जजर ह उनका बहत अिधक मा ा म पानी नद<br />

ु<br />

थित म मेरे<br />

-नाल म बहकर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(115)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

गुजरात के कडाना बाँध म जाता है इसिलए, सभापित महोदय, म िनवेदन करना चाहंगी क ू<br />

मेरे वधान सभा<br />

े गढ़ क जजर नहर के सु ढ़ करण और नई नहर के व तार के िलए<br />

बजट दया जाए। वभाग ने 66 करोड़ पये का बजट माननीय मु य मं ी महोदय के सम<br />

तुत कया है, िन त ह म उ मीद क ं गी क मेरे े क जनता क भावनाओं के<br />

अनुसार मुझे बजट दया जाए। सभापित महोदय, एक जो वशेष वलंत सम या है, म तीन<br />

साल से पेयजल के िलए बार-बार िनवेदन कर रह हं ू, बार-बार मने वभाग के माफत ्<br />

ताव बनवाकर िभजवाये ले कन हर साल मुझे यह कहा जाता है क आपके<br />

वीकृ त हो जाएंगे, आपक क म वीकृ त हो जाएगी ले कन अभी तक यह तीसरा साल<br />

िनकल गया ले कन मेर पेयजल क स वीकृ त नह ं ह जब क सैकड़<br />

ु<br />

ताव<br />

-करोड़ पय के प<br />

म पेयजल के िलए बजट दया जाता है और मेरे तो इतना बड़ा बजट नह ं है इसिलए मेरे<br />

वधान सभा<br />

े क पेयजल क म के िलए 15 करोड़ पये का बजट मांगती हं। मेरे यहां ू<br />

चूं क लोराइड क मा ा अिधक है और नल क जो पाइप लाइन बछाई हई ु ह वो बहत ु<br />

पुरानी ह, वो टट ू चुक ह, वो ख म हो चुक ह, वो गल चुक हं ू ऐसी थित म नई पाइप<br />

लाइन बछाने के िलए और नई पेयजल क म के िलए मेरे वधान सभा<br />

े को पैसा दया<br />

जाए। मुझे पूरा व वास है क अगर फर यह बजट म चूक गया और इसम मुझे बजट नह ं<br />

िमला तो फर वभाग म बार-बार च कर लगाने के बाद भी मुझे नह ं लगता है क मुझे<br />

बजट िमल पायेगा जो तीन साल तक मुझे नह ं िमला। इसिलए आपके मा यम से म<br />

माननीय मु य मं ी जी से िनवेदन करना चाहंगी क मेरे<br />

हमारा<br />

े के पेयजल के िलए, य क<br />

े जनजाित बाह य ु है, वहां पर एससी, एसट के लोग रहते ह, एससी, एसट के<br />

वकास के िलए बहत ु सारा बजट दया जाता है, पेयजल का भी बजट दया जाता है, पछली<br />

बार भी यह कहा गया था क जनजाित पेयजल क म म आपको पैसा िमल जाएगा ले कन<br />

वो पैसा मुझे नह ं िमला। म फर से िनवेदन करना चाहती हं ू क मुझे पेयजल के िलए 15<br />

करोड़ पये दए जाएं और मेरे यहां नहर के सु ढ़ करण के िलए, नई नहर के व तार के<br />

िलए जो 66 करोड़ के<br />

ताव िभजवाये गए ह उनक वीकृ ित दान क जाए ता क लगभग<br />

42 साल पुरानी जो नहर ह जो जजर अव था म हो गई ह, आज म का तकार को कु छ भी<br />

कह पाने क<br />

थित म नह ं हं ू......<br />

Vkj/<strong>usc</strong>/27.03.2012/16.40/3c<br />

का तकार बहत आ<br />

ोिशत ह, पानी लोग को टेल पर नह ं िमल पा रहा है, इस वजह से कल<br />

इस बजट भाषण को जब हमारे लोग ने सुना, उ ह ने देखा तो वहां से बार-बार मेरे<br />

का तकार के फोन आ रहे ह क इस बजट म हमार नहर के सु ढ़ करण के िलए पैसा नह ं<br />

िमला। भूंगड़ा कै नाल के िलए और ह रदेव जोशी कै नाल के िलए जो पैसा िमला है, उसके<br />

िलए ध यवाद ले कन वह कै नाल मेरे वधान सभा<br />

े के<br />

े म नह ं आती ह। मेरे वधान सभा<br />

े क कै नाल पुरानी ह इसिलए उनके िलए पैसा दया जाये, यह मेरा पुरजोर श द म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(116)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

िनवेदन है। माननीय सभापित महोदय, जो इस बजट भाषण के बारे म इसके समथन म<br />

आपके सम बोलने के िलए खड़ हई ु , आपने मुझे अवसर दया, पूरे राज थान क जनता ने<br />

इस बजट को सराहा है। हर आम य ने, हर वग ने, हर े ने इस बजट क मु त कं ठ<br />

से शंसा क है और आज के इस अवसर पर म इस बजट का पुरजोर श द म समथन<br />

करते हए ु अपनी बात को समा त करती हं। जय ह द, ध यवाद।<br />

ी सभापित: डा टर<br />

22व ितवेदन का उप थापन करगे।<br />

ी रघु शमा, सरकार मु य सचेतक, काय सलाहकार सिमित के<br />

सदन क कायवाह<br />

वधान सभा क बैठक के िनधा रत समय म वृ<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): इससे पहले सभापित महोदय, म<br />

सदन का समय 7 बजे तक के िलए बढ़ा दया जाये।<br />

ी सभापित:<br />

ताव करता हं क ू<br />

न यह है क सदन का समय 7 बजे तक के िलए बढ़ाया जाये<br />

( वीकृ त)<br />

सदन का समय 7 बजे तक के िलए बढ़ाया गया।<br />

सिमित ितवेदन: काय सलाहकार<br />

काय सलाहकार सिमित का ितवेदन ( म सं या 22)<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): माननीय सभापित महोदय, म काय सलाहकार सिमित के<br />

22व ितवेदन का उप थापन करता हं। ू<br />

काय सलाहकार सिमित क बैठक दनांक 27 माच, 2012 को म या प चात ् 3 बजे<br />

माननीय अ य के वै म म हई। सिमित ने िनणय िलया क दनांक<br />

ु<br />

31 माच, 2012 से<br />

दनांक 19 अ ेल, 2012 तक सदन म िलये जाने वाले काय का बंटवारा िन न कार कया<br />

जाये:-<br />

शिनवार, दनांक 31 माच, 2012 से<br />

र ववार, दनांक 8 अ ेल, 2012<br />

सोमवार, दनांक 9 अ ेल,<br />

2012मंगलवार, दनांक 10 अ ेल, 2012<br />

बुधवार, दनांक 11 अ ेल, 2012<br />

गु वार, दनांक 12 अ ेल, 2012<br />

बैठक नह ं होगी<br />

शु वार, दनांक 13 अ ेल, 2012 गैर सरकार दवस<br />

शिनवार, दनांक 14 अ ेल, 2012<br />

र ववार, दनांक 15 अ ेल, 2012<br />

सोमवार, दनांक 16 अ ेल, 2012<br />

मंगलवार, दनांक 17 अ ेल, 2012<br />

बुधवार, दनांक 18 अ ेल, 2012<br />

अनुदान क मांग पर वचार एवं मतदान<br />

बैठक नह ं होगी<br />

अनुदान क मांग पर वचार एवं मतदान<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(117)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

गु वार, दनांक 19 अ ेल, 2012<br />

आय- ययक अनुमान वष 2012-13 से स ब<br />

योग कया जाकर दनांक 19 अ ेल, 2012 को मतदान हेतु<br />

सभापित महोदय, म<br />

ितवेदन पर अपनी सहमित कट करता है।<br />

ी सभापित:<br />

अपनी सहमित कट करता है<br />

सहमित दान क गई।<br />

ी<br />

ी<br />

ानच द पारख।<br />

धत अनुदान क शेष मांग मुखब द का<br />

तुत क जायगी।<br />

ताव करता हं क यह सदन काय सलाहकार सिमित के<br />

ू<br />

22व<br />

न यह है क यह सदन काय सलाहकार सिमित के 22व ितवेदन पर<br />

( वीकृ त)<br />

आय- ययक<br />

आय- ययक अनुमान वष 2012-13 पर सामा य वाद- ववाद<br />

ानच द पारख (पाली): माननीय सभापित महोदय, बजट एक ऐसा सरकार<br />

द तावेज, जसको सुनने के िलए आमजन बहत ु यादा उ सुक होता है और उसके ित<br />

उ मीद भी बहत ु होती है क हमारे जो काम वष से नह ं हो रहे ह, हमार जन सम याओं<br />

का समाधान कु छ साल से नह ं हो रहा है या जो राहत हमको िमलनी चा हए, वह नह ं िमल<br />

रह है तो बजट क ओर उ मीद उठाकर देखता है क शायद इस बार के बजट म मेर<br />

उ मीद पूर होगी चाहे महंगाई से त जनता हो, चाहे जन सम याओं के ित सरकार<br />

उदासीनता से त लोग या बजली, पानी, सड़क, िच क सा, िश ा के अभाव से जूझता<br />

हआ ु जनमानस हो या रोजगार क उ मीद लेकर बैठा िश त युवा हो या असहाय वग<br />

जसको सरकार मदद क आव यकता है, ये सारे उ मीद लगाकर बजट क ओर ताकते है<br />

क शायद सरकार बजट म हमारे िलए कु छ ावधान करेगी। देखने म और सुनने म यह<br />

बजट अ छा लगता है<br />

य क ऐसी बहत ु सार घोषणाएं ह जो यहां मु य मं ीजी ने क ं<br />

ले कन माननीय सभापित महोदय, एक तरफ आव यकता देख, आव यकता कतनी और एक<br />

तरफ देख, राहत कतनी द तब नजर आयेगा क नह ं, बहत बड़ा अंतर है। जनता क<br />

ु<br />

आव यकताएं बहत ु यादा थीं। सरकार ने दया तो है ले कन आव यकता क तुलना म बहत ु<br />

कम और माननीय सभापित महोदय, जैसा इस सरकार का वभाव रहा है क घोषणाएं बड़ -<br />

बड़ करती है, बात बड़ -बड़ , ले कन उनम से कइय पर या वित नह ं हो पाती और जब<br />

बजट सुनकर य खुश होता है, उ मीद लगाता है और उसके बाद जब एक साल पूरा<br />

बीतता है तो उसक वह उ मीद हताशा और िनराशा म बदल जाती है ले कन जैसी आदत<br />

है, जैसा वभाव है, फर नई उ मीद करता है सरकार से क सरकार शायद कु छ करेगी और<br />

इस बार सरकार से बहत ु यादा उ मीद है। इसिलए उ मीद क अब जनता जानती है क<br />

डेढ-दो साल म चुनाव आने वाले ह। जस सरकार ने तीन साल कु छ नह ं कया, कम से कम<br />

चुनाव म अपनी बात को रखने के िलए भी कु छ हमारे िलए करेगी और उसको देखते हए ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(118)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

सरकार ने कु छ कया, इसम कोई शक नह ं।<br />

माननीय सभापित महोदय, समाज का चाहे कोई भी वग हो, इस बजट से बहत ु यादा<br />

राहत उसको िमल जाये, यह सोचना बेमानी होगा। कु छ िमलेगा, पर उ मीद क तुलना म<br />

बहत कम और जैसा हमारे मु य<br />

ु मं ीजी का क र मा है, मने पहले भी कहा था पछली बार,<br />

वह काफ सारे जादई क र मे ु जानते ह। कालेज के जमाने म दखाते भी थे और जैसा जाद ू<br />

के खेल म होता है, जो दखता है, वह स चाई नह ं होती। जो दखता है, वह मा<br />

म होता<br />

है। कह ं यह बजट भी जादई क र मा ु न हो जाये। जो पढ़ा, वह सुना, वह स चाई नह ं और<br />

आगे जाकर कल के दन म वह म सा बत हो जाये, ऐसा ह मुझे लगता है इस बजट का<br />

होगा।<br />

माननीय सभापित महोदय, कल माननीय मु य मं ीजी सड़क को लेकर बहत बड़ ु<br />

बात कर रहे थे और व तार से उनका वणन कया, जनम 16 मेगा हाईवे, जनक लागत<br />

3,590 करोड़ पये है, उनक बजट म घोषणा क है। माननीय सभापित महोदय, यह सब<br />

जानते ह क इसम कोई सरकार का पैसा लगने वाला नह ं है। यह सार सड़क बी.ओ.ट . म<br />

बनेगी और एक तरफ मु य मं ीजी कहते ह क हमने जनता के ऊपर कोई टै स नह ं<br />

लगाया। जनता से इन सड़क का टोल टै स के प म िलया जायेगा जसका भार जनता क<br />

जेब पर पड़ेगा।<br />

-बड़<br />

Jkj/<strong>usc</strong>/27.03.2012/16.50/3d<br />

अगर वाकई म सरकार चाहती है क अ छ सड़क ह , ब ़ढया सड़क ह तो अपने खच से<br />

बनाये और टै स के प म जनता से कु छ वसूल नह ं करे। यह सड़क वह ह जो ठेके दार<br />

अपने िनजी पैसे से बनाकर जनता से बाद म वा पस पैसा वसूल करेगा। और माननीय<br />

सभापितजी, मने बजट के अिभभाषण म भी सरकार क जानकार म एक बात लानी चाह<br />

थी क ामीण सड़क क जो हालत है वह इतनी दयनीय है उसको मो नत क<br />

आव यकता है, उसको नवीनीकरण क आव यकता है जसम रा य सरकार का पैसा लगता<br />

है पर सरकार ने बजट म कोई ावधान नह ं कया। एक साल पहले के बजट म जो<br />

नवीनीकरण था, जो िमिसंग िलंक थी उसको ज र कं ट यू रखा है। ले कन कतनी सड़क<br />

का, ित त सड़क का नवीनीकरण कया जायेगा, कतनी िमिसंग िलंक एक वधान सभा<br />

े म द जायेगी, इसका कोई ावधान इस बजट म नह ं है और माननीय सभापितजी, यह<br />

आम तौर पर देखते ह क एक वधान सभा े क सड़क है, एक जले क सड़क है तो<br />

कसी न कसी योजना म वह कवर हो जाती है, बन भी जाती है पर जो अंितम छोर क<br />

सड़क ह जले क या वधान सभा े क , बाद म अलग जला लगता है जनक ल बाई<br />

यादा नह ं, मा चार कलोमीटर, पाँच कलोमीटर, छह कलोमीटर, कोई भी वधायक अपनी<br />

जो योजना म, वह पैसा भी है तो उसको करवा नह ं पाता य क दो जले अलग-अलग<br />

लगते ह उसम। मने पहले भी सरकार क जानकार म यह बात लाई थी क दो अ य जल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(119)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

क जो सड़क ह अंितम छोर क , उनके िलए भी बजट म कोई ावधान कया जाय जैसे मेरे<br />

े म गेलावास से घाना जुड़ जाय, मा छह कलोमीटर सड़क, एक पाली जले का गांव,<br />

एक जालौर जले का गांव ले कन सकड़ गांव अपने आप जुड़ जायगे उससे। यह लामड़ा से<br />

सामुदा जुड़ जाय, तीन कलोमीटर मा , पर दो अलग-अलग जले पाली और बाड़मेर जला,<br />

कसी म कवर नह ं होती वह, न म पैसा देता हं ू, न वहां के वधायक पैसा देते ह और वह<br />

सड़क वष तक वैसी क वैसी जब क वहां आवाजाह बहत ु यादा है। तो मेरा मु यमं ीजी से<br />

आ ह रहेगा क जले के अंितम छोर क जो सड़क ह या वधान सभा<br />

े के अंितम के जो<br />

गांव ह जहां दसरा ू जला उसका होता है उन सड़क के िलए भी वशेष ावधान इस बजट म<br />

कया जाय। माननीय सभापित महोदय, यह सरकार अगर सबसे यादा वाहवाह लूटती है तो<br />

वह ऊजा उ पादन म है। बड़ -बड़ बात करती है क हमने हमारे कायकाल म 3380 मेगावाट<br />

उ पादन मता म वृ क । यह इतनी वृ क तो यह बजली गयी कहां जो लोग गांव म<br />

रहते ह, जो लोग शहर म रहते ह उनको पता है क पछले डेढ़ साल म जतनी बजली<br />

कटौती क मार इस जनता को झेलनी पड़ वह पछले सात साल म कभी नह ं झेलनी पड़ ।<br />

गांव म हालत यह है क मु<br />

घंटे डोमे<br />

कल से चार घंटा कृ ष बजली िमलती है और आठ या दस<br />

टक बजली, ऐसी ददशा ु और शहर े म भी िनयिमत प से जो जला<br />

हैड वाटर है, संभागीय हैड वाटर छोड़ दो आप, वहां अभी भी एक-डेढ़ साल हो गये, चार घंटे<br />

क बजली कटौती क मार हमको झेलनी पड़ रह है। माननीय सभापित महोदय, य द वाकई<br />

म सरकार ने उ पादन कया होता न तो आज हमको बजली कटौती क सम या का सामना<br />

नह ं करना पड़ता। अब यह सरकार बात करती है क हमने 3380 मेगावाट क वृ क ।<br />

माननीय सभापित महोदय, जो सरकार द तावेज है वह इस बात को सा बत करते ह क<br />

सरकार क 3380 मेगावाट बजली म अिधकांश जो बजली उ पादन क वह हमने हमार<br />

सरकार के कायकाल म क । सूरतगढ़ क छठ इकाई का उ पादन 30.3.2009 को हआ ु ,<br />

हमार सरकार गई दस बर 2008 म, तीन मह ने म या चार मह ने म कोई बजली का<br />

संय लग नह ं सकता, कम से कम चार-पाँच साल लगते ह, 200 मेगावाट वहां बजली<br />

इससे उ प न होती है, इसका मतलब यह है क यह काम हमार सरकार के कायकाल म<br />

लगभग पूण हो गया था, पाईप लाईन म था, इनको अवसर िमल गया उसका उदघाटन करने<br />

का। चाहे कोटा सुपर थमल पावर क पांचवीं इकाई हो, वह भी 16.4.09 को शु हई ु , मतलब<br />

हमार सरकार के जाने के चार मह ने बाद, यह इकाई भी पाईप लाईन म थी, इनका भा य<br />

अ छा, इनको<br />

ेय िमल गया, काम हमने कया। छबड़ा थमल पावर लांट, पहली इकाई<br />

250 मेगावाट क 16 अ ेल, 09 को इसक शु आत हई ु , चार मह ने का इनका कायकाल,<br />

ेय इनको, काम हमारा। और दसर ू इकाई 250 मेगावाट 4 मई 2010, एक साल पाँच<br />

मह ने मतलब साढ़े तीन साल तक हमार सरकार ने उस पर काम कया, हमार सरकार ने<br />

पैसा दया, हमार सरकार ने व तीय संसाधन दये, यह झूंठ वाहवाह क जो यह आदत पड़<br />

गई न क काम कोई करे, ेय हमको लेना है, जनता को िमत करना है, यह बजट मा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(120)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म पैदा करने वाला द तावेज है, स चाई कु छ और ह है इसम। माननीय सभापित महोदय,<br />

चाहे िगरल ि ड थमल हो, वह भी 26.12.08 मतलब हमार सरकार जाने के बीस दन बाद<br />

मा , प चीस दन बाद, 125 मेगावाट बजली, प चीस दन म ऐसा नह ं है क उ ह ने कोई<br />

व तीय वीकृ ित जार कर द हो, थमल लांट बन गया हो, यह सारे काम वह जो हमने<br />

शु कये और माननीय सभापित महादेय, हालत देख लो आप व ुत उ पादन क । नये<br />

लांट लगे,<br />

मता बढ़ ले कन उ पादन घटा, यह इनक कायकु शलता का नमूना है। यह म<br />

नह ं, यह सरकार द तावेज कह रहे ह आपके । यह जो आपका सूरतगढ़ सुपर थमल पावर<br />

टेशन है, चौथी इकाई इसक 30.3 को चालू हई ु और हमारे कायकाल म जो 2007-08 को<br />

व ुत उ पादन था 10207.50 मेगावाट और इनके कायकाल म घटकर, बढ़ना चा हए था<br />

य क नई इकाई एक और लग गई, 2009-10 म 9552.75 और 10-11 म 9408.78, जब<br />

नई इकाई लगी, उ पादन बढ़ने क बजाय आपक कमजोर क वजह से, आपक लापरवाह<br />

क वजह से उ पादन घटा। ऐसा लगभग हर एक म है। नये लांट लगे ले कन उ पादन घटा<br />

और उसका प रणाम है आज राज थान क जनता बजली के संकट को झेल रह है।<br />

माननीय सभापित महोदय, सरकार बात करती है क हम गांव, ढा णय को नये कने शन<br />

दगे, इस सरकार के कायकाल म पहली बार ऐसा आदेश आया क जो ढाणी आबाद<br />

नह ं है, जसके पास प टा नह ं है उसको व ुत कने शन नह ं दया जाय जब क दो साल<br />

पहले यह व ुत कने शन दये जाते थे, सरकार ने उलटा रोक लगाई है। मेरा सरकार से<br />

आ ह है, य क हमारा जो<br />

े म<br />

े है वहां ढा णय म लोग िनवास करते ह और ढाणी-ढाणी को<br />

आबाद म प रवितत करना कोई आसान काम नह ं। जहां य िनवास करता है वहां जो<br />

आपने रोक लगाई, मेहरबानी करके उस रोक को हटाकर जो य व ुत कने शन लेने के<br />

इ छु क ह उनको व ुत कने शन जार करने का काम आप कर। और माननीय सभापित<br />

महोदय, इतना ह नह ं, शहर<br />

े म भी कई ऐसे गर ब प रवार जो क ची ब ती म या कृ ष<br />

भूिम पर भवन बनाकर अपना िनवास कर रहे ह, आज से छह मह ने पहले अगर कोई<br />

मािलकाना हक का उसके पास सबूत या द तावेज है तो पाँच सौ<br />

पये अित र त फ स<br />

लेकर, रािश लेकर उसको भी घरेलू व ुत कने शन दया जाता था पर इस सरकार ने तो<br />

उनको भी अंधेरे म रखने का एक कार से संक प ले िलया क नह ं, उनको कने शन नह ं<br />

दगे, पहले प टा लाओ। अब प टा बनाना इतना आसान काम तो नह ं य क इतने सारे<br />

िनयम, पुराने मकान बने हए। ु तो इस सरकार से मेरा यह आ ह रहेगा क आप मेहरबानी<br />

करके जो नई-नई शत लगाई ह न व ुत कने शन रोकने क , आप नया कु छ न कर सको,<br />

कोई द कत नह ं, पर जो पुराने काम चल रहे ह न, कम से कम उसम कोई अड़चन या<br />

कावट न डाले यह सरकार, यह मेरा सरकार से आ ह है। माननीय सभापित महादय, यह<br />

सरकार इस बात पर भी वाहवाह ले रह है क हमने पछले तीन वष म 5 लाख 71 हजार<br />

बीपीएल प रवार को व ुत कने शन दे दये, इ ह ने दये नह ं ह। यह राजीव गांधी ामीण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(121)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

व ुतीकरण िमशन के मा यम से हए ु जसम इस सरकार का कोई योगदान नह ं। इस<br />

सरकार क लापरवाह तो तो उलटा यह हआ ु .....<br />

Lpm/<strong>usc</strong>/1700/3e/27032012<br />

क अभी भी लाख ऐसे प रवार ह जनको इस राजीव गांधी<br />

ामीण व ुत िमशन का<br />

लाभ िमल जाना चा हए था। ले कन इनक लापरवाह क वजह से आज भी वह व ुत<br />

कने शन से वंिचत बैठे ह। सरकार से मेरा यह भी आ ह रहेगा क जो बीपीएल प रवार<br />

व ुत कने शन से छट ू गए, उनका सव कराकर उनको भी मेहरबानी करके व ुत कने शन<br />

आप दे दो। माननीय सभापित महोदय, पेयजल के िलए भी यह सरकार बड़ -बड़ घोषणाएँ,<br />

कई करोड़ क घोषणाएँ क ह। इस सरकार के काम का एक नमूना म बता दं आपको क ू<br />

पाली से काला पीपल ढाणी क पेयजल क योजना अग त, 2008 म जसक व तीय और<br />

शासिनक वीकृ ित दोन जार हो गई, रा य सरकार ने बजट भी दे दया। साढ़े तीन साल<br />

का समय बीत गया, कोई बहत ु बड़ योजना नह ं है, साढ़े तीन करोड़ या सवा तीन करोड़ क<br />

योजना है उसके िलए आज तक कोई यव था नह ं है। नौ गांव जो इससे लाभा<br />

वत हो<br />

सकते थे आज भी वह पानी क सम या को झेल रहे ह और माननीय सभापित महोदय, पता<br />

नह ं जोधपुर के िलए मु य मं ीजी इतने मेहरबान य है पछले बजट म भी जोधपुर शहर<br />

क पेयजल हेतु उ ह ने ढाई सौ करोड़ का ावधान कया और इस वष भी उ ह ने साढ़े पाँच<br />

सौ करोड़, जहां पानी का कोई बहत बड़ा संकट नह ं है। एक शहर के िलए पछले वष ढाई<br />

ु<br />

सौ करोड़ और इस वष पाँच सौ पचास करोड़ पए का ावधान उसके सु ढ़ करण के िलए<br />

िसफ। जब क पाली शहर म सन 2011 तक क संभा वत आबाद को देखते हए पूववत ु<br />

योजना मंजूर हई ु थी, 2011 म वह नई बनकर लागू हो जानी चा हए थी। पाली क आबाद<br />

भी बहत बड़ है ु , नई ब तयां बसी ह। आव यकता है नई शहर पुनग ठत जल योजना मंजूर<br />

हो। जो पाली के दायरे म 2011 म आ चुका था परंतु यह सरकार गंभीर नह ं है। और उसके<br />

कारण हालत या जो नई ब<br />

तयां बसी ह, नई आबा दयां बसी ह, जवाई बाँध म पया त<br />

पानी होते हए ु भी वहां क जनता को पानी मुहैया नह ं होता है। मेरा सरकार से यह भी<br />

आ ह है क जन- जन शहर क , जतने व त के िलए जलदाय योजना बनी थी य द वह<br />

कायकाल पूरा हो गया तो वापस वहां सव कराकर नई पुनग ठत शहर योजनाएं मंजूर कर<br />

ता क आबाद को पया त पानी िमल सके । माननीय सभापित महोदय, मेरे<br />

े के कु छ गांव<br />

ह जनके िलए म कई बार मं ीजी से आ ह कर चुका था पहले जतड़ा, ह दुगो क ढाणी,<br />

माडपु रया जसके िलए योजना बनी थी पाली से लेकर जतड़ा तक पाइप लाइन, मं ीजी प ता<br />

नह ं कन च कर म य त रहे, सबको पता है यह तो। ले कन जनता तो अभी भी पानी के<br />

िलए तरस रह ह। मेरा नए मं ी से आ ह है क आप इसम िच लेकर जो छोटे-छोटे गांव<br />

ह वहां भी पया त पानी पहंच ु जाए इसक यव था कर। माननीय सभापित महोदय, यह<br />

सरकार जो आज क तार ख म अपने उस काम को लेकर अपनी पीठ थपथपा रह है क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(122)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

हमने मु य मं ी िनशु क दवा वतरण योजना के तहत देश के हर मर ज को िनशु क दवा<br />

उपल ध करानी चालू कर द है। माननीय सभापित महोदय, आंकड़े उठाकर के देख आप क<br />

जतने मर ज आते ह और जतनी रािश क दवा द जाती है ित मर ज 50 पए से यादा<br />

नह ं बैठता है वह। एक मर ज को 50 पए क रािश, दवाई आपने<br />

कया आपने, म आपको ध यवाद देता हं इस बात के िलए। ले कन आपने<br />

ू<br />

कर द , अ छा काम<br />

जाँच क दर<br />

कतनी बढ़ा द यह पता है क नह ं आपको लगभग हर जांच महंगी हो गई है। आज<br />

जतना मर ज का पैसा दवाई पर खच नह ं होता उससे कई गुना यादा पैसा जाँच म खच<br />

होता है। कसी का पेट भी दखता ु है तो दवाई िलखने से पहले डॉ टर उसक सोनो ाफ<br />

िलखता है क जाकर पहले सोनो ाफ कराकर लाये। दवाई िलखेगा 25 क और सोनो ाफ<br />

कराएगा 300 क । कोई बीमार हो, जांच पहले करवाते ह और आप चाहे एसएमएस हो, चाहे<br />

पाली का बांगड़ अ पताल हो, आपने हरेक म जाँच क दर बढ़ा द ह। आउट डोर क पच<br />

पहले दो पए म, अब आपने उसम पाँच पए कर दये ह। भत का टकट पहले पाँच पए<br />

म, आपने बढ़ाकर उसको दस पया कर दये ह और माननीय सभापित महोदय, इनका जो<br />

इ चर है, जो ढांचा है िच क सा यव था का उसका नमूना मने पहले अिभभाषण के<br />

दौरान भी दया था। मेरे पाली बांगड़ िच क सालय म आज से दो साल पहले ितमाह कम<br />

से कम 300 ऑपरेशन होते थे। एक डेढ़ साल म हालत यह हो गई क ितमाह मा 10<br />

ऑपरेशन होते ह। यह सरकार आंकड़े ह, कोई मेरा नह ं है, म वधान सभा म बोल रहा हं ू<br />

यह बात। एक डेढ़ साल से मा एक एिन<br />

थिसया का डॉ टर नह ं होने क वजह से या<br />

उसके काम नह ं करने क वजह से है। सजर वभाग के चार सजन, ऑथ पे डक वभाग के<br />

दो सजन, गायिनक वभाग के 2 सजन और आई वभाग के दो सजन एक साल से फोकट<br />

क तन वाह ले रहे ह। और मने माननीय मं ी महोदय से कई बार आ ह कया है क एक<br />

एिन थिसया या दो एिन थिसया के डॉ टर लगा दो, जला हॉ पटल है, साढ़े तीन सौ बैडेड<br />

हॉ पटल है। ले कन एक डेढ़ साल तक यह सरकार एिन थिसया के डॉ टर क यव था<br />

नह ं कर सक ।<br />

माननीय सभापित महोदय, जननी िशशु सुर<br />

लेती है उसक ददशा यह है क जो नॉमल<br />

ा योजना जसक वाहवाह भी यह सरकार<br />

सव है वह तो हो जाता है पाली म, कोई<br />

द कत नह ं है और जो िसजे रयन होते ह, चूं क एिन थिसया वाला नह ं है इसिलए सारे<br />

िसजे रयन या तो ाइवेट हॉ<br />

पटल म होते ह या उनको जोधपुर जाना पड़ता है। रोज के चार<br />

पाँच िसजे रयन जस अ पताल म होते थे, एक साल से वहां कोई िसजे रयन नह ं हआ है। ु<br />

यह उस जननी क हालत है, इस जननी क ददशा इस ु सरकार के कायकाल म हई है और ु<br />

यह सरकार वाहवाह लूट रह है यह शम क बात है। माननीय सभापित महोदय, एसएमएस<br />

म ओपन हॉट सजर होती है, यह सरकार दावा करती है क हमने 400 से भी यादा दवाई<br />

िनशु क देने के आदेश पा रत कर दया। तो ओपन हाट सजर के जो मर ज ह उनके खच म<br />

कु छ कमी आनी चा हए थी। एक के भी खच म कसी कार क एक पए क भी कमी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(123)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

नह ं है और उनका बल उठाकर के देख लो जो उनको सरकार या अ पताल शासन देता है।<br />

उसम ड पो िस रंज के पैसे भी जोड़ रखे ह, छोटे मोटे इंजे शन भी ह वह भी उनके खाते म<br />

जोड़ रखे ह। एक पए क भी दवाई उस दय रोगी को जसको मदद क यादा ज रत है<br />

उसको नह ं द जा रह है। अगर सरकार चाहती है क वाकई म 400 तरह क दवाई जो<br />

हमने िनशु क जसक सूची जार क है तो उन सारे मर ज के बल के जो पैसे ह ना,<br />

सरकार उनको वापस लौटाये और भ व य म इस बात के िनदश भी द क जो दवाइयां<br />

िनशु क िमलनी चा हए थी या िमलनी है कम से कम उसक रािश तो उनके बल म नह ं<br />

जोड़ जाए ता क उस मर ज को भी राहत हो सके । म सरकार से यह भी आ ह क ं गा क<br />

हमारे यहां गुद के भी काफ रोगी ह जनको ित स ताह डायिलिसस क आव यकता होती<br />

है। बहत ु महंगा होता है डायिलिसस करना, जनको महंगा इलाज क आव यकता है उनक<br />

यादा मदद कर सरकार, पचास सौ वाल म कोई नह ं होगा तो भी काम चल जाएगा।<br />

जनको लगातार महंगे इलाज क आव यकता है उनके िलए भी मु य मं ीजी को ावधान<br />

करने चा हए। मेरा मु य मं ी यह आ ह रहेगा क जो गुद के रोगी है, जो दय रोगी है<br />

जनके ईलाज म बहत बड़ा खचा आता है। उनके डायिलिसस क<br />

ु<br />

, उनक जाँच क यव था<br />

भी िनशु क कर द। बजट म वापस उनको मौका िमलेगा, अवसर िमलेगा तो यह मेहरबानी<br />

भी राज थान क जनता के ऊपर मु य मं ीजी कर द। य क बड़ -बड़ बात करते ह ले कन<br />

फायदा बड़ा िमल नह ं रहा है। तो यह घोषण कर दगे तो बहत बड़ा फायदा इस देश के<br />

ु<br />

बहत ु सारे गुदा रोिगय को िमल जाएगा। माननीय सभापित महोदय, सवाई मानिसंह<br />

अ पताल क हालत यह है क यह आपके िनशु क दवाइय क वजह से मर ज तो आने<br />

बहत ु बढ़ गए, सं या बढ़ गई ले कन उसके भवन व तार के िलए इस बजट म कोई<br />

ावधान नह ं है। जब आपने मर ज क सं या क बढ़ोतर को भांप िलया क बहत बड़ ु<br />

सं या म मर ज आएंगे तो िन<br />

त प से उनको वहां रहने क या कने क पया त सु वधा<br />

िमल जाए। उसके िलए जो आव यक वाड का िनमाण कराना है उसके िलए भी बजट म<br />

ावधान करना चा हए था। मेरा आ ह रहेगा माननीय मु य मं ी जी...<br />

<strong>Bhs</strong>/<strong>usc</strong>/<strong>27.3.12</strong>/17.10/3f<br />

ह ला<br />

क जो यूरोसजर वाड ह या का डक सजर वाड ह जहां मर ज बहत ु बड़ सं या म बढ़े<br />

टक सजर वाड ह जहां मर ज बढ़े ह, जन- जन वाड म मर ज क सं या म<br />

बढ़ोतर हई है वहां भी अित र त<br />

ु वाड का िनमाण करा कर हर मर ज को वहां सोने के िलए<br />

पलंग िमल जाए ऐसी यव था तो कम से कम ये सरकार करवा दे वरना वहां क हालत ये<br />

है क वहां जो रै प है उस पर मर ज लेटे हए ु ह। गैलेर म छोड़ दो आप, वाड म छोड़ दो<br />

नीचे पर जो रै प ह न वहां भी मर ज लेटे हए ु ह और माननीय सभापित महोदय, जस वग<br />

को सबसे यादा सरकार मदद क आव यकता होती है उस वग के िलए इस बजट म कोई<br />

वशेष ावधान नह ं। वधवा क बात अजमेर से आने वाली माननीय वधायक ने कह और<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(124)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

भी वधायक ने कह क वधवा चाहे कसी भी तर क वधवा हो चाहे उसका बेटा जवान<br />

हो, वधवा को पे शन िमलनी चा हए। वकलांग पे शन म भी काफ सार शत आपने जोड़<br />

रखी ह इसिलए कई वकलांग उससे लाभा<br />

वत नह ं हो पाते ह। कु छ छट ू भी आपने द ह<br />

ले कन कु छ छट ू और देने क आव यकता ह और महंगाई बढ़ने के बाद भी आपने इस बार<br />

वधवा, वकलांग, वृ ाव था पे शन म कसी कार क कोई वृ नह ं क । मेरा सरकार से<br />

यह आ ह रहेगा क जब महंगाई बढ़ है, खच बढ़े ह तो कम से कम वधवा, वकलांग,<br />

वृ ाव था पे शन क रािश भी आप थोड़ बढ़ा द। पाँच सौ को आप छ: सौ कर दो कोई फक<br />

पड़ने वाला नह ं है। बहत ु पैसा है सरकार के पास इ कम बहत ु बढ़ हई ु है।<br />

साथ ह माननीय सभापित महोदय, अवैध शराब के ध धे म िल त जाित को उस ध धे<br />

को छोडने एवं नया रोजगार करने का अवसर देने के िलए नवजीवन योजना चालू क गई थी<br />

और उसम ावधान रखा गया था क आबकार क आय का एक ितशत ह सा नवजीवन<br />

योजना म आने वाले प रवार के उ थान के िलए खच कया जाएगा। पहले नवजीवन योजना<br />

म मा एक या दो जाित थी अब आपने पाँच जाित और जोड़ द बहत अ छा ु काम कया<br />

आपने उसके िलए आपको ध यवाद वाकई म वो भी हकदार थे। लगभग चार सौ ितशत<br />

बढ़ोतर हो गई उन प रवार म ले कन आपने बजट ावधान बढ़ाया नह ं। बजट ावधान वो<br />

ह एक ितशत। जब चार सौ ितशत प रवार और जुड़ गये उसम तो कम से कम बजट भी<br />

चार गुना बढ़ना चा हए सरकार से मेरा ये भी आ ह रहेगा क आप आबकार क आय का<br />

कम से कम पाँच<br />

उ थान म, िश<br />

ितशत ह सा नवजीवन योजना के अ तगत आने वाले प रवार के<br />

ा म, उनके रोजगार म यय कर यह मेरा आ ह रहेगा और साथ म सरकार<br />

से ये भी आ ह रहेगा मने पछली बार भी आ ह कया था माननीय मु यमं ी से मने<br />

य<br />

गत भी िनवेदन कया था क कु छ जाितयां ऐसी ह अभी जनको भी सरकार मदद या<br />

सरकार सहयोग क आव यकता है। जसम एक बावर जाित है, चौक दार जाित जो हमारे<br />

े म बहत बड़ सं या<br />

ु म है उनके पेट पालन का सबसे बड़ा काम है अं ेजी बबूल को काट<br />

कर उसका कोयला बनाना और उसको बेचना। सरकार ने अं ेजी बबूल क कटाई पर रोक<br />

लगा द उसको अवैध मान िलया उसके बाद म ये जाित रोजगार के िलए तरस रह है और<br />

आज भी इस जाित म अिश<br />

ा और गर बी बहत बड़ मा ा म है तो मेरा सरकार से आ ह<br />

ु<br />

रहेगा क आप इस बावर जाित के िलए भी कोई योजना बनाय या उसको भी नवजीवन म<br />

शािमल कर। और एक जाित है सा टया जो देह यापार का ध धा करके अपने प रवार का<br />

पेट पालती है इस जाित को भी मदद क आव यकता है। सरकार इसक मदद करके इस<br />

ध धे से छड़वा ु दे तो इनक आने वाली पीढ़ िन त प से अ छे सं कार म पलेगी। तो<br />

मेरा सरकार से ये भी आ ह रहेगा क आप जो ये सा टया जाित है, बावर जाित है उसके<br />

िलए भी कोई वशेष योजना बनाय, ता क इनका भी सामा जक तर अ य जाितय के बराबर<br />

हो सके और ये भी समृ हो सके ।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(125)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

माननीय सभापित महोदय, सरकार क बहत सार योजनाएं सामा जक<br />

याय और<br />

अिधका रता वभाग क ह ले कन हरएक म बजट क कमी है। जतनी आव यकता है उतना<br />

बजट िमलता नह ं है और उसके कारण आवेदन ल बे समय तक लं बत रहते ह। चाहे वधवा<br />

पु ी के ववाह क योजना हो जसम सहायता रािश द जा ती है, चाहे बीपीएल पु ी के ववाह<br />

क सहायता रािश वाली योजना हो, चाहे एससी/एसट क बािलकाओं के िलए ववाह क<br />

अनुदान रािश हो। एक-एक साल से ऊपर हो गया आवेदन कये हए योजना नाम क कागज<br />

ु<br />

म है ले कन पैसा नह ं िमला। चाहे बीपीएल प रवार के मु खया हो या लोग ह , च कर<br />

लगाते ह समाज क याण के कायालय म ले कन उनको पैसा िमल नह ं रहा है तो जब आपने<br />

कोई योजना लागू कर द चालू कर द जसका ढंढोरा आपने पीट दया तो जतनी<br />

आव यकता है उतना बजट का ावधान ये सरकार करे म सरकार से आ ह करता हं। साथ ू<br />

म, ऐसे प रवार जनम दो वकलांग हो उनको सामा जक याय और अिधका रता वभाग क<br />

ओर से आ था काड जार कया जाता है। सरकार ने आ था काड जार कर दया और<br />

आ था काड म ये दशा भी दया क आपको ये-ये सु वधाएं िमलगी। ये सरकार क घोषणा है<br />

उसम। ले कन हालत<br />

या है मा एक-दो लाभ उसको िमलता है बाक अभी भी जो पीछे<br />

िलखी हई सु वधाएं ह उन सु वधाओं से वो आज तक काडधार वंिचत ह तो मेरा सरकार से<br />

ु<br />

ये भी आ ह रहेगा क जो आपने सु वधाओं क घोषणा उस आ था काड के पछले वाले<br />

पृ ठ पर कर रखी है, उनको पूर करने के िलए आप संबंिधत वभाग को िनदश द ता क वो<br />

उसक या वित करके उस आ था काडधार प रवार को जो मदद िमलनी चा हए वो मदद<br />

िमल सके ।<br />

माननीय सभापित महोदय, िश<br />

जो पछले तीन साल से म भी सुनता आ रहा हं िश<br />

ा के बारे म कु छ घोषणाएं माननीय मु यमं ी जी ने क<br />

क भत क घोषणा। हर बार जब से<br />

सरकार बनी ले कन भत एक भी नह ं। इस बजट म भी तीय ेणी के 11,865 एवं तृतीय<br />

ेणी के 41 हजार िश क क भत क या और आगामी वष म बीस हजार और िश क<br />

भत क घोषणा ये सरकार कर रह है। ये सरकार लगातार इस देश के िश<br />

त बेरोजगार<br />

के साथ धोखा कर रह है छलावा कर रह है, उसको झूंठा आ वासन दे रह है। तीन साल<br />

बीत गये जन 56 हजार िश<br />

क क भत हो जानी चा हए थी आज से तीन साल पहले वो<br />

भत आज तीन साल बाद भी नह ं हई और ये सरकार वापस ये ह घोषणा करके वाहवाह<br />

ु<br />

लूटनी चाहे तो फर इनक मज और माननीय सभापित महोदय, सरकार कू ल क ददशा ु<br />

के बारे म कु छ कहने क आव यकता नह ं है सारे लोग जानते ह। आज क तार ख म हालात<br />

ये ह क गर ब से गर ब य भी इस बात को जानता है क य द मने मेरे ब चे को<br />

सरकार व ालय म पढ़ा दया तो उसका भ व य अंधकारमय हो जाएगा, बरबाद हो जाएगा<br />

तो कह ं से भी पैसा लाकर वो िनजी<br />

कू ल म अपने ब च को पढ़ाता है। ये सरकार<br />

व ालय क ददशा है और इस सरकार ने तो जो िनजी व ालय थे उनको भी एक ष यं<br />

ु<br />

के तहत बंद करने क मंशा ठान रखी है। मा यता के िलए ऐसे िनयम कायदे-कानून बना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

े<br />

(126)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

दये क शायद जो छोटे-छोटे िनजी व ालय ह वो सारे के सारे बंद हो जाए। अब शहर<br />

म एक एकड़ जमीन उसका मतलब होता है क कम से कम ढाई करोड़ पया। कम से कम<br />

पाली जैसे शहर म ढाई करोड़ से कम एक एकड़ जमीन िमलती नह ं और उसके बाद म जो<br />

ब<br />

डंग द है उ ह ने उस पर एक करोड़ और खच। अब जसके पास ढाई-तीन करोड़ पये<br />

है वो कू ल लगायेगा या, और काम करेगा वो। हमारे यहां जो िश<br />

त युवा ह वो नौकर<br />

नह ं िमलती तो अपना छोटा व ालय खोल कर खुद क जी वकोपाजन भी करता है और<br />

ब च को िश<br />

ा भी देता है। ऐसे छोटे-छोटे व ालय पाली शहर म आठ सौ ह गे। पर जो<br />

मा यता के नये िनयम लाद दये न सरकार ने ये आठ सौ व ालय बंद होने क<br />

थित म<br />

आ जाएंगे जससे हज़ार युवा जो रोजगार कर रहे ह वो भी रोजगार से वंिचत हो जाएंगे<br />

इनके कारनाम से। मेरा सरकार से ये भी आ ह है क ये जो आप नये िनयम बना रहे हो<br />

न ये राज थान को देखते हए ु यावहा रक नह ं है। ऐसे यावहा रक िनयम बनाओ आप<br />

जसम िनजी व ालय वाले उन िनयम क पालना कर सके कु छ रािश खच करके । ऐसे<br />

िनयम बलकु ल नह ं जो बहत मु<br />

कल ह , नामुम कन ह तो सरकार से ये भी आ ह रहेगा।<br />

माननीय सभापित महोदय, उ ोग के ित भी ये सरकार कोई बहत ु यादा िचंितत या<br />

गंभीर नह ं है चाहे अख़बार म बजट क वाहवाह करा कर ये बहत खुश हो रहे ह गे क<br />

ु<br />

हमने बजट क बहत ु वाहवाह करवा द । हमारे बजट को हरएक य ने सराहा है जो<br />

वशेष ह उ ह ने हमार तार फ क है। मने शु आत म कहा था क जो आव यकता है और<br />

जो दया है उसका आकलन करो तो अंतर इतना यादा है तब लगेगा क ये बजट वाकई म<br />

कु छ नह ं है। य क आव यकता और दया उसक तुलना नह ं क थी लोग ने। जस दन<br />

तुलना कर लगे न उस दन आम य कह देगा क इस बजट से कु छ नह ं िमला। और<br />

माननीय सभापित महोदय, उ ोग के बारे म इस सरकार ने कु छ नह ं कया। पाली जो<br />

औ ोिगक नगर है ...<br />

कै लाश/चौहान 27.03.2012 17.20 (1) 3g<br />

माननीय मु यमं ी जी ने पछले बजट भाषण म इस बात क घोषणा यहां क थी क<br />

पाली शहर म पावर लूम के िलये पैके ज यह सरकार देगी, यह माननीय मु यमं ी जी क<br />

पछले बजट म क गई घोषणा है। एक साल बीत जाने के बाद भी इस सरकार ने पावर लूम<br />

के िलये कोई वशेष पैके ज पाली को नह ं दया मा रा मैटे रयल म वैट म कु छ कटौती कर<br />

द । पाली वाल ने मांगा बजली दर म स सड , वह द नह ं। जमीन के आवंटन म थोड<br />

रेट कम हो जाये वह द नह ं। सभापित महोदय, जब तक यह सरकार उ ोग को नह ं<br />

पनपायेगी तब तक यह बेरोजगार क सम या का समाधान भी इस सरकार के अके ले क<br />

बात नह ं। उ ोग धंधे लगगे इस सरकार पर बोझ कम होगा और लोग क आमदनी भी<br />

बढेगी। मेरा सरकार से आ ह है क आप उ ोग के िलये भी वशेष पैके ज लाये और हमारे<br />

देश म उ ोग धंधे पनपे, उ ोग लगाने के िलये उ ोगपित आक षत हो, यहां िनवेश कर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(127)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उसके िलये कु छ ऐसा पैके ज उनको दो, हो सकता है एक बार आपका पैसा खच हो ले कन<br />

उसके बाद म टै स के प म आपक जो आय होगी वह आपके खच से कई गुणा यादा<br />

होगी।<br />

माननीय सभापित महोदय, माननीय मु यमं ी जी ने जौधपुर म द षत पानी है उसके<br />

ू<br />

टमट लांट हेतु 75 करोड क रािश इस बजट म जौधपुर को द । हमारा पाली भी दषण ू<br />

क सम या से बहत ु त है आज तक जतने भी टमट लांट लगे इंड वाले अपनी<br />

ओर से 50 परसट का अंशदान देते ह, बाक सरकार देती है फर भी पाली क सम या बहत ु<br />

बड है। मु यमं ी जी को इस सम या के बारे म पूर जानकार द । जब 75 करोड पया<br />

आप जौधपुर को दे सकते हो तो मेरा आ ह रहेगा क<br />

टमट लांट के िलये पाली शहर को<br />

भी आप सरकार क ओर से कु छ रािश दे द ता क पो युशन क सम या का वहां और अ छे<br />

तर के से समाधान कया जा सके , ऐसा मेरा माननीय मु यमं ी जी से आ ह है।<br />

सभापित महोदय, म सरकार से कु छ और चाहंगा ू .....<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

म पाँच िमनट और चाहंगा ू , मेरे चार पाँच सुझाव है, यादा नह ं है। म माननीय<br />

मु यमं ी जी से कु छ और िनवेदन भी करना चाहंगा ू जैसे आपने घोषणा क है मु यमं ी<br />

बीपीएल शहर आवास योजना। माननीय मु यमं ी जी को पता नह ं क शहर म बीपीएल<br />

वाल को लाट लेने म भी बहत मु<br />

कल आती है इतने भाव बढ गये हर शहर म। कम से<br />

कम बीपीएल आवास योजना म एक छोटा भू खंड भी उसको दे द जनके पास अपना भूखंड<br />

नह ं है,<br />

य क अिधकांश बीपीएल वाले वह ह जो क ची ब ती या कृ ष भूिम पर बैठे ह<br />

जहां आप िनयम म दे नह ं सकते, उनके पास प टा नह ं है। तो एक एक भूखंड हर बीपीएल<br />

प रवार को कम दर म, रयायती दर म या िनशु क दे द तो बहत बड कृ पा इन पर हो<br />

ु<br />

जायेगी य क पाली शहर म भी बांड नद है उस नद म कम से कम 100 प रवार बसते<br />

ह। रामलीला मैदान है वहां थाई प रवार बसते ह। कई जगह है जहां सैकड प रवार ऐसे ह<br />

जो सरकार भूिम पर तंबू लगा कर रह रहे ह। आप चाह कर भी उस आवास योजना का<br />

लाभ उनको दे नह ं पाओगे तो कम से कम उनको एक भूखंड दे दो उसके बाद म वहां पर<br />

मकान के िलये पैसे दे देना यह मेरा आ ह है।<br />

इसी तरह से पाली शहर म गा डया लुहार भी बहत बड सं या<br />

ु म है जो इधर उधर<br />

बसते ह। सरकार ने पहले ावधान भी रखा था क जो भी गा डया लुहार ह उनको सरकार<br />

क ओर से िनशु क भूखंड दया जायेगा। जो प रवार इस िनशु क भूखंड योजना से वंिचत<br />

रह गये उनका वापस सव करवा कर यह सरकार उनको भी भूखड दे दे और बाद म मकान<br />

के िलये जो लोन अनुदान देती है वह भी दे दे, यह मेरा सरकार से आ ह रहेगा।<br />

सरकार से मेरा यह भी आ ह रहेगा क दुघटना म अगर कसी य क मृ यु हो<br />

जाती है तो पहले पो टमाटम करवाना अिनवाय होता था अब उस िनयम म सरकार ने छट ू<br />

दे द क पो टमाटम करवाना अिनवाय नह ं होगा अगर घरवाले सहमत ह और पुिलस अगर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(128)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

सहमत है तो िलख कर दे द क हम पो टमाटम क ज रत नह ं बना पो टमाटम के ह<br />

लाश दे द जाती है। ले कन मु यमं ी सहायता कोष से पी डत प रवार को जो रािश िमलती<br />

थी 20 हजार पये वह मा उसी पी डत प रवार को द जाती है जसने अपने प रवार के<br />

मृतक का पो टमाटम कराया हो। चूं क कई य य को इस बात क या इस िनयम क<br />

जानकार नह ं होती क हम पो टमाटम नह ं करवायगे तो हम इस रािश से वंिचत रहना<br />

पडेगा, वह पो टमाटम नह ं करवाते और बाद म सहायता रािश के िलये च कर लगाते ह तो<br />

उनका आवेदन यह कह कर खा रज कर दया जाता है क आपने पो टमाटम नह ं करवाया<br />

है, िनयम म नह ं आता है इसिलए आपको सहायता रािश नह ं िमलेगी। कई बार जब<br />

दघटना ु होती है एक ह दघटना ु म कई मृतक होते ह तो यह रािश िनयम म छट ू देकर दे<br />

द जाती है ले कन आम तौर पर यह द नह ं जाती तो मेरा सरकार से आ ह रहेगा क जब<br />

आपने दघटना म ु मृतक के पो टमाटम के िनयम को समा त कर दया तो इस सहायता<br />

रािश के िनयम म भी थोडा संशोधन कर के या िशिथलता देकर वह सहायता रािश जो<br />

प रवार लेना चाहे या जो गर ब है, उसको दो, िनयम म यह थोडा संशोधन कर दो। साथ म<br />

अ<br />

ात वाहन से दघटना म जो मृ यु<br />

ु होती थी उसम तोषण िनिध से 25 हजार पये िमलते<br />

ह। पहले वाहन से जो मृ यु होती थी उसम 10 हजार<br />

िमलते थे उस रािश को बढा कर आपने 20 हजार कर दया। पर अ<br />

पये मु यमं ी सहायता कोष से<br />

ान वाहन से मौत पर<br />

पहले 25 हजार िमलते थे और बाद म उसको कोई लेम भी नह ं िमलता तो सरकार से मेरा<br />

यह भी आ ह रहेगा क जब आपने दघटना म<br />

बढाकर 10 से 20 हजार कर द तो अ<br />

ात वाहन से मौत पर सहायता रािश<br />

ात वाहन पर भी आप 25 हजार से बढा कर दोगुनी<br />

50 हजार कर द ता क उनको बहत बड राहत िमल जाये। आगजनी से जो नुकसान होता है<br />

ु<br />

उसम भी जो सहायता द जाती है वह इतनी नाम मा क होती है क एक लाख का<br />

नुकसान हआ तो ु<br />

2-4 हजार पये दे दये तो सरकार से मेरा यह भी आ ह रहेगा क इसम<br />

भी आप सहायता रािश बढाये। चूं क आपने कल जो बात क है क हम समाज के िलये बहत ु<br />

कु छ करना चाहते ह, हम सेवा करना चाहते ह, हम मदद करना चाहते ह, अगर वाकई म<br />

मदद करना चाहते हो तो मेरे इन सुझाव पर सरकार गौर कर यह मेरा सरकार से आ ह<br />

रहेगा। सभापित महोदय, म अंत म यह कहना चाहंगा ू क वाकई म यह बजट कोई जादई ु<br />

क र मा सा बत न हो जाये जनता सोचे क हमको कु छ िमलेगा और आंख से जब पदा हटे<br />

तो खाली हाथ वापस अपने घर आये, यह बजट शायद ऐसा ह सा बत होगा। आपने मुझे<br />

बोलने का मौका दया उसके िलये बहत बहत ध य<br />

ु ु वाद, जय ह द।<br />

ी सभापित: ी शंकर लाल बैरवा।<br />

ी शंकर लाल बैरवा (कपासन): माननीय सभापित महोदय, इस बजट पर आपने मुझे<br />

बोलने का मौका दया इसके िलये म तहे दल से आपका आभार हं। ू म माननीय मु यमं ी<br />

अशोक गहलोत जी को बहत ु बहत ु बधाई व साधुवाद देता हं ू क उ ह ने वष 2012-13 का जो<br />

बजट पेश कया है वह बहत ु ह ब ढया और शानदार बजट पेश कया है। इस बजट म मेर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(129)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

वधान सभा े क भूपालसागर उप तहसील को तहसील म मो नत कया है इसके िलये<br />

म इस अवसर पर आपको बहत ु बहत ु बधाई एवं साधुवाद देना चाहंगा। ू हमारे<br />

े क जनता<br />

भी माननीय मु यमं ी जी को तहसील बनाये जाने पर बहत बधाई एवं साधुवाद दे रह है।<br />

ु<br />

सभापित महोदय, माननीय मु यमं ी अशोक गहलोत जी ने इस बजट म हर वभाग को<br />

दल खोलकर बजट दया है और कसी वभाग को वंिचत नह ं रखा है। माननीय मु यमं ी<br />

जी ने एससी, एसट , अ पसं यक, ओबीसी, सामा य वग, का तकार एवं यापा रय को<br />

यान म रखते हए ु बजट पेश कया है। इसके िलये पूरे राज थान क जनता आपको बहत ु<br />

बहत ु बधाई व साधूवाद दे रह है और कह रह है क हमारे राज थान के लोक य मु यमं ी<br />

अशोक जी गहलोत साहब हम आपको कभी नह ं भूल पायगे। इसी तरह संत कबीर दास जी<br />

ने कहा था क<br />

‘ िच डया च च भर ले गई, नद न घटया नीर,<br />

धम करतां धन नह घटे, कह गये दास कबीर।‘<br />

म इस अवसर पर माननीय मु यमं ी जी को कहना चाहंगा क िश<br />

ा के बना छा<br />

छा ाओं का भ व य अंधकार म रहता है। इसिलए म इस अवसर पर माननीय मु यमं ी जी<br />

अशोक गहलोत साहब को आ ह क ं गा क हमारा वधान सभा<br />

संभाग म एक मा एससी वधान सभा क सीट है और इस<br />

लोग ह यादातर िनवास करते ह।<br />

Ans 17.30 3h 27032012<br />

े कपासन पूरे मेवाड<br />

े म गर ब एससी, एसट के<br />

पर तु कपासन वधान सभा े म महा व ालय नह ं होने के कारण हमारे े के छा<br />

छा ाएं उ च िश ा से वंिचत रहते ह और उ च िश ा ा त करने के िलए उदयपुर एवं<br />

िच तौडगढ़ जाना पड़ता है। हम गर ब के पास पैसा नह ं होने के कारण हमारे े के छा -<br />

छा ाओं को ाइवेट कालेज म नह ं पढ़ा पाते ह। अत:<br />

ीमान से हाथ जोड ाथना करता हं ू<br />

क इसी बजट स 2012-13 म कपासन म महा व ालय खोलने का आदेश फरमाया जावेगा<br />

तो हमारे कपासन वधानसभा<br />

े के सभी छा -छा ाएं आपके सदैव ऋणी रहेगे। सभापित<br />

महोदय हमारे कपासन वधानसभा े म भूपालसागर े बड़ा है जो क थाना आकोला म<br />

आता है। भूपालसागर से होकर फोर लाइन िच तौडगढ़ व उदयपुर के िलए गुजरती है इस<br />

फोर लाइन पर आये दन दघटनाएं<br />

एवं<br />

आपरािधक घटनाएं होती रहती है और थाना<br />

आकोला दरू होने के कारण पुिलस समय पर नह ं पहंच ु पाती है। अत: म ीमान से हाथ<br />

जोड़कर िनवेदन करता हं ू क पुिलस चौक भूपालसागर को थाना म<br />

आदेश इसी बजट स म फरमाया जावे तो<br />

मो नत करवाने का<br />

े क जनता सदैव आपक आभार रहेगी।<br />

सभापित महोदय, हमार वधानसभा े क पंचायत सिमित भूपालसागर े म 19 ाम<br />

पंचायत म कर बन 100-125 के लगभग गांव आते ह। इस<br />

सम या आती रहती है। बजली क पूित नह ं होने के कारण<br />

े म आये दन बजली क<br />

े क जनता एवं कसान को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(130)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

संकट का सामना करना पड़ता है। अत:<br />

भूपालसागर म था पत करने क घोषणा<br />

ीमान से िनवेदन है क 132 के वी जीएसएस<br />

इसी बजट स 2012-13 म कर ता क हमारे<br />

का तकार को राहत िमले । सभापित महोदय, म अ त म कहना चाहंगा ू , कहावत म कहते ह<br />

क बोलना तो मोर का होता है और बरसना राजा इ का होता है। म इस अवसर पर<br />

कहना चाहंगा ू<br />

क मोर क भांित मेर वधानसभा क जनता के िलए मांग क ं गा, माननीय<br />

मु यमं ी जी आप हमारे राजा इ क तरह बरस कर कपासन वधानसभा<br />

को पूरा करने क कृ पा कर। आपने बोलने का मौका दया इसके िलए ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी के साराम चौधर ।<br />

े क मांग<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): माननीय सभापित महोदय, माननीय मु यमं ी<br />

अशोक जी गहलोत ारा राज थान क वधान सभा म जो बजट रखा है वह के वल आंकड़<br />

के मायाजाल म,इस वधान सभा म के वल आंकड़े<br />

तुत करते ह। यह चौथा बजट है और<br />

हर बजट क अगर तुलना क जाए तो तुलना म वह ं आंकड़े दसरे ू बजट म, वह ं आंकड़े<br />

तीसरे बजट म और आंकड़ का मायाजाल फै लाकर के वल यहां पर समय जाया कर रहे ह। वो<br />

क वो ह घोषणाएं ह, नया कोई काम कया हो तो बताये क राज थान के इस नये काम से<br />

कायाक प हो गई ह। सभापित महोदय, इ ह ने जनता के िलए पे ोल स ता कया, मनोरंजन<br />

शो के िलए पैसे कम कये। दो प हया वाहन दस लाख से अिधक के गैर प रवहन वाहन<br />

स ते कये मगर इ ह ने कभी यह सोचा क यह चीज कभी कसान के काम आती है या,<br />

इस बजट म कसान के िलए या कया इस बजट म राज थान का कसान राज थान क<br />

वधानसभा क तरफ देख रहा था क इस बजट म मेरे िलए कोई राहत का पैके ज आएगा<br />

और उस राहत म मुझे कोई राहत िमलेगी। इस बजट म कह ं भी कसान को राहत देने जैसी<br />

कोई यव था नह ं है। हाम पो ड और यह जसम कोई बनाने वाला नह ं है इसिलए उसके<br />

िलए पैसे बढ़ाये जा रहे ह। म पूछना चाह रहा हं ू<br />

क गत बजट म आपने यह ावधान कया<br />

था क ड गी, पो ड बनाएंगे, मगर कतने बने यह कोई बताने वाला नह ं है। पछले बजट<br />

म आपने बजट म आपने भाषण म जो घोषणाएं क थी उसके कारण से या का ताकार ने<br />

कोई फायदा िलया है, नह ं ले रहा है इसीिलए उसक दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख कर दये<br />

ड गी बनाने के िलए, पानी तो है नह ं फर पानी के बना ड गी का<br />

या करेगा, ऐसी<br />

सूरत म जो घोषणाएं क है वह कसान के िलए थोथी है। अगर कसान को सह मायने म<br />

फायदा देना होता तो कसान का े टर स ता करते,या उसके ए ीक चर म इ लीमटस<br />

लगते ह उसम स<br />

सड या राहत द जाती तो कसान को फायदा होता। आज क तार ख म<br />

इ ह ने अगर कोई फायदा कया है तो माननीय अशोक जी गहलोत ने जुआ रय के िलए<br />

फायदा कया है, उन जुआ रय को जुआ खेलने क खुली छट ू दे द वायदा बाजार म, जो<br />

सीसीट ट टै स लगता था उसे मांफ करके , आज खुले आम बाजार म कोई भी चीज कतनी<br />

खर द , या कया, कोई हसाब कताब नह ं है। आज वार का भाव 30 हजार पये<br />

वंटल, एक बोर वार म एक तोला सोना आता है । माननीय सभापित महोदय, अगर यह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(131)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

यव था इसी कार से चलती रह , जब का तकार का माल िनकल गया और उसके बाद<br />

भाव आता है तो उससे कसान को कोई फायदा होने वाला नह ं है। अगर कसान के िलए<br />

भ डारण क यव था हो, बना याज उसको भ डारण करने क जगह िमले ता क वह<br />

अपना माल कह ं भ डारण कर सके और जब भी माकट म भाव आते ह तो उस समय<br />

अपनी फसल को बेच सके और उसको उिचत दाम िमल सक ऐसी यव था सरकार ने कह ं<br />

क नह ं। इसिलए म कह रहा हं ू यह बजट कसान का घोर वरोधी बजट है। इसम जो भी<br />

कसान के िलए करना चा हये वह नह ं है, कसान के िलए िनराशाजनक बजट है। माननीय<br />

सभापित महोदय, गत बजट म इ ह ने घोषणा क थी हम कसान को 500 सौर ऊजा<br />

संयं , प प सैट लगाने के िलए यव था करगे मगर मेरे याल से एक भी प प सैट मेरे<br />

वधान सभा े म या पाली के े म कह ं एक भी सौर ऊजा संयं लग गया होता तो<br />

अफसोस नह ं होता। इ ह ने<br />

इसके िलए कसान को लुभावनी बात करने के िलए, के वल<br />

कागज म बात करने के िलए अब क बार भी 2200 प प सैट सौर ऊजा से चलने वाले,<br />

कसान के िलए दये जाएंगे और उसम साठ करोड़<br />

पये का ावधान बता रहे ह। मगर<br />

सभापित महोदय, सौर ऊजा से चलने वाले प प यह राज थान म कहां लगा रहे ह इसका<br />

कह ं भी ववरण नह ं है। आप हर बजट म घोषणा करते ह क हमने बजली का उ पादन<br />

बढ़ाया है, 3380 मेगावाट बजली हमने ए सेस पैदा क , मगर हमारे मारवाड़ म कहावत है<br />

क घी खाने के बाद म कु हड कहां गया। इतनी बजली पैदा क तो कसान को िमली कहां<br />

कसान को वसु धरा जी के राज म 8 घ टे बजली िन त प से िमलती थी। वह<br />

कसान इस बार इतना परेशान रहा क उसको रात को बजली द जाती है। खेत के अंदर<br />

रात को काम करने वाला कसान यह सोच भी नह ं सकता, अपन तो क पना भी नह ं कर<br />

सकते क ऐसी रात म जाकर<br />

पानी म खड़े रहकर खेत म काम करे और आपने उसको<br />

स ती बजली ह रयाणा और पंजाब, रात म कसान उसका उपयोग नह ं करता इसिलए<br />

स ती बजली खर दकर कसान को मजबूर कया, रात म खेत म पानत करने के िलए। म<br />

िनवेदन करना चाह रहा हं ू अगर कसान के िलए फायदे क बात, 8 घ टे बजली नह ं द<br />

और के वल 6 घ टे बजली द और 6 घ टे म भी कतनी बार<br />

प हो जाती थी वह कसान<br />

यह सोच भी नह ं सकता। पानी पहंचता ु और बंद हो जाता है, पानी पहंचता ु है और बंद हो<br />

जाता है ऐसी प र<br />

थित म ऐसी बजली देकर कसान के साथ घोर अ याय कया है।<br />

कसान को कने शन देने क बात के िलए इ ह ने इस वष जो डमांड िनकाले, अभी तक<br />

उन डमा डस के पैसे लेकर सरकार बैठ गई ले कन का तकार को आज तकतक कने शन<br />

नह ं िमला। डमांड के ख भे खड़े ह,पोल खड़े कर दये, कभी माल के िलए े टर मंगवाते ह,<br />

कसान को भार मुआवजा बजली के पेटे चुकाना पड़ता है। कसान के डमांड के पैसे आज<br />

जमा होते हए ु भी उसे कने शन नह ं िमला है।<br />

Ddm 27032012 1740 3j<br />

ांसफामर जल जाता था तो 72 घ टे म वसुंधराजी उस ांसफामर को बदल देती थीं।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(132)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

मगर आज अशोकजी के इस राज म ांसफामर 15-15 दन तक का तकार को नह ं िमलता<br />

है और जब हम इस बात क इ<br />

ला होती है, जब टेलीफोन करते ह तो 2-3 दन म कह ं<br />

जाकर वह ांसफामर लगता है। तब तक का तकार क जो फसल होती है वह सूख जाती है।<br />

वसुंधराजी ने हर खेत म कसान को बजली देने के िलये घरेलू बजली देने के िलये, के वल<br />

ए ीक चर बजली 6 घ टे आती है, मगर उसको 18 घ टे क बजली िमले इसके िलये<br />

छोटे-छोटे<br />

ांसफामर लगा करके बेर पर बजली देने क यव था क थी। मगर आपक<br />

सरकार ने आते ह उन बेर पर जो कसान अपना िनवास बनाकर रहता है, उसम बलकु ल<br />

रोक लगा द क कसान को खेत म जो डोमे<br />

टक कने शन है उसक फाइल भी जमा नह ं<br />

करते ह। या वह भारत का नाग रक नह ं है, या वह राज थान म रहने वाला नाग रक<br />

नह ं है। या उसको बजली का उपयोग करने का अिधकार नह ं है। ऐसी सूरत म ऐसी रोक<br />

को आपको हटाना चा हए और कसान जो अपने खेत म मकान बनाकर रहता है उसम<br />

अपना कने शन देने क यव था करनी चा हए। मेर मांग है क आप इस रोक को तुर त<br />

भाव से हटाएं और कसान को ज द से ज द बजली द। पाली जले म कसान क यह<br />

बजली क लूट मचा रखी है। और कसान से व जलस के नाम पर, पाली जले म कसान<br />

क मोटर चलती नह ं ह। कु ओं म पानी नह ं है। के वल मा एक घ टे और दो घ टे चलती<br />

ह। उस कसान के िलये इ ह ने व जलस के नाम से, दसरा ू तो कु छ होता नह ं है क कोई<br />

डाइरे ट टे पंग लेकर के या मोटर चलाये, ऐसा के स नह ं िमलता है तो व जलस वाल के<br />

ऊपर ेशर डालकर के यह पाब द करते ह क आप कै से भी करके , आपक रेवे यु इतनी कम<br />

हो रह है, आपको रेवे यु लानी है तो वे जाते ह और कसान क मोटर अगर पाँच हास पावर<br />

क है तो उसे साढे सात हास पावर क बता देते ह। अगर साढे सात हास पावर क है तो<br />

दस क बता देते ह, साढे बारह क बता देते ह और व जलस शीट भर करके कसान को<br />

उससे लूटा जा रहा है। इस लूट को रोकना चा हए। मेर मांग है, म आपसे िनवेदन करना<br />

चाह रहा हं क हमार सड़क के िलये<br />

ू<br />

1873 ढा णय एवं मजर को सड़क से जोड़ने के काय<br />

आर भ कये जाने क बात कह थी। क तु धान मं ी सड़क योजना के तहत मेरे<br />

एक भी िसंगल सड़क नह ं बनी और उसम िसफ एक धारे वर और दसरा ू िनचली नीमड़ , जो<br />

इसके<br />

े म<br />

ाइटे रया म आते थे, मगर उनके भी अभी तक टे डर नह ं हए ु , जससे यह काम भी<br />

अधूरे पडे ह। येक वधान सभा े म रा य क ामीण सड़क पर सात करोड़ पये खच<br />

ह गे। 16 कलोमीटर िमिसंग िलंक सड़क येक वधायक को द थी मगर उसम से के वल 8<br />

कलोमीटर सड़क बनीं और 8 कलोमीटर के<br />

वीकृ ितयां जार नह ं हई ह। ु<br />

क तु 30 से 40 कलोमीटर<br />

ताव हमने भेज दये मगर अभी तक उनक<br />

5 कलोमीटर मं दर को जोड़ने वाली सड़क भी ज र िमली है।<br />

येक वधायक को सु ढ़ करण एवं रकाप टंग के काय करने<br />

के िलये येक वधायक के े म करने थे। मगर एक भी सड़क कोई र युवल नह ं हई ु , न<br />

रकाप टंग हई। ु ऐसी सूरत म सड़क क ऐसी हालत हई ु है। टेट हाइवे-61 और टेट हाइवे-<br />

62, गजनीपुरा गांव, माननीय मं ीजी जब अभी चामु डा म आये थे तो मने इस बात को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


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मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कहा तो उ ह ने खुद ने जा करके मौका देखा और ऐसी हालत थी, सड़क क हालत को<br />

देखकर के उ होने वा तव म दःख य ु त कया। मगर 3 साल के पी रयड म एक भी कोई<br />

सड़क बनाने क बात हो तो ठ क, मगर हमार तो बनी हई सड़क को खोद करके डाल दया<br />

ु<br />

और 3 साल से पड़ हई ु सड़क ह जो ित दन ए सीडे ट हो रहे ह और ए सीडे ट के कारण<br />

से कई लोग जाने भी गवां चुके ह। क तु वह खुद हई ु सड़क अभी आज दन तक र युवल<br />

नह ं हो सक ं। माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाह रहा हं ू<br />

क हमारे<br />

े क सड़क जो बलकु ल खराब हो चुक ह, उनको अित शी ठ क करवाने के<br />

िलये म िनवेदन करता हं। मेरे ू 8 कलोमीटर जो ताव थे, अलखजी के मं दर से बाली,<br />

र षा णया से 3 कलोमीटर, शेखावाट से राजोला 3 कलोमीटर, बोड़ नद से गुढ़ांिगर 2<br />

कलोमीटर, अभी तक वीकृ ित नह ं िमली है। इसे अितशी वीकृ त कर हमारे काय शु<br />

करवाने क यव था कराव।<br />

म माननीय वसुंधराजी का तहे दल से आभार य त करता हं क उ ह ू<br />

ने राज थान म<br />

जन-सहभािगता योजना चलाई थी। उसम उ ह ने 70 ितशत सरकार से और 30 ितशत<br />

जनता से लेकर के कोई काय करवाना, अित मह वपूण काय होता था तो जनता करवा<br />

सकती थी। मगर इस सरकार ने आते ह जन-सहभािगता योजना को बंद कया और एक<br />

साल बंद रखकर फर देखा, वापस दसरे ू साल जन-सहभािगता योजना को चालू कया और<br />

चालू करके उ ह ने 10 ितशत जमा करके 90 ितशत सरकार ारा देने क बात कह ।<br />

मगर इसके पेटे म मशान घाट क चारद वार और उसम पीने के पानी क यव था और<br />

छाया क यव था के िलये बात क थी। इस पर<br />

ामीण जनता ने कोई हजार पये जमा<br />

करा दये। क तु सरकार ने एक भी काम क वीकृ ितयां नह ं िनकालीं। ड .आर.ड .ए. म<br />

पैसा जमा पडा है। मगर उन वीकृ ितय को नह ं िनकाला और इस बजट म नई घोषणा और<br />

करके उ ह ने कहा है क हम इस योजना के तहत 20 करोड़, योजना 20 करोड़ से बढ़ाकर<br />

उसे 35 करोड़ करने क जो बात कह है, पैसे ह भी नह ं, और ऐसे ह लोग के पैसे जमा है,<br />

पहले वह वीकृ ितयां जमा पैस क िनकाल। ता क जनता के जो मह व के काय ह, वह हो<br />

सक और यह सह मायने म काय हो सक।<br />

एक मगरा े ीय वकास योजना, जो माननीय वसुंधराजी ने पहाड़ े म रहने वाले<br />

े के िलये, अजमेर, भीलवाड़ा, िच तौड़गढ़, पाली और राजसमंद के िलये यह योजना बनाई<br />

थी क अरावली घाट म रहने वाले लोग मगरा म रहते ह। उनक बड़ हालत खराब रहती<br />

है। इनके आने जाने के रा ते और पीने के पानी क जो आम सु वधाएं ह, उनसे यह मगरा<br />

े पछड़ा हआ है। माननी<br />

ु य वसुंधराजी ने इस बात को िलया और उनके िलये एक मगरा<br />

वकास बोड का गठन कया और वकास बोड के अ य को मनोनीत कया था। मगर इस<br />

सरकार ने आते ह इस योजना को बंद कर दया। दसरे ू वष वापस चालू क और दसरे ू वष 5<br />

करोड़ का ावधान कया। मगर एक पया भी उसम से खच नह ं हआ। इस साल इ ह<br />

ु<br />

गत वष के इस बजट को बढ़ाकर 10 करोड़ करने का कहा था। मगर आज क तार ख म इस<br />

ने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

(134)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बजट म कह ं भी मगरा वकास बोड का न तो कह ं भी नाम आया न िनशान आया। न ह<br />

मगरा वकास बोड के अ य क घोषणा क है। सभापित महोदय, आपके मा यम से म<br />

िनवेदन क ं गा क इस पछड़े े के वकास के िलये यह मगरा े वकास योजना<br />

अितशी चालू क जाए।<br />

माननीय सभापित महोदय, तीन वष म िश ा के े म अगर कोई बात क जाए तो<br />

तीन वष क अविध म एक भी अ यापक क िनयु आज दन तक नह ं हुई है और ऐसी<br />

सूरत म कू ल क या हालत हई ु है। माननीय सभापित महोदय, यह सरकार क सबसे बड़<br />

सा जश, जसको कहा जाए, इस राज थान के िलये सबसे बड़ सा जश रची है और वह<br />

सा जश है क कसी भी ब चे को आठवीं तक फै ल नह ं करना। इसका मतलब यह है क<br />

आठवीं तक ब चा चाहे एक दन कू ल गया, उसे आठवीं क पर<br />

ा दलवानी है और उसे<br />

पास करना है। यह यव था इस सरकार ने क है। जससे आने वाले 10 साल म यह ब चे<br />

10वीं पास नह ं कर पाएंगे और नरेगा के एक मजदर के<br />

प म पढ़ा-िलखा मजदर सा बत<br />

करने के िलये यह सरकार क सा जश है। म चाहता हं ू क यह जो यव था आपने फै ल नह ं<br />

करने क क है, उसे वापस िलया जाए और इन कू ल म पर<br />

रखा जाए और उससे पर<br />

ा, वापस आठवीं तक का बोड<br />

ा दलवाई जाए ता क आने वाले समय म उस ब चे क यह<br />

भावना रहे क कह ं म फै ल नह ं हो जाऊं , नह ं तो वह पढ़ता भी नह ं, और 8वीं तक फै ल<br />

नह ं होगा तो 10वीं पास कर ह नह ं पायेगा। मेर यह मांग है। देश म 186 मॉडल कू ल<br />

खालने थे। जसका एक भी काय आज दन तक शु नह ं हो पाया। गत बजट म इ ह ने<br />

यह घोषणा क थी। मगर एक भी मॉडल कू ल आज दन तक, के वल मॉडल ह दख रहा है<br />

कागज म या न शे म मॉडल दख सकता है।<br />

VPS-USC-27.03.2012-17.50-3K<br />

मगर एक भी कू ल का काम देश म ‘रमशा’, रा य मा यिमक िश<br />

ा अिभयान के<br />

तहत मूलभूत भवन िनमाण हेतु काय वीकृ त कये कं तु काय शु एक का भी हआ हो तो ु<br />

बता दे ऐसी घोषणाएं करके आप वाहवाह लूटने के अलावा दसरा कु छ नह ं कर रहे ह।<br />

ू<br />

आपने<br />

देश क गर ब जनता के साथ यह बहत ु बड़ा धोखा कया है। उ च मा यिमक<br />

व ालय म व ान और वषय के अ यापक नह ं ह। आप कै सी क पना करना चाह रहे ह<br />

गांव म जो िश<br />

ा है, उसक हालत इस तरह से खराब हो रह है क आप उसम वषय<br />

अ यापक ह नह ं है तो उनको पढ़ाने वाला कौन होगा तीन साल म कह ं भी एक भी<br />

अ यापक आपने िलया नह ं तो आने वाले समय म आप तो यह चाह रहे ह क कै से करके<br />

भी टाइम पास हो जाए और अगले स तक भी मा टर लेने क<br />

थित म हमको नह ं<br />

लगती, न मालूम कस सोच को लेकर राज थान को कस दशा म ले जाने के िलए ऐसी<br />

सोच लेकर चल रहे ह वसु धराजी ने हर पंचायत तर पर मा यिमक व ालय खोलने क<br />

घोषणा क थी और आपने भी आते ह इस बजट म घोषणा क थी मगर म कहना चाहता हं ू<br />

क या यह हर पंचायत हैड वाटर पर मा यिमक व ालय खुल गये मेरा आपसे अनुरोध है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(135)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

क जो-जो भी मा यिमक व ालय नह ं खुले ह उनको अितशी खुलवाने क यव था कर<br />

ता क आपक क हई घोषणा क या वित सफल हो सके ।<br />

ु<br />

आपने 186, वधान सभा े म एक भी सरकार , मेरे वधान सभा े एक ऐसा े<br />

है, जहां पर कर बन 50-60 हजार ब चे आज क तार ख म पढ़ाई कर रहे ह मगर पूरे<br />

वधान सभा<br />

े म एक भी महा व ालय नह ं है। आपने पाली जले म कृ ष महा व ालय<br />

सुमेरपुर म खोला अगर यह महा व लाय मारवांड जं शन म खोलते तो मेरे<br />

याल से इस<br />

े को भी एक महा व ालय िमल सकता था और सटर पाइंट था उदयपुर और जोधपुर के<br />

बीच म। बलकु ल सटर म यह महा व ालय खुलता। म मांग करता हं क मेरे<br />

कोई न कोई ऐसा महा व ालय खोला जाए जससे 125 कलोमीटर ल बे वधान सभा<br />

एक भी महा व ालय नह ं है इसिलए मेर पुरजोर मांग है क मेरे<br />

े म भी<br />

े म<br />

े म भी महा व ालय<br />

खोला जाए ता क यह ब चे उ च मा यिमक करने के बाद म अपना कॉलेज म अ यापन कर<br />

सके । इससे म हला िश ा म सबसे बड़ परेशानी आ रह है और म हलाएं, जो ब चयां दसवीं<br />

पास, बारहवीं पास करने के बाद बाहर नह ं जा सकती, उनके िलए बड़ द कत होती है<br />

इसिलए मेर पुरजोर मांग है क महा व ालय खोला जाए और मेरे<br />

जो दसवीं और बारहवीं क कू ल नह ं ह, जोजावर म उनको<br />

े म म हलाओं के िलए<br />

मो नत कया जाए और दसर ू<br />

कू ल जैसे एक-एक कू ल म िसरयार एक ऐसी कू ल है जसम दसवीं और बारहवीं क<br />

कू ल म साढ़े तीन सौ लड़ कयां पढ़ रह ह, वहां पर भी एक बािलका व ालय खोलने क<br />

मांग करता हं। ू साथ ह इसके साथ डंगरला, पुना ़डया, डूठा रया म यह उ च मा यिमक,<br />

मा यिमक व ालय खोलने क मांग करता हं। ऐसे ह जब क आप यह सरकार कहती है क<br />

ू<br />

हम िश ा जगत म ांित लाने क चे टा कर रहे ह। जब क मा टर नह ं है, ऐसे कस तरह<br />

से<br />

ांित लाएंगे<br />

माननीय सभापित महोदय, आपने मुझे बोलने के िलए समय दया, इसके िलए म<br />

आभार हं मगर एक बात ज र कहना चाहंगा क इ ह<br />

ू ू ने पानी के िलए, पेयजल के िलए<br />

पाली म एक योजना बनाई है और उस योजना म जवाई-पाली प रयोजना जो 2010-11,<br />

2009-2010, 2010-2011 म, दोन ह यह गित ितवेदन पड़े ह, इसम दोन म देखा जाए<br />

तो एक पैसे का, एक धेले का भी अंतर नह ं और यह कहते ह क हम पानी, जवाई से पाली<br />

को पानी, जो वसु धराजी ने योजना बनाकर 395 करोड़ पये क योजना को 634.79 करोड़<br />

क योजना बनाकर मारवाड़ जं शन के 116 गांव को पीने का पानी देने क जो बात कह थी<br />

मगर इस सरकार ने आते ह इस योजना को ठंडे ब ते म इस तरह से डाल दया क अभी<br />

तक तो<br />

तीय फे ज का भी काम जो प प-सैट लगाकर पानी स लाई करना था जवाई बाँध<br />

म, अभी तक शु भी नह ं हआ। ु<br />

( बजे)<br />

( ी रामनारायण मीणा, उपा य , पदासीन)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(136)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

चौथे और पांचवे चरण म कब तक पहंचगे यह समझ म नह ं आ रहा है। मारवाड<br />

ु<br />

जं शन के िलए जो फोथ फे ज म इस काय को करना था और 116 गांव को पानी देना था,<br />

उन गांव के िलए तो मुझे लगता है क इस सरकार के रहते यह काय पूरा नह ं हो सके गा<br />

इस कछआ ु चाल से। सोजत को भी पानी पलाना, 2010 म सोजत को देने क सरकार क<br />

जो योजना थी, वह आज दन तक सोजत और मारवाड़ जं शन के गांव म पानी पहंचाने क ु<br />

बलकु ल ऐसी गुंजाइश नह ं है।<br />

म माननीय उपा य महोदय, आपसे अनुरोध क ं गा क यह जो योजना मंद गित से<br />

चल रह है, उस योजना को गित दान कर और इस बजट म क गई थोथी घोषणाओं के<br />

आधार पर ऐसा लगता है क यह योजनाएं कब तक पूर होगी, म इस बजट म जो वाहवाह<br />

लूटने क जो यह कोिशश क गई है, उसक पुरजोर िनंदा करता हं और यह अगले बजट म<br />

ू<br />

जो घोषणाएं क थीं, पहले उनको पूरा कया जाए और अब क बार जो घोषणाएं क ह उनको<br />

भी साथ-साथ पूरा कया जाए। माननीय उपा य महोदय, आपने समय दया, इसके िलए म<br />

आपको आभार हं। ू ध यवाद।<br />

ी उपा य<br />

: ी ट काराम जूली।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आपको सब कु छ दगे पर राज नह ं दगे।<br />

ी ट काराम जूली (अलवर<br />

लगे, यह तो राज तो हमारे ह पास रहेगा, िचंता न कर।<br />

ी उपा य<br />

ामीण): राज तो हम आपको वापस दगे तभी तो आपसे<br />

: आप तो बोिलये। यह तो भाट साहब ह, यह आपको बहत चाहते ह ु<br />

इसिलए बोल रहे ह। आप अपनी बात बोल।<br />

ी ट काराम जूली (अलवर ामीण): नह ं, म भी चाहता हं इनको साहब।<br />

ू<br />

माननीय उपा य महोदय, म आपके मा यम से इस देश के यश वी मु य मं ीजी को<br />

ध यवाद देना चाहंगा ू क ऐसा बजट आज तक राज थान के इितहास म तो पहले कभी आया<br />

नह ं, आगे भी आएगा तो हम ह लेकर आएंगे क जसम सभी वग का यान रखा गया है।<br />

चाहे गांव क बात हो, चाहे ढा णय क बात हो, चाहे शहर क बात हो, चाहे महानगर क<br />

बात हो, चाहे गर ब क बात हो, चाहे ब च क बात हो, म हलाओं क बात हो, युवाओं क<br />

बात हो, छा क बात हो, कमचा रय क बात हो, प कार क बात हो, कोई भी ऐसा वग<br />

म समझता हं क माननीय मु य<br />

ू मं ीजी ने इस बजट म नह ं छोड़ा क उसको कस न<br />

कसी कार से कोई भी सरकार योजना का लाभ उस तक पहंचाया जाए। ु<br />

म खास तौर से यह कहना चाहंगा क कल नेता<br />

ू , ितप ने कहा क यह हमार<br />

घोषणाएं थीं। जो घोषणाएं हमने क थीं, वह घोषणाएं आज दबारा हई ह। म इस सदन के<br />

ु ु<br />

मा यम से कहना चाहंगा ू क यह आपको पूरे पाँच साल का समय राज थान क जनता ने<br />

दया था तो ऐसी घोषणाएं आपने य क , आप उन पाँच साल म उनको पूरा ह नह ं कर<br />

पाये और अब भी ... ( यवधान)... आपने तो, हमने दो परसट घटाया, आप बता तो आज<br />

तक कभी एक पैसा भी आप लोग ने घटाया था या चेलज है। खास तौर से म कहना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(137)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

चाहंगा ू , वह गांव, वह ढाणी, जनक आबाद एक हजार से कम थी और जनके आज भी हम<br />

गांव म जाते थे तो रा ते क सम या थी, क चे रा ते, पगडं डय से वे आते जाते थे। आज<br />

मुझे खुशी है क ऐसी 2900 ढा णयां और गांव प क सड़क से जोड़े जाएंगे और खास तौर<br />

से म ध यवाद देना चाहंगा ू क सड़क ह नह ं, सड़क के साथ-साथ वहां बजली भी पहंचायी ु<br />

जाएगी। ऐसे<br />

ताव सरकार के ारा बनाये जा रहे ह क आने वाले वष म 100 से यादा<br />

क आबाद , 300 से यादा क आबाद , जो व ुतीकरण से रह गई, जहां बी.पी.एल. के लोग<br />

है, वे व ुतीकरण से रह गई, उनको सरकार के ारा बजली क यव था कराई जाएगी।<br />

Spp/<strong>usc</strong>/27.3.2012/18.00/3l<br />

म खास तौर से कहना चाहंगा क जो घोषणाएं<br />

ू<br />

पछले राज म कर द थीं, वाहवाह लूटने<br />

के िलये चुनाव के समय म जो घोषणाएं कर द थीं, वह सार घोषणाएं अस य सा बत हई ह ु<br />

और आज नये तर के से खास तौर से म कहना चाहंगा ू क एस.सी., एस.ट . और<br />

अ पसं यक समुदाय क जो ढा णयां थीं, जो गांव थे, उनको ाथिमकता के आधार पर काय<br />

योजना म िलया गया और आज 2569 गांव और ढा णयां और उनके साथ-साथ 7500<br />

एस.सी. क ढा णयां, 300 एस.ट . क ढा णयां और 120 अ पसं यक समुदाय क ढा णय<br />

म 106 करोड़ के काम आने वाले साल म कराये जायगे। म ध यवाद देना चाहंगा आदरणीय<br />

ू<br />

मु य मं ीजी को, आदरणीय िच क सा मं ीजी को, ज ह ने आम आदमी के लाभ को देखते<br />

हए मु य ु मं ी िन:शु क दवा योजना शु क । आज हर पंचायत सिमित पर, हर सी.एच.सी.<br />

पर 108 ए बुलस क यव था क । आज जननी िशशु सुर<br />

ा योजना लागू क । इसके साथ-<br />

साथ नये 25 पी एच सी खोली जायगी, 100 सी एच सी खोली जायगी और गांव-ढा णय म<br />

आम आदमी को इसका लाभ िमले, इसके िलये 3000 उप वा य के खोलने क जो<br />

घोषणा क है, िन<br />

त तौर पर वह ध यवाद के पा ह।<br />

इसके साथ-साथ म कहना चाहंगा क विभ न<br />

ू हॉ पटल म 1000 बैड क वृ क<br />

जायेगी और जन हॉ पटल म जो 100 बैड के हॉ पटल ह, उन सभी म यू बोन<br />

टेबलाइजेशन यूिनट था पत क जायेगी और जो जला मु यालय है उनम भी 30-30<br />

जननी वाड बढ़ाये गये ह। 108 कतनी अ छ जो सरकार क योजना है, उसम 200<br />

ए बुलस क भी बढ़ोतर क गयी है।<br />

म खास तौर से कहना चाहंगा क वह एस सी बाह य<br />

ू ु गांव, जो सदा सु वधाओं से<br />

मह म रहा है, सु वधाओं के िलये तरसते रहे ह, उन गांव को स बल योजना म जोड़कर 20<br />

लाख पये ित गांव के हसाब से 100 गांव म सरकार क तरफ से जो घोषणा क<br />

है...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: माननीय भाट साहब, इस सदन के िनयम-कायद से तो आप भी प रिचत<br />

ह। दोन मु य सचेतक एक हो गये तो फर सदन अ छ तरह से चल जायेगा। द कत ह<br />

नह ं आयेगी, अ छा कर रहे ह दोन । अ छ पर परा है। इनम<br />

भगवान का शु है। हां, जूली साहब आप बोल।<br />

ेम बढ़ता जा रहा है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ृ<br />

ु<br />

ू<br />

ु<br />

(138)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी ट काराम जूली (अलवर ामीण): इसके साथ-साथ एस सी के ब च के िलये भी 10<br />

छा ावास क पूरे राज थान म घोषणा क गयी है। साथ ह 35 हजार एस सी के लोग को<br />

58 करोड़ के ऋण और अनुदान देने क भी घोषणा क गयी है। अ पसं यक समुदाय के<br />

िलये पूव म 500 क यूटर पैरा ट चस और 3500 िश<br />

उसी<br />

िश<br />

ा सहयोगी क भत क गयी थी और<br />

ंखला को आगे बढ़ाते हए अब इसम एक हजार पैरा ट चस क यूटर और एक हजार<br />

ा सहयोगी क भत क जायेगी। साथ ह साथ म कहना चाहंगा क मु य<br />

ू मं ी मदरसा<br />

आधुिनक करण योजना क जो शु आत क गयी है, िन<br />

त तौर पर जन मदरस म कमर<br />

क या मर मत क या हॉ टल क आव यकता थी, वह आव यकताएं पूर हो गयीं, इसके<br />

िलये जो बजट 10 करोड़ पये रखा गया है, िन<br />

खास तौर से म कहना चाहंगा म हलाओं क सुर<br />

त तौर पर उसे इसका लाभ पहंचेगा। ु<br />

ा का यान रखते हए म हला है प<br />

लाइन एक लाख 80 हजार जो आंगनबाड़ म कायकता ह, सहाियका ह, सािथन ह, आशा<br />

सहयोिगनी ह, उनके मानदेय म भी 10 ितशत क वृ क गयी है।<br />

खास तौर से म कहना चाहंगा जैसा मु य<br />

ू मं ी का एक वीजन पूरे राज थान के ित<br />

रहा है और लगातार ह रत राज थान क जो क पना उ ह ने क है, उसी<br />

राजीव गांधी वन सरं<br />

ेणी म उ ह ने<br />

ण पुर कार क जो घोषणा क है और उसम थम पुर कार 5 लाख<br />

पये, तीय पुर कार 3 लाख पये और तृतीय पुर कार 2 लाख पये रखा है, िन त तौर<br />

से आने वाले समय के िलये पेड़ के ित, वृ के ित हम लोग क जो जाग कता है, वह<br />

बनी रहे, उस पर यादा से यादा यान दया जाये। इसम िन<br />

भी इसका लाभ िमलेगा।<br />

त तौर पर आम आदमी को<br />

म कहना चाहंगा जस कार मु य<br />

ू मं ी िन:शु क दवा वतरण योजना लागू क थी,<br />

उसी कार, य क इंसान के िलये तो यह सार यव था हो सकती है ले कन कई ऐसे<br />

प रवार ह जनके पास पशु ह पर उसका इलाज नह ं करा पाते ह और आज जहां पशुओं क<br />

क मत 50-50 हजार<br />

पये से लेकर 80-80 हजार, एक-एक लाख तक हो चुक है, वहां<br />

इनक दवा के िलये जो िन:शु क दवा क घोषणा क है, िन<br />

त तौर पर वह ध यवाद के<br />

का बल ह। साथ ह साथ 400 नवीन पशु के , 200 पशु के को पशु िच क सालय म<br />

मो नत करके भी पशुपालक और कसान को राहत देने का काम कया है।<br />

इस बजट म िश<br />

ा को बढ़ावा देते हए ु , य क िश<br />

ा आज इस समय हमारे िलये एक<br />

बहत ु ह मह वपूण और ज रत का काम है और आज हमार आने वाली पीढ़ को अगर<br />

अ छ गुणव ता वाली िश ा उपल ध नह ं करा पायगे तो िन त तौर पर म समझता हं क ू<br />

जो एक दौड़ पूरे व व म चली हई ु है, उसम हम काफ पछड़ जायगे। इसके िलये मु य मं ी<br />

जी ने एक पहल क है और म कहना चाहंगा क जो राजीव गांधीजी ने सपना देखा था<br />

ू<br />

क यूटर का, वह सपना,<br />

य क उस समय के लोग ने बहत ु कहा था क क यूटर आ<br />

जायेगा और इंसान का काम क यूटर करगे तो इंसान खाली हो जायगे और एक बहत ु ह<br />

द ु<br />

चार कया गया था। ले कन मुझे खुशी है क आज वह क यूटर करोड़ लोग को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(139)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

रोजगार दे रहा है और जो पूरा हाइटैक जमाना आया है, उसम हम इंटरनेट से जुड़कर पूरे<br />

व व को, पूरे देश क सभी चीज हमार मु ठ म रहती ह, पॉ कट म रहती है।<br />

खास तौर से म कहना चाहंगा क इसम<br />

ू<br />

7310 यू पी एस व ालय म पहले क यूटर<br />

दये जा चुके ह और आने वाले समय म एक हजार क यूटर यू पी एस व ालय म दये<br />

जायगे। साथ-साथ इन व ालय म पु तकालय भवन क कमी को देखते हए ु<br />

12 हजार<br />

पु तकालय भवन भी देने क सरकार ने घोषणा क है। म कहना चाहंगा ू क एक बहत ु बड़<br />

पहल जो खास तौर से िश<br />

ा क गुणव ता म उससे बढ़ोतर तो होगी ह होगी। जो ब चे<br />

राजक य मा यिमक व ालय से नह ं जुड़ पा रहे थे, उनको एक बहत ह अ छा ु मौका िमला,<br />

जसम 10वीं और 12वीं म 10-10 हजार लैपटॉप और 8वीं के जो 24 हजार ब चे टॉपर<br />

आयगे हर व ालय म, उनको लैपटॉप देने क घोषणा क है। िन त तौर पर इससे िश ा<br />

को बढ़ावा िमलेगा।<br />

साथ ह साथ म ध यवाद देना चाहंगा इस बजट म एक हजार नये ाइमर कू<br />

ू<br />

ल और<br />

600 ाइमर से अपर ाइमर करने का ावधान है। 200 क तूरबा आवासीय व ालय को<br />

मो नत करने का जो ावधान इसम िलया गया है। िन त तौर पर मने देखा है इन<br />

क तूरबा गांधी व ालय को, क इसम कतनी अ छ पढाई होती है और एक डमा ड सभी<br />

व ालय से इस चीज क आती थी तो म अपनी ओर से इसके िलये ध यवाद देना चाहंगा। ू<br />

म खास तौर से कहना चाहंगा क मु य<br />

ू मं ी शहर बी पी एल आवास योजना, जसम<br />

एक लाख मकान शहर म जो बी पी एल के लोग रह रहे ह, उनके िलये सरकार ारा घोषणा<br />

क गयी है और काफ समय से हमारे ऊपर यह ेशर था क गांव के जो बी पी एल ह<br />

उनको तो मकान िमल रहे ह, पर शहर के बी पी एल के लोग को मकान नह ं िमल पा रहे<br />

ह। आज माननीय मु य मं ीजी ने इन गर ब लोग को, बी पी एल लोग को यान म रखते<br />

हए इस चीज क घोषणा क है और िन<br />

त तौर से उन लोग ने ज ह ने कभी अपने ऊपर<br />

छत होने का कभी सपना देखा था, वह सपना आदरणीय गहलोत साहब के ारा पूरा कया<br />

जायेगा।<br />

खास तौर से म कहना चाहंगा क वशेष यो<br />

ू यजन को एक हजार मोटर ाइसाइ कल<br />

का वतरण कया जायेगा। जो वशेष यो यजन ह, खास तौर से उनको साइ कल चलाने म<br />

इतनी असु वधा होती थी। अब ाइसाइ कल द जा रह है तो अब िन<br />

उसको इसका फायदा िमलेगा। हमारे माननीय<br />

ध यवाद देना चाहंगा क<br />

िलये उनको बहत ु बहत ु ध यवाद।<br />

त तौर पर वह भी<br />

म मं ीजी भी यहां पर मौजूद ह, उनको भी<br />

िमको को भी उ ह ने साइ कल देने क जो घोषणा क है, उसके<br />

खास तौर से सबसे बड़ा ध यवाद म माननीय मु य मं ीजी को देना चाहंगा क इस ू<br />

बजट म अलवर जले का उ ह ने वशेष यान रखा है और म कहना चाहंगा क अलवर<br />

ू<br />

जले को जो उ ह ने म य व व व ालय दया है, अलवर जले को जो उ ह ने खुशखेड़ा<br />

और टपूकड़ा म ऑटो जोन दया है, खुशखेड़ा-िभवाड़ -नीमराणा म नेशनल मै युफै च रंग<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(140)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ए ड इ वे ट जोन घो षत कया है।<br />

Pcs/<strong>usc</strong>/27.03.2012/18.10/ 3m<br />

िभवाड़ म जला प रवहन कायालय दया है। कृ ण कु ड का सौ दयकरण एवं साइनेस दया<br />

है। एसीड कोट अलवर म द है। बानसूर म अपर जला एवं सैशन यायालय उ ह ने दया<br />

है। रैणी और नीमराना म तहसील उ ह ने इस बजट म द है। खास तौर से पयटन को यान<br />

म रखते हए हे रटेज वाक वहां पर दए है। चार पुिलस थाने एनसीआर को उ ह<br />

ु<br />

ने दए ह।<br />

एससी क बािलकाओं को हॉ टल वहां पर दया है और रामगढ़ म अंशकािलक पंजीयन<br />

कायालय जो वहां था, वहां पर पूणकािलक पंजीयन कायालय उ ह ने दया है।<br />

भरतपुर, अलवर, बहरोड, नारनौल मेगा हाईवे इस बजट म दया गया है। समर सरोवर<br />

प रयोजना िसंचाई के िलए कसान को द गई है। च बल से पानी लाने के िलए<br />

फ ज बिलट सव का ावधान इस बजट म कया गया है। सघन वृ ारोपण और जल हण<br />

जोन जो बनेगा उसम अलवर का नाम िलया गया है और खास तौर से म कहना चाहंगा क ू<br />

स र का के आसपास क जो आबाद है और खास तौर से जो मेरा वधान सभा<br />

े है उसम<br />

पाँच हजार गैस कने शन सरकार क ओर से दए जाएंगे जसम 1800 पये का अनुदान<br />

सरकार के ारा दया जा रहा है। उसके िलए म मु य मं ीजी को ध यवाद देना चाहंगा। ू<br />

उपा य महोदय, एक और ध यवाद देना चाहंगा क मेवात योजना जसम पहले चार<br />

ू<br />

करोड़ पये का बजट आता था उसको माननीय गहलोत साहब ने ह साढे़ सात करोड़ पये<br />

कया था और साढे़ सात को प ह करोड़ माननीय मु य मं ीजी ने कया था और अब<br />

प ह करोड़ से बढ़ाकर उसको प चीस करोड़ कया गया है। इससे िन<br />

त तौर पर मेवात<br />

े म वकास के नये आयाम था पत ह गे। मुझे खुशी है क वहां इस पैसे से बािलका<br />

छा ावास क तूरबा पैटन पर आवासीय व ालय वहां पर चलाये जा रहे ह जससे क आम<br />

जन को इसका बहत लाभ िमला है।<br />

ु<br />

इसके साथ ह हमारे यहां चालीस हे टेयर पर हो टक चर पाक दया है और दो करोड़<br />

पये क लागत से खेल संकु ल आपने हम दया है। इसके िलए म आपका बहत ु बहत ु आभार<br />

य त करना चाहता हं। ू खास तौर से म कहना चाहंगा ू ऐसा बजट जसको सब लोग का<br />

यान रखकर बनाया गया, िन<br />

त तौर पर इसका फायदा आम आदमी तक पहंचेगा। ु<br />

...( यवधान)... व व व ालय के िलए तो सबसे पहले कह दया। म य व व व ालय हमारे<br />

अलवर म दया है।<br />

उपा य महोदय, खास तौर से म कहना चाहं ूगा क हमार कु छ चीज ह जनके बारे म<br />

म माननीय मु य मं ीजी को िनवेदन करना चाहंगा। हमारे यहां एक बहत बड़ डमा ड<br />

ू ु<br />

मालाखेड़ा को तहसील बनाने क है। यह वहां के लोग क डमा ड ह नह ं, उनका हक है। वे<br />

इस हक से काफ पछड़ते जा रहे ह। म माननीय मु य मं ीजी से िनवेदन क ं गा क इस<br />

बजट म मालाखेड़ा को तहसील का दजा द।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(141)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

इसके साथ ह , गैर आबाद<br />

े म घरेलू कने शन क बात आती है। मेरे अलवर जले<br />

म लोग क यह भार सम या है। कसान कु ए पर बसा हआ ु है, उसको वहां पर कने शन<br />

चा हए। गैर आबाद का नोट लगाकर उसको कने शन नह ं दया जा रहा है। आज जस<br />

य ने ह दु तान म ज म िलया है, राज थान म ज म िलया है, उसको बजली, पानी,<br />

सड़क क सु वधा उपल ध कराना सरकार का दािय व है इसिलए उन लोग को भी उसका<br />

लाभ दया जाए।<br />

उपा य महोदय, वैसे तो कसी भी माननीय सद य ने मांग नह ं रखी है, म कहना<br />

चाहंगा क एमएलए लैड क रािश को इस बजट म बढ़ाया जाए।<br />

ू<br />

...( यवधान)... वह तो<br />

माननीय मु य मं ी महोदय को महसूस हो, उतना उसम बढ़ोतर कर द य क महंगाई बढ़<br />

है, बीएसआर रेट बढ़ है और पहले के मुकाबले तो आधे ह काम इसम हो पाते ह। म<br />

िनवेदन क ं गा क इसम तीन करोड़ पये का ावधान कर जससे क वधायकगण अपने<br />

े म यादा से यादा वकास काय करवा सक।<br />

साथ ह म यह भी कहना चाहंगा ू क मा यिमक और उ च मा यिमक व ालय क<br />

महित आव यकता े म है। इसके िलए भी हमारे यहां कू ल मो नत कये जाएं।<br />

इसके अलावा एक और छोट सी बात म कहना चाहंगा क मनरेगा जो एक कानून था<br />

ू<br />

वह आज राज थान म योजना का प ले चुका है और पछले वष म य क सरपंच भी नये<br />

आये थे, उनको काय समझने म समय लगा इसिलए इसके काम बहत कम हो पाये ह। म<br />

ु<br />

आपके मा यम से कहना चाहंगा क इस योजना के िनयम का सरलीकरण कया जाए और<br />

ू<br />

एक व वास सरपंच पर जताते हए ु आम जन के जो काय ह, उनको ाथिमकता से िलया<br />

जाए जससे क जो योजना ीमती सोिनया गांधीजी और आदरणीय मनमोहन िसंहजी ने जो<br />

आम आदमी के िलए लागू क थी, उसका लाभ आम आदमी को िमल सके ।<br />

उसको<br />

इसके साथ ह म िनवेदन करना चाहंगा ू क मेरे यहां पर एक पीएचसी है बहादरपुर। ु<br />

मो नत कया जाए य क इलाके क काफ मांग है।<br />

माननीय सद य ने अभी कहा था क माडल कू स क घोषणा हई थी ले कन कह ं पर<br />

ु<br />

भी चालू नह ं हो पाये। म आपके मा यम से उनको अवगत करवाना चाहंगा क अलवर जले<br />

ू<br />

म पाँच जगह पर काम शु हो गया है। परस एक जगह तो म खुद ह होकर आया हं। वहां ू<br />

पर काम चल रहा है। म समझता हं क कोई भी योजना<br />

ू माननीय मु य मं ीजी ारा घो षत<br />

क गई हो और उसका काम नह ं हो रहा हो, ऐसी नह ं है। सभी योजनाओं पर काम चल रहा<br />

है। म पुन: अपनी ओर से और राज थान क जनता क ओर से आदरणीय गहलोत साहब<br />

को बहत ु बहत ु ध यवाद देता हं। जय ह द, जय भारत।<br />

ी उपा य<br />

: ी फू ल च दजी िभ डा।<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): उपा य महोदय, मु य मं ीजी का राज थान के<br />

व त मं ी के नाते यह चौथा बजट है। शायद कोई यो य और पा वधायक कां ेस म नह ं<br />

है इसिलए वयं को ह व त मं ी के नाते बजट पेश करना पड़ रहा है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(142)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

म बजट के स ब ध म कु छ िनवेदन करना चाहता हं। ू बजट एक अ संक प है। उसम<br />

चार पाँच ऐसी मह वपूण बात ह जनको<br />

इ<br />

यान म रखा जाना चा हए। सबसे मह वपूण<br />

डगेटर इसम होता है क जो के पटल अकाउ ट है, उसको हम ोपट म कतना बदल<br />

पाते ह, असे स म कतना बदल पाते ह, यह एक पर<br />

ा का कारण होता है। इसको<br />

परफोरमस बजट कहते ह। पछले तीन साल म कभी भी परफोरमस बजट क बात नह ं<br />

आयी। इस सदन का यह दभा ु य है। पछले साल या कहा और इस साल या हआ, यह<br />

परफोरमस म आया ह नह ं। उनको छपा ु िलया जाता है। पछले वष यह घोषणा क गई क<br />

65 हजार कसान को हम कृ ष कने शन दगे। बजली बोड का रकाड तो कहता है क हम<br />

के वल 22 हजार के डमा ड नोट जमा करवा पाये 65 हजार के अंगे ट म। पछले तीन साल<br />

म हमने कतने कने शन दए, यह बजट परफोरमस नह ं मानता। बजट मानता है क<br />

पछले वष हमने या घोषणा क थी और या ा त कया, इस कारण से इस बजट म<br />

परफोरमस नाम का जो इ<br />

डगेटर है, इसक कोई पालना नह ं क गई।<br />

अभी कई माननीय सद य जो बलकु ल नयेपन से बोल रहे थे उ ह ने कहा क दिलत<br />

के िलए कर दया। म िनवेदन कर रहा हं क ू<br />

कह गई थी पछली बार। के वल चार ह रजन ब<br />

49 ह रजन ब ती के व ुतीकरण क बात<br />

तय का व ुतीकरण कया गया है। यह<br />

परफोरमस बजट है आठ परसट। ह रजन के िलए के वल आठ परसट कने शन कये गये।<br />

यह परफोरमस क बात म कर रहा हं। ू<br />

इसी कार से म एक और िनवेदन करना चाहता हं क बजट का जो पैसा है वह हम<br />

ू<br />

प लक से लेते ह, याज पर लेते ह और के सरकार को जो टै स चुकाते ह, उसको हम<br />

वापस लेते ह। जैसे क इनकम टै स इस साल गया अगले साल वापस आता है। यह ा त<br />

के य<br />

य ारा दया हआ पैसा है। उसका उपयोग अ छा<br />

ु होना चा हए। जो के पटल लगायी<br />

जाती है, कहा जाता है क उसका आउटपुट अ छा होना चा हए। उपा य<br />

मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क वष ू<br />

जी, म आपके<br />

2004 से 2008 तक जो के पटल आउटपुट का<br />

रेशो रहा राज थान का। वसु धराजी के बजट म एक पये म 82 पैसे पैदा कए गए और<br />

गहलोतजी के बजट म, दो साल के अकाउ ट जो मुझे ा त हए ह उसके अनुसार एक पये<br />

ु<br />

म 38 पैसे पैदा कये गये ह और उसम तो शमनाक<br />

थित और भी है क ाइवेट से टर<br />

का जो डवलपमट है उसके कारण से यह दया गया है। प लक से टर म माइनस म ोथ<br />

रेट है। दो हजार करोड़ पये जो असे स ह वह प<br />

लक से टर के घट गये और जो हमारा<br />

ाइवेट से टर है उसम सात हजार करोड़ का असे स हमने दया है इस कारण से हम बैलस<br />

म आ गये वरना यह शमनाक थित है क राज थान सरकार का बजट उसम भी प लक<br />

से टर माइनस म आता है। यह दभा य ु क थित है य क दो हजार करोड़ का घाटा हआ ु<br />

है, प<br />

लक असे स कम हए ह। इस कारण परफोरमस के हसाब से यह बजट र करने<br />

ु<br />

यो य है, िनर त करने यो य है। इस बजट म परफोरमस पर कोई यान नह ं दया गया है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(143)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उपा य जी, इस टम के पहले के पाँच साल का जो हमारे ऊपर आरोप लगता है, 183<br />

परसट ोथ कया हमने असे स म। अब तीन साल म जो ोथ हई है ु<br />

असे स ा त हए ु ह अित र त, जसको इ मटल असे स कह सकते ह।<br />

9.12 परसट हम<br />

Msr/<strong>usc</strong>/27032012/1820/3n<br />

और जब क पहले पाँच साल म 183 परसट हआ ु , यह भी एक शमनाक थित है इस सरकार<br />

के िलए क जो प लक एकाउं स है, प लक का जो पैसा है उस पैसे का कतना द पयोग ु<br />

हो रहा है। हम खैरात बांटने से काम नह ं चलने वाला। गुजरात हमारे पास म है, गुजरात म<br />

इ मटल ोथ रेट है और यहां हमारे माईनस ोथ रेट है। यह एक शमनाक<br />

टेट क । यह एक दभा ु य मानता हं इस टेट का।<br />

थित है इस<br />

इतना ह नह ं, महोदय, ित य आय क बात कह , 47506 पये हमार ित य<br />

आय हो गयी। म िनवेदन करना चाहता हं ू, वन िनवेदन करना चाहता हं ू, माननीय<br />

उपा य महोदय, आपके मा यम से क ित य आय हमार जो बढ़ है सालभर म वो<br />

11.95 परसट है और यहां अिधकार बैठे ह, म भी पे शन वाला हं ू, 14 परसट ड .ए. बढ़ा है<br />

मेरा, 14 परसट और टेट म जो पैदा हआ ु करंट ाइज पर वो 12 परसट है, इसका दो<br />

परसट माईनस ोथ रेट है, 14 परसट महंगाई बढ़ और ोथ रेट हई ु<br />

पसनल इ कम म। पसनल पर कै पटा इ कम म अगर<br />

12 परसट वो भी<br />

ोथ रेट 12 परसट है और महंगाई<br />

14 परसट बढ़ती है तो य तो गर ब हआ ु है धनवान नह ं हआ। ु इसके कारण से इस<br />

आंकड़े को भी म गलत सा बत करता हं यह जो इ ह<br />

ू<br />

ने बजट म घोषणा क है।<br />

इसी कार से म आपसे िनवेदन करना चाहता हं क बजट म हम अगले साल के िलए<br />

ू<br />

या कर पायगे, आगे क पीढ़ को या दे पायगे अभी भी राज थान क<br />

कृ ष और संब<br />

थित यह है क<br />

े म अभी तक हमारा योगदान 23.35 परसट है, यह मु य मं ीजी कह<br />

रहे ह, ए ीक चर का टेट इ कम म 23.35 परसट योगदान है और हमारे बजट म ावधान<br />

कया है ए ीक चर का 6.08, 6.08 से 24 परसट, मतलब कसान से एक पया देकर चार<br />

पये पैदा करवाना चाहते ह।<br />

उ ोग क तो और यादा<br />

थित है। यहां उ ोग मं ीजी बैठे ह, रमेश जी, म िनवेदन<br />

कर रहा हं ू क उ ोग मं ीजी का यान खींचो इधर, इधर बताओ उनको। उ ोग मं ीजी,<br />

उ ोग क तो और यादा<br />

थित है। उ ोग हम दे रहा है 28 परसट, लगभग 28 परसट दे<br />

रहा है हम, जो हमार इ कम है टेट इ कम उसका 28 परसट और आप कतना दे रहे हो,<br />

.07 परसट, या दगित है। ु<br />

इस देश म, इस ांत म युवक को रोजगार देना चाहते ह, ेिनंग का नाटक करते ह,<br />

हम क यूटर देना चाहते ह, य , आगे जाकर क ड होगा, क ड होकर के रोजगार<br />

करेगा। आप इंड<br />

को एक परसट भी खच नह ं कर रहे हो, इ ा ै चर कहां से होगा<br />

एक परसट उ ोग को दया गया और 26 परसट, 28 परसट।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(144)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी उपा य<br />

आप उनक पूर बात सुिनये।<br />

: माननीय पार क साहब, आपका यान आक षत कर रहे ह िभ डा साहब,<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): उ ोग मं ीजी, म आपको उपा य महोदय के<br />

मा यम से िनवेदन कर रहा हं ू 28 परसट आप योगदान कर रहे ह टेट इ कम म और<br />

आपको अभी एक परसट भी पैसा नह ं दया गया, आपने वरोध भी नह ं कया, मु यमं ी<br />

जी, कै बीनेट म बैठ कर आपने ए ूव कया उसको। टेट तब डवलप होगा जब इंड<br />

और इंड<br />

म इतना नह ं, अब सार दिनया म ु यह थित आ गयी और भारत म वशेष<br />

कर आ गये 91 के बाद म क हमार जो ोथ रेट है वो म टपल इ पै ट होना चा हए,<br />

हमारे तो माईनस इ पै ट हो रहा है। राज थान म माईनस इ पै ट है, यह तो सौभा य से<br />

पछले वष बरसात हो गयी, इस कारण से हमार जो ोथ रेट ए ीक चर क है उसके बढ़ने<br />

के कारण से ोथ रेट लाये ह इंड<br />

के कारण से नह ं लाये।<br />

उपा य महोदय, म यह िनवेदन आपके मा यम से कर रहा हं क बजट म यह जो<br />

ू<br />

परफोमस क बात है उसको म नेगे टव माक देता हं और कसी भी<br />

करने यो य नह ं है य क टेट का मामला है, अगली पीढ़ का मामला है।<br />

हो<br />

थित म यह माफ<br />

इतना ह नह ं, और भी इ ड के टर ह। हमने कहा हम ऐसा कर रहे ह, अभी कहा हम<br />

बािलकाओं के िलए ऐसे कर रहे ह, म पूछना चाहता हं ू क पूरे इं डया म पु ष और ी क<br />

जो िश<br />

ा क रेट है उसम सबसे यादा गैप अगर है तो राज थान म है, वो भी 26 परसट।<br />

पु ष क जो िश ा है वो 26 परसट यादा है और ी क 26 परसट कम और इसका या<br />

कारण है, उपा य महोदय, आपको भी यान है क पछले चार साल म एक भी कॉलेज<br />

खोला लड़ कय का, एक भी सीिनयर हायर सेक डर खोला आपने, एक भी सेक डर कू ल<br />

खोला, एक भी िमडल कू ल खोला यह शमनाक<br />

थित है और म तो म हला सद य से<br />

कहंगा क इन मु य<br />

ू मं ी के खलाफ िनंदा ताव लाना चा हए क यह म हलाओं क उपे ा<br />

कर रहे ह। चार साल से उपे<br />

ा हो रह है, चौथा बजट है, एक नया पैसा, एक नयी कू ल<br />

नह ं खोली आपने, एक नयी सेक डर कू ल नह ं खोली, एक सीिनयर सेक डर कू ल नह ं<br />

खोली और यह दभा ु य है।<br />

रसोसज क बात भी आती है बजट म, रसोसज कहां से लायगे मा यिमक िश<br />

ा बनी<br />

हई है ु , जतना आप मांगोगे उतना दगे मा यिमक िश ा म, आपने एक कू ल खोला नह ं<br />

सेक डर , एक सीिनयर हायर सेक डर नह ं खोला लड़ कय का, कहां से बजट िमलेगा के<br />

से के के रसोसज कहां से आयगे आपके पास म वो लाने पड़ते ह।<br />

ी उपा य<br />

: िभ डा साहब, म आपसे अनुरोध क ं गा क थोड़ा समय का यान रख<br />

सात बजे तक, फर दो मै बर और बोलने ह। ...( यवधान)...<br />

हमेशा।<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): नह ं, उपा य महोदय, मेरे साथ अ याय होता है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(145)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी उपा य<br />

: सुिनये, आपको याय िमलेगा, थोड़ा समय का यान रखो आप। याय<br />

िमलेगा, थोड़ा समय का यान रखो, हो।<br />

द जए मुझे।<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): उपा य महोदय, और को जतना दया है उतना<br />

इतना ह नह ं, म तो और माननीय सद य से कह रहा हं। ू<br />

ॉप आउट का पैरा डाला है<br />

इसम, ॉप आउट कम होगा। पछले वष एक वष म एक लाख 26 हजार ब चे<br />

ॉप आउट<br />

हए ु , कौनसे ब चे, जो पाँच साल से 12 साल तक क उ के , 13 साल तक क उ के थे।<br />

उसम दभा ु य रहा क सबसे यादा ॉप आउट हए ह जोधपुर जले म, जहां से मु यमं ी<br />

आता है, 28 हजार ॉप आउट ब चे जोधपुर से आये ह एक लाख 26 हजार म। कतनी<br />

शमनाक<br />

थित है यह, या वकास क बात करली आपने...( यवधान)...<br />

एक माननीय सद य: आते ह। ...( यवधान)...<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): हां, आते ह, आते ह। म स मान म कमी नह ं करने<br />

वाला हं। ू नह ं, वहां से आते ह, बलकु ल, म करै ट कर रहा हं ू अपने आप को।<br />

यह इसिलए कह रहा हं ू क आ खर यह बजट है, बजट दशा देने के िलए है खैरात<br />

बांटने के िलए नह ं है क कु छ बांट द हम। साहब, उससे रटन भी िमलना चा हए, हम कु छ<br />

ा त भी होना चा हए।<br />

अभी िसंचाई क बात कर रहे थे, कतना बड़ा दभा य ु है इस राज थान का क िसंचाई<br />

म जो 45 लाख है टेयर क हम<br />

मता छोड़ कर गये थे, जब हम स ता म थे उस समय<br />

45 लाख है टेयर और वो घट कर के अब रह गयी 43 लाख है टेयर िसंचाई म। यह आपके<br />

आंकड़े ह, मेरे आंकड़े नह ं ह। दो लाख िसंचाई का कम हो गया।<br />

उपा य महोदय, इतना ह नह ं अभी सड़क क बात कर रहे थे, वसु धरा जी के टाइम<br />

म 23340 कलोमीटर नयीं सड़क बनायी गयीं, राजे जी, म आपका भी यान आक षत<br />

क ं गा क वसु धरा जी के टाइम म 23340 कलोमीटर नयी सड़क बनीं पाँच साल म और<br />

अब बनी ह के वल 3596 कलोमीटर। यह अंदाजा कर ल, अनुमान कर ल क परफोमस<br />

बजट या कहता है, सरकार क परफोमस या कहती है। इस कार क<br />

थित है।<br />

उपा य महोदय, इतना ह नह ं उ पादन सूचकांक एक और इंड के टर होता है। उस<br />

उ पादन सूचकांक म 154.25 से बढ़ कर हमन 185 कया था और वापस घट कर 138 रह<br />

गया। यह आपके आंकड़े ह, मेरे नह ं ह। उ पादन इंड के टर कहता है राज थान का क जो<br />

154 से 185 वसु धरा जी ने कया था उसम अशोक जी गहलोत, माननीय मु य मं ीजी ने<br />

138 कर दया, 47 घटा दया। यह उ पादन इंड के टर क बात म कह रहा हं। ू<br />

इतना ह नह ं, पछली पंचवष य योजना म यह कहा था, हमने गारंट द थी योजना<br />

आयोग को क जो िशशु मृ यु दर है उसको हम 1000 पर 33 करगे, आंकड़े देख लो सब<br />

लोग, यहां व त मं ालय के अिधकार ह, वो भी देख ल, 33 करगे, अभी 55 क िशशु मृ यु<br />

दर है और म सब का यान आक षत करना चाहंगा ू क सरकार के पैसे से एक व<br />

ापन देते<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(146)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ह सुर त ब चा जनने के िलए सरकार अ पताल म पधार और जो म हलाएं सुर त सव<br />

के िलए गयीं जोधपुर म वो मार गयीं। व<br />

ापन आप िनकाल रहे हो, सरकार मद से<br />

व ापन क सरकार हा पटल म जाओगे तो सुर त सव होगा और जो जोधपुर म गयीं<br />

वो मार गयीं। या दगित ु है हम ांत को या दे रहे ह यह सोशल क , उसक बात कर<br />

रहा हं। ू<br />

वैलफे यर टेट, बजट म आप डवलपमट ओ रएंटेड नह ं ह,<br />

ोथ ओ रएंटेड नह ं ह तो<br />

वैलफे यर ओ रएंटेड तो होना चा हए और वैलफे यर ओ रएंटेड भी नह ं है, आप ऐसे बांट रहे हो,<br />

चाहे जैसे बांट रहे हो। वो य को य बांट रहे हो, आप यव था को य नह ं बांटते<br />

जसके कारण से यव था बढ़े।<br />

इस सदन म पुराने िश ा मं ीजी बैठे ह, एक आदेश िनकाला था बैल ड ोथ के िलए<br />

क पूरे राज थान क<br />

जायेगी उसके कारण से राज थान म िश<br />

येक पंचायत जसम िमडल कू ल नह ं है, सबको िमडल कू ल द<br />

ा का तर बढ़ गया था। माननीय गुलाब च द जी<br />

यहां बैठे ह। एक यहां नह ं ह, भँवर लाल जी भी थे, अिधकार कौन ह, वो उनको मालूम है।<br />

78 म एक आदेश िनकाला तीन हजार क आबाद पर, येक तीन हजार क आबाद पर<br />

सेक डर कू ल होगा। यह बैल ड ोथ क थी हमने। वसु धरा जी ने अंितम बजट म कहा,<br />

एक साथ 2100 कू ल खोल कर कहा<br />

येक पंचायत म सेक डर । हम चले गये, इसके बाद<br />

1900, अब म पूछना चाहता हं ू, सभी पंचायत म सेक डर कू ल होगा, 79 कहां से आ गये,<br />

अब वह फर िश<br />

ा को ले गये, 79 कू ल खोलगे हम। यह कहां चला गया<br />

इसके कारण से म िनवेदन यह कर रहा हं ू क इस कार क जो थित है, उपा य<br />

महोदय, म आपसे दो-तीन िनवेदन करना चाहता हं। बैल ड ू ोथ क बात आयी, इस साल<br />

घोषणा क गयी, म पछले तीन साल से मेरे भाषण म कह रहा हं क ू<br />

िचमनभाया कॉलेज<br />

सवाईमाधोपुर ए ीक चर फै क ट है, उसम अगर कॉलेज बना दया जाय सैपरेट उसी थान<br />

पर जहां वो चलती है तो आई.सी.ई.आर. से करोड़ पये<br />

ा ट िमल सकती है। अब इ ह ने<br />

जोधपुर म खोला, जोधपुर म य खोला जोधपुर से ब ़ढया तो बाड़मेर भी था, जैसलमेर भी<br />

था, बीकानेर यूिनविसट है। यह इस कार का इसिलए खोला य क अब तो कृ ित को भी<br />

आपने िनयं ण म कर िलया। या कया िनयं ण म, कृ ित को भी बेईमानी िसखा द ।<br />

उपा य महोदय, अभी चार दन पहले घोषणा हई ु क जो पाला आया कहां से आया,<br />

हमाचल से चल कर हमालय पवत से चला, जो शीत लहर आयी उसने अलवर को छोड़ कर<br />

दौसा म जाकर अ याचार कया, उसने हनुमानगढ़, गंगानगर छोड़ कर के जैसलमेर म<br />

अ याचार कया, उसने जयपुर जले को छोड़ कर, सीकर जले को छोड़ कर, झु झुनूं जले<br />

को छोड़ कर चू जले म अ याचार कया। यह भी बेईमानी कृ ित करने लग गयी। यह<br />

माननीय मु य मं ीजी के कहने से कृ ित बेईमानी करने लग गयी। इसके िलए समाधान<br />

चा हए। यह भी आपके मा यम से िनवेदन करता हं क इस<br />

बदा त नह ं करेगा।<br />

कार क बेईमानी कसान<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(147)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

Ars/<strong>usc</strong>/1830/30/27032012/1<br />

इस कार क बेईमानी कसान बदा त नह ं करेगा। कसान इस देश का पाला बेईमानी नह ं<br />

करता, हमार इ छा श बेईमानी करती है और इस बेईमानी को रोका जाना चा हए और<br />

इस बजट म माननीय मु य मं ी जी को म आ ान करता हं क पाले म जतने बीच म<br />

ू<br />

जले ह उन सब म पाला पडा है, सबक<br />

तो यह िनवेदन है।<br />

थित खराब है, सबको मुआवजा दया जाए। एक<br />

दसरा ू , उ च िश ा मं ी जी यहां बैठे ह गे उनसे पूछो क देवनारायण बोड का जो ए रया<br />

है उसम कोटपूतली नह ं है और कू ट वहां बांट जा रह है और सारे जले बाक ह। या<br />

तमाशा है यह कू ट पहले वहां बांट जाएं जहां देवनारायण बोड क सीमा है जसको हमने<br />

तय कया था। यह प<br />

पात नह ं तो या है। इस कारण से म चाहता हं क सरकार कु छ भी<br />

ू<br />

करे ले कन सरकार बेईमानी नह ं करे। कम दे,<br />

यादा दे ले कन बेईमानी नह ं कर। सवाई<br />

माधोपुर और िचमनपुरा जो पछले 35 साल से ए ीक चर फै क ट है उनको पूरे कॉलेज<br />

बनाए जाएं इस कारण से एड िमल सके । दसर बात और क हमने व व<br />

ू<br />

व ालय खोल दये।<br />

म कहना चाहता हं हमने ओ एस ड िनयु त<br />

ू कये, एक एक करोड़ पये दये। आप आडर<br />

देख लो क जो भी ओ एस ड थे कां ेस के शासन म उनके आगे िलख दया क देखते<br />

देखते ओ एस ड का चाज भी रखगे। इसका मतलब हमारा जो आडर था वह टै ड कर रहा<br />

है ले कन उसम काटा या, महाराज भतह र का नाम काट दया, महाराज सूरजमल का नाम<br />

काट दया। इस कारण से इस कार क बेईमानी को रोका जाए। आपने समय दया इसके<br />

िलए ध यवाद।<br />

ी उपा य<br />

: ी कै लाश च द जी मीणा।<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना): स माननीय उपा य महोदय, म आपके मा यम<br />

से राज थान के स माननीय मु यमं ी अशोक जी गहलोत को ध यवाद देना चाहता हं । ू<br />

जस तरह का उ ह ने सभी वग को और सभी समाज को यान म रखते हए ु 2012-2013<br />

का बजट पेश कया उसके िलए म तहे दल से राज थान क जनता क तरफ से उनका<br />

आभार य त करता हं। ू<br />

जैसा क यहां प और वप के लोग ने सारे वचार रखे। स ता प के लोग<br />

स माननीय मु यमं ी जी का ज कर रहे ह और वप के लोग ितप क नेता का<br />

ज कर रहे ह। म उस जले से आता हं ू जहां से ितप क नेता मु यमं ी रह थीं। इस<br />

बजट म जो हमारे झालावाड़ जले को दया गया है उसम करोड़ पये क घोषणा हमारे<br />

झालावाड़ जले के िलए क है। जसम चार चार प रयोजनाएं, परवन वृहद प रयोजना,<br />

माधवी, राजगढ़, भीमनी चार इस तरह क एक साथ प रयोजनाएं जो मेजर और म यम वग<br />

क ह। आप इससे अ दाजा लगाओ क य द पूववत सरकार इन काम को कर देती तो आज<br />

स माननीय मु यमं ी जी को यह घोषणाएं नह ं करनी पड़तीं। आप इससे अ दाज लगा<br />

सकते हो क दर ू के डूंगर सुहावने लगते ह। आप लोग को लग रहा है क पूव मु यमं ी ने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(148)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

बहत कु छ कया राज था<br />

ु न म, हम उस जले के रहने वाले ह जहां क ितप क नेता थीं<br />

आधी कां ट<br />

यूएंसी से म चुनाव लड़ा हं ू उनक से। अभी पंचायत हैड वाटर के अलावा एक<br />

भी गांव उनका रोड से जुड़ा हआ ु नह ं है। भला हो स माननीय मु यमं ी जी का जो उ ह ने<br />

घोषणा क 250 से 500 क आबाद वाली। अब इस योजनाओं म वह जुड़ पाएगी।<br />

यह सभी लोग को पता है क पटवा रय क या थित थी पूववत सरकार म, ाम<br />

सेवक क और अ यापक क या<br />

थित थी। एक पटवार के पास पाँच पाँच पटवार म डल<br />

हआ ु करते थे और पंचायत के ाम सेवक के पास आठ आठ ाम पंचायत हआ ु करती थीं।<br />

यह कसी से अछती ू नह ं है। आज इस सरकार ने पछला जो साल िनकला है उसम हर<br />

पंचायत म एक ाम सेवक लगाया है और हर पटवार म डल म एक पटवार लगाया है। यह<br />

भी कसी से िछपी हई बात नह ं है। जबद ती<br />

ु अपन कहते रह क वसु धरा जी ने यह कया<br />

और वसु धरा जी ने वो कया, कह ं कु छ करने क यह नह ं है। य क आज जो घोषणाएं<br />

क ह आम जनता को यान म रखते हए ु चाहे वह िश ा क हो, िश ा म आपने देखा क<br />

आठवीं से लेकर दसवीं तक के ब च को कतना ो सा हत उ ह ने कया है1 िच क सा देख<br />

लो, सकड़ क तादाद म पी एच सी, सी एच सी खोलने क घोषणाएं क ं ह। हजार बैड<br />

िच क सा म उ ह ने बढ़ाए। चाहे वह रैफरल हा पटल हो या जला हा पटल हो या मटल<br />

के िलए जो उ ह ने घोषणाएं क ं ह वह सब तार फ यो य ह।<br />

आज बजली के बारे म आप देख लो जो 100 से 300 क आबाद के गांव छट ू गये थे<br />

उ ह राजीव गांधी व ुत योजना से जोड़ने का उ ह ने ज कया है। तो जो योजनाएं आज<br />

उ ह ने लागू क है वो आम जनता को, आम गर ब को यान म रखते हए इन योजनाओं का<br />

ु<br />

ज कया। चाहे हमारे झालावाड़ क म बात क ं , झालावाड़ ऐसा जला है जसम जोधपुर<br />

क आप तुलना कर रहे थे, हम भी सोच रहे थे क हमारे यहां क मु यमं ी बनी ह, बहत ु<br />

सारे काम हमारे यहां ह गे, हम कसी क ज रत नह ं पड़ेगी। पर झालावाड़ क आज वह<br />

थित है, म समझता हं क राज था<br />

ू न म शायद ह कसी जले क इस तरह क थित हो<br />

और इनके बनने से हमारा जला पाँच साल और पीछे चला गया य क मु यमं ी होते हए ु<br />

हमारे जले का उ ार नह ं हआ ु तो आने वाले समय म होने वाला नह ं है1 पर म<br />

स माननीय गहलोत साहब को ध यवाद देना चाहंगा क जस तरह क योजनाएं उ ह<br />

ू<br />

हमारे जले म लागू क ं और जो योजनाएं द ं, स माननीय अिनल जी भी झालावाड़ जले से<br />

आने वाले बैठे ह और भी हाड़ौती से आने वाले बैठे ह, उपा य जी भी हाड़ौती से आए हए ु<br />

ह। जन योजनाओं का मने ज कया उसम हजार बार दशन लोग यहां कर चुके ह। चाहे<br />

भारतीय जनता पाट के ह या कां ेस के , आज जो परवन वृहद िसंचाई योजना क घोषणा<br />

क , ब कु ल तार फ करने यो य है। ...( यवधान)... पछले बजट म उसका सव करवा<br />

दया..<br />

एक माननीय सद य:<br />

ता वत है।<br />

ने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(149)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना):<br />

...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

लोग आपस म .....<br />

ता वत है तो आगे बनेगी तो सह ।<br />

: आप कृ पया बोलने द। सदन को पता नह ं चलना चा हए क झालावाड़ के<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना): म उनक एक का बिलयत और बताऊ क<br />

स माननीय जो पूव मु यमं ी थीं, वह इस तरह के ब ़ढया काम, आठ वधान सभा सीट म<br />

से छह वधान सभा सीट कां ेस के प म वहां क गयी ह। मा दो सीट जसम एक तो<br />

स माननीय पूव मु यमं ी जी और एक अिनल जी जैन। दो सद य इनके वहां से जीते ह।<br />

...( यवधान)... वह वहां क खुद ह, वहां क म बात नह ं कर रहा हं। ू<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): यह बैठे बैठे जो माननीय सद य इंटर ट कर रहे ह यह<br />

ठ क नह ं है उपा य महोदय।<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना): यह पहले वाले सद य बजट पर बोल रहे थे फर<br />

बीच म वसु धरा जी ...( यवधान)...<br />

ी उपा य : आप रमेश जी से नाराज हो या आ खर व ता रमेश जी ह, आप<br />

उनका टाइम लोगे तो रमेश जी रह जायगे। यह देख लो आप। हां बोिलए कै लाश जी।<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना): मेरे पहले वाले व ता य उनका ज कर रहे<br />

थे, फर उनका या लेना देना था। िभ डा जी बोल रहे थे, ...( यवधान)... पाठ जप रहे थे।<br />

आज मांडा<br />

ी उपा य<br />

े क पछली बार दो करोड़ क जो उ ह ने घोषणाएं क ं थीं...<br />

: आप इधर दे खये कै लाश जी।<br />

ी कै लाश च द मीणा (मनोहरथाना):<br />

येक जले को दो दो करोड़ क योजना थी, दस<br />

करोड़ पये दये, उ ह ने जो यह कया है उसके िलए भी हम ध यवाद देना चाहगे। आज<br />

जतनी भी योजनाएं चाहे वह पशुओं क<br />

मे डसन क बात अपन कर, मे डकल क बात<br />

अपन कर, आज जो सी एच सी, पी एच सी खाली पड़ रहती थी उन पर दो दो डा टर<br />

उ ह ने कर दये1 जहां पहले क पाउ डर भी नह ं हआ करते थे आज उस पी एच सी के<br />

ु<br />

अ दर दो डा टर ह। य द कसी सद य के नह ं हो तो राजकु मार जी बैठे ह, मं ी जी बैठै ह<br />

इनको बता द। य क आज क तार ख म जो टाफ क कमी थी चाहे वह टे<br />

हो या इंजीिनय रंग का हो, कसी भी<br />

नकल टाफ<br />

े म आज क तार ख म हजार क तादाद म<br />

नौक रय क बात है वह मु यमं ी जी ने पूर क है। य क आने वाला समय जो िश<br />

है, िश<br />

ा का<br />

ा म जो उ ह ने 8-10-12 वीं म जो उ ह ने लैपटॉप, िमनी लैपटॉप देने क जो बात<br />

उ ह ने क है, ब कु ल तार फ यो य है1<br />

इसके साथ ह स माननीय उपा य जी, आपने बोलने का मौका दया उसके िलए<br />

ध यवाद।<br />

िलए।<br />

ी उपा य<br />

: बहत बहत ध य<br />

ु ु वाद। ी रमेश च द जी मीणा। काफ टाइम है आपके<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(150)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी रमेश च मीणा (टोडाभीम): ध यवाद। उपा य महोदय, आज इस बजट भाषण<br />

पर चचा के िलए म उप<br />

रेवे यू रसीट 63 हजार 146 करोड़ पये है।<br />

थत हं ू, आपने मुझे समय दया ले कन इस बजट वष 2012-13 म<br />

Vns/<strong>usc</strong>/18.40/27.03.2012/3p/1<br />

बजट ए ट मेट 2012-13 म और बजट ए ट मेट 2011-12 म 52,287 ज ब क रवाइ ड म<br />

56,121 करोड़ पये का आया है 2011-12 म। इसम नॉन लान ए सपड चर 2012-11 म<br />

39,530 करोड़ पये। इसके बाद म रवाइ ड ए ट मेट 2011-12 म 45,733 करोड़ पये,<br />

फर बजट ए ट मेट 52,846 करोड़<br />

पये था ले कन 2012-13 म वह 20,986 करोड़ पये है।<br />

पये। लान ए सपड चर 2010-11 म 12,059 करोड़<br />

माननीय उपा य महोदय, अब यह अ तर लगातार जो नॉन पलान ए सपड चर, लान<br />

ए सपड चर है इसका देश क अथ यव था पर या भाव पड़ता है, अभी थोड़ देर पहले<br />

डा. फू लच द जी िभ डा ने जो बताया था और जो परफोरमस बजट जसको बोलते ह उसके<br />

रेफरस म अगर इसको देखगे तो लगातार पछले 3 साल से अ छे मानसून के बावजूद जो<br />

कृ ष अथ यव था पर, आधारभूत अथ यव था के जो इंड के टर ह उन पर जो भाव पड़ रहा<br />

है तो उससे प ट हो जायेगा क बजट जो लगातार पेश कया जा रहा है उसके कारण<br />

अथ यव था के आधारभूत घटक उनम लगातार कमजोर आती जा रह है और उसका एक<br />

सबसे बड़ा माण है क कृ ष उ पादन, जब क औसत वषा अ छ हई है इस साल। खा ा न<br />

ु<br />

उ पादन इस बार –11.10 2011-12 म रहा है। जो खा ा न उ पादन 2010-11 म 235.61<br />

लाख मै क टन था वह अब 209.45 लाख मै क टन रह गया है।<br />

रबी उ पादन दर तो और भी कमजोर हई है। यह तो<br />

ु<br />

-18.01 परसे ट चली गयी है। अब<br />

इसका प ट माण कृ ष पर जो पड़ रहा है तो इसका अथ है क ामीण े म सीधे-सीधे<br />

ित य आय कम होगी और आय कम होने के साथ-साथ शहर म और भी सम या<br />

उ प न होती जायेगी। इस कारण से राज थान देश क स पूण अथ यव था पर भाव<br />

पड़ेगा। इसका ठ क से व लेषण नह ं कया गया है। इसी का कारण है क लगातार अ छे<br />

मानसून के बावजूद भी लगातार उ पादन भी घट रहा है और कसान क हालत कमजोर<br />

होती जा रह है। जसका माण है क इस बार जो खेती करने वाले, जोत जो कसान के<br />

पास है उसका आकार घट रहा है। आकार घटने का एक कारण बड़ा माण है जो स पूण<br />

िसंिचत े म सकल िसंिचत े और शु िसंिचत े , यह 2007-08 म लगातार जहां<br />

आठ हजार इठयासी है टेयर था वह सकल िसंिचत<br />

है टेयर हआ और शु िसंिचत<br />

े 2009-10 म सात हजार तीन सौ नौ<br />

े भी लगभग आठ सौ है टेयर घट गया।<br />

इसम जब भी जलेवाइज हम देखते ह तो हर जगह लगातार कमजोर आ रह है। सबसे<br />

बड़ा अ याय तो करौली जले के साथ हआ ु है, सवाई माधोपुर जले के साथ भी हआ ु है जहां<br />

लगातार अ छे मानसून के बावजूद, वषा जल उपल ध होने के बावजूद, पया त मा ा म<br />

न दयां उपल ध होने के बावजूद एनीकट बनाने के िलये कोई य न नह ं कया गया। वहां के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(151)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

कसान के वषा जल संर<br />

तो और एक सबसे अ याय राज थान<br />

ण के िलये भी कोई य न नह ं कया गया। यहां तक क और<br />

देश म करौली, सवाई माधोपुर और बाक पूव<br />

राज थान के जल के साथ यह हआ है क फा स<br />

ु , प स के िनमाण के िलये और वषा जल<br />

संर<br />

ण के िलये जो य न कये जा रहे ह उनम मा 50,000 पये दये जा रहे ह जो क<br />

उनके साथ सरासर अ याय है। अ याय का एक और बड़ा<br />

माण है क इस बार जब<br />

ीगंगानगर के कसान के ड गी िनमाण के िलये 2 लाख से 3 लाख बढ़ा दये गये ह तो<br />

इन े के िलये खाली 50 हजार से 60 हजार कया गया है। जब क हमार मांग थी यह 2<br />

लाख तो कम से कम होने चा हये। कारण क उस े म फा स, प स बड़ मा ा म<br />

कसान काम ले रहा है। गत वष जो 8 करोड़ पये का ावधान करौली जले के िलये कया<br />

गया था तो उसम से अ य त अ प मा ा म ऊपर से इस तरह के ावधान कर दये कृ ष<br />

िनदेशक ने क कसान को छाती पर लेट रखकर उनके फोटो िलये और तब भी उनको पैसे<br />

नह ं दये । इतना बड़ा अ याय राज थान म करौली के साथ हो रहा है इसिलये म इस<br />

यव था और कृ ष वभाग के अधीन जो इस<br />

कार क नीितयां अपनायी जा रह ह म<br />

आपके मा यम से सरकार तक यह बात पहंचाना ु चाहता हं ू उन अिधका रय का, उन िनयम<br />

का ठ क से अवलोकन कया जाये। उनको द ड दया जाये और िनयम को ठ क कया जाय<br />

जस कारण 8 करोड़ पय म अभी तक 1 करोड़ पये भी कसान को ड बस नह ं हए ह। ु<br />

उसका सबसे बड़ा कारण है क बाक जो थोड़े बहत दये ह चैक जेब म लेकर<br />

ाम सेवक<br />

घूमता रहता है और जब उसके पास र वत का पैसा आ जाता है, अिधका रय तक पैसा<br />

पहंच ु जाता है तक जाकर उनको चैक दये जाते ह। इससे र वतखोर बहत ु बड़ मा ा म<br />

बढ़ेगी आगे भी जैसे-जैसे टागट बढ़ायगे। इस ोसीजर को ठ क नह ं कया गया तो इससे<br />

टाचार बढ़ेगा। कसान को फायदा नह ं पहंचेगा। ु मने वयं भी प िलखा है अब इस सदन<br />

के मा यम से भी इस बात को रखना चाहता हं क ोसीजर को इस तरह से कया जाए क<br />

ू<br />

कसान का खाता न बर शु आत म ह ले िलया जाए। फा स, प<br />

स बनवाने के िलये जो<br />

भी अनुदान रािश कसान को द जाती है तो उनका खाता सं या ले िलया जाए। बहत सी ु<br />

ऐसी ोसीजर क बात ह कृ ष अथ यव था म एकल खड़क क तरह थोड़ा सा भी अगर<br />

िनयम म ावधान ठ क से करगे, िसंगल व डो िस टम खेती म भी कया जा सकता है।<br />

या ज र है क उसको पटवार के पास जाना पड़े,<br />

ाम सेवक के पास जाना पड़े, फर<br />

सरपंच के पास जाना पड़े छह जगह जाना पड़ता है कसान को। जो उसके िलये स भव<br />

नह ं है, उसको ान नह ं है। उसके िलये हमारा ताव है क अनुदान या सहायता रािश न<br />

के वल फा स, प<br />

स म तो करनी ह चा हये, अ य भी सहायता और अनुदान के प म द<br />

जाने वाली रािश को इस तरह से कया जाये क जैसे िसंगल व डो िस टम का है। आजकल<br />

क यूटर कृ त हो गयी है। क यूटर करण के मा यम से उसम खसरा, खतौनी देखकर अपने<br />

आप ए ीक चर आ फसर उसको ठ क कर ले, पता लगा ल और उसको सहायता दे दे।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(152)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

उसक रािश को ह तांत रत कर दे। शु आत म जो एक फाम लगाना होता है वह उनसे ा त<br />

कया जाये।<br />

एक बात म वशेषकर सदन के सामने रखना चाहता हं ू क बजट तैयार करने वाले,<br />

बजट को हम सदन म पास करते ह फर इसको काया<br />

वत करते ह। तैयार से लेकर<br />

काया वत करने तक अपने को यह सोचना पड़ेगा क पूरे त को कै से यव थत कया<br />

जाये जससे यह इस तरह का हो सके क राज थान का जस तरह से हम वकास करना<br />

चाहते ह इस अथ यव था के िलये इस देश को व व तर पर आगे बढ़ाने के िलये कै से<br />

करना है। इसका भी सोचना पड़ेगा। ऐसा सोचने पर हमको यह पता चलेगा क जहां पर<br />

अपन जो बात करते ह तो सबसे पहला वकास तो है एकता। एकता इस सदन म इस बात<br />

के िलये रहनी चा हये क इस<br />

े का गौरव और वकास िनर तर होता रहे।<br />

याम/चौहान 27.03.2012 18.50 3q<br />

इसके िलए बहत ु सार आव यक चीज ह जो टेट म मूलभूत बात कु छ करने क आव यकता<br />

है। मूलभूत आव यकताओं म सबसे पहले कानून और यव था है। कानून- यव था का बजट<br />

भी यहां से पा रत होता है। जब कानून- यव था म हम देखगे तो राज थान के पुिलस<br />

संगठन म भी बहत ु बड़ खािमयां ह, उसम कमजोर है। उसको भी ठ क करने क ज रत है।<br />

उपा य महोदय, उसको ठ क करने के िलए जब हम देखते ह तो यह राज थान पुिलस<br />

का वा षक ितवेदन 2011 को देखने पर पता चलता है क भारतीय पुिलस सेवा के वीकृ त<br />

पद 205 और उसम से कायरत पद 162, यािन र त पद 43 जो क लगभग 20 परसट<br />

होते ह। इसी तरह से राज थान पुिलस सेवा के अित र त पुिलस अधी<br />

अधी<br />

क और उप पुिलस<br />

क 739, उनम से कायरत ह 592 और खाली पद 147 ह। इसी तरह से पुिलस संगठन<br />

के सारे दसरे ू पद को िमलाकर लगभग कां टेबल तर पर तो 10 परसट खाली ह अभी, भत<br />

के बावजूद भी। बाक ऊपर के लास वन और उससे ऊपर क 20 परसट पो ट खाली ह।<br />

इनम िनयु यां करने के िलए, इसम रपोट तो खाली यह क गयी है क 6947 िनयु यां<br />

कां टेबल क द गयी ह। इसको पया त मा ा म भरने क ज रत है। जब क जनसं या बढ़<br />

रह है, थाने बढ़ रहे ह तो इनक स शन भी बढ़ानी चा हए। जनसं या के अनुपात म उसक<br />

वीकृ ित बढ़ाने क ज रत है। उसके कारण से कई ऐसी घटनाएं हो जाती ह जो क संगठन<br />

क फे योर से भी होती ह और सरकार क मंशा ठ क नह ं होती है तब भी होती ह।<br />

उपा य महोदय, वक फे योर म दो बहत ु बड़े ऐसे उदाहरण ह, जो क राज थान के<br />

इितहास म सरकार के मुंह पर एक बहत बड़ा ध बा<br />

ु है। एक तरह क कािलख है। जब<br />

सूरवाल कांड हआ था और उसके साथ म गोपालगढ़ कांड था। सूरवाल कांड म जो रपोट क<br />

ु<br />

गयी है वह बहत ु ह गलत रपो टग हई ु है। उस गलत रपो टग म सूरवाल कांड म व वध<br />

े के बारे म कहा गया है क 17.03.2011 को ाम सूरवाल म दाखा देवी ह याकांड के<br />

आरो पय के मामले म पुिलस थाना ख डार के बनवार लाल मीणा और राजेश मीणा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(153)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

अचानक बना शासन एवं गांव वाल को सूचना दये पे ोल क दो बोतल लेकर सूरवाल<br />

क बे क पानी क टंक पर जो क कर ब 60-70 फ ट ऊं ची थी, सुबह 9 बजे चढ़ गये।<br />

जब क दो दन पहले हमको पता है, म भी उस समय वहां पर हा जर था सवाई माधोपुर<br />

कले ेट म, तो यह गलत रपो टग क गयी है। दो दन पहले उसी राजेश ने<br />

ापन दया है<br />

और उससे पहले उसने मौ खक चेतावनी द तो यह गलत रपो टग क गयी है। इस याय<br />

के चाहत म उस छा के साथ यह अ याय है और उसक कठोर श द म म भ सना करता<br />

हं ू क इस कारण ऐसी प र थितयां उ प न कर द जस कारण वह सूरवाल कांड घ टत<br />

हआ। ु आज भी उस मृतक राजेश के साथ म याय नह ं हआ है। याय नह ं होने का सबसे<br />

बड़ा उदाहरण यह है क िल खत म कले टर ने जो आ वासन दया था ...।<br />

ी उपा य<br />

: माननीय रमेश जी, आपके पास मा सात िमनट ह।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): राजक य मा यिमक व ालय उसके नाम पर खोला<br />

जायेगा और आज तक भी उसको लागू नह ं कया गया है। उसके नाम पर यह कया नह ं<br />

गया है। उसको 32 लाख पये क सहायता देने का कले टर ने िल खत आ वासन दया था<br />

वह भी नह ं द है।<br />

उपा य महोदय, इसी तरह से मेवात म भी गोपालगढ़ म जो घटना हई ु , लगातार 6<br />

साल से हम भी वहां पर जाते ह। मेव और मीणाओं के कई गो एक िमलते ह और काफ<br />

दन से ऐसी मु हम थी और दोन समाज आपस म भाईबंद क तरह से रहते थे। ले कन जो<br />

गोपालगढ़ म कांड हआ ु है वह शासन क बहत ु बड़ लापरवाह है। कु छ लोग जो शरारती ह<br />

और देश म शांित नह ं चाहते ह, ऐसे त व को इस तरह क शह द गयी और उनको यह<br />

भरोसा था क हम कु छ भी कर दगे तो हम बचाने वाले अमुक य बैठे ह या अमुक पाट<br />

के ह। यहां पर थोड़े दन पहले जो ड कशन हआ था तो उसम राम मं दर क और<br />

ु<br />

गोपालगढ़ कांड क तुलना कर रहे थे।<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): उपा य महोदय, यह बजट पर बोल रहे ह या कस पर<br />

बोल रहे ह ...( यवधान)...<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): सवाई माधोपुर से आने वाले माननीय सद य<br />

...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): यह बजट पर है या<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): कानून- यव था का मामला है ...( यवधान)...<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): यह बजट का ह ह सा है ...( यवधान)...<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): पुिलस संगठन म<br />

सकती है, वह भी बोलना ज र है ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

...( यवधान)...<br />

या खािमयां ह, कै से ठ क हो<br />

: वह सब ठ क है, माननीय सद य, आपके पास के वल चार िमनट बचे ह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(154)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): ट ू द पाइंट तो बुलवाय उपा य महोदय ...( यवधान)...<br />

बजट पर चचा हो रह है ...( यवधान)... बजट का ज ह नह ं कर रहे ह वह। इसका या<br />

लेना देना बजट से।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): अब यह जो कांड हआ है उसम जस तरह क ढ ल द<br />

ु<br />

गयी है ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): उपा य महोदय, मेरा आपसे िनवेदन है क यह कांड के<br />

बारे म बोल रहे ह, बजट पर बोल। कोई बात है तो अलग से चचा कर ...( यवधान)...<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): उपा य महोदय, राज थान क पुिलस के बारे म,<br />

संगठन के बारे म जो कहा गया है।<br />

ी उपा य<br />

: आपके पास चार िमनट ह।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): जो बजट हम पास करने वाले ह, उसम या रपो टग<br />

हई ु है, यह सदन के सामने बोलना बहत ु ज र है और सरकार क या मंशा है और कस<br />

तरह के उसके कृ य ह और कस तरह से वहां इंटेलीजस फे योर हआ ु है, वह भी देखना<br />

बहत ु ज र है। उसम अगर सुधार नह ं कया गया तो दबारा ु इस तरह क घटनाएं घटती<br />

रहगी। एकता कस तरह क होनी चा हए, राज थान म कानून- यव था को कै से ठ क कया<br />

जाना चा हए यह भी देखना बहत ु आव यक है।<br />

उपा य महोदय, इसम तो यह बताया गया है मेव और गुजर, जब क मेव और गुजर<br />

का मामला तो बाद म हआ है। वह म<br />

धािमक थान था और कसी कारण से वहां ववाद ...( यवधान)...<br />

जद तो वा तव म कसाइय क थी। ले कन तो भी<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): उपा य महोदय, यह चीज सदन क कायवाह म आ<br />

रह ह, यह स जे ट ह नह ं है। अगर इ ह ं वषय पर बोलना है तो अलग से कोई बात<br />

कह। यह या बजट पर बात हो रह है।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): उपा य महोदय, राज थान म पुिलस संगठन क जो<br />

रपोट है उसी को म डसकस कर रहा हं और उसम गलत रपो टग हई है।<br />

ू ु<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): पुिलस पर घोषणाएं क ह और पुिलस कानून- यव था<br />

रखने म नाकामयाब हई ु है, इसिलए वह बता रहे ह ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): आपको वक ल बनाया है या उ ह ने ...( यवधान)...<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): यह भी बजट का ह मामला है ...( यवधान)...<br />

ी उपा य : यह यूं कह रहे ह क होम क जब डमांड आयेगी तब बोल लेना, बाक<br />

अब बजट पर बोल ल। यह यूं कह रहे ह ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): जब भी पुिलस पर चचा हो उस दन यह बात आ सकती<br />

ह ...( यवधान)... मना थोड़े ह कर रहे ह। आज तो बजट पर बोलो।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(155)<br />

मंगलवार, 27 माच 2012<br />

ी पवन द ु गल (अनूपगढ़): उस पर दबारा ु फर बोल लगे।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): मु य सचेतक जी, आपने जब समय दया है तो इस<br />

तरह क बात ...( यवधान)...<br />

ी उपा य<br />

: आपके पास तीन िमनट ह।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): तीन िमनट म ह बोल लूंगा माननीय उपा य जी।<br />

गोपालगढ़ म जस तरह का सौहाद हमने था पत कया था लगातार अपने य न से। म<br />

तो य<br />

गत प से वहां 6 साल रहा हं और कै से विभ न<br />

ू गो के बीच म एकता था पत<br />

हई ु थी। यहां तक क ऐसा भी हआ ु क दोन समाज ने िमलकर के शाद - याह के संबंध भी<br />

था पत करने, वह ऐसे लोग ने खराब कये, जैसे महा मा गांधी जी ने स पूण वांग य म<br />

िलखा था क अगर राम ज म भूिम को उसी तरह से देखना चा हए जस तरह से<br />

...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): उपा य महोदय, या हो रहा है यह ...( यवधान)...<br />

यह बजट पर चचा कर रहे ह ...( यवधान)... यह मजाक बना रखा है।<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): चोर क हई व तु ु है अगर उसको पता चलता है<br />

...( यवधान)... 200 साल म भी पता चलेगा तो उसको वा पस कर देना चा हए<br />

...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (मु य सचेतक): ट ू द पाइंट बात कर ...( यवधान)... चचा ह कहां से<br />

कहां जा रह है ...( यवधान)...<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): यहां पर माननीय सद य जो सवाई माधोपुर से आने<br />

वाले ह उ ह ने राम ज म भूिम और गोपालगढ़ कांड दोन को एक कर दया। वह आपक<br />

मनोवृ है। मेरा िनवेदन है क ऐसे ब दुओं को कभी भी नह ं उठाना चा हए। उस समय<br />

हम सुनते रहे, अब आप सुनो। वहां पर भी आपके पास बैठे थे माननीय सद य, उ ह ने भी<br />

यह बात बोली थी, तो हम भी लगा क हम उसका<br />

और देश का गौरव और एकता को कै से सुर<br />

ी उपा य<br />

: माननीय सद य, समा त कर।<br />

यु तर देना चा हए। भावना सबक है<br />

त रखना है यह सोचना बहत ह ज र है।<br />

ु<br />

ी रमेश च द मीणा (टोडाभीम): इसिलए बजट के ऊपर जो आज हम राज थान वधान<br />

सभा म बोल रहे ह, आपने जो समय दया है उसके िलए म आपको बहत ु -बहत ध यवाद<br />

देता हं और इस बजट का वरोध करता हं।<br />

ू ू<br />

ी उपा य<br />

िलए थिगत क जाती है।<br />

: सदन क बैठक बुधवार, दनांक 28 माच, 2012 के ात: 11 बजे तक के<br />

(तदन तर सदन क बैठक 19.00 बजे 28 माच, 2012 के <strong>11.00</strong> बजे तक के िलए थिगत<br />

हई। ु )<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं

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