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pcs/akt/25.03.2010/11.00/1a अशोिधत ूित/ूकाशनाथर् नहीं ...

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<strong>pcs</strong>/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/<strong>11.00</strong>/<strong>1a</strong><br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अंक 4 तेरहवीं वधान सभा के चौथे स का ब तीसवां दवस सं या 17<br />

गु वार,<br />

25 माच, 2010<br />

राज थान वधान सभा क बैठक <strong>11.00</strong> बजे<br />

राज थान वधान सभा भवन, जयपुर म ार भ हई। ु<br />

( ी द पे िसंह शेखावत, अ य , पदासीन)<br />

ी अ य<br />

: ी क हैया लाल झंवर।<br />

तारां कत<br />

नो तर<br />

वधान सभा े नोखा के अनुसूचिचत जाित के गांव एवं ब तय का<br />

व ुतीकरण<br />

281. ी क हैयालाल झंवर (नोखा): या ऊजा मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

(1) या यह सह है क वधान सभा े नोखा म राजीव गांधी व ुतीकरण<br />

योजना के तहत सव कराया हआ ु है या इस सव के अनुसार रा य सरकार ारा<br />

व ुतीकरण का काय पूण कराया जावेगा य द हां, तो कब तक व नह ं, तो य सव<br />

रपोट क ित सदन क मेज पर रख।<br />

(2) या यह भी सह है क रकाड एवं मौका रपोट के अनुसार उ त वधान<br />

सभा े म अनुसूिचत जाित क ब तयां एवं कई गांव व तीकरण से वंिचत ह या<br />

सरकार उ त का व ुतीकरण करवाने का वचार रखती है य द हां, तो कब तक व नह ं,<br />

तो य <br />

गांधी<br />

डा. जते िसंह (ऊजा मं ी): (1) जी हां। वधान सभा े नोखा म राजीव<br />

ामीण व ुतीकरण योजना के तहत सव करवाया हआ है। अनुमो दत सव के<br />


(2)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अनुसार 10 गांव तथा 32 ढा णय का व ुतीकरण<br />

तथा 32 गांव क ढा णय के<br />

ित प रिश ट अ पर उपल ध है।<br />

ता वत था। इन सभी 10 गांव<br />

ता वत सभी काय पूण कये जा चुके ह। सव रपोट क<br />

(2) जी नह ं। उ त योजना म सव अनुसार सभी 10 गांव तथा 32 गांव क<br />

ढा णय के सभी काय पूण कर व ुतीकरण कर दया गया है। नोखा वधान सभा<br />

े म<br />

जनगणना 2001 के अनुसार नोखा शहर के अित र त कु ल 134 गांव ह एवं वतमान म<br />

सभी गांव व ुतीकृ त ह।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

मं ी महोदय से यह पूछना चाहंगा क ू<br />

2003 म सव जो जलदाय वभाग ारा करवाया<br />

हआ ु है, जो ढा णयां िच त हई ु ह वह मेरे वधान सभा े म<br />

से मा 32 ढा णय को दो साल पहले व ुतीकृ त कया गया था। मेरा<br />

649 ढा णयां ह जनम<br />

न यह है क<br />

या रा य सरकार ने जैसे 250 क आबाद तक क सड़क इस साल बनाने क जो<br />

घोषणा क है, उसी के अनु प 250 क आबाद तक क बाक बची हई ढा णय को<br />

ु<br />

अगले साल म व ुतीकृ त करने का वचार रखते ह या<br />

डा. जते िसंह (ऊजा मं ी): माननीय अ य महोदय, राजीव गांधी<br />

व तीकरण योजना म जो लान बनाया गया था वह तीन सो क आबाद का लान<br />

बनाया गया था 2001 के स से स के अनुसार, तथा वष 2002 म पी एच ई ड ारा<br />

पॉपूलेशन ना स बनाये गये थै, तीन सौ से अिधक क ढा णयां थीं उस रज म, वह<br />

व ुतीकृ त कर द गयी ह। नोखा से आने वाले माननीय सद य ने जो पूछा है, उ ह ने<br />

कहा है क उनक जो ढा णयां थीं उनम से बहत सार बच गयी ह। हमने टथ और<br />

ु<br />

इलेवंथ लान के बाद अलग से के सरकार को आर ई सी से 505 करोड़ पये क<br />

योजना भेजी है जसके अ दर जो 300 से 100 क आबाद के बीच के हमारे बचे हए ु<br />

गांव ह उनम, नोखा से आने वाले माननीय सद य ने पूछा है, वह गांव उसी म इ लुडेड<br />

ह।<br />

अ य महोदय, म नोखा से आने वाले माननीय सद य को बताना चाहंगा क ू<br />

जो 300 से 100 क आबाद के जतने भी उनके गांव ह जसम 250 क आबाद भी<br />

इ लुड है, य ह रािश उपल ध हो जायेगी, आलरेड योजना ता वत है, हम भेज<br />

चुके ह, आते ह सारे कने शन करवा दये जायगे।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): अ य महोदय, म पुन: आपके मा यम से ऊजा<br />

मं ी महोदय से यह पूछना चाहंगा क तीन सौ क आबाद तक का आपने करने का कहा<br />

ू<br />

है, मेरे वधान सभा<br />

े म तीन सौ क आबाद क कोई ढाणी नह ं हई है। यह सूचना<br />

ु<br />

आपको गलत द गयी है वभाग ारा। पाँच सौ क आबाद क 23 ढा णयां प डंग पड़ है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(3)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसिलए म िनवेदन करना चाहंगा क मेरे ू वधान सभा े क जो बाक ह, कम से कम<br />

उनको करने के िलए तो घोषणा कर क वष 2010-11 म व ुतीकृ त कर दगे।<br />

डा. जते िसंह (ऊजा मं ी): अ य महोदय, जैसा क नोखा से आने वाले<br />

माननीय सद य ने कहा, यह 2005 से ार भी थी, 2002 क पी एच ई ड क अपनी<br />

आइडे ट फाई ढा णयां थीं और आप जो फरमा रहे ह क बची हई ु ह, वह इ लुड कर ली<br />

गयी ह। जो ढा णयां आपक छू ट गयी थीं, जैसा क आपने फरमाया क 500 क आबाद<br />

क ढा णयां छू ट गयी थीं तो अ य महोदय, नोखा से आने वाले माननीय सद य को म<br />

कहं ूगा क जो 500 क ढा णयां आपक छू ट गयी ह या 300 क आबाद क ढा णयां रह<br />

गयीं ह, उन सब का, य ह रािश उपल ध होगी 505 करोड़ क , आते ह कने शन<br />

करवा दगे।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): अ य महोदय, ऊजा मं ी महोदय से म यह<br />

पूछना चाहंगा क पह ू ले जो ढा णयां क गयी ह, उनम वभाग ारा कोई म और नीित<br />

नह ं बनायी गयी थीं। 2005 म जो क गयी ह, तीन सौ क ढा णयां कर द ं और पाँच<br />

सौ क छोड़ द ं। इसम मेरा न है क या यह तय करगे क मवाइज ढा णयां<br />

आबाद वाली सूची बनाकर ायो रट के अनुसार कर ता क मनमानी नह ं हो सके ।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): अ य महोदय, मेरे वधान सभा े<br />

खाजूवाला म चक िस टम है। वहां पर व ुत वभाग यह कह कर कने शन के िलए<br />

मना कर देता है क चक ढा णय का नेशनल सव के अनुसार इसम नाम नह ं है।<br />

माननीय व ुत मं ी महोदय से पूछना चाहंगा क ऐसी कई चक ढा णयां ह जनक<br />

ू<br />

फाइल लेने से व ुत वभाग मना कर देता है। तो उन चक ढा णय का व ुतीकरण<br />

माननीय मं ी महोदय, कब तक करवा दगे यह म पूछना चाहता हं। ू<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): माननीय अ य महोदय, आपके मा यम से मं ी<br />

महोदय से जानना चाहंगा क आपने गत दो वष म जो बजट य<br />

ावधान कया था<br />

बीकानेर जले के अ दर, वह कतना था या उसके अनु प वह काय पूण हो गये ह<br />

दसरा ू , म एक इनफारमेशन देकर आपक मदद करना चाहंगा ू क यह आप का े ट के<br />

ऊपर जो काम देते ह, उसम िसफ गांव वाल ने िसफ द त वत करवा िलये, िसफ यह<br />

कहकर क हम आपका बाक बचा काम शी पूण करवा दगे। वह आज तक नह ं हआ। ु<br />

कृ पया आप इसक जांच करवाय। चवह काम जो अधूरे ह तो पुन:, आप चाह तो पंचायत<br />

का स ट फके ट ल, चाहे<br />

सरकार कमचार से ह ता<br />

है। कृ पया इसके ऊपर कायवाह कर।<br />

ाम सेवक का ल, चाह अ यापक का ल, जब तक वह कसी<br />

रत नह ं होगा। आपको िनगम ारा गलत सूचना द जाती<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(4)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): यह बहत अ छ ु योजना है। जैसा क अभी देवी<br />

िसंहजी वने कहा, म इससे सहमत हं। ू<br />

ी अ य : न या है<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू):<br />

न मेरा यह है क जैसे बाड़मेर जले के<br />

अ दर सव हआ ु था, 638 करोड़ क योजना है पर तु अभी 209 करोड़ क आयी है और<br />

उसम बायतू<br />

े म बहत िशकायत आयी<br />

ु ह और बाहर वाले कर रहे ह। द ली से जो<br />

आये ह। ये तो कह रहे ह क द त वत करवा रहे ह, मेरे यहां तो द त वत भी नह ं<br />

करवाते ह और जला प रषद म कोई एस ई िम टर धोवी ह और ए स ई एन िम टर<br />

मांगी लाल ह, उ ह ने कहा क साहब हमको कोई पूछता ह नह ं है। मं ीजी बहत मेहनत ु<br />

कर रहे ह। मने मं ीजी से बात क है। मानीट रंग नह ं हो रह है। वे लोग वहां से करके<br />

चले जाएंगे। बाद म वहां के लोग को बलकु ल छोड़ दगे। मं ी महोदय, म पूछना चाहता<br />

हं क आप उसको पूरा क ो<br />

ू ल करगे या और आपको अकाउ ट बिलट होगी या वहां<br />

के जन ितनिध ह, सरपंच ह, धान है, चाहे वधायक है वह उनको बलकु ल नह ं पूछते<br />

ह। उनको व वास म लेना चा हए।<br />

ी अ य : मूल नकता।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): अ य महोदय, म ऊजा मं ी महोदय से यह<br />

पूछना चाहता हं क आपको जो सूचना द गयी है क तीन सौ तक क आबाद क<br />

ू<br />

ढा णयां कर द गयी ह, मेरे वधान सभा<br />

े म 77 ढा णयां तीन सौ क आबाद क<br />

प डंग पड़ है और आपको सूचना गलत द गयी है। इसके िलए आप या करगे और जो<br />

तीन सौ क आबाद क जो ढा णयां बची हई ु ह उसके िलए कम से कम घोषणा कर, जो<br />

आपको गलत सूचना द गयी है, वह पूर करने के िलए घोषणा कर और वह पैसा कब<br />

तक आ जाएगा<br />

ी सी.एल. ेमी (के शवरायपाटन): अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ीजी<br />

से पूछना चाहंगा क राजीव गांधी व ुतीकरण<br />

ू योजना म के शोरायपाटन जो वधान सभा<br />

े है, वहां बी पी एल प रवार म या करते ह, एक पंचायत को लेना चा हए, जतने<br />

भी उसके बी पी एल कने शन ह उनको देना चा हए। उस वजह से<br />

या करते ह क<br />

डफरट डफरट पंचायत म कर देते ह और कई जगह तो ऐसा सुनने म आया है क वह<br />

जो जीनस क पनी को हमने जो ठे का दया है, जो का े टर पैसा देता है उसको<br />

कने शन तो कर देते ह बाक दसर ू का कने शन नह ं करते ह। तो म आपके मा यम<br />

यसे मं ीजी का यान आक षत करना चाहंगा ू क इस तरह कली सम याएं मेरे वधान<br />

सभा<br />

े म ह, पूरे राज थान म नह ं ह ।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(5)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

Msr/usc/1110/1b/25032010/अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): माननीय अ य महोदय, यह यजो योजना<br />

है राजीव गांधी व ुतीकरण योजना जो 2005 म शु हई ु राज थान म सबसे यपहले इस<br />

योजना का लाभ दो जले, भीलवाड़ा और राजसमंद इन दो जल को िमला था। राजसमंद<br />

म 30 करोड़<br />

पये स शन हए ु थे इस योजना के अ तगत ले कन आज, माननीय<br />

अ य महोदय, म आपके मा यम से माननीय मं ीजी का यान इस ओर आक षत<br />

करना चाहती हं क ू<br />

बलकु ल नह ं िमल रहा है।<br />

इस योजना का जो लाभ िमलना चा हए वो योजना का लाभ<br />

माननीय अ य महोदय, ठे के दार, जनको काम दया गया है उ ह ने आधे-अधूरे<br />

काम कये, मीटर लगा दये ह और मीटर लगाने के बाद म आगे कोई कने शन ह ं<br />

कया। बारबार िशकायत करने के बाद म भी कोई इसके ऊपर गित नह ं हई। ु इ ह ने<br />

कहा क हम दो फे ज के अ दर इस काम को कर रहे ह, फ ट फे ज के अ दर हमने कु छ<br />

गांव िलये थे, वो क लीट हो गये, दसरे फे ज के अभी लगे।<br />

ू<br />

ले कन, माननीय अ य महोदय, अब थित यह है क मं ीजी यह यान द<br />

क पहले फे ज के अ दर भी जो काम होना था वो काम भी अभी तक अधूरा पडा हआ ु<br />

है। माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से माननीय मं ीजी से यह कहना<br />

चाहंगी क जहां मीटर लग चुके ह<br />

ू , एस.सी. क ब तयां ह, जो आप बारबार कह रहे ह<br />

क इतनी आबाद क ढा णयां मने जोड़ यद , इतनी आबाद जोड़ द , इसम कोई<br />

ाइटे रया नह ं है क कतनी आबाद क ढा णय को जोड़ना है। इसका<br />

ाइटे रया यह है<br />

क जहां पर बी.यपी.एल. के लोग ह गे वहां व ुतीकरण होगा, जहां एस.सी., एस.ट . के<br />

लोग ह गे वहां व ुतीकरण होगा या छोट -मोट ढा णयां यह। मतलब यह भी इसका एक<br />

ाइटे रया है ले कन आपने उसको नह ं लेकर आप िसफ यह आबाद के ऊपर ह<br />

ाइटे रया को लेकर चल यरहे ह जब क जहां मीटर लग चुके ह वहां<br />

खींचे<br />

से दे पायगे<br />

य नह ं वायर<br />

ी अ य : माननीय सद या, न के वल मा नोखा े का है, सारे जवाब कहां<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): ले कन यह जो योजना है पूरे राज थान म<br />

ले कन यह यह तो बता सकते ह, पॉिलसी मैटर है, सर। यह तो पॉिलसी मैटर है क<br />

या जहां मीटर लग गये वहां कने शंस कब तक दगे, माननीय मं ीजी।<br />

भौगोिलक प र<br />

ी मदन जापत (पचपदरा): माननीय अ य महोदय, नोखा और बाड़मेर क<br />

थित एक जैसी है और हमारा िनवेदन है क राजीव गांधी व ुतीकरण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(6)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

योजना म 209 करोड़ पये आये और जो टोटल काम होने के बाद म 135 करोड़ पये<br />

खच हो गये तो 135 म इनके पास से वंग है बजट, बजट क सरकार क तरफ से कोई<br />

कमी नह ं है, उसम नो स दया है 100 क आइड टफाइड ढाणी को जोड़ यरहे ह। हमने<br />

वो भी वीकार कर दया ले कन 100 क आइड टफाइड ढा णयां 100 परसट नह ं जुड़<br />

रह ह, वो कह रहे ह 500 मीटर के दायरे यवाली ढा णयां जोड़ रहे ह।<br />

ी अ य<br />

ी मदन<br />

: या पूछ रहे हो आप वराजो आप।<br />

जापत (पचपदरा): हमारा िनवेदन है क जो 100 क आइड टफाइड<br />

ढा णयां राजीव गांधी व ुतीकरण योजना क बाड़मेर जले म ह, टोटल जुड़े।<br />

ी अ य<br />

: वरा जये,, वरा जये। ी रघु शमा।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, म माननीय मं ीजी से पूछना<br />

चाहता हं या ू यह सह है क यह जीनस क पनी को आपने इसका कां ै ट दया और<br />

जीवन क पनी ने<br />

और उनके हवाले मे इस<br />

प ट करण द।<br />

या इसको सबलेट कया दसरे ू जो छोटे -मोटे ठे के दार होते ह उनको<br />

यव था को कर दया है आपने इस पर आप अपना<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

माननीय मं ीजी से पूछना चाहता हं। ू<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): माननीय अ य महोदयजी।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): एक िमनट, मेरे को अनुमित द है आपने।<br />

ी अ य : एक पूरक न, आ खर ।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): हां। माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम<br />

से माननीय मं ी महोदय से पूछना चाहंगा ू क इसी के समाना तर एक और योजना<br />

‘मु यमं ी सब को बजली योजना’, जो पछली सरकार ने चलायी थी, या यह सह है<br />

क आपने उस जन-क याणकार योजना जसके कारण से ढाणी म रहते गर ब को<br />

कने शन िमल, उसको बंद कर द है<br />

कर द है<br />

ी अ य<br />

: इधर देख कर। ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर):<br />

ी अ य<br />

...( यवधान)...<br />

या यह सह है क आपने उस योजना को बंद<br />

: मं ीजी, के वल नोखा से आने वाले माननीय सद य ह<br />

एक माननीय सद य: अ य<br />

तक व ुत कने शन से नह ं जोड़ा गया है।<br />

जी, डूंगरपुर जले म बी.पी.एल. प रवार को अभी<br />

ी अ य : मं ी महोदय, नोखा से आने वाले माननीय सद य का मूल न था,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(7)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उ ह ने प ट इतना ह चाहा है क जो 300 से ऊपर बची हई ु है उनको आप कर दगे,<br />

उनको यह आ वासन दे द।<br />

ी जते िसंह (ऊजा मं ी): माननीय अ य महोदय, एक तो माननीय<br />

सद य, बहत ु व र ठतम ी देवी िसंह साहब ने जो पूछा है ...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): जीनस वाला भी आप प ट कर द।<br />

ी जते िसंह (ऊजा मं ी): म अज कर दंगा। ू<br />

माननीय अ य महोदय, देवी िसंहजी साहब ने पूछा क बीकानेर के िलए 23<br />

करोड़ पये क योजना थी जो टे थ लान म थी और दोबारा,सर, इलेव थ लान म<br />

जसम माननीय नोखा से आने वाले सद य ने कहा है और बीकानेर जले के हमारे<br />

हाउस के व र ठतम माननीय सद य देवी िसंहजी साहब ने कहा है, उसके िलए हमने,<br />

माननीय अ य महोदय, अलग से जो टोटल 505 करोड़ पये क हमने पूरक मांग<br />

के को भेजी है उसम बीकानेर के िलए 58 करोड़ पये क योजना भेजी है। उसम जो<br />

भी 300 से 100 के बीच क सब ढा णय का व ुतीकरण कर दया जायेगा।<br />

चाहता हं ू।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): माननीय अ य महोदय, म एक िनवेदन करना<br />

ी अ य<br />

: ी झंवर।<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): माननीय अ य महोदय, मेरा छोटासा<br />

िनवेदन यह है क राजीव गांधी व ुतीकरण योजना म बड़े-बड़े ठेके दार को ठेके दे दये<br />

पर ...<br />

ी अ य<br />

: ी झंवर।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

ऊजा मं ीजी से यह पूछना चाहंगा ू<br />

ख ड दो म उ तर दया है, मेरा<br />

क यह कब तक करवा दगे। न बर दो, इ ह ने यह<br />

न था क जो अनुसूिचत जाित के मोह ले ह वो<br />

कागज म व ुतीकरण हो गये ह, मौके पर नह ं हए ु ह, उनके बारे म इ ह ने िलखा है<br />

क सभी कर दये गये ह। माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से माननीय<br />

ऊजा मं ीजी से पूछना चाहंगा ू क आपको गलत सूचना द गयी है, कम से कम दस<br />

गांव ऐसे पड़े ह जनम अनुसूिचत जाित के मोह ले आज भी बना व ुतीकरण के पड़े ह<br />

जैसे सूरपुरा, सोमलसर, ढ ंगसर ।<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य : इसक जानकार ा त कर लगे और आपक ढा णय का<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): माननीय अ य महोदय, यह ठेके दार<br />

काम नह ं करते ह और बी.पी.एल. प रवार के लोग से क लीट काय करवाया जाता है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(8)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

...( यवधान)... ख डे खोदना, ख भे खड़े करना और उन गर ब से जो खुद से काम<br />

नह ं करते उनके कने शन पीछे छोड़ दये जाते ह। ...( यवधान)...<br />

ी अंजना उदयलाल (िन बाहेड़ा): माननीय अ य महोदय, राजीव गांधी<br />

व ुतीकरण योजना पूरे राज थान पर लागू है और जतने भी माननीय सद य यहां बैठे<br />

ह सब क सम या एक यह है क यह काम कब तक पूरा हो जायेगा<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): यह बी.पी.एल. प रवार के लोग के िलए<br />

राजीव गांधी व ुतीकरण योजना है, इसम ...( यवधान)...<br />

ी अंजना उदयलाल (िन बाहेड़ा): सरकार के लेवल पर हो रहा है या ठेके दार के<br />

लेवल पर बंद हो रहा है, इसका<br />

ट करण देव, माननीय मं ी महोदय।<br />

ी क हैयालाल झंवर (नोखा): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

यह पूछना चाहंगा क वष ू<br />

ी अ य<br />

2010-2011 म यह 300 क ढा णयां क लीट कर दगे या<br />

: आपका सारा प ट हो चुका है।<br />

एक माननीय सद य: यह पैसा कहां से आयेगा और कब तक आयेगा<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): माननीय अ य महोदय, यह बड़े ठेके दार<br />

काम तो खुद करते नह ं और बी.पी.एल. प रवार के लोग ह काम करते ह और उन<br />

गर ब से ख डे खुदवाये जाते ह और जो नह ं करते ह उनके बेचार के कने शन नह ं<br />

करते ह, माननीय अ य महोदय।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, एक प ट करण तो माननीय<br />

मं ीजी से दलवा दो क या जीनस क पनी ने सबलेट कया है या जीनस को आपने<br />

दया है यह<br />

थित तो सबके सामने प ट कर द आप।<br />

ी जते िसंह (ऊजा मं ी): माननीय अ य महोदय, जो के कड़ से आने वाले<br />

माननीय सद य ने फरमाया है, यह के सरकार क योजना है और जो भी उसके<br />

अ दर उ ह ने यह अलग-अलग क पिनय को अपने कां े ट दये ह वो, माननीय<br />

अ य महोदय, जो एल-वन थे तो उसम जनक अपनी सबसे लोए ट टे डर रेट कोट<br />

क गयी थी उसम जो लोग आये उनको िलया और, माननीय अ य महोदय, उसका<br />

उनको<br />

डम नह ं है, आर.ई.सी. के ारा इसक ऑ जवशन होती है। के कड़ से आने वाले<br />

माननीय सद य ने जो फरमाया है, म उनको अज करना चाहंगा ू क आर.ई.सी. के ारा<br />

म जांच करवा दंगा ू , अगर ऐसी कोई बात हई ु तो।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, सबलेट कया हआ ु है पूर<br />

जगह, यह अिधकार कोई नह ं दे सकता सबलेट करना का। अगर नये टे डर म भी कसी<br />

को दया गया..<br />

ी अ य<br />

: इ ह ने कहा, जांच करवा दंगा िशकायत हो तो<br />

ू<br />

...( यवधान)... आप<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(9)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िशकायत हो तो दे द, जांच करवाने का आ वासन दे दया। ी राजे राठौड़।<br />

है।<br />

ी अंजना उदयलाल (िन बाहेड़ा): पूरे राज थान म यह क यह<br />

ी अ य<br />

: ी राजे राठौड़।<br />

थित बनी हई ु<br />

आयाितत चीनी पर ‘वेट’ हटाने से भाव म कमी<br />

282. ी राजे राठौड़ (तारानगर): एवं डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): - या<br />

खा एवं नाग रक आपूित रा य मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

(1) देश म अ ैल, 2009 से दस बर 20099 तक बी.पी.एल. प रवार को<br />

आबं टत चीनी का कतना कोटा रा य सरकार ारा उठा कर राशन ड लर के मा यम से<br />

वत रत कया गया और बाजार भाव व बी.पी.एल. प रवार को देय चीनी के भाव म<br />

कतना- कतना अ तर है ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

(2) देश म आयाितत चीनी से ‘वेट’ हटाने के प चात चीनी के थोक व खुदरा<br />

भाव म कतना अ तर आया ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

(3) या यह सह है क सरकार को फज राशन काड जार होने क िशकायत<br />

ा त होने पर राशन काड जांच हेतु अिभयान चलाया गया य द हां, तो कतने राशन<br />

काड फज पाये गये<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी, खा एवं नाग रक आपूित): (1) देश म माह<br />

अ ैल, 2009 से दस बर, 2009 तक बी.पी.एल. प रवार को आबं टत लेवी चीनी कोटा<br />

के आबंटन, चीनी िमल से उपल ध मा ा के अनुसार उठाव एवं वतरण क सूचना<br />

प रिश ठ-‘अ’ पर संल र है। वतमान म सावजिनक वतरण<br />

णाली के तहत वत रत<br />

कये जाने वाली चीनी क दर 13.50/- पये ित क ा है। बी.पी.एल. प रवार के िलए<br />

िनधा रत दर क तुलना म दनांक 15.03.2010 के बाजार म बकने वाली चीनी के थोक<br />

भाव 34 पये ित क ा रहे ह एवं खुदरा भाव 35.50 पये ित क ा रहे ह।<br />

(2) व त वभाग क अिधसूचना दनांक 27.01.2010 के ारा आयाितत चीनी से<br />

वेट हटाया गया है।<br />

चीनी से वेट हटाने से पूव एवं बाद म चीनी के थोक एवं खुदरा भाव का ववरण<br />

प रिश ठ-‘ब’ पर संल न है।<br />

ी अ य : आप प र पर संल न से संतु ट ह या पूरा पढवाऊं <br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी, खा एवं नाग रक आपूित): माननीय अ य<br />

महोदय, जैसा आप हकम करगे। ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(10)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

एक माननीय सद य: पढ़ा द, मं ीजी खुश हो जायगे।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी, खा एवं नाग रक आपूित): इस कार वेट हटाने<br />

के बाद दनांक 15.03.2010 तक के थोक मू य म 5.50 पये ित क ा एवं खुदरा<br />

मू य म 6 पये ित क ा तक क कमी आयी है।<br />

(3) जी नह ं, सरकार ारा भारत सरकार के आदेश दनांक 26.08.2009 के<br />

िनदशानुसार रा य म बोगस राशन काड िनर त करने के िलए<br />

येक जले म दनांक<br />

01 अ टूबर, 2009 से 31 दस बर, 2009 क अविध म एक ‘सघन अिभयान’ चलाया<br />

गया। इस अिभयान म वतमान म चिलत राशन काड क जांच क गई है। रा य म<br />

4486 बोगस राशन काड पाये गये, ज ह िनर त कया गया। जलेवार ववरण<br />

प रिश ठ-‘स’ पर संल न है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): माननीय अ य महोदय, यह सवाल 16 लाख 52<br />

हजार उन बी.पी.एल. प रवार से स ब धत है जनको सरकार 500 ाम ित प रवार<br />

के अनुसार साढ़े तरेह पये कलो म चीनी देती है। मं ी महोदय, म जानना चाहंगा ू<br />

आपने जो प रिश ठ-‘अ’ पर मुझे सूची द है क आपका आबंटन, उठाव और वतरण पूरे<br />

राज थान म अ ैल के अ दर आबंटन रहा 7456 वतरण रहा 3904, मई म आबंटन<br />

7456 वतरण 3773, जून म आबंटन 7456 वतरण 3920, जुलाई म आबंटन 7819<br />

और वतरण 2525 रहा।<br />

Ars/usc/1120/25032010/1c/1<br />

यािन म सारे पढंगा ू समय लगेगा। बी पी एल प रवार को देय चीनी का उठाव,<br />

अ य महोदय, जहां भाव के अ दर तीन गुना अ तर हो वहां सरकार ने बी पी एल क<br />

चीनी के उठाव को मा कया 31 परसट। म पूछना चाहता हं क इन ू<br />

या बुरा कया था धौसा, धौलपुर, चू ,<br />

क<br />

31 परसट म भी<br />

तापगढ़ आपने जीरो, जीरो, जीरो। मतलब<br />

आपने इन आ दवासी जल के अ दर जो सूची द है, दौसा के अ दर अ ेल म उठाव<br />

000, मई म 000, धौलपुर म 000, यह 000 से पूर तािलका भर पड़ है। अगर<br />

आपको िमल ने चीनी कम द तो<br />

ितशत जीरो से लेकर सात ितशत रहा<br />

साढ़े तेरह<br />

ी अ य<br />

या बुरा कया था इन जल ने जनम उठाव का<br />

: लाख म है इसिलए 000 तो लगाना ह पड़ेगा ना।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): मतलब एक कलो भी नह ं, एक कलो भी लेवी क<br />

पये कलो क चीनी वहां के बी पी एल प रवार को नह ं िमली। यह तो<br />

आपक असिलयत है। तो म जानना चाहंगा क या ू यह सह है क 4 नव बर, 2009<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(11)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

को राज थान रा य उपभो ता संघ के एम ड ने आपको प िलखा और यह कहा क<br />

जन चीनी िमल से चीनी आनी चा हए उनसे चीनी नह ं आ रह और आपने उसके<br />

स ब ध म या या यास कया, यह बताएं। जन ड एस ओ ने, अ य महोदय, यह<br />

मामला बड़ा ऊँ चा है, यह सीधा कॉनफे ड ड एस ओ के मा यम से चीनी िमल से चीनी<br />

उठाता है और जन ड एस ओ ने चीनी ब कु ल नह ं उठाई उनके व आप या<br />

कायवाह करना चाहते ह न बर-1।<br />

न बर-2, आपने कहा क वैट आपने आयाितत चनी पर हटाया, ख ड-2 म आप<br />

यह फरमा रहे ह क उससे भाव म कमी आ गयी साढ़े पाँच पये कलो और छह पये<br />

कलो। अ य महोदय, इसम एक तािलका द है इ ह ने, उसम 27.1.2010 को जब आप<br />

वैट हटा रहे ह, थोक मू य था 3900 और खुदरा मू य था चार हजार पये<br />

वंटल फर<br />

15.2.2010 यािन डेढ़ मह ने तक मा पचास पये म खुदरा मू य म फक पडा और<br />

आप कहां से आंकड़े ले आए, साढ़े पाँच पये चीनी स ती हो गयी। म पूछना चाहता हं ू<br />

क राशन क चीनी, इसको आपने कतना स ता कया या आपने राशन क चीनी म<br />

एक पैसा भी कम कया या और अगर आपने वैट हटाया, तो आयाितत चीनी पर वैट<br />

हटाया, आपने देशी चीनी पर वैट हटाया क नह ं हटाया और नह ं हटाया तो य नह ं<br />

हटाया उसके बारे म भी आप कह। म एक सवाल पूछना चाहता हं। ू<br />

ी अ य : कतने पूछे ह कु ल<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): बस एक सवाल और।<br />

ी अ य<br />

: कु ल कतने पूछे ह पूिछए।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): या यह सह है क जून 2009 म रा य म चीनी<br />

का भाव 22-23 पये कलो था जो जून 2010 म बढ़कर 42-44 पये हो गया अ य<br />

महोदय, म मेरे ख ड-3 के बारे म बाद म पूछ लूंगा, इनका उ तर दलवाएं और म<br />

ाथना क ं गा.......<br />

ी अ य<br />

: आपने कतने पूछे ह, यान है या<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह भी है इसम।<br />

ी अ य<br />

का दे देता हं। ू<br />

: माननीय मं ी जी जवाब द।<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): अ य महोदय, म भी ....<br />

ी अ य : पहले मूल नकता का जवाब आ जाए।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): पहले मूल<br />

नकता<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): अ य महोदय, म भी नकता हं ू<br />

...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(12)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): ओवर डोज हो गया ओवर डोज।<br />

ी अ य<br />

जाए ना, इतने<br />

: मालूम है जनका नाम है, आपको समय दंगा। ू इनका उ तर तो आ<br />

न एक साथ कर लगे तो जवाब नह ं दे पायगे।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): जवाब तो एक को ह कोन दे।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): अ य महोदय,<br />

तारानगर से आने वाले माननीय सद य ने िन<br />

त प से जो हमने इनको सूचना द है,<br />

उसके आधार पर इ ह ने जो उठाव क थित पर िच ता य त क है। अ य महोदय,<br />

सबसे पहले तो म इस सदन को यह जानकार देना चाहंगा ू क यह जो भारत सरकार से<br />

31 माच,2001 तक सभी कार के ...( यवधान)...<br />

चालू हो रहे ह।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, फर झगड़ा चालू होगा, 2001 से<br />

ी अ य<br />

: लीज, जवाब सुनना पड़ेगा आपको ...( यवधान)... जवाब सुनना<br />

पड़ेगा। ी राजे राठौड़ (तारानगर): सवाल म 2010 म कर रहा हं ू, 2001 से चालू हो<br />

गये<br />

ी अ य<br />

: लीज, लीज, माननीय सद य, जवाब तो सुनना पड़ेगा।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): माननीय सद य,<br />

पाइंट वाइज जवाब दंगा ू पाइंट वाइज। यह सह है क चीनी का उठाव जो माननीय<br />

सद य ने बताया है िन त प से अ य महोदय, भारत सरकार ारा चीनी क िमल<br />

महारा , गुजरात, राज थान म एक िमल है, यह भारत सरकार ारा आवं टत क हई ु<br />

है। अ य महोदय, यह लेवी चीनी, जो माननीय सद य ने न पूछा है यह ह दु तान<br />

म शु हई ु<br />

2001 से, पहले तो सभी तरह के लोग को इसका लाभ िमलता था<br />

...( यवधान)... आप सुनना नह ं चाहते, अजीब आदमी हो, सुिनये, एक एक बात का<br />

जवाब दंगा। ू सुन तो ली जए। ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, मेरा<br />

आपसे िनवेदन यह है क नकाल म न तो नीित स ब धी न पूछे जाते ह न नीित<br />

स ब धी जवाब दये जाते, न प ट करण कये जाते,<br />

नकाल म माननीय सद य क<br />

शंकाओं का समाधान कया जाता है। सीधा सीधा पूछा है क प ह जल म उठाव 000<br />

हुआ है इसका कारण या है। म ी जी, 2001 म जाने क कोई ज रत नह ं है। आप<br />

नीित स ब धी जवाब यहां नह ं दे सकते। आपको उनके<br />

कृ पया वह क रए।<br />

न का प ट करण करना है<br />

ी अ य : नकता को स तु ट करने का यास कर रहे ह ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): और उसके िलए म ी भी अगर चाहे तो आधे<br />

घ टे क चचा क जा सकती है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(13)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): जैसा माननीय सद य<br />

पूछ रहे ह एक एक<br />

न का जवाब दे रहा हं। ू<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हां बोिलए, 2001 पर मत जाओ।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): म िनवेदन कर रहा हं ू<br />

अ य महोदय, जो भारत सरकार ारा चीनी िमल आवं टत क गयी ह उन चीनी िमल<br />

ारा जतना हम आवंटन कया गया, उन चीनी िमल ारा वह चीनी हम उपल ध नह ं<br />

करवाई गई है। हमने हमार तरफ से जो जो यास कर सकते थै, राज थान म कानफे ड<br />

के मा यम से, थोक व े ता हमारा कानफे ड है और उपभो ता संघ है। इनके मा यम से<br />

हम चीनी का उठाव करते ह ले कन म यह कहना चाहंगा अ य ू महोदय, यह 2001 म<br />

जो माननीय सद य ने पूछा है यह चीनी बी पी एल के िलए शु हई ु है ह दु तान म<br />

वह चीनी आज कल भारत सरकार नह ं दे रह है और 2001 से जब से शु हई अ य ु<br />

महोदय, जब से म िनवेदन करना चाहंगा ू , यह सह है क इस वष जो माननीय सद य<br />

ने पूछा है अ ेल 2009 से दस बर 2010 तक हम भारत सरकार ारा जो चीनी िमल<br />

है।<br />

ारा जो आवंटन हई ु , आवंटन होने के बाद ...( यवधान)...<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): आपक है भारत सरकार हमार थोड़े ह<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): जो हम चीनी और<br />

जना हमने उनको ा ट दया, उस ा ट के अनुसार जतना उ ह ने हम उपल ध<br />

करवाया वह चीनी हम उ ह ने जो उपल ध कराई उतनी उठा नह ं पाये हम ले कन<br />

अ य महोदय, जब यह लेवी चीनी शु हई थी ु<br />

2001 से, जब एन ड ए क सरकार थी<br />

तब हमारा 2001-2002 म उठाव था पचपन परसट, 2002-2003 म उठाव था तीस<br />

परसट, 2003-04 म था 6.15 परसट ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): जीरो ितशत था हमने तो ब कु ल नह ं कया।<br />

आप मेरा जवाब द जए ...( यवधान)... अ य महोदय, यह या तर का हआ ु<br />

...( यवधान)... म 2010 म कर रहा हं। ू<br />

2001 क<br />

ी बंशीधर ख डेला (ख डेला): फर तो 1947 से चालू होओ आप, फर तो 1947<br />

से डाटा दलाइये इनसे।<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): सवाल यह नह ं है, सवाल इतना ह है क<br />

जस समय चीनी का भाव दस पये कलो था और बाजार म तेरह पये कलो िमल रह<br />

थी तो बी पी एल को जबद ती उठाकर तेरह पये कलो म देते या, आज चीनी का<br />

भाव चालीस<br />

पये कलो है और 12.50 पैसे म उस समय चीनी िमल मािलक से<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(14)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

ं<br />

िमलकर राज थान क सरकार ने चीनी नह उठाई। इसका जवाब द जए ...( यवधान)...<br />

यह जवाब द जए।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): अ य महोदय,<br />

माननीय उप नेता महोदय ने जैसा बताया ...( यवधान)... उप नेता महोदय, चीनी िमल<br />

ारा हम उपल ध नह कराई गई।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): य नह कराई गई, यह जवाब दो<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): कसका कसूर है, सरकार म आप बैठे हो, द ली<br />

म आपक सरकार, राज थान म आपक सरकार, कसका कसूर है<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): य नह उठाई चीनी<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): अ य महोदय,<br />

हमने, राज थान सरकार ने जब चीनी हम उपल ध नह हो रह , कानफे ड ने हम िलखकर<br />

दया क हम ा ट बनाते, ा ट बनाने के बाद िमल के पास म जाते ह और िमल हम<br />

वह चीनी उपल ध नह करवा रह ह। राज थान सरकार ने अ य महोदय, 9 मई<br />

2009 को हमने भारत सरकार को िलखा और भारत सरकार को यह िलखा क जो<br />

आपने िमल हम आवं टत क ह यह िमल हमार एजे सी जाती है और यह िमल हम<br />

चीनी उपल ध नह करवा रह है। हमने 9 मई को िलखा अ य महोदय ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): सरकार आपक है, यहां आपक सरकार है<br />

कसको िलख रहे ह आप<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): भारत सरकार को<br />

िलख रहे ह। ...( यवधान)...<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): के क सरकार वह श कर को बाजार म<br />

बेच रह है इसिलए इनको नह दे रह है।<br />

ी अ य : वरा जये आप, वरा जये।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): मेरे समझ म नह आ<br />

रहा माननीय सद य ने पूछा ...( यवधान)...<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): वह सरकार के म जो आपक सरकार है<br />

वह माकट म सेल कर रह है ...( यवधान)... इसिलए आपको नह िमल रह है, स ते<br />

भाव म वहां बेच रह है । ...( यवधान)...<br />

ी अ य : नकता ी दग बर िसंह ।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): बारह पये म तो वो वदेश को िनयात<br />

कर रह है और कह रहे ह क हमको चीनी उपल ध नह हो रह है ।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(15)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): अ य महोदय, माननीय तारानगर से आने<br />

वाले सद य ने तो माह अ ेल म ह अटका दया मं ी महोदय को। अगर माह अग त म<br />

आप जायगे तो इसम जीरो, जीरो क सं या इतनी यादा है क ततीस म से आधे से<br />

यादा जल म उठाव हआ ह नह ं ु 1 अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी महोदय<br />

से जानना चाहंगा ू क आपक कौनसी तो है डिलंग एजे सी है जो उठाव करती है<br />

vns/usc/11.30/25.3.2010/1d/अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं/1<br />

करगे।<br />

और इसक फाइनिशयल पोजीशन या है, यह मं ी महोदय बताने का यास<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): नह ं बतायगे यह..( यवधान)<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): एक ोट शन चा हये।<br />

अ य महोदय, मुझे आपसे ोट शन चा हये। जो माननीय सद य पूछ रहे ह एक-एक<br />

सद य का म जवाब दंगा ू तब तो उसे मेरा..<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): या जवाब दोगे <br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): पाइंटेड जस तरह से<br />

पूछ रहे ह उसी म जवाब दंगा। राजे ू राठौड़ जी ने पूछा चीनी का उठाव कम य हो<br />

रहा है। चीनी के उठाव के िलये हमार एजे सी ने ा ट बनाया। एजे सी ा ट लेकर उन<br />

िमल के पास गयी। िमल ने कहा बताते ह क हमारे पास चीनी उपल ध नह ं है।<br />

<br />

जतनी उ ह ने हमे चीनी द हमने उतनी पूर चीनी का उठाव कया।<br />

दे रहे हो..<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): माननीय अ य महोदय, वह एजे सी कौनसी है<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): आप जवाब नह ं आने<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): एजे सी का फाइनिशयल टे्टस या है इसको<br />

आप सदन म... ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

के वल दग बर िसंह जी।<br />

: म आपको अलाऊ नह ं कर रहा हं। ू के वल दग बर िसंह जी को।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): म एक-एक सद य<br />

का जवाब देना चाहता हं ू..( यवधान)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(16)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जी...<br />

ी अ य<br />

: नह ं-नह ं, म आपको अलाऊ नह ं कर रहा हं। ू के वल दग बर िसंह<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): 000<br />

ी अ य<br />

: के वल दग बर िसंह जी। के वल दग बर िसंह जी..( यवधान)<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): 000<br />

ी अ य<br />

: के वल दग बर िसंह जी। के वल दग बर िसंह जी।<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): मने बल कु ल पन पाइंट पूछा है मं ी महोदय से<br />

क..( यवधान)<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ी अ य<br />

: के वल दग बर िसंह जी। म अलाऊ नह ं कर रहा हं आपको। अलाऊ<br />

ू<br />

नह ं कर रहा हं। अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा।<br />

ू<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): 000<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): 000<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा है। के वल दग बर िसंह जी..( यवधान)<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): 000<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा है। अं कत नह ं होगा। के वल दग बर िसंह जी..<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं हो रहा। के वल दग बर िसंह जी।<br />

अं कत नह ं हो रहा है। माननीय सद य, बहत व र ठ ु सद य हो, आप समझते ह।<br />

यव था बनाये रख। के वल दग बर िसंह जी को अलाऊ कया है।<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): माननीय अ य महोदय, म पन पाइंट पूछ<br />

रहा था मं ीजी से<br />

क कौनसी आपक हडिलंग एजे सी, उसका नाम या है और उसका<br />

फाइनिशयल टे्टस या है। य क अ ेल का आपने बताया...<br />

ी अ य<br />

: तो ठ क बताया आपने सवाल कर िलया..<br />

000 अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(17)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): अग त का मने बताया आधे से यादा जल म<br />

एक कलो चीनी का उठाव नह ं हआ तो ऐसा तो नह ं क आपक हडिलंग एजे सी<br />

ु<br />

बल कु ल फक र पड़ हो। उनके पास ह धेले नह ं हो और वह खर दने क<br />

थित म नह ं<br />

हो। यह िमलकर उस चीनी को बाजार म जो भाव यादा बढ़े उस पर लैक म बेचने के<br />

िलये उ ह ने उसको मजबूर कया।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): अ य महोदय,<br />

हमार हडिलंग एजे सी राज थान रा य सहकार उपभो ता संघ िलिमटेड है, कॉनफे ड..<br />

ी अ य<br />

: वह फक र नह ं है।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): और उसक जतनी<br />

भी शाखाएं ह चाहे य व य सहकार सिमित हो, सहकार उपभो ता भ डार हो,<br />

कापरे टव माक टंग हो..<br />

ी न दलाल मीणा ( तापगढ़): 000<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): सहकार<br />

उपभो ता..( यवधान) आप जवाब नह ं आने देते।<br />

नह ं आ रहे मुझे यह या तर का है जवाब तो आने दो।<br />

न पूछना चाहते ह सद य, समझ म<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): उसक व तीय थित बता दो।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): यह बात सह है<br />

हमारा जो कॉनफे ड है उसक आिथक<br />

ी न दलाल मीणा ( तापगढ़): 000<br />

थित यादा सु ढ़ नह ं है।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): अ य महोदय,<br />

इसके िलये अभी हमारे खा वभाग ने कॉनफे ड को सहका रता वभाग को 5 करोड़ पये<br />

बना याज के 6 मह ने के िलये दये ह और इसिलये 5 करोड़ पये दये ह क वह<br />

अपनी<br />

थित मजबूत करे।<br />

तारानगर से आने वाले माननीय सद य ने पूछा, आपने कहा राज थान सरकार<br />

क ज मेदार बनती थी उ ह ने चीनी नह ं द । चीनी नह ं द तो राज थान सरकार ने<br />

अपनी ओर से<br />

या यास कया म माननीय सद य को बताना चाहता हं क जब ू<br />

चीनी कॉनफे ड को नह ं िमल रह थी तो हमने भारत सरकार को जानकार द । उपभो ता<br />

भ डार ने आकर कहा हम ा ट बनाकर ले जा रहे ह। म ा टस क सूची भी लाया हं। ू<br />

इसके बाद भी हम चीनी नह ं िमली तो हमने सबसे पहले 14.6.2009 को उप िनदेशक,<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(18)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

शुगर िमल कृ ष भवन, नयी द ली को प िलखा। हमने कहा क राज थान को जो<br />

आपने िमल दे रखी ह वह हम चीनी नह ं दे रह ह इसिलये लेवी चीनी का हम उठाव<br />

नह ं हो रहा है। लेवी चीनी िमल नह ं रह है, बी पी एल को चीनी नह ं िमल रह है।<br />

अ य महोदय, इसके अलावा हमने 4.8.2009 को पुन: भारत सरकार को दखा और<br />

उसके बाद लगातार हम फॉलो करते रहे। 5.11.2009 को भी हमने वापस भारत सरकार<br />

को प िलखा। हमने कहा यह िमल बदल दो। जो िमल आपने द ह, बहत सी िमल तो<br />

ु<br />

बंद ह। उ ह ने कहा िमल तो यह पुरानी 2001 से चल रह है। बहत सी िमल बंद है।<br />

ु<br />

िमल 2001 म आवं टत क है। इसके अलावा म िनवेदन कर रहा हं ू 17.3.2010 को<br />

हमने प िलखा और उसम िलखा..( यवधान)<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): 000<br />

ी अ य<br />

: जवाब आ गया।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): 6-7 बार..<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): 000<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य..( यवधान) माननीय सद य..<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): 000<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय अ य महोदय, दो बात साफ हो<br />

गयीं। माननीय मं ीजी ने प ट प से वीकार कया क जो हमको चीनी, लेवल चीनी,<br />

दो कार का मू य है। लेवी चीनी देनी पड़ती है। भारत सरकार उन क पनीज को लाभ,<br />

जो चीनी राज थान को आवं टत हई ु वह चीनी राज थान क सरकार को चीनी िमल ने<br />

नह ं द और आप चीनी नह ं उठा सके , एक।<br />

द ..<br />

ह।<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): पूर नह ं द , जतनी<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हां-हा, उठा नह ं सके ।<br />

दसरा ू , आपने का क भारत सरकार ने ऐसी िमल आवं टत कर द जो िमल बंद<br />

तीसरा, यह बी पी एल क चीनी थी। आपने नह ं कागज उनको िलखे, आप वहां<br />

गये, जाकर मं ी से िमले नह ं। आरोप है..<br />

ी अ य : न है क आरोप है <br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आरोप लगा रहा हं। ू<br />

ी अ य : न पूछ लो आपको पूछना है तो।<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(19)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): सारा का सारा काम गर ब को लूटने के िलये<br />

राज थान सरकार क लापरवाह , भारत सरकार क िमलीभगत और राज थान म बी पी<br />

एल प रवार के साथ धोखाधड़ आप लोग ने क है। अ य महोदय, यह सारा लूट हआ ु<br />

है और इसिलये राज थान सरकार<br />

ारा गर ब वरोधी नीित, बी पी एल प रवार के<br />

वरोध वाली नीित के व एक बार सार भारतीय जनता पाट ब हगमन करती है और<br />

हम संतु ट नह ं ह मं ी से।<br />

(भारतीय जनता पाट के सद य का सदन से ब हगमन)<br />

ी बाबूलाल नागर (रा य मं ी,खा एवं नाग रक आपूित): उप नेता महोदय ने<br />

जैसी सदन को जानकार द ऐसी बात नह ं है। म वयं भारत सरकार से जाकर िमला<br />

हं। के ू<br />

य मं ी से िमला हं ू और यहां तक ह नह ं जब धान मं ीजी ने मु यमं य क<br />

मी टंग ली ता राज थान के मु यमं ी जी ने धानमं ी को भी यह आ ह कया क हम<br />

आवं टत जो िमल ह यह चीनी नह ं दे रह ह। हमने पूरा यास कया। 2001 म एन ड<br />

ए क गवनमट थी उसने पूरे ह दु तान म सबको जो चीनी िमलती थी उसको बंद<br />

कया, खाली लेवी चीनी 2001 म शु क । 2001 से आज तक पछली सरकार म<br />

चीनी इनको नह ं िमल पायी। हमने यास कया और पहले से उठाव हमने यादा कया।<br />

म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू ..<br />

ी पेमाराम (धोद): 000<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त कर।<br />

ी पेमाराम (धोद): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ी भगवान सहाय सैनी।<br />

ी पेमाराम (धोद): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। ी भगवान सहाय सैनी।<br />

रा य बागवानी िमशन म अिनयिमतताओं क जांच<br />

183, ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): या कृ ष मं ी यह बताने क कृ पा करगे:-<br />

1. या यह सह है क रा य बागवानी िमशन, 2005-06 तथा 2006-07 म<br />

अिनयिमतता/घोटाले हए थे ु<br />

क मेज पर रखे।<br />

य द हां, तो त या मक जांच रपोट स हत ववरण सदन<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(20)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

2.रा य बागवानी िमशन के अ तगत उ त वष म हए ु घोटाले /अिनयिमतताओं<br />

म कन- कन अिधका रय क ज मेदार तय क गयी दोषी अिधका रय क सूची<br />

स हत ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

3. या यह सह है क उपरो त अविध के दौरान सहका रता वभाग के मा यम<br />

से अनुदान पर कसान को क टनाशक व<br />

कु ल कतना क टनाशक रसायन मय क मत के व<br />

मेज पर रख।<br />

य कये जाते थे य द हां, तो उ त वष म<br />

य कया गया ववरण सदन क<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): (1) रा य बागवानी िमशन म कायालय<br />

सहायक िनदेशक उ ान, जयपुर एवं झालावाड़ म अिनयिमतता/घोटाला होने क िशकायत<br />

ा त हई ु थी..( यवधान)<br />

पायगे।<br />

ी अ य<br />

: आप शांित रखगे तब सुनाई आयेगा। आप शांित रखगे तब सुन<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): शांित तो उधर है हम कहां रखे साहब।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): शांित से तो सुनोगे जब सुन रहे हो तो।<br />

िशकायत क जांच करवायी गयी। जांच रपोट एवं क गयी कायवाह से<br />

स बंिधत प एवं आदेश क ितयां संल न है। कायालय सहायक िनदेशक उ ान,<br />

जयपुर से स बंिधत....<br />

ी अ य<br />

: कह ं असु वधा हो तो इसका उपयोग कर ली जये आप।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): करण क ाथिमक पुिलस म भी दज<br />

करवायी गयी थी। जसम यायालय ारा अंितक ितवेदन वीकार कया जा चुका है।<br />

इसी कार रमेश नसर ,<br />

ीमाधोपुर, जला सीकर ारा मापद ड के वपर त पौध क<br />

कायालय सहायक िनदेशक उ ान, ट क एवं िच तौड़गढ़ को आपूित करने क िशकायत<br />

ा हई ु थी। इस म म करवायी गयी जांच एवं क गयी कायवाह से स बंिधत प<br />

क ितयां संल न है।<br />

सहकार सिमित, बीलवा क सहकार िनर क ारा क गयी जांच रपोट एवं<br />

संयु त र ज ार सहकार सिमितयां, जयपुर ारा क गयी सहकार सिमितय क जांच<br />

रपोट इस वभाग को ा त हई ु थी, जो पंजीयक सहकार सिमितयां जयपुर को आव यक<br />

कायवाह हेतु िभजवाई गयी है। िलखा गया प एवं जांच रपोट क फोटो ित संल न<br />

है।<br />

याम/चौहान <strong>25.03.2010</strong> 11.40 1e<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(21)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ख ड (2). थम टया िन न कािमक क ज मेदार तय क गयी:-<br />

1. ी ई वर लाल यादव, त कालीन सहायक िनदेशक उ ान, जयपुर।<br />

2. ी ओम काश यादव, त कालीन कृ ष अिधकार , कायालय सहायक िनदेशक<br />

उ ान, जयपुर।<br />

3. ी मोहनलाल वमा, सहायक कृ ष अिधकार , कायालय सहायक िनदेशक<br />

उ ान, जयपुर।<br />

4. ी गोपाल कु मावत, कृ ष पयवे क, कायालय सहायक िनदेशक उ ान, जयपुर।<br />

5. ी सुनील कु मार जैन, त कालीन सहायक िनदेशक उ ान, झालावाड़।<br />

इन कािमक के व अनुशासना मक कायवाह हेतु कृ ष वभाग को प रपूण<br />

ताव िभजवाये गये थे। इसके अित र त कायालय सहायक िनदेशक उ ान, जयपुर के<br />

करण म पुिलस थाना िश ा पथ, मानसरोवर, जयपुर म थम सूचना रपोट भी दज<br />

करवायी गयी थी। इनम से ी मोहन लाल वमा, सहायक कृ ष अिधकार एवं ी गोपाल<br />

लाल कु मावत, कृ ष पयवे क के व आयु त कृ ष ारा सीसीए-16 म आरोप प जार<br />

कये ह। करण म िश ा पथ पुिलस थाना, जयपुर म दज थम सूचना रपोट म पुिलस<br />

अनुसंधान के प चात अंितम ितवेदन यायालय म वीकार कये जाने के म य नजर<br />

ी ई वर लाल यादव, त कालीन सहायक िनदेशक उ ान, जयपुर के व ता वत<br />

जांच करण आयु त कृ ष के आदेश मांक 3100-104 दनांक 15.10.2009 के ारा<br />

समा त कया जाने का िनणय िलया गया है। ी ओम काश यादव, कृ ष अिधकार के<br />

व ता वत अनुशासना मक कायवाह का करण रा य सरकार/ कृ ष आयु तालय<br />

तर पर वचाराधीन है।<br />

ी पेमाराम (धोद): अ य महोदय, वाकई म सुनाई नह ं दे रहा है<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य : आपस म चचा नह ं।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): इसके अलावा त कालीन सहायक िनदेशक<br />

उ ान, झालावाड़, ी सुनील कु मार जैन के व आरोप नह ं बनने के कारण उप शासन<br />

सिचव, कृ ष ( ुप-1) वभाग ारा करण समा त कर दये गये।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): कस- कस को समझाओगे आप।<br />

ी अ य : उठ गये, उठ गये।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): उठ गये।<br />

ीमती बीना काक (म हला एवं बाल वकास मं ी): आपक नजर मेरे पर ह है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(22)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): मेर नजर और कहां पड़ेगी। लंदन से आप ह<br />

आयी हो, ल स साबुन से जो नान करते ह उन पर ह हमार नजर जाती है<br />

...( यवधान)...<br />

ीमती बीना काक (म हला एवं बाल वकास मं ी): रखना नजर।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): (3). जी हां, यह सह है क वष 2005-06 व<br />

2006-07 म रा य बागवानी िमशन योजना के अंतगत सहका रता वभाग के मा यम<br />

से कसान को अनुदान पर पौध संर ण रसायन उपल ध कराये जाते रहे ह।<br />

उ त अविध म िन न कार पौध संर ण रसायन य व य सहकार<br />

सिमितयां/ ाम सेवा सहकार सिमितय के मा यम से उपल ध कराये गये ह:-<br />

.सं. वष पौध संर ण रसायन कु ल क मत(रािश . उपल ध करवाया<br />

क मा ा लीटर/ लाख)<br />

अनुदान (रािश . लाख<br />

क ा.<br />

1. 2005-06 146163.26 382.69 293.36<br />

2. 2006-07 230269.54 382.87 254.41<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी<br />

महोदय को पूछना चाहंगा क ू 2005-06 और 2006-07 म मेरे िनवाचन े चौमूं म<br />

कन- कन फसल पर क टाणु नाशक रसायन पर कतने कसान को अनुदान दया।<br />

दसरा ू , रा य बागवानी िमशन के अंतगत क टाणु नाशक रसायन पर अनुदान उपल ध<br />

कराने के<br />

या ावधान ह। मं ी महादेय ने भी जवाब म दया है क सहकार वभाग<br />

ारा अनुदान जार कये गये। अनुदान कृ षक को सहकार वभाग या कृ ष वभाग<br />

कसके ारा दये जाते ह।<br />

अ य महोदय, म िनवेदन करना चाहंगा क कृ ष वभाग अनुदान देता ह<br />

ू<br />

जसको कॉपरे टव के ारा बंटवारा कया जाता है। कसान पहले तो कृ ष अिधका रय के<br />

पीछे-पीछे जाकर के आवेदन दे, वह अपना आवेदन स शन कराये और फर वह<br />

कॉपरे टव के मा यम से बंटे। दो-दो एजिसय के च कर लगाकर इतना अनुदान नह ं<br />

िमलेगा जतना तो उसके च कर काटने म समय खराब हो जाता है और इतना नुकसान<br />

होता है। य नह ं इसक एक ह एजसी हो। कृ ष मं ालय से, कृ ष वभाग से ह इनको<br />

अनुदान रािश य नह ं वतरण हो। अ य महोदय, मेरे पूरक न का उ तर दलवाय।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): अ य महोदय, कसान क सु वधा के िलए<br />

यह यव था क गयी थी क वहां पर जो कृ ष सुपरवाइजर ह वह कॉपरे टव सोसायट<br />

को िलखकर के दे क इनको इतना रसायन दे दया जाये और उस रसीद पर, उसके<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(23)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िलखने के बाद जो ड लर दवाइयां उनको देगा उन पर सीधा कृ ष वभाग उसको अनुदान<br />

देता है और वह अनुदान काटकर के वह ड लर स लाई करता है जससे कसान को<br />

सु वधा होती है।<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, 2005-06 और 2006-07 म<br />

मेरे वधान सभा े चौमूं म कन- कन फसल पर क टनाशक रसायन पर कतना<br />

कसान को अनुदान दया गया।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): यह चौमूं के िलए अलग से नह ं पूछा था,<br />

सवाल म नह ं है। सवाल म राज थान का है। सवाल चौमूं का नह ं है।<br />

वह ं से आते ह।<br />

ी अ य : इनका सवाल चौमूं का ह है।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): या<br />

ी अ य : चौमूं के िलए ह पूछ रहे ह माननीय सद य।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): नह ं, यह तो पूछ रहे ह ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय सद य भगवान सहाय जी चौमूं है<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): कोई चौमूं का न नह ं है ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): चौमूं का ह सवाल है और चौमूं क जानकार<br />

चाहते ह ...( यवधान)...<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): उप नेता महोदय आप भी चौमूं से रहे ह।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): म भी रहा हं ू ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय उप नेता महोदय, सद य चौमूं नह ं ह, चौमूं से<br />

आने वाले ह ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हां, चौमूं से आने वाले माननीय सद य<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): ऐसा है उप नेता महोदय, पेिश फक सवाल<br />

अगर चौमूं का होता तो म आपको अलग से सूचना देता।<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): चौमूं का है।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): इसम जो कायवाह क गयी ह, जहां-जहां से<br />

िशकायत ा त हई ु ह, जनक जांच हई ु ह वह सार रपोट मने मे बर को स लाई कर<br />

द है।<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, यह आंकड़े तो बाद म ले लूंगा।<br />

म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहंगा क मामला<br />

ू<br />

2005-06 और 2006-07 का है<br />

और अभी भी आप कह रहे ह क कायवाह ता वत है। य इन अिधका रय को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(24)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बचाया जा रहा है1 इसम आपने जवाब म दया है सिमित गोदाम पर बना उतारे ह<br />

सिमित के तो टॉक र ज टर म दज करके पुन: कृ ष वभाग उ ान को भेजना दशाया<br />

गया है जो क गंभीर क म क अिनयिमतता है, बाक इसी म िलखा है 59 न बर के<br />

पेज पर जो उ तर दया है क सिमित राजफै ड से बना एनओसी िलये ाइवेट ड लर से<br />

कृ ष खा ा न खर द जो सहकार वभाग के सकू लर 1397 के व है, इसी तर के क<br />

गंभीर अिनयिमतता होते हए भी चार साल से इसको<br />

नह ं इन अिधका रय को इसम पिनशमट दया जाये।<br />

याओं म उलझा रखा है। य<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): अ य महोदय, जैसा माननीय सद य ने<br />

सहकार वभाग क रपोट का मामला उठाया है, वाइंट र ज ार, सहकार सिमितय ने<br />

जो जांच क है, वह जांच रपोट मने माननीय सद य को उपल ध करवायी है। उस जांच<br />

रपोट के हसाब से इस मामले म कायवाह नह ं हई ु , यह म वीकार करता हं ू और<br />

माननीय सद य एवं सदन को आ व त करता हं क इस संबंध म अिधकार चाहे<br />

ू<br />

वािनक वभाग के ह , चाहे हा टक चर के हो, इसम कसी भी तरह क कोई गड़बड़<br />

सा बत हई तो उनके खलाफ कायवाह<br />

ु क ं गा। चाहे कोई भी कतना बड़ा अिधकार य<br />

नह ं हो।<br />

...( यवधान)...<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, कब तक ...( यवधान)...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अ य महोदय, अरब पय को घोटाला है<br />

ी अ य<br />

कतने दन म।<br />

: पहले जवाब आ जाये ...( यवधान)...<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): अ य महोदय, समय िनधा रत कर, कब तक<br />

ी अ य<br />

: आप बराज, जवाब सुिनये।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): यह काफ लंबा-चौड़ा मामला है म इसको<br />

वीकार करता हं। यह पुराने टाइम का घोटाला<br />

ू है और इसम जतने भी ...( यवधान)...<br />

jyg/usc/25.3.10/11.50/1f<br />

...( यवधान)...<br />

से मत जाने दो।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): पुराने टाइम का है इसिलए रगड़ दो, मौका हाथ<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): यह हमार मंशा नह ं है। ...( यवधान)... ऐसी<br />

मंशा रा य सरकार क नह ं है मगर गलती होगी तो ह उन पर कायवाह होगी। यह नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(25)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

क पुरानी सरकार का है।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): समय सीमा तो बताओ।<br />

नकता यह भी पूछ रहे ह क<br />

समय सीमा कतने समय म यह जो घोटाला हआ है इसक जांच होकर दोषी अिधका रय<br />

ु<br />

को कतने समय म आप द<br />

क ं गा।<br />

डत कर दगे।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): ज द से ज द , म कल से यह कायवाह शु<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): यह जवाब ठ क नह ं है माननीय अ य महोदय, यह<br />

ज द से ज द 2005-06-07 का मामला है और यह आ गया 2010। ऐसे आप ल बा<br />

खींचते जाएंगे तो यह अिधकार बचते रहगे, समय सीमा हर चीज क िनधा रत हो।<br />

माननीय मं ीजी, आपने<br />

वीकार कया है। म आपको ध यवाद देता हं आपको इसके<br />

ू<br />

िलए ले कन इसक समय सीमा आप ज र बताएं मेहरबानी करके ।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): माननीय सद य, यह छोटा मामला नह ं है, यह<br />

एक अिधकार का मामला नह ं है, आप सुनो तो सह । ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): कोई तो समय सीमा होगी माननीय अ य महोदय,<br />

ल बा बता दो समय क कतने समय म कर पाएंगे ले कन बता दो समय सीमा, मह ना,<br />

दो मह ना, तीन मह ना कु छ तो बताएं। ...( यवधान)...<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): यह पूरे राज थान का मामला है, एक जगह का<br />

मामला नह ं है। एक अिधकार का मामला नह ं है। एक ड लर का मामला नह ं है इसिलए<br />

इसम कम से कम समय म जतना ज द हो सके गा उस हसाब से जो भी उिचत होगा<br />

करगे। ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): यह मामला तो बहत ु ग भीर मामला है। ऐसे मामले म<br />

खुद मं ीजी कह रहे ह क इतना ग भीर है जसक जड़ देश के अंदर है और यह जांच<br />

तो िनधा रत समय अविध म होनी चा हए, खुद माना है मं ीजी ने।<br />

पहले तो िन<br />

ी अ य<br />

: य द इसम कोई दोषी पाया जाता है तो उसके रटायरमट से पहले-<br />

त प से सज़ा िमल जाएगी, इसक तो आप यव था करना।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): हां, रटायरमट होने के पहले कर दगे, कसी<br />

को यह राहत नह ं िमलेगी क वह रटायर हो जाए और कायवाह नह ं हो।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): अिधका रय का या कसका रटायरमट<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आपके रटायरमट के पहले या अिधका रय के<br />

रटायरमट के पहले<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य : नह ं, अिधका रय , कमचा रय के रटायरमट के पहले।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(26)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सह ।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): माननीय सद य, एक िमनट आप सुनो तो<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): म माननीय मं ीजी से पूछना चाहता हं क यह मामला<br />

ू<br />

ड ओ पी म है या कृ ष वभाग म है, वचाराधीन कस तर पर है<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): वचाराधीन कृ ष वभाग म ह है।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): यह सह नह ं है माननीय अ य महोदय, यह कृ ष<br />

वभाग म है ह नह ं वचाराधीन।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): अब है या क नह ं है यह मुझे जानकार है।<br />

...( यवधान)... म िसफ आपको यह व वास दलाता हं ू ...( यवधान)... ।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, यह मामला ड ओ पी म<br />

वचाराधीन है।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): सवाल इतना है माननीय अ य<br />

महोदय।...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी जवाब दे रहे ह कृ पया वराज।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय अ य महोदय, यह तो फै सला करो क<br />

यह करण कृ ष वभाग म है। के कड़ से आने वाले माननीय सद य कह रहे ह क ड<br />

ओ पी म है।<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी कह रहे ह वह सह माना जाएगा। मं ीजी कह रहे ह तो<br />

अिधकृ त प से कह रहे ह तथा उनक बात तो सह मानी जाएगी।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): तो स ता प के माननीय सद य कह रहे ह ड ओ<br />

पी म है और इसके पास है तो फर पाँच साल य लगगे, यह य नह ं इसको मह ने<br />

के अंदर, पाँच-छह साल पुराना मामला है, जसम जांच हो चुक है तो<br />

य नह ं एक<br />

मह ने म उनका िनपटारा करके जसने अपराध कया है उसको सज़ा द। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: आप सुिनए तो सह । आप जवाब सुिनए तो सह ।<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): माननीय अ य महोदय, म बीच म कह रहा हं क ू<br />

कृ ष वभाग क डमा ड पर माननीय सद य ने बताया क यह मं ी िनदलीय मं ी ह<br />

इसिलए मं ीजी नाराज हो रहे ह इसिलए देर हो रह है।<br />

ी अ य<br />

रहे ह, कृ पया सुिनए।<br />

: आप वरा जए। मं ी मं ी होते ह। ...( यवधान)... मं ीजी उ तर दे<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): माननीय अ य महोदय, यह इतना पुराना<br />

मामला है, उस समय यह सारे हाउस म थे। आपके यह मै बर भी थे। उस समय यह<br />

नह ं बोले और मने इस मामले को उजागर कया। ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(27)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

...( यवधान)... ।<br />

: माननीय सद य, आप जवाब तो सुनो।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): आप तो समय सीमा बता द। एक मह ने, दो मह ने<br />

ी अ य<br />

: जवाब ह सुनने को तैयार नह ं ह।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): या तो सरकार के आ खर स मय तक माननीय<br />

अ य महोदय, यह कसने पूछा क सद य थे क नह ं थे, आप थे या आपने नह ं<br />

पूछा। हमने तो पूछा है। मने कट मोशन कृ ष वभाग का लगाया था और इ ह ने उ तर<br />

दया है क कायवाह चल रह है, जब तक सरकार तब तक चलती रहेगी य क उन<br />

अपरािधय से सारे के सारे मं ी िमले हए ह। ु<br />

ी अ य<br />

: या यह कहा जाए क कायवाह नह ं चल रह है, कायवाह चल रह<br />

है तो यह कहगे क कायवाह चल रह है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): कायवाह इसिलए नह ं हो रह है क उन अपरािधय<br />

से ज ह ने कसान के बागवानी िमशन का पैसा खाया उनसे वह सरकार भी िमली हई ु<br />

थी और यह सरकार और िमला हआ ु है। इसिलए कायवाह नह ं हो रह है।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): माननीय अ य महोदय, इस कार के<br />

अनगल आरोप यह लगा रहे ह, वह सदन क कायवाह से आप िनकलवाइए।<br />

ी अ य<br />

: ए सपंज कर दया जाए, ए सपंज कर दया जाए। ...( यवधान)...<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): म सीधी सी बात कह रहा हं ू<br />

घोटाला है और इससे यादा या होगा ...( यवधान)... ।<br />

ी अ य<br />

िनयम म लगाइए।<br />

क यह बहत बड़ा ु<br />

: आप आरोप नह ं लगा सकते, आरोप लगाते ह तो नो टस देकर<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय अ य महोदय, माननीय मं ीजी खुद कह<br />

रहे ह क बहत ु बड़ा घोटाला हआ ु है, 2005 का है।<br />

ी अ य<br />

: ठ क है, उसक जांच करवा रहे ह। ...( यवधान)... इसम मं ीजी<br />

कहां इ वॉ व ह, इसम मं ीजी इ वॉ व कहां से हो गए जांच करवा रहे ह घोटाला अगर<br />

हआ है तो ु<br />

है।<br />

कायवाह करगे। आप सीधा आरोप लगा रहे ह ...( यवधान)... नह ं यह गलत<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): वभाग के मं ी ...( यवधान)... वभाग म जांच है<br />

और सीमा नह ं बता रहे ह, जब इनके ह वभाग म है, ड ओ पी म नह ं है और इ ह ने<br />

घोटाला वीकार कर िलया है। ...( यवधान)...<br />

अिभ य अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत क गई।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(28)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

: वरा जए, कु छ अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ...( यवधान)...<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): 000<br />

ी अ य<br />

द जए पहले।<br />

: नह ं, नह ं। म आपको अलाऊ नह ं कर रहा हं। उनका जवाब तो आने<br />

ू<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): 000<br />

ी अ य : इस न का या स ब ध है इससे, अलग से उठाइए, इस न से<br />

कोई मतलब नह ं है। इस<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): 000<br />

न से कोई मतलब नह ं है इसका।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): माननीय अ य महोदय, आपके ारा यह<br />

हाउस म आ व त कया क म ज द से ज द ह जांच क ं गा इसक , और य द<br />

माननीय सद य समय सीमा से यह राज़ी होते ह तो म 3 मह ने म जांच क पलीट कर<br />

दंगा। ू<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): वह जांच कर लगे, सूचना गलत द है। आप<br />

सूचना गलत दे रहे ह माननीय मं ीजी, आपने जवाब म कहा है। इसके अलावा<br />

त कालीन सहायक िनदेशक, उ ान, झालावाड़ एवं ी सुशील कु मार जैन के व आरोप<br />

नह ं बनने के कारण से करण समा त कर दया गया है एक। दसरा यह आपने कहा है<br />

ू<br />

क ओम काश यादव, कृ ष अिधकार के व ता वत अनुशासना मक कायवाह का<br />

करण रा य सरकार के तर पर वचाराधीन है। दोन बात ह गलत है। जनको नो टस<br />

दया था उनके खलाफ कायवाह नह ं करने क बात वीकार कर ली और बहत बड़ा ु<br />

मामला है उसको आपने वचारा तक नह ं है। आप कह रहे ह बड़ा मामला है...।<br />

ी अ य<br />

...( यवधान)...<br />

: तीन मह ने म मामला िनपटा दगे, इ ह ने समय सीमा बता द ।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): िनपटा दया न के जवाब म ह ।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): इससे स ब<br />

गलत दे रहे ह। ...( यवधान)...<br />

चल जाएगी।<br />

धत बात का जवाब ह<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): पूर जांच रपोट आएगी तो आपको भी पता<br />

ी अ य : ी ह रिसंह रावत। (अनुप थत)।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): आप तो उ तर दलवा द, आपक यव था है, उ तर<br />

दलवा द मं ीजी से।<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(29)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी उ तर द।<br />

वधान सभा े भीम म वकास काय म िनिमत<br />

थायी एवं अ थाई प रस प यां<br />

करगे:-<br />

284. ी ह रिसंह रावत (भीम): या ामीण वकास मं ी यह बताने क कृ पा<br />

(1) वधान सभा े भीम म गत दो वष म कतने- कतने काय कन- कन<br />

गांव म कराए गए सूची सदन क मेज पर रख।<br />

(2) या सरकार ारा कराए गए उ त काय क समी ा कर येक गांव म<br />

थायी एवं अ थायी प रस प<br />

य द हां, तो कतनी ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

यां अ जत कर ाम वािसय को लाभां वत कया गया है<br />

ामीण वकास एवं पंचायती राज मं ी ( ी भरत िसंह कु दनपुर): (1) वधान<br />

सभा े भीम म गत 2 वष म करवाए गए काय क ामवार सूची प रिश ट-1 एवं 2<br />

पर संल न है।<br />

(2) विभ न योजनाओं के दशा-िनदश के ावधान के अनुसार ाम<br />

पंचायत/ ाम सभा/पंचायत सिमित/ जला प रषद/ जला कले टर/रा य सरकार<br />

वीकृ ितयां जार क जाती है। वकास काय क समी<br />

मू यांकन कया जाता है, इसी आधार पर उ त<br />

ारा<br />

ा के आधार पर ह काय का<br />

ाम म 2644 थायी एवं अ थायी<br />

प रस प यां अ जत कर ामवािसय को लाभां वत कया गया है। ववरण प रिश ट-1<br />

एवं 2 पर संल न है।<br />

ी अ य : कोई माननीय सद य पूरक न पूछना चाहता है<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): अगला न लाव।<br />

ी अ य<br />

...( यवधान)...<br />

: आपके उससे थोड़े चलता है आसन।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): आप हमारा संर ण करो।<br />

ी अ य : माननीय सद य, अगर कोई पूरक न पूछना ् चाहते ह <br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): सब संतु ट ह।<br />

ी अ य<br />

: चिलए, कम से कम तो हआ ु क आपको कभी तो संतु होती है<br />

वरना आप कभी संतु ट होते ह नह ं हो। ...( यवधान)... पहली बार ह मने देखा है क<br />

आपने कहा है क म पूण प से संतु ट हं। ू<br />

ी अ य<br />

: ी ी ओम बरला।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(30)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

महाराव भीमराव िच क सालय, कोटा<br />

के मुदाघर क<br />

मता<br />

कृ पा करगे:-<br />

285. ी ओम बरला (कोटा द ण): या िच क सा िश ा मं ी यह बताने क<br />

(1) महाराव भीमराव िच क सालय, कोटा थत मुदाघर म कतने शव रखने का<br />

थान उपल ध है तथा कतने ड प जर ह उनम से कतने कब से बंद ह<br />

(2) या कोटा म शव को चूह ारा कु तरने क घटनाएं घ टत हई ु ह य द हां,<br />

तो कब-कब ववरण सदन क मेज पर रख।<br />

(3) या यह सह है क सरकार ारा इस स ब ध म कोई जांच सिमित ग ठत<br />

क गई थी य द हां, तो सिमित ारा<br />

तुत ितवेदन क ित सदन क मेज पर रख।<br />

(4) या शव को सुर त रखने तथा थान बढ़ाने के िलए सरकार कोई काय<br />

योजना बनाने का वचार रखती है य द हां, तो या व नह ं तो य ववरण सदन क<br />

मेज पर रखे।<br />

मोहन/अ ण/25032010/1200/1g<br />

ी एमादु न अहमद खान (दु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): (1) महाराव<br />

भीमराव िच क सालय, कोटा<br />

थत मुदाघर म 4 शव को रखने के िलए दो दो शव के<br />

02 ड प जर ह जसम से एक दनांक 09.03.95 एवं दसरा ू 30.03.99 से था पत है।<br />

इन दोन ड प जर म से एक ड प जर वतमान म चालू है जब क दसरा ू जो दनांक<br />

30.03.00 को था पत हआ ु था, दनांक 24.02.2010 से खराब है जसे तुरंत ठ क<br />

करवाने हेतु कई फम से स पक कया गया पर तु अ यिधक पुराना होने के कारण<br />

रपेयर नह ं हो पा रहा है।<br />

(2) कोटा म शव को चूह ारा कु तरने क घटनाएं थम बार दनांक 02.04.2009<br />

को और दसर ू बार दनांक 11.12.2009 को घ टत हई ु ह।<br />

(3) जला म ज ेट, कोटा के आदेश मांक याय/2009/1658-59 दनांक<br />

02.04.09 के ारा करण क जांच हेतु उप जल कल टर, कोटा को जांच अिधकार<br />

िनयु त कया गया।<br />

दसर ू घटना घ टत होने पर भी जला कल टर, कोटा ारा एक जांच कमेट ग ठत<br />

क गई। जांच ितवेदन प रिश ट ‘अ’ तथा ‘ब’ पर संल न है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(31)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

(4) शव को सुर त रखने हेतु नगर वकास यास, कोटा के मा यम से वीकृ त<br />

5.00 लाख पये रािश से मुदाघर म आव यक जीण ार/मर मत का काय करवाया<br />

गया है।<br />

दूसर घटना<br />

जर के दरवाजे ठ क से ब द नह ं होने के कारण हई ु थी इसके बाद<br />

संबंिधत फम से दरवाजा ठ क करवाया गया जो अभी तक ठ क काय कर रहा है। एक<br />

नये जर जसम 4 शव सुर त रखे जा सकते ह, के य हेतु वीकृ ित दनांक<br />

23.12.2009 को जला प रष से ा त हई ु है। जर खर द क कायवाह याधीन<br />

है।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): माननीय अ य महोदय, मेरा एक न है।<br />

ी अ य : नकाल समा त, आसन पांव पर, माननीय सद य, आसन पांव पर,<br />

अं कत नह ं होगा।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं हो रहा, माननीय सद य, अं कत नह ं हो रहा है।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): 000<br />

थगन<br />

ताव पर यव था<br />

ी अ य : मुझे माननीय सद य को सूिचत करना है क िन नां कत गन<br />

ताव क सूचना ा त हई ु है:-<br />

ीमती अिनता िसंह, सद य क ओर से रा य सरकार ारा महानरेगा योजना तगत<br />

ाम पंचायत साम ी मद के बल पर 28 ितशत तक वैट वसूलनपे से उ प न<br />

के संबंध म।<br />

ी ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): देवनानी एवं दो अ य सद य क ओर से<br />

अजमेर सविश ा अिभयान के तहत लगे िश क का छठे वेतनमान म वेतन थर करण<br />

के ए रयर का भुगतान नह ं होने से उ प न<br />

थित के संबंध म।<br />

ी रामहेत िसंह यादव एवं तीन अ य सद य क ओर से वधान सभा े<br />

कशनगढ़बास म सभी माग पर राज थान रोडवेज क बस नह ं के बराबर होने से<br />

उ प न<br />

ी<br />

थित के संबंध म।<br />

ान च द पारख, सद य क ओर से पाली शहर क औ ोिगक ईकाइय के<br />

द षत ू पानी को उपचा रत करने हेतु कर ब साढ़े चार क.मी. ल बी ु टपूण पाईप लाईन<br />

बछा देने से उ प न<br />

थित के संबंध म।<br />

थित<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(32)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अमराराम, सद य क ओर से रा य म मा यिमक िश ा बोड, महा व ालय ,<br />

व व व ालय क वा षत पर ाएं ारंभ होने के बावजूद ामीण े म व ुत स लाई<br />

नह ं होने से उ प न<br />

उपरो त थगन<br />

थित के संबंध म।<br />

ताव ऐसे नह ं ह क सदन क पूव िनधा रत कायवाह को रोक<br />

कर इन पर वचार कया जाए, अत: अनुमित देने म असमथ हं। ू<br />

ी बाबूिसंह राठौड़, सद य क ओर से रा य के महा व ालय / व व व ालय म<br />

कायरत अंशकालीन/अितिथ िश<br />

क को यूजीसी ारा ग ठत च ढ़ा कमेट क अनुशंसा के<br />

अनु प मानदेय नह ं देने से िश क के आ दोलनरत रहने से उ प न थित के संबंध<br />

म।<br />

ी राजे राठौड़ एवं 4 अ य सद य क ओर से बीकानेर के एक ित<br />

त यापार<br />

ी गोवधन िसंह के व सूचना के अिधकार के अ तगत चाह गई सूचना से कु पत<br />

होकर पुिलस अधी क, बीकानेर ारा 15 दन म 15 झूठे मुकदमे दाज कर देने से<br />

उ प न<br />

थित के संबंध म।<br />

ी गुलाब च द कटा रया, सद य क ओर से रा य म नरेगा योजना म जगह-जगह<br />

टाचार तथा विभ न जला कले टर के व ा त िशकायत क जांच हेतु मं ी<br />

तर से दये गये आदेश क भी पालना नह ं होने से उ प न थित के संबंध म।<br />

डा. दग बर िसंह एवं एक अ य सद य क ओर से भरतपुर म लोहागढ़ दगु के<br />

चार ओर बहने वाली ऐितहािसक एवं जीवनदाियनी नहर सुजान गंगा क हो रह ददशा ु<br />

पर चचा के संबंध म।<br />

उपरो त थगन<br />

ताव भी ऐसे नह ं ह क सदन क पूव िनधा रत कायवाह को<br />

रोक कर इन पर वचार कया जाए, अत: अनुमित देने म असमथ हं। ू फर भी मा0<br />

सद य ी बाबूिसंह राठौड़, ी राजे राठौड़, ी गुलाब च द कटा रया एवं ी दग बर<br />

िसंह को अपने अपने ताव क वषयव तु पर दो दो िमनट बोलने क अनुमित होगी।<br />

ी बाबूिसंह।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): अ य महोदय, आज अजमेर म आमरण<br />

अनशन पर बैठे हए ु ह।<br />

ी अ य<br />

: काहे पर बोल रहे ह आप काहे पर बोल रहे ह ......( यवधान)......<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): म आपको पाइंट आफ इंफामशन पर<br />

......( यवधान)......<br />

ी अ य : पाइंट आफ इंफामशन बोला या आपने ......( यवधान)...... पाइंट<br />

आफ इंफामशन बोला या आपने यूं ह चालू हो गये।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(33)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): अ य महोदय, पाइंट आफ इंफामशन दे रहा<br />

हं। ू आज अजमेर म ...<br />

ी अ य<br />

: आप बहत ु<br />

व र ठ सद य ह, जरा िनयम का यान रख। पाइंट आफ<br />

इंफामशन देना है तो पाइंट आफ इंफामशन बोलना पड़ता है।<br />

सूचना<br />

अजमेर सव िश ा अिभयान के िश क का बकाया भुगतान हेतु जार आंदोलन<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): पाइंट आफ इंफामशन म म िनवेदन करना<br />

चाह रहा हं ू क आज अजमेर म ......( यवधान)...... एक िमनट के वल<br />

......( यवधान)...... आज अजमेर म अपने सव िश ा अिभयान के तहत 1468<br />

अ यापक को ए रयन नह ं िमलने के कारण साल भर से वह आंदोलन कर रहे ह। जला<br />

िश<br />

ा अिधकार के कायालय के बाहर 11 दन से धरने पर बैठे ह और आज से आमरण<br />

अनशन कया है। बाक सब जल म उनके पेमट हो गये ह, अजमेर जले के िश<br />

जनके लाख पये बकाया ह, आिथक नुकसान हो रहा है, लाक तर से लेकर के ांत<br />

तर तक आंदोलन कर चुके ह, मु य मं ी जी को<br />

ी अ य<br />

: ी बाबू िसंह राठौड़।<br />

ापन दे चुके ह।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): िश ा मं ी को ापन दे चुके ह।<br />

ी अ य<br />

: ी बाबूिसंह राठौड़। अं कत नह ं होगा।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी अ य<br />

......( यवधान)......<br />

: माननीय सद य, आपने सूचना दे द है, सरकार के यान म आ गय है<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): 000<br />

ी अ य : ी बाबूिसंह राठौड़ के अलावा कसी का अं कत नह ं हो<br />

......( यवधान)......<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): 000<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी अ य<br />

: के वल ी बाबूिसंह राठौड़।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): 000<br />

ी अ य<br />

: या सूचना है आपक , या है<br />

क<br />

000 अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(34)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): अभी चार ओर गुजर का यह जो 26 तार ख को<br />

पु कर म महापड़ाव डालने का, जयपुर म महापड़ाव डालने का, यह गाजीपुर म अभी यह<br />

जो गुजर ारा 5 परसट आर ण देने के िलए चार ओर जो मंशा जो कोट<br />

......( यवधान)......<br />

ी अ य<br />

: अब आप बरा जए, ी बाबूिसंह राठौड़।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी अ य : ी बाबूिसंह राठौड़। ......( यवधान)...... सरकार से जवाब मांग रहे हो<br />

......( यवधान)...... ी बाबूिसंह राठौड़।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी अ य<br />

: कोई इंफामशन नह ं, बराज जाइए। ......( यवधान)...... कोई बात,<br />

मौका नह ं िमलता तो पाइंट आफ इंफामशन, नह ं, कोई नह ं ......( यवधान)......<br />

बाबूिसंह राठौड़।<br />

थगन<br />

व व व ालय के अितिथ/अंशकालीन िश<br />

ताव आ द पर चचा<br />

क को च ढा कमेट के अनु प मानदेय<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): अ य महोदय, िस थ पे कमीशन 1.1.2006 से<br />

लागू हआ। ु राज थान म जो महा व ालय और व व व ालय ह, उनके िश क को जब<br />

यह िस थ पे कमीशन लागू हआ ु तो उनक सेलर बढ़कर लगभग दगुनी ु हो गई।<br />

राज थान के महा व ालय और व व व ालय म ल बे समय से पद र त चल रहे ह<br />

और शै<br />

णक काय बािधत हो रहा है। उस काय को करने के िलए अंशककालीन और<br />

अितिथ िश क क यव था है। उन अंशकालीन और अितिथ िश क के िलए भी<br />

व व व ालय अनुदान आयोग, यूजीसी ारा च ढा कमेट क िसफा रश से इसके अ दर<br />

भी अंशकालीन और अितिथ िश<br />

क को एक हजार पये मानदेय देने व 25 हजार पये<br />

ितमाह अिधकतम 25 हजार पये देने क िसफा रश क गई और उस िसफा रश के<br />

अनुसार के सरकार के मानव संसाधन मं ालय ने नो ट फके शन जार करके राज थान<br />

सरकार को, अ य रा य क सरकार को िनदश दये ले कन जो आ◌ादेश हआ ु है उसम<br />

– “The Pay Review Recommendation Committee, Chapter 54, at page<br />

79. Guest teachers and part time teachers. The Committee<br />

recommends guest and part time teachers .. minimum qualification for<br />

the post of Assistant Professors .. should be paid Rs. 1,000 per lecture<br />

to a maximum of Rs. 25,000 per month. The Committee recommends<br />

that the retired teachers could also be involved in teaching as guest<br />

teachers.” यह आदेश म िसफा रश क गई है और उसी िसफा रश के अ दर<br />

ह दु तान के सभी रा य म उसको माना। डा. ह रिसंह गौड़ व व व ालय, सागर,<br />

ी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(35)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

एमपी म भी फै सला हआ ु जसके अ दर यह 29 हजार अंशकालीन, अितिथ िश क को<br />

दया जा रहा है. Appointment for the post of Assistant Professor<br />

(temporary), उनको 29 हजार पये दया जा रहा है। म अ य महोदय, आपसे यह<br />

िनवेदन करना चाहंगा ू क राज थान के महा व ालय और व व व ालय म आधे से<br />

यादा पद र त ह और पद र त होने के कारण अंशकालीन और अितिथ िश<br />

िश ण काय कर रहे ह ले कन आज दन तक उनको के वल डेढ़ सौ पये दये जा रहे ह<br />

और डेढ़ सौ पये म वह िश ण काय कर रहे ह। जयनारायण यास व व व ालय,<br />

जोधपुर म भी जब हम पढ़ते थे उस समय अितिथ और अंशकालीन िश<br />

क<br />

क को सौ पये<br />

दये जाते थे उसके बाद डेढ़ सौ पये हए ु , यूजीसी के अनुसार, यूजीसी ने फै सला कया<br />

क उनको ढाई सौ पये दये जाएं, पाँच सौ पये दये जाएं लो कन आज दन तक<br />

उनको यह यह बढोतर क नह ं गई और वह अितिथ और अंशकालीन िश<br />

क वष तक<br />

इंतजार करते रहे क जब िस थ पे कमीशन लागू होगा तो हमको भी यह सहिलयत ू<br />

िमलेगी, हमारा मानदेय बढ़ेगा ले कन दभा य ु है िस थ पे कमीशन लागू हो गया और<br />

िस थ पे कमीशन लागू होने के बाद भी इनको कसी कार का मानदेय बढ़ाया नह ं<br />

गया।<br />

सुरे /अ ण/25.3.2010/12.10/1h<br />

माननीय अ य महोदय, उदयपुर के अ दर जहां पर 250 पये दये जा रहे ह, यह<br />

आदेश है मोहनलाल सुखा ़डया व व व ालय का 7.8.2008 का जसम 250 पये दये<br />

जा रहे ह ले कन जोधपुर के अ दर 150 पये दये जा रहे ह। अभी राज थान सरकार ने<br />

24 फरवर , 2010 को 250 पये का आदेश कया है वो भी अभी तक नह ं िमल रहे ह।<br />

इसिलए म िनवेदन करना चाहंगा क यूजीसी के िनयम से सभी व व<br />

ू<br />

व ालय बा य ह<br />

और यूजीसी ने फै सला भी कया है क जतने र त पद ह उन पद पर अंशकालीन<br />

अितिथ िश क लगाये जाएं और उनके मा यम से िश ण काय हो। ले कन व व व ालय<br />

ने तो पहले जो अित र त कालांश ह उन कालांश के िलए जो िनयिमत िश<br />

क ह उनको<br />

लगा रखा है, रटायड को लगा रखा है और फर अंशकालीन को दे रहे ह। जब क िनयम<br />

यह है क जो कालांश खाली ह उनम अंशकालीन अितिथ िश<br />

क िलये जाएं और उसके<br />

बाद रटायड और िनयिमत िश क से िश ण काय होना चा हए। म आपसे िनवेदन<br />

करना चाहंगा ू क पछले तीन मह ने से राज थान के महा व ालय, व व व ालय के<br />

अंशकालीन अितिथ िश<br />

क आंदोिलत ह, जोधपुर के अ दर भी आंदोिलत ह। हमारे यहां<br />

पो स बोड के अ दर जो अंशकालीन अितिथ कोच ह उनको तो दो वष से मानदेय ह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(36)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नह ं िमला है। माननीय अ य महोदय, म आपसे िनवेदन करना चाहंगा क जोधपुर का<br />

ू<br />

वो व व व ालय....<br />

ी अ य<br />

: कृ पया समा त कर।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): दो िमनट।<br />

ी अ य<br />

: दो िमनट ह तो होते ह, दो िमनट के ऊपर थोड़े ह ।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): एक िमनट। राज थान का जो प<br />

मी राज थान का,<br />

मारवाड़ा का हमारा जयनारायण यास व व व ालय है उसने ऐसे कई अिधकार और<br />

राजनेता दये ह जनम बरकतु ला खां, माननीय जयनारायण जी यास जनके नाम से<br />

आज व व व ालय चल रहा है और िश<br />

ा क राजनीित से हमारे मु य मं ी अशोक जी<br />

गहलोत साहब वयं भी आज इस व व व ालय क राजनीित से यहां पहंचे ह। उनको<br />

ु<br />

भी ापन दये और जो हमारे अंशकालीन अितिथ िश क ह उ ह ने जन- ितिनिधय को<br />

ापन दया.....<br />

ी अ य<br />

: समा त कर।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): और भीख मांगकर के जो आंदोलन कया उसके अ दर<br />

पाली से आने वाले माननीय सद य जो सांसद ह वो भीम म 500 पये डाल रहे ह....<br />

ी अ य<br />

: समा त कर। माननीय सद य, समा त कर।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): ...और जला य भी पये डाल रहे ह क हम के<br />

सरकार के अंश ह ले कन के सरकार के िनणय को लागू नह ं कर रहे ह।<br />

रह ह....<br />

राठौड़।<br />

ी अ य<br />

: कृ पया समा त कर। ी राजे राठौड़। कृ पया समा त कर।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): इसिलए म कहना चाहंगा क हमारे यहां पर<br />

ाएं चल<br />

ी अ य : आप समा त कर। माननीय सद य, कृ पया समा त कर। ी राजे<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): ...और पर ाओं का अंशकालीन अितिथ िश क ने<br />

ब ह कार कर रखा है। ब ह कार क वजह से शै णक काय और पर ाएं बािधत हो रह<br />

ह।<br />

ी अ य<br />

: अब आप वराज। अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): 000<br />

ी अ य : अं कत नह ं हो रहा है। ी राजे राठौड़। आपको नह ं बोलना है<br />

बोिलये आप।<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(37)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

है।<br />

राठौड़।<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): 000<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): अ य महोदय, ब च क ज दगी का सवाल<br />

ी अ य : अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ी राजे राठौड़। के वल राजे<br />

ी बाबूिसंह राठौड़ (शेरगढ़): 000<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): अ य महोदय, पाइंट ऑफ इ फामशन। म कोई<br />

दज कराने के िलए नह ं बोल रहा हं। ब च ू का जीवन बचाने के िलए है।<br />

ी अ य<br />

: ी राजे राठौड़।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): अ य महोदय, 200-250 ब च क ज दगी<br />

का सवाल है वो कह रहा हं। ू जब वो नह ं होगा....<br />

पोलोटे<br />

ी अ य<br />

: अं कत, वो नह ं होगा तो कोई फायदा नह ं होगा।<br />

हनुमानगढ़ के नोहर पोलीटै<br />

सूचना<br />

नक कालेज के व ािथय का आ दोलन<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): यह रलेवट है। चौधर परमाराम गोदारा<br />

नक कॉलेज नोहर हनुमानगढ़ के अ दर है। हमारे अलवर के 250 ब चे वहां<br />

पढ़ते ह और जो गवनमट क सीट अलाट होने से अपने पढ़े-िलखे होने से गये ह। वहां<br />

वकशॉप नह ं थी, लाइ ेर थी, ब च ने<br />

ाइक क क हमको िमले तो वहां ब च को<br />

गुंड से पटवाया गया और उनको यह कहा क शहर छोड़कर चले जाओ वरना आपको<br />

जान से मार दगे। वो एसपी के पास गये, तहसीलदार के पास गये, एसड एम के पास<br />

गये, जोधपुर अपने डायरे टर के पास गये फर भी उनको कसी तरह का संर<br />

क नह ं<br />

िमला। तब हारकर मु य मं ी जी से गुहार लगाने के िलए टे यू स कल पर बैठे हए ह ु<br />

और हक कत म उनक ज दगी का सवाल है। ऐसे कॉलेज क मा यता र हो और उन<br />

ब च को दसर कॉलेज म िश ट कया जाए।<br />

ू<br />

ी अ य<br />

: वरा जये। ी राजे राठौड़।<br />

थगन<br />

ताव आ द पर चचा<br />

बीकानेर के एक यापार के व दज गलत मुकदमे<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, म आपके मा यम से सदन का<br />

यान एक लोहमषक घटना क ओर आक षत करना चाहंगा ू और म यह भी चाहंगा ू क<br />

संवेदनशीलता, पारदिशता और जवाबदेयता का लबादा ओढ़े हई सरकार के ु<br />

गितशील और<br />

चैत य गृह मं ी मेर बात पर िन त तौर पर गौर करगे। अ य महोदय, 12 अ टूबर,<br />

2005 को राज थान के अ दर सूचना का अिधकार आमजन को ा त हआ। ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(38)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

: गृह मं ी का लोहा मान गये। आपका लोहा मान गये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, इसके तहत येक वभाग म लोक<br />

सूचना अिधकार क िनयु क गई और वो या िनधा रत क गई क कतने दन<br />

म कस तर पर यह सूचना जो य सूचना के अिधकार के तहत सूचना मांगेगा<br />

उसको िमलेगी। अ य महोदय, सार चीज जब पारदश हो गई, आमजन को जब यह<br />

लगने लगा क अब कोई िछपा हआ ु नह ं है, म सरकार क गित विध, वभाग क<br />

गित विधय के बारे म सूचना के अिधकार के आधार पर सूचना ले सकता हं तो कई ू<br />

नौजववान ने यह राइट ट ू इ फामशन ए ट के तहत ए ट व ट के प म काम करना<br />

चालू कर दया। अ य महोदय, इसी म बीकानेर का एक नौजवान गोरधन िसंह है। एक<br />

करोड़ से यादा ितवष इ कम टै स देने वाला गोरधन िसंह, उसने कु छ वभाग से<br />

जानकार मांगी, जानकार आती गई, अिनिमतता सामने आती गई और अिनयिमतता के<br />

आधार पर कई वभाग को अपने िनणय को बदलना पडा। अब इस गोरधन िसंह से एक<br />

गुनाह हो गया अ य महोदय। 18.2.2009 को बीकानेर के ए डशनल एस.पी. और वहां<br />

के एसएचओ के बारे म इ ह ने सूचना मांगी क ए डशनल एसपी सतीशच द तथा<br />

एसएचओ अमीर हसन अपनी िनयु के समय म घो षत स प का ववरण दे और<br />

दैिनक काय डायर का भी ववरण दे। यह सूचना के अिधकार के सै शन 6(3) के तहत<br />

इ ह ने सूचना मांगी और 13.2.2009 को जब इनको सूचना नह ं िमली तो इ ह ने पहले<br />

जो सूचना के अिधकार के आधार पर अपील अिधकार था एसपी बीकानेर, उसको अपील<br />

क । एसपी बीकानेर ने सूचना नह ं द तो इस गोरधन िसंह ने उसके प चात ् 19.7.2009<br />

को राइट ट ू इ फामशन ए ट क धारा 20(1) के अ तगत रा य के मुख सूचना<br />

अिधकार के सामने अपील क क मेरा अिधकार है सूचना लेना का और मुझे सूचना<br />

नह ं िमल रह है। अ य महोदय, जब रा य के मु य सूचना आयु त एम ड कोरानी<br />

ने धारा 20(1) के अिधकार का उपयोग करते हए जब एसपी को नो टस जार कया तो<br />

ु<br />

एसपी ने एक कू ट द तावेज, एक फज डाकू मट बैक डैट म तैयार कया और उसको<br />

15.9.2009 को बैक डैट म तैयार करके यह कहा क हमने अपील का िन तारण<br />

विधवत सुनवाई के आधार पर कया। जब यह कू ट द तावेज गोरधन िसंह को िमला तो<br />

उस द तावेज के आधार पर गोरधन िसंह ने बीकानेर के ए डशनल सीजेएम न बर-दो के<br />

पास सीआरपीसी के सै शन 156(3) म इ तागासा दाय कया और उस इ तगासे के<br />

आधार पर एसपी बीकानेर, ए डशनल एसपी बीकानेर और एसएचओ के व धारा 474,<br />

218, 420,468,323 म एक एफआईआर न बर 46/2010 सदर, बीकानेर म दज हई। ु<br />

अ य महोदय, बस यह ं से वह अ याचार का िसलिसला जार हआ। अ य ु महोदय, म<br />

िनवेदन करना चाहंगा क इसी एसपी साहब क कारगुजार के िलए एक बार कोट के<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(39)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अ दर इनके खलाफ जो<br />

चाहता हं। ू<br />

चर पास हआ ु , म चार लाइन उसक पढ़कर के सुनाना<br />

302 के मुकदमे म एक िनद ष को फं साया। एड जे कोट ने इनके खलाफ<br />

िलखा क ‘’अिधकार ने बड़े ह आ चयजनक प से इ ह धारा 302 म दोषी माना है।<br />

ह या का अपराध जो क पुिलस िनयम और पुिलस वभाग के थायी प रप के<br />

अनुसार एएसआर के स क<br />

जाकर इस तरह क कायवाह िन<br />

के म<br />

ेणी म आता है, पुिलस के व र ठ अिधका रय ारा कये<br />

त तौर पर अ यंत खेदजनक है तथा कसी भी कार<br />

त क का योग इसम कया हआ तीत नह ं हो<br />

ु ता। एक ग भीर चर पूव म<br />

भी कोट ने इन एसपी साहब के खलाफ जार कया। अ य महोदय, एक मह ने वो<br />

नौजवान जो एक करोड़ पये साल का इ कम टै स देता है, उसको गुंडा िस करना है,<br />

उसक चाजशीट खोलनी है<br />

य क एसपी बीकानेर के खलाफ 156(3) के अ दर उसने<br />

इ तगासा करके एफआईआर दज करा द । अ य महोदय, आपको मालूम होगा, म<br />

हमारे उप नेता महोदय को भी ध यवाद देना चाहंगा ू , पूरा सं ांत प रवार दर-दर क<br />

ठोकर खाकर रा के अंधेरे म भी हमारे उप नेता महोदय से जाकर िमलकर कहता है<br />

क इस अ याचार को रोको। अ य महोदय, 16 एफआईआर दज हो रह ह।<br />

एफआईआर नं. 24/10 नया शहर बीकानेर, एफआईआर नं. 26/10 बीछवाल थाना<br />

बीकानेर, एफआईआर नं. 39/10 कोटगेट बीकानेर, एफआईआर नं. 44/10 नया शहर<br />

बीकानेर, एफआईआर नं. 26/10 यास कॉलोनी बीकानेर, एफआईआर नं. 47/10 नया<br />

शहर बीकानेर और एफआईआर नं. 50/2010 नया शहर बीकानेर। अ य महोदय, एक<br />

िसलिसल और पढ़ंगा ू , आप मुझे रोक दगे पर मने आपसे िनवेदन.....<br />

ी अ य<br />

: नह ं रोकगे ले कन समय का यान रख।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह लोमहषक बात है अ य महोदय।.....<br />

vkj/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/12.20/1j<br />

जब र क भ क हो जायगे और जब एस.पी. के तर पर बैठा य , एक य<br />

को ह शीटर बनाने के िलए...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): वह जो गोरधन िसंह है...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): हां वह गोरधन िसंह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): वह मेरे वधान सभा े का रहने वाला ऐसा ोड है<br />

वह, जसने लाख<br />

पये लोग के फज वाड़ा करके यह आर.ट .आई. के तहत उसने<br />

इ फोमशन ले लेकर के उसने इतने बीकानेरवािसय को लूटा है, बरबाद कर दया है<br />

उसने लोग को, आप उसका मसला उठा रहे हो। आप कम से कम मेरे वधान सभा<br />

े<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(40)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

का रहने वाला है, कल का छोकरा है और उसके खलाफ भी मने खुद ने...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): बराजो बराजो। आप बराजो बराजो।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत):...यहां वधान सभा का<br />

न उठाया है, 15 मुकदमे<br />

उसके पहले से दज ह और उसके ऊपर कायवाह नह ं हो रह थी। एक मामले के अ दर<br />

कायवाह हई ु तब सारे लोग िनकल-िनकल कर आये क हां, उसके खलाफ कायवाह भी<br />

हो सकती है, तब उठाते यह मसला।<br />

थगन<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, अ य महोदय, अ य महोदय, म<br />

ताव के मा यम से...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): वह तो<br />

से कम मेरे से बात करते।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप मेरे से पूछते।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये, बरा जये माननीय सद य।<br />

ोड है, उसक पैरवी कर रहे हो। आप कम<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप बीकानेरवािसय को पूछते क कल का छोकरा,<br />

आप जसक कह रहे हो क मुझे पता नह ं है क एक करोड़ पये इनकम टै स का दे<br />

रहा है।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये, माननीय सद य, बरा जये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): दे खये साहब, गलत इ फोमशन अगर हाउस म हो<br />

और उसको इस कार से गुमराह कर, यह ठ क नह ं है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, लोर मेरे क जे म है। अ य<br />

महोदय, हाउस मेरे क जे म है अ य महोदय। ( यवधान)<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप कसक पैरवी कर रहे हो आप कसक पैरवी<br />

कर रहे हो। ( यवधान) आप ठग क पैरवी कर रहे हो भाई साहब। ( यवधान) माई<br />

गोड, ओ हो ओ।<br />

है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, मुझे आपके संर ण क आव यकता<br />

ी अ य<br />

सद य, बरा जये।<br />

: माननीय सद य, बरा जये। माननीय सद य, कृ पया बरा जये। माननीय<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): माई गोड, ओ हो ओ हो। ( यवधान)<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(41)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य, बरा जये। अं कत नह ं होगा।<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, अ य महोदय,...<br />

ी अ य<br />

: अब कृ पया समा त कर। ( यवधान) अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं<br />

होगा। आप बरा जये, आप बरा जये।<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, कसका या अतीत रहा होगा...<br />

ी अ य<br />

( यवधान)<br />

: अब आप समा त कर। समा त कर, समा त कर, समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): म ज मेदार से कह रहा हं अ य ू महोदय, यह एक<br />

मह ने म उसने या कया, या नह ं कया। ( यवधान) कानून अपना काम कर...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अगर ज मेदार से कह रहे ह, ये अगर ज मेदार<br />

से कह रहे ह तो म यहां घोषणा करता हं ू क आम आदमी से पूछ ली जये, आप कसी<br />

भी भले आदमी से पूछ ली जये, अगर यह<br />

लूंगा, या चैलज करते हो ( यवधान)<br />

ोड नह ं है तो म राजनीित से सं यास ले<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ... क उस य पर कस तरह का अ याचार हआ ु<br />

है। ( यवधान)<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी अ य<br />

: बरा जये, आप बरा जये, बरा जये। माननीय सद य, समा त कर।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अ य महोदय, बड़ मु कल से तो उसके ऊपर<br />

कायवाह होने लगी है...<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त कर।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आज तक 15 मुकदमे दज थे पछले साल म, एक<br />

म भी डरता हआ ु कोई कायवाह नह ं कर रहा था। आर.ट .आई. के तहत सूचना ले लेकर<br />

उसने ऐसे लोग को बरबाद कया है जो चूं नह ं कर सकते थे य क अब तक उसके<br />

खलाफ कायवाह नह ं हई। ु<br />

एक के स म कायवाह हई ु , वह अख़बार म आया तब लोग<br />

उलटकर पड़े, वरना मुकदमे कहां से दज हए ु , आप यह बता द जये।<br />

ी अ य<br />

: अब आप समा त कर।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप कोई भी बता द जये, यह मुकदमे कसक<br />

तरफ से दज हए ु ह अलग-अलग मौह ल म...<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(42)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आप बोल लेना ना। यह मेरा अिधकार है बोलने का।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ( यवधान)... भु तभोगी ह। मुझे तकलीफ इसक है।<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आप बराजो, मुझे बोलने दो ना। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: कृ पया बरा जये। ( यवधान) कृ पया यव था बनाये रख।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप कसक पैरवी कर रहे हो ( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, म िनवेदन कर रहा था...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ...मुझे बदा त नह ं है। कोई जन ितिनिध अभी इस<br />

कार से यहां पर अगर प रखे जसको खबर नह ं है क कोई आ गया। जो पहले आ<br />

गया, उसक बात मान ली। आप कसी से पूछते। आप कसी भी बीकानेर वाले से पूछते।<br />

म आपका साथी हं ू, मेरे से पूछते या बीकानेर जले के कसी और वधायक से पूछ<br />

लेते...<br />

सद य।<br />

है।<br />

ी अ य<br />

: आप बरा जये माननीय सद य।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ओ माई गोड।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, अ य महोदय।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप अपने चै बर म बुला ली जये। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: यह आपके जले का वषय नह ं है। आप बरा जये। बरा जये माननीय<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, मुझे आपके संर ण क आव यकता<br />

ी अ य<br />

: समा त कर, समा त कर, समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, जस तरह के मुकदमे दज हए ु ह, म<br />

उनके अतीत म नह ं जाना चाहता, म आपके मा यम से गृह मं ीजी से िनवेदन करता हं ू<br />

क एफ.आई.आर. नं. 26/2002 बीछवाल, यह एफ.आई.आर. दज कराई है संजय िसंह,<br />

र ज ार, इंजीिनय रंग कालेज ने और एफ.आई.आर. म या कराया है सभापित महोदय<br />

क इ ह ने आठ पये का गबन कया। सूचना के अिधकार के आधार पर इ ह ने जो<br />

ए लीके शन द , उसम आठ पये इ ह ने जमा नह ं कराये...<br />

ी अ य<br />

: चिलये, समा त क रये। समा त कर आप माननीय सद य, समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...उसके आधार पर अ य महोदय, 26.2.2008 को<br />

इ ह ने इ फोमशन मांगी और 26.2.2008 क सूचना पर, आठ<br />

इसके व मुकदमा होता है और इसी तरह से अ य महोदय...<br />

ी अ य<br />

: समा त कर माननीय सद य, समा त कर माननीय सद य।<br />

पये के आधार पर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(43)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): जो एफ.आई.आर. दज हई ु , वह उ ह ं लोग ने कराई<br />

जनके व आर.ट .आई. के तहत इ ह ने सूचनाएं लीं और जनके व सूचना ली,<br />

अभी कोलायत से आने वाले माननीय सद य उ ते जत हो रहे थे, म मा णत कर दंगा ू<br />

क उ ह ने जो सूचनाएं लीं, और सूचना के आधार पर उन पर कायवाह भी हई। अभी ु<br />

इनके खलाफ एक एफ.आई.आर. भी दज हई ु ...<br />

ी अ य<br />

: समा त कर माननीय सद य।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): एफ.आई.आर. न बर 24/2010 शांता साद ने कराई<br />

और यह िलखा क यह गुंडा है और यह लेकमेिलंग करता है और अब इ ह ं शांता साद<br />

के भाई मदन शमा जो सी.ड .पी.ओ. बीकानेर म थे, फज द तावेज के आधार पर नौकर<br />

कर रहे थे, कल टर ने जांच क 26.2.2008 को, पुन: सभापित महोदय,...<br />

ी अ य<br />

: अब समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...जांच के आधार पर उ ह िनल<br />

इसी तरह से सभापित महोदय, म िनवेदन कर रहा हं ू...<br />

गये...<br />

ी अ य<br />

: सभापित नह ं, सभापित नह ं।<br />

बत कया गया और<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह एक के बाद एक इनके खलाफ मुकदमे दज करते<br />

ी अ य<br />

: अब आप समा त कर माननीय सद य।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): एफ.आई.आर. दज हई है ु 44/2010...<br />

ी अ य<br />

: अब आप समा त कर माननीय सद य। सार बात आ गई साफ।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, मेरे पास वह सार एफ.आई.आर. ह,<br />

यह घटना जो पहले कभी 2006 म घटना हई ु , एक ए.सी.ट .ओ. साहब दज करा रहे ह<br />

एफ.आई.आर. उनके व , जनके व ए.सी.ड . कोट म कहा क इ ह ने गड़बड़ क<br />

कुं दन मल बोहरा ने, उनके खलाफ वह कह रहे ह क 26.2.2008 से 7.10.2008 तक<br />

म इ टर यू के िलए काम कर रहा था, वह गोरधन िसंह ...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): गृह मं ीजी, यह कुं दन मल बोहरा जो है, जो<br />

ए.सी.ट .ओ. था, उसने माल पकड़ा एक क का और उसने उसके कहने से माल नह ं<br />

छोड़ा तो तब उसके पीछे लगा और बोहरा का के स मुझे यान है, जो मेरे ससुराल के<br />

पास सादल कालोनी म रहता है।<br />

ु<br />

एक-एक के स के बारे म म बता दं। ू अ य महोदय,<br />

मुझे यह बता द जये क इस लड़के क उ या है। यह आप बता रहे ह क एक करोड़<br />

पये रटन भर रहा है इनकम टै स म, कल के छोकरे के पास, इसका धंधा या है,<br />

इसका आप धंधा बता द जये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): म खुद प ट कर देता हं। ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(44)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): एक करोड़ पये कहां से भर रहा है, या धंधा है<br />

वह कल का छोकरा, उसके पास कोई सामान नह ं है। िसफ लेकमैिलंग है। इसके साथ<br />

म एक छोकरा वक ल और िमला हआ ु है। वह वक ल और ये , दोन िमलकर आर.ट .आई.<br />

के तहत जसको भी चाहा... ( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, यह मेरे पास है गोरधन िसंह क ,<br />

( यवधान) म टेबल करना चाहता हं। ू<br />

( यवधान)<br />

( यवधान)<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): जसको भी चाहा... ( यवधान) गृह मं ीजी...<br />

ी अ य<br />

: आप बरा जये बरा जये। अब आप समा त कर।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, चाहे उसका कोई भी अतीत रहा हो,<br />

यह एफ.आई.आर. अ य महोदय, 2006 क घटना, 2008 क घटना और उस आधार<br />

पर एक य पर, िनद ष य पर इस तरह से एफ.आई.आर. दज हो जाये, म<br />

समझता हं क इससे शमनाक बात कोई हो नह ं<br />

ू<br />

िन<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): गृह मं ीजी, गृह मं ीजी।<br />

सकती, म िनवेदन करना चाहंगा ू क...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आप सार फाइल मंगा ल, आप जांच करा ल।<br />

ी अ य<br />

ी राजे<br />

: बरा जये बरा जये।<br />

राठौड़ (तारानगर): अगर मने जो बात कह , अगर म गलत हं तो ू<br />

त तौर पर म कहंगा ू क गलती हई ु है पर आप सार एफ.आई.आर. मंगाइये।<br />

अ य महोदय, आप खुद देखगे और इसको आप मुला हजा कर ल, एक मह ने के<br />

अ दर 16-16 एफ.आई.आर. एक य के खलाफ दज हो जाये, म समझता हं ू, यह<br />

पुिलस का एक ऐसा अ याचार है और...<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये माननीय सद य। बरा जये माननीय सद य।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...र क भ क हो जायगे तो या होगा अ य<br />

महोदय, इसिलए म चाहंगा ू गृह मं ीजी, आप सार प ावली मंगवाय और यहां से एक<br />

िन प अिधकार को लगा द और जांच कराय।<br />

ी अ य<br />

: गृह मं ीजी, गृह मं ीजी।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ता क दध का दध और पानी का पानी हो जायेगा।<br />

ू ू<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): गृह मं ीजी, मुझे यह बता द जये, इतने वष म<br />

इसके खलाफ इतने मुकदमे, 15 मुकदमे दज थे, आपने अभी तक इसक ह शीट य<br />

नह ं खोली<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये बरा जये। ( यवधान) बरा जये। गृह मं ीजी।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): इसक उ या है यह धंधा या करता है इसका<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(45)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह।<br />

ोफे शन या है ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

वह य ...<br />

: कृ पया बरा जये। कृ पया बरा जये। ( यवधान) गृह मं ीजी जवाब दे रहे<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): यह यह आर.ट .आई. क ओट म वह वक ल और<br />

ी अ य<br />

: गृह मं ीजी जवाब दे रहे ह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): गृह मं ीजी सबका या जवाब दगे ( यवधान) जो<br />

जानकार मुझे ह, वह गृह मं ीजी को भी नह ं है य क वह पड़ौस म रहता है...<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी अ य<br />

: गृह मं ीजी, माननीय गृह मं ीजी।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): उसके ससुराल वाले मेरे पास आते ह।<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): कल का छोकरा वह ह शीटर, नोटो रयस, िसफ<br />

लेकमेिलंग के अलावा उसके पास कोई काम नह ं है। एक तो वक ल है जो वहां से<br />

िनकाला हआ ु है बार म से , बार म से िनकाला हआ वह उसका ए.ड . है, वह दोन<br />

िमलकर आर.ट .आई. के मा यम से इ फोमशन लेकर कसी से भी क ला, इतना ले आ,<br />

नह ं लाया तो तेरे को रगडूंगा। उसके पीछे लगते ह बुर तरह से, अब साहब, इ जतदार<br />

आदमी या करे। अब पहला मुकदमा दज हआ ु है, तब जाकर के लोग खड़े हए ु ...<br />

ी अ य<br />

: आप बरा जये बरा जये। जवाब दे रहे है गृह मं ीजी।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ... क मुकदमा होकर इसके खलाफ कायवाह हो<br />

सकती है, तब लोग ने यह मुकदमे दज कराये, वरना एक अके ला चाहे कोई भी पुिलस<br />

वाला हो, दो मुकदमे दज करा लेगा, पाँच करा लेगा, इतने-इतने मुकदमे कै से दज हो<br />

गये और अलग-अलग मौह ल से, ित<br />

कराये ह।<br />

ी अ य<br />

जवाब दे रहे ह।<br />

आपने।<br />

त लोग, यापार लोग, सबके खलाफ इसने<br />

: गृह मं ीजी जवाब दे रहे ह, माननीय सद य बरा जये। गृह मं ीजी<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आप मेरे से भी पूछ लेना। मेरे पास भी इसका है।<br />

ी अ य<br />

: आपके पास पूछने के िलए या अब शेष रहा है। सब कु छ बता दया<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अभी बहत है उसके खलाफ मामले। कल का<br />

ु<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(46)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

छोकरा, अगर िसफ वह राजपूत है इसिलए पैरवी नह ं क जा सकती। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य, बरा जये। माननीय सद य, बरा जये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ...पैरवी नह ं क जा सकती। राजपूत चोर हो सकता<br />

है, राजपूत लुटेरा हो सकता है, डाकू हो सकता है। या हम उसके िलए पैरवी कर नो।<br />

यहां यह स चाई क बात होनी चा हए। ( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, म अपने दम पर जीतकर आया हं ू,<br />

कसी के दम पर नह ं। वधान सभा म मुझे कौनसे मु े उठाने ह, यह मेरा अिधकार है।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): म कहता हं अगर हम इस प व सदन म पूर<br />

ू<br />

जानकार कये बगैर और अगर यहां सदन को गुमराह करना और जनता को गलत<br />

संदेश, आपको पता है, कल जब अख़बार म छपेगा, ( यवधान)<br />

कसने क । ( यवधान)<br />

ऐसे लोग क पैरवी<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, सदन क कमेट बनाइये। अ य<br />

महोदय, आप सदन क कमेट बना द जये। ( यवधान) अ य महोदय, आप सदन क<br />

कमेट बना द, माननीय सद य को भी रख इसम। ( यवधान) बना द कमेट , बना द<br />

कमेट । ( यवधान)<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): मेरा इ तीफा पहले ले लो, मेरा इ तीफा आप ले लो।<br />

( यवधान) म राजनीित से सं यास ले लूंगा। ( यवधान) मेरे से पहले इ तीफा िलखा लो।<br />

( यवधान) म राजनीित से सं यास ले लूंगा अगर यह ोड नह ं िनकले, अगर यह ोड<br />

नह ं िनकले तो... ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: गृह मं ीजी, गृह मं ीजी जवाब दे रहे ह।<br />

Jkj/<strong>akt</strong>/12.30/25.3.2010/1k<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): अ य महोदय, यह जो थगन ताव<br />

माननीय तारानगर से आने वाले राजे िसंहजी राठौड़ ने उठाया म समझता हं क मुझे ू<br />

कोई यादा कु छ कहना तो है नह ं, सार जानकार आपने सदन को दे द , ले कन फर<br />

भी...<br />

ी अ य<br />

भी सवाल...<br />

: नह ं, आप अिधकृ त प से या कहना चाहते ह।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): मेर और रा य सरकार क जानकार समान है...<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): नह ं-नह ं, अभी है। नह ं, जो कु छ, आपने जो<br />

ी अ य<br />

: अभी रहा-सहा यह पूरा कर दगे, आप बराजो।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(47)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): जो सवाल आपने भी मुझसे पूछे ह उनका भी<br />

म जवाब दंगा। ू यह बात सह है क गोरधन िसंह नाम के य ने एक अमीन हसन जो<br />

पुिलस अिधकार था उसके बाबत सूचना के अिधकार के तहत कु छ जानकार मांगी।<br />

ए डशनल एसपी जो ह वह डे ज नेटेड आ फसर, इनफोमशन आ फसर होते ह डेजी नेटेड,<br />

उसने अपनी असमथता य त क क इस बाबत जानकार नह ं द जा सकती, उसक<br />

अपील होती है, अपीलेट अथा रट आपका सुप र टडट पुिलस होता है, उसने भी सारा के स<br />

देख िलया, देखने के बाद म उ ह ने भी असमथता य त कर द , अपील कर द उ ह ने<br />

टेट म। टेट म जो अपील कर तो उसम यह आदेश हआ ु टे ट क तरफ से, सूचना<br />

आयु त क तरफ से, मु य सूचना आयु त क तरफ से, क य<br />

गत सूचना तो नह ं<br />

द जावे ले कन कु छ सूचनाएं दे द जाव। अब वह कु छ सूचनाएं या थीं, म यह मान<br />

करके चलता हं क जो उनका मु य<br />

ू मकसद था जस बात के िलए उ ह ने सूचनाएं चाह<br />

थीं वह नह ं थीं, उनके अलावा द गर थी, तो उससे उनका परपज सो व नह ं होता था।<br />

हनुमान िसंह जो इसका एक भाई था, उ ह ने एक इ तगासा जो है, गोरधन िसंह का जो<br />

भाई था, एक इ तगासा उ ह ने अदालत म पेश कया और अदालत म पेश कया, उसक<br />

जांच हई और जांच होने के बाद म उस पर एफआर लगा द<br />

ु<br />

गई। अब यह गोरधन िसंह<br />

या है, एक सवाल यह है जसको क आपने बहत ु ित त यापार बताया, बड़ा<br />

इ जतदार, बड़ा जो है, मुख जो है, बड़ा मह वपूण य बताया, म उनके बारे म कु छ<br />

बताना चाहता हं ू आपको और आपको, पूरे सदन को बताना चाहता हं। यह ीमान<br />

जनको आप ित<br />

त यापार बताते ह, कु ल िमलाकर के इ ह ने इनकम टै स म अपनी<br />

आमदनी चार लाख पये क बताई है, िसफ चार लाख क । इसके अलावा ...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): टेबल कर देता हं अ य ू महोदय। उनके टेटमट म<br />

टेबल कर देता हं ू।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): मुझे बोलने द जये आप।<br />

ी वीरे बेनीवाल (मु य सचेतक): आप बराजे र हये न, आप बात आने द जये।<br />

ी अ य<br />

: आप बै ठये।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): यह गलत तर का है। आप जब बोले मने बीच<br />

म कु छ नह ं बोला। आप या तो यह सुनने क<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): शांित से बोलो।<br />

मता र खयेगा..<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): गलत तो नह ं कया न कु छ। व त-व त पर<br />

म आपसे स ट फके ट लेता रहंगा। आपने मु य<br />

ू बात यह उठाई क इस य को वहां के<br />

एसपी ने िसफ इसिलए ता ़डत कया क उसने एक पुिलस अिधकार के व<br />

आरट आई म सूचना मांगी और प ह दन के अंदर-अंदर, प ह उसके खलाफ के सेज<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(48)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

लगा दये गये। अब म उसके सारे के सेज पढ़कर बताना चाहता हं जो आपने भी पूछा है।<br />

ू<br />

पहला के स उसके खलाफ 1999 का है। 1999 म एक प पू नाम के आदमी ने जो<br />

मनोहर िसंह का लड़का था, राजपूत था, रेलवे कालोनी का रहने वाला था, उसने एक के स<br />

र ज टर करवाया उसके खलाफ 341,323,324 का जसम पुिलस का कोई लेना-देना नह ं<br />

था, पुिलस ने के स र ज टर नह ं करवाया, क पलेनट कौन था, प पू और जसम चालान<br />

हआ ु , चाजशीट हई। न बर दसरा के स<br />

2001 का था। 2001 का जो के स था वह राजू पु<br />

नारायण िसंह जाित राजपुरो हत, पूंगल रोड, बीकानेर के ारा था जसम धाराएं लगाई<br />

गई थीं 323,324,341,147,148,139 आईपीसी और उसम भी चालान हआ ु , वह भी<br />

चाजशीट हई। ु तो यह दो के स तो हए ु , एक तो 1999 का और एक 2001 का। फर<br />

तीसरा के स आता है 2002 का, 2002 का जो के स हआ वह रघुनाथ िसंह पु कशन<br />

ु<br />

िसंह राजपूत िनवासी सव दय ब ती, बीकानेर का था, उसम भी चालान हआ। इसक भी<br />

ु<br />

दफाएं सुन ली जये आप, 451,323,326,327,147,148 और 139 आईपीसी। न बर चौथा<br />

जो के स था वह भी 2002 का था। 2002 का जो के स था उसम क पलेनट था रघुनाथ<br />

िसंह पु कशन िसंह राजपूित िनवासी सव दय कालोनी, उसक धाराएं थी 323,341,334,<br />

उसम भी चालान हआ और चाजशीट हई। न ब<br />

ु ु र पांचवां जो के स था वह 2003 का था।<br />

2003 का जो क पलेनट था वह था मोह मद रफ क पु कम द न िनवासी लोहाहाट<br />

जला जोधपुर, यह के स था 392 का और इसम भी चालान हआ ु और चाजशीट हई। ु<br />

न बर छठा जो के स था वह था 2004 का। 2004 का जो के स था वह राजू हसैन पु ु<br />

मूल हसैन िनवासी तालेड़ा जला<br />

ु बूंद जसम यह है क एफआर ज र लग गई।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): कहा-कहां पहंचा है। ु<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): जी। न बर सातवां जो के स था वह 2004 का<br />

था। वह था राजू हसैन ु पु मूल हसैन ु जाित मुसलमान, वह तालेड़ा वाला जसने दोबारा<br />

इसके खलाफ के स कया जसका के स न र था 91/15.8.2004, वह 406 का के स था।<br />

आठवां जो के स था वह 332,353 का जो क राजपाल िसंह पु वजय िसंह जाट,<br />

हनुमानगढ़ टाउन हाल वा ण य कर अिधकार , बीकानेर उसके ारा कया गया जसम<br />

भी चालान हआ। ु मतलब आठ के स जो मने आपको बताये उनम एक म भी पुिलस<br />

क पलेनट नह ं थी, अलग-अलग तरह के क पलेनट थे और अलग-अलग तरह क<br />

धाराओं म उनके खलाफ चालान पेश हए ु और चालान पेश होकर के चाजशीट हई। ु नौवां<br />

के स जो म बता रहा हं ू आपको, वह भी शांित साद पु रामनारायण शमा िनवासी<br />

माधोपुरा, बीकानेर, यह वतं ता सेनानी का लड़का है जसने क उसके खलाफ के स<br />

र ज टर करवाया और धारा थी 384 क जसम जुम मा णत हआ और सेशन कोट के<br />

ु<br />

ारा अि म जमानत भी खा रज हई। ु दसवां के स म आपको बता रहा हं ू 2010 का, अब<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(49)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

यह कु ल िमलाकर के 2010 जब चालू होता है तो 2010 के कु ल िमलाकर के छह के सेज<br />

ह। यह छह के सेज जो ह उसम भी आपने जैसा कहा क साहब, पुिलस ने इसके खलाफ<br />

प ह दन के अ दर-अ दर प ह के सेज र ज टर कर िलये गये, एक म आपको सबके<br />

क पलेनट सुनाता हं ू क कस- कस क पलेनट ने कस- कस धारा म इसके खलाफ<br />

मुकदमा दज कया जसको आप ित त नाग रक, मह वपूण य , बड़ा<br />

जबरद त..( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, मने पहले भी कहा, अतीत या हो,<br />

पर यह सह है क इ ह ने जब से इ फोमशन ए ट के अ तगत सूचना मांगी...<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): वह सह तै तो आप बरा जये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): तब से पुिलस ने लगातार मुकदमे दज कये। आप<br />

चाह, अ य महोदय, सदन क कमेट बना द जये।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): अ य महोदय, यह कोई तर का नह ं होता।<br />

मेहरबानी करके यह तर का नह ं होता है..<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त कर। चचा समा त कर माननीय सद य।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): एक िमनट के िलए, एक सैक ड के िलए<br />

इं ट नह ं कया, इतना सा भी मने आपको एक सैक ड के िलए भी इं ट नह ं कया।<br />

ी अ य<br />

: कृ पया समा त कर।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): ले कन आप म यह<br />

मता होनी चा हए सुनने<br />

क और हक कत को सुनने क होनी चा हए, यह कलेजा रखो आप मन म, ह न।<br />

ी अ य<br />

त: समा त कर, समा त कर। ( यवधान)<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): 2010 का जो पहला के स था वह संजय िसंह<br />

पु वजय िसंह राजपूत के ारा जो इंजीिनय रंग कालेज के र ज ार ह...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आठ पये का, आठ पये आरट आई ए ट क फ स<br />

नह ं द , बात कर रहे हो।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): आठ पये का, नौ<br />

पये का छो ़डयेगा, जुम<br />

मा णत है, िलखा हआ है इसम और िगर तार का यास जार है। आठ पये हो चाहे<br />

ु<br />

एक पया हो।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ए लीके शन क तार ख और पढ़ दो, आप तार ख पढ<br />

दो, कन- कन तार ख को इस शांता साद से...( यवधान)<br />

बता रहा हं। ू<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): म तार ख भी बता रहा हं ू आपको, धारा भी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(50)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): सारे ह फरवर , धाराएं य , तार ख प ़ढये न, सारे<br />

फरवर और माच के ह। सारे फरवर और माच के ह।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): एक-एक क मने धाराएं बताई ह, मने एक-<br />

एक क धाराएं बताई ह और एक-एक के वह बताये ह, उनके पूरे कारनामे भी बताये ह<br />

और मने ह नह ं बताये, मुझसे तो दस गुना यादा आपने बता दये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): यह शांित<br />

साद मेरे घर के सामने ह रहता है,<br />

वतं ता सेनानी रामनारायण शमा के पोते ह, उनके गैस क एजसी है। सब जगह<br />

लेकमेिलंग के िलए इ ह ने अपना काम, ऐसा नेटवक तैयार कया हआ ु है, इस पर या<br />

बोलूं...<br />

ी अ य : बराज। चचा समा त। ी गुलाब च द कटा रया। ( यवधान) बाक है<br />

या, बोिलये।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): 26.2.2010 को संजय िसंह पु वजय िसंह<br />

जो गवनमट इंजीिनय रंग कालेज के र ज ार ह उ ह ने इसके खलाफ मुकदमा दज<br />

करवाया 327,384,353 और 504 का, जसम जुम<br />

मा णत पाया गया और उनके<br />

िगर तार के यास आज भी पुिलस के ारा जार है। यारहवां के स जो है वह<br />

16.2.2010 को हआ जसम भी एक वा ण यक अिधकार कुं दनमल पु तौलाराम बोहरा<br />

ु<br />

िनवासी रानी बाजार जो क एक आ फसर है, का मिशयल टै सेशन का आ फसर है उसने<br />

इसके खलाफ मुकदमा दज करवाया और वह भी जुम<br />

िगर तार के यास आज तक जार है।<br />

यह।<br />

मा णत हआ और उसम भी<br />

ु<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): फरवर म कराया है यह भी। सारे फरवर म कराये ह<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): न बर बारहवां, न बर बारहवां सुिनये आप।<br />

कारनामे सुन लो।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): सुनाओ न तो।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): न बर बारहवां, 21.2.2010 को मोहनलाल<br />

शमा पु रामनारायण िनवासी वेध माधोराम कालोनी, बीकानेर, यह एक प कार है....<br />

Lpm/<strong>akt</strong>/1240/1l/25032010<br />

और ित<br />

त प कार ह, मामूली प कार नह ं है जसने इनके खलाफ मुकदमा दज<br />

करवाया 211, 379, 384, 417, 468, 476, 469, 484, 500, 501 ए ड 506<br />

आई.पी.सी. म, जसम भी जुम मा णत हुआ है और आज भी िगर तार के यास जार<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(51)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह। 13वां के स अ य महोदय, 13 वां के स पढ़कर बता रहा हं ू म आपको जसम क<br />

आरएसबी कू ल के ारा जो है यह 25.10.2010 को जो है के स र ज टर हआ ु 452,<br />

384 और 392 का यह भी जुम मा णत है और मा णत होने के बाद भी िगर तार के<br />

यास इसम भी जार है। न बर-14वां, थानािधकार यह एक के स है जो क थानािधकार<br />

के ारा िसफ 15 म से िसफ एक के स है जसम थानािधकार कं लेनट है, आम आदमी<br />

क लेनट नह ं है और वह के स है 379, 420 और 436 और 465 का गोवधनिसंह के<br />

खलाफ, वह भी जुम मा णत है और उसम भी िगर तार के यास आज तक जार ह<br />

और 15वां के स जो म आपको बताना चाहता हं ू वह है 2माच,2010 का जसम मनोज<br />

शमा पु महावीर साद शमा िनवासी सैटेलाइट अ पताल के ारा जो दज करवाया गया<br />

है उसम भी जुम मा णत है और यास जार है उसक िगर तार के और आ खर के स<br />

जो 16वां के स है वह 22.3.2010 को दज हआ ु है धारा 186, 383, 386, 415, 416,<br />

419, 420, 463, 465, 500, 503, 504, 507 और 120-बी, यह दलीप कु मार पु<br />

इ चंद गौड़, सहायक वा ण यक अिधकार , सूरतगढ़, यह भी गवनमट ऑ फसर ह,<br />

कॉमिशयल सैल टै स ऑ फसर ह उसके<br />

ारा जो है यह दज करवाया है। यह<br />

गोवधनिसंहजी क ज म प ी है हजूर। ु अब आप इसका या चाहते ह<br />

ी अ य<br />

: वराजे, समा त करे।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, जस ज म प ी का ज यह कर<br />

रहे ह म इ ह ं क पुिलस क कुं दनलाल बोहरा के खलाफ ए.सी.ड . का जो गवाह पढ़कर<br />

सुनाना चाहता हं ू ...( यवधान)... मा णत कये ह यह खुद नह ं चाहते क शासन या<br />

ह ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: वरा जए, वरा जए, ी कटा रयाजी।<br />

ी गंगाजल मील (सूरतगढ़): ...( यवधान)... उस पर एक मुकदमा दज हो जाए तो<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: वरा जए, ी कटा रया जी।<br />

एक माननीय सद य: अ य महोदय, मेरा गृह मं ी जी से िनवेदन है क इसे तुरंत<br />

िगर तार कया जावे।<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): अ य महोदय, म आपके मा यम से...<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): एक सै क ड, दो बात और रहे गई..<br />

ी अ य<br />

: हो गई जो भी काफ हो गई।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): दो िमनट अ य महोदय, आपक इजाजत से<br />

2010 के जो 8 मुकदम है उसम सुशीला कं वर प नी गोवधनिसंह के ारा ड .जी. पुिलस<br />

को एक प रवाद पेश कया गया और उस प रवाद पर चूं क एक म हला जो है लेकर के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(52)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आई तो ड .जी. ने सोचा क कु छ न कु छ इसम कु छ तंत होगा तो उसके मामला दे दया<br />

गया सी.आई.ड ., सी.बी. को, जो आपक मु य मांग यह थी क यह वहां से हट जाए।<br />

य क वहां का एस.पी. जो है जानकर के उसने इसके खलाफ कै सेज र ज टर करवाये<br />

ह, 15 दन म 15 करवाये ह, आर.ट .आई. क यू मांगी गई, यह मांगी गई, वह मांगी<br />

गई इस वजह से कये गये ह तो ड .जी. ने फर भी सी.आई.ड . के िलए...<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): सरकार भी डर गई, सरकार भी डर गई, कु छ नह ं<br />

हो सकता, कु छ नह ं कर सकते, आप भी चू ड़या पहन लो।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): मेर बात सुिनये, इन मुक़दम के अलावा<br />

...( यवधान)...<br />

ीमती का ता गरािसया (गढ़ ): माननीय अ य महोदय, आप चू ड़य क बात कर<br />

रहे हो, चू ड़या इतनी कमजोर नह ं है, आप म हलाओं को चू ड़य का नाम लेकर के<br />

अपमािनत नह ं करगे ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: वराजो आप।<br />

ी भंव खान (फतेहपुर): ...( यवधान)... िगर तार प डंग<br />

य है एक के बाद<br />

एक, एक के बाद एक िगर तार प डंग बता रहे हो और मुकदम दज होते जा रहे ह तो<br />

वह इतना कौनसा डॉन हो गया क उसको िगर तार ह नह ं कर रहे हो<br />

ी अ य<br />

: आप वराजे, आप वराजे।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): हां, कर रहे ह, कर रहे ह, इन मुकदम के<br />

अलावा गोवधनिसंह व उसके अ य सािथय के खलाफ 55 प रवाद, 50 और 5 प रवाद<br />

पुिलस अधी<br />

चुके ह और पुिलस अधी<br />

क, जला बीकानेर के कायालय म विभ न थान म आज तक ा त हो<br />

क, जला बीकानेर के ारा 6.3.10 को गोवधनिसंह के खलाफ<br />

ह शीटर क कायवाह खोल द गई है यह इ फोमशन है।<br />

ी अ य<br />

: ी कटा रया जी।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, म तो यह मांग कर रहा हं ू क सदन<br />

क कमेट बना दो, यह पुिलस क ताड़नाओं का अतीत या रहा होगा ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

ी वीरे<br />

: माननीय कटा रया जी।<br />

बेनीवाल (मु य सचेतक): ...( यवधान)... सदन क कमेट बना दो<br />

...( यवधान)...यह कमेट बनाने के िलए हाउस के लोर का इ तेमाल कर रहे ह<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: ी कटा रया जी।<br />

ी गंगाजल मील (सूरतगढ़): अ य महोदय, पहले इसको ...( यवधान)... बदमाश<br />

के िलए कमेट बना दो ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(53)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

: ी कटा रया जी, आप वराजो खतम हई ु बात।<br />

नरेगा म कले टर के व ा त टाचार क जांच के आदेश क पालना नह ं<br />

ी गुलाब च द कटा रया (उदयपुर): अ य महोदय, म आपके मा यम से प और<br />

वप के सभी माननीय सद य को िनवेदन भी कर रहा हं ू और आ ह भी कर रहा हं। ू<br />

यह जो नरेगा है जसके नाम से चार तरफ एक हौवा बना है इसम<br />

टाचार है,<br />

टाचार है और अब तक वधान सभा म जतने कै सेज लेकर के आये यह फज नाम<br />

िलख दया, यह बॉ बे म रहता है, यह हो गया, हम छोटे-छोटे लोग के ऊपर तो नरेगा<br />

म हए<br />

टाचार के बारे म इतनी यादा िचंितत और उस वषय पर क फज जॉब काड<br />

बन रहे ह, फज यह हो रहा है, यह बीमार नीचे नह ं है। मं ी महोदय, म आप पर पूरा<br />

यक न करता हं ू और आपने मन से कायवाह क , इसके बारे म म आपक शंसा करता<br />

हं ू क आपने मन म यह ज बात है क यह बुराई जन हाइऐ ट रक पर अगर कले टर<br />

वयं इस नरेगा को अगर<br />

टाचार का मा यम बना दे और उसके बाद भी सरकार अगर<br />

बलकु ल असहाय हो जाए तो म सोचता हं ू क हम सब लोग को वचार करना चा हए<br />

क शासिनक तं चला पाओगे<br />

क नह ं चला पाओगे या शासिनक तं यह अिधकार<br />

चलाएंगे या यह लोकतं के जन- ितिनिध, जनको जनता इस व वास के साथ भेजती<br />

ह क वह िन<br />

त प से उन पर कायवाह करगे। ले कन इस घटना ने तो इस बात को<br />

सा बत कर दया क हम से भी ऊपर अिधकार ह उनक जब तक मज नह ं होगी तब<br />

तक उनका बाल भी बांका कोई नह ं कर सकता और आपको<br />

वयं को कल कतना<br />

अफसोस हआ ु क आपने उसको तुरंत अपनी, अ य महोदय, इस घटना को गंभीरतम<br />

घटना के<br />

प म माननीय सदन ले और इसका कोई-न-कोई थायी हल िनकालने का<br />

यास करे। आज वा तव म हमको जो बार-बार दखता है क नीचे के लोग ह जो छोटे-<br />

मोटे<br />

टाचार करते ह उनको आप सूली पर लटकार के अपने मन को संतोष दे देते हो<br />

क हमने बहत ु बड़ा काम कर दया है, क ितमान था पत कर दया। ले कन<br />

टाचार<br />

ऊपर से चलता है अगर मारना चाहे तो चोर क मां को मारो तब तो जाकर के चोर पैदा<br />

होना बंद होगा और अगर उसको बचाकर के अगर हम लोग चल या आपक यह जो<br />

सार फौज यहां बैठती ह यह उनको बचाने<br />

का काम करे और हम सब लोग यहाँ<br />

तमाशबीन क तरफ से देखे तो हमको इससे यादा दःख ु और अफसोस नह ं होगा। मं ी<br />

महोदय, आपके मन क भावनाओं को समझकर के जो प आपने िलखा, म उसको पढ़<br />

रहा हं ू, आपके मन म कतनी वेदना थी और आपने कस वेदना से इस प को<br />

मु यमं ी जी को िलखा। म के वल इसिलए नह ं क म कोई इस बात को कह कर के<br />

कोई आप पर आरोप<br />

यारोप कर रहा हं ू, म आपको, सबको स मिलत करते हए ु हमको<br />

िन त प से वचार करना पड़ेगा क यह जो शासिनक तं िनरंकु श बनकर जस<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(54)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कार से इस लोकतं को बबाद करने म लगा है, इसको अगर समय रहते काबू नह ं<br />

कया तो आपके और मेरे सारे यास करने के बाद भी कु छ प रणाम नह ं िनकलेगा। जो<br />

जनता हमको यहां चुनकर के भेजती है, आपने िलखा ‘’उ त करण नरेगा से संबंिधत<br />

गंभीर िशकायत का है जो करौली जला कले टर से<br />

िशकायत<br />

संबंिधत है। नरेगा म अनेक<br />

ा त होती रहती ह परंतु यह िशकायत जला कले टर क है जो ज़ले के<br />

नरेगा का सव च अिधकार ह थम टया टाचार होना तीत होता है। अत: उ त<br />

करण क व तृत जांच पेशल ऑ डट आ द भावी कायवाह करना आव यक है। इसके<br />

अित र त 51 लाख पए क रािश के पेड़ वा तव म कहां लगाये गये यह भी फजीकल<br />

वै र फके शन कराना आव यक है।‘’ यह 11.9. का आपका प है मु यमं ी के नाम से<br />

और मु यमं ी जी क भावना को दे खए उ ह ने 11.9. को ह आपके इस प को मह ता<br />

देते हए ु उ ह ने अपनी तरफ से पहले अपने तर पर वभागीय आयु त से जानकार<br />

ा त कर ले। उनके मन म भी कह ं यह नह ं था क इसम से कोई<br />

ोटे शन कया<br />

जाए। िसत बर क घटना है और िसत बर क घटना के बाद यह फाइल चली होगी। म<br />

चाहंगा ू अ य महोदय, इसको आप एक टे ट के स बनाये और इस फाइल को एक बार<br />

आप वयं मंगवाकर के देखे इस फाइल पर कस- कस तरह का नो टंग हआ ु है और<br />

हाइऐ ट लेवल तक के यह फाइल घुमी है। इस पर इनके स पशन ऑडर हए ु ह ले कन<br />

वह सारे के सारे रफा-दफा होकर पड़े रह गये और इस पर कसी भी कार क कायवाह<br />

नह ं हई। ु यह नह ं एक-एक करोड़ के क यूटर खर दे गये, एक-एक करोड़ पए के ,<br />

आप एक उस मजदरू को पकड़ने जा रहे हो जसको 100 पया, 500 पया पेमट हआ ु<br />

है। आप और हम सब बहत ु खुश हो रहे ह क हमने बड़ा नरेगा का टाचार, टाचार<br />

क जननी कहां है इसको खँगोलने क कोिशश करो....<br />

Bhs/<strong>akt</strong>/26.3.10/12.50/1m<br />

करौली कले टर के खलाफ यह चाज है, ट क कले टर के खलाफ यह चाज, दौसा<br />

कले टर के खलाफ यह चाज है, डूंगरपुर कले टर के खलाफ यह चाज लगा है,<br />

झालावाड़ कले टर, और भी ह गे ये तो जो कु छ भी अब तक बाहर आया है इतने<br />

कले टस पर, कसी ने 85 लाख के कं यूटर खर द, कसी ने एक करोड़ के कं यूटर<br />

खर दे। ये तो कं यूटर है इसी तरह से ये जो आपने ह रत राज थान कहा है न इस ह रत<br />

राज थान म डूंगरपुर म क ितमान था पत हआ ु , िगनीज बुक म इसका नाम आया है।<br />

इसको भी एक बार देख लेने क ज रत है और देखने से इसको आपको लगेगा क कस<br />

तरह से, तो आपके ारा चली हई ु फाइल संभागीय आयु त को मु यमं ी के ारा िलखा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(55)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हआ ु 11.9 का माक और उसके बाद या तो चीफ सेके ने कया, या आपके मुख<br />

शासन सिचव ने कया जो पंचायत राज के ह और जन- जन अिधका रय से यह फाइल<br />

होकर गुजर उन सबने या कया कहां है यह फाइल आज क तार ख म आपने कल<br />

फर अपनी मंशा से पूछा क फाइल तो ढंढो ू है कहां फाइल यानी अब तक इस पर<br />

कायवाह हो जानी चा हए वो कायवाह नह ं हई ु है और वो फाइल के वल कह ं घूम रह है<br />

कसी द तर म पड़ है जस पर आपक तरफ से जो फाइल चली है उस पर इनको<br />

स पड करने के ऑडर पड़े ह उस ऑडर के ऊपर पालना नह ं होने के कारण से फाइल<br />

घूम रह है। म फर माननीय सद य , चाहे प के ह , वप के ह , म कह रहा हं क ू<br />

इस नरेगा के<br />

चाहे कोई कतना भी स<br />

जतने के सेज आप उठायगे<br />

टाचार का अगर थोड़ा बहत ु भी कह ं नीचे संदेश पहंचाना ु चाहते ह तो<br />

म य न हो अब तक इसम से कायवाह िनकलेगी न आपके<br />

य क म जस पी.ए.सी. का मबर हं उसम आप कसी<br />

ू<br />

छोटे-मोटे एक एल.ड .सी. को स पड कर दगे, कसी एक छोटे-मोटे आदमी को स पड कर<br />

दगे ले कन जो वा तव म उसम इ वो व है उनके खलाफ आज दन तक जसम म भी<br />

शर क हं ू म सरकार का भी नुमाइंदा रहा हं ू और आप सब शर क ह सार रकमंडेशन<br />

करने के बाद भी आपने आज दन तक एक कले टर के खलाफ<br />

टाचार के खलाफ<br />

कायवाह नह ं करके आपने एक ऐसा गलत संदेश दे दया क इनका बाल भी बांका कोई<br />

नह ं कर सकता तो फर हम यह लोकतं के पहरेदार रह करके अपने आपको यहां या<br />

स मािनत महसूस करते ह। म मं ी जी, आपक तार फ करता हं क आपने यह वषय<br />

ू<br />

जैसे ह यान म आया आपने वषय को उठाया ले कन प रणाम नह ं आया, प रणाम<br />

नह ं आया इसका ज मेदार कौन आप और आपका मु यमं ी और कौन ज मेदार होगा<br />

और अगर आपके आदेश क पालना न हो और यह कमचार आपक पालना न कर इससे<br />

यादा दभा य ु इस देश के लोकतं का या हो सकता है। इसको साधारण न मान कर<br />

इसक सार क सार प ावली उठाइये और उठा करके यह कहां-कहां घूमी, कहां-कहां रह ,<br />

कस- कस ने इसको डले कया और कहां संभागीय आयु त तक पहंचनी चा हए वहां<br />

ु<br />

संभागीय आयु त तक जांच के िलए आज दन तक यह फाइल<br />

सवाल का जवाब आप, म और सबको िमल कर देना होगा और इस पर कं<br />

होगा, तब नरेगा का<br />

बहादर लेने क ज रत नह ं है।<br />

ु<br />

य नह ं पहं ुची। इन<br />

ोल करना<br />

टाचार के गा। बड़ा हाथी िनकल जाए और छोटे को पीट कर<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): अ य महोदय, ...( यवधान)... आप मुझे दो<br />

िमनट द।<br />

ी अ य<br />

: इनका एडजनमट था यह।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): हां, दो िमनट द जये साहब। बहत गंभीर मामला है<br />

ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(56)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जो कटा रया साहब ने मामला उठाया है उसको आगे बढ़ाते हए म आपसे कु छ कहना<br />

ु<br />

चाहता हं। ू म राज थान के पूरे जल क बात नह ं क ं गा म िसफ बाड़मेर जले क बात<br />

क ं गा। बाड़मेर जले के अ दर...।<br />

है।<br />

ी अ य<br />

: आप अपनी सीट पर जाइये पहले। यह है सीट आपक <br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): मुझे दो िमनट द जये साहब, बहत ु ग भीर मामला<br />

ी अ य<br />

: अपनी सीट पर।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): ध यवाद। मेर गलती है वहां पीछे बैठे हए थे। ु<br />

अ य महोदय, म आपको कहना चाहता हं ू क मेरा मु ा तो...।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप बोल दो िमनट ले कन एक बात सुन ले पहले।<br />

एक िमनट बात सुिनये। लीज- लीज।<br />

अ य महोदय, आप बाड़मेर के बारे म बोलना चाहते ह, म आपका वन ता से<br />

और मं ी जी का और सारे सदन का भी यान दलाना चाहता हं ू, इस सदन म यह बहत ु<br />

मह वपूण न आपके सामने है। अ य महोदय, न यह आया क माननीय मं ी<br />

महोदय ने जला कले टर के खलाफ िलख दया और माननीय मं ी महोदय के बनेट<br />

िमिन टर ह, उनके िलखने के बाद माननीय मु यमं ी जी के पास गया और माननीय<br />

मु यमं ी जी ने िलख दया इसके बाद म भी जला कले टर अपनी जगह पर बना रहता<br />

है यह हमारे िलए बहत ह बड़े दभा य<br />

ु ु क बात होगी। यह हमार गवनस खतम हो गयी<br />

और हमारा क ोमाइज शु हो गया है इसिलए इस गवनस के िलए आव यक है आज<br />

इस बात पर माननीय मु यमं ी जी जवाब द, माननीय गृह मं ी जी जवाब द, माननीय<br />

मं ी जी जवाब द। जला कले टर के खलाफ मं ी के िलखने के बाद म सदन म आने<br />

के बाद म दो ह रा ते बचते ह अ य महोदय, या तो सरकार उसको तुरंत स पड करे<br />

इसी समय वरना इस फाइल को आप मंगाइये यहां पर और फाइल को मंगा कर प<br />

और वप के सद य के सामने रख और जन अिधका रय ने माननीय मु यमं ी जी<br />

के और मं ी जी के आदेश क अवहेलना क है या वल ब कया है उनको कसी भी<br />

कार से पद पर रहने का अिधकार नह ं है। इस सदन को सव च अिधकार ा त है।<br />

सरकार के जो भी आदेश ह उनको पालन करने का यूरो े सी का काम है और माननीय<br />

मं ी के िलखने के बाद अगर यह नह ं होता है तो हम सब लोग का यहां बैठना यथ<br />

और िनरथक सा बत होगा इसिलए अ य महोदय, यह टे ट के स है, म आपसे वन<br />

ाथना करता हं ू क आपके सामने जब यह मामला आ गया है, सरकार के सामने जब<br />

मामला आ गया है, अ य महोदय, अिधकांश काम मं ी करते ह, मं ी गवनमट होती है<br />

और उनक हम आलोचना भी करते ह, उनक सहायता भी करते ह ले कन उनके आदेश<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(57)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

का पालन न करे कोई और फर सदन म आ जाए उसके बाद म बच कर नह ं जाना<br />

चा हए और उसके बाद बच कर नह ं जाना चा हए कसी भी हालत म इसिलए दो रा ते<br />

ह जो रा ता उिचत लगे हम इसम सरकार के साथ ह। हम चाहते ह क कायवाह हो।<br />

मं ी जी क बात रखी जाए, मु यमं ी जी क बात रखी जाए और उस फाइल को सदन<br />

म मंगाया जाए और उस फाइल पर सारे ऑ फसस क ट पणी देखी जाए क कस<br />

कार अपने यूरो े सी के साथी को बचाने क बात करते ह इसिलए म माननीय अ य<br />

महोदय, आपसे यव था चाहंगा बहत ग भी<br />

ू ु र मामला है और इस ग भीर मामले को<br />

हमने अगर उठा कर छोड़ दया तो फर सदन का जो भय है और सदन के िनयम और<br />

कानून-कायदे ह जनके कारण से हम सारे शासन पर कं<br />

ोल करके चलते ह उनके िलए<br />

संकट पैदा होगा इसिलए मेर आपसे वन ाथना है अ य महोदय, आप बाड़मेर क<br />

भी उनक बात आप सुन उनक बात वो अलग मामला है उनका भी<br />

टाचार का होगा<br />

ले कन यह टे ट के स है अगर हमने इस टे ट के स म इस सदन ने अगर यह कायवाह<br />

कर ली तो म समझता हं ू क टाचार पर कं ोल करने का सबसे बड़ा काम हमार शु<br />

होगा और ज र नह ं है क हम छोटे-छोटे अफसर को ह कर, हम इन बड़ को भी कर<br />

सकते ह इसिलए अ य महोदय, म आपसे चाहंगा ू क इस ग भीर मामले म आप<br />

का नीजस ल और म सरकार से भी वन िनवेदन क ं गा क जस कार सरकार क<br />

मंशा है उस मंशा के अनुसार वो फाइल यहां पर लायी जाए, अ य महोदय को द जाए<br />

और उस फाइल को अ य महोदय, जनको भी आप बुलाना चाह, उनको बुलाएं और<br />

देख और जो भी उिचत कायवाह करनी हो आप िन त प से कर। अ य महोदय,<br />

मेरा आपसे वन आ ह है।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): अ य महोदय, जो इ ह ने कटा रया साहब ने बात<br />

उठायी ...( यवधान)... नह ं साहब बहत ु ग भीर है मामला।<br />

ी अ य<br />

: हां, आपको सुन रहा हं। ू<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): म आपसे कहना चाहता हं क जो हमारे मं<br />

ू<br />

के बारे म कहा क बहत ु ईमानदार ह, म भी इनक तार फ करता हं क इ ह<br />

ी जी<br />

ने यह मु ा<br />

उठाया और इस मु े को और, म तीन बार सांसद रहा हं कां ेस का और आज म<br />

ू<br />

वधायक हं ू बड़ा गव है और हमारे मु यमं ी जी अशोक जी गहलोत िसफ राज थान ह<br />

नह ं पूरे ह दु तान म माना जाता है, बहत व ु छ ह बहत अ छ ु इनक छ व है जहां<br />

तक ईमानदार का मामला आता है। वो कतने भी ईमानदार ह , अगर उनके अिधकार<br />

आई.ए.एस. अिधकार के इस लेवल क जो बात हई ह अगर ु<br />

उनक छ व ठ क नह ं है तो<br />

हमार सरकार को ठेस पहंचती ु है। इस मु े पर म कहना चाहता हं ू क बाड़मेर म कसी<br />

का य गत नाम लेना ठ क नह ं होगा य क वो य यहां है नह ं पर म कहना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(58)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

चाहता हं ू क जो हमारे भार मं ी ह दलीप चौधर जी यहां ह नह ं, मने उनको कहा<br />

कु छ अिधका रय के बारे म। तीन साल वहां रहा वो अिधकार और वो वापस अिधकार<br />

वहां आ गया और हमारे जन ितिनिध द त त करके गये और अगर मु यमं ी जी<br />

अगर दो एमएलए, तीन एमएलए और एमपी साइन करके दे तो हां साहब तीन दे दये<br />

ह, यह िचट िस टम है या उसक िसफा रश है यह बहत गलत है। वो वहां<br />

ु<br />

का वहां बैठा<br />

है उसके िसवाय बड़े अिधकार इनके सीओ ह उनके बारे म कु छ कहना नह ं है खुले आम<br />

मेरे पास आते ह<br />

ाम सेवक, मेरे पास आते ह बीड ओ साहब क हम या कर साहब<br />

हमको इतना ह सा देना पड़ता है उसको। इसके बारे म मने कई लोग को कहा खुले<br />

आम हो रहा है मने मं<br />

आपको।<br />

ी अ य<br />

: वरा जये।<br />

य को भी कहा वो नीचे देखते ह।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): नह ं, साहब म बहत ु ग भीर मामला बता रहा हं। ू<br />

ी अ य<br />

: आप इस मामले को तर के से उठाय माननीय सद य, जानता हं ू<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): यह हमारे कां ेस और बीजेपी का मामला नह ं है<br />

यहां यह हमार सरकार का सवाइव का मामला है हमारे मु यमं ी अशोक जी गहलोत क<br />

जो छ व बनी हई है उस छ व का मामला है इसिलए गंभीरता से लेकर जो हमारे साथी<br />

ु<br />

यहां पर बैठै हए ु ह,<br />

ी अ य<br />

: वरा जये माननीय सद य।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): बना कसी भेदभाव के जो उ ह ने कहा है उसके<br />

अ दर कटा रया साहब ने और ितवाड़ साहब ने इ ह ने जो चचा शु क है इस पर<br />

ग भीरता से सोचना चा हए और जो<br />

कोई यहां<br />

अिधकार<br />

ी अ य<br />

ट अिधकार है जसके खलाफ कर रहे ह अगर<br />

वधायक उसक िसफा रश भेजता है और उसके अ दर देखा जाता है क वो<br />

ट पाया गया है, ...।<br />

: वराज जाएं लीज।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): तो मु यमं ी को चा हए क वो एमएलए कोई हो,<br />

चाहे मं ी हो, उनके खलाफ भी कायवाह होनी चा हए। ध यवाद।<br />

ी अ य<br />

: वरा जये। आप वरा जये। वराज।<br />

जो चचा सामने आयी है माननीय कटा रया जी ने भी, माननीय ितवाड़ जी ने भी<br />

जो चचा क और इनक चचा म यह सामने आया क मं ी जी ने जांच के आदेश कर<br />

दये और उसके बाद मु यमं ी जी ने सेम डे उसी त परता से मन से जांच कराने क<br />

बात करके आदेश कये और कहा यह गया है क वो कह ं अटक पड़ है और उसको<br />

ोपर तर के से ए शन नह ं हआ ु तो इसके िलए म फाइल मंगवाऊं गा िन त प से।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(59)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कै लाश/अ ण<br />

<strong>25.03.2010</strong> 13.00 (1) 1n<br />

ी दग बर िसंह।<br />

सुजान गंगा, भरतपुर म द षत पानी छोडे जाने वषयक<br />

ू<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): अ य महोदय, भरतपुर थत ऐितहािसक<br />

कला लोहागढ के नाम से िस है। अ य महोदय, ऐितहािसक कले के चार तरफ<br />

एक बहत ु सुंदर के नाल सुजान गंगा के नाम से थत है। यह सुजान गंगा सुर ा क<br />

से भी बहत ु मह वपूण थी। कले म घुसने के के वल दो गेट है चार तरफ एक<br />

प क के नाल सुजान गंगा के नाम से थी और इसम बहत ु ह व छ पानी रहा करता था<br />

पर तु अ य महोदय, आज थित यह है क अजान बाँध से जो इन लैट था जहां से<br />

साफ पानी उस सुजान गंगा म आता था वहां से पानी आना बंद हो गया। इस पानी का<br />

जो आउट लैट था िगराज के नाल के ु िचकसाना बाँध क तरफ जो िनकलता था वहां से<br />

उसका आउट लैट बंद हो गया। े श पानी आता नह ं है और पानी िनकलता नह ं है और<br />

बलकु ल दगध ु भरा हआ ु क चड और सढा हआ ु पानी आज इस सुजान गंगा जो भरतपुर<br />

शहर के बीच बीच है, भरा हआ ु है।<br />

अ य महोदय, म आपके मा यम से यूड एच िमिन टर से िनवेदन करना चाहता<br />

हं ू क भरतपुर के िलये बहत ु ह संवेदनशील वषय है। एक बार आप इसक यव था<br />

वयं जाकर देखगे तो आप कहगे क भरतपुर के लोग कै से रह रहे ह। पूर नगर पािलका<br />

के गटर सुजान गंगा म डाल दये गये। अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी<br />

महोदय से िनवेदन करना चाहंगा ू क अगर इसम अजान बाँध से े श पानी भरने का<br />

फर से कोई ावधान कया जाये और आउट लैट का रा ता भी कया जाये और एक<br />

बार इसक अ छ तरह से सफाई हो जाये तो भरतपुर म बहत ु अ छा यह यु र ट पाइंट<br />

हो सकता है। हमार यू र म िमिन टर सामने बैठ ह आपने तो सुजान गंगा और कले<br />

को बहत ु अ छ तरह से देखा है, हमने भी आपको अंदर घूमते हए ु उस समय देखा था<br />

पर तु उस समय और आज क सुजान गंगा म जमीन आसमान का अंतर है। अ य<br />

महोदय, जतनी बीमार फै लने का खतरा सुजान गंगा से हो रहा है, जतने म छर पैदा<br />

आज सुजान गंगा के अंदर हो रहे ह और सुजान गंगा आज सुजान गंगा नह ं ब<br />

भरतपुर म एक सुसाइड पाइंट के नाम से मशहर ू हो गई है। रोजाना कोई न कोई जसको<br />

सुसाइड करना होता है, एक बार अगर कोई गलती से भी उसम िगर गया तो वापस<br />

जंदा िनकल नह ं सकता इतनी भयंकर गंदगी उसम हो रखी है।<br />

क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(60)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अ य महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहंगा ू और सरकार का<br />

यान आक षत करना चाहंगा ू क इस सुजान गंगा के िलये जो भरतपुर के िलये कसी<br />

समय जीवनदायनी थी आप िन त प से एक बार वयं उसका अवलोकन कर और<br />

उसम यथा संभव जो यव था हो सकती है उसम े श पानी अजान बाँध से लाने का<br />

और िगराज के नाल से उसका आउट लैट वापस बनाने का जससे क भरतपुर क जनता<br />

को बीमा रय से बचाया जा सके और वहां एक बहत ु अ छा<br />

यु र ट और पकिनक<br />

पाइंट डवलप कया जा सकता है, यह म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहता हं ू,<br />

ध यवाद।<br />

िनयम 295 के अंतगत ा त वशेष उ लेख के<br />

ताव<br />

ी अ य : या के िनयम 295 के अंतगत ा त सूचनाएं। ी कालीचरण<br />

सराफ, ी ानच द पारख, ी शंकर िसंह रावत, ीमती सूयका ता यास, ी अिभषेक<br />

मटो रया, ी कानिसंह कोटड , डा. फू ल च द िभ डा, डा. गोपाल जोशी, ी पाना च द,<br />

ीमती कमसा मेघवाल, ी स तोष कु मार सहारण, ी जगसीराम कोली।<br />

माननीय सद य को उनके ारा द गई सूचना को पढने क अनुमित होगी। ी<br />

कालीचरण सराफ।<br />

िनयम 295 के अ तगत वशेष उ लेख<br />

जल संसाधन वभाग म किन ठ अंिभय ताओं क पदो नित<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): अ य महोदय, म या तथा काय<br />

संचालन िनयमावली के िनयम 295 के अंतगत जल संसाधन वभाग म वतमान म<br />

कायरत किन ठ अंिभय ताओं के पछले 30-35 वष से पदो नित नह ं होने से उ प न<br />

थित पर अपने<br />

वचार कट करना चाहंगा। ू<br />

अ य महोदय, देश के जल संसाधन वभ ग म वतमान म कु ल 1600<br />

किन ठ अिभय ता कायरत है। इनम से 1000 से अिधक किन ठ अिभय ताओं<br />

पछले 30-35 साल से पदो नित नह ं हई ु है। यह किन ठ अिभय ता इतने साल से एक<br />

ह पद पर कायरत है। इ ह एक भी मोशन ा त नह ं हआ ु है और कई किन ठ<br />

अिभय ता तो ऐसे ह जनक िनयु किन ठ अिभय ता के पद पर हई ु थी और<br />

सेवािनवृ भी उनक इसी पद पर हो गई ।<br />

सावजिनक िनमाण वभाग म पछले दो वष पूव 621 किन ठ अिभय ताओं को<br />

सहायक अिभय ताओं के पद पर पदो नित द गई थी। आरएसबीएसी वभाग ने लगभग<br />

क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(61)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सभी किन ठ अिभय ताओं को सहायक अिभय तओं के पद पर पदो नित द जा चुक<br />

ह। इसी कार ामीण वकास एवं पंचायती राज वभाग म 12 वष क अविध के प चात<br />

ह लगभग सभी किन ठ अिभय ताओं को सहायक अिभय ताओं के पद पर पदो नत कर<br />

दया गया। नगर िनगम, जयपुर एवं जयपुर वकास ािधकरण म ड लोमा हो डर<br />

किन ठ अिभय ता भी लगभग 20 वष म ह अिधशासी अिभय ता के पद पर कायरत<br />

है। इसी कार राज थान हाउिसंग बोड म 15 वष के सेवाकाल के प चात ह लगभग<br />

सभी किन ठ अिभय ता से सहायक अिभय ता के पद पर पदो नत हो चुके ह।<br />

जल संसाधन (िसंचाई) वभाग ने पछले 30-35 वष से एक ह पद पर होने के<br />

कारण और मोशन न िमलने के कारण किन ठ अिभय ता कुं ठा के िशकार ह एवं कई<br />

लोग इसी पद पर रटायर भी हो गये ह। पछले 35 वष से इस वभाग म पदो नित न<br />

होना कायरत किन ठ अिभयंताओं के साथ अ याय है।<br />

अत: म वधान सभा काय संचालन के िनयम 295 वशेष उ लेख के ज रये<br />

रा य सरकार से मांग करना चाहंगा ू क शी ताशी जल संसाधन वभाग म कायरत<br />

किन ठ अिभयंताओं को सहायक अिभयंता के पद पर पदो नत कर इस वसंगित को दरू<br />

कर, ध यवाद।<br />

ी अ य : ी ान च द पारख।<br />

गाडोिलया लुहार को रयायती दर पर मकान देने वषयक<br />

ी ानच द पारख (पाली): अ य महोदय, म िनयम 295 के अंतगत रा य<br />

सरकार क जानकार म िन न बंदु लाना चाहता हं। ू<br />

अ य महोदय, पाली शहर एवं रोहट तहसील म सकड गाडोिलया लुहार प रवार<br />

है। चूं क पहले यह घुम तू जाित थी इस कारण रा य सरकार ने इनके थायी आवास<br />

हेतु िन:शु क भू ख ड एवं मकान िनमाण हेतु 35 हजार क रािश अनुदान के प म देने<br />

का<br />

लाभा<br />

ावधान कर रखा है। ले कन सरकार क इस योजना से बहत ु कम प रवार ह<br />

वत हए ु ह। पाली शहर एवं रोहट तहसील म अभी भी सकड गाडोिलया लुहार<br />

प रवार है जो सरकार भूिम पर तंबू या क चा पडवा बना कर अपने एवं अपने प रवार<br />

हेतु िसर ढकने लायक यव था कर रखी है। इनके पास राशन काड ह,<br />

े क वोटर<br />

िल ट म उनका नाम है फर भी रा य सरकार क मंशा के अनु प इ ह िनशु क भू<br />

ख ड नह ं दया गया है। भू ख ड नह ं होने पर समाज क याण वभाग ारा इ ह भवन<br />

िनमाण हेतु अनुदान भी नह ं दया जा सकता।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(62)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसी<br />

कार रोजगार क तलाश म वष पूव पाली आये अनेक अ य त गर ब<br />

प रवार िसर छु पाने हेतु जहां भी खाली जमीन दखी तंबू या बांस पर मोटे ला<br />

टक क<br />

छत डाल कसी कार जीवन बसर कर रहे ह। जसम से अनेक प रवार बांड नद के<br />

अंदर, रामलीला मैदान एवं अ य सरकार भूिम पर बसे हए ु ह। इनक आिथक<br />

ऐसी नह ं है क यह भू ख ड खर द कर क चा प का मकान बना सक। इनम से<br />

अिधकांश बावर , जोगी, ओड, सा टया, घुमंतू बंजारा आ द जाित के प रवार ह। इनके<br />

राशन काड भी बने हए ु<br />

हेतु अिधकांश समय मजदर ू<br />

थित<br />

ह एवं मतदाता सूिच म इनका नाम भी है। प रवार कापेट पालने<br />

बावजूद भी इनका नाम बीपीएल सूची म नह ं आ सका।<br />

के िलये घर से बाहर रहने के कारण अ य त गर ब होने के<br />

रा य सरकार ने 1.75 लाख गर ब प रवार को घर मुहैया कराने क घोषणा कर<br />

रखी है। मेरा सरकार से िनवेदन है क पाली शहर एवं रोहट तहसील के गांव म िनवास<br />

कर रहे वो गाडोिलया लुआर ज ह पूव म िनशु क भू ख ड एवं भवन िनमाण अनुदान<br />

नह ं िमला उन सभी प रवार को िनशु क भू ख ड एवं भवन िनमाण अनुदान दलाने का<br />

म कर साथ ह बांड नद के अंदर रामलीला मैदार एवं अ य सरकार भूिम पर िनवास<br />

करने वाले प रवार को भी बीपीएल प रवार को रयायती दर पर दये जाने वाले मकान<br />

क भ<br />

ंित मकान दये जाये।<br />

साथ ह वो बीपीएल प रवार जो के सरकार ारा द गई रािश से शह द भगत<br />

िसंह आवासीय योजना म रयायती दर से मकान पाने से वंिचत रह गये उन सभी<br />

प रवार को मकान देने का रा य सरकार से िनवेदन करता हं। ू<br />

ी अ य : ी शकर िसंह रावत (अनुप थत) ीमती सूयका ता यास।<br />

ans/<strong>akt</strong> 13.10 1o 25032010<br />

सूरसागर वधान सभा े के भैरवा नाले म अित मण, जजन द वार, आउट लेट<br />

लानसीवरेज के गंदे को ठेके ारा बेचकर स जयां उगाने एवं टमट ला ट हेतु<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर) माननीय अ य महोदय, िनयम या<br />

295 के अ तगत म आपके मा यम से सरकार का यान सूरसागर वधान सभा े के<br />

भैरवा भाकर नाले क सम या क ओर आकृ ट करना चाहती हं। ू<br />

सूरसागर<br />

े म भैरवा भाकर से जुड़ एक नहर थी जो क बरसाती पानी को<br />

जवाई नहर तक पहंचाती ु थी फर नगर िनगम ने इसम सीवरज जोड़ दये अब यह दोन<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(63)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

काय करता है अब इसम जोधपुर के भू जल रसाव क सम या के िनदान के<br />

पर परागत जल<br />

प म<br />

त से िनकला पानी भी इसम बहाया जा रहा है जो क हजार गैलन<br />

ित दन है। मतलब पूरे नाले म हजार गैलन पानी ित दन बह रहा है।<br />

इस नाले के सीवरेज के पानी को नगर िनगम, जोधपुर ारा ठेके पर बेचा रजा<br />

रहा है और इस पानी को खर द कर स<br />

से उगी स ब य से जोधपुर के लाख लोग सं<br />

जयां उगाई जा रह है। ऐसे म सीवरेज के पानी<br />

िमत बीमा रय और कई तो िनयिमत<br />

सेवन के कारण गंभीर बीमा रय से बीमार हो रहे ह। नगर िनगम जोधपुरने ठेका कर<br />

सीवरेज पानी ह नह ं बेचा ब<br />

क जोधपुर वािसय को बीमा रयां बेची है। जांच कराव, इस<br />

ठेके को देने क या शत थी इसके िलए कौन-कौन दोषी थे तुर त गंद स<br />

उगाना बंद कराया जाये। नगर िनगम जोधपुर के पास सीवरेज जल शु करण के<br />

पया त संसाधन नह ं है। सीवरेज के गंदे पानी को साफ करने के िलए पया त<br />

जयां<br />

टमट<br />

ला ट नह ं है और जो छोटा ला ट है वह काम नह ं करता है। कम से कम तीन बड़े<br />

आधुिनकतम टमट ला ट क थापना क जाये। जोधपुर के पूरे सीवरेज जल को<br />

पूणतया शोिधत कर नगर य वनीकरण के िलए काम म िलया जाव और यह सुिन<br />

कया जाव क इससे स<br />

जयां अथवा खा पदाथ उगाने के काम म नह ं िलया जायेगा।<br />

इसी गंदे पानी के नाले का पानी पछले 15 मह न से लीके ज होकर उ मेद सागर मं<br />

िमल कर<br />

कायवाह क जावे।<br />

पेयजल को द षत ू कर रहा है। इस लीके ज को रोकने के ठोस एवं व रत<br />

इतना बड़ा नाला और इसका कोई आउट लेट लान नह ं है नगर िनगम जोधपुर<br />

ारा 13 करोड़ का एक लान वीकृ ित हेतु भेजा गया है। मेर मांग है क इस लान को<br />

तुर त<br />

वीकृ त कर काय आर भ करवाया जाए। इसके अभाव म अमू य कृ ष भूिम<br />

ा रत होने से बंजर हो रह है।<br />

इस नाले आर भक ब दु कबीर नगर से होता है। यह जेड ए के योजना े<br />

क कालोनी है पर तु इस कालोनी म नाला े के बीच अित मण कर एक अवैध<br />

कालोनी बसा द गई है। इस कारण नाले का माग भी अव हो गया है। बरसात के<br />

दन म बहत ु तेज बहाव से अित मण के कारण पूरा पानी योजना े क कबीर<br />

नगर ब ती म घुस जाता है और लोग का रहना मु कल हो जाता है। े वािसय ने<br />

अनेकानेक बार शासन को िलखा है पर तु अित िमय क िमलीभगत के चलते ऐसे<br />

जन-धन हािन के कारण बन रहे अित मणक को नह ं हटाया जा रहा है। इस<br />

अित मण का तुर त हटाया जाये। पूरे भैरवा भाकर नाले को पूणतया अित मण मु त<br />

कया जावे।<br />

त<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(64)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

रयासत काल म बने इस नहर नाले क द वार बहत ु जजर हाल होकर कई जगह<br />

से तो पूर तरह टट ू गई है। ऐसे म आए दन इसम आम जन और पशुओं के िगरने,<br />

दघटना त ु होने क घटनाएं घ टत होती है। इन द वार को पूर तरह मर मत करने के<br />

िलए अ वल ब वीकृ ित दान कर काय आर भ कराये। ध यवाद।<br />

ी अ य : ी अिभषेक मटो रया।<br />

ी शंकर िसंह ( यावर): अ य महोदय, मेरा न बर, मेरा 295...<br />

ी अ य<br />

: आप बराज जाइये, मने अिभषेक मटो रया का नाम िलया है।<br />

आर.पी.एस.सी. िश क भत से वंिचत छा को शािमल करने के संबंध म<br />

ी अिभषेक मटो रया (नोहर): अ य महोदय, या के िनयम 295 के तहत<br />

म आपके मा यम से सरकार का यान उन नौजवान छा के भ व य क ओर दलाना<br />

चाहंगा ू जसम छा के हत पर कु ठाराघात कया जा रहा है। अ य महोदय, राज थान<br />

यूिनविसट स हत देश के विभ न व व व ालय से स 2008-9 को बीएड पर<br />

वाले कर ब 50 हजार व ािथय को सरकार और<br />

भुगतना पड़ रहा है। दरअसल ये वे छा ह ज ह देर तक चली वेश<br />

ा देने<br />

शासिनक लापरवाह का खािमयाजा<br />

कया के कारण<br />

अब प रणाम के िलए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। कई व ाथ तो चयिनत होने के<br />

बावजूद एमएड म दा खले से भी वंिचत हो गए। विभ न व व व ालय म कर ब 85<br />

हजार व ािथय ने पछले स क बीएड पर ा द है ले कन अब उनका प रणाम<br />

घो षत नह ं हो सका, जसका मु य कारण पर ाएं देर से होना है। पीट ईट वेश<br />

या इस वष फरवर महा तक चलने के कारण कोस का समय भी पूरा नह ं हो पाया<br />

साथ ह 180 व कग डे होने क बा यता के चलते पूरा स लेट हो गया।<br />

अ य महोदय, इसी दौरान राज थान लोक सेवा आयोग 2008 चयिनत िश क<br />

को एक कड़े िनयम क वजह से अपा करार दया जा रहा है। आरपीएससी ने 9 भत<br />

व ापन जार कये जसम पा ता क शत िल खत पर से पूव रखी थी और उसी<br />

समय रा य म जो 85000 छा बीएड कर रहे थे उ ह भी िश भत फाम भरने का<br />

मौका दया गया य क तब उ ह बीएड ड ी आरपीएससी क िल खत पर ा से पूव<br />

िमलने के आसार थे। इसी संबंध म बीकानेर व व व ालय के माननीय कु लपित ने भी<br />

रा य सरकार को प िलखकर पर<br />

िश<br />

ाएएं समय पर कराने का आ ह कया था ता क<br />

क बनने का सपना संजाए ये छा अपनी नौकर खो न द। मगर रा य सरकार के<br />

अनुमित नह ं देने क वजह से बीएड का स एक साल तक चला और इसी दौरान<br />

आरपीएससी का प रणाम घो षत हो गया ले कन अब राज थान लोक सेवा आयोग भत<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(65)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

पर ा म उत ण आए उन 150 होनहार छा को बैक डेट म ड ी लाने को कह रहा है<br />

जब क अभी तक पा ता जांच का काम चल रहा है। जहां एक ओर सरकार िश क<br />

गुणव ता को बढ़ावा देने हेतु िश क के िश ण के नाम पर करोड़ पये खच कर रह<br />

है वह ं इन िश त िश क को आपर एससी िनयम का हवाला देकर बाहर कर रह है।<br />

अ य महोदय, अ त म म िनवेदन करना चाहंगा ू क अ य रा यो म जहां<br />

िश क भत पर ा म बीएड क अंक तािलका काउं सिलंग के समय मांगी जाती है तो<br />

रा य सरकार ऐसा उदाहरण हमारे यहां भी पेश कर तथा आरपीएससी को िनदिशत करते<br />

हए ु भत म पा ता जांच क समय सीमा बढ़ाने का ऐितहािसक फै सलास इन बेरोजगार<br />

छा के भ व य को संवारने म ले। ध यवाद।<br />

ी अ य<br />

: ी कानिसंह कोटड़ ।<br />

वधान सभा<br />

े िसवाना क मह वपूण धािमक थल को<br />

जोड़ने वाली सड़क का डामर करण।<br />

ी कानिसंह कोटड़ (िसवाना): अ य महोदय, संचालन एवं या िनयम<br />

295 के अ तगत म राज थान सरकार एवं माननीय सावजिनक िनमाण वभाग के मं ी<br />

जी कास यान आक षत करना चाहंगा ू क वधान सभा े िसवाना म कई दाशिनक<br />

एवं धािमक थल है वहां पर दरू दराज के लोग धािमक थल के दशन करने के िलए<br />

आते ह एवं दशनािथय क भीड़ रहती है पर तु धािमक<br />

थल पर जाने हेतु डामर<br />

सड़क क कोई सु वधा उपल ध नह ं होने से दशनािथय को काफ दु वधा का सामना<br />

करना पड़ रहा है। वधान सभा<br />

े िसवाना के लोग क जन मांग एवं दशनािथय क<br />

मांग को देखते हए ु धािमक एवं दाशिनक थान को डामर सड़क से जोड़ा जाना िनता त<br />

आव यक है ता क दशनािथय को आवागमन क सु वधा उपल ध हो सके । इन सभी<br />

प र<br />

थितय को देखते हए ु :-<br />

1. िमय का वाड़ा से मठ खरं टया 3 कमी<br />

2. मांगी से ख डेर माता मं दर 1 कमी<br />

3. देव द से भीड़ भंजन महादेव मं दर 1 कमी<br />

4. फू लण से झ रया महादेव मं दर 2 कमी<br />

5. इ ाणा से पीपिलया महादेव मं दर 5 कमी<br />

6. जुना मोतीसरा से पहाडे वर महादेव मं दर 4 कमी<br />

7. मांगी से सुकले वर महादेव मं दर 3.5 कमी<br />

8. गुडानाल से थान माता हंगलाज मं दर 5 कमी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(66)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

9. तेलवाड़ा से गोगा जी का मं दर 3 कमी<br />

उ त सड़क को डामर सड़क के तहत शी जोड़ने हेतु वीकृ ित दान कर<br />

दशनािथय एवं जनता को राहत पहंचाने ु का आ ह करता हं। ू ध यवाद।<br />

ी अ य<br />

: ी फू लचंद िभ ड़ा।<br />

रा य क अनुदािनत िश<br />

ण सं थाओं को रा य सरकार ारा<br />

दान कया जा रहा अनुदान जार रखने के संबंध म<br />

े े<br />

े<br />

े<br />

ी फू लच द िभ डा ( वराट नगर): अ य महोदय या तथा काय संचालन<br />

िनयम सं या 295 के अ तगत िनवेदन है क राज थान म अनुदािनत िश ण सं थाओं<br />

क सरकार ाथिमक व उ च ाथिमक तर पर 730, मा यिमक व उ च मा यिमक<br />

तर पर 289 सं कृ त िश ा म 50, महा व ालय तर पर 72 तथा 3-3 बीएड एवं<br />

कृ ष महा व ालय संचािलत है। राज थान म अनुदािनत िश ण सं थाएं यादातर<br />

सामा जक सं थाओं ारा चलायी जा रह है तथा अ छ िश ा दे रह है। सरकार<br />

सं थाओं क तुलना म इन सं थाओं क कायकु शला सकारा मक एवं गुणा मक प से<br />

ठतर है फर भी कु छ िश ा मा फया तथा िश ा के मं बढ रह य गत एवं<br />

पा रवा रक सं थाओं के दवाब एवं उ च वग से आये नौकरशाह क अपने पीढ का<br />

वच व बनाने के चाल के कारण सरकार ने अनुदािनत सं थाओं क यव था को समा त<br />

करने पर आमादा है। सीकर, झु झुनू जले का उदाहरण हमारे सामने है क अनुदािनत<br />

िश ण सं थओं के आधार पर िश ण सं थाओं का औसत तथा िश ा क मा ा देश म<br />

सव च है।<br />

सरकार एवं व व व ालय अनुदान आयोग के करोड़ो पये तथा एक पये क<br />

रािश पर अरब पये क भूिम भी इन अनुदािनत सं थाओं के पास है फर सरकार ऐसा<br />

िनणय य लेने जा रह है। सरकार को पुन वचार करना चा हए तथा सरकार के ित<br />

िश क,छा ,सरकार को आधार मानकर तुलना करने को नुकसान के आधार पर िनणय<br />

करना चा हए। सरकार इन सं थाओं क जमीन क क मत के याज से भी कम अनुदान<br />

से इन सं थाओं को ठ तर के से संचािलत कर सकती है।<br />

समाज हत एवं रा य हत क अनदेखी के बावजूद भी य द सरकार ितगामी<br />

िनणय पर य द आमादा हो तो कायरत कम के अिधकार क र ा हेतु<br />

पशन,सेवाशत ,पीएफ, यूट , व र ठता आ द क सवमा य नीित संबंिधत प कार से<br />

िमलकर बनाने चा हए तथा शहर के मु य थान पर थत भूिम भवन का अिध हण<br />

करने का भी िनणय करना चा हए।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(67)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अ छा तो यह होगा क िनणय पर पुन वचार कर कायरत िश ण एवं किमय को<br />

उनक समाज हत क सेवाएं ित छा , िश क अनुपात एवं यय को यान म रखकर<br />

अनुदान जार करना चा हए। ध यवाद।<br />

दगा ु / पाठ 25032010 1320 1p<br />

पानाच द। (अनुप<br />

ी अ य : डा. गोपाल जोशी। डा. गोपाल जोशी। (अनुप थत) ी पानाच द। ी<br />

थत) ीमती कमसा मेघवाल।<br />

भोपालगढ़ वधान सभा<br />

े म सड़क का सु ढ़ करण कया जाना<br />

ीमती कमसा मेघवाल (भोपालगढ़): माननीय अ य महोदय, या तथा काय<br />

संचालन िनयम 295 के तहत म सरकार का यान आक षत करना चाहती हं क मेरे ू<br />

वधान सभा े भोपालगढ़ के ामीण े म सड़क क हालत बहत दयनीय थित म<br />

ु<br />

है। भोपालगढ़<br />

ाम से गोटन रोड वाया रजलानी, नाड़सर होते हए ु गोटन रेलवे टे शन<br />

तक या ी सफर करते ह। यह सड़क बहत ु ह खराब व टट ू -फू ट चुक है। यह रा ता मा<br />

25 कलोमीटर का है। इस सफर म एक घ टे से यादा का समय लग जाता है। इस<br />

सड़क क मर मत काफ वष से नह ं हई ु है, तथा यह पूण प से टट ू चुक है। इसे नई<br />

सड़क बनाई जाए ता क ामीण को राहत िमल सके ।<br />

मेरे वधान सभा<br />

े क अिधकतम सड़क टट ू -फू ट ह जनक मर मत करवाई<br />

जाए और अभी बनाड़ से कु चेरा वाया आसोप तक डामर सड़क को चौड़ा कया जा रहा है<br />

जसम िनमाण काय पर घ टया क म क साम ी उपयोग म ली जा रह है। इसम<br />

सुधार क आव यकता है। पुरानी डामर सड़क को तोड़कर नई डामर सड़क बनाई जा रह<br />

है, जसको पूर सड़क को तोड़ा नह ं जा रहा है। जेसीबी से मा थोड़ा सी तोड़-फोड़ कर<br />

डामर बछाया जा रहा है, जो गलत है। ठे के दार को फायदा पहंचाने क नीयत से काय<br />

ु<br />

क देखरेख सह नह ं हो रह है और ना ह सह माल लगाया जा रहा है। आप से<br />

िनवेदन है क इस काय क जांच करवाकर सह साम ी का उपयोग कर मापद ड के<br />

अनुसार काय करवाया जावे जससे सरकार का पैसा सह काय पर लग सके और काय<br />

भी सह कया जा सके । ध यवाद।<br />

ी अ य : ी संतोष कु मार सहारण। ी संतोष कु मार सहारण (अनुप थत)<br />

ी जगसीराम कोली।<br />

रेवदर वधान सभा<br />

े के कितपय मजर को राज व ाम घो षत कया जाना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(68)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी जगसीराम (रेवदर): माननीय अ य महोदय, संचालन एवं या िनयम<br />

295 के अ तगत िनवेदन है क वधान सभा े रेवदर म ाम पंचायत जीरावल के<br />

अधीन मजरा देवका आया हआ है। पछले<br />

ु 25 वष से इसे राज व ाम घो षत करवाने<br />

हेतु यास हो रहे ह ता वतमान म आबाद भी कर ब 350 के कर ब है। रा य सरकार के<br />

िनयम के अनुसार 250 क आबाद वाली मजरा को राज व<br />

ाम घो षत हो जाना<br />

चा हए था। मगर रा य सरकार ने इस ढाणी क जानकार आज तक नह ं ली तथा<br />

राज व वभाग ारा आज दन तक कसी कार का सव नह ं करवाया गया तथा न ह<br />

आज दन तक इस ढाणी को राज व ाम घो षत करने हेतु ताव बनाया गया है। ऐसा<br />

स<br />

य हो रहा है। इस ढाणी के िनवािसय के मतदाता प रचय प भी दसरे गांव म ू<br />

मिलत ह तथा जोब कॉड भी दसरे ू गांव म िलखे गये ह, ऐसा य <br />

यह नह ं, मेरे वधान सभा े रेवदर म ाम पंचायत धवली के अधीन मजरा<br />

या रया म भी वतमान मापद ड के अनुसार आबाद कर ब 300 से ऊपर है। मगर आज<br />

तक राज व वभाग सो रहा है। उसे<br />

ताव बनाने क फु सत नह ं िमल रह है। म मं ी<br />

महोदय से मांग करता हं क संबंिधत वभाग ने आज दन तक इन मजर के<br />

य नह ं बनाये। इसक जांच करा कर दोषी अिधका रय को सज़ा द। तथा म मांग<br />

ताव<br />

करता हं ू क इसी स म इन ढा णय को राज व ाम घो षत करवाने के आदेश कराव<br />

ता क इन गांव म रहने वाले अनुसूिचत जाित के भाइय को मूलभूत सु वधाएं िमल<br />

सक। ध यवाद।<br />

ी अमीन खां (रा य मं ी, व फ): 2011 तक नह ं होगा।<br />

ी जगसीराम (रेवदर): नह ं होगा, फर उसके बाद<br />

ी अमीन खां (रा य मं ी, व फ): हम देखगे। ( यवधान)<br />

ी जगसीराम (रेवदर): तो ढा णय के िलये या होगा<br />

ी अ य<br />

: आप वरा जये, के वल पढ़ा जाता है।<br />

ी जगसीराम (रेवदर): साहब, ये जवाब दे रहे ह ना, मं ीजी।<br />

ी अ य<br />

: आसन पैर पर है, कृ पया वराज।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): अ य महोदय, एक िनवेदन करना था,<br />

आसन पैर पर है, कै से बोलूं।<br />

ी अ य<br />

: ठ क है।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): अ य महोदय, मने िनयम 157 म<br />

वलेज मोशन मूव कया था, नो टस दया था। अभी तक उस पर कोई िनणय नह ं<br />

हआ ु है। टेबल वा तव म कया नह ं है, यह आपका खुद का रकाड बता रहा हं। ू इसिलये<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(69)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उस पर कोई यव था द जाए।<br />

जाएगी।<br />

ी अ य<br />

: आपने जो करण दया है, वह वचाराधीन है, उस पर यव था द<br />

आज दनांक 25 माच, 2010 को शू यकाल म बोलने हेतु 16 पिचयां ा त हई ह ु<br />

जनम से शलाका ारा चार पिचयां िनकाली गई ह, जो िन निल खत ह:<br />

1 ीमती संजना आगर , बस दघटना ु म, रायपुर माली समाज के मृतक के<br />

आि त व घायल को मुआवजा बढ़ाने के स ब ध म।<br />

2 ी ओम बड़ला, कोटा स भाग म राज थान उ च यायालय क ख डपीठ<br />

था पत करने के स ब ध म।<br />

3 ी शाले मोह मद, जैसलमेर जले के उपिनवेशन े नाचना म ओपन<br />

नीलामी भूिम को डनो टफाई गजट करके सामा य आबंटन करने एवं क़द मी क जेदार<br />

भूिमह न कसान को सामा य आबंटन करने के स ब ध म।<br />

4 ी रामनारायण मीणा, ाम सेवा सहकार सिमित के उिचत गठन तथा यापत<br />

अिनयिमतता व<br />

ीमती संजना आगर ।<br />

टाचार के स ब ध म।<br />

रायपुर (पाली) बस दघटना के मृतक के आि त व घायल को देय मुआवजा<br />

ु<br />

रािश बढ़ाया जाना<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): माननीय अ य महोदय, मेरे वधान सभा े<br />

सोजत के माली समाज के या<br />

य क बस दनांक 09.02.2010 को सोजत से ह र ार<br />

कु भ मेरे के िलये रवाना हई ु थी। उसके रवाना होने के एक घ टे प चात रायपुर से<br />

लगभग 3 िमलोमीटर क दर पर या<br />

य से भर हई ु बस पलट गई। दघटना म 48<br />

या ी घायल हुए। घायल मर ज म 38 म हलाएं, 3 लड़ कयां, 5 पु ष व 2 लड़के थे।<br />

माननीय अ य<br />

जी, उसके अ दर घीसी देवी प नी पोखारामजी, सुकनी देवी प नी<br />

द पारामजी क मृ यु ऑन पाट हो गई थी। घायल को 2-2 हजार पये मुआवजा िमला<br />

और मृतक के आि त को 20-20 हजार<br />

पये सहायता िमली। मेरा माननीय मं ी<br />

महोदय से िनवेदन है क जो घायल य ह, उनको 2-2 हजार पये मुआवजा िमला है,<br />

इस मुआवजे को आप बढ़ाय य क एक य जब घायल होता है और उसक र ड क<br />

ह ड टट ू जाती है तो कम से कम<br />

6 मह ने उसके काम करने क हालत नह ं रहती है<br />

और अगर एक य जो कमाने वाला हो, इस पोजीशन म हो जाता है तो उसके प रवार<br />

का पालन-पोषण कौन करेगा। इसिलये मेरा माननीय मु य मं ीजी और मं ीजी से<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(70)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िनवेदन है क आप घायल को और मृतक को जो 20-20 हजार<br />

पये का अनुदान<br />

उनको दे रहे ह, इसको आप बढ़ाकर उनको अिधक रािश दान कराव। म आपको बताना<br />

चाहंगा क हमारे माननीय गृह मं ी महोदय ने दनांक<br />

ू<br />

सवाई माधोपुर इलाके म बस के नद म िगर जाने से 26 य<br />

15 माच, 2010 ात: को जला<br />

य क मृ यु होने के<br />

स ब ध म एक व त य देते समय दघु टना म मृतक को 50-50 हजार पये दये जाने<br />

क घोषणा सदन म क । ऐसी ह घटना, दनांक 08/09/2007 को रामदेवरा मेले म जा<br />

रह<br />

ालुओं को ले जा रहे क के सौ फट क खाई म िगरने से मारे गये 113 लोग<br />

को 50-50 हजार पये क सहायता रािश द गई। माननीय मं ीजी से मेरा िनवेदन है<br />

क मेरे वधान सभा<br />

े म हाल ह म रायपुर म बस दघटना म घायल को<br />

ु<br />

2-2 हजार<br />

व मृतक को 20-20 हजार पया मुआवजा दया गया। मेरा आपसे यह अनुरोध है क<br />

आप पूरे राज थान के मं ी ह, पूरा राज थान आपका है। तो दघटना ु के अ दर आप जो<br />

भी सहायता रािश देते ह, पूरे राज थान के अ दर, जैसे बस दघटना ु हई ु है, वह चाहे<br />

घायल हए ु ह चाहे वह मरे ह, एक समान, बना भेद-भाव से, सभी घायल को आपको<br />

मुआवजा देना है तो एक दगे और मृतक को अगर आपको सहायता रािश देनी है तो<br />

आप बना भेदभाव से एक ह िनयम और<br />

या के तहत उ ह मुआवजा दगे।<br />

VPS-AKT-<strong>25.03.2010</strong>-13.30-1q<br />

मेरे<br />

े के अ दर हाल ह म यह जो दघटना हई है ु ु 9.2.2010 को इसके अ दर<br />

आपने घायल को 20-20 हजार पये मुआवजा दया है।<br />

ी अ य<br />

: आप भाषण दे रहे ह। आप वरा जये।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): म माननीय मं ी महोदय से यह जानना चाहती<br />

हं ू क आपने यह कौनसी भेदभाव क नीित अपनाया है आपसे मेरा यह िनवेदन है क<br />

यह जो मृतक हए ह उनको तुर त<br />

ु भाव से कायवाह करके ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: समा त क रये।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): 20 हजार से उनका मुआवजा बढ़ा कर इनको<br />

पचास-पचास हजार पये दया जाए और पचास हजार क जगह अगर आप दो-दो लाख<br />

पये दगे तो स ता म बैठे ह, आपक बहत मेहरबानी होगी य<br />

ु<br />

क एक गर ब आदमी<br />

जब मर जाता है तो उसके प रवार का भरण-पोषण करने वाला कोई नह ं होता है। यह<br />

माली समाज का मैटर है। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: ी ओम बरला।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): एक िमनट बोलने दो न।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(71)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

वधान सभा<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय अ य महोदय, 15 फरवर को चौमूं<br />

गये ह। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

े म भी 9 लोग क मृ यु हो गयी। वहां पर भी 20-20 हजार पये दये<br />

: माननीय सद य, आपका वषय ह नह ं है।<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): म इसम िनवेदन कर रहा हं क दोन जगह कम<br />

ू<br />

से कम पाँच लाख पये क सहायता रािश दलवाने क मांग करता हं। ू कृ पया, इस पर<br />

यान द। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: आप वरा जये। ी ओम बरला।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): माननीय अ य महोदय, मेरा दसरा मैटर है ू<br />

लीज। ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

आता है इसम। दसरा नह ं आता है।<br />

ू<br />

: दसरा ू मैटर इसम नह ं आता है। माननीय सद या, दसरा ू मैटर नह ं<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): इसी म है। माननीय अ य महोदय, इसी के<br />

साथ लोज है। एक ह है वह। माननीय अ य महोदय, 15.9.2008 को कर ब 8.15<br />

पर ाम िछत रया म बजली िगरने से कृ षक क प नी ...( यवधान)...<br />

यह मैटर है।<br />

ी अ य : माननीय सद य, यह अलग न है। इसम नह ं आयेगा यह।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): और यह चीज है माननीय अ य महोदय,<br />

ी अ य : ी ओम बरला। अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ी ओम<br />

बरला। बजली का संबंध नह ं है इसका, आपका बस दघटना के संबंध म रखा है यह।<br />

ु<br />

ओम बरला।<br />

ओम बरला।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): 000<br />

ी अ य : अं कत नह ं होगा। यह अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ी<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): 000<br />

ी अ य<br />

: आप वराज। आप वराज। अं कत नह ं होगा। अं कत नह ं होगा। ी<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा। ी ओम बरला।<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(72)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हाड़ौती स भाग के अ दर उ च यायालय क ख डपीठ खोलने बाबत ्<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): माननीय अ य महोदय, हमारे सं वधान म<br />

िलखा है क याय ा त करने वाले को स ता याय िमले, सुलभ याय िमले, व रत<br />

याय िमले।<br />

माननीय अ य महोदय, आजाद के बाद देश के अ दर हर वके करण हआ ु<br />

है ले कन माननीय अ य महोदय, कोटा जो हाड़ौती का मुख के है उस कोटा के<br />

अ दर कोटा िसयासत के त कालीन महा मा कास ने 7.12.1938 को कोटा के िसयासत<br />

म हाई कोट क थापना क थी। उसके बाद जब देश का वलय हआ ु , उसके बाद वहां<br />

हाई कोट समा त कर द गयी और देश के अ दर, जोधपुर के अ दर 1949 के अ दर<br />

उ च यायालय क मु य पीठ खोली गयी और उसक अित र त पीठ जयपुर के अ दर<br />

खोली गयी।<br />

माननीय अ य महोदय, आजाद के 19 साल बाद जयपुर को मु य पीठ का<br />

दजा दया गया और उसके बाद 1977 से लेकर अभी तक राज थान के अ दर कोई उ च<br />

यायालय क ख डपीठ नह ं खुली है। माननीय अ य महोदय, हाड़ौती पूरे राज थान<br />

का एक मुख के है। इस राज थान उ च यायालय जयपुर के अ दर एक लाख 50<br />

हजार मुकदमे लं बत ह उसम कोटा, बूंद , बारां, झालावाड़ के 57 हजार, यानी 38<br />

ितशत मुकदमे इस सारे<br />

े के लं बत है अगर इसम सवाईमाधोपुर को शािमल कर<br />

िलया जाए तो 48 परसट मुकदमे इस कोटा, बूंद , बारां, झालावाड़ और सवाईमाधोपुर के<br />

लं बत ह।<br />

माननीय अ य महोदय, कोटा का, बारां का शाहबाद का इलाका जहां सह रया<br />

रहते ह, म य देश से नजद क का इलाका पड़ता है। इधर मोहन और थान का आ दवासी<br />

इलाका, वहां से लेकर जयपुर क दर चार सौ कलोमीटर है। उस गर ब सह रया को<br />

ू<br />

याय ा त करने के िलए वह, आ दवासी ामीण े को याय ा त करने के िलए<br />

400 कलोमीटर दर या ू य ा त करने के िलए आना पड़ता है। माननीय अ य<br />

महोदय, मेर सरकार से मांग है क सरकार यह प ट करे क आ खर यह उ च<br />

यायालय क ख डपीठ खोलने का काम कौन करेगा य क हमारे कोटा, बूंद ,<br />

झालावाड़ के अिभभाषक ने 130 दन तक हड़ताल रखकर, हाड़ौती क तमाम जनता ने<br />

सरकार से मांग क । राज थान सरकार के विध मं ी जो अभी यहां पर नह ं ह वे भी<br />

कोटा का ितिनिध व करते ह। उनसे भी आकर वक ल िमले और उ ह िनवेदन कया,<br />

आ ह कया, अपना प रखा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(73)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय अ य महोदय, म इतना ह िनवेदन करना चाहता हं क सरकार यह<br />

ू<br />

थित प ट करे क उ च यायालय क पीठ खोलने का काम कौन करेगा<br />

य क<br />

हमारे अिभभाषक जब राज थान के मु य यायािधपित से िमले तो उ ह ने कहा क यह<br />

उ च यायालय क ख डपीठ खोलने का काम सरकार करेगी। सरकार अपनी<br />

प ट कर। राज थान सरकार ने अभी भी इस ख डपीठ को खोलने के िलए कोई<br />

नह ं भेजा है। म य देश के अ दर जो भौगोिलक<br />

थित<br />

ताव<br />

से छोटा है। तीन-तीन उ च<br />

यायालय क ख डपीठ है। माननीय अ य महोदय, सरकार स ता याय दलाना<br />

चाहती है, सुलभ याय दलाना चाहती है, एक तरफ<br />

ाम यायालय खोल रह है, दसर ू<br />

तरफ उसको याय ा त करने के िलए जहां पर डेढ़-डेढ़ लाख मुकदमे हो, या सरकार<br />

बताये उन मुकदम का कै से ज द िन तारण कया जाएगा<br />

म सरकार से मांग करना चाहता हं ू क सरकार अपनी थित प ट करे क यह<br />

उ च यायालय क ख डपीठ खोलने का काम सरकार करेगी या उ च यायालय करेगा<br />

यह<br />

थित अभी तक प ट नह ं हई ु है इसिलए मेर सरकार से मांग है, सरकार को<br />

स ता, सुलभ याय दलाने के िलए राज थान के अ दर इस हाड़ौती स भाग के अ दर<br />

उ च यायालय क ख डपीठ खोलने का<br />

याय िमल सके । यह मेर आपसे मांग है। बहत ु<br />

ी अ य<br />

: ी शाले मोह मद।<br />

ताव भेजना चा हए ता क स ता और सुलभ<br />

-बहत ध यवाद।<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): ध यवाद माननीय अ य महोदय।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय अ य महोदय, इनका नाम<br />

बदलकर एस.मोह मद कर दया जाए। एस. मोह मद।<br />

ी अ य<br />

: आपको या पता<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): नह ं, वे विध मं ीजी कई बार बोल लेते ह,<br />

बारबार ऐसे गड़बड़ हो जाती है। ...( यवधान)...<br />

हं आपसे। ू<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): वह म अलग से बात क ं गा।<br />

ी अ य<br />

: आप वराज। इनका नाम बदलने का अिधकार आपको नह ं है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप सूचना िनकाल द यह म िनवेदन कर रहा<br />

उपिनवेशन<br />

े नाचना म भूिमह न कसान को भूिम आवंटन<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

रा य सरकार का यान आक षत मेरे नहर े , उपिनवेशन े नाचना म जस कार<br />

से रा य सरकार ने खुली नीलामी भूिम, जो राज थान का कोई भी य आये, नो-<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(74)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आ जे शन लेकर के , उसम स ावी का तकार का भी कोई स ट फ़के ट नह ं, कोई अ य<br />

ावधान भी नह ं रखे गये। जो य आये और वह खुली नीलामी से वह जमीन ले<br />

सके । मेरा रा य सरकार से यह िनवेदन है क हमारे जैसलमेर जले म 65 हजार<br />

आवेदन जो भूिम ह न लोग ह, उन लोग के आवेदन िलये गये थे और मेरे एक न के<br />

उ तर म पछले दन मुझे यह भी जवाब िमला था, म नाचना क बात क ं तो नाचना<br />

के अ दर मेरे 14 हजार आवेदन अभी तक र त पड़े ह वहां पर। जो भूिम ह न लोग है,<br />

ज ह ने आवेदन कर रखा है जनको भूिम आवंटन होना बाक है।<br />

िशव/अ ण/25.3.2010/13.40/2a<br />

सरकार ने मुझे यह उ तर दया है क हमारे पास उन लोग के िलये भूिम नह ं<br />

है। दसर तरफ जो<br />

ू<br />

13 हजार है टेयर कमांड और अन-कमांड भूिम है, उस भूिम को खुली<br />

नीलामी म रखी गयी है, जब क जो वहां के िनवासी ह, उन लोग का पहला हक बनता<br />

है। जब वहां पर कु छ भी नह ं था, नहर बाद म गयीं, िसंिचत<br />

का पानी नह ं था, उस समय वहां के लोग ने वहां क प र<br />

प र<br />

े बाद म हआ ु , जब पीने<br />

थितय को देखते हए वहां ु<br />

थितयां झेली थीं। आज जो भूिमह न लोग ह, उनके य द आवेदन र त पड़े रहे और<br />

रा य सरकार उस भूिम को खुली नीलामी भूिम म य द जो बाहर का कोई य आये,<br />

बना कसी क मदद के जैसलमेर रा य सरकार को अरब पये दये ह। आज 10 जल<br />

के लोग वहां नहर<br />

े म बसे हए ु ह। आज उनका पहला हक बनता है, जो भूिमह न ह,<br />

उनको पहले आंवटन होना चा हये और उसके बावजूद भी जब आप मुझे ह यह उ तर दे<br />

रहे ह क हमारे पास जमीन नह ं है और दसर तरफ खुली नीलामी रखते ह तो वहां के<br />

ू<br />

लोग के साथ यह बहत ु बड़ा अ याय है और इस तरफ पहले भी इस कार का नाचणा<br />

म उपिनवेशन मामला आया था, उस समय भी एक उ प धारण कर िलया था। वहां<br />

के लोग ने पुरजोर श द से इसका वरोध कया था। इसिलये मेरा रा य सरकार से यह<br />

िनवेदन है क वापस वह<br />

पड़े और फर<br />

थित नह ं बन जाये क वहां के लोग को आ दोलन करना<br />

थित एकदम खराब हो जाये। मेरा सबसे पहले िनवेदन यह है क जो<br />

खुली नीलामी क भूिम रखी है, उसको ड-नो टफाइड करके वहां के जो भूिमह न लोग ह,<br />

उनको पहले सामा य आवंटन कया जाये और सामा य आंवटन करने के बाद म य द<br />

कोई भूिम बचती है तो फर उसको नीलामी भूिम के िलये आर<br />

त कया जाये। अ यथा<br />

वहां के लोग का पहला हक बनता है इसिलये सबसे पहले वहां के लोग को मौका देना<br />

चा हये। इसी अनुसार जो लोग 1976 म जनक कद मी जमीन है, वह लोग आज तक<br />

वहां बसे हए ु ह, उनके प रवार को एक बीघा भी जमीन आवंटन नह ं हई ु है और बाहर के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(75)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

लोग को जमीन आवंटन हई है त का ु लीन सहायक भू- ब ध अिधकार ारा क जा<br />

का त के आधार पर जो उस समय प टा जार कया था, पचा लगान के प म वह पचा<br />

लगान भी उन लोग के पास पड़े ह। उन लोग के ब च को, प रवार को अभी तक कोई<br />

भूिम अलॉट नह ं क है। इसिलये मेरा यह िनवेदन है जो कद मी क जेधार लोग ह, जो<br />

आज तक वहां बसे हए ह रेतीले धोर म<br />

ु , जो प र थितयां झेली ह, उन लोग का पहला<br />

हक बनता है। उसके अनुसार भूिम आंवटन सलाहकार सिमित क राय से जो ड एल सी<br />

दर है, उस ड एल सी दर के हसाब से चार या पाँच या दस क त करके उन लोग को<br />

भी भूिम आंव टत क जाये, य क बार बार कभी 90 बी बनती है, कभी उन लोग को<br />

हटाने क कायवाह क जाती है तो यह उन लोग के साथ बहत ु बड़ा अ याय है, य क<br />

आज वष से उनक वहां पी ़ढयां गुजर गयीं, य द उन कद मी क जाधा रय को जमीन<br />

नह ं िमलती है तो उनके साथ बहत बड़ा अ या<br />

ु य है। माननीय अ य महोदय, आपके<br />

मा यम से रा य सरकार का<br />

का तकार ह, उन लोग को भी आवंटन करना चा हये।<br />

यान आक षत करना चाहंगा क जो लोग कद मी<br />

ू<br />

( समय समाि सूचक घंट )<br />

एक और िनवेदन करना चाहंगा क जैसे हमारे जैसलमेर म कु छ जगह पर अभी<br />

ू<br />

सरकार ने प ग बाँध व था पत के िलये भूिम आर<br />

त क है। वहां भी बारानी भूिम के<br />

िलये रा य सरकार ने बारानी भूिम पर रोक लगा रखी है क कोई बारानी भूिम अलॉटमट<br />

नह ं होगी। जो हमार नाचणा क<br />

भूिम आर<br />

ाम पंचायत है, उसम प ग बाँध व था पत के िलये<br />

त क जा रह है। उसके िलये भी म िनवेदन करना चाहंगा क जहां पर<br />

ू<br />

जमीन यादा हो, उस जगह आप बाँध के व था पत को अलॉटमट कर, आर<br />

त कर।<br />

जैसलमेर का बहत ु बड़ा इलाका पडा है, जो बारानी भूिम है, कम से कम उनके िलये प ग<br />

दर से नह ं कया जाये। ध यवाद।<br />

ी अ य<br />

: ी रामनारायण मीणा। ..( यवधान)..<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): उसके ऊपर आप दे खये, जनको भूिम नीलामी से<br />

द गयी थी, वह सारे बेच-बेचकर जा रहे ह। थानीय लोग ह, जनके आवेदन है और<br />

उनको कम से कम अगर सरकार ..( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: बराज माननीय सद य, ी रामनारायण मीणा।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): आंवटन से दे तो उ ह ं को आप नीलामी के<br />

मा यम से क त बढ़ाकर आवंटन कर द तो इन सब का समाधान हो जायेगा और<br />

थानीयवािसय को जमीन आवं टत हो जायेगी।<br />

ी अ य<br />

: माननीय सद य, आप बरा जये। ी रामनारायण मीणा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(76)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ाम सेवा सहकार सिमित के उिचत गठन वषयक<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): स माननीय अ य महोदय, चूं क<br />

सहका रता के मामले म काफ बात होती ह, वै नाथन कमेट का कहते कहते बहत मं ी ु<br />

िनकल गये। म मं ीजी आपके मा यम से मं म डल क आ ा सं या 96/89 क तरफ<br />

यान दलाना चाहता हं। ू मं म डल ने प ट िलखा है क सहकार े म याज पर<br />

कोई याज नह ं िलया जाये। आपको यान होगा शायद और<br />

आदेश है 96/89 का, रा य सरकार के मं<br />

आप कह तो पूरा पढ़कर सुना दं मं<br />

येक पंचायत म एक ह<br />

म डल का यह भी िनणय िलया गया है। म<br />

म डल का िनणय। मु य मं ी महोदय क अनुमित<br />

से औपचा रक प से ड कशन कया गया। लाक कये गये याज पर कोई याज नह ं<br />

िलया जाये और यह भी िनणय िलया गया क एक पंचायत म एक सहकार सिमित<br />

था पत क जाये। मा यवर अ य महोदय, 20 साल िनकल चुके ह। म कसी पर<br />

आरोप नह ं लगाता अिधकार आपक बात मानते ह क नह ं मानते, मुझे इससे कोई<br />

वा त नह ं है। मेरा िनवेदन साफ है, कां ेस पाट का मेनीफे टो साफ है, नेह जी क<br />

भावना साफ है। सहका रता को हमने बढ़ावा दया। वै नाथन कमेट से हम बार बार बात<br />

करते ह, जनता को बताते ह सहकार सिमित क बहत अ छ ु माली हालत हो। उसके<br />

बाद म अ य महोदय, आदेश िनकला राज थान सरकार का, क य द कसी पंचायत<br />

म, दो पंचायत म एक सहकार सिमित, मं ीजी हालां क आप तो े म जाते ह पता<br />

नह ं चलता, बना ो ाम के ह जा आते हो। आपक लाल कताब या कहती है, मुझे<br />

पता नह ं। ..( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

वषय पर आइये।<br />

: आप तो इधर देख। आपको तो जो पता हो, वह क हये। छो ़डये, आप<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): इनको कां ेस याद आती है बार, म या<br />

क ं साफ िलखा है पंचायत के सद य को राशन साम ी, ऋण वतरण, वसूली,<br />

सहका रता से संबंिधत सु वधाएं उपल ध स ताह म दन िन<br />

त करके कर। यह बात<br />

अलग है माननीय अ य महोदय, यह हमारा दभा य ु ह है कस अिधकार ने कब या<br />

मु य मं ीजी जैसे सीधे, स चे, ईमानदार आदमी को कोई तो टेज पर बताता है, कोई<br />

कहता है क हम सात दन म राशन साम ी बांटगे, कोई कहता है क हम तो दस दन<br />

ह एशे<br />

शयल कमो डट ज बांटगे। वैसे आप कस आदेश को मानोगे सहका रता मं ीजी<br />

सु ीम कोट ने आदेश दया है को-ऑपरे टव सोसायट ज को राशन साम ी ड लस को और<br />

उसके आधार पर राज थान सरकार ने आडर िनकाला है- “In view of the abovementioned<br />

clear cut directions from the Supreme Court of India in Civil<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(77)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

Writ Petition No. 916 People’s Union of Civil Liberties vs Union of India<br />

& others, Supreme Court has directed ….” इसिलये मेरा आपसे अनुरोध है जब<br />

तक यह तो हमारा दभा य ु है क सहकार सिमित क ऋण वतरण यव था बहत खराब ु<br />

होती जा रह है, उसी एम ड को उसी बक म दबारा ु भेजा जाता है जो अ छा बक होता<br />

है, कर शन के चाजज म वह कु छ कर नह ं पावे। डेढ हजार िशकायत आपके यहां<br />

कर शन क पड़ ह, आप कु छ कर नह ं पा रहे ह। इसिलये जो कु छ हो रहा है उसम तो<br />

म नह ं जाना चाहता अ य महोदय, ले कन राज थान सरकार भी, 20 साल तक कसी<br />

भी पाट क सरकार रह हो, 20 साल तक अपने आदेश क पालना नह ं करवा करे।<br />

येक पंचायत सिमित म सहकार सिमित हो, कर शन चाजज को ठ क नह ं कर पाये,<br />

कर ट आ फसस को अ छ पो<br />

टंग द जाये तो सहकार सिमितयां कै से बच पायगी<br />

को-आपरे टव शुगर िमल ख म हो गयी, बहत से ख म ु हो गये। हमारे कोटा म चूं क<br />

मं ीजी, म तो आपसे कहना चाहंगा क द ध<br />

ू ु उ पादक सहकार सिमितयां भी आपके<br />

बीच म है, कोटा का जला द ध ु उ पादक सहकार संघ ो फट म चल रहा है जो एम.ड .<br />

उसको ो फट म लेकर आया, उसका आपने ांसफर बीकानेर कर दया। घाटे म जाता<br />

जा रहा है। कसान को नुकसान होता जा रहा है। इसिलये थोड़ मजबूती दखाकर आप<br />

कु छ करगे तो मेरा याल है सबको फायदा होगा। अ य महोदय, मेरा िनवेदन साफ है<br />

कसान े टर जब को-आपरे टव से लेता है तो ड लर के पास उसको जाना पड़ता है।<br />

कामिशयल बक म य द जयपुर का लेना देता है तो आप गंगानगर से े टर का कोटेशन<br />

ला सकते ह। ले कन को-आपरे टव इं ट यूशंस म यह थित है, को-आपरे टव बक म<br />

लोकल तर पर े टर खर दो। आपने डायरे शन दया मं ीजी, म ध यवाद देता हं। ू<br />

भूिम वकास बक म आप कसान के खाते म पैसा जमा करने लगे। ले कन जो को-<br />

आपरे टव ब स ह उनम यह<br />

थित नह ं है। सोसायट के ू जो लोन होता है उसम यह<br />

थित नह ं है। कसान े डट काड क आपके पास कोई फाइल नह ं है। कोई भी कसान<br />

आपके लोन लेने का उस कसान क फाइल र ज टर नह ं होती है। उसको कहा जाता है<br />

15 दन बाद आओ, 20 दन बाद आओ। उसक च पल िघस जाती ह। कर शन को<br />

ज म िमलता है, चाय-पानी को ज म िमलता है। अ य महोदय, म आपके मा यम से<br />

एक ह बात अज करना चाहंगा हर पंचायत म को<br />

ू -आपरे टव इं ट शन मं म डल के<br />

आदेश के मुता बक आप कब तक ग ठत कर दोगे, ता क सहका रता को बढ़ावा िमले।<br />

वै नाथन कमेट क आप बात करते हो, को-आपरे टव इं ट<br />

<strong>pcs</strong>-<strong>akt</strong>-<strong>25.03.2010</strong>.13.50-2b<br />

यूशन मजबूत कै से हो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(78)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसके बारे म आप कब तक या करगे और जस कार से यह द ु ध उ पादक<br />

संघ से ईमानदार लोग को अलग कया जा रहा है, से ल को-आपरे टव बक से अलग<br />

कया जा रहा है, करे शन चाजज क आप जांच नह ं करवा पा रहे ह। या तो आप, जो<br />

ईमानदार आदिमय क जो फौज है उनसे हम काम नह ं लेना चाहते इसिलए मेरा आपसे<br />

अनुरोध है, म ल बा नह ं कहता हआ ु इन दोन बात के अलावा, ै टर लोन जो िलया<br />

जा रहा है कसान के ारा, इसम पारदिशता नह ं है। पारदिशता बताकर इन सहकार<br />

सिमितय को पुनज वत कब तक कै से करगे यह सरकार कै से कर पायेगी<br />

यानाकषण<br />

ताव<br />

ी अ य : यानाकषण ताव। ी अमरा राम।<br />

आर एस ड यू एम िलिमटेड, र ंगस िमल म िमक का शोषण<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से आर<br />

एस ड यू एम िलिमटेड, र ंगस िमल के ब धक ारा िमक का गैर कानूनी तर के से<br />

कये जा रहे शोषण क ओर लेबर िमिन ट साहब का यान आक षत करता हं। ू<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल ( म एवं िनयोजन मं ी): माननीय अ य महोदय,<br />

वधान सभा के<br />

या एवं काय संचालन स ब धी िनयम के िनयम 131 के अ तगत<br />

यानाकषण ताव ारा माननीय वधायक ी अमरा राम, राज थान वधान सभा के<br />

स ब ध म वचाराधीन यानाकषण ताव क त या मक थित िन न कार है:-<br />

(1)आर एस ड यू एम िल0 र ंगस जसका पूव नाम जयपुर पॉिल<br />

र ंगस था। वष 1982 से चालू है जहां सभी<br />

पन िल0<br />

े णय के लगभग 1500 कामगार कायरत<br />

ह। माननीय सद य ारा यह ब दु उठाया गया है क सं थान म 90 ितशत थाई व<br />

10 ितशत बदली के मजदर ू होने चा हए जब क सं थान म व तुत 25 ितशत मजदर ू<br />

थाई एवं 75<br />

ितशत बदली मजदर ू बताये गये ह। उ त त य के स ब ध म िमल<br />

ब धन ारा तुत रपोट एवं थानीय सहायक म आयु त ारा त य क पु के<br />

उपरा त<br />

ात हआ क वतमान म<br />

ु<br />

55 ितशत थाई िमक सं थान म कायरत है और<br />

11 ितशत ेनी के प म काय करते ह। इस कार शेष िमक ह मा बदली िमक<br />

ह जसका मु य कारण टे सटाइल िमल म काय को छोड़ने क वृ है तथा िमक<br />

लगातार काय नह ं करते ह। हर वष विभ न वभाग (खात ) म िनयमानुसार एवं<br />

व र ठता के आधार पर िमक थाई कये जाते ह और जो िमक साल म 240 दन<br />

लगातार काय दवस पूरे करते ह, उ ह थाई आदेश के तहत सेवा म थाई कया जाता<br />

है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(79)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

(2) 240 दन काम करने के बाद मजदर को मनमज से बाहर िनकाल दये<br />

ू<br />

जाने के स ब ध म कहना है क सहायक<br />

म आयु त, सीकर कायालय म वतमान म<br />

छं टनी/सेवामु का एक भी ववाद ल बत नह ं है। यह मांग क जन मजदर ू ने 240<br />

दवस काम कर िलया है उनम से वर यतानुसार 90 ितशत मजदर ू को थई कया<br />

जावे, के स ब ध म ब धन प ने अवगत कराया क 240 दन क लगातार सेवा पूण<br />

करने पर खात म आव यकतानुसार थाई आदेश के ावधान के अनुसार थाई कया<br />

जाता है।<br />

(3) ब धक ारा मजदर ू क बीमार या अ य कारण से अनुप थत होने क<br />

थित म दो दन अनुप<br />

थित पर शेष माह के दन का 10/- पये रोज एवं चार दन<br />

अनुप थत रहने पर माह म 1200/- पये क कटौती म कानून के व है, क<br />

स ब ध म कहना है क वष 32003 म हए समझौते के आधार पर आदतन अनुप<br />

को यान म रखते हए वेतन म से कटौती का ावधान कया गया था जसका उ े य<br />

ु<br />

िमक क अनुप थित म सुधार करना था क तु समझौता दनांक 13 अ टूबर, 2009<br />

के ारा 01 अ टूबर, 2009 से म वभाग ने अनुप थित के कारण क जा रह कटौती<br />

को ब द करवा दया गया और वतमान म इस कार क कोई कटौती नह ं क जा रह है<br />

पर तु यह अनुभव कया गया है क िमक क अनुप थित क दर 6 ितशत से<br />

बढ़कर 12 ितशत हो गई है।<br />

थित<br />

(4) यह सह है क म कानून म ओवर टाइम क मजदर क दर सामा य<br />

ू<br />

मजदर ू दर से दगनी ु है ले कन ब धक ारा िसंगल दर से भुगतान कया जा रहा है,<br />

के स ब ध म ात हआ ु है क जन िमक ारा आव यकतानुसार ओवर टाइम का<br />

काय कया जाता है, उ ह कारखाना अिधिनयम के अनु प ओवर टाइम का भुगतान<br />

कया जाता है। ओवर टाइम डबल रेट से भुगतान करने के स ब ध म<br />

म वभाग,<br />

सीकर म कोई िशकायत एवं दावा कसी यूिनयन/ िमक ारा नह ं कया गया है जससे<br />

उ त त य क पु होती है।<br />

(5) सं थान म कायभार 17 टन से 23 टन मनमज से कये जाने के स ब ध<br />

म ब धन प ने इस त य को गलत बताते हए ु यह सूिचत कया है क सं थान म<br />

जो कायभर क बढ़ोतर हई है उसका मु य<br />

ु कारण मशीन का आधुिनक करण, नई<br />

िस पले स व आटो कानर मशीन का लगाया जाना एवं बना कसी अवरोध के वयं ारा<br />

लगाये गये थमल पावर ला ट से बजली का िमलना तथा फाइन काउ ट(पतला धागा)<br />

से कोस काउ ट(मोटा धागा) आ द है। काफ वष से िमल का ोड शन 22 से 23 टन<br />

ित दन चल रहा है। इस कार पछले कई वष से कायभार म कोई बढ़ोतर नह ं क<br />

गयी है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(80)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

(6) के ट न के दर बढ़ाकर एवं भोजन के व त लॉन म बैठकर मजदर क ू<br />

भोजन यव था को ब द कर दये जाने के स ब ध म ात हआ है क िमक को<br />

ु<br />

लॉन म बैठकर भोजन करने पर कोई रोक नह ं लगायी है। के ट न म दर महंगाई के<br />

अनुसार समय समय पर बढ़ाई जाती ह तथा आज भी बाजार से कम दर पर साम ी<br />

उपल ध है। नो लोस नो ो फट के आधार पर के ट न चलायी जाती है। के ट न को पूण<br />

प से सुस<br />

जत कया है जसम वह ं बैठकर आराम से मजदर भोजन कर सकता है।<br />

ू<br />

ठ डे पानी क यव था, बडे़ कू लस एवं पंख क यव था तथा अ छे फन चर क<br />

यव था के ट न म क गयी है जब क पूव म खुले म धूल एवं धूप म बैठकर भोजन<br />

करना पड़ता था।<br />

(7) महंगाई व कायभार बदलने के बावजूद मजदर ू बढ़ाने का ए ीमे ट नह ं कया<br />

गया है, के स ब ध म<br />

पर महंगाई भ ता बढ़ाकर<br />

ात हआ क हर ु<br />

6 माह म महंगाई के जो आंकडे़ ह उस आधार<br />

िमक को भुगतान कया जाता है। आर एस ड यू एम म<br />

कायभार अ य टे सटाइल िमल से आज भी कम है एवं वेतन व अ य सु वधाएं अ य<br />

टे सटाइल िमल से अिधक है। ोड शन बढ़ता है तो कायभार के अनुसार मजदर क ू<br />

सं या म बढ़ोतर होती है।<br />

(8) व स कमेट के चुनाव के स ब ध म ात हआ ु है क व स कमेट के<br />

चुनाव मई, 2009 म करवाये जा चुके ह तथा सभी समझौते जब से िमल चल रह है,<br />

रा य िमल मजदर ू संघ इ टक ह ब धन प ारा बहमत ु एवं मा यता ा त म<br />

संघ है।<br />

(9) जन िमक ारा रा य िमल मजदर संघ ू<br />

(इ टक) यूिनयन क सद यता<br />

व मािसक च दे के स ब ध म अपनी सहमित ब धक को द है क वे रा ट य िमल<br />

मजदूर संघ(इ टक) के सद य ह तथा मािसक च दा काटकर इ टक यूिनयन को दे दया<br />

जावे। के वल ऐसी सहमित ा त होने के उपरा त<br />

कटौती क जाती है।<br />

िमक के वेतन से मािसक च दे क<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी महोदय<br />

को इस बात के िलए ध यवाद दंगा ू क आपने कहा क 2003 से अनुप थित पर गैर<br />

कानूनी तर के से जो कटौती क जा रह थी, 2009 तक क जा रह थी और अब<br />

अ टूबर 2009 म उस कटौती को गैर कानूनी मानते हए समा त ु कर दया। इसके िलए<br />

तो आप ध यवाद के पा ह ले कन मं ी महोदय, म यह जानना चाहंगा क जो गैर<br />

ू<br />

कानूनी छ: वष तक जन मजदर ू क गैर कानूनी तर के से मजदर ू क कटौती क गयी<br />

है, उसको कतने दन म आप वापस करवाने का काम करगे। दसरा ू , म जानना चाहंगा ू<br />

क आपके म वभाग के नीचे के अिधकार पूण प से िमले हए ह ु और आपने जो 55<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(81)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ितशत दया है तो आप यह बता द क फै इंसपे टर और म आयु त ने पछले<br />

दो साल म कब-कब इसका िनर<br />

ण कया है आप यह कह रहे ह क िमल ब धन<br />

के इतना खौफ है, इस बेरोजगार म मजदर ू का रोजगार सह सलामत रहे, उसके िलए<br />

या िमल मािलक से वह लेबर कोट म लड़ लगे, वे आपको िशकायत दज करवा दगे<br />

आपके कानून के व । उनको एक मह ने का दो हजार पये िमलता है। उसम से<br />

1200 पये काट लेते ह िमक से। िमक वभाग क मुख ज मेदार है क काम<br />

करने वाले िमक के अिधकार क सुर ा करने के िलए पूरा आपका वभाग ऊपर से<br />

लेकर नीचे तक बना हआ है। ु<br />

Msr/usc/1400/2c/25032010/<br />

जसम इं पै टर है, म आयु त है, वाइंट लेबर किम नर है। कब-कब उ ह ने<br />

कया, म समझता हं ू यह कोई नह ं है क उ ह ने दावे नह ं कये इसिलए यह 28 साल<br />

से िमल चलने के बाद आज भी 90 परसट थायी िमक नह ं होने का एक ह कारण है<br />

क जब भी जस को 240 दन होते ह वो वहां से भगा देते ह, जतना उसका पैसा होता<br />

है वो भी खा जाते ह और इस भय के साथ क अगर वापस आ कर के म वभाग म<br />

आपने कोई मुकदमा दज कया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। ऐसे हालात ह।<br />

म तो आपसे एक ह िनवेदन करना चाहंगा ू क जतनी भी बात कह है, व स<br />

कमेट के चुनाव है, व स कमेट के चुनाव का कानून-कायदा है क िल ट पूरे जतने भी<br />

थायी िमक उनक िल ट होती है, म वभाग क उप थ ित म होती है, तमाम जो<br />

यूिनयन ह उनके पास जाती है। बलकु ल<br />

ॉड, अपनी मन-मज से कागजी, कह ं भी यह<br />

िनयम नह ं है, माननीय अ य महोदय, क कोई भी यूिनयन र ज टड हो, मा यता<br />

ा त हो उसका मािलक जो चंदा है, आप इससे अंदाजा लगा ली जए,<br />

म मं ीजी, क<br />

उस जेबी यूिनयन का, जसका मािसक चंदा मजदर यूिनयन को काटना है उसके बावजूद<br />

ू<br />

मािलक काट रहा है क, साहब, सहमित ली है तो फर यूिनयन कस बात के िलए है।<br />

यूिनयन भी मािलक चला रहा है, कारखाना भी मािलक चला रहा है इसिलए म तो आपसे<br />

िनवेदन करना चाहंगा क ू<br />

यह जो अवैध कटौती क है वह वापस द जाए। व स कमेट<br />

के चुनाव आप कतने दन म करा दगे और तमाम चाहे यह वक लोढ का हो या दसरे ू<br />

ह, उनक एक उ च तर य कमेट बना कर इसक पूण जांच करा कर के गैर-कानूनी<br />

तर के से उन मजदर ू का जो शोषण हो कर रहे ह, उनके खलाफ पूण जांच कराने के<br />

िलए एक उ च तर य कमेट बना कर कब तक उसका िन तारण कर दगे, यह बताने<br />

का क ट कर।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(82)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल ( म एवं िनयोजन मं ी): माननीय अ य महोदय, यह<br />

बात सह है क 2000 से लेकर 2009 तक िमल बंधक ारा जो कटौती<br />

क गयी है वो गलत क गयी है। इस बात से म सहमत हं। ू<br />

ी अ य<br />

: बहत ग भी ु र न है यह।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल ( म एवं िनयोजन मं ी): ले कन मेरे<br />

िमक क<br />

यान म जब<br />

अ टूबर म यह बात आयी, हाथ -हाथ मने इस बात के िनदश दये क त काल जो<br />

कटौती क जा रह है वो कटौती त काल बंद कर द जाए और उसके बाद म बंद कर द<br />

गयी है ले कन म यह भी चाहंगा क िमल बंधक ारा या िमल मािलक ारा जो भी<br />

ू<br />

अिनयिमतता अगर क गयी है, कसी भी कार क तो यह जो जतनी भी 2003 से<br />

2009 तक पैसे क कटौती है, यह तो म वा तव म उ च तर य कमेट , आई.ए.एस;<br />

आ फसर, जो किम नर ह उनक अ य<br />

ता म तीन अिधका रय क कमेट बना कर के<br />

और दो मह ने के अ दर-अ दर इसक पूर जांच करवा कर के कायवाह क जायेगी। एक<br />

बात। जब तक कमेट इसक जांच नह ं करेगी, य क खात क जांच करनी पड़ेगी, यह<br />

जो चुनाव हआ ु है वो चुनाव उनका वैध है या अवैध है, इस बात क जांव भी तीन बड़े<br />

तर के अिधकार ह गे, एक आई.ए.एस. अिधकार जो किम नर है, दो म एक वाइंट<br />

किम नर, एक और दसर ू अिधकार , इन तीन क कमेट बना कर दो मह ने म जांच<br />

कर के कायवाह क जायेगी और जहां तक संभव है 2003 से 2009 तक कटौती है वह<br />

वापस दलाने क कायवाह क जायेगी। यह म आ व त करना चाहता हं माननीय ू<br />

सद य को।<br />

जहां तक अ य सवाल जो आपने यहां पर उठाये ह, सबसे सहमत होते ह तो मने<br />

यह बात कह है ले कन जहां तक मजदर के ू<br />

िमल काक बंधन और िमल मािलक इन<br />

240 दन क जो बात कह है, वा तव म<br />

िमक को 240 दन पूरा नह ं होने देते ह।<br />

यह बात मेरे यान म आयी है और म यह कायवाह करने वाला ह था, इतने म आपका<br />

एडजोनमट मोशन, आपका यह आ गया। अब म आपको आ व त करना चाहंगा क यह ू<br />

कमेट पूर जांच करेगी और जांच करने के बाद पूराने समय म कन- कन के 240 दन<br />

पूरे हो गये और कन- कन को िनकाला गया, यह सारे त य आपके सामने आ जायगे।<br />

यह बात म कहना चाहंगा। ू<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): माननीय अ य महोदय, ध यवाद। म इस बात के<br />

िलए तो आपको ध यवाद दंगा ू क आपने उ च तर य कमेट बनायी। ले कन एक तो<br />

मेरा िनवेदन है क अभी इसी िमल ब धन ने 13 लोग को काम पर नह ं िलया और<br />

29 दन तक पूरे मजदर को काम नह ं दया।<br />

ू<br />

इसिलए एक तो उस पर कायवाह क जाए।<br />

29 दन तक, इसके िलए दोषी बंधक है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(83)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

दसरा ू , माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम से यह चाहंगा क यह जो<br />

ू<br />

मजदर ू क यूिनयन का चंदा जो मैनेजमट काट रहा है, कम से कम इसको तो बंद<br />

करवाएं। इसिलए मेरा आपसे िनवेदन है क ध यवाद इसके िलए तो ले कन यह जो 29<br />

दन तक काम नह ं दया इसके िलए दोषी मैनेजमट है, कोई मजदर ने हड़ताल नह ं क<br />

ू<br />

इसिलए उसको ेक नह ं माना जाए, नो वक नो वेज पर कम से कम उन मजदर के ू<br />

हक को सुर<br />

त रखा जाए, यह म आपसे चाहंगा ू , इसका प ट करण कर द।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल ( म एवं िनयोजन मं ी): माननीय अ य महोदय, यह<br />

बात सह है क 13 िमक को, पहले एक िमक को िनकाला गया उसके बाद 13 को<br />

और िनकाल दया गया, हमारे अिधकार लेवल पर एक, दो, तीन, चार उनके साथ<br />

समझौते क बात हई ु और मेरे को यह बताया गया है क सारे के सारे , एक को छोड़ कर<br />

के सारे<br />

िमक िमल म वापस िलये गये ह, अगर नह ं िलये ह, एक को छोड़ कर अगर<br />

नह ं िलया है तो आपको इसक िचंता करने क आव यकता नह ं है, मेरे पास<br />

मैनेजमट के लोग आये थे, मने बुलाया तब जाकर के चौथी दफा उ ह ने समझौता हमारे<br />

लेबर किम नर और हमारे मुख शासन सिचव, लेबर इनके माफत वो समझौता हआ। ु<br />

अगर कसी भी कार क गड़बड़ पायी जायेगी तो मने आपको आ व त कया है, यह<br />

कमेट जांच करेगी उसके बाद म िन<br />

वयं<br />

त तौर से आपके साथ बैठ कर के के जो भी<br />

कायवाह होगी क जायेगी। यह म आपको आ व त करना चाहंगा। ू<br />

ी अ य : मं ीजी, एक िनवेदन म कर रहा था। चूं क िमक के शोषण का<br />

मामला है और िनयम के वपर त यह हआ ु है, आपने इसको वीकार कया है। एक तो<br />

मेहरबानी कर के जांच कसी उ च अिधकार से कराएं, नीचे के लेवल पर करायगे तो<br />

यह लोग स<br />

म होते ह िमल वाले, उसको कह ं इधर-उधर न हो पाये।<br />

दसरा ू , इसम यह भी देख ल क इस कार से पैसा वसूल करना गलत तर के से<br />

आपरािधक संझा म तो नह ं आता है अगर इस तरह क भी कोई बात आती है तो आप<br />

उस पर भी कायवाह कर।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल ( म एवं िनयोजन मं ी): माननीय अ य महोदय, हमारे<br />

म आयु त आई.ए.एस. अफसर ह और म समझता हं ू एक आई.ए.एस. अफसर, य क<br />

अभी दो मह ने पहले ह , तीन मह ने पहले है आये ह तो एक आई.ए.एस. अफसर जो<br />

म आयु त ह उनक अ य<br />

कसी<br />

ता के अ दर तीन आदिमय क कमेट बनायी है और<br />

कार क गड़बड़ पायी जाती है तो म आपको िनवेदन करना चाहंगा क ू<br />

ब शीशनामा बलकु ल नह ं होगा।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): ब शीशनामा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(84)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ य<br />

व ठल खंडेलवाल।<br />

: ध यवाद। यान आकृ ट करने के िलए म िनवेदन कर रहा हं ू, ी<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): सर, व ठल अव थी है।<br />

ी अ य<br />

: व ठल शंकर अव थी। खिनज मं ीजी का यान आक षत करगे।<br />

ितबंिधत<br />

े म अवैध खनन व उससे हो रहा राज कोष को नुकसान<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): माननीय अ य महोदय, या तथा काय<br />

संचालन के िनयम के िनयम 131 के अ तगत खिनज वभाग म भीलवाड़ा नगरप रषद<br />

े म ितबंिधत खनन े म अवैध खनन एवं ितबंिधत े म खनन प टा जार<br />

करने के यास से रा य म कई जगह अवैध खनन से हो रहे राजकोष के नुकसान के<br />

िलए म मं ीजी का यान आक षत करता हं। ू<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, माननीय<br />

सद य ने यान आकषण<br />

ह जो भी इसम ह, आप कह रहे ह जो ...<br />

डांग<br />

ी अ य<br />

ताव के मा यम से ...( यवधान)... आप सुन , आपके काम<br />

: हां, सुन रहे ह। यह सुन रहे ह, आप तो सुनाओ।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): उप नेता जी को ...<br />

ी अ य<br />

: हां, वो सुन रहे ह, आप सुनाओ।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): दर बा पांसल, समोड़ एवं पांसल क<br />

े म वतमान म कु ल 12 खनन प टे भावी ह, 11 खनन प ट म खनन काय<br />

चालू है, एक खनन प टे म दषण िनयं ण बोड क आप के कारण काम बंद है।<br />

ू<br />

इसम 11 खनन प ट क मूल समयाविध पूर हो चुक है पर तु राज थान अ धान<br />

खिनज रयायत िनयम, 1986 के िनयम 13/3 के<br />

ावधान के आधार पर इनम खनन<br />

काय जार है। माननीय अ य महोदय, िनयम 17/3 क ित संल न जवाब के साथ<br />

मने इनके साथ िभजवा द । इन सभी खनन प टे अिधका रय ारा िनयिमत समयाविध<br />

म नवीनीकरण आवेदन प<br />

तुत कये थे। खनन प टा वष 2002 म जला कले टर,<br />

भीलवाड़ा क अनाप ा त हो जाने पर वीकृ त कया गया जो क वतमान म मूल<br />

अविध म होने के कारण खनन काय चालू है। जला कले टर, भीलवाड़ा<br />

दनांक 27.09.1997 म िलये िनणय के अ तगत नगरप रषद के प रधीय<br />

ारा बैठक<br />

े म खनन<br />

प टा वीकृ त नवीनीकरण क कायवाह नह ं करने का िनणय िलया था। खनन प ट क<br />

समयाविध समा त होने से पूव खिनज अिभयंता भीलवाड़ा, भीलवाड़ा खनन यवसायी<br />

संघ ारा इस सै टर म रोक हटाने के िलए जला कले टर से स पक कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(85)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

Ars/usc/1410/25032010/2d/1<br />

अ<br />

जस पर जला कलै टर<br />

ारा समय समय पर कमे टय का गठन कया गया।<br />

तम दफा दनांक 6.1.06 को जला कलै टर ारा एक कमेट का गठन कया गया<br />

जसम कमेट ारा दनांक 19.1.2006 को मौका देखा गया। कमेट ारा प रिध<br />

े म<br />

खनन प टा वीकृ ित एवं नवीनीकरण करने म कोई आप नह ं बताई क तु जला<br />

कलै टर ारा उ त<br />

े से रोक नह ं हटाई गई। इस कारण सभी नवीनीकरण आवेदन<br />

प पर अब तक कोई िनणय नह ं िलया जा सका तथा वह ल बत है तथा उनम<br />

वतमान म दस खनन प ट म खनन काय एम सी आर 1986 के िनयम 17/3 के<br />

ड िमिनंग के ावधान के तहत दषण वभाग क अनाप के कारण चालू है। एक खनन<br />

ू<br />

प टा मूल अविध म चालू है तथा एक नवीनीकरण आवे दत खनन प टे म<br />

वभाग क अनाप के कारण खनन काय बंद है।<br />

दषण ू<br />

दसरा ू इन सभी बारह अ धान खनन प टा े को स मिलत करते हए सव ी ु<br />

जंदल शाह िलिमटेड ारा धान खिनज के अ तगत खिनज सोना, चाँद , ज ता, सीसा,<br />

कॉपर, आइरन, कोबा ट, िन कल एवं एसोिसएट िमनरल हेतु एक आवेदन प एम एल<br />

631/2005 को जो क 15.70 हे टेअर का था के िलए आवेदन प दनांक 19.8.05 को<br />

पेश कया गया। सव ी ज दल शाह िलिमटेड ारा आवे दत<br />

को शहर एवं प रिध<br />

े भीलवाड़ा नगर प रषद<br />

े म लगाया गया। जसम जला कलै टर भीलवाड़ा ारा प टा<br />

वीकृ ित, नवीनीकरण क कायवाह करने पर रोक लगा रखी थी। करण के पर<br />

ण हेतु<br />

वाय त शासन वभाग को े षत कया गया। वाय त शासन वभाग ारा अपनी<br />

ट पणी दनांक 26.06.2006 से अवगत कराया क जला कलै टर भीलवाड़ा का प<br />

शासिनक आदेश है जो क<br />

युिनिसपिलट लॉ ए ट या कसी भी अ य वैधािनक<br />

ावधान के तहत जार नह ं हआ है। खनन पर रोक के कोई भी आदेश सरकार से<br />

ु<br />

सहमित ा त कर ह जार कये जा सकते ह।<br />

अत: खान वभाग के आवेदन प पर व मान खिनज ए ट के तहत अनुदान क<br />

कायवाह कर सकता है। के सरकार से अनुमोदन ा त होने पर रा य सरकार ारा<br />

दनांक 11.10.2007 से सव ी ज दल शाह िलिमटेड के प म खनन प टा देने क<br />

मंशा प एल ओ ई जार कया गया। बाद म रा य सरकार ारा आदेश जार कये गये<br />

जसके अनुसार आवेदक क पनी खनन प टा े म जब भी खनन काय करेगी तब े<br />

के अ धान खिनज के तहत वीकृ त खनन प टाधा रय को खिनज मैसनर टोन<br />

प टाधा रय को कोई भी क मत वसूल नह ं कर उ ह खिनज मैसनर टोन सुपुद करेगी।<br />

इस अविध म रा य सरकार के राज व वभाग ारा सव<br />

ी ज दल शाह िलिमटेड को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(86)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

खनन प टा खनन हेतु अनाप माण प जार कया गया। वीकृ ित क मंशा के म<br />

म भारतीय खान यूरो अजमेर से अनुमो दत माइिनंग लान क ित 11.08.2009 को<br />

ा त हो चुक है।<br />

माननीय अ य महोदय, भारत सरकार के वन एवं पयावरण मं ालय ारा<br />

ए वायरमट लयरस हेतु ट स आफ रेफरस जार हो चुक ले कन ए वायरमट लयरस<br />

ा त होने म अभी समय है। मैसस ज दल शाह िलिमटेड के िलए पयावरण सहमित हेतु<br />

जन सुनवाई दषण ू िनयं ण म डल व जला शासन दनांक 16.10.2009 को क गयी।<br />

राज थान रा य दषण ू िनयं ण म डल भीलवाड़ा के े ीय अिधकार ारा यह बताया<br />

गया क जन सुनवाई के दौरान मैसस ज दल शाह िलिमटेड क<br />

ता वत प रयोजना के<br />

प म एवं वप म दोन ह बाबत वचार ा त ह गे। अित र त जला कलै टर ने<br />

जन सुनवाई के प चात उप<br />

म अपने हाथ ऊपर कर। इस पर उप<br />

थत जन समूह से आ ह कया क प रयोजना के समथन<br />

थत अिधकांश जन समूह ने अपने हाथ ऊपर कर<br />

प रयोजना का समथन कया एवं ता वत प रयोजना को वीकृ ित दान करने क मंशा<br />

य त क ।<br />

भीलवाड़ा शहर के गंदे पानी को कोठार नद म आने से रोकने, जल दषण पर रोक ू<br />

लगाने एवं भूिमगत जल को भी द षत होने से बचाने के िलए सव<br />

ी ज दल शाह<br />

िलिमटेड उनके वयं के खच पर एक जल शोधन संय लगाने जा रह है। जल शोधन<br />

संय से<br />

ा त जल का योग क पनी ारा अपनी खनन प रयोजना म कया जाएगा।<br />

जसके िलए नगर प रषद भीलवाड़ा एवं सव<br />

यू अनुबंध हेतु कायवाह वचाराधीन है।<br />

ी ज दल शाह िलिमटेड के म य एम ओ<br />

सभी खनन प टेधा रय ारा िनयिमत समयाविध ारा नवीनीकरण आवेदन प<br />

तुत कर दये गये थे तथा इनम नवीनीकरण आवेदन प का िन तारण नह ं होने से<br />

नवीनीकरण आवेदन प के िनणय तक बढ़ हई समयाविध म खनन काय एम सी आर<br />

ु<br />

1986 के िनयम 17/3 क अनुपालना म चालू है। अत: जस खनन प टे क समयाविध<br />

समा त हो गयी वह खनन काय वैध खनन काय है।<br />

डांग म खिनज चुनाई प थर का एक नया आवेदन प<br />

ाम दर बा, पांसल व पांसल क<br />

ा त हआ है जसम पूव म<br />

ु<br />

अवैध खनन क िशकायत होने पर जांच क गयी जसम अवैध खनन होना पाया गया।<br />

जसके व पंचनामा बनाकर छह हजार पये शा ती वसूल क गयी एवं अवैध खनन<br />

काय बंद करवा दया गया। नवीन आवेदन प के तहत मैसस ज दल शाह िलिमटेड<br />

ारा वष 2005 म खिनज आइरन और एसोिसएट िमनरल को आवेदन प ा त हआ। ु<br />

आवे दत े म वभाग ारा े के िनर ण के दौरान पाया गया क मा जांच के तौर<br />

पर सै पिलंग हेतु नमूने ले जाना तीत होता है। जसके िलए टच खोद गयी। खिनज<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(87)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आइरन इ या द गइराई म िमलनेक संभावना तीत होती है एवं मौका<br />

खनन काय खिनज िनगमन नह ं कया गया।<br />

उ त<br />

थित अनुसार<br />

े म कोई अवैध खनन नह ं कया गया एवं न ह अवैध िनगमन कया गया<br />

जससे रा य सरकार क रॉय ट का कोई नुकसान हआ हो। जहां तक अकर राज व<br />

ु<br />

आय, नोन टै स रेवे यू, रघु जी आपका भी इसी म शािमल है, उसी<br />

क अकर राज व, नोन टै स रेवे यू खनन के अित र त कई अ य<br />

म म िनवेदन है<br />

ोत से ा त होती<br />

है। नोन टै स रेवे यू का कम होने का यह ता पय नह ं है क खनन से आय कम हो<br />

गयी।<br />

जहां तक खनन का सवाल है खान से पछले व तीय वष म 1275 करोड़ का<br />

राज व ा त कया गया एवं चालू व तीय वष म अब तक 1457 करोड़ पये का<br />

राज व अ जत कर िलया गया जो क पछले<br />

व तीय वष क तुलना मक अविध म<br />

ा त आय से लगभग चालीस परसट अिधक है। माननीय अ य महोदय, चालू व तीय<br />

वष म कु ल राज व ल य 1560 करोड़ िनधा रत है जसके पूण होने क पूण संभावना है।<br />

आगामी व तीय वष हेतु 1760 करोड़ पये का आय का ल य रखा गया। इस कार<br />

खनन से ा त राज व म उ तरो तर वृ हो रह है। अत: यह कहना गलत है क<br />

खनन के कारण राज व, नोन टै स रेवे यू म कोई कमी हई है। ु<br />

वभाग ारा खनन म एमने ट योजना, जस योजना का माननीय उप नेता महोदय<br />

आपने ज भी कया था। यह एमने ट योजना दनांक 15.1.2010 से जार क गयी।<br />

अवैध खनन क पूव मांग इस एमने ट योजना के अ तगत नह ं आती। इस<br />

एमने ट योजना से अवैध खनन को कसी भी कार से बढ़ावा नह ं िमल रहा। वभाग<br />

ारा पूव म भी वष 2007-08 म इस कार क एमने ट योजना जार क थी जसम<br />

194 करण म 32.38 लाख पये मूल रािश क वसूली क गयी थी एवं 104.90 लाख<br />

पये याज को माफ कया गया था। इसी<br />

लागू क गयी जसम 1949<br />

कार<br />

कार वष 2008-09 म एमने ट योजना<br />

करण म एक करोड़ प चीस लाख पये मूल रािश क<br />

वसूली हई और ु 410 लाख पये याज को माफ कया गया तथा वष 2009-2010 म<br />

जार क गई एमने ट योजना के अ तगत अब तक 302 करण का िन तारण कर<br />

71.55 लाख पये मूल रािश क वसूली क गयी तथा 3.60 कलाख पये माफ कये गये<br />

ह, अड़तालीस लाख पये याज क रािश माफ क गयी।<br />

अवैध खनन क रोकथाम हेतु दनांक 1.8.2009 से 15.9.2009 रा य के<br />

जला कलै टर क अ य<br />

वभाग क संयु त ट म<br />

येक<br />

ता म खान वभाग, राज व वभाग, वन वभाग व पुिलस<br />

ारा रा य म एक अिभयान चलाया गया जसके तहत<br />

अनािधकृ त खनन एवं िनगमन के 1984 करण बनाये गये, च सठ करण म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(88)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

े<br />

े<br />

े<br />

े<br />

स ब धत थान म थम सूचना रपोट दज करायी गयी, तीन करण म यायालय म<br />

इ तगासे दायर कराये गये तथा 218.22 लाख पये खिनज क क मत शा ती के प म<br />

वसूल क गयी। वभाग के इितहास म इतना बड़ा अिभयान रा य तर पर पहली बार<br />

चलाया गया।<br />

इसके अित र त वभाग ारा समय समय पर अवैध खनन क रोकथाम हेतु भावी<br />

कायवाह कर वष 2009-2010 म फरवर 2010 तक अवैध खनन िनगमन के कु ल<br />

4556 करण अब तक बनाये गये ह। पये 386.22 लाख क शा ती वसूल क गयी,<br />

226 करण म एफ आई आर दज कराई गई, नौ मामल म यायालय म इ तगासे<br />

दायर कये गये एवं अवैध खनन म यु त होने वाले 3733 औजार को ज त कया<br />

गया।<br />

माननीय अ य महोदय, रा य म अवैध खनन िनगमन के भावी रोकथाम हेतु<br />

माननीय मु य मं ी जी ने मु य सिचव क अ य ता म एक उ च तर य कमेट<br />

बनाई। जसम गृह वभाग, वन वभाग, पयावरण वभाग, खान वभाग के मुख शासन<br />

सिचव गण, पुिलस वभाग, िनदेशालय खान एवं भू ान वभाग, फे डरेशन आफ माइिनंग<br />

एसोिसएशन आफ राज थान के ितिनिध एवं मुख पयावर ण वद सद य ह । उ च<br />

तर य कमेट ारा िलये गये िनणय क पालना म खान वभाग ारा होम गाड क दो<br />

क पनी 200 सद य अनािधकृ त खनन को रोकने हेतु िनयु त क गयी। जनम वतमान<br />

म भरतपुर, अलवर एवं बीकानेर जल म अवैध खनन काय कवाने हेतु िनयु त कया<br />

गया। उ च तर य कमेट ारा अनािधकृ त खनन रोकने हेतु मु य सिचव महोदय क<br />

अ य ता म एक टा क फोस का भी गठन कया गया।<br />

अवैध खनन िनगमन को रोकने के िलए मुख अवैध खनन स ब धत का<br />

इलै ािनक सव लस उपकरण लगाने का िनणय भी िलया गया। जसक पालना म<br />

ायोिगक तौर पर भरतपुर के कामां एवं ड ग म अ याधुिनक तकनीक उपकरण<br />

लगाने क कायवाह शु क जा रह है।<br />

माननीय अ य महोदय, स पूण अरावली म जब जब भी अवैध माइिनंग क<br />

बात आयी तब सु ीम कोट, हाई कोट ने दशा िनदश दये। उससे पहले माननीय मु य<br />

मं ी जी ने अवैध माइिनंग के िलए स त कायवाह करने के िलए टा क फोस का गठन<br />

कया। स पूण अरावली म अवैध खनन क रोकथाम हेतु सैटेलाइट इमे जंग ारा सव<br />

काय के य सं थाओं के सहयोग से करवाया जाएगा।<br />

इस कार उपरो त त य से प ट होता है क रा य सरकार अवैध खनन के<br />

भावी रोकथाम हेतु हर संभव यास कर रह है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(89)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): अ य महोदय, चूं क इस वषय से स ब धत मेरा<br />

भी वषय है। धौलपुर के अ दर म परिमशन चाह रहा हं ू, मेरा नाम भी है इसम। ी<br />

अ य<br />

: पहले, हां आप बोिलए।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, माननीय मं ी महोदय ने जो<br />

जवाब दया वह तीन मु े पूण प से हमने उठाये थे। न बर-1 मु ा उठाया था क रा य<br />

म अवैध खनन चल रहा है।<br />

vns/usc/14.20/25.3.2010/2e/<br />

और इस अवैध खनन के बारे म सारे सदन म प - ितप के सद य के सभी<br />

माननीय सद य ने अपने-अपने<br />

े क अवैध खनन क बात उठायी, एक।<br />

दसर ू बात हमने उठायी नोन टै स रेवे यू क और तीसर उठायी एमने ट योजना<br />

क , इन तीन पर। आपने पूरा का पूरा यान अपना जो के त कया वह कया<br />

भीलवाड़ा पर, तो वाभा वक प से आप करते भीलवाड़ा पर। मुझे कोई आप नह ं<br />

ले कन म आपको कहना चाहता हं ू आपका यह कहना िनता त गलत है मं ीजी, क<br />

रा य म अवैध खनन पर भावी िनयं ण क कोई आप कायवाह कर रहे ह।<br />

राज थान रा य का यह दभा य ु है क पहला ऐसा बजट मने देखा है जसम आगे<br />

आने वाले साल म नोन टै स रेवे यू के 151 करोड़ कम दखाये गये। आज तक मुझे<br />

ऐसा कोई बजट नह ं िमला जसम नोन टै स रेवे यू और नोन टै स रेवे यू मु य प से<br />

मं ीजी, माइ स डपाटमट से आता है और दसरे से नह ं आता है।<br />

ू<br />

मुझे यह कहते हए दःख है अ य<br />

ु ु महोदय, अभी आपने सारा भीलवाड़ा के करण<br />

का ज कया। ज दल शाह कस जमाने म, कस साल म, कब हआ ु , आज म कहना<br />

चाहता हं क वहां भीलवाड़ा<br />

ू नगर प रष के े म भीलवाड़ा नगर प रष के ारा और<br />

पैराफे र इलाके म आज रोक लगी है क नह ं रोक लगी हई ु , लगी है ना रोक <br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): बोलो फर बताऊं गा म।<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): रोक लगी हई है। रोक ु के बावजूद कले टस के<br />

यह मेरे पास प ह। कले टर ने िलखकर दया क रोग लगी है और ऊपर क ऊपर<br />

रा य सरकार कभी वाय त शासन वभाग के प है, कसी से प लेकर वहां आप<br />

सुनवाई करते ह। वहां पर एक दसरा ू के स रया माइ स वाला है उनको तो आप नो टस दे<br />

रहे ह क आपका यह या है और ज दल वाले को ज दल शाह को अलाऊ कर दया।<br />

अखबार म इतनी खबर छपी ह क 5 पहाड़ को चीर कर उसने यह सारा िनकालकर<br />

हजार टन माल इक ठा कर िलया। इसका कै से कर िलया <br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(90)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

दंगा। ू<br />

दे देना।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप सुनो तो बताऊं ।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): म बोलूंगा फर आपक सुनूंगा।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): एक-एक बताओ तो म पूरा जवाब दे<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी बै ठये। आप सुिनये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, हम सब बोलगे उसके बाद एक साथ<br />

ी अ य<br />

: हां एक साथ दे देना आप।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप आराम से जवाब दे देना।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): एक-एक पाइंट िलखकर..<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप य ए साइट होते ह। आप उ ते जत य<br />

हो रहे हो तो।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आपके हर सवाल का जवाब है। हर<br />

सवाल का जवाब सवाल है..<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): बराजो।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): नोन टै स वाली भी बता द इसम<br />

न शे से पूरा कया है, 1265 था 1275 कया है। अभी 1500, 1450 तो हम पहंच ु चुके ,<br />

अभी मह ना बाक है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आपने जवाब, मने आपका सुन िलया ना। आपने<br />

जवाब दे दया क ल य कतना कया था..<br />

से कु छ<br />

ी अ य : एक िमनट। आप जवाब पूरा दे चुके या अधूरा है <br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): मने पूर जानकार दे द , आप उसम<br />

ी अ य<br />

न पूछ रहे ह।<br />

: आप कृ पया बराज जाइये। आप पूरा जवाब दे चुके । अब आप बराज<br />

जाइये। अब आप माननीय सद य क बात सुिनये।<br />

<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): कु छ<br />

न पूछ रहे ह उनका जवाब..<br />

ी अ य : ला ट म फर आपको अवसर दे दया जायेगा। आप<br />

बरा जये..( यवधान)<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): ज दल शाह कस सरकार म पैदा हआ था ु<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): यह बी जे पी क सरकार म पैदा हआ। ु<br />

ी अ य<br />

: तो बराजो आप तो।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(91)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): पावरफु ल है फर तो..<br />

ी अ य<br />

नह ं होगा।<br />

: यवधान नह ं। माननीय सद य यवधान नह ं। बरा जये आप। अं कत<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी अ य<br />

: अं कत नह ं होगा।<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, पहले अिधकार उनका है ज ह ने<br />

यानाकषण ताव तुत कया है।<br />

द जये।<br />

ी अ य<br />

: आपको कु छ कहना है तो म अवसर दंगा। पहले इनको तो बोलने<br />

ू<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): यह म प ट कर दंगा आपको। ू<br />

ी अ य<br />

: तो आपको अवसर दे दया जायेगा।<br />

ी रामनारायण मीणा (देवली-उिनयारा): 000<br />

ी अ य<br />

: आपको अवसर दे दया जायेगा। बीच म ड टब नह ं कर।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): कसी सेठ क चचा नह ं, ज दल शाह क चचा<br />

कर रहा हं। ू आपको सेठ कहां से दख गया। बैठो..( यवधान) मुझे ान है इसीिलये बता<br />

रहा हं। ू<br />

अ य महोदय, भीलवाड़ा पर म बाद म आऊं गा। भीलवाड़ा के वधायक ने भी दया,<br />

वह कहगे। दो मैटर म आपके यान म लाता हं। बूंद जले म बूंद जले क लगती वन<br />

ू<br />

सीमा म 5 कलोमीटर तक वन<br />

े म अवैध खनन हो चुका हं ू सड टोन का और आज<br />

तक खनन जार है। बहत ु बड़ खबर छपी, कसी कार का रोकने का काम नह ं और<br />

वहाँ पर जब सारा माल पकड़ा गया तो उस माल को वापस छोड़ दया गया। मेरा<br />

है मं ीजी, ऊपर कसके िनदश से माल छोड़ा गया और य कया <br />

इससे बड़ एक बात बताता हं म उदयपुर म चावड़ क नटाटा क पाल ाम क<br />

ू<br />

हजार टन आयरन, क मती धातुएं सोना, चाँद , ले टनम और अवैध खनन पर जे सी बी<br />

और ड पर से रोड़ बनाकर पहाड़ से माल को उतार रहे थे। हजार टन आयरन<br />

बेरोकटोक जा रहा है। हजार टन माल नटाटा क पाल ाम से 25 कलोमीटर दर एवं ू<br />

कालवाड़ा फै टर क चारद वार म टॉक करके रखा हआ है जसम करोड़ क राज व<br />

ु<br />

हािन हई है। यह सार बात है।<br />

ु<br />

न<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(92)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसके अलावा बहत ु बड़ बात बताता हं ू आपको। कु शलगढ़, सरवा, खवासा, बायल,<br />

परवाड़ा, तलवाड़ा, खेरातलई, गांव कोड़ा, कालाखूंट, पीपलखूंट, ोपर बांसवाड़ा के कई<br />

कलोमीटर म मै नीज और लोहा िमलाकर टैनलस ट ल बनाने के उपयोग म आता है।<br />

ित माह एक से दो लाख टन मै नीज अवैध प से िनकालकर म य देश क सीमा म<br />

जाता है। वहां पर टॉक बना हआ ु है। वहां पर फै ज लगी हई ु ह। वहां फै ज चल<br />

रह ह। मं ीजी, यह 15 मह ने म हआ है और ु<br />

राज थान क सरकार ने वहां पर पकड़े ह मौके पर। वहां फै<br />

से।<br />

वहां पर पकड़े गये ह। 13 क यहां से<br />

ज चल रह ह हमारे माल<br />

म आपका वागत करता हं ू आपने कह दया आर एस ड यू एम वहां काम करेगा<br />

ले कन सारा का सारा जो मै नीज िनकलकर जा रहा है इसको रोकने के िलये रा य<br />

सरकार या कर रह है इसिलये हमने कहा अवैध खनन से नुकसान हो रहा है। करोड़<br />

का नुकसान हो रहा है। धौलपुर, बाड़ और राजाखेड़ा से आने वाले माननीय सद य ने<br />

कले टर, कले टर के खलाफ एफ आई आर दज हई है। राज था<br />

ु न म जस ढंग से 15<br />

मह ने म अवैध खनन बढ़ा है उस पर आपका िनयं ण नह ं है और इस अवैध खनन के<br />

दो बड़े उदाहरण मने आपको दये।<br />

जहां तक भीलवाड़ा का मामला है, भीलवाड़ा नगर प रष इलाके म प रिध<br />

े म<br />

कसन सन ् म हआ ु , कस गवनमट म हआ, म नह ं जानता। पहला तो इसम प ट कर<br />

क बना परमीशन के वल एल ओ सी के आधार पर ज दल शाह को खोदने क अनुमित<br />

दे रखी है क नह ं दे रखी है, एक ज दल ने जो अवैध खनन कये ह राज थान म,<br />

कसका हाथ है और म यह नह ं कह रहा हं। म आपके वधान सभा<br />

े क बता रहा<br />

हं। आपके वधा<br />

ू न सभा े म भी अवैध खनन हो रहा है। माननीय मं ीजी, अवैध<br />

खनन म मांडल, के रंगा, बेमाली, लुहा रया बै ट म धड ले से अवैध माइिनंग हो रह है।<br />

यह आपके ह वधान सभा े ह। आसी द म 3-4 िमक क मौत भी हो चुक है<br />

अवैध खनन के मामले म। यह के स र ज टर हए ु ह। भोजपुरा, बसनी, सं ामगढ़, अंटाली,<br />

पावड़ बै ट म अवैध खनन हो रहा है।<br />

म कु ल िमलाकर आपको यह कहना चाहता हं क बांसवाड़ा के इलाके म अवैध खनन<br />

ू<br />

होकर वहां पर जा रहा है सारा का सारा माल। इसम तो करोड़ पये क राज व क<br />

हािन हो रह है। इसी कार बूंद म हमारे यहां पर खनन हो रहा है। इसम हमको हािन<br />

हो रह है। भीलवाड़ा म जो अवैध खनन हो रहा है उसम हमको हािन हो रह है। धौलपुर<br />

म सारा माल जो उ ह ने बताया वहां पर हो रह है। पूरे राज थान म खान मा फया<br />

स<br />

य ह और अवैध खनन है इसिलये हमको बहत ु करोड़ पय का नोन टै स रेवे यू<br />

का नुकसान हो रहा है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(93)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय अ य महोदय, म माननीय मं ीजी से कहना चाहंगा ू एमने ट योजना<br />

कसके िलये है मने बजट पर बोलते हए भी कहा था क एक कॉपी यहां पर पेश<br />

ु<br />

क रये क कन- कन राजनेताओं के लोग को इससे लाभ िमलता है। आप पेश कर<br />

द जये। या द कत है मेरे बेटा अगर माइ स कर रहा होगा तो..( यवधान)<br />

सब कु छ<br />

ी अ य<br />

: आप आ खर म देना ना। आपको समय दंगा। यह जो मांग रहे ह वह<br />

ू<br />

तुत करना।<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): मेरा बेटा अगर माइ स कर रहा है और उसको<br />

छू ट कानून से िमली है तो िमली है। उसम शमाने क या उसम हम रख देते इन-<br />

इनको छू ट िमली है।<br />

तो अ य महोदय, तीन बात आपसे चाहंगा क इसम सरकार ने कसी भी कार से<br />

ू<br />

न बूंद , न बांसवाड़ा, न उदयपुर, न भीलवाड़ा म अवैध माइिनंग को रोकने के िलये काम<br />

कया है। मं ीजी का जवाब दे खये 2984 के स पकड़े गये और 3 म एफ आई आर दज<br />

करायी। 4556 पकड़े गये और 9 म एफ आई आर दज करायी। यह कसके संर ण से <br />

यह एफ आई आर य दज नह ं करायी गयी 9 पर ह य करायी गयी और बाक<br />

म य नह ं करायी गयी <br />

इसिलये म कहना चाहता हं ू दभा ु य हमारा रहा क माइ स पर चचा नह ं हई। ु<br />

मं ीजी, आपम कै पेिसट नह ं, आप इसको रोकने का य न नह ं कर रहे ह। इसके दो ह<br />

कारण होते ह। सरकार क या तो इ छाश नह ं है, या िमलीभगत है। या तो अपनी<br />

इ छाश दखाइये, या िमलीभगत को वीकार क रये।<br />

अब यह बांसवाड़ा का जो करण है, यह इतना बड़ा करण है जो हमार पोल खाल<br />

कर रख देता है। म मांग करता हं ू क एक ट म आप बनाएं। जो खबर छपी ह, जो<br />

आपने पकड़े 13 क, उन 13 क क मेरे पास फोटो है..<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): एम पी गवनमट ने पकड़े ह।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): एम पी गवनमट ने पकड़े ह ले कन यह फोटो मेरे<br />

पास है, वहां क है तो आपने एफ आई आर दज करायी या आपने पता कया या<br />

क मै नीज कै से िनकलकर वहां से चला गया और वहां पर फै<br />

यह चोर तो हमारे चारो तरफ हो रह है।<br />

ज कै से चालू हो गयीं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(94)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

याम/चौहान 23.03.2010 14.30 2f<br />

इस चोर के कारण से आपको नॉन टै स रेवे यु कम हो रहा है। यह अवैध खनन है<br />

और जंदल वाला जो करण है इस पर माननीय सद य भीलवाड़ा के बोलगे म इस पर<br />

यान नह ं दे रहा हं ू, ले कन यह बहत ु खतरनाक है।<br />

अ य महोदय, पहले जसक लगी हई ु है उसको कल नो टस िमला है, जब तक<br />

पहले वाले क किसल नह ं हो जाती है तब तक दसरे ू को नह ं िमल सकती है। उसक<br />

किसल नह ं हई। ु उसका तो वभाग आज प ट करण मांग रहा है और मं ी जी यहां पर<br />

कह रहे ह क उसको यह दे दया, वह दे दया। वाय त शासन वभाग के ारा आपने<br />

यह काम नह ं चलाया। राज थान म अवैध खनन को रोकने के िलए सरकार यास करने<br />

म असमथ रह है।<br />

राज थान म अवैध खनन के कारण से करोड़ पये का रा य सरकार को नुकसान<br />

हो रहा है। वभाग इस पर कायवाह नह ं कर रहा है। नीचे कह रहे ह, आधा तु हारा<br />

आधा हमारा। यह या होता है, नीचे पकड़ने वाले अफसर, आधा तू ले जा, आयरन ओर<br />

क दो मुटठ तेर , दो मुटठ मेर । यह कसी से शु हआ ु होगा, म इस पर नह ं जाता।<br />

यह हमारे राज म भी शु हआ ु होगा तो मुझे द कत नह ं है।<br />

ी अ य<br />

: यह समाजवाद क प रभाषा म भी आता है या<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): समाजवाद का मतलब होता है, समाज बाद म<br />

और म पहले। समाजवाद क असली प रभाषा है, समाज बाद म और म पहले। यह जो<br />

सारे का सारा काम है म चाहंगा ू क तीन वषय पर आप जवाब द। बूंद म, बांसवाड़ा म<br />

और भीलवाड़ा म अवैध खनन को रोकने के िलए रा य सरकार या कदम उठा रह है<br />

या कायवाह कर रह है, न बर एक।<br />

दसरा ू , बांसवाड़ा से िनकलकर जो मगनीज ओर वहां म य देश म गया और वहां जो<br />

13 क पकड़े गये उसम जेसीबी लगायी गयी, डंपर लगाये गये और खोद-खोदकर हजार<br />

टन क सं या म ले गये उस पर रा य सरकार या कायवाह करने जा रह है, न बर<br />

दो। बूंद म खनन के सारे जो मामले र ज टर हए ु<br />

ह उसम या काय कर रहे ह और<br />

भीलवाड़ा म, आसी द म और सार जगह पर जो अवैध खनन चल रहा है उनको<br />

िनयिमत करने का सरकार का वचार है या उनको रोकने का वचार है, यह प ट कर<br />

और भीलवाड़ा क प रिध का जो<br />

रा य भर म जस कार से खान मा फया स<br />

े है उसम आपका या वचार है उसको प ट कर।<br />

य हो गया है, उस खान मा फया पर<br />

और नॉन टै स रेवे यु अगले साल 151 करोड़ पये आपके जो कम हो रहे ह उसके या<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(95)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कारण ह और एमने ट योजना के अंतगत जनको छू ट द गयी है उनक सूची सदन के<br />

पटल पर रख, यह मेरा आपसे आ ह है।<br />

है।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): अ य महोदय, छोटा सा एक लाइन का ह<br />

ी अ य<br />

: आपको समय दंगा ू म। अव थी जी।<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): अ य महोदय, भीलवाड़ा क आबाद पछले<br />

12 वष म तीन गुनी बढ़ है और भीलवाड़ा औ ोिगक े होने के कारण से वहां जमीन<br />

क आव यकता रहती है। भीलवाड़ा कले टर ने के वल इसी कारण से भ व य को यान<br />

म रखते हए ु पेराफे र ए रया म खनन पर रोक लगायी थी। जो 14 साल से<br />

भावी रोक<br />

चल रह है। आज तक कले टर ने वह रोक नह ं हटायी। कस कानून के तहत बना<br />

कले टर और शासन क सहमित के जंदल शाह िल. को प टा देने क<br />

कृ पया मं ी महोदय एक तो यह प ट कर।<br />

या जार है,<br />

अ य ं महोदय, दसरा ू पछले 17.11.2009 को भीलवाड़ा के जाग क नाग रक ने<br />

एसएमई भीलवाड़ा, एमई भीलवाड़ा और कले टर भीलवाड़ा को हजार टन आयरन ओर,<br />

लैड, कॉपर, ले टनम, िसलवर और गो ड क चोर क रपोट दज करवायी थी। आज<br />

तक उस पर या कायवाह हई ु कृ पया करके आप यह भी बताय। अखबार म चुपके से<br />

चीर द पहा ़डयां। मं ी महोदय ने यह बताया है क के वल टे टंग के िलए तो टे टंग के<br />

िलए कौन ले गया। इसका मतलब जो भी अवैध खनन हआ ु है वह टे टंग के िलए जाने<br />

वाल ने कया है। मेरे पास 25 फोटो पड़े ह, पहाड़ के अलग-अलग और उसम हजार<br />

टन माल खोदा हआ ु दखाया गया है जब क मं ी महोदय यह कह रहे ह क वहां अवैध<br />

खनन नह ं हआ ु है। मेरा मं ी महोदय से िनवेदन है क आप कृ पया यहां से संयु त जांच<br />

दल बनाव तीन पा टय को िमलाकर के और म सा बत क ं गा क भीलवाड़ा जले म<br />

कम से कम 15 से 25 ऐसे थान ह जहां अवैध खनन वा तव म जो घन याम जी भाई<br />

साहब ने कहा क आधा तेरा, आधा मेरा, ऐसा भू-मा फया डवलप हो चुका है, दलाल<br />

डवलप हो चुके ह। जो यह कहते ह क राज हमारा है, पाँच साल तक डरने क ज रत<br />

नह ं है। आधा तेरा आधा मेरा, म चलकर के आपको सा बत करने को तैयार हं। ू<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): अ य महोदय, यह या हो रहा है राज म।<br />

ी अ य<br />

: आप बै ठये, बै ठये।<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): ओम जी भाई साहब यह आरोप नह ं ह, यह<br />

िचंता का वषय है।<br />

ी अ य<br />

: आप बरा जय माननीय सद य।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(96)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): यह िचंता का वषय है। बूंद जले से लगती<br />

हई ु भीलवाड़ा जले क सीमा म वन<br />

े म डेढ़ कलोमीटर तक पछले डेढ़ साल से<br />

अवैध खनन हआ ु है। 9 मह ने पहले अखबार ने, जन ितिनिधय ने, जनता ने<br />

िशकायत िलखी और उसके बाद उप वन संर<br />

और परस के अख़बार म वह यह<br />

क ने आज तक कोई कायवाह नह ं क<br />

टेटमट देते ह क एक-दो दन म कले टर को<br />

िलखूंगा। जनको 9 मह ने पहले यह तय हआ ु था क एक वांइट कमेट बनायगे<br />

माइिनंग क , फोरे ट और रेवे यु क िमलाकर के और जांच करगे। कले टर के ारा<br />

इनक कमेट बनायी जायेगी। 9 मह ने तक अवैध खनन का जानकार म आने के बाद<br />

शु कया गया है।<br />

अ य महोदय, इसके अलावा बजौिलया तहसील के आरौली गांव म, रसदपुरा ाम<br />

म अराजी न बर 9 मीन, 43 बीघा 16 ब वा जो क संपूण खनन क म क जमीन है<br />

म लगातार अवैध खनन चल रहा है। लोग ारा आरट आई के तहत सूचना मांगी जाने<br />

के बावजूद खनन वभाग ारा आज तक सूचना नह ं द जा रह और धड़ ले से अवैध<br />

खनन चल रहा है।<br />

अ य महोदय, जंदल शाह िल. को द, चाहे आपको कसी और को देना हो तो द।<br />

हमारा यह लेना-देना नह ं है क आप कसको देना चाहते ह। मेरा यह िनवेदन है क<br />

भीलवाड़ा म 12 साल म 3 गुणा आबाद हो चुक है और कले टर ने बहत ु सोच-<br />

समझकर के रोक लगायी थी क भीलवाड़ा के भ व य के वकास को यान म र<br />

ंते हए ु<br />

जगह क आव यकता होगी। आज 1575 या 1570 हे टेयर जो मं ी महोदय ने बताया है<br />

क भीलवाड़ा क पेराफे र म जमीन पर खनन जार करने के िलए मंजूर देनी है तो आने<br />

वाले 20 साल म भीलवाड़ा कहां जायेगा। इस पर वचार करना आव यक है।<br />

अ य महोदय, मेरा मं ी महोदय से िनवेदन है क कृ पया वाय त शासन वभाग,<br />

आप और यूआईट भीलवाड़ा सब िमलकर कले टर से आप दशा तय कर क हमको<br />

कधर जाना है। खनन क तरफ जाना है या भीलवाड़ा को वकिसत करने क तरफ<br />

जाना है।<br />

अ य महोदय, इसके अलावा आप यह प ट कर क या यहां के वल जंदल शाह<br />

िल. ने खनन के िलए ए लाई कया था या उससे पहले और कसी ने कया था। या<br />

उसके बाद भारतीय इ पात िल. और शैल जैसी नामी िगरामी कं पिनय ने वहां आवेदन<br />

कया है। अगर कया है तो कस आधार पर के वल जंदल शाह िल. को यह काम िमला।<br />

इसको आप कृ पया प ट कर। रसजट राज थान के तहत जंदल शाह िल. ने एक हजार<br />

करोड़ के एमओयू पर साइन कये थे, ले कन जो उ ह ने खनन वभाग को िलखकर के<br />

दया है वह उ ह ने एक हजार करोड़ क जगह के वल 100 करोड़ पये इनवे ट करने का<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(97)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ताव िलखकर के दया था एमई भीलवाड़ा को, मेरे पास उसक िचटठ िलखी हई ु है,<br />

एमई भीलवाड़ा और उसके िलखे हए ु सारे कागजात मेरे पास ह। आप चाहे तो म टेबल<br />

कर सकता हं। ू ले कन यह य कया जा रहा है, अगर करना है तो भारतीय इ पात िल.<br />

को भी कया जाये। वहां 5 ऐसी कं पिनयां हो सकती ह, 35 कलोमीटर लंबा ए रया है<br />

वह वहां 5 कं पिनय को दया जाये और 500-500, 1000-1000 करोड़ के इनवे टमट<br />

करने को तैयार बैठै ह तो राज थान क गित होगी। हजार िमक का अित र त<br />

िनयोजन होगा और सरकार का राज व बढ़ेगा। अ य महोदय, मेरा आपके मा यम से<br />

मं ी महोदय से िनवेदन है क इन सब बात पर अपना प ट करण द।<br />

ी अ य<br />

: बराज। ी नरपत िसंह राजवी।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): एक िमनट, छोटा सा बोल रहा हं ू, अ य<br />

महोदय, काफ गंभीर मामला है और नया भी नह ं है। मं ी जी, आप कर भी नह ं पायगे,<br />

आपके भाव पर हम पूरा भरोसा भी है, य क माइ स डपाटमट अके ले इसम कु छ नह ं<br />

कर पायेगा। मकराना जैसी जगह वहां पर जगह हटाकर के चज हो रहा है और माइ स<br />

डपाटमट के मना करने के बाद म अभी तक काम चल रहा है, आडर करने के बाद म,<br />

यह कु छ नह ं कर पायगे, आप तो एक चीज का जवाब दे द।<br />

पायगे।<br />

ी अ य<br />

: आपको मं ी जी पर भी शक कै से पैदा हो गया क कु छ नह ं कर<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): उ तर देश म जतने भी प थर गये ह,<br />

उ तर देश म अभी जतने भी हाथी बन रहे ह या पाक बन रहे ह उनम जो प थर गये<br />

ह, एक टन क भी राय ट अगर आपको द हो तो आप िनकालकर के बताद। सारा<br />

इ लीगल हो रहा है और वहां पर जा रहा है। कम से कम 200 क रोज के जा रहे ह<br />

और यह आरोप है आप पर क डपाटमट के अिधकार और शासन जब तक िमलकर<br />

के नह ं करेगा एक क भी रोक नह ं पाये और ना भ व य म रोक पायगे, ध यवाद।<br />

jyg/usc/25.3.10/14.40/2g<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): माननीय अ य महोदय, मं ीजी ने अपने व त य<br />

म एक बात साफ कह द क ज दल शाह को रा य सरकार ने एन ओ सी दे द । अब<br />

मा ए वायर मटल<br />

लीयरस बाक है और यह बात इसिलए भी सह है क आज क<br />

तार ख म इस सदन म जब यह बात उठ रह है क भीलवाड़ा के पे रफर ए रया म<br />

खनन ितबंिधत है और उसके बावजूद भी मं ी महोदय 21 माच, 2010 को वयं बयान<br />

देते ह क जंदल समूह ज द लांट लगाएगा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(98)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय अ य महोदय, इसी सदन म 27 अ टूबर, 2007 को यह सवाल उठा था,<br />

सरकार ने उ तर दया था, ितबंिधत था, ितबंिधत है, ितबंिधत रहेगा। म पूछना<br />

चाहता हं क या ू हमार खनन नीित म पहले आओ, पहले पाओ का िस ांत नह ं है<br />

अगर यह िस ांत है तो म िनवेदन करना चाहता हं ू क के स रया माइ स ने<br />

27.05.2005 को 3 पी एल और 4 एम एल के िलए अ लाई कया और जंदल समूह<br />

आता है 19.08.2005 को, जसका ज खुद मं ीजी ने कया, कस आधार पर जंदल<br />

समूह को आप ाथिमकता दे रहे ह<br />

माननीय अ य महोदय, म िनवेदन करना चाहता हं क आज क तार ख म<br />

ू<br />

इ ह ने एक और जन सुनवाई का ज कर दया, वह जन सुनवाई जो पयावरण<br />

लीयरस के िलए हई ु , उस जन सुनवाई म जला कले टर, भीलवाड़ा िलखते ह, 25<br />

नव बर, 2009 को, आप य के अनु प संतोष द त या मक िनवारण र हत था, आप<br />

लोग क भावनाओं को भड़काने क सं ा देकर समूह के अंदर स ब धत क पनी ारा<br />

लाया गया था और एक ह कार के आवेदन क दस-दस ितय से अिधक े षत<br />

कराया गया था, एक ह समथन प पर िभ न-िभ न य<br />

य से समथन कराया था<br />

और अंत म िलखते ह ऐसी थित को गत रखते हए आप प ु ट क रये क या<br />

जन सुनवाई िन प और वतं रह यह जला कले टर का प है 25 नव बर का,<br />

े ीय अिधकार , राज थान<br />

दषण ू िनयं ण म डल, भीलवाड़ा को। यािन सवािलया<br />

िनशान खड़ा हो गया उस सुनवाई पर, जस सुनवाई के आधार पर यह देश के<br />

याितनाम धना य य क क पनी को भीलवाड़ा के उस े म लीज देना चाहते ह<br />

जो आज क तार ख म ितबंिधत है। माननीय अ य महोदय, इसिलए म िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क इस बारे म भी आप कह।<br />

पहले आओ, पहले पाओ का िस ांत नया नह ं है, यह प है भारत सरकार के खान<br />

मं ालय के े ीय खान िनयं क का, उसम साफ िलखा है क आप जन े म खनन<br />

प टे के िलए आवेदन कर रहे ह अगर आपके आवेदन करने से पूव कसी अ य से वहां<br />

खनन प टा पूव ण अनु ा प इ या द के िलए आवेदन कर रखा है ऐसी थित म उस<br />

पहले आओ पहले पाओ के िस ांत के अनुसार खनन प टा आवंटन से स ब<br />

कायवाह रा य सरकार ारा क जाएगी। मतलब अभी तो इनको एन ओ सी देनी है,<br />

भारत सरकार से ए वाय मटल लीयरस होनी है और पहले आओ, पहले पाओ िस ांत,<br />

उसको ये नजरअंदाज कर रहे ह। म िनवेदन करना चाहता हं और जसका मने ज<br />

ू<br />

कया इ ह ने जस तरह ए वाय मटल<br />

धत<br />

लीयरस के िलए भीलवाड़ा म जन सुनवाई क<br />

और जला कले टर, भीलवाड़ा ने आप क उसके बाद बच या जाता है म िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क यह सह है क अभी जैसा भीलवाड़ा से आने वाले माननीय सद य<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(99)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ने कहा, 12.11.2009 को िशकायत करने के िलए जनसमूह जाता है, खिनज अिभयंता,<br />

भीलवाड़ा को िशकायत करते ह, कले टर, एस पी को<br />

ापन देते ह और 25-30 पहा ़डय<br />

का सीना चीर कर, बुलडोजर से प थर काटकर इक ठा कर रहे ह और के रया बेमाली<br />

और लुहा रया क तो बात ह म या क ं , जसका ज अभी हमारे उप नेताजी ने<br />

कया, आसींद, भीलवाड़ा जले का, अवैध खनन आजकल कहां हो रहा है द ड का खेड़ा<br />

म हो रहा है और यह बात इससे मा णत हो गई क वहां एक दघटना ु हो गई, माया<br />

देवी नाम क एक म हला क मृ यु हो जाती है, घायल होकर अवैध खनन म और<br />

अखबार म पूरा साया होता है। माननीय मं ीजी भोजपुरा म या हो रहा है, सं ामगढ़<br />

म या हो रहा है, अंटाली म या हो रहा है, सहाड़ा म सूरजपुरा म या हो रहा है<br />

कागड़ म या हो रहा है, पोरला म या हो रहा है और उदयपुर का ज अभी इ ह ने<br />

कर दया।<br />

माननीय अ य महोदय, 11-11 क पकड़े जाएं और एम पी क सरकार ारा<br />

पकड़ने पर पुिलस ारा जब उनके बयान कराये तो सामने आया क यह क हम<br />

राज थान से लेकर आए ह, जब उनसे पूछा क राज थान का कोई रव ना आपके पास<br />

है, राज थान को आपने वहां जो यूट द है उसक रसीद है तो कह दया क राज थान<br />

म ऐसी पर परा नह ं है। 15 मह ने से राज थान से बेखौफ हम आते ह। 11-11 और 13-<br />

13 क पकड़े जाएं, यह अवैध खनन क जीती जागती िमसाल है। इसिलए म िनवेदन<br />

करना चाहता हं माननीय मं<br />

ू<br />

ीजी क आप इन पूर चीज को देख। आपने बड़े जोर शोर<br />

से कह दया क 1560 करोड़ का राज व इस बार 1760 करोड़ करगे। म समझता हं ू<br />

अगर इस पर ढंग से वचार कया जाए, आप यह कहकर नह ं बच सकते क जंदल<br />

शाह क पनी को जसने लैटर ऑफ इ टरे ट जार कया, आज ज दल शाह क पनी को<br />

कस आधार पर आपने सावजिनक बयान देकर यह कह दया क आप अपनी सार<br />

यव था कर और आपने कह दया, आपने लांट लगाने का िनदश कै से दे दया, 31<br />

माच को, कोई नीित नह ं है।<br />

माननीय अ य महोदय, एक य क जुबान, एक य क मज पर सार<br />

खनन नीित से लेकर सारे कानून-कायदे ताक पर रखकर अवैध खनन मा फया राज थान<br />

म खड़ा हो गया है और म समझता हं ू क इससे यादा दभा ु य राज थान का हो नह ं<br />

सकता।<br />

ी अ य<br />

अवसर दे दंगा। ू<br />

: डा. रघु शमा। ...( यवधान)... मने नाम पुकार िलया है, म आपको<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, यह सदन क िचंता का वषय है<br />

क राज थान क जो रेवे यू है उसका अवैध खनन से नुकसान हो रहा है। अब सवाल 15<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(100)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मह ने क सरकार का या पछले पाँच साल क सरकार क तुलना करने का नह ं है।<br />

तारानगर से आने वाले माननीय सद य अभी बहत ु जोर शोर से कह रहे थे , पछले पाँच<br />

साल म जो अवैध खनन हआ उसको भी<br />

गत रखना चा हए। जो पाँच पछले पाँच<br />

साल म हए ु उसको भी हम इ नोर नह ं कर सकते और 15 मह न म कोई गलती हई ु है<br />

उसको भी इ नोर नह ं कर सकते।<br />

माननीय अ य महोदय, मने माननीय मं ीजी का जवाब नह ं पढ़ा है, मने आपसे<br />

अनुरोध कया तब आपने िभजवाया है। म इसको नह ं पढ़ पाया ले कन यह बात सह है<br />

क पछले व तीय वष म 1275 करोड़ पए क रेवे यू राज थान को िमली और इन 15<br />

मह न के दौरान उस रेवे यू म कु छ बढ़ो तर हई ु है। ले कन यह कहकर बचा नह ं जा<br />

सकता क यह जो 1457 करोड़ पए इस साल इनको अनुमािनत राज व ा त होने का<br />

आया है, अगर ईमानदार से राज थान म अवैध खनन को रोका जाता है तो फ गर<br />

1560 और 1760 करोड़ का ल य बताया है, यह तीन हजार करोड़ से भी अिधक हो<br />

सकता है।<br />

यह राज थान क जनता के हत से जुड़ा हआ ु मामला है, इसम कोई राजनीित नह ं<br />

है, माननीय अ य महोदय, न कोई आरोप यारोप है, ईमानदार से यह सदन क<br />

िचंता है और कसी न कसी प म राज थान क इकोनोमी का मूल आधार माइिनंग है।<br />

इस बात को कसी को अ यथा नह ं लेना चा हए और यह आरोप भी नह ं है और यह<br />

आरोप भी नह ं है ले कन यह बात सच है क अवैध खनन य हो रहा है एक ले मैन<br />

भी बता देगा आपको, यहां सदन म बहत ु व ान लोग बैठे ह, सड़क पर चलता हआ ु एक<br />

आदमी भी बता देगा क अवैध माइिनंग कहां हो रह है और कौन-कौन िमलीभगत के<br />

आधार पर अवैध माइिनंग करवा रहे ह। मुझे अफसोस है क जस तरह से डपाटमट को<br />

िमस करके जवाब दया गया है खान मं ी के ारा उसम उ ह ने वभाग म इसके िलए<br />

जो ज मेदार ह अवैध खनन के िलए, आप बताइए आपके माइिनंग डपाटमट के<br />

इ जीिनयर, इलाके के थाने का एस एच ओ, वहां के जतने भी रेवे यू<br />

डपाटमट के<br />

ऑ फसस ह, चाहे पटवार ह, तहसीलदार ह या िगरदावर ह, कसक िमलीभगत से हआ ु<br />

यह अवैध खनन का मामला अब यह तो ब ली को दध क रखवाली देने वाला सा<br />

ू<br />

काम हो गया। अभी जवाब म इ ह ने कहा है क हम इस तरह क यव था करगे<br />

जससे यह कमेट के अलावा इ ह ने और कहा है, इले ोिनक स वलस उपकरण लगाने<br />

क बात कह है, अब यह कब लगाए जाएंगे इले ोिनक स वलस उपकरण और इसके<br />

अलावा स पूण अरावली<br />

े म अवैध खनन क रोकथाम हेतु सेटेलाइट इमे जंग, यह<br />

सब चीज जवाब म द गई है ले कन यह बताया जाना चा हए क पहले तो सरकार<br />

िच<br />

त करे, इ ह ने माना है इस बात को क कहां-कहां अवैध खनन हो रहा है और जैसी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(101)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जानकार माननीय उप नेता महोदय, वप ने द है, तारानगर से आने वाले माननीय<br />

सद य ने द है, उसको भी अ यथा न लेकर पोजी टव वे म सोचे और राज थान के हत<br />

को<br />

गत रखते हए ु , म आज यह बात सदन के सामने साफ तौर पर कहता हं ू क<br />

अजमेर जले से म आता हं ू, मेरे वधान सभा े के कड़ म बोरोड़ा एक जगह है, वहां<br />

वाटज फे सपार का खुलेआम अवैध खनन हो रहा है।...( यवधान)... शेम क बात नह ं<br />

है। यावर म बोले टेराइन क अवैध माइिनंग हो रह है। माननीय अ य महोदय, इससे<br />

कौन इ कार कर सकता है, अगर कोई चाहे तो अभी चलो मेरे साथ अभी पकड़वाता हं। ू<br />

मोहन/अ ण।25032010/1450/2h<br />

म अभी आपको पकड़वा देता हं ू अवैध माइिनंग करने वाले लोग को, यह या सरका<br />

क नजर म नह ं है जगह आप यह दे खए भरतपुर म माननीय अ य महोदय,<br />

बंशीपुर म और पहाड़गंज म खुलेआम अवैध माइिनंग हो रह है। माननीय अ य<br />

महोदय, और सरकार कह रह है क हम रोक रहे ह। अभी कतने मुकदमे आप, एक<br />

बड़ आ चयजनक बात यह है क जवाब म कहा गया क हमने बहत ु बड़ा ऐितहािसक<br />

अिभयान चलाया, बहत ु अ छ बात है, अिभयान चलाया गया। अिभयान म कतने<br />

मामले पकड़े गये, वह तो ह 5 हजार के लगभग और मुकदमे दज कराये 6 और जो<br />

औजार पकड़े गये ह, औजार कौन कौन से होते ह, माननीय अ य महोदय, माइिनंग के<br />

िलए फावड़ा, गती से आज माइिनंग नह ं हो रह है, माइिनंग होती है आज 50-50<br />

लाख क मशीन से, 80-80 लाख क मशीन से, सरकार ने एक भी मशीन 80 लाख<br />

क पकड़ हो, 40 लाख क पकड़ हो, कोई जेसीबी पकड़ हो तो बताएं उसका उ लेख<br />

करके क हमने<br />

कतने करोड़ क मशीनर को ज प कया है। सीधा जवाब दे द क<br />

1377 या 3 हजार, कतने औजार हमने पकड़ िलये। इससे काम चलने वाला नह ं है, एक<br />

इ छाश क ज रत है, काय योजना बनानी पड़ेगी, भावी काय योजना और उसम<br />

इ छा श को दशाना पड़ेगा। यह राज थान क रेवे यु बढ़ाने का मूल ोत बन जाएगा,<br />

िसफ सयह कहना क 1200 से 1500 करोड़ हमने कर दये, यह कहगे मं ी जी जस<br />

दन इस सदन के अ दनर क हम 3 हजार करोड़ का ल य 9 ा त कर चुके ह और 5<br />

हजार क तरफ बढ़ रहे ह। इतनी इसम गुंजाइश है, माननीय अ य महोदय। इसके<br />

अलावा, बीकानेर म ज सम क खुलेआम, देवीिसंह जी भाट , कोलायत से आने वाले ने<br />

और मने तो सुना है, माननीय अ य महोदय, इसम भार रकम हर मह ने जा रह है।<br />

कहां जा रह है यह वभाग वाले जान। आम आदमी क जुबान पर यह आ रहा है और<br />

ऐसी चचाएं भी और आज से नह ं आ रह ह, यह आप जब सरकार म थे, तब भी आ<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(102)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

रह थी, यह बात 15 मह ने तो भूल जाइए, माननीय, यह बात पछले 5 साल म भी हई ु<br />

ह। राज थान म आपक सरकार थी तब भी खुलेआम अवैध माइिनंग हई ु है। आपक<br />

सरकार म भी कभी इस बात के यास नह ं कये क राज थान क रेवे यु को बढ़ाया<br />

जाए, अवैध खनन को रोका जाए। आपके स ता म बैठे हए ु लोग के अगर आप क से<br />

सुनना चाह तो वह भी आ जाएंगे इसिलए यह नह ं है क कोई दध ू<br />

का धुला है यहां पर<br />

ले कन यह बात ज र है क बात चाजे उधर से हो, चाहे बात इधर से हो, यह अवैध<br />

खनन कना चा हए और जतने<br />

भावशाली लोग ह, आज माननीय मं ी महोदय, बहत ु<br />

शोर मच रहा है, पूरे राज थान के अ दर के एमने ट योजना के तहत पैसे माफ कर<br />

दये गये, म तो माननीय मं ी महोदय, साफ तौर पर सदन म बताएं क कु ल कतनी<br />

रािश आपने एमने ट योजना के तहत माफ क है और कन कन लोग क रािश माफ<br />

क गई है, उनक सूची पटल पर रखी जाए, कन कन िनयम के तहत उनको छू ट द<br />

गई है, वह िनयम यहां रखे जाएं। इसके अलावा बजोिलया, जो उपरमाल का<br />

े है, वह<br />

जानते ह, मं ी महोदय हमारे जले के ह, वहां पर जहाजपुर म सड टोन क , बूंद म<br />

सड टोन क , जैसलमेर हो, जालौर हो, िसरोह हो, कोई जला ऐसा नह ं है और सबसे<br />

बड़ बात एक ह पाइंट पर े शर लगी हई ु ह हजार क सं या म राज थान म, अ य<br />

महोदय, और जहां जहां े शर लगगी, लीज तो लेगा एक आदमी और खोदेगा आसपास<br />

के पूरे इलाके को। यह बात सरकार के यान म<br />

या नह ं आती मुझे अफसोस है,<br />

अ य महोदय, क जहां जहां े शर लगी ह वहां पर अवैध माइिनंग हो रह ह क नह ं<br />

हो रह है, सरकार बताए यह बात और अब जो यह रािश आपने माफ क है, मान<br />

ली जए, गलत माफ हो गई है तो या सरकार वचार रखती है, इस बात का क यह<br />

रािश वापस वसूल करने का आपका इरादा है क नह ं और वह कतनी रािश है जसको<br />

वापस वसूल करने का सरकार मानस रखती है। मेरे यह सवाल ह, माननीय अ य<br />

महोदय, इनका जवाब दलवा द जए।<br />

ी अ य : ी तापिसंह खाच रयावास ......( यवधान)...... ी तापिसंह<br />

खाच रयावास।<br />

ी तापिसंह खाच रयावास (िस वल लाइ स): अ य जी, यह बहत ु ह सी रयस<br />

मु ा है। जब बात हो रह थी तो बात यहां पर आई क उ ह ने या कया और हमने<br />

या कया। इसम कोई दो राय नह ं है, चाहे उनका व त रहा हो, चाहे हमारा व त रहा<br />

हो, कु छ लोग ऐसे ह जो खनन के मामले म सरकार पर भार पड़ते ह। बात आ रह है<br />

यहां यपर लगभग 1600 करोड़ पये क आय हमको वष भर हो रह है और इतनी म<br />

गारंट से कह सकता हं ू, अके ला आर के माबल 1600 करोड़ से डबल वष भर म कमा<br />

रहा है। म एक य का नाम लेकर नह ं कह रहा हं ू, एक समूह क बात कर रहा हं ू,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(103)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कमा रहा है वह उसक यो यता होगी ले कन यह उदाहरण के िलए है क राज थान म<br />

खान के<br />

े म हम आगे बढ़कर सरकार बड़ा पैसा कमा सकती है तो हमार सरकार<br />

िन त प से माननीय मु य मं ी और सरकार काम करना चाहती है, मं ी जी भी<br />

करना चाहते ह, इनक भावनाएं भी अ छ ह, अपोजीशन को अिधकार है क वह बार<br />

बार ....<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): इनक नाक के नीचे ह हो रहा है और भावनाएं<br />

अ छ ह भीलवाड़ा तो इनक नाक के नीचे ह है, भाई ......( यवधान)...... बोलो,<br />

बोलो।<br />

ी तापिसंह खाच रयावास (िस वल लाइ स): जहां तक भीलवाड़ा का सवाल है वह<br />

तो मं ी जी आपको बताएंगे य क भीलवाड़ा का मुझे यादा नालेज नह ं है, म तो जो<br />

मुझे नालेज है, वह बता सकता है ले कन इसम यादा ज रत इस बात क है, अ य<br />

जी, क इस खान डपाटमट म इस तरह के अिधकार बहत ु बड़ तादाद म कर रहे ह जो<br />

राज बदले के साथ अपना चेहरा बदल देते है और अपना चेहरा सामने नह ं आने देते।<br />

वह यह बात प ट नह ं होने देते क वह हर राज के खास बन जाते ह, चाहे वह राज<br />

बीजीपी का आ जाए, चाहे कां ेस का आ जाए और उनका अपना िस टम सेट है और<br />

उसी िस टम के अनुसार न तो वह रेवे यु बढ़ने देते ह, न रेवे यु म िस टम चज करने<br />

देते ह। रेवे यु का िस टम इतना ज र चज करते ह, नेताओं को, मं<br />

य को यह बता<br />

दया जाता है, सरकार को क दे खए, इस बार 65 करोड़ क हम वृ कर रहे ह और<br />

और यह 65 करोड़ क हम वृ कर रहे ह, वह पछली सरकार से यादा कर रहे ह।<br />

पछली सरकार से यादा कर रहे ह तो हम सदन म यह कह कर राज़ी हो सकते ह क<br />

पछली सरकार म, आपक सरकार म इतना रेवे यु बढ़ा है ले कन हम यह नह ं कह<br />

सकते, इस रेवे यु से गर ब का या होगा। जब इसी सदन म चचा होती है, वधवा को,<br />

उसको, राइडर हटाने क , वृ ाव था को, वकलांग को तो बात आती है पैसे क , 400<br />

साढ़े 400 करोड़ बढ़ जाएगा पर पैसा कहां से लाएंगे। यह पैसा इन खनन मा फयाओं से,<br />

म आज फर कह रहा हं ू, यह बहत ु बड़ा मा फया है और कु छ ुप ह ह, यादा बड़ बात<br />

नह ं है। य द राज थान के 30-40 ु स को कं<br />

ोल कर िलया जाए तो म आपको गारंट<br />

से कह सकता हं ू क राज थान क जनता भी ध यवाद देगी और डेमो े टक िस टम के<br />

राज थान क जनता को भी अिधकार िमलगे, सरकार को भी िमलगे, बार बार यह बात<br />

हो रह है क आपने अवैध खनन कराया, वह कह रहे थे<br />

क हमने अवैध खनन कराया।<br />

न तो आपने अवैध खनन कराया, न इ ह ने अवैध खनन कराया, म आपको टा प पर<br />

िलख कर दे दंू, आपके ह हाथ से आपको पता भी नह ं चलता क बीजेपी के राज म, न<br />

कां ेस के राज को अिधकार चाहे जैसे करते ह, चाहे जैसे घुमाते ह, चाहे जैसे कागज पर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(104)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

घुमाते है और िनयम और कायदे कानून म वह आता है या नह ं आता है ले कन हमको<br />

घुमाकर वह काम करवाते रहते ह। पछले राज म<br />

या हआ ु , वह भी पूरा राज थान<br />

जानता है और अभी तक हमारे राज म या हआ ु उसको पूरा राज थान भी नह ं जानता<br />

और पूरा सदन भी नह ं जानता य क हमारे राज म अभी तक कोई फै सले ह नह ं हए ु ,<br />

यादा फै सले ह नह ं हए ु तो हमार तरफ से तो कोिशश यह है क य द कह ं गड़बड़ हई ु<br />

है तो उस गड़बड़ को रोक दो ले कन अभी राठौड़ साहब ने, अ य जी, एक बात बहत ु<br />

अ छ कह क हमने<br />

कया होगा और हमने तो कया है यानी हमने तो कया है, मान<br />

िलया खुद ने क हमने कया होगा ले कन आप यह कहकर नह ं बच सकते क आपने<br />

कया इसिलए हम भी कर रहे ह। यह बात आपने बहत ु अ छ कह क आपने य द<br />

कया है तो हमको भी नह ं करना चा हए, उसम सुधार करना चा हए और सुधार करने के<br />

िलए हमार सरकार, जब उस दन बात हो रह थी, एमने ट योजना म जब यहां पर<br />

चचा हई ु तो उसम कहा गया क हमारे करोड़ पये माफ कर दये गये, उस दन शराब<br />

के िलए भी कहा गया, हमारे करोड़ पये माफ कर दये गये। शराब के पैसे माफ हो<br />

सकते ह, खान के बड़े सेठ के पैसे माफ हो सकते ह ले कन आज तक मेर एक बात<br />

समझ म नह ं आई, ऐसा कोई कानून नह ं आया जसम अभी भी म आपको उदाहरण से<br />

कह सकता हं ू, ऐसे ऐसे गर ब आदमी बैठे ह। कॉ-आपरे टव बक म जनका पैसा माफ<br />

नह ं हो रहा है, आदमी मर गया और आदमी मरने के बाद जसने क िलया, उस क<br />

के ऊपर लोन िलया, वह क खड़ा है, मरने के बाद उसक वधवा को वह लोग परेशान<br />

कर रहे ह, उसक मां को परेशान कर रहे ह, उसके प रवार को परेशान कर रहे ह, जो<br />

बेचारा गारंटर है गांव का ....<br />

ी अ य<br />

: आप वषयांतर हो रहे ह।<br />

ी तापिसंह खाच रयावास (िस वल लाइ स): यह तो ए जा पल है कसी बात का,<br />

वह तंग कर रहे ह ले कन जब एमने ट योजना म इतने बड़े बड़े लोग के पैसे माफ हो<br />

सकते ह तो हमको यह वचार करने क ज रत है क गर ब आदमी को अिधकार िमल<br />

और कह ं पर अगर माफ कर भी दये गये ह और य द इस पर राज थान क सरकार<br />

को फायदा हो रहा है तब तो ठ क है पर य द सनह ं हो रहा है तो मेरा यह िनवेदन है<br />

क इस तरह का पैसा इन बड़े लोग को फायदा पहंचाने ु के बजाय हमको य क इस<br />

सदन म आरोप- यारोप क बात नह ं है, हम ऐसी पािलसी भी ला सकते ह जससे<br />

आम य को फायदा िमले और राज थान को फायदा िमले।<br />

ी अ य<br />

: बरा जए, बरा जए। िम. खान, धौलपुर से।<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): अ य महोदय, म आपके मा यम से मं ी जी का<br />

यान आक षत करना चाहंगा ू क धौलपुर टोन के नाम से पूरे ह दु तान म मशहर ू है,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(105)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

म वेर पेिस फक टू द पाइंट मं ी जी से तव जोह चाहंगा ू क यह थान है जहां पर<br />

अवैध खनन धड़ ले से हो रहा है, सरमथुरा के पास, िचवाचोन, ताजपुरा, बड रया और<br />

रमदा, अ य महोदय, रमदा वह थान है जहां सीताजी भी कु छ समय रह ।<br />

सुरे /अ ण/25.3.2010/15.00/2j<br />

जहां पर बा मी क जी भी कु छ समय तक रहे, वहां पर सफे द प थर, ेिशयस<br />

टोन िनकलता है, वह बसेड़ के पास है, करोड़ का वहां अवैध खनन हो रहा है, पुिलस<br />

मूकदशक है। खनन के जतने अिधकार वहां पर ह उनक िमलीभगत से हो रहा है। वहां<br />

पर टे परेर रव ना बनता है। 70 हजार पये पर है टर अगर मं ी जी ऐसा कोई य<br />

हो तो म उसको दलाता हं ू, यह चुनौती दे रहा हं असे बली म। इस तरह से अवैध खनन<br />

चाहे वह छावनी हो, चाहे वह हरनोदा हो, चाहे वह सहेड़ हो, हो रहा है। धौलपुर के<br />

अ दर डकै त खुलेआम यह अवैध खनन करा रहे ह और पुिलस मूकदशक बनकर देख रह<br />

है। माननीय मं ी जी, आपने अपने जवाब म धौलपुर का नाम तक नह ं िलया यह शम<br />

क बात है। धौलपुर के अ दर सबसे यादा राज थान के अ दर जो डकै त के नाम से<br />

मशहर है माधोिसंह और मोहर िसंह के नाम से और अभी भी डकै त ने जो वहां पर<br />

ू<br />

एनकाउं टर हआ ु है, म कहना चाहता हं ू क वहां पर इस तरह का अवैध खनन हो रहा है<br />

क करोड़ पये क रॉय ट , राज थान के राज व को नुकसान हो रहा है। अगर आप<br />

इसे सुधार दगे तो राज थान म राज व क जो कमी आ रह है, जो सोशल वेलफे यर<br />

काय<br />

म ह उनम मजबूती आयेगी। म आपको कहना चाहता हं क आपने वहां पर जो<br />

ू<br />

अिधकार बठा रखे ह वो वहां पर 15-15, 20-20 साल से जमे हए ह। वो दलाली का<br />

ु<br />

काम कर रहे ह, वो िमलीभगत कर रहे ह। य न आप पाँच साल के बाद, तीन साल के<br />

बाद उनका ांसफर कर द। 20-20 साल से, 15-15 साल से, म नाम देता हं ू, रकाड देता<br />

हं ू क ये -ये अिधकार वहां 15-15, 20-20 साल से बैठे ह। कोई भी 15-20 साल से नीचे<br />

नह ं लगा हआ ु है, वहां के लक, वहां के ा टमैन, वहां के माइिनंग इंजीिनयर, वहां के<br />

सारे लोग िमलकर धौलपुर क इस स प को लूट रहे ह और मं ी जी मूकदशक होकर<br />

देख रहे ह। म िनवेदन करना चाहता हं ू क जनता आंदोिलत है, पुिलस िमली हई ु है,<br />

पुिलस भी दमनकार नीित अपना रह है नह ं तो जनता आपके सड़क पर उन क को<br />

रोके गी तो धौलपुर म जंगलराज हो जाएगा, जनता और पुिलस क िभड़ंत हो जाएगी। वह<br />

थित नह ं आने द, उससे पहले आप धौलपुर क<br />

थित बहत ु व फोटक हो जाएगी। ध यवाद।<br />

ी अ य<br />

: ी देवीिसंह भाट ।<br />

थित पर काबू पाय अ यथा यह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(106)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अ य महोदय, म तो कु छ सुझाव देना चाहंगा। ू<br />

मं ी महोदय इसम शायद कु छ यव था को नई दशा दगे। यह तो सव व दत है क<br />

हमारे पाक सीमा से लगे हए ु हनुमानगढ़ से लेकर बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर तक<br />

ज सम का इतना भार अवैध खनन हो रहा है, म उदाहरण के<br />

प म बताऊं क एक<br />

सरकार क पॉिलसी है क हम आरएसएमएम को इसम ाथिमकता दगे। आपने बीकानेर<br />

जले म 80 हजार है टर उसको आवं टत कर रखी है और वष से िसफ 500 है टर म<br />

खनन हो रहा है बाक सारे म अवैध खनन हो रहा है। उसम सरकार क मजबूर है क<br />

उसका जो हैड है, मु खया है वह चीफ सै े टर होता है और चीफ सै े टर को कोई भी<br />

नीचे वाला अिधकार यह ह मत नह ं करता सकता क उसक इ छा के व कु छ ऐसा<br />

रकमंड करे जससे उसक चेयरमैनिशप ख म हो जाए। इसिलए वह सारा मामला दबा<br />

रहता है। यह आज से 5 वष पूव भी मने कई बार मु य मं ी महोदय के यान म लाया<br />

था, पछली सरकार म भी लाया था और इस दफे भी मने उनसे चचा क है और उ ह ने<br />

इसके िलए कहा भी है अिधका रय को क आप इसके िलए कु छ क रये। दे खये, उस<br />

के अ दर आप पूरे सीमा<br />

े म चले जाइये तो इतने मा फया गग हो गये क आप वहां<br />

कसी से भी पूछ ली जये। वहां जो आप डेपुटेशन के ऊपर माइिनंग डपाटमट सीआई<br />

इं पै टर लेते ह वो तो बचाने क जगह पर उसक भागीदार बन जाता है। उसम जतने<br />

भी थाना<br />

जतने भी उस<br />

े है, म दावे के साथ कह सकता हं क ू<br />

10 हाजर से लेकर के 15 हजार<br />

े म यादा क आते ह वो एक-एक क, ोला के 10 से 15 हजार<br />

पये उसके और 10 हजार पये जो सीओ स कल होता है उसका तथा माइिनंग वभाग<br />

अलग है। यह मने न पूछा था जसका परस ह उ तर आया है क गत वष 180<br />

मामल म चालान कया गया और 2008 म 192 का। यह तो वो ह क जो उनको एक<br />

फामिलट करनी पड़ती है। यह हम मान गये क अवैध खनन तो हो रहा है उसको रोका<br />

जाए। मने मं ी महोदय को इसम सुझाव भी दया था।<br />

ी अ य<br />

जी ने नह ं माना है।<br />

: आप कह रहे ह क मान गये, यह बात रकाड पर ला रहे ह पर मं ी<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): नह ं, नह ं, इ ह ने उ तर दया है। यह उ तर<br />

दया तो पुिलस डपाटमट ने है क हमने इतना कया है। खनन वभाग का मेरा अलग<br />

न है। यह अवैध खनन तो हो रहा है<br />

य क हम जहां से भी िनकलते ह वहां पर<br />

अवैध खनन के ढेर लगे पड़े ह। आप कह ं भी देख ली जये, कसी भी रोड पर चाहे<br />

उदयपुर संभाग म जाइये, कोटा संभाग म जाइये, जहां-जहां ज ह ने अपनी दकान या जो ु<br />

भी बाड़ा खोल रखा है वहां इतने भार लेब पड़े ह। मने उसम कहा क आरएसएमएम<br />

का<br />

े है, दे खये, आरएसएमएम कु ल िमलाकर के हमने कई बार कमेट म चचा क क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(107)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

10 करोड़ से ऊपर तो कभी फायदे म गया ह नह ं और इतना बड़ा लवाजमा है। आप<br />

इसको सबलेट कर द जये। आपको खनन ह तो कराना है भले ह आप चीफ सै े टर क<br />

चेयरमैनिशप नह ं हटा सकते। अ य महोदय, म आपको िनवेदन क ं ग, जतने भी<br />

हमारे े म, हमारे वहां िसफ एक कोलायत े म एक इंटरकने टंग रोड है गांव क<br />

उसके ऊपर हर मह ने 4 फै एवरेज नई खुलती है और उसम सारे वो लेब बनाकर के<br />

बाहर भेजे जाते ह। यह कहां से आ रहा है सारा अवैध खनन से आ रहा है। अगर आप<br />

वो जो आरएसएमएम का े है, य द आप 4-4 है टर फै वाल को अलाट कर द तो<br />

कम से कम आपक नजर म आ जाएगा और एक आप जहां भी खनन हो रहा है उसके<br />

ऊपर लगा दया ता क आपके यान म तो आये क कतना माल यहां से बाहर जा रहा<br />

है, कतना खनन हो रहा है तो कह ं से तो शु आत होगी। मेरा आपसे यह अनुरोध है क<br />

इस ज सम को रो कये जो अवैध खनन हो रहा है। इतने भार वहां पर मा फया गग हो<br />

गये क आम आदमी का जीना मु<br />

कल हो गया। कोई भी बोल जाए तो गांव वाल क<br />

मौत आ जाती है य क उनके पास सार मस स पावर है, पुिलस कु छ कायवाह करती<br />

नह ं। इसिलए आप जतनी ज द हो सके , खाली जो आपक राजक य भूिम पड़ है वह<br />

आप कसी को आवं टत कर द जये, वह आवं टत हो जाएगी तो अवैध खनन नह ं होगा।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): रोकना कसको है तो।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): अवैध खनन को।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): कौन रोके गा<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): कसी को भी आप आवं टत कर द जये चाहे<br />

फै वाल को क जये या कसी को भी क जये तो वह अवैध खनन नह ं होगा। वो<br />

आपक नजर म नह ं है, खुले आम लाख टन जा रहा है। आप बात करते ह 1300<br />

करोड़, म दावे के साथ कहता हं ू क बीकानेर और जैसलमेर म मेरे मा यम से खुली<br />

बोली करवा द जये और आवं टत क जये, िसफ यह इतना<br />

े पूरे साल भर क रेवे यू<br />

दे देगा बाक तो बहत ु बड़े -बड़े स भाग पड़े ह। मेरा आपसे अनुरोध है क इसको आप<br />

सबलेट कर द जये। इसम राय ट का भी मु ा तय क जये। इसम सारे उस<br />

आरएसएमएम का रोल एक अलग है और कु छ वहां पर िनजी माइिनंग वाल ने भी जैसे<br />

तैसे करवा िलया। सबने जैसे यहां भावना<br />

कट क है, जमीन तो 50 बीघा अलाट<br />

करवाई है और खनन सार जगह अवैध हो रहा है तो उसको रोकने का आपके पास<br />

मा यम नह ं है। अभी आपने कह दया क होमगाड और िनयु त कर दये तो उनक<br />

और पांती हो जाएगी, वह टा क फोस उसके ऊपर और खुदा हो जाएगी। यह सारा हमारे<br />

उस<br />

े के अ दर इतने भार जगह-जगह पहाड़ कर दये, इतना भार अवैध खनन हो<br />

रहा है तो मेरा आपसे यह अनुरोध है क वहां पर ज सम के अलावा<br />

ले बहत भार ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(108)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मा ा म िनकल रहा है। सबसे बड़ा ह दु तान के अ दर ले का<br />

उसके आस-पास के<br />

े है कोलायत और<br />

े के अ दर, वहां भी जमीन अलॉट करा रखी है उसम नाम मा<br />

का खोल रखा है बाक वह राजक य भूिम पड़ है उसके अ दर भी अवैध खनन हो रहा<br />

है। आप इस हाइट ले को, चाइना ले को भी रो कये। इसी कार से बजर के अ दर<br />

भी बड़े-बड़े नेता इ वा व ह। उसके अ दर कौन कायवाह कर ले बीकानेर शहर के<br />

के अ दर, जैसे अभी यहां भीलवाड़ा क चचा चल रह है वहां भी उसके ऊपर रोक लगी<br />

हई है ु ले कन शहर के अ दर, जवाब तो आ जाता है, हमने भी पूछा था क क नह ं,<br />

यहां अवैध खनन नह ं हो रहा है पर हक कत यह है क आज भी य द मौके पर जाओ<br />

पर दे खये, एक बात म कह दंू, कसी को तकलीफ हो और कसक या िमलीभगत है,<br />

म यहां मा णत नह ं कर सकता, अिधकार तो िन<br />

त तौर पर है ह , यहां अब यह<br />

रगड़ा और हो गया क अिधका रय का मोबाइल और चल पडा। जब हमारा, कह ं से<br />

दबाव पड़ता है जन ितिनिधय का और चाहे मी डया के मा यम से तो वहां से मोबाइल<br />

हो जाता है क हम आ रहे ह आप आज सब जेसीबी वगैरह मौके से हटा दो। अब यह<br />

मोबाइल से वह ं का चाहे माइिनंग वभाग का, चाहे पुिलस का है वो पहले सूचना कर<br />

देता है अपनी चैन को क हम आ रहे ह तुम अपना-अपना ले जाओ और उसके बावजूद<br />

भी मने बताया क इतने मुकदम हो गये तो यह सारा तब तक बंद नह ं होगा। यह<br />

पछले वष से लगातार बढ़ता जा रहा है इसिलए मेरा अनुरोध है क जो भी सरकार म<br />

रहे....<br />

ी अ य<br />

: ी ओम बरला। वरा जये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): पछले 15-20 वष से यह िसलिसला हो गया क<br />

जो मं ी है वो िसफ अपने वधान सभा<br />

े के मं ी होकर के रह गये ह। यह देश क<br />

जनता इंतजार करती रहती है क हमारा ितिनिध चुना गया है, कोई तो आये, हमारे<br />

ऊपर हाथ फे रे, हमारे से दु:ख-सुख क बात तो करे पर कोई राज थान का दौरा नह ं<br />

करता, मा अपने<br />

ी अ य<br />

े , जले तक सीिमत रहते ह।<br />

: वरा जये- वरा जये।<br />

vkj/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/15.10/2k<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): इसिलए मेरा अनुरोध है क यह आरोप अपने पर<br />

मत लगवाओ मं ी महोदय, सीधे तो कोई नह ं कह रहा क मं ी गड़बड़ कर रहा है<br />

ले कन अंगुिल तो उधर ह जा रह है तो इसिलए उससे बचने के िलए प ट है क आप<br />

अपने कपड़े तो बलकु ल ट नापोल से धोकर तैयार रखो जससे आप पर अंगुिल नह ं उठे,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(109)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नह ं तो यह सार अंगुिल आपक तरफ जा रह है इसिलए मेरा आपसे अनुरोध है क<br />

आप खुद म नह ं कर सकते ह, आप कतने ह होमगाड लगा दो, टा क फोस बना दो,<br />

जब तक आप इसको ठेके पर नह ं दगे, सब-लेट नह ं करगे...<br />

संभािलये।<br />

ी अ य<br />

: ी ओम बरला। बरा जये माननीय सद य।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): ...राय ट नह ं लगायगे, तब तक कु छ नह ं होगा।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये।<br />

ी देवी िसंह भाट (कोलायत): बचाओ हम, हमारा सारा<br />

े ... ( यवधान) उसको<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): बैकलोग पूरा कर रहे ह सर, बाहर गये हए ु थे इतने दन,<br />

लंदन गये हए ु थे, थोड़ा तो बोलने दो।<br />

अ दर...<br />

ी अ य<br />

: ी ओम बरला।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): माननीय अ य महोदय, आज पूरे राज थान के<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): म पहले इनक बात का जवाब दे<br />

दं। ू ये न पूछगे... ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: आप आदेश दे द जये, वैसा कर लेते ह।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): नह ं, म य आदेश दं।<br />

िनयम 131 म िलखा हआ ु है क... ( यवधान)<br />

या के<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): मं ीजी ने जैसा कहा है अ य जी, आप तो<br />

एक ह करा द जये क वधायक क कमेट बना द जये, उसक जांच कर लेगी। सदन<br />

के वधायक क एक कमेट बना द जये।<br />

ी अ य : 26 माननीय सद य के यानाकषण ताव पर ह ता र ह, 26 ह।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): म पहले जवाब दे दं। ू<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): हम जवाब सुनगे, हम आपका जवाब पूरा<br />

सुनगे। ले कन आप तो यह सारे मामले म वधायक क एक कमेट बनाकर जांच करा<br />

ल, चाहे बांसवाड़ा म खनन हो, चाहे बीकानेर म खनन हो चाहे धौलपुर म खनन हो, सब<br />

काम कर द जये।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): पहले जो माननीय सद य ने<br />

कये ह, उनके एक-एक का जवाब दे दं। ू<br />

ी अ य<br />

फै सला करना।<br />

: उनका आप जवाब दे देना।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): उसके बाद उिचत समझ, वैसा<br />

न<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(110)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

ह करना है, ये या करगे। यह फै सला तो आप करगे।<br />

ी अ य<br />

(सांगानेर): हम आपका जवाब सुनगे ना। फै सला आपको<br />

: म वह करवा रहा हं। ू फै सला आप पर ह छोड़ दगे।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): माननीय अ य महोदय, म राज थान के मु य<br />

मं ीजी को ध यवाद दंगा ू क उ ह ने खिनज और वन मं ी एक बनाया, आप चाह तो<br />

राज व मं ी और बना देते तो शायद राज थान म अवैध माइ स नह ं होती। आज पूरे<br />

राज थान के अ दर, हाड़ौती संभाग के कसी भी इलाके म चले जाओ, शहर के नजद क<br />

लगाकर और गांव-ढाणी तक जो माननीय मं ी महोदय का वभाग है, वन वभाग क<br />

जमीन पर अवैध प से माइ स का नंगा नाच देखा जा सकता है। माननीय अ य<br />

महोदय, म पेिस फक बात करना चाहता हं ू क जो सीमट फै यां जो माल खर दती ह,<br />

उन सीमट फै<br />

य म जतना माल आया है, जतने रव ने कटे ह, उसका आ डट हो<br />

जाये के वल, क यह माल आया तो कहां से आया, सरकार के आंकड़े के आधार पर<br />

प रणाम आ जायेगा क सारा का सारा माल अवैध माइ स का आया है। माननीय<br />

अ य महोदय, आज राज थान के अ दर बना सरकार क मज के एक प थर कोई<br />

काट नह ं सकता, राज थान के अ दर रेवे यु क जमीन का एक टकड़ा ु नह ं बचा जहां<br />

अवैध माइ स नह ं होती। इतना ह नह ं, अवैध माइ स जतनी हो रह है, वह वन<br />

वभाग के इलाक म होती है। म माननीय मं ी महोदय से तो इतना ह िनवेदन करना<br />

चाहंगा क आप अपने इलाके के<br />

ू<br />

अ दर वन वभाग के इलाक के िलए जो माननीय<br />

सद य ने बताया है, वहां रेवे यु, फोरे ट और पुिलस, इन तीन को िमलाकर एक सिमित<br />

बना ल तथा एक सव करा ल पूरे राज थान का और उस अवैध माइ स का एक टकड़ा ु<br />

राज थान से नह ं िनकले, इसके िलए सदन को आ व त कर, हम आपको ध यवाद दगे।<br />

हम आपको एक नह ं, छह मह ने देते ह। उन तीन लोग क एक एजसी बना द और<br />

उन तीन क एजसी बनने के बाद सरकार के एक इंच के टकडे ु पर अवैध माइ स नह ं<br />

हो सकती। म माननीय अ य महोदय, सरकार म बैठे माननीय मं ी महोदय से इतना<br />

ह िनवेदन करना चाहंगा ू , मं ी महोदय, मने पेिस फक बात कह है क जतनी भी<br />

राय ट क वसूली होती है, उस राय ट क वसूली और जो माइ स ह, उनके दोन का<br />

भौितक स यापन करा ल तथा यह दोन पेिस फक बात भी करा ल तो आपके सामने<br />

वह अवैध<br />

प से चल रह माइ स का पूरा का पूरा ववरण आ जायेगा ता क आप<br />

अिधका रय के ऊपर नके ल लगा सक और उस अवैध माइ स के आधार पर कायवाह<br />

कर सक। हम सब राज थान के ट ह और आप भी राज थान के ट हो। हम<br />

कसी पर आरोप- यारोप नह ं लगा रहे, अवैध माइ स के गी, वैध माइ स चलेगी और<br />

वैध माइ स चलेगी तो रेवे यु होगा। रेवे यु होगा तो उस रेवे यु का पैसा जन क याण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(111)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

काय पर खच होगा इसिलए माननीय अ य महोदय, माननीय मु य मं ीजी यहां नह ं<br />

ह, अगर मु य मं ीजी िचंितत ह तो तीन वभाग क , फोरे ट, रेवे यु और गृह मं ालय<br />

क मी टंग कर य क उ ह ने बहत ु आयोग, नीितयां, कमेट बना रखी ह। एक आयोग<br />

ऐसा इस बात का बनाया जाये क जसम राज थान म अवैध खनन का आयोग बने<br />

और तीन मं<br />

य क सिमित बनाकर इस सदन को आ व त कर क हम राज थान म<br />

अवैध माइ स नह ं ह ने दगे। आप सबको बहत ु -बहत ध यवाद। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: जब जवाब आने द जये मं ीजी का।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): माननीय अ य महोदय, अरावली पवत<br />

ंखलाओं म बहत ु यादा खनन हो रहा है। म आपके मा यम से माननीय मं ी महोदय<br />

को कहना चाहंगा ू क... ( यवधान)<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): अ य महोदय, मेरे खाजूवाला वधान सभा<br />

े म भी ज सम का अवैध खनन हो रहा है। कोलायत से आने वाले माननीय सद य<br />

ने जो बताया है, वह स य है। अ य महोदय, हमारे अवैध ज सम का खनन हो रहा<br />

है। मेरे खाजूवाला वधान सभा<br />

े म जो ओवरलो डंग क, 200-400 लोडेड क और<br />

उसके कारण से वहां पर आये दन ए सीड स हो रहे ह जसम पुिलस<br />

( यवधान)<br />

शासन...<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): अ य महोदय, म मं ीजी से एक<br />

न करना चाहती हं। माननीय अ य<br />

ू महोदय, म आपके मा यम से एक न पूछना<br />

चाहती हं ू क जब आप कसी भी खान मािलक को खान अलाट करते ह तो उस खान के<br />

साथ-साथ उस खान<br />

म<br />

े के आसपास बनी हई ु सड़क को भी अलाट करते ह या यह<br />

न आप लोग से पूछना चाहती हं य ू क मेरे रामगंज म ड वधान सभा े जहां<br />

पर कोटा टोन क खान ह और पूरे रामगंज म ड वधान सभा<br />

े म इतना अवैध<br />

खनन हो रहा है, और तो और, इसके साथ ह साथ जतनी भी हमार कृ ष उपज म ड<br />

क सड़क ह, जो पी.ड यू.ड . क सड़क ह, उनको खान मािलक ने उखाड़कर फक दया<br />

और वहां पर भी वे खनन करने लग गये तो म आपसे एक सवाल पूछना चाहती हं ू<br />

क...<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये बरा जये।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): ...यह अपने नो स म आता है और<br />

मुझे बताय, य क आप भी रामगंज म ड गये ह और वहां पर वृ<br />

ारोपण करके आ गये<br />

ले कन आपने शायद रा ते म जाते समय यह नह ं देखा क रोड के दोन तरफ कतने<br />

ग ढे हो चुके ह और कतना अवैध खनन वहां पर हो रहा है।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये। ी र व िसंह जी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(112)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): जो सरकार स पित को खोद-खोदकर...<br />

( यवधान) वहां पर सरकार स पित को नुकसान पहंचाने ु ... ( यवधान) एक दन म<br />

अवैध माइ स बंद हो जाये।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये।<br />

ी र व िसंह बोहरा (राजाखेड़ा): माननीय अ य महोदय, म आपके मा यम<br />

से माननीय मं ी महोदय का यान आक षत करना चाहंगा क धौलपुर म वशेष तौर पर<br />

ू<br />

राजाखेड़ा म च बल के रेता का अवैध खनन हो रहा है और कई बार मने कोिशश क<br />

इस वधान सभा म क सरकार यह देखे क धौलपुर के अ दर ब<br />

नाम पर िसफ च बल का रेता ह उपल ध है। आज सरकार ब<br />

बन रह है और मेरे<br />

डंग मैटे रयल के<br />

डंग भी अवैध खनन से<br />

न के जवाब म सरकार ने यह माना है, वीकार कया है क<br />

च बल म कई थान पर पानी के वल दो-दो फ ट है और वहां पर आवागमन दन भर<br />

होता है। गा ़डया जाती ह इस पार से उस पार और वहां घ ़डयाल नह ं रहते, जसक<br />

वजह से उसको अवैध बनाया हआ ु है। करोड़ पये क राज व हािन हो रह है और<br />

अना दकाल से अगले अना दकाल तक मकान तो उस च बल के रेता से ह बनगे और<br />

दभा य ु क बात यह है क आज इस जातं म उस रेता को िनकालने से या शमनाक<br />

थित मेरे जले क बनी है क अगर म उसको बखान क ं तो आप समझगे क वरोध<br />

प का वधायक होने क वजह से सरकार कमचा रय के ऊपर लांछन लगा रहा है।<br />

मेरा कोई मकसद नह ं है लांछन लगाने का ले कन यह अका य स य है। 4-4, 5-5<br />

लाख पये रोज क अवैध वसूली हो रह है। उसके बाद भी रेत िनकल रह है और<br />

िनकलती रहेगी तो के वल आपसे इतना कहना चाहता हं ू क...<br />

द जये।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये। अब बहत देर हो गई है। मं ीजी को जवाब देने<br />

ु<br />

ी र व िसंह बोहरा (राजाखेड़ा): ... ड-माकट करा ल तो जस वजह से रेत<br />

िमलती है और पानी नह ं है, मगरम छ नह ं है वहां पर सरकार इसको ड-माकट करे<br />

और कम से कम उसको लीगलाइज करके वहां पर खनन चालू कर द।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये बरा जये।<br />

Jkj/<strong>akt</strong>/15.20/25.3.2010/2l<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): अ य महोदय, सबसे यादा अवैध खनन<br />

हमारे होता है, रोजाना लगभग एक हजार क भर कर प थर के ह रयाणा जाते ह। सारा<br />

पुिलस वभाग और माइ स वभाग िमला हआ है। जतने भी े शर ह वधान सभा म<br />

ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(113)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मेरे जवाब म माननीय मं ी ने मेरे वधान सभा के तीन े शर को बंद होना बताया है,<br />

म खुली चुनौती देता हं ू शाम को छह बजे बाद वा पस चलते ह, न उनका जनरेटर उठाया<br />

गया है, न उनक बे ट उतार गई है, एक गाड जो कां े ट का है उसको वहां लगा दया<br />

है और खुले प से अवैध खनन दांतला, अगवानी, हसैनपुरा ु , ज टयाना और इ माइलपुर,<br />

इन पहा ़डय म मेरे वधान सभा<br />

े कशनगढ़ म अवैध खनन हो रहा है। इसी तरह से<br />

ितजारा म, ितजारा म तो आये दन तीथया ी ए सीडट म मर जाते ह, ऐसे टपूकड़ा,<br />

दोन थान का आप देख ल, ितजारा और टपूकड़ा, िभवाड़ का, हर मह ने बीस-तीस लोग<br />

क अकाल मौत हो जाती है, वहां पर हजार , फ स है, रात को आठ बजे से सुबह चार<br />

बजे तक एक हजार क िनकलते ह, म दावे से कहता हं ू और उसम सभी वभाग क ...<br />

ी अ य<br />

: समा त कर।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): इसम सभी वभाग क िमलीभगत है। एक<br />

बात और पूछना चाहता हं आपके मा य<br />

ू म से मं ीजी से क इन दन करोड़ -करोड़ पये<br />

सभी े शर मािलक के राय ट के बाक है, वभाग क िमलीभगत से माननीय हाई कोट<br />

से टे ले िलया, वभाग वहां पर पैरवी नह ं कर रहा है और इसम जो भी अिधकार<br />

उसम स<br />

मिलत ह इस मामले म उनके खलाफ कायवाह क जाय।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): अ य महोदय, मामला बहत ु ग भीर है, म<br />

खाजूवाला वधान सभा<br />

े से आता हं ू...<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): अवैध जो खनन है वह रोका जाय, जतने भी<br />

अिधकार दोषी ह उनके खलाफ स त कायवाह हो।<br />

ी अ य<br />

: बराज, बराज।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): अ य महोदय, मामला बहत ु ग भीर है, म<br />

खाजूवाला वधान सभा<br />

ी अ य<br />

ी<br />

े से आता हं ू..<br />

: नह ं, आप बराज। वराज। ( यवधान)<br />

वण कु मार (सूरजगढ़):आपको पीड़ा है, मुझे मालूम है आपको बहत बड़ ु<br />

पीड़ा है इस अवैध खनन से। ले कन म यह बताना भी चाहता हं ू...<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): वहां भी अवैध खनन हो रहा है, आये दन दो<br />

सौ, चार सौ क वहां से अवैध खनन हो रहा है। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

ी<br />

: वराज।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): यह कसी के दल म दद ह नह ं, पचास साल से<br />

तो हम देख रहे ह..( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: वरा जये।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(114)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): अ य महोदय, ओवरलो डंग क दो सौ,<br />

चार सौ...( यवधान)<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): ज सम का मामला...( यवधान)<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): आये दन ए सीडट होते ह, हर माह एक-दो<br />

के जुअ ट वहां होती है। मृ यु होती है वहां पर। अ य महोदय, इसम पुिलस शासन<br />

और माइ स डपाटमट, सब क िमलीभगत है।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय अ य महोदय, यह ज सम गंगानगर से<br />

आती है, कोलायत से आती है और फै म जाती है, सब को मालूम है...<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): माननीय भाट साहब ने अभी जो<br />

बताया..( यवधान)<br />

ी<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): पछले पाँच साल म यह बात होती रह थीं, अब<br />

भी यह हो रहा है। ( यवधान) तो फै सला लेने वाला बंदा है या। ( यवधान)<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): मेरे खाजूवाला वधान सभा<br />

े म जो अवैध<br />

ज सम खनन हो रहा है,माननीय अ य महोदय, म मं ीजी का यान आक षत करना<br />

चाहता हं ू...<br />

महोदय।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये, बरा जये। ी रमेश ख डेलवाल। ( यवधान)<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): कोई बंदा फै सला लेने वाला है या माननीय अ य<br />

ी अ य<br />

: ी रमेश ख डेलवाल।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय अ य महोदय, कोई फै सला लेने वाला भी<br />

है या। है या कोई।<br />

ी अ य<br />

हम बंद करगे।<br />

ी<br />

ी अ य<br />

: आप वरा जये। लगे फै सला। हम सब िमलकर लगे, बराजो आप।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): डेढ़ वष पहले म यहां सुनता था, तब यह कहते थे<br />

: ी रमेश ख डेलवाल।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): कोई कया या।<br />

ी अ य<br />

क पालना क ं गा।<br />

ी<br />

ी अ य<br />

ी<br />

: आप बराजो।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): म तो बैठ जाऊं गा, आप कह तो म आपके आदेश<br />

: बड़ कृ पा है आपक , बराजो।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): खान म तो खनन हो गया और पहले वह खनन हो<br />

रहा था, सब बार-बार कहते थे..( यवधान)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(115)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

साहब, इनको..<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना): माननीय अ य महोदय, यह बैठ जब,<br />

ी अ य<br />

ी<br />

: बराज, बराज।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय हमारे पूव मं ीजी तो बराबर आते ह<br />

कोलायत से। बंद करने क कोई इ छाश तो लेकर आये।<br />

ी अ य<br />

: बरा जये, बरा जये। ( यवधान)<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): और भी कह रहे ह न, कोई बंदा ज म तो सह इस<br />

वधान सभा म, कोई बंदा ज म तो सह इस वधान सभा म। कोई ज मता ह नह ं है,<br />

बात करने से देश नह ं चलेगा, इ छाश को सु ढ़ करना पड़ेगा, उसके बाद बंद हो<br />

सकती है। अगर आपने होमगाड लगा दया, कोई ड वाईएसपी लगा दया उसक पांती<br />

और बढ़ जायेगी। अब टपूकड़ा क बात कर रहे ह, अब टपूकड़ा म थानेदार लगाने का भी<br />

सात लाख<br />

पया लेते ह( यवधान) दस लाख पये लेते ह। या खान बंद करगे। कोई<br />

भी बंद नह ं ज मा है, आज म दावे के साथ कह सकता हं ू और कोई बंदा ज मा है तो<br />

बताओ न, म कहता हं नह ं बंद कर सकता।<br />

ू<br />

( यवधान) अवैध खनन म जाकर लोग घर<br />

बना लेते ह, बाहर के लोग आकर बस जाते ह और वह कहते ह यह अवैध खनन करोगे<br />

तो हम पैसा देना पड़ेगा। एक बात थोड़े ह है, हजार बाते ह जसका कोई ए शन नह ं<br />

हो सकता। आपके दल म पीड़ा है, मुझे मालूम है पर आपका एक श द है what can I<br />

do आप यह कह दोगे, what can I do<br />

ी अ य<br />

: नह ं, म यह नह ं कहंगा। ू<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): अ य<br />

ी अ य<br />

: म यह नह ं कहंगा। ू<br />

जी, यह लोग कहते ह, what can I do<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): हम यह यह कहते ह क हमारे दल म इ छा होनी<br />

चा हए, बंद करने क जा ित होनी चा हए।<br />

ी अ य<br />

ी<br />

: बराज। ी रमेश ख डेलवाल।<br />

वण कु मार (सूरजगढ़): राज थान म चार गुना रेवे यू बढ़ सकती है इस<br />

खनन से, और राज थान म है ह या, खनन ह तो है हमार आय का<br />

ोत, आबकार<br />

है या खनन है, रेवे यू म तो कु छ है ह नह ं और खनन को अगर सु ढ़ ढंग से काम<br />

कया जाय तो चार गुना रेवे यू बढ़ सकती है।<br />

थाना।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): अ य महोदय, यह टपूकड़ा थाना कौन सा है। टपूकड़ा<br />

ी अ य<br />

: ी रमेश ख डेलवाल।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(116)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना): माननीय अ य महोदय, खान के ऊपर जो<br />

बहस चल रह है...<br />

ी अ य<br />

: बहस नह ं चल रह है, यानाकषण है।<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना): हां, जी, यानाकषण जो है, इसी म म भी<br />

शािमल हं। मेरे ू कहने का मतलब यह पूरा खनन का और खान डपाटमट का, दो-तीन<br />

मु पर म यान दलाना चाहंगा। ू एक एमएल और पीएल यह बहत ु बार क से है क<br />

जतने भी बेरोजगार ह यह बहत ु मेहनत से छोट -छोट खान के िलए अपनी<br />

जगह( यवधान) एक िमनट, मेरा पूरा हो लेने द। अपनी जगह तलाशते ह, ले कन जब<br />

बेरोजगार अपनी जगह तलाश कर एमएल क खान लगा देता है तब यह खनन मा फया<br />

जनके बारे म बता रहे ह, पाँच-सात खान के ऊपर एक पीएल लगा देता है। पीएल के<br />

लगते ह वह छोटे खनन प टाधार जनको खान िमलनी चा हए वह एकदम एक साइड<br />

म हो जाते ह, एक वेर श द इ ह ने िनकाल रखा है खान वभाग ने, वेर के नाम से<br />

एक लैटर िनकाल कर और खान पीएल के नाम करके उनको एक तरफ कर दया जाता<br />

है और थोड़े दन बाद सूचना द जाती है क आपक खनन का प टा इसिलए िनर त<br />

कया जाता है क सच ए ड सच किमयां आपके अंदर ह। म यह चाहंगा ू , आरोप मं ीजी<br />

पर, सदन पूरा िचंितत है ले कन आरोप मं ीजी पर न लगाय, आरोप िस टम पर लगाय,<br />

िस टम यह एमएल और पीएल का एक तो, एक िमनट सर, सुिनये मेर , दो िमनट।<br />

ी अ य<br />

: बात अवैध खनन क हो रह है।<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना): अवैध खनन पर ह बोलूंगा जी म।<br />

ी अ य<br />

: कहां बोल रहे हो आप। आप तो एमएल और जीएल म पड़ गये।<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना):<br />

म उसी पर ह बोल रहा हं। म यह कह<br />

ू<br />

रहा हं ू जस तर के से, एक िमनट, एक वह बता रहे थे अभी बरलाजी, क सीमट<br />

फै<br />

य से जो अवैध खनन होता है उसका िस टम सुधारा जाय, म यह कहंगा क एक ू<br />

सीमट के क टे म कतना लाइम टोन लगता है, कतनी उसम बाक चीज लगती ह,<br />

आप उसका आकलन िनकलवा ल और जतना ोड शन होता है, यह बोलने को बोलते<br />

ह, हम ढाई लाख क टे रोजाना बनाते ह, तीन लाख क टे, तो बगैर लाइम टोन के<br />

आपने बनाये थोड़े ह गे, बगैर बाक चीज के आपने, उसी क राय ट उसके आधार पर<br />

अगर िनधा रत हो जाय तो यह खान वभाग क चोर आधी से यादा िन त हो<br />

जायेगी। म ए क बात और भी कहना चाहता हं ू, जतनी भी रोड बन रह है, यह रोड के<br />

कां े टर जब रोड का टे डर देने से पहले यह कहते ह क इतना इसम मेटे रयल खान<br />

का लगेगा..<br />

ी अ य<br />

: वरा जये, वरा जये।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(117)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रमेश ख डेलवाल (नीमकाथाना): म तो इतना ह िनवेदन करना चाहंगा क ू<br />

उसने कहां से िलया, उसक राय ट क अगर जांच क जाय तो पता लग जायेगा।<br />

खनन, उसम जो भी े है, जो खान वभाग का े ना है और वह दसरे से यहां लेता<br />

ू<br />

है तो मेरा आपसे यह िनवेदन है...<br />

ी अ य<br />

: बरा जये, बरा जये। मं ीजी। ( यवधान) अब हो गया, जवाब तो देने<br />

द जये। जवाब देने द जये। ( यवधान) आप तो बोल चुके ।<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): नह ं, अ य महोदय, चवं दया धौलपुर म होता है, धौलपुर<br />

म। धौलपुर म, अ य महोदय...( यवधान)<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): एक सैक ड। िसफ एक सैक ड। ( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: गंगानगर म भी चोर होती है या।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, िसफ इतनी सी बात है, आसन<br />

यव था कर दे इस सदन क कमेट बना दे, सार बात सामने आ जायेगी।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): ब कु ल सबसे ब ़ढया बात। ( यवधान) जो<br />

घन याम ितवाड़ जी ने, हमारे नेता महोदय ने रखी है, आप सदन क कमेट बना दो।<br />

( यवधान) हमारे हनुमानगढ़ जले म जतना ज सम का अवैध खनन हो रहा है, करोड़<br />

पये का और य द मं ीजी मेरे साथ चल, म इनको मौके पर बताता हं ू, करोड़ पये<br />

का...( यवधान)<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): अवैध खनन जबरद त हो रहा है, कोई आज<br />

तक रोकने वाला नह ं है। ( यवधान)<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): डेली जा रहे ह जससे खाद बनती है, एक<br />

बड़ ज रत क चीज है...( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: बराज। जवाब सुन। ( यवधान)<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): म आपके मा यम से मं ी महोदय से<br />

िनवेदन करता हं क मेरे साथ चल<br />

ू , म इनको दखाऊं कतने क रोज के वहां के<br />

ज सम के जाते ह। आप सबसे ब ़ढया हल ितवाड़ जी ने और जो बात कह<br />

है...( यवधान)<br />

ी अ य<br />

: मं ीजी।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): एमएलए क कमेट बनाओ और कमेट<br />

इसका िनणय करे।( यवधान)<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, काफ<br />

सद य ने सदन म...( यवधान)<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): धौलपुर म शासिनक अिधकार वहां पर रव ना..( यवधान)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(118)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ं<br />

े<br />

ं<br />

े<br />

े<br />

े<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): बड़ ग भीर बात है अ य<br />

महोदय..( यवधान)<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): अ य महोदय, वह शासिनक अिधकार र वत लेकर के<br />

वहां पर रव ना इ यू करते ह अपने इलाके म..( यवधान)<br />

ी अ य : जवाब आने द जये। जवाब आने द जये।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप हमारा जवाब तो सुन लो।<br />

( यवधान) या परफोमस दखा रहे हो।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): यह कह रहे ह क अवैध खनन हो रहा है,<br />

अवैध खनन हो रहा है, या जवाब दोगे आप, चार तरफ अवैध खनन हो रहा है।<br />

एक माननीय सद य: जयपुर शहर म कोई माइ स है ह नह ं।<br />

ी अ य : माननीय सद य। कृ पया आप बराज। मं ीजी का जवाब आने द।<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): धौलपुर का, अ य महोदय, धौलपुर का।<br />

ी अ य : बरा जये माननीय सद य। आ गयी बात, आपने कह दया धौलपुर।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय अ य महोदय, हम जवाब सुनगे<br />

पूरा, पूरा जवाब सुनगे मं ीजी का, कोई द कत नह है ले कन पहली बात यह है सदन<br />

म पहली बार सब प के माननीय सद य कह रहे ह क हमारे म अवैध खनन हो<br />

रहा है। ( यवधान) सुनो। अवैध खनन हो रहा है, पहले ंसीपली मं ीजी यह वीकार<br />

कर क अवैध खनन हो रहा है, फर उनका जवाब सुनगे और यह मानते ह क नह हो<br />

रहा तो फर सुनकर या करना है। ( यवधान) पहले बताओ आप।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): कोई बाती होती है या। आपने<br />

अपनी ( यवधान) आपने जब...( यवधान)<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): कालीचरणजी के म कहां अवैध खनन हो रहा<br />

है।( यवधान)<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): चाहे प के ह , चाहे वप के ह , सब<br />

लोग कह रहे ह क यह इनके म अवैध खनन हो रहा है..( यवधान)<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): आपके म, माननीय, कहां खनन...( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, यह पहला य है राज थान क<br />

वधान सभा म जब प और वप दोन ने कहा है, राज थान क जनता...( यवधान)<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): अ य महोदय, घन याम ितवाड़ जी ने<br />

ताव रखा है कृ पया उसको वीकार कर। ( यवधान)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(119)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय अ य महोदय, जब मं ीजी जवाब दे रहे ह तो<br />

जवाब तो आने द सदन के अंदर। ( यवधान) सारे के सारे खड़े होने से<br />

है।( यवधान)<br />

या मतलब<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): आप एमएलए कमेट क घोषणा<br />

कर...( यवधान) या तो मेरे साथ चलो, मेरे साथ चलो, म दखाता हं आपको। ू<br />

( यवधान)<br />

( यवधान)<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): सुनो तो सह , ऐसे ह खड़े नह ं ह ।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): प और वप के दोन सद य कह रहे<br />

ह सरकार क िमलीभगत से पूरे राज थान म अवैध खनन हो रहा है। ( यवधान)<br />

एक माननीय सद य: बैठे तो सह , जवाब तो सुन। ( यवधान)<br />

Lpm/<strong>akt</strong>/1530/2m/25032010<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...( यवधान)... सरकार के संर ण म<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप शांित से जवाब सुिनये, तीन<br />

घंटे से सबके सवाल सुने ह ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): जंदल कं पनी को ोपट को अवैधािनक प से यह<br />

राज थान क संपदा स पना चाहते ह ...( यवधान)...<br />

ह ...( यवधान)...<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): अ य महोदय, वहां पर शासिनक अिधकार र त ले रहे<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): हमारे रा य क जंदल कं पनी को राज थान क<br />

संपदा स पना चाहते ह ...( यवधान)...<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): एक-एक अिधकार क वहां पर गगसा लगी हई ु ह वहां पर<br />

धौलपुर म ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं<br />

पयावरण): जवाब सुिनये, जवाब सुनो<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, एक बात बलकु ल साफ हो<br />

गई क सारे राज थान म लोग कह रहे है क अवैध खनन हो रहा है, सारे राज थान के<br />

बारे म कह रहे ह और मं ी जी मानने को तैयार नह ं है क अवैध खनन हो रहा है। हम<br />

चाहते ह क वधान सभा के सद य के ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(120)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप जवाब सुिनये, उपनेता महोदय<br />

जी, जवाब सुिनये ...( यवधान)...<br />

ी सुरे िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): मं ी जी जवाब दे रहे ह सुिनये आप<br />

...( यवधान)... मं ी जी तस ली से जवाब दे रहे ह आप सुिनये ...( यवधान)...<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): ...( यवधान)... आपको सदन क कमेट<br />

बनाने म या आप है ...( यवधान)... आपको कमेट बनाने म या आप है<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...( यवधान)... या संबंध है जंदल से, य देना<br />

चाहते ह करोड़ क जमीन ...( यवधान)...<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): आपको कमेट बनाने म या द कत ह<br />

आपको इसम या है ...( यवधान)... जब सारा सदन यह कह रहा है क अवैध खनन<br />

हो रहा है तो कमेट बनाने म आप य है एक िमनट म घोषणा करो<br />

...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, रा य सरकार अवैध खनन को<br />

रोकने म असफल रह ह, रा य सरकार के अिधकार और रा य सरकार िमलकर के<br />

रा य के करोड़ पए का...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आज जस तरह के आंकड़े पेश कर<br />

रहे ह बलकु ल अस य ह। आप मेरा जवाब सुिनये, पहले जवाब सुिनये ...( यवधान)...<br />

+++ बोलने का काम कर रहे ह ...( यवधान)... बोलने का काम कर रहे ह<br />

...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हमने कहा वधान सभा के सद य क कमेट<br />

बनाई जाए ...( यवधान)... सदन का अपमान कर रहे ह ...( यवधान)... अ य<br />

महोदय, हम सदन का ब हगमन करते ह।<br />

( ितप के माननीय सद य ारा सदन से ब हगमन)<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप जवाब सुिनये, आपके नाम ह,<br />

इनम आपके नाम ह ...( यवधान)...<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय अ य महोदय, मं ी जी का जवाब सुनो<br />

...( यवधान)...<br />

ी अ य : चचा समा त, चचा समा त।<br />

+++<br />

श द अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(121)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सुरे िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): माननीय अ य महोदय, मं ी जी का<br />

जवाब नह ं सुनना चाहते ह ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त, चचा समा त। आसन पाँव पर है ...( यवधान)... चचा<br />

समा त, चचा समा त, आसन पाँव पर। मं ी जी बैठ जाए, बैठ जाए, आप आसन को<br />

चेलज नह ं कर सकते, बैठ जाए। गंभीरता को सम झए सारा सदन इस बात के िलए<br />

िचंितत ह क अवैध खनन हो रहा है आपको इस पर यव था यह है क आप बैठ जाए<br />

और कायवाह क रये।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): म जवाब देने के िलए तैयार हं ू,<br />

आप य नह ं सुनना चाहते ह<br />

ी अ य<br />

: सदन क मेज पर रखे जाने वाले प ा द। ी म हपाल मदेरणा।<br />

सदन क मेज पर रखे जाने वाले प ा द<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): जवाब सुिनये ना, माननीय अ य महोदय जवाब<br />

सुना ना ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): ...( यवधान)... यह कै से सदन से<br />

चले गये ...( यवधान)...<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): माननीय अ य महोदय, म आपक<br />

अनुमित से...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): अ य महोदय, सुनना पड़ेगा<br />

...( यवधान)... अ य महोदय, यह यव था आपके हाथ म ह ...( यवधान)...<br />

ी अ य : चचा समा त, चचा समा त।<br />

राज थान जल वकास िनगम िलिमटेड़ का 25वां वा षक ितवेदन वष 2008-<br />

2009<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): अ य महोदय, म आपक अनुमित<br />

से राजस ्थान जल वकास िनगम िलिमटेड के मेमोरेण ्डम ऑफ आट कल ्स के िनयम-114 के<br />

अंतगत राजस ्थान जल वकास िनगम िलिमटेड़ का 25वां वा षक ितवेदन वष 2008-<br />

2009 सदन क मेज पर रखता हं। ू<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): ...( यवधान)... इ ह ने इ जाम<br />

लगाये, इनके नाम ह, इनके नाम ह, अवैध खनन म इनके नाम ह अ य महोदय, आप<br />

आसन क यव था ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(122)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह।<br />

ी अ य<br />

: चचा समा त।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): इनके नाम ह, इनके लड़क के नाम<br />

ी अ य<br />

: आप दगे, आप नाम क सूची दगे।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, म जवाब<br />

देने के िलए तैयार हं। ू नाम क सूची दे रहा हं ू, यह सूची ह, यह िल ट है।<br />

ी अ य<br />

: एक िमनट बै ठये, एक िमनट..<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय अ य महोदय, जब जवाब देना चाह रहे<br />

ह तो मं ी जी के जवाब को य नह ं सुनना चाहते ह यह ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: एक िमनट, एक िमनट, आप वराजे।<br />

ी अलाउ न आजाद (सवाई माधोपुर): माननीय अ य महोदय, मेर बात तो<br />

सुिनये आप, यहां पर बैठने के िलए नह ं आये ह यहां ...( यवधान)...<br />

ी अ य : आप वराजे। एक िमनट म एक काम िनपटा लूं पहले, ी मुरार लाल<br />

मीणा, म आपको समय दे रहा हं। ू कृ पया वराजे।<br />

ी मुरार लाल मीणा (रा य मं ी, तकनीक िश ा (कृ ष)): अ य महोदय, म<br />

आपक अनुमित से िन नां कत वा षक ितवेदन सदन क मेज पर रखता हं ू:-<br />

I- महाराणा ताप कृ ष एवं ौ ोिगक वश ्व व ालय, उदयपुर अिधिनयम क<br />

धारा-42 के अन ्तगत महाराणा ताप कृ ष एवं ौ ोिगक वश ्व व ालय, उदयपुर का<br />

वा षक ितवेदन वष 2008-2009 : एवं<br />

II एस.के .राजस ्थान कृ ष वश ्व व ालय, बीकानेर अिधिनयम क धारा-32(4) के<br />

अन ्तगत एस.के .राजस ्थान कृ ष वश ्व व ालय, बीकानेर का वा षक ितवेदन वष 2008-<br />

2009.<br />

यािचकाओं का उप थापन<br />

ी अ य<br />

: ी हबीबुरहमान (नागौर):<br />

ीहबीबुरहमान(नागौर): अ य महोदय, म आपक अनुमित से नागौर से<br />

कु मार तक 15 कलोमीटर सड़क को चौड़ करने बाबत ् चार य य क ह ता रत एक<br />

यािचका का उपस ्थापन करता हं। ू<br />

ी अ य<br />

: खिनज मं ी जी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(123)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, जो भी<br />

+++ हआ ु जसम बात रखी गई ह ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

ी राजे<br />

: +++ ए सपंज कया जाए।<br />

राठौड़ (तारानगर): यह कै सी बात कर रहे ह ...( यवधान)... यह<br />

हमारा अपमान है, +++ कह रहे ह ...( यवधान)... यह पूरे सदन का अपमान है<br />

...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं<br />

पयावरण): ...( यवधान)... इनके नाम ह<br />

...( यवधान)... परा म िसंह पु डॉ0 राजे राठौड़ के नाम ...( यवधान)...<br />

ह ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): +++ कह रहे ह, पूरे सदन का अपमान कर रहे<br />

ी अ य<br />

: +++ को ए सपंज कर दया जाए।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): यह राज थान क वधान सभा का<br />

अपमान है ...( यवधान)... वधान सभा के सद य का अपमान है ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं<br />

पयावरण): नाम नह ं जोड़े गए थे<br />

...( यवधान)... अवैध माइिनंग क बात ...( यवधान)... सुनने का मा ा र खए सुनने<br />

का ...( यवधान)...<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): आपको आप या ह, मं ी जी जवाब दे रहे ह न,<br />

आप बै ठये मं ी जी जवाब दे रहे ह ...( यवधान)...<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): अवैध माइिनंग हो रह है राजनगर म<br />

बनास नद पर ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): परा<br />

मिसंह पु राजे राठौड़ नाम<br />

ह इन लोग के , म आपको िल ट दे देता हं ू, या बात करते हो, हम कोई चोर थोड़े ह<br />

ह ...( यवधान)... जवाब दगे आपक बात का, एक-एक चीज का ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह या कह रहे ह, या कह रहे ह यह<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): या कह रहे ह अ य महोदय, या कह<br />

रहे ह ...( यवधान)...<br />

ी अ य : या कह रहे ह<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): इनको होश नह ं है, यह या है<br />

+++<br />

श द अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(124)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जवाब देता हं। ू<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आप बैठे, अभी सुनाता हं ू, अभी<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): मं ी जी का जवाब सुना न, ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): ...( यवधान)... आप वरा जए,<br />

जवाब सुिनये पहले, आपके हर सवाल का जवाब देना ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): नह ं, यह कोई तर का नह ं है ...( यवधान)...<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): मं ी जी जस तर के से जवाब दे रहे ह<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): मं ी जी जवाब दे रहे ह सुनो न ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह कसको धमका रहे ह अ य महोदय, यह<br />

कसको धमका रहे ह, मनमानी कर ह, यह जवाब दे रहे ह क मनमानी कर रहे ह<br />

...( यवधान)...<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): ...( यवधान)... हमारा अिधकार ह, सबको<br />

सदन म ...( यवधान)... अवैध खनन चल रहा है पूरे राज थान म ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

: आप सूची बताइए। आपने कहा म सूची बताऊं गा, सूची बताइए।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): यहाँ जो सबने बोले ह उनके नाम बताओं, कस-<br />

कस के नाम खनन है ...( यवधान)...<br />

का<br />

ी अ य<br />

: आप तो सूची बताओ, सूची बताइए सूची।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अ य महोदय, मेरा यव था का न है, यव था<br />

न यह है क इस वधान सभा म यव था यह है क जस भी माननीय सद य<br />

अपने हत के सवाल यहां नह ं उठा सकते तो मं ी महोदय यह बता दो ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): I am on a point of clarification.<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): खिनज के मामले म कस- कस माननीय सद य के<br />

प रवार के लोग के नाम खिनज ह पहले मं ी महोदय यह नाम बता दे क सदन के<br />

पूव और वतमान सद य...<br />

नाम ह<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): बलकु ल- बलकु ल बताऊं गा।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): के प रवारजन के नाम माइिनंग म कौन-कौनसे<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): बलकु ल बताऊं गा पूर िल ट है।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): कन प रवार के सद य के नाम लीज है वह नाम<br />

बता द पहले ...( यवधान)...<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(125)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, आप<br />

वराजे ...( यवधान)...<br />

clarification.<br />

ी अ य<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): माननीय अ य महोदय, I am on a point of<br />

: एक िमनट, एक िमनट।<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): वह अपना सवाल यहां नह ं उठा सकते ह, अपना<br />

सवाल यहाँ नह ं उठा सकते ह ...( यवधान)...<br />

संर<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): अ य महोदय, मुझे आपका<br />

ण चा हए, आप मुझको अलाऊ कर रहे ह ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

अपना जवाब<br />

ी अमराराम (दांतारामगढ़): अपनी माइिनंग के िलए यहां नह ं उठा सकते<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अ य महोदय, माननीय खिनज मं ी जी ने<br />

ारंभ नह ं कया, आरोप से बौखलाकर इ ह ने मेर तरफ इंिगत करके<br />

कहा क आपके प रवार के लोग का अवैध खनन म नाम है। अ य महोदय, म चुनौती<br />

दे रहा हं ू आप चाहे कसी क कमेट बना लो या तो यह सद यता से यागप रख दे<br />

या म यागप रखता हं ू ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं<br />

पयावरण): इसम सार चीज के नाम है<br />

...( यवधान)... सबके नाम ह, हर चीज का जवाब दगे ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): इस तरह के अनगल बात कर रहे ह, यह जवाब है<br />

इनका इसको ए सपंज क जए आप, यह या तर का हआ ु ...( यवधान)...<br />

ी अ य<br />

...( यवधान)...<br />

: हां, मं ी जी बोिलए, सुिनये-सुिनये मं ी जी जवाब दे रहे ह।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): यह या तर का है नह ं सुनना जवाब<br />

ी वीरे बेनीवाल (मु य सचेतक): ...( यवधान)... आप सुनने क<br />

मता रखे<br />

...( यवधान)... और वलंत मु े उठाये ह यह तो आना चा हए ...( यवधान)... रकॉड<br />

पर बात तो आने द जए।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय,<br />

यानाकषण के मा यम से सरकार का यान आक षत कया ...( यवधान)... सु दरलाल<br />

जी, माननीय स माननीय ह, आपका स मान करता हं ू, आप वरा जए, पहले मेर बात<br />

सुिनये। एक घंटे तक सुनी ह आपक बात, एक घंटे तक सुनी है, माननीय सद य आप<br />

बहत ु व र ठ ह। माननीय अ य महोदय, यानाकषण के मा यम से सरकार का यान<br />

आक षत कया। जसम खास चीज पर नोन टै स, एमने ट योजना, अवैध माइिनंग<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(126)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

तीन चीज पर माननीय सद य ने सरकार का यान आक षत कया। जसम ितवाड़<br />

साहब, उपनेता महोदय ने नोन टै स के मामले क जो बात रखी। हमारे माननीय डा0<br />

रघु शमा, के कड से आने वाले सद य ने भी बात रखी। माननीय अ य महोदय, म<br />

बताऊं गा पछले व तीय वष म 1275 करोड़ का जो राज व ा त कया, इस साल हमने<br />

1457 करोड़ पए का राज व अ जत कर िलया है। 40 ितशत हर साल के बजाय<br />

रेवे यू आबके अिधक ह। हमारा ल य था 1560 करोड़ पए का और हमने ा त कया<br />

1457 करोड़, अभी एक मह ना और बाक है। इसम हम इस ल य को पूरा कर लगे।<br />

अगले व तीय वष का भी 1760 का हमने<br />

ल य रखा है उसको भी पूरा करगे<br />

...( यवधान)... इसिलए यह कहना, आप सुिनये पहले, लीज- लीज आप वराजे, आप<br />

न पूिछए फर, माननीय सद य, उपनेता महोदय, नोन टै स का जहां तक मामला<br />

उठाया है पछले साल साढ़े 1200 का था, हमने 1275 तक<br />

ा त कया इसिलए हम<br />

पछले वष क तुलना म 40 ितशत यादा आय अ जत क माइिनंग वभाग ने<br />

इसिलए नोट टै स का यहां<br />

न ह नह ं उठता है। दसरा ू , आपने काफ सद य ने<br />

एमने ट योजना क िचंता य त क । माननीय अ य महोदय, म आपसे िनवेदन कर<br />

रहा हं ू क एमने ट योजना वभाग म कोई पहली बार नह ं आई। पहले भी यह आई<br />

97-98 म भी एमने ट योजना लागू हई ु , 2007-08 म भी लागू हई ु , 2008-09 म भी<br />

लागू हई ु , ले कन बाक क योजनाएं जो लाये उससे रेवे यू उतनी ा त नह ं हई। ु इस<br />

बार हमने वतमान म जो एमने ट योजना लाये इसम हमने छह मह ने तक अिभयान<br />

चलाने का काम कया है और लगभग इसम साढ़े पाँच हजार य इस योजना से<br />

लाभा वत ह गे। 1950 से लेकर 2007 तक .......<br />

Bhs/<strong>akt</strong>/25.3.10/15.40/2n<br />

वो लीजी और खनन प टाधार ह कई लोग तो मर चुके ह और कई लोग के<br />

बेट के नाम गयी, वो भी मर चुके ह। अभी हमारे 302 लोग का पछले मह ने म आया<br />

जसम कसी का हजार पये और कसी का 124 पये, कसी का 205, कसी का पाँच<br />

हजार, कसी का ढाई हजार, कसी का तीन हजार जो हमने 50 से 60 दस साल के िलए<br />

उसम हमने कु छ मूलधन माफ करने क योजना रखी है। 1990 के बाद म हम एक भी<br />

य का मूलधन माफ करने क इस क म म नह ं लाये। 1990 के बाद 2007 तक<br />

इस योजना म के वल याज माफ ह रहेगी उपनेता महोदय इसम लगभग 5200 यानी<br />

साढ़े पाँच हजार तक लगभग य इससे लाभा वत ह गे इसिलए यह कहना, बजट के<br />

समय म माननीय मु यमं ी जी मौजूद थे उस समय भी आपने यह मु ा उठाया था क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(127)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसम कु छे क लोग के सौ करोड़, इस पूर योजना म लगभग 77 करोड़ पये जनका<br />

मूलधन कु छे क लोग का माफ होगा जो 90 से 50 के बीच के ह जसम 50 से 60 का<br />

90 ितशत, 60 से 70 का 80 ितशत, 70 से 80 का 80 ितशत और 80 से 90 का<br />

70 ितशत बाक 1990 के बाद कसी का भी मूलधन माफ नह ं है सभी के याज है<br />

और जो 302 लोग आये ह उसम हजार-डेढ़ हजार, दो हजार, पाँच हजार आये ह। यह<br />

लोग का काफ अटका हआ पैसा था यह वभाग को िमल रहा है। यह बहत अ छ<br />

ु ु<br />

योजना है इसम सभी लोग लाभा<br />

वत हो रहे ह इसिलए यह कहना आपका कतई गलत<br />

है, िनराधार है माननीय अ य महोदय, वप का क इस योजना म कसी का घपला<br />

हआ ु है, यह एक अ छ क म है, अ छ योजना है। वभाग के ित पारदिशता लाने के<br />

िलए हमने ड एमजी ऑनलाइन योजना लागू क है जो पहली बार माननीय अ य<br />

महोदय, मु यमं ी जी के िनदश पर, इस वभाग पर हमेशा करे शन के चाजज लगते<br />

ह, हमेशा इस वभाग पर उँ गली उठ है ले कन म आप सभी माननीय सद य को<br />

आ व त क ं गा, +++ पूरा राज थान इस योजना को देख रहा है ड एमजी ऑन लाइन<br />

को ...।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर):+++<br />

सकता। ए सपंज क रये। ओन ए पाइंट ऑफ ऑडर।<br />

जवाब दे रहा हं। ू<br />

को यहां से संबोिधत नह ं कया जा<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय आप ह ने पूछा है उसका<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): पाइंट ऑफ ऑडर। यव था का<br />

ी अ य<br />

: पाइंट ऑफ ऑडर।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): यव था का न। अ य महोदय, हमारे यहां यह<br />

िनयम है और अ य ीय यव थाएं ह क सदन से गैलेर ज को संबोिधत नह ं कया जा सकता,<br />

माननीय मं ी महोदय ने सदन से गैलेर ज को संबोिधत कया, यह ए सपंज कया जाए।<br />

ी अ य<br />

: ए सपंज कया जाता है।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): म बता रहा हं माननीय अ य<br />

ू<br />

महोदय, इसम संबोिधत म नह ं कर रहा हं ू ये योजनाएं...।<br />

ी अ य<br />

कर दया गया है।<br />

: आपने +++ संबोिधत कर दया था गैलेर ज को उसको ए सपंज<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आपक कृ पा है।<br />

ी अ य<br />

: मेर कृ पा नह ं है, िनयम क यव था है।<br />

न।<br />

+++ : अ य पीठ के आदेशानुसार अिभ य अपलो पत क गई।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(128)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): आसन क कृ पा है। इस ड एमजी<br />

ऑन लाइन योजना से आपको अभी प ह िमनट पहले क राज थान म कतनी रेवे यु<br />

उपल ध हो रह है यह सभी माननीय सद य को उपल ध हो सकती है। इस योजना म<br />

कोई भी आवेदन करेगा तो कई बार माननीय अ य महोदय, ओवरले पंग हो जाती है<br />

एक आदमी जैसे ज दल शॉ वाला उठा था मामला। एक आदमी ने पहले ए लीके शन<br />

लगा रखी है दसरा ू आ जाता है, तीसरा आ जाता है, पाँच आदमी, दस आदमी ए लीके शन<br />

लगा देते ह इस ड एमजी ऑन लाइन से वो र त िमलेगा उनको वो घर बैठे इंटनरेट पर<br />

उस र त थान को देख कर अपना आवेदन<br />

तुत कर सकता है जससे ओवरले पंग<br />

क सम या नह ं रहेगी। उसम कहां-कहां उनके ए लीके शन क हई ु है, कह ं ए वायरमट<br />

लयरस नह ं है, सरपंच क एनओसी नह ं आयी, कले टर क एनओसी नह ं आयी, जहां<br />

जो कमी उस ए लीके शन क रहेगी वो उसको खुद को इंटरनेट पर मालूम पड़ेगी।<br />

पारदिशता लाने के िलए पहली बार राज थान म मु यमं ी जी के िनदश से यह योजना<br />

लागू क गई है। माननीय अ य महोदय, जहां तक ज दल शॉ का मामला आया है<br />

भीलवाड़ा से आने वाले माननीय सद य ने यह बात उठायी थी।<br />

एमने ट योजना म<br />

हमने अभी तक जो कया है उसम बीस लाख पये आरएसएमएम के थे और 29 लाख<br />

पये हमार योजना म के वल माइिनंग वभाग के आये ह। के कड़ से आने वाले माननीय<br />

सद य ने यह बात पूछ । दसरा था ू<br />

...( यवधान)... इतनी पारदिशता से ड एमजी ऑन<br />

लाइन चालू क है। माननीय अ य महोदय, रा य सरकार ने जस समय 2005 म<br />

ज दल शॉ क ए लीके शन लगी थी उस समय सेल और इ पात िनगम क ए लीके शंस<br />

उस जगह लगी हई ु नह ं थी। भीलवाड़ा से आने वाले माननीय सद य जो बात बता रहे<br />

थे क पहले आओ पहले पाओ, आप लोग को खुद को मालूम है क भारत सरकार के<br />

माइिनंग ए ट का जो ा वजन है उसम यह साफ िलखा हआ ु है, उस समय सेल कं पनी<br />

और इ पात कं पनी का आवेदन उसम नह ं था। उसक<br />

ायो रट फ स क है।<br />

एमएमड आर ए ट क धारा 11(5) के तहत 29.8.07 को आपका ह राज था माननीय<br />

सद य, उ ह ं का राज था। आप वह ं से थे उस समय उठाते यह मामला ...( यवधान)...<br />

अब आपके खुद क बात कर ता आप सुनना नह ं चाहते हो। सार चीज सुनना चाहते हो<br />

क नह ं<br />

अ य महोदय, ये हमने नह ं कया।<br />

ी कालीचरण सराफ (मालवीय नगर): माननीय अ य महोदय, हम तो के वल<br />

यह चाहते ह क प - वप के लोग ने जो आरोप लगाये ह अवैध खनन के या<br />

माननीय मं ी जी सदन के सद य क एक कमेट बनाना चाहते ह यह बताइये। आप<br />

कमेट बनाकर जांच करवाना चाहते ह क नह ं चाहते ह यह बताइये आप।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(129)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): उस पर आ रहा हं ू, मुझे मालूम है<br />

कब आना है। आप लोग ने कहा वो मने पूर शालीनता से सुना माननीय अ य<br />

महोदय, ...( यवधान)... आप वरा जये, आपक बात मने सुनी है। माननीय अ य<br />

महोदय, जस म दनांक 29.8.07 को...।<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): अ य महोदय, ज दल शॉ िलिमटेड का<br />

च कर उनके डपाटमट तक गया है। अ य महोदय, ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): एमएमड आर ए ट क धारा 11(5)<br />

के तहत उसको एलओआई जार क है।<br />

संर<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): इनके डपाटमट तक गया है।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, आपका<br />

ण चाहंगा। एमएमड आर ए ट<br />

ू क धारा 11(5) के तहत 19.8.07 को एलओआई<br />

जार क उस समय इ ह ं का राज था और उसके बाद म ...( यवधान)...<br />

सद य।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): लीज कसने द ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): तारानगर से आने वाले माननीय<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): राज-वाज क चचा मत करो। ज दल कसका<br />

आदमी है सब जानते ह। राज पर चचा कर रहे ह ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): म आ रहा हं ू उस पर आ रहा हं। ू<br />

आप सुिनये तो सह सार चीज।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): एनओसी कौन दे रहा है, ज दल शाह को एनओसी<br />

कौन दे रहा है, कसके आधार पर दे रहे हो<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, आप बड़े<br />

सीिनयर ह। पछली बार भी फै सला सह िलया गया होगा।<br />

ी अ य<br />

: कौन सा फै सला सह िलया गया मं ी जी, कौन सा फै सला सह<br />

िलया गया कौन सा फै सला सह िलया गया आपने कहा क फै सला पछली बार सह<br />

िलया गया।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): जवाब देने का, अ य महोदय।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): अ य महोदय, ज दल कौन है हम सब<br />

जानते ह और ज दल कौन था यह भी सब जानते ह,<br />

...( यवधान)...<br />

ह।<br />

या बात कर रहे हो आप।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): और उसको एनओसी कसने द यह भी हम जानते<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(130)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हम जानते नह ं है या उसको, ज दल को नह ं<br />

जानते या बात करते हो।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय अ य महोदय, जब<br />

ज दल शॉ को 2007 म एलओआई जार हो गयी ..।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): माननीय अ य महोदय, ...( यवधान)...<br />

चार आदिमय क कमेट बना दे आपके ऊपर कोई दोष नह ं है ...( यवधान)... उसक<br />

घोषणा कर दो। कसी ने आपको नह ं कहा, कसी ने भी, सारा हाउस, चाहे इधर से हो<br />

चाहे उधर से हो ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): माननीय मं ी जी, जवाब दे रहे ह। आप जवाब य नह ं<br />

सुन रहे ह। ...( यवधान)...<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): अ य महोदय, म ...( यवधान)... सारे<br />

त य रख रहा हं। ू म इनके डपाटमट के त य रखना चाहता हं। ू<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): जब आपको जवाब मालूम है तो फर मं ी जी से सवाल<br />

य कया सवाल कया ...( यवधान)... सुन तो ल आप सब।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): वो वयं बता रहे ह ज दल शॉ क या<br />

ए लीके शन है। ...( यवधान)...<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय मं ी जी, सुर<br />

ा क जये ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): ...( यवधान)... भारतीय खान यूरो<br />

का जो अजमेर माइिनंग लान है ज दल शॉ ने 11.8.09 को ...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ...( यवधान)... ज दल शॉ को एनओसी कसने<br />

द अ य महोदय, अभी मे डकल है थ पर बहस होनी है।<br />

ी व ठल शंकर अव थी (भीलवाड़ा): मं ीजी, ज दल के बारे म बेक ाउंड<br />

बताइये। यह ज दल है या ज दाल<br />

...( यवधान)...<br />

न शा<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): टेबल कर दगे कागज। कागज टेबल कर दो फर<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): 11.8.09 को माइिनंग लान का<br />

तुत कया गया जसम हम लोग ने जो 12 खनन प टे धार भीलवाड़ा के<br />

अ दर ह उन लोग को एलओआई जार क तब सुर<br />

उन लोग को 12 लोग को यह सुर<br />

ा नह ं द थी। हमार सरकार ने<br />

ा द क उनका नवीनीकरण नह ं हआ प टा ले कन<br />

ु<br />

जब भी ज दल शॉ वहां माइिनंग करेगा तब उनको उसके ए रया के अनुसार<br />

दगे यह यव था क ।<br />

म प टे<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर):...( यवधान)... ज दल शॉ य करेगा माइिनंग<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(131)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

राज थान क धरती पर य करेगा ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर):<br />

माइिनंग करेगा क कां ेस ने ...( यवधान)...<br />

य करेगा ...( यवधान)... ज दल इसिलए<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): ज दल से माइिनंग कराय ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): ज दल कै से माइिनंग करेगा भीलवाड़ा को खा<br />

गया ...( यवधान)...<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): भीलवाड़ा को बेचना चाहते ह ...( यवधान)...<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं<br />

ी अ य<br />

: जवाब आने द जये।<br />

पयावरण): अब आपके उसम आ रहा हं ू<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): नह ं अ य महोदय, ...( यवधान)...<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): जवाब देने दो पूरा।<br />

ी अ य<br />

: जवाब आने दो न।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): ...( यवधान)... सह जवाब दे रहे<br />

ह तो इसम कहां द कत है अब सुनने क श नह ं रखते, जब इतनी बात कह<br />

...( यवधान)...<br />

एक माननीय सद य: अभी आप सबके नाम आयगे।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय, हाउस को कं<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य ारा सदन कू प म नारेबाजी।)<br />

ोल कर।<br />

...( यवधान)... जहां तक अवैध माइिनंग का न है माननीय अ य महोदय,<br />

...( यवधान)... अवैध माइिनंग का राज थान के इितहास म पहली बार मु यमं ी जी ने<br />

चीफ सेके क अ य ता म सभी वभाग के ंिसपल सेके सभी वभाग के तहत<br />

इतना बड़ा फै सला िलया। ..<br />

कै लाश/अ ण<br />

<strong>25.03.2010</strong> 15.50 (1) 2o<br />

पहली बार जनम इनके नाम उजागर हो रहे ह, इनक पाट के नेताओं का नाम<br />

उजागर हो रहा है इसिलए यह आज डर रहे ह और आज वैल म आ रहे ह। अवैध<br />

माइिनंग को रोकने के िलये रा य सरकार ढ संक प है। ...( यवधान)... अ य<br />

महोदय, राज थान म पहली बार अवैध माइिनंग को रोकने के िलये इतना लंबा अिभयान<br />

आरएसी के अलावा होम गाड क बटािलयन मु य सिचव क अ य ता म खान वभाग,<br />

रेवे यु वभाग, पुिलस वभाग, ड जी सारे वभाग क एक कमेट बनी, एक टा क फोस<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(132)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बनी जसम पूरे राज थान जसम सु म कोट, हाई कोट के भी आदेश उसम है ले कन<br />

माननीय मु य मं ी जी ने अवैध माइिनंग को रोकने के िलये इतना बड़ा फै सला और<br />

कदम उठाया। आज इन लोग क माइिनंगे बंद होती है इसिलए यह डरते ह। कसी का<br />

े शर बंद हो रहा है, कसी क माइन बंद हो रह है ए वायरमट क लीयरस क वजह<br />

से । आज यह वैल म आ रहे ह। अगर ह मत है तो चचा करा कर दे खए ।<br />

...( यवधान)...<br />

(भारतीय जनता पाट के माननीय सद य ारा सदन वैल म नारेबाजी)<br />

ी अ य : सदन क कायवाह एक घंटे के िलये थिगत क जाती है।<br />

(तदन तर सदन क बैठक 15.51 बजे एक घंटे के िलये थिगत हई। ु )<br />

ans/<strong>akt</strong> 16.50 3d 25032010<br />

(16.51 बजे)<br />

पुन: समवेत ् होने पर<br />

( ी सुरे िसंह जाड़ावत, सभापित पदासीन)<br />

सदन क कायवाह<br />

वधान सभा क बैठक के िनधा रत समय म वृ<br />

ी वीरे बेनीवाल (मु य सचेतक): सभापित महोदय, म ताव करता हं ू क<br />

सदन का समय मांग के पा रत होने तक बढ़ाया जाए।<br />

ी सभापित: सदन का सामय मांग पा रत होने तक बढ़ाया जाए <br />

( वीकृ त)<br />

सदन का समय मांग पा रत होने तक बढ़ाया गया।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): सभापित महोदय, I am on a point of<br />

clarification. सभापित महोदय, खान रा य मं ी ने...( यवधान)<br />

ीमती बीना काक (म हला एवं बाल वकास मं ी): अब कब क बात खतम हो गई<br />

वापस ह य शु करना चाह रहे हो आप। ( यवधान)<br />

ी सभापित: आय ययक अनुमान 2010-11 के अनुदान क मांग पर वचार।<br />

एमादु न अहमद खां।<br />

ी राजे<br />

clarification.<br />

राठौड़ (तारानगर): सभापित महोदय, I am on a point of<br />

ी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(133)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अनुदान क मांग<br />

मांग सं या 26 - िच क सा एवं लोक वा य और सफाई क<br />

ी एमादु न अहमद खान (दु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): सभापित<br />

महोदय, आपक अनुमित से ताव करता हं ू क ( यवधान) मांग सं या 26 िच क सा<br />

एवं लोक वा य और सफाई के संबंध म 31 माच, 2011 को समा त होने वाले वष म<br />

कये जाने वाले यय के िनिम त रा यपाल महोदय को पये 28,11,11,46,000/-<br />

(अटठाइस अरब, यारह करोड़, यारह लाख, िछयालीस हजार) तक क रािश दान क<br />

जाए। ( यवधान)<br />

ीमती बीना काक (म हला एवं बाल वकास मं ी): सभापित महोदय, यह या बीच<br />

म, बात खतम हो गई, इसम अब या है। ( यवधान)<br />

तुित<br />

ी सभापित: बरा जये, बरा जये। ( यवधान) माननीय सद य बरा जये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अभी खान रा य मं ी ने ( यवधान) म पयटन मं ी<br />

को ( यवधान) क वह अपनी अ य ता म सिमित बना लो बीना जी। आप मेरे को<br />

और मेरे प रवार को जानती हो। ( यवधान)<br />

ी सभापित: मा टर भंवरलाल मेघवाल।<br />

ी राजे<br />

है...( यवधान)<br />

राठौड़ (तारानगर): अवै खनन अगर म और मेरा प रवार कर रहा<br />

ीमती बीना काक (म हला एवं बाल वकास मं ी): ले कन माननीय सद य बात ह<br />

खतम होती है, दबारा ु वा पस शु करने का या मतलब है। ( यवधान)<br />

ी राजे<br />

राठौड़ (तारानगर): अगर म दोषी पाता हं ू( यवधान) तो म सदन से<br />

इ तीफा दंगा ू वरना खान रा य मं ी इ तीफा द। मजाक बना रखा है। ( यवधान)<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ताव करता हं ू क मांग सं या 23<br />

मांग सं या 23 - म और रोजगार क<br />

तुित<br />

ा मं ी): सभापित महोदय, म आपक अनुमित से<br />

म और रोजगार के संबंध म 31 माच, 2011 को<br />

समा त होने वाले वष म कये जाने वाले यय के िनिम त रा यपाल महोदय को पये<br />

1,23,73,80,000 (एक अरब तेईस करोड़, ितह तर लाख, अ सी हजार) तक क रािश<br />

दान क जाए। ( यवधान)<br />

ी सभापित: ( यवधान) ी<br />

ानचंद पारख।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय सभापित महोदय, तारानगर<br />

वाले सद य ने<br />

पछली बार भी...( यवधान)<br />

ी सभापित: माननीय मं ी जी बराजे। माननीय मं ी जी बराजे। ( यवधान)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(134)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): पछली बार भी हाउस म ( यवधान)<br />

मने उठाया दधू डेयर का मामला। ( यवधान)<br />

ी सभापित: मं ी जी बराजे।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): खान इनके नाम पर, ब चे के नाम<br />

पर..( यवधान)<br />

ी सभापित: मं ी जी, बरा जये।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): अवै माइिनंग को सरकार रोकने का<br />

काम कर रह है। ( यवधान) और के वल जोर से बोलने से थोड़े ह होता है। जोर से<br />

बोलने से नह ं होता माननीय सद य। ( यवधान) माननीय सद य, आप कस तरह क<br />

हरकत कर रहे ह।<br />

ी सभापित: मं ी जी। ( यवधान) बरा जये<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आपका जोर से बोलना भी ( यवधान) आपक बापौती<br />

भी नह ं है सदन। ( यवधान)<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): माननीय सद य, जस तरह क हरकत<br />

कर रहे ह, जोर से सदन नह ं चलता है ( यवधान) सदन िनयम और कानून व पर परा<br />

से चलता है। आप िसिनयर है,िसिनयर होने का, िनयम का, फायदा उठा रहे ह, नाजायज<br />

है। ( यवधान)आपके नाम है ( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): आपका जोर से भी ( यवधान) नह ं चलेगा।<br />

ी रामलाल (रा य मं ी, वन एवं पयावरण): प रवार के नाम, ब चे के<br />

नाम( यवधान) प के नाम, सद य के नाम ( यवधान) अलाट कया गया। यह रकाड<br />

के अंदर है। ( यवधान)<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): कु छ भी करते रहगे..( यवधान)<br />

ी सभापित: मं ी जी, इस पर चचा समा त । ी<br />

ी<br />

मांग सं या 26 व 23 पर वचार<br />

ानचंद पारख। ( यवधान)<br />

ानच द पारख (पाली): माननीय सभापित महोदय, आज सदन म िच क सा<br />

जैसे मह वपूण वषय पर चचा है। हमारे देश क जो िच क सा यव था है उसम अभी<br />

इतने यादा काम करने क आव यकता है ता क इलाज के अभाव म जस बीमार का<br />

इलाज स भव हो वह मर ज मरे नह ं। पडौसी रा य से हमार तुलना कर तो हम<br />

िच क सा के<br />

े म बहत ु यादा पछड़े हए ु ह। जब जब भी राज थान म हमार सरकार<br />

आई तो हमने पूरा यास कया क िच क सा सेवा येक य तक पहंच ु जाए। सन ्<br />

1990 म माननीय भैरोिसंह जी शेखावत मु यमं ी थे और माननीय लिलत कशोर<br />

चतुवद िच क सा और वा य मं ी थे, तो पहली बार बना कसी राजनीितक भेदभाव<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(135)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

के एक नीित बनाकर राज थान क िच क सा यव था को सुचा रने का यास कया।<br />

नीित बना द क हर 2000 क आबाद पर एक सब से टर होगा, हर 10 हजार क<br />

आबाद पर एक ाथिमक वा य के होगा, हर 30 हजार क आबाद पर एक<br />

सामुदाियक वा य के होगा। एक नीित बनाकर, कभी भेदभाव नह ं कया क इलाका<br />

कां ेस का है या बीजेपी का है। उस समय जो रकाड अ पताल खुले,<br />

मो नत हए ु<br />

उसक गवाह आप खुद दे दगे। उसके बाद जब माननीय राजे जी राठौड़ को मौका<br />

िमला तो उ ह ने भी उस दशा म बहत ु अ छा यास कया।हमारे अ पताल जो छोटे-<br />

छोटे बजट के िलए सरकार क ओर मुंह ताकते थे वह खुद आ मिनभर कै से बन जाए<br />

यह आरएमआरएस क योजना, यह माननीय राजे िसंह राठौड़ क देन है। उससे आज<br />

कतनी आमदनी होती है अ पताल म यह सबको पता है। बाहर क दकान ु पर दवाई<br />

मंहगी िमलती है तो यह भी शु आत क आरएमआरएस क दकान ु अ पताल के अंदर हो<br />

जाए और गर ब मर ज को वा जब दर पर दवाई िमल जाए। कह ं आव यकता थी सब<br />

से टर खोलने क , कह ं पीएचसी खोलने क , कह ं िसट ड पसर खोलने क , कह ं<br />

मो नत करने क तो कसी कार क कोई कमी उस काल म नह ं रह । यह म<br />

वापस जब दग बर िसंह जी िच क सा मं ी बने, उसके पहले िच क सालय भवन क<br />

हालत देख ल, राज थान के अिधकांश िच क सालय भवन जजर अव था म पहं ुच चुके<br />

थे, भवन ऐसे क मर ज को अंदर लेटते हए ु डर लगता है क कह ं छत िगर जाए और<br />

सारे अ पताल के नवीनीकरण का अिभयान उनके काल म चला। म खुद गवाह हं ू, मेरे<br />

पाली बागड अ पताल म चार करोड़ क रािश अ पताल के नवीनीकरण म खच हई। ु जो<br />

अ पताल पहले ख डहर दखता था आज आलीशान महल क भांित दखता है। मर ज<br />

बाहर से देखते ह खुश होता है । आव यक उपकरण भी हर िच क सालय को उपल ध<br />

कराये। िसट के न मशीन, जतने भी<br />

जला अ पताल है सबको उपलबध करा दये ।<br />

खून पैशाब क जांच के उपकरण है वह भी उपल ध कराये । कसी कार क कोई कमी<br />

नह ं। उसके बाद भी, नरपतिसंह जी राजवी िच क सा मं ी बने तो उ ह ने भी अपनी ओर<br />

से इस<br />

े म बहत ु बड़ा काम कया। जतने भी ोमा से टर नेशनल हाइवे पर वीकृ त<br />

होने चा हए वह उनक देन है क उस समय उनके काल म उ ह ने वीकृ त करवाये<br />

वह। कु पोषण के िशकार बहत ु सारे ब चे हमारे<br />

देश म मौजूद है, जतने भी जला<br />

िच क सालय है वहां कु पो षत के िलए अलग वाड बन जाए उसक यव था भी क ।<br />

दगा ु / पाठ 25032010 1700 3e<br />

हमार मु य मं ीजी इस मामले म बहत ु उ ार रह ं। जननी सुर ा योजना, यह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(136)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उनके काल क देन है वरना पहले घर म सव होते थे।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): यह के सरकार से िमला था पैसा।<br />

ी<br />

ानच द पारख (पाली): यह उनके काल म आई, हां, उनके काल म आई।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): के से पैसा आया।<br />

ी ानच द पारख (पाली): हां, आप भी लाओ ना के सरकार से पैसा। कौन<br />

मना करता है आपको। आप भी लाकर चालू करो ना। कोई नई योजना चालू करो ना।<br />

पूर बात तो सुन ल आप।<br />

जहां-जहां आव यकता महसूस क गई तो वहां भी नये अ पताल देने म कोई<br />

कमी उ ह ने नह ं रखी। माननीय सभापित महोदय, इस<br />

आव यकताएं<br />

े म अभी भी बहत सार ु<br />

ह और उनको पूरा करना हमार ज मेदार भी है। माननीय सभापित<br />

महोदय, पछले बजट म, सन 2009-10 के बजट म हमने लान म 311.22 करोड़ पये<br />

यहां पा रत कये थे और खच कये हमने 205.48 करोड़ पये। माननीय मं ी महोदय,<br />

बहत ु आव यकता थी। इस पैसे को बचाने क आव यकता नह ं थी। 105.74 करोड़ क<br />

रािश हमने कम खच क जो राज थान क जनता का अिधकार बनती था। इतना ह<br />

नह ं, सी.एस.एस. म भी हमने ावधान रखा था 5.39 करोड़ का और खच कर पाये हम<br />

मा 2.13 करोड़ पये। इस बार तो हमने लान म बजट ह कम कर दया, जो पछले<br />

साल 311.22 करोड़ था, उसको घटाकर 287.34 करोड़ कर दया और सी.एस.एस. म<br />

मा 2.37 करोड़ पया। यह बजट कम करने से आप िच क सा सु वधा उपल ध नह ं<br />

करा पाएंगे।<br />

माननीय सभापित महोदय, सदन म जतने भी सद य बैठे ह, उनसे अगर पूछ ल<br />

क िच क सा मं ी कै से ह, सबका उ तर एक आयेगा, बहत ु अ छे , बहत ु भले ह। सबका<br />

उ तर आयेगा, चाहे प का होगा, चाहे ितप का होगा। इसम कोई दो राय नह ं है।<br />

साथ म यह पूछ ल क हमार िच क सा यव था कै सी है, अिधकांश कहगे, खराब है,<br />

बुर है। यह अिधकांश का जवाब आयेगा, चाहे स ताप का सद य हो, वह भी कहेगा।<br />

माननीय िच क सा मं ीजी, आपसे बहत ु यादा उ मीद देश क जनता को ह। आपके<br />

कं धे पर बहत बड़ा भार इस<br />

दे श क जनता को पया त िच क सा सु वधाएं उपल ध<br />

कराने का भी है। आज जो आव यकता है िच क सा क और आज जो हम संसाधन दे<br />

रहे ह िच क सालय को, उन दोन को देखगे तो बहत ु बड़ा अ तर आपको नजर आयेगा।<br />

अब आने वाले समय म आप इस अ तर को कै से कम कर सकते हो, यह माननीय<br />

मं ीजी आपको करना होगा। जहां चले जाओ, वहां आपको सम या नजर आयेगी। म<br />

सवाई मान िसंह अ पताल क बात कर लूं। आपक जानकार म है, माननीय मु य<br />

मं ीजी क जानकार म है, सभी माननीय सद य क जानकार म है। सवाई मानिसंह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(137)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अ पताल म अ छे डा टर क कोई कमी नह ं। एक से बढ़कर एक अ छे डा टर,<br />

जनक<br />

ित ठा है, पैठ है, जो कु शल ह, होिशयार ह, जो बहत अ छे ु आपरेशन कर<br />

सकते ह, बहत अ छे ु प रणाम दे सकते ह, उनसे जाकर पूछ लो, उनके पास संसाधन<br />

या ह। एक भी कु शल िच क सक आपको संतु ट नजर नह ं आयेगा। सारे के सारे दु:खी,<br />

सारे ह कहते ह क हम वपर त प र थितय म काम कर रहे ह। सरकार अ पताल है,<br />

यहां गर ब क सेवा का अवसर हम िमलता है, इसिलये हम यहां बैठे ह, वरना जो हमार<br />

हालत सरकार ने कर रखी है, हमार इ छा होती है कई बार क हम नौकर छोड़ द। चाहे<br />

यूरो-सजर ले लो, चाहे यूरोलॉजी ले लो, चाहे का डक-सजर ले लो, का डयोलॉजी ले<br />

लो, यूरोलॉजी ले लो, जनरल-सजर ले लो। इतने कु शल डा टर ह आपके पास क बाहर<br />

के ा त के मर ज इतनी अ यव था होने के बाद भी यहां आपरेशन करवाने आते ह।<br />

मं ी महोदय, य द आप संसाधन उपल ध करवा दगे तो बहत बड़ राहत आप जनता को<br />

ु<br />

दे पायगे। िच क सक भी अपनी कु शलता का पूरा उपयोग अपनी सेवाओं के<br />

प म दे<br />

पाएंगे। वरना वह जो प रणाम देना चाहते ह उस प रणाम तक वह पहंच नह ं पाते।<br />

ु<br />

माननीय िच क सा मं ीजी िसट -सजर का आपको खुद को पता है। पहले भी माननीय<br />

मु य मं ीजी ने कहा था क नह ं, हम<br />

यास करगे, मानसरोवर म मानस भवन म<br />

इसको हम िश ट करवा दगे, का डयोलॉजी से टर बना दगे। वह यवहा रक नह ं था,<br />

इतना स भव नह ं क वहां कर द वह<br />

य क यहां भी का डयोलॉजी क आव यकता<br />

होती है। का डक-सजर म मर ज को आपरेशन क वे टंग आपको पता है। आपसे िछपा<br />

हआ नह ं है। सारे माननीय सद य<br />

ु को पता है क कतनी वे टंग है, 6-8-10 मह ने<br />

पहले मर ज का आपरेशन के िलये न बर नह ं आता है। डा टर चाहे कतने भी यास<br />

कर ल अपनी ओर से, उनक अपनी मजबूर , संसाधन ह नह ं। चाहते हए भी वे ु<br />

आपरेशन नह ं कर पाएंगे। म ध यवाद देता हं ू आपको, मने आपक जानकार म एक<br />

बात लाई। आपने डा टर को बुलाकर बात क और आपने बहत ु ज द , आपरेशन क<br />

सं या बढ़ जाए, उसके िलये एक िथयेटर क यव था कर द । उसके िलये आपको<br />

ध यवाद दंगा। ू पर उससे वे टंग कम हो जाएगी, ख म नह ं होगी। वे टंग ख म करने के<br />

िलये आपको कु छ संसाधन और देने ह गे। य क यह जो िसट -सजर का<br />

चर है,<br />

1971 म यहां िसट सजर चालू हई ु थी। उस समय मामूली होती थे, साल क 15-20,<br />

बस। बढ़ते-बढ़ते 1993-94 तक 150-200 पहंची। ु<br />

1994 म माननीय भैर िसंहजी शेखावत<br />

जब मु य मं ी थे तो उ ह ने बांगड़ प रसर म नई िसट -सजर यूिनट खड़ क और उस<br />

समय संसाधन दये क 200 क आव यकता है, 250 आपरेशन ित वष हो जाएं, इतने<br />

संसाधन क यव था उ ह ने सरकार क ओर से क । 1994 के बाद म हमने उ ह कोई<br />

संसाधन नह ं दये। वह वाड, वह िथयेटर, वह आई.सी.यू.। म ध यवाद दंगा िसट ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(138)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सजर के डा टर को क संसाधन दये सरकार ने ढाई सौ आपरेशन के और पछले वष<br />

कये उ ह ने 712 आपरेशन ओपन हाट सजर के , 250 क तुलना म 712 आपरेशन<br />

कये। उनक ताकत है साल म 2000 आपरेशन करने क । उनको आव यकता है<br />

संसाधन क । मुझे उ मीद है क आप िन<br />

त प से उनको संसाधन जुटाएंगे। वाड क<br />

हालत भी देख लो आप। एक भी वाड आपको ऐसा नह ं िमलेगा जसम मर ज गैलेर म<br />

नह ं लेटे हए ु ह । यू रो-सजर का मर ज, जसका पूरा िसर खुला हआ ु और बाहर गैलेर<br />

म उसके लूकोज चढ़ रहा है, हमार आंख के सामने है। मर ज को भत कराने जाओ तो<br />

बैड ह नह ं, कै से भत कर, बैड ह नह ं, जगह ह नह ं है। कोई सी रयस पेशे ट है, जगह<br />

ह नह ं है।<br />

मेरा माननीय मं ीजी से आ ह है क एस.एम.एस. म आज भी इतना बड़ा पेस<br />

कई वष से खाली पडा है जसका कोई उपयोग नह ं आ रहा है। अगर उस पेस का भी<br />

हम सह उपयोग कर ल तो मर ज को बहत ु<br />

बड़ राहत हम दे पाएंगे। आप खुद चलकर<br />

देख ल, एक बार। धूल जम गई ब डंग के अ दर, पूर क पूर ब डंग खाली पड़ है,<br />

वष से खाली पड़ है, 6-6 साल से खाली पड़ है। एक तरफ आपको जगह नह ं है मर ज<br />

को बैड देने क और दसर तरफ आपक ब<br />

डंग खाली पड़ है। इसम तालमेल बैठाने क<br />

आव यकता है। य द आप कर पाएंगे तो कई मर ज का बहत बड़ा भला हो जाएगा।<br />

ु<br />

VPS-AKT- <strong>25.03.2010</strong>-17.10-3f<br />

माननीय सभापित महोदय, म माननीय मं ीजी को ट .बी. के मर ज क पीड़ा<br />

भी बताना चाहंगा ू क हम बहत ु बड़ बात करते ह क हम जतने भी ट .बी. के मर ज ह<br />

उनको िन:शु क दवाइयां उपल ध करवाते ह डॉ स काय<br />

काय<br />

म के मा यम से। इस डॉ स<br />

म के प रणाम अगर आप देख लो य क मने देखे ह, मुझे पता है, यह अपया त<br />

दवाई है, इससे मर ज पूर तरह से ठ क नह ं होता। के टेगर -फ ट या थड म होता है वह<br />

धीरे-धीरे के टेगर -ट ू म चला जाता है और ट ू म भी फर उसको अपया त दवाई िमलती है<br />

वह आगे जाकर एम.ड .आर. म बदल जाता है और उसका इलाज बहत मु<br />

है। उसके बाद बहत ु महंगा भी होता है और बहत ु मु<br />

ी सभापित: माननीय सद य।<br />

कल भी है।<br />

कल से होता<br />

ी ानच द पारख (पाली): म पाँच िमनट और लूंगा। अ छा। माननीय मं ीजी<br />

एक बार इस डॉ स काय म को वापस आप पर ण करवा ल क वाकई म यह कारगर<br />

है या नह ं वरना हमारे भरोसे मर ज दवाई लेता है ले कन बीमार अपनी शर र से वह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(139)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

खतम नह ं कर पाता, आ खर म उसको कु छ दन के बाद अपना जीवन छोड़ना पड़ता<br />

है। यह डॉ स का सह हालत यह है, माननीय मं ीजी।<br />

माननीय मं ीजी, रा य अंधता िनवारण काय<br />

उसक जानकार आपको िन<br />

म क जो ददशा इस साल हई है<br />

ु<br />

ु<br />

त प से भी हई ु होगी। सन ् 2007-08 म हमारे देश म<br />

रा य अंधता िनवारण अिभयान के तहत मोितया बंद के 3,16,676 ऑपरेशन हए थे। ु<br />

2008-2009 म घटकर 2,23,690 ऑपरेशन ह हम कर पाये। कु छ घटनाएं हो गयीं<br />

हमारे अ पताल म जससे कु छ लोग क आंख चली गयीं और उसम हमने इतनी यादा<br />

स ती कर द क जो समाज सेवी सं थाएं इस<br />

उनके हाथ हमने बाँध दये। और इस वष या हआ ु<br />

े म बहत अ छा ु काम कर रह थी<br />

2009-2010 म, जनवर , 2010 तक<br />

हम मा 1,55,759 मतलब, 2007-2008 क तुलना म आधे से भी कम मोितया बंद के<br />

आपरेशन हमारे देश म हए। ु हो सकता है डा टर क लापरवाह से, दवाई गड़बड़ होने<br />

से, िथयटर ठ क नह ं होने से 25-50 लोग ने अपनी आंख गवा द ह गी ले कन<br />

मोितया बंद के ऑपरेशन नह ं करवाने से<br />

कतने लोग अपनी आंख गंवा बैठगे उस ओर<br />

भी आपको कु छ सोचना होगा माननीय मं ीजी, वरना हर गांव म आपको बहत सारे अंधे ु<br />

नजर आने लग जाएंगे य क कइय क हैिसयत नह ं है क वह पैसा खच करके यह<br />

ऑपरेशन करवा सक। पहले समाज सेवी सं थाएं इस<br />

े म काय करती थीं और उनके<br />

मा यम से वह सारा ऑपरेशन िन:शु क हो जाता था। सरकार के ऊपर कोई बोझ नह ं<br />

पड़ता था। आपको वापस मेरा आ ह रहेगा क समाज सेवा संगठन जो इस काय म जुड़े<br />

हए ु ह उनसे बैठ कर बात कर। सरकार अपनी ओर से कोई एडवाइज देना चाहे , कोई<br />

सलाह देना चाहे तो उनको दे क आप अपना िथयेटर ऐसा रख ले कन उनको ो साहन<br />

देने क बहत ु आव यकता है। माननीय मु य मं ीजी ने एक बार उनक बैठक भी बुलायी<br />

थी पछले वष, कु छ काम भी चालू हआ ु उसम ले कन आज भी थोड़े वे शं कत ह, पूर<br />

ताकत से वे काम नह ं कर पा रहे ह।<br />

पाँच िमनट।<br />

ी सभापित: माननीय सद य।<br />

ी ानच द पारख (पाली): माननीय सभापित महोदय, पाँच िमनट लूंगा। िसफ<br />

ी सभापित: पाँच िमनट बहत अिधक है।<br />

ु<br />

ी<br />

ानच द पारख (पाली): म मेर पाट से, पहला मौका दया है और माननीय<br />

सभापित महोदय, पाँच िमनट। पाँच िमनट।<br />

ी शांती कु मार धार वाल (गृह मं ी): आपको पता है कतने बोलने वाले ह बहत ु<br />

बोलने वाले ह आज।<br />

ी सभापित: शी से शी , ज द कर।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(140)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी<br />

ानच द पारख (पाली): माननीय सभापित महोदय, बोलने क इजाजत मेर<br />

पाट के दे रहे ह मुझे, मु य सचेतकजी और यह दोन ने द है।<br />

ी सभापित: पीड बढ़ाओ आप पीड से।<br />

ी ानच द पारख (पाली): माननीय सभापित महोदय, आपके वभाग के<br />

िन पादन आय- यय ववरण म पृ ट सं या-7 म िलखा है क हमारे देश म पाँच वष<br />

क कम उ के 45 परसट ब चे कु पोषण के िशकार ह। इतनी भुखमर हमारे देश म<br />

नह ं है क 45 परसट ब चे कु पोषण के िशकार ह और य द 45 परसट ब चे कु पोषण के<br />

िशकार ह तो यह पूरे सदन के िलए एक बहत ु यादा शम क बात है क हम उनके िलए<br />

कु छ नह ं कर पा रहे ह। यह कोई मामूली बात नह ं है माननीय मं ी महोदय।<br />

माननीय मं ी महोदय, मने पाँच-छह साल पहले एक फ म देखी थी य क आप<br />

मुझे शाट करने का बोल रहे हो। मेरे बहत सारे वषय थे।<br />

ु<br />

‘मु ना भाई एम.बी.बी.एस’,<br />

यह फ म देखी थी मने पाँच-छह साल पहले, उसम एक टपोर होता है और कसी दसरे ू<br />

ितभावान छा को एम.बी.बी.एस. क पर<br />

ा म बैठा कर खुद ड ी हािसल कर लेता है।<br />

अपने देश म भी ऐसे मु नाभाई बहत हो रहे ह जो आपक जानकार म आ गये तो<br />

ु<br />

जांच हई थी इसम पाया<br />

ु<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ी<br />

...( यवधान)...<br />

ण): साफ-साफ बोलो।<br />

ानच द पारख (पाली): जो आई.जी., पी.के . िसंह क कमेट बनी थी<br />

माननीय उ च यायालय के िनदश से, उसने जो 74 पृ ठ क जांच क वह जांच रपोट<br />

आपने पढ़ ली होगी माननीय मं ीजी, उस जांच रपोट म प ट है क 16 फज छा<br />

दसर के िलए ड ी लेने बैठ गये। सरकार क जानकार म आ गया और उसके अलावा<br />

ू<br />

आपक जो ाइवेट मे डकल कॉलेजज ह, उसम कतनी- कतनी अिनयिमतताएं हु , यह<br />

भी उस जांच रपोट म<br />

प ट कया गया है और उन अिनय िमतताओं म कौन-कौन<br />

सरकार अिधकार भी ज मेदार थे, उसका नाम भी दशाया है।<br />

माननीय मं ी महोदय, जब सार बात सामने आ गयी क एडिमशन म धांधली<br />

हई महा मा ु गांधी मे डकल कॉलेज म, फज छा ने ए जाम दया, यह भी सामने आ<br />

गया उसके बाद भी सरकार कोई कायवाह नह ं करे तो यह सरकार के ऊपर<br />

नवाचक<br />

िच ह लगता है। माननीय मं ीजी, मेरा आपसे आ ह रहेगा क जो-जो अिधकार इसम<br />

िल त रहे, ज ह ने फज छा को पर ा म बैठने दया या पता लगने के बाद भी<br />

उनका रज ट नह ं रोका या उनक ड ी किसल नह ं क या जो पा छा थे जनको<br />

एडिमशन िमलना था उनका एडिमशन नह ं हआ ु और जो छा आर.पी.एम.ट . म फे ल हो<br />

गये थे वह कसी न कसी जुगाड़ से आकर एडिमशन कराने म सफल हो गये। इसम<br />

जो-जो दोषी है न, मेरा आ ह रहेगा क कसी को ब शना मत वरना अ पताल म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(141)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इलाज कराने कोई नह ं जाएगा। फज डा टर आ जाएंगे न तो कसी को अपनी जान<br />

गवानी नह ं इसिलए यह बलकु ल आपसे आ ह रहेगा और माननीय मं ीजी, मेरे<br />

े क<br />

भी म बात कर लूं अ त म माननीय सभापित महोदय, य क आपने बहत कम समय<br />

ु<br />

दया है। मेरा बांगड़ अ पताल जला अ पताल है और उसम एस.एस. ई.एन.ट . का पद,<br />

जे.एस. ई.एन.ट . का पद ल बे समय से खाली है। कोई डा टर ह नह ं, जला अ पताल<br />

है। एस.एस. मे डसन का पद खाली है। एस.एस. रे डयोलॉ ज ट का पद खाली, कसी को<br />

एम.एल.सी. करवानी है तो जोधपुर जाओ, मे डकल कॉलेज म वहां से एम.एल.सी.<br />

करवाकर वापस ए सरा लाओ। एम.ओ. के 27 म से 14 पद र त। कोई दो-चार पद<br />

र त हो जाए तो बात दसर । ू<br />

27 म से 14 पद र त ह तो हम तो डा टर को बहत दे ु<br />

रहे थे पाली वाले, पाली क जनता डा टर क बहत ु सेवा करती है और एस.एम.ओ. के<br />

सात पद थे, उसम पाँच पद ह समा त कर दये। मेहरबानी करके जो र त पद ह<br />

उनको आप भरवाने क यव था कर माननीय मं ीजी। और एक माननीय मं ीजी से म<br />

अंितम िनवेदन कर दं। ू माननीय सभापित महोदय, अ तम िनवेदन, म इस ध यवाद के<br />

साथ अ तम-अ तम ...( यवधान)...<br />

ी सभापित: अब बस आप वराजो।<br />

ी ानच द पारख (पाली): मेरा एक अ तम अनुरोध है। माननीय मं ी महोदय,<br />

आपने जनता को शु चीज िमले, उसके िलए फू ड इं पे टर बना रखे ह। मने होली के<br />

दो दन पहले आपसे टेलीफोन पर पाली के फू ड इं पे टर, जसने पाली क जनता से<br />

एक मह ने म दस लाख से यादा रािश डरा-धमका कर वसूल क , उसक जानकार द ।<br />

आपको उस बात के िलए तो ध यवाद दंगा ू क आपने एक घंटे म उसको ए.पी.ओ. कर<br />

दया पर यह सज़ा अपया त है। आपने कर दया, म ध यवाद देता हं आपको। यह सज़ा<br />

ू<br />

उसके िलए अपया त है। आपका खुद का सी.एम.एच.ओ. कह रहा है क उसने मेरे नाम<br />

से क मेर बेट क शाद है, सी.एम.एच.ओ. क बेट क शाद है, इसके िलए पैसा<br />

इक ठा कर रहा है, आपका सी.एम.एच.ओ. इस बात क खुद पु कर रहा है<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आप समा त कर।<br />

िशव/अ ण/25.3.2010/17.20/3g<br />

ी ानच द पारख (पाली): मेरा आ ह रहेगा ऐसे ट कमचार , आप इतने<br />

ईमानदार, इतने भले, आपके डपाटमट म इतना ट य रह जाये आपके होते हए ु ,<br />

मेहरबानी करके उसको िनल<br />

बत करो ता क एक अ छा संदेश जनता के बीच म जा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(142)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सके क आप अ छे ह तो आपके डपाटमट को अ छा करगे। आपने मुझे समय दया,<br />

उसके िलये बहत बहत ध य<br />

ु ु वाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: मेरा सभी माननीय सद य से यह बहत ु करब िनवेदन है क<br />

आज बहत ु ह मह वपूण वषय िच क सा और रोजगार के ऊपर चचा हो रह है और कल<br />

िश<br />

ा और कला एवं सं कृ ित पर चचा है। सदन आप सबके सहयोग से चलेगा, इसिलये<br />

म सभी माननीय सद य से करब अपील क ं गा क वे अपने<br />

े के वषय म बोलगे<br />

तो मं ीजी जब जवाब दगे तो हो सकता है कोई न कोई समाधान िनकले और जो<br />

सम या है उसक सरकार को जानकार िमले। अगर हर माननीय सद य पूरे राज थान<br />

को कवर करने लग गये तो यह चचा कल तक भी समा त नह ं हो सकती। आसन पूर<br />

तरह से तैयार है जतना आप बोल क हम तो सब बोलगे तो हम भी तैयार ह पूर तरह<br />

से क आप बोल, ले कन मेरा िनवेदन है क कल बहत ु मह वपूण वषय पर चचा है।<br />

इसिलये मेर आपसे पुन: अपील है क उप नेता महोदय आपको, सचेतक महोदय आपको<br />

क आप मेहरबानी करके अपने सभी माननीय सद य को यह थोड़ा इंिगत अव य करवा<br />

द क वे िसफ अपने<br />

े तक बोल और सीधा सीधा बोल बना कोई भूिमका बनाये तो<br />

इसम आधा समय तो उसी म ह यतीत हो जाता है। इसिलये आप सीधा सीधा अपने<br />

वषय पर बोल। म घंट न बजाऊं , उसका आप<br />

अंदर अपनी बात रख तो यादा बेहतर होगा। डॉ0 परम नवद प।<br />

याल रख और पाँच पाँच िमनट के<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): माननीय सभापित महोदय, आपक<br />

अनुमित से म मांग सं या-26 पर सदन म अपने वचार रखना चाहती हं। आज हमार<br />

ू<br />

सरकार क भूिमका एक क याणकार सरकार क भूिमका है और हम सभी समझते ह<br />

क समाज के अंदर जो ाणी है, मनु य है, जो ूमन बइंग है, य द शार रक और<br />

मानिसक प से व थ होगा तो समाज का वकास होगा। इसी बात को लेकर हमारे देश<br />

म 1978 म अलमा आता घोषणा के अनु प हमारे देश क वा य नीित बनी 1982 म,<br />

और राज थान म हमार वा य नीित बनी 1983 के अंदर। विभ न सरकार आ ।<br />

सभी सरकार ने और सरकार के नुमाइंद ने अपने काम कये। म समझती हं ू राज थान<br />

के अंदर य द हम क पे रजन कर, य द हम बजट के से भी िमलता है तो हमार जो<br />

टोपो ाफ है, वह बहत ु डफरट है। बहत ु दूर-दर ू तक हमार ढा णयां ह और हम चाहकर<br />

भी बहत बार हर य<br />

ु को उिचत वा य सेवा नह ं दे पाते। वा य वभाग यह करे<br />

क इतनी जनसं या पर उ ह एक या दो ए एन एम देनी है या जी एन एम इतनी देनी<br />

है तो कई बार सं या या कभी ए रया जैसलमेर या बाड़मेर इस तरफ जाय तो इस इलाके<br />

के अंदर इतनी दर ू दर ू तक ढा णयां ह, एक ए एन एम या एक डॉ टर के िलये वहां<br />

पहंचना ु मु कल हो जाता है। मु ा यह आता है क यह वा य सेवाएं हम दे सक।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(143)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हक कत यह है क जो पैसा हमारे राज थान म िच क सा सेवा पर लगता है, वह लगभग<br />

दगुना ु या ितगुना होता है कसी अ य देश के क पे रजन म।<br />

म ध यवाद देती हं ू हमारे क याणकार मु य मं ी जी को, ज ह ने आते ह<br />

शु आत म एक गर ब, बी पी एल प रवार का आदमी, जो कभी अपना इलाज नह ं कर<br />

सकता था और बड़ तकलीफ म रहता था, जैसे हाट क बीमार हो,<br />

टड डलवाना<br />

हो,बाई-पास करवाना हो, इसक तो कभी सोच ह नह ं सकता था तो मु य मं ीजी ने<br />

आते ह सबसे पहले यह घोषणा क क बी पी एल प रवार को मु य मं ी जीवन र<br />

कोष से िन:शु क इलाज दया जायेगा। अभी इस बजट म म फर बधाई देना चाहती हं ू<br />

क उ ह ने बी पी एल प रवार के अित र त अनाथ ब च , वधवाओं, प र य ताओं,<br />

व र ठ नाग रक और िनश तजन को भी इसम जोड़ा है। यह बहत बड़ बात है और<br />

ु<br />

आने वाले समय म म समझती हं ू मील का प थर सा बत होगा। एक भागीरथ यास<br />

होगा मु य म ीजी क तरफ से, उसके िलये हम उ ह ध यवाद भी देते ह।<br />

अभी सभापित महोदय, आपने यह बात कह क छोटे और कम श द म बात<br />

कहनी है तो म समझती हं ू बात के साथ साथ हम हमारे सुझाव हमारे िच क सा मं ी<br />

महोदय को दे देते ह। माननीय मं ी महोदय, िनश तजन के अंदर य द आप कडनी<br />

पेशट को भी जोड़ लगे..<br />

ी सभापित: िच क सा मं ीजी, वह डॉ टर ह, वह कु छ सुझाव दे रह ह।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): िनश तजन म य द आप कडनी<br />

पेशट को भी जोड़ लगे तो आमजन का बहत ु भला होगा, य क जो एक कडनी पेशट<br />

है,<br />

ोिनक कडनी पेशट, जो होता है उसक दवा म भी बहत खचा आता है और उसका<br />

ु<br />

जीवन इस तरह हो जाता है क य द उसके पास पैसा है तो जीवन है। य द पैसा नह ं है<br />

तो उसका जीवन िनरथक हो जाता है।<br />

येक ाम पंचायत तर पर आपने ाइमर है थ वकर दये। एक ए एन एम दे<br />

रहे ह। पाँच हजार ए एन एम क आप भत कर रहे ह।<br />

येक ाम तर पर आप सब<br />

सटर देने जा रहे ह। 537 सब सटस क आपने घोषणा क , इसके िलये बधाई के पा ह।<br />

सभी रा यमाग पर, रा य माग पर और जला मु यालय पर आप ोमा सटर देने जा<br />

रहे ह। मेरा न िनवेदन है क यह बहत अ छ ु घोषणा है पर जस इलाके से म आती<br />

हं संग रया ू , यह बोडर का े है। यहां ह रयाणा और पंजाब दोन का बोडर लगता है।<br />

Sangaria is the gateway to Rajasthan from Haryana and Punjab. तो<br />

ह रयाणा के लोग वहां से ती गित से आते ह या पंजाब से आते ह या हमारे यहां से<br />

जाते ह तो ए सीडट बहत ु यादा होते ह। य द एक ोमा सटर आप मेरे संग रया म दगे<br />

तो म समझती हं यह जन हत म होगा।<br />

ू<br />

ा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(144)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आपने आमजन को स ती दवाइयां उपल ध कराने के िलये जन घोषणा के<br />

बनाया और बी पी एल प रवार के अलावा गर ब को गंभीर रोग के उपचार के िलये<br />

उनक आय क लाइन थी, वह 24 हजार से बढ़ाकर आपने 40 हजार पये करने के<br />

आदेश दये ह, इसके िलये भी हमार सरकार बधाई क पा है।<br />

जला मु यालय पर आपने आई.सी.यू. दये। ोमा सटर भी दये। आपसे िनवेदन<br />

है आपने हनुमानगढ़ म आई.सी.यू. दये ह, म समझती हं ू जला मु यालय पर<br />

आई.सी.यू. देने से काम नह ं चलेगा। मर ज तो गांव म भी है, तहसील म भी है, जला<br />

मु यालय पर भी ह, शहर म भी ह। य द आप जला मु यालय पर आई.सी.यू. दे रहे ह<br />

तो मं ी महोदय, हमारे संग रया के अंदर आई.सी.यू. का ावधान कर, य क मर ज तो<br />

हर जगह ह।<br />

सबसे बड़ा साधुवाद आपको और मु य मं ीजी को देना चाहती हं ू जो आपने 108<br />

ए बुलस द है, म समझती हं ू, य क लगभग 164 ए बुलस तो पूरे देश म आ चुक<br />

है, 150 आप और लाने जा रहे ह। सभापित महोदय, म आपक अनुमित से इस सदन<br />

को बताना चाहती हं। ू एक बहत ु सुखद अनुभूित हई ु मुझे। हमारे संग रया के अंदर 108<br />

ए बुलस आई। दसरे ू ह दन हमारे दर ू गांव के अंदर एक म हला का सव था और वह<br />

ड फक ट सव था। उ ह ने 108 ए बुलस के िलये कहा। ए बुलस पहंची। डलीवर होने<br />

ु<br />

के बाद मुझे सबसे<br />

यादा खुशी हई। ु वहां पर हमारा कायकता था, अ पताल से उसने<br />

मेर उस ज चा से बात कराई तो ज चा यह बोली डॉ टर साहब, परम बेटा तेरो भी<br />

ध यवाद और थारै मु य मं ी अशोक गहलोत रो भी ध यवाद। म तो मार जाती 45<br />

कलोमीटर दर ू मारहो गांव हो, मारहे कौन डॉ टर उपड़तो। अब यह 108 ए बुलस क म<br />

बात कर रह हं ू क यह दे खये , आशीवाद के वह वचन ह, जो हम आगे बढ़ा रहे ह और<br />

मने आपको ज भी कया था। हमार है क जो बनी थी ...( यवधा)...<br />

ी सभापित: ज चा ने आपको बेट कहा<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): माननीय सद य, म आपके ऊपर<br />

आती हं ू, फर बात करते ह, आपका भी आंकलन करगे।<br />

ी सभापित: माननीय सद य को अपने वषय पर बोलने द।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): िच क सा<br />

े के अंदर भी म<br />

साधुवाद देती हं ू हमारे मु य मं ीजी को, पूरे छह के छह जल म, इसका जवाब दंगी ू ,<br />

हमारे छह के छह मे डकल कालेज के अंदर आपने सीट बढ़ाई ह। एक चीज जो मुझे<br />

नागवार गुजर रह है मं ी महोदय, म उसका ज करना चाहंगी क यहां हमारे बजट म<br />

ू<br />

कहा गया क हमारे सरकार<br />

े म दय रोग क िच क सा हेतु अलग सं थान नह ं है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(145)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मानसरोवर म नविनिमत अ पताल को आप 2 करोड़ 49 लाख पये देने जा रहे ह,मगर<br />

इसे प लक ाइवेट पाटनरिशप म मत लगाइये।<br />

<strong>pcs</strong>-usc-<strong>25.03.2010</strong>-17.30-3h<br />

आपसे अनुरोध है क इसे<br />

ाइवेट ोपट मत बनने द जएगा। यह सरकार है,<br />

सरकार ह रहेगा तो बेहतर रहेगा। ये कु छ वह चचाएं थीं जनके िलए मेर सरकार,<br />

हमारे मु य मं ीजी, और हमारे मं ीजी को म ध यवाद दे रह हं ू मगर मेरा बहत ु ह<br />

वन िनवेदन है क म डा टर हं ू, इस चीज से भली-भांित प रिचत हं ू क कस तरह से<br />

हम िच क सा सु वधाओं को कम पैसे म भी अ छ बना सकते ह। मेरे कु छ सुझाव ह।<br />

हमारे िलए यह बात कह जाती है क हमारे राज थान म पैसा कम है। म इस पर<br />

कमे स नह ं कर रह हं ू क पैसे कम ह मगर आपने मु य मं ीजी जीवन र ा कोष म<br />

ढाई सौ करोड़ पये दे रखे ह, बजट 29 करोड़ का ावधान कया है और एन आर एच<br />

एम म 60 से 70 करोड़ पये आ रहा है। य द एक ो वजन आप कर द, मेरा सुझाव है<br />

मं ीजी, एक यह ो वजन हो जाए, आज हमारे राज थान के अ दर जतने भी हमारे<br />

अरबन और रल पी एच सी और सी एच सी और ड ट हा पीट स ह वहां रोजमरा<br />

क दवाइयां हम मु त म दे द, आज आप छ: पये ित परसन पर ईयर खच कर रहे<br />

ह इसके िलए। य द रोजमरा क जेने रक दवाइयां य द आप दगे तो लागत आयेगी मा<br />

पचास पया ित परसन ित वष जो क यादा बजट नह ं है और इस रकम के अ दर<br />

जो हमने इस स के िलए द है 250 करोड़ जीवन र<br />

ा कोष म, बजट 29 करोड़ और<br />

एन आर एच एम के ज रये 60 से 70 करोड़ पये, इसके ज रये हम सभी लोग को<br />

कवर कर सकते ह इस पैसे से। अब यह बात आती है क इस पैसे का पूण इ तेमाल<br />

कै से हो, बलकु ल सह बात है क हमार जो रा य है थ पािलसी है वह ता यह कहती<br />

है क आप सकल घरेलू उ पाद तीन परसट वा य पर खच करो जब क हम खच कर<br />

रहे ह 1.08, जब बडे़ भाई साहब मं ी थे तब 1.02 परसट था। अभी हम 1.08 कर रहे ह<br />

पर तु इसको तीन परसट तक लाने क ज रत है। य द हम बात करते ह क कम पैसे<br />

के अ दर कस तरह से गर ब को<br />

मै डके शन दे सकते ह, उसम म बताना चाहती हं ू<br />

क आज है थ ए सपड चर य द 100 परसट हो रहा है तो उसम<br />

ाइवेट से टर क<br />

पॉ कट से 79 परसट जा रहा है और टेट गवनमट दे रह है 14 परसट। य द टेट<br />

गवनमट इसम 50 ितशत का खचा करे तो सभी का<br />

जाएगा, थोड़ा सा म कार भी डालना चाहंगी ू इस बात पर...<br />

टमट यहाँ जाएगा। कै से हो<br />

ी सभापित: माननीय सद य, पचास माननीय सद य को आज बोलना है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(146)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): सर, आप मुझे ह नह ं बोलने दगे<br />

तो फर कै से चचा होगी<br />

मत उलझो आप।<br />

ी सभापित: अ छे सुझाव देकर सीधा-सीधा बताओ आप तो। आंकड़ के जाल म<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): म तो शु आत कर रह हं। सीधी ू<br />

बात कर रह हं। ू सर, दे खएं। आपको दवाइय का आंकड़ा देना चाहती हं ू क जो दवाइयां<br />

माकट म िमल रह ह जसे हम खर द रहे ह। एक<br />

ताव हमारे मं ीजी ने पहले भी<br />

दया था क जेने रक दवाइयां िलखी जाएं मगर हक कत यह है क जेने रक दवाइयां नह ं<br />

िलखी जा रह ं। अ तर देख हम पैसे का तो उसम बहत ु जमीन आसमान का अ तर होता<br />

है। य द कोई दवा एक पये क है तो वह दवा माकट म बीस पये म बक रह है। एक<br />

छोटा सा ए जा पल देती हं। ू पेट म क डे़ मारने क दवा ए बे डाजोल दस गोिलयां<br />

यारह पये म आती है और उसक एम आर पी है ढाई सौ पया। हम या ज रत है।<br />

हम य नह ं वह कम पैसे क दवा गर ब को उपल ध कराते ह। म बहत ु कम श द म<br />

बताना चाहती हं ू क य द मर ज को, गांव के मर ज को ाइमर लेवल पर उसक बीमार<br />

का स ता इलाज िमल जाए तो उसक बीमार बढे़गी नह ं और बढे़गी नह ं तो के टा ाफ<br />

नह ं होगी। उसको ड ट या बडे़ अ पताल म नह ं जाना पडे़गा जहां पर उसका इतना<br />

पैसा लग जाता है।<br />

आज ड यू एच ओ क रका डग है, उनका टेटमट है क हमारे देश म और<br />

रा य के अ दर देश का 40 परसट और हमारे रा य के अ दर 35 परसट मर ज अपना<br />

इलाज जब कराते ह तो अपने गहने िगरवी रखते ह तो इस सबके िलए यह है क सुलभ<br />

इलाज दलाने के िलए जेने रक दवाइयां दलाने क यव था कर। एक छोटा सा नमूना<br />

पेश करती हं। ू एक क पनी है के डला क , वह एमकािसन इंजे शन जो आठ पये म<br />

आता है, उसे स तर पये म बेचती है। हमार सरकार से मेरा एक छोटा सा िनवेदन है<br />

क हमारा बहत ु बड़ा अ पताल है वहां पर कसर क एक दवाई के बारे म बताना चाहती<br />

हं ू इमा टिनक के िलए नावाइ टस क पनी इस दवा को देती है एक लाख चौदह हजार<br />

चार सौ पये म जब क दसर ू क पनी से हम वह मा 6500 पये म िमलती है। हम<br />

य नह ं ले रहे, हमार यव था या कर रह है, हम इतना पैसा हमारा य बरबाद<br />

करते ह क पे रजन दे खए कहां 6500 पये और कहां एक लाख चौदह हजार पये।<br />

ड यू एच ओ क 2009 क रपोट है। वह कहती है क मा 350 दवाइयां ह जनसे<br />

हम 99 ितशत बीमा रय का इलाज कर सकते ह।<br />

िच तौड़गढ़ के उस व त के कले टर को ध यवाद देती हं ू क उ ह ने बड़ा सु दर<br />

आंकड़ा राज थान सरकार को दया, राज थान क जनता के सामने पेश कया। उ ह ने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(147)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

2008-09 म डा0 सुिमत शमा कले टर थे वहां, उ ह ने दवाइयां मंगवाई और यह जो<br />

ए बे डाजोल दवाई है जसका खुदरा मू य प चीस पये था, उ ह ने मा एक पये दस<br />

पैसे म खर द टै डर देकर और जो एटोवा टे टन है, जसका मू य एक सौ स तर पया<br />

अं कत है, वह मा अठारह पया दस पैसे म खर द । या हमार सरकार नह ं कर<br />

सकती कर सकती है। हम म इ छा श होनी चा हए। हम यह करना चा हए।<br />

सभापित महोदय, आपके आदेशानुसार मेरे जले के बारे म कु छ कहना चाहंगी। ू<br />

मेरे जले हनुमानगढ़ क<br />

जाएगा।<br />

कां ट<br />

थित यह है...<br />

ी सभापित: अपनी कां ट<br />

युएंसी के बोरे म बोलो आप। जला बहत बड़ा हो ु<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): सर, मेरे जले का नह ं बताऊं गी तो<br />

युएंसी का पता नह ं लगेगा।<br />

ी सभापित: आप<br />

े का बोलो। काफ माननीय सद य ह।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): हमारे लगभग 34 ितशत ब च<br />

का ज म अ पताल या लीिनक म होता है, मा 34 ितशत। शेष ब च का ज म अब<br />

भी घर म होता है। हमारे माननीय बडे़ भाई साहब कह रहे थे, हमने यह कया, भाई<br />

साहब, आपने कया यहोता तो यह यआंकड़ा बढ़ गया होता। हम अभी 15 मह ने ह हए ु<br />

ह।<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): सभापित महोदय, मने यह नह ं कहा था। मने<br />

के वल यह पूछा था क ज चा ने आपको बेटा कहा मने इतना ह कहा है।<br />

ी सभापित: बराज। आप दोन ह डा टर हो।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): वह उसक मां ने कहा था। म<br />

इलाके क बेट हं। ू मुझे अ सर ऐसे ह बुलाया जाता है पर तु आपको इसम भी एतराज<br />

है। बड़ अजीब बात है।<br />

हमारे पाँच वष से कम आयु के एक हजार ब च म 136 ब चे पांचवे दन मर<br />

जाते ह। के वल 62<br />

ितशत ब च का ह ट काकरण पूरा हआ ु है और हाट अटैक,<br />

आघात, कसर से पूरे देश म मृ यु यादा हो रह ह, इसके िलए हमने कोई यादा यास<br />

नह ं कये। हम यास करना चा हए। म समझती हं क मेरे जले के िलए माननीय मं ी<br />

ू<br />

महोदय, आपसे िनवेदन है क जो जननी सुर<br />

जाए क सभी गभवती म हलाओं को िमले।<br />

ा योजना का पैसा है, वहां पर हदायत द<br />

कु छ सुझाव ह। मातृ व म त को 50 ितशत तक कम कर सकते ह। य द आप<br />

सुर त डलेवर के िलए व ट फोर वाई से वन सु वधा िन त कर द, यह सु वधा<br />

िन त कै से हो, मं ी महोदय, मेर कां ट युएंसी, म म हला वधायक, मेरे वधान सभा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(148)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

े म ी रोग वशेष नह ं, एक मा सजन था, उसको भी कह ं ले गये, सूरतगढ़<br />

भेज दया। मने िनवेदन भी कया, न श द म फर करती हं क मेरे को कृ पा करके<br />

ू<br />

एक फमेल गायनोकॉलो ज ट ोवाइड करवाय संग रया के अ दर। मौत को 20 परसट<br />

कै से कम कर सकते ह, म इस बारे म भी कहना चाहंगा ू , लैस दैन ट ू ईयस के जो ब चे<br />

होते ह उसम खसरे क , मीज स क दसर खुराक देने का हम इसके िलए यास करना<br />

ु<br />

चा हए य क इससे लगभग हम 20 परसट मौत को कम सकते ह। मने भी यह सुझाव<br />

से ल है थ िमिन<br />

को भेजा है। आपके ज रये मं ी महोदय को भी बता रह हं। य द ू<br />

हम हमारे लान म ले लगे तो एम एम आर और आई एम आर के बाद ब च क मृ यु<br />

दर म भी कमी आ जाएगी।<br />

एक चीज जो यादा मह वपूण है। अभी कु छ दन पहले एक बात भी चली थी<br />

क अविध पार इंजे शन लगा दये गये। उसी िसलिसले म म बताना चाहती हं क जो ू<br />

इ पारटट चीज है इंजे शंस और वे सीनेशंस के िलए वह है म टनस आफ द को ड<br />

चैन। माननीय मं ी महोदय, आपको यह कहना चाहती हं बडे़ न श द<br />

ू म क जो जल<br />

क यव था होती है, चाहे सी एम एच ओ हो, चाहे कले टर हो, उनको यह बात साफ<br />

श द म कहना चा हए क वह येक मह ने को ड चैन यव था को खुद पर ण कर<br />

ता क इस तरह क तकलीफ नह ं हो।<br />

Msr/usc/1740/3j/25032010/अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं<br />

मले रया, ट बी और ए स क मौत के िलए मेरा एक छोटासा सुझाव है क बुखार<br />

के हर मामले म य द पी.एच.सी. लेवल पर मले रया क जांच हो और उसके िलए फं ड<br />

का ावधान कया जाए, उसको सुिन<br />

है।<br />

माननीय सभापित महोदय, मेरे संग रया<br />

त कया जाए तो इससे काफ फायदा हो सकता<br />

े के अ दर जो हमारा अ पताल है<br />

संग रया का उसम सजर , ने रोग, ी रोग, व र ठ िच क सा अिधकार , नस ेणी<br />

थम, ेणी तीय, फामािस ट, यू.ड .सी., सफाई कमचार सब एक-एक एक-एक क<br />

मा ा म नह ं है, मने िनवेदन कया क ज द से ज द इन र त थान को भरा जाए।<br />

मेरे पास एक 108 ए बूलस है, म ट बी म भी 108 ए बूलस क मांग करती हं। हमारे ू<br />

वहां यूरोलो ज ट और आथ प डशन हो, इसक भी म मांग करती हं। ू<br />

एक मेरा छोटासा सुझाव है एस.एम.एस. के बारे म, माननीय सद य जो पाली से<br />

आते ह उ ह ने बड़ बात कह , ऐसे हमने भी एस.एम.एस. के अ दर दस वष बताये जब<br />

हमने वहां पर पढ़ाई क , हमारे गु आज यहां पर बैठे भी ह, म समझती हं आज खासी<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(149)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जुकाम का मर ज भी एस.एम.एस. म जा रहा है और बड़ बीमार का मर ज भी वहां जा<br />

रहा है, एस.एम.एस. अ पताल को टली बाई आडर टोटली, ली रैफरल हा पटल<br />

बनाया जाना चा हए, जब तक हम यह नह ं करगे, एस.एम.एस. अ पताल को रैफरल<br />

हा<br />

पटल नह ं बनायगे, इसके मापद ड तय नह ं करगे आप इसम कतना ह पैसा लगा<br />

द आपको वो चीज नह ं िमलेगी जस चीज क आप और हम अपे<br />

समाि सूचक घंट )<br />

ा करते ह। (समय<br />

एक छोटासा सुझाव और है। अकसर यह बात आती है क डा टर नह ं है ...<br />

ी सभापित: िसफ अंितम सुझाव, आज का अंितम सुझाव आपका।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): माननीय सभापित महोदय, अंितम<br />

श द तो मेर ड शनर म है नह ं।<br />

ी सभापित: समअप करो, माननीय सद या।<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): यू.पी. एम.पी. और द ली के अ दर<br />

डा टस क जो रटायरमट ऐज है, सर, वो 65 तो है मे डकल कॉलेजेज म और 62 है<br />

रल ए रया म, य द हम भी ऐसा करगे तो जो डा टस क कमी हो रह है उसको हम<br />

थोड़ा पूरा कर सकते ह।<br />

माननीय सभापित महोदय, नकली दवा और नशीली दवा बेचने वाल के खलाफ<br />

या कायवाह हो रह है, इसके बारे म म यादा नह ं जानती पर सदन के मा यम से,<br />

माननीय सभापित महोदय, आपक अनुमित से म यह कहना चाहंगी क मेरे<br />

अ दर, संग रया के अ दर कोरे स, आयोडे स, ए ाजोलाम और ो सीवान यह दवाइयां<br />

इस तरह से बकती है जैसे इनका होलसैल मारके ट होता हो, लोग ब सा भर-भर कर<br />

लेकर जाते ह और उनके खलाफ कायवाह नह ं होती। यह वो चीज है, नशीली दवा का<br />

वो कारोबार है यह जसको य द आज हमने नह ं रोका तो हमार आने वाली पी ़ढयां हम<br />

कोसगी। म बहत ु ह वन श द म यह बात, मं ी महोदय, आपसे भी कहती हं ू और<br />

इन सभी लोग से भी कहती हं ू क यह वो चीज ह जनका मने ज कया, य द इनको<br />

हमने आज भी नह ं कया और िसफ बात को बात म ह उड़ा दया तो हम यह नह ं कह<br />

सकते क हम भला कर रहे ह और म यह बात बलकु ल सदन के मा यम से कहना<br />

चाहंगी ू चूं क म डा टर हं ू, जस चीज को म समझती हं ू उस चीज पर म जोर भी डालना<br />

चाह रह हं। माननीय मु य<br />

ू मं ीजी संजीदा ह, संवेदनशील ह, वो चाहते ह यह काम हो,<br />

उस काम को पूरा करने के िलए, मं ी महोदय, आपको भी, मं ी महोदय, आपको भी पूरा<br />

यास करना पड़ेगा तब जाकर जो हमारे माननीय मु य मं ीजी चाहते ह राज थान क<br />

जनता के िलए क गर ब को इलाज िमले, िमडल लास को इलाज िमले तभी िमलेगा।<br />

ध यवाद। जय ह द।<br />

े के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(150)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: ी मोहनलाल जी गु ता। गु ता साहब, अपने े के बारे म<br />

मेहरबानी करो आप।<br />

तो।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): बैठ जाता हं ू, माननीय सभापित महोदय, म।<br />

ी सभापित: दे खये 55 सद य ह, माननीय सद य।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): आपने टाट करने से पहले ह ।<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): अ तररा य तर के ह सीिनयर।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): साहब, आपका आदेश मानते हए ु ...<br />

ी सभापित: नह ं, मेरा आदेश नह ं सदन क भावना है सभी क ।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): आपका आदेश सव पर है, साहब, मेरे िलए<br />

माननीय मु य मं ीजी ने पछली बार जो घोषणाएं क थीं वो घोषणाएं अधर म<br />

ह। कु छ घोषणाओं के बारे म म बताना चाहंता ू हं ू, सदन का यान आक षत करना<br />

चाहंगा ू क मु यमं ी महोदय ने 537 नये उप- वा य के , 540 िच क सा<br />

अिधका रय क भत , 1400 पैरामे डकल नसज क भत , 5000 ए.एन.एम. क सं वदा<br />

पर भत , 18 जल म ोमा पूनवास के , 21 म बन यूिनट राजमाग के अ पताल के<br />

िलए 20 वशेष डा टर क भत , 150 108 ए बूलस क खर द, कांव टया और<br />

जयपु रया अ पताल को वशेष दजा, 24 घंटे इमरजसी ोमा यूिनट, ितजारा और िभवाड़<br />

म बैड मता म वृ , जयपुर के मानस आरो य अ पताल म हाट इं ट यूट,<br />

एस.एम.एस. अ पताल म एक जगह ह ोमा आथ पे डक यूिनट, एस.एम.एस. मे डकल<br />

कॉलेज म टेमसैल योगशाला, एस.एम.एस. म 12 आपरेशन िथयेटर, गणगोर बाजार<br />

अ पताल म शु आत तो हई ु है ले कन अभी पूरा अ पताल चालू नह ं हआ, जोधपुर म<br />

फ जयोथैरेपी कॉलेज और यह सब चीज, इतनी बड़ घोषणाएं माननीय मु य मं ीजी ने<br />

क थीं, एक भी पूर नह ं हई ु , माननीय सभापित महोदय।<br />

यम एक बहत ु मह वपूण बात है क सदन म आप घोषाण कर, व तीय वीकृ ित<br />

ल और व तीय वीकृ ित को पूरा नह ं कर It is an administrative lapse. और म<br />

माननीय वा य मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा क जो घोषणाएं आपने बजट म<br />

ू<br />

क ह उन घोषणाओं को तो आप पूरा कर। आपने बजट म पैसा ले िलया और बजट म<br />

पैसा लेने के बाद भी अभी तक, अ टूबर मक 50 परसट पैसा खच होना था ले कन<br />

बांसवाड़ा म 31 परसट पैसा खच हआ ु , बारां म 33 परसट, बाड़मेर म 39 परसट, बूंद म<br />

39 परसट, िच तौड़गढ़ म 37 परसट, दोसा म 33 परसट, धौलपुर 34 परसट, डूंगरपुर<br />

म 25 परसट आ दवासी इलाक म, जयपुर म 28 परसट, झालावाड़ म 36 परसट,<br />

करौली म 31 परसट, तापगढ़ म 25 परसट और ट क म 37 परसेसंट रािश खच हई है ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(151)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अभी तक आपक । अब यह सरपराइ जंग डाटाज ह और यह परम नवद पजी, जनका म<br />

बहुत स मान करता हं ू और मेर बहन ह, बड़ बढ़ाई कर रह थीं माननीय गहलोत साहब<br />

क , वो जो 108 ए बूलस है वो हमार माननीय मु य मं ी<br />

ीमती वसु धराजी क<br />

सरकार के समय शु हई ु थीं अशोकजी गहलोत के समय शु नह ं हई ु थी, उस व त<br />

खर द गयी थीं, उस व त ह यह योजना चालू हई ु थी और आज उ ह ं को लोगबाग<br />

ध यवाद भी देते ह। ...( यवधान)...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, वराजो।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): और चूं क आप उस व त सदन क मै बर<br />

नह ं थीं इसिलए आप ...( यवधान)...<br />

डा. ( ीमती) परम नवद प िसंह (संग रया): आपने मुझे बड़ बहन कहा, आपक<br />

उ बताओगे जरा।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): मने बड़ बहन नह ं कहा, मने बहन कहा और<br />

म आपको बड़ा मानता हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, आ खर बजट क स टट या है, घोषणाएं कर द ं,<br />

घोषणाएं पूर नह ं हु , बजट पास करवा िलया बजट का पैसा खच नह ं हो रहा है और<br />

हमार बहनजी कह रह ह क हमने बहत बड़ा काम कर दया<br />

ु<br />

वसु धराजी ने कया है।<br />

the cure.<br />

माननीय सभापित महोदय, म कहना चाहंगा क ू<br />

108 के मा यम से, जो<br />

Prevention is better than<br />

बहत बड़ा पैसा हमारे यहां खच<br />

ु हो रहा है और अभी राज थान क जो<br />

थित है उसके हसाब से 193 पया खच होता है ित य अपने पूरे मे डकल है थ<br />

डपाटमट का। यानी आठ आना ित रोज। आठ आना, पचास पैसे जसम ब<br />

डंग का<br />

पैसा भी खच है, डा टर क तन वाह भी है, मे डकल क दवाइयां भी ह। आठ आना<br />

ित य और ित रोज, यह सै फिशएंट है आप खुद दे खये, 193 पया और हमारे<br />

यहां ित श या 1288 क जनसं या पर एक श या उपल ध है, अभी कहां जाएं लोग,<br />

नह ं तो ाइवेट हा<br />

पटल म जायगे। 7798 क जनसं या पर एक डा टर है। यह तो<br />

थित हमारे मे डकल है थ क है और म समझता हं क यह<br />

कोई सी भी पाट क सरकार हो, मे डकल है थ पर हम को पैसा<br />

चा हए और उस पर यादा से यादा यान भी देना चा हए।<br />

Ars/usc/3k/1750/25032010/1<br />

थित ठ क नह ं है। चाहे<br />

यादा खच करना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(152)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

य क आदमी य द व थ रहेगा तो िन<br />

त प से वह सामा जक और आिथक<br />

वकास म योगदान कर सके गा अ यथा वह समाज पर भार रहेगा। म कहना चाहंगा क ू<br />

हमारा यादातर पैसा एलोपैथी पर खच हो रहा है। आपने यूनानी पर भी खच करने के<br />

िलए कहा है। ले कन यूनानी के साथ साथ हो योपैथी, आयुवद इस पर भी तो आप पैसा<br />

खच कर, इस पर भी आप बजट बढाएं। एलोपैथी के डा टस यह कहते ह क आयुवद<br />

और एलोपैथी का कोई रकाड नह ं है जसके आधार पर यह कह सक क इस<br />

िलए पेिस फक दवाई है, इससे इतने मर ज ठ क हए ु , यह पेशलाइज<br />

टमट है।<br />

टमट के<br />

म माननीय वा य मं ी जी का यान आक षत करना चाहंगा क आयुवद और<br />

ू<br />

हो योपैथी इस पर भी रसच पर पैसा खच कर और इसके मा यम से जनता म यह<br />

व वास पैदा कर क इस दवाई से यह रोग ठ क होता है। इसका पेिस फक डाकू मटेशन<br />

हो जाए तो एलोपैिथक डा टस क जो यह बात है उनका मुंह बंद हो जाए क कम से<br />

कम इनसे भी रोग ठ क होते ह। आ खर इतनी बड़ यूनानी दवाइयां चल रह ह,<br />

आयुव दक दवाइयां चल रह ह, हो योपैिथक दवाइयां चल रह ह, लोग उससे ठ क होते<br />

ह और पैसा खच करने के िलए एलोपैिथक डा टस रखते ह, उनक एक लॉबी है।<br />

म एक िनवेदन और करना चाहंगा ू क योग और ाकृ ितक िच क सा, इस पर भी<br />

आप पैसा खच क जए जतना पैसा इन पर खच कर रहे ह,<br />

वशन पर तो खच<br />

क जए। योग के जो हमारे रामदेव जी महाराज ह, इतना बड़ा सुबह आप जब भी कभी<br />

गाडन म जाते ह, सै ल पाक म जाते ह, दसरे ू पाक म जाते ह, लोग नाक को ऊं ची<br />

नीची करते रहते ह, पेट को ऊँ चा नीचा करते रहते ह, उससे भी बहत फक पड़ता है। तो<br />

ु<br />

आ खर इस योगा के<br />

आयुव दक<br />

टमट पर हमारा पैसा य नह ं खच हो रहा है। जमनी के रला<br />

टमट पर पैसा खच कर रह है। जमनी यहां पर के रला के आयुव दक<br />

टमट को लेने के िलए पेसीफाइड पैसा दे रह है, टू र ट भेज रह है और वह कह रहे<br />

ह क आप लोग अपनी बीमार का इलाज आयुव दक टमट के ू कराकर आइये तो<br />

हम आयुव दक टमट के ू य नह ं करा सकते ह। हो योपैथी क कौ सल था पत<br />

क जए, एलोपैथी पर ह सारा पैसा खच कर रहे ह।<br />

सभापित महोदय, म कहना चाहंगा ू जयपुर म तीन चार हा पटल ह। कांव टया है,<br />

सेठ कालोनी का हा पटल है, बनी पाक सेटेलाइट हा पटल है। इन सबम जस कार<br />

से<br />

थितयां ह, ए बुलस नह ं है, पो टमाटम क यव था नह ं है, आई सी यू है ले कन<br />

वट लेटर नह ं है, बन यूिनट का पता नह ं है, ई सी जी<br />

पेशिल ट यहां है ह नह ं। घोषणा क थी उसके बाद भी इन सब हा<br />

कार क यव थाएं नह ं ह। बनी पाक का जो सेटेलाइट हा<br />

जगह जमीन भी आइडे<br />

िमत करती है, सुपर<br />

पट स म इस<br />

पटल है इसके िलए दसर ू<br />

टफाइड है। कई बार वहां आपके मे डकल है थ डपाटमट के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(153)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

लोग चले गये। बनी पाक सेटेलाइट हा<br />

पटल म जगह नह ं है, उसको आप िश ट कर<br />

सकते ह, बहत ु बड़ जगह है बनी पाक म दसर ू जगह उसको िश ट कर सकते ह, वहां<br />

बहत इलाज हो सकता है। कावं टया हा<br />

पटल है उसम भी बहत सार चीज क कमी है।<br />

वहां पर भी मर ज ध का देते रहते ह ए बुलस के िलए नसज के पास जाते नह ं ह,<br />

इमरजसी सेवाएं नह ं ह, निसग टाफ नह ं है, ोपर सफाई यव था नह ं है।<br />

म कहना चाहंगा ू क जो अपने हा पट स ह इनम ोपर यव थाएं आप कर,<br />

एडिमिन ेशन को सह कर और मे डकल रलीफ सोसायट क मी टंग बराबर होती रहे<br />

तो िन<br />

त प से यह काम अ छा हो सकता है। (समय-समाि -सूचक-घ ट ) माननीय<br />

सभापित महोदय, म एक बात क ओर यान आक षत करना चाहता हं। ू बहत ु मह वपूण<br />

मैटर है, एक कोई य है नारायण जोशी नाम का, उसने 2.65 करोड़ पये का दवाई<br />

का बल ले िलया अपने इलाज का, सावजिनक िनमाण वभाग का जे ड ए से ढाई<br />

करोड़ पये का बल। उसके खलाफ ए सी ड म रपोट हई ु है, अखबार म खूब छपा है,<br />

हमार सरकार<br />

या कर रह है आ खर इतना पया उसने िनकाल िलया और तुर त<br />

बक से ांसफर भी कर दया और जब उसके खात क चै कं ग क गयी तो के वल पचास<br />

साठ हजार पये पाये गये। इतना बड़ा घोटाला कै से हो गया इतनी बड़ सं था, इतनी<br />

बड़ सरकार होते हए ु भी<br />

मदर टेरेसा हा<br />

पटल है, होम है, यह मौत का घर हो गया कोटा म। यहां बीस<br />

दन म छह मौत हो गयीं। माननीय वा य मं ी महोदय, यह आप ज र दे खये, यह<br />

कु छ सं थाएं ऐसी ह जो एन जी ओज के नाम पर वदेश से पैसा मंगाती ह और इसका<br />

पूरा यू टलाइजेशन नह ं होता है। तो म समझता हं ू क यह बहत ु मह वपूण बात है क<br />

बीस दन म छह मौत उस मदर टेरेसा हा<br />

माननीय सभापित महोदय, म कहना चाहंगा ू<br />

पटल म हो गयीं।<br />

बी पी एल के प रवार के िलए मु त<br />

दवाई देते ह, मु त िच क सा सु वधा है ले कन आज बी पी एल क या<br />

थित है, बी<br />

पी एल के प रवार च कर खाते रहते ह (समय-समाि -सूचक-घ ट ) 2005-06 म सोलह<br />

लाख सडसठ हजार बी पी एल के लोग ने दवाइयां लीं, आज छह लाख सडसठ हजार<br />

लोग ह दवाई ले रहे ह, च कर खा रहे ह वह, उनको दवाइयां नह ं िमल रह ह, उनको<br />

मे डकल<br />

टमट नह ं िमल रहा है।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): माननीय सभापित महोदय, मोहनलाल जी ऐसे बैठने<br />

वाले नह ं ह। आपको नह ं मालूम है पहले भी ऐसे ह बोलते थे ले कन आज जो बोल रहे<br />

ह ना उससे उ टा बोलते थे। म सोच रहा था क ये वाय त शासन के मामले म यादा<br />

जानकार ह ले कन मे डकल के मामले म भी अ छे जानकार ह। ले कन पहले कम बोलते<br />

थे। आज जो भाषा बोल रहे ह यह 2007 म बोलते ना तो ब ़ढया लगता।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(154)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

रखने का।<br />

ी सभापित: माननीय सद य वराज।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): मेरा दािय व है सरकार क किमय को सामने<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): उस समय नह ं था या आपका<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): यह मेरा दािय व है और आप भी कर रहे हो।<br />

वो ह काम आप करते हो। आप सरकार के साथ नह ं हो ...( यवधान)...<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): वाकई म आदमी इंटेलीजट है।<br />

ी सभापित: एक घ टे म तीन माननीय सद य भी अभी नह ं बोल पाए ह और<br />

कम से कम इ यावन माननीय सद य को और बोलना है। जो गित है उस हसाब से<br />

स ह घ टे और लगगे फर मं ी जी जवाब दगे। आप तैयार हो तो कोई द कत नह ं है।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): कु छ थान पर हमने िसगरेट बंद कर द ।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): मं ी जी चाह रहे ह।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): माननीय सभापित महोदय, म बहत शाट म ु<br />

बोल रहा हं। दो िमनट म अपनी बात खतम कर रहा हं।<br />

ू ू<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): सभापित महोदय, ब कु ल बोलते हए घ ट ु<br />

बजाकर के आगे दसरे ू वाले को बुला दो, उनको बंद करो, उनको बोलो वच नह ं करगे।<br />

ऐसे करते ह पािलयामट म, मने देखा है। ऐसे कहने से कोई नह ं मान रहा है तो कु छ<br />

तो आपको अनुशासन लाना पड़ेगा ना।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): मेर गारंट है मोहनलाल जी को आप बैठा दो।<br />

ी सभापित: आप बीच म इंटर वन मत कर ...( यवधान)... अं कत नह ं होगा।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी सभापित: आप वराजो, आप वराजो।<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): 000<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): म दो िमनट म अपनी बात खतम करता हं। ू<br />

सभापित महोदय, चौमूं म एक खून िलया, ब च का खून िलया और नाबािलग का खून<br />

िलया, सरकार नह ं चेती। धन के लोभ म बूंद म नाबािलग क नसब द हो गयी। शहर<br />

म ग दगी हो रह है, डगू बढ़ रहा है, शु के िलए यु अिभयान फे ल हो गया। बायो<br />

मे डकल वे ट मनेजमट यह टोटली फे ल हो रहा है। इससे बहत बड़ बीमा रयां फै ल रह<br />

ु<br />

ह।<br />

000 अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(155)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय सभापित महोदय, हर अ पताल म लाल, पीला, काला बैग होना चा हए<br />

ले कन यह लाल, पीला, काला बैग तो एस एम एस हा<br />

पटल म ह नह ं है, हर<br />

अ पताल म होना चा हए और हर पी एच सी म ख डे खुदवाने का काम होना चा हए।<br />

प ह हजार डा टर क ेिनंग का पैसा आ गया, वह ेिनंग नह ं हई। िस रंजेज ु<br />

को न ट<br />

करना, स जकल आइट स को भी न ट करना आव यक है, इनको ख डे म भरना<br />

आव यक है। यह बहत ु सार ऐसी चीज ह जो मे डकल है थ के िलए आव यक ह।<br />

ी सभापित: ी रणवीर जी पहलवान। वराजो।<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): यह िन<br />

मुझे समय दया, ध यवाद।<br />

त प से पूर होनी चा हए। आपने<br />

ी रणवीर पहलवान (मालपुरा): आदरणीय सभापित महोदय, म आपके मा यम<br />

से माननीय वा य मं ी जी का यान थोड़ा सा मेर ाथना क तरफ दलाना चाहंगा। ू<br />

ी पेमाराम (धोद): मोबाइल ज त करो।<br />

ी रणवीर पहलवान (मालपुरा): मोबाइल कसके बाप का ज त करो, मेरा तो है<br />

ह नह ं। सभापित महोदय, येक गांव, गली और शहर म हा पटल पर हा पटल बढ़ते<br />

जा रहे ह। कोई आंख का डा टर, कोई दल का डा टर, कोई घुटने का, आदमी के पाट<br />

पाट के डा टर बढ़ते जा रहे ह। हो योपैथी, एलोपैथी, आयुवद, झौला छाप, झाड़ फूं क,<br />

टोणा टामणी, इलाज के हजार तर के िनकाल िलये।<br />

यान इस ओर नह ं दया जा रहा है क रोगी य बढ़ रहे ह। देखना चा हए था<br />

क गांव म कहां<br />

लोराइड का पानी है, कहां यू रया का दध ू है, कहां मशीन से घी<br />

बनाया जा रहा है नकली। वैसे भी जस रा के अ दर हा पटल यादा ह और<br />

गौशाला हो और वृ आ म ह , समझो वो रा अ व थ और मानिसक रोगी है। य क<br />

एक बु मान य ने कहा है दध िनकाल जब तक गाय घर म फर उसे रोड़ पर छोड़<br />

ू<br />

द तो उसके िलए गौशाला खोलनी पड़ती है। माता पता को वृ होते ह घर से ध के<br />

मार द तो वृ आ म खोलने पड़गे, जहां रोगी यादा ह गे तो हा<br />

पटल खोलने पड़गे।<br />

यह हमार जनता बीमार य हो रह है, यान इस तरफ दये जाने क<br />

आव यकता है न क और हा<br />

अरब पया खच कर। मेरे वधान सभा<br />

vns/usc/18.00/25.3.2010/3l/<br />

पटल बढ़ाएं और मे डकल कॉलेज खोले जाएं। इन पर<br />

े म स तर ितशत लोराइड है।<br />

8 परसे ट य य क ह डयां मुड़ गयी, दाँत िगर रहे ह, आंख फू ट रह ह और<br />

बाल िगरने शु हो गये। 30 वष क उ म ब चा अ धा होना शु हो गया। रोकना वह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(156)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

चा हये था। हमारे देश म जतने पशु ह दध ू देने वाले उन पशुओं के वज़न से यादा एक<br />

दन म घी लग जाता है वह घी कहां से आ रहा है वह घी मशीन से बन रहा है।<br />

नकली घी बनाने वाल को पकड़ लो अगले ह दन कोट से जमानत होकर घर आ जाता<br />

है य क कोट म डेफ नेशन है देशी और परदेशी फै ट एक ह आती है। घी का कानून<br />

बनना चा हये। घी पशु का और घी मशीन का, पशु वाला घी चा हये। हमारे रा म पशु<br />

का घी होना चा हये था। देशी घी का मतलब होना चा हये था वह तो मशीन देने लगी।<br />

एक-एक फै टर दे रह है। रोजाना क भरकर जा रहे ह। हमार भस गाय घी नह ं दे<br />

रह ं जतना तो मशीन दे रह ह। इनसे यह रोग फै ल रहा है, जनता काट जा रह है और<br />

अ पताल म लाकर डाल देते ह। अ पताल जतने भी खुल रहे ह इनम कोई स जी नह ं<br />

काट जाती है, आदमी काटे जाते ह इनके अ दर। वा य वभाग के कमचा रय को<br />

येक जले म लगाया जाना चा हये था। उनका मोशन, डमोशन उस ड ट के<br />

आदमी<br />

यादा रोगी हो रहे ह या कम हो रहे, रोग मा ा िगर रह है या ऊपर, उनक<br />

डायर नह ं देखनी। अ पताल देखो आप। कतने अ पताल बढ़ते जा रहे ह तो रोग भी<br />

बढ़ रहे ह। रोग बढ़ य रहे ह वा य वभाग के जतने भी कमचार ह सह मायने<br />

म अ वा य वभाग के कमचार ह य क जब समाज म महामार फै लती है तो डा टर<br />

को कहो क घूमने चल तो डा टर कहता है मेरा तो सीजन है, अब चलूंगा ह नह ं। हम<br />

तो मरते ह जब उसका सीजन होता है। आप वचार करके देख लो। पढ़े-िलखे, जो<br />

अस य बनता है जब वक ल का और थानेदार का सीजन आता है। यह पढ़े िलख क<br />

हालत है।<br />

वचार, आज से एक थापना ऐसी कर जाए जो वा य वभाग के कमचार कसी<br />

जले म सबसे कम रोग फै लने दगे सह मायने वह वा य वभाग के कमचार होते ह<br />

और वह वा य मं ी होता है। कु छ रोग ऐसे ह ए सीडट वगैरह जो सडनली हो गया<br />

उसक तो यूिन स खोलो, बाक यह रोग नह ं फै लने देने पर जोर देना चा हये। नह ं तो<br />

यह सारे के सारे गांव यहां हा पट स म ह बसगे आकर। पानी क मा ा लोराइड 70<br />

परसे ट, आप कह रहे हो रोग िमटाने क बात। अ पताल पूरे गांव भर, ढा णय को बना<br />

दो तो भी पूित नह ं होगी। या तो गांव म व थ पानी, उनक सफाई का यान, उनके<br />

खाने का यान, कस चीज से उनम रोग फै ल रहा है, वा य वभाग के कमचार इस<br />

बात पर यान द ता क यह अ पताल खाली रह और हमारे भाई-बहन रोगी होकर यहां<br />

नह ं आएं1<br />

दो ह िमनट मांगे थे सभापित महोदय। जय ह द।<br />

ी अ य<br />

डा. जसव त िसंह यादव।<br />

: आप रणवीर पहलवान साहब का अनुसरण कर सभी माननीय सद य।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(157)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): सभापित महोदय, म जब अपने<br />

करता रहं ू तब तक तो बोलता रहं ू ना <br />

ी सभापित: आप अपने<br />

े क कवर करो।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): हां मतलब तब तक तो बोलता रहं। ू<br />

यादा नह ं है।<br />

े क बात<br />

( यवधान)<br />

सभापित महोदय, यह तो सभी जानते ह क हमारा देश तो गांव म यादा बसता<br />

है और हम सभी लोग, सरकार भी, जतने सरकार के नुमाइंदे भी एक बात ह कहते ह<br />

क ए पी एल, बी पी एल, टेट बी पी एल, िन:श<br />

जन और जतने भी वृ ह उनके<br />

िलये मु यमं ी जी ने मु त िच क सा क घोषणा क है। हक कत म व थ शर र से<br />

यादा और कु छ नह ं हो सकता। आदमी व थ है तो काम भी करेगा, टेट भी आगे<br />

बढ़ेगा, समाज भी आगे बढ़ेगा। वा य ह एक सबसे बड़ा जीवन है पर हम जो यह<br />

बात कह रहे ह यादातर लोग हमारे गांव से शहर म चलकर आते ह। अब एक बी पी<br />

एल का आदमी बीमार हो गया और वह, म अपने बहरोड़ से ह लेता हं और बहरोड़ से<br />

ू<br />

आकर एस एम एस म दखाता है तो उसका दिनया भर का तो वैसे ह खच हो जाता है।<br />

ु<br />

जो दस पाँच पये क दवाई लेकर जाता है तो य नह ं यह सु वधाएं हम हर रैफरल<br />

हा<br />

पटल म बढ़ाएं जससे क हक कत म वहां के लोग को यहां आने क ज रत ह<br />

नह ं पड़े और सह लाभ भी िमल सके ।<br />

एक-दो बात अ छ भी क ह मु यमं ी जी ने इस बार। बुजुग के िलये जो जेरे<br />

से टर खोलने क बात है यह सबसे अ छ बात है। आज कल सबसे<br />

क<br />

यादा ज रत<br />

बुजुग को है। बुजुग ह सबसे यादा इस चीज क ज रत है। पर यह वाकई म खुलनी<br />

ह चा हये। खाली घोषणा नह ं होनी चा हये। य क जतनी भी घोषणाएं हई ु ह, माननीय<br />

सभापित महोदय, अगर हम बजट को नह ं बढ़ायगे तो जो घोषणाएं करते ह उनको<br />

दवाईयां दगे कहां से जब हमारे पास दवाईय के पैसे ह नह ं ह गे, कोई यह जाद का ू<br />

खेल तो है नह ं, दवाई पैस का खेल है। खेल कै से होगा। बजट होगा तो दवाईयां दे<br />

पायगे।<br />

अब आप कहते हो जो आपसे स बंिधत हो उसी पर बोलो। यह गलत चीज देखने से<br />

भी तो अ छ नह ं लगती ना हमारे अलवर के अ दर अगर इसी तरह क सभी<br />

घोषणाएं तो मेरे<br />

याल से िसफ छलावा है। अलवर के अ दर 3 माच, 2003 को आई<br />

सी यू का उ ाटन ड ट सी एम माननीय कमला जी ने कर दया। फर पछली बार का<br />

जो बजट आया तो उसम भी आई सी यू अलवर म खोल दया। इस बार के बजट म<br />

हमारे है थ िमिन टर होते हए फर आई सी यू खुल गया।<br />

ु<br />

2003 म यह खुल गया, आई<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(158)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सी यू चालू है और उस आई सी यू को आपने पछले बजट म भी खाल दया। ऐसे ह<br />

अगर आप सब जगह घोषणाएं कर रहे ह तब तो अ लाह ह मािलक है या होगा <br />

अब हमने ल य रखा है क 2011-2012 के अ दर हम इन ल य के आंकड़े को पार<br />

कर जायगे क हमार ज म दर जो इस व त 27.5 एस आर एस है उस पर 21 पर आ<br />

जायगे। इसी तरह िशशु मृ यु दर 63 एस आर एस है वह हम 32 पर आ जायगे।<br />

जतने भी आंकड़े दये ह क अब जो ह उनके फ ट परसे ट पर लेकर आयगे। हमारे<br />

पास िगनी चुनी ड पसर ह। 6500 करोड़ क जनसं या है। कर बन 43,000 समिथंग<br />

हमारे पास बैड ह। जब साधन नह ं ह, डा टर नह ं है, टॉफ नह ं है तो आप यह ल य<br />

ा त करगे कै से इस ल य को ा त थे। फर पंचवष य योजना का 70 परसे ट बजट<br />

आप उपयोग म ले चुके ह और एकदम फ ट परसे ट पर आप आना चाहते ह यह<br />

संभव है या के वल आंकड़े देने से ह कु छ नह ं है।<br />

अ पताल क हालत अगर हम जाकर देख, मने खुद ने माननीय मं ी महोदय से<br />

कहा क हम बहरोड़ के हा<br />

पटल म जाने का मौका िमला। अ पताल क यह हालत है<br />

क अ छा खासा व थ आदमी भी अ पताल चला जाए तो वह भी आहर आकर बीमार<br />

हो जायेगा। बद से बदतर हालत है। बूचड़खाने जैसी हालत बनी हई है। कह ं जानवर घूम<br />

ु<br />

रहे ह। बहरोड़ के अ पताल क , अलवर के अ पताल क , खुद माननीय मं ीजी के<br />

क अ पताल क जाकर देखो तो मेरे<br />

े से भी यादा बुर ददशा ु है। पता लगा, बात<br />

क मं ीजी से। मं ीजी, आप दवाईयां और चीज तो दगे, पहले इनक सफाई का कु छ तो<br />

इंतजाम करो जससे अ पताल म जाने पर आदमी ठ क हो जाए। कतने ह रोगी तो इस<br />

बात से मर जाते ह क उनको इंफै शन हो जाता है आपरेशन के बाद। क साहब बजट<br />

नह ं।<br />

अब आप बताइये अ पताल क जब यह ददशा है क उसम आदमी घुस नह ं<br />

ु<br />

सकता। अ छा भला खासा आदमी बीमार हो जाता है। कोई डिस लीन नह ं है तो पहले<br />

तो आप अपने शासन को चु त द त ु क रये जससे क अ पताल क हालत ठ क हो<br />

जाए। फर जो वहां डा टर रहते ह, अब डा टस पर तो छू ट है क सुबह मािनग के<br />

अ दर जो मर ज जाता है वी सीधा डा टर के घर जाता है। एक तरफ तो मु त<br />

अ पताल हो गया। दसर ू तरफ डा टर के घर जाता है तो डा टर साहब फ स लेते ह।<br />

पर वह फ स या वह तो एक तरह से र ज ेशन हो गया। एक आदमी घर जाकर फ स<br />

दे आया उसके सारे काम पहले हो जायगे। ायो रट पर हो जायगे। इसम कु छ न कु छ<br />

अंकु श लगाने क कोिशश क रये जससे क हालत सुधर सके ।<br />

अब हम जहां दवाईय क बात करते ह। नाम क दवाईयां ह। के वल हम लोग कहते<br />

ह मु त दवाईयां िमलती ह, पर जो काम क दवाईयां ह, जो जीवन को बचा सकती ह,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(159)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जो मर ज को इ पोटस है उसके िलये दवाईयां तो सब बाहर से लानी पड़ती है और<br />

दवाईयां भी डा टर तो वह िलखते ह जसके अ दर उसको यादा क मीशन िमलता है।<br />

इस पर भी कु छ अंकु श लगाइये। इसी तरह आप मे डकल टोर कभी जाकर चैक क रये।<br />

मेरे पास तो खुद के पास ह मे डकल टोर है। मंथली ग इं पै टर को अपने पैसे..<br />

(समय समाि सूचक घ ट )<br />

सभापित जी, कोई नाम छपवाने के िलये नह ं बोल रहा हं। यह हमारे जीवन का<br />

ू<br />

खेल है। हमारे ब च के भ व य का खेल है इसिलये घ ट आप थोड़ देर बाद बजाना<br />

आराम से। एक बात बताइये मुझे आप लोग या के वल नाम िलखवाने के िलये ह बोल<br />

रहे ह या। वाकई म ह म कोई गलत बात बोल रहा हं या ू हालत नह ं है या <br />

यह या मतलब हो गया हम सबको, हम कसिलये बोल रहे ह यह कोई डबेट चल<br />

रह है, भाषण चल रहा है राज थान म जतनी हालत खराब है आज मे डकल क ..<br />

याम/चौहान <strong>25.03.2010</strong> 18.10 3m<br />

( यवधान)<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): आप बीच म कस वषय पर बोल रहे ह<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: आप बै ठये, पीछे से, पीछे से ...( यवधान)...<br />

ी वण कु मार (सूरजगढ़): ढंग से कराय ...( यवधान)...<br />

ी सभापित: आप बराज माननीय सद य ...( यवधान)...<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): सभापित महोदय, अगर हम दवाइय क दकान ु<br />

पर जाय और ग इं पे टर को म ह ना दे दो और चाहे जैसी दवाइयां बेचते रहो। कोई<br />

चैक करने वाला नह ं है, कोई पूछने वाला नह ं है क या दवाइयां दे रहे ह, या बेच रहे<br />

ह, कस कं पनी क बेच रहे ह।<br />

सभापित महोदय, इसी तरह से गांव के जतने रैफरल हा<br />

पटल है उनम यादातर<br />

मशीन खराब पड़ ह। चाहे वह ए सरे मशीन हो, चाहे ईसीजी मशीन हो, चाहे कोई<br />

मशीन हो और इन मशीन के खराब रहने के दो ह कारण ह या तो वहां टै<br />

निशयन<br />

नह ं है सह तर के का या यह है क बाहर से करायेगा तो उसमे काफ कमीशन िमल<br />

जायेगा। इस बात पर भी हमको यान देना चा हए।<br />

सभापित महोदय, अब 108 ए बुलस क बात करते ह। जहां ज रत है आप वहां<br />

द जये, सबसे यादा ज रत थी हमारे बहरोड को य क हाइवे पर है, वहां सबसे यादा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(160)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ए सीडट होते ह। सबसे<br />

सकता था।<br />

यादा ए सीडट के मर ज आते ह तो लोग को बचाया जा<br />

सभापित महोदय, इसी तरह के वल हम लोग एलोपैथी क बात करते ह। सह मायने<br />

म इस रा क प ित आयुवद है। इसी तरह से ाचीन प ित जतनी भी ह, चाहे वह<br />

हो योपैथी हो, चाहे आयुवद हो, यूनानी हो, ाकृ ितक हो यह स ते दाम पर हर गांव म<br />

हर गर ब आदमी को हम आराम से कम पैस म मुहै या करा सकते ह और कतने रोग<br />

तो ऐसे है एलोपैथी म जनके<br />

टमट ह नह ं ह, चाहे टोन हो, आथराइ टस हो, चाहे<br />

लीवर हो, कतनी चीज ऐसी ह। ऐसी-ऐसी चीज, जैसे वाइन लु, म +++<br />

हं। ू<br />

डा. रघु शमा (के कड़ ): कहकर दे खये।<br />

नह ं कह रहा<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): म कह ह नह ं रहा, +++ नह ं, म वाइन लु<br />

कह रहा हं। ू वाइन लु आयुवद म जरा सी दवाइयां देने से ठ क हो जाता है जससे<br />

हमार सरकार इतनी घबराती है और लाख पये खच करती है।<br />

सभापित महोदय, इसी तरह से माननीय मं ी महोदय ने यूनानी म डायरे टरेट<br />

खोला जसके अंदर थोड़े से लोग मु कल से एक ितशत लोग जाते ह गे दखाने के<br />

िलए। यूनानी से तो कई गुणा<br />

यादा लोग हो योपैथी के अंदर जाते ह, जो रपोट ह<br />

हमारे भारत सरकार क क 35 ितशत लोग आज के दन हो योपैथी के अंदर दखाने<br />

जाते ह। यूनानी क जो रपोट है वह एक ितशत है। यहां यूनानी के डा टर िनकलते ह<br />

80-100 और कर ब 500-700 हो योपैथी के डा टर िनकलते ह।<br />

ी सभापित: अब समअप कर, समअप कर।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): इसका डायरे टरेट खोलना चा हए। सभापित<br />

महोदय, इससे बड़ यादती या होगी इस देश के अंदर क आयुवद म जबसे आदमी<br />

िच क सक लगता है उसका पूरे जीवन म मोशन नह ं हो पाता है। ऐसा उसने या<br />

गुनाह कया है। पढ़ाई तो उसने भी बराबर क है। जनता क वह भी सेवा कर रहा है।<br />

मर ज का वह भी इलाज कर रहा है। इस सरकार का, चाहे पछली सरकार रह हो या<br />

उससे पछली सरकार रह हो जब तक हम अपने आप पर वािभमान नह ं करगे, अपने<br />

आप पर व वास नह ं करगे तब तक ना राज थान को आगे बढ़ा सकते ह, ना इन रोग<br />

का नाश हो सकता है।<br />

सभापित महोदय, हमार जो पैथी है, जस पैथी के पीछे एलोपैथी का ज म हआ ु ,<br />

आयुवद के पीछे एलोपैथी का ज म हआ। ु आयुवद के थ को अपनाकर इतना आगे<br />

+++<br />

अिभ य अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत क गयी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(161)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

एलोपैथी को पहंचा दया और हम अपनी उस पैथी को भूल रहे ह और वह पैथी अपना<br />

ु<br />

रहे ह जसक दवाइय के बहत या ु दा साइड इफे टस ह तो मेहरबानी करके थोड़े से पैसे<br />

से ह अगर आप अपनी जो ाचीन मे डिसन ह, हो योपैथी, आयुवद, यूनानी, ाकृ ितक,<br />

योग इनके ऊपर थोड़ा सा बजट दे द तो यादा से यादा रोग का िनवारण हो सकता है<br />

और मेहरबानी करके जन लोग का अब तक<br />

यान द।<br />

ी सभापित:<br />

मोशन नह ं हआ इन पर आप पहले<br />

ु<br />

ी गजे िसंह श तावत। माननीय सद य, अब समअप कर। अब<br />

आप बराज, अब आप बराज। माननीय सद य, अं कत नह ं होगा।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी सभापित: वह जवाब दे दगे।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी सभापित: ी गजे िसंह श तावत (अनुप<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी सभापित: ी गोपाल मीणा।<br />

डा. जसव त िसंह यादव (बहरोड़): 000<br />

ी सभापित: ी गोपाल मीणा।<br />

थत)।<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): सभापित महोदय, मांग सं या 26 िच क सा एवं<br />

लोक वा य पर मुझे बोलने का मौका दया उसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद। िच क सा<br />

एवं वा य का संबंध आम आदमी से जुड़ा हआ है। हमारे देश का े फल<br />

ु<br />

ी सभापित: माननीय सद य, देश पर नह ं िसफ अपने<br />

...।<br />

े के बारे म आप बोल।<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): वह बता रहा हं ू, गांव म ह आ रहा हं ू<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: अपने<br />

े के बारे म बताय ...( यवधान)...<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): देश के े फल से गांव पर ह आ रहा हं ू<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: भूिमका म नह ं, अपने<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): गांव पर आ रहा हं ना। ू<br />

ी सभापित: हां, अपने िनवाचन<br />

े क सम या बताय आप ...( यवधान)...<br />

े पर आप बोल।<br />

एक माननीय सद य: टाइम भी लगता है ...( यवधान)...<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(162)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): भौगोिलक<br />

रा य ह। इस<br />

थित के आधार पर हमारा सबसे बड़ा<br />

े के लोग गांव म िनवास करते ह। गर ब कसान, बेसहारा लोग तक<br />

िन:शु क, समुिचत एवं समय पर िच क सा पहंचाना ु हर लोक क याणकार सरकार का<br />

कत य होता है और राज थान सरकार तथा माननीय अशोक जी गहलोत मु यमं ी जी<br />

ने वा य के बारे म जो काम कये ह, जो बजट पेश कया है। म मानता हं क वह ू<br />

बजट वा तव म आम आदमी, गर ब और उन मजदर के िलए जो अपना इलाज करा<br />

ू<br />

नह ं सकते थे उनके िलए दया गया है। उसके िलए म उनको ध यवाद देता हं। ू<br />

सभापित महोदय, इसी ाथिमकता को दशाते हए ु हमारे स मानीय मु यमं ी जी ने<br />

वष 2010-2011 के बजट म ऐितहािसक घोषणाएं क ह। आज ामीण े म दरदराज ू<br />

क ढा णय व छोटे गांव म िच क सा सु वधा उपल ध कराया जाना हमार ाथिमकता<br />

होनी चा हए। माननीय मु यमं ी जी ने इस<br />

गांव म 43353<br />

से बजट म रा य के सम त राज व<br />

ाम वा य सिमितयां था पत करने क घोषणा क है तथा आगामी<br />

वष म 15 आयुवद, 5 हो योपैथी तथा 10 यूनानी के नए औषधालय खोलने क घोषणा<br />

क है। रा य ामीण वा य िमशन के अंतगत सं वदा पर कायरत नस का<br />

पा र िमक 4500<br />

पऐ से बढ़ाकर 7500 कया है। इससे वह गांव म जाकर सह<br />

िच क सा दे पायगी य क जो सं वदा पर लगी हए एएनएम ु , लैब टै निशयन हर गांव<br />

म जायगे<br />

य क उनक तन वाह बढ़ है, यह म मानता हं ू क मु यमं ी जी ने उन<br />

सं वदा पर लगे हए उन लोग को फायदा पहंचाकर आम जनता को फायदा पहंचीया है।<br />

ु ु ु<br />

सभापित महोदय, बजट म 108 ए बुलस क सु वधा बढ़ायी गयी है। इसके िलए म<br />

माननीय मु यमं ी जी का आभार य त करता हं। मेरा अनुरोध है क मेरे जमुवा<br />

ू<br />

रामगढ़ वधान सभा<br />

े म भी इस सु वधा को दान कया जाये। मने पछले बजट म<br />

भी इसके िलए कहा था और माननीय मु यमं ी जी ने इन बात को यान देते हए इस ु<br />

वष 150 ए बुलस बढ़ायी ह उसके िलए उनका हा दक अिभन दन करता हं ू, बधाई देता<br />

हं। ू<br />

सभापित महोदय, गांव म कोई डा टर या नस टाफ नह ं रहना चाहता। यहां पहले<br />

भी बता रहे ह क कोई डा टर नह ं रहता यह बलकु ल सह है। सब शहर क तरफ<br />

आना चाहते ह चाहे वह डा टर हो, नस हो, क पाउंडर हो। इस यव था के िलए म इस<br />

बारे म सुझाव देना चाहता हं क मं ी महोदय जो गांव म रह रहे ह उन गर ब आदिमय<br />

ू<br />

क जो सम या ह जनको िच क सा के िलए दूर जाना पड़ता है। अपने क बे से दर ू<br />

जाना पड़ता है, शहर म आना पड़ता है। अगर वह डा टर, नस और क पाउंडर वह ं गांव<br />

म रहकर सेवाएं द तो उन गर ब आदिमय को जो आने-जाने, प रवहन क जो यव था<br />

है वह भी कम होगी और आम गर ब आदमी को फायदा िमलेगा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(163)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सभापित महोदय, आज नकली दवाइयां जो िमलती ह वह ामीण<br />

े म िमलती ह।<br />

ऊपर तो नाम िलखा हआ होता है ओ रजनल ले कन अंदर नकली दवाइयां होती है। उस<br />

ु<br />

पर वा य वभाग और माननीय मं ी महोदय वशेष यान द।<br />

jyg/usc/25.3.10/18.20/3n<br />

य क ामीण े म लोग को पता नह ं होता है क असली दवाई कौनसी होती<br />

है। हक कत बात यह है क वह दवाइयां नकली होती है। नकली दवाइय को आप ले लगे<br />

फायदे के थान पर नुकसान होता है। दवाई लेकर वह सोचते ह क हमारा ब चा ठ क<br />

हो जाएगा, हमारा भाई ठ क हो जाएगा, हमार बहन ठ क हो जाएगी ले कन हक कत<br />

बात यह है क उन दवाइय से ठ क होना तो दर ू वह यादा परेशानी म आ जाते ह और<br />

वह बीमार यादा ग भीर प ले लेती है।<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क एक ू<br />

ट म ग ठत करके समय समय पर ामीण े म वह दवाइय क दकान पर जाए और<br />

ु<br />

वहां दवाओं क जांच करे ता क वहां नकली दवाइयां नह ं बक सके ।<br />

मु य मं ी बी पी एल जीवन र<br />

ा कोष क म 1999 म माननीय मु य मं ीजी,<br />

अशोक जी गहलोत ने चलाई थी, उनके मन म गर ब के ित कतना दद है इसका यह<br />

एक उदाहरण है। मु य मं ी बी पी एल जीवन र<br />

ा कोष क थापना रा य म गर बी क<br />

रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले प रवार को िन:शु क िच क सा सु वधा उपल ध<br />

कराने क एक ऐितहािसक योजना है। यह जनवर , 2009 से पुन: ार भ क गई है।<br />

योजना के अंतगत चयिनत सम त बी पी एल प रवार , टेट बी पी एल प रवार , आ था<br />

काड धारक , एच आई वी एवं ए स से पी ़डत मर ज को िन:शु क िच क सा सु वधा<br />

उपल ध कराने क इसम यव था क गई है। मुझे आज यह कहते हए गव है क बी पी<br />

ु<br />

एल मर ज को चाहे वह कसी भी अ पताल म जाएं उनक जांच और इलाज िन:शु क<br />

होता है। अभी मेरे से पूव के माननीय सद य ने कहा क बी पी एल के िलए घूमना<br />

पड़ता है, मेरे<br />

े के लोग जो बी पी एल म ह उन लोग का इलाज वाकमई म वे खुद<br />

नह ं करा सकते और वह जाकर अ पताल म करवाते ह इलाज और इलाज के िलए<br />

उनको घूमने क कोई आव यकता नह ं है, उनके जाते ह सीधा इलाज होता है। बी पी<br />

एल को जो फायदा होता है, वह उनको िमलता है। इस करण को बेवजह तूल देकर क<br />

उनको इलाज के िलए घूमना पड़ता है, बलकु ल गलत है। अंत म म मेरे<br />

बताना चाहंगा। ू<br />

े के बारे म<br />

ी सभापित: माननीय सद य, मने पहले भी आपसे िनवेदन कया था क आप<br />

े<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(164)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

के बारे म बताएं।<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): अब बताऊं गा। मेरे वधान सभा<br />

म गत सरकार ारा िच क सा पर कोई खास यान नह ं दया गया।<br />

ी सभापित: जो चीज पहले बोलनी चा हए वह अब बोल रहे ह।<br />

े जमवारामगढ़<br />

ी गोपाल मीणा (जमवारामगढ़): वह चीज बोल रहा हं ू, ला ट म बोली जाती है।<br />

माननीय सभापित महोदय, अब म मेरे वधान सभा े जमवारामगढ़ म थत<br />

िच क सा सं थाओं को<br />

मो नत नह ं करने, र त पद को नह ं भरने एवं पया त सं या<br />

म पद सृ जत नह ं करने से आम जनता को पया त िच क सा यव था उपल ध नह ं<br />

होने से उ प न<br />

वधान सभा<br />

थित के बारे म िच क सा मं ीजी का यान दलाना चाहता हं। मेरे ू<br />

े जमवारामगढ़ एक बड़ा क बा है, जसक खुद क 20 हजार एवं<br />

आसपास के गांव एवं ढा णय क लगभग 50 हजार क जनसं या इलाज के िलए यहां<br />

आती है ले कन इन 50 हजार लोग क िच क सा के िलए जमवारामगढ़ म एक<br />

सामुदाियक वा य के ह है और इतनी बड़ जनसं या को देखते हए यह अपया त<br />

ु<br />

ह है। मेरे वधान सभा<br />

े जमवारामगढ़, आंधी, भानपुर कला आ द गांव क जनसं या<br />

को देखते हए यहां के सामुदाियक वा<br />

ु य के को सेटेलाइट अ पताल म मो नत<br />

करने क कृ पा कर।<br />

म माननीय िच क सा मं ीजी का यान मेरे वधान सभा े जमवारामगढ़ म<br />

िच क सा सं थाओं म वतमान म र त पद क ओर दलाना चाहता हं। यहां के ू<br />

नाग रक को बेहतर िच क सा सु वधा उपल ध कराने हेतु वशेष डा टर के नए पद भी<br />

सृ जत करने का पुरजोर अनुरोध करना चाहंगा। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से मेरे<br />

ओर आपका यान दलाना चाहता हं क जयपुर शहर<br />

ू<br />

े क वशेष सम या क<br />

का लाटर हाउस तथा कचरा डपो<br />

मेरे यहां लांग ़डयावास एवं सायपुरा म होने से इस े के आसपास के े म कई<br />

बीमा रयां और महामार फै लने का अंदेशा है। बूचड़खाना और कचरा डपो से फै लने वाली<br />

बीमा रय से बचने के िलए नगर िनगम और सरकार ारा तीन टकर दवाइयां िछड़कने<br />

का आदेश दे रखा है ले कन वहां पर एक भी टकर दवाई का नह ं िछड़का जाता है। अगर<br />

यह<br />

थित रह और सरकार ने वहां पर यान नह ं दया तो वहां बहत बड़ महामार<br />

ु<br />

फै ल सकती है यह बात वहां के लोग को अभी से महसूस हो रह है। ...( यवधान)...<br />

वा य वभाग से ह जुड़ा हआ ु है। इससे महामार फै ल सकती है इसिलए वा य<br />

वभाग इस ओर वशेष यान दे।<br />

माननीय मं ीजी, उस<br />

े म आने वाले समय म, अब गिमयां और आ गई ह, वहां<br />

पर लाटर हाउस और कचरा डपो, दोन पास आ गए ह तो पूरा े बीमा रय से<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(165)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िसत है और इससे लोग का वा य धीरे-धीरे बगड़ता जा रहा है,ब च का वा य<br />

बगड़ता जा रहा है। समय-समय पर वा य वभाग ारा जो दवाइयां िछड़क जानी<br />

चा हए, वे वहां पर सरकार ारा पैसा दए जाने के बावजूद िछड़क नह ं जा रह इसिलए<br />

म अनुरोध क ं गा क इस ओर आप वशेष यान द। आपने मुझे बोलने का मौका दया<br />

उसके िलए ध यवाद, जय ह द।<br />

ी सभापित: डा टर दग बर िसंह।<br />

ी वजय बंसल (भरतपुर): माननीय सभापित महोदय, म एक यव था का<br />

उठाना चाहता हं। ू बी ए सी म अपन यह भी तय करते ह क डमा स पर बोला जाएगा<br />

तो एक िन<br />

त समय होना चा हए, चाहे शाम के 6 बजे तक या 7 बजे तक, रात को<br />

2-2 बजे तक बुलवाया जाता है। बाद के माननीय सद य पाँच-पाँच िमनट ह बोल पाते<br />

ह मु<br />

कल से अपनी पूर डमा ड ह नह ं रख पाते ह और जो पहले बोलते ह वह चलते<br />

चले जाते ह, ला ट म कोई 10-20 िगने चुने माननीय सद य ह रह जाते ह। इसिलए<br />

मेरा आपसे अनुरोध है क भ व य म इस यव था को कराएं और अगर रात म दो बजे<br />

तक चलाते ह तो माननीय सद य कहां जाकर खाना खाएंगे, कहां पानी पीएंगे। अगर<br />

चलती है तो चले ले कन आप खाने पीने क यव था तो कराएं।<br />

ी सभापित: माननीय सचेतक महोदय।<br />

ी वजय बंसल<br />

(भरतपुर): लोक सभा 6 बजे खतम हो जाती है, यहां कमचार<br />

लोग, पुिलस वाले लोग, सब लोग परेशान रहते ह, इसक यव था कर आप।<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): खाने क यव था तो करा द जाए।<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: 32 माननीय सद य क ितप क ओर से सूची है और 22 स ता<br />

प के माननीय सद य को बोलना है। अब या तो दोन , सचेतक महोदय बैठकर सं या<br />

को सीिमत कर ले ता क बोलने का अ छा मौका िमल जाए, ज र नह ं क हर माननीय<br />

सद य हर वषय पर बोले।<br />

ी वजय बंसल<br />

(भरतपुर): माननीय सभापित महोदय, मेरा कहना यह है क<br />

डमा ड दो दन तक चले। ले कन टाइम फ स होना चा हए...( यवधान)... ।<br />

ी सभापित: डा. दग बर िसंह।<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): टाइम फ स हो मा पाँच िमनट म।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): काहे का टाइम हो, 5 िमनट म, 5 िमनट म<br />

आप अपनी बात ह नह ं कह सकते। 5 िमनट म कहगे अपने<br />

न<br />

े क बात<br />

...( यवधान)... मतलब यह तो ड िमनेशन है। एक माननीय सद य तो 40 िमनट<br />

बोलता है और दसरे को तीन िमनट म ह बैठा देते हो।<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(166)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी मोहनलाल गु ता ( कशनपोल): माननीय सभापित महोदय, आप जरा बता द क<br />

स ता प के 25 माननीय सद य को कतना समय दया और वप के येक व ता<br />

को कतना समय दया। ...( यवधान)... यव था बनाइए आप, +++<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: आप वराजो।<br />

ी शंकरलाल अहार (चौरासी): माननीय सभापित महोदय, िसंचाई वभाग के<br />

िनयम के अनुसार काम हो, टेल से पलाई होती है तो उसी हसाब से अगर देखा जाए<br />

तो नए सद य को पहले मौका दे द। यह जो बड़े-बड़े पुराने माननीय सद य बोलते ह,<br />

वे यादा से यादा टाइम ले लेते ह, हमारा तो न बर ह नह ं आता है, हम दो िमनट<br />

का टाइम मांगते ह वह टाइम भी नह ं िमलता है, यह हम नए सद य के साथ अ याय<br />

हो रहा है, हमारे साथ याय कया जाए।<br />

ी वजय बंसल (भरतपुर): माननीय सभापित महोदय, इसके साथ-साथ म यह भी<br />

कहना चाहता हं क जैसी आपने अभी य<br />

ू व था द क आप खाली े क सम या<br />

उठाएं, जो अभी माननीय सद य बोल रहे थे य क कई नेता पूरे ह दु तान के बारे म<br />

बोलते ह तो हम खाली<br />

े तक य सीिमत कर।<br />

ी शंकरलाल अहार (चौरासी): हम तो खाली अपने वधान सभा<br />

बताएंगे, हमारे माननीय सद य मोहनलालजी ऑल इ<br />

हम नह ं बताएंगे, हम तो िसफ हमारे वधान सभा<br />

िलए। ...( यवधान)...<br />

ी सभापित: वराजो।<br />

े क सम या<br />

डया क सम या बताते ह, वह<br />

े क ह बताएंगे दो िमनट के<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): माननीय सभापित महोदय, आज मांग सं या 26<br />

िच क सा एवं वा य, सफाई पर म भी अपने वचार आपके मा यम से रखना चाहता<br />

हं। ू यह बात सह है क माननीय सद य क जो सम या है, पीड़ा है, पाँच िमनट म तो<br />

बोलने का एक तरह से मौसम बनता है और जब तक बात बोलने क यान आती है तब<br />

तक तो घ ट बज जाती है। पर तु आपक भी मजबूर म समझ रहा हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, म िनवेदन करना चाहता हं ू क िच क सा एवं वा य<br />

एक ऐसा स जे ट है जसम न तो प , न ितप ...।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): माननीय सभापित महोदय, ल बा पूरा समय दो<br />

बोलने का, कम लोग लो बोलने वाले, समय कम है तो।<br />

+++<br />

अिभ य अ य पीठ के आदेशानुसार अपलो पत क गयी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(167)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मोहन/अ ण/25032010/1830/3o<br />

डा. दग बर िसंह (ड ग-कु हेर): म तो समझता हं ू क इस वषय के ऊपर हम सब<br />

को प और ितप को राजनीित से ऊपर उठकर सोचना चा हए, अपने वचार य त<br />

करने चा हए य क यह एक ऐसे गर ब आदमी से जुड़ा हआ ु मसला है, ऐसा स जे ट है,<br />

जस आदमी को मेरे<br />

याल से एक खाते पीते प रवार म भी अगर एक कोई घर का<br />

सद य बीमार हो जाए तो बीपीएल क ेणी म आने म यादा समय नह ं लगता।<br />

सभापित महोदय, म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू क हमार सबसे बड़ सम या ामीण<br />

े क है, यह म मानता हं ू क राज थान क जो ा फकल िसचुएशन ऐसी है क<br />

िच क सा सेवाएं ोवाइड करना और अ छ िच क सा सेवाएं ोवाइड करना बहत ु आसान<br />

काम नह ं है, कह ं पहाड़ े है, कह ं म े है, तीन भाग म एक तरह से बंटा हआ ु<br />

हमारा राज थान है पर तु इसके बावजूद भी जो भी सरकार आती है, अपने बे ट<br />

पािलबल एफट करती है क हमारा राज थान जो बीमा देश क<br />

था, राज थान बीमार देश क<br />

ेणी म माना जाता<br />

ेणी से ऊपर आए और इसका लगातार हर सरकार ने<br />

यास कया। सभापित महोदय, जो टेट पापुलेशन पािलसी है, उसके साथ ह कु छ हमने<br />

टारगे स फ स कये थे, हमार सरकार के कु छ टारगे स ह, क हम सन ् 2011-12 तक<br />

यह टारगे स अचीव कर लगे तो हम बीमार देश क ेणी से बाहर िनकल जाएंगे।<br />

पछले साल म म दावे के साथ कह सकता हं ू क बहत ु कु छ इ ूवमट इस दशा म हए ु<br />

और जो मु य जो पैरा मीटस ह जनके कारण से हमारा देश आज भी बीमार देश<br />

माना जाता है। माननीय सभापित महोदय, म िनवेदन करना चाहंगा ू क हमारा मेटरनल<br />

मोटिलट रेट बहत ु यादा थी, मातृ मृ यु दर जसके िलए लगातार यास कया था और<br />

म माननीय मु य मं ी महोदय को ध यवाद भी देना चाहंगा ू , आपको ध यवाद इसिलए<br />

क आपके यास भी लगातार ठ क दशा म चल रहे ह पर तु<br />

यास को तेज करने क<br />

आव यकता है, मं ी महोदय। इस बार का जो बजट आया है उस बजट म िच क सा के<br />

रल ए रया म कम से कम हमारे चाहे प के , चाहे ितप के सद य ह, अपने े<br />

क बात रखी ह, कसी ने कहा मेरे यहां पर पीएचसी नह ं है, कसी ने कहा मेरे यहां<br />

सीएचसी नह ं है पर तु बजट म पीएचसी, सीएचसी क बात नदारद है इसिलए<br />

ए रया के आदमी क सम या वह ं क वह ं, जस क तस, सभापित महोदय, बनी हई ु है।<br />

हमारा टारगेट है 2011-12 तक हमार जो मेटरनल मोटिलट रेट है, वह सौ से कम लाने<br />

का टारगेट है और म िनवेदन करना चाहता हं ू 1997 म, 1998 म 508 थी मेटरिनट<br />

मोटिलट रेट, जो उससे घटकर 388 पर आई, पहले 445 और 2005-06 म यह 388<br />

पर, यह मेटरनल मोटिलट रेट हई ु पर तु हम आव यकता है य क हमारा समय हमारे<br />

रल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(168)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

टारगे स से बहत ु कम है, आपने<br />

रल ए रया म टाफ भी लगाया, म ध यवाद देना<br />

चाहंगा ू वगत मु य मं ी महोदय को भी और आपको भी म िनवेदन करना चाहंगा ू मं ी<br />

महोदय क एनआरएचएम एक ऐसा हमारे पास ोजे ट है जसके तहत हम रल है थ<br />

स वसेज को बहत ु अ छ सु ढ़ कर सकते ह, इसका 30 परसट जो बजट है, वह 30<br />

परसट बजट तो हम इसके इं<br />

ा चर पर खच कर सकते ह और म आपको िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क हमने के वल िच क सा म ह नह ं आयुवद और यूनानी और<br />

हो योपैथी म भी इस एनआरएचएम के ू बहत ु कु छ काम करने का यास कया। हमने<br />

बेरोजगार लोग को रोजगार देने का भी यास कया था पर तु मुझे तकलीफ है इस बात<br />

को कहने म क पछले दो वष म इसम जो कु छ चल रहा था उस पर एक तरह से<br />

ेक-सा लगा है और चूं क आयुवद वभाग क अगर म बात क ं , आयुवद म कोट के टे<br />

के कारण से भितयां कतने साल से वंिचत ह बेरोजगार आयुवद िच क सक क लाइन<br />

लगी हई ु थी पर तु हमने<br />

कया, एनआरएचएम के<br />

वचार वमश करके माननीय मु य मं ी जी से हमने िनवेदन<br />

ू हम अगर हमारे आयुवद के और हमारे यूनानी और इसके<br />

अगर िच क सक क भितयां कर तो िन त प से हमारे रल ए रया एक एक<br />

पीएचसी एक एमबीबीएस डा टर है, वहां अगर आयुवद, यूनानी या फर हो योपैथी का<br />

भी एक िच क सक बैठ जाए तो कम से कम<br />

अवेले बिलट तो िन<br />

उसके बाद सारे यास आज तक िन<br />

रल ए रया म एक िच क सक क<br />

त प से हो जाएगी पर तु उसम हमारे टाइम पर जो यास हए ु<br />

त प से ढ ले पड़े ह। म आपको जानकार देना<br />

चाहता हं ू, सभापित महोदय, हमने 2007 म 750 आयुष िच क सक क भितयां िनकाली<br />

थी जसम 600 आयुवद के थे, यूनानी के और उसके हो योपैथी के वह अलग से थे,<br />

उसके बाद हमने 22 िसत बर, 2000 को 500 िच क सक क जगह और िनकाली थी,<br />

उनक भी पो<br />

टंग हई ु पर तु, सभापित महोदय, म माननीय मं ी महोदय, आपका यान<br />

खास तौर से इस ओर यान दलाना चाहंगा ू क अब इसम एनआरएचएम म जो आयुवद<br />

म खास तौर से जो भत हो रह है, वह बैकडोर एंटर चल रह है, कोई<br />

ाइटे रया आपके<br />

पास नह ं है और शायद आपक नालेज म भी नह ं होगा। म मं ी महोदय, आपक<br />

जानकार म िनवेदन करना चाहंगा ू क 54 आयुवद के िच क सक का कोई आधार नह ं<br />

है, भत का, उनक व<br />

अ दर वेबसाइड से भी वह व<br />

ि भी नह ं िनकाली, एक वेबसाइड पर दे दया, 5-7 दन के<br />

ि गायब हो गई, और उसके बाद कौन से तर के से और<br />

कौन से आधार से भत कया। यह आपको जानकार करनी चा हए और म चाहता हंू क<br />

आप इस वषय को गंभीरता से देख और इसक एक बार जांच भी कराएं, मं ी महोदय,<br />

म आपको िनवेदन करना चाहता हं ू आपने अभी मु य मं ी महोदय ने इसम पछला<br />

अभी जो बजट पढ़ा उसम यूनानी के िलए एक अलग से िनदेशालचय क घोषणा क ,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(169)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बहत ु अ छ बात है, हमने वागत भी कया, पर तु म आपक जानकार म लाना चाहता<br />

हं ू, मं ी महोदय, अगर पेश स का रे यो आप देखो तो सौ मर ज म से 55 मर ज तो<br />

एलोपैथी का इलाज कराते ह और बाक 14 पेश स आयुवद म इलाज कराते ह और 30<br />

पेश स कराते ह इसका, हो योपैथी का, 55 परसट, 30 परसट हो योपैथी और 14<br />

आयुवद और यूनानी क तरफ, के वल एक परसट पेशट जाता है जस आप िनदेशालय क<br />

बात कर रहे ह, म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू क िनदेशालय आप यूनानी का खोल,<br />

बहत ु<br />

अ छ बात है पर तु साथ साथ इस िच क सा का, हो योपैथी िच क सा प ित का<br />

भी एक अलग इसका डाइरे टोरेट अलग से<br />

खोलना चा हए और इन लोग को भी<br />

रोजगार का मौका िमलना चा हए। म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू , सभापित महोदय,<br />

हम अपने<br />

टारगे स को लेकर चल रहे ह, हमार मेटरिनट मोटिलट , हमार इंफट<br />

मोटिलट रेट हमने ऑडस भी कर रखे ह पर हर सरकार, हर अिधकार के थोड़े थोड़े दन<br />

म 4-4, 6-6 मह ने म क 24x7 हमारे 7 दन 24 घंटे अ पताल हमारे पीएचसी और<br />

सीएचसी जैसी है। हमने िच ह त कर ली, यह 24 घंटे उपल ध रहगे पर तु हमारे लाख<br />

यास के बाद, सभापित महोदय, हमने कोिशश क और म फर से ध यवाद देना<br />

चाहंगा ू , त कालीन मु य मं ी महोदय को ज ह ने ामीण े म टाफ उपल ध रहे,<br />

डा टस उपल ध रह, इसके िलए रल है थ स वसेज का अलग से गठन कया, रल<br />

आइज स वसेज का गठन अलग से<br />

कया पर तु उसके बावजूद भी आज अगर कमी है<br />

तो के वल हमारे एडिमिन ेटर चैक-अप क , अगर हमारे अंदर एडिमिन े टव ग स पूर<br />

तरह से ह गे, हम टाफ को वहां पर मजबूर कर, रल से शहर म ांसफर क बीमार<br />

खतम हो गई आपक जान को। रल का डा टर है, रल के नस, क पाउ डर रल म<br />

ह रहगे तो फर कम से कम अपनी जगह पर जहां उनक पो<br />

टंग है जहां हम 24x7<br />

क बात करते ह वहां कम से कम उनक अवेले बिलट अगर एं योर हो जाए तो म<br />

समझता हं ू, बहत ु अ छा काम हो जाए। आपने उनका मानदेय भी बढ़ाया ह जो<br />

एनआरएचएम म काम कर रहे है, यह आपने बहत ु अ छा एक ठ क सा काम कया है<br />

और म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू य क समय कम है, अभी हम आव यकता है,<br />

हमारे टाफ क और हम आव यकता है डा टस क हर जले म कां े ट पर डा टस को<br />

आपने अिधकार कल टस को, सीएमएचओ को कमेट बनाकर दे रखे ह पर तु जब जब<br />

वह डमां स िनकालते ह, अगर 15 डा टस चा हए तो आते ह 6, आते ह 4, डा टस<br />

कोई भी<br />

रल ए रया म काम करना नह ं चाह रहा, म समझता हं ू इसके िलए<br />

आव यकता है, हम मे डकल कालेज क सं या बढ़ानी चा हए, मं ी महोदय। राज थान<br />

के अ दर 7 संभाग ह, 7 म से 6 संभाग के अ दर मे डकल कालेज हमने पूव मु य<br />

मं ी महोदय से िनवेदन कया। भरतपुर के अ दर मे डकल कालेज क हमको वीकृ ित<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

ु<br />

(170)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

द , उसम एक टाफ का पो टंग भी कया और हमने कोिशश करके वहां पर जमीन भी<br />

अलाट कर द । उसके बाद सरकार जब यह आई मं ी महोदय, मुझे बड़े अफसोस के साथ<br />

कहना पड़ता है क जनता वह आपक तो वह हमार है, इसम भेदभाव नह ं होना चा हए<br />

और आपक सरकार ने, आपने, आपके मु य मं ी महोदय ने उस मे डकल कालेज क<br />

फाइल को बंद कर दया। मेरे याल म इससे यादा अ याचार मेरे जले पर, मेरे जले<br />

पर ह नह ं ब क पूव राज थान के तीन चार जल पर कोई हो नह ं सकता।<br />

सुरे /अ ण/25.3.2010/18.40/3p<br />

म िनवेदन करना चाहंगा क एक सैटेलाइट हा<br />

पटल<br />

50 बैड का भरतपुर म अलग<br />

से खोला था, आपने टाफ भी लगा दया, टाफ तक स शन भी हो गया, वहां पो<br />

भी हो गई पर तु सैटेलाइट हा<br />

और उसी हा<br />

टंग<br />

पटल अलग से जहां बनना चा हए था वहां पर नह ं बना<br />

पटल म उस सारे टाफ क खपत हो गई और वह ं पर आज तक चल<br />

रहा है। माननीय मं ी महोदय, ये चीज ह जनम आपको यान देने क आव यकता है।<br />

एक बहत अ छ ु बात मु य मं ी जी ने कह थी क जन हा पटल को रयायती<br />

दर पर जमीन द गई है उनम कतने गर ब मर ज का इलाज होता है इसक जांच<br />

करवाई जाएगी और इस पर अंकु श लगाया जाएगा। म आपको ध यवाद देना चाहता हं ू<br />

अगर आपने ऐसा कर दया य क ये जो हा<br />

पट स ह इनक जब ोजे ट रपोट हमारे<br />

सामने आती है तो ऐसा लगता है क गर ब का इनसे, इस सं था से यादा हतैषी कोई<br />

दसरा ू हो ह नह ं सकता। पर तु आज आप अपोलो हा पटल द ली का देख ली जये,<br />

कोई गर ब आदमी अपोलो हा<br />

पटल म घुसने क ह मत कर सकता है एक पये के<br />

ऊपर जमीन द हई ु है। हमारे जयपुर म भी कई हा पट स ह जनको जमीन बहत ह<br />

स ती द हई ु है। संतोकबा दलभजी ु हा पटल को आप देख ली जये, कतनी रयायती दर<br />

पर जमीन द हई ु है पर तु गर ब आदमी संतोकबा दलभजी ु हा पटल म इलाज कराने<br />

क ह मत कर सकता है इसिलए म कहना चाहता हं ू, मने भी यास कया था पर म<br />

सफल नह ं हो पाया। माननीय मं ी महोदय, म आपको िनवेदन करना चाहंगा क य ू<br />

इसम यूड एच डपाटमट और बीच म और कई डपाटमट आयगे, िच क सा वभाग के<br />

पास कोई इ फामशन नह ं होती क कौन-कौन को स ती दर पर आपने जमीन द है<br />

इसिलए अगर आपक वल पावर ांग है, मु य मं ी जी क वल पावर ांग है तो<br />

एक बार यह करके दखाइये, संतोकबा दलभजी हा<br />

का मु त इलाज कराके दखा द जये, बहत तार फ आपक सरकार<br />

ु<br />

क<br />

पटल के अ दर 10 ितशत गर ब<br />

क गांव-गांव और<br />

ढाणी-ढाणी म हम कर दगे। एक गर ब आदमी के िलए इतना बड़ा एक सपना दखाने के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(171)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बाद जो इलाज के के बन रखे ह, सभापित महोदय, म िनवेदन करना चाहंगा क इस ू<br />

पर िन<br />

त प से रोक लगनी चा हए।<br />

सभापित महोदय, म आपको एक बात और िनवेदन क ं गा क सरकार धन का<br />

दु पयोग बहत ु जबरद त होता है। हमने टेली-मे डसन क योजना शु क और कई<br />

हा<br />

पट स को इस टेली-मे डसन योजना से जोड़ा। वो इसिलए जोड़ा क डूंगरपुर म बैठा<br />

हआ आदमी ु<br />

, बांसवाड़ा म बैठा हआ आदमी, भरतपुर म बैठा हआ आदमी भी आज<br />

पेशिल ट डा टस से इलाज करा ले इस टेली-मे डसन के माफत। ् इस टेलीमे डसन के<br />

माफत यहां के पेशिल ट से, जयपुर के पेशिल ट से, जयपुर के का डयोलॉ ज ट से<br />

सलाह मश वरा हो जाए। पर तु मुझे बहत ु दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है क इतना<br />

पैसा खच करने के बाद भी आज कतने टेलीमे डसल का उपयोग हमारे जल म हो रहा<br />

है मं ी महोदय, एक-एक जला हा<br />

पटल से, जहां टेलीमे डसन क सु वधा उपल ध है,<br />

आप रकाड मंगवाइये तो आपको खुद को बड़ तकलीफ होगी क इतना पैसा खच करने<br />

के बाद पाँच मर ज को भी लाभ नह ं हो पाया है।<br />

म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू , अभी बहत ु बड़ चचा जो कई बार हो चुक है क<br />

यह मानस आरो य सदन बहत अ छा ु हा पटल आपने बनाया। म आपको िनवेदन करना<br />

चाहंगा ू क इस हा पटल क बहत ु यादा कं ोविसयल थित हो चुक है, इसको कसी<br />

ाइवेट सै टर म आपको देने क आव यकता नह ं है, गवनमट अपने ह हसाब से<br />

उसको चलाये। एक जनरल हा<br />

करना चाहे तो पेिशयिलट िश ट करे पर तु इस हा<br />

पटल ह चलाये या कोई पेिशयिलट अगर उसम िश ट<br />

देने क ज रत नह ं है य क जयपुर का बहत बड़ा ए रया वो<br />

ु<br />

पटल को कसी पीपीपी मोड म<br />

कवर करेगा। म आपको<br />

िनवेदन करना चाहंगा ू क हमने काफ एएनएम क डमांड िनकाली, अभी आपने भी<br />

डमांड िनकाली, हर सब सटर पर हमने एक एएनएम के साथ एक जीएनएम<br />

एनआरएचएम म देने का कया जससे तीन साल का ड लोमाधार पढ़ा िलखा लड़का या<br />

लड़क वहां पर छोट -मोट स वसेज दे सके । मं ी महोदय, उसम भी म आपसे िनवेदन<br />

करना चाहंगा क इस ू<br />

15 मह ने के अ दर कोई यास नह ं हए ु , कोई नई पो<br />

टंग आप<br />

लोग ने इसके तहत नह ं क जब क आपक सरकार का इसम एक नया पैसा खच नह ं<br />

हो रहा है। आप य नह ं लगाते पूरे राज थान के हर सब सटर पर दो य क रये न।<br />

एक एएनएम रहे, एक जीएनएम रहे तो कम से कम गांव क गर ब जनता को वहां पर<br />

थोड़ा बहत ु लाभ तो िमलेगा। म आपको दावे के साथ कह सकता हं ू क जतना बजट<br />

िच क सा वभाग के पास आता है, हमने सीट के न लगाई, बहत अ छ ु बात है, बड़े<br />

खुश हुए, हम भी बहत खुश थे क जयपुर आना पड़ता था तो अब हमारे भरतपुर म ह<br />

ु<br />

सीट के न चालू हो गई, जसवंत जी के अलवर म सीट के न चालू करवा द और अ य<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(172)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कई अ पताल म चालू करवाई पर तु तकलीफ क बात जब होती है क जब म भरतपुर<br />

म गया और पूछा क सीट के न ब द य है और कतने दन से बंद है तो बोले क 6<br />

मह ने से बंद है। जब पूछा क य बंद है तो कहा क इंजीिनयर डेढ़ लाख पये ठ क<br />

करने के मांग रहा है। इसका एनुअल म टनस कां े ट<br />

य नह ं कया इतनी बड़<br />

खर द, इतनी इ पोटट मशीन क खर द कर और उसके साथ एनुअल म टनस कां े ट<br />

नह ं करे तो फर अगर बंद ह करने के िलए रखी है तो म समझता हं क इससे बड़ा<br />

ू<br />

वे टेज और कसी चीज का नह ं हो सकता।<br />

माननीय सभापित महोदय, म बहत या ु दा समय नह ं लूंगा पर तु म िनवेदन करना<br />

चाहंगा ू क वाइन लू से हमारा रा य जबरद त ढंग से जूझा है, काफ परेशानी हई ु है।<br />

म िनवेदन करना चाहंगा क इस तरह क जो बीमा रयां ह उनका अगर थोड़ा पहले<br />

ू<br />

आंकलन हो जाता तो ठ क होता। इसम गलती सरकार क के वल इतनी हई क शु म<br />

ु<br />

शायद आपको, विभाग को अंदेशा नहीं था कि इतनी बुरी तरह से राजस्थान के अन्दर<br />

बीमार फै लेगी इसिलए के वल जयपुर तक आपने जांच को िलिमटेड रखा और 3 हजार<br />

पये जांच के रखे। गर ब आदमी तो जांच कराने क ह मत ह नह ं कर सकता, घर पर<br />

पड़े-पड़े भले ह मर जाए। कम से कम संभाग तर तक ऐसी जो ज टल सम याएं ह<br />

उनक यव था करनी चा हए जससे क वहां के ए रया को, वहां के आस-पास के जल<br />

को भी उसक सु वधा िमल सके । म आपको यह भी कहना चाहंगा ू , माननीय सद य ने<br />

धनव तर योजना के िलए बहत ु -बहत ु सब को साधुवाद दया पर तु गत सरकार का नाम<br />

स ता प के कसी ने नह ं िलया। म कहता हं क अ छा ू काम अगर कसी ने कया है<br />

तो उसको ध यवाद देने म शरमाने क या बात है। म वसुंधरा जी को ध यवाद देना<br />

चाहंगा ज ह ू ने धनव तर योजना शु क । 108 ए बुलस क आज 200 के 200<br />

माननीय वधायक तार फ कर रहे ह। आपने भी घोषणा क है क 150 ए बुलस और<br />

लेकर के आयगे, यह आपका बहत वा ु गत का कदम है पर तु वधायक को जो आपने<br />

प िलखा है क वधायक अपने े म चाहते ह तो 15 लाख पये जमा करा द।<br />

वधायक के पास मा 80 लाख पये है और उसम उनक ाम पंचायत ह, उनक<br />

नगरपािलकाएं ह तो मेरे याल से जैसे गोवधन जी क िचनोर बंटती है न इस तरह से<br />

िचनोर बांटते ह उससे कु छ होने वाला नह ं है और सरकार को अपने बलबूते पर करना<br />

चा हए।<br />

अंत म म एक और िनवेदन करना चाहंगा ू क आप पीसीपी ए ड ड ट ए ट है,<br />

इसका अलग से सेल बनी हुई है जसम िलंग पर ण पर काफ टली सेल काम<br />

करता है। मुझे ता जुब हआ ु , मं ी महोदय, शायद आपक जानकार म नह ं होगा क<br />

वहां पीसीपी ए ड ड ट ए ट म एक ड वाई एसपी को पो<br />

टंग दे रखी है। वहां थाना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(173)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

खुलवाना है<br />

या आपके डायरे ेट मे डकल म वो ड वाई एस पी को कसिलए पो ट<br />

कर रखा है के वल कसी अिधकार के एक मेहरबान ड वाई एस पी को द ली से यहां<br />

एडज ट करना था इसिलए वहां पीसीपी ए ड ड ट ए ट म लगा दया। बड़ हा या पद<br />

बात है। मं ी महोदय, म तो िनवेदन करना चाहंगा ू , आपको ध यवाद भी देना चाहंगा ू ,<br />

आपके प के लोग आपक तार फ करते ह या नह ं यह मुझे नह ं पता पर तु ितप<br />

का एक-एक हमारा सद य आपक बहत ु इ जत करता है, बहत ु तार ख करता है क एज<br />

इंसान आप बहत अ छे ु इ सान हो इसिलए आप थोड़ सी मेहनत करके इस वभाग के<br />

साथ लगगे तो िन<br />

त प से इस वभाग म कु छ न कु छ काम होगा। इसी के साथ म<br />

म आपनी बात समा त करता हं। ू बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी कमल बैरवा।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): सभापित महोदय, एक इधर से, एक उधर से और एक<br />

बीच म से भी थोड़ा रखा करो तो िनवेदन है। म तो एक लाइन ह बोलूंगा। म यादा<br />

समय नह ं लूंगा, म िसफ एक ह लाइन बोलूंगा।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, म आपको इनके बाद बुला लूंगा, म नाम पुका चुका<br />

हं। ू माननीय सद य। एक िमनट वराज।<br />

ी जीवाराम चौधर (सांचोर): म तो िसफ एक लाइन म, इतने म अपन करगे इतने<br />

म बोल पाऊं गा म तो। माननीय सभापित महोदय, मेरे वधान सभा<br />

े सांचोर म<br />

पछली सरकार क तरफ से एक पीएचसी हेमागुढ़ा म स शन हई थी जसका िनमाण<br />

ु<br />

काय पछले चार साल से चल रहा है और अभी साल भर से वो काय बंद है। लगभग 50<br />

लाख पये सरकार क तरफ से उस पीएचसी म खच हो रहे ह। म मं ी महोदय से<br />

िनवेदन करना चाहंगा वह काय य<br />

ू बंद है उसका पता करवाकर के उसको ज द सुचा<br />

प से चालू होवे, ऐसी यव था करने का िनवेदन है। ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी कमल बैरवा।<br />

ी कमल बैरवा (िनवाई): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 िच क सा एवं<br />

वा य पर आपने मुझे बोलने का मौका दया उसके िलए म आपको ध यवाद देता हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, माननीय मु य मं ी महोदय ने जो मु य मं ी बीपीएल<br />

जीवन र ा कोष योजना को पुन: जनवर , 2009 से चालू करके एक ऐितहािसक<br />

काय<br />

म कया है.....<br />

vkj/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/18.50/3q<br />

जससे लाख बी.पी.एल. प रवार के लोग को लाभ िमल सके गा और आपने इसम<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(174)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

टेट बी.पी.एल. आ था काडधार , एच.आई.वी. व ए स से पी ़डत मर ज को जो<br />

िन:शु क सु वधा उपल ध कराई है, इससे इन लोग को बहत ु लाभ िमलेगा, यह एक<br />

ऐितहािसक काय<br />

म है। म माननीय मु य मं ीजी को ध यवाद अ पत करना चाहंगा। ू<br />

माननीय मु य मं ीजी ने अपने बजट भाषण म ाइवेट अ पताल को िन:शु क जमीन<br />

उपल ध कराने क बात कह है और उसम एक शत रखी है क बी.पी.एल. प रवार को<br />

और गर ब लोग को उसम िन:शु क सु वधा हो सके , जससे क िन<br />

त तौर पर अ छे<br />

अ पताल म गर ब को अ छ सु वधा िमल सके गी। यह भी एक सराहनीय काम है।<br />

माननीय सभापित महोदय, माननीय मु य मं ीजी ने जनजातीय े म भी 60<br />

पी.एच.सी. खोलने का जो िनणय िलया है, यह भी एक सराहनीय कदम है जससे<br />

जनजाित<br />

े म वहां के लोग को अ छ सु वधा िमल सके गी और उनका वा य ठ क<br />

हो सके गा और वे अपना इलाज करा सकगे। यह एक अ छ योजना है, अ छा काम है,<br />

इसके िलए माननीय मु य मं ीजी को ध यवाद।<br />

माननीय मु य मं ीजी ने पूरे राज थान म 750 बै स बढ़ाने का िनणय िलया है<br />

और जो बै स बढ़ाये ह जल म, वह भी एक अ छा कदम है, इससे भी लोग को लाभ<br />

िमल सके गा।<br />

माननीय मु य मं ीजी ने सभी जला हैड वाटर पर बन यूिनट और आई.सी.यू.<br />

यूिनट और ोमा अ पताल खोलने का जो िनणय िलया है, िन त प से इनसे सब<br />

लोग को लाभ िमलेगा और सब जल म बन यूिनट और आई.सी.यू. यूिनट के खोलने<br />

से वहां के मर ज को अ छा लाभ िमल सके गा, इसके िलए म ध यवाद देता हं। ू<br />

रा य<br />

ामीण वा य िमशन म 14,700 कमचा रय क पे- के ल बढ़ाई है और<br />

उनक तन वाह बढ़ाई है, िन त प से वे कमचार इससे लाभा वत ह गे और गांव म<br />

रहकर अ छ सेवा दे सकगे। माननीय सभापित महोदय,...<br />

ी सभापित: आपके े क बोलो ना, आपके े क या सम या ह। यह तो<br />

बजट म सबने पढ़ िलया है।<br />

ी कमल बैरवा (िनवाई): यह म दो िमनट म अपनी बात बोलूंगा। माननीय<br />

सभापित महोदय, 108 ए बुलस म जो उ ह ने 150 ए बुलस और मंगाकर राज थान को<br />

देने क बात कह है, सब जल म उपल ध कराने क बात कह है, इनसे िन<br />

पर जल म सबको लाभ होगा। म मु य मं ीजी को ध यवाद अ पत करना चाहंगा। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, आपके आदेशानुसार िन<br />

िलया, वह ठ क है। अब म मेरे<br />

करना चाहंगा। मेरे िनवाई<br />

बसा हआ है और िन<br />

े म<br />

त तौर<br />

त तौर पर सब लोग ने बोल<br />

े क कु छ बात माननीय मं ी महोदय को िनवेदन<br />

108 ए बुलस नह ं है। नेशनल हाईवे-12 पर यह क बा<br />

त तौर पर यहां आये दन ए सीड स होते ह और लोग मर जाते<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(175)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह, उनका समय पर इलाज नह ं हो पाता है। अभी हाल ह म 8 माच को एक भार<br />

ए सीडट हआ और एक बारात क बस वहां टकरा गई और<br />

ु<br />

और तीन मौके पर मर गये। अगर वहां 108 ए बुलस होती तो उनको िन<br />

40 आदमी घायल हए ह ु<br />

त तौर पर<br />

बचाया जा सकता था। अभी परस 23 माच को ह एक ऐसा ए सीडट हआ जसम दोन<br />

ु<br />

बाप-बेटे मौके पर तड़प-तड़प कर मर गये। अगर वहां ए बुलस होती तो िन<br />

वहां ले जाकर उनका इलाज कया जा सकता था।<br />

माननीय सभापित महोदय, िनवाई और पीपलू<br />

त तौर पर<br />

के अ पताल म सोनो ाफ क<br />

यव था नह ं है। सोनो ाफ क मशीन अगर वहां रखी जाये तो वहां के लोग को लाभ<br />

हो सके गा। म आपसे िनवेदन क ं क माननीय मं ी महोदय, इसक यव था कराय और<br />

मेरे िनवाई म भी<br />

सके गा। ध यवाद, जय ह द।<br />

ोमा अ पताल खोला जाये जससे वहां के लोग को लाभ िमल<br />

ी सभापित: ीमती करण माहे वर ।<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): ध यवाद माननीय सभापित महोदय। बेहतर<br />

िश ा और िच क सा ह कसी भी रा य को गितशील रा य क ेणी म लाती है और<br />

कल तो िश<br />

ा पर चचा होगी, आज िच क सा पर चचा हो रह है और िच क सा क जब<br />

हम चचा करते ह तो खास तौर पर म बात क ं गी म हला िच क सा के स दभ म।<br />

माननीय मं ी महोदय यहां पर बराजमान ह। मेरा आपके मा यम से सभापित महोदय,<br />

उनसे िनवेदन ह, वैसे तो से ल गवनमट म भी अब तो यह हआ ु है क िच क सा के<br />

अ दर जडर बज टंग शु हो रहा है ले कन यहां पर भी अगर जडर बज टंग िच क सा म<br />

होता तो शायद यादा अ छा होता इसिलए अगर हम लोग देख तो म हला िच क सा म<br />

बहत ु ह कम सु वधाओं क उपल धता रहती है जब क देखा जाये तो हमार सामा जक<br />

यव था के अ दर सबसे यादा प र म और क ठन काम म हलाओं के ारा ह होते ह।<br />

गांव के अ दर देख तो मजदर भी ू 70 ितशत म हलाएं काम पर जाती है चाहे वह<br />

नरेगा का हो, चाहे अकाल राहत का हो, कोई भी हो, मजदर ू के अ दर अगर वह जाती<br />

ह तो 70 ितशत म हलाएं जाती ह। घर के कामकाज म भी देख तो जो क ठन काम ह,<br />

वे सब म हलाओं<br />

ारा ह कये जाते ह। अगर पोषाहार क हम लोग बात कर तथा<br />

म हलाओं को देखा जाये तो प रवार के अ दर सबका भोजन होने के बाद म जो कु छ भी<br />

बचा-खुचा होगा, वह म हला अपने घर-प रवार के अ दर सबसे अंितम य होती है जो<br />

भोजन लेती है और उसके बाद म जो कु छ है वह खाती है तो पोषाहार क<br />

से भी<br />

उसे बहत ह कम िमलता है ले कन वा<br />

ु य के अ दर जो म हलाओं म िगरावट हो रह<br />

है। आज मातृ मृ यु दर इतनी हम लोग म बढ़ रह है इस देश के अ दर, उस सबके<br />

अ दर अगर हम लोग देख तो यादा यान हम म हलाओं क िच क सा के बारे म देना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(176)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

चा हए।<br />

गांव क जब बात करते ह तो अ पताल म जाते ह तो वहां पर म हलाओं के िलए<br />

जो सु वधा होनी चा हए उनक िच क सा के िलए, उन सु वधाओं का बहत अभाव है।<br />

ु<br />

यहां पर म हला डा टस उपल ध नह ं ह गांव के अ दर। आज शहर के अ दर अगर<br />

गायनोकोलो ज ट कोई पु ष भी होगा तो वहां पर अपनी िच क सा के िलए जाती ह<br />

लेड ज, वहां पर कोई द कत नह ं है ले कन गांव के अ दर यह<br />

थित है क अगर लेड<br />

डा टर नह ं होगी तथा वहां पर गायनोकोलो ज ट कोई पु ष होगा तो उसके पास नह ं<br />

जायेगी। ऐसी<br />

पो<br />

थित के अ दर म हला डा टर क यादा से यादा गांव के अ दर उनक<br />

टंग हो, इसके बारे म हम यान देना चा हए। म यह नह ं कहंगी क फोसफु ली तो<br />

ू<br />

हम कसी को भेज नह ं सकते ले कन सवाल इसका है क आपने कतनी सु वधा उन<br />

म हला डा टस को उन गांव के अ दर भेजने के िलए देते ह, इसके बारे म जरा यान<br />

देने क ज रत है य क न तो उनके पास म वहां पर कोई वाटर होता है जहां पर<br />

डा टस के िलए कई गांव के अ दर कोई वाटर उपल ध नह ं है। अगर सी.एच.सी. देख,<br />

गांव के अ दर पी.एच.सी. देख तो वे दर ू इतनी ह क एक-दो कलोमीटर दर ू है गांव से,<br />

मैन गांव से और वहां पर अगर उसका कोई वाटर है तो वह इतनी दर है क उसके<br />

ू<br />

िलए वहां पर रहना अनसेफ भी होता है। कु छ उनके िलए ो साहन रािश भी अगर बढ़ाई<br />

जाये तो म सोचती हं ू क यह म हला िच क सक अगर वहां पर रहना शु करगी तो<br />

गांव के अ दर सह मायने म जो गांव क म हला ह, उनको वह िच क सा का लाभ<br />

िमल सके गा। ऐसा मेरा एक सुझाव है। माननीय मं ीजी, आप यहां पर बराजमान ह,<br />

इस ओर जरा यान द जये। कै से म हला िच क सक गांव के अ दर रह सके और उन<br />

िच क सक क सु वधाओं को जरा हम लोग बढ़ा सक और उनको े रत कर सक क<br />

गांव के अ दर रह ता क वे गांव क म हलाओं को िच क सा का लाभ िमल सके ।<br />

आज यह<br />

थित है जब क अगर म राजसमंद जला ल और राजसमंद जले के<br />

अगर पंचायत सिमित मु यालय अगर ले ल तो भीम के अ दर सी.एच.सी. है, 50<br />

ितशत पो<br />

टंग है, 50 ितशत से भी कम यानी 14 म से 5 डा टर वहां पर पो टेड<br />

है। देवगढ़, आमेट, कु भलगढ़, रेलमगरा, खमनोर पंचायत सिमित, ये सब जगह को देख<br />

तो 30 से 40 ितशत डा टर ह उपल ध ह वहां पर सी.एच.सी. के अ दर, यह वहां क<br />

थित है। राजसमंद जो मु यालय है जले का और वहां पर राजसमंद के अ दर जो<br />

मु य िच क सालय है, उस िच क सालय क यह थित है क जो डा टस क पो टंग<br />

है, वह वहां पर इतनी कम है, मा 40 ितशत डा टस पो टेड ह। म एक-एक को अगर<br />

लूंगी तो शायद ल बा होगा ले कन िन त तौर पर आपका यान इस ओर आक षत<br />

करना चाहंगी ू क आप एक तरफ कहते ह क हम जला मु यालय पर जो अ पताल है,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(177)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उसके अ दर बहत ु सार सु वधाएं बढ़ाने क ओर जा रहे ह, ले कन न तो वहां पर,<br />

राजसमंद के अ दर जला मु यालय पर अ पताल है, िसट कै न मशीन है वहां पर और<br />

जो ए स-रे मशीन है, वह खराब पड़ है। ोमा सटर क बात हम काफ दन से सुन रहे<br />

ह। नेशनल हाईवे के ऊपर बसा हआ है और नेशनल हाईवे के ऊपर आप देखते ह क<br />

ु<br />

आये दन ए सीड स हो रहे ह ले कन वहां ोमा सटर नह ं है। भीम के अ दर ोमा<br />

सटर खोलने के िलए बात हई ु थी पछली सरकार म, ोमा सटर खुला तो सह ले कन<br />

और भी बहत ु सार वहां सु वधाएं देने क ज रत है और आपने कहा, अब क बार बजट<br />

के अ दर माननीय मु य मं ीजी ने घोषणा क क नाथ ारा म और राजसमंद म हम<br />

ोमा सटर खोलगे ले कन वह घोषणा घोषणा ह न रह जाये, उसके िलए अजसी आप<br />

दे खये य क यह नेशनल हाईवे पर है और शहर म और यहां पर बहत आये दन<br />

ु<br />

ए सीड स होते ह और इसके िलए वहां बहत ज र है क<br />

ोमा सटर होना चा हए।<br />

आई.सी.यू. वहां पर आलरेड है। आपने घोषणा तो क है क हम नया आई.सी.यू.<br />

खोलगे। राजसमंद के अ दर है ले कन वहां कोई फे सेिलट नह ं है उस आई.सी.यू. म, तो<br />

वहां जब अ पताल है तो अ पताल के अ दर पूर सु वधाएं होनी चा हए, डा टस होने<br />

चा हए तो कम से कम वहां अ पताल का कोई मतलब ह नह ं है। इतनी बड़ ब<br />

बना लगे...<br />

Jkj/<strong>akt</strong>/25.3.2010/19.00/4a<br />

घोषणाएं<br />

हो जायगी, सारा सब कु छ होगा ले कन फे सेिलट ज का अभाव है।<br />

आपक जतनी पीएचसी ह, जतनी सीएचसी ह, राजसमंद के अंदर आप देख ल क या<br />

उनम सु वधाएं आपके ारा यहां पर उपल ध ह इसका थोड़ा आकलन कर ल तो अपने<br />

आप आपको यान म आयेगा क हम लोग ने इतने सारे सटस खोले ह ले कन उन<br />

सटस पर डा टस भी नह ं ह, वहां पर मशीन भी नह ं ह, वहां पर वह जो सु वधाएं<br />

िमलनी चा हए वह सार सु वधाएं भी पेश स को नह ं ह तो उसका कोई अथ नह ं। उप<br />

वा य के के िलए भी मेरा आपसे यह िनवेदन है क कम से कम पंचायत मु यालय<br />

और रेवे यू वलेजेज के ऊपर तो एक उप वा य के होना चा हए। के वल हमने कह<br />

दया क हम लोग खोलने के बारे म यास करगे ले कन वा त वकता यह है क हमारे<br />

यहां पर पंचायत मु यालय के ऊपर रेवे यू वलेजेज के अंदर भी उप वा य के नह ं<br />

है जसका नतीजा यह है क बार-बार हम आपको िलखकर दे रहे ह, मने आपको िलखा<br />

है उप वा य के के िलए पीपली आचाय म ाम लालपुर के अंदर एक उप वा य<br />

के खोलना है, कोटड़ जो हमार एक पंचायत है उसम ाम पीपावास के अंदर उप<br />

डंग<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(178)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

वा य के खोलने के संदभ म, के लवा, रामावास और राजनगर, यहां पर सीएचसी के<br />

िलए मने आपको ताव दये ह। राजनगर, जो राजसमंद वधान सभा े मेरा है उसी<br />

म राजनगर है, शहर का ह एक पाट है, वहां पर एक पुराना हा पीटल जहां पर पहले<br />

यह जला अ पताल चलता था उसको अब िश ट कया है आपने, बड़ा एक हा पीटल<br />

बना है जो पाँच कलोमीटर दर ू है ले कन जो मेन िसट , हाट ऑफ द िसट के अंदर है,<br />

राजनगर म जो पुराना अ पताल है, ब<br />

डंग बनी हई ु है, सब कु छ है वहां पर, बार-बार<br />

प िलखने के बाद म भी वहां पर मने कहा क तीन डा टस क पो<br />

करवा द जये तो कम से कम वहां के जो, जो घनी आबाद का<br />

पर अगर हा पीटल क सु वधा हो, ब<br />

ले कन अगर डा टस क पो<br />

टंग आप वहां पर<br />

े है वह राजनगर, वहां<br />

डंग बनी हई ु है, और सारे वहां पर साधन नह ं है<br />

टंग वहां हो जायेगी तो कम से कम वहां पर जो डसली<br />

पोपुलेटेड ए रया है वह उस िसट के अंदर वहां पर वह सु वधा उनको िमल जायेगी।<br />

इसके िलए बार-बार<br />

पास भी वहां के लोग ने<br />

ापन भी आये ह आपके पास म, मने भी प िलखा है, कले टर के<br />

ताव म यान आक षत क ं गी क राजनगर<br />

ापन दया है। इसिलए म आपका वशेष तौर से इस कटौती<br />

े के अंदर हा पीटल आप द जये,<br />

मतलब बना हआ है हा पी<br />

ु टल ले कन डा टस क पो टंग आप वहां पर करवा द जये।<br />

इसी तर के से उदयपुर के अंदर हम लोग देखते ह तो आपका जो बजट, के वल उदयपुर<br />

क ह बात नह ं क ं गी, ले कन इसके साथ-साथ अ य हा पीटल के अंदर भी सभी जगह<br />

पर जो सफाई के िलए बजट आपका आता है वह बहत ु ह कम आता है, इसको बढ़ाने<br />

क ज रत है।<br />

एक तरफ हम हा पीटल के अंदर कहते ह क यहां पर डलीवर<br />

करवाइये, यह हाइजिनक लेस होगा, सारा सब कु छ आप चार- सार करते ह ले कन<br />

वहां पर हाइजिनक वाइंट आफ यू से देख तो<br />

य क साफ-सफाई इतनी कम है क<br />

बहत ु ह यादा यव था गडबड़ा रह है इसिलए म चाहंगी ू क सफाई के ऊपर बजट को<br />

बढ़ाना चा हए। एक ए जा पल के तौर पर उदयपुर हा पीटल क बात क ं गी तो उदयपुर<br />

हा पीटल म आपके ारा मा 60 लाख पया सफाई यव था के िलए आता है ले कन<br />

वहां पर जो कां े ट दया हआ है वह कां े ट<br />

ु 1 करोड़ 17 लाख पये का कां े ट है।<br />

अब आप देख क 1 करोड़ 17 लाख के कां े ट के ऊपर वह तो पैसा उ ह देना है ले कन<br />

आपके यहां से जो आ रहा है वह 60 लाख, कतना हम लोग इसके अंदर जो डे फिसट है<br />

उसको हम लोग हमारे यहां के आरएमआरएस के मा यम से कतना हम लोग उसको देते<br />

जायगे। एक समय ऐसा आयेगा क वह बकर ट हो जायेगा आरएमआरएस। तो आप<br />

गवनमट क तरफ से सफाई यव था के िलए िन त प से एक बजट, ोपर बजट<br />

द जये जससे क वहां पर सफाई यव था अ छे तर के से, सुचा प से हो सके , यह<br />

सभी जगह हा पीट स के अंदर सफाई यव था के िलए देना ज र है। डाइट का अभी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(179)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जो पैसा आपके यहां से आता है, उदयपुर हा पीटल म, वह मा 42 लाख पये आपके<br />

यहां से आता है। अब 42 लाख<br />

दध का ह ू<br />

पये आप देते ह और दध के ऊपर ह अगर देख तो<br />

ू<br />

45 लाख पये का खचा है। स जी, रोट यह भी तो पेश स को देनी है तो<br />

वह कहां से दगे। आप, माननीय मं ीजी, जो डाइट वगैरह आप यहां से ोवाइड करते ह<br />

हा पीटल से पेश स को, तो वह डाइट को पूरा पैसा द जये क कम से कम वह डाइट<br />

ढंग से पेश स को िमल सके , यह यव था कराइये। माननीय अटल बहार वाजपेयी जब<br />

धान मं ी थे तो उस समय एक वा य मेला लगता था। हर संसद य<br />

े के अंदर<br />

एक वा य मेले का ोवीजन हआ ु करता था। पछले कु छ साल म मेरा, माननीय<br />

सभापितजी...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम-अप कर आप।<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): म सम-अप क ं गी ले कन मेरे कु छ सुझाव<br />

ह, वह बहत ु मह वपूण सुझाव ह..<br />

ी सभापित: अब सुझाव दो आप।<br />

ीमती करण माहे वर (राजसम द): मा तीन और चार िमनट के अंदर म<br />

सम-अप क ं गी ले कन कृ पा करके आप घंट मत बजाइयेगा। म बहत ु , तीन-चार िमनट<br />

म कहंगी। यह वा<br />

ू य मेला फर से शु होना चा हए। वह वा य मेला आप कृ पा<br />

करके शु करवाइये। जनसं या कं ोल करने के िलए नसबंद वगैरह के जो काय म<br />

आप करते ह शु , उसम मेरा यह सुझाव है क शहर े के अंदर जो ाइवेट<br />

हा पीट स ह उन ाइवेट हा पीट स को भी आप ो साहन रािश द जये ता क वहां पर<br />

भी यह नसबंद का काय म हो सकता है और निसग हो स जो ह, वहां के ाइवेट<br />

निसग हो स जो शहर के अंदर ह, वहां पर यह होने से ठ क होगा। अभी मुझसे पूव एक<br />

माननीय सद य ने कहा था क सरकार हा पीटल, यािन<br />

ाइवेट हा पीटल के िलए<br />

गवनमट ने ोवीजन दया है क हम लोग अगर कोई ाइवेट हा पीटल खोलता है तो<br />

उ ह रयायती दर के ऊपर भूख ड उपल ध करायगे। यह आज क बात नह ं है, यह<br />

पहले से भी होता आया है। ले कन मेरा, माननीय मं ीजी, आपसे यह िनवेदन है क जो<br />

रयायती दर पर भूख ड<br />

डाली है क हम लोग बीपीएल को<br />

ाइवेट हा पीटल को दये ह और उसम जो आपने कं ड शन<br />

इलाज वहां पर दगे या गर ब प रवार से आने<br />

वाल को कम दर पर हम इलाज करगे ले कन वा त वकता म ऐसा नह ं हो रहा है। कृ पा<br />

करके इसक जांच करवाइये क जो हा पीट स को, िनजी अ पताल को जहां पर आपने<br />

भूख ड बहत ु रयायती दर पर दये ह, या वह लोग वहां पर रयायती दर पर दे रहे ह<br />

उनको बीपीएल को या बीपीएल को िनशु क सु वधाएं दे रहे ह िच क सा क या गर ब<br />

प रवार को िनशु क दे रहे ह, इसक कृ पा करके जांच करवाय य क मेरे यान म ऐसे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(180)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बहत सारे हा पी<br />

ु ट स ह जहां पर वह लोग पूरा पैसा लेते ह और जस तरह से<br />

कामिशयलाइज हए ु ह उसके बारे म िन त प से यान देने क ज रत है। चल<br />

िच क सालय खोलने चा हए, जब आप उप वा य के नह ं खोल पा रहे ह पंचायत<br />

मु यालय पर तो कम से कम चल िच क सालय क सु वधा दे द जये। बहत सार ऐसी<br />

ु<br />

हमार<br />

ाइवेट सं थाएं ह, भारत वकास प रषद है, सेवा भारती है, जो लोग चल<br />

िच क सा के मा यम से जाकर जनता के बीच म यह िच क सा सु वधा देते ह। म<br />

सोचती हं ू अगर सरकार भी यह चल िच क सालय शु करवाये तो बहत ु अ छा होगा।<br />

एक<br />

ट तय कर द जये और उसके मा यम से गांव-गांव के अंदर आपके डा टस क<br />

ट म वहां पर पहंच ु पायेगी और आप एक ो ाम िश यूल दे दगे क इस-इस मह ने के<br />

इस दन हम लोग इस गांव के अंदर चल िच क सालय हमारा आयेगा और वहां पर यह<br />

सारे डा टस क ट म वहां पर रहेगी तो एक तरह एक छोटा सा िश वर के<br />

प म हो<br />

जायेगा और यह चल िच क सालय से बहत अ छा ु लाभ िमल सकता है। यह मेरे कु छ<br />

सुझाव आपको थे जो म, सभापितजी, आपके मा यम से माननीय मं ीजी को मने दये।<br />

आपने जो अवसर दया, उसके िलए ध यवाद।<br />

ी सभापित: ीमती बसंती मीणा।<br />

ीमती बस ती देवी मीणा (सलू बर): सभापित महोदय, आज सदन म मांग<br />

सं या 26 िच क सा एवं वा य पर चचा हो रह है, म भी इसम भाग लेते हए कु छ ु<br />

िनवेदन करना चाह रह हं। माननीय मु य<br />

ू मं ी महोदय ने अपने बजट भाषण म काफ<br />

लाभकार योजनाओं क घोषणाएं क जो समय पर और सह प से लागू हो जाती है तो<br />

आने वाले समय म हमारे देश म इस े म बहत बड़ा लाभ िमलेगा। सभापित<br />

ु<br />

महोदय, मु य मं ी बीपीएल जीवन र<br />

ा कोष के मा यम से देश म वष 2009-10 म<br />

28 करोड़ पये खच करके 26 लाख लोग को लाभा वत कया है, आगामी वष हेतु यह<br />

रािश बढ़ा कर 65 करोड़ क है, यह एक<br />

वागत यो य कदम है। िच क सा इकाई,<br />

आगामी वष म 150 ला स म चल िच क सा इकाई ार भ क जायेगी जस पर 25<br />

करोड़<br />

पये खच ह गे, इससे भी बड़ राहत िमलेगी। 108 ए बूलस के ार भ करने से<br />

शहर एवं क ब म इसका भार लाभ िमला है। एनआरएचएम, रा य ामीण वा य<br />

िमशन के मा यम से ामीण े म िच क सा सु वधा का काय ार भ मह वपूण है।<br />

माननीय मु य मं ीजी ने एनआरएचएम के तहत कायरत कमचा रय को जो सं वदा पर<br />

ह उनका मानदेय बढ़ा कर उनका उ साहव न कया है जससे वह<br />

िच लेकर काय<br />

करगे। सभापित महोदय, म आपके मा यम से माननीय मं ीजी को कु छ सुधार हेतु<br />

सुझाव देना चाहती हं एवं कु छ मांग भी क ं गी। मेरे िनवाचन<br />

अ पताल है।.....<br />

े सलू बर म सौ बेड का<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(181)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

Lpm/<strong>akt</strong>/1910/4b/25032010<br />

जहां पर िच क सक क भार कमी है क वजह से जनता को बड़ क ठनाइय का<br />

सामना करना पड़ता है। वशेषकर गभवती म हलाओं को तथा ब च को उदयपुर से 100<br />

कलोमीटर दर ू<br />

होने से वहां एकमा अ पताल है। अत: डॉ टस और निसग टाफ क<br />

पूर यव था करावे। साथ ह रोग वशेष क यव था हो ता क मर ज को इधर-उधर<br />

भटकना नह ं पड़े। जेने रक दवाइय क यव था जनजाित<br />

े म सभी सी.एस.सी.,<br />

पी.एस.सी. के बाहर एक जेने रक दवाइय क दकान ु खोली जावे तो गर ब लोग को<br />

स ती क मत म दवाइयां िमल सके । ामीण<br />

रहता था जसका जनजाित<br />

े म हैड पो ट थे जस पर एक कं पाउं डर<br />

े म सुलभ िच क सा सु वधा िमलती थी उसे बंद सकर<br />

दया गया है इसे पुन: चालू कराया जाए। एम.पी.ड यू. के मा यम से गांव म मले रया<br />

आ द क जांच होती थी तथा आव यक उपचार होता था, एम.पी.ड यू. क भत क<br />

जावे। पी.एस.सी. और सी.एस.सी. पर डॉ टर एवं अ य<br />

टाफ क पूित करावे ता क<br />

मर ज को समय पर िच क सा सु वधा िमल सके । मेरा े नेशनल हाइवे-8 पर थत<br />

ह। वहां से अहमदाबाद 200 कलोमीटर तथा उदयपुर 50 कलोमीटर दर ू<br />

है। हाइवे पर<br />

आये दन ऐ सीडट होते रहते ह। अत: मेर मांग है क नेशनल हाइवे-8 पर साद गांव<br />

म ोला सटर खोला जाए। ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी राधे याम जी गंगानगर।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): स माननीय सभापित महोदय, म मांग<br />

सं या 23 और मांग सं या 26 दोन म अपने आपको स<br />

मिलत करते हए ु म इलाके<br />

क बना भूिमका बनाये के वल अपने इलाके क बात कहंगा ू । य क काफ लोग ने<br />

काफ चीज कह ं है। म मं ी महोदय से यह िनवेदन करना चाहंगा ू क हमारे यहां इतने<br />

पद खाली पड़े ह जसक िल ट कहो तो सार पढ़ दंू या आपको दे देता हं। ू वह पद जब<br />

तक नह ं भरे जाएंगे वह जला हॉ पटल है तो इतना बड़ा हॉ पटल है, सफाई यव था<br />

नह ं, जहां चार डॉ टर चा हए वहां एक डॉ टर ह, जस पद के िलए आठ डॉ टर चा हए<br />

वहां दो डॉ टर है, जहां 90 नसज चा हए वहां 30 नसज है तो जला हॉ<br />

पटल वह भी<br />

कौनसा हॉ पटल जो हॉ पटल प लक के ारा बनाया गया हो। म आपको याद<br />

दलाना चाहता हं ू पूव मु यमं ी आज हमारे बीच म नह ं ह भगवान को यारे हो गये ह<br />

िशवचरण जी माथुर उ ह ने यह कहा था क यह हॉ<br />

पटल आपका जो पहले वाला है<br />

यह छोटा हो गया। महाराजा गंगािसंह जी के टाइम से बना हआ ु , हमारे पास तो फ ड तो<br />

है नह ं आप प लक से पैसा इक ठा क जए, हॉ पटल बनाये और म आपको हॉ पटल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(182)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

के साथ-साथ मे डकल कॉलेज भी दंगा। ू हमने 75 बीघा जमीन प लक के पैसे से लेकर<br />

प लक के पैसे से इतनी बड़ ब डंग खड़ जसका आपने आप म एक ए जा पल है<br />

और उस यव था के साथ मे डकल कॉलेज तो आज तक खुला नह ं है मेर ाथना है क<br />

उसके ऊपर कृ पा क जए। एक भूतपूव मु यमं ी का सपना था, कृ पा करके आप उसको<br />

पूरा क जए तो म आपका बड़ा आभार रहंगा। ू आप ोसी डंग िनकलवा सकते ह, देख<br />

सकते ह उनक जब कायवाह हई ु थी उसको और जब इतना बड़ा पैसा इसके साथ-साथ<br />

एक बात और अज क ं गा क 80-80 लाख पए लगाकर दो कोटेज वाड कॉ ले स<br />

बनाये गये उसी प रसर के अंदर, जो विधवत चल रहे थे। टाफ क कमी से मतलब<br />

इतने बड़े गंगानगर ज़ले म इतने मर ज आते ह और पंजाब और ह रयाणा से हमारे वह<br />

काम करते थे दो सेठ, बहत ु<br />

बड़े दो सेठ ने वह हम बनाकर दये थे और वह आज<br />

बलकु ल बंद पड़े ह कोटेज वाड, जन कोटेज वाड क यव था पूरे हनुमानगढ़ ज़ले म,<br />

गंगानगर ज़ले म और पड़ोस म पंजाब के लोग को िमलती थी वह बंद है, अंदर कु ते<br />

फर रहे ह, पशु फर रहे ह। मेर आपसे ाथना है क इसको अ छ तरह से चैक अप<br />

करवाये, वह जो बंद पड़े ह कोटेज वाड उनको चालू करवाये, टाफ क यव था क जए,<br />

सफाई नाम क कोई चीज नह ं है। वैसे ह यहां सारे राज थान के लोग जो भी आपके<br />

सामने बोले ह, सब य<br />

य ने अपनी-अपनी बात आपके सामने रखी ह और उसको बड़े<br />

गौर से आप सुन भर रहे ह, आपके सिचव महोदय भी सुन रहे ह, आपके अिधकार भी<br />

सुन रहे ह। मुझे आशा ह नह ं व वास है, यह वा तव म दग बर िसंह जी ने बहत ु<br />

ब ़ढया बात कह ं , म के वल आपक तार फ के िलए नह ं कह रहा हं ू यह तो गोड़ िग ट<br />

होती है क मनु य कस तरह का तैयार होता है। आप और आपका सिचवालय, आपके<br />

से े टर महोदय क जतनी भी तार ख क जाए, पूरा अपो जशन जब हम बैठते ह तो<br />

तार ख करते ह, म के वल म खन नह ं लगा रहा हं ू, स चाई बयान कर रहा हं। ू साथ-<br />

साथ हमारे मु यमं ी से यह ाथना करना चाहंगा ू कृ पा करके आपको वो इतना बजट दे<br />

जो आपक मता है, आपके वभाग क मता है, ऐसे से े टर , ऐसे हमारे मं ी और<br />

फर राज थान क जनता रोये तो गजब है। एक य ऐसा नह ं है जो आपक तरफ या<br />

आपके से े टर क तरफ उं गली करके कह सके आपम कोई कमी ह। म मु यमं ी साहब<br />

यहां वराजे हए ु नह ं है, नह ं तो म उनके हाथ जोड़ता, पाँव पकड़ता क आप कृ पा करके<br />

इनको पूरा बजट दे ता क लोग को यह हमारे वा य के साथ जो खलवाड़ हो रहा है<br />

वह नह ं हो। जेने रक दवाइय क बात है, यह आम लोग को नह ं िमलती। आप डॉ टस<br />

को हदायत य नह ं करते क वह िलखे और लोग को िमले। अभी हमारे हॉ पटल<br />

प रसर म, म आपसे िमला भी था आज छह दन से लोग वहां धरने पर बैठे ह, वह<br />

कौन लोग बैठे ह वह बैठे ह जनका हमारे उस प रसर के अंदर जब हमने हॉ<br />

पटल<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(183)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बनाया उनको दकान ु अलोट क उसम, एक सेठ ने धमशाला बनवाई और वह जब उस<br />

प रसर म है तो वह दकान ु आपको जब खोलनी है यह कृ पा हमारे ऊपर ज र करे। हम<br />

बड़े खुश है क यह कृ पा कर रहे ह पर वह दकान ु हॉ पटल के कसी कमरे को खाली<br />

कराकर नह ं खोले। आप उस प रसर म खोले जो प रसर हमारे हॉ<br />

पटल का है उसके<br />

बाहर नह ं। एक बात क तरफ भी म आपका यान आक षत करना चाहंगा ू क आप पूर<br />

तरह इसको चैक अप करवाये। लोग को पाँच दन से दवाइयां नह ं िमल रह ह, पूरा<br />

गंगानगर क दकान ु बंद ह, मे डकल टोर बंद ह लोग परेशान हो रहे ह। इस चीज का<br />

समाधान करके आप ज र कृ पा करे। इसके साथ ह म आपसे यह भी िनवेदन करना<br />

चाहंगा ू क लड लोग डोनेट करते ह, खूब लोग म इस तरह का यार पैदा हो गया।<br />

प<br />

लक म लोग अपना लड देकर के कसी क जान बचाने का बड़ा यास करते ह, वह<br />

लड कई बार जो हमारे लड बक ह विधवत चलते ह, लड कई बार खराब हो जाता<br />

है तो नािलय म डाल देते ह। आप इस तरह क यव था क जए क जैसे मे डकल<br />

काउं िसल है या तो उसको अिधकार हो या इस तरह क काउं िसल हो जो समय-समय पर<br />

लड को चैक करे। जसके चढ़ने से कसी को पीिलया न हो जाए, कोई कसर न हो जाए<br />

और कोई और बीमार न हो जाए, सह लड िमले। इसक यव था भी म आपसे ाथना<br />

क ं गा क आप ज र करे। इसके साथ-साथ म आपको ध यवाद भी करना चाहता हं ू क<br />

आपने गंगानगर म, मने डमा ड क , आपने ोमा सटर क बजट म चीफ िमिन टर<br />

साहब ने घोषणा क है। एक हमारे आईसीयू खुला हआ ु है ले कन वह नाम का ह आई<br />

सी यू है। हम अ छा लगा, कई लोग तो कह रहे ह क यह खुला हआ ु है तो दबारा ु<br />

य तो दबारा ु<br />

इसक यव था अगर ब ़ढया तर के से करे क वा तव म आईसीयू लगे।<br />

इस तरह क यव था हो तो बहत ु अ छा यह आपने िनणय िलया है। इसके िलए म<br />

आपका दय से आभार कट करता हं। ू साथ-साथ म यह भी िनवेदन करना चाहता हं ू,<br />

आपका यादा समय इसिलए नह ं ले रहा हं ू क मुझे डर भी लग रहा है हमारे सभापित<br />

महोदय से, आयुवद, हो योपैथी और यह हमार जो पुरानी प ितयां ह इसको आप कृ पा<br />

करे इसके िलए पूरा बजट रखे और म आपसे ाथना क ं गा.....<br />

Bhs/<strong>akt</strong>/25.3.10/19.20/4c<br />

इसक तरफ बलकु ल यान नह ं है। मेरे को एक बार मौका िमला म भी इस<br />

वभाग का मं ी रहा था, म आपको दावे के साथ कहता हं क मने मे<br />

ू<br />

डिसन लांटेशन<br />

बोड का गठन कया। एक ऑल व ड कां स हई थी को च म उस को च म पूर<br />

ु<br />

दिनया ु के लोग इक ठे हए ु और आयुवद को उ ह ने एक ऐसी प ित बताया, हो योपेथी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(184)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

को और इन जो हमार प ितयां ह पुरानी इनको उ ह ने ऐसी बताया क व ड म इससे<br />

ब ़ढया कोई प ित नह ं है। चाइना से 12 सौ करोड़ पये क मे डिसन जाती है अमे रका<br />

म, लांटेशन, वो लांटेशन जससे मे डिसन तैयार होती है चार सौ करोड़ पये क के वल<br />

ह दु तान से जाती है जब क ह दु तान इसका ज मदाता है, िनमाता है य क आयुवद<br />

क तरफ हमारा यान नह ं है। मेरे टाइम म आयुवद यूिनविसट खोली गयी, मेरे टाइम<br />

म म मेर तार फ के िलए नह ं कह रहा हं। मेरे टाइम म<br />

ू<br />

32 जल म 25 मे डकल<br />

कॉलेज आयुवद और हो योपेथी के खोले गये ले कन उसके बाद एक ऐसी प ित थी, हम<br />

जल म जाकर उसका कप लगाते थे और उस कप म या होता था क तमाम रोग का<br />

इलाज, ये काले ध बे ब<br />

चय को पड़ जाते थे, कोई दाग लग जाता था तमाम वो कप<br />

लगा कर पाँच-पाँच हजार कॉलेज क लड़ कयां और लड़के आकर वहां अपना इलाज<br />

करवाते थे और आप मानगे नह ं शायद इस बात को। आपको अजीब लगेगा तीन दन म<br />

वो ब चे ठ क हो जाते थे।<br />

ी सभापित: माननीय सद य। माननीय सद य।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): कोटा के अ दर, जोधपुर के अंदर, बीकानेर<br />

के अंदर, गंगानगर के अ दर कई जल म वो कप लगाये, उन कप के मा यम से लोग<br />

को बहत ु भार लाभ िमला। म आपके मा यम से सभापित महोदय, म कोई यादा नह ं<br />

बोलूंगा, आज तो म कु छ बोला ह नह ं हं। मने न कोई भूिमका बनाई। म अगर पूरे<br />

ू<br />

राज थान क बात करता तब तो आप मुझे टोकते बाक जैसा आप आदेश करगे।<br />

ी सभापित: बलकु ल- बलकु ल। समअप कर।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): म यादा समय नह ं लूंगा। म एक बार<br />

यह ाथना ज र करना चाहंगा हमारे मं ी महोदय जल का यूर कर आप चीफ<br />

ू<br />

िमिन टर साहब से ाथना कर क पूरे के पूरे जतने भी हमारे आप और हम बैठे ह, हम<br />

आपका सहयोग करगे आपके इतने ब ़ढया सेके<br />

ी सभापित: ी कनल सोनाराम। माननीय सद य।<br />

, इतना ब ़ढया आपका टाफ ...।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): और इतने ब ़ढया आप और फर लोग को<br />

िशकायत रह जाए यह बात अ छ नह ं है।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, बस अब।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): ऐसा है म दसरे ू सबजै ट पर तो बोलूंगा<br />

नह ं। ी सभापित: माननीय सद य।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

डमा ड पूर अपनी तो।<br />

ण): आपको तो मं ी जी स ट फके ट दे दया हो गयी<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): चलो जो भी मं ी जी को स ट फके ट तो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(185)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

दया हआ है सबने ह<br />

ु ...( यवधान)... यह हमारे हो पटल है वह क मत वाला<br />

हो पटल है इसम सब तरह क मशीन ह। हमारा हो पटल ऐसा हो पटल है जले का<br />

जसम तमाम तरह क मशीन हमारे पास है ले कन चलाने वाला य एक भी नह ं है<br />

लोग तो रोते ह क हमारे मशीन हो एक भी, म नाम पढ़ंगा ू तो फर आप कहगे उधर से<br />

घंट आ जाएगी, सारे कु छ साधन ह और उस साधन के िलए य नह ं है, ऑपरेट<br />

करने वाला कृ पा करके उनक मेहरबानी करके आप उसक यव था करवाय।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, म आपको टोकना नह ं चाहता।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): एक िमनट िसफ। एक िमनट से आगे नह ं<br />

बोलूंगा। मांग सं या-23 पर म यह िनवेदन करना चाहता हं ू क दस हजार से भी यादा<br />

हमारे िमक काम करते ह और उस जगह पर भ टे ह, हमार फै यां ह, र को का<br />

इं ड यल ए रया है इतना बड़ा और उसको या कया क उप म आयु त क पो ट<br />

जो बहत ु लंबे अस से चली आ रह थी उस पो ट को बड़े गजब क बात है हजार फाइल<br />

लोग क ध के खा रह है और वो पो ट वहां से खतम कर द । लोग तो बढ़ाते ह आपने<br />

वो चीज ह खतम कर द । इसका या कारण है, मेहरबानी करके उस पो ट को दबारा ु<br />

उसी जगह पर र खये। हजार ...।<br />

सम अप कर।<br />

साहब।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): स माननीय सभापित महोदय, ...।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): आदेश करो।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): मेरा नाम पुकारा है इ ह ने।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): दो सेकं ड मेरे यारे भाई, मेरे राजा भैया।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब सम अप कर आप। माननीय सद य, अब<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): नाम पुकारा है मेरा।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): मेरे यारे, मेरे को िनवेदन करना था।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): उनका भी तो मुझे कहना मानना पड़ता है,<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): मेरे को इजाजत द है।<br />

ी सभापित: सम अप करो अब। सम अप करो।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): म समा त कर रहा हं बलकु ल। म आपके<br />

ू<br />

मा यम से म मं ी जी और म मं ालय से यह ाथना करना चाहंगा क दस हजार<br />

ू<br />

फाइल प डंग पड़ ह और लोग धरने पर बैठै ह। मजदरू , गर ब लोग जयपुर म कै से जाए<br />

वो मजदर ू जसको मजदूर कतनी िमलती है उसको आप जानते ह। मेहरबानी करके वो<br />

उप<br />

म आयु त का कायालय है जो वष से चल रहा है बीस साल से उसको अचानक<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

(186)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बंद कर देना यह अपने आप म बहत दखद घटना है।<br />

ु ु मेहरबानी करके उसको आप तुरंत<br />

चालू करवाइये। आपने मुझे मौका दया, ध यवाद। जय ह द।<br />

वधान सभा<br />

ी सभापित: ी कनल सोनाराम जी।<br />

कनल सोनाराम चौधर (बायतू): स माननीय सभापित महोदय, म आज मेरे<br />

े बायतु के बारे म कहंगा परंतु कु छ श द<br />

ू म जैसलमेर और बाड़मेर जो<br />

एक पछड़े हए जले ह काफ िच क सा<br />

ु और वा य के बारे म वहां मांग ह कु छ<br />

द कत ह उसके बारे म कहंगा। य ू क उसी े ने मुझे तीन बार वहां से लोक सभा म<br />

भेजा। म जब लोक सभा म था मुझे याद है क एक बार आदरणीय<br />

ी वाजपेयी साहब<br />

ने कहा था क वा य और िच क सा ऐसा वषय है जसम दिन ु या म कई देश म<br />

त ता बदल गया। इस वषय को लेकर के लोग ने उस स ता को हटा दया। परंतु<br />

अफसोस है क अपने यहां राज थान या ह दु तान म अभी भी िच क सा म बहत कु छ ु<br />

करना है और जो अभी बजट रखा है उसम हमारे मु यमं ी जी ने और हमारे िच क सा<br />

मं ी जी ने काफ कोिशश क है और बहत कु छ करने को है। म पहले मेरे बायतु वधान<br />

ु<br />

सभा<br />

े के बारे म कहना चाहता हं क वहां पर<br />

ू<br />

क युिनट हे थ सटर है, ाइमर हे थ<br />

सटर ह, रल फे िमली वेलफे यर से टस ह, खुले ह परंतु वहां पर जतनी देनी चा हए जो<br />

हमार मांग थी वो उ ह ने वहां सु वधाएं नह ं द ह। वजह यह है क वहां पर पूरा जैसे<br />

मेरा बायतू का इलाका है शत- ितशत ामीण े है। आस-पास म कोई हो पटल नह ं<br />

है वहां से जो नजद क पड़ता है तो वो पड़ता है बाड़मेर उसम सु वधाएं पूर द। सु वधा<br />

का मतलब कहने का है डॉ टर है, लेबर म है या फर मेटरिनट वाड ह। एक उदाहरण<br />

के तौर पर सभापितजी, आपसे कहना चाहता हं बायतू जो मेरे वधान सभा<br />

े का नाम<br />

है वहां पर क युिनट हे थ सटर है परंतु अफसोस है क वहां पर मेटरिनट वाड नह ं है।<br />

हर रोज वहां 15 से 29 म हलाएं डलीवर के िलए आती ह डॉ टर क कमी है। इसी<br />

तरह मेरे कु छ इलाके जैसे ये लोसर है, झांक है, भोजासर है, गोपड़ है, रसोली है,<br />

कालानाड़ है यहां पर ाइमर हे थ सटर है परंतु वहां लेबर म नह ं है। अब आप<br />

अंदाजा लगा सकते ह क पीएचसी के अ दर लेबर म नह ं हो तो वहां या थित<br />

होती होगी तो सभापित महोदय, मं ी जी मेरे अ छे दो त ह और मेरे साथ वहां लोक<br />

सभा म रहे हए ु ह म इनका यानाकषण करना चाहता हं क इसमे कर। हालां क इ ह<br />

आज मने इनके चबर म बात क थी तब आ वासन दया क म जतना हो सके गा कर<br />

पाऊं गा। इसी तरह से म आऊं गा एएनएम क बात पर। बाड़मेर, जैसलमेर म एएनएम क<br />

बहत कमी है। बाड़मेर क बात ल तो<br />

ु<br />

आभार कट करता हं क ू<br />

247 पद र त थे उनम से मं ी जी का म बहत ु<br />

125 अभी कां े ट पर भर दये ह फर भी 122 अभी कमी है<br />

और इसम कु छ जो भत कये ह एएनएम जब क हमारे 122 क कमी है, 75 एएनएम<br />

ने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(187)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ऐसी ह जो दसरे जल म ह। तापगढ़ म ह वहां धौलपुर म है। अभी मं ी जी ने बड़<br />

ू<br />

मेहरबानी क है उ ह ने कहा है क अनमे रड है या जो वकलांग ह उस एएनएम को<br />

वापस जैसलमेर, बाड़मेर म लाय। संभावना तो बहत कम है उस के टेगर म सभापित<br />

ु<br />

महोदय, म आपको कहना चाहता हं क कु छ एएनएम ऐसी ह जो तापगढ़ म है<br />

ू<br />

पित गुजरात म मजदर ू<br />

करता है।<br />

उसका<br />

कै लाश/अ ण<br />

<strong>25.03.2010</strong> 19.30 (1) 4d<br />

उसके पीछे बुढे मां बाप है आप देख सकते ह उनको कौन पानी पलायेगा। कई<br />

ढाणी ऐसी ह जहां 4-4, 5-5 कलो मीटर तक पानी ह नह ं है। मने आज मं ी महोदय<br />

से कहा है उ ह ने कहा है क हम कोिशश कर के इस तरह के जो के सेज ह उनम<br />

इंसािनयत के नाते<br />

ुमेिनटे रयन ाउं ड पर इनको बदली करगे। पािलसी आप लोग ह तो<br />

बनाने वाले हो। जैसे आपने वकलांग और अनमै रड के िलये कह दया इसी तरह उनके<br />

िलये भी कह द जए। 122 पो टे हमार खाली पड ह, 75 हमार बाहर है। म<br />

समय नह ं लूंगा य क यह आंकडे जैसलमेर म है। मुझे उ मीद है क इसम आप<br />

हमार मदद करगे।<br />

यादा<br />

इसी हमारे बायतू म एएनएम क जो 171 जो एडिशनल पो ट द ह उसम से<br />

देखा जाये तो मेरे बायतू बायतू म अभी 9 एएनएम क क है उसम आप हमार मदद<br />

करगे। इसी तरह से म आपको कहना चाहता हं क जहां जहां पर सब सटर ह वहां पर<br />

ू<br />

भवन क कमी है। टाफ क भी बहत कमी है और साम ी नह ं है। इसिलए मेहरबानी<br />

ु<br />

करके आप वहां सव कर के या जो भी आपका तं है उसे भेज कर वहां कमी बेसी है वह<br />

पूर कर। इसके अलावा म आपसे दर वा त करना चाहता हं एक तो पहले से वहां<br />

ू<br />

डा टर क कमी है दसरे वहां जो डा<br />

ू टर आते ह वह इस तरह के आते ह जसको कसी<br />

को 16 सीसी म चाज शीट दे रखी हो इस तरह से भेजते हो। म मानता हं पहले ू<br />

जैसलमेर, बाडमेर को काला पानी कहते थे आज काला पानी तो नह ं है पर अभी भी वह<br />

इलाका है वह इतना नह ं है। म तो आपको यहां सुझाव दंगा ू आज भी जै सलमेर बाडमेर<br />

चाहे आम है, चाहे एयर फोस है, चाहे बीएसएफ है वहां पर टे योर है। क युिनके शन<br />

मं ालय जो वहां पर है वहां भी टे योर है। कोई अफसर जाता है तो वह दो ढाई साल<br />

रहने के बाद म उसक इ छा होती है क वापस वह कहां जाना चाहता है। इससे या<br />

होगा क वािलफाई डा टर वहां जाकर वहां के लोग को स वस दे कर आ सके । ता क<br />

जस तरह से आप थड<br />

ेड या अन वांटेड आप भेजते हो इसके मेरे पास आंकडे ह पर<br />

वह बोलने का समय नह ं है ऐसे के स मंगा कर आप देख ल आप कहगे तो म आपको दे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(188)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

दंगा ू कौन है, यहां कसी का नाम लेना भी ठ क नह ं रहेगा वह डा टर कहेगा क मेरा<br />

वहां पर नाम िलया गया। यह मेरा एक सुझाव है। दसर बात जो मे डिसन है वहां<br />

ू<br />

मे डिसन म सभापित महोदय, म कहना चाहता हं ू वहां पर कु छ के सेज हए ु ह1 ामीण<br />

इलाके म सब टडड क फे क मे डिसन आ रह ह। मने एक दो को पकडवाया, कोिशश<br />

क , अब हमार भी मजबूर होती है य क हम जन ितिनिध ह पकडवायगे तो कहगे क<br />

यह एमएलए साहब हमारे पीछे पडे हए ह। तो मेरा सुझाव है क आपके पास म इस<br />

ु<br />

तरह का तं होना चा हये जैसे इंटेलीजसी ांच होती है वह जाकर से पल ल, अिधकार<br />

जाये । आज थित ऐसी है साहब बाडमेर, जैसलमेर उस प मी राज थान म अगर<br />

कोई बीमार पडता है गर ब से गर ब य अपना गहना बेच देता है कजा लेकर वह<br />

जाता है बीसा, अहमदाबाद जाता है। छोट सी बीमार भी होती है तो म कहता हं क ू<br />

यहां इलाज य नह ं करवाते हो तो कहते ह क साहब यहां दवाई ऐसी ह िमलती है,<br />

डा टस है नह ं, सु वधाएं है नह ं। उसम आप पूित करगे तो आपक बहत मेहरबानी<br />

ु<br />

होगी। अभी डा टर परम नवद प यहां है नह ं उनका म शु गुजार हं ू उ ह ने बोला तो<br />

शु म कहा क जैसलमेर, बाडमेर ऐसे दर ू दराज के इलाके ह । वा तव म यह बात सह<br />

है, म यह नह ं कहता क राज थान म और जगह किमयां नह ं है पर और जगह हर<br />

जगह सु वधाएं ह, बडे बडे शहर है।<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

बस म दो िमनट और लूंगा य क मने ह कहा था क जब घंट बजे तो उसके<br />

पीछे वाले को बुला िलया करो। म 108 ए बुलस क बात करना चाहंगा। ू<br />

108 ए बुलस<br />

बायतू म आपने नह ं द । आपने फै सला कया क हर पंचायत सिमित म 108 ए बुलस<br />

क स वस होनी चा हये। बायतू ऐसा है म आपसे कहना चाहता हं वहां एसड एम आ फस<br />

ू<br />

है, वहां पर तहसीलदार है, वहां पर बीड ओ है, पंचायत मु यालय है औरे सबसे बड़ा<br />

एमपीट , मंगला ोसेिसंग टिमनल है वह वहां से 15 कलो मीटर दर है। और सबसे बड<br />

ू<br />

खुशी है क जो रफाइनर जसके िलये हमारे मु य मं ी जी रोज कहते ह लायगे,<br />

लायगे, उ मीद है आयेगी। के य मं ी जी भी कह कर गये थे, वह जो रफाइनर आ<br />

रह है वह बायतू से िसफ 13 कलो मीटर दर ू है। इसिलए मेर आपसे दर वा त है<br />

आपने 108 ए बुलस म कु छ बढाई है उनको आप ज र कर। म यादा समय नह ं लूंगा<br />

कु छ बात बोलने के िलये ज र थी पर तु ध यवाद।<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): सभापित महोदय, म एक भूल सुधार<br />

करना चाहता हं ू मेरे को म हलाएं गंगानगर म घुसने नह ं दगी एक बहत ु बड भूल हो<br />

गई म आपक आ ा से सुधार करना चाहता हं। िनवेदन है क कल नवरा का हमारे<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(189)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

यहां बहत बड़ा जुलूस िनकला<br />

ु था जसम कलश या ा म 2000 म हलाएं थी। मेरे घर के<br />

पास जब समापन होने लगा तब उ ह ने यह कहा क कल आपक डमांड है हमारा<br />

पुराना म हला हा<br />

पटल होना चा हये नह ं तो आप गंगानगर म घुसना मत। तो यह भी<br />

आप नोट कर ल मेरे से गलती हो गई कह ं वह घुसने ह ना दे ऐसा ना हो जाये, कृ पा<br />

र खए आप।<br />

ी सभापित: ी राव राजे िसंह जी।<br />

ी पेमाराम (धोद): सभापित महोदय, आपने यव था द थी क एक इधर से<br />

एक उधर से और बीच वाल का भी कभी कभी नंबर लगे, आप ह क यव था थी म<br />

तो याद दलवा रहा हं। ू<br />

ी राव राजे िसंह (शाहपुरा): ध यवाद सभापित महोदय, इससे पहले क म<br />

अपनी बात आदरणीय मं ी महोदय के सम पेश क ं यह बात आपके मा यम से म<br />

ज र िनवेदन करना म आव यक समझता हं ू W.H.O. के मापदंड के आधार पर और<br />

वा य क जो उ ह ने प रभाषा द है वह वशेष प से हम लोग आज के प र े य म<br />

अगर देखते ह और प रल<br />

त करते ह तो जस भाषा को उ ह ने अंजाम दया उ ह ं के<br />

श द म उ ह ने कहा है – Health is the state, it is a complete state of<br />

physical, mental and social well-being, and not merely an absence of<br />

disease or infirmity. जब हम वा य के बारे म बात करते ह तो िसफ कसी एक<br />

रोग वशेष के बारे म हम बात नह ं कर रहे। जब हम वा य के बारे म बात कर रहे<br />

ह तो उस देश क जनता के उस मन:<br />

थित क बात करते ह जस प र े य म वह<br />

जीवन यापन कर रहा है। जब हम वा य क बात करते ह तो उन यव थाओं क<br />

बात करते ह जस यव थाओं के मा यम से वह अपने वा य का पर ण भी<br />

करवाता है और एक ोडे<br />

टव युमन रसोस बनने के िलये उसे कन कन चीज क<br />

आव यकता होती है इन सार का का ेहिसव अगर हम देखते ह तो जाकर कह ं है थ<br />

क वा त वक डे फनेशन हमको िमलती है। मं ी महोदय म भी चाहता हं जैसे सब ू<br />

सद य ने अपने अपने तर के से यह बात कह म भी चाहता हं ू क मेरे सम त पंचायत<br />

मु यालय पर अगर यादा नह ं तो कम से कम ाथिमक वा य के ज र हो। म<br />

यह भी चाहता हं ू क जहां मेरे लाक पंचायत सिमितयां है और ाम पंचायत है जनक<br />

जनसं या 5 हजार से यादा है वहां आप सीएचसी खोले। ले कन आदरणीय आप खोलगे<br />

कै से। यह बात सह है क संग रया से आने वाली माननीय सद या फरमा रह थी 1982<br />

म आलमाटा को हमने<br />

वीकार करके 1983 म हमने नेशनल है थ पािलसी बनाई।<br />

ले कन यह बात हम भूल गये क 2002 म हमने उस है थ पािलसी को चज भी कया<br />

है। 2002 क जो है थ पािलसी है जसको राज थान सरकार ने भी वीकार कया था<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(190)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उस समय। उस समय यह कहा गया था क जतना देश का जीएसड पी है उसका तीन<br />

ितशत यय कम से कम है थ िस टम म होना चा हये। आदरणीय आज क तार ख म<br />

जीएसड पी 2 लाख 19 हजार है।<br />

या 2 लाख 19 हजार का तीन परसट आपके बजट<br />

ावधान म है। म तो यह चाहता हं ू क मेरे यहां भी ए बुलस हो, म तो यह चाहता हं ू<br />

क मेरे यहां भी पीएचसी हो, म तो यह चाहता हं ू क उसम डा टर भी हो, म चाहता हं ू<br />

अ पताल म अ छे अ छे उपकरण भी हो ले कन अगर आप यव था नह ं करगे तब<br />

तक कै से होगा और यव था बगैर पैसे के और फं डग के बना नह ं हो सकती। 2002<br />

क पािलसी म यह भी कहा गया था क अगर जीएसड पी के मापदंड म कह ं उतार<br />

चढाव आता हो य क जो देश ए ीक चर ओ रएंटेड इकनोमी से है तो यह कहा गया<br />

था क बजट एलोके शन का 7<br />

परसट होना चा हये। आदरणीय आपका 53 हजार का<br />

बजट एलोके शन है, 53 हजार का 7 ितशत िसफ मे डकल है थ पर होना चा हये और<br />

म सीएसएस प सड क म क बात नह ं कर रहा यह टेट प सड क म क बात कर<br />

रहा हं । अगर स ल प<br />

ू सड क म क हो तो जो के का बजट है उसका तीन परसट<br />

और तीन परसट के बाद म जो हमार जनसं या का ह सा है उसका ितशत के से<br />

आना चा हये।<br />

ans/<strong>akt</strong> 19-40 4e 25032010<br />

आप इसका पूरा का पूरा हसाब लगा द जए। म इसिलए कहना आव यक<br />

समझता हं ू, म कोई भी चीज कहंगा ू आपके यहां से या तो आप उधार दल है आप यह<br />

वीकार कर लगे या आपके यहां से दो लाइन क एक िच ठ आयेगी व तीय संसाधन<br />

के अभाव म जब इसक यव था होगी तब हम करगे। म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू<br />

आपके 98-99 का और म पूरे 12 साल का आपको यह लेखा-जोखा दे रहा है यह कसी<br />

एक राजनीितक सरकार या एक राजनीितक प र े य क बात नह ं है हमारे जहां<br />

जीएसड पी का तीन ितशत होना चा हए था हमने 0.90 से लगाकर 1 ितशत तक<br />

कया है। इस बार कम से कम यह सुखद अहसास ज र हो रहा है, इस बार पछले दस<br />

वष क तुलना के अंदर पहली बार जीएसड पी का 1.21 ितशत आपने ोवीजन कया है<br />

ले कन फर बी.ई. है अगर आप 9-10 का बी.ई देख और बी ई के बाद म आपने जो<br />

वा त वक कया है तो आपने बी ई को फर रडयूज कर दया आर ई म। अगर आप<br />

इस 2010-11 को भी वापस आ रई म रडयूज कर दगे तो यह वापस आंकड़ा 1 ितशत<br />

पर चला जाएगा। अगर आप इसको बजटर ोवीजन के हसाब से देखे तो आज आपका<br />

आंकड़े सबसे<br />

यादा है दस साल क । 4.72 था 98-99 म, फर िगर गया 3.83 पर,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(191)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

फर िगर गया 2.82 पर आपने धीरे धीरे, हमने भी 4.52 ितशत कया था, 4.61 कया<br />

था ले कन 5 ितशत हमने भी नह ं कया। पहली बार बजट ोवीजन का 5.32 परसट<br />

का ह सा है ले कन आदरणीय अगर फर इसको रवाइज कर दगे तो फर यह 4<br />

ितशत पर आ जाएगा। इस यव था को यान म रखते हए ु म आपसे िनवेदन करना<br />

चाहता हं ू पूर क पूर गैलेर आपके पास म बैठ हई ु है, intellectual people who<br />

are managers in the hospital industry as well as doctors, आप मुझे यह<br />

बताए आपक सब-सहारा टे स के अंदर म भी और आपके थड व ड क ज म भी<br />

अपने जीएसड पी का 6 ितशत ह सा लगाते ह। ीलंका जैसा भी अपने बजटर<br />

ोवीजन का साढे छह: ितशत लगाता है, ह दु तान 1<br />

ितशत लगता है, राज थान<br />

देश िसफ 1.61 ितशत लगाता है। सब सहारा टे स के अंदर भी जो बैड क और<br />

पोपुलेशन का रे यो है 333 है आपके यहां 1432 पर एक बैड है यह यव था और यह<br />

प र<br />

थित है इसको सुधारना आपको और हमारा सबका दािय व बनता है। मेरे अके ले के<br />

यहां पीएचसी के अगर डा टर आ जाएंगे तो उससे राज थान क प र<br />

सकती। यह प र<br />

थित नह ं सुधर<br />

थित तब सुधरेगी जब आपका डा टर पीएचसी म जाकर रहने को<br />

तैयार हो जाएंगा। मुझे यह कहते हए ु कतई कोई शम नह ं आती क शाहपुरा जैसी<br />

वधान सभा से म आता हं ू जो जयपुर के 20 कलोमीटर के बाद म लग जाती है आज<br />

भी जो जयपुर क पैराफे र के अंदर आता है यह का ट<br />

यूएंसी, आज भी मेरे पास<br />

पीएचसी ऐसी है जहां डा टर जाने को तैयार नह ं है। वह इसिलए जाने को तैयार नह ं है<br />

क आपने अ छ ब<br />

डंग तो बना द ले कन उसके रहने क यव था नह ं है। अगर<br />

आप आज भी यह उ मीद कर रहे ह क ह दु तान जो 50 के दशक म था, 60 के<br />

दशक म था जहां डा टर इस बात के िलए कह ं न कह ं ओथ लेकर आता था क म<br />

कोई भी कं ड शन हो, कोई भी प र थित हो म जाकर लोक सेवा क ं गा। आज क<br />

तार ख म 21 वीं शता द म अगर आप यह क पना डा टर से कह रहे ह तो यह काम<br />

स भव नह ं है वह जस पृ ठभूिम से आ रहा है जस सोशल टेटस से आ रहा है उसको<br />

वहां जाने के िलए आपको वह यव थाय देनी पड़ेगी जससे वह वहां जाकर उस<br />

इलाके क सेवा कर सके ।<br />

ामीण<br />

म आपसे एक िनवेदन करना चाहता हं ू चार दन पहले आपके किन ठ रा यमं ी<br />

मेरे वधान सभा<br />

े के एक पीएचसी का िशला यास करने पधारे थे। अ छा तो यह<br />

होता क इसक जानकार मुझे होती तो म आपसे यह िनवेदन करता आप पीएचसी क<br />

ब डंग तो बना रहे ह पर जस ब डंग को डोनेट जस य ने कर थी जसक<br />

वजह से अब वह ब डंग बनेगी कु छ ह सा उ ह ने िसफ तीन मह ने पहले डोनेट<br />

कया है, म होता तो आपसे यह कहता आप ब<br />

डंग ज र बनाये ले कन उसके साथ<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(192)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

साथ उस डा टर के रहने का क भी बना द वरना ब डंग तो बनती रह जाएगी<br />

ले कन डा टर के अभाव म वहां िसफ क पाउ डर ह े<br />

टस करेगा। म िसफ इसिलए<br />

यह िनवेदन कर रहा हं ू क मेर का ट टयूएंसी म जस व त वराटनगर<br />

का ट टयूएंसी थी, चार सीएससी थी के सरकार क योजनाओं से, देश सरकार क<br />

योजनाओं से, एक-एक सीएससी पर आज क तार ख म 9-9<br />

रहायशी लेट बना दये।<br />

एक-एक करोड पये, ढाई-ढाई करोड़ पये लगे ह। शाहपुरा पीएचसी लाल बहादरु शा ी<br />

जी के नाम से है। आदरणीय उस व त के गवनर और आपके और हमारे पूव मु यमं ी<br />

वग य मोहन लाल जी सुखा ़डया के हाथ से उसका िशला यास हआ ु था और उ ाटन<br />

हआ ु था। 1972-73 के बाद म 2002 म पहली बार उसम कु छ दो पैसे लगे, 30 साल<br />

तक उस भवन म एक पैसा नह ं लगा उस भवन क हालत जजर हो गई,2002 म कु छ<br />

पैसा लगा और उसके बाद 2004-5 के बाद सवा करोड़ पये उसम लग चुका ह ले कन<br />

दभा य ु इस बात का है जस ब डंग को रपेयर करके डा टस के िलए और आम<br />

आदमी के िलए सह प से काम चलना चा हए था दो साल हो गए ह अभी तक उसक<br />

हालत यह है क जरा सी बरसात हो जाती है तो पानी कमर म आ जाता है यह तो<br />

तब है जब पूर ब<br />

डंग को वापस रपेयर कर दया गया है। इसी तर के से हम वािलट<br />

व स को चैक नह ं करगे तो कभी भी इसको वा त वक हमको जो<br />

ितफल िमलना<br />

चा हए वह नह ं िमल पाएगा। म एक बात और आपको िनवेदन करना चाहता हं ू, we<br />

are entering into an era where medical science industry is undergoing<br />

revolutionary changes. आदरणीय, पूव हमारे रा पित ने साइंस कां ेस पर अपना<br />

व त य दया था उसक पाँच लाइन पढ़कर सुनाना चाहता हं ू जसक राज थान को<br />

आव यकता है। म उस प र े य म आपसे िनवेदन कर रहा हं ू, कु छ समय पहले एक<br />

खबर छपी थी अख़बार म, मुझे नह ं मालूम उसम स यता कतनी है ले कन खबर छपी,<br />

मुझे भी उस बात का दःख ु हआ ु और शायद आपने भी महसूस कया होगा क हमारे यहां<br />

के एक ोफे सर ने कसर जैसे रोग के िनधान के िलए शोध कया य क यहां<br />

फामा यु टकल आर.एंड.ड . क यव था नह ं थी, चायना जैसा क<br />

जो हमारा सबसे<br />

बड़ा क पी टटर है दस लाख मा डालर म, िसफ दस लाख डालर म उस चीज को अपने<br />

यहां ले गया । आदरणीय इसी प र े य म पूव रा पित जी का एक कहा हआ ु व त य<br />

है उ ह ने है थ के यर पर कहा है, है थ के यर म नेनो साइंस पर कहा है, नेनो मेड कल<br />

सांइस के ऊपर कहा है - "India has already patented the development of<br />

drug delivery system…" म है थ के यर म ग डलेवर िस टम क बात कर रहा<br />

हं ू य क ह दु तान ऐसा देश है जहां दवाईयां सबसे कम क मत पर आज भी उपल ध<br />

हो रह है। जतनी कम क मत पर यहां दवाईयां है पूरे के पूरे संसार म कह ं कसी देश<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(193)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

म इतनी कम क मत पर एवेलेवल नह ं है ले कन<br />

य क इन दवाईय को पहचांने ु क<br />

यव था नह ं है, दवाईयां मर ज तक पहंच ु जाए, आम आदमी तक पहंच ु जाए, उस पर<br />

यह व त य है - "India has already patented the development of drug<br />

delivery system using nano technology. Stem cell research in India is<br />

advancing in the fields of cardiology, ophthalmology, diabetic research,<br />

etc. It is essential to develop drug delivery system for stem cell<br />

implantation to the specific organs of the bodies related to the ailment<br />

using nano technology." इस यव था को अंजाम देने के िलए जस व त रसच<br />

पेपर आया और रसच पेपर आने के बाद यह बात ब कु ल सामने आई, the real<br />

challenge is access to health care और इसम यह है, pharmaceutical<br />

industry in India remained insulated. पूरा लोबल मे टडाउन हो रहा था हर<br />

इ ड<br />

लोबल मे टडाउन के अंदर भा वत हो रह थी ले कन फामा यु टकल इ ड<br />

सरवाइव कर रह थी इसिलए सरवाइव कर रह थी क the global financial crisis<br />

registering a growth rate of 14% during the year, India now accounts<br />

for 8% of the pharmaceutical development. इस पूरे के पूरे लोबल मे टडाउन<br />

म ह दु तान क फामा यु टकल इ ड<br />

जो मेड सन बनाती है,जो रसच करती है उसने<br />

जब 14.50 ितशत नेगे टव म जा रहे थे 8 ितशत ोथ आई। 8 ितशत ोथ आने<br />

के बाद म जब इ ा चर हमारे पास एवेलेवल है तो राज थान जैसा<br />

देश इस<br />

यव था का इ तेमाल य नह ं कर रहा। हमारे यहां इ ा चर इस तर के के डवलप<br />

य नह ं हो रहे क जससे यह सारे के सारे यहां हो,<br />

टाइम म अगर यह यव था यहां लागू हो जाएगी और यहां अ छे बु<br />

य क यह कहा है क जस<br />

मान ब च क<br />

कमी नह ं है, it is not that we do not have research students here, it is<br />

not that there is a paucity of Professors here; it is just a question of<br />

vision, wisdom and a perpetual intellectual intent to justify that<br />

whatever is being done, should be done for the care of the public at<br />

large. म एक बात और िनवेदन करना चाहता हं ू ...( यवधान).. आपके यहां से मने<br />

छोटा सा एक<br />

न कया था उसका जवाब आया, मने कहा ड ड ट हम लोग इ तेमाल<br />

करते ह और ड ड ट इ तेमाल करने के बाद म ऐसा माना जाता है क ड ड ट आम<br />

आदमी के उपयोग के िलए हािनकारक है, तो जवाब आया है क य क गवनमट आफ<br />

इ<br />

डया क तरफ से यह एक ऐसा मे डिसन है या ग है या पे टासाइड है जस पर बैन<br />

नह ं है। म आपको एक<br />

रसच पेपर क वह बात बताना चाहता हं ू.....<br />

दगा ु / पाठ 25032010 1950 4f<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(194)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जसम इस पर रसच होकर यह यूरोप म टोटल ह बैन हआ। उसम यह कहा<br />

ु<br />

गया है, आदरणीय, यहां एक प रवार से नह ं, 13 य<br />

य का अलग-अलग से पल िलया<br />

गया और 13 य य म वह थे, वह 13 प रवार म िलया गया, य य का नह ं,<br />

प रवार का िलया गया। 13 प रवार के य<br />

य म जब इस चीज का दया गया तो<br />

उनम देखा क 3 जनरेशन तक, 3 जनरेशन के अ दर इस ड .ड .ट . क वजह से जो<br />

उनम रोग आये, उसम कसर का रोग भी आया और उसम पािलयामटे रयंस भी थे, उसम<br />

पोिल टकल एंगल के लोग-बाग़ भी थे और ए यूए ट सोसायट के लोग-बाग़ भी थे<br />

ज ह ने शायद इसको इ हेल बहत कम मा ा म<br />

ु कया होगा। जब क आज भी आप इस<br />

बात को कहते ह क मले रया अगर यादा फै लता है तो ड .ड .ट . के अलावा हमारे पास<br />

कोई रोक नह ं है। यह उन प र<br />

थितय से रोग हआ है ु , जहां सबसे यादा इस पर<br />

ए सपो जशन होता है। यह तर का म आपसे िनवेदन करना चाहता हू, कतने आप म<br />

ऐसे टो संस ह, डोमे टक टो संस क बात कर रहे ह, चाहे वह मो वटो रपेले स<br />

के नाम पर ह , चाहे आपके म छर मारने के रपेले स के नाम पर ह , जसको हम<br />

रोज क जूम करते ह। कभी भी बैठकर इस पर रसच नह ं हआ ु क उनको क जू म करने<br />

के बाद म कतना टो<br />

सन वकार हमारे शर र म होता है और उसका आज नह ं, कई<br />

वष के बाद म, और आने वाली जनरेशन म उसका द ु<br />

यह बात इसिलये िनवेदन कर रहा हं क ू<br />

भाव देखने को िमलेगा। म आज<br />

H 1 N 1 के मामले के अ दर जहां वाइन लू के<br />

बारे म आप लोग ओरल मे डसंस दे रहे ह, धीरे-धीरे इसका वे सीन आने वाला है। यह<br />

वे सीन आपको इ युन करता है। ले कन इसका रसच यह कहता है जसने यह वे सीन<br />

बनाया, जहां यह डोज आज द जा रह है, अमर का भी, फै डरल आथो रट आफ<br />

इस बात को मानता है क जहां पहले ओरल मे डसन द जा रह थी, जहां पहले िसंगल<br />

डोज द जा रह थी, अब डबल डोज देने लग गये। इसका मतलब क आपका बोड<br />

िस टम इस बात से इ युन हो गया, वह वायरस इस बात से इ युन हो गया है। उ ह ने<br />

कहा, वे सीन, आप मािनये क यह आया तो चार साल पहले है, वे सीन का पेटे ट आज<br />

से 6 साल पहले करा िलया जस य ने, यह वे सीन वह है जो कसी न कसी से<br />

भा वत है। यह कह ं न कह ं से इस वायरस को जिमनेट करने के िलये कोई न कोई<br />

चीज है, कम से कम इन चीज को लागू करने से पहले आपको यह यान रखना पड़ेगा<br />

क हमारे ब चे अगर इस वे सीन पर आते ह,<br />

स<br />

य क वे सीन आते ह ब च को<br />

लगाना चालू हो जाएगा। मां-बाप चाहे कतने ह गर ब य न ह , चाहे मु त म वे सीन<br />

आपसे िमले या न िमले, वे सीन आयेगा तो मां-बाप उसको लगवाएंगे, लगाने के बाद<br />

उसका<br />

या द ु भाव होगा, इसका भी आपको यान रखने क आव यकता है। और<br />

आपके जतने भी वे सींस ह, आपके यहां से तो नाम मा के वे सीन िमलते ह, मने<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(195)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

पहले भी आपसे िनवेदन कया था, दबारा ु म नह ं करना चाहता हं ू, हमारा जो<br />

इ यूनाइजेशन का ितशत है, 27 ितशत है, उसको कम से कम हमको अपने ल य का<br />

48 ितशत लाना पड़ेगा। आ खर म म िनवेदन करना चाहता हं ू, आपका वयं का<br />

राज थान सरकार का 11वीं पंचवष य योजना का जो ल य था, उसम तीन-चौथाई भाग<br />

ख म हो चुका है। आपने मे डकल ए ड है थ के अ दर उस ल य म से 38 ितशत<br />

पैसा खच कया है। जब क नॉन- ायो रट सै टर म इसी 11वीं पंचवष य योजना म<br />

78.20 ितशत पैसा खच हो चुका है। तो ब च क , माताओं क और आम जनता क<br />

है थ के स ध म यह फ स ह, आदरणीय, जो आपके यहां पड़े हए ह। िसफ<br />

ु<br />

मानिसकता चा हए, वल पावर चा हए क हम इसे इ तेमाल कर ल जससे क आने<br />

वाली पीढ़ और आने वाला भ व य हम सबके िलये<br />

सभापित महोदय, थ यू।<br />

ी सभापित: ीमती अ जू।<br />

व थ हो। बहत ु -बहत ध यवाद,<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): माननीय सभापित महोदय, आज मांग सं या<br />

26, िच क सा एवं लोक वा य और सफाई पर चचा हो रह है, जस पर बोलने का<br />

मुझे आपने अवसर दया उसके िलये म आभार हं। िच क सा ू का मह व हमारे जीवन म<br />

कतना है, यह हम सब जानते ह। ले कन अगर सह समय पर िच क सा िमल जाए तो<br />

उसका मह व मुझ से यादा अ छा और कोई नह ं जान सकता। मुझे यहां खड़े होकर<br />

बोलने म, यहां आने म इतनी खुशी नह ं होती, जतना दु:ख होता है। य क अगर मेरे<br />

पता आज होते तो वह मेर जगह खड़े होते, वह यहां पर आये होते ले कन उ ह िसफ<br />

समय पर मे डकल टमट नह ं िमलने क वजह से वह आज यहां नह ं ह। मेरे े<br />

ब सी म ाम पंचायत तूंगा 60 कलोमीटर दर ू एस.एम.एस. से पड़ता है। मेरे पता को<br />

दूबली गांव, ाम पंचायत तूंगा म पड़ता है दबली ू गांव, बलकु ल पास म है उसके , उ ह<br />

अटैक आया था वहां पर, अपने गांव म रात को 12 बजे। वह वहां से तूंगा म गये, कसी<br />

डा टर के यहां पर, मेरे कोई रले टव उ ह लेकर के गये। वहां जाने के बाद उ ह ने उ ह<br />

जयपुर रैफर कर दया। जयपुर तूंगा से 60 कलोमीटर पड़ता है। अब एक हाट-पेशे ट<br />

अगर 60 कलोमीटर का सफर करके जाएगा तो वह कहां बचेगा। उ ह एस.एम.एस.<br />

जाने म पूरे डेढ घ टे का व त लगा। वह सफर इतना खतरनाक रहा क वह आज हमारे<br />

बीच म नह ं ह। म और मेरा पूरा प रवार इस सदम से आज तक उभर नह ं पाये ह।<br />

अगर खुद ब सी म ह , तूंगा से ब सी 17 कलोमीटर है, अगर ब सी म आई.सी.यू.<br />

होता तो शायद वह आज हमारे बीच म होते और वह मेर जगह यहां खड़े होते। इसका<br />

मुझे दु:ख है और इसिलये म िच क सा मं ीजी से आपके मा यम से अनुरोध करना<br />

चाहंगी क वे ब सी<br />

ू म एक आई.सी.यू. ज र खुलवाएं।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(196)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सामुदाियक वा य के , ब सी म वशेष िच क सक का बहत ु अभाव है।<br />

जैसे क ब सी म चाइ ड पेशिल ट नह ं है, एने थेिसया के डा टस नह ं ह, वहां पर<br />

गाइनोकोलो ज ट ह पर जे स ह। इसके अलावा काफ सारे ऐसे डा टस, जो पेशिल ट<br />

होते ह वे वहां पर नह ं ह और उनक कमी क वजह से लगभग आधे से यादा मर ज<br />

को जयपुर रैफर कर दया जाता है जससे क जयपुर के एस.एम.एस. हा<br />

पटल म लोड<br />

पड़ता है। दौसा वहां से 50-55 कलोमीटर पड़ता है और जयपुर भी वहां से, 50-55<br />

कलोमीटर ह ब सी से पड़ता है। अगर ब सी म ह यह सु वधा उपल ध हो जाए,<br />

डा टस और उपकरण क , तो शायद एस.एम.एस. म लोड भी कम पड़ेगा और मर ज<br />

को सह व त पर इलाज भी िमल पाएगा। म हला रोग वशेष का पद ब सी म है, वहां<br />

पर ह भी, दो ह, दो गाइनोकोलो ज ट ह, एक डेपुटेशन पर है, एक वहां पर थाई है।<br />

ले कन ामीण े क जो मटेिलट है, आज के टाइम म जैसे करणजी ने कहा, आज<br />

भी गांव क औरत डिलवर जे स डा टस से करवाना पस द नह ं करती ह। तो म<br />

चाहंगी ू क वहां पर एक लेड डा टर हो य क अगर आप जस तरह से िशशु मृ यु दर<br />

का ाफ नीचे लाना चाहते ह या डिलवर डेथ को नीचे देखना चाहते ह, ले कन वह तभी<br />

हो पाएगा जब हम गांव क मटेिलट के हसाब से चलगे। गांव क ले डज क आज भी<br />

यह मटेिलट है क वह जे स से डिलवर नह ं कराती ह और उस वजह से वह या तो<br />

जयपुर रैफर कर द जाती ह या फर वह दाइय से ह अपना सव कराती ह और दाइय<br />

से वह इंफे शन और मृ यु दर म इजाफा होता है। इसी से रलेटेड िशशु मृ यु दर भी<br />

है। य क अगर वहां पर जैसे क चाइ ड पेशिल ट नह ं ह तो डिलवर के बाद जब<br />

ब चा, आजकल यादातर यह होता है क पीिलया अिधकतर ब च को होता है, जब वह<br />

ज म लेता है। अिधकतर ब च को पीिलया िमलेगा और कई ऐसी बीमा रयां होती ह जो<br />

ज म के समय ह होती ह। अगर चाइ ड पेशिल ट उसी व त िमल जाए तो वह ब चा<br />

बच सकता है। ले कन िसफ एक डा टर के न होने क वजह से उसे इस दिनया म आने<br />

ु<br />

से पहले ह जाना पड़ता है।<br />

आज इतना<br />

टाचार फै ला हआ ु है क डा टर भी इससे अछू ते नह ं ह। डा टर<br />

अ पताल म रखी हई ु उन दवाइय के थान पर जो गवनमट से उ ह िमलती ह,<br />

अवेलेबल होती ह हा पटल म, ले कन वह देते नह ं ह वह ऐसी मे डसन े शन<br />

िलखते ह, ऐसी मे डसन का जो उनके कमीशन से मे डकल टोस पर बंधी हई होती ह। ु<br />

वह दवाइयां ह गी, जो उस मे डकल टोर पर िमलगी जब क वह उनके पास ह गी और<br />

दसर ू दकान ु पर िमलेगी नह ं। डाइ नो टक टे ट भी, अगर उपकरण ह गे, उसके<br />

बावजूद भी या तो वह खराब बताएंगे उसको या उसको वह कहगे क अभी इसका डा टर<br />

नह ं है, इसका पेशिल ट नह ं है, बावजूद इसके क वह मशीन उनके पास होती है। जैसे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(197)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

क अ ा साउ ड क है, ले कन वह बाहर इसिलये िलखते ह क उनका कमीशन बंधा<br />

हआ ु होता है वहां से। वशेष तौर पर इस बात का यान दया जाए। ऐसे डा टर के<br />

ऊपर स त कायवाह क जाए जो इस तरह क हरकत करते ह। इसक एक ताजा-ताजा<br />

िमसाल है मेरे<br />

े म एक गाइनोकोलो ज ट लेड डा टर लगी थी। मने उसे खुद मं ी<br />

साहब से कहकर लगवाया था ले कन इसी तरह के डा टर जो दकान ु से , मे डकल टोर<br />

से और डाइ नो<br />

टक से टस से कमीशन बांधकर रखते ह, उ ह ने उसे वहां टकने नह ं<br />

दया। उसे एक ष यं म फं साकर उसे वहां से जाने के िलये मजबूर कर दया। उसे<br />

ए.पी.ओ. कराया, ए.पी.ओ. कराने के बाद उसक जांच हई ु , जांच म वह िनद ष सा बत<br />

हई। िनद ष ु सा बत होने के बावजूद भी उसे ह यह सज़ा िमली क वह वहां पर काम<br />

नह ं कर सकती। वह म हला िच क सक वहां पर काम नह ं कर पाई। उन लोग क वजह<br />

से वह आज कह ं और पर काम कर रह है। तो म यह चाहंगी ू , उन ष यं का रय के<br />

खलाफ कायवाह क जाए और उस लेड डा टर को वापस वहां एज ए गाइनोकोलो ज ट<br />

रखा जाए।<br />

VPS-AKT-<strong>25.03.2010</strong>-20.00-4g<br />

मेरे<br />

े म कानोता पड़ता है। कानोता क बे म पी.एच.सी. क बहत ु यादा द कत<br />

है माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से मं ीजी का यान आक षत करना<br />

चाहंगी ू क मेरे म एक ाम पंचायत कानोता जो क नेशनल हाई-वे 24 पर थ त<br />

है, इसक जनसं या लगभग 18 से 20 हजार है और आपको यह जानकर बहत हैरानी ु<br />

होगी क वहां पर छोटा-मोटा मतलब, पी.एच.सी. या उससे भी जो छोटा होता है वह भी<br />

वहां पर नह ं है। उप वा य के , वह भी वहां पर नह ं है। 18 से 20 हजार क<br />

आबाद होने के बाद वहां पर पी.एच.सी. होना बहत ज र है य<br />

ु<br />

क वह हाई-वे पर है,<br />

अकसर वहां ए सीड स होते रहते ह तो जो ए सीडटल पेशट होते ह वे जयपुर तक<br />

आते-आते ह खतम हो जाते ह तो वहां पर ाथिमक वा य के खोला जाए। उसम<br />

एक ोमा यूिनट था पत होनी चा हए जससे ए सीडट म घायल हए य ु<br />

य को<br />

ाथिमक उपचार िमल सके । इस हेतु कानोता ाम म खसरा न बर 351/1/2 क जमीन<br />

भी पटवार भवन के पीछे मु य माग पर उपल ध है जो जे.ड .ए. के नाम है। जो आसानी<br />

से उपल ध हो सकती है। मेरा मं ी महोदय से िनवेदन है क पी.एच.सी. खोलने क<br />

घोषणा वे आज ह कर द। अभी ह कर द।<br />

ामीण िच क सालय म हो रह अ यव था से भी मेरे<br />

े क जनता को काफ<br />

परेशािनय का सामना करना पड़ता है। ामीण िच क सालय के अ पताल म टाफ<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(198)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नदारद रहता है। वहां पर अभी अगर इस व त भी अगर मं ी महोदय उनको फोन करगे<br />

तो वहां पर न तो कोई डा टर िमलेगा और न कोई क पाउं डर िमलेगा य क सुबह मुझे<br />

कोई काम था और मने हॉ<br />

पटल म फोन कया तो मेरे पास यानी, 10 न बर मुझे िमल<br />

गये क आप इससे बात करो, इससे बात करो ले कन बात कससे कर वहां पर कोई है<br />

ह नह ं। अभी भी अगर वहां पर वजीट क जाए एकदम से तो वहां पर कोई नह ं<br />

िमलेगा। पूरा टाफ िमलीभगत से कभी कोई छु ट पर है, कभी कोई छु ट पर है, इसके<br />

िलए उिचत कायवाह क जाए।<br />

ए.एन.एम. का भी, कभी भी कसी भी उप वा य के पर ए.एन.एम. नह ं<br />

िमलेगी आपको। अिधकतर ए.एन.एम. अपनी ड पसर म नह ं िमलगी। पूछने पर पता<br />

चलेगा, उ ह ने डेपुटेशन करवा रखी है। उ ह ने तो वहां, पर तु<br />

पूव थान पर कायरत है जससे<br />

पर ितबंध लगाना चा हए।<br />

बी.पी.एल. मर ज, आज बी.पी.एल.<br />

होता है पर तु बी.पी.एल.<br />

रकाड म तो ए.एन.एम.<br />

ामीण जनता को असु वधा होती है इसिलए डेपुटेशन<br />

ेणी म आने वाले मर ज का मु त म इलाज<br />

ेणी म ऐसे प रवार ह जनको ज रत ह नह ं है बी.पी.एल.<br />

काड क भी, ऐसे लोग बी.पी.एल. प रवार म ह और वे ह लोग इसका फायदा भी उठा<br />

रहे ह इसिलए म चाहंगी क इस अिनयिमतता बरतने वाल के खलाफ कायवाह होनी<br />

ू<br />

चा हए और उिचत िनर ण के बाद ह बी.पी.एल. ेणी के मर ज को लाभ िमलना<br />

चा हए।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब आप समा त।<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): म थोड़ा सा समय और लेना चाहंगी। आज हम<br />

ू<br />

लोग को आयुवद दवाइयां अपनाने क सलाह देते ह ले कन ामीण े म आयुव दक<br />

औषधालय म भवन के नाम पर एक मा जजर हालात म एक छोटा सा कमरा है और<br />

यह मने खुद तुंगा म जाकर देखा भी है और मुझे मालूम भी नह ं था क वह औषधालय<br />

है, मने सोचा क ऐसे ह कोई अपने रात-बात बता लेता होगा वहां पर। एक बहत ह ु<br />

छोटा सा वह था। आयुवद को बढ़ावा देने के िलए कसान को हबल-<br />

ान के वषय म<br />

जानकार उपल ध करवा कर उ ह अपने खेत म हबल उ पादन क खेती करने के िलए<br />

उ सा हत करना चा हए जससे आज के समय म आयुवद को बढ़ावा िमल सके ।<br />

महोदय, जस तरह से आयुवद म दवाइयां अपने नाम से बकती है, क पनी भी वह,<br />

उसी तरह से अं ेजी दवाइयां भी अपने सॉ ट के नाम से बकनी चा हए। आज<br />

दा ावलेह, यवन ाश कोई भी क पनी इ ह बनाये ले कन नाम एक ह है पर तु<br />

ऐलोपैथी म एक ह तरह क दवाइयां हजार नाम से बकती ह। उनक क मत म 1 से<br />

500 ितशत तक का अ तर होता है हालां क यह राज थान सरकार के हाथ म नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(199)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

होकर भारत सरकार के पास है पर तु राज थान सरकार भारत सरकार को इसके िलए<br />

दबाव डाल सकती है। अ खल भारतीय तर के मं ी स मेलन म यह मामला उठाया जा<br />

सकता है।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आप समा त करो।<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): माननीय सभापित महोदय,<br />

बहत ह छोटा सा है।<br />

ु<br />

ी सभापित: बस अब आप समा त करो।<br />

िसफ एक और है,<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): हमारा छोटा सा पड़ोसी देश बां लादेश इस काम<br />

को वष पूव कर चुका है और वहां िसफ 100 दवाइयां ह चल रह ह जब क ह दु तान<br />

म कई लाख दवाइयां चल रह ह जो जनता को लूटने का सहारा है। मं ीजी स हत सभी<br />

माननीय सद य जानते ह क सद , जुकाम, बुखार जैसी बीमार क दवा भी जस डा टर<br />

ने िलख द है उनके घर के आस-पास या उसके अ पताल के पास ह वह दवा िमलेगी<br />

और कह ं नह ं य क उस पर 200 ितशत तक का कमीशन उस डा टर को िमलता<br />

है।<br />

ज र है।<br />

ी सभापित: ी ओम जोशी। माननीय सद य, वराजो।<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): माननीय सभापित महोदय,<br />

ी सभापित: वराजो- वराजो आप।<br />

ीमती अ जू<br />

थोड़ा सा है, बहत ु<br />

ख गवाल (ब सी): आ खर म म िसफ दो-चार लाइन का है<br />

...( यवधान)... ामीण े म तो यह बीमार ...( यवधान)...<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): माननीय सभापित महोदय, ...( यवधान)...<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): माननीय सभापित महोदय, थोड़ा सा<br />

...( यवधान)...<br />

ी सभापित: हां, समा त करो आप।<br />

ीमती अ जू ख गवाल (ब सी): दो िमनट म। दो िमनट का है। आपका यान न<br />

के वल मेरे े म ब क स पूण राज थान म नकली दवाइय के बढ़ते कारोबार क ओर<br />

आक षत करना चाहती हं ू और िनवेदन करना चाहती हं ू क ‘शु के िलए यु ’ क तज<br />

पर हालां क जस तरह से अिभयान चला उस तरह तो नह ं पर तु उस भावना से न कली<br />

दवाइओं के खलाफ भी ामीण तर से लेकर जला तर तक अिभयान चला कर<br />

दो षय को िगर तार करना चा हए। ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी ओम जोशी।<br />

(मेजर ओ.पी.यादव, सभापित, पदासीन)<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(200)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): माननीय सभापित महोदय, आज वष 2010-2011 के बजट<br />

म िच क सा एवं लोक वा य और सफाई, मांग सं या-26 एवं म और रोजगार, मांग<br />

सं या-23 पर चचा करने का आपने मुझे अवसर दया, उसके िलए आपका आभार।<br />

चूं क, समय-समय पर आप िनदिशत कर रहे ह क समय क कमी को देखते हए ु<br />

आकड़ म नह ं जाएं और भूिमका नह ं बाध। म न तो भूिमका बांधूंगा और न म िछ<br />

ढंढंगा। ू ू न म आपको पहले क सरकार ारा या- या हमार हालत खराब क गयी,<br />

उसक किमय को उजागर क ं गा। न म आलोचना क ं गा और न हमारे जो पूव वधान<br />

माननीय सद य के ारा विभ न कार के आकड़े, विभ न कार के कां स के<br />

रेफरसेज और विभ न कार के रसच और कई बात आपके सम रखीं, उन सबक<br />

तरफ नह ं जाऊं गा। म आपसे अनुरोध करना चाहता हं ू क माननीय मु य मं ीजी और<br />

माननीय िच क सा एवं वा य मं ीजी का जो राज थान का य कै से िनरोग हो,<br />

कस तर के से उनको रा य सरकार क ओर से वा य सेवा का लाभ िमले इस बात<br />

का पूण याल रखते हए जब से उ ह<br />

ु<br />

ने स ता स भाली है, वे इसम लगे हए ह। ु<br />

इस बजट म कर ब 25 ब दुओं पर िच क सा वा य एवं िच क सा िश ा के<br />

संदभ म हमार सरकार ारा विभ न जो ऐसे ब दु जो आम आदमी से सरोकार रखते ह<br />

उनको स<br />

मिलत करते हए ु सभी स भागीय मु यालय जहां पर भी मर ज क सं या<br />

बढ़ रह है वहां पर कस तर के से यव था सुचा प से चल सके , इस बात का यान<br />

रखते हए इस बजट म ावधान कये ह।<br />

ु<br />

म मु य दो बात का खास तौर से उ लेख करना चाहंगा ू जो क राज थान के िलए<br />

गव क योजनाएं ह। मु य मं ी बी.पी.एल. जीवन र<br />

ा कोष का जो उपयोग रहा है, जो<br />

योजना राज थान म लागू क गयी है और जनवर , 2009 से अब तक कर ब 26 लाख<br />

लोग को इस योजना का लाभ िमला है। यह अपने आप म देश म एक अनूठ योजना है<br />

ओर इस योजना से आम गर ब, आम सामा य आदमी लाभ ा त कर रहा है। म हमारे<br />

माननीय मु य मं ीजी और िच क सा मं ीजी का जो क एक शानदार य व के धनी<br />

ह, इस सदन के मा यम से आपका ध यवाद ा पत करता हं। ू<br />

दसरा ू , जो 108 ए बुलस सेवा क यव था क गयी है। जब भी 108 ए बुलस सेवा<br />

क बात आती है और अ य ए बुलसेज भी हमार सरकार ने उपल ध कराई है। हमारे<br />

ितप के माननीय सद य त कालीन मु य मं ीजी का उ लेख करते रहते ह। म यह<br />

िनवेदन करना चाहता हं ू क सरकार जब भी कोई होती है, योजना े ठतम लागू करने<br />

का यास करती है ले कन उसका या वयन, उसका ए ज यूशन अपने आप म बहत ु<br />

मह वपूण होता है। पछली सरकार रह , म एक उदाहरण देना चाहता हं। ू<br />

108 का आप<br />

उसक लोक यता का लाभ लेना चाहते ह। िन त पेण 108 क सेवाएं आज राज थान<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(201)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

म<br />

े ठ सा बत हो रह ह। 15 िमनट म 108 ए बुलस जहां भी रोगी को आव यकता<br />

होती है, उपल ध हो रह है। यह जो सेवा व तार प से उपल ध करायी गयी है, इसका<br />

जो या वयन कया गया है वह हमार सरकार ने कया है और भावी या वयन<br />

कया है। दसर तरफ पछले जब हमार सरकार थी तो म मेरे<br />

े क बात कहना<br />

चाहंगा क फलौद म<br />

ू 75 श याओं का अ पताल मो नत कया गया। मुझे खेद है क<br />

लगातार पाँच वष तक भारतीय जनता पाट क सरकार रह और वह जो<br />

मो नयन<br />

कया गया था, उसके अनुसार कसी भी कार का पद थापन िच क सक का और टाफ<br />

का नह ं कया गया।<br />

िशव/चौहान/25.3.2010/20.10/4h<br />

के वल मा जो<br />

मो नयन कया गया था, उनको यथावत रखा गया। मुझे खुशी है<br />

क वतमान सरकार जब आई तो उसके संबंध म यान दया और कई िच क सक का<br />

वहां पर पद थापन कया है।<br />

इसके साथ ह कु छ कमी वहां पर है। फलौद का जो े है, वह एक के ब दु है<br />

जोधपुर-बीकानेर-नागौर और जैसलमेर का। 160 कलोमीटर के म य यह<br />

थत है।<br />

नेशनल हाइवे न बर 15 वहां से गुजरता है। मेगा हाइवे, जो कांडला तक जाता है, वह भी<br />

फलौद से लगता हआ ु है। टे ट हाइवे लगते हए ु वहां पर बहत ु भार सं या म मालवाहक<br />

वाहन गुजरते ह और रामदेवरा के मेले म भी मेरे<br />

े से होकर या ी जाते ह। यह जो<br />

सब बात ह, थित है उससे ए सीडट क थित काफ बढ़ हई ु है। आव यकता इस<br />

बात क है क इनका कस तर के से उपचार हो, इसके िलये फलौद म ोमा सटर क<br />

महती आव यकता है। जैसा क रा य सरकार क मंशा है क ऐसे थान पर ोमा सटर<br />

खोला जाये। म आपके मा यम से माननीय िच क सा मं ीजी से यह मांग करता हं क ू<br />

फलौद म ोमा सटर था पत कया जाये और जो 55 शै याओं का अ पताल घो षत हो<br />

चुका है, इसम जो सु वधाएं ह जैसे ह ड रोग वशेष क बात है, आज तक उसका<br />

पद थापन नह ं हआ ु है। म िनवेदन करना चाहंगा ू क जो पद 75 शै याओं के अनुसार<br />

होने चा हये, कृ पया सभी क पूित करके अनुगृ हत कराव।<br />

म िनवेदन करना चाहंगा मे डकल रलीफ सोसायट के बारे म पछली सरकार म<br />

ू<br />

एक ऐसा िनणय हआ ु है, जो म कह सकता हं ू क वह लालफ ताशाह का िनणय है। जो<br />

ाइमर है थ सटर और क युिनट है थ सटर पर मे डकल रलीफ सोसायट ज ह वहां पर<br />

पहले एस.ड .एम. उस<br />

सी.एम.ए ड एच.ओ. को चेयरमैन बनाने का<br />

े के चेयरमैन हआ ु करते थे। एक अमडमट हआ ु और उसम<br />

ावधान कर दया गया। सी.एम.ए ड<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(202)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

एच.ओ. जला तर पर बैठता है और मे डकल रलीफ सोसायट को कई कार क<br />

सु वधाएं देने के िलये िनणय करने पड़ते ह तो वह सी.एम.ए ड एच.ओ. उपल ध नह ं<br />

होने से कई मह न तक उसक मी टंग नह ं होती है। उदाहरण के िलये मेरे फलौद म<br />

पछले 12 मह ने से मी टंग नह ं हई। ु म आपके मा यम से माननीय िच क सा मं ीजी<br />

का यान आक षत करना चाहता हं क इन िनयम म संशोधन कये जाय और अगर<br />

ू<br />

वहां के े ीय वधायक अथवा वहां के शासिनक अिधकार को मे डकल रलीफ<br />

सोसायट का अ य बनाया जाता है तो म समझता हं जस उ े य<br />

ू से इस सिमित का<br />

गठन कया गया है, उसको साथक प से या वित म हम सहायक होगा। आपके<br />

मा यम से उन सोसायट ज को लाख पये का बजट जाता है, उसका सह उपयोग होगा।<br />

सबसे पहले बजट पेश होगा। समय पर उसके बजट का ावधान रखा जाता है, उसका<br />

उपयोग और पयवे<br />

ण हो सके गा। यह मेरा आपसे िनवेदन है।<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर।<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): माननीय सभापित महोदय, अभी तो मुझे चालू कये एक<br />

िमनट हआ ु है और पहले हमारे वप के जो सद य बोल रहे थे, उसम भी समय सीमा<br />

ब कु ल नह ं थी।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, घड़ यहां पर भी रखी है।<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): म राज थान देश और देश क कोई बात नह ं क ं गा।<br />

मेरे े क जो पीड़ा है, वह आपके सम रखूंगा। इसके अलावा मुझे कोई बात नह ं<br />

करनी है। माननीय सभापित महोदय, िच क सा प ित अपने आप म व वास पर<br />

आधा रत है। कसी को एलोपैथी, कसी को आयुव दक, कसी को हो योपैिथक, सब<br />

अलग अलग बात है। मेरे वधान सभा<br />

े के लोग को आयुव दक िच क सा प ित म<br />

व वास है। ले कन दु:ख इस बात का है क पछली सरकार के समय एक भवन<br />

आयुव दक िच क सालय के िलये, जो एक दानदाता ने उपल ध करवाया था, उस भवन<br />

से िच क सा टाफ को हटा दया गया। अब वह भवन खाली पडा है। म आपके मा यम<br />

से िनवेदन करना चाहता हं ू क उस आयुव दक िच क सा के िलये भवन क यव था हो<br />

चुक है। उसम आयुवद िच क सा म व वास रखने वाले हमारे जो लोग ह, उनको<br />

िच क सा सु वधा पूण प से उपल ध कराई जाये, यह मेरा िनवेदन है।<br />

माननीय सभापित महोदय, एक बहत ु ह अित मह वपूण लोक हत का मामला है<br />

जससे हम जुड़े हए ह। राज था<br />

ु न म 1956 म मणशील श य िच क सा इकाई क<br />

थापना हई। ु बहत ु ह दर ू और बड़ सोच रखने वाले त कालीन िच क सक ने और<br />

शासक ने िमलकर यह मणशील श य िच क सा इकाई था पत क थी और 500<br />

शै याओं क यह िच क सा इकाई गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर जब भी कै स लगाते थे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(203)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

तो सकड़ क सं या म ामीण को इसका लाभ िमल रहा है। मेरे े म भी इस<br />

मणशील श य िच क सा इकाई के कर ब 30 िश वर पछले 30 साल म आयो जत<br />

हए। ु इससे हमारे े म बड़ भार मा ा म, बड़ सं या म लोग लाभा वत हए। म<br />

िनवेदन करना चाहता हं क ू मणशील श य िच क सा इकाई को और यादा सश त<br />

कया जाये। अ याधुिनक जो सु वधाएं ह, वह इसम उपल ध कराई जाये। अ याधुिनक<br />

सु वधाएं और जानकार रखने वाले िच क सक को पद था पत कया जाये और जस<br />

तर के से माननीय यायालय के आदेश ह ने िच क सा के िश वर नह ं लग रहे ह, लड<br />

बक के संबंध म भी कठोर िनदश ह। ऐसी हालत म यह जो<br />

मणशील श य िच क सा<br />

इकाई है वह बहत ु ह उपयोगी रहेगी। हालां क बजट म अ य मणशील श य िच क सा<br />

इकाई जला<br />

तर पर िच क सा इकाई खोलने क यव था क गयी है, ले कन इस<br />

मणशील श य िच क सा इकाई है, उसका जो उपयोग है, वह वा तव म का बले तार फ<br />

है। इस बात से म समझता हं ू हमारे िनमल जी कु मावत ह..( यवधान)...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, कृ पया समा त कर।<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): माननीय सभापित महोदय, म आपसे यह भी अनुरोध<br />

करना चाहंगा ू जस वषय म आज अभी तक कसी ने नह ं बोला, वह वषय भी म<br />

आपसे िनवेदन करता हं ू क हमार जब पछली सरकार थी तो नगर य े म उ प न<br />

होने वाले ठोस अपिश ट एवं जीव िच क सा अपिश ट िन तारण हेतु एक नीित प<br />

तैयार कया था और उसको लागू कया गया था, ले कन पाँच वष म इसके<br />

भावी<br />

या वयन क कमी रह । अब म आशा करता हं क इस नीित प के अनुसार<br />

ू<br />

या वयन करके और शहर क सफाई और लोक सफाई क यव था को सुधारा<br />

जायेगा। इसके साथ म अनुरोध करना चाहता हं क फलौद म चूं क यह सफाई का<br />

ू<br />

मामला वा य से जुड़ा हआ है ु , इसिलये फलौद म नगर पािलका े म एक योजना<br />

लं बत पड़ है सीवरेज क , उस योजना को भी वीकृ ित दान क जावे।<br />

म िनवेदन करना चाहंगा ू हमारे म और रोजगार मं ी महोदय को, उनके पास अभी<br />

कसी भी ब दु पर ..( यवधान)... बैठ रहा हं ू साहब, बैठ रहा हं। ू आप य इशारा करते<br />

हो म बैठ जाऊं गा मं ी महोदय। आपके पास अभी तक एक भी वषय नह ं आया।<br />

आपके म और रोजगार से संबंिधत एक भी वषय कसी ने नह ं उठाया। मेरे े म<br />

जहां पर ... ( यवधान)...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, कृ पया समा त कर।<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): जला मु यालय 160 कलामीटर पर है। म माननीय<br />

और रोजगार मं ीजी से िनवेदन करना चाहता हं क फलौद म ामीण रोजगार कायालय<br />

ू<br />

म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(204)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

क थापना क जाये ता क वहां के बेरोजगार युवक को सु वधा िमल सके । आपने मुझे<br />

समय दया, इसके िलये आपका बहत ु बहत ु आभार, ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी वासुदेव देवनानी।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): माननीय सभापित महोदय, आज मांग सं या<br />

26 पर बोलने क जो अनुमित द है, उसके िलये आपका आभार। माननीय िच क सा<br />

मं ीजी बहत ु स जन य ह, बहत जटलमैन ह, ले कन लगता है क वभाग म इनक<br />

पकड़ जतनी होनी चा हये, वह बन नह ं पा रह है। और न ह इस कार क मोिनट रंग<br />

जो अपे<br />

त है, वह हो नह ं पा रह है। उसका प ट माण है जो इ ह ने पछले बजट<br />

म घोषणाएं क ं, जो बजट रखा और जो कु छ यव थाएं सुधार के िलये बात कह ं, उसम<br />

से एक भी पूर नह ं हई ह। ले कन आ खर ह भी कै से<br />

ु ब डंग बन जायेगी, दवाइयां<br />

आ जायगी, ले कन उसको काय प म प रणत कौन करेगा<br />

आपने ड .पी.सी.क । सहायक ोफे सर बना िलये, आपने ोफे सर बना िलये, ले कन<br />

सहायक आचाय का जो मूल पद है, उसको आपने भरा नह ं। राज थान म 559 पद ह,<br />

उनम से के वल 308 पद भरे हए ु ह अथात ् 45 ितशत पद आज भी खाली ह। इसके<br />

बना िच क सा सु वधाएं सुधरगी कै से, यह समझ से बाहर है। माननीय सभापित<br />

महोदय, जब भी एन.सी.आई का इंसपे शन होता है, तब एक जगह से दसर जगह ू<br />

ांसफर कर देते ह। पछले दन माननीय मु य मं ीजी ने कहा क यह बड़ शमनाक<br />

बात है क एक जगह से दसर जगह ांसफर करते ह। कई बार ाइवेट हा<br />

पटल से दस<br />

दन के िलये उसको अपाइंटमट देकर उस हा पटल म यो कर देते ह ता क<br />

एन.सी.आई. उसको वैर फाई कर दे, उसके बाद उसको रलीव कर देते ह। यह जो<br />

है, लगता था क शायद आप डॉ टर के िलये बजट का कु छ ावधान रखगे। ले कन इस<br />

बजट को देखने के बाद उसम कसी कार का कोई ावधान दखाई नह ं देता है। फर<br />

लोग को दवाइयां िमल कै से<br />

माननीय सभापित महोदय, नकली दवाओं क ब रोक। इसके िलये औषिध<br />

िनय ण वभाग है। के य वा य मं ालय का एक फामूला है क एक ग इंसपे टर<br />

100 दकान ु का िनर ण करेगा। राज थान म आपके पद कतने ह पद के वल 45 ह।<br />

<strong>pcs</strong>-usc-<strong>25.03.2010</strong>-20.20-4j<br />

और उनम से बारह पद खाली ह, के वल 33 लोग कायरत ह और राज थान म<br />

दकान ु कतनी, राज थान म दकान ु ह तीस हजार अथात ् एक ग इंसपे टर को नौ सौ<br />

थित<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(205)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नौ दकान का िनर<br />

ण<br />

करने का दािय व है। वह कै से कर सकता है इसिलए नकली<br />

दवाइय से लोग को बचाने का आपके पास कोई ो वजन दखाई नह ं देता।<br />

सभापित महोदय, आगे बढ़। राज थान है थ िस टम डवलपमट प रयोजना व व<br />

बक से आपके पास आयी, 04-05 म आयी, पाँच वष के िलए आयी। उसम बजट था<br />

472.58 करोड़ और उसम से योजना थी, 238 तीय तर क जो चयिनत िच क सालय<br />

है, उनका सु ढ़ करण होगा। उसम चौबीस घंटे आपात िच क सा उपल ध होगी, दवाइयां<br />

ह गी ले कन दवाइय के<br />

योरमट के िलए आपने उसम ो वजन रखा 138 करोड़ और<br />

आपने आज तक खच कतना कया, खच कया के वल 75.8 करोड़ अथात ् उसम से आप<br />

पैसा खच नह ं कर पाये। 2009-10 के बजट म आपने ो वजन रखा 111.58 करोड़ और<br />

दस बर तक खच कतना हआ है ु<br />

35.49, आप के वल 25 परसट पैसा खच कर पाये।<br />

आप पैसा खच ह नह ं कर पा रहे हो। फर एन आर एच एम क योजना म लान के<br />

बजट म आपने<br />

ो वजन रखा 394.71 लाख और खच कतना कया दस बर तक<br />

152.83 लाख अथात ् आप 40 परसट यय ह कर पाये ह। बाक तीन मह ने म 60<br />

परसट खच करने क या गोलमाल करने क योजना लगती है<br />

आपने ए एन एम भत करने क यव था क , पाँच हजार ए एन एम सं वदा पर<br />

रखगे, आपने रखीं कतनी, दो हजार आठ सौ ितरपन। सभापित महोदय, य द म और<br />

आगे बढं ू, सार जगह 53 सामा य िच क सालय ह आपके यहां, 349 सामुदाियक<br />

वा य के ह और 1503 ाथिमक वा य के ह और मै डकल रलीफ सोसायट ज<br />

बनी हई ह। उसम<br />

ु<br />

पचहे तर हजार तेरह। उसम खच हआ ु<br />

08 और 09 के अ दर आपके जो लाभाथ थे वे थे पाँच लाख<br />

8.24 करोड़, और आपने 09-10 म कतना खच<br />

कया है, के वल 2.49 करोड़, 25 परसट अथात ् आप इन गर ब लोग को कसी<br />

का, दवाई का भी आप ो वजन नह ं कर पाये। और तो और िश<br />

कार<br />

ा मं ीजी भी बैठे हए ु<br />

ह, ब च के िलए एक योजना शु क थी शाला वा य काय म। शाला वा य<br />

काय<br />

म िच क सा से जुड़ा हआ है। िच क सा<br />

ु वभाग ने उसम 08 और 09 म हमने क<br />

थी 65308 कू ल के ब च का वा य पर<br />

ण। उसम पतीस लाख ितरेपन हजार आठ<br />

सौ िछयासठ व ािथय का वा य पर ण कया। उसम 58 हजार और 5 लाख 82<br />

हजार लोग को रोग त थे, उनको हमने दवाइयां द ं और उपचार कराया 53 हजार 5<br />

सौ 18 का और आपने या कया, उन बेचारे ब च के साथ भी अ याय कया है। 09<br />

और 10 म के वल वा य पर ण कया है के वल 34 हजार 58 कू ल का। यानी 50<br />

परसट कू लो के ब च का वा य पर<br />

ण कया। 50 परसट ब चे वा य योजना के<br />

कारण बलकु ल उसके िलए मह म रह गये और ब च का उपचार कया के वल 4629,<br />

मेरे ब च का तो यान रखते। ये नौिनहाल ब चे ह, य द इनका वा य ठ क होगा,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(206)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इनका पर<br />

ण ठ क होगा, इनको दवाइयां िमलगी, ये ठ क ह गे तो राज थान ठ क होगा,<br />

समाज ठ क होगा, देश ठ क होगा ले कन इसक भी आपने कोई िच ता नह ं क ।<br />

एक कदम आगे अगर एक ब दु क ओर यान दंू, आपने सब सरकार डा टस को<br />

कहा क जेने रक दवाइयां िलख। बहत अ छा ु कया ले कन पछले दन आपने एक<br />

आदेश पा रत कया क सरकार कमचार कु छ िनजी िच क सालय से भी िच क सा<br />

करवा सकगे। या िनजी िच क सालय के डा टस का आपने यह कहा क वह जेने रक<br />

दवाइयां िलख। यह आपने उसके िलए आदेश नह ं िनकाला। वह ितगुने क मत क<br />

दवाइयां िलख रहे ह और वह रा य कमचार से वह ितगुनी क मत वसूल करगे और यह<br />

सरकार पर भार पडे़गा। इसके िलए कभी आपने यान नह ं दया। सभापित महोदय, म<br />

माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा ू क इन बात के ऊपर यान रख ता क<br />

वा य सेवाएं सुधर।<br />

अब म य द अपने अजमेर क ओर बढं। ू अजमेर एक संभागीय िच क सालय है<br />

ले कन आपने उसको के वल जला िच क सालय तक सीिमत कर रखा है। उसम बैड<br />

कतने ह य द म आपको िगनाऊं जोधपुर म बैड ह 2035, उदयपुर म ह 1590 और<br />

बीकानेर म ह 1400 ले कन अजमेर म के वल ह 838, या अजमेर संभाग लावा रस है।<br />

उसक आपने कभी िच ता नह ं क । य क आप न तो वहां पर डा टस िनयु त कर पा<br />

रहे ह और सब लोग जयपुर जमे हए ह। वहां पर सहायक आचाय के पद है<br />

ु<br />

87 और<br />

उसम से भरे हए ह ु 50, तकनीक कमाचार ह 59, भर रखे ह के वल 34, लगभग 40<br />

परसट पद खाली ह। उसके हाल बुरे ह। उसको सुधारने के िलए हमार सरकार ने एक<br />

ताव बनाय था मेड िसट का। उसम था क मैड क स क सार सु वधाएं एक जगह<br />

ह । यू आई ट ने जमीन अलाट कर द थी। पैसे क ज रत नह ं थी। डवीजनल<br />

किम नर उस समय द पक उ ेती थे। उ ह ने सार योजना बनायी ले कन आपक सरकार<br />

के आते ह उसको रोक दया गया। अभी जो वतमान जमीन है, पैसा उसको बेचकर<br />

यव था करके यहां पर छोटा हा पीटल रखते हए सार सु वधाएं य द एक जगह करते<br />

ु<br />

तो अजमेर क आज सार सम याओं का समाधान हो जाता।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आप कृ पया समा त कर।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): दो िमनट। अजमेर का एक ोमा से टर है।<br />

ोमा से टर के िलए आपको के सरकार से 9.60 करोड़ का आया। डेढ़ वष म 80<br />

लाख का के वल आप भवन बना पाये। यूरो सजर क ब<br />

डंग बनी हई है। एक करोड़<br />

ु<br />

पये आपको सीमे ट फै से िमले ले कन उसके उपकरण आज तक नह ं खर दे गये।<br />

वह अभी भी वचाराधीन है। योजना म है। पता नह ं कब वह वाड शु होगा। इसका<br />

अ दाज नह ं लगाया जा सकता। गे ोलॉजी डपाटमट के िलए 45 लाख<br />

पये क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(207)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

वीकृ ित हई ु ले कन आज तक उसका उपकरण खर दा नह ं गया। गे ोलॉजी डपाटमट<br />

वैसा का वैसा पडा हआ है। अजमेर ब<br />

ु<br />

हत बड़ा शहर है। उसके िलए सैटेलाइट हा पीटल<br />

क आव यकता है। मने गत वष भी आपको िनवेदन कया क मेरा अजमेर उ तर<br />

वधान सभा<br />

े है। वहां क लगभग एक लाख जनता है, य द आप वहां पर सैटेलाइट<br />

हा पीटल का ो वजन करगे तो जे एल एन हा पीटल पर भी भार कम होगा। जनता को<br />

भी सु वधाएं िमलगी। य द आप वहां पर सैटेलाइट हा पीटल क यव था कर सक<br />

माननीय िच क सा मं ीजी, तो अजमेर शहर के िलए बड़ उपल<br />

ध होगी और मेहनत<br />

होगी। जनाना हा पीटल वहां से दस कलोमीटर दर ू है, वहां पर सूित के िलए लोग को<br />

जाने के िलए बहत ु परेशानी है। अजमेर जनाना हा पीटल क एक यूिनट य द खुल जाए<br />

तो आपक सार सम याओं का समाधान हो सकता है। वहां पर प रवार क याण िश<br />

के था। वहां से सारे आ फस हट गये ह, भवन खाली पडा है, य द आप वहां पर<br />

जनाना हा पीटल क यूिनट शु कर दगे तो आगे जाकर बढे़गी।<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): सभापित महोदय, बाक लोग क तुलना म दो<br />

िमनट भी मने नह ं िलये ह। आपके वहां पर मै डकल आई सी यू के हाल बुरे ह। वहां पर<br />

एक तरह से आई सी यू है ह नह ं और यूरो सजर का आई सी यू तो वहां पर बनना<br />

बहत ु आव यक है। जतने ए सीडट हो रहे ह जसके कारण से लोग को सहायता िमल<br />

सके गी। मेरे े म क ची ब तय म आपने पाँच डसपसर और दो एडपो ट क<br />

वीकृ ित द है। चार खुलीं, दो ब द हो गयीं, अभी तक तीन ब द पड़ ह उनको आप<br />

ज द से ज द शु करवाय और साथ ह , वहां पर वे ट लेटस नह ं ह। हमार सरकार ने<br />

पैरामै डकल कोसज शु कये थे। न बे<br />

ह। यह एक बड़ वकट<br />

थित है... ...( यवधान)...<br />

वेश के थान ह, के वल प ह ह वेशाथ दये<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आपसे िनवेदन है क अब आप समा त कर।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): एक ट बी हा पीटल शहर के बीच म है। ट<br />

बी हा पीटल को य द आप शहर के बाहर ले जाएंगे तो यह बहत ज र है। ु<br />

ी सभापित: म इस घंट के बाद म ने ट पीकर का नाम बोलने जा रहा हं। ू<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): म एक िमनट म समा त कर रहा हं माननीय ू<br />

सभापित महोदय।<br />

ी सभापित: ी लाल शंकर घा टया।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): यूनानी िनदेशालय आप अजमेर म खोल।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अं कत नह ं होगा।<br />

ण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(208)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी सभापित: अं कत नह ं हो रहा।<br />

ी वासुदेव देवनानी (अजमेर उ तर): 000<br />

ी सभापित: माननीय सद यगण, म आप सबसे िनवेदन करना चाहंगा ू , दोन<br />

सचेतक महोदय क िच ता भी यह है क हमारे 22 माननीय सद य अभी बोलने बाक<br />

ह और 16 माननीय सद य इधर से बोलने बाक ह तो कु ल 38 सद य अभी बोलगे और<br />

आपने काफ बात एलोपैथी पर, हो योपैथी पर, ने युरोपैथी पर। अभी आपका एक और<br />

नु खा है, घरेलू नु खा और वह जो िच क सक है, वह भी आपक इ तजार कर रह है<br />

सबक तो म समझता हं ू क अबक बार, मेर यव था यह है अब से जब तक म<br />

आसन पर हं क पाँच िमनट के बाद आपसे िनवेदन के िलए घंट बजाऊं गा उसके बाद<br />

ू<br />

एक िमनट और बोल ली जएगा। अगर बार-बार घंट बजाने क ज रत पडे़गी तो इसका<br />

मतलब आप अनुशासन म नह ं ह।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): पाँच िमनट म नह ं बोलगे सभापित महोदय।<br />

ी सभापित: नह ं बोलगे तो, यह आपक यव था नह ं है, म यव था दे रहा हं ू<br />

माननीय सद य।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): पाँच िमनट म नह ं बोलगे।<br />

ी सभापित: आपके सचेतक महोदय का भी यह यहां पर िलखा हआ है। ु<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

सभापित महोदय।<br />

ण): पाँच िमनट म अपनी बात नह ं कह जा सकती<br />

ी सभापित: अगर नह ं क जा सकती तो यव था यह है आसन क । अगर दस-<br />

दस िमनट लगे तो इसका मतलब है क आपको चार बजे तक बैठना पडे़गा।<br />

ी अलाउ<br />

न आजाद (सवाई माधोपुर): सभापित महोदय, आपका िनणय बलकु ल<br />

सह है और आप यह कर सकते ह। आप यह क रए ता क सबको याय िमले और सब<br />

बोल सक।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): पहले तो अपनी सीट पर जाकर बोिलए।<br />

Msr/usc/2030/4k/25032010/<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(209)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: आप लोग मेरे याल से अगर इसी म से अगर आपस म बहस<br />

करते रहगे तो बहस काफ ल बी हो जायेगी। म अगले माननीय सद य का नाम बोल<br />

रहा हं। ी लालशंकर घा टया।<br />

ू<br />

ी लालशंकर घा टया (डूंगरपुर): माननीय सभापित महोदय, मुझे मांग सं या 26<br />

पर बोलने का जो मौका िमला है, म आपको ध यवाद अ पत करता हं और सबसे पहले<br />

ू<br />

म स माननीय मु यमं ीजी को आपके मा यम से आभार दिशत करना चाहंगा क मेरे ू<br />

डूंगरपुर म, आपने कहा क पांच िमनट ह बोलना है तो फर बोलगे भी या इसिलए<br />

सीधी-सीधी बात यह कहना चाहंगा क अशोक<br />

ू गहलोतजी क जो सरकार है, आपके<br />

मा यम से म यह कहना चाहंगा ू क सोने के टकड़े ु हजार करो क मत कह ं कम नह ं<br />

होती, हमार सरकार क लाख बुराई करो इ जत कह ं कम नह ं होती, ऐसी आन और<br />

बान और शान क सरकार गहलोतजी क सरकार है ज ह ने हमारे डूंगरपुर जले म एक<br />

ए ेणी का हा पटल खोला, म इस मौके पर आभार दिशत करते हए ु ध यवाद देना<br />

चाहंगा। ू<br />

इसके साथ म हमारे वहां पर एक वे ट लेटर लगाने का जो आदेश कया, उसके िलए<br />

भी म आभार<br />

दिशत करता हं। ू इसी के साथ म एक आई.सी.यू. वाड खोलने क जो<br />

घोषणा क उसके िलए भी म बहत ु -बहत ु आभार दिशत करता हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपसे यह आशा करता हं क हमारे वहां पर कई<br />

ू<br />

कार क किमयां ह, इन किमय को दर ू करने के िलए म आपके मा यम से माननीय<br />

वा य मं ीजी से और मु यमं ीजी का यान आक षत करते हए ु आशा करता हं ू क<br />

हमार सरकार जो पारदश , जवाबदेह और संवेदनशील सरकार है तो म यह आशा करता<br />

हं क मेरे ए ेणी का हा<br />

पटल हो गया है ले कन वहां पर देखा जाए तो िच क सक क<br />

बहत ु कमी है, वहां पर कम से कम व र ठ िच क सक, जनके 6 पद ह उसम 4 पद<br />

र त ह और किन ठ िच क सक के 14 पद ह उसम से 11 पद र त ह और एम.ओ.<br />

का पद भी र त है। इस कार हमारे डूंगरपुर सामुदाियक िच क सालय म 46 पद म से<br />

कम से कम 34 पद र त ह, म इस मंच के मा यम से, आपके मा यम से माननीय<br />

िच क सा मं ीजी से और हमारे गहलोत साहब से यह आशा क ं गा क यह पद शी<br />

भरने क कायवाह कर।<br />

इसके बाद म यह िनवेदन करना चाहता हं क हमारे वहां पर डूंगरपुर जले से पहले<br />

ू<br />

कर ब पास म आठ कलोमीटर क दर ू पर गुजरात रा य है, य द यहां िच क सक नह ं<br />

होते ह तो सबसे पहली दु<br />

वधा यह है क जो लोग आते ह, डा टर लाइन देख कर घबरा<br />

जाते ह, इनको सह जवाब नह ं देते तो लोग वहां से गुजरात क ओर चले जाते ह।<br />

गुजरात म गुजरात वाल ने सीधा सा तर का अपना रखा है, बहत ु मीठा बोलते ह, जैसे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

ु<br />

(210)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह जाते ह तो उसके बोलने का तर का बड़ा मीठा है, आओ, बैठो, सूं छ:, के म छ:, सूं<br />

छ:, यह कर के उनक क स<br />

टंग फ स कम से कम 150 पया ले लेते ह और हमारे<br />

यहां के लोग के धन का बहत ु ह दु पयोग होता है। इसिलए, माननीय सभापित<br />

महोदय, म आपके मा यम से आज यह आशा करता हं क िच क सा<br />

ू मं ीजी हमारे उधर<br />

काक ायबल बै ट है वहां पर अिधक से अिधक डा टर क यव था कर। हमारे यहां के<br />

कई ए.एन.एम. भत तो हए ह ले कन बाड़मेर<br />

ु<br />

, बीकानेर पड़े हए ह, इनको भी हमारे उधर<br />

िभजवाने क कायवाह कर। म इस मंच के मा यम से, आपके मा यम से यह आशा<br />

करता हं। ू<br />

दसरा ू<br />

, म िनवेदन करना चाहंगा क हमारे डूंगरपुर जले म एक िच क सालय था जो<br />

नया ह रदेव जोशी िच क सालय बना इसके बाद म डूंगरपुर से कर ब चार कलोमीटर दर ू<br />

तक ले गये और हमारे नगरपािलका<br />

े म बहत ु ह काफ जनसं या म लोग रहते ह,<br />

वहां पर एक पी.एच.सी. क यव था हो। माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम<br />

से<br />

वा य मं ीजी से और माननीय मु य मं ीजी से मांग करता हं क हमारे ू<br />

नगरपािलका<br />

े म एक पी.एच.सी. होनी चा हए। इसके बाद म मेरे वहां पर एक<br />

बलकु ल ायबल बै ट है, मेवाड़ा कर के एक<br />

े है, म मांग करता हं ू क वहां पर पाँच-<br />

सात पंचायत जो एक-मु त पड़ती ह, वहां पर कम से कम एक पी.एच.सी. खोली जाए<br />

तो हमारे वहां के लोग को बहत सारा लाभ िमलेगा। यह म आशा करता हं।<br />

ु ू<br />

दसरा ू , म आपसे यह िनवेदन करना चाहंगा ू क िमड डे मील<br />

म जो दवाइयां बंटती ह<br />

उसम कह ं न कह ं िशिथलता बरती जाती है, म माननीय िच क सा मं ीजी से आशा<br />

करता हं क यह दवाइयां अ छ<br />

ू तरह से बंटे, यह अ छ तरह से िनदिशत कर। यह म<br />

आपके मा यम से मांग करना चाहंगा। ू<br />

इसके बाद म जो भी गभवती म हलाएं ह और धा ी म हलाएं ह उनक दवाइयां<br />

आंगनबाड़ कायकताओं के मा यम से िमलती ह, वो समय पर उपल ध करवाएं और<br />

ामीण<br />

आशा करता हं। ू<br />

े म समय पर दलाने म सहयोग दलाने के िलए उनको पाबंद कर। यह म<br />

दसरा ू िनवेदन यह करना चाहंगा क बी.पी.एल. काड हमारे डूंगरपुर जले म जतने<br />

बनने चा हए उतने नह ं बने ह और बहत ह कम सं या<br />

ु म बने ह और उनको जो<br />

दवाइयां िमलनी चा हए वो दवाइयां हर पी.एच.सी. म नह ं िमलती है। म, माननीय<br />

सभापित महोदय, आपके मा यम से<br />

वा य मं ीजी से यह आशा करता हं क ू इन<br />

दवाइय को भी बी.पी.एल. काड बनवा कर सह तर के से वतरण कराने म सहयोग द।<br />

यह म आशा करता हं। ू<br />

ी सभापित: कृ पया आप समा त कर।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(211)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी लालशंकर घा टया (डूंगरपुर): आपने कहा तो आपक बात को टाल नह ं सकते<br />

ह। मुझे यह बोलने का मौका िमला, ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: आपके सहयोग के िलए बहत ु -बहत ध यवाद। डा. व वनाथ मेघवाल।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): माननीय सभापित महोदय, आज मांग सं या<br />

26-िच क सा एवं वा य सेवाओं पर चचा क जा रह है। महोदय, िच क सा व भाग<br />

आम जनता के वा य से जुड़ा वभाग है, इसके िलए िच क सा वा य सेवाएं और<br />

अिधक सु ढ़ और अ छ करने क आव यकता है। महोदय, आज जनसं या के अनुपात<br />

म मे डकल और पैरा-मे डकल का अनुपात बहत ु कम है, कु ल िच क सक 7246 ह जो<br />

जनसं या के अनुपात म 7798 क जनसं या पर एक िच क सा है जब क िनयमानुसार<br />

ढाई हजार क जनसं या पर एक िच क सक होना चा हए। माननीय सभापित महोदय,<br />

अ छ िच क सा सेवाओं के िलए नये पद का सजन करने क अित आव यकता है।<br />

माननीय सभापित महोदय, सरकार ने लीव रजव के 300 पद स जत करने क बात<br />

कह है, मोबाइल इकाइय क खोलने क भी बात कह है। यह सभी पद िमला हैड वाटर<br />

पर होते ह एवं िच क सक अपनी मज से डेपुटेशन करा लेता है। मसमस 76 परसट<br />

आम जनता गांव म रहती है इसके िलए इसका कोई लाभ नह ं िमलता। गांव क<br />

िच क सा सेवाओं को अ छ करने क अित आव यकता है अत: मेरा सुझाव है क इन<br />

पद को गांव म<br />

थत पी.एच.सी., सी.एच.सी. को दया जाना चा हए।<br />

माननीय सभापित महोदय, राज थान म पी.एच.सी., सी.एच.सी. क हालत बड़<br />

खराब है। सरकार कह रह है क बी.पी.एल. को<br />

तो दर क बात प ट बांधने के िलए हा<br />

नह ं है।<br />

दवाइयां देते ह जब क दवाइयां देना<br />

पटल म प ट और गॉज क उपल धता भी<br />

माननीय सभापित महोदय, वा य सूचकांक के अनुसार ज म दर 27.5 ित हजार<br />

जनसं या है जो 21 होनी चा हए। िशशु मृ यु दर 63 ित हजार जी वत ज म जो 32<br />

होनी चा हए। मा मृ यु दर 388 पर एक लाख जी वत ज म जो 148 होनी चा हए। कु ल<br />

जनन दर 3.2 है जो 2.1 होनी चा हए। इससे यह तीत होता है क हमारे राज थान<br />

क वा य सेवाएं यादा अ छ नह ं है और उसम और अिधक सुधार करने क ज रत<br />

है।<br />

माननीय सभापित महोदय, प रवार क याण को देख तो नसबंद आपरेशन क इस<br />

वष उपल<br />

ध बहत ु कम है। यादातर आपरेशन तीन और चार ब च के बाद म कराये<br />

जाते ह जो क एक या दो ब च के बाद होना चा हए। आई.यू.ड . और ओरल प स के<br />

आंकड़े भी यादातर 60, 70 परसट अस य होते ह। जनसं या<br />

ो ाम को सुधारने क आव यकता है।<br />

थर करण के िलए इन<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(212)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय सभापित महोदय, वै सीनेशन जो छ: जानलेवा बीमा रय के िलये ब च के<br />

िलए जीरो से दो वष तक के ब च का वै सीनेशन कया जाता है वो भी ओ.पी.वी और<br />

ड .पी.ट . क तीन डोज नह ं द जाती है, को ड चैन मे टेन भी नह ं क जाती है।<br />

हेपेटाइ टस बी वै सीनेशन भी हमारे यहां नह ं कया जाता है। कई बार आउटडेटेड<br />

वै सीनेशन भी लगा द जाती है। अत: वै सीनेशन काय<br />

आव यकता है।<br />

म म भी सुधार क<br />

माननीय सभापित महोदय, रा य सरकार ारा नये िच क सालय को रयायती दर<br />

पर भूख ड उपलबध कराने के साथ यह शत रखी जाती है क बी.पी.एल. प रवार को<br />

िन:शु क उपचार सु वधा<br />

दान क जाए जब क बी.पी.सएल. प रवार को कोई भी<br />

िन:शु क सु वधा उपल ध नह ं करायी जाती है। सरकार अ पताल क तुलना म िनजी<br />

िच क सालय म इलाज भी बहत ु महंगा है, इस पर सरकार का अंकु श लगाना जाना<br />

चा हए।<br />

Ars/usc/2040/4l/25032010/1<br />

सभापित महोदय, फामािस ट क भत राज थान के सरकार हा<br />

पटल म ग टोर<br />

के फामािस ट क भत नह ं करने से फामसी ए ट 1948 क अवहेलना क जा रह है।<br />

इसका काय निसग टाफ या एल ड सी से करवाया जा रहा है। जससे दवाइय का रख<br />

रखाव, वतरण एवं को ड चेन मटेन नह ं होता जो क आम जनता के वा य के साथ<br />

बहत बड़ा खलवाड़ कया जा रहा है।<br />

ु<br />

सभापित महोदय, नकली और अमा य को ट क दवाइय पर अंकु श के िलए इस वष<br />

कु ल औषध के 1270 नमूने िलए गए, जसम तीन दवाइयां नकली पाई ग । औषिध<br />

जांच के िलए राज थान म एक ह लैबोरे है। औषिध के नमूने छह छह मह ने तक ऐसे<br />

पड़े रहते ह और इसम से स तर अ सी दवाइय क जांच क जाती है। जब क पांचसौ<br />

छह सौ तरह क दवाइयां ह। इंजे टर और आंख क दवाइयां, िलवोिस<br />

गैट<br />

जन, जैसे<br />

लो सोिसन, एल ाजोलम जैसी दवाइय क यहां कोई भी जांच करने क सु वधा<br />

नह ं है। अत: ह ेड परसट दवाइय क टै<br />

आ रहा है तो उसक पहले जांच होनी चा हए।<br />

टंग होनी चा हए। बाजार म अगर नया सा ट<br />

सभापित महोदय, दवाई क पिनय क उिचत दर के िलए दवाई क पिनय को<br />

पाब द कया जाना चा हए। जेने रक दवाइय पर भी उिचत दर ह िलखी जानी चा हए<br />

जससे आम गर ब जनता को स ता इलाज िमल सके । सभापित महोदय, सरकार ारा<br />

सी एच सी पर एफ आर वी सेवा देना ता वत है जसके तहत एक गाइनोकोलो ज ट,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(213)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

एक एने थे ट स, एक पी डयो स होना आव यक है। जब क हालत यह है क हमारे<br />

बीकानेर म डूंगरगढ़, नोखा और लूणकरणसर सी एच सी पर एक गाइनोकोलो ज ट क<br />

पो ट भी नह ं है। सरकार कै सी सेवा देना चाहती है।<br />

सभापित महोदय, पी एच सी पर दो डा टर होने चा हए। मेरा सुझाव है क एक<br />

डा टर पी एस एम का काय<br />

म देखे व दसरा ू डा टर ाम क आम जनता को िच क सा<br />

सु वधा उपल ध कराए। पी एच सी, सी एच सी पर कायरत डा टर को यादा से यादा<br />

पी जी कोस करवाया जाय। इसके िलए पी जी ए जाम म कट आफ मा स 33 परसट<br />

कया जाए। यादा से यादा डा टर को पी जी कराई जा सके । गांव म अिधक<br />

िच क सा सु वधा दे पायगे। डा टर का रल भ ता भी बढ़ाया जाए।<br />

सुर<br />

सभापित महोदय, मु यमं ी बी पी एल र<br />

ा कोष 108 ध व त र योजना, जननी<br />

ा जो माननीय वसु धरा जी के समय चल रह थी, वतमान सरकार इस योजना का<br />

व तार कर रह है, अ छ बात है। वाइन लू जैसी बीमा रय के िलए िन:शु क जांच<br />

सु वधा हर जला मु यालय पर होनी चा हए (समय-समाि -सूचक-घ ट ) सभापित<br />

महोदय, दो िमनट लूंगा। बीकानेर का पी बी एम हा पटल जो प मी राज थान का<br />

एकमा बड़ा हा<br />

पटल है। जसके अ दर पाँच सात जल के अलावा ह रयाणा, पंजाब से<br />

भी रेफर के स आते ह। इसके िलए िच क सा सु वधा अिधक बढ़ाई जाए। मे डकल और<br />

पैरा मे डकल टाफ क कमी को पूरा कया जाए, सफाई यव था को ठ क कया जाय,<br />

सुपर पेशलाइजेशन क सु वधा दान क जाय। सुपर पेशलाइजेशन के िलए मे डकल<br />

कालेज म पढ़ाने के िलए नये पद सृ जत कये जाएं और नातको तर पा य<br />

कया जाए।<br />

सभापित महोदय, पी बी एम हा<br />

बहत पुराने ह इनको भी वहां से बदला जाए।<br />

ु<br />

म चालू<br />

पटल म आपरेशन िथएटर म ओ ट इ मट<br />

ी सभापित: सभापित को एक बार तो दे खए सभापित क तरफ बोलते बोलते।<br />

ी बनवार लाल िसंघल (अलवर शहर): सभापित महोदय, नये सद य ह, पहली बार<br />

बोल रहे ह। थोड़ा सा एक दो िमनट का समय अित र त कृ पा कर।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आपसे मने कोई ट पणी नह ं मांगी है, आप कसक<br />

इजाजत से बोल रहे ह बैठे र हए आप।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): पी बी एम हा<br />

पटल म जन सहभािगता के<br />

तहत रसच, ोमा सटर, मटल है थ यूरो सटर और यूरो साइंस सै टर खोले जा रहे ह<br />

जो क काय अभी चल रहा है। सरकार क तरफ से इन जनसहभािगता योजना म एक<br />

भी पैसा नह ं दया गया है। दानदाताओं के नाम के साथ पी बी एम प रसर म यह जो<br />

सै टर बनाया जा रहा है इस पर वजय िसंह मैमो रयल प रसर का नाम भी िलखा जाना<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(214)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

चा हए। सभापित महोदय, बस एक िमनट।पी बी एम म नये बन रहे यूरो रसच सै टर,<br />

पुराने यूरो रसच सै टर, का डय रसच सै टर के टाफ क यव था क जाए।<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर माननीय सद य।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): सभी रसच सै टर म बजट हैड अलग से खोला<br />

जाए। गंगाशहर ड पसर को सेटेलाइट म<br />

ी सभापित: ी रामलाल मेघवाल।<br />

मो नत कया जाए।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): एक िमनट, मेरे े क बात ........<br />

ी सभापित: सबके िलए अनुशासन एक सा है। अं कत नह ं होगा।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: ी रामलाल मेघवाल।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: कृ पया बै ठए। कृ पया बै ठए।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: कृ पया वरा जए। मने नाम बोल दया।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: मने यव था दे द है, नाम बोल दया है।डा. व वनाथ मेघवाल<br />

(खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: आप पढ़ ह तो रहे ह आपका पढ़ा हआ मान िलया गया।<br />

ु<br />

ी रामलाल मेघवाल (जालौर): माननीय सभापित महोदय, आपने मुझे मांग सं या-<br />

26 िच क सा पर थगन ताव पर बोलने का अवसर दान कया ........<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): 000<br />

ी सभापित: अं कत नह ं होगा।<br />

डा. व वनाथ मेघवाल (खाजूवाला): सर एक िमनट यह तो अं कत करा दो।<br />

ी रामलाल मेघवाल (जालौर): सभापित महोदय, जैसा क सभी जानते ह क पहला<br />

सुख िनरोगी काया, इस संसार म य द कोई सुख है तो वह िनरोगी काया होने पर ह<br />

संभव है। पछले दन राज थान म वाइन लू क वजह से कई लोग को अपनी जान<br />

गंवानी पड़ फर भी रा य सरकार के कु शल ब ध क वजह से इस पर काबू पा िलया<br />

गया। समय समय पर इस देश म अलग अलग मौसमी बीमा रय का भी कोप हआ। ु<br />

000 अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(215)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हमार सरकार ने उन पर भी काबू पाकर देश वािसय को िच क सा के<br />

सु वधा उपल ध कराई।<br />

े म काफ<br />

माननीय सभापित महोदय, जैसा क दनांक 9.3.2010 को मु यमं ी ारा सदन म<br />

तुत बजट भाषण को सुना था मगर म माननीय मु य मं ी महोदय का आभार कट<br />

करना चाहंगा क िच क सा<br />

ू एवं वा य के े म हमारे मु य मं ी महोदय ने जालौर<br />

म एक ोमा सटर क घोषणा क है और कई वा य सै टर को भी<br />

मो नत करने<br />

क घोषणा क है। इससे तीत होता है क हमारे मु य मं ी महोदय कतनी दरदिशता ू<br />

से हर े के बारे म िनणय करते ह। म मेरे वप ी सद य को यह बताने के िलए<br />

आज सदन म कु छ बात बता रहा हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, त कालीन सरकार ारा प<br />

मी राज थान के जल म<br />

िच क सक क इतनी कमी क िनयु नह ं क । कई बार हा पटल म डा टर उपल ध<br />

नह ं होने के कारण मर ज को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है। डिलवर के दौरान दर ू<br />

दर तक िच क सा<br />

ू नह ं होने एवं ी रोग वशेष नह ं होने के कारण म हलाओं को भी<br />

अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। मेरे वधान सभा<br />

े जालौर म सायला वा य<br />

के तहसील सिमित मु यालय है। आस पास 38 पंचायत लगती ह। ामीण े के<br />

लोग बहत ु दिलत, अनुसूिचत जाित, अनुसूिचत जनजाित, ओ बी सी, अ प सं यक लोग<br />

रहते ह। बागोड़ा से जालौर आने के िलए सौ कलोमीटर दर ू पड़ता है और वहां ी रोग<br />

वशेष डा टर नह ं होने क वजह से डिलवर वाले के स को बागोडा से जालौर तक<br />

लाने म बहत ु क ठनाई होती है। तो म माननीय वा य मं ी जी से िनवेदन करता हं ू<br />

क सायला एक सामुदाियक वा य के है। उसम यह पो ट नह ं है ी वशेष क ,<br />

उनक पो ट<br />

एट कराने क कृ पा कराएं। सायला तहसील मु यालय है, पंचायत सिमित<br />

मु यालय है वहां पर ए बुलस भी देने क घोषणा फरमाएं।<br />

साथ ह माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से मेरे जालौर<br />

े क<br />

िच क सा सु वधा के बारे म बताना चाहंगा क किन ठ<br />

ू पद प ह म से बारह पद र त<br />

पड़े ह।<br />

ी रोग एवं िशशु रोग के चार चार पद ह उसम से तीन तीन पद र त ह।<br />

इसके अलावा एस एम ओ के पाँच म से दो एवं एम ओ आयुष एवं हो योपैथ के कु ल<br />

116 म से 23 पद खाली पड़े ह। इसी कार से पैरा मे डकल टाफ के 816 म से 96<br />

पद र त ह। खाली पद क यह सम या म पछले कई वष से देखता आ रहा हं। ू<br />

पछली सरकार ने तो इस े म िच क सक क िनयु के े म उपे त ह रखा<br />

था। म आपके मा यम से माननीय िच क सा म ी जी से िनवेदन करना चाहंगा क ू<br />

जालौर म पया त मा ा म िच क सक एवं पैरा मे डकल टाफ लगा कर लोग को राहत<br />

दान कराएं।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

ु<br />

ु<br />

(216)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

महोदय, जालौर जले म भामाशाह क कोई कमी नह ं है। मेरे वधान सभा<br />

भाखरा गांव म दानदाताओं ारा वशाल भवन बनाकर िच क सा वभाग को दया है।<br />

त कालीन भा ज पा सरकार के मं ी महोदय वराजमान ह राजवी साहब भाकरा पधारे<br />

और उ त भवन का लोकापण भी कया और जोर शोर से एड पो ट के को पी एच सी<br />

म मो नत करने के झूंठे आ वासन भी दये मगर उनके कायकाल म यह काम नह ं<br />

कर सके । आप इस पर मेहरबानी कर उनके झूंठे वायदे कये हए को वापस जी वत कर<br />

ु<br />

भाकरा म पी एच सी मो नत करने का, यह वराजे ह म कोई इनके सामने झूंठ नह ं<br />

बोलता। वह सामने वराजे ह म इनके सामने खड़ा हं। म एक और आपसे िनवेदन करता<br />

ू<br />

हं ू, एक जीवाड़ा है उधर कम से कम बाईस पंचायत लगती ह। ओ बी सी, अनुसूिचत<br />

जाित और अ प सं यक काफ लोग बसे हए ु ह। वहां पी एच सी का कोई डा टर नह ं है<br />

लोग को बहत दर सायला तक आना पड़ता है।<br />

ु ू<br />

vns/usc/20.50/25.3.2010/4m/<br />

े के<br />

तो मेरा िनवेदन है क अगर आप भवन नह ं बना सको तो आप पी एच सी खुलवा<br />

दो म भामाशाह से आपको भवन बना कर दे दंगा भाखरा और थलवाड़ म। यह मेर<br />

ू<br />

आपसे पुरजोर श द म दो रकवे ट ह।(समय समाि सूचक घ ट )<br />

आप बजट नह ं दे सको तो इन दोन पी एच सी को<br />

से भवन बना करके आपके वभाग को सुपुद करवा दंगा। ू<br />

मो नत कर दो। म भामाशाह<br />

िच क सा एवं वा य के बारे म एक छोटा सा िनवेदन है माननीय मं ी महोदय,<br />

क यह तो फोथ लास लोग काम करते ह आपके वभाग म, उ ह ने हायर सेके डर ,<br />

इ टर पास कर ली है। उनका मोशन करने के िलये आपके पास वचाराधीन है। उनका<br />

मोशन यू है। उनका आप मोशन करगे तो फोथ लास के लोग को बहत राहत ु<br />

िमलेगी और आपको बहत ु दआ ु दगे। इसके साथ..<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर।<br />

ी रामलाल मेघवाल (जालौर): म आपका ध यवाद करता हं। ू ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: ीमती सूयका ता यास (अनुप<br />

थत) ी मेवाराम जैन।<br />

ी मेवाराम जैन (बाड़मेर): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 िच क सा<br />

एवं वा य पर आपने मुझे बोलने का मौका दया, बहत ु -बहत आभार।<br />

म िनवेदन करना चाहंगा क जस तरह हमारे लोक<br />

जी शपथ लेते ह एस एम एस हा<br />

य मु यमं ी अशोक गहलोत<br />

पटल पहंचे शराब क जो दखद ु घटना हई थी उनको<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(217)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

संभालने के िलये। इससे सा बत होता है क वह कतने संवेदनशील और उनके दल म<br />

कतनी गर ब और पी ़डत के ित<br />

ा थी।<br />

इसके साथ इ ह ने इस बजट को बी पी एल, वधवा, वकलांग, ए स पी ़डत के िलये<br />

इस वष 26 लाख से यादा य<br />

य को फायदा देकर जो लाभ पहंचाया है यह अपने<br />

ु<br />

आपम सा बत करता है क आम आदमी के िलये, आम गर ब के िलये इनके मन म<br />

कतनी<br />

ा क भावना है वह बहत ह तार फ के का बल है।<br />

ु<br />

म िनवेदन करना चाहंगा ू क हमार सरकार ने, हमारे मं ीजी ने इस एक साल के<br />

कायकाल म जो भी जतने भी िच क सा के<br />

े म इतने मह वपूण काय चाहे सी एच<br />

सी, पी एच सी, ए एन एम भत और उप वा य के खोले गये, यह म यादा<br />

िगनाना नह ं चाहंगा ू , आप घ ट बजा दगे इसिलये म मेरे े क ओर जाना चाहंगा। ू<br />

बाड़मेर जला बॉडर ए रया है, रेिग तानी ए रया है और पछड़ा हआ है। उसक<br />

ु<br />

आबाद कर बन 20 लाख है। वहां पर तेल के अथाह भ डार और क पनीज है। िल नाइट<br />

के भ डार ह। वहां पावर लांट लग रहे ह। कई हजार मजदर वहां काम कर रहे ह और<br />

ू<br />

वहां दो नेशनल हाईवे रोड़ भी पास म गुजरती है। बाड़मेर म जो मेन हा<br />

एक हा<br />

पटल है उसम<br />

पटल तो बहत ु अ छा बना हआ ु है और उसम जो पद र त ह उसका म<br />

िनवेदन करना चाहंगा क कु ल ू<br />

ी परसाद लाल (सहका रता मं ी): कतने <br />

56 म से 54 डा टर के पद र त पड़े ह उसम...<br />

ी मेवाराम जैन (बाड़मेर): 56 म से 34 पद खाली ह। जला हैड वाटर जहां 20<br />

लाख क आबाद है।<br />

इसके साथ ह ह<br />

डय का डा टर, इतने ए सीडट हमेशा-हमेशा वहां बाड़मेर से रैफर<br />

होकर जोधपुर, गुजरात ले जाना पड़ रहा है, वह पद र त है। ी वशेष का पद<br />

र त है और सजन भी वहां अ छा नह ं है। वह पद भी र त पड़ा है। म इसके िलये<br />

मं ीजी से हमेशा िमलता भी हं ू और आ वासन भी िमलता है क ज द ह डा टर आपके<br />

यहां भेजगे।<br />

हमारे सी एच सी है बसाड़ा और कवास, इसम 28 म से 23 पद खाली ह। पी एच<br />

सी क भी यह हालत है बॉडर ए रया म। कर ब-कर ब बाड़मेर जले म पद र त ह और<br />

इनको भरने के िलये म िनवेदन क ं गा।<br />

म यह भी िनवेदन करना चाहंगा ू बाड़मेर म जहां एयर फोस, बी एस एफ, िमिल<br />

और यह इतनी लेबर, बाड़मेर जला अपने आपम पछड़ा हआ और मने पहले भी मं ीजी<br />

ु<br />

से, मु यमं ी जी से िनवेदन कया था क सी ट के न मशीन एक दलवाई जावे। हमेशा<br />

ए सीडट, दो नेशनल हाईवे और ए सीडट क वजह से बाड़मेर से सीधा ह रैफर कर देते<br />

ह या तो जोधपुर जाओ या गुजरात जाओ। रा ते म ह वह मर ज दम तोड़ देता है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(218)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसिलए म िनवेदन करना चाहंगा क वहाँ ब<br />

डंग बनी हई है और उसको चलाने के<br />

िलए एक साल का खच भी है तो हम दानदाताओं से वहां देने के िलए तैयार ह, आप<br />

मेहरबानी कर के बाड़मेर म सी ट के न मशीन क घोषणा कर आज ह ।<br />

गांव म प रवार क याण के खुले हए ह ु , उनको पी.एच.सी. म मो नत कर<br />

ता क वहां कु छ टॉफ लग जाए, वहां टॉफ क पो ट नह ं ह। नये सब-से टर खोलने के<br />

िलए भी िनवेदन क ं गा, दरू -दर ू पर हमारे गांव बसे हए ु ह, रेिग तानी ए रया है, सब-<br />

से टर हम द। जो पहले सब-से टर हमारे यहां खोले गये ह इसके िलए भी ध यवाद देना<br />

चाहंगा ू क गत बजट म बाड़मेर जले म अ छे सब-से टर दये। वहां भवन बनाने के<br />

िलए वीकृ ित जार कराव तथा मेरे े बाड़मेर, अगोरा व नवन म पी.एच.सी. ब डंग<br />

नयी खोलने के िलए िनवेदन क ं गा। इसके साथ-साथ गवन, भाड़का म पी.एच.सी. है,<br />

12-13 हजार क आबाद है, बाड़मेर से 40 कलोमीटर दर है और पास म ह तेल<br />

ू<br />

क पनी का काय चल रहा है तो वह सी.एच.सी. म<br />

को लाभ िमल सके । मीठड़ा या भूर वाला तला<br />

मो नत कराव ता क वहां के लोग<br />

ाम पंचायत म आयुवद का अ पताल<br />

खोलने के िलए भी मं ीजी से िनवेदन क ं गा। मु यमं ी सहायता कोष से बी.पी.एल.,<br />

वधवा, वकलांग इन सब को जो दवाइय का मु त वतरण जला हैड वाटर पर आप दे<br />

रहे ह उनको आप यादा से यादा गांव म पी.एच.सी. और सी.एच.सी. ब<br />

डंग है, वहां<br />

यादा लोग ह य क आने-जाने म यादा सम या होती है, खचा लगता है इसिलए वहां<br />

आप यव था कराएं तो बहत अ छा रहेगा।<br />

इसके साथ जो हमारे दवाइय क दकान ु ह, नकली दवाइय क बात चल रह है,<br />

खा साम ी म चै कं ग क यव था को सुधार ता क खा साम ी घी, तेल कई चीज ह,<br />

िमलावट ह उनको सुधारना बहत ह ज र है और मे डकल दवाइयां भी फज ह तो<br />

ु<br />

उनको भी आप दखवाएं।<br />

अंत म यह कहंगा ू क बाड़मेर बाडर ए रया है, वहां आई.सी.यू. वाड जो स शन है<br />

उसक ज रत नह ं है, सी ट के न मशीन के िलए कोई पैसे क कमी पड़ेगी तो हम वहां<br />

से दला दगे। आप घोषणा कर। आपने मुझे समय दया, इसके िलए बहत ु -बहत ु<br />

ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: ी ओम बरला।<br />

ी ओम बरला (कोटा द ण): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 और 23<br />

पर चचा हो रह है। िच क सा और िश<br />

ा सरकार के क याणकार काम का सबसे बड़ा<br />

ह सा है ले कन अगर बजट को देख तो य के वा य और उसको व थ रखने के<br />

िलए मुझे लगता है क सरकार िचंितत नह ं। इतना ह नह ं, सभापित महोदय, यह<br />

सरकार तो अपने बजट के ह से को भी खच नह ं करती है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(219)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

याम/चौहान <strong>25.03.2010</strong> 21.00 4n<br />

इसम 2009-10 म 51.29 करोड़ पये का ावधान कया और 29.26 करोड़<br />

पये इस पर खच कये।<br />

सभापित महोदय, कोटा हाड़ौती का मुख के है और इसक सीमाय म य देश<br />

से जुड़ हई ु ह। कोटा के मे डकल कॉलेज और वहां क िच क सा यव था देखी जाये,<br />

अ छा होता राज थान के िच क सा मं ी इन 15 म हन के अंदर राज थान के जल म<br />

जाते, उनके रा य मं ी तहसील म जाते, गांव और ढा णय म जाते और उन यव थाओं<br />

को अपनी आंख से देखते। आज कोटा का मे डकल कॉलेज जसक 1992 से नींव क<br />

ट रखी गयी और 18 वष बीतने के बाद भी, हमार सरकार भी रह , हमने यास कये,<br />

एक कदम आगे बढ़ाया। ले कन आज तक कोटा के मे डकल कॉलेज का काय पूण नह ं<br />

हो पाया।<br />

सभापित महोदय, इतना ह नह ं इस मे डकल कॉलेज के अंदर 159 पद म से 47<br />

पद र त पड़े हए ु ह। कोटा जो हाड़ौती का मुख के है, मे डकल कॉलेज का नाम है<br />

ले कन िच क सा मं ी जी एक सेवाय नह ं ह वहां पर, अगर कसी के दल क धड़कन<br />

बंद हो जाये तो कॉ डयोलाजी यूिनट नह ं है, उसको जाना पड़ेगा तो िनजी िच क सालय<br />

म जाना पड़ेगा।<br />

ी हरजीराम बुरड़क (कृ ष मं ी): उठाकर के थोड़े ह लाये ह।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): उठाकर के तो नह ं लाये, हमने शु आत क , कै थ<br />

लैब का पैसा दया है, आपक सरकार उसको शु नह ं कर पायी। माननीय मं ी महोदय<br />

कोई कसी को उठाकर नह ं ले जाता। मंशा होनी चा हए काम करने क । सरकार क<br />

नीयत होनी चा हए। आज<br />

थित इतनी बदतर हो चुक है क इतने बड़े संभाग के<br />

मे डकल कॉलेज म आज सुपर पेिशयिलट सेवाओं का तमाम अभाव है।<br />

सभापित महोदय, का डयोलॉजी कै थ लैब के िलए पूववत सरकार ने 10 करोड़<br />

पये का ावधान कया था। ले कन उसको ए<br />

ज युट नह ं करने के कारण, वह कोट म<br />

चल रहा है, सरकार गंभीरता से उसके िलए यास नह ं कर रह , उस पर कोट से टे हो<br />

जाये ता क कै थ लैब शु हो सके और गर ब बीपीएल काड धारक को इलाज कराने के<br />

िलए जयपुर के एसएमएस अ पताल म नह ं आना पड़े। ने<br />

ोलॉजी नह ं है, गे ोलॉजी<br />

नह ं है और तो और वहां आप ब च के वाड म चले जाय तो आपक आंख म आंसू आ<br />

जाय। कोटा जैसे संभाग के अंदर जहां ब चा जंदा होने से पहले इस िच क सा यव था<br />

के कारण मरने लग जाये, ऐसी ददशा ु वहां के जे .के . लॉन अ पताल म होगी। म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(220)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

माननीय िच क सा मं ी जी म आपसे यह अपे<br />

ा तो नह ं करता क आप राज थान के<br />

गांव ढांणी म पहंच ु जाये , ले कन सबसे पहले आप संभागीय हैड वाटर पर पहंचे। ु आप<br />

अपनी आंख से हाल को देख। हालत इतने खराब ह, आज एक<br />

न का जवाब सरकार<br />

दे रह थी एक घटना पर, जंदा आदमी को तो अ पताल म बचा नह ं सके आप, शव को<br />

भी सुर<br />

त नह ं रख सके । एक घटना जो चौथे म ह ने म होती है, कले टर उसक जांच<br />

बैठाता है, 12 मह ने म दबारा घटना होती है। एक घटना म सुझाव दया जाता है क<br />

ु<br />

वाश बेिसन क जाली खराब थी, कवाड़ खराब थे इसिलए चूहे घुस गये। आठ म हने<br />

तक आप दस पये क जाली को नह ं बदल सके । इससे गंभीर बात हो नह ं सकती।<br />

सभापित महोदय, इतना ह नह ं, आज कोटा के अंदर चले जाय, कोटा ए सीडट<br />

जोन बन गया है, ए सीडट जोन म कोई भी मर ज उस एमबीएस मे डकल कॉलेज म<br />

जाना पसंद नह ं करता है। म एक दन अचानक ए सीडट देखने गया, मर ज वा पस<br />

लौट रहे थे। मने कहा या हआ ु , य लौट रहे हो, उ ह ने कहा, साहब यहां कगे तो<br />

जंदा मर जायगे। ऐसी<br />

थित है म यादा नह ं कहना चाहता।<br />

माननीय मं ी महोदय, कोटा का मे डकल कॉलेज एक मह वपूण मे डकल कॉलेज<br />

है। इस मे डकल कॉलेज के बाद, कोटा म रामपुरा जसको आपने जला अ पताल का<br />

दजा दया उसक आज या<br />

थित है। हम अगर इसक सु वधाओं का व तार करना<br />

चाहते ह तो एक ड ट हॉ पटल बने और नया मे डकल कॉलेज जो 450 बैड का<br />

अ पताल बन गया है, मेरा दावा है क आप उसको अपनी आंख से देखगे तो राज थान<br />

के अंदर एसएमएस का मे डकल कॉलेज नह ं है, उससे भी बेहतर मे डकल कॉलेज नये<br />

भवन के अंदर बना है और इतना ह नह ं वहां कोटा जले क ड पसर म चले जाय,<br />

हमने आरएचएसड पी क योजना के तहत 435 करोड़ जसम के सरकार का 75<br />

ितशत था, जसके आधार पर राज थान म सीएचसी के अंदर भवन बना दये, करोड़<br />

पये के यं भी लगा दये ले कन वहां डा टर नह ं ह।<br />

सभापित महोदय, मेरा दावा है क राज थान क सार सीएचसी को आप चैक<br />

करा ली जये, 80 ितशत सीएचसी के अंदर जहां आपने करोड़ पय क ब डंग<br />

बनायी, यं दये, उपकरण दये, वहां ऑपरेशन क सु वधा नह ं है। म सरकार से कहना<br />

चाहता हं क आप ू<br />

10 ड पसर , सीएचसी तैयार कर वहां पर तमाम सु वधाएं जो गांव,<br />

ढाणी के आदमी को िमलनी चा हंए उसम सब िमलनी चा हएं। कह ं तो ए सरे मशीन है<br />

तो टै<br />

निशयन नह ं ह, िच क सक ह तो ए सरे मशीन नह ं है। कह ं डा टर ह तो यं<br />

नह ं ह ऐसी बदतर<br />

थित से िच क सा यव था चलने वाली नह ं है।<br />

सभापित महोदय, मेरा आपसे इतना ह िनवेदन है क कोटा का मे डकल कॉलेज<br />

जो 1952 से चल रहा है, 18 वष हो गये, आपक सरकार ने के वल 5 करोड़ पये का<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(221)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ावधान रखा है। अ छा होता, आप एक ोजे ट को पकड़ो, 40 करोड़<br />

पये लगाने के<br />

बाद जब कोटा का मे डकल कॉलेज पूरा होता तो हाड़ौती संभाग को ह नह ं हम म य<br />

देश के आसपास के गांव , ढा णय के गर ब य<br />

य के इलाज क भी बहत बड़ ु<br />

सु वधा कर सकते ह ता क आपके एसएमएस पर वज़न नह ं पड़ेगा, नह ं तो एसएमएस<br />

क<br />

थित यह है क युरो सजर म चले जाय तो 6 मह ने तक ऑपरेशन नह ं हो<br />

सकता है। ओपन हाट सजर म चले जाय तो वहां 9 मह ने तक ओपन हाट सजर का<br />

इंतजार करने वाला य जंदा बच सकता है<br />

सभापित महोदय, हम सबक िचंता का वषय है क हम सब चीज का<br />

वके करण कर रहे ह तो िच क सा का भी वके करण कया जाये। गांव, ढाणी के<br />

अंदर जो पैसा हमने खच कया है। उस पैसे के अंदर जतनी सीएचसी ह उनको वैल<br />

इ यु ड कया जाये। डा टर कह ं एमबीबीएस लगा हआ है और पीजी<br />

ु का डा टर गांव म<br />

लगा हआ ु है तो ऐसी यव था क जाये जसने पीजी कर रखी है, आप सारे िस टम के<br />

ढांचे को जमाय, एक-एक सीएचसी को पकड़कर के क सीएचसी म कौन-कौन पीजी<br />

करने वाला डा टर, कौनसे इ<br />

सु यव<br />

वपमट, कौनसे साधन ह ने चा हंए, सार चीज को हम<br />

थत करते जायगे तो कम से कम जतनी सीएचसी ह उसम ठ क से िच क सा<br />

यव था कर सकगे। आपने जाल फै ला दया, आपके पास पैसे आये, आपने 100 ए सरे<br />

मशीन भेज द , वहां िच क सक नह ं है, इस तरह का वके करण करना ठ क नह ं है।<br />

सभापित महोदय, आप खुद भी माननीय वधायक ह। मेरा एक ह िनवेदन है क<br />

हर सीएचसी को, हर ाथिमक वा य के को जतने राज थान म ह, सब सद य<br />

क यह पीड़ा है क एक को भी करो ले कन फु ल इ<br />

वपड करो ता क आपक गांव, ढाणी<br />

के अंदर उस य का छोटे से छोटा ऑपरेशन हो सके । इतना ह नह ं आज भी<br />

राज थान म जतने मातृ िशशु क याण के ह वहां पर कोई डलीवर नह ं होती है।<br />

सभापित महोदय, म आज अपनी बात को यह ं समा त करते हए िनवेदन करना<br />

ु<br />

चाहता हं ू क आपक भावनाएं ठ क ह, उ ह स ट फके ट सारे सद य ने दे दया है<br />

ले कन स ट फके ट तब िमलना चा हए जब िच क सा यव था को सुधार हो और उस<br />

य को जसे इलाज क आव यकता है उसका ठ क से इलाज चल सके । बीपीएल का<br />

नाम ल ले कन िच क सा यव था नह ं दगे तो गर ब य भी अपने तन को बेचकर<br />

और ऋण लेकर अपने ब चे को, अपने पता को, अपनी मां को, अपने भाई को बचाने के<br />

िलए आज िनजी िच क सालय के अंदर इलाज कराने जाता है।<br />

सभापित महोदय, म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा क कोटा के<br />

ू<br />

मे डकल कॉलेज और जयपुर के एसएमएस के मे डकल कॉलेज को आप ए स के इ वल<br />

खड़ा कर। 300 करोड़ पये लगने ह तो और लगाय ले कन राज थान के जो लोग आते<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(222)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह उनको लगना चा हए क हम द ली के ए स हा<br />

एसएमएस हा<br />

ध यवाद।<br />

पटल म नह ं, हम जयपुर के<br />

पटल म उस ए स के इ वल सु वधाएं िमलगी, आप सबका बहत ु -बहत ु<br />

ी सभापित: माननीय सद य, कृ पया समा त कर।<br />

सुरे /अ ण/25.3.2010/21.10/4o<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): माननीय सभापित महोदय, म दो िमनट म<br />

अपनी बात समा त क ं गा। माननीय म मं ी जी भी यहां पर बैठे ह, माननीय म<br />

मं ी जी यान द जये, राज थान का मजदरू , आपने खुद ने घोषणा क थी अपने घोषणा<br />

प म क 125 पये....<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर। िनवेदन कर चुके पहले। सभी माननीय सद य<br />

बराबर ह। सभी माननीय सद य बराबर ह।<br />

ी ओम बरला (कोटा द<br />

ण): म दो िमनट म अपनी बात समा त कर रहा हं। ू<br />

सभापित महोदय, आपने खुद ने घोषणा क थी क 125 पया यूनतम मजदर दगे। ू<br />

आज कमचार का छठा वेतन आयोग लग गया, हो सकता है वधायक का वेतन भी बढ़<br />

जाए, सांसद का वेतन भी बढ़ जाए, तमाम लोग का वेतन बढ़ रहा है ले कन वो गर ब<br />

य आज भी यूनतम मजदर ू<br />

100 पये लेकर के खड़ा है। 125 पये आपक घोषणा<br />

के अनुसार यूनतम मजदर ू क जाए और एक म क याण बनाकर के उसके जीवन क<br />

सुर<br />

ा करने का यापक इंतजाम बनाया जाए। आप सब को बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी सभापित: दे खये, फर म आप सब लोग से िनवेदन क ं गा क अगर आप<br />

आसन क यव था को वीकार करगे तो सभी के िलए एक संतोषजनक<br />

थित बनेगी<br />

और अगर यह होगा तो फर म घंट बजाना बंद क ं गा फर यव था यह करते ह क<br />

जतना जो बोलना चाहे बोले, मुझको एतराज नह ं है। मुझे यह यव था देने म भी<br />

द कत नह ं है पर अगर यह होगा क कोई 10 िमनट बोलगे, कोई 12 िमनट बोलगे तो<br />

फर कोई भी कसी के साथ म याय नह ं होगा। इसिलए म आ खर बार आपसे िनवेदन<br />

कर रहा हं क म ू<br />

5 िमनट के बाद घंट बजाऊं गा, 7 िमनट म आप ख म करगे। म<br />

आपको वािनग भी दे दंगा ू िनवेदन के साथ म पर अगर आप ऐसा करगे जैसे माननीय<br />

सद य अभी कर रहे थे तो म फर उसके बाद म घंट नह ं बजाऊं गा। उसके बाद म आप<br />

बोलते र हये और म यह क ं गा इसिलए मने आपसे िनवेदन कर दया। म आ खर बार<br />

कह रहा हं ू क उसके बाद म घंट नह ं बजाऊं गा। ी गो व द िसंह डोटासरा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(223)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी पेमाराम (धोद): सभापित महोदय, आपने यह यव था द थी क एक इधर<br />

से, एक उधर से और एक बीच से। आपने यव था भी द है ले कन आपक द हई ु<br />

यव था को फर आप भूल जाते ह।<br />

ी गो व द िसंह डोटासरा (ल मणगढ़): सभापित महोदय, म मांग सं या 26 के<br />

ऊपर मेर तरफ से कु छ सुझाव<br />

तुत करना चाहता हं। य ू<br />

क समय का वशेष यान<br />

रखना है, म सबसे पहले िनवेदन क ं क जो बीपीएल के हमारे भाई ह उनका सरकार<br />

अ पताल म के वल काड दखाते ह उपचार होना चा हए। आज से पहले, इस सरकार से<br />

पहले जो यव था थी वह यह यव था थी क उसको पीएमओ के पास जाना पड़ता था<br />

उसके बाद म उसके ह ता<br />

उसम<br />

र होते थे और फर कह ं जाकर के उसको इलाज िमलता था।<br />

दसरा ू म िनवेदन क ं क एक मे डकल रलीफ सोसायट जो जला तर पर है<br />

ामीण प रवेश का कोई भी जन- ितिनिध उसका मै बर नह ं होता है। इसिलए<br />

माननीय सभापित महोदय, मेरा िनवेदन है, अभी फलौद से आने वाले माननीय सद य<br />

ने भी यह बात उठाई थी क जो मे डकल रलीफ सोसायट है उसम जले का सांसद,<br />

जले के सभी वधान सभा के माननीय सद य ह वो उनम कम से कम मै बर होने<br />

चा हए जससे<br />

जले म या हो रहा है, कस कार क यव था है, या योजनाएं बनती<br />

ह उनक या वित होती है या नह ं होती है इन सब चीज का यान रखा जाए।<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क ू<br />

एन.एच. के ऊपर आने वाले जो भी बड़े क बे ह जहां पर सीएचसी है वहां पर ए सीडटल<br />

इकाइयां जनको हम ोमा यूिनट कहते ह वो कम से कम होनी चा हए। सीकर से लेकर<br />

के बीकानेर तक म समझता हं ू क सबसे यादा ए सीडट होते ह। मने पहले भी सदन<br />

म इस बात को उठाया था और ल मणगढ़ मेरा वधान सभा<br />

े जहां पर सीकर से<br />

फतेहपुर के बीच म कम से कम 30 मोड़ है और उनम आये दन बहत ु ह ग भीर<br />

ए सीडट होते रहते ह तो ल मणगढ़ म ोमा यूिनट इकाई होनी चा हए। इस बजट म<br />

चूं क म उ मीद कर रहा था क घोषणा होगी ले कन नह ं हई ु फर भी म माननीय मु य<br />

मं ी जी से, माननीय वा य मं ी जी से िनवेदन क ं गा क ल मणगढ़ म भी ोमा<br />

यूिनट इकाई होनी चा हए।<br />

माननीय सभापित महोदय, ए बुलस 108 भी मेरे वधान सभा<br />

नह ं है जब क वह एनएच के ऊपर पड़ने वाला वधान सभा<br />

े ल मणगढ़ म<br />

े का क बा है और वहां<br />

पर इसक अित आव यकता है। सीकर वहां से 30 कलोमीटर से अिधक पड़ता है और<br />

लोग को लाने ले जाने म असु वधा होती है। इसके अलावा नेशनल एजुके शन इं ट<br />

मोद जैसी िश<br />

ण सं था या और भी बहत ु सी ह और वहां पर काफ ब चे -ब चयां<br />

यूट<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(224)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अ ययनरत ह इसिलए कभी भी कसी तरह का हादसा हो जाए इसिलए उसके ऊपर<br />

ए बुलस 108 क प सर है।<br />

दसरा ू , म िनवेदन क ं क ये जो होलसेल भ डार ह जनके मा यम से सरकार<br />

कमचा रय को दवाइयां उपल ध होती ह इनका िनयं ण को-आपरे टव डपाटमट के पास<br />

म होता है इसिलए ये अपनी मनमज से जेन रक दवाइयां नह ं लाकर एमआरपी िलखी<br />

हई ु जसम यादा कमीशन होता है वो दवाइयां खर द लेते ह इसिलए उन पर िनयं ण<br />

होना ज र है।<br />

म िनवेदन करना चाहता हं ू क मेरे ल मणगढ़ वधान सभा े म<br />

गायनोकोलॉ ज ट नह ं है। वहां पर हमारा जो सीएचसी है वह 30 बैडेड है और उसको<br />

50 बैडेड रेफरल हा पटल करने के बारे म हमने बार-बार मांग क है ले कन उसको<br />

इसिलए नह ं करते ह क वो कहते ह आपके इन 30 बैडेड का भी पूरा उपयोग नह ं हो<br />

रहा है जब क म िनवेदन क ं क जब कोई पेशिल ट नह ं होगा, आथ का नह ं होगा,<br />

ब चा रोग वशेष नह ं हो, गायनोकोलॉ ज ट नह ं होगा तो उस हा पटल म कौन भत<br />

करायेगा। अभी मेरे से पूव माननीय सद या फरमा रह थीं क आज भी समाज म<br />

म हलाएं ह वो ज स गायनोकोलॉ ज ट को नह ं<br />

गायनोकोलॉ ज ट ल मणगढ़ म होना चा हए।<br />

दखाना चाहती ह इसिलए<br />

सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क जो ू<br />

एनजीओज आपके िच क सा वभाग म काय कर रहे ह उनका काय संतोष द न पहले<br />

पूववत सरकार म था और न आज है। इसिलए इनके ऊपर चैक होना चा हए। इनका<br />

कोई धणी-धोर नह ं है। ये अपनी मज से चलते ह, जो बल बनाते ह वो उठा लेते ह।<br />

इनके ऊपर न िश<br />

ण के िलए कोई एनजीओ है न और कोई एनजीओ है। म िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क सीकर जले म मने पहले भी मांग उठाई है क सीकर जला बहत ु<br />

ह ससे टव जला होता जा रहा है और इतने यादा रोगी वहां पर आते ह क वहां पर<br />

मे डकल कॉलेज होना चा हए। जतने भी र त थान ह चाहे वो ल मणगढ़ म हो या<br />

सीकर के ोमा यूिनट म ह वो सारे के सारे र त ह।<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना चाहं ूगा क सीकर<br />

क ोमा यूिनट तो पूववत सरकार ने खोली थी ले कन एक भी पद सृ जत नह ं कया।<br />

के वल िशला यास कया था और आज भी यह<br />

यूिनट नह ं होकर के के वल रेफरल यूिनट बनकर रह गई है।<br />

थित बन रह है क वहां वो ोमा<br />

सभापित महोदय, एक म सभी माननीय सद य से आपके मा यम से िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क जतनी भी चाहे आप वाइन लू को ले ली जये चाहे इससे पहले<br />

िचकनगुिनया हई थी या और हई थी तो वा<br />

ु ु य डपाटमट जन ितिनिधय को ये जो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(225)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कोई भी अिभयान चलाते ह उनसे वंिचत रखते ह। कम से कम एमएलएज, धान और<br />

जला प रषद मै बर आ द को जब भी इस तरह क बात हो तो उनको शािमल करके<br />

उसक योजना बनाई जानी चा हए।<br />

सभापित महोदय, एक मह वपूण इस डपाटमट का एनआरएचएम है जसके िलए<br />

7 साल के िलए के सरकार का पैसा िमला। पहले शायद 2005-06 म तो शत- ित शत<br />

के का पैसा था फर 15 ितशत रा य सरकार का था। इस एनआरएचएम का कोई<br />

धणी-धोर न तो पहले 5 साल क सरकार म रहा और न आज क तार ख म है। म<br />

िनवेदन करना चाहता हं क यह अपने आपको वा<br />

ू य वभाग का वभाग भी मानते ह<br />

या नह ं, मुझे तो यह भी पता नह ं। इनक कहां से स शन िनकलती है, कनका इनके<br />

ऊपर िनयं ण होता है, म एक छोटा सा उदाहरण मेरे वधान सभा<br />

े का दंगा क दो ू<br />

पीएचसी एक दसनाऊ और एक पाटोदा म इ ह ने साढ़े 28-साढ़े 28 लाख पये वीकृ त<br />

कये। कस बात के कये क इनक मर मत होगी और मर मत कसक क जस<br />

पाटोदा क पीएचसी को खुले हए ु<br />

6 मह ने नह ं हए ु , उसका लोकापण नह ं हआ ु उसके<br />

पहले इ ह ने कसके कहने से कहां से यह लान बना, कसक वीकृ ित से वो साढ़े 28<br />

लाख पये उसक मर मत के भेज दये और उसम से शायद 2-3 लाख पये तोड़फोड़<br />

के , कोटा टोन को वापस उखाड़कर दसर फश लगा द । मतलब इस तरह क योजना<br />

ू<br />

बनती है। एनआरएचएम म इतना पैसा है और वो 2012 म शायद एनआरएचएम आगे<br />

बढ़े या नह ं बढ़े इसिलए इसके पैसे का सदपयोग तो कम से कम होना चा हए। एक म<br />

ु<br />

माननीय रा य मं ी जी, माननीय मं ी जी का ध यवाद देना चाहंगा क यह जो औचक<br />

ू<br />

िनर ण क या है यह हमारे हा पटल म यव था को सुधार लाने म बहत ह ु<br />

कारगर िस होगी। माननीय रा य मं ी जी ने अभी झु झुनूं म िनर ण कया था और<br />

उससे जान बची है। माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से िनवेदन करना<br />

चाहता हं क म इस एनआरएचएम का एक छोटा सा िनवेदन क ं गा क ये जो<br />

वा य सिमितयां ह इनम 10-10 हजार<br />

ाम<br />

पये भेजते ह, जो माननीय सद य यहां<br />

वराजमान ह उनम से एक भी बता दे क इस 10 हजार पये का या सदपयोग होता ु<br />

है......<br />

मोहन/अ ण/25032010/2120/4p<br />

ाम पंचायत के सरपंच और एएनएम के खाते म संयु त<br />

प से जाता है। म<br />

िनवेदन करना चाहता हं ू, मेरा सुझाव है डपाटमट को इस इन पैस वसे कम से कम एक<br />

साल म उस गांव म जहां सब सटर है, इन 10 हजार से सफाई उस<br />

ाम पंचायत पूर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(226)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

क हो जाएगी और सफाई होगी तो िन<br />

त प से बीमा रयां कम ह गी तो कम से कम<br />

5 साल म 50 हजार पये एक ाम पंचायत को िमल जाते ह, एक सब-सटर के पीछे<br />

िमल जाते ह तो िन<br />

त प से 50 हजार पूर ाम पंचायत क सफाई हो सकती है तो<br />

यह पैसा कहां यूज म आ रहा है, इसका भी कोई हसाब- कताब नह ं है।<br />

ी सभापित: कृ पया समा त कर।<br />

ी गो व द िसंह डोटासरा (ल मणगढ़): एक म िनवेदन क ं । सीकर म जनाना<br />

हा पटल, वह जो ाइवेट चल रहे ह, कम से कम भूिम सरकार थी तो जनाना<br />

हा<br />

हा<br />

पटल सीकर जैसी जगह म मे डकल कालेज क मांग है, वहां कम से कम जनाना<br />

पटल सरकार होना चा हए और ल मणगढ़ म ोमा यूिनट और सीएचसी का बजट<br />

उसम नह ं आया ले कन म पुन: िनवेदन क ं गा क गांव म जब हम जाते ह तो<br />

सीएचसी, पीएचसी क मांग होती है, सब-सटर क सबसे यादा मांग होती है इसिलए<br />

और यादा सब-सटर खोले जाएं, 537 खाले इसके िलए ध यवाद। पुन: आप घंट नह ं<br />

बजाएं, बहत ु बहत ु ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी अशोक पींचा।<br />

ी अशोक पींचा (सरदारशहर): माननीय सभापित महोदय, पूरे राज थान के<br />

वषय म, वा य और िच क सा के वषय म काफ सद य महानुभाव ने अपने वचार<br />

रखे। म मेरे वधान सभा<br />

े क कु छ बात यहां पर रखना चाहता हं। ू 4 लाख क<br />

आबाद का मेरे वधान सभा े है। वहां पर न तो कोई ी रोग वशेष है, न कोई<br />

एने थेिसया का डा टर है, एसएमओ के सारे पद र त पड़े ह। सरदारशहर वधान सभा<br />

े का हर बीमार चू , रतनगढ़, बीकानेर, जयपुर तक िच क सा के अभाव म उनको<br />

यहां पर आना पड़ता है। उस<br />

ामीण क , जब वह वहां से रेफर कर दया जाता है तो<br />

उसके हालात या होते ह तो माननीय मं ी महोदय से आपके मा यम से आ ह है क<br />

यह जो पद खाली ह, इनको भरा जाए। बजट म हम हमेशा मांग करते ह क दो सौ बेड<br />

का कया जाए तो इनका एक रटा-रटाया उ तर आता है क आपक आ यूपसी फु ल नह ं<br />

है तो वहां कोई देखने को डा टर नह ं है, ी रोग वशेष नह ं ह, वहां के सारे<br />

क पाउ डर और एएनसएम के पद खाली पड़े हए ु ह, कौन दखाएगा वहां इसिलए मेरा<br />

िनवेदन है क इतनी बड़ आबाद और भू-भाग वहां पर है, अननेसेसर वहां क जनता<br />

का पैसा िच क सा म इतना<br />

यादा खच हो रहा है, उसक कोई सीमा नह ं। इसके<br />

अलावा, जहां भी ाथिमक वा य के खुले हए ु ह, वहां पर टे न यन के पद<br />

वीकृ त ह, एक भी वा य के म तकनीिशयन का पद भरा हआ ु नह ं है तो फर<br />

जहां यह ाथिमक वा य के म जस डा टर को दखाते ह, सबसे पहले जांच िलखी<br />

जाती है तो उसको शहर म आना पड़ेगा, जांच करानी पड़ेगी तो पीएचसी म<br />

य<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(227)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

दखाएगा तो वह सारे के सारे पद तकिनिशयन के भरे जाएं, यह मेर वा य मं ी<br />

जी से मांग है। इसके अलावा जो भी सब-सटर खुले हए ु ह, उप-के बने हए ु ह, उन<br />

थान पर एएनएम के पद होते हए ु भी र त पड़े ह तो वहां पर एएनएम लगाई जाए।<br />

यह मेरा माननीय वा य मं ी से आ ह है। बंदडाउ<br />

ाम है, वहां पीएचसी खोली गई,<br />

न तो एमओ का पद वीकृ त कया गया, न कोई टाफ का पद वीकृ त कया गया<br />

पर तु कभी यह ह ला करते ह, सीएमएचओ को यादा दबाव डालते ह तो कसी दूसरे<br />

ाथिमक वा य के से डा टर और एएनएम को उठाकर उसम भेज देते ह 15 दन,<br />

15 दन दसरा ू अ पताल खाली रहता है इसिलए जब वहां पर खोला गया है तो वहां<br />

पीएमओ के टाफ से पद वीकृ त कर, ता क उस बंदडाउ गांव का<br />

ाथिमक वा य<br />

के चल सके । इसके अलावा पछले समय म भी माननीय वा य मं ी जी को<br />

12.6.2009 को एक प िलखा क आप जो वा य के खोल रहे ह, इन इन थान<br />

म, मेरे वधान सभा े म भी उप वा य के खोलो। 12.11.2009 को शासन उप<br />

सिचव, ुप-2 से उ तर आया क आपके राजासर पंवारान, देवासर म उप वा य के<br />

वीकृ त कर दये गये ह ले कन आज तक उनका कोई पता नह ं है, वह वीकृ त हए ु या<br />

नह ं हए। ु के वल मुझे प दे दया तो इसिलए िनवेदन है क ऐसी भूल नह ं हो, एक<br />

तरफ वा य उप सिचव िलख रहे ह क वीकृ त कर दये, आज तक वहां पर कोई<br />

वीकृ ित ह नाह ं तो ऐसा प यवहार माननीय कसी भी सद य के साथ म नह ं होना<br />

चा हए, अगर खोला जाए तो वा त वकता म खोला जाए, अगर नह ं खोला जाए तो<br />

उसक सूचना गलत नह ं द जाए।<br />

इसके अलावा, वहां पर जो मेरा वधान सभा<br />

े है, वहां मांग करता हं ू क<br />

चैनपुरा एक बड़ा गांव है, वहां पर उप वा य के खोला जाए। इसके अलावा,<br />

सरदारशहर वधान सभा<br />

जो हा<br />

े का जो नगर बसा हआ ु है, जो नगरपािलका े है उसम<br />

पटल है और उ तर क दशा म अ पसं यक समुदाय के लोग वहां एक साइड म<br />

बसे हए ु ह, उनको हॉ<br />

है। हॉ<br />

म<br />

पटल तक आने के िलए 3 से साढ़े 3 कलोमीटर तक आना पड़ता<br />

पटल इस ओर म, वह ब ती उस ओर म इसिलए मेरा िनवेदन है क इस बजट<br />

ावधान कया गया है, वहां एक आयुव दक औषधालय खोला जाए ता क वहां क<br />

गर ब जनता को उस औषधालय के मा यम से िच क सा सेवा उपल ध हो सके । इसके<br />

अलावा, वहां पर राजक य अ पताल म लड टोरेज के िलए जो ज रहता है, वह<br />

लगातार खराब रहता है तो इसक भी जांच क आव यकता है क वह लगातार खराब<br />

रहता है तो लड के िलए भी बाहर जाना पड़ता है तो कोई माकू ल यव था वहां हो नह ं<br />

पाती है इसिलए वहां इस पर भी कृ पया यान द। इसके अलावा, 4 पंचायत हैड वाटर<br />

पर आयुव दक औषधालय खुले हए ु ह, वह काफ समय से ह, ऐसा नह ं है क अभी खुले<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(228)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हए ु ह। वहां पर क पाउ डर का पद अभी भी वीकृ त नह ं है तो वहां पर बंदडाउ मालासर<br />

ढाणी पांचेरा और फोगा, वहां पर क पाउ डर के पद वीकृ त नह ं ह तो उन पद क<br />

वीकृ ित कराई जाए। इसके अलावा, एक शहर ाथिमक वा य के है, वहां उसम<br />

एक एलड सी लगा हआ ु है, इस डेढ़ साल के बीच म उसक ितिनयु कभी सुजानगढ़,<br />

कभी सालासर, कभी अ य कर द जाती है जब क पैसा वहां से उठाता है, ितिनयु<br />

दसर ू जगह कर द जाती है तो मेरा माननीय वा य मं ी जी से िनवेदन है क वह<br />

टाफ एक ह टाफ है, उसको ितिनयु पर भेजा गया है, उसको वापस भेजा जाए<br />

और अभी जो एनआरएचएम म जो भी सं वदा पर डा टस लगे हए ु<br />

थे, क पाउ डस लगे<br />

हए ु थे, अभी इस बजट म उनक पे- के ल बढ़ा दया गया है जब क उसी क म के<br />

अ दर किन ठ लेखाकार भी वहां काम करते ह, सं वदा पर काम करते ह, उनका भी<br />

सं वदा के आधार पर पैसा बढ़ाया जाए। यह मेर मांग है। इसके अलावा, सभी माननीय<br />

सद य ने यह कहा है क सबसे बुरे हालात कोई भी ह तो सरकार िच क सालय क<br />

सफाई के मामले म ह तो इस मामले म मेरा वा य मं ी जी से िनवेदन है क इस<br />

मामले को आप य<br />

बनाकर इसम राय ल। हॉ<br />

गत तौर पर देख और कु छ माननीय सद य क एक कमेट<br />

पटल म अगर सफाई नह ं हो पाएगी तो आप ऐसा कह रहे ह<br />

न, 28 लाख हमने बीपीएल प रवार को दवाई दे द , देखरेख कर द तो इसम आप<br />

गुमान मत करो। इस<br />

े म सं या घटनी चा हए, बढ़नी नह ं चा हए। ऐसा मेरा िनवेदन<br />

है। इसक यह सफाई भी कराओ। माननीय सभापित महोदय, मने आपके अनुशासन का<br />

पालन कया है। आपने जो समय दया है, ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: सहयोग के िलए ध यवाद। ी महावीर साद जीनगर।<br />

ी महावीर साद जीनगर (शाहपुरा): स माननीय सभापित जी, म मांग सं या<br />

26 िच क सा और सफाई पर सदन के मा यम से िनवेदन करना चाहता हं ू क आज पूरे<br />

देश क जनता शहर म नह ं अ पतु गांव के अभी भी िनवास करती है और गांव के<br />

अ दर 80 ितशत जनता िनवास करती है। म िनवेदन करना चाहता हं ू, जस देश के<br />

नाग रक और जो गांव के रहने वाले य उनक थित उनक िच क सा सु वधा अ द<br />

कार से िमलेगी तो वह गांव और शहर खुशहाल होगा और देश के अ दर गित होगी।<br />

मेरा इसी सोच के साथ हमारे मु य मं ी महोदय ने आम य का वा य कस तरह<br />

से रह सके , इस हेतु 2010 व 2011 म ढेर सार जो योजनाएं पूव म चल रह थी, इनके<br />

अित र त नई योजना बनाकर अिधक से अिधक धनरािश का जो ावधान कया है, ये<br />

योजनाएं िन न कार से ह।<br />

Jkj/<strong>akt</strong>/25.3.2010/21.30/4q<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(229)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आपके जस तरह मु य मं ी बीपीएल जीवन र<br />

ा कोष है, इस योजना म<br />

बीपीएल प रवार, टेट बीपील, जो असा य रोग है, इसके अलावा जो वकलांग, वृ ाव था<br />

पशन, इन धा रय को इस योजना का अिधक से अिधक लाभ िमल रहा है और इसके<br />

िलए कर ब-कर ब 65 करोड़ का बजट इसम रखा गया है। दसर ू ध वं तर ए बुलस<br />

योजना, इस योजना म पूरे देश के अंदर 314 ए बुलस वष के अंत तक हो जायेगी। मेरे<br />

शाहपुरा म वहां सेटेलाइट हा पीटल है, वहां पर भी ए बुलस एक है। इसके अलावा दसर ू<br />

तहसील मेर बनेड़ा भी है मेरे वधान सभा<br />

े के अंदर, उसके अंदर ए बुलस नह ं है, म<br />

माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहता हं ू क वहां एक ए बु लस हो। म इसिलए<br />

िनवेदन करना चाहता हं क ू<br />

14 कर ब मेर पंचायत बनेड़ा तहसील म ऐसी पंचायत ह जो<br />

नेशनल हाइवे से जुड़ती है और वहां उस हा पीटल के अंदर, रायला के अंदर ए बुलस<br />

नह ं है, आये दन ऐसी घटनाएं होती ह, दघटनाएं ु , जससे वहां ए बुलस हो तो मर ज<br />

क जान बच सकती है। तीसरा म िनवेदन करना चाहंगा क राजीव गांधी<br />

ामीण<br />

मे डकल मोबाइल यूिनट है, ामीण वा य एवं व छ योजना के तहत िच क सा<br />

सं थान के िलए िनब ध कोष है, भारतीय जन वा य मानक है, आयुष ो साहन<br />

योजना है, वा य िम योजना है, जननी सुर ा योजना है, यह सार योजनाएं<br />

का तकार तथा गैर सरकार सं थान के मा यम से लोग तक इसक जानकार पहंचाई ु<br />

जा रह है। म िनवेदन करना चाहता हं सभापित महोदय<br />

ू , मेरे वधान सभा े म<br />

सेटेलाइट हा पीटल है, कर ब वहां सन 1983 म यह सेटेलाइट हा पीटल बनकर तैयार हो<br />

गया था और वहां कर ब 26 वष हो गये कं तु<br />

वगत प ह वष के अंदर उस हा पीटल<br />

के अंदर डा टर क कमी के कारण उसक दयनीय हालत है। तीन-चार डा टर अभी,<br />

वहां 14 डा टर क पो ट है और चार डा टर क वहां कमी है, आइजी, डटल और ह ड<br />

के डा टर क । दसरा ू म यह िनवेदन करना चाहता हं ू आपके मा यम से क वहां सजन<br />

डा टर है ले कन अब तक आठ साल से वहां सजन डा टर है ले कन एक भी आपरेशन<br />

नह ं कया प रवार क याण के अलावा, तो मेरा यह िनवेदन है क वहां उस हा पीटल के<br />

अंदर एने थेिस ट नह ं है इसके कारण वहां वह डा टर आपरेशन नह ं करता है, तो म<br />

माननीय सदन के मा यम से िनवेदन करना चाहता हं क वहां एने थे<br />

ू िस ट क पो टंग<br />

हो ता क आपरेशन हो सके । आपने जो बोलने का मौका दया, ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: ी रामहेत िसंह यादव।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26<br />

और मांग सं या 23 पर अपने वचार<br />

िलए म आपको ध यवाद देता हं। ू<br />

कट करने का मौका आपने मुझे दया उसके<br />

5 माच, 2010 को जयपुर म पाँच हजार मजदर ू ने ,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(230)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसम बीएमएस, सीटू, एचएमएस, एआईसीटू, आरसीटू, सारे ेड यूिनयन, जतने<br />

संगठन ह उ ह ने दशन कया और पाँच हजार मजदर संगठन के य<br />

ू<br />

िमक<br />

य ने सरकार<br />

से मांग क क हमको िमिनमम वेजेज दया जाय, महंगाई कम क जाय, उ ोग म<br />

ठेके दार कम हो, लाभ के कारखान को सरकार बेचे नह ं, असंग ठत मजदर क सुर<br />

हो, यह पाँच सू ी मांग को लेकर सरकार के सामने आये और लगभग ढाई हजार<br />

मजदर ू ने यहां िगर तार द । उनक मांग थी क राज थान सरकार मजदरू के साथ<br />

अ याय कर रह है, उनको िमिनमम वेजेज नह ं दे रह है। उ ह ने एक चाट दया<br />

सरकार को क द ली के अंदर जहां अकु शल िमक है उसको 205 पये िमलते ह,<br />

राज थान सरकार उसको 100 पये देती है। द ली म जहां अ कु शल िमक है उसको<br />

225 पये िमलते ह, राज थान सरकार उसको 107 पये देती है और द ली म जहां<br />

कु शल िमक है उसको 250 पये देते ह, यहां राज थान क सरकार 115 पये देती है,<br />

यह बहत ु कम है। यह महंगाई के जमाने म मजदर ू मर रहे ह, पस रहे ह, उसका<br />

शोषण हो रहा है, इस शोषण को बंद कर। दसर ू बात, अपने मांग प म कह क<br />

ठेके दार था उ ोग म बंद हो। म, सभापित महोदय, आपके मा यम से मं ी महोदय से<br />

पूछना चाहता हं ू, यह ठेके दार के मजदर ू ह यह कसके िलए फै म लगते ह। चार-पाँच<br />

बंद तय ह ु , सुर ा के िलए गाड रख सकते ह ठेके दार पर, सफाई के िलए ठेके दार पर<br />

दये जा सकते ह, बागवानी को ठेके दार पर रखा जा सकता है<br />

िमक और लो डंग और<br />

अनलो डंग के िलए रख सकते ह। परमानट नेचर का जो काम उ ोग म होता है वह<br />

ठेके दार के मजदर ू से काम नह ं कराया जा सकता। म उदाहरण देना चाहता हं ू मं ी<br />

महोदय, आपको, पैरामाउं ट फै है, पछले दन आंदोलन चल रहा है, 900 कमचार ह<br />

जनको उ ोगपित ने गेट से बाहर कर दया और सरकार से कह रहा है मेरे पास तो<br />

180 मजदर ू थे परमानट। तो बाक यह पाँच-पाँच साल से काम कर रहे थे मजदरू , यह<br />

कौन थे। कौन दोषी है इस काम के िलए। कसने भरे, कौन से िनयम ह, कौन सा ए ट<br />

लागू होता है, यह म आपसे कहना चाहता हं ू क मजदर ू का शोषण है ठेके दार के<br />

मा यम से उ ोगपितय का। सरकार के जो वभाग ह वह इसम इ वो व ह। म उदाहरण<br />

के प म बतना चाहता हं ू, िभवाड़ म पैरामाउंट, िभवाड़ म बीके ट , खुशखेड़ा-मट ला के<br />

अंदर एसआरएफ, कजा रया फै गेलपुर म और इलाइडो सोडावास म और पारले और<br />

िग नी नीमराना म, इन उ ोग क आप जांच कराय। आपके िनयम बने हए ु ह, आपके<br />

या आई.ड . ए ट का पालन हो रहा है, या फै ए ट का पालन हो रहा है, या<br />

बोनस ए ट का पालन हो रहा है, या पेमट ए ड वेज ए ट का पालन हो रहा है, या<br />

मजीवी प कार ए ट का पालन हो रहा है, या बाल िमक ए ट का पालन हो रहा है।<br />

यह वभाग के अिधकार या कर रहे ह। यह वभाग के अिधकार , आप जांच कराय,<br />

ा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(231)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इन उ ोग म स ती से पालन कराय इनका क यह ए ट ह । यह सारे<br />

िमक जो<br />

आपका वभाग है चाहे लेबर वभाग, म वभाग हो, चाहे फै का पीएफ इंसपे टर हो,<br />

चाहे ईएसआई का इंसपे टर हो, चाहे बायलर, चाहे स ल गवनमट का एलईओ हो, यह<br />

सब इंसपे टर उ ोगपित के िलए एक दमनकार नीित अपना कर<br />

िमक का शोषण<br />

करते ह। म कहना चाहता हं ू क यह कस तरह से भत होती है, लोग को रोजगार देने<br />

क यव था है या। फै का िनयम है, आपका ए ट कहता है, सरकार ने कानून<br />

बनाया है क जस भी उ ोग म वेकसी होगी वह संबंिधत वभाग के , जो िनयोजन<br />

कायालय है उसको सूचना देगा। आज तक, ितजारा से आने वाले माननीय के बनेट मं ी<br />

बैठे ह, िभवाड़ एक बहत ु बड़ा औ ोिगक े है , एक भी उ ोग लोकल य य को<br />

रोजगार नह ं देता। उनको पता है क िनयोजन कायालय के िनयम ह, वहां पर थानीय<br />

लोग का रोजगार म नाम है, जो वािलफाइड ह जसक िश<br />

मान ल आपने िनयोजन कायालय को सूचना द , इसक व<br />

ा उसम िलखी हई ु है, अगर<br />

ि द तो लोकल लोग<br />

फै म िलये जायगे। लोकल लोग को उ ोग म नौकर नह ं देना चाहते, लोकल लोग<br />

को, आप जांच कराय, एक भी ऐसा य नह ं है जसको लोकल के आधार पर नौकर<br />

द जाती हो। बाहर से लाये जाते ह, उनका शोषण करते ह, या इनका पीएफ होता है,<br />

या कोई ऐसी फै है जसम इनके वा य क जांच होती है, या इनक से ट क<br />

जांच होती है, यह सारे म मु े आपके मा यम से कहना चाहता हं क जो फै ू ए ट है<br />

और<br />

िमक का शोषण होता है उसको रोका जाय और एक-दो बात और कहना चाहंगा। ू<br />

िभवाड़ औ ोिगक<br />

े है और उसम ह दु तान के जो, एक सव करवाया था स ल<br />

पो यूशन बोड ने, उसने सव म िभवाड़ को ह दु तान के सबसे पो यूटेड यािन आठ<br />

न बर पर इसको रखा है। यह कस कारण से हआ। यह प ु ह मह ने म या थित हो<br />

गई और कौन इसके िलए दोषी है। तीन हजार एनओसी पो यूशन वभाग के पास पड़<br />

है। स ल पो यूशन बोड ने कह दया क वहां पर पयावरण इतना दू<br />

षत है, वहां रहना<br />

य<br />

य का दभर ू है, ऐसी हालत म इनको एनओसी, कसी नये उ ोग को नह ं द जाय।<br />

एक तरफ नये उ ोग आय राज थान म, नये उ ोगपित आकर उ ोग डाल ले कन<br />

पो यूशन बोड वहां एनओसी नह ं देता<br />

सबसे पो यूटेड िभवाड़ िमला। ऐसी हालत सब जगह है ।<br />

य क स ल गवनमट ने जब जांच कराई तो<br />

म कहना चाहता हं मं ी ू<br />

महोदय, आपको क आप इस थित को संभाल वरना यह उ ोगपित तो भगगे ह ,<br />

हालत ठ क नह ं है और जो लोकल मजदूर है वहां का, वह<br />

ांितकार हो जायेगा, व ोह<br />

हो जायेगा, वह अ हंसक हो जायेगा। आज जो ईमानदार से मजदर करके कमाना चाहता<br />

ू<br />

है, यह उ ोगपित ठेके दार के मा यम से इनका शोषण कर रहे ह, जतने भी उ ोग<br />

ढंढ़ोगे ू , सब जगह ठे के दार था है। म अपनी बात यह आपसे कहना चाहता हं क जो ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(232)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

भी हमारे यहां पर चार लाख मजदर ू जले म काम करते ह इसिलए बायलर, वाइंट<br />

लेबर किम नर कायालय अलवर म हो, लेबर कोट परमानट हो, अब उसका कै प कोट है,<br />

म आपको आ ह करता हं ू क अलवर म लेबर कोट होना चा हए, लेबर यूनल होना<br />

चा हए, ईएसआई का जोनल आ फस होना चा हए। यह तो मांग सं या 23 पर थी।<br />

म हे थ के संबंध म दो-तीन बात कह कर अपनी बात को ख म क ं गा, माननीय<br />

वा य मं ीजी से, मेरे वधान सभा<br />

े कशनगढ़ बास म सीएचसी के तीन हा पीटल<br />

ह, एक कोटकािसम के अंदर है, एक कशनगढ़ बास म है और एक खैरथल म है।<br />

कशनगढ़ बास के अंदर जो हा पीटल है उसम एसएमओ का पद र त है।<br />

jyg/<strong>akt</strong>/25.3.10/21.40/4l<br />

लॉक एस एम ओ होता है उसका पद र त है, डा टर के पद र त ह, लड<br />

बक को चालू नह ं कया गया, य क वहां ऑपरेटर नह ं है, ई सी जी नह ं है, ए स रे<br />

मशीन है वह 50 एम एम क है जससे िसफ चे ट का ह ए स रे हो सकता है, अ य<br />

ए स रे के िलए पेशट को बाहर भेजना पड़ता है।<br />

इसी तरह से खैरथल म सी एच सी है, उसम बहत सार किमयां ह। म एक बात<br />

ु<br />

और कहना चाहता हं क खैरथल हॉ<br />

पटल का जो बजट आया था वह रपेय रंग के नाम<br />

पर आया था और सी एम एच ओ ने उस बजट को रपेय रंग के बजाय नए भवन म<br />

बदल दया और नये भवन म बदलने से या हआ ु क न तो वहां पर ए स रे मशीन है,<br />

न ह ए स रे म है, न ह लेबर म है, न ह 10 बैड जो पुरानी जगह थे वहां पर लगे<br />

हए ह। डा ट<br />

ु र को देखने के िलए म नह ं है। ऐसी हालत म सरकार के पास जो<br />

ताव है उनके अनुसार बजट दया जाए और 108 ए बूलस खैरथल को और द जाए।<br />

एक बात और कहते हए क कोटकािसम म भी<br />

ु<br />

आव यकता है। बॉडर ए रया है, हॉ<br />

कया जाए। मेरे वधान सभा<br />

108 ए बूलस क स त<br />

पटल म डा टस रहते नह ं है इसिलए परमानट तय<br />

े म बूढ बावल, खानपुर, नांगल सािलया, मांचरोली,<br />

भोकर, बाघोड़ा, पतिलया और जगता बसई म ाथिमक वा य के खोले जाएं। आपने<br />

मुझे बोलने का अवसर दया उसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी सभापित: कु छ माननीय सद य ने प ट करण चाहा है आसन से क वह<br />

अपना िलखा हआ ु भाषण तु त कर द तो उसके बारे म या यव था रहेगी य क<br />

good and sufficient sleep is also good medicine. म समझता हं क उनक ू<br />

यव था यह है क वह द वह अं कत भी होगा...।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय सभापित महोदय, अपने यहां िल खत<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(233)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

भाषण देने क कोई पर परा नह ं है। ले कन कोई माननीय सद य अपनी बात सदन के<br />

पटल पर रखना चाहे, कोई कागज और आप उसको अलाउ करो, अब कागज कौनसा<br />

आएगा सदन के पटल पर, एक तो भाषण देते समय कसी डा यूमट को या कसी<br />

कताब को कोट करे या कोई माननीय सद य मांग ले तो या वह वयं कहे क मने<br />

कोट कया है और म इसको पेश करना चाहता हं तो एक माण व<br />

ू<br />

प कोई द तावेज<br />

पेश करना चाहे और आसन अलाउ करे तो है। माननीय मं ी अपना भाषण िल खत म द,<br />

इसम बहत ु बड़े प ट िनयम ह, आपक आ ा िशरोधाय है ले कन उसम अपनी जो<br />

पर पराएं ह वह म सदन के सामने रखना चाहता हं। मं ी महोदय के िलए भी िल खत<br />

ू<br />

म भाषण रखने क पर परा नह ं है ले कन हो ह ले म कई बार अपनी बात को अं कत<br />

कराने के िलए उसको रख देते ह अ यथा तो कट मोश स दए जाते ह, कट मोश स का<br />

जवाब दया जाता है और मं ीजी को कट मोश स के अलावा और गित ितवेदन के<br />

अलावा माननीय सद य जो अपनी बात रखते ह उनके बारे म प ट करण देना होता है<br />

और जब बात माननीय सद य रखते ह तो उस समय रखते ह उस समय िलखा हआ ु<br />

नह ं आ सकता, इसिलए मं ीजी को जब जवाब देना पड़ता है और इसीिलए आसन क<br />

बार-बार यव था हई ु है क िलखा हआ ु भाषण पढ़ा नह ं जा सकता मं ी के जवाब देते<br />

समय। इसी कार कोई माननीय सद य भी अगर अपना भाषण यहां पढ़ना चाहे तो पढ़<br />

नह ं सकता, अलाउ नह ं है। हां, वह आंकड़ के आधार पर, उसका सहारा ले सकता है<br />

अपनी बात का, अब जहां तक आपका सवाल है, कु छ माननीय सद य अपना यहां<br />

िल खत भाषण रख। माननीय सभापित महोदय, यह यव था बहत ु गलत है। हमारे यहां<br />

िनयम है क कट मोश स दए जाते ह डमा ड म और कट मोश स का जवाब दया<br />

जाता है, जब कट मोश स हमारे यहां आते ह और उनका जवाब दया जाता है, कट<br />

मोश स वीकार कए जाते ह, अ वीकार कए जाते ह और कट मोश स का जवाब दया<br />

जाता है तो कट मोश स क यव था म िल खत भाषण नह ं है। यह तो अपने यव था<br />

कर रखी है, वरना माननीय सद य को भाषण देते समय अपने कट मोश स तक<br />

िलिमट होना पड़ता है इसिलए बजट क सैक ड टेज, बजट का जो<br />

तीय वाचन है इस<br />

वाचन पर माण व प कोई रख सकता है वरना आप इसको परमानट प से यह<br />

यव था बना दगे, यह 295 नह ं है। माननीय सभापित महोदय, िलख दया और आपने<br />

पढ़ा हआ मान िलया इसिलए पढ़ा हआ<br />

ु ु ...( यवधान)... नह ं, नह ं, यह मजाक नह ं है,<br />

सदन है, इसिलए माननीय सभापित महोदय, म चाहंगा ू क अगर िल खत है तो एक<br />

घ टे म ह काम खतम कर लगे, सब िलख-िलख कर, टाइप करा करा कर लाएंगे और<br />

भाषण सदन के पटल पर रख जाएंगे और सदन को चलाने क आव यकता ह नह ं<br />

रहेगी। इसिलए माननीय सभापित महोदय, जो अपने कट मोश स के बारे म यव था है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(234)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

और जो यव था द गई है अगर आप आपात काल समझ कर कसी माननीय सद य<br />

का अपना िलखा हआ भाषण लेते ह और उसको अं कत करने का आदेश देते ह<br />

ु<br />

एक वशेष प र<br />

, वह<br />

थित हो सकती है। इसिलए म आपसे िनवेदन करना चाहंगा क आप<br />

ू<br />

इस कार क यव था नह ं कर। माननीय सद य को बोलने द और उनको अपनी बात<br />

रखने द।<br />

ी सभापित: दे खए अगर ऐसी पर परा रह है और यह सबको वीकार नह ं है<br />

तो आसन को इस बात म कोई वो नह ं है क ऐसा होना चा हए। सब सद य अपना<br />

भाषण दे सकते ह। एक माननीय सद य आए थे उनको ज द थी, वह यह कहना चाह<br />

रहे थे क म अपना यहां<br />

जाए क मने आसन के सामने<br />

तुत कर दं और एक िमनट मुझे यह बोलने का मौका िमल<br />

ू<br />

तुत कर दया तो मने यह सोच कर यह कहा था।<br />

दसरे ू एक और माननीय सद य आए थे आपक तरफ से, उ ह ने यह िनवेदन कया था<br />

तो यह सोचने के बाद क मं ीजी उसका जवाब भी दगे ले कन आप समझते ह क ऐसी<br />

पर परा है तो मुझे इस बात म कोई वो नह ं है, ऐसी पर परा रहेगी, सब लोग अपना-<br />

अपना बोलगे।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): माननीय सभापित महोदय, एक बात और<br />

छोट सी रह गई। म आपसे अनुरोध करना चाहंगा ू ...।<br />

ी सभापित: अब नह ं, ी ेमच द नागर।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): आधा िमनट। माननीय सभापित महोदय,<br />

कोटकािसम म सी एच सी का िनमाण काय हो रहा है, वह घ टया है, जांच म आ गया,<br />

िनमाण काय बंद है, उसक जांच उ च तर य करवाई जाए, यह मेर मांग है। वरना जैसे<br />

अभी ितजारा म हॉ पटल भवन अ डर कं शन म िगर गया, कोटकािसम म भी यह<br />

हालत हो गई, कोई जन हािन हो जाएगी इसिलए माननीय मं ीजी से िनवेदन है। वहां<br />

एस एम ओ का पद र त है कोटकािसम म उसको भी भरा जाए, डेपूटेशन पर गए ह,<br />

उसको िनर त कया जाए।<br />

ी<br />

ेमच द नागर (पीप दा): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 36 पर<br />

आपने मुझे बोलने का अवसर दया इसके िलए म आपका आभार हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, मु य मं ी बी पी एल जीवन र<br />

ा कोष रा य म<br />

जनवर , 2009 से पुन: ार भ हो गया है। इस योजना के अंतगत सभी चयिनत बी पी<br />

एल प रवार ,<br />

टेट बी पी एल प रवार , आ था काड धा रय , एच आई वी, ए स से<br />

पी ़डत मर ज , वृ ाव था, वधवा तथा वकलांग पशनर को भी िन:शु क िच क सा<br />

सु वधा उपल ध कराई जाएगी, इससे गर ब को मु त इलाज मुहैया हो सके गा।<br />

माननीय सभापित महोदय, 108 ए बूलस वष 2010-11 म इनक सं या बढ़ाई<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(235)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जा रह है, माननीय मं ीजी मेरे वधान सभा<br />

े म इटावा क बा जला मु यालय से<br />

100 कलोमीटर दर ू होने से अक मात घ टत होने वाली दघटनाओं ु से िसत य<br />

को समय पर िच क सा सु वधा उपल ध नह ं होने से उनको काल के मुंह म जाना पड़ता<br />

है। अत: मेरा आपसे िनवेदन है क आप 108 ए बूलस सु वधा इटावा क बे म उपल ध<br />

कराने क यव था फरमाएं।<br />

माननीय सभापित महोदय, राजक य<br />

ामीण वा य िमशन के अंतगत सं वदा<br />

पर कायरत नस को मानदेय 4500 पए से बढ़ाकर 7500 पए, ए एन एम को 3500<br />

पए से बढ़ाकर 6000 पए तथा लैब टे निशय स को 3000 पए से बढ़ाकर 5500<br />

पए ितमाह कया जाना सराहनीय कदम है।<br />

माननीय सभापित महोदय, आगामी वष म 15 आयुवद, 5 हो योपेथी और 10<br />

यूनानी के नए औषधालय खोले जाएंगे। इसके अित र त 6 आयुवद, 2 हो योपेथी एवं 2<br />

यूनानी अ पताल को<br />

मेरे वधान सभा<br />

मो नत कया जाएगा। मेरा माननीय मं ीजी से िनवेदन है क<br />

े म बूढ़ाद त व लोहावत दो ऐसे क बे ह जसे 25-25, 30-30 गांव<br />

जुड़े हए ु ह, दर ू दराज का े है और<br />

वहां पर कोई िच क सा सु वधा उपल ध नह ं है<br />

इसिलए वहां पर ाथिमक वा य के खोला जाए। मेरे वधान सभा े म दो<br />

सामुदाियक वा य के सु तानपुर और इटावा है वहां पर काफ पो ट वेकट है, इटावा<br />

म फ मेल गायिनकॉलो ज ट क स त आव यकता है।<br />

vkj/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/21.50/5b<br />

ामीण<br />

े होने क वजह से जन भी डा टर को, म हला िच क सक क वहां<br />

पर पो टंग क जाती है, अिधकतर छु ट लेकर बैठ जाती है। कोई भी वहां पर नह ं<br />

पहंचती ु है। मेरा आपसे मं ी महोदय, िनवेदन है क शी ह इटावा सी.एच.सी. म फमेल<br />

गायनोकोलो ज ट क िनयु क जाये। सु तानपुर सी.एच.सी. नई ब डंग म<br />

थाना त रत कया गया है मं ी महोदय और वहां पर जनता क मांग है क जो पुराना<br />

भवन है, उसम एक डा टर के बैठने क यव था क जाये य क वह भवन क बे के<br />

बीच म है इसिलए मेरा आपसे िनवेदन है क सु तानपुर क पुरानी ब<br />

डा टर के बैठने के आदेश आप फरमायगे ता क<br />

सु वधा मुहैया हो सके ।<br />

य<br />

डंग म भी एक<br />

ामवािसय को आसान िच क सा<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से माननीय मं ी महोदय से कहना<br />

चाहंगा क पीप दा<br />

ू पी.एच.सी. म डा टर क यव था तो है ले कन वहां पर लेबर म<br />

क अ य त आव यकता है। पी.एच.सी. होने के बाद भी वहां पर लेबर म नह ं है। अत:<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(236)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मेरा आपसे िनवेदन है क लेबर म वहां पर अव य उपल ध कराया जाये, वहां पर लेबर<br />

म क यव था क जाये।<br />

म एक िनवेदन जला मु यालय के िलए माननीय मं ी महोदय को करना चाहंगा। ू<br />

कोटा म एम.बी.एस. अ पताल म टाक यूिनट दानदाताओं ने बनाया है और जहां तक<br />

मेर जानकार है, शायद ऐसा टाक यूिनट राज थान म दसरा नह ं है ले कन वहां पर<br />

ू<br />

अकोमोडेशन काफ कम है। शै याएं शायद 14 ह ह और कोटा से बारां, झालावाड़ और<br />

नजद क म ह म य देश पड़ता है। सभी जगह के मर ज वहां पर आते ह और उस<br />

टाक यूिनट म 14 शै याएं ह, वह काफ कम पड़ती ह और इसके िलए मर ज वहां<br />

इंतजार भी नह ं कर सकते ह। उनको<br />

ाइवेट निसग होम म जाना पड़ता है तो मेरा<br />

माननीय मं ी महोदय से िनवेदन है क इसक यव था फरमाय। माननीय सभापित<br />

महोदय, आपने मुझे बोलने का जो मौका दया, इसके िलए म आपका आभार हं। ू<br />

ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी सुखराम कोली।<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): माननीय सभापित महोदय, धौलपुर क बदहाल िच क सा<br />

क जो यव था है, उसी को आपके सामने रखूंगा। सभापित महोदय, धौलपुर जला<br />

अ य त पछड़ा हआ ु है जसका क अिधकांश े है, वह डांग भा वत े है और डांग<br />

भा वत<br />

े म िच क सा सु वधाओं के नाम पर एक जला िच क सालय है और तीन<br />

ड पसर ज ह, छह सी.एच.सी. ह और बाक उप वा य के ह। यहां पर जो ित<br />

शै या का े है, कर बन-कर बन 13 कलोमीटर एक शै या के े म आता है, वह 13<br />

कलोमीटर है और यहां का जो जनसं या का आंकड़ा आता है एक शै या पर 4,294,<br />

4,294 पर एक शै या आती है। सभापित महोदय, यहां जो राजक य िच क सालय है, इस<br />

राजक य िच क सालय धौलपुर म<br />

े के सम त लोग वहां पहंचते ु ह और पहंच ु करके<br />

वहां यह सोचकर जाते ह क शायद वहां इलाज होगा पर तु उस राजक य िच क सालय<br />

म सु वधाओं का अ य त अभाव है और वहां पर बराजमान डा टर साहब अ पताल म<br />

कम, अपने ाइवेट लिनक म यादा िच रखते ह और जब भी आउटडोर म कोई<br />

मर ज दखाने जाता है तो उसे यह कहकर पचा िलखवा दया जाता है क दो बजे बाद<br />

लिनक म िमल लेना। सभापित महोदय, एक गर ब आदमी जो अपने िलए दो जून क<br />

रोट एक<br />

त नह ं कर सकता, उसके िलए डा टर को 150 पये, 200 पये फ स देना<br />

बहत ह अ य ु त महंगा पड़ता है। यहां जो शै याओं क सीमा है, वह अ यिधक सीिमत<br />

है धौलपुर जले क और वहां गर ब का एकमा साधन है जहां पर उसका इलाज कर<br />

सकते ह पर तु वहां जो सु वधाएं ह, उन सु वधाओं का लाभ उन मर ज को नह ं िमल<br />

पाता है। अगर सु वधाओं का लाभ लेना है तो आपको पहले डा टर के ारा बनाये हए ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(237)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

लिनक पी मं दर है, वहां पर भट चढ़ानी पड़ेगी तब तो तु ह वहां क सु वधाओं का<br />

लाभ िमल सकता है अ यथा उन सु वधाओं का तु ह लाभ नह ं िमल सकता।<br />

सभापित महोदय, म जस वधान सभा<br />

े से आता हं ू, वह बसेड़ वधान सभा<br />

े है। वहां पर 1,36,342 वोटर ह और जनसं या कर बन-कर बन दो लाख के आसपास<br />

ह और वहां पर एकमा सी.एच.सी. है बसेड़ म और उस बसेड़ सी.एच.सी. म भी सात<br />

पद ह। सात पद म से चार भरे हए ु ह, बाक के र त ह। सरमथुरा से धौलपुर के िलए<br />

जाने के िलए कर बन 90 कलोमीटर क दर तय करनी पड़ती है। अगर बसेड़ से जाया<br />

ू<br />

जाये तो 55 कलोमीटर पड़ता है। सभापित महोदय, आप अ छ तरह से जानते ह क<br />

वहां रोड बहत ु ह उ च ेणी क है। अगर कसी डलीवर को लेकर धौलपुर तक पहंचे ु<br />

तो जो ला ट म बताया था क शायद उस समय धौलपुर पहंचते ु -पहंचते ु ब चे क उ ह<br />

शायद तीन मह ने हो जाये, इसिलए मेरा िच क सा मं ीजी से यह करब िनवेदन है क<br />

उनको बढ़ाया जाये। बसेड़ म 30 बेडेड का अ पताल है और 30 बेडेड के अ पताल म<br />

42 पंचायत कवर करती ह उस अ पताल से और वहां कर ब पौने दो लाख जनसं या है<br />

और उस सी.एच.सी. पर आि त है वहां पर गायनी का कोई डा टर नह ं है, िशशु रोग<br />

वशेष कोई नह ं है और सबसे बड़ बात तो या है क वहां सु वधा तो है पर तु वहां<br />

पर कोई सजन नह ं है। अगर एक सजन वहां पर उपल ध होता है तो िन त प से<br />

अ य सु वधाओं का भी उन मर ज को लाभ अव य िमलेगा। इसी तरह से सरमथुरा जो<br />

दसर ू सी.एच.सी. है, वहां चार पद ह पर तु एक डा टर काम कर रहा है और एक डा टर<br />

कन प र<br />

थितय म कै से काम कर रहा होगा, यह बताने क मुझे आव यकता नह ं है।<br />

दसरा ू जो अ पताल है दोन , उन दोन अ पताल म एक दकान ु खुली हई ु है उपभो ता<br />

भ डार क । उस उपभो ता भ डार क दकान ु से जब मर ज दवा लेने जाता है तो यह<br />

सोचता है क शायद मुझे यहां से कु छ कम रेट पर दवाई िमलेगी पर तु<br />

ाइवेट दकान ु<br />

से एक-दो या पाँच ितशत तक बढ़ाकर वह दवाई देते ह तो उन पर भी िशकं जा कसने<br />

क बहत ु आव यकता है।<br />

यहां धौलपुर म एक बहत ु बड़ सम या, हमारे िलए बड़ वड बना है। चार वधान<br />

सभा को कवर करते हए ु , राजाखेड़ा, बाड़ , धौलपुर और बसेड़ , वहां पर कोई भी बन<br />

यूिनट नह ं है। अगर कोई कसी कारणवश घटना हो जाती है, कोई जल जाता है तो उसे<br />

या तो आगरा ले जाना पड़ता है या वािलयर या फर जयपुर लाओ और शायद यहां<br />

तक, तीन जगह पहंचते ु<br />

-पहंचते , अ पताल तक तो नह ं पहंचेगा ु वह मर ज जला हआ ु ,<br />

वह सीधे वग लोक ज र पहंच ु जाता है तो उन प र थित को यान म रखते हए<br />

माननीय सभापित महोदय, मेरा आपके मा यम से िच क सा मं ीजी से करब िनवेदन<br />

है क धौलपुर म एक बन यूिनट ज र बनवाई जाये। दसरा ू , ोमा वाड क हालां क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(238)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सु वधा है, अगर उस ोमा वाड को वकिसत कया जाये, जो एन.एच. 11 वहां से गुजरता<br />

है, आये दन कोई न कोई दघटना ु होती रहती है इसिलए यहां ोमा वाड क यव था क<br />

जाये।<br />

सभापित महोदय, यहां पर म िच क सा मं ीजी का आपके मा यम से<br />

आक षत करना चाहंगा। चूं क डांग े म एक गांव पड़ता है नांगलपुर और आपको<br />

ू<br />

सुनकर िच क सा मं ीजी, बड़ा ता जुब होगा क धौलपुर जले म एकमा यूनानी<br />

अ पताल वहां<br />

वह यूनानी अ पताल वहां<br />

यान<br />

थत है और जो धौलपुर म नह ं है, कह ं पर नह ं है, नांगलपुर गांव है,<br />

थत है पर तु...<br />

Lpm/<strong>akt</strong>/2200/5c/25032010<br />

उस यूनानी अ पताल क यह बदहाली है, उसम जब म वहां गया तो मुझे ता जुब<br />

हआ ु बरसात हो रह थी और जतनी भी दवाइयां थी, वह दवाइयां भीग रह थीं। एक<br />

कमरे म वह यूनानी अ पताल चल रहा है, डॉ टर कहां<br />

वराजते ह, कौन है हमको<br />

आज तक नह ं पता। म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू क इकलौता अ पताल होने के<br />

कारण और जैसे वा य मं ी जी ने अपने बजट म उसम का भी है हम यूनानी<br />

िच क सालय को वशेष तरजीह दे रहे ह तो मेरा आपसे करब िनवेदन है क उस<br />

एकमा यूनानी अ पताल के िलए उस डॉ टर पर िशकं जा कसा जाए क वह वहां बैठे।<br />

दसरा ू , उस भवन को कु छ अगर सु वधा हो तो नांगलपुर क जनता आपका शु या अदा<br />

करेगी।<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

दसरा ू , जो नकली दवा है सभापित महोदय, धौलपुर जला यू.पी. और एम.पी. क<br />

सीमाओं के बीच म ह। आगरा हमारे यहां एक कहावत िस है क कह ं नह ं िमले वह<br />

आगरा म िमल जाता है तो जतनी भी नकली दवाइयां ह उन दवाइय का सीधा-सीधा<br />

यापार धौलपुर म कया जाता है। ऐसा कोई भी मे डकल टोर नह ं है जसम 60<br />

ितशत दवाइयां नकली उन मे डकल टोर पर उपल ध नह ं हो। मेरा करब िनवेदन है<br />

य क वहां पर जो ग इं पे टर है, वह ग इं पे टर अगर वहां जाता भी है तो मने<br />

तो कभी नह ं सुना क कभी उसने एक सपल भी भरा हो। अगर एक सपल भरा भी ले<br />

तो वहां पर कोई<br />

योगशाला नह ं, उसक जांच भी नह ं हो और आप जानते ह क<br />

धौलपुर से यहां पर आने पर कु छ भी घ टत हो सकता है। हो सकता हो क बीच म<br />

सौदा हाकर के वह ं उनका जो के स है रफा-दफा हो जाए तो मेरा आपसे िनवेदन है क<br />

उस ग इं पे टर को इतना थोड़ा िशकं जा कसा जाए क उन टोस के ित जवाबदेह हो,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(239)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उनक जांच क जाए और जो भी सपल भरा जाए िन प प से उन पर कायवाह क<br />

जाए। सभापित महोदय, म िनवेदन करना चाहता हं ू अगर नांगलपुर, सलेमपुर, औरेली,<br />

जायदा और...<br />

बहत ु<br />

ी सभापित: माननीय सद य समा त करे आप।<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): मोमोदन अगर इसम पी.एस.सी. अगर के खोले जाए तो<br />

मेहरबानी होगी और एक घटना म आपका और बताता हं। ू सभापित महोदय, िसफ<br />

एक िमनट म समा त करता हं। ू डॉ टस क हम उनसे काम लेते ह सह पर है परंतु<br />

डॉ टस क सुर<br />

ा के भी इंतजाम होने चा हए। य क वा य मं ी जी को मालूम भी<br />

होगी क वहां जो पी.एम.ओ. है िम. जे.पी.गग उनके हाथ पाँव तोडकर डाल दये। उस<br />

अपराधी वृ वाले लोग को इसिलए जहां पर जनसं या बहत ु रहती ह डॉ टस क<br />

सुर<br />

हॉ<br />

ा होनी चा हए।<br />

ी सभापित: कृ पया समा त करे माननीय सद य।<br />

ी सुखराम (बसेड़ ): म अंत म यह कहना चाहंगा ू क एम.बी.ए. वाले कु छ लड़क<br />

पटल म लगाये जा रहे ह उसका िनदशन करे, पूर परेखा रखे। ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी सुरे िसंह जाड़ावत।<br />

ी सुरे<br />

िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): माननीय सभापित महोदय, म आज मांग<br />

सं या 26 और 23 पर आपके मा यम से िच क सा मं ी जी से और सरकार का यान<br />

आक षत क ं गा। मु यमं ी जी ने अपने बजट के अंदर 26 ब दुओं पर फोकस कया है<br />

िच क सा और वा य को। मेरे वधान सभा<br />

े के अंदर म ध यवाद दंगा ू<br />

मु यमं ी<br />

जी को और वा य मं ी जी को क जो मूलभूत आव यकता थी बन यूिनट क , ोमा<br />

सटर क , र -है बटेशन सटर क , सी.ट . के न वह सब क सब आपने वीकृ त कर द<br />

उसका ध यवाद। इसके साथ म िनवेदन करना चाहंगा ू िच क सा मं ी जी को क हमारे<br />

राज थान के प र े य के अंदर कसर इ ट<br />

यूट नह ं है। एक कसर के इलाज का<br />

इ ट यूट हमारे राज थान म होना चा हए। य क कसर क बीमार भयावह बीमार<br />

बहत ु महंगी बीमार ह। इसके इलाज के िलए या तो गुजरात जाता ह या बो बे जाता है<br />

या उसको द ली जाना पड़ता है और यहां का जो जयपुर का अ पताल है वह कहने को<br />

अव य स ता है ले कन बहत ु महंगा अ पताल है महावीर कसर इ ट<br />

यूट। वहां गर ब<br />

आदमी इलाज नह ं करा सकता। इसिलए सरकार के तर पर जस तरह से अहमदाबाद<br />

के अंदर िस वल हॉ<br />

इ ट<br />

पटल के अंदर कसर का इलाज होता है उसी तरह का एक<br />

यूट पूरे राज थान के अंदर बनना चा हए । य क बहत ु<br />

बीमार क सं या, कसर<br />

के बीमार क सं या बढ़ती जा रह है और एक म वा य मं ी जी से अनुरोध क ं गा<br />

आपके मा यम से<br />

क हाट के ऑपरेशन जो उदयपुर म हो रहे ह उसम कॉ लीके टेड जो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(240)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ऑपरेशन होते ह उनको रैफर कर दया जाता है जयपुर और यहां बहत ु लंबी-लंबी लाइन<br />

ह, गर ब आदमी के िलए बहत ु ज र है क जो ह दु तान जंक का वहां पर पैसा दया<br />

है उस अ पताल के अंदर उन सभी हाट क सजर का अ छा इलाज हो। इसके िलए मेरा<br />

आपसे िनवेदन है, वा य मं ी जी चूं क आप िच तौड़गढ़ पधारे ह और िच तौड के<br />

अ पताल को आपने देखा है क िच तौड़ 76 और 79 जो नेशनल हाईवे गुजरता है और<br />

पूरे िच तौड़ ड ट के मर ज उस हॉ पटल म आते ह। जहां का 500 का आउट डोर<br />

है, म हला िच क सालय का 355 का आउट डोर है, 96 एडिमशन ह, 153 एडिमशन<br />

म हला िच क सालय म ह, उस अ पताल के अंदर 6 सीिनयर पेशिल ट के पद खाली<br />

ह, 8 जूिनयर पेशिल ट के पद खाली ह, 23 मे डकल ऑ फसस के पद खाली ह और<br />

32 सै क ड ेड निसग टाफ के पद खाली ह। इसी तरह लैब टे नीिशयन के पद खाली<br />

है और वहां पर फ ट<br />

ेड निसग टाफ के पद खाली ह। तो िच तौड का अ पताल जो<br />

300 बैडेड कर दया गया है वह आज बदहाली क थित म है। इसिलए मेरा िनवेदन है<br />

िच क सा मं ी जी से यह जो ोमा सटर और बन यूिनट यह जो आपने मुझे द है उसके<br />

िलए तो मने आपको ध यवाद दया है ले कन ये जब शु हो तब उसके साथ-साथ उनके<br />

अंदर पूरा का पूरा टाफ भी आना चा हए। उसके अंदर जो डॉ टस क आव यकता है वह<br />

डा टस भी आने चा हए नह ं तो वो जस तरह से 300 बैडेड कर दया जो इतने पद<br />

खाली ह अगर ये यूिनट भी बन गई। आपने सारे ए युम स भी भेज दये और डॉ टस<br />

नह ं भेजे तो सारा का सारा बेकार जाएगा। इसिलए मेरा िनवेदन है वा य मं ी जी से<br />

क आप इस पर अव य<br />

यान दे। दसरा ू , िच क सा मं ी जी िच तौड के साव रयां<br />

िच क सालय और म हला िच क सालय, म हला िच क सालय को अलग जगह था पत<br />

कर दया है ले कन दोन का बजट 42 लाख 50 हजार पए दोन हॉ<br />

पटल का एक ह<br />

बजट आता है। उसक वजह से म हला िच क सालय क यव थाएं गड़बड़ायी हई ु ह।<br />

इसिलए मेरा आपसे िनवेदन है क आप म हला िच क सालय का बजट अलग आवंटन<br />

करे और साव रयां िच क सालय का बजट अलग आवंटन हो। एक आप जो अनटाइड<br />

फ ड के अंदर िसफ पाँच लाख पए देते ह वह पाँच लाख पए बहत ु कम ह। इसक<br />

कम से कम लीिमट बीस लाख करने क आप कृ पा करे ता क उस अनटाइड फ ड से<br />

काफ काम जो है वह सुचा हमारे हॉ<br />

पटल के हो सके । एक मेरा िनवेदन है क<br />

ए बुलस 2003 के अंदर आई जो लगभग 1 लाख 72 हजार कलोमीटर चल चुक ह,<br />

कं डम हो चुक ह, उसके अंदर मर ज िच तौड शहर के अंदर जा सकता है, िच तौड शहर<br />

से बाहर वह जा ह नह ं सकता। इसिलए मेरा िनवेदन है क आपने 108 ए बुलस द<br />

ले कन वह 30 कलोमीटर के दायरे से आगे जाती ह नह ं ह और वह जो ड ट<br />

अ पताल क ए बुलस है उस ए बुलस क<br />

थित यह है क वह अपने िच तौड क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(241)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नगरपािलका सीमा से बाहर जाने के का बल नह ं है। इसिलए यह एक बहत ु बड़<br />

आव यकता है मेरा िनवेदन है क ए बुलस क यव था आप अव य करावे। आपसे एक<br />

ओर मेरा िनवेदन है क िच तौड के अंदर औ ोिगक<br />

े भी काफ ह, सीमट इ ड ज<br />

ह, जंक ह, पयटक भी आते ह, आये दन ऐ सीडट भी होते ह, वहां पर कई बाहर के<br />

लोग के ऐ सीडट होते ह जो औ ोिगक इकाइय म काम करते ह उनको दो-दो, तीन-<br />

तीन दन तक जो दघटना ु के अंदर जनक डैथ हो जाती है उनको रखना बहत ु मु कल<br />

हो जाता है और इसिलए मेरा िनवेदन है क एक ड -<br />

जर क साव रया िच क सालय<br />

हमारा जो जला अ पताल है उसके अंदर बहत ु अिधक आव यकता है। इसिलए मेहरबानी<br />

करके एक ड -<br />

जर क आप अव य यव था कर दे। एक जो म हला िच क सालय है<br />

उसके अंदर ब च के िलए, म हलाओं के िलए आईसीयू वाड नह ं है। एक वैल<br />

आईसीयू वाड वहां पर बहत ु मह ती आव यकता है। म िच क सा मं ी जी से िनवेदन<br />

क ं गा क वह म हला िच क सालय भी आपने देखा है उसके अंदर मेहरबानी करके<br />

य क हमने जन सहभािगता से नगरपािलका के सहयोग से हमने बहत ु<br />

यूब<br />

यादा काम<br />

करवाये ह। मं ी जी खुद देखकर आये ह इसिलए वैल यूब आईसीयू उन ब च क िलए<br />

और म हलाओं के िलए होना बहत ु ज र है। वहां पर म हलाओं का एक वाड इस तरह<br />

का बनना चा हए जसके अंदर ऑपरेशन के बाद म डलीवर के बाद म जो जले से<br />

शहर के बाहर क जो म हलाएं आती ह उनको रखने क बहत ु आव यकता होती ह,<br />

उनक के यर के िलए बहत ु ज र होता है तो एक वह वाड हमारे िलए बहत ु आव यक हो<br />

रहा है। इसिलए म िनवेदन क ं गा क.......<br />

Bhs/<strong>akt</strong>/25.3.10/22.10/5d<br />

क वो आप एक आव यक हमको देने क कृ पा कर। एक मेरा िनवेदन है क जो<br />

सीबीएनसी जो<br />

यदिशनी सीबीएनसी है उसके अ दर वट लेटर नह ं है और वो वट लेटर<br />

नह ं होने क वजह से कई हमारे नवजात िशशु ह म हलाएं ह उनको आव यकता पड़ती है<br />

इसिलए एक वट लेटर जो आपने सांविलया िच क सालय को तो दे दया ले कन म हला<br />

िच क सालय के िलए बहत ु आव यक है तो म िनवेदन क ं गा क उसम भी आप कर।<br />

अब म ामीण<br />

े के ऊपर िनवेदन क ं गा क वजयपुर, ब सी और भदेसर यहां तीन<br />

जगह सीएचसी था पत कर द है ले कन वहां पर डॉ टस बलकु ल बहत कम है। मापदंड<br />

ु<br />

है, 1 एस.एम.ओ. रहेगा, 2 मे डकल ऑ फसर ह गे, 1 जूिनयर पेशिल ट होगा और 1<br />

जूिनयर पेशिल ट सजर होगा ले कन तीन अ पताल के अ दर िसफ एम.ओ. है और<br />

तीन जगह न तो एस.एम.ओ. है न मे डकल यु र ट है। एक भदेसर के अ दर ...।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(242)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: कृ पया यवधान न कर। No casual attitude is expected.<br />

ी सुरे िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): म सम अप कर रहा हं। ू भदेसर के अ दर<br />

उपखंड कायालय ...।<br />

ी सभापित: आपसे तो सहयोग क यादा अपे<br />

ा है।<br />

ी सुरे िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): म िनवेदन क ं गा िच क सा मं ी महोदय,<br />

क आप डेढ़ सौ एंबुलस दे रहे ह उसके अ दर उस उपखंड कायालय पर जो सीएचसी है<br />

उसके अ दर 108 एंबुलस क आज ह आप घोषणा अव य आप कर द और मेरा िनवेदन<br />

है क मे डकल रलीफ सोसाय टय का आप पुनगठन करवाय, एक जैन रक दवाइय का<br />

वशेष यान और जो रटायड डॉ टर ह, डॉ टर क कमी है तो उनको वापस सेवा म<br />

लेने के िलए या यास हो सकते ह, आप उनको ल और अ थायी िच क सक क या<br />

यव था हो सकती है वो बहत ु अिधक आव यक है, वो मेहरबानी करके कर। अंितम एक<br />

मं ी जी को िनवेदन क ं गा क रोजगार मेले जो लगाये जाते ह उसके अ दर बाहर के<br />

जो आते ह अपने ाइवेट इं<br />

ट यूशंस ाइवेट औ ोिगक सं थान के लोग वो सभापित<br />

महोदय, चार-चार हजार पये म कहते ह क जयपुर आ जाओ और यहां पर सुर<br />

म लग जाओ।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आपसे िनवेदन है क कृ पया समा त कर।<br />

ा गाड<br />

ी सुरे िसंह जाड़ावत (िच तौड़गढ़): बस ये ला ट ब दु है। मेहरबानी करके जो<br />

भी ऐसे रोजगार मेले लगे वो सारगिभत हो ता क बेरोजगार युवक को रोजगार िमले,<br />

आपने मुझे समय दया इसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी सभापित: ीमती सूयका ता यास।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम<br />

से माननीय िच क सा मं ी जी का यान जोधपुर शहर क तरफ दलाना चाहंगा। जोधपुर ू<br />

शहर म बड़े तौर पर तीन हो<br />

तीन हो<br />

पटल ह और जयपुर से दसरा नंबर जोधपुर है। जोधपुर<br />

ू<br />

पटल ह महा मा गांधी अ पताल, उ मेद अ पताल और मथुरादास माथुर<br />

अ पताल। मगर अ पताल क<br />

थित अजीबोगर ब है इसिलए म यह चाहंगी क ू<br />

राज थान िच क सा सेवा का गठन कया जाए। रा य के िच क सक म<br />

म<br />

शासिनक<br />

मता क कमी से िच क सकिमय का रोिगय और प रजन के बीच हमेशा कु छ न कु छ<br />

वारदात होती रहती ह। इस सेवा के आरंभ काल म ह शासिनक े म चयन कर<br />

कितपय िच क सक को विधवत शासिनक िश<br />

कु छ अ<br />

य घटना न हो।<br />

ण दया जाए, ता क रोज क कु छ न<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से एक और बात कहना चाहंगी क ू<br />

उ मेद अ पताल है उसम म हलाओं के िलए ह उ मेद अ पताल बना हआ है मगर ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(243)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

उ मेद हो पटल क वो दशा है, एक उ मेद हो पटल वो था उसके अ दर एक म खी<br />

भी घुसना मु कल थी। आज क तार ख म उ मेद हो पटल क ये थित है माननीय<br />

सभापित महोदय, य क मेरा सबसे यादा उधर जाने का रहता है हर य चूं क इजी<br />

अ ोच है हर य कोई भी का ट का हो, आता है क हमारे साथ रात को चलो तो म<br />

रात को दो बजे भी जाती हं उनके साथ मगर<br />

ू लेबर म क वो थित है माननीय<br />

सभापित महोदय, एक-एक पलंग के ऊपर दो-दो म हलाएं सोयी रहती ह, तीन-तीन<br />

म हलाएं सोयी रहती ह, म यह चाहंगी ू क जोधपुर म जो उ मेद हो पटल है उसका<br />

म हला जो लेबर<br />

यव था क जाए ता क इस हो<br />

म है उसका एक अ छा व तार कया जाए और वहां एक अ छ<br />

पटल का जो नाम है वो कायम रहे। माननीय सभापित<br />

महोदय, म एक और बात आपसे िनवेदन करना चाहंगी ू आपके मा यम से क उ मेद<br />

हो<br />

पटल के अंदर जब म हला गभवती होती है और जाती है और उनके ब चे होते ह तो<br />

माननीय सभापित महोदय, ऐसी<br />

कु छ ह अस पहले ऐसी<br />

उसको आईसीयू वाड नह ं ऐसे उ मेद हो<br />

थित कभी हो जाती है और हई है अभी हाल ह म<br />

ु<br />

थित होती है बहत ु बड़े नेता के र तेदार क हई ु थी फर<br />

पटल के अ दर मेर ऐसी मा यता है क<br />

उ मेद हो पटल के अंदर भी आईसीयू वाड होना चा हए नह ं तो वहां से गांधी हो पटल<br />

ले जाने म कतना समय लगे और रा ते म या मालूम या प र<br />

थित बन जाती है ।<br />

मेर आपके मा यम से िच क सा मं ी जी से मांग है क एक आईसीयू वाड वहां पर<br />

होना अित आव यक है। य क अब हमार इतनी आकां<br />

हो गयी है क हमारे वहां का मु यमं ी है इसिलए वहां हो<br />

ाएं भी हो गयी और इ छा भी<br />

पटल के अ दर ज र सुधार<br />

होना चा हए। मेर ऐसी मा यता है। हाल ह म माननीय सभापित महोदय, म आपके<br />

मा यम से जोधपुर मे डकल कॉलेज म िच क सा म नयी िसट के न अब आप समझो<br />

क जोधपुर शहर जैसी जगह म िसट के न क या<br />

थित है, िसट के न हमेशा खराब<br />

रहता है और उसके िलए पचास लाख पये आज से तीन साल पहले वहां पर जमा कराये<br />

गये थे आरएसएमएम से और पचह र लाख पये वहां क जनसाधारण के मा यम से<br />

िमले। 75 लाख पये जे.ड .ए. से दलवाये गये। मगर सरकार का सहयोग नह ं िमलने<br />

से आज तक वो मशीन नह ं खर द गई है।<br />

ी ओम जोशी (फलौद ): माननीय सद या, जोधपुर के अ दर शोभा करते ह शंसा<br />

करते ह क बहत ब ़ढया काम कये मे डकल म। जोधपुर समारोह म तो शोभा करते ह।<br />

ु<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): म वो शंसा नह ं कर रह हं आप गलत मत<br />

ू<br />

सोचो। म शंसा वो कर रह हं ू क उ मेद हो पटल म म हलाओं के िलए जो दया है<br />

और वो भी आरएसएमएम ने द , मु यमं ी जी ने घोषणा नह ं क है। वो आपने कोष के<br />

मा यम से दया है और अपने कोष के मा यम से करायगे आप गलतफहमी म मत रहो।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(244)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मु यमं ी जी अगर काम करगे तो य नह ं तार फ करगे हम कोई तकलीफ नह ं है। म<br />

वो नह ं है क यहां क बात वहां नह ं कहना पसंद क ं य क म एक मं दर गयी तो<br />

वहां, म एक बात कह दं ू आपको सभापित महोदय, घंट मत बजाना तो कहा क क लू<br />

भाई या हाल है तो कहा क आप थार - हार या करते हो वहां बैठ कर आप या<br />

काम कर सकते हो वो बात करो। आप समझो क बुजुग के यह सोच कर क थार -<br />

हार मतलब वे अख़बार म देख कर यह पूछते ह क वसु धरा जी के राज म ये हआ ु<br />

आपके राज म ये हआ। ु म ये बात नह ं करती हं ू अगर अ छा काम अशोक जी करगे तो<br />

अशोक जी का वागत करगे इसम कोई दो राय नह ं है। अ छा काम करगे तो य नह ं<br />

करगे। जैसे अभी कया तो मने तार फ कर द । और भी कोई काम करगे तो म तार फ<br />

क ं गी। म मेर मांग कर रह हं ू, अगर म कोई भी काम करवाऊं गी तो कोई भी जोधपुर<br />

म काम होगा तो नाम तो अशोक जी का होगा क कां ेस राज म ये काम हआ। म मांग ु<br />

कर रह हं ू काम अगर आप करोगे तो आपका अ छा है । तो आप यह मत कहो म<br />

तार फ क ं गी। आप ने मुझे बात भुला द । मेर बात तो कहने से रह गयी।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): नवाब साहब क भी तो करो, नवाब साहब क ।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): नवाब साहब क तो म जतनी तार फ क ं<br />

उतनी कम है इसम कोई दो राय नह ं है। नवाब साहब क तो मने अभी भी म हलाओं<br />

क मी टंग म यह बात कह । मने कहा क खानदान का बहत ु भार असर हआ ु करता<br />

है। एक आदमी घराने का है उसका बहत ु भार फक पड़ता है। बहत ु अ छा रे पस देते ह,<br />

अ छ तरह बात करते ह। काम करना न करना दसर ू बात है मगर रे पांस देने क भी<br />

बात है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आदमी भले ह बात ठ क करते ह और करते ह,<br />

काम का कोई मतलब नह ं है।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): माननीय सभापित महोदय, हमार सरकार ने<br />

व त दान कर दये थे। आरएसएमएम िलिमटेड ने पचास लाख का सहयोग दया। फर<br />

भी जोधपुर म अभी तक नह ं हई ु , परंतु िनजी जांच के म िमलीभगत से ये काम नह ं<br />

होना भी एक कारण है। कु छ डॉ टर क गलती क वजह से ये काम नह ं हआ। ु<br />

माननीय सभापित महोदय, इतने बड़े जोधपुर शहर के अ दर एमआरआई मशीन नह ं है<br />

इस या को तुरंत पुरा कर जोधपुर शहर म नयी िसट के न और एमआरआई मशीन<br />

क खर ददार क जाए। माननीय सभापित महोदय, चूं क अभी आप घंट बजा दगे मेरे<br />

को यह बहत डर रहता है। आप हो िमिलटर मेन और म हं अनुशासन मानने वाली।<br />

ु ू<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप पुिलस वाले क बेट हो।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): नह ं पुिलस वाले क बेट हं तो या ू अनुशासन<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(245)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

तो मानती ह हं। माननीय सभापित महोदय<br />

ू , अब म मेरे े क बात क ं गी। चौपासनी<br />

हाउिसंग बोड 15 से टर म डसपसर एवं सेटेलाइट अ पताल के प म अप ेड करने क<br />

म आपके मा यम से मं ी जी से मांग कर रह हं। चौपासनी हाउिसंग<br />

ू<br />

प मी पाल रोड, योजना पाल रोड, िलंक रोड, कमला नेह नगर ...<br />

बोड से पूव<br />

कै लाश/अ ण<br />

<strong>25.03.2010</strong> 22.20 (1) 5e<br />

सूतला, चांदला, बाकड, चौपासनी 75 हजार से यादा क आबाद के इस अ पताल<br />

म उपल ध हो तो सेवा का मौका िमलेगा। इस हेतु मने मु य मं ी जी से अनुरोध कया<br />

था क वे 15 सै टर क ड पसर को सैटेलाइट अ पताल म<br />

े क जनता को आपात प र<br />

मो नत कराव जससे इस<br />

थितय म 8-10 कलो मीटर च कर लगा कर मु य<br />

अ पताल तक नह ं जाना पडे। सभापित महोदय, ाइवेट हा पटल म भी इस िलए<br />

जाना पडता है य क सूरसागर े म इतने ाइवेट हा पटल ह क म आपको या<br />

बताऊं । पर हा पटल म या ड पसर म कोई सु वधा नह ं होगी तो प लक या करेगी<br />

ाइवेट हा पटल म ह जायेगी। और ाइवेट हा पटल म जाने के बाद भी है या<br />

डा टर तो वह जाते ह कोई ऊपर से तो उतरते नह ं है यह के यह डा टर वहां जाकर<br />

इलाज करते ह और गर ब जनता से पैसा लूटा जाता है। मेर आपसे पुरज़ोर श द म<br />

मांग है क आप ऐसी ड पस रय को<br />

मो त कर।<br />

सभापित महोदय, म आपसे एक और गुजा रश करना चाहती हं। ू जौधपुर के व व<br />

िस जौधपुर प थर के खान िमक और े क छ: बड भील ब तय के िलये<br />

अ थमा वशेष ड पसर क थापना क जाये। मु य मं ी ने अपने बजट भाषण के<br />

ब दु सं या 49 म जनजाित<br />

े के िलये घो षत 60 पीएचसी मसे एक सूरसागर चौपड<br />

म वशाल भील ब ती को दया जाये तो म समझती हं ू क इससे सूरसागर क सम या<br />

का काफ समाधान होगा। सभापित महोदय, इनके काय क जौधपुर प थर क खाने<br />

करोड का राज व सरकार को देती है परंतु यहां के<br />

िमक टोन ड ट से अ थमा के<br />

िशकार हो जाते ह और छोट मोट दघटनाएं ु भी होती रहती है। अत: मने पूव म भी<br />

अनुरोध था और पुन: अनुरोध करती हं ू क इन भील ब<br />

तय के गर ब लोग और खान<br />

िमक क 50 हजार से यादा क जनसं या को लाभा वत कर। सभापित महोदय,<br />

सूरसागर के व व िस जौधपुर प थर खान े म आक मक दघटना ु होने पर समय<br />

रहते ाथिमक उपचार क उपल धता एवं बडे सरकार अ पताल तक पहंचाने ु हेतु चौपड,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(246)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सूरसागर े म 108 ए बुलस वीकृ त कराई जाये। उ त े म इससे दघटनाओं ु म<br />

काफ बचाव हो सके गा।<br />

सभापित महोदय, म आपके मा यम से मं ी जी से एक और िनवेदन करना चाहंगी ू<br />

उ मेद अ पताल, जौधपुर म सोनो ाफ नह ं है और सोनो ाफ है तो वह नह ं के बराबर<br />

है। म चाहंगी ू क सोनो ाफ क जांच अित मह वपूण जांच है पर तु जौधपुर संभाग के<br />

सबसे बडे अ पताल म वतमान आस न सवा माताओं के िलये सोनो ाफ जांच म दस<br />

से प ह दन क सूची लगी रहती है क प ह दन के बाद नंबर आयेगा। ऐसे म<br />

गर ब म हलाओं के सव के स बगड जाते ह या फर उ ह महंगे िनजी जांच के पर<br />

जांच करानी पडती है। अत: यह बहत ु ज र है क सरकार इस बात को यान म रख<br />

कर मय टाफ सोनो ाफ क मशीन दलावे। जौधपुर के तीन बडे अ पताल म मर मत<br />

के अभाव म .....<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

सभापित महोदय, म अभी कु छ बोली ह नह ं और आपने घंट बजा द । सभापित<br />

महोदय, म तो ऐसे ह कम ह बोलती हं ू और फर आप बोलने ह नह ं दगे। सभापित<br />

महोदय, जौधपुर म सबसे पुराने और टेट के टाइम के अ पताल ह इनम आज तक<br />

कभी मर मत नह ं हई ु है । म चाहती हं ू इनक मर मत के िलये यादा से यादा<br />

धनरािश द जाये। अभी हाल ह म चार दन पहले जौधपुर के मथुरा दास माथुर<br />

हा<br />

पटल म पंखा िगर गया था। अ छा हआ ु कसी मर ज के ऊपर नह ं िगरा यह<br />

भगवान क ह कृ पा है। मेरा आपसे िनवेदन है क यादा से यादा धन रािश द जाये।<br />

सभापित महोदय, जालौर गेट, जौधपुर म रघुनाथ दास ट बी अ पताल है म चाहती हं ू<br />

क वहां पर इमरजसी सु वधा ारंभ कराव। शहर के ठ क म य म थत इस ट बी<br />

अ पताल म इमरजसी सु वधा नह ं है जससे सं मणकार रोिगय को रा काल म<br />

आपात िच क सा उपल ध नह ं हो पाती है। अत: मेरा अनुरोध है क आप उ त<br />

अ पताल म इमरजसी वाड खोल जससे राउंड द<br />

सके ।<br />

लाक िच क सा सु वधा उपल ध हो<br />

सभापित महोदय, यह बहत ु मह वपूण मु ा है क जौधपुर के तीन अ पताल म<br />

सफाई क यव था नाम मा क नह ं है। आप यह समझ लो क सफाई तो है ह नह ं।<br />

बाथ म के पास से तो अगर कोई िनकले तो उसे अपना मुंह ढक कर िनकलना पडता है।<br />

इसका कारण जो मेरे समझ म आया वह म आपसे िनवेदन करना चाहंगी ू क तीन<br />

अ पताल म सफाई यव था म ठेक क प ित को बदला जाये। य क ठेके क प ित<br />

को नह ं बदलगे तब तक कु छ भी नह ं होगा। य क यह लोग या करते ह क बतायगे<br />

100 आदमी और लगायगे 60 आदमी। 40 आदमी का पैसा ऐसे ह कर देते ह। इसिलए<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(247)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इस प ित को बदला जाये ता क सफाई अ छ तरह से हो सके । मेरा आपसे अनुरोध है<br />

क इस हेतु बड अनुभवी फम को ठेका दया जाये, अगर ठेका प ित है तो कसी<br />

अ छ फम को दया जाये।<br />

रहा है।<br />

ी सभापित: माननीय सद या जौधपुर का डा टर ह पूरे राज थान का इलाज कर<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): यह बात सह है क पूरे राज थान म देखा<br />

जाये तो जौधपुर के डा टर भी ब ढया है इसम भी कोई दो राय नह ं है। मीठ बोली है<br />

अ छ तरह से बात करते ह य क डा टर अ छ तरह से बात कर ल तो मर ज आधे<br />

तो वैसे ह ठ क हो जायगे।<br />

ी सभापित: आप मेरा आशय नह ं समझे।<br />

ीमती सूयका ता<br />

यास (सूरसागर): सभापित महोदय, रे डयोलोजी वभाग म<br />

िच क सक के िनर तर, रे डयोलोजी के जो डा टर होते ह उ ह िनर तर यायालय म<br />

जाने क आव यकता रहती है इससे जनता को बहत ु भार परेशानी रहती है।<br />

ी सभापित: माननीय सद या अब आप समा त कर।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): सभापित महोदय, बस दो िमनट का ह काम<br />

है। मांग सं या 23 के बारे म म थोडा सा कहना चाहंगी ू क प थर खनन िमक के<br />

िलये टोन िमक क याण कोष क थापना क जाये ता क इन लोग को सु वधा िमल<br />

सके । खिनज राय ट से ा त एक ितशत ाम पंचायत रािश से िमक क याण<br />

योजना को पूरा कया जाये। आपने मेरे को इतना बोलने का मौका दया इसिलए भी म<br />

आपको ध यवाद देना चाहंगी ू मगर म आपके मा यम से यह चाहंगी ू क इन<br />

हा पटल ....<br />

ी सभापित: ी द प कु मार िसंह जी।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): सभापित महोदय, दो िमनट म अपनी बात को<br />

समा त कर रह हं। ू<br />

ी सभापित: बस बोल दया आपने, बोल दया।<br />

ीमती सूयका ता<br />

महोदय, 15 मह ने हो गये मगर कोई भी हा<br />

सरकार ने कर ब कर ब ....,<br />

यास (सूरसागर): सभापित महोदय, दो िमनट । सभापित<br />

पटल म ऐसा काय नह ं हआ ु जो पछली<br />

ी द प कु मार िसंह (मा डलगढ़): सभापित महोदय, आपका आदेश हो चुका है।<br />

ीमती सूयका ता यास (सूरसागर): चिलए हमारे उप नेता महोदय ने कह दया।<br />

ी<br />

द प कु मार िसंह (मा डलगढ़): सभापित महोदय, म मांग सं या 26 पर<br />

िनवेदन करने हेतु उप<br />

थत हं। ू सभापित महोदय, जब से िच क सा पर मांग शु हई ु है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(248)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

तब से वप क ओर से बार बार आवाज आ रह थी क इस बजट म मु य मं ी जी<br />

ने कु छ नह ं कया, इसम कोई सुधार नह ं कये। म िनवेदन करना चाहता हं ू क मु य<br />

मं ी जी ने जो ऐितहािसक काम कया है वह आज से पहले कभी नह ं हआ। ु माननीय<br />

मु य मं ी ने<br />

वधवाओं, वकलांगो, असहाय और ए स रोिगय को जो सहायता इस<br />

बजट म उपल ध कराने क घोषणा क है वह अपने आप म एक ऐितहािसक िनणय है<br />

सारा राज थान इस बात से आज लाभा वत होने क थित म है। पछले वष माननीय<br />

मु य मं ी जी ने बजट म मु य मं ी बीपीएल प रवार क मु त इलाज क जो घोषणा<br />

क थी उसके अंतगत एक वष म 26 लाख 29 हजार लोग को ओपीड के मा यम से<br />

लाभ िमला है और 3 लाख रोिगय को आइपीड के मा यम से लाभ िमला है यह अपने<br />

आप म बहत ु बड उपल धी है।<br />

सभापित महोदय, बीपीएल म हलाओं को पछले वष थम सव पर 5 कलो घी देने<br />

क जो घोषणा मु य मं ी जी ने क थी वह अपने आप म एक ऐितहािसक िनणय था<br />

और उस योजना के अंतगत 18438 म हलाओं को घी के कू पन<br />

दान कये गये ह।<br />

सरकार ने 5 हजार एएनएम क िनयु करने क जो योजना तुत क है उसके<br />

अंतगत 2853 एएनएम क भत क जा चुक है यह अपने<br />

आप म एक म हती<br />

उपल ध है सरकार के िलये। 537 नये उप वा य के बनाये गये ह। 1218185<br />

म हलाओं को जेएसवाई योजना म लाभा<br />

वत कया गया है। मे डकल रलीफ सोसाइट<br />

को िनबध रािश उपल ध करा कर सरकार ने मे डकल रलीफ सोसाइट को मजबूत<br />

थित म ला दया है यह अपने आप म एक ऐितहािसक कदम है। 173 उप वा य<br />

भवन का िनमाण कराया गया।<br />

ans/<strong>akt</strong> 22-30 5f 25032010<br />

यह बहत ु बड़ बात है। मने छोट सी बानगी<br />

तुत क है क मु यमं ी जी ने इस<br />

बजट के मा यम से राज थान क जनता को या दया। अगर म बोलता रहं ू तो सार<br />

रात हो जाएगी इसिलए समय सीमा को यान म रखते हए ु इतना ह िनवेदन करता हं ू<br />

और मेरे वधान सभा<br />

े म जो मांग है उसके बारे म िनवेदन क ं गा। िसंगोली जो<br />

पीएचसी है वह 85 से चल रह है ले कन एक छोटे से भवन म चल रह है, वहां नये<br />

भवन क वीकृ ित कराई जाए। मेरा वधान सभा<br />

म फ जिशयन का पद लंबे समय से<br />

चाहता हं ू क 15000 क आबाद का क बा है, पूरे वधान सभा<br />

े मा डलगढ़ मु यालय पर सीएससी<br />

र त है, म आपके मा यम से िनवेदन करना<br />

े म फ जिशयन का<br />

पद नह ं होने से मेर अंितम पंचायत है जले क , मा डलगढ़ क वधान सभा<br />

े क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(249)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

वह जले से 120 कलोमीटर दरू पड़ती है, फ जिशयन का वहां होना अित आव यक है।<br />

म िनवेदन करना चाहता हं ू क वहां फ जिशयन क पो<br />

टंग अ वल ब कराई जाए। साथ<br />

ह बगोद मेरे यहां बहत ु बड़ पीएचसी है जहां डा टर के दो पद थे,पूववत सरकार ने<br />

वहां म हला डा टर का पद समा त कर दया। 10,000 क आबाद वाले गांव है जहां पर<br />

मायनो र टज क बहत ु बड़ सं या है और वहां पर लोहे का उ ोग राज थान म अपना<br />

थान रखता है इसिलए वहां म हला डा टर क पो टंग होनी चा हये। वहां से डलेवर<br />

कराने के िलए लोग को भीलवाड़ा तक जाना पड़ता है, यह बहत ु ह दभा यपूण बात है,<br />

वहां अ वल ब म हला िच क सक क िनयु कराई जानी चा हये। सीएचसी मा डलगढ<br />

हेतु 108 ए बुलस क मांग माननीय मं ी से म लगातार करता आया हं ू, आशा करता हं ू<br />

अब क बार जब भी आप दान करायगे, राज थान म उपल ध करायगे तब मा डलगढ़<br />

को आप नह ं भूलगे। सीएचसी मा डलगढ़ म डा टर के आवास हेतु भी म आ ह करना<br />

चाहता हं। ू डा टर के आवास नह ं है इससे डा टर वहां थाई प से नह ं रहते, मेरा<br />

िनवेदन है डा टरो को आवास उपल ध कराये जाए । मेरे वधान सभा<br />

े के तीन<br />

पंचायत मु यालय ऐसे ह जहां एएनएम से टर आज तक वीकृ त नह ं हये ु ह। भवन<br />

कसी योजना म बन गया ले कन वहां पो<br />

टंग नह ं हो पाई है इसिलए िनवेदन करना<br />

चाहता हं ू क पंचायत मु यालय के साथ साथ जो बड़े और रमोट वलेज है उनम भी<br />

एएनएम से टस क वीकृ ित कराई जाए । बड़े गांव म पहले एड पो ट चलती थी जहां<br />

पर क पाउ डर का पद हआ करते थे वहां सीिनयर क पाउ डर लगते थे वह डा टर क<br />

बढ़त पाल लेते थे इसिलए बड़े गांव म पुन: एड पो ट ार भ क जाए। ध यवाद, जय<br />

ह द।<br />

ी सभापित: ी यारसाराम कोली।<br />

ी यारसा राम कोली (बयाना): सभापित महोदय, आपने मांग सं या 26 िच क सा<br />

एवं लोक वा य और सफाई पर मुझे बोलने का जो अवसर दया है म आपको<br />

ध यवाद<br />

ा पत करता हं। ू यह आव यक सेवाओं से<br />

बहत ु इ पोरटट मांग है। बजट के मा यम से<br />

रलेटेड है और जन वा य क<br />

जस तरह क अफवाह म सुबह से सुन<br />

रहा हं ू दो बजे के बाद म, स ताप के माननीय सद य पता नह ं या- या अलंकृ त<br />

श द से और इसको सराह रहे ह ले कन जो बजट है, that is nothing but<br />

repetitive collection of data. तो उस मामले म म आपको िनवेदन करना चाहंगा ू ,<br />

इस मांग के मा यम से म मेरे वधान सभा<br />

वधान सभा<br />

े क सम याओं पर आ जाता हं। ू मेरे<br />

े म दो सीएचसी और एक पीएचसी है, सभापित महोदय, आपके मा यम<br />

से मं ी जी का यानाक षत करना चाहंगा ू जस मामले म म पूव म भी कई दफा मं ी<br />

जी से िमल चुका हं। ू पवास सीएचसी पर गाइिनक डा टर नह ं है, जनरल सजन नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(250)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

है, क पाउ डर नह ं है, इसी तरह से बयाना सीएचसी गाइिनक डा टर नह ं है, बालरोग<br />

डा टर नह ं है। इसी तरह से दावल पीएचसी पर ी रोग वशेष का पद अव य है<br />

ले कन आज तक पो टंग नह ं है, जहां जले म सबसे यादा डलेवर कै सेज होते ह, यह<br />

उदाहरण है इस सरकार का और आपक यव थाओं का। सभापित महोदय, म िनवेदन<br />

करना चाहंगा ू क िच क सा मं ी जी का जो ाफ है वह बहत ु अ छा है ले कन अगर<br />

सरकार क लीक पर चले गये तो अपनी इमेज आप खो बैठेगे इसिलए आप यान रख।<br />

गवनमट से आपका ाफ कन मायन म अ छे मं<br />

य<br />

य म है।<br />

दसरा ू , सजेशन के तौर पर मेरा सुझाव है इस प ित को ओर सुधारने के िलए मेरा<br />

गत सुझाव है क आयुवद को बढ़ावा दया जाए। म मानता हं ू क<br />

क ह ं मामल<br />

म ऐलोपैथी िच क सा बहत ु अ छ है ले कन सबम नह ं। सरकार क इस तरह क नीित<br />

रह है क आयुवद को मृत ाय: जैसा कर दया है, तो मेरा य<br />

गत सुझाव है क<br />

इसको ए सपे रमटल य द माननीय मं ी जी इसको टेकअप कर और इसको अ छा बजट<br />

द तो ह दु तान क यह पुरानी प ित रह है इसक िच क सा णाली इतनी साथक है<br />

क शायद एलोपैथी म साइड इफे ट हो सकते ह ले कन इसक कसी भी मेड सन से<br />

कोई साइउ इफे ट नह ं होता ओर य द यह भावी रहे तो जनमानस को बहत ु बड़ा<br />

फायदा िमलेगा।<br />

तरह से इसम बजट का<br />

दसरा ू , हमार जो योग या है इसको बढ़ावा दया जाए, कसी<br />

ावधान रखा जाए और आम जनता को इसम ो सा हत कया<br />

जाए तो यह बहत ु अ छ शु आत होगी ओर नेचूरल जो िच क सा हमको िमलती है वह<br />

इस मा यम से िमलेगी। दसरा ू मने जो िनवेदन कया है मृत ाय: आयुवद िच क सा<br />

णाली को कर रखा है उसम जान आएगी और िन<br />

साथक होगी ले कन मेरा य<br />

त प से कई मामल म एलोपैथी<br />

गत है, िच क सा मं ी जी इस पर थोड़ा यान द।<br />

दसरा ू , मेरा िनवेदन है क अपने े म ह नह ं पूरे राज थान म डा टर का ठहराव<br />

सुिन त कर, पहले तो पो टंग कर और पो टंग करने के बाद म डा टर का ठहराव<br />

हो, एएनएम का ठहराव हो तब वा तव म हमार साथकता है। इस समय आप कसी<br />

भी पीएचसी को देख ली जए, मेरे तीन क , आप अभी फोन करके देख ली जए एक भी<br />

न डा टर िमलेगा, न एएनएम िमलेगी, न क पाउ डर िमलेगा, म यह दावे के साथ कह<br />

रहा हं ू आप अभी भरतपुर सीएमएचओ साहब को फोन िमलाकर देख ली जए एक भी नह ं<br />

िमलेगा, तो यह<br />

थित है, इसको सुधार क आव यकता है और अगर सुधारगे तो<br />

िन त प से जनमानस को इसका फायदा होगा। आपने मुझे समय दया म उसका<br />

ध यवाद<br />

ा पत करता हं। ू<br />

ी सभापित: ी भगवान सहाय जी सैनी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(251)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी भगवान सहाय सैनी (चौमूं): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 और<br />

23 क चचा हो रह है। म मांग सं या 23 के िलए म व रोजगार मं ी जी से िनवेदन<br />

क ं गा क कालाडेरा म ओ ोिगक<br />

े है, काफ पुराना है, लगभग पाँच हजार मजदरू<br />

वहां काम करते ह। एक ईएसआई अ पताल क वहां वीकृ ित द जाए, साथ ह चौमू म<br />

सहायक रोजगार कायालय खोला जाए। माननीय मु यमं ी जी ने बजट म िच क सा के<br />

िलए जो राज थान क आम जनता को समुिचत िच क सा यव था करवाने का बजट<br />

दया है उसके िलए मु यमं ी जी को बहत ु -बहत ु ध यवाद। मु यमं ी जी ने और है थ<br />

िमिन टर महोदय ने, है थ टेट िमिन टर महोदय, य क हमारे है थ िमिन टर साहब<br />

सीकर के भार मं ी है टेट िमिन टर, नवलगढ़ भी उधर से आते जाते ह, इ ह ने चौमू<br />

का यान रखा। मु यमं ी जी ने चौमू म ोमा अ पताल क घोषण क साथ ह 30 बैड<br />

का अ पताल है उसके बैड बढ़ाने क घोषणा क उसके िलए म बहत ु बहत ु आपका<br />

आभार हं ू, बहत ु बहत ु ध यवाद देता हं। ू माननीय सभापित महोदय, बीपीएल को और<br />

उसम वृ ाव था ओर पशनर इनको जोड़ा है वह भी बहत ु बहत ु ध यवाद।<br />

दगा ु / पाठ 25032010 2240 5g<br />

ले कन जब बी.पी.एल. दवा लेने हा<br />

पटल जाता है तो उसके साथ बताव अ छा नह ं<br />

कया जाता है। सामा य मर ज और बी.पी.एल. के मर ज म बहत फक कया जाता है।<br />

ु<br />

आज एस.एम.एस. हा पटल म हालत यह है क बी.पी.एल. प रवार का कोई य<br />

आयेगा वा व चज करवाना है तो दो मह ने, तीन मह ने बाद क तार ख द जाएगी और<br />

सामा य जो पेशे ट है, अपनी जोड़-तोड़ करके 10 दन बाद का टाइम ले लेगा। तो मं ी<br />

महोदय इस ओर यान द। दसरा ू जयपुर म, एस.एम.एस. हा पटल म जो िसट के न<br />

मशीन है, एक ह मशीन है, इसिलये बड़ द कत आती है। सी रयस पेशे ट को 12-12<br />

घ टे, 24-24 घ टे बाद क तार ख द जाती है। अभी एक मह ने पहले हालात यह हए ु<br />

क जयपुर एस.एम.एस. हा<br />

नह ं, 15 दन खराब रह । ऐसी<br />

पटल म िसट के न मशीन खराब हो गई और एक दन<br />

थित म सी रयस पेशे ट को दलभजी ु अ पताल भेजकर<br />

िसट के न करवाई गई जो क एक सी रयस पेशे ट के िलये बहत ु ग भीर बात है। म<br />

वा य मं ीजी से िनवेदन क ं गा क एस.एम.एस. हा<br />

पटल म कम से कम दो िसट<br />

के न मशीन और कराई जाए जससे िसट के न म मर ज को द कत नह ं हो। म<br />

माननीय<br />

वा य मं ीजी से यह भी िनवेदन क ं गा क हमारा कालाडेरा का जो<br />

पी.एच.सी. है उसको सी.एच.सी. म<br />

मो नत कर साथ ह इन गांव म, कशन मानपुरा,<br />

आलेसर, ढोरसर, 3-4 जो बड़े गांव ह, वहां पी.एच.सी. खोल, ध यवाद।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(252)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: ीमती संजना आगर ।<br />

ीमती संजना आगर (सोजत): माननीय सभापित महोदय, आपने मुझे मांग 26 पर<br />

बोलने का मौका दया, म आपक बहत ु -बहत आभार हं। मेरे वधान सभा<br />

थत राजक य िच क सालय जला मु यालय पर<br />

े सोजत म<br />

थत िच क सालय के बाद जले म<br />

सबसे बड़ा िच क सालय है। इस िच क सालय म जला मु यालय पर थत<br />

िच क सालय से इ डोर व आउटडोर मर ज का भार अिधक रहता है,<br />

िच क सालय नेशनल हाइ-वे 14 पर<br />

य क यह<br />

थत है। िच क सालय म िच क सा अिधका रय का<br />

34 का कु ल टाफ है। कु ल 34 पद म से 17 पद आज भी र त ह। इन 17 म से एक<br />

िच क सक बाड़मेर म कायरत है और एक को िसरोह के अ दर लगा दया है। हा<br />

पटल<br />

के हालात ऐसे ह क एने थेिसया का डा टर भी आज वहां मौजूद नह ं है। इस हालत म<br />

आपरेशन करते समय बहत ु बड़ परेशानी आती है। डे ढ सौ बैड के राजक य िच क सालय<br />

म मा 15 िच क सक ह कायरत ह यानी मा 45 ितशत िच क सक ह कायरत ह<br />

जब क िच क सालय म मर ज का भार बहत ु अिधक रहता है। इस िच क सालय म<br />

मारवाड़-जं शन, रायपुर, जैतारण, बलाड़ा आ द े से मर ज यहां इलाज हेतु आते ह।<br />

मर ज क लाइन इतनी बड़ लगती है क कभी-कभी 2-2, 3-3 घ टे मर ज का उपचार<br />

हेतु न बर नह ं आता है जसके कारण मर ज को बहत ु अिधक दु<br />

वधा रहती है। कई बार<br />

िच क सालय का समय पूरा होने के बाद बड़ मा ा म रािश देकर मजबूरन िच क सक<br />

के घर जाना पड़ता है। इसी कार े के सी.एच.सी. रायपुर, सोजत रोड, च डावल,<br />

पीपिलया स हत अ य उप वा य के , ाथिमक वा य के पर अिधक पद<br />

र त होने पर<br />

े के लोग को बड़ द कत होती है।<br />

माननीय सभापित महोदय, म माननीय मं ी महोदय को िनवेदन करना चाहंगी क ू<br />

राजक य िच क सालय, सोजत म िसट<br />

के न मशीन लगाने हेतु मु य मं ी सहायता<br />

कोश से एक लाख पये जला कल टर, पाली को िभजवाये गये थे जो 01/2008 म<br />

जला कल टर, पाली को ा त हो गये थे। रािश ा त होने के दो वष के उपरा त भी<br />

राजक य िच क सालय म िसट के न मशीन था पत नह ं होने पर मने मु य मं ीजी से<br />

िसत बर, 2009 म इस स ब ध म वाता कर अवगत कराया था। उस समय माननीय<br />

मु य मं ीजी ने शी ह िसट के न मशीन राजक य िच क सालय, सोजत म लगाने के<br />

िलये जला कल टर पाली को आव यक िनदश दया था। उ त िनदश क पालना म<br />

जला कल टर, पाली ने प ांक िच क सा/09, दनांक 17.09.09 के<br />

ारा एक प<br />

िनदेशक, जन वा य िच क सा एवं वा य सेवाएं, राज थान, जयपुर को िभजवाया<br />

क सामा य व तीय एवं लेखा िनयम म पाट-<br />

तीय, िनयम 50 (1) के अनुसार पये<br />

10 लाख से अिधक मू य क मद का य वभागीय य सिमित ारा कया जाना है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(253)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िनदेशालय तर पर ग ठत भ डारण एवं संगठन के मा यम से तकनीक पे<br />

के अनुसार उ त िसट के न मशीन<br />

फके शन<br />

य कर राजक य िच क सालय, सोजत म था पत<br />

करवाई जाए। इसके बाद 24/11/09 के ारा मरण प जला कल टर, पाली ारा<br />

िभजवाया गया। पर तु िनदेशक, िच क सा एवं वा य सेवाएं, जयपुर के ारा िनदश<br />

ा त नह ं होने के कारण आज दन तक िसट के न मशीन राजक य िच क सालय म<br />

था पत नह ं हो पाई। जब क मशीन हेतु जनवर , 2006 म जला कल टर, पाली को<br />

रािश ा त हो गई थी। माननीय मं ीजी, म आपको ोमा वाड के बारे म भी अवगत<br />

कराना चाहती हं क उप शासन सिचव<br />

ू , िच क सा एवं वा य वभाग, राज थान,<br />

जयपुर के प मांक एफ.17/8/िच क सा एवं वा य/जी.आर.3/02, दनांक<br />

18/10/2004 के ारा सोजत, भीम, कशनगढ़, शाहपुरा म ोमा यूिनट क वीकृ ित<br />

जार क गई थी। वतमान म सोजत म<br />

ोमा यूिनट भवन के िलये बजट म कोई<br />

ावधान नह ं कया गया। जब क सोजत के साथ वीकृ त अ य ोमा यूिन स के िलये<br />

बजट का ावधान कया गया है। माननीय मं ी महोदय से मेरा अनुरोध है क हमारे<br />

सोजत का जो राजक य िच क सालय है वह नेशनल हाई-वे 14 पर<br />

थत होने के कारण<br />

वहां पर आये दन ए सीडे ट और दघटनाएं होती रहती ह। तो आपसे मेरा िनवेदन है क<br />

ु<br />

यहां ोमा वाड क आप वीकृ ित दलाय तो जनता आपका बहत शु अदा करेगी।<br />

ु<br />

माननीय मं ी महोदय, ए.एन.एम. िश ण के के बारे म आपको बताना चाहंगी ू<br />

क 1986 म जला तर पर जी.एन.एम. िश ण के खोला गया था। उस समय<br />

ए.एन.एम. िश ण के जला मु यालय से तहसील तर पर थाना त रत कर दये<br />

गये थे। वतमान म जला तर पर जहां जी.एन.एम. िश ण के चल रहे ह वहां पर<br />

ए.एन.एम. िश ण व जी.एन.एम. िश ण के , दोन एक साथ नह ं चल रहे ह।<br />

जी.एन.एम. के 3 बैच और ए.एन.एम. के 2 बैच एक साथ पाली म चलने के कारण<br />

िश<br />

ण म दु<br />

वधा रहती है। राजक य िच क सालय, सोजत 150 बैड का है। ए.एन.एम.<br />

िश ण के को पाली मु यालय से तहसील मु यालय पर थाना त रत करने के<br />

स ब ध म म पछले समय म स पूण कायवाह कर चुक थी, मा आदेश जार कया<br />

जाना शेष था। अत: आपसे िनवेदन है क इस ए.एन.एम. िश ण के को सोजत<br />

थाना त रत कया जाए।<br />

माननीय मं ी महोदय से मेरा िनवेदन है क राजक य िच क सालय, सोजत म िसट<br />

के न मशीन शी था पत क जाए, ोमा यूिनट भवन के िनमाण हेतु बजट दान कर<br />

ोमा यूिनट भवन िनमाण क व तीय वीकृ ित जार कराव। े म राजक य<br />

िच क सालय सामुदाियक वा य के , ाथिमक वा य के म र त पद को आप<br />

शी भर और ए.एन.एम. िश ण के को पाली से सोजत थाना त रत कराव।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(254)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सामुदाियक वा य के , रायपुर को राजक य िच क सालय म मो नत कया जाए<br />

और वहां िच क सक के र त पद को तुर त भाव से भर। आपसे मेरा िनवेदन है क<br />

सामुदाियक वा य के , रायपुर के अ दर गाइिनक डा टर क स त कमी है, तो<br />

तुर त<br />

भाव से, म हलाओं क यह पीड़ा है उसको ज र समझगे और वहां पर तुर त<br />

गाइिनक डा टर क यव था कराएंगे।<br />

क अभी जो वाइन<br />

माननीय मं ी महोदय, आपसे मेरा िनवेदन है<br />

लू पर डा टर को सं वदा के ऊपर आपने अभी लगाया था तो<br />

अभी आज पेपर के अ दर यह यूज थी, सं वदा पर लगाये गये उन डा टर को हटाया<br />

जा रहा है। तो मेरा आपसे वशेष अनुरोध है क पूरे राज थान के अ दर सभी<br />

िच क सालय के अ दर डा टर क स त कमी है और वशेष तौर से मेरे सोजत के<br />

अ दर तो 15 डा टर ह ह, तो अगर इन डा टर को आप नह ं हटाएंगे तो गर ब जनता<br />

क जो पैरवी होनी चा हए वह समय पर होती रहेगी और आपसे मेरा वशेष िनवेदन है<br />

क मेरे सोजत अ पताल के िलये आप वशेष तौर से थोड़ा यान लगाकर 5-10 डा टर<br />

क आप भत कराएंगे तो वहां पेशिल ट डा टर क जो कमी है, वह पूर हो जाएगी,<br />

बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

VPS-AKT- <strong>25.03.2010</strong>-22.50-5h<br />

ी सूरजभान धानका (राजगढ़-ल मणगढ़): माननीय सभापित महोदय,<br />

सं या-26 के बारे म जो आपने समय दया, उसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद। ‘शर र<br />

मा यम खलु धम य’ या यूं क हये- Health is wealth. जस देश का ...( यवधान)...<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): शर र मा यम खलु धम साधनं, यह ठ क करो।<br />

मांग<br />

ी सूरजभान धानका (राजगढ़-ल मणगढ़): चलो पं डतजी ने सुधार कर दया। सुधार<br />

सकते ह। हां। जस देश या देश क जनता को अ छा वा य, अ छ िश<br />

िन<br />

त प से वह देश और देश उ नित के माग पर अ सर होगा।<br />

यादा नह ं बोल कर अभी साहब ने बताया था क अपने-अपने<br />

ा िमले तो<br />

े तक सीिमत रहो<br />

तो म सबसे पहले तो मु य मं ीजी और वा य मं ीजी को ध यवाद दंगा ू क ज ह ने<br />

मेरे वधान सभा<br />

े राजगढ़ म श याओं क बढ़ोतर क है ओर देव-तु य हमारे<br />

वा य मं ीजी क तो मेरे पर शु से ह कृ पा रह है। 30 बेड मेटरिनट , 108 ए बुलस<br />

पहले दे चुके ह और अब भी इनक कृ पा होती जा रह है तो म इसके िलए बहत ु -बहत ु<br />

ध यवाद दंगा। ू<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): सभी ने यह कहा है क ए बुलस दे दो आप तो।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

ु<br />

(255)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सूरजभान धानका (राजगढ़-ल मणगढ़): ल मणगढ़ तहसील म नया भवन बन<br />

चुका है और वह अभी चालू नह ं हआ ु , एक मा वहां बो रंग नह ं है और बो रंग के पैसे<br />

भी स शन हो गये ह ले कन वह पानी क वजह से अभी वह थानांत रत नह ं हो सक<br />

है। मं ीजी से आ ह क ं गा क ज द से ज द इसम कायवाह अमल म लायी जाए।<br />

झालताला पी.एच.सी. जो पुराने भवन म चल रह है और उसका बजट स शन हो गया<br />

बताया तो उसका काम अभी चालू नह ं हआ ु है जब क गांव वाल ने जमीन उपल ध करा<br />

द है। बहत ु से पद िच क सक के खाली ह। राजगढ़ क बहत ु दन से मांग होती जा<br />

रह है क यािनक डा टर लेड ज हो ले कन वह हमार मांग अभी तक पूर नह ं हई है। ु<br />

वह बहत ु भार सम या है। इसके िलए तो लोगबाग, म जब भी जाता हं ू तो सबसे पहले<br />

यह सवाल रखते ह। र त पद ह। ी रोग वशेष , ल मणगढ़ क थित है, एक<br />

किन ठ वशेष मे डसन-एक, किन ठ वशेष सजर -एक पद, दंत िच क सक-एक पद,<br />

सात पद म से चार पद र त ह, तीन पद भरे हए ु ह। राजगढ़ म किन ठ वशेष िशशु<br />

रोग, ने रोग, सजर , एने थेिसया के एक-एक पद खाली ह य क यह टेट हाई-वे के<br />

पास आ गया है और ए सीडट वगैरह होते ह तो वहां जब सजन नह ं होता तो उसक<br />

वजह से कई बार तो मर ज पहंचते ु<br />

-पहंचते ह दम तोड़ देता है। पैरा मे डकल टाफ भी<br />

कम है तो इन चीज को यान म रखते हए ु , यादा नह ं बोलूंगा, समय का यान रखते<br />

हए ु म पुन: मु य मं ीजी और हमारे वा य मं ीजी का आभार गट करते हए ु बहत ु -<br />

बहत ु ध यवाद दंगा। जय ह द।<br />

ी सभापित: ी नगराजजी मीणा। (अनुप<br />

ी शाले मोह मद।<br />

थत)<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माननीय सभापित महोदय, यह सारे माननीय<br />

सद य आपसे एक-एक ए बुलस मांग रहे ह। आप नीचे 108 न बर वाली कु छ ए बुलस<br />

मंगवा कर रख लो तो सबको िभजवा दो। बाहर िनकलते ह ।<br />

द जए।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): मौका तो<br />

ी सभापित: आज जतने सब माननीय सद य ने इनक तार फ क है उससे तो<br />

सब घोषणाएं आज हो ह जानी चा हए। कोई देव-तु य बता रहा है, कोई<br />

...( यवधान)...तु य बता रहा है। ...( यवधान)...<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): उप नेता महोदय, िचंता मत करो, सबको दगे मं ीजी<br />

108 ए बुलस य क पूरे देश म लाभकार िस हई है इसिलए। इसिलए सब लोग<br />

ु<br />

मांग रहे ह। कारण यह है क जो सेवाएं 108 क िमली ह उससे सब लोग संतु ट ह और<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

ु<br />

(256)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जनता चाह रह है क इसका लाभ िमले इसिलए हर आदमी यह कह रहा है क हमारे<br />

े म होनी चा हए इसिलए आपको भी ध यवाद देना चा हए।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): माला म मिनये 108 ह होते ह। जो पहनते ह न,<br />

108 ह होते ह।<br />

ी शाले मोह मद (पोकरण): ध यवाद। आप पं डतजी ह, आपका आशीवाद चा हए।<br />

माननीय सभापित महोदय, म मांग सं या-26 पर जो बहत ु ह मह वपूण वषय है,<br />

िच क सा<br />

वा य पर सभी माननीय सद य ने अपनी-अपनी बात कह , म आपके<br />

मा यम से आदरणीय मु य मं ीजी व वा य मं ीजी को ध यवाद देना चाहंगा क ू<br />

वा य सेवाओं को सु ढ़ और अ छ सेवाएं देने के िलए जस बजट म आदरणीय मु य<br />

मं ीजी ने पहले बी.पी.एल. के अलावा टेट बी.पी.एल. को मु त दवाई देने क जो बात<br />

कह थी और खास करके इस बजट म वृ ाव था, वधवा, वकलांग इन सभी को<br />

िन:शु क दवाइयां देने क घोषणा क है, उसके िलए भी म मु य मं ीजी को बहत ु -बहत ु<br />

ध यवाद देना चाहंगा और खास करके जो वृ ाव था<br />

ू के य य के िलए इस बजट म<br />

जे रए टक के था पत करने क बात कह है, यह बड़ ह मह वपूण घोषणा है।<br />

इसके अलावा काफ घोषणाएं इस बजट म अ छ हई ु ह क हमारे जो रेिग तानी<br />

इलाका है, जनजाित और दगम<br />

े म जो नई सी.एच.सी. और पी.एच.सी. खोलने क<br />

बात इस बजट म आयी है य क जो हमारा बोडर ए रया है, सीमावत इलाके म जहां<br />

पर इन चीज क बहत ु बड़ ज रत है क हमारे यहां जो लोग ढा णय म बसे हए ु ह<br />

उनको वा तव म वा य सेवाएं अ छ नह ं िमल पा रह थीं य क पास म जब 80-<br />

80, 100-100 कलोमीटर म कोई सी.एच.सी. नह ं हो, पी.एच.सी. नह ं हो तो उन लोग<br />

को आने-जाने म बहत बड़ तकलीफ ह होती ह तो इस बजट के<br />

ारा जो खासकर<br />

रेिग तान इलाके म सी.एच.सी. और पी.एच.सी. क बात क है तो म समझता हं क ू<br />

प<br />

मी राज थान क जनता को इसका बहत ु बड़ा लाभ िमलेगा और खास तौर पर जो<br />

आयुवद प ित को और अ छ मजबूत बनाने के िलए और यूनानी िनदेशालय का गठन<br />

करने के िलए जो इस बजट म घोषणा क गयी है, म समझता हं क इन प ितय को<br />

ू<br />

भी और अ छा बनाया जाएगा और इस प ित को मजबूत बनाया जाएगा। इसके िलए<br />

भी म ध यवाद देना चहंगा। ू<br />

करना चाहंगा क मेरे वधान सभा<br />

क हमारा जो वधान सभा<br />

म मं ी से मेरे जैसलमेर जले के संबंध म भी िनवेदन<br />

े म मने पहले भी इस संबंध म िनवेदन कया था<br />

े है जो बखरा हआ ु है और मु यालय से 110 कलोमीटर<br />

दर ू है और बीच-बीच म ऐसी कोई वा य सेवाओं के िलए कह ं और जगह भी नह ं है<br />

जो सी.एच.सी. है वह सी.एच.सी. क श याओं क सं या बढ़ाने के िलए म बारबार<br />

िनवेदन कर रहा हं य ू<br />

क वहां के लोग क हमेशा यह मांग रह है और वा तव म वहां<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(257)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बाबा रामदेव का थल है और वहां<br />

ऐसी कोई<br />

ालु हजार , लाख क सं या म आते ह और य द<br />

थित बन जाती है और वहां पर य द इस कार क सेवाएं नह ं होती ह तो<br />

वहां पर बहत बड़ तकलीफ होती है इसिलए वहां क जनता क मांग के अनुसार म<br />

ु<br />

मं ीजी से यह करब िनवेदन करना चाहंगा ू क वशेष तौर से जो पोकरण उपखंड क<br />

सी.एच.सी. है, उन सी.एच.सी. म श याओं क सं या बढ़ायी जाए। इसके अलावा हमारे<br />

े म नेशनल हाई-वे-15 भी है तो वहां पर काफ दघटनाएं ु , इस तरह क सम याएं<br />

आती ह य द सी.एच.सी. के साथ-साथ श याओं क सं या बढ़ाने के साथ य द ोमा<br />

सटर य द वहां खोला जाता है तो म समझता हं ू क यह भी नेशनल हाई-वे के होने क<br />

वजह से वहां क जनता को इसका फायदा िमलेगा,<br />

मजबूती आयेगी।<br />

थितय को क ोल करने म और<br />

आपने पछली बार जब मने िनवेदन कया था तो वहां मेरे यहां पर ए स-रे मशीन<br />

नह ं थी तो इसके िलए म ध यवाद देना चाहंगा ू क आपने ए स-रे मशीन वहां लगवायी,<br />

इसके िलए भी ध यवाद और म यह चाहंगा क वहां पर सोनो ाफ और अलग से ऐसे<br />

ू<br />

इं मट दये जाए ता क वह सब सु वधाएं वहां के लोग को िमले। म समझता हं क ू<br />

वहां के<br />

े म जो भी हमारे वहां पर इं मट जो ज रत है, वैसे भी एन.आर.एच.एम. म<br />

काफ बजट आपका आ रहा है।<br />

िशव/अ ण/25.3.2010/23.00/5j<br />

उस बजट के साथ-साथ य द आप यह सब घोषणाएं साथ करोगे तो उसका हम<br />

बहत ु बड़ा फायदा िमलेगा और काफ सब-सटस ह और पी.एच.सी. और सी.एच.सी. उस<br />

इलाके म ज द से ज द खोली जाय, ता क वहां क जनता को तुर त<br />

प से उसका<br />

लाभ िमलेगा। म यादा समय नह ं लेना चाहंगा ू , इसिलये म एक बार पुन: आदरणीय<br />

मु य मं ीजी का और वा य मं ीजी को ध यवाद देना चाहंगा। ू<br />

ी सभापित: ी अशोक डोगरा।<br />

ी अशोक डोगरा (बूंद ): आदरणीय सभापित महोदय, आपके मा यम से माननीय<br />

िच क सा मं ीजी का यान मेरे वधान सभा े बूंद के जला अ पताल क तरफ<br />

दलाना चाहंगा। वहां का जला मु या<br />

ू लय का जो अ पताल है, वह 1981-82 म बी ेड<br />

हो गया था, ले कन वहां क जनता का दुभा य है क उसके बाद से 29-30 साल से<br />

आज तक बी ेड ह चल रहा है, ए ेड नह ं हो पाया, जब क उसके बाद के जो<br />

अ पताल ह, िच ौड़ है, बारां है, इसके बाद बी<br />

ेड हए ु , आज वह ए<br />

जला भी शायद 1982 के बाद बना होगा। उस अ पताल क यह<br />

ेड है। बारां तो<br />

थित है क पीछे क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(258)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

साइड म कोई बाउ वाल तक नह ं है। लोग ने अित<br />

मण करके क जे कर िलये।<br />

जानवर ठेठ अंदर वाड तक पहंच ु जाते ह। इसके िलये कोई यव था नह ं है। अ पताल<br />

म ेनेज िस टम ब कु ल नह ं है। इतनी गंदगी है क वहां मर ज तो या, य द व थ<br />

आदमी भी उस बाथ म म चले जाये तो वह भी बीमार हो जाये, ऐसी<br />

जो पीने का पानी है, अ पताल क पुरानी ब<br />

थित है। वहां<br />

डंग है, पुरानी टं कयां है और टं कय के<br />

ऊपर कोई ढ कन नह ं, कु छ नह ं। बंदर भी उसी पानी को ऊपर से पी रहा है, नीचे से<br />

मर ज पीते ह। कोई आर.ओ. या ऐसा कोई िस टम कु छ भी लगा हआ ु नह ं है, उसक<br />

भी यव था कराई जाये। जो मर ज के अटडट आते ह, उनके बैठने के िलये कोई<br />

छायादार जगह नह ं है। बाहर उनको धूप म ह बैठना पड़ता है या अंदर बैठना पड़ता है।<br />

वहां पर जनाना वाड के पलंग इतने कम ह क 100 ितशत ओ यूपसी रहती है। ले डज<br />

एक बैड पर दो ह गी या नीचे रहेगी। ले डज वहां एडिमट होती है तो काफ ॉ लम आती<br />

है। वहां के अ पताल म ए स-रे और लेबोरे क यह थित है क जो ाइवेट लैब वाले<br />

ह, उनका बोलबाला है। उनके एजे ट घूमते रहते ह। सब वह ं से ह सै पल लेकर जाते ह<br />

जो वहां पर ए स-रे करने वाले या लैब वाले ह वह दन भर म दो-चार सै पल लेकर<br />

संतु ट हो जाते ह। ब<br />

क जो ए स-रे कराने आता है उससे कह देते ह क इसक रपोट<br />

तो कल िमलेगी, तू गांव से आया है, बाहर सामने दकान पर जाकर करा ल। यह<br />

हो रह है और ड ट हैड वाटर है। कम से कम वहां िसट के न क मशीन होनी<br />

आव यक है।<br />

डॉ टर क यह<br />

थित<br />

थित है क वहां पर एस एस क दो पो ट खाली ह, जी.एस;<br />

क तीन पो ट खाली ह, मे डकल आ फसर क नौ पो ट खाली ह, एस.एम.ओ. क एक<br />

पो ट है, वह भी खाली है। सीिनयर निसग सुप रट डंग फ ट क एक ह पो ट है, वह भी<br />

खाली है। निसग सैक ड<br />

ेड क 14 पो ट खाली ह। फ जयोथेरे प ट क एक ह पो ट<br />

है, वह भी खाली है, रे डयोलो ज ट क पो ट खाली है, रे डयो ाफर क पो ट खाली है।<br />

फामा<br />

टस क पो ट खाली है, सीिनयर लैब टै नीिशयन क पो ट खाली है। सब तरह<br />

से डॉ टर 40 ितशत भी नह ं है। बूंद के अ पताल म कई साल से सोनो ाफ क<br />

मशीन नह ं थी। मने मेरे वधायक कोष से छह-साढ़े छह लाख पये से सोनो ाफ क<br />

मशीन लगा द , ले कन वह भी ताले म बंद है,<br />

य क उससे जांच करने वाले कोई<br />

डॉ टर ह नह ं है। अब एक तरफ तो सरकार कह रह है क बी पी एल वाल को<br />

इलाज कर रहे ह। बी पी एल वाल को ह तो देखकर मने छह-साढ़े छह लाख पये<br />

वधायक कोष से देकर सोनो ाफ मशीन लगाई क उनका<br />

होगा। उन बी पी एल<br />

वाल को भी बाजार म जाकर 200 पये, 250 पये म सोनो ाफ करानी पड़ती है। म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(259)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मं ी महोदय से कहंगा ू कम से कम एक रे डयोलॉ ज ट तो वहां पर लगा दे ता क बी पी<br />

एल पेशट को तो कु छ न कु छ राहत िमले।<br />

हॉ<br />

इसके अलावा सभापित महोदय, वहां ट .बी. का हा<br />

पटल अलग है। उस<br />

पटल म ए स-रे जैसी मशीन भी नह ं, जब क ट .बी. का डाय नोिसस भी ए स-रे<br />

देखकर होगा। उसम ए स-रे भी नह ं है।<br />

इसके अलावा मेरे वधान सभा<br />

े म दो ऐसे क बे ह एक तो खटकड़ और<br />

दूसरा डाबी। खटकड़ है जो कम से कम 16-17 पंचायत के बीच एक मु यालय टाइप है<br />

और जले से दर ू है। वहां क युिनट है थ सटर खोलना अित-आव यक है। दसरा ू डाबी है,<br />

डाबी एक ऐसा ए रया है क वह माइिनंग ए रया है, वहां पर 17 पंचायत लगती ह और<br />

माइिनंग ए रये क वजह से दघटनाएं भी होती ह और वहां से कोटा<br />

ु<br />

45 कलोमीटर है<br />

और बूंद 55 कलोमीटर है।वहां का पेशट कहां जाये, वहां भी क युिनट है थ सटर हर<br />

हालत म खुल जाये। एक और बात है क जो डाबी है यह एन.एच. 76 पर है। एन एच<br />

76 पर िच ौड़ से चलने के बाद कोटा तक कोई भी ऐसी जगह नह ं है जहां पर ोमा<br />

यूिनट क थापना हो। कम से कम डाबी एक ऐसी जगह है क जहां पर एक ोमा सटर<br />

बनाया जा सकता है। वैसे तो वह माइिनंग का ए रया है। कोई भी खान 50 फ ट से<br />

यादा गहर ह है। आये दन दघटनाएं होती रहती ह। य द<br />

ु<br />

तो वहां लोग को सु वधा िमल जाये।<br />

108 ए बुलस भी हो जाये<br />

इसके अलावा डाबी म फ मेल डॉ टर भी होना ज र है। वहां लेड डॉ टर नह ं है<br />

इससे वहां औरत को भार परेशानी का सामना करना पड़ता है और जेने रक दवाइय के<br />

िलये मेरा मं ी महोदय से िनवेदन है। बीच म एक कले टर साहब आये थे, उ ह ने<br />

शु आत कराई थी, ले कन उसके बाद वापस डॉ टर ने जेने रक दवाइयां िलखनी बंद कर<br />

द ह। य द डॉ टस जेने रक दवाइयां िलखगे तो गर ब लोग को थोड़ा आराम िमलेगा।<br />

ध यवाद। जय ह द।<br />

ी सभापित: ी पेमाराम जी।<br />

ी पेमाराम (धोद): माननीय सभापित महोदय, म मांग सं या 26 और 23 पर<br />

अपने वचार य त क ं गा। पहले म मांग सं या 23 पर बोलूंगा य क मांग सं या 23<br />

पर मा दो ह मै बर बोल पाये ह, य क म वभाग का मामला है। अपने राज थान<br />

ा त म उन लोग के बारे म बोलूंगा जनके पास न जमीन है, न नौकर है, न फै टर<br />

है, न कमाई का कोई दजा ज रया है। कोई ज रया है तो अपनी शार रक मेहनत बेचने<br />

ू<br />

के बाद अपना जी वकोपाजन करते ह। इनके बारे म म राज थान क सरकार...<br />

ी सभापित: समय का यान रखते हए ह । ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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ू<br />

(260)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी पेमाराम (धोद): ब कु ल िन त ह और आप कहो तो कोई द कत नह ं,<br />

अभी बैठ जाऊं । बाक पाँच िमनट तो आप सबको इजाजत दे रहे ह, इसिलये म उन<br />

लोग के बारे म बोलना चाहंगा ू , जो अपना प र म बेचकर अपने प रवार का लालन-<br />

पालन करते ह। उनके िलये म राज थान सरकार से भी िनवेदन करना चाहंगा क उनके<br />

ू<br />

बारे म सोच, य क 20 माच, 1952 को सबसे पहले यूनतम मजदर घो षत क और<br />

ू<br />

उसके बाद बढ़ने का िसलिसला शु हआ। पहली दफा<br />

ु<br />

4-10-71 को अकु शल मजदर के ू<br />

िलये 3.25 पये रा य सरकार क तरफ से यूनतम मजदर ू घो षत क और उसके बाद<br />

25 जून, 1990 को जब यूनतम वेतन 22 पये कया गया उस समय मंहगाई का<br />

सूचकांक 845 पये था और वष 1994 म, माननीय सभापित महोदय, म यहां पर साफ<br />

कहना चाहंगा ू क उन िमक का यू नतम वेतन बढ़ाने के सवाल पर कां ेस और<br />

भारतीय जनता पाट दोन पा टयां, न भाजपा बढ़ाना चाहती है, न कां ेस बढ़ाना चाहती<br />

है। सन ् 1994 म जब<br />

राज थान म सरकार थी। इ ह ने जी.पी.<br />

जी.पी.<br />

यूनतम मजदर ू का सवाल आया, भारतीय जनता पाट क<br />

पाठ कमेट का गठन कया। सवस मित से<br />

पाठ कमेट ने रकम ड कया क मजदरू क मजदर बढ़ाई जानी चा हये और<br />

ू<br />

य द उस कमेट क मांग मान लेते ह तो 48 पये मजदर ू होती, ले कन 48 के बजाय<br />

32 पये ह मजदर ू उनक बढ़ाने का काम कया, इसिलये उनक नीयत भी साफ है क<br />

मजदर क यू ू<br />

नतम मजदर बढ़ाने का इनका भी इरादा नह ं है और उसके बाद, य क<br />

यह मांग इसिलये कर रहे ह सरकार अमीर ..( यवधान) ... माननीय सभापित महोदय,<br />

रा य म यूनतम वेतन पछले टाइम म 2008 म बढ़ाया भी था, ले कन 2008 म जब<br />

म सिचव लिलत के .पंवार थे, उनक अ य<br />

ता म मी टंग हई। भारतीय जनता पाट क<br />

ु<br />

सरकार थी और उ ह ने सवस मित से तय कया क अकु शल का 175 पये कया जाये,<br />

अ कु शल का 200 पये कया जाये और कु शल क 225 पये मजदर बढ़ाई जानी<br />

ू<br />

चा हये। भारतीय जनता पाट क भी नीयत ठ क नह ं थी, इ ह ने भी जो रकम ड क ,<br />

उस रकम ड को न मानते हए आंिशक ु<br />

तौर पर बढ़ाकर एक टकड़ा ु डालने का मजदर ू के<br />

साथ जो काम कया और यह इसिलये भी आव यक है माननीय सभापित महोदय, क<br />

पूरे बाक ा त म बढ़ा हआ है। द ली<br />

ु म जहां अकु शल का 1 फरवर , 2010 का बढ़ाया,<br />

आज भी 203 पये अकु शल का है, अ कु शल का द ली म 225 पये है और कु शल<br />

का 248 पये है।<br />

<strong>pcs</strong>-usc-<strong>25.03.2010</strong>-23.10-5k<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

ू<br />

ू<br />

(261)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

और उ च कु शल का 270 पया है। इसी तरह से ह रयाणा म, हमारा पडौसी<br />

ा त है। ह रयाणा म जहां 01.05.2007 से यूनतम मजदर ू बढ़ , ह रयाणा म अकु शल<br />

को 135 पया है, अ कु शल को 140 है, कु शल को 150 पया है और उ च कु शल को<br />

इससे ऊपर है। इसी तरह उ तर देश ने हालां क कम बढ़ाया है ले कन उ तर देश म<br />

आज भी अकु शल को 111 पया ित दन क मजदर वहां पर है और इसी तरह से के<br />

ू<br />

सरकार ने जो यूनतम मजदर ू घो षत क है, वहां अकु शल का 01.10.2000 को कया<br />

135 पया, अ कु शल का 169 पया, कु शल का 203 पया और उ च कु शल का 237<br />

पया, इसिलए म मांग करता हं ू क महंगाई का जो सूचकांक बढ़ रहा है, अभी दो तीन<br />

माननीय सद य बोल रहे थे, वाकई म जो न नौकर मांग रहा, न फै का लाइसस<br />

मांग रहा और न कोई दजी ू मांग कर रहा। महंगाई बढ़ रह है, कमचा रय का वेतन<br />

आयोग बढ़ रहा है, सबका बढ़ रहा है तो म राज थान क सरकार के सामने मांग रख<br />

रहा हं ू, प और वप दोन के सामने रख रहा हं क िन त से य द उस मजदर का<br />

नह ं बढ़ायगे तो राज थान के वकास म उसक ह सेदार नह ं होगी तो हम उसके बना<br />

राज थान के वकास क क पना कर तो वह कोर क पना होगी। इसिलए उनक<br />

यूनतम मजदर बढ़ायी जानी चा हए। अभी मेरे साथी जैसा कह रहे थे िन<br />

त प से<br />

दशन भी हआ ु है , तमाम संगठन ने मांग भी रखी है और उनक मांग के मुता बक<br />

आज भी तमाम संगठन ने बैठकर मांग क है क अकु शल का ित दन का 200 पया,<br />

अ कु शल का 225 पया<br />

ित दन का और कु शल के िलए 250 पया ित दन क<br />

तमाम ेड यूिनयन मजदरू , असंग ठत मजदरू , तमाम मजदर ू ने क है। म उ मीद<br />

करता हं क प और वप सभी लोग िमलकर उन द खयार के दःख सुनगे और<br />

ू ु ु<br />

यूनतम मजदर बढ़ाने का काम करगे। मजदर के सवाल पर मुझे यह कहना है।<br />

ू ू<br />

सभापित महोदय, मांग सं या 26 िच क सा के स ब ध म दो ह पाइ ट पर म<br />

बोलूंगा, यादा ल बा चौड़ा नह ं बोलूंगा। सभापित महोदय, अभी ल बी चौड़ बात चल<br />

रह थी। मेरे िनवाचन े म जहां वतं ता सेनानी ब नारायणजी सोढ़ानी के नाम से<br />

जनता ने च दा करके करोड़ पये का भवन बनाया और राज थान क सरकार को डोनेट<br />

भी कर दया। यह नह ं है क वह जनता के पास है। 08 मई, 2000 को डोनेट कया।<br />

डानेट के बाद वहां आयुवद िच क सक तो बैठता है इससे पहले वहां पर 13.07.2000 को<br />

एक छत के नीचे आयुवद और एलोपैिथक दोन डा टर बैठते थे ले कन अभी म ध यवाद<br />

देना चाहंगा ू इनको, इनके शासन काल म जाते-जाते हटा दया वहां से और आपको भी<br />

ध यवाद देना चाहंगा क कोई<br />

यादा खोले या और लगाये, वह उ मीद तो नह ं है<br />

ले कन एक डा टर वहां से वहां और बैठ जाता तो बेहतर होता। वहां क जनता को दवा<br />

देने का काम करता। म आपको इसिलए भी ध यवाद देना चाहंगा क जहां से म चुनकर<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

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ू<br />

(262)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आया हं ू, म और अमरा रामजी दोन एक गांव के ह, वह ध यवाद के पा तो ये ह ह,<br />

आपको ध यवाद दंगा ू और गहलोतजी को ध यवाद देना चाहंगा ू , जस मूंडवाड़ा गांव से<br />

हम दोन वधायक ह, जहां लाद ू रामजी सोनी वतं ता सेनानी ह, जस अ पताल म<br />

जमुना लालजी बजाज के नाम पर बजाज<br />

ट और गांव के लोग ने च दा इक ठा<br />

करके जो हा पीटल बनाया। हमारे गांव के दो ब चे थे, एक क पाउ डर था, एक चपरासी<br />

था, आपको ध यवाद है क स ता म आने के बाद आपने हटा दया। मेर मां या अमरा<br />

रामजी क मां या गांव क कोई बूढ़ बुजुग म हला दवा क पच भी लेने के िलए जाए<br />

तो बीस कलोमीटर दरू , सीकर से पहले कोई अ पताल नह ं है इसिलए म िनवेदन करना<br />

चाहंगा ू क उनको य द लगा द तो बेहतर है और नह ं लगाय तो आपको ध यवाद है।<br />

म यादा नह ं कहते हए ु एक ह बात कहना चाहंगा ू क िच क सा के बारे वचार<br />

करो, राज थान क जनता के ित खयाल करो बना राजनीितक भेदभाव के । सबके साथ<br />

याय करो। यह कहते हए ु ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी शंकर लालजी बैरवा।<br />

ी शंकर लाल बैरवा (कपासन): सभापित महोदय, मांग सं या 26 पर मेर मांग<br />

रखने का मौका दया इसिलए आपका तहे दल से आभार । हमारे मु य मं ीजी अशोकजी<br />

गहलोतजी ने िच क सा वभाग पर इतना अ छा बजट दया। उनक शंसा करने म कोई<br />

तकलीफ नह ं आती है य क सभी सद य जो वप के बोलते ह और कहते ह क<br />

गहलोतजी ने या बजट दया। म तो यह कहना चाहंगा ू क ेता युग म दो अवतार हए ु<br />

थे परशुराम और राम। किलयुग म भी दो अवतार मानता हं ू राहल ु गांधी और अशोकजी<br />

गहलोत। आन द आ गया, आन द आ गया।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अशोकजी गहलोत को अवतार बता दया तो फर<br />

तो कोई चीज बची ह नह ं है।<br />

ी शंकर लाल बैरवा (कपासन): म इस बजट के ऊपर यादा नह ं य क इन<br />

बात को, अगर म बजट क शंसा क ं , जतनी क ं उतनी कम है य क यह उ चारण<br />

हमारे सभी सद यगण ने बता दया। म तो एक हमारे िच तौड़ जले म मु य मं ीजी ने<br />

निसग कालेज खोलकर हमार जनता पर पु य कया इसके िलए तहे दल से आभार ।<br />

यादा नह ं बोलकर य क समय कम दे रखा है। म मेरे वधान सभा<br />

बात क ं गा। सभापित महोदय, आपक आ<br />

करना चाहता हं क कपासन वधान सभा<br />

े क<br />

ा से िच क सा मं ीजी का यान आक षत<br />

े म कपासन, भोपालसागर, रासिमया और<br />

म ड फया सामुदाियक वा य के पर डा टस के पद र त ह जससे े के<br />

े वािसय को हर तरह का संघष करना पड़ रहा है और दःख का सामना करना पड़ रहा<br />

ु<br />

है य क यह यव था बराबर नह ं हो पा रह है। सभापित महोदय, आगे के िलए यह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(263)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कहना चाहंगा ू क उपकरण के संचालक , आपरेटस के पद र त हए ु ह उन पद को<br />

भरने क कृ पा कर। म यह कहना चाहंगा ू क वधान सभा े कपासन के सभी वा य<br />

के पर िन न उपकरण क आव यकता है। हमारे कपासन वा य के के अ दर<br />

ए बुलस क यव था नह ं है। 108 ए बुलस दलाने क कृ पा कर य क हमारे कपासन<br />

होते हए हाई वे गुजरता है और टोल टै स<br />

ु बचाने के िलए फोरलेन को छोड़कर हमारे हाई<br />

वे लेन पर कपासन होते हए सारे वाहन चलते ह और सबसे<br />

यादा ए सीडट हमारे<br />

कपासन वधान सभा े के अ दर ह होते ह य क छोट रोड से वाहन यादा<br />

िनकलने लगे टोल टै स के च कर म। तो म आपसे यह आ ह करता हं क ू 108<br />

ए बुलस दलाने क कृ पा कर।<br />

कपासन म सोनो ाफ मशीन क ज रत है।<br />

क ं गा क सोनो ाफ मशीन दलाने क कृ पा कर।<br />

ीमान मं ी महोदय से िनवेदन<br />

Msr/usc/2320/5l/25032010/अशोिधत ित/ काशना नह ं<br />

बैड अभी<br />

माननीय सभापित महोदय, म कहना चाहंगा ू क कपासन वा य के के 50<br />

मो नत ह, अभी ह तो म आपसे यह िनवेदन करता हं क ू<br />

मो नत करने क कृ पा कराव।<br />

100 बैड<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपका यान आक षत करना चाहंगा क हमारे<br />

ू<br />

वधान सभा े के अ दर ाम पंचायत भानसेन जो भदेसर पंचायत सिमित के अ दर<br />

है और ाम पंचायत भानसेन के अ दर कोई यव था नह ं है, ना तो वहां पर<br />

ए.एन.एम. लगी हई ु है , म आपसे यह आ ह करता हं ू क वहां उप- वा य के<br />

खोलने का आदेश फरमाएं। माननीय सभापित महोदय, म यह कहना चाहंगा क ू<br />

ाथिमक वा य के आकालो ाम पंचायत के अ दर आता है और उनके आस-पास<br />

उस उप- वा य के के ए रया क मता कर बन आठ पंचायत आती ह और आठ<br />

पंचायत के अ दर कर बन 54-55 गांव आते ह और 54-55 गांव के अ दर कर बन 70-<br />

80 हजार प लक िनवास करती है मगर वहां सामुदाियक वा य के नह ं होने से<br />

छोट -मोट बीमार या डलेवर , ऐसी काई मुसीबत होने पर इन लोग को या तो उदयपुर<br />

या िच तौड़ जाना पड़ता है और सारे हमारे े के जतने भी लोग ामीण इलाके म<br />

िनवास करते ह, गर ब, का तकार, मजदर ू वग ह िनवास करते ह, म आपसे अनुरोध,<br />

ाथना करता हं ू क अगर उनके पास म पैस क कमी होती है, उदयपुर, िच तौड़ जाकर<br />

इलाज नह ं करा पाते ह, म मं ी महोदय से यह िनवेदन करता हं क हमारे आकोला<br />

ू<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(264)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ाथिमक वा य के को वा य के के प म मो नत करने का आदेश फरमाएं<br />

आगे के िलए।<br />

माननीय सभापित महोदय, आपक आ<br />

ा से पूरे सदन के आशीवाद से माननीय<br />

मु य मं ीजी, अशोकजी गहलोत वा य के का इसी स म मो नत करने का<br />

आदेश फरमा रहे ह। हमारे मु यमं ीजी, अशोकजी गहलोत क सरकार है,<br />

क ं , जतनी शंसा क ं उतनी कम है। जस तरह कबीरजी ने कहा था ...<br />

ी सभापित: ी अिनल जैन। (अनुप<br />

थत)<br />

या शंसा<br />

ी शंकर लाल बैरवा (कपासन): कबीरा जब हम पैदा हए ु जग हंसे हम रोए, ऐसी<br />

करनी कर चलो हम हंसे जग रोए। ऐसी आशाओं के साथ गहलोतजी क सरकार को<br />

णाम करता हआ ु , जय ह द, जय भारत।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): कब जा रहे हो आप लोग जा कब रहे हो<br />

ी सभापित: ीमती अनीता िसंह।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 पर<br />

आपने मुझे बोलने का मौका दया इसके िलए आपका ध यवाद करती हं। ू राज थान का<br />

जो े फल है उसक से भारत का सबसे बड़ा रा य होने के साथ-साथ भौगोिलक<br />

और पा र<br />

रेिग तान है, पहाड़<br />

थितक, सां कृ ितक विश ठता रखता है और रा य का दो भाग, जसम<br />

े है और उस जगह म जहां पर लोग छोट -छोट ढा णयां बना कर<br />

अपने खेत म अपना-अपना घर बना कर रहते ह, वहां का जो मौसम है वो भी बारह<br />

मह ने मौसम क बात कर तो इतना ितकू ल मौसम रहता है राज थान के अ दर, इतनी<br />

तेज गम रहती है, लू रहती है, पानी क जहां कमी रहती है तो वहां पर तो बीमा रय<br />

को अपने आप ह बुलावा सा िमल जाता है य क तेज गम िमलती है तो भी बहत ु<br />

सार बीमा रयां, उलट , द त और डाय रया और बहत सार बीमा रयां हो जाती ह और<br />

ु<br />

पानी क कमी से, पानी म जो लोराइड है उससे भी बहत सार बीमा रयां हमारे देश म<br />

ु<br />

होती रहती है।<br />

माननीय सभापित महोदय, म तो यहां जो मांग सं या 26 है उसका जो बजट<br />

इसम दया गया है उस पर कहना चाहती हं ू क यहां पर एक रा य ामीण वा य<br />

िमशन के नाम पर हम वा य योजनाओं को आगे ले जाने क बात कर रहे ह, इस<br />

प रयोजना का जो मु य उ े य है वो है मातृ एवं बाल मृ यु दर को कम करना,<br />

जनसं या को थािय व करना और इसके अ दर जब हम बजट क बात कर रहे ह तो<br />

जो आय- ययक का आपका िन पादन िलखा है इसके अ दर जो आंकड़े िलखे ह उसम<br />

यह देख कर बड़ा अफसोस हम इस सरकार के ऊपर आता है क जतनी अनुमो दत<br />

रािश आपको द है उसम भी आपने कह ं पर कोई खच नह ं कया। आपके आर.सी.एच.<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(265)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ले सीपूल म 288.53 का बजट था जसम आप 100 करोड़ पया दस बर तक भी<br />

खच नह ं कर पाये और िसफ 188 आपने अभी तक खच कये।<br />

ऐसे ह हम रा य ट काकरण क बात कर तो उसम 37.67 आपको बजट दया<br />

गया,, आपके पास अनुमो दत बजट है और बड़े शम के साथ हम यह कहना पड़ता है क<br />

आपने उसम से िसफ 8.91 करोड़ पया ह खच कर पाये। जन ट काकरण के िलए,<br />

जन ब च के िलए, जन माताओं के िलए हम अ पताल म सबसे पहली बात करते ह<br />

क, भाई, यह ब चे, जब सव हो तो म हला अ पताल म पहंचे ु , वहां पर उसका अ छे<br />

से सव हो, वहां जो नवजात ब चा है, नौिनहाल है उसक सुर ा हो। उसक सुर ा के<br />

िलए हम ट क क बात करते ह तो ट क म भी हमारा जो ल य है उस ल य से भी<br />

हम बहत ु कम ह और जब ट क क बात करते ह तो भी हमार जो सद या भीं<br />

रो हणीजी, उ ह ने भी कल बात उठायी थी क ट के भी लगाये जा रहे ह ले कन वो भी<br />

ए सपायी डेट होने के बाद लगाये जाते ह। हम लोग यहां पर जब वधान सभा म बात<br />

करते ह और ऐसी बात हमारे पास आती ह तो बड़ा अफसोस सा भी हम होता है। यह<br />

सव और जननी सुर<br />

ा योजना के अ दर आपका िनधा रत ल य जो इस बार था वो था<br />

18,57,780, उसके व म दस बर, 2009 तक के वल 89,00,,000 ह आप कर पाये<br />

मतलब उसका आधा भी नह ं हो पाया। इसका भी आप यान रख क जो 28 ितशत<br />

हमारे यहां हा<br />

गयीं जननी सुर<br />

पटल म पहले हआ ु करते थे ले कन अब जो योजनाएं बहत ु सार चल<br />

ा योजनाएं और माताओं, बहन को जो वहां पर 1400 पये क आिथक<br />

सहायता भी िमलने लगी है, उससे भी म हलाओं क बढ़ है ले कन उसके बढ़ने के<br />

बावजूद भी आज भी हमारे देश के अ दर के वल 62 ितशत म हलाओं के सव<br />

सं थओं म हो पाते ह और उससे आगे नह ं हो पाते ह। तो यह जब हम माताओं, बहन<br />

क बात कर रहे ह, य क हमारा रा य म हलाओं क म सा रता म भी बहत पीछे ु<br />

है जनक 43.85 ितशत ह सा<br />

रता जहां है, हमारे यहां म हलाएं आज भी सं था म<br />

सव या हा पटल म सव क अपे ा दाई के ारा सव को अिधक मह व देती ह।<br />

ब च के व थ और जी वत रहने क भी कम संभावना से अिधक ब च का जनम, कम<br />

आयु म ववाह ओर लड़का पैदा करने क चाह म देश म जनम दर और िशशु मृ यु दर<br />

अिधक बनी हई ु है। ऐसी जहां पर जब हमारे देश म भावना है वहां पर हम एक योजना<br />

ऐसी बनानी चा हए जससे हमार म हलाएं सा<br />

र भी ह और अपने इन बात को समझ<br />

भी उनको वहां जाना चा हए, इसके िलए सरकार को यादा से यादा य न आगे से<br />

आगे करते रहना चा हए।<br />

माननीय सभापित महोदय, एक बहत ु बड़ बात बारबार यहां है थ के वषय म<br />

क जाती है और जो बात भी कहते ह क है थ इज वै थ, सबसे पहले अगर कोई चा हए<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(266)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

तो वो चा हए शर र क िनरोगी काया, सबसे पहले सुख होता है शर र क िनरोगी काया<br />

और जो बजट हमारा हमेशा बनाया जाता है है थ के ऊपर राज थान देश के अ दर वो<br />

इतना कम उसम दया जाता है जब क है थ ह वै थ हम मानते ह तो उसम दस परसट<br />

या 11 परसट बजट हम को है थ के िलए िमलना चा हए ले कन बड़े अफसोस के साथ<br />

कहना पड़ता है क के वल 1.06 परसट बजट ह हमारे है थ पर लगाया जाता है जब क<br />

हम इसम यादा करना चा हए, 10, 11 परसट हो ता क हम अपने ामीण ए रया म<br />

यादा से यादा लोग को है थ के ित कर सक, उनको दवाइयां दे सक, गोिलयां दे<br />

सक।<br />

Ars/usc/2330/5m/25032010/1<br />

जाऊं ।<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

माननीय सभापित महोदय, मने तो अभी बोला ह नह ं, आप कहो तो वैसे ह बैठ<br />

ी सभापित: माननीय सद य, आप आंकड़ के उसम य जा रह ह, अपने<br />

के बारे म बोल। सभी माननीय सद य अपने<br />

े के बारे म बोल रहे ह।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): मुझे म हला के बारे म भी कहना पड़ता है।<br />

ी सभापित: फर आप उसी पर का स ेट कर। समय का यान रखना पड़ेगा।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): मेरा आपसे िनवेदन है क म हला और िशशु मृ यु<br />

दर अगर हम आंकड़ के अनुसार भी देख तो भारत म हम तीसरे थान पर जाते ह, जो<br />

बड़े शम का वषय है। हम यादा इस पर काम करना चा हए। हमारे यहां िशशु मृ यु दर<br />

कम हो, हमारे यहां मातृ मृ यु दर जो है वह भी कम होनी चा हए।<br />

म तो अपने<br />

े के बारे म आपके मा यम से मं ी जी को िनवेदन करना चाहती<br />

हं। ू म नगर वधान सभा े से आती हं ू जो ज का े है और ज का े होने के<br />

साथ वह मेवात का भी<br />

े है। मेरे यहां के गांव क बात कर तो मेरे यहां अिधकांश<br />

गांव म तो अ पताल ह नह ं ह और जहां अ पताल ह वहां डा टर नह ं ह और जहां<br />

डा टर ह वहां दवाइयां, उपकरण नह ं ह और जो उपकरण ह वह खराब पड़े ह या उसके<br />

इ तेमाल क जो बात है वह इतनी लचर है क उसक देख रेख क कायवाह नह ं हो<br />

पाती है। देश के सबसे बड़े अ पताल म भी अगर जांच कराने के िलए हमारे यहां से<br />

लोग आते ह एस एम एस अ पताल म हमारे यहां से लोग जब यहां आते ह तो भी जो<br />

जांच कराने के िलए जायगे तो भी डा टर उनको िनजी अ पताल ह वहां पर भेज देते ह<br />

क वहां से आप जांच कराकर लाइये। य क एस एम एस म भी कोई मशीन पता नह ं<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

ु<br />

(267)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ठ क है क नह ं है। यादातर जो बाहर क ह क ओ के म चले जाओ, कोई कहता है<br />

क वैल वन म चले जाओ। दिनया ु भर के यहां पर जांच सै टर खुले हए ह, उनके<br />

अ दर भेज दए जाते ह।<br />

म तो इस बात के िलए क जो<br />

ामीण ह, जो गर ब ह जसके िलए हम<br />

अ पताल म सु वधाएं मुहैया कराना चाहते ह उनके िलए िनजी लैब म जाने से उनक<br />

िच क सा इतनी मंहगी हो जाती है क गर ब आदमी तो बना जांच के ह मर जाता है।<br />

हमारे यहां गांव म अ पताल जहां बन गये, कमरे जहां बन गये वहां पर पानी और<br />

बजली का ब ध नह ं है। इस वजह से वहां पर जो ए एन ए स ह, डा टस ह उनका<br />

ठहराव नह ं होता और जब ठहराव नह ं होता, जो ब<br />

दरवाजे भी<br />

डं स बनी हई ह ु , उसके खड़क ,<br />

ामीण िनकालकर ले जाते ह और ए एन एम और डा टस के रहने के जो<br />

वाटस ह उनके अ दर भूसा भरकर उनक<br />

थित जीण शीण कर द गयी है।<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से कहना चाहती हं ू क इन वाटर<br />

पर इतना पया खच करते ह उसके बाद भी आज भी यह<br />

थित है क हमार ए एन<br />

ए स, हमारे डा टस कोई भी गांव म कते नह ं ह। सबको बहत ज द ु होती है क वो<br />

बस ह ते म एक आध दन वहां गांव म आए और जाकर अपने जल म चले जाते ह।<br />

मेरा तो िनवेदन है सभापित महोदय, आपसे और म माननीय मं ी जी को भी एक, सवा<br />

साल से लगातार आपके यान म यह बात डालती रह हं क मेरे वधान सभा<br />

के अ तगत दो तो सामुदाियक वा य के ह, छह ाथिमक वा य के ह।<br />

करो।<br />

े नगर<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब आप बता देना म ी जी को। आप सम अप<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): साठ उप वा य के इसके अ दर ह।<br />

ी सभापित: बीस सद य को और बोलना है माननीय सद य।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): म बस अभी ज द फिनश कर दंगी। मेरा िनवेदन<br />

ू<br />

है मं ी महोदय से लगातार कहने के बाद भी मेरे यहां पर नगर शहर म सात डा टर क<br />

पो ट है और उसम से मा एक डा टर है जसम गाइनोकोलो ज ट.... ी सभापित:<br />

ीमती स न कटारा। सम अप करो आप लीज।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): म हला क बात हम करते ह। माननीय सभापित<br />

महोदय, म बहत ु इ पोटट बात कर रह हं। ू मेरे े क म हला क जब हम बात करते<br />

ह और वहां पर जब म हला गाइनोकोलो ज ट नह ं होती है.......<br />

ी सभापित: अब आप वराजो।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): तो उनके िलए बहत मु<br />

अपने ब च क र ा कर सक। मेरा िनवेदन है क हमारे यहां जो ........<br />

कल होती है क वह कै से<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(268)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: माननीय सद य, वराज।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): चार लाइन कहंगी वो तो कहने द जए।<br />

ू<br />

ी सभापित: हां चार लाइन बोल जाओ, बस चार लाइन, पांचवी नह ं।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): मेरा िनवेदन है आपसे क हमारे यहां जो खाली<br />

पो ट पड़ ह, गाइनोकोलो ज ट क नह ं है, मे डसन क नह ं है, उनम कोई डा टस नह ं<br />

ह तो म िनवेदन करना चाहती हं माननीय मं ी जी से क अब वह साल सवा साल से<br />

ू<br />

तो लगातार मुझे आ वासन देते रहे, आज तक उ ह ने कोई डा टर लगाया नह ं। मेरे<br />

यहां से जो भी अ पताल म म हला जाती है, ब चे जाते ह छोट सी बीमार से जाएं...<br />

ी सभापित: ीमती स जन कटारा। वराज, वराज।<br />

ीमती अनीता िसंह (नगर): कसी को खांसी जुकाम भी हो जाए तो उसको रेफर<br />

करके अलवर और भरतपुर भेजा जाता है। म िनवेदन करना चाहंगी ू आप ज द से ज द<br />

मरे यहां पर डा टर और ए एन एम लगाएं जससे क हमारे<br />

िनवारण हो सके । ध यवाद।<br />

े क सम याओं का<br />

ीमती स जन कटारा (उदयपुर ामीण): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या<br />

26 और 23 पर बोलने का मौका दया, आपका आभार य त करती हं। सव थम म<br />

ू<br />

माननीय मु य मं ी जी और िच क सा मं ी जी को बहत बहत ध य<br />

ु ु वाद ा पत करती<br />

हं क इ ह ू ने उदयपुर महाराणा भूपाल िच क सालय, जो क हमारे वधान सभा े म<br />

है एवं प नाधाय राजक य म हला िच क सालय म मर ज हेतु 120 शै याएं वीकृ त क<br />

ह जसम न बे शै याएं म हलाओं हेतु आर त क ह। जो क रा य सरकार क<br />

म हलाओं के ित संवेदनशीलता को इंिगत करती है।<br />

इसी कार महाराणा भूपाल िच क सालय म पतीस लाख पये क फे को<br />

इमे सी फके शन मशीन था पत करने क<br />

वीकृ ित द है जो मोितया बंद आपरेशन म<br />

कारगर है तथा जससे एक छोटे से चीरे के बाद इंजे शन के ारा मोितया बंद के मर ज<br />

म लस<br />

यारो पत कया जा सकता है। उ त सु वधा से मोितया बंद के मर ज को राहत<br />

िमलेगी तथा आपरेशन कराने वाले मर ज को<br />

मु यमं ी जी का आभार य त करती हं। ू<br />

यादा इ तजार नह ं करना पड़ेगा। म<br />

महाराणा भूपाल िच क सालय उदयपुर संभाग का एक मा विश ट वाला<br />

राजक य िच क सालय है। जसम शहर मर ज के अित र त आ दवासी अंचल के मर ज<br />

तथा म य देश तथा आस पास के रा य के मर ज भी इलाज हेतु आते ह जससे<br />

िच क सालय म मर ज क सं या अ यिधक रहती है और दवाब रहता है।<br />

िच क सालय क सफाई यव था स तोषजनक तो है ले कन उससे भी<br />

हमको सफाई क ज रत पड़ती है। इस हेतु सुिनयो जत करने क आव यकता है।<br />

यादा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(269)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िच क सालय म वतमान म 2009-2010 के िलए सफाई वाड वाय, वाड आया का काय<br />

आ द के िलए सं वदा सेवाओं म पये बावन हजार बजट ावधान कया गया है, जो क<br />

कम है। सफाई यव था के िलए हर वष 1 करोड़ 17 लाख 77 हजार पये<br />

ित वष<br />

सफाई के िलए ावधान कया गया है ले कन िच क सालय क बढ़ती हई ु मांग को, बढ़ते<br />

हए ु व तार और ोमा सै टर क यूिनट के व तार के कारण सफाई क यादा ज रत<br />

पड़ती है। इसिलए मेर मांग है मु यमं ी जी से और िच क सा मं ी जी से क इससे<br />

यादा बजट आबं टत कया जाए।<br />

काय क से येक वाड म ात:कालीन िश ट म दो वाड वाय तथा वाड<br />

आया और दो वीपर सांयकालीन और रा<br />

कालीन िश ट म भी ित िश ट एक वाड<br />

वाय और वीपर क आव यकता रहती है। अत: यादा सफाई क ज रत है। अिधक<br />

बजट आबंटन क म मांग करती हं। ू<br />

ोमा यूिनट हेतु निसग किमय के पद भी सृ जत करने का क ट कराएं य क<br />

जस तरह से मांग बढ़ती जा रह है, मेर मांग है क ोमा यूिनट म निसग किमय के<br />

पद वीकृ त कये जाएं। ोमा यूिनट के मर ज को वा त वक प से लाभ िमले। िशशु<br />

रोग क सं या बढ़ती जा रह है, इसक ग भीरता को देखते हए पी डयो<br />

क आई सी यू<br />

का संचालन शु कर दया है क तु टाफ क कमी होने के कारण उसके संचालन म भी<br />

क ठनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस हेतु निसग किमय के पद वीकृ त कराए<br />

जाने क म मांग करती हं। ू<br />

महाराणा भूपाल िच क सालय उदयपुर तथा प नाधाय म हला िच क सालय,<br />

उदयपुर म खा साम ी के मद म जो रािश द जाती है ित वष वह बढ़ती हई मंहगाई ु<br />

को देखते हए ु कम पड़ रह है। अत: मेर मु यमं ी जी से और िच क सा मं ी जी से<br />

मांग है क इस रािश को बढ़ाया जाना चा हए।<br />

म मेरे िनवाचन े उदयपुर ामीण आ दवासी बाह ु य े है, पछड़ा हआ ु ,<br />

आिथक से कमजोर है। यहां पर िच क सा सु वधाओं का अभाव होने के कारण े<br />

क जनता को पया त िच क सा सु वधा का लाभ नह ं िमल रहा है। माननीय सभापित<br />

महोदय, मेरे िनवाचन े म वग य खेमराज कटारा राजक य सेटेलाइट हा पटल<br />

सै टर-6 म<br />

थत है। यहां पर िन न पद क कमी चल रह है। अत: यहां पर वीकृ ित<br />

दलवाने का क ट कराएं। व र ठ वशेष िशशु- एक पद र त है, उप िनयं क- एक<br />

पद, किन ठ वशेष रे डयो- एक, निसग थम- एक, रे डयो ाफर- दो, इस कार<br />

राजक य िच क सालय ताप नगर भी मेरे िनवाचन<br />

े म है यहां भी पद र त ह।<br />

vns/usc/23.40/25.3.2010/5n/अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं/1<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(270)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

अत: ज द से ज द यहां पर भरवाये जाएं ता क वहां के लोग क सम या का<br />

िनवारण हो सके<br />

सेटेलाइट हा<br />

(समय समाि सूचक घ ट )<br />

पटल, हरण मगर सै टर 6 म पैथोलॉजी जे एस क पो ट क<br />

नह ं होने क वजह से तथा ड ट लैब वहां पर बनी हई ु है अत: माननीय सभापित<br />

महोदय, म िनवेदन करना चाहती हं क जे एस के अभाव म पैथोलॉजी क जांच नह ं हो<br />

ू<br />

रह ह, पैथोलॉजी के जे एस क पो ट वीकृ त कराने का क ट कराव जससे वहां पर<br />

लोग को लाभ िमल सके ।<br />

मु यमं ी जी का, वा य मं ीजी का आभार य त करती हं ू ज ह ने इस बजट<br />

म बहत अ छा ु ावधान कया है। मु यमं ी जीवन र ा कोष के मा यम से कई मर ज<br />

को लाभ िमल रहा है। आभार य त करती हं क जेरये क के<br />

ू खोले ह, हर जले म<br />

था पत कये ह जससे वृ जन को सु वधा िमलेगी। 108 ए बुलस म वृ क है..<br />

ी सभापित: ीमती अिनता भदेल।<br />

ीमती स जन कटारा (उदयपुर ामीण): इससे दघटनाओं से बचा जा सकता है।<br />

ु<br />

म माननीय मु यमं ी जी और वा य मं ी जी का बहत ु आभार य त करती हं। ू जय<br />

ह द। ध यवाद।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

ण): माननीय सभापित महोदय, आपके<br />

मा यम से म मांग सं या 26 पर माननीय मं ी महोदय को अपने कु छ वचार और<br />

सुझाव देना चाहंगी।<br />

य<br />

क आपने पहले ह घ ट बजा द तो मेरे िलखे हए जो पूरे ु<br />

पाइंटस थे वह सारे भूल जाऊं गी इसिलये िनवेदन है आपसे क..<br />

म ह बोलूंगी।<br />

ी सभापित: अपने<br />

े के बारे म..<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): म बहत छोटे म और अपने े के बारे<br />

ु<br />

ी सभापित: सुझाव दे दो आप। सम या बता दो।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): हां, अपने े के बारे म ह बोलना<br />

चाहंगी। मं ी ू महोदय से मेरा िनवेदन है क राज थान म जतने भी सेटेलाइट हा पट स<br />

ह इनम से एक सेटेलाइट हा पटल आदश नगर, अजमेर म थत है ले कन टॉफ क<br />

से पूरे राज थान के जतने सेटेलाइट हा<br />

पट स म जतना टॉफ है उससे य द<br />

तुलना क जाए तो अजमेर के सैटेलाइट हा पटल का टॉफ बहत ह कम है इससे<br />

ु<br />

जननी सुर<br />

ा योजना के जो ल य ह उनको ा त करना है, मातृ मृ यु दर, िशशु मृ यु<br />

दर को कम करना है, यह सब ल य य द हम ा त करना चाहते ह उन हा<br />

पट स म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(271)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

डा टस क पूर यव था करनी पड़ेगी। पूरा टॉफ देना पड़ेगा तभी हम इन ल य को<br />

ा त कर पायगे। अ यथा ये एन आर एच एम क क म 2011 तक तो हम के<br />

सरकार का पैसा िमलता रहेगा उसके बाद इन ल य को मे टेन करने के िलए या इन<br />

ल य को पूरा करने के िलए और कम करने के िलए हमारे पास के सरकार क कोई<br />

नयी क म आती है तो िन<br />

हम राज थान के मानव वा य को ठ क रख पायगे।<br />

त प से पैसा िमलेगा अ यथा पैसा नह ं होगा। तो कै से<br />

19िसत बर,2003 को माननीय अशोकजी गहलोत जब पूव म मु य मं ी थे तब<br />

आई आई ड पी क योजना से इस सैटेलाइट हा<br />

पटल के भवन िनमाण का िशला यास<br />

हआ ु और लगभग तीन करोड़ पये क लागत से बहत ु सु दर हा पटल बना। य द<br />

इसक ब डंग देख तो कोई यह कहेगा क यह कोई ाइवेट हा टपल है या। बहत ु<br />

दन तक लोग समझ ह नह ं पाये क यह ाइवेट हा पटल है या गवनमट का<br />

हा पटल है। इतनी सु दर इसक ब डंग है। यह हा पटल पुरानी ब डंग से नयी<br />

ब<br />

डंग म िश ट हो चुका है ले कन इसम टाफ इतना कम है क य द हम 24 घंटे क<br />

राउ ड द लाक स वस देना चाह अभी लोग को और य द डलीवर क सु वधा 24 घंटे<br />

वहां उपल ध कराना चाह तो मा एक गायिनक डा टर वहां है, हम कै से क पना कर<br />

सकते ह क एक डा टर 24 आवस स वस वहां दे। जब कभी हा<br />

पटल म डा टर नह ं<br />

होता तो लोग आंदोलन करते ह, सुप र टडट के खलाफ आवाज उठाते ह क यहां डा टर<br />

नह ं है ले कन आम जनता को यह पता नह ं है क एक डा टर 24 घंटे तक क ट यू<br />

सेवाएं कै से दे सकता है। तो इसम मेरा आपसे िनवेदन है क रा य ल य को पूरा<br />

करने के िलए ह सह वहां पूरे 24 घंटे म हम अ पताल का लाभ उठा सक और उसक<br />

सु वधाएं आम जनता तक पहंच सके इसिलए गा<br />

ु यिनक डा टर क वहां यव था कराय।<br />

इ डयन पैरामे डकल है थ स वसेज के जो टै डड ह उनके अनुसार बताना चाहंगा ू ,<br />

सीिनयर पेशिल ट क एक भी पो ट वहां स शन नह ं है। जब क मे डिसन म,<br />

गायिनक म, सजर म, एने<br />

थिसया म एक-एक भी पो ट य द हम देते ह तो इस<br />

कार पाँच डा टर क 24 घंटे क सु वधा के िलए अित र त आव यकता होगा।<br />

इसी कार जूिनयर पेशिल ट मे डिसन म हमारे पास एक एम ओ उपल ध है,<br />

सजर म एक है, गायिनक म एक है, एने थिसया म हमारे पास नह ं है। एने थिसया<br />

का डा टर नह ं होने से वहां सीजे रयन आपरेशन क जब बार आती है तो डा टर को<br />

काल करना पड़ता है। कई बार तो डा टर उपल ध होते ह, कई बार उपल ध नह ं हो पाते<br />

इसिलए मेरा िनवेदन है क जब से यह सैटेलाइट हा पटल जला अ पताल म मो नत<br />

हआ ु है उसके बाद से लेकर आज तक इस पर और बडन बढ़ा है, घटा नह ं है। जो ल य<br />

हमारे ह, चाहे पैरामे डकल टाफ हो, चाहे डा टर का टाफ हो, चाहे मे डकल आ फसस<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(272)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

का टाफ हो, चाहे जे एस हो, कोई भी य द हम देखगे तो हर चीज म हम पता पड़ेगा<br />

क कोई भी ऐसी यव था इतने कम टाफ से 24 घंटे क सु वधाएं हम लोग को नह ं<br />

दे पायगे। मेरा आपसे करब िनवेदन है, अजमेर के सैटेलाइट हा<br />

पटल म टाफ के<br />

आप नये पद सृ जत कर। वहां का निसग टाफ मा 14 का है। चार वाड ह, मेल,<br />

फ मेल, स जकल और गा यिनक । कम निसग टाफ होने के कारण कई बार डा टर और<br />

नस अटै ड नह ं कर पाते। फर हा<br />

पटल म उधम होता है क डा टर ठ क कार से<br />

नह ं देख पा रहे। ले कन डा टस या कर, जब इतना कम टाफ होगा और 24 घंटे क<br />

सु वधा उनको देनी होगी तो िन त प से अ छा खासा व थ इंसान भी झुंझला जाता<br />

है फर डा टस क या थित होती होगी। मेरा आपसे िनवेदन है क इस सैटेलाइट<br />

हा<br />

पटल का हम अ छे से उपयोग कर पाय, इसके संसाधन का उपयोग कर पाय<br />

इसिलए इसम डा टस के पद सृ जत कर, पैरामे डकल टाफ के पद सृ जत कर।<br />

मुख हा<br />

इसके अित र त आप कई बार अजमेर पधारे ह, आपने अजमेर स भाग के सबसे<br />

पटल जवाहरलाल नेह िच क सालय क यव थाएं भी देखी ह गी, आये दन<br />

अखबार क सु खयां बनता है यह हा<br />

पटल। कभी तो कै जुअलट , कभी खराब हो गया,<br />

कभी पलंग िगर गया, कभी टेबल िगर गयी, कभी पंखा नीचे िगर गया, कभी ला तर<br />

िगर गया। पूरे हा<br />

पटल म नािलयां इस कार बनी हई ह क सीवरेज ओवर लो होकर<br />

ु<br />

मैन वाड म आ जाता है। सीलन व बदबू से वाड इतने बेकार हो गये ह क आदमी<br />

व थ होने के िलए आता है ले कन व थ न होकर बीमार होकर जाता है।<br />

(समय-समाि -सूचक घंट )<br />

जवाहरलाल नेह िच क सालय म जो आथ पे ड स वभाग है, हम जोधपुर म तो<br />

फ जयोथैरेपी महा व ालय क<br />

थापना क घोषणा कर रहे ह ले कन हमारे स भाग<br />

मु यालय के िच क सा के जहां ह और जहां फ जयोथैरेपी क लै स बनी हई ह पहले ु<br />

उन लै स को हम अ याधुिनक संसाधन से सुस<br />

जत कर, नयी मशीन वहां लगाय।<br />

अजमेर क फ जयोथैरेपी लैब म बहत ु पुरानी और क डम मशीन ह। अगर कोई पेशट<br />

वहां ए सरसाइज के िलए जाता है तो कह ं ए सरसाइज करते करते खुद ह दघटना त ु<br />

न हो जाए इन मशीन से, इसक आशंका हमेशा बनी रहती है। इसिलए मेरा िनवेदन है<br />

क वह भवन भी बहत जजर हो चुका है और प<br />

अजमेर से<br />

ताव आपके पास भेजे गये थे,<br />

(समय-समाि -सूचक घंट )<br />

लक ाइवेट पाटनरिशप के आधार पर<br />

क जे एल एन क मु य सड़क के पास क जो जमीन है उस पर कसी कार से<br />

दकान ु बना कर उन दकान ु क रेवे यू से जो भी पैसा आये उससे आप फ जयो थैरेपी लैब<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(273)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

का भवन बना दगे तो िन<br />

पर......<br />

बात कह .....<br />

त प से मर ज को सहिलयत ू होगी। इसके अित र त वहां<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम अप करो आप।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): आपने कहा, अपने वधान सभा े क<br />

ी सभापित: पर बहत ु ल बा चौड़ा....<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): मने एक सैटेलाइट हा पटल क बात<br />

कह है और दसरे ू स भाग के मुख िच क सालय क बात कह है।<br />

ी सभापित: अब ज द करो।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

सभा पत महोदय, मुझे बोलने तो द जये।<br />

ी सभापित: अब सम अप करो आप।<br />

ण): तीसरा पाइंट तो उठाया ह नह ं। माननीय<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): िसफ चार पाइंट ह बोलूंगी और चार<br />

पाइंट से पांचवां नह ं बोलूंगी, समा त क ं गी अपनी बात।<br />

मेरा आपके मा यम से मं ी महोदय से िनवेदन है क जो हमार यूरोसजर<br />

इकाई है, अजमेर स भाग होने के कारण, हाईवे होने के कारण दघटनाएं होकर बहत<br />

ु<br />

ु<br />

सारे लोग ए सीडट होकर आते ह ले कन अलग से ओ पी ड नह ं होने के कारण से,<br />

अलग से आई सी यू नह ं होने कारण से अनेक बार बहत ु ग भीर रोिगय को भी हम<br />

नीचे जमीन पर डालना पड़ता है इसिलए मेरा िनवेदन है क इसक यव था भी आप<br />

करायगे तो उिचत रहेगा।<br />

एन आर एच एम के तहत जो शहर े म, क ची ब तय म और अनुसूिचत<br />

जाित क कालोनी म जो शहर वा य के पछली सरकार ने खोले थे, पाँच शहर<br />

वा य के वीकृ त कये थे......<br />

याम/चौहान<br />

<strong>25.03.2010</strong> 23.50 5o<br />

उनम से चार ारंभ हो गये ह, दो साल तक वह के चलते रहे और पछले एक<br />

वष से उनम से तीन के बंद हो गये। हमारे पास पैसा भी है और आप य द उस पैसे<br />

का उपयोग करके कसी एनजीओ को वह वा य के चलाने क वीकृ ित दान करगे<br />

तो िन त प से क ची ब तय म रहने वाले लोग को वा य के क सु वधाएं<br />

िमल जायगी।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, समअप कर अब आप। ीमती नसीम अ तर।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(274)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

कहना चाहंगी। ू<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

ण): सभापित महोदय, िसफ एक बात और<br />

ी सभापित: नसीम अ तर जी। माननीय सद य, अब समअप कर।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

ण): सभापित महोदय, हमारे यहां आयुवद का<br />

डायरे टरेट है, मेरा इतना िनवेदन है क हो योपैथी का डायरे टरेट भी खोला जाये<br />

य क उसम बहत ु सारे डा टस ह।<br />

बड़ा योगदान है।<br />

ी सभापित: ठ क है और बाक हो तो आप बात कर लेना।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द ण): ामीण सेवाओं म उन डा टस का बहत ु<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब समअप कर।<br />

ीमती अिनता भदेल (अजमेर द<br />

दया उसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ण): समा त कर रह हं ू, आपने मुझे समय<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): सभापित महोदय, आज मांग सं या 26<br />

िच क सा एवं लोक वा य, सफाई और मांग सं या 23<br />

चल रह है। आपने मुझे<br />

ध यवाद।<br />

म और रोजगार पर चचा<br />

वचार रखने का मौका दया इसके िलए आपका बहत ु -बहत ु<br />

सभापित महोदय, म आपके मा यम से मांग सं या 26 िच क सा एवं लोक<br />

वा य पर मु यमं ी ारा बीपीएल जीवन र<br />

ा कोष पर 26 लाख लोग को िच क सा<br />

सु वधाएं उपल ध करायी जसम 28 करोड़ का खच हआ ु है, यह बीपीएल, गर ब के ित<br />

मु यमं ी जी क संवेदनशीलता का प रणाम है। इसके अलावा वृ ाव था, वधवा,<br />

वकलांग पशनर को भी िन:शु क िच क सा सु वधा उपल ध करायी जायेगी। यह<br />

माननीय मु यमं ी जी का<br />

वागत यो य कदम है। इसम 65 करोड़ का खच होगा।<br />

यूनानी िनदेशालय के गठन क घोषणा यह एक अ छा कदम है, हम इसका वागत<br />

करते ह। एनआरएचएम के तहत सं वदा किमय का जो मानदेय बढ़ाया गया है।<br />

ी सभापित: आपक सम या नह ं ह या कोई यह तो बजट म आ गया, सबने<br />

पढ़ िलया, आपक सम या नह ं है या<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): जी, जी, सम या भी रख रह हं। ू<br />

ी सभापित: सम या बताय आप।<br />

एक माननीय सद य: बोलन द, बोलने द।<br />

ी सभापित: अपनी सम या रह जायगी, समय देखना पड़ेगा।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): जो मु यमं ी ने बजट म दया वह तो<br />

कहना पड़ेगा, मु यमं ी जी का ध यवाद भी देना पड़ेगा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

(275)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: हां, वह दे दगे, मं ी जी बोल दगे वह।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): वष 2010-11 म 108 ए बुलस 150<br />

खर द जायगी, मेरा माननीय िच क सा मं ी जी से िनवेदन है क मेरे वधान सभा<br />

का पनगढ़ क बा जसम 50 गांव लगते ह उसम ए बुलस क सु वधा नह ं है वहां पर<br />

इन गाव क जनता को जला अ पताल म जाना पड़ता है जसम धन और समय क<br />

बबाद होती है। वहां पर 108 ए बुलस उपल ध करायी जायेगी तो मेरे<br />

े क जनता<br />

बहत ु आभार रहेगी। यह पनगढ़ क पीएचसी पूव म थम थान ा त कर चुक ,<br />

उसका पाँच लाख का इनाम भी अभी तक पंचायत सिमित ने दया नह ं है और वह<br />

ए बुलस के िलए िमला था, वह भी नह ं िमला। अगर यह ए बुलस दला दगे तो मेरे<br />

े क जनता को राहत िमलेगी।<br />

सभापित महोदय, मेरा िच क सा मं ी जी से िनवेदन है क<br />

पनगढ़ बहत बड़ा ु<br />

क बा है जसम 50 गांव लगते ह उसम जो पीएचसी है उसको आप सीएचसी म<br />

मो नत कर दगे तो मेरे े क जनता को बहत राहत िमलेगी। वह पनगढ़ क बा<br />

ु<br />

नेशनल हाइवे पर<br />

थत है, वहां आये दन दघटनाएं होती ह तो मुझे भी जाना पड़ता है।<br />

ु<br />

उन सब मर ज को लेकर के जला अ पताल पर जाना पड़ता है।<br />

सभापित महोदय, जवाहरलाल नेह अ पताल जो क संभाग का सबसे बड़ा<br />

अ पताल है और अजमेर का पेराफे र बै ट पु कर वधान सभा म आता है तो मुझे<br />

हरदम जब दघटनाएं ु होती तो जेएनएन अ पताल जाना पड़ता है। माननीय मु यमं ी जी<br />

ने जो इस बजट म जेएनएन अ पताल को जो सौगात द ह वह म बताना चाहंगी ू ,<br />

उनको ध यवाद भी<br />

ा पत करना चाहंगी अजमेर क जनता क ओर से। जवाहर लाल<br />

ू<br />

नेह अ पताल म 100 शै याओं क वृ क है इससे पूरे अजमेर संभाग को फायदा<br />

िमलेगा। जवाहर लाल नेह मे डकल कॉलेज, अजमेर म 85 लाख पये म सं<br />

वाड क थापना क जायेगी इससे सं<br />

क लागत से िशशु श य गहन िच क सा इकाई क<br />

अजमेर संभाग के ब च को असमय सं<br />

सके गा।<br />

एक माननीय सद य: आराम से बोल।<br />

ामक रोग<br />

ामक रोग के मर ज को राहत िमलेगी। एक करोड़<br />

थापना क जायेगी इससे पूरे<br />

ामक रोग से होने वाली मृ यु से बचाया जा<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): आराम से बोल रह हं ू, कोई द कत नह ं<br />

है। ामीण े म डा टर, एएनएम के ठहराव को सुिन त कया जाना चा हए और<br />

येक िच क सालय पर जेन रक दवाइय क सुिन<br />

तता करनी चा हए। हर अ पताल म<br />

जेन रक दवाइयां उपल ध होनी चा हए और डा टर को भी पाबंद करना चा हए क वह<br />

हर मर ज को जेन रक दवाइयां वह िलख। साथ ह साथ म एक बड़ मांग रखने जा रह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(276)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हं ू मं ी महोदय और माननीय मु यमं ी जी कहगे क बहत ु बड़ मांग हो गयी। ामीण<br />

े म िच क सक क कमी है तो<br />

वह मेरे िनवाचन<br />

े क जनता वागत करेगी।<br />

ामीण मे डकल कॉलेज क थापना क जाये और<br />

े म थापना हो जाये तो बहत अ छा ु कदम होगा। उसका ामीण<br />

सभापित महोदय, अजमेर संभाग के सबसे बड़े अ पताल म ऑपरेशन िथयेटर,<br />

इंस टव के यर यूिनट क थापना क जाये।<br />

ी सभापित: पु कर क बताय ना।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): अजमेर<br />

थ त जवाहरलाल नेह<br />

िच क सालय म मे डकल वभाग म इंस टव के यर यूिनट के सु ढ करण हेतु व टलेटर,<br />

का डयक मािनटर, इन युज प प, एबीजी एनेहेलाजर क आव यकता है। जेएलएन संभाग<br />

का सबसे बड़ा िच क सालय है। ट .बी. अ पताल क भी<br />

उसका भवन भी अ छा नह ं है। उसके भवन का या तो जीण<br />

यादा अ छ दशा नह ं है।<br />

ार कराया जाये या ट .बी.<br />

अ पताल को मदार सेनेटो रयम म िश ट कर दया जाये या अ य िश ट करके इसम<br />

म हला िच क सालय क एक यूिनट खोली जाये ता क म हलाओं को इलाज के िलए<br />

जनाना अ पताल जो दर पड़ता है उसम नह ं जाना पड़े।<br />

ू<br />

सुझाव ह।<br />

ी सभापित: ी के साराम चौधर ।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): दो िमनट सर, एक नया पाइंट है, दो<br />

ी सभापित: बराज माननीय सद य, बराज जाय।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): जेएलएन क मोचर के बारे म कहना<br />

चाहंगी ू , दो िमनट का समय लूंगी। दो-तीन सुझाव और दंगी। ू जेएलएन क मोचर क<br />

यव था अ छ नह ं है। संभाग का सबसे बड़ा अ पताल है और उसक पेराफे र बै ट है<br />

जो नेशनल हाइवे पर<br />

जाना पड़ता है। मोचर के बाहर सं<br />

थत है। यदा-कदा जब दघटनाएं हो जाती ह ऐसे समय म मुझे<br />

ु<br />

क भी समुिचत यव था नह ं है। वहां पहले ड प<br />

ामक रोग फै लने क आशंका बनी रहती है। लाइट<br />

ज था जसम चार डैड बॉड रखी<br />

जाती थी। उसके खराब होने क वजह से उसको नीलाम कर दया गया। अब दो डैड बॉड<br />

रखी जाती ह, वहां बड़े ड प<br />

ज क यव था करायी जाये य क जंदा आदमी क तो<br />

सब बात करते ह मुद क भी बात करनी चा हए। एक दन हम सबको वहां जाना है।<br />

सफाई क यव था के सुझाव दे दंू, िसफ दो िमनट। एक तो शौचालय का िनमाण होना<br />

चा हए सब जगह और ठोस कचरा<br />

प रवहन होना चा हए।<br />

बंधन होना चा हए और कचरे को बड़े वाहन म<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब बराज। के साराम जी चौधर ।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(277)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): िसफ इसी पर बोलना है।<br />

ी सभापित: हो गया, हो गया माननीय सद य। अब आप बराज।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): दो िमनट, आपने सबको टाइम दया है।<br />

मुझे बोलने का मौका द।<br />

ी सभापित: आपको पूरा टाइम दे रहे ह। अब आप समअप कर।<br />

ीमती नसीम अ तर इंसाफ (पु कर): कोई बात नह ं अपनी बात को रख द ।<br />

ी के साराम चौधर (मारवाड़ जं शन): सभापित महोदय, मांग सं या 26 पर<br />

अपने वचार य त कर रहा हं। आज से ू<br />

6 वष पूव राज थान म माननीय वसु धरा राजे<br />

िसंिधया ारा वा य प रवार वकास योजना आरएचड पी योजना के तहत व व बक<br />

क सहायता से 472.58 करोड़ क सहायता से 32 जल म इन हा<br />

पटल क दशा<br />

सुधारने का काम कया। राज थान के अंदर ांितकार कदम उठाकर के इन हा पटल<br />

क दशा सुधार द । उसी तरह से वा य मं ी जी का यानाक षत कर िनवेदन करना<br />

चाहंगा क जस तरह से हा पटल के भवन क तो थित सु ढ़ हो गयी। अब उन<br />

ू<br />

हा<br />

पटल को सुधारना है तो इसम डा टर क जतनी पो ट ह उतने डा टर अगर नह ं<br />

िलये तो वह हा पटल पड़े-पड़े कबाड़ हो जायगे। इसिलए मेरा अनुरोध है क मेरे े म<br />

मारवाड़ जं शन सीएचसी है, उसम तीन पद बहत ु लंबे समय से र त पड़े ह। डा टर<br />

क कमी से हा<br />

100-125 लोग का चलता है।<br />

पटल म आज भी उस सीएचसी का आउटडोर अगर देखा जाये तो मा<br />

jyg/usc/25.3.10/24.00/5p<br />

डा टर नह ं होने क वजह से एक भी पेशट वहां नह ं आता है और जो आते ह तो<br />

वह रेफर कर दए जाते ह तो ऐसी सूरत म मारवाड़ जं शन म सजन, एने थेिश ट, एम<br />

ड और एक फ जिशयन एम ड के तीन पद र त ह उन पर डा टर लगाए जाएं। इसके<br />

साथ ह लेब टे निशयन क जो पो ट है वहां पर जब से पो टंग हई है तब वे वह का<br />

ु<br />

वह य बैठा है और उसने बाहर अपनी लैब लगा रखी है तो अंदर टे ट नह ं करके<br />

गर ब लोग को बाहर टे ट के िलए वह मजबूर करता है और उनको बाहर टे ट के िलए<br />

जाना पड़ता है इसिलए ऐसे लेब टे<br />

उसका ांसफर करना चा हए।<br />

निशयन को जो वहां ल बे समय से लगा हआ है ु<br />

पी एच सी राणावास म दो डा टर के पद ह और दोन ह र त ह। राणावास म<br />

कल कल घटना है, एक कां ेसी कायकता जसके हॉ<br />

पटल से ठ क 100 मीटर क दर ू<br />

म एकदम अटैक आया और िगर गया और एक भी डा टर वहां नह ं होने से उसको<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(278)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मारवाड़ जं शन लेकर रवाना हए ु ले कन वहां पहंचते ु -पहंचते ु ह उस य क कल क<br />

दघटना ु म डेथ हो गई। उस अ पताल म आज क तार ख म एक भी डा टर नह ं लगा<br />

हआ ु है। ऐसी सूरत म म मांग करता हं ू क राणावास म अितशी डा टर लगाया जाए।<br />

पी एच सी कं टािलया म एक डा टर बी ई एम ओ सी का पद र त है, वहां पर एक<br />

डा टर लगाने क यव था कर। पी एच सी, जोजावर म डा टर एम ओ का एक पद<br />

र त है, लगाया जाए।<br />

दगम ु े म 150 लॉक म चल िच क सा इकाइयां ार भ करने क घोषणा क है<br />

तो म मेरे मगरा<br />

े क पंचायत म यह यव था करने क यव था चाहता हं य ू<br />

वहां दगम था ु न पर लोग को िच क सा सु वधा नह ं िमलती है। इसिलए ऐसे े म<br />

यह यव था चालू करनी चा हए।<br />

डगोर और जोगड़ावास म उप वा य के खोलने क मांग करता हं। माननीय ू<br />

सभापित महोदय, रानी, सी एच सी म िच क सा अिधकार का पद र त ह वह भरा<br />

जाए। देवली के आउवा म पी एच सी खोलने क मांग करता हं। इसके साथ ह आपने<br />

ू<br />

यहां पर जयपुर म यूनानी डाइरे टोरेट खोलने क घोषणा क है, यह वागत यो य है<br />

मगर हो योपेथी का भी डाइरे टोरेट खोलना चा हए। यहां पर राजक य िच क सालय 180<br />

और 400 एन आर एच एम के पद ह इसी तरह राजक य िच क सालय म 100 से कम<br />

और 100 एन आर एम एम, यूनानी के ह। इसी तरह से हो योपेथी के 6 कॉलेज ह,<br />

यूनानी के 2 कॉलेज ह जो हमेशा हो योपेथी के 500 डा टर हर साल लेते ह और यूनानी<br />

के 100 डा टर, दोन कॉलेज से िनकलते ह। हो योपेथी क व व के पहली यूिनविसट<br />

जयपुर म है, यूनानी क कोई यूिनविसट नह ं है, जनता म बेहद लोक<br />

क<br />

य एवं गर ब के<br />

इलाज म हो योपेथी िच क सा स ती है इसिलए मेरा अनुरोध है क आप हरेक को<br />

माननीय मु य मं ीजी ने मीठ गोिलयां तो द ह मगर वा त वक मीठ गोिलयां देने<br />

वाल को आपने कड़वा घूँट दया है। म मांग करता हं ू क जयपुर म हो योपेथी का<br />

डाइरे टोरेट खोला जाए। आपने समय दया, ध यवाद।<br />

ी सभापित: डा. रघु शमा। (अनुप<br />

ीमती गंगा बेन गरािसया।<br />

थत)<br />

ीमती गंगा बेन गरािसया ( प डवाड़ा आबू): माननीय सभापित महोदय, मांग<br />

सं या 26, िच क सा एवं वा य पर इस बजट भाषण म आम आदमी का यान रखते<br />

हए ु घोषणा क गई है, इसके िलए म माननीय मु य मं ीजी और माननीय मं ीजी को<br />

ध यवाद देती हं। माननीय सभापित महोदय<br />

ू , मेरा वधान सभा े प डवाड़ा आबू<br />

अिधक पछड़ा हआ और पहाड़ इलाका है और जनजाित के लोग िनवास करते ह। वहां<br />

ु<br />

दो तहसील आती ह उसम प डवाड़ा तहसील म 108 ए बूलस अभी कु छ दन पहले द<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(279)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

गई है इसके िलए म माननीय मु य मं ीजी और माननीय मं ीजी का आभार<br />

करती हं। ू<br />

माननीय सभापित महोदय, सरवन उप तहसील है, उसम कर ब 50<br />

कट<br />

ाम पंचायत<br />

आती ह और 70 गांव से जुड़ हई है तथा यह क<br />

ु बा रेल माग से अजमेर और आबू से<br />

और रा य राज माग सं या 14 पर<br />

थत है। माननीय सभापित महोदय, यहां आए<br />

दन सड़क दघटनाएं ु होती रहती ह और अ य छोट मोट घटनाएं भी होती रहती ह।<br />

इससे आ दवािसय को भार हािन वहन करते हए ु इलाज के िलए गुजरात रा य के िलए<br />

पलायन करना पड़ता है। यहां पया त िच क सा सु वधा उपल ध नह ं होने से गर ब<br />

जनता को आिथक नुकसान सहना पड़ता है। आबूरोड इलाके म मौसमी बीमा रयां फै ली<br />

हई ह और उससे अभी काफ लोग बीमार ह। इस वषय म मेर वहां के सी एम एच ओ<br />

ु<br />

से भी बात हई है ु<br />

वधान सभा<br />

सी म<br />

और उ ह ने उदयपुर से ट म मंगवाई है और इलाज चालू है। मेरे<br />

े म िशवगंज सबसे बड़ा क बा है और वहां क पी एच सी को सी एच<br />

मो नत करने क मांग करती हं। ू<br />

जला हेड वाटर पर भी डा टर के काफ पद र त ह। म आपके मा यम से<br />

माननीय मं ीजी का यान आक षत करना चाहंगी क वहां एक ोमा सटर भी इसी<br />

ू<br />

व त वष म खोला जाए तो वहां क आ दवासी और गर ब तबके के लोग को काफ<br />

लाभ होगा और उनके इलाज के िलए फायदा होगा। जय ह द, जय भारत।<br />

ी सभापित: ी छोटिसंहजी। ू<br />

ी छोट ू िसं ह भाट (जैसलमेर): माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से<br />

मांग सं या 26 और 23 के बारे म अपने वचार य त करना चाहता हं। मेरा जला<br />

ू<br />

जैसलमेर दसरे जल के<br />

िच क सा क सु वधाएं बहत ह कम है।<br />

ु<br />

वहां से गांव क दर ू<br />

े फल के हसाब से छह गुना बड़ा जला है। जब क वहां<br />

जैसलमेर शहर म एकमा बड़ा अ पताल है और<br />

100 से 150 कलोमीटर है। वहां पर डा टर क कमी है,<br />

क पाउ डर क कमी है, टे नीिशय स क कमी है, सफाई कमचा रय क कमी है और<br />

वहां का ेनेज िस टम इतना खराब है क वहां का गंदा पानी बाहर िनकलने क जगह<br />

ह नह ं है, बाउ<br />

का माहौल बना हआ है। ु<br />

वाल जो बनी हई ु है वह जगह-जगह से डेमेज पड़ है और वहां गंदगी<br />

माननीय सभापित महोदय, म आपक मा यम से माननीय मं ीजी से िनवेदन करना<br />

चाहंगा ू क कई साल से हमारे यहां जो ने िच क सक क कमी है उसको ज द पूण<br />

कया जाए जससे क ने के िलए बाहर नह ं जाना पड़े। वहां जो डा टर लगे हए ु ह, वे<br />

कई साल से वह ं ह, उनका यादा इ टरे ट अपनी िनजी िच क सा पर रहता है जनता<br />

का यान नह ं रखते ह। इसी कार क थित गांव म है। हमारे जैसलमेर े म 750<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(280)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आबाद गांव ह ले कन सब सटर वहां के वल 138 ह ह। एक गांव से दसरे ू गांव क दर ू<br />

15 से 20 कलोमीटर है। म माननीय मं ीजी से िनवेदन करना चाहता हं क हमारे यहां<br />

ू<br />

पंचायत हैड वाटर पर एक पी एच सी क यव था करवा द जससे<br />

हैड वाटर जस म कम से कम 5 गांव आते ह ....।<br />

क एक पंचायत<br />

मोहन/अ ण/25032010/00.10/5q<br />

तो उनको वह सु वधा िमल सके । माननीय सभापित महोदय, म आपके मा यम से<br />

जो 750 गांव ह उनका भी िनवेदन करना चाहता हं ू क डेजट और रेिग तानी इलाके को<br />

देखते हए ु पछड़ा हआ ु जला देखते हए ु आप हर गांव म एक एएनएम क िनयु कर द<br />

तो गांव को कोई छोट मोट बीमार के िलए इलाज िमल सकता है। उसी कार, पूव म<br />

2009-10 म ोमा हॉ पटल क घोषणा माननीय मु य मं ी के ारा क गई थी ले कन<br />

उसका आज तक भी न तो काम शु हुआ है, टे डर ज र सुना है क हो गया ले कन<br />

काम शु नह ं हआ। ु म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहता हं ू क उसको<br />

ज द शु करवाया जाए य क हमारे जैसलमेर<br />

े म खिनज के तीन चार बड़े क बे<br />

ह, वहां आये दन ए सीडट होते ह, आज क भी नई घटना है क एक रेलवे के ािसंग<br />

के ारा एक ए सीडट हो गया और इसम चार पाँच आदिमय क जान चली गई। उस<br />

ोमा हॉ<br />

पटल के न होने से वह आदमी जोधपुर तक नह ं पहंचे ु और रा ते म ह उनक<br />

डेथ हो गई। माननीय मं ी महोदय से म िनवेदन करना चाहता हं ू, जैसे हमारे तीन बड़े<br />

क बे ह, मोहनगढ़ है, रामगढ़ है, फतेहगढ़ है, हमारे जैसलमेर म ए बुलस 108 के वल<br />

एक ह है। म िनवेदन करना चाहता हं ू क एक ए बुलस जसक भी दरू सीिमत है, 40<br />

कलोमीटर से यादा उसक दरू नह ं है और 40 कलोमीटर से यादा वह कवर भी नह ं<br />

करती है जब क माइंस का ए रया 65 कलोमीटर म है और 65 कलोमीटर रामगढ़ म<br />

भी हमारा हॉ पटल है, मोहनगढ़ म भी हमारा हॉ पटल है, फतेहगढ़ म भी हमारा<br />

हॉ पटल है। मेरा िनवेदन है क इन तीन ह बड़े क ब म जो तहसील हैड वाटर ह,<br />

यहां 108 गाड़ य द िमल जाए तो हमारे हर तहसील हैड वाटर म 100-100 गांव कर ब<br />

पड़ते ह उन 100 गांव को माइंस के ए रया को देखते हए ु कभी ए सीडट या कभी जननी<br />

सुर<br />

ा के िलए या कभी बड़ बीमार के िलए लोग आते ह तो य द ऐसी ए बुलस क<br />

सु वधा हो जाए जो पूव म थी उस हसाब से तो इन गांव को पूर सु वधा िमल सकती<br />

है। इसके साथ म, म िनवेदन करना चाहता हं ू, हमारे वहां जो तहसील हैड वाटर म<br />

हॉ<br />

पट स ह उसम सांप काटने का और कु ते काटने के इंजे शन क बहत ु कमी आती<br />

है। आये दन सांप काटा लेते ह जो नहर म रहते ह, बाहर जंगल म रहते ह और वहां<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(281)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जैसे म रामगढ़ ह क बे क बताता हं ू, म िनवेदन करना चाहता हं ू एक तो वहां शै याओं<br />

क कमी है, बेड क कमी है, बेड क कमी को देखते हए ु वहां कई बार ऐसे चांस आ<br />

जाते ह, ए सीडट हो जाते ह या सांप काट लेते ह या कोई बीमार हो जाती है तो बहत ु<br />

बड़ बेड क कमी हो जाती है और डा टस क भी कमी हो जाती है। मेरा िनवेदन है<br />

उसके िलए ए स ा बजट देकर बॉडर के सीमावती<br />

े को देखते हए ु सांप और कु ते<br />

काटने का वहां इंजे शन एवेलेबल कया जाए और पूर यव था करवाई जाए। इसके<br />

साथ म, मेरा िनवेदन है सफाई के हसाब से।<br />

ी सभापित: सं त करो, माननीय सद य।<br />

ी छोटू िसंह भाट (जैसलमेर): दो िमनट म करता हं ू, साहब। माननीय सभापित<br />

महोदय, सफाई हमारे हॉ<br />

पट स म चाहे क ब क देख लो, चाहे शहर क देख लो,<br />

इतनी खराब है य क ेनेज िस टम है नह ं, बाउ डर वॉल सह है नह ं इसिलए बहत ु<br />

गंदगी रहती है। य द व थ आदमी भी हॉ<br />

है। ऐसी<br />

पटल म जाता है तो वह बीमार होकर आता<br />

थित को देखते हए ु म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहता हं ू क<br />

आने वाले बजट म जैसलमेर के िलए वशेष बजट िनकाल कर इसक बाउ डर वॉल और<br />

ेनेज िस टम को सुधारा जाए।<br />

ी सभापित: ी अ दुल सगीर खान।<br />

ी छोटू िसंह भाट (जैसलमेर): एक िमनट, साहब, ए क िमनट, रोजगार के िलए।<br />

ी सभापित: सम-अप करो, माननीय सद य।<br />

ी छोटू िसंह भाट (जैसलमेर): माननीय सभापित महोदय, रोजगार का सवाल है।<br />

जैसलमेर म कई क पिनयां बाहर से आई ह और वह रोजगार जैसलमेर के मूल<br />

िनवािसय को नह ं दे रह ह इसिलए मेरा िनवेदन है क जैसलमेर के अ दर कई बाहर<br />

क क पिनयां आई ह, जैसे पवन ऊजा है, के यन एनज है, फोकस इ<br />

इ<br />

डया है, कोल<br />

डया है, ओएनजीसी है, वह बाहर के लोग को नौकर देती ह। मेरा िनवेदन है रोजगार<br />

मं ी महोदय से क वहां के लोकल को पहली व रयता द जाए जससे क जैसलमेर के<br />

लोकल को जो वहां के मूल िनवासी ह, इनको रोजगार क पहले यव था द जाए।<br />

ी सभापित: सम-अप करो, माननीय सद य।<br />

ी छोटू िसंह भाट (जैसलमेर): और उनको बािधत कया जाए बाहर क क पिनय<br />

को क पहली व रयता और य द मजदर ू<br />

ी सभापित: बस, साहब, आप बराजो।<br />

ी छोटू िसंह भाट (जैसलमेर): ध यवाद।<br />

द जाएगी तो वहां के लोकल को द जाएगी।<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): सभापित महोदय, म मांग सं या 26 पर अपने<br />

ता सुरात पेश करना चाहंगा ू और उससे क ल म मं ी महोदय को यह कहना चाहंगा ू<br />

क<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(282)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

रात को दन और दन को रात हम कहते नह ं, आपको अ छ लगे वह बात हम कहते<br />

नह ं। और शेर अज कया है, जो सारे मर ज के हालात ह क ‘’मर ज-ए-इ क पर रहमत<br />

खुदा क , मज बढ़ता गया, य य दवा क ।‘’<br />

सभापित महोदय, the picture painted by members from both the sides<br />

about the Medical Department facilities extended to the patients is<br />

very dismal, disgusting and very painful. ऐसे हालात ह पूरे राज थान के जस<br />

तरह से मांग आ रह ह क हमारे पास िसट - के ल नह ं है, हमारे पास ए सरे क मशीन<br />

नह ं है, हमारे पास टे<br />

नह ं ह, यह पूरे राज थान के हर वधान सभा<br />

निशयन नह ं है, हमारे पास डा टस नह ं ह, हमारे पास ए बुलस<br />

े से जब यह मांग आ रह है, मं ी जी,<br />

तो मुझे बताइएगा क इस डपाटमट के हालत कतनी ख ता है म इ जत करता हं ू<br />

आपक , आपक शराफत क , आपके ह ु न-ए-कु लुश क , आपके ह न-ए-अखलाक क , यह<br />

आपक श<br />

सयत का ह सा ह ले कन इससे मेसेज यह जा रहा है क हमारे िच क सा<br />

मं ी बड़े शर फ ह, बड़े भोले ह, बड़े इ नोसट ह। मेसेज चला जाए क शर फ ह ले कन<br />

अगर कसी को डे रिल शन आफ यूट म पकड़ा गया तो कतना भी बड़ा डा टर हो या<br />

पयोन हो उसको ब शा नह ं जाएगा। यह बात म आपसे अज कर रहा हं ू, शायद आपने<br />

इसको तव जोह नह ं द । इसीिलए िशकायत आ रह ह क राज थान क हालत बड़<br />

ख ता है, हम बड़े खुश ह, हमारे पास एक एसएमएस हॉ<br />

पटल है जयपुर म, हजूर ु , हम<br />

सब कू पक डूक ह, जरा इस देश से िनकल कर जाकर महारा म दे खए, गुजरात म<br />

दे खए, द ली म दे खए, आपको फाइव टार होट स क तरह से लीलावती हॉ<br />

को कलाबेन हॉ<br />

पटल है,<br />

पटल है, ाइवेटाइजेशन हआ ु है। हमारे यहां हम दे खए ाइवेट हॉ पटल<br />

जाने का इ तेफाक हआ ु , मुझे शम आती है क यहां के ाइवेट हॉ पटल भी उतने मयार<br />

के नह ं है, उस टडड के नह ं ह क हम नाज से कह सक क हम इतना पैसा खच कर<br />

रहे ह वहां पर भी वह हम अ छ फै िसिलट दगे। म आपको कहना चाहता हं ू क हर<br />

जला तर पर आपके 33 ड ट ह, आप हर जले को हा पटल को इस तर के का<br />

बना द जए क हम आपके जयपुर के एसएमएस म आने के िलए जब ह ज रत पड़े<br />

जब क बहत ु ह<br />

टकल कं ड शन हो ले कन आज हम छोट से छोट बीमार के िलए<br />

हम जयपुर रेफर कया जाता है, जाइए जयपुर, जरा भी लगा क<br />

कौन िसर पर यह बला लेगा जाइए, एसएमएस जाइए। मं ी जी, बड़ दयनीय<br />

टकल कं ड शन है,<br />

थित है।<br />

आज मी डल लास का पेशट, आप बीपीएल क बात करते ह 16 लाख पेश स जनका<br />

मु य मं ी जी इलाज करवा रहे ह, मुझे पता है मने भी बहत ु सारे लैटर िलखे ह,<br />

तव जोह द जाती है, उनका इलाज होता है, म उनका शु<br />

का शु<br />

गुजार हं ू और आपक सरकार<br />

गुजार हं ू क आपने बीपीएल के पेश स के िलए और दसर ू भी घोषणाएं क ं।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(283)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बहत ु अ छ बात है ले कन मी डल लास जो अपने आपको प ने द ेट मानकर चलता<br />

है, इ जत बनाये हए ु है कसी तरह से समाज म, उसक हालत सबसे यादा बदतर है।<br />

वह बीपीएल क फै िसिलट नह ं ले सकता और वह इतना ए सपिसव<br />

सकता। मं ी जी, आपके आदेश ह क आप जेने रक मे डशंस<br />

राज थान के हर हा<br />

टमट भी नह ं ले<br />

े ाइब क रए, आप<br />

पटल क तीन मह ने क इनडोर एडिमशंस क चीट काड मंगा<br />

ली जए, यादातर मे डशंस आपको िलखी िमलगी, वह<br />

क क मत होगी 20 पये और<br />

डड मे डशंस। जेने रक मे डशन<br />

डड मे डशन क क मत होगी डेढ़ सौ पये, दो सौ<br />

पये। यह कमीशनखोर और ाइवेट े टस मं ी जी, इं ा चर होना चा हए, बहत ु<br />

ज र है, एक बहत ु अ छा कू ल िसफ बहत ु अ छ ब<br />

डंग से नह ं बनता।<br />

सुरे /अ ण/25.3.2010/00.20/6a<br />

वहां पर बहत अ छा ु अ यापक हो जो समाज को बदलना चाहता है, जो आपको<br />

बहत ु अ छ िश ा दे सके । इसी तरह से हा पटल अ छे डा टर से जाना जाता है बहत ु<br />

खूबसूरत ब डंग से नह ं। आज हमारे डा टस के अ दर ोफे शनल इिथ स ख म हो<br />

रहा है,<br />

ोफे शनिल म नह ं है, भौितकवाद युग म वो भी इस दौड़ म ह क हम<br />

करोड़पित कै से बन, अरबपित कै से बन, लखपित कै से बन। म कहता हं क वो लोग इस<br />

ू<br />

ए रया म आय जो देश क सेवा करना चाहते ह। यह पैसा कमाने के िलए उ ोग बहत ु<br />

ह, बहत सारे धंधे ह, बहत सारे बजनैस ह. Legal practice is a noble profession.<br />

Similarly, the medical practice is also a noble profession. You have to<br />

be totally devoted and dedicated to the service of this country. यह<br />

भावना, यह ज बात अगर आपके डा टस म नह ं ह गे तो गर ब क सेवा और मर ज<br />

क सेवा नह ं होकर वह सैलून बन जाएगा, वहां हजामत बनाई जायेगी, उनके पैसे, उनक<br />

जेब को काटा जायेगा। तो मं ीजी म आपको यह िनवेदन करना चाहता हं क यह ू<br />

राज थान म मैसेज जाए क मं ी शर फ ज र है, ईमानदार ज र है ले कन बेईमानी को<br />

बदा त नह ं करेगा। ऐसे डा टस, ऐसे जो भी ोफे शन स ह, आज<br />

स ए ड का मे ट स<br />

ए ट के तहत आपने कतनी कायवाह क , फू ड एड टरेशन ए ट के तहत आपने कतनी<br />

कायवाह क जो लोग नकली दवाइयां बेच रहे ह, ग इं पै टर नह ं ह डर कसका<br />

होगा....<br />

ी सभापित: माननीय सद य, समअप कर। ी बाबूलाल जी खराड़ ।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(284)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): आप उसम ो वजन लाइये, नॉन बेलेबल आफसेज<br />

बनाइये। लाइफ इ<br />

जनमट क जये। यह लो पॉइजन जो इस समाज को, इस देश को<br />

खोखला कर रहा है, म आपको कहना चाहता हं ू, मं ी जी...<br />

ी सभापित: माननीय सद य। माननीय सद य, समअप कर।<br />

ी अ दुल सगीर खाँ (धौलपुर): क आप रे डकल चज लाय और अपनी छ व जो<br />

आपने बनाई है उसी के मुता बक परफाम करके डलीवर करके द तब आपका नाम होगा।<br />

जय ह द, जय भारत, जय माता।<br />

ी सभापित: ी बाबूलाल जी खराड़ ।<br />

ी बाबूलाल खराड़ (झाड़ोल): माननीय सभापित जी, म मांग सं या 26 िच क सा<br />

एवं लोक वा य एवं सफाई पर अपने वचार य त क ं गा। माननीय सभापित<br />

महोदय, यह मानव जीवन के वा य से जुड़ा हआ ु सवाल है और मह वपूण वषय है।<br />

म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू क हमारे माननीय मु य मं ी जी ने पैरा न बर 49<br />

म जनजाित े और रेिग थानी े म ाथिमक वा य के खोलने क घोषणा क<br />

है, वाद कया है<br />

वागत यो य है। ले कन माननीय मं ी जी, म यह िनवेदन करना<br />

चाहता हं क आप यह कहां खोलगे इसका कोई ज नह ं है। एक बात आपसे कहना<br />

ू<br />

चाहता हं ू क जस े से म जीतकर आता हं ू वह टोटल ह जनजाित बाह ु य े है<br />

और वो ऐसी जगह िनवास करते ह, बखर आबाद है, पहाड़ ए रया है, दगम<br />

और आपके ाथिमक वा य के खोलने के ना स या ह आपने जनसं या को,<br />

आबाद को आधार माना है। उस आ दवासी<br />

े है<br />

े म यह कतई लागू नह ं होगा और इससे<br />

उस े का भला आप नह ं कर पायगे। अगर आप उस े का भला करना चाहते हो,<br />

उस गर ब आ दवासी का करना चाहते हो तो उसको नजद क थान पर अपने इलाज के<br />

िलए हा<br />

पटल उपल ध हो जाए इसके िलए आपको यह करना पड़ेगा क जो आबाद का<br />

जो आधार है उसको आप ख म क रये और आप<br />

े फल को आधार मानकर के अगर<br />

ाथिमक वा य के खोलगे तो िन त प से उस आ दवासी का भला कर पायगे<br />

और होगा।<br />

दसरा ू , म िनवेदन करना चाहता हं क आपने मेरे े म<br />

ू<br />

3-4-5 पाइंट ऐसे ह जहां<br />

पर आज स त से स त ाथिमक वा य के क आव यकता है। आज लोग 10-10,<br />

15-15 कलोमीटर गा ़डय से जाकर के , साधन से जाकर के अपना इलाज कराते ह<br />

इसिलए म कहना चाह रहा था क यह आबाद का जो आपका आधार है वह नह ं चलेगा,<br />

इसको संशोिधत करके करगे तो यह होगा। बागपुरा म, थोबावड़ा म, बीरोठ , ढैया, पुराणा<br />

और कोटड़ा म जूड़ा, इन जगह आप ाथिमक वा य के खोलगे तो वहां क जनता<br />

आपका आभार मानेगी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

ु<br />

(285)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

म िनवेदन करना चाहता हं क माननीय मु य<br />

ू मं ी जी पैरा न बर 47 म एक और<br />

घोषणा क है क रा य के जनजाित और रेिग थानी े म हम चल िच क सालय<br />

ार भ करगे। यह भी वागत यो य है, करना चा हए। ले कन इसको यादा से यादा<br />

ाथिमकता आप उस ामीण े म दो य क शहर े म नजद क हा पटल ह,<br />

साधन ह, लोग साधन स प न ह वो जा सकते ह ले कन गांव का आदमी सड़क पर<br />

जायेगा, गाड़ का इंतजार करेगा, गाड़ समय पर नह ं िमली तो उस य क अकाल<br />

मृ यु हो जाती है। इसिलए म आपको िनवेदन करना चाहता हं क उस ामीण<br />

े को<br />

ाथिमकता देते हए ु मेरे झाड़ोल और कोटड़ा म ये चल िच क सालय ार भ हो, ऐसा<br />

जब आप जवाब द तब घोषणा करगे तो आपको म भी ध यवाद दंगा। ू सब लोग ने<br />

आपक बहत ु अ छ तार फ क है और होना भी चा हए। दसरा ू म िनवेदन करना चाहता<br />

हं ू क आपने हमारे कोटड़ा और झाड़ोल म सामुदाियक वा य के है, मने बजट<br />

भाषण म भी कहा था क वहां पर शै याओं क कमी है, पेश स बढ़ते ह तो कई बार<br />

होता यह है क उनको फश पर सुलाया जाता है। मेरे से पूव व ताओं ने भी यह बात<br />

कह है म उसक पुनरावृ कर रहा हं ू क वा तव म म हलाएं होती ह वो अपनी बीमार<br />

डा टर को बता नह ं पाती ह इसिलए म चाहंगा क झाड़ोल और कोटड़ा म आप एक<br />

ू<br />

म हला िच क सक क िनयु करगे तो उस े का भला होगा। म आपसे िनवेदन<br />

करना चाहता हं क कोटड़ा और झाड़ोल दोन जगह सीएचसी है और दोन ह जगह पूरा<br />

ू<br />

का पूरा आ दवासी े है, उस े म दोन जगह आप सोनो ाफ खोलगे तो आपका<br />

अहोभा य होगा। दसर बात म िनवेदन<br />

ू<br />

िच क सक क भत के िलए िन वदाएं आमं<br />

करना चाहता हं क आपने ू 8.9.2009 को 540<br />

त क ह। फाम भरवा दये ले कन फाम<br />

भरने के बाद म आरपीएससी नह ं बठाई और उसका या हआ इसका भी आप जवाब<br />

ु<br />

दगे तो यादा अ छा रहेगा। आपने मुझे समय दया इसके िलए आपका आभार हं। जय ू<br />

भारत, ध यवाद।<br />

ी सभापित: ीमती कमसा मेघवाल।<br />

ीमती कमसा मेघवाल (भोपालगढ़): सभापित महोदय, आपने मुझे मांग सं या 26<br />

पर बोलने का मौका दया इसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद। आज क मांग है यह बहत<br />

ह मह वपूण मांग है। मारवाड़ म कहते ह क ‘पहला सुख िनरोगी काया, फर हो घर म<br />

माया’। लोग रात- दन पैसा कमाने के िलए दौड़ते ह पर अगर शर र व थ नह ं है तो<br />

जंदगी चल नह ं सकती। आज ह और कल पता नह ं शर र के साथ या होगा इसिलए<br />

शर र व थ रहना बहत ज र है। ु<br />

म मेरे वधान सभा<br />

े क जो तीन-चार मांगे ह वो आपके मा यम से मं ी जी<br />

बताना चाहंगी। ू मेरे वधान सभा भोपालगढ़ के पंचायत हैड वाटर ाम असोप म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

(286)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सीएचसी है ले कन यहां पर मा एक डा टर कायरत है और उसका भी एनआरएचएम से<br />

अनुब ध 31 माच को समा त हो रहा है और फर यह िच क सालय बना िच क सक का<br />

हो जाएगा इसिलए म यह मांग करती हं क इस असोप<br />

ाम पंचायत म डा टर क<br />

िनयु क जाए ता क ामीण जनता को समय पर सह इलाज िमल सके । भोपालगढ़<br />

वधान सभा े म सीएचसी ामीण े का सबसे बड़ा िच क सालय है ले कन यहां पर<br />

सोनो ाफ क कोई यव था नह ं है जससे<br />

ामीण को 100 कलोमीटर दर जोधपुर ू<br />

जाना पड़ता है और उससे ामीण को आिथक हािन का सामना करना पड़ ता है। म<br />

सरकार से मांग करती हं क यहां पर शी ह सोनो ाफ क मशीन लगवाई जाए जससे<br />

ू<br />

गर ब को राहत दान हो सके । इसी िच क सालय म ह ड रोग वशेष का कोई पद<br />

सृ जत नह ं है य क आजकल देखा जाता है क पानी म लोराइड बहत ु यादा है....<br />

vkj/<strong>akt</strong>/<strong>25.03.2010</strong>/00.30/6b<br />

इसिलए ह<br />

डयां इनसान क बहत ु ह कमजोर हो गई ह। हर दसरे ू दन अ पताल<br />

म 4-5 मर ज ह ड के आते ह ले कन डा टर नह ं होने के कारण से उ ह जोधपुर भेजा<br />

जाता है। जोधपुर भी 100 कलोमीटर दर पड़ता है और गर ब को जोधपुर जाने म<br />

ू<br />

परेशानी होती है इसिलए भोपालगढ़ म ह ह ड रोग का वशेष लगाया जाये ता क<br />

गर ब जनता को सु वधा िमल सके और सबसे बड़ा अ पताल है भोपालगढ़ जहां मा 30<br />

बैड ह ह, जब क यहां पर उपख ड<br />

े है और अ पताल म 50 बैड क घोषणा कर और<br />

ह ड वशेष िच क सक ह लगाय। लड बक, सोनो ाफ मशीन क अ य त<br />

आव यकता है और यह आदेश दान कर ामीण जनता को राहत दान कर।<br />

भोपालगढ़ अ पताल म ित दन पाँच से 10 सव होते ह। यहां पर सूित गृह<br />

आउटडोर म होता है तो यहां पर सूित गृह बनाया जाये। म हलाओं को डलीवर होने म<br />

कोई क ठनाई नह ं हो, यह भी म आपसे मांग करती हं। ू<br />

ामीण<br />

े म खान-पान इतना कमजोर हो गया है जससे ब च म ने रोग क<br />

बहत सम या ु हो रह है। इस िच क सालय म ने से रोग िनवारण हेतु कोई सु वधा<br />

नह ं है और एक टै नीिशयन िनयु हो जाये तथा आंख क जांच का क यूटर भी नह ं<br />

है और न ह ने जांच का कोई उपकरण है। म सरकार से मांग करती हं क<br />

ामीण<br />

े के िच क सालय के िलए, पी.एच.सी. पर एक ने टै नीिशयन और सी.एच.सी. पर<br />

तीन ने टै नीिशयन लगाये जाय ता क ामीण े के कू ल म पढ़ने वाले छोटे-छोटे<br />

बा लक-बािलकाओं क सह समय पर ने क जांच हो सके और ने रोिगय का इलाज<br />

हो सके । आज के समय म ने क रोशनी कम होती जा रह है, खास तौर से<br />

ामीण<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ु<br />

(287)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

े म तो म आपसे यह भी मांग करती हं ू क ने िच क सालय लगाया जाये और म<br />

सरकार से यह भी मांग करती हं ू।<br />

आप बार-बार जो भी खड़ा होता है और बहत ु -बहत ध यवाद देता है। हमारे यहां<br />

मारवाड़ म एक कहावत है क पुराने जमाने म सभी घर का काम म हलाएं करती थीं।<br />

आज तो च<br />

कयां हो गई, पानी के नल लग गये घर के अ दर, पहले पानी लेने<br />

म हलाएं जाती थीं और घ ट पीसकर, आटा पीसकर घर वाल को खलाती थी तो ससुर<br />

ने सोचा क मेर बह बहत काम करती है। उसने एक सोने क चूड़ बनाकर बह को दे<br />

ू ु ू<br />

द । बह ने घ ट फे र हाथ से और सोने क चूड़ को देखती रह । सुबह तक<br />

ू<br />

50 कलो,<br />

100 कलो तक उसने आटा पीस िलया। ससुर ने सोचा, बहत ु अ छ बात हई। ु एक चूड़<br />

से 100 कलो आटा पीस दया, दसरे हाथ म भी एक चूड़ और पहना दं तो दसरे दन<br />

ू ू ू<br />

ससुर ने दसर ू चूड़ लाकर बह ू को पहना द । उसने या कया। कभी यह फे र देखी,<br />

बहत ु अ छ लग रह है। दसर बार यह हाथ घुमाया, फर देखा, बहत ु अ छ लग रह है<br />

तो वह घ ट तो घूमी ह नह ं, चूड़ देखती रह । कभी यह कभी वह, समय तो िनकल<br />

गया तो म आपसे यह मांग करती हं ू क हम बार-बार कहते ह क हमार सरकार बन<br />

गई है। कड़ जुड़ गई है तो इतनी क ़डयां जुड़ गई है तो यह सोच ल क...<br />

ी सभापित: बरा जये बरा जये। ी अजुन लाल जी।<br />

ीमती कमसा मेघवाल (भोपालगढ़): ...समय बहत ु कम रह गया है। लाओ, ले लो,<br />

काम करना है, जो करना है, वह कर लो, समय बहत ु कम है। डेढ़ साल िनकल गया,<br />

और डेढ़ साल बचा है, डेढ़ साल बाद तो हण लग जायेगा, िचंता लग जायेगी क हमार<br />

सरकार बनेगी क नह ं बनेगी। म आपसे मांग करती हं ू क राज थान क जनता के जो<br />

भी काम करने ह, वह ज द से ज द कर। ध यवाद।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम-अप करो। माननीय सद य, बरा जये।<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

आपने पहन रखी है, वह कहां है सोने वाली<br />

(सांगानेर): नवाब साहब, वह चूड़ कहां है वह चूड़ जो<br />

ी अजुन लाल ( बलाड़ा): माननीय सभाप ित महोदय, मांग सं या 26 पर मुझे<br />

आपने का मौका दया है, इसके िलए आपको बहत ु -बहत साधुवाद।<br />

ु गत सरकार म,<br />

वसु धरा राजे क सरकार म मेरे वधान सभा<br />

े बलाड़ा म म धर के सर रेफरल<br />

िच क सालय को जला अ पताल और 100 शै याओं का करने क घोषणा क थी और<br />

साथ म एक कं ड शन भी थी क य द दानदाताओं ारा इस िच क सालय म 100<br />

शै याओं का वाड बनवा दगे तो इसको जला अ पताल कर दया जायेगा ले कन इस<br />

सरकार के आते ह , 100 शै याओं का िनमाण करने के बाद भी पता नह ं, राज थान के<br />

मु य मं ी जो गांव, गर ब और कसान के हतैषी कहलाते ह, उ ह ने उस अ पताल को<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(288)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

मो नत करने क बजाय अपने वधान सभा<br />

े म पावटा सेटेलाइट को जला<br />

अ पताल कर दया, वहां पर ोमा सटर खोल दया जब क जोधपुर के अ दर ए स,<br />

एम.ड .एम., एम.जी.एस., उ मेद, इतने यादा अ पताल ह। उसके बावजूद भी गांव के<br />

बिन बत उ ह ने अपने वधान सभा े म जला अ पताल मो नत करवा दया...<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): आप ये सब<br />

इस िमज़ाज से बोल रहे ह क सूयकांता यास जी नह ं ह। वे यहां होती तो शायद...<br />

( यवधान)<br />

ी अजुन लाल ( बलाड़ा): हां तो म पहले ह आपसे िनवेदन कर लेता, आपसे<br />

अनुमित ले चुका इसके िलए, ोमा सटर क बात रह । यावर से लेकर जोधपुर के बीच<br />

म एन.एच. 112 चल रहा है और जैसे ह जोधपुर जले म वेश करते ह तो बड़े-बड़े हर<br />

पाँच कलोमीटर पर बोड लगे हए ु ह क यह सड़क नह ं, मौत का कु आ है। हर पाँच<br />

कलोमीटर पर यहां पर गत वष म पाँच मौत हो चुक ह, कृ पया गाड़ धीरे चलाय।<br />

अगले पाँच कलोमीटर म बढ़ते ह, 10 क मौत हो गई, गाड़ धीरे चलाय। कर ब गत वष<br />

म 180 मौत हई जनम ु<br />

95 मा रा ते म लोग ने दम तोड़ा है। म आपके मा यम से<br />

मं ी महोदय से िनवेदन क ं गा, 135-140 कलोमीटर क दर के बीच म कह ं पर भी<br />

ू<br />

ोमा सटर नह ं है। बलाड़ा के रेफरल अ पताल म ोमा इकाई था पत करने के आदेश<br />

करवाय।<br />

जब भी चुनाव होते ह, मु य मं ीजी पीपाड़ शहर म जाते ह और वे अपना दसरा ू<br />

घर पीपाड़ शहर को बताते ह, वोट लेकर भूल जाते ह। वहां से भी जो बराबर मं ीजी के<br />

पास म भी कम से कम दो बार ितिनिध म डल आया है, मु य मं ीजी से िमलकर<br />

गया है मा 108 ए बुलस के िलए, ले कन 15 मह ने हो गये, आज तक वहां ए बुलस<br />

उपल ध नह ं करवाई गई है। जब मं ी महोदय से मेर बात हई थी तो आपने कहा क<br />

ु<br />

वहां बैड आ युपसी कम है। मं ी महोदय म आपसे िनवेदन क ं गा, जब आठ वशेष<br />

के पद सृ जत ह और वहां पर दो डा टर काम कर रहे ह तो वहां बैड आ युपसी कै से<br />

बढ़ेगी आज भी दो ह तब भी वहां 70 ितशत बैड आ युपसी है। 100 शै याओं का<br />

अ पताल बना रखा है, दानदाताओं ारा बनाया गया है तो म आपसे एक बार पुन:<br />

िनवेदन क ं गा क इस पर पुन वचार कर और बलाड़ा म 100 शै याओं का अ पताल<br />

मो नत कराय।<br />

इसी तरह से पीपाड़ के अ दर भी पाँच रोग वशेष के पद सृ जत ह। वहां पर दो<br />

वशेष ह उपल ध ह अभी। इसके अलावा नगरपािलका े म हो योपैथी िच क सालय<br />

िनमाण के िलए मेरा िनवेदन है। हो योपैथी के िलए यूनानी िनदेशालय क तरह<br />

हो योपैथी िनदेशालय<br />

था पत करवाने क भी म मांग करता हं। ू जोधपुर के अ दर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(289)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आयुवद व व व ालय है। वहां पर हो योपैथी, यूनानी और आयुवद सारे एक छत के नीचे<br />

पा य<br />

म चलाने का व व व ालय कर रखा है तो म आपके मा यम से िनवेदन क ं गा<br />

क उसका नामकरण य द आयुष व व व ालय रखा जाये तो अ छा रहेगा।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम-अप करो।<br />

ी अजुन लाल ( बलाड़ा): एक सैक ड साहब, और अभी 537 उप वा य के<br />

खोलने क घोषणा क थी और शायद खोल भी दये। मने िल ट को देखा है। उस िल ट<br />

को देखकर म बहत ु हैरान हआ ु हं। ू बलाड़ा वधान सभा े म एक भी उप वा य<br />

के आपने नह ं खोला है। म आपसे पुन: एक बार इसम पुन वचार करने क मांग<br />

करता हं। ू जय ह द, ध यवाद।<br />

ी सभापित: ीमती च का ता मेघवाल।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या<br />

23 और 26 पर मुझे बोलने का मौका दया, इसके िलए बहत ु -बहत ध यवाद और मा<br />

10 िमनट म ह अपनी बात कहकर म खुद बैठ जाऊं गी।<br />

िमनट।<br />

ी सभापित: 10 िमनट नह ं माननीय सद या, पाँच िमनट, पाँच िमनट, पाँच<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): ठ क है। म जस वधान सभा<br />

े से<br />

आती हं ू, वह बलकु ल खनन े है और दरू -दर ू तक भी वहां पर कह ं एक वृ भी<br />

काफ दर ू तक हम नजर नह ं आता और....<br />

Jkj/<strong>akt</strong>/26.3.2010/00.40/6c<br />

और ऐसे<br />

े म मेरा आपके मा यम से मं ी महोदय जी से िनवेदन है क वैसे यह<br />

एन.एच.12 पड़ता है, नेशनल हाइवे है और यहां पर एक भी ोमा हा पीटल नह ं है तो<br />

मेरा िनवेदन है क यहां पर ोमा हा पीटल चालू कया जाय। हमने दो वष पूव<br />

जनसहयोग से सवा करोड़ पये एक त कये और एक नई ब डंग रामगंज म ड म<br />

हा पीटल के िलए बनकर तैयार हो चुक है ले कन उसम मा पचास बेड स शन है तो<br />

मेरा िनवेदन है क वहां पर सौ बेड स शन करवाये जाये ता क यह जो पुराना हा पीटल<br />

है वहां िश ट हो सके । दसर ू बात जो हमारा आपरेशन िथयेटर है उसम लड बक का भी<br />

वैसे म तैयार है ले कन जो हमारा<br />

जर है, और भी जो वहां के उपकरण ह, सारे वष<br />

से योग म नह ं िलये जा रहे थे और इसक वजह से उनम जंग लग चुक है, कृ पया<br />

हमारे लड बक का जो लड रे टोरेज यूिनट है उसे शु कया जाय और मोड़क म जो<br />

हमारा सीएचसी है उसम टाफ क बहत ु ह अ यं त आव यकता है, मा एक डा टर वहां<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(290)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

पर अभी वतमान म है और लड बक के िलए म भी तैयार है, कृ पया यहां पर भी लड<br />

रे टोरेज यूिनट शु क जाय। चेचट म सीएचसी<br />

मो नत हो चुका है ले कन कसी<br />

ववाद के कारण लगातार चार साल से म जब एमएलए नह ं बनी, उससे पहले से सुनती<br />

आ रह हं ू, अभी तक भी वहां पर ब डंग तैयार नह ं है, पैसा भी शायद पडा हआ ु है<br />

ले कन कसी कारणवश वह ब<br />

डंग नह ं बन पा रह तो मं ी महोदय से आपके मा यम<br />

से िनवेदन करना चाहंगी क ज द<br />

ू से कु छ रा ता िनकाला जाय और यहां पर ब डंग<br />

का काय शु हो। दसर ू बात साथलखेड़ म भी पैसा वीकृ त है ले कन अभी तक काम<br />

शु नह ं हआ तो मेरा िनवेदन है क ज द<br />

ु से यहां पर भी ब डंग बने य क खनन<br />

े है, सारे एससी. एसट . के लोग रहते ह और उ ह स त आव यकता है क यहां पर<br />

स ता इलाज उनको िमले, न क कह ं कोटा म जाकर या झालावाड़ म जाकर उनको<br />

इलाज करवाना पड़े। एक और बात म रखूंगी क रोगी सलाहकार क िनयु कु छ समय<br />

पूव क गई थी और म मानती हं ू क डा टर भले ह अपनी ज मेदार न समझे या कोई<br />

एएनएम भले ह अपनी ज मेदार न समझे और वह यह सोच कर चला जाये क मेरा<br />

ेन का टाइम हो गया है,<br />

य न म अपने घर पहंचू ले कन जो रोगी सलाहकार है<br />

ु<br />

शायद मेरा मानना है क रा य सरकार भी इनसे संतु ट होगी, इनके काम से संतु ट<br />

होगी, ऐसे काय करने वाले य<br />

य को हम न हटा कर उ ह परमानट कर, ऐसी मेर<br />

मांग है। दसर बात कहना चाहंगी क जो सव पूव ज टलताओं क जांच के िलए<br />

ू<br />

ू<br />

सोनो ाफ मशीन क जो उपादेयता है, जो आव यकता है, ले कन जहां तक है मेरा<br />

मानना है क जले म कु छ ह िच क सालय म शायद सोनो ाफ होती होगी वह भी<br />

िनशु क, तो ऐसी भी हम यव था कर ता क ामीण े क जो म हलाएं ह, गर ब<br />

म हलाएं ह उनको कु छ आिथक प से संबल िमले उनको। दसर ू बात मेरा िनवेदन है क<br />

िनजी एवं सरकार योगशालाओं म जो जांच रपोट देने के िलए पेथोलो ज ट िच क सक<br />

ह अिधकृ त होते ह, जहां तक मेर जानकार म है, फर भी शायद ऐसा नह ं हो रहा और<br />

जब क िनजी लेबोरे ार भ करने से पूव लेब संचालक का पंजीकरण करना भी होता है<br />

ले कन आज हम देख रहे ह जतनी भी िनजी लेबोरे है या जो पेथोलो ज ट िच क सक<br />

के ारा शायद ऐसा कु छ कोई अिधकृ त नह ं है, तो मेरा िनवेदन है क इन किमय को<br />

भी हम दर ू कर। अभी बहन नवद पजी बोल रह थीं क चालीस कलोमीटर दर ू तक 108<br />

जो ए बुलस है वह पहचं ु ती है। ले कन मने अनेक बार अपने े क सम या के िलए,<br />

ामीण<br />

े के िलए 108 ए बुलस के िलए फोन कया, वह मा तीस कलोमीटर तक<br />

भी जाने के िलए मना कर देते ह तो इस तरह का भेदभाव नह ं कया जाय और मेरा<br />

िनवेदन है क 108 ए बुलस चालीस कलोमीटर तक जाती है तो हर गांव म पहंचनी ु<br />

चा हए चाहे रोड टटा ू हआ ु है तो है, ले कन उनका जो कत य है, 108 का जो काय है वह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

ू<br />

ु<br />

(291)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

पूरा होना चा हए। दसर बात बीपीएल काउं टर चालू है ले कन फर भी दवाइयां नह ं िमल<br />

ू<br />

पाती। हमारा कोटा का मे डकल कालेज है और वहां पर अनेक बार मने देखा, मने<br />

कतनी ह बार हा पीटल म फोन कया लोग के िलए क इनको बीपीएल काउं टर से<br />

दवाइयां य न उपल ध हो रह , ले कन उ ह अपनी या वहां के वभाग क गलती समझ<br />

या कु छ भी मान, अगर हम लोग फोन करते ह तो तुरंत उ ह बीपीएल काउं टर से<br />

दवाइयां िमल जाती है, तो इन किमय को भी हम दर ू कर। दसर ू बात हमारा एमबीएस<br />

हा पीटल कोटा का बनकर तैयार है, ब<br />

डंग बनी हई ु है, क पलीट है और उसे, मेरा<br />

करब मं ीजी से िनवेदन है क हो सकता है कसी तरह का कोई दबाव आपके ऊपर<br />

हो...<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम-अप कर। सं त करो माननीय सद य।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): ले कन मेरा िनवेदन है क 70 लाख<br />

पोपुलेशन आज क तार ख म उस<br />

े के आसपास िनवास करती है और वहां से न कोई<br />

वाहन के आवागमन क न कोई कोटा म हमारे शहर म आने के िलए यव था है, तो<br />

मेरा िनवेदन है क इस हा पीटल को, एमबीएस हा पीटल को जो हमारा मे डकल कालेज<br />

है उसम िश ट कया जाय ता क वहां के लोग को कु छ सहायता िमले। एक बात और<br />

िनवेदन करना चाहंगी ू क सफाई पर चचा हो रह है, मेरा िनवेदन है क मे डकल कालेज<br />

हमारा, उस मे डकल कालेज...<br />

ी सभापित: ी रामलालजी गुजर। माननीय सद य, बराजो। बराजो, बराजो।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): मा एक िमनट। उस मे डकल कालेज<br />

का जो कचरा है, माननीय सभापित महोदय, म<br />

बात, मेर सम या,<br />

ी सभापित:<br />

े क सम या रख रह हं म। ू<br />

यादा बोलती नह ं हं ू, मा मने मेर<br />

बराजो अब, हो गया। सफाई क बात हो गई, समझ म आ गया<br />

मं ीजी के । बराजो। माननीय सद य, बराज।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): उस हा पीटल का जो कचरा है पूरा<br />

खुले म पडा हआ ु रहता है, पूरे सी रंज, इंजे शन, जो बोतल टट हई सार रोड पर पड़<br />

हई ु िमलती है, अनेक बार लोग ने इसके िलए आंदोलन कया, तो इन पर भी हम यान<br />

द। दसर बात ू , म और रोजगार क बात हो रह है, उसके िलए एक िनवेदन करना<br />

चाहंगी क पूरा खनन<br />

उस योजना म भी देख हम तो चालीस<br />

े आज क तार ख म, नरेगा हमार योजना चल रह है, अगर<br />

पये मा एक मजदर ू को िमल रहे ह, अगर<br />

चालीस पये मजदर ू को िमलते ह तो आप दे खये, वह चौदह पये का एक कलो आटा<br />

लेकर आयेगा, दस पये क श कर लेकर आयेगा, दस पये का दध ू लायेगा, वह कै से<br />

अपने ब च को पढ़ायेगा।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(292)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अब सम-अप करो। माननीय सद य, अं कत नह ं<br />

होगा। यह नरेगा कहां लेकर आ रहे हो बीच म। अं कत नह ं होगा माननीय सद य,<br />

बराजो आप। बराजो। बराजो। बराजो आप।<br />

ीमती च का ता मेघवाल (रामगंजम ड ): 000<br />

ी सभापित: नह ं आप बराजो। बराजो । ी रामलालजी।<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): माननीय सभापित महोदयजी, आपने जो मांग सं या<br />

26 पर बोलने का अवसर दया, ध यवाद। सबसे पहले तो म य रा को मेर ओर से<br />

सभी सदन म बराजमान को राम-राम। व थ शर र म व थ म<br />

त क का िनवास<br />

होता है । ( यवधान) दोन मान ली जयेगा, दोन राम-राम, राम का नाम तो अ छा ह<br />

है। अभी जो यह नये अपने टोटल, आयुवद के जो टोटल ह 3665 ह, 15 नये खोलने का<br />

कया, 6 को मो नत कया, यूनानी हा पीटल 105 ह, 10 नये और 2 मो नत कये।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, अपने<br />

पढ़ िलया, आप अपने<br />

े क बात करो।<br />

े क बात करो, यह तो बहत ु से सद य ने<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): नह ं-नह ं, इसम आथं टक कह रहा हं। ू<br />

ी सभापित: फर समय पूरा होगा।<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): नह ं, म मेरा अज ट सुलटा दंगा ू , सर। हो योपैथी के<br />

179 ह, पाँच नये कये, दो कये ले कन ाकृ ितक िच क सा जो है इसके 6 ह, न ह तो<br />

कोई मो नत कये, और न ह कोई नये खोले। तो मेर यह मांग है क ाकृ ितक<br />

िच क सा के और हा पीटल खोले जाय। ाकृ ितक िच क सा के खोले जाय। अब<br />

आसींद वधान सभा े के अंदर जो सामुदाियक वा य के , आसींद है उसम एक<br />

गायिनक का पद र त है, म माननीय मं ी महोदयजी से चाहंगा क यह गायिनक का<br />

ू<br />

पद, चूं क पचास-पचास कलोमीटर क दर ू तक ल बा गेप, इधर भीलवाड़ा और इधर<br />

यावर तक, तो यह गायिनक का पद खाली है यह भरा जाये। एक एमओ का प रवार<br />

क याण का पद र त है आसींद का, यह भरा जाये। रघुनाथपुरा म एक पो ट<br />

क पाउ डर खाली जगह पड़ है यह भरा जाये। और गुलाबपुरा, जो फोर लेन पर है, अब<br />

गुलाबपुरा म एक जेएस का मे डिसन का पद खाली है, एक जेएस सजर का पद खाली<br />

है, एक जेएस बाल रोग वशेष का खाली है, एक जेएस आँख, कान, नाक, गला खाली<br />

है, एक एमओ का एने थेिसया का खाली है, एक एमओ आथ पे ड स का खाली है और<br />

एक सीिनयर मे डकल<br />

पेशिल ट का खाली है। अब सात पद खाली है, तो मेरा यह<br />

000<br />

अ य पीठ के आदेशानुसार अं कत नह ं कया गया।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(293)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

िनवेदन है क सात पद यह भरे जाय ता क हा पीटल फोर लेन पर है और अ छा चल<br />

सके ।<br />

Lpm/<strong>akt</strong>/0050/6d/25032010<br />

इसके िसवाय यहां पर 50 शै याएं ह 100 शै याओं क जो मांग कर रखी ह, 100<br />

श याएं यहां पर उपल ध कराई जाए। इसके िसवाय फोर लेन है शहर टेशन पर वहां<br />

पर ोमा हॉ<br />

पटल क डमा ड कर रखी है। लगभग-लगभग पहले तय भी था ले कन<br />

वह नह ं खोले तो फोर लेन पर यह ोमा हॉ<br />

पटल खोले ता क ऐ सीडट के स वगैरहा<br />

कोई हो तो वहां पर अज ट म सेवा उपल ध हो सके । एक सबसे मोट कमी है थोड़<br />

कड़वी ज र लगेगी, सबको लगेगी इसम सबसे मोट बात यह है क डॉ टर, कं पाउंडर,<br />

एएनम इनका ठहराव अमूमन होता नह ं है। ठ क है, कु छ टाइम तक तो क जाते ह<br />

बाक चलते रहते ह। पीयोन वगैरहा के भरोसे या वहां कोई कं पाउंडर वगैरहा, नस वगैरहा<br />

के भरोसे, कहने का मतलब है तो ठहराव िन<br />

त होना बहत ु ज र है सबसे मैन आधा<br />

काम तो ठहराव हो जाएगा तो अपने आप ह इलाज हो जाएगा। गायिनक का एक पद है<br />

हर तहसील पर होना चा हए। हमारे िशशु रोग वशेष क कमी है। 55 कलोमीटर दर ू<br />

तक नह ं है इसिलए िशशु रोग वशेष और आथ पे डक का पद आसी द सामुदाियक<br />

वा य के म खोलने क नई वीकृ ित द जाए। ए बुलस 108 क सु वधा आसी द<br />

म उपल ध नह ं है। मं ी जी ने गुलाबपुरा म दया है इसके िलए बधाई के पा ह।<br />

आसी द म जो ए बुलस है वह बहत ु खराब पड़ है, हॉ<br />

पटल का जो 95-96 का मॉडल<br />

है और वह ं पड़ है वह बलकु ल खराब है, कोई काम नह ं आती है। यह एक मोट<br />

सम या है तो एक ए बुलस उसको िनकालकर नीलाम करके उसक जगह नई क जाए<br />

और एक ए बुलस 108 क सु वधा और उपल घ करावे और आसी द म लड बक नह ं<br />

है। लड बक के िलए फाइल आपके जयपुर म आई हई ु ह ता क यह लड बक हो जाए<br />

तो यह एक सु वधा िमल जाए। इसके िसवाय ट के वगैरहा यहां पूरे लग नह ं पाते ह और<br />

ने इकाइय का सु ढ़ करण करके वशेष कर दांत के हॉ पटल तो यादा हो रहे ह,<br />

दांत के डॉ टर भी यादा तैयार हो रहे ह ले कन आंख भी बहत ु मह वपूण ह। आंख के<br />

डॉ टर भी बढ़ाये जाए यह मेरा पसनल सुझाव है। य क आंख के िलए भटकना पड़ता<br />

है। अभी रा य अंधता िनवारण के जो काय<br />

म होते ह मोितया बंद का जैसा क सामने<br />

मौजूद ह 499 इस बार ने िश वर हए ु जब क पछली बार 1579 हए ु थे..<br />

(समय समाि सूचक घंट )<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(294)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसके िसवाय 44.28 लाख, एक िमनट म पूर कर रहा हं। ू एस.एम.एस. हॉ<br />

पटल<br />

य क एस.एम.एस. हॉ पटल राजधानी का हॉ पटल है यहां सबको आना पड़ता है।<br />

यहां कु छ छोट मोट सम याओं से म अवगत कराना चाहता हं। ू एक तो जो ऊपर साइड<br />

का जो भी हॉल है इनम ए जा ट फै न नह ं है। अंदर कोई मर ज चला जाए या मर ज के<br />

साथ जो अटै डट चला जाए तो उसको पसीना होकर बड़ सम या आती है इसम अमूमन<br />

जनरल है य क यह तो सबके काम आता है..<br />

ी सभापित: माननीय सद य सम-अप करे।<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): इसके िसवाय एक वहां पेयजल और टायलेट क<br />

यव था नह ं है। वहां जब म गया तो बार-बार यह डमा ड आती है क पेयजल और...<br />

ी सभापित: माननीय सद य समा त करे। जयपुर क<br />

ह। कहां आप जयपुर म आ रहे हो आपने आसी द वाली बात कर ली।<br />

थित मं ीजी खुद देख रहे<br />

ी रामलाल गुजर (आसींद): म फायदे क बात कर रहा हं। ू माननीय सभापित<br />

महोदय द पक तले अँधेरा रहता है यह तो कु दरत का िनयम है ऊपर वाले ने बना दया।<br />

आपने मुझे समय दया उसके िलए ध यवाद।<br />

ी सभापित: आप वराजे। ी कानिसंह कोटड ।<br />

ी कानिसंह कोटड़ (िसवाना): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 28 िच क सा<br />

एवं वा य सेवाओं के संदभ म म मेरे वधान सभा े िसवाना के संबंध म िनवेदन<br />

करना चाहता हं। ू मेरे े म तीन सामुदाियक वा य के , दस ाथिमक वा य<br />

के संचािलत ह। व थ नाग रक रा व समाज क मानवीय संप है। य के<br />

अ व थ होने पर उसके काय<br />

सम वकास पर भाव पड़ता है। जन हत क<br />

सु वधाएं उपल ध कराती ह। इस<br />

सभा<br />

मता म ास होता है। जसका संबंध रा और समाज के<br />

से सरकार नाग रक को िच क सा<br />

म म म िनवेदन करना चाहता हं ू क मेरे वधान<br />

े िसवाना के अंदर24 पद डॉ टर के वीकृ त ह, 6 पद र त ह। म िनवेदन<br />

करना चाहता हं ू क वहां किन ठ वशेष और सजन के र त ह िसवाना और जैसी 35<br />

हजार व 30 हजार आबाद वाली पंचायत सिमित के े के अंदर इस कार के पद<br />

र त होने से गंभीर बीमार म और दघटना ु के अंदर उनको जोधपुर म इलाज के िलए<br />

जाना पड़ता है। मेरे िसवाना वधान सभा<br />

े के अंदर िसवाना समदड़ और िसंदड़ के<br />

अंदर म हला िच क सक नह ं है। म माननीय िच क सा मं ी जी यह िनवेदन करना<br />

चाहता हं ू क मेरे वधान सभा े के अंदर इन तीन सामुदाियक वा य के के<br />

अंदर म हला िच क सक क आप िनयु करे ता क हमार म हलाओं को यह सूित के<br />

समय सु वधा उपल ध हो सके । म दसरा ू आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू क मेरे वधान<br />

सभा े िसवाना के अंदर जैसा क मु यमं ी जी ने पैरा न बर-45 के अंदर 108<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


े<br />

े<br />

(295)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ए बुलस क यव था क है। मेरे वधान सभा<br />

े के अंदर टेट हाईवे 38 िनकलता है<br />

जो िसरोह से बालोतरा जाता है जसके अंदर जालौर और मेरे िसवाना वधान सभा<br />

का 60 कलोमीटर का<br />

य तता के कारण हर समय दघटना ु<br />

े आता है और आवागमन और रोडवेज और िनजी वाहन<br />

बनी रहती है और दघटना ु के समय डॉ टर नह ं<br />

होने के कारण और हमारे यहां 108 ए बुलस नह ं होने के कारण जो घायल य ह<br />

उसको त काल िच क सा उपल ध कराने के िलए 108 ए बुलस क यव था कराने क<br />

म माननीय िच क सा मं ी जी से िनवेदन करता हं। ू तीसरा, म आपसे यह िनवेदन करना<br />

चाहता हं ू क मेरे वधान सभा<br />

े िसवाना जहां पर 35 हजार आबाद है इनडोर को<br />

देखते हए ु बैड बढ़ाने क म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू और मेरे वधान सभा<br />

ढाई लाख क आबाद है और ढाई लाख क आबाद होने के कारण मेरे वधान सभा<br />

े म<br />

के अंदर सोनो ाफ क सु वधा नह ं है। आप पंचायत सिमित मु यावास िसवाना और<br />

िसमदड के अंदर सोनो ाफ सु वधा उपल ध कराने का म िनवेदन करना चाहता हं। ू मेरे<br />

वधान सभा े के अंदर पाद ाथिमक वा य के है जहां पर 15 हजार क<br />

आबाद है और उसके पास पंचायत क जो आबाद है वह कर ब 25 हजार के कर ब ह<br />

म आपसे यह िनवेदन करना चाहता हं ू क इस कार क आबाद को देखते हए ु पाद<br />

पी.एच.सी. को सी.एच.सी. म<br />

सभा<br />

मो नत करने का िनवेदन करना चाहता हं। ू मेरे वधान<br />

े के अंदर कु छ इस कार क पंचायत ह जहां पर सब सटर ह, जो बरसात के<br />

समय न दय से िघरे रहते ह वहां पर िच क सा सु वधा उस समय उपल ध नह ं रहती<br />

है। म आपसे िनवेदन करना चाहता हं ू क करमावास और कोटड पंचायत का हमा का<br />

बाड़ा गांव जहां पर उप वा य के को आप पी.एच.सी. म मो नत करने का क ट<br />

करे। आपने मुझे समय दया इसके िलए म आपको ध यवाद<br />

थान हण करता हं। ू<br />

ी सभापित: ी जगसीराम कोली।<br />

ा पत करते हए ु अपना<br />

ी जगसीराम (रेवदर): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 और मांग सं या<br />

23 िच क सा एवं लोक वा य सफाई पर चचा हो रह है। सभापित महोदय, सबसे<br />

पहले तो म सदन को बताना चाहंगा ू क जो अभी िसरोह जले से हमारे पड़ोसी माननीय<br />

सद य ने जो आबूरोड क जानकार जो द वह बलकु ल गलत बताई क 22 और 23<br />

तार ख को जो द षत ू पेयजल से जो पूरे आबूरोड े म और आसपास के े म वहां<br />

पर डाय रया जैसी बीमार फै ली और वहां पर 23 तार ख को चार लोग क मृ यु जो हई ु<br />

है...<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): माननीय सभापित महोदय, म आपको<br />

िनवेदन करना चाहता हं ू क डाय रया से वह हआ ु ब क दू षत जल से नह ं हआ। ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(296)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी जगसीराम (रेवदर): म वयं खुद वहां पर गया और वहां पर जानकार िमली क<br />

बनास नद के कनारे पर जो पानी का ओपन वैल जो है वहां पर पूरे आबूरोड शहर का<br />

जो कू ड़ा कचरा वहां पर आसपास म डाला जा रहा है और ऐसी भी जानकार िमली क<br />

वहां पर ऐसे कु ओं के अंदर से जानवर भी अंदर रहे ह वहां पर न कोई ऐसी दवाई डाली<br />

गई है इसिलए मेरा तो सभापित महोदय मं ी महोदय से यह िनवेदन करना चाहता हं ू<br />

क जो चार लोग क जान जो गई है उनके िलए सरकार क ओर से उन प रवार के<br />

िलए कोई सहायता द जाए और अभी भी आबूरोड और आसपास के जो गांव और ाइवेट<br />

जो हॉ<br />

पटल है वहां पर भी कम से कम 200 के आसपास मर ज वहां पर एडिमट ह<br />

िच क सा मं ी जी को अ छ तरह मने िनवेदन कया उसी समय.....<br />

Bhs/<strong>akt</strong>/25.3.10/1.00/6e<br />

आपने वहां पर यव था करवायी इस बात का तो म ध यवाद देना चाहंगा ले कन ू<br />

आज भी अभी भी वहां पर आप अ छ तरह से जानकार ले सकते ह वहां पर लोग<br />

बीमार ह। इस बात के आगे म मेर दसर ू बात को समय के अभाव को देखते हए कहना ु<br />

चाहता हं ू सार नगरपािलकाओं क थित बलकु ल खराब है और वहां पर कोई कसी<br />

कार क अ छ यव था नह ं है। म मेर बात को आगे बढ़ाते हए िसरोह जला<br />

ु<br />

िच क सालय का जो लड बक है वो बंद होने क कगार पर है। यहां पर पैथोलो ज ट<br />

नह ं होने के कारण इसके र ज ेशन का नवीनीकरण भी नह ं हो पाया। इस बारे म<br />

रा य सरकार को कई बार िलखा गया है ले कन यहां पर पेथोलो ज ट क िनयु नह ं<br />

क गयी है इसिलए इसका पंजीयन नवीनीकृ त नह ं हो पाया । िसरोह राजमाग सं या<br />

14 पर है यहां दघटनाओं ु म घायल को खून क आव यकता पड़ती रहती है आये दन<br />

होने वाली दघनाओं म घायल को इमरजसी म भी पाली जाना पड़ता है। इस मु े पर<br />

ु<br />

सरकार के गंभीर नह ं होने से इसे बंद के आदेश आ गये ह। जला िसरोह मु यालय<br />

स हत राजक य िच क सालय म िच क सक के अिधकांश पद र त ह तथा सरकार<br />

इसके बावजूद जले के बाहर डॉ टर का<br />

थानांतरण कर ह है। वैसे िसरोह जला<br />

पछड़ा े होने के कारण जैसे िश ा वभाग म जले से बाहर थानांतरण पर ितबंध<br />

है सभापित महोदय, म आपके मा यम से मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा क उसी ू<br />

कार अ य वभाग म भी वशेषत: िच क सा वभाग म थानांतरण पर ितबंध लगाया<br />

जाए ता क वहां भी पूरे जले म िच क सक के र त पद काफ ह तो इनको जले से<br />

बाहर न भेज। मेरे वधान सभा<br />

े रेवदर म ाइवेट डॉ टर ह वो बना ड ी के ह और<br />

वहां पर गलत इलाज करने से काफ लोग बीमार हो जाते ह और उनक मृ यु भी हो<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(297)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जाती है। मेरा वधान सभा<br />

े िसरोह रेवदर जो राजमाग 14 पर आया हआ है वहां पर<br />

ु<br />

ोमा सटर पूरे िसरोह जले म नह ं है तो म सभापित महोदय, आपके मा यम से मं ी<br />

जी से मांग करना चाहंगा ू क रेवदर म या िसरोह जला मु यालय पर ोमा सटर<br />

खोलने क घोषणा करवाय और रेवदर ोपर उपखंड कायालय है वहां पर िसट के न क<br />

भी सु वधा नह ं है तो म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा क ू िसट के न<br />

क यव था कराव। इसके साथ-साथ म माननीय मु यमं ी जी ने यह घोषणा प म<br />

108 एंबुलस क जो घोषणा क है तो म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन करना चाहंगा ू<br />

क मेरे वधान सभा<br />

इसके साथ-साथ म ाथिमक वा य के ...।<br />

े रेवदर उपखंड कायालय म 108 एंबुलेस क घोषणा कराव।<br />

ी सभापित: ी बंशीधर खंडेला। माननीय सद य, सं<br />

त कर।<br />

ी जगसीराम (रेवदर): रेवदर मु यालय से..। दो-एक छोट बात और ह।<br />

ाथिमक वा य के जैसे वाट आया हआ ु है वहां पर भामाशाह ारा ब डंग बनायी<br />

हई है वहां पर टा<br />

ु फ क िनयु हो जाए ता क गांव के लोग को िच क सा क सु वधा<br />

िमल सके । इससे आबू रोड ामीण े म जो ाइबल ए रया है वहां पर ाथिमक<br />

वा य के खोलने क म मांग करता हं ू जैसे बासा और मीन म और रे वदर े म<br />

बुरार खेड़ा, दादरला बाड़का, रानाड , देवका इनम ाथिमक वा य के खोलने क म<br />

मांग करता हं। ू<br />

ी सभापित: ी बंशीधर खंडेला।<br />

ी बंशीधर ख डेला (ख डेला): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या 26 और<br />

23 पर आपने बोलने का मौका दया उसके िलए ध यवाद। मारवाड़ म कहावत है क<br />

‘िनरोगी काया, सुखी इंसान’ मेरे खंडेला वधान सभा े म दो सामुदाियक के ह<br />

सीएचसी। खंडेला के अ दर सीएचसी म तीन पो ट ह एक जे.एस. मे डिसन क खाली है,<br />

एक जे.एस. सजन क खाली है उन दोन के अग ट म साधारण एमबीबीएस डॉ टर लगा<br />

रखे ह उससे कोई फायदा नह ं है। एक जेएस गायिनक है वो लेड ज नह ं है ज स है<br />

उसके कारण भी म हलाएं सूितकरण के िलए बहत कम आती है इसिलए आपसे मेरा<br />

ु<br />

िनवेदन है क ये दोन -तीन पो ट भर जाएं जससे क वहां हो<br />

प से हो सके । हो<br />

पटल का काम सुचा<br />

पटल खंडेला के अ दर जो सीएचसी है लेब के नाम क कोई चीज<br />

नह ं है। सार लैब बेकार पड़ है। एक ए स-रे मशीन है वो बहत पुरानी हो चुक है<br />

ु<br />

इसिलए म िनवेदन करना चाहंगा आपके मा य<br />

ू म से मं ी महोदय से क 300 एमई क<br />

मशीन आती है नयी वो वहां लगायी जाए जससे क आने वाले समय म लोग को<br />

सु वधा हो सके । एक वहां पर लड बक क बहत ज रत है और डेजट ए रया है मेरा<br />

ु<br />

उसम लड बक आस-पास है नह ं कोई ज रत पड़ जाए तो लड बक के िलए भी वहां<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(298)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ज रत है। माननीय सभापित महोदय, मं ी महोदय से म यह भी चाहंगा क वहां<br />

ू<br />

सोनो ाफ क कोई सु वधा नह ं है तो लैब के हसाब से वहां एक सोनो ाफ भी लगायी<br />

जाए। दसर ू सीएचसी है मेर र ंगस म। र ंगस नेशनल हाइवे -11 पर थत है। सेम हालत<br />

उसक भी है। वहां एक गायिनक क खाली है और दसर ू मे डिसन क भी खाली है। वहां<br />

टाफ पूरा लगाया जाए माननीय मं ी महोदय और नेशनल हाई वे नंबर-11 पर होने के<br />

कारण वहां हर टाइम दघटना होती रहती है तो आपसे मेरा िनवेदन है क र ंगस के<br />

ु<br />

अ दर ोमा यूिनट खोली जाए जससे हर ए सीडट होने वाले को सु वधा िमल सके और<br />

लेबोरे म भी उसक यह हालत है इसके अंदर भी वहां न तो कोई लड बक है और न<br />

ह कोई ए स-रे मशीन है वो भी खराब है 300 एमई क मशीन वहां भी लगायी जाए।<br />

एक सोनो ाफ भी लगायी जाए। माननीय सभापित महोदय, म आपसे िनवेदन क ं गा<br />

खंडेला वधान सभा<br />

े म जो पीएचसी है वो नाम क है वहां न तो कोई टाफ है,<br />

कसी म डॉ टर है तो कं पाउंडर नह ं है और कं पाउंडर है तो डॉ टर नह ं है तो मेरा<br />

आपके मा यम से मं ी महोदय से िनवेदन है क वहां पूरा टाफ लगाया जाए और मेरे<br />

वधान सभा े म नयी पीएचसी खोली जाए। माननीय मं ी महोदय, दो ऐसी ब डंग<br />

ह मेरे वधान सभा े म एक गुरादा गांव ह वहां भामाशाह ने ब डंग बना कर तैयार<br />

कर रखी है, य द आप वहां पीएचसी खोल द तो वहां आस-पास के डूंगर के इलाक के<br />

लोग को फायदा िमलोगा। एक गढ़भोपजी म ब<br />

डंग बनी हई तैयार है ु दानदाता के ारा<br />

और वो ब डंग तो आपके कालाडेरा म जो ब डंग है उसक बलकु ल नकल से बनी<br />

हई है तो मेरा आपसे िनवेदन है क इन दोन जगह जो ब<br />

को के वल टाफ ह भेजना है ब<br />

डंग ह तो वहां तो सरकार<br />

डंग का कोई पैसा नह ं लगाना है तो ाथिमकता से<br />

यहां पीएचसी खोली जाए। ाथिमक वा य के खोला जाए जससे क आस-पास के<br />

लोग को सहायता िमलेगी। इसके अलावा एक प णहारा, गो व दपुरा, त पपला,<br />

दा दयारामपुरा इन चार म ाथिमक वा य के ज र खोला जाए जससे लोग को<br />

दरदराज नह ं जाना पड़े।<br />

ू<br />

माननीय सभापित महोदय, दवाइयां डॉ टर िलखते ह वो बहत ु<br />

महंगी दवाइयां जनम कमीशन यादा िमलता है वो िलखते ह जैन रक दवाइयां कोई नह ं<br />

िलखता इसिलए म माननीय मं ी महोदय से िनवेदन क ं गा क डॉ टर को ताईद कर<br />

क वो जैन रक दवाइयां भी िलख जससे गर ब आदमी आराम से अपना इलाज करा<br />

सके । माननीय सभापित महोदय, म आपसे िनवेदन क ं गा क खंडेला दरदराज म पहाड़<br />

ू<br />

ए रया म बसता है वहां 108 एंबुलस नह ं है तो एक 108 एंबुलस भी द जाए। माननीय<br />

सभापित महोदय, एक चीज और बताना चाहंगा क ू<br />

24 तार ख के अख़बार म छपा था<br />

क ाम सीकर के पास म वदोड़ छोट के अ दर उप वा य के है वहां पर आम<br />

सभा म एएनएम ने सरपंच से हाथापाई, गाली-गलौच क , य क ,..।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(299)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आप।<br />

ी सभापित: माननीय सद य, सम अप कर। ी आदराम जी मेघवाल। वराज।<br />

ी बंशीधर ख डेला (ख डेला): एक िमनट आप द। एक िमनट म बोल रहा हं। ू<br />

ी सभापित: अब यह आम सभा म और यह नस का क सा। वराज। वराज<br />

ी बंशीधर ख डेला (ख डेला): एक िमनट। पाइंट तो पूरा कर लेने द। सभापित<br />

महोदय, पाइंट पूरा करने दो। आधा िमनट के िलए बोल रहा हं इतनी देर ू म बोल देता।<br />

ी सभापित: तो पाइंट बताओ न कहां बीच म ये ाम सभा क और इनक ।<br />

ी आदराम मेघवाल (पीलीबंगा): माननीय सभापित महोदय, मेरे को बोलने का<br />

मौका दया, आपको ध यवाद।<br />

ी सभापित: आदराम जी, एक िमनट। आप सम अप कर।<br />

ी बंशीधर ख डेला (ख डेला): आधा िमनट म कर रहा हं ू सभापित महोदय,<br />

सीकर के अ दर वदोड़ छोट उप वा य के है उसका 24 तार ख को अख़बार म पढ़ा<br />

मने, उसक क टंग भी मेरे पास है क वहां पर एएनएम आती नह ं है लोकल एएनएम है<br />

वहां क उसके कारण उसको सेलेर स ट फके ट सरपंच से लेना पड़ता है, आम सभा म<br />

उसने लड़ाई क और उ ह ने उसके खलाफ िन दा<br />

ताव िलया पंचायत ने आप लोग<br />

के पास सबके भेजा है इसिलए मेरा िनवेदन है क ऐसे कमचा रय को वहां से हटाया<br />

जाए जससे आम जनता सुख से रह सके । ध यवाद।<br />

कै लाश/अ ण<br />

25.03.2001 1.10 (1) 6f<br />

ी सभापित: ी आदराम जी मेघवाल।<br />

ी आदराम मेघवाल (पीलीबंगा): सभापित महोदय, मेरे पीलीबंगा रावतसर म 50<br />

बैड का ोमा अ पताल बजट म दया है उसके िलये म वा य मं ी जी और मु य<br />

मं ी जी को ध यवाद देता हं। ू सरदारशहर से हनुमानगढ हाई वे पर रोजाना दो तीन<br />

घटना हो जाती है इसिलए यह जो ोमा अ पताल दे दया इसके िलये वा य मं ी जी<br />

और मु य मं ी जी ध यवाद के पा ह। पीलीबंगा रावतसर से 40-45 कलो मीटर पडता<br />

है और हनुमानगढ से 30-35 कलो मीटर पडता है वहां के िलये मने पहले भी वा य<br />

मं ी जी को िलख कर दया था क वहां 6 के पर एक ह डा टर और एक ह<br />

डा टरनी है। बड़ा शहर है और रेलवे का आवागमन भी है, कोयला ढोती है और बीकानेर<br />

आना जाना है दसरा ू<br />

बीकानेर हनुमानगढ हाई वे है उसम कोई न कोई ए सीडट भी हो<br />

जाता है। इसिलए मेर वा य मं ी महोदय से मांग है क वहां 6-7 डा टर होने चा हये<br />

जब क वहां दो ह है। वहां गर ब जो देहाड करते ह और हरेक जाित के ह वहां पूरा<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(300)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इंतजाम नह ं है हनुमानगढ 35 कलो मीटर दरू पड जाता है। मने वा य मं ी जी को<br />

डा टस के िलये िलख कर दया था। वह अभी तक नह ं लगे ह। वहां अभी ज र है<br />

य क डा टर, डा टरनी के बना वहां बहत ु परेशानी है। वहां नगर पािलका है, बड़ा शहर<br />

है, वहां बड मुसीबत है। इसिलए मेरा वा य मं ी से कहना है क वहां 6 के 6 डा टर<br />

डा टरनी भरने ज र है। वहां ए बुलस भी ज र है । वहां से 20 कलो मीटर गोलुवाला<br />

पडता है। गोलुवाला से 35 कलो मीटर हनुमानगढ पडता है, रावतसर से 60 कलो मीटर<br />

पड जाता है। वहां न तो कोई डा टर है, न डा टरनी है, एक क पाउं डर है। छोट मोट<br />

ढाणी है और भार मु<br />

कल है । वहां डलेवर हो जाती है तो कोई साधन ह ं नह ं िमलता<br />

है। इसिलए मेरा कहना है क वहां डा टर देना बहत ु<br />

ज र है। पीलीबंगा और गोलुवाला<br />

म एक ए बुलस िमल जाये तो भी ठ क है। रावतसर म तो दे दया बहत ु ब ढया। पंजाबी<br />

म एक कहावत कहते ह क आशा तो बहत ु होती है पर रहती है अधूर मांगना भगवान<br />

से राज से मांगने म कोई दोष नह ं है। इसिलए पीलीबंगा और गोलुवाला म डा टर<br />

लगाये जाये, मेरे को मौका दया उसके िलये ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी नरपत िसंह राजवी।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): सभापित महोदय, इस िच क सा और<br />

वा य मांग के संबंध म जतने भी माननीय सद य ह वह खुल कर बोल और उन<br />

सबको सम अगर करते ह तो िच क सक के र त पद होना, गायनोलो ज ट<br />

िच क सक के होना, फ मेल गायनोलो ज ट नह ं होना, एनेसथे ट ट नह ं होना और<br />

टे<br />

निशयंस। माननीय िच क सा मं ी जी यह बजट न हम कह ं लेकर गये न आप कह ं<br />

लेकर जाने वाले हो। व त वभाग ज द से नह ं करने वाला, हाथ जोडने से कु छ नह ं<br />

करने वाला वहां से तो खीच कर लाना पडेगा। यह सटर का भी है, सीएसएस क क म<br />

है उसके साथ म<br />

टेट का भी पैसा है। दो साल तक तो सारा पेमट ह वह दगे,<br />

मो नत करने म आपक कं जूसी कस बात क ले कन फर भी नह ं हो रह है।<br />

सोनो ाफ मशीन के मेरे समय म भी 300 मशीन के टडर हए ु थे वह मने किसल<br />

करवाये थे। बेईमानी तो क ं गा नह ं और करने दंगा ू भी नह ं। आप भी इसी नीित को<br />

अपना रहे ह, अ छ बात है। ले कन एक साल म टडर तो करवा िलये होते। सीएचसी म<br />

अगर बाक टे नोलो ज ट आप बैठा देते ह, सोनो ाफ एक बहत ु साधारण सी मशीन है<br />

कोई बहत ु बड मशीन नह ं है। इसको तुरंत आपको<br />

बारे म, अब सै ांितक<br />

य करनी चा हये थी। ोमा सटर के<br />

प से हमार सरकार ने ह यह सारा कु छ कया था । चाहे<br />

जयपुर हो, चाहे जौधपुर हो नेशनल हाई वे पर जतने भी ड ट हैड वाटर ह उन<br />

सबके नाम भी भेजे थे। ले कन वाह वाह तो अब लूट रहे ह आप, लूट। जालौर से आने<br />

वाले माननीय सद य ने एक पीएचसी को<br />

मो नत करने के बारे म कह दया जालौर<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(301)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जले से ले कन उनको यह याद नह ं आया क जालौर जले को ोमा सटर नह ं दया है<br />

कम से कम मं ी जी को यह तो कह देते। ...( यवधान)... नाम मने भेजे ह पुरानी<br />

फाइल देख लेना बैठ कर अगर पढ़ना आता हो तो। सभापित महोदय, 108 ए बुलस<br />

क म यह उस समय वसुंधरा जी मु य मं ी थीं और म मं ी था, तब यह आरंभ क ।<br />

वा तव म बहत ु अ छ क म है और सभी माननीय सद य ने इसक मांग क है।<br />

पछले बजट भाषण म भी आपने 150 क घोषणा क थी क 150<br />

य करगे, कर ली<br />

या और नह ं कर तो इस बार या तीर मार लोगे। पछली घोषणा को इस बार वापस<br />

इ लीमट करना चाहते हो इस आधार पर कभी वभाग नह ं चलता। आप मेहरबानी<br />

करके थोड सी लाइजन उधर भी रख य क फाइनस िमिन टर के बना, ंिसपल<br />

सै े टर फाइनस क मेहरबानी के बना यहां पर मु य मं ी क क हई ु जो बजट<br />

घोषणाएं ह वह भी आपके समय म भी क है, हमारे समय म भी क है। खास तौर<br />

पर म यह िनवेदन करना चाहंगा ू एनआरएचएम के तहत हर पंचायत सिमित े म कम<br />

से कम एक ऐसा िच क सालय होना चा हये यह िनणय था, यह क म थी और 2007-<br />

08 के बजट म यह घोषणा क थी क 23 पंचायत सिमित मु यालय पर यह<br />

सामुदाियक वा य के खुलगे, उसम से 8 नह ं खुले। उस 8 म एक झोटवाडा भी है<br />

जो जयपुर के समीप है। आपके ड ट सै<br />

टर ने उसम रपोट या िलखी है, यहां पर<br />

इसिलए नह ं खुल सकता य क 5 कलो मीटर क दरू पर िच क सा सु वधा उपल ध<br />

है। जयपुर क 5 कलो मीटर क दरू ज द से कोई रेिग तानी नह ं है क आराम से<br />

चल कर आ जायेगा। डिसट आफ पापुलेशन उस<br />

े क उतनी ह है जतनी इस<br />

परकोटे के अंदर है। ले कन आपको तो िसफ देना नह ं था इसिलए कोई बहाना लेना था।<br />

म<br />

वलेज मोशन कल या परस क तार ख म मूव क ं गा क व त मं ालय को इस<br />

आधार पर किसल करने का अिधकार नह ं था सदन क अगर मंशा है, सदन म घोषणा<br />

हई ु है तो उस घोषणा को सदन ह किसल कर सकता है दसरा ू नह ं कर सकता।<br />

सभापित महोदय, बजट ए ट मेट और रवाइ ड ए ट मेट ए युअ स, यह<br />

कलाकार करता तो व त वभाग है ले कन गित ितवेदन म आप लोग ह तुत<br />

करते ह। अब 2009-10 म पूंजीगत एवं राज व यय2589.06 यय करना था वह कु ल<br />

बजट के यय का 5.20 ितशत था । रवाइ ड ए ट मेट म वह 4.75 ितशत हो गया।<br />

अभी भी आपने बढा चढा कर बजट तुत कया है 5.39 ितशत का, यह भी 4.5<br />

ितशत पर आकर रहेगा उससे भी नीचे जायेगा इसिलए िसफ आंकड के खेल म न<br />

जाये वा तव म अगर गर ब के ित दद है तो कम से कम गर ब को लाभ पहंचाने ु क<br />

थित म तो आये। म यह िनवेदन करना चाहंगा ू<br />

क बीपीएल को मे डकल फे सेिलट का<br />

एक कोष ग ठत कया मु य मं ी जीवन र ा कोष, अ छ बात है। या सारे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(302)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

बैनी फिशयर को इस जीवन र ा कोष से लाभ िमलता है या, बीपीएल बैनी फिशयर<br />

को या उसके अलावा कोई बजट है आपके पास। थोथी घोषणाएं, जन आरएमआरएस म<br />

जो ो फट म है उसका 25 परसट रािश बीपीएल क दवाइय के िलये खच होगी और<br />

उसम से द जायेगी। एक एसएमएस के अलावा ो फट म कौनसा है, एक भी ो फट म<br />

नह ं है और ो फट म नह ं है तो वह दवाइयां नह ं द जाती है वह गर ब इधर उधर<br />

ध का खाता फरता है इसीिलए सभी माननीय सद य िशकायत करते रहते ह। इतना<br />

गर ब के ित दद है तो दो ना 10-20 करोड, 28 करोड पये खच हए ु ह 10-5 करोड<br />

इसम भी खच हो जायगे।<br />

ans/<strong>akt</strong> 1-20 6g 250302010<br />

वरना थोथी घोषणा करने क आव यकता नह ं थी,यह पहले लोस म था<br />

एसएमएस का आरएमआरएस ढाई करोड़ के लोस म था, आप रकाड उठाकर कर देख<br />

ल तीन करोड़ के ो फट म लाकर हमने खड़ा कया है म जब मं ी बना इस वभाग का।<br />

आरएमआरएस सभी जल म भी हालत खराब है, मेड कल कालेज वाली कु छ ठ क होगी।<br />

सभापित महोदय, मेड कल कालेजेज क थित, फै क ट क 50 परसट वेके सी भरने<br />

का हमार सरकार िनणय था, अभी बीकानेर, अजमेर म जो परमीशन िमली है वह<br />

एडहॉक क है। आपने आरपीएससी म भेज दये या ताव, आरपीएससी म भी नह ं<br />

भेजे एक साल से ऊपर हो गया। अगर आरपीएससी म आप वल ब से भेजगे तो पीजी<br />

क जो सीटस है वह कम होती जा रह है , ोफे सर इतने िमलगे<br />

रटायर होते जा रहे<br />

ह। एक ोफे सर को दो के ड डट िमलता है एक र डर पाँच साल का ए स प रयंस होगा<br />

उसको एक टूडट िमलेगा। पीजी करके बाहर से जो यहां टूडट आ रहे ह और हमारा<br />

टेलट हमारा<br />

ूमन रसोस हम डवलप नह ं कर पा रहे इससे तो फाइनस डपाटमट और<br />

इस वभाग क गलती के कारण से यह<br />

थित पैदा हई ु है। मेरे समय म कम से कम<br />

जतनी थी उतनी वेकसी आप पूर कर द,औसत है 38 परसट मेड कल कालेज म<br />

वेक सीज क , बना फै क ट काम नह ं चलेगा, यह सब जानते ह ले कन फर भी बहत ु<br />

धीरे चींट क चाल हम चल रहे ह इससे मेड कल कालेजेज को बहत ु नुकसान होने वाला<br />

है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(303)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

सभापित महोदय, जीएनएम कोसज नये खोलने तो बंद कर दये नये<br />

इ ट टयू स तो, कृ पया आप उन पर लगाम लगाये। जीएनएम एक ड लोमा कोस ह है<br />

और यादा नह ं है ले कन मेड कल कालेजेज और दसरे ू जो हाई फे सेिलट से टर,<br />

ड ट सटर, सटर ऑफ ए सीलस खोलना चाह रहे ह सुपर पेिशयिलट , सुपर डुपर<br />

पेिशयिलट आप लेने जा रहे ह तो कम से कम एमएससी कोसज हमने आर भ कये<br />

थे कु छ संकाय म हमने आर भ कर दये थे उसको और आगे बढ़ाते आईसीयू म सुपर<br />

पेिशयिलट एमएससी निसग कोसज यहां ार भ होते तो आईसीयू म इतनी िशकायत<br />

नह ं िमलती। पोली ोमा क अलग से सुपर पेिशयिलट है। आथ पे ड स क अलग से<br />

सुपर पेिशयिलट है, जहां आपरेशन करने के बाद या ग भीर रोग से<br />

िसत होने के<br />

बाद एमएससी फे सेिलट िमलेगी तो पेशट नस रे य है उसको आपको घटाने म लाभ<br />

िमलेगा, फायदा िमलेगा। कम रािश म भी आप उसको यादा उपल ध सु वधा दे पाएंगे।<br />

आरपीएमट और पीसीपीएमट ए जाम दो होते ह एडिमश स के िलए, दिनया ु भर के<br />

ब चे यहां पर तैयार करते ह ता क<br />

ूमन रस सेज डवलप हो, डा टर तैयार हो।<br />

राज थान भी हआ ु है ले कन ाइवेट मेड कल कालेजेज म जस कार के इ तहान िलये<br />

उसम आपका कोई क ोल है<br />

या 26 लड़के बैठे ह, 22 लड़के बैठे ह जनको जो<br />

वा तव म ब चे ए जाम म बैठने चा हये थे वह नह ं बैठे दसरे ू बैठे है और दसरे ू बैठकर<br />

इ<br />

तहान दया और उनका एडमीशन हआ ु है। हाईकोट का एक के स था जाबरिसंह जाट<br />

िनवासी र ंगस, उसने कया था यािचका सं या 9952/09 य क वह मे रट म ह इस<br />

आधार पर रह गया था और उसक जांच हई ु , जांच के बाद आप देखगे तीन वष म 50<br />

ऐसे टेडटस िमले ह जनको रेगूलर एडमीशन वा तव म नह ं िमलना चा हये था। या<br />

ए शन िलया आपने अब तक इसी कार से ूमन रस स डवलप करगे तो मा<br />

चाहता हं ू जनता के साथ हम धोखा कर रहे ह, हम उनके साथ याय नह ं कर रहे।<br />

ोमा से टस क बात सब जगह से आई, वा तव म आव यक है, खुलना भी<br />

चा हये। इतने नेशनल हाईवे और रो स क जो कं ड शन है वह इ ूव होगी। जो ाइ वंग<br />

हैबी स है, ट पक ल हमार मटेिलट है क साइ कल भी कम से कम, बेलगाड़ है वह भी<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(304)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

120 क पीड से चलने वाली कार से आगे िनकले, उसम ए सीडड होना तो वाभा वक<br />

है। हमने रे यूलेट नह ं कर रखे ह ाइवर कतने घंटे गाड़ चला सकता है, वदेश म तो<br />

वह भी रे यूलेटेड है। रे यूलेट नह ं है तो नींद आने के कारण से<br />

ूमन एरर के कारण से<br />

भी हो सकता है।<br />

ोमा सटर हमने भी हमारे 98 से पहले 96 म खोला था सीकर रोड़<br />

पर। पाँच करोड़ पये उसके चर पर खच कये और साढ़े पाँच करोड़ पये उसको<br />

ाइवेट पाट को बेचा है सोनी हा<br />

पटल के नाम से आज जो खड़ा है वह गवनमट का<br />

पैसा है और गवनमट क जमीन द हई ु थी उसके आधार पर खड़ा है। आज एक भी<br />

गर ब को वहां पर लाभ िमलता है या। वहां पर अगर ोमा सटर खुला हआ ु होता<br />

तो कम से कम सकड़ जान ितवष बचती। उसके अगर पाप के भागी है तो यह वभाग<br />

है, और मु यमं ी यह माननीय अशोक गहलोत साहब है, यह दोषी है।<br />

अब बात चल रह है क मानसरोवर म भी जो आरो य सदन बना हआ ु है पीपीपी<br />

माडल को उसको दगे तो जयपुर को पूरे को या अहमदाबाद बसाना चाहते ह या <br />

जोधपुर स भाग के अिधकांश लोग तो उधर इलाज कराने जाते ह, कधर ले जाना चाहते<br />

ह, कृ पया यह नई नई बात नह ं कर। गर ब का अगर वा तव म इलाज कराना है तो<br />

सुपर पेिशयिलट वहां पर िश ट क रये। घोषणा भी आपने क थी ले कन िश ट करने<br />

म आपको जोर ज र आयेगा। मेरे समय म भी जोर आया था कोई मं ी रहना आव यक<br />

है या। िस ा त से क ोमाइज नह ं करना िसख, तभी आप जनता का भला कर<br />

पाएंगे वरना नह ं कर पाएंगे, यह म आपको िनवेदन करना चाहता हं। ू<br />

माननीय मं ी महोदय, ( यवधान)अगर फाइल पढ़ गे तो<br />

नींद भी खुल जाएगी<br />

सुबह तक नह ं आयेगी यह बता दंू आपको। सभापित महोदय जेने र क मे डिसन क बात<br />

क , जेने रक मे डसन का सबसे पहले हमने आर भ कया था आदेश तो बहत ु पहल हये ु<br />

हए ु ह। िच तोड,बासंवाड़ा और डूंगरपुर म ( यवधान) सभापित महोदय, चुप करा<br />

द जए, म भी इतनी देर से चुपचाप सुन रहा था।<br />

ी सभापित: िच क सा मं ी रहे ह।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(305)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): जेने रक मे डिसन क मने बात कह है<br />

और दावे के साथ कह सकता हं ू, फाइल भी आप मं ी जी मंगा कर देख ल और<br />

मु यमं ी जी को भी पढ़ा द मने उसके ऊपर िलखा है क मेरे को एक आईएएस<br />

ईमानदार अिधकार दे द जए।<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): अब पढ़ाना चाहते ह, आपके मु यमं ी<br />

जी को आपने य नह ं पढ़ाया।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): मने पढ़ाई है, पूर पढ़ाई है। डेट देखगे<br />

तो नींद खुल जाएगी। आचार सं हता लग गई थी वरना हम लागू करते। मने उसम<br />

िनवेदन कया क एक आईएएस अिधकार ईमानदार मुझे<br />

दे द,एक अकाउ टस का<br />

ईमानदार अिधकार मुझे दे द,दो-तीन का ईमानदार का टाफ मुझे दे द पूरे राज थान म<br />

मेड कल का जतना बजट है,मेड कल कालेजेज का और मेड कल है थ डपाटमट का,<br />

इ डोर पेश स को जेने रक मे डसन के आधार पर पैके ज ड ल करके सबको<br />

मे डसन<br />

वहां से दे सकते ह यह बजट म आज भी म ूव करके बता सकता हं ू ले कन कोिशश<br />

नह ं क । मने<br />

ाई कया िच तौड म और िच तौड़ म ाई करने के बाद बासवांडा डूंगरपुर<br />

म उसका लाभ िमला है। उन गर ब को तीन करोड़<br />

पये क सेल, एक मह ने म डेढ़<br />

करोड़ पये क सेल। जयपुर म आप लोग ने यहांपर अख़बार म काफ वाहवाह लूटने<br />

क कोिशश क 300 पये रोज क सेल नह ं है और िच तौड जैसी छोट जगह पर डेढ<br />

करोड़ पये क सेल है वह भी होलसेल के मा यम से, होलसेल भ डार क भी एक<br />

सीमा है, तीन<br />

ितशत उसके अंदर भी अिधक रहती है रािश। यह ले लेना माननीय<br />

िश<br />

ा मं ी जी आपके पेट म दद होता है तो वह भी गोली दे दंगा। ू<br />

ध व तर योजना आर भ क थी कम से कम इसक तो शाबाशी स ता प म<br />

बैठे हये ु सद य दे सकते थे ले कन नह ं द । रल है थ स वस ए ट, यह र त पद<br />

क ...<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): घड़ दे खये।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(306)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): म भी इतनी देर से देख रहा हं ू, सुबह<br />

से देख रहा हं। ू ( यवधान) यादातर अपन दोन साथ ह होते ह इसिलए। रल है थ<br />

स वस ए ट हमने लागू कया और वह इसिलए कया क ाथिमक वा य के म<br />

और सामुदाियक वा य के म िच क सक रहना नह ं चाहते, सब शहर के ऊपर ेशर<br />

रहता है ले कन उसको िलंकअप के साथ म बेनी फटस भी दये, हमने भी उनको मानदेय<br />

बढ़ाया,बढाने के बाद<br />

थित यह रह क म जब था, आ खर जब डेट िनकाली है उस<br />

समय तक एक भी पीएचसी खाली नह ं थी थोडा सा यह भी कर डेपुटेशन म इधर उधर<br />

कह ं कये ह गे सीएमएचओज के जो आपक जानकार म नह ं है ना से े टर क<br />

जानकार म ह गे। एक रे डम ए ट म एक हटाइये कोई नह ं डेपुटेशन होगा बना टेट<br />

क नालेज के । सब अपनी अपनी जगह पहंचेगे ु तो गर ब को सु वधा उपल ध होगी यह<br />

म आपको व वास के साथ कह सकता हं। ू आज आपके वभाग म 800 से यादा वेकसी<br />

नह ं है और700-800 ऐसे ह गे जनके खलाफ डस<br />

यनर ए शन है या वो टड लीव<br />

म कह ं गये हए ु ह<br />

दगा ु / पाठ 25032010 0130 6h<br />

या डेपुटेशन पर और कह ं गये हए ह तो ु<br />

1700 क वेकसी म, इतने बड़े डपाटमट<br />

म इतनी वेकसीज सामने नह ं आती। कह ं न कह ं, डेपुटेशन म या कोई न कोई गड़बड़<br />

होगी। If you put a square peg in a round hole, तब तो म कह नह ं सकता हं ू<br />

क एने थे टक क जगह तो सजन को लगा दगे, ता क दो सजन हो जाएंगे और<br />

एने थे टक दो को साथ म इक ठा कर दगे तब तो यह गड़बड़ हो सकती है, वरना नह ं<br />

हो पाएगी। सभापित महोदय, एक िनवेदन और करना चाहता हं। ू<br />

ी सभापित: अब सं त कर।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): एक और िनवेदन करना चाहता हं। ू<br />

ी सभापित: सं त कर अब, आप।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): आप वाली जो बात कह गई ह, वह कहं ू<br />

तो और ल बी हो जाएंगी। करवाया मने है, वाहवाह लेना चाह, वह बात अलग है।<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): ध यवाद दगे आपको, आप तो मांग करवाओ।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): दगे, आप दगे<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(307)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): आपने बहत काम कया है।<br />

ु<br />

( यवधान)<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): सभापित महोदय, ये तो तब दगे जब<br />

157 क यव था हो जाएगी तब दगे, अभी नह ं दगे। थोड़ देर बाद म दगे। गित<br />

ितवेदन म 5 वष क गित आपने द है। 2005-06 से लेकर 09-10 तक टागट और<br />

अचीवमट। टागट आप नीचे ले जाते जा रहे ह। 07-08 म 1620 थे, 09-10 म आप<br />

1300 पर ले आये, 918 अचीवमट लाना चाह रहे हो। अभी इतने ह हए ु ह। कहां अ छा<br />

हआ है काम। रा<br />

ु<br />

य अंधता के बारे म जतने लोग ने कहा है, अभी तक तो आपने,<br />

115 ितशत हम पहले लेकर आये थे, 97.4 ितशत लेकर आये थे उसक जगह 44<br />

ितशत क ह आपक गित है। कू ल आई<br />

िनंग म 57.8 लाख हम लोग ने हमारे<br />

टाइम म क थी, 06-07 म। अब कर रहे ह िसफ 4 लाख 43 हजार। जलेवार िच क सा<br />

सं था, इसम जतनी गड़बड़ ह, मने भी ाइ कया था, जैसे ये िश<br />

ा मं ीजी कोिशश कर<br />

रहे ह, समानीकरण आपको भी करना पड़ेगा। आउट पेशे ट और इ डोर क आ यूपसी,<br />

इनके आधार पर आप िच क सक क पो<br />

टंग रखगे तब तो रिश यूिलंग करगे पो स<br />

तब तो सब जगह काम ठ क बैठ जाएगा, वरना शहर के नजद क यादा पो ट<br />

हो गयीं और शहर से दर ू ह, वहां पर पो ट खाली पड़ रह ग ।<br />

सभापित महोदय, आउट पेशे ट जहां पर, जयपुर जैसी जगह आबाद कतनी है,<br />

आपने ह टेबल दया है और यहां पर जयपुर म टेट का एवरेज अगर देख तो सबसे<br />

कम है, जो फै सेिलट अवेलेबल है, आप इससे याय करने क कोिशश कर। जयपुर यहां<br />

क कै पटल है।<br />

(समय-समाि -सूचक-घ ट )<br />

सभापितजी, समय तो मने कोई यादा नह ं िलया है ले कन दो चीज पर सजेशन<br />

देना और चाहंगा। ाइवे ू ट हा पट स, लीिन स और पेथोलो जकल ले स, के ने तो<br />

बना दया है ए ट, उसक कापी करके ह कम से कम हाउस से पास करवा ल या<br />

ए से ट करा ल, ताव पा रत करके । उनको रेगुलेट नह ं करगे तो हा पटलस का जो<br />

ेश मेनेजमट है वह नह ं हो पा रहा है। एस.एम.एस. जैसी ाइम इ ट<br />

कचरा बाहर पडा रहता है। सब जगह यह<br />

येट<br />

यूशन म भी<br />

थित है। उसम इ ूव करने क कोिशश कर<br />

जहां पर सीवर लाइन भी आपक जगह-जगह गिलय म, जहां पर इस यव था म<br />

सुचा<br />

प से नह ं हो पा रहा है, उसको भी आप क ोल कर पाएंगे। पी.सी.पी. ए ड<br />

ड .ट . ए ट को भी आप और यादा सुचा प से लगा पाएंगे। इन सजेशंस के साथ म<br />

म यह थोड़ा सा ज र आपको िनवेदन क ं गा क ह मत करके कु छ करने क कोिशश<br />

कर, वरना ऐसे बैठे रहगे तो कु छ नह ं हो पाएगा। बहत ु -बहत ध यवाद।<br />

ी सभापित: ी एमाद<br />

न अहमद खान, िच क सा एवं वा य मं ी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ू<br />

(308)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह।<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): आज तो आपने भी ताली बजाई है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): बजाई है ना।<br />

ी म हपाल मदेरणा (जल संसाधन मं ी): आपने भी बजाई है, वैसे नह ं बजाते<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): देख ल, आपसे यादा बजाई है।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): सभापित<br />

महोदय, पछले साढे आठ घ टे से मांग सं या 26, िच क सा पर, कटमोशंस पर और<br />

डमा स पर डबेट हो रह है। म सबसे पहले तो अपनी ओर से यहां जतने हमारे साथी<br />

ह, उनका बहत ु -बहत तहे दल से ध यवाद देना चाहता हं क उ ह<br />

ने बहत ु अ छे -अ छे<br />

सजेशंस दये और उन सबने अपनी-अपनी पीड़ा कट क क कई चीज म किमयां ह।<br />

म उनको व वास दलाना चाहता हं क ू उनक तो पीड़ा एक कां ट यूएंसी क है, मेर<br />

पीड़ा 200 कां ट<br />

यूएंसीज क है। म अपनी ज मेदार को पूर तरह से समझते हए ु<br />

माननीय मु य मं ीजी और इस सरकार क ज मेदार हम पूर तरह से समझते हए ु , जो<br />

आपने अपने ढाई सौ कटमोशंस 79 माननीय सद य ने रखे ह, वह मैनली हमने<br />

के टेगराइज जो मने कराये ह, expansion of medical and health services,<br />

shortage of manpower – doctors, nurses and para-medical staff,<br />

development of infrastructure, civil works and availability of<br />

equipments के ह, strengthening of out-reach services जसम ए बुलसेज है,<br />

आर.जी.एम.एम.यू. है, बेस ए बुलसेज ह। यह इनके जतने भी र लाइज ह, म 48 घ टे<br />

के अ दर आपको िभजवा दंगा ू और कोिशश क ं गा क उनम से जो भी हो सका, म<br />

आपको अभी भी इसका कु छ जवाब दे सकूं । expansion of medical services को<br />

लेकर बहत ु व तार से आज भी और बजट क डबेट म भी जो सी.एम. क घोषणाएं हई ु<br />

ह, उसम चचा हो चुक है, तो म यादा उसम डटेल म नह ं जाते हए ु , जहां पी.एच.सीज.<br />

का, ाइबल ए रयाज और डेजट ए रयाज क घोषणा हई ु है , यहां कई हमारे सािथय ने,<br />

खास तौर से जो डेजट ए रयाज के थे और ाइबल ए रयाज के थे उ ह ने किमय के बारे<br />

म बात क । उसी को म ेनजर रखते हए यह अनाउंसमट कये गये ह। इसी तरह से<br />

ु<br />

upgradation of PHCs to CHCs in tribal areas के बारे म भी सी.एम. ने<br />

अनाउं समट कया है। ड स हा पट स म जहां बैड आ यूपसी रेट 100 ितशत<br />

और उससे<br />

यादा है, वहां 750 बैड बनाने क घोषणा भी सी.एम. ने कर द है। म<br />

आपको यह बताना चाहता हं क पछले ू<br />

2009-10 के बजट म 337 जो सब से टस क<br />

घोषणा हई थी ु , आज क तार ख म वह सब फं शनल हो गये ह। अब कोई भी पंचायत<br />

म, है थ फै सेिलट ज सब पंचायत म कसी न कसी प म पहंच गई ह। ूमन<br />

ु<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ू<br />

(309)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

रसोसज के बारे म चचा हई ु , डा टर के बारे म चचा हई। म मानता हं क सबसे बड़<br />

परेशानी हमार<br />

ूमन रसोसज डवलपमट क है। मने अपने वभाग से कहा क<br />

के लकु लशन करो क हमार कतनी किमयां ह तो 20 ितशत शोटज हमारे डा टर म है<br />

और 10 ितशत शोटज हमारे नसज और पेरा मे डकल टाफ म है। उसको म े नजर<br />

रखते हए ु जब यह वाइन लू फै ला, एक पेन डेिमक हआ तो हमने डस ट<br />

एडिमिन ेशन को 600 डा टस का े ट पर रखने के िलये इजाजत द थी और उसम<br />

से आज क तार ख म 454 डा टस का े ट पर चल रहे ह बाक के िलये आदेश ह क<br />

उनको वाक-इन-इंटर यू से ले िलया जाए। इसम अभी यहां संजनाजी ने बात कह थी क<br />

कु छ अखबार क खबर है क उन डा टर का का े ट ख म होने पर उनको ड कं ट यू<br />

कर दया जाएगा। म उनको बताना चाहंगा क यह जो डा ट<br />

ू स का े ट पर लगे ह,<br />

उनको रमूव नह ं कया जाएगा। फाइनस डपाटमट से हमने ए सटशन क मांग कर द<br />

है और हम उ मीद है क वह ए सटशन उनको िमल जाएगा।<br />

VPS-USC-<strong>25.03.2010</strong>-01.40-6j<br />

और हम उ मीद है क वह ए सटशन उनको िमल जाएगा तो 600 डा टस क<br />

तो हमने यहां पूित करने क कोिशश कर । उसके अलावा ए डशनल पो ट, स शन पो ट<br />

के अलावा जो एन.आर.एच.एम. के ू हमने अपाइंटम स कये ह उनम 74 पेिशएिल ट<br />

हमने ऑलरेड ले िलये ह। उनको पहले 40 हजार क सेलेर िमला करती थी, हमने देखा<br />

क इस सेलेर पर नह ं ा त हो रहे तो उनक सेलेर 60 हजार बढ़ा द है। इसके िलए<br />

हमने 200 पो स<br />

एट क ह जनम जैसा मने बतलाया 74 ले िलये ह और अभी<br />

आगे आने वाले समय म जो 126 जो है वह ड ट लेवल पर र ू ट कये जाएंगे वाक<br />

इन इंटर यू के मा यम से। 1750 रल नसज ेड-II का अपाइंटमट हो चुका है। हमने<br />

5000 ए.एन.एम. का एडवरटाइजमट कया था पहले लॉट म 2924 हमने ए.एन.एम.<br />

र ू ट कर ली है, रमेिनंग 2076 ए.एन.ए स. अ ैल तक हम इनको भी र ू ट कर लगे।<br />

जब यह 5000 का अपाइंटमट हो जाएगा, पूरा हो जाएगा तो 50 परसट हमारे सब सटस<br />

ऐसे ह गे जन पर क दो-दो ए.एन.ए स. हम उपल ध ह गी। ह ेड ए ड नाइट फाइव<br />

डपडस जो क मृतक रा य कमचार थे, उनका भी हमने 2009-2010 म अपाइंटमट कर<br />

दया है।<br />

422 आयुवद, 77 हो योपैथ, 98 यूनानी डा टस हमने कां े ट म 2009-2010<br />

म एन.आर.एच.एम. के मा यम से र ू ट कर िलये ह, जो हमारे अपाइंटम स अब अ डर<br />

ोसेस है। उनम से सले शन<br />

ोसेस 745 वेकट पो ट जो एम.ओज. क ह वह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(310)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आर.पी.एस.सी. को हमने उसका र वी जशन भेज दया है और हमने उ मीद है क<br />

अगले तीन-चार मह ने म इनका र ू टमट हो जाएगा। इसी तरह से रेगुलर अपाइंटमट<br />

1131 रेगुलर ए.एन.ए स., 3012 लेब टै निशयंस और 30 अिससटट रे डयो ाफस का<br />

है।<br />

ोसेस म र ू टमट है। 356 जी.एन.ए स. कां े ट पर<br />

ू एन.आर.एच.एम. अंडर ोसेस<br />

इसके अलावा जो एक सी.एम. साहब ने बहत बड़ अहम घोषणा कर है यह<br />

ु<br />

पहली दफा ऐसी घोषणा हई है क यह<br />

ु<br />

300 पो ट लीव रजव डा टस के िलए स शन<br />

कर गयी है तो म यह समझता हं क जब यह सारे र ू टम स हमारे हो जाएंगे तो<br />

ू<br />

काफ हद तक जो आज हमारे हॉ<br />

पटल म किमयां ह और खास तौर पर रल ए रयाज<br />

म हमार किमयां ह उनको हम पूरा कर पाएंगे। इसम हमारे माननीय पूव मं ीजी ने<br />

बहत आइ डयिल म<br />

ु क बात कर है क हम फमली इनक पो टं स करनी चा हए,<br />

अग ट पो ट नह ं करनी चा हए। खास यह हो सकता, कोिशश हम भी करते ह मगर कई<br />

मजबू रयां होती ह इसिलए यह अगर पूरा सदन एक डसीजन ले ल क हम इस चीज<br />

को बदा त नह ं करगे तो म आपको यक न दला सकता हं ू क जो चीज, जस चीज के<br />

िलए आप मांग कर रहे ह वह जब ह पूर हो सकती है तो यह कहना आसान होता है<br />

मगर े<br />

टस म नह ं, आपने कोिशश कर है, मानता हं ू मगर उस डटेल म नह ं जाएं ,<br />

आपने कई दफे फाइल का ज कया है, मने भी कु छ दो-चार फाइल आपक पढ़ ह।<br />

आपने कोिशश ज र कर है मगर हर कोिशश म आपको कामयाबी नह ं िमली है।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): ...( यवधान)... ले कन देख ल।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

घोषणाओं म यह कहना चाहता हं क अब ू<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): म नई<br />

150 ड ट ट का पहली दफा सी.एच.सीज. म<br />

2010 और 2011 म एन.आर.एच.एम. के ू हम अपाइंटमट करने जा रहे ह। यहां हमारे<br />

सािथय ने सब तरह के डा टर क बात कर और ज र कसी ने आँख के डा टर को<br />

बतलाया और कसी ने हट के डा टर को बतलाया मगर कसी ने भी ड ट ट के बारे म<br />

कोई ज नह ं कया और अब तक 155 स शन पो ट थीं ड ट ट क , आफ वे रयस<br />

ेड, उसम खाली 90 ड ट ट काम कर रहे थे वह पो स जो वेकट ह उनको भी हम<br />

भरगे और उसके अलावा 150 हम और ड ट ट को र ू ट करगे। इसी तरह 150<br />

ए डशनल एम.ओज. को हम कां े ट बेिसस पर सी.एच.सीज.म,<br />

ए रयाज म 2010 और 2011 म हम पो ट करगे।<br />

ाइबल और डेजट<br />

र ू ट करके पो ट करगे।<br />

एन.आर.एच.एम. के तहत 570 जूिनयर आयुवद नस, क पाउं डर कां े ट बेिसस पर हम<br />

अपाइंट करने जा रहे ह। एन.आर.एच.एम. के है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): यह तािलयां भूल से बजा रहे ह।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ु<br />

(311)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): जी<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): यह तािलयां भूल से बजा रहे ह।<br />

एक माननीय सद य: नह ं सब पता है, सब जाग क ह, सबको पता है।<br />

ी एमाद न अहमद खान (द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी):<br />

Something is better than nothing.<br />

एन.आर.एच.एम. म एक लेगिशप ो ाम हमार सरकार ने आज से पाँच-छह<br />

साल पहले शु कया था और यह ो ाम म समझता हं क ू<br />

...( यवधान)...<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): अटलजी के समय शु हआ था। ु<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): नह ं, I<br />

beg to differ. के सरकार ने, डा टर मनमोहन िसंहजी ने, उ ह ने यह<br />

एन.आर.एच.एम. ो ाम शु कया था और 2005 म, 2005-06 से यह शु हआ था। ु<br />

इसम 2009-2010 म जो इं ा चर डवलपमट क आप बात कर रहे ह, 2009-2010<br />

म िस वल कं शन पर 104 करोड़ पये का हमने ए सप डचर कया है, उसम िस वल<br />

व स म एफ.बी.एन.सी. वाड, एम.ट .सी. वाड, जे.एस.वाई मेटरिनट वाड, जन औषिध<br />

के , शॉप, वा य भवन कं शन, रे जडिशयल वाटस इन सी.एच.सी. ए ड<br />

पी.एच.सीज., यह म इस वजह से कह रहा हं ू क कई हमारे म बस ने यह कहा क हम<br />

सु वधाएं डा टस को, नसज को, पैरा-मे डकल टाफ को यानी क यह मुहैया करवाएं,<br />

उसके तहत हमने यह<br />

कया और रेनोवेशन/ रपयेर व स इन सी.एच.सीज ए ड<br />

पी.एच.सीज. ए ड कं शन, जो हमारे ब डंगलेस सब सटस थे उनको<br />

एन.आर.एच.एम. के तहत हमने यह ए ज यूट कया। 2009 और 2010 क घोषणा, 6<br />

आई.सी.यू, 24 बन यूिन स, 19 रहे बिलटेशन सटस, 14 ोमा सटस, यह सब ड ट<br />

हॉ पटल पर िलये। यह, works are being taken up at district hospitals. 23<br />

करोड़<br />

पये आर.एच.एस.ड .पी. के तहत इसम खच कये गये। 2010 और 2011 म<br />

डपाटमटल के , डपाटमट क नई घोषणाएं, कं शन आफ ए.एन.एम. ेिनंग सटर<br />

ब डंग ए ड हॉ टल, जहां ब डंगलेस सटस ह।<br />

िशव/अ ण/25.3.2010/1.50/6k<br />

जैसे राजसम द, हनुमानगढ़, दौसा, बारां और सवाई माधोपुर म बनाये जायगे,<br />

साढ़े सात करोड़ पये इस पर खच ह गे। 2010-11 म 50 लाक सी.एच.सीज. को<br />

े थन कया जायेगा और कं शन ऑफ लाक ग वेयर हाउस यह बनाये जायगे,<br />

इस पर 25 करोड़ पये खच ह गे। 2010-11 म कं शन ऑफ रेजीडिशयल वाटस<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(312)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

फॉर डा टस ए ड पैरामे डकल टॉफ 15 सी.एच.सीज. पर और 30 पी.एच.सीज. पर 19<br />

करोड़ पये इस पर खच करगे। 2011-11 म 50 पी.एच.सीज. का रनोवेशन होगा, इस<br />

पर 15 करोड़ पये ए ट मेटेड कॉ ट खच करगे। 2001-11 म ऑपरेशनाइलाजेशन ऑफ<br />

मेल यू शन टमट सटस 100 सी.एच.सीज. पर रा य म ऑपरेशनाइलाइ म को कया<br />

जायेगा। इसी तरह से 2010-11 म थिनंग ऑफ ए.एन.एम. ेिनंग सटर ब डंग ए ड<br />

हा ट स इन ाइ ल ए ड डेजट ए रयाज, जैसे डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, जैसलमेर इस<br />

पर एक करोड़ पये खच कया जायेगा। इसी तरह से 2010-11 म थिनंग ऑफ<br />

प लक है थ लै स फॉर फू ड सै प स जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर और कोटा म ,<br />

इस पर साढ़े चार करोड़ पये खच कये जायगे। यह अिभयान जो शु के िलये यु चल<br />

रहा है, उसम यह मददगार सा बत हागा। इसी तरह 2010-11 म ग टे<br />

टंग लैब जयपुर<br />

म और 33 ड ट म ग कं ोल आ फसेज को े थन कया जायेगा,चार करोड़ पये<br />

इस पर खच कया जायेगा।<br />

इफे<br />

अब इ वपमट पर बात आई। 2009-10 म हमने इ वपमट पर खचा कया है।<br />

टव है थ क डलीवर पर 23 करोड़ 67 लाख, आप चाह तो म डटेल उसम दं। ू<br />

141 एन थेिसया मशीन, 115 हाइ ोिलक ऑपरेशनल टेब स, 200 प स ओ सीमीटर,<br />

300 नॉन हाइ ोिलक ऑपरेशनल टेब स, 102 ड .जी.सैट, 100 लड बक रे जरेटर,<br />

659 ह ट फोमर, 312 फ जयोथैरेपी मशीन, 47 ए स-रे मशीन, 101 बॉयल अपेरेटस,<br />

104 ड - फिल बरेटस, 60 वट लेटस, 19 डटल ए स-रे मशीन, 10 डटल यूिन स ए ड<br />

चेसस। 2010-11 म इ वपम स पर हम 60 करोड़ खच करने जा रहे ह। उसम हम 139<br />

वट लेटस, 122 ड - फिल बरेटस, 240 का डयक मोनीटस, 418 सी रंज इ यूज़न<br />

प स,18 मोबाइल ए स-रे मशीन यह हम लगे।<br />

108 ए बुलस क काफ चचा हई ु है और यह बहत ु कामयाब भी रह है। इसके<br />

िलये सब जगह से मांग है। आज क तार ख म 118 तहसील म 164 ए बुलसेज लगी हई ु<br />

है। इस क म के तहत दो लाख इमरजसी के सेज को फायदा हआ ु , जसम 70 हजार<br />

इमरजसी के सेज<br />

े ने सी के थे। इसके म ेनजर देखते हए हमारे आदरणीय मु य<br />

ु<br />

मं ीजी ने 150 नई ए बुलसेज का अनाउंसमट कया, जो क मई, 2010 तक हमारे पास<br />

उपल ध हो जायगी। हर पंचायत सिमित पर आडर हो गया है। उनका फे<br />

के शन<br />

क पलीट होने जा रहा है, वह आनी शु हो जायगी। एक ए बुलस हर पंचायत सिमित<br />

पर उपल ध कराई जायेगी। एक 108 ए बुलस हर पंचायत सिमित पर उपल ध कराई<br />

जायेगी। इस तरह से 248 पंचायत सिमित ए ड 2010-11 तक सबम 108 ए बुलस हो<br />

जायेगी। ..( यवधान)... वह पहले से है। आ रह है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(313)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जहां तक राजीव गांधी मे डकल मोबाइल यूिनट का है, यह इसिलये कं सीव कया<br />

गया था, य क कई े ऐसे ह जहां कोई मे डकल फै सेिलट उपल ध नह ं है, इसके<br />

िलये यह मोबाइल मे डकल यूिनट क क म लॉंच क थी। आज क तार ख म 26<br />

मोबाइ स काम कर रहे ह। 52 मोबाइल यूिन स स शन हए हए ह ु ु , बाक के 26 ह,<br />

उनको हम 30 अ ेल तक फं शनल कर दगे। 150 MMUs will be made functional<br />

at panchayat samities by the end of 2010-11. 50<br />

सी.एच.सीज.के िलये जहां नह ं ह, वहां उपल ध कराई जायगी।<br />

एक नई क म चालू क गयी है। मे डकल टोल<br />

यू बेस ए बुलसेज<br />

है प लाइन। यह टोल<br />

है प लाइन डायरे ेट म जो पेशट फोन करेगा, उसको काउसंिलंग द जायेगी मे डकल<br />

एडवाइज पर और है थ इं ट<br />

यूशन के बारे म उनको बताया जायेगा।<br />

वा य चेतना या ा इस साल भी आगनाइज क जायेगी, इस पर 6 करोड़ पये<br />

का हमने बजट रखा है। ेिनंग के संबंध म जो कै पेिसट एट ए.एन.एम. ेिनंग सटस<br />

1920 से बढा़कर 3090 तक कर द है। 32 ेिनंग सटस हमारे राज थान म ह।<br />

तापगढ़ का एक जो ए से शन है, उसक फाइल हमने ोसेस के िलये फाइनस म भेज<br />

रखी है। िस स मं स इसम राजक य सेवारत िच क सक क द ता बढ़ाने व मतावधन<br />

पा य म ार भ कया जायेगा। 300 िच क सक को िचर ओ टक के यर, 300 को<br />

आपदा ब धन और 400 को मे डकल यु र ट टूडट का िश ण दलाया जायेगा।<br />

इसम 10<br />

ितशत रजवशन … ( यवधान) … Medical jurisprudence will be<br />

provided. 10 ितशत रजवशन इसम आशा सहयोिगनी का ए.एन.एम. ेिनंग<br />

इं ट<br />

यूट म होगा।<br />

जो ेनीज का<br />

टाईप ड है, गवनमट जी.एम. ए ड ेिनंग सटस म डबल कर<br />

दया जायेगा और पहली दफा इंटनिशप म टाइपे ड एट द रेट ऑफ साढ़े सात सौ पये<br />

पर मंथ फोर फ मे स और चार सौ<br />

टोटल बेिनफे शर ज ह गे 3600 ेनीज हर साल म।<br />

पये पर मं स फोर मे स दया जायेगा। इससे<br />

जहां तक एन.आर.एच.एम. के बजट का ता लुक है। म आपको बताना चाहंगा क ू<br />

पहला बजट जो हमारा आया था एन.आर.एच.एम. के तहत 2005-06 म वह 92 करोड़<br />

का था, उसको बढ़ाकर हमने 2009-10 म 1010 करोड़ हम िमला है। फरवर तक 840<br />

करोड़ पये खच कर दये गये ह और हम उ मीद है क अगले एक मह ने म 100<br />

करोड़ पये का हम इसम और खचा कर लगे और मुझे कहते हए फ होता है क<br />

ु<br />

राज थान इं डया एन.आर.एच.एम.<br />

2010 को देखते हए ु हमारे पास परफोम स को देखते हए ु<br />

ो ाम के इ लीमटेशन म टोप पर चल रहा है।<br />

2010-11 म हमारा जो बजटर<br />

ो वजन एन.आर.एच.एम. म रखा गया है वह 1207 करोड़ पये हम िमलने जा रहा है<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(314)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

और हम यह भी कहा गया है क अगर हमारा परफोम स इसी तरह से सह रहा तो हम<br />

एड शनल फ स और भी इस साल म िमलगे।<br />

<strong>pcs</strong>-usc-<strong>25.03.2010</strong>-2.00-6l<br />

मु य मं ीजी बी पी एल जीवन र ा कोष के बारे म बहत ु ज हो चुका। 29<br />

हजार लोग को<br />

मै डकल का फायदा िमला, 31.07 करोड़ पये इस पर खच हए। ु<br />

ओ ड एज पशनस को फायदा िमला। वडोयस को, डसएबल पशनस को, जो बी पी एल<br />

को, जो एम एम जे आर क क म म थे, यह सब मु य मं ीजी का अनाउं समट म<br />

आपका बताया गया है। एक चीज म और आपको बताना चाहता हं क पहली दफा एन<br />

ू<br />

आर एच एम म हमने पाँच सौ फामािस ट का र ू टमट एडवरटाइज कया है। यह पहली<br />

दफा हआ है और इसम आलरेड<br />

ु<br />

442 फामािस ट का अपाइंटमट हमने इ यु कर दया<br />

है। इससे हर ड ट म ड ट हेयर हाउस म और कु छ सी एच सीज म<br />

फामािस ट उपल ध हो गये।<br />

जेने रक मै डसन को लेकर बात हई थी। हम ु 105 जन औषिध के खोलने जा रहे<br />

ह जो हर ड<br />

क और हर सैटेलाइट हा पीट स म ह गे और इसके साथ साथ कु छ सी<br />

एच सी म भी ये ह गे। अभी संजनाजी ने एक बात कह थी सी ट के न सोजत क , वह<br />

अनफाचुनेटली यहां नह ं ह, पर म रकाड पर यह लाना चाहता हं क एन आई ट जार<br />

ू<br />

हो चुक है। सात अ ेल को टे नीकल बड खोला जाएगा। इसके उपरा त फाइनसल बड<br />

खोल कर रेट फाइनेलाइज क जाएंगी।<br />

अब म आना चाहता मै डकल एजुके शन पर। इसम मै डकल कालेजेज के जो<br />

हा पीट स ह जो सी साहब ने अनाउंसमट कया है, एक हजार बैड इन<br />

ज कये जा रहे<br />

ह जसम आ सी यू म 178 बैड ह गे। कालेजवाइज अगर आप जानना चाह तो जयपुर<br />

190, अजमेर म 100, बीकानेर म 320, कोटा म 170, उदयपुर म 120 और जोधपुर म<br />

100 बढ़ाये जा रहे ह। हमार सरकार ने एक 197 पी जी सी स इन ज 2010-11 म<br />

सब छ: कालेजेज म कर द ह। आज क तार ख म ये 389 सी स उपल ध है। 197 और<br />

हो जाएंगी, जनका एडिमशन मई से शु हो जाएगा। इससे पेशिल ट क डमा ड काफ<br />

हद तक हम इसम मदद िमलेगी। इसके अलावा हमने<br />

सी स का गवनमट आफ इ<br />

पोजल भेजा है 530 पी जी<br />

डया को अ डर फाइव ईयर लान। इसम जो हम उ मीद<br />

है क गवनमट आफ इ डया ज ह ने इ फामली हम इ डके ट कया है क वह पचास<br />

करोड़ ईच मै डकल कालेज के हसाब से हम तीन सौ करोड़ उपल ध करवायगे जससे<br />

क इस क म म इ ा चर डवलपमट और और तरह क ए<br />

ट वट ज हो सक। इसम<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

(315)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

75 परसट गवनमट आफ इ डया का पैसा होगा, 25 परसट टेट गवनमट का होगा।<br />

गणगौर बाजार म जो हमने अ पताल शु कया है उसम हमने सात यूिनट ांसफर कर<br />

दये ह। एक इं ट<br />

यूट आफ मोटॉलाजी जो सवाई मानिसंह के सामने है उसका कु छ ह<br />

दन म भवन का िनमाण काय शु हो जाएगा। उस पर 14 करोड़ 80 लाख पये का<br />

हमने ावधान रखा है।<br />

मानस आरो य सदन डवलप कराया जा रहा है as an institute of cardiovascular<br />

sciences with state of the art facilities of international<br />

standard on PPP mode.<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): म आज बता देता हं ू आपको, आप और आपक<br />

सरकार को यह कसी भी क मत पर नह ं करने दंगा। ू जन आ दोलन होगा और आपको<br />

झुका कर रहगे। पोल नह ं है क आप पाँच अरब क स प को .... ...( यवधान)...<br />

ह।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): पहले भी बेच खाये और फर और बेच रहे<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): नह ं बेचने दंगा। ू पाँच अरब क स प का ठेका<br />

लेकर कमीशन के आधार पर आप देना चाहो, न आज देने दंगा ू और न कल देने दंगा। ू<br />

देख लेना, आ जाना मैदान म। मजाक बना रखा है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): .... ...( यवधान)... य स पना चाहते हो<br />

ी एमाद<br />

यह शु कया था ...<br />

न अहमद खान<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): आपने जब<br />

(सांगानेर): यह शु मने कया था। आपका पैसा भी नह ं<br />

िलया था। मै डकल कालेज क जमीन बेचकर, हमने इसको सरकार के पैसे से नह ं<br />

बनाया था, हमने बनाया था और हमने जनता के िलए बनाया था। हमने पाँच अरब क<br />

स प को कोई अंसार और पंसार को बेचने के िलए नह ं बनाया था। न तो बनायी थी<br />

और न बनाने दगे। म आपको कहना चाहता हं ू, आपके ऊपर और सरकार के ऊपर कलंक<br />

लगेगा, जयपुर म य द सरकार के ऊपर कलंक लगेगा तो सबसे बड़ा कलंक होगा। यह<br />

मानसरोवर का है यह आप पाँच करोड़ क स प को बेच दोगे, यह कोई पोल नह ं है।<br />

पोल मत समझ लेना, आप यहां पर<br />

न तो लुटाने दगे और लूटने दगे, यान रख लेना इस बात का।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

ट बनकर बैठे हो। लुटाने के िलए नह ं बैठे हो।<br />

(द िमयां ु ) (िच क सा एवं वा य मं ी): आपक<br />

भावना क क करते हए ु म आपको यह बताना चाहता हं ू क आपने इसका अपने जमाने<br />

म इसका नेगोिसएशन एक बॉ बे के हा पीटल से शु कर दया था।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ु<br />

(316)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

(सांगानेर): मेरा वरोध िलखा हआ है और मेरे वरोध के<br />

ु<br />

कारण से त कालीन गवनमट नह ं कर पायी और मेरे वरोध के कारण से आप भी नह ं<br />

कर पाओगे।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

आपके और सािथय के फाइल पर ... ...( यवधान)...<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): आपके और<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप कर लेना यहां पर। ले आना आप यहां।<br />

ी अलाउ<br />

न आजाद (सवाई माधोपुर): ...( यवधान)... आप उसको ाइवेट को देना<br />

चाहते थे वहां पर। सरकार बदल गयी नह ं तो आप उसको देकर ह मानते। सरकार का<br />

सौ करोड़ का कया और उसको भी आप यह करना चाहते थे।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप अपना काम करो। पता ह नह ं है आपको,<br />

या लेना देना है।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): न तो कोई घोषणा थी, न कोई<br />

पोजल था। एक<br />

ताव चला था जो टन डाउन हो गया उसी व त। न कोई के बनेट ने फै सला कया और<br />

न कोई और फै सला हआ था इसम।<br />

ु<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आप कर लेना, यह नह ं होगा और जन आ दोलन<br />

चलेगा। म रोकूं गा। देखता हं ू कै से घुस जाते ह आप उसके अ दर। पोल थोडे़ ह है। पाँच<br />

अरब क जयपुर क जनता क स प आप कसी अंसार पंसार को दे दोगे। पचास<br />

हजार पये गज क तो जमीन है वहां पर और साठ करोड़ पये हमने लगा दये और<br />

16 करोड़ 45 लाख पये लगाकर पहले तो इं ट यूट बना रहे थे और आज आप बदल<br />

गये।<br />

ी राजे राठौड़ (तारानगर): भूल गये आपके मु य मं ीजी ने बजट म या<br />

घोषणा क थी।<br />

एक माननीय सद य: बैठो। एक-एक करके उठ रहे ह।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): अभी हमारे<br />

माननीय पूव मं ीजी ने, और इनसे पहले दसरे पूव मं ीजी ने भी यह कहा था क<br />

ू<br />

उ ह ने कई चीज फाइल पर िलखी ह।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): वरोध कया हआ ु है, िच ता मत करो।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

चीज फाइल पर िलखी थीं।<br />

(द ु िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): उ ह ने कई<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): पो ट के िलए घबरा कर सरे डर करने वाले<br />

नह ं ह जनता ने हमको ट बनाया है उस ट का हमने धम िनभाया है, आप लोग<br />

धम नह ं िनभाते हो। ह मत चा हए इसके अ दर।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ु<br />

ु<br />

(317)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ी घन याम ितवाड़<br />

हमारा काम करगे। आगे चलो।<br />

ी एमाद<br />

(सांगानेर): बहत ु ह मत है। आप अपना काम करो। हम<br />

न अहमद खान (द िमयां) (िच क सा एवं वा य मं ी): हमारे एक<br />

माननीय साथी ने पार क जी ने ज कया था हाट सजर का, एक सवाल भी लगाया<br />

था सवाई मानिसंह हो<br />

म मानता हं उसके म ेनजर रखते<br />

ू<br />

पटल के िलए और इ ह ने कहा था क बहत ु लंबी वे टंग िल ट है<br />

हए ु हम एक ए ड नरल ओ.ट . ज द तैयार करने जा<br />

रहे ह इसके साथ ए ड नल 6 आईसीयू बै स ह गे, का डयोवे कु लर और थोरे जक सजर<br />

डपाटमट म। हम इसको तीन मह ने के अंदर शु कर दगे जससे क हम उ मीद करते<br />

ह क कम से कम दो सौ ऑपरेशंस हर साल ए ा ह गे। इसी तरह हमारे एसएमएस<br />

के प रसर म एक धमशाला बन रह है जो पेश स के अटड स आते ह उनके िलए, डेढ़<br />

करोड़ पये ू डोनेशन बन रह है।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): पानी पी लो।<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द िमयां ु ) (िच क सा एवं वा य मं ी): आपका<br />

शु या। बीकानेर मे डकल कॉलेज म ह द राम मूलचंद हाट इं ट यूट 28 करोड़ से शु<br />

हो गया है और वहां बाईपास सजर भी शु हो गई है। जोधपुर म दो करोड़ च सठ लाख<br />

पर procurement of instruments for starting heart by-pass surgery in<br />

Medical College, Jodhpur. यह<br />

योरमट भी ोसेस म है और इसक सजर भी<br />

वहां बहत ज द ु शु हो जाएगी। एसएमएस म कु छ नये इिनिशये टव िलये गये ह<br />

जसम four stem cell research projects approved by ICMR, दसरा ू फ ट बोन<br />

मरो ांस लांट ऑफ द टेट ...<br />

Msr/<strong>akt</strong>/0210/6m/25032010/<br />

और तीसरा, आई.वी.एफ., टे ट यूब बेबी जसे कहते ह, यह ोसीजर शु कर दया<br />

गया है और इसम स सेज रेट 40 परसट पहले बैच क है, 318 के सेज र ज टड ह,<br />

बी.पी.एल. को यहां<br />

है और मारके ट म दो लाख से ढाई लाख जस चीज के िलए<br />

लगते ह, एस.एम.एस. म 75 हजार म वो उपल ध कराया जा रहा है।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): माननीय मं ीजी, यह फै सेिलट आपके<br />

टाइम म शु हई ु है<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द िमयां ु )(िच क सा एवं वा य मं ी): वाइन लू<br />

लैबोरेटर इ लूएंजा-ए, H 1 N 1 टै ल ड एंड फं शनल सब मे डकल कॉलेजेज म हो गयी<br />

है, ए सै ट जोधपुर। इसके िलए 6.78 करोड़ पये खच कये गये ह। मे डकल कॉलेज,<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ु<br />

ु<br />

(318)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जोधपुर का ो ेस म है और वहां ड .एम.आर.सी. जो एक यूिनट जो आई.सी.एम.आर.<br />

क है वो ऑलरेड फं शनल है और वो टै ट करा रह है।<br />

इसम म आपको यह बताना चाहता हं ू, वाइन लू क ड कशन म म यह बात<br />

नह ं कह सका, मौका नह ं िमला, क पूरे देश म सब म यादा इस हमारे ांत म<br />

लैबोरेटर ज हमने उपलबध करायी है। यहां हमारे आदरणीय माननीय सद य, कालीचरण<br />

जी नह ं ह, उ ह ने कु छ टे ट स वाइन लू के िलए दये थे, वैसे तो मने बहत ु<br />

व तार से वाइन<br />

लू का जवाब दया है और वो इसीिलए दया था क उसम कोई<br />

आपको स लीम क गुंजाइश म नह ं दं ू मगर जहां टे ट ट स क बात आती है...<br />

आप।<br />

ी नरपत िसंह राजवी ( व ाधर नगर): स लीम वाइन लू चालू मत कर देना<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां)(िच क सा एवं वा य मं ी): नह ं, म तो<br />

खाली एक वाइंट उसम हाईलाइट करना चाहता हं ू, टे ट ट स देना बहत ु आसान है,<br />

आपको म भी टे ट<br />

ट स दे सकता हं ू राज थान का क पेयर कर के क गुजरात म जो<br />

वहां क टे ट ट स है क कै जुअ ट रेट 24.4 परसट रह , यह हमारे नेब रंग टे स ह,<br />

म य देश म 33.3 परसट रह , पंजाब म 22.8 परसट रह और राज थान म 5.8<br />

परससट रह । तो कोई इसम बहत ु खुशी क बात नह ं है क, साहब, हमारे यहां बहत ु<br />

कम मौत हई ह या कोई इसम कह ं या<br />

ु<br />

दा हई है तो उसके िलए खुशी है, म िसफ यह<br />

कहना चाहता हं ू क वाइन लू म, म यह रकाड पर लाना चाहता हं ू<br />

क जो हमारो<br />

मे डकल और पैरा-मे डकल टॉफ ने जस तरह से मेहनत कर है, हम उनको कॉ लीमट<br />

करना चा हए, उनको मुबारकबाद देनी चा हए, बहत ु ह मत से उ ह ने इसम काम कया<br />

है। ...( यवधान)...<br />

10 ोमा से टस जो टै लश हो रहे ह नैशनल हाई-वे पर, चार तो टै लश हो रहे<br />

ह मे डकल कॉलेज कोटा, अजमेर, उदयपुर और जयपुर म जस पर क टोटल हम<br />

38.60 करोड़ खच करगे और 6 जगह हम ोमा से टस खोल रहे ह ड ट हा पटल<br />

म, डूंगरपुर, बारां, िच तौड़, भीलवाड़ा, िसरोह और ड .एम.ड . अ पताल, कोटपूतली, इसम<br />

टोटल 3.90 करोड़ पये हम खच कर रहे ह। 222 मे डकल ट चस were promoted<br />

during current financial year, 2009- 2010 म।<br />

ी अमीन खां (रा य मं ी, व फ): बाड़मेर म ोमा<br />

ी एमाद<br />

आपको, तशर फ र खये।<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां)(िच क सा एवं वा य मं ी): बता दंगा ू<br />

222 मे डकल ट चस मोट कये गये ह इस फाइने शल ईयर म और नये<br />

एपाइंटम स 45 मे डकल ट चस जसम इ लू डंग ोफे सस और सीिनयर डेम ेटस का<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

ू<br />

(319)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

हम करने जा रहे ह। जो वेकट पो ट 160 अिस टट ोफे सर और 66 सीिनयर डेम ेटस<br />

क थी वो भी हम इस साल भर दगे।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): भर दगे<br />

ी एमाद<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां)(िच क सा एवं वा य मं ी): भर दगे, इस<br />

साल। Establishment of Stroke Unit at Kota Medical College - एक करोड़<br />

पये, लड क पोनट सैपरेशन यूिनट 50 लाख पये और ेक थैरेपी मशीन 2 करोड़ 4<br />

लाख क , यह कोटा म सब हो चुके ह, इसका काम हो चुका है।<br />

कोटा के िलए म एक बात और कहना चाहंगा ू , हालां क ओम बरला जी नह ं ह,<br />

आज उ ह ने एक अपनी बात रखी थी वे चन के मा यम से भी और उ ह ने एक कै थ<br />

लैब के बारे म भी बताया था, आपक इजाजत से म बताना चाहता हं ू क जो उ ह ने<br />

वे चन के मा यम से बात रखी थी, बहत ु दभा ु यपूण थी, म मानता हं उसको, ऐसी<br />

चीज हो बहत शमनाक बात है और हम सब<br />

ु<br />

का यह यास रहना चा हए क हम ऐसी<br />

चीज को अपनी ओर से जस तरह से भी हम रोक सक, कर। म उनको ध यवाद देना<br />

चाहता हं क उ ह ू ने अपने फं ड से पाँच लाख पये ड प ज के िल ए दए ह, वो म रकाड<br />

पर लाना चाहता हं। ू वो यहां ह नह ं मगर म अपनी ओर से उनको ध यवाद देना चाहता<br />

हं। ू<br />

इसी तरह से उ ह ने कै थ लैब क बात कर थी मगर अब वो चूं क यहां नह ं ह और<br />

समय आप सब पर बहत ु यादा हो रहा है, म उनको कल बता दंगा। ू<br />

बीकानेर मे डकल, कॉलेज म 1.5 टे ला 64 लाइस एम.आर.आई. मशीन 8 करोड़,<br />

िलथे सी मशीन एक करोड़, लड क पोनट सैपरेशन मशीन एक करोड़, कोबा ड थैरेपी<br />

मशीन दो करोड़, यह पी.पी.पी. मोड म मे टल है थ ो ाम के िलए डेढ़ करोड़ पये।<br />

यह कोटा म उपल ध कराये गये ह।<br />

मे डकल कॉलेज, अजमेर म नयी ऑटो एनेलाइजर और लीिनयर ए सेलेरेटर दस<br />

करोड़ क कसर पेश स के िलए पी.यपी.पी. मोड म उपल ध करायी गयी है।<br />

मे डकल कालेज, उदयपुर म ेक थैरेपी मशीन 1.37 करोड़, का डयोलोजी से टर 10<br />

करोड़, यह डवलप हो रहा है ह दु तान जंक िलिमटेड क मदद से।<br />

मे डकल कालेज, जोधपुर म एक एम.आर.आई. मशीन पी.पी.पी. मोड म ह, इसम<br />

कं शन हो चुका है, इसका इं टालेशन अ ैल तक हो जायेगा। इसके साथ-साथ जोधपुर<br />

म फ जयोथैरेपी कालेज जुलाई म शु हो जायेगा। एम.एम.ड . हा<br />

पटल, यू जनाना<br />

वंग का फाउं डेशन टोन रख दया गया है। ट ू यू सी स ईच इन पीडो-ड ट स एंड<br />

ओरल पेथोलोजी, गवनमट डटल कालेज, जयपुर म 2010-2011 म बढ़ायी गयी ह,<br />

ए ज टंग सीट आज क तार ख म 10 ह फर 12 हो जायगी।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(320)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

आ खर म एक चीज और म आपको बताना चाहता हं क आम जन क मानिसक<br />

ू<br />

वा य क आव यकताओं को यान म रखते हए विभ न ु ेणी के मानिसक वा य<br />

किमय को यथा लीिनकल साईकोलो ज ट, साईकै ट, सोशन वकर एवं साईकै ट<br />

नसज का िश ण मनो िच क सा के जयपुर म ार भ कया जायेगा।<br />

भारत सरकार से राज थान म मनो िच क सा म उ कृ टता के था पत करने हेतु<br />

ताव िभजवाया गया है, उ त अनुमित व रािश ा त होने पर मनो िच क सा के ,<br />

जयपुर को मानिसक वा य उ कृ टता के के प म वकिसत कया जायेगा जो क<br />

मानिसक वा य के िलए आव यक सभी े णय के वा य किमय को िश त<br />

करेगा। ...( यवधान)...<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): तीन-तीन बजे तक रात को इसी तरह जगना शु<br />

कर दया तो िन<br />

ी एमाद<br />

त प से काम आयगे यह।<br />

न अहमद खान<br />

(द ु िमयां)(िच क सा एवं वा य मं ी): आ खर म म<br />

आयुवद और इं डयन मे डिसन पर कु छ कहना चाहंगा। ू मुझे बहत ु खुशी है क आज कई<br />

हमारे सािथय ने आयुवद पर और यूनानी पर और हो योपैथी पर अपनी बात रखी। म<br />

शु से और हमार सरकार शु से यह मानती है क जो हमार ेड शनल इं डयन<br />

मे डिसन है उसको हम डवलप करना चा हए। जस तरह से पछले कई साल से इसको<br />

नै ले ट कया गया है, हमारा पूरा यास रहेगा क आगे आने वाले कु छ साल म हम<br />

इसको कोिशश कर के उसी टेज पर लाएं जहां क इसको होना चा हए था और यह<br />

आपने देखा होगा क हमारे घोषणा प म भी इसका हवाला है। तो उसम म बताना<br />

चाहता हं ू क राज थान आयुवद यूिनविसट , जोधपुर का हमने आ डनस टे यू स ए ड<br />

स वस<br />

स े म कर दये ह, यह पहली दफे हआ है। ु<br />

Ars/usc/0220/25032010/6n/1<br />

एम एम एम आयुवद कॉलेज गवनमट आयुवद कालेज उदयपुर का creation and<br />

upgradation of teachers posts as per CCIM norms, and encadred in<br />

service rules. ड पी सी डेट जो है 26.3.2010 क आर पी एस सी ने मोशन क<br />

फ स कर द है ट िचंग टाफ क । एम एम एम आयुवद कॉलेज उदयपुर के िलए जब<br />

ड पी सीज वेके सीज… if even after DPC, vacancies remain, they will be<br />

filled up through RPSC. इसके िलए<br />

स हमने अमड कर दए ह। यह म खास<br />

तौर पर इसिलए बताना चाहता हं क कु छ दन पहले हमारे आदरणीय कटा रया जी ने<br />

ू<br />

यह मामला उठाया था और उ ह ने यह भी मालूम करना चाहा था और वह क पलीट म<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(321)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

नह ं कर सका था क इसम स आप या करगे। तो हमने कहा क हम स भी<br />

अमड कर दगे।<br />

यूनानी पैथी को बढ़ावा देने के िलए हमने यह हमारा एक घोषणा<br />

जो दया तो<br />

माननीय मु य मं ी जी ने यूनानी डाइरे ेट का अनाउ समट कर दया। उसके बाद<br />

काफ डेलीगेशंस और काफ लोग ने, जो आज आपने भी बात रखी है क हो योपैथी का<br />

डाइरे ेट होना चा हए। मने भी इसको ए डोस करते हए ु और माननीय मु य मं ी जी से<br />

इसको र वे ट कया क हो योपैथी को भी हम बढ़ावा द। मुझे कहते हए ु यह बहत ु<br />

खुशी होती है क आज उ ह ने इसके िलए ए ी कर िलया और हम हो योपैथी का भी<br />

एक अलग से डाइरे ेट कायम करने जा रहे ह।<br />

इसम यूनानी क और हो योपैथी का तो हैड वाटर हम डाइरे ेट जयपुर म रखगे।<br />

यहां पर हम एक आयुष भवन बनाने जा रहे ह जसका क गवनमट ने स शन कर<br />

दया है और इसम डाइरे ेट आयुवद का तो अजमेर म रहेगा मगर एक कै प आ फस<br />

आयुवद का हम इसम रखगे। ोसेस बीस लै चरर और 319 आयुवद फ जिशय स के<br />

र ू टमट का आर पी एस सी से हमने चालू कर दया है। सी एम ने अनाउ समट कया<br />

था आनरे रय स का, आठ हजार से सोलह हजार पर मंथ आयुष फ जिशय स ए ड<br />

निसग क पाउ डस का 4500 से 7500 पर मंथ एट पार वद एलोपैथी डा टस और<br />

निसग क पाउ डस।<br />

इसी तरह से हमने आडर इ यु कर दए ह, increased stipend for PG<br />

students of first year – from Rs. 7,600 per month to Rs. 16,800. सै क ड<br />

ईयर के िलए 7800 से हमने इ ज करके 17,800 पर म थ कर दया है और थड<br />

ईयर के िलए आठ हजार पर मंथ 18,800 पये हमने कर दया है लस ड ए पर मंथ,<br />

ए ड फोर इ ट स जो गवनमट आयुवद कॉलेज उदयपुर के ह उनका 1250 से हमने<br />

इ ज करके 3500 पर मह ना कर दया है and the same is to be paid to the<br />

Interns of Rajasthan Ayurved University, Jodhpur. हमने ड ट आयुवद<br />

आ फसस का आ फस तापगढ़ म और एक ड ट डाइरे टर आ फस भरतपुर म खोलने<br />

का िनणय िलया है।<br />

अभी बात आ रह थी क हमारे कई िच क सालय म फन चर क कमी है,<br />

ड पसर ज म कमी है। इसके िलए दो हजार ड पसर ज के िलए दो करोड़ पया इसके<br />

िलए हमने स शन कया है। हमने इ क स करोड़ क आयुष हा<br />

पट स और ड पसर ज<br />

के िलए दवाइयां परचेज क ह और स लाई कया है आयुष मे डस स नौ करोड़ दस लाख<br />

क are being purchased for NRHM Ayush Wing in PHCs. चार फामसीज जो<br />

अजमेर, भरतपुर, जोधपुर और उदयपुर म ह, जो क आयुवद डपाटमट से चलाई जा रह<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(322)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

ह तो उसम चूं क कु छ किमयां थीं तो हम एन आर एच एम के ू उनको ए हांस करने<br />

डसीजन ले रहे ह।<br />

अब आयी वो बात जो आप कह रहे थे क कई चीज छू ट गई है आयुवद के<br />

िसलिसले म तो to promote medical tourism in Rajasthan, under Ayurved<br />

Department 7 tourist places viz. Jaipur, Bharatpur, Pushkar, Jaisalmer,<br />

Bikaner, Jodhpur and Nathdwara have been selected for establishing<br />

Panchkarma Centres through PPP. राज थान आयुवद यूिनविसट ने एक<br />

िसलेबस ड ी कोस का भी<br />

पेयर कर दया है । यह मुझे आज कहते हए खुशी है क<br />

ु<br />

कई वायदे जो हमने अपने कये थे वह हमने पूरे कये और मुझे पूर उ मीद है क<br />

अगले आने वाले समय म जो आपने किमयां बताई ह, आपका हम कोआपरेशन रहा,<br />

गाइडस रह तो हम पूरा यास करगे। जो आपको, आपके इलाके को और आपके लोग<br />

को जो तकलीफ ह, हम उनम अगर थोड़ भी कमी कर सक, अपने आपको खुश क मत<br />

समझगे। आप सबका बहत बहत ध य<br />

ु ु वाद। शु या।<br />

ी सभापित: ी भंवरलाल जी मेघवाल, म एवं िनयोजन।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ा मं ी): माननीय सभापित महोदय, मांग सं या-23<br />

म एवं रोजगार, आज सुबह से काफ माननीय सद य ने िच क सा एवं वा य पर<br />

अपने वचार रखे ले कन<br />

रखे।<br />

म एवं रोजगार के ऊपर बहत कम सद य<br />

ु ने अपने वचार<br />

ी राजे पार क (उ ोग मं ी): दो माननीय सद य बोले थे, दोन ह भाग गये।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ा मं ी): अब दोन ह गये तो अ छ बात है ना।<br />

फर भी ज ह ने भी यहां पर अपने सुझाव दए, अमू य सुझाव दए उसका म वागत<br />

करता हं। ू<br />

ी सभापित: सार योजना ह बता डालो ना अपने राज थान क ।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

भी सुझाव आए ह उनको िन त तौर से यान म रखते हए ु<br />

तो य िच ता कर रहे हो।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): हम तो स तु ट ह।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ा मं ी): और आ व त करता हं सदन को क जो<br />

ू<br />

...( यवधान)... बताऊं गा<br />

ा मं ी): स तु ट हो तो इसिलए आ व त करना<br />

चाहता हं क ू उन सुझाव पर यान दया जाएगा। कट मोशन जतने भी आए ह.......<br />

ी राधे याम गंगानगर ( ीगंगानगर): मेरा भी है।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ा मं ी): मालूम है, आपके गंगानगर का है इसीिलए<br />

बैठे हो आप। कट मोशन जतने भी आए ह उनका जवाब चौबीस घ टे म भेज दया<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ू<br />

(323)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

जाएगा। हमारे वभाग ने अबक बार एक<br />

कामगार अंशदायी पशन योजना लागू क है। उससे<br />

म और उसम हमने संग ठत<br />

िमक के िलए व वकमा गैर संग ठत<br />

िमक को काफ फायदा होगा पशन<br />

िमक के अलावा जो जोड़े ह, जैसे र शा चालक ह, थड़<br />

वाले ह, चमकार ह, ह माल ह, टै सी चालक ह, अभी इसी साल से चालू कए ह<br />

...( यवधान)... पहले चालू नह ं कया आपने, अभी चालू कया है। म अभी बता रहा हं। ू<br />

होटल ह, ढाबे ह, दकान ह ु , मूितकार ह, बीड़ कामगार ह, ठेले वाले ह, दज , कु हार,<br />

बढ़ई, यह पशन योजना चालू क है। इस पशन योजना से अब तक काफ लोग इसम<br />

पशन के िलए अपनी रािश जमा करा चुके ह और बीस साल से पचास साल क उ का<br />

िमक अगर एक हजार<br />

पया साल का जमा कराएगा, उतना ह पैसा सरकार जमा<br />

कराएगी और उसके बाद म, साठ साल क उ के बाद म उनको पशन िमलती जाएगी।<br />

एक तो यह योजना चालू क है।<br />

दसरा ू<br />

, म कहना चाहंगा क बीड़ िमक के िलए राज थान के अ दर ट क जले म<br />

173 आवास िनिमत कए गए ह और यावर म 700 आवास और अ ता म 202 आवास<br />

राज थान आवासन म डल को<br />

vns/usc/2.30/25.3.2010/6o/<br />

ता वत कर दए गए ह इनके िलए और बनाये जायगे।<br />

िमक को कु छ पहचान देने के िलये चूं क आप जानते ह हमारे िमक जो उदयपुर,<br />

इधर द णी राज थान के है वह ाय:कर गुजरात क तरफ जाते ह इसिलये उनके<br />

आइड टट काड बनाने का काम हाथ म िलया है। अब तक 20 हजार<br />

आइड टट काड बना दये ह।<br />

िमक के<br />

भारत सरकार ने एक कानून बनाया भवन एवं अ य स नमाण अिधिनयम, 1996,<br />

राज थान म इस अिधिनयम को लागू नह ं कया गया। अब मुझे कहते हए खुशी है क<br />

ु<br />

माननीय मु यमं ी अशोक जी गहलोत के िनदश से 30.4.2009 को देश म भी यह<br />

भावी हो जायेगा और 1 अ ेल, 2010 से पूरे राज थान के अ दर यह अिधिनयम लागू<br />

होगा ता क िमक के िलये जो रािश आयेगी, जो जमा होगी उससे उन िमक को<br />

फायदा िमलेगा।<br />

इसी तर के से राज थान के अ दर जो हमारे 33 जले ह उन 33 जल म रोजगार<br />

मेले हमने लगाये ह। रोजगार मेले लगाने से काफ िमक हमार जो फै ज ह, िम स<br />

ह, कारखाने ह उनके अ दर यह सारे िमक लगे ह और मुझे कहते हए खुशी है क<br />

ु<br />

कर ब-कर ब 75 हजार से ऊपर िमक को रोजगार इस ाइवेट सै टर म िमला है।<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


ु<br />

(324)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

इसी तर के से हमारे रोजगार वभाग को भी हमने पूर तरह से क यूटराइज कर<br />

दया है ता क कोई भी बेरोजगार य सीधा वहां पर अपना र ज ेशन करा ले। उसको<br />

समय पर सूचना िमल जाए क कहां-कहां वैकसी है, यह भी हमने वचार कया है।<br />

राज थान के अ दर म यह भी कहना चाहंगा ू क अब क बार राज थान म कौशल<br />

एवं आजी वका िमशन के सहयोग से सम त जल म जस कार रोजगार मेले लगाये ह<br />

यह मेले अगले साल भी हम इसी तर के से लगायगे ता क राज थान म िमक िमल ,<br />

कारखान , फै<br />

ज म िमल सके ।<br />

यहां पर यूनतम मजदर ू क बात आयी है तो यूनतम मजदर ू के िलये सरकार के<br />

पास वचाराधीन है। सरकार इस नर वचार करेगी क कतनी यूनतम मजदर क जाए। ू<br />

अब कु छ..( यवधान) मने कहा ना वचाराधीन है।<br />

ी रामहेत िसंह ( कशनगढ़ बास): वचाराधीन तो बहत समय से है ले<br />

ु<br />

घोषणा करनी चा हये सदन म ऐसी आपसे अपे<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

वचाराधीन है। सरकार के वचाराधीन है तो िन<br />

ा है।<br />

कन आपको<br />

ा मं ी): वचाराधीन है तभी तो मने कहा ना क<br />

त तौर से काम होगा।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): आपका मन तो ठ क है <br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ा मं ी): मेरा मन तो ठ क है फर आप जानते ह।<br />

मेरा मन तो ठ क है ले कन आप जानते ह सारा मामला व त वभाग का है और व त<br />

वभाग जब वीकृ ित देता है तभी कोई बात है, वचाराधीन मने इसीिलये कहा है।<br />

चूं क हमारा वभाग िमक के क याण का वभाग है इसिलये और तो कोई<br />

घोषणाएं इसम होने वाली ह नह ं।<br />

म माननीय सभापित महोदय, आपसे िनवेदन करता हं ू क मांग सं या-23- म और<br />

रोजगार क मांग को पा रत कया जावे।<br />

ी सभापित: नह ं, इधर वाले कु छ कह रहे थे ना आपको।<br />

मा टर भंवरलाल मेघवाल (िश<br />

ी एमाद<br />

सभापित महोदय, म<br />

न अहमद खान<br />

और सफाई को पा रत कया जाए।<br />

ा मं ी): म समझ गया बात को।<br />

(द िमयां ु ) (िच क सा एवं वा य मं ी): माननीय<br />

ताव करता हं ू क मांग सं या-26-िच क सा एवं लोक वा य<br />

मांग सं या 26 का पारण<br />

ी सभापित: ‘ न यह है क मांग सं या-26-िच क सा एवं लोक वा य और<br />

सफाई के स ब ध म 31 माच, 2011 को समा त होने वाले वष म कये जाने वाले यय<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं


(325)<br />

गु वार, 25 माच 2010<br />

के िनिम त रा यपाल महोदय को<br />

पये 28,11,11,46,000/- (अ ठाईस अरब यारह<br />

करोड़ यारह लाख िछयालीस हजार) तक क रािश दान क जावे ’<br />

( वीकृ त)<br />

मांग वीकार क गयी।<br />

ी घन याम ितवाड़ (सांगानेर): इस पर लोग नो भी बोल सकते ह इसिलये हां<br />

प जीता, हां प जीता, नह ं, यह हां प जीता फर हमार तरफ भी देख िलया करो<br />

आप। हम कह ना प जीता, तब तो आप देखा कर ना थोड़ा-थोड़ा कभी-कभी।<br />

मांग सं या-23 का पारण<br />

ी सभापित: ‘ न यह है क मांग सं या-23- म और रोजगार के स ब ध म 31<br />

माच, 2011 को समा त होने वाले वष म कये जाने वाले यय के िनिम त रा यपाल<br />

महोदय को<br />

पये 1,23,73,80,000/- (एक अरब तेईस करोड़ ितह तर लाख अ सी<br />

हजार) तक क रािश दान क जावे ’<br />

( वीकृ त)<br />

मांग वीकार क गयी।<br />

सदन क बैठक आज शु<br />

िलये थिगत क जाती है।<br />

(तदन तर सदन क बैठक 2.36 बजे शु<br />

वार, दनांक 26 माच, 2010 के ात: <strong>11.00</strong> बजे तक के<br />

<strong>11.00</strong> बजे तक के िलये थिगत हई। ु )<br />

------<br />

वार दनांक 26 माच, 2010 के<br />

राज थान वधान सभा क कायवाह का वृ ता त<br />

अशोिधत ित/ काशनाथ नह ं

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