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Navankur

Primary Hindi Newsletter - July 2018 Bal Bharati Public School, Noida Publication

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मोजना का भहत्त्ि<br />

योहहत नाभ का एक रड़का था| र्ह फहुत आरसी था| र्ह कबी बी ऩयीऺा की तैमायी कबी बी<br />

मोजना फनाकय नहीॊ कयता था|र्ह ऩयीऺा से दो-तीन हदन ऩहरे तैमायी कयता औय कभ अॊक आने<br />

ऩय योता| र्ह कबी बी अऩनी कशभमों की तयफ़ ध्मान न देता,फस ऩयीऺा के नतीजों को हभेिा<br />

गरत फताता था | उसकी भाॉ उसे हभेिा मही फात सभझाती थीॊ कक ऩयीऺा की तैमायी ऩहरे से ही<br />

मोजना फनाकय कयनी चाहहए| ऩयॊतु र्ह कबी बी इस ओय ध्मान नहीॊ देता था | एक हदन उसकी<br />

भाॉ ने उसकी अध्मावऩका को मह फात फताई | तफ उसकी अध्मावऩका ने उसे मोजना का भहत्त्र्<br />

मोजना का भहत्त्ि<br />

फताने के शरए एक तयकीफ ननकारी | उन्होंने योहहत से कहा कक दो हदन के फाद तुमहायी ऩयीऺा<br />

है|योहहत घय आकय तैमायी भें जुट गमा| जफ र्ह वर्द्मारम गमा तफ उसे ऩता रगा कक ऩयीऺा तो<br />

चाय हदनों के फाद है| घय आकय उसने र्ही ऩाठ एक फाय दोफाया से ऩढ़ शरए| इस फाय उसे ऩहरे से<br />

ज्मादा सभझ आमा| इस फाय ककसी कायणर्ि उसकी ऩयीऺा एक सप्ताह औय आगे कय दी गई| इस<br />

प्रकाय अनतरयक्त सभम ऩाकय योहहत ने अऩनी तैमायी ऩूयी कय री| जफ उसकी ऩयीऺा हुई तो उसने<br />

फहुत अच्छे तयह से ऩयीऺा दी| जफ ऩरयणाभ आमा तो र्ह फहुत खुि हुआ क्मोंकक र्ह फहुत अच्छे<br />

अॊकों से ऩास हुआ था| अफ उसे सभझ आ गमा था कक महद र्ह इसी प्रकाय सबी वर्षमों की तैमायी<br />

मोजना फना कय ऩूयी कय रे तो हभेिा ही उसके अच्छे अॊक आएॉगे| इस प्रकाय योहहत को मोजना<br />

का भहत्त्र् ऩता चर गमा था|आखख़यकाय उसकी भाॉ औय उसकी अध्मावऩका की तयकीफ काभ आई |<br />

तोिन िभाफ<br />

कऺा-ऩाॉचर्ीॊ ‘फ’<br />

िृऺ हभाये सच्चे भभि<br />

र्ृऺ धयती ऩय हभाये सच्चे शभत्र हैं|त्रफना र्ृऺों के हभ जी नहीॊ सकते|हभ र्ृऺों को थोड़ी सी जगह औय थोड़ा<br />

सा ऩानी देते हैं औय र्े हभें जीर्न के साथ-साथ फहुत कु छ देते हैं|<br />

र्ृऺों से हभें फहुत राब होते हैं| हभें ताज़ी औय स्र्च्छ हर्ा शभरती है| र्ृऺ हभें धूऩ भें छामा देते हैं | उनके<br />

साथ यहने से,देखने से हभें फहुत आनॊद बी शभरता है|<br />

ऩेड़ों की जड़ें शभट्टी भें जाकय उसको जकड़े यहतीॊ हैं ब्जससे बू स्खरन नहीॊ होता | ऩेड़ हभाये र्ातार्यण भें<br />

ठॊडक ऩहुॊचाते हैं | ऩेड़ों से हभें अनाज, पर, सब्लजमाॊ औय कऩास बी शभरती है | ऩेड़ फादरों को फुराते हैं<br />

ब्जससे र्षाफ होती है | अगय हभ ऩेड़ों को काटते जाएॊगे तो र्षाफ बी नहीॊ होगी ब्जससे र्ातार्यण अिुद्ध होता<br />

जाएगा औय हभें साॉस रेने के शरए िुद्ध हर्ा बी नहीॊ शभरेगी |<br />

हभें ऩेड़ों का ध्मान यखना चाहहए\अऩने आस-ऩास का र्ातार्यण हया-बया औय स्र्च्छ यखना चाहहए तबी हभ<br />

स्र्स्थ जीर्न जी ऩाएॊगे औय स्र्स्थ यह ऩाएॊगे |<br />

श्रद्धा भौमाफ<br />

कऺा-ऩाॉचर्ीॊ –‘स’

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