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आर. सुवण<br />

B.A. (HPP), 1 st<br />

Year<br />

माँ<br />

माँ और माँ का यार िनराला<br />

उसने ही है मुझे सभाला<br />

मेरी ममी बड़ी यारी<br />

मेरी ममी बड़ी िनराली<br />

या म उनक बात बताऊ<br />

सचू ! उह कै से म जान पाऊँ<br />

सुबह सवेरे मुझे उठाती<br />

सुवण कहकर मुझे जगाती<br />

जदी से तैयार म होती<br />

उसके कारण कू ल जा पाती<br />

कू ल से अित ही खुश होती<br />

जब ममी का चेहरा दखता<br />

पौिक भोजन मुझे िखलाती<br />

गृह काय भी पूरा करवाती<br />

माँ और माँ का यार िनराला<br />

पर म करती गड़बड़ घोटाला<br />

जब म करती कोई गलती<br />

समझाने क कोिशश करती<br />

लुटाती मुझ पर अिधक यार<br />

करती मुझसे अिधक दुलार<br />

मुझ पर ग़सा जब है आता<br />

दो िमनट म उड़ भी जाता<br />

मेरी ममी मेरी जान<br />

रखती मेरा पूरा यान<br />

माँ और माँ का यार िनराला<br />

उसने ही है मुझे सभाला<br />

फर वही "माँ" िमले<br />

मांग लूँ यह मत क<br />

फर यही जहाँ िमले<br />

फर वही गोद<br />

फर वही "माँ" िमले<br />

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