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तर त<br />
– 1<br />
1. मॉूल का नाम :<br />
2. सेटर :<br />
3. कोड:<br />
4. वेश यो यता<br />
य<br />
:<br />
5. आविधक समता<br />
6. अविध<br />
7. ा कथन<br />
क<br />
8. रोजगार के े<br />
शहतूत उान थापक।<br />
कोशकट पालन<br />
एसईआर-210<br />
यूनतम पांचव पास + एसईआर 101 और 14 वष क आयु<br />
पाम पूरा करने के बाद िशित अ यथ शहतूत उान<br />
थािपत करने म सफल होगा।<br />
150 घंटे<br />
शहतूत क पिय कृ िमकोष के स पोषण का मु या आधार है।<br />
अतएव, गुणव तायु त शहतूत क पिय उ तम कृ िमकोष<br />
उ पादन म सवािधक मह वपूण िनधारक कारक है। शहतूत क<br />
जड़ बत गहरी होने के कारण उ च गुणव तायु त पादप के<br />
रोपण के साथ उान लगाना इस आशय के साथ मह वपूण है<br />
क बाद म इससे उ तम कार क पियां ा त हगी। धारणीय<br />
आधार पर उ तम कार क पियां ा त करने के योजनाथ<br />
शहतूत के उान को वैािनक आधार पर थािपत करना एक<br />
बत ही आव यक काय है।<br />
कोशकट पालन फाम म वरोजगार एवं िनयोजनीय।<br />
9. पाम सामी<br />
ायोिगक समता<br />
अनुशासन और समय क पाबंदी।<br />
िवभागीय पदािधकारय और िवषय<br />
िवशेष के साथ पार परक बातचीत।<br />
पेचीदा मृदा आधार अ ययन और िविभ न<br />
मृदा कार क िशना त।<br />
मृदा परीण – सिम त मृदा नमून का<br />
संहण और तैयारी, उन पर लेबल लगाकर<br />
उ ह मृदा परीण योगशाला को भेजना,<br />
मृदा परीण रपोट का अ ययन और मृदा<br />
आशोधन।<br />
माफलॉिजकल गुण पर आधारत शहतूत<br />
क लोकिय क म क िशना त।<br />
हल चलाने/खुदाई करने, जमीन को समतल<br />
बनाने खेत क कटाई करने, रोपण और<br />
खरपतवार आद क सफाई करने जैसे काय<br />
के योजनाथ जमीन तैयार करने हेतु फाम<br />
उप कर यथा ै टर, पावर टलर और बैल<br />
के मा यम से इ तेमाल क जाने वाली<br />
मशीन का उपयोग।<br />
उपयु त रोपण सामी यथा पादप आद का<br />
चयन।<br />
पैमाइश करने, हल चलाने/खुदाई करने,<br />
जमीन को समतल बनाने आद जैसे<br />
वा तिवक काय करके रोपण करने के<br />
आधारभूत ान (िसांत<br />
िसांत) के अंतगत<br />
कोशकट पालन म शहतूत थापना का<br />
मह व।<br />
शहतूत के िवकास और उ पादकता पर<br />
पयावरण संबंधी कारक यथा वषा,<br />
तापमान, काश, आता और वायु का<br />
भाव।<br />
चिलत कृ िष जलवायुगत दशाएं एवं शहतूत<br />
क कृ िष।<br />
शहतूत िवकास और स पोषण।<br />
शहतूत क कृ िष के िवशेष संदभ के साथ मृदा<br />
संरण, अवसंरचना, टोपोाफ, मृदा<br />
परीण और आशोधन करने के उपाय।<br />
शहतत से संबंिधत माफलॉजी, उसक सार<br />
पितयां और वान पितक सार के लाभ।<br />
वषा आ छादत और सिचत दशा म<br />
शहतूत क थापना।<br />
लोकिय शहतूत क क म और उपयु त े<br />
िविश ट क म का चयन।<br />
खुदाई/हल चलाने, भूिम को समतल करने गढ़े<br />
और खाइयां बनाने/ यारयां बनाने से पहले<br />
िविभ न आवतन और अनुयोग से संबंिधत<br />
जायजा और बोधग यता।<br />
सचाई-मह व, संसाधन, िविभ न पितयां<br />
और उपयु त पित का अंगीकरण, सचाई