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िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong><strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>'िवदेह' १२१ म अंक ०१ जनवरी २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१)ऐ अंकमे अिछ:-ऐ अंकमे अिछ:-१. संपादकीय संदेश२. ग२.१. पंकज चौधरी (नवली)- िवहिन कथा : पुरकार२.२. जगदीश साद म डल-दूटा लघुकथा-पिट याबला/ सनेस२.३. िबदेर ठाकुर- ेम-प / सपनाक अबसान२.४. उमेश मडल- िमिथलाक खटी संकृितक संकलन1


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२.५. गजे ठाकुर- जगदीश साद मडल :एकटा बायोाफी- आग२.६. नवदु कुमार झा- गाम मे िवान क लोकिय बनबऽ मे लागल छिथ मानस िबहार२.७. सयनारायण झा- िवहिन कथा- भोल३. प३.१. जगदीश च ठाकुर ‘अिनल’- की भेटल आ की हेरा गेल (आम गीत)- (आग)2


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>३.२.१. पंकज चौधरी (नवली)- भित गजल/ भित गीत : िदय ने दरस जगदंब िदय/ गजल1-3/हाइकू-शेनयू/ हजल/ किवता : माए मैिथली छिथ आान करैत !!/ २. मनोज कुमारम डलक ३.मो. गुल हसन- उदास लागै..३.३. अिमत िम- गीत 1-3३.४.१. आशीष अनिचहार- नुकाएल बलाकारी प २. िकशन कारीगर- िडनरिडलोमेसी३.५.१. मुी कामत केर दुइ गोट किवता- बेटी-लहास/ बाल-म २. ीित ि या झा-किव ता-कऽ देलिख न उपकार महाशय३.६.१. राजदेव म डलक तीन गोट किव ता-िश शुक वर/ बोलती ब/ िद लक आवाज २.जगदीश साद म डलक सातटा गीत3


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>३.७.१. राम िव लास साफी- पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ २. सतोष कुमार िम-गुलामी डे ३. िजते ‘िजतु’- गरीबीक जाड़/ कथी लए...? ४. राजेश कुमार झा- जॲअह नै छी३.८.१. िबनीता झा- अही देशक बेटी हम २. कािमनी कामायनी -िखलैत पलास वन३.योित झा चौधरी- शदमे उसवबालान कृते-पंकज चौधरी (नवली)- बाल गजलिवदेह मैिथली पोथी डाउनलोड साइट<strong>VIDEHA</strong> MAITHILI BOOKS FREE DOWNLOAD SITE4


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ( ेल, ितरहुता आ देवनागरी मे ) पी.डी.एफ. डाउनलोडक लेल नीचकिलंकपर उपलध अिछ। All the old issues of Videha e journal ( in Braille, Tirhuta andDevanagari versions ) are available for pdf download at the following link.िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ेल, ितरहुता आ देवनागरी पमे Videha e journal's all oldissues in Braille Tirhuta and Devanagari versionsिवदेह ई-पिकाक पिहल ५० अंकिवदेह ई-पिकाक ५०म सँ आगक अंक↑ िवदेह आर.एस.एस.फीड एनीमेटरक अपन साइट/ लॉगपर लगाऊ।लॉग "लेआउट" पर "एड गाडजेट" मे "फीड" सेलेट कए "फीड यू.आर.एल." मेhttp://www.videha.co.in/index.xml टाइप केलासँ सेहो िवदेह फीड ात कए सकैत छी। गूगलरीडरमे पढ़बा लेल http://reader.google.<strong>com</strong>/ पर जा कऽ Add a Subscription बटन िलकक आ खाली थानमे http://www.videha.co.in/index.xml पेट क आ Add बटन दबाउ।Join official Videha facebook group.Join Videha googlegroupsिवदेह रेिडयो:मैिथली कथा-किवता आिदक पिहल पोडकाट साइटhttp://videha123radio.wordpress.<strong>com</strong>/5


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मैिथली देवनागरी वा िमिथलारमे निह देिख/ िलिख पािब रहल छी, (cannot see/write Maithili inDevanagari/ Mithilakshara follow links below or contact atggajendra@videha.<strong>com</strong>) तँ एिह हेतु नीचक िलंक सभ पर जाउ। संगिह िवदेहक तंभ मैिथलीभाषापाक/ रचना लेखनक नव-पुरान अंक पढ़ू।http://devanaagarii.net/http://kaulonline.<strong>com</strong>/uninagari/ (एतए बॉसमे ऑनलाइन देवनागरी टाइप क, बॉससँ कॉपी कआ वड डॉयुमेटमे पेट कए वड फाइलक सेव क। िवशेष जानकारीक लेलggajendra@videha.<strong>com</strong> पर सपक क।)(Use Firefox 4.0 (fromWWW.MOZILLA.COM )/ Opera/ Safari/ Internet Explorer 8.0/ Flock 2.0/ GoogleChrome for best view of 'Videha' Maithili e-journal at http://www.videha.co.in/ .)Go to the link below for download of old issues of <strong>VIDEHA</strong> Maithili e magazinein .pdf format and Maithili Audio/ Video/ Book/ paintings/ photo files. िवदेहक पुरानअंक आ ऑिडयो/ वीिडयो/ पोथी/ िचकला/ फोटो सभक फाइल सभ (उचारण, बड़ सुख सार आ दूवतमं सिहत) डाउनलोड करबाक हेतु नीचक िलंक पर जाउ।<strong>VIDEHA</strong> ARCHIVE िवदेह आकइवयोितरीर पूव महाकिव िवापित। भारत आ नेपालक मािटमे पसरल िमिथलाक धरती ाचीन कालिहसँमहान पुष ओ मिहला लोकिनक कमभिम रहल अिछ। िमिथलाक महान पुष ओ मिहला लोकिनक िच'िमिथला र' मे देखू।6


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>गौरी-शंकरक पालवंश कालक मूि, एिहमे िमिथलारमे (१२०० वष पूवक) अिभलेख अंिकत अिछ।िमिथलाक भारत आ नेपालक मािटमे पसरल एिह तरहक अयाय ाचीन आ नव थापय, िच, अिभलेखआ मूिकलाक़ हेतु देखू 'िमिथलाक खोज'िमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सबिधत सूचना, सपक, अवेषण संगिह िवदेहक सच-इंजन आ यूज सिवसआ िमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सबिधत वेबसाइट सभक सम संकलनक लेल देखू "िवदेह सूचना संपकअवेषण"िवदेह जालवृक िडसकसन फोरमपर जाउ।"मैिथल आर िमिथला" (मैिथलीक सभसँ लोकिय जालवृ) पर जाउ।1.संपादकीय११सािहय अकादेमी ारा युवा पुरकारक भेल घोषणा। िहदीमे िलखैबला ारा मैिथलीमे मा पुरकार लेलिलखल जेबाक वृि, जे सुखाएल मुयधारामे पिहनेसँ रहल अिछ, आ तकरा (नव) ाणवादक अतगतपुरकृत कएल जेबाक वृि ओइमे सेहो रहल अिछ, आब तकर सार ओ अपन जाितवादी युवा मयकेलक अिछ । चेतना सिमित आिद संथा (नव) ाणवादी करताक ाण युवा वग मय पसारैत रहबाकचेा करैत रहैत अिछ। पोथीक वािलटीक थानपर चमचािगरी, लेखकीय दाियवक थानपर जाितवादीकरता चिलते रहत? टेटस कोइट युवाक, वैािनक (नव) ाणवादी युवा जे अहक जाितवादीिवचारधाराक चैलेज केनाइ तँ दूर, ओइमे सहयोग करए, की ऐ तरहक तवक बढ़ावा दऽ अह मैिथलीसािहयक पुनजगरण बाधक तव नै बिन रहल छी।"िनतुकी" किवता संहक पुरकार नै भेटए ओइ लेल महे झाक सहरसा" सँ, देवे झाक मधुबनी (संितमुजफरपुर)सँ आ योगानद झाक बदनाम किबलपुर गगसँ बजाओल गेल आ ई भार देल गेल। आ ओ सभ7


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>चुनलिह अणाभ "झा" सौरभ क। सायास "िनतुकी" किवता संह सािहय अकादेमी ारा नै मंगाओल गेल,जे एकटा इलीगल काज अिछ। हरबर-दरबरमे िनणय कएल गेल, आब जएह पोथी आिब सकल ओही मयसँने िनणय हएत, से तक देल गेल। पूण पसँ फाम हाउस िचकेन (उजर, ाण आ नपुंसक) मैिथलाण जूरी चुनल गेल जे कोनो िरक नै रहए।ऐ इलीगल काजक हर तरपर चुनौती देल जाएत।मूल पुरकार लेल शेफािलका वमक चुनल गेल छिह आ अनुवाद पुरकार लेल महे नारायण रामक- दुनूगोटेक बधाइ। संगमे निचकेताक "नो एी: मा िवश", सुभाष च यादवक "बनैत िबगड़ैत" आ जगदीशसाद मडलक "गामक िजनगी"क िव "िनतुकी" िवरोधी तव जे तीन सालसँ जान ाण लगेने अिछ जेऐ पोथी सभक मूल पुरकार नै भेटैक, से घोर िनदनीय अिछ। "नो एी: मा िवश" २००८ मे कािशतरहै आ ई िकताब अिगला सालसँ पुरकारक रेसमे नै रहत, ऐ पोथीक मूल सािहय अकादेमी नै भेिटसकत। मुदा की एकर थान मैिथलीक पिहल आ एखन धिरक एकमा पोटमॉडन ामाक पमे बरकार नैरहत, की ाणवादी िवचारधारा ई थान ऐ पोथीसँ छीिन सकत? सुभाष च यादवक "बनैत िबगड़ैत" आजगदीश साद मडलक "गामक िजनगी" अिगला साल सेहो रेसमे रहत। मुदा तारानद िवयोगी आ महेनारायण राम िकए (नव वैािनक) ाणवाद ारा वीकृत छिथ आ सुभाष च यादव आ मेघन सादअवीकृत ओइ आलोकमे सुभाष च यादवक "बनैत िबगड़ैत" क िव रामदेव झा- योगानद झा- महेमलंिगया- मोहन भाराज- मायानद िम- चनाथ िम "अमर" आिदक षडयं सफल भैयो जँ जाए तँ कीसुभाष च यादवक मैिथली पाठकक हृदए मे जे थान छै, से की कम कऽ सकत ई षडयंकारी सभ?जगदीश साद मडलक "गामक िजनगी"क थान मैिथलीक आइ धिरक सवे लघुकथा संहक पमे बिनगेल अिछ, की ओ थान िकयो दोसर छीिन सकत?पढ़ू िनतुकी आ चमेटा मा महे झा, देवे झा आ योगानद झाक -िनतुकीhttp://books.google.co.in/books?id=CuB1Lih1WDIC&lpg=PP1&pg=PP1#v=onepage&q&f=false२िवदेहक सबधमे धीरे ेमिषक एकटा फकड़ा मोन पड़ल छलिह- "खसी-बकरी एिह धोकरी"। राजासलहेसक गाथामे जतऽ सलहेस राजा रहै छिथ चूहड़मल चोर भऽ जाइ छिथ आ जतऽ चूहड़मल राजा रहैछिथ सलहेस चोर भऽ जाइ छिथ। सािहयक ाणवाद जाितक आधारपर समीा करैए, समानातर8


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>परपराक उदारवाद करता िवरोधी अिछ। समानातर परपरा िमिथला आ मैिथलीक उदार परपराकरेखिकत करैए तँ ाणवादी समीाक िमिथलाक कर तव भािवत करै छै। समानातर परपराक घोड़ााणवादी समीामे गधा बिन जाइए, आ ाणवादी सािहयमे तँ गधा छैहे नै, सभ घोड़ाक खोल ओढ़ने छै।आ सएह कारण रहल जे मैिथलीक सुखाएल मुय धाराक सािहय दब अिछ। आ सएह कारण रहल जेअतुकात किवता हुअए बा तुकात, बहरयुत गजल हुअए बा आजाद गजल; रोला, दोहा,कुडिलया, बाइ,कसीदा, नात, हजल, हाइकू, हैबून बा टनका-वाका सभ ठाम समानातर परपरा कतऽ सँ कतऽ बिढ़ गेल;नाटक-उपयास-समीा, िवहिन-लघु-दीघ कथा सभ ेमे अुत सािहय मैिथलीक समानातर परपरामेिलखल गेल मुदा ाणवादी सुखाएल मुयधारा आ जाितवादी रंगमंच छल-पंच आ सरकारी संथापरिनयंणक अछैत मरनास अिछ।गजे ठाकुरggajendra@videha.<strong>com</strong>अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।२. ग२.१. पंकज चौधरी (नवली)- िवहिन कथा : पुरकार२.२. जगदीश साद म डल-दूटा लघुकथा-पिट याबला/ सनेस9


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२.३. िबदेर ठाकुर- ेम-प / सपनाक अबसान२.४. उमेश मडल- िमिथलाक खटी संकृितक संकलन२.५. गजे ठाकुर- जगदीश साद मडल :एकटा बायोाफी- आग२.६. नवदु कुमार झा- गाम मे िवान क लोकिय बनबऽ मे लागल छिथ मानस िबहार२.७. सयनारायण झा- िवहिन कथा- भोलापंकज चौधरी (नवली)10


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िवहिन कथा : पुरकारमैिथलीमे नातकोर के उपािध हण केलाक उपरात मृदुल सािहय सृजनमे लािग गेला। नीक आ भावीलेखनी हेबाक कारणे महािवालय तर पर खूब याित बटोरलिह।रोजगारक ताकमे िदली च'ल गेला मुदा शहिरया तड़क-भड़क नै सोहेलिह। शहरक भीड़-भरा आ ताम-झाममे सािहयक संग छुटैत बुझना गेलिन त' गाम आपस आिब गेलाह आ मधुबिनएमे एकटा िनिज िवालयमेिशकक पद सहािर सािहयक ित समिपत भ' गेला। िशकक नौकरीसँ जतेक आमद होिन तािहसँ घ'रोचलब किठन। घरमे सभ िदन लला-छुछी लगले रिहत छलिन। मुदा हािर नै मानलिह। सािहयक खुाधेने रिह गेला। िजनगीक गाड़ी जेन-तेना खॴचने जा रहल छलाह।सािहियक ेमे हुनक िसि िदन-ितिदन बढ़ल जा रहल छल। भिरसके कोनो प-पिका छल जािहमेहुनक रचना निह छपैत छल। कतेको पोथीक काशन भ' गेल छल। तीन बेर मैिथली भाषा लेल "सािहयअकादमी" पुरकारक हेतु सेहो नािमत भेला मुदा भेटलिन निह। एिह बरख हुनक एक गोट पोथी केअमरीकामे सेहो समािनत कएल गेल छल। देशभिरमे पोथीक खूब चच चलल। खूब सराहना भेल। एतएतक की एिह पोथी के मैिथली सािहयमे मील के पाथर सेहो कहल जाए लागल। एिह बरखक मैिथलीभाषामे "सािहय अकादमी" पुरकारक लेल ओ बल दावेदार छिथ। सभके भरोस आ अपेा जे एिह बेरकई पुरकार लेल मृदुल जी सभसँ उपयुत लोक छिथ।बेस ... ओहो िदन आएल। पुरकारक घोषणा कएल गेल। मुदा ... ई की !!!??? पुरकारक घोषणाअचंिभत करए वला छल। पुरकार लेल जखन सािहयकारक नाउ घोिषत भेल त' शंका जागल जे ईपुरकार मैिथली भाषाक लेल अिछ आ की ....? सभ गोटे अपन-अपन तक लगा एिह घोषणाक तुक तािकरहल छलाह। .....मृदुल अहू बेर छटा गेलाह !पकारक समूहमेसँ एक गोटे मृदुलसँ केलिन, "मृदुल की एकरा मैिथली सािहयक उदारता कहब? कीअह संग याय भेल"? मृदुल नमहर वस छोड़ैत बजलाह, "एिह क बेशी महव नै जे पुरकार हमराभेटल आ की नै, एकरो महव नै जे हमरा संगे याय भेल आ की नै; महवपूण ई जे की पुरकार संगेयाय भेल !?" कोनो भाषाक लेल "सािहय अकादमी पुरकार" यिद एहन गोटे के देल जाएत अिछ जे ओिहभाषासँ जुड़ले निह छिथ, त' की एकरा ओिह भाषाक यापकता वा उदारता कहल जाए? जे मैिथली आअगबे मैिथली धेने बैसल छिथ हुनका संगमे ई केहन उदारता अिछ? की िसिमत साधनक ई किथतयापकता या उदारता असीिमत साधना पर हार निह अिछ? यिद ई यापकता या उदारता था बिन गेल त'जे अगबे मैिथलीमे िलखैत छिथ तिनका ई सािहियक समाज की जबाब देत?(ितिथ: 21.12.2012)11


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।जगदीश साद म डलदूटा लघुकथा-पिट याबला/ सनेसपिट याबलाजेठ मास, िद नक तीन बजैत। देखैमे राित सँ बहुत बेसी नमहर िद न बनैत मुदा जिह ना कायाक संग माया आरौदक संग छाया चिल ते रहैत तिह ना नमहर िद नक संग धूपो एते बिढ़ -चिढ़ जाइत जे मझोलको िद नसँ,मशि त क दौड़मे छोट बिन जाइत। सूयक शि त वाण एते उ प पकिड़ लइत जे धरित यो ताबा जकआिग उगलैपर उताहुल भऽ जाइत। धरती-अकास बीच लुलुआएल लू एक-ताले बाधमे नचैत। जेना राम-रावणक बीच वा महाभारतक सरहम िद न भेल, तिह ना। तेहने तीरसँ बेिध त सुलेमान बेहोश भेल ओइ िच ड़ैजक याम सुनरक दरब जापर आिब दावामे साइिक ल ओंगठा ओसारक भुँइयेपर चा नाल चीत खिस तेआँिख मूना गेलै। जिह ना ब आिख सस चलैत अधमड़ूक होइत तिह ना भेल। बेका चाह पीबैक अ यास याम सुनरक, तीन बजेक। बगलक घरक ओसारपर चाह बनबैत रहिथ तँए साइिक लक खड़खड़ाएबसँ नैपरेिख सकलाह जे वाण लगल बाझ जक िक यो छिथ । साइिक लक बात सामा य तँए समु उपछबसँ नीकजे जइ काजमे हाथ लागल अिछ अ◌ोकरा पूरा ली। सएह केलिन । चाह पीबैत दरब जापर अिब ते देखलिनजे ई अधमड़ू भेल के िछ याह। मुँह िन हारलिन तँ िच हल चेहरा सुलेमानक। आँिख ब, कुहरैत मनबलाक तँबोिल यो अ प टे जक भऽ जाइ छै, तँए बाल-बोध वा पशु जक दुख बूझब किठ न भऽ जाइत, तथािप छातीथीर करैत याम सुनर टोकलिख न-“सुलेमान भाय, सुलेमान भाय?”12


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पािन क तहक अवाज जिह ना ऊपर नै अबैत मुदा पािन क ऊपरक अवाज कि प त होइत, लहिर क अनुकूलततए धिर जाइत जतए ओ पूण अि थ र नै भऽ जाइत। याम सुनरक उर अबैसँ पिह निह मन पिड़ गेलिनिभ नसुरका अवाज। “पिट या लेब पिट या, पिट या लेब पिट या।”मुदा लगले मनक नअ घंटा उचिट कहलकिन । भिर सक रौदक चोट आ मेहनित क मािर सँ एते बेथा गेल छिथजे आँिख खोलैक साहसे नै होइत छि ह । िच हल दरब जा आ िच नहार बोली अकाि◌न करोट फेड़ैत अध-िख लू आँिख उठा सुलेमान बाजल-“ याम भाय, केकर मुँह देिख घरसँ िन कललॱ जे एको पाइक बोहिन नै भेल। उधार-पुधार ऐ उमेरमे खाएबनीक नै बुझै छी, कखन छी कखन नै छी, केकरो खा कऽ मरब तँ कोसत। जलखै खा कऽ जे िन कललॱ,सहए छी। खाली पेटमे पािन य भॲकबे करै छै। पेटमे बगहा लगैए।”सुलेमानक बात सुिन याम सुनरक भेलिन जे भिर सक एकरे िब लाइ कुदब कहै छै। भुखाएल िब लाइ जिह नाछटपटाइत अपनो ब चाक कंठ चभैले तैयार हुअए लगैत तिह ना भिर सक होइत-हेतइ। मुदा रोगो तँ असान नैएक संग कते तीर लागल छि ह । कोनो घुीमे तँ कोनो बिह मे कोनो छातीमे तँ कोनो माथमे। भूख-िप यास,थकान इ यािद सँ बेधल छिथ । तोसैत याम सुनर कहलिख न-“सुलेमान भाय, आँिख नीक जक खोलू। एके कप चाह बनौने छलॱ जे आँइठ भऽ गेल अिछ । बाजू पिह नेचाह पीब आिक खेनाइ खाएब?”पाश भरल बातमे आस लगबैत सुलेमान बाजल-“भाय, ऐ घरक किह यो दोसराक बुझलॱ जे कोनो बात बजैमे संकोच हएत। देहमे तते दद भऽ रहल अिछजे कनी पीिठ पर चिढ़ खुिन िद अ पिह ने, तखन बूझल जेतै।”सए घरक जुलाहा पिर वार गोधनपुरमे। झंझारपुरसँ पूब सुखेत पंचायतक गाम गोधनपुर। जइठाम मरदे-मौिग ये िम िल िब छानक कारोबार करैत अिछ । गाम-गामसँ मोथी कीिन , अपनेसँ सोनक डोरी बिट िब छान बीिन ,उरमे अंधरा ठाढ़ी, दिछ न घन यामपुर, पूब घोघरडीहा आ पिछ म महथ-कोिठ या-रैमा धिर क बजार बनाकारोबार करैत अिछ । ओना जुलाहा खाली गोधनपुरे टामे नै आनो-आनो गाममे अिछ मुदा िब छानक कारोबारगोधनपुरे टामे होइत। शहर-बाजरमे जिह ना रंग-िब रंगक व तु-जात िब काइत तिह ना गामो-समाजक बजारमेचलैत अिछ । जइमे रंग-िब रंगक व तु-जातक िब ी-बा चलैत अिछ । िक छु व तुगत आ अिछ िक छुभावगत।साइयो पिर वार अपन-अपन े बना िभ नसरे जेर बना-बना िन किल जाइत अिछ । ओना किह यो कालसुलेमानो जेरेमे िन कलैत, मुदा आइ असगरे िन कलल छल। अपनामे सीमाक अित मण करबो करैत आनिह यो करैत। खु ला बजार तँ ओहए ने िट काउ होइत जे िब सवासू व तुक िव ी करए। नै तँ घिट या माल13


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आ बेसी दाममे व तुक िव ी हएत। मुदा गोधनपुरक पिट याबलामे से नै एकरंगाह व तु, एक रंगाहे दाममेिब काइत।पीठ-सँ-घुी धिर जखन याम सुनर दस बेर बुललाह तखन सुलेमान पड़ले-पड़ल बाजल-“भाय, आब उतिर जाउ। एह, अरे बाप रे आ◌ेइ िज नगीसँ घुरलॱ। मन ह लुक भेल।”किह फुड़फुडा कऽ उिठ बैसैत बाजल-“भाय, अचेत जक भऽ गेल छलॱ। आँिख चोि ह या गेल छलए। सॱसे अ हारे बूिझ पड़ए लगल छलए। ईतँ र छ रहल जे दरब जाक पिछ ला देबालक ठेकान रहल, नै तँ कतए बौआ कऽ मिर तॱ तेकर ठीक नै।” याम सुनर सुलेमानक बातो सुनैत आ मने-मन िव चारबो करैत जे हो-न-हो दरब जापर मिर जाइत तँमुँहदु सी िच ड़ै जक लोक केना मुँह दुसैत तेकर कोनो ठीक नै। जइठाम घरपर िच ड़ै बैसने घरक सभिक छु चिल जाइ छै तइठाम िक होइत। मुदा जइ दुगित क दुगपर सुलेमान पहुँिच गेल छल ओइठाम मनुखकमनुखपना केहेन होइ, ईहो तँ अिछ । सिर -पचहिर बखक सुलेमान सभ िद न पचास िक लो मीटर िब छानकबोझ लऽ कऽ टहिल बेिच जीिव कोपाजन करैत अिछ , ओहनक िक कहल जाए। जे खून-पसीना एकब कऽजीब रहल अिछ । ओकर अंतीम बोलो िक यो पिर वारक सुिन पिब तै? मन ठमिक ते पुछलिख न-“सुलेमान भाय, आब केहेन मन लगैए, िक छु खाइ-पीबैक इ छा होइए?”मु की दैत सुलेमान बाजल-“भाय, आब जीब गेलॱ। आब खेबे करब िक ने। िक छु िद न आउरो दुिन यक खेल-बेल देिख लेब।”जिह ना गुड़-घाउक टनक जते बहैसँ पिह ने रहैत अिछ मुँह बिन िन किल ते िक छु बेिस या जाइत मुदा मूल-िख लिन कलला पछाित सुआस पड़ए लगैत, जइसँ प बदिल जाइ छै, पाशा आस लगबए लगै छै, तिह ना सुलेमानबाजल-“भाय, सरेलहा भात-रोटी खाइक मन नै होइए।”“तखन?”“टटका जे गहुमक चािर टा रोटी भऽ जाइत तँ मन ित रिप त भऽ जइतए। ताबे नहा सेहो लेब।”सुलेमानक बात सुिन याम सुनर कहलिख न-14


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>“कल देखल अिछ ? वा टीन-लोटा आिन दइ छी, नीक जक नहा लेब।” याम सुनरक बात सुिन हँसैत सुलेमान बाजल-“भाय, एना िक अए बजै छी। पचासो िद न पािन पीने हएब, आ कतेको िद न नहेने हएब, तखन कल देखल नैरहत। लोटा-बा टीन कथीले आनब, अ◌ा◌ंगनमे काज हएत। हम सभ तरहक लूिर रखने छी ओहुना ठाढ़े-ठाढ़वा बैिस कऽ नहा लइ छी आ जँ सासुर-समिध और गेलॱ तँ लोटो-बा टीन लऽ कऽ नहा लेलॱ। ओना भाय,की कहू लोको सभ अजीब-अजीब अिछ । ने माल-जाल जक नागिर छै आ ने मनुखपना छै। एक िद नअिह ना रौदमे मन तबिध गेल। एक गोरेक दरब जापर कल देखिल ऐ, साइिक ल अड़का नहाइले गेलॱ। मनभेल पिह ने चािर घट पािन पीब ली। तही बीच एकटा झॲटहा आिब झटहा फेकलक जे कल छुबा जाएत।”सुलेमानक बात सुिन याम सुनरक मनमे वा मीिक आिब गेलिख न। तमसा नदीक तटपर वाण लगल ॲचपी। मुदा अपनाक स हािर कहलिख न-“अहूँ सुलेमान भाय कोन िख सा भुखाएलमे पसारै छी। झब दे नहाउ, आंगनमे ताबे रोटी बनवबै छी।”सुलेमान कल िद स आ याम सुनर आंगन िद स बढ़लाह। जिह ना भोजनक पूव नानसँ खुशी होइततिह ना सुलेमान कल िद स बढ़ला। मुदा याम सुनरक मनमे -पर- उठए लगलिन । पिह ल उठलिनजे मृ युस जापर पड़ल याीक वा फसीपर चढ़ैत याीक पूिछ भोजन देल जाइत अिछ तइठाम अपना मुँहसुलेमान कहलक जे गहुमक रोटी। िब नु मेजनक गहुमक रोटी ओहने होइत जेहेन ड हाएल मालदह आम। जँसोझे रोटी कहैत तँ मड़ुआ रोटीक मेजन अचार, िप आजु, नून-िम रचाय, तेल सेहो होइत, मुदा टटका गहुमकरोटी केहेन हएत? सभक अपन-अपन ेमी होइ छै। जँ से नै होइ छै तँ जूरशीतलमे बिस या अरबा चाउरकभात लेल पिह ने लोक तड़ूआ-भुजुआ िक अए बना लइए मुदा तँए िक मोटका चाउरक बिस या भातक ेमी नून-िप आजु-अँचार नै हेतै। मुदा जते जि द वाजीक जरित अिछ -जि द वाजी ऐ लेल जे भुखाएल पेट नानकपछाित दोसर प पकड़ैत- तइमे रसदार तरकारी बनाएब संभव नै, तँए दूटा घेरा पका चटनी आ रोटीसँकाज चिल सकैए। सएह केलिन । नान कएल नोतहारी जक दरब जापर अिब ते सुलेमानक भुखाएल मन ेमी भोजनक बाट तकए लगल।बेर-बेर आंगन िद स तकैत।आगूमे थारी देिख ते सुलेमानक मन साओनक सुहावन जक हरिष उठलिन । रोटीक पिह ल टूक चटनीक संगमुँहमे अिब ते दँित या कऽ दत पकिड़ जीह रस चूसए लगलिन । रस पिब ते िव हुँसैत सुलेमान बाजल-“भाय, दुिन यमे कतौ िक छु ने छै। छै सबटा अपना मनमे। जाबे आँिख तकै छी ताबे बड़बिढ़ य, आँिखमुिन ते दुिन य िध या-पुताक खेल जक उसिर जाइ छै। अपने मुइने सृि ट क लोप भऽ जाइ छै।”15


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सुलेमानक गंभीर िव चार सुिन याम सुनरक मनमे उठलिन जे भोजैत जँ भोजहिर क रसगर बात सुनैत तँओ आरो बेसी आनि द त होइत छै। मुदा अपन बात तँ िब नु पुछने नै हएत। ैतमे दुिन य हेराएल छै।बािढ़ आएल धार जक कतए-सँ-कतए भिस या जाएत तेकर ठेकान रहत। याम सुनर पुछलिख न-“सुलेमान भाय, ऐ उमेरमे एे भारी काज िक अए करै छी?” याम सुनरक सुिन सुलेमान िव ल भऽ गेल। िज नगीक हारल िस पाही जक तरसैत बाजल-“भाय, जखन अह घरक बात पुिछ ये देलॱ तखन िक अए ने सभ बात किह ये दी।”सुलेमानक बात सुिन याम सुनर बूिझ गेला जे बिर आतीक भोज हुअए चाहैत अिछ , से नै तँ चिर आ िद यिन -“सुलेमान भाय, कहने छलॱ जे गरम-गरम रोटी खाएब सराएल नै खाएब आ अपने गपक पाछू सरबै छी?” याम सु दक बात सुिन हइ-हइ दूटा रोटी आ अधा चटनी खा एक घॲट पािन पीब सुलेमान बाजल-“भाय, माए-बापक बड़ दुला बेटा छेिलऐ। खाइ-पीबैक कोनो दुख-तकलीफ पिर वारमे नै रहए। कपड़ाककारोबार छल। चरखा चलबैसँ लऽ कऽ खादी भंडारसँ हाट धिर क कारोबार छल।” याम सुनरक मनमे उठलिन - मोबाइल, टी.बी, क यूटर, कपड़ा, जूतासँ घर भरल रहै छै मुदा सबुरक कतौठेकान नै। भिर पेट अ नै, फटलो व नै, छु छहो घरमे सवुर केना फिड़ जाइ छै!! सुलेमानक पिर वािर किज नगीक लिल चगर गप सुिन याम सुनर िज ासा केलिन -“ओ कारोबार िक अए छोिड़ देिल ऐ। मेहनतो आ आमदोक िख यालसँ तँ िन के छलए?”बामा हाथ चािन पर ठोकैत सुलेमान बाजल-“गाम-गामक बाबू-भैया सभ गरीबक कारखाना उजािड़ देलक। खादी भंडारक लूिट लेलक। छु छे हाथे िककिर तॱ।”फेर िज ासा करैत याम सुनर पुछलिख न-“कोन-कोन तरहक कपड़ा बनबै छेिल ऐ?”सुलेमान- “पिह रन व सँ लऽ कऽ ओढ़ैक सलगा धिर बनबै छेिल ऐ।”डुबैत नाव देिख जिह ना नइया -नािव क- िन राश भऽ जाइत जे जँ िज नगी बिच यो जाएत, तँ जीब केना।तिह ना सुलेमानक तरसैत मन कपए लगल।16


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आगू बढ़बैत याम सुनर पुछलिख न-“ई तँ िध या-पुताक खेल भेल, जाए िद औ।” याम सुनर सुलेमानक तँ किह देलिख न मुदा मन ठमकलिन । काजक पमे समाज बटल अिछ । ओइकाजक लूिर तँ ओकरा लेल सुरि त अिछ । जँ कागजी ानक अभावो रहतै आ िव किस त बेवहािर क ानदेल जाइ तँ िक घर-घर पाठशाला नै बनतै। जरत छल समायानुकूल ओकरा बनबैक। से नै भेल।तेसर रोटी खाइत सुलेमान बाजल-“भेल तँ सहए, मुदा पिर वार िब लिट गेल।”पिर वारक िब लटब सुिन याम सुनर आगू बिढ़ पुछलिख न-“अपन पिर वारक कारोबार मिर गेल तेकर पछाित िक केिल ऐ?” याम सुनरक सुिन उ सािह त होइत सुलेमान बाजल-“िक केिल ऐ? हमरो जुआनीक उठािन रहए। मनमे अरोिप लेिल ऐ जे दुिन यमे कतौसँ कमा कऽ पिर वार जीिव तरखबे करब।”सुलेमानक संकि प त बात सुिन वाह-वाही दैत याम सुनर पुछलिख न-“दोसर कोन काज केिल ऐ?”सुलेमान- “गाम-गामक कपड़ा बुिन िन हार ब बई चिल ऐिल ऐ।”“ब बईमे कतए?”“िभ वंडी। िभ वंडीमे लूम चलै छै। ओइमे कपड़ा बुनाइ होइ छै। गमैया लूिर तँ रहबे करए, लगले नोकरी भऽगेल। ओना मजदूरी रेट कम रहए मुदा काजक माप सेहो रहै। जते करब तते हएत। जुआन-जहान रहबेकरी िद नक ने िद न आ राित क ने राित बुिझ ऐ। खूब कमेलॱ।” याम सुनर- “तखन ओकरा िक अए छोिड़ देिल ऐ?” याम सुनरक बात सुिन सुलेमानक ओिह ना भेलिन जिह ना चोटेपर दोहरा-तेहरा कऽ चोट लगलासँ होइत।कु हलाएल फूल जक मुँह मिल न आ ठोरमे फुड़फुड़ी आबए लगलिन नमहर सस छोड़ैत बाजल-17


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>“भाय, चािर साल खूब कमेलॱ, पचम साल िब हारी-मराठीक ह ला उठल। ह ले नै उठल कतेक जान गेल,कतेक बहु-बेटी िछ नाएल, कतेक कमाइ लुटाएल। सभ िक छु छोिड़ जान बचा गाम अ◌ािब गेलॱ।” याम सुनर- “गाममे आिब फेर िक केिल ऐ?”सुलेमान- “तेही िद नसँ पिट याक ई कारोबार शु केिल ऐ। सभ परानी लागल रहै छी, घीिच -तीिड़ कऽ कहुनािद न बीतबै छी।” याम सुनर- “सुलेमान भाय, हम ई नै कहब जे अह नै काज क, मुदा काजक ओकाित तँ देखए पड़तिक ने। कहुना-कहुना तँ चालीस-पचास िक लोमीटर साइिक ल चलिब ते हेबै?”“हँ से ने िक अए चलबैत हेबै। आब िक ओ कोस रहल जे घंटामे एक कोस लोक चलै छलै।”“एक तँ अ◌ोिह ना शरीर ढील भऽ रहल अिछ तइपर साइिक ल चलबै छी। ततबे नै हो-न-हो कतौ र ता-पेरामेगीिर ये परब आ हाथ-पएर टूिट जाएत तँ के देखत?”एक तँ सुलेमानक जरल मन ठंढ़ाएल तइपर सँ पिर वारक लेल हाथ-पएर टुटब सुि◌ न बाजल-“भाय, केतबो अ हारमे अनिच हार लोक ढेिर या िक अए ने गेल, मुदा हमहूँ कोनो समाजक लोक छी तँए सभसमाज अपन-अपन धमक पालन करैत अिछ । तहूमे हम तँ िच हार छी, गोटे-गोटे अनठा कऽ आगू बिढ़जाइत मुदा सभ तेहने तँ निह ये अिछ । तहूमे जागल लोकक थोड़े िव नास होइ छै।”सुलेमानक जागल बात सुिन याम सुनर ठमकलाह। बात तँ बड़ सुनर अिछ मुदा जागलक की अथ बुझैछिथ , से िब नु जनने बात नै बूिझ सकब। एके चीजक नाओं-श द ढेर अिछ , नाओंक संग काज जुड़लअिछ । तइठाम िब नु पुछने काज नै चलत। पुछलिख न-“भाय, जागल केकरा कहै िछ ऐ?”जेना सुलेमानक रटले होइ तिह ना धइ-दऽ बाजल-“भाय, जखन आँिख मूनल देखै िछ ऐ तँ बूिझ जाइ िछ ऐ जे सूतल अिछ आ आँिख तकैत रहैए तँ बूिझ जाइिछ ऐ जे जागल अिछ ।”फेर ताकब आ मुनबक ओझरी याम सुनरक लगलिन । मुदा ओझरीमे नै आगू बढ़ैत पुछलिख न-“कते गोटेक पिर वार अिछ ।”18


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सुलेमान- “अिछ तँ बहुत मुदा चा बेटीक सासुर बसेने अखन तीिन ये गोरेक अिछ ।” याम सुनर- “बेटासँ ने िक अए ई काज करबै छी। ओ तँ जुआन हएत?”बेटाक नाओं सुिन सुलेमान िव ल भऽ गेल। जेना कतौ सुख-दुख दुनू बिह न गारा-जोड़ी कऽ सामाक गीतगबैत तिह ना सुलेमान बाजल-“भाय, उमेरक ढलानेमे बेटा भेल। सभसँ छोट अिछ । ओकरो दू अर नै पढ़ा देबै, तँ लोक िक कहत?”लोक लाज सुिन याम सुनर हरा गेला। एहनो िज नगीमे लोक-लाज जीिव त अिछ । िव हुँसैत पुछलिख न-“मन लगा कऽ पढ़ैए िक ने?”केकरा मनक बात ऐ युगमे के कहत। सभ अपने बेथे बेथाएल अिछ । सुलेमान बाजल-“भाय, से तँ ओकरे मन कहतै जे मन लगा कऽ पढ़ै छी िक मन उड़ा कऽ पढ़ै छी।”“अह िक देखै िछ ऐ?”“भाय, हम तँ अपना धंधामे लागल रहै छी। तखन केना देखबै?”“संगी-साथी सभ कहैत हएत िक ने?”“हँ, से तँ कहैए जे जाइए पढ़ैले आ चिल जाइए िस नेमा देखए, मैच देखए।”“परीछामे पास करैए िक ने?”“हँ से तँ ढौऔ-कौड़ी लगने पास कइये जाइए।”“तब तँ आशा अिछ ?”“हँ, से तँ ओकरेपर टक लगौने छी। जँ कहॴ नोकरी भेलै तँ िद ने बदिल जाएत।”बेटाक बात छोिड़ याम सुनर पुछलिख न-“घरवाली िक सभ करै छिथ ?”19


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पीक नाओं सुिन सुलेमान पिस ज गेल। पी, पी रहल? संग चलिन हािर , कट-कुशक परवाह केने िब नाकखनो गुक काज करैत तँ कखनो संगीक, कखनो ेमीक, िज नगीक अंित म ण धिर रहैक िता...।बाजल-“भाय, कहुना कऽ बुिढ़ या भानस भात कऽ लइए। वेचारी दमासँ पीिड़ त अिछ ।”“इलाज िक अए ने करा दइ िछ यिन ?”“गरीब घरक लोकक इलाज िक हेतै। जते पथ होइ छै तइसँ बेसी कुपथ होइ छै। तखन तँ चाहै छी जेवेचारी पिह ने मरए।”“से िक अए?”“एतेटा िज नगीक सभ कमाइ लुटा जाएत, जखन हम मिर जेबै आ ओइ वेचारीक भीखक कलंक लागत।”सुलेमानक बात सुिन याम सुनर गुम भऽ गेलाह। िक छु काल पछाित कहलिख न-“आइ रिह जाउ। काि ऐ हरेसँ बेचैत-िव कनैत चिल जाएब।”हँसैत सुलेमान बाजल-“भाय, जेना आइ एको पाइ बोहिन नै भेल तेना नीके हएत। मुदा, बेमरयाह घरवालीक एक नजिर नै देखलेब से केहेन हएत।”(िब छान, पिट या, चटाइ आ गोनिर बुनिन हार एवं बेिच िन हार लेल...)20


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सनेसल मण रेखाक बीच सीता नहित बैसल सनक काका, ेम रस पीब ेमीक संग अधिप या चािल पकिड़ ,अधिख लू फूलक गंधमे गिम आइते मुँहक मु की सौझुका िस◌ ंगहार जक महमहेलिन । अजीब ईहो दुिन य अिछ ।ने सि ये अिछ आ ने वे ये अिछ । बनौिन हारक ध यवाद दी जे एक िद स िव वेकक िव यास बिट पित ये-पित , पाते-पात परिस देलिन तँ दोसर िदन-राित बना आगूमे ठाढ़ कऽ देलिन । धरमक संग पाप, सुकमकसंग कुकम, िव ानक संग मूख आ पुष मौगीक जोड़ा लगा-लगा, पित आनी बीच पाेक पते-पते सेहो परिसदेलिन । जते आगू िद स सनक काका देखैत छलाह ओते छगु ता लगैत छलिन । एक िद स पािन क ठोपच ोदक कहबैत, तँ दोसर िद स असीम अथाह ीरसागर, मुदा च ोदको तँ कतौ दूधक तँ कतौ पािन क तँकतौ दूधपिन या सेहो होइते अिछ । कहू जे ई केहेन दुिन यक खेल छी जे िक यो असकरेमे सोलहो ताल धऽनचबो करैत, गेबो करैत आ देखबो करैत तँ िक यो भीड़-भाड़ तकैत। जते देिख िन हार तते नीक नाच।दुिन यक चर-भर देख सनक काकाक मन तरे-तर उदास भेल जाइत रहिन । जिह ना धुरती बिर आती रंग-रंगक बात करैत तिह ना मनमे उठैत रहिन । अनेरे मनुख बिन ज म लेलॱ। मनुखपना जखन एबे ने कएलतखन मनुख िक अए भेलॱ। मुदा पना आऔत केना? बसक पना ओिध होइत अबैत छै, केरा-मोथी-अिड़ कोचइ यािद क सेहो ओिह ना अबैत मुदा मनुखमे से कह भेल। िब नु पनेक मनुख ठाढ़ हएत। ठाढ़ तँ हएत मुदाशु ठाढ़ हएत की अशु? जखन जानवरोमे फट-फट होइते छै, तखन अपन िह सा मनुखे िक अए छोिड़देत। अनेरे दुिन यक महजालमे फँिस मरैले छड़पटाइ छी। दुिन यमे के एहेन अिछ जे सुख-सागरमे बैसआन द नै चाहैए मुदा दुिन य तँ दुिन य छी िक ने? रंग-िब रंगक सागर सभ सेहो बसल अिछ । ीर सागर,सुख सागर, लाल सागर, कारी सागर। सनक काकाक मन ठमकलिन । जीबैतमे जतए बौआइ मुदा समािध तँठौरपर लेब। जँ से नै तँ िह टलर जक थूकक धारमे भिस आइत रहब। उदास मन, िब रहाइत बगए सनककाकाक रहिन । तखने भातीज-मनमोहन पोलीिथ नक झोरामे िक लो आधेक अंगूर आ सेब आगूमे रिखदेलिख न। झोरा आगूमे देिख ते ठहाका मािर काका हँसलाह। काकाक ठहाकाक चोट मनमोहनक नै लगलिन ,जना आमक गाछपर गोला फेकलापर कोनोक खसने गोलवाहक खुसी होइत सहए खुशी मनमोहनक भेल।मुदा िन शान साधल आमक महत िक छु आरो। ठहाका मािर बाजल-“काका, ई अहॴक सनेस छी।”सनेस सुिन सनक काका चॱकलाह जे सनेस किह की कहैए। पुछलिख न-“कतक सनेस छी?”21


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मनमोहन- “क मीरी सेब छी आ पूनाक चमन अंगूर।”सनक काकाक मन तरे-तर सनकल जाइत जे ई छौड़ा िक बूिझ मजाक करए आएल। जिह ना बापएकोटा कुकम नै छोड़लकै तही उतारक अपनो भेल अिछ आ सेव-अंगूर देखबए आएल अिछ । तामसक तरेमेदबैत काका कहलिख न-“हौ मनमोहन, एक िद नक भोजे की आ एक िद नक राजे की! ब चा सभक दऽ िद हक। अपनेअनरनेबा आ लताम दुइर होइए। जते तोहर लेब तते अपन दुिर ये हएत। अ छा बौआ, एकर भाउ की छै?”“एकर भाउ बुझैक कोन जरित पिड़ गेल काका?” मनमोहन बाजल।मने-मन सनक काका सोचलिन जे छौड़ा नमहर िछ नार-लुटार जक बूिझ पड़ैए। कहलिख न-“बौआ, आब तँ सहजिह चल-चलौए छी मुदा अपनो देश-कोसक हाल बूझब कोनो अधला हएत?”एक तँ सनक काकाक बदनामी शुहेसँ रहलिन जे घरो लोक सनकले कहै छि ह । केना नै कहिन सभअपन पिर वारक बाल-ब चा ले करैए आ ई सनक काका से बुझबे ने करै छिथ । पिर वारोमे सनक काकाकसनकी यएह रहिन जे अपन-पिर वार आ दोसर पिर वारमे भेदे नै बुझिथ न। जिह ना अपन पिर वार तिह नादोसराक। अखन धिर मनमोहन यएह बुझैत जे पिर वारोसँ बाड़ले-बेरौले छिथ तँए सभ चीजक दुख-तकलीफहोइते छि ह । मनमोहनक नजिर कड़ुआए लगल। सनक काका बुझैक कोिश श करए लगलाह, कारण िक छै।मनमे िम िस यो भिर स देह अपनापर नै भेलिन । मन गवाही दैत रहिन जे िन नानबे ित शत रासक देश लंकातइठाम िव भीषण केना भि त -भजन करैत िज नगी गुदश करै छलाह। केहनो सघन बोन सुकाठ-कुकाठकिक अए ने होउ मुदा आमक गाछ आम आ लतामक गाछ लताम फड़ब िब सिर जाएत! दोहरा कऽ मनमोहनकपुछलिख न-“हौ बौआ, जिह ना एके गोरे डा◌ॅ टरो आ इंजीिन यरो नै भऽ सकैए िक एक तँ दुनूक िद शा अलग-अलग छै।मुदा सेबक जगह जँ अपनासँ नीक लताम आ अंगूरक जगह अनरनेबा नेने अिब तह तँ फले नै बीओ रोिपदेित ऐ।”सनक काकाक सुिन मनमोहन उछलैत बाजल-“काका, दुिन य आब घर-आंगन बनल जा रहल अिछ । आ अह पु तैनी िव चार रखनिह छी।”मनमोहनक ससक गरमीक अंकैत सनक काकाक सनकी तेज नै भेलिन । िम ड़िम ड़ाइत कहलिख न-“बौआ, जँ दुिन य घर-आंगन बिन गेल तँ ओ नीक बात छी, मुदा ई तँ नीक बात नै जे िक यो नौड़ी-छौड़ीबना भाषा, सािह य-सं कृित क ओझरा मिट या मेट कऽ िद अए। से कने बुझा दाए जे िक भऽ रहल छै?”22


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>“काका, दुिन य आब नव पीढ़ीक अिछ तँए केतबो दुसबै ओ चढ़बे करत।” गु हरैत मनमोहन बाजल।मनमोहनक सँ सनक काकाक सनकी पाछू मुँह ससरलिन । पछुआ पकिड़ कहलिख न-“बौआ, जमनी-जापानी आ अंेजी श द ऐ लेल चढ़-चढ़ौ भऽ गेल जे ओकर िव कास अगुआ मशीनमे पहुँिचगेल आ मशीनक नाओं रािख -रािख अहक घर-अंगनामे िछ िड़ या देलक। अह ऋृिष -मुिन क राज िम िथ ला किह -किह ओतए पहुँिच गेलॱ जे ओ सभ की कहलिन तेकर िड शनिर ये चोरा लेत। तखन अह बुझबै जे केहेननव युगक नव लोक बिन गेलॱ?”सनक काकाक बात सुिन मनमोहन ठमकल मुदा पाछू हटैले तैयार नै भेल। बाजल-“काका, बजारमे अखन एक-सँ-एक खाइयो-पीबैक आ फलो-फलहरी तेहन आिब गेल अिछ जे अपना ऐठामकफल-फलहरीक के पूछत?”मनमोहनक सुिन सनक काका, सनकी आगू मुँह ससिर ते, कहलिख न-“बौआ, कोनो देश-कोसक िव कासमे ओइठामक मािट , पािन , हवा इ यािद पंच भूत मु य तव भेल। अनुकूलगित ये सृि ट चलैत अिछ । अपना ऐठामक लताम वा कोनो आन फल अिछ , ऐठामक काल-ि याक गित ये जेजरी छल ओ कृित पैदा केलक। अपना ऐठाम एकरे अभाव भेल, जइसँ पहाड़ी फलक मैदानी ेमे नीकमानल जाइत अिछ।”अपनाक मनमोहन िन र देिख मैदानसँ हटैक िव चार करए लगल। मुदा सेव-अंगुरक पोलीथीन बीचक सीमाबनल। माल चोर जक सीमा पिह ने के टपत। पाछू हटैत मनमोहन बाजल-“काका, आशा लगा अनने छलॱ जे काकाक नीक फल खुएबिन ।”मनमोहनक बात सुिन सनक काका तारत यमे पिड़ गेलाह जे अखन धिर जे हम बुझै छेिल ऐ तइसँ िभ ने तँमनमोहन अिछ । आशाक दोहाइ लगा बजैए जे आशा लगा अनने छलॱ। आशा तँ सभक अपन-अपन होइछै। सबहक देहेटा अलग-अलग नै अिछ , मनक उड़ान सेहो होइ छै। िप जरामे ब सु गोक पोिस िन हारिस खबैए जे आ मा राम पढ़़ू- िच कूट के घाटपर, भए संतन के भीड़। तुलसी दास चानन रगड़े, ित लक करेरघुवीर...। मुदा सेहो तँ ने बूिझ पड़ैए। तखन? ओ तँ पुछनिह पता चलत। कहलिख न-“हौ बौआ, जिह ना घरक लोक हमरा बताह कहैए तिह ना ने ओकरो सभक सनकपिन ये फल खुएबै।” किहमने-मन सोचए लगलाह। भग पीब िक यो बािज चुकल छिथ आिक असिथ र मोने सोिच कहने छिथ जे जेहेनखाए अ तेहेन बने मन। मुदा अहू छौड़ाक तँ िछ छा-बीछा नीक निह य छै। भिर िद न देखै िछ ऐ जे ऐठामसँ23


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ओइठाम, ओइठामसँ ऐठाम ढहनाइते रहैए। तइपर सँ िद नो-िद न आगूए मुँहे ससिर रहल अिछ । से केना?बहुिप या ने तँ छी! सलाइ िर◌ ंच जक सभ नट पकड़ै बला! तही बीच मनमोहन बाजल-“काका, अह अपने हाथे बिट िद औ।”मनमोहनक बात सुिन सनक काका ठमिक गेला। जिह ना कोनो टपािर कुदैले दू डेग पाछू हिट दौड़ कऽ टिपजाइत तिह ना काका पाछूसँ आगू बिढ़ कहलिख न-“हौ बौआ, बतरिस या हाथ भऽ गेल, ओहुना हरदम थरथराइए तइपर कोनो काज करै काल तँ आरो बेसीथरथराए लगैए। अपन चीज जे थोड़-थाड़ िछ िड़ आइयो गेल तँ नै कोनो, मुदा तोहर जे एकोटा अंगूर खिसपड़त तँ तोरे मन िक कहतह। यएह ने जे सनकाहक ठेकान कोन। तँए हमरा चलैत तोरा मनक ठसलगऽ, से नीक नै बुझै छी।”काकाक बात सुिन मनमोहन बाजल-“तँ की काका, घुमा कऽ लऽ जाइ?”अनेरे ओझरीमे ओझराएल अपनाक देिख सनक काका, ठिह -पठिह कहलिख न-“ई तोहर खुशी िछ अह जे घुमा कऽ घरपर लऽ जा वा दोकानदारेक घुमा दहक वा र ता-पेरामे कोनो िध ये-पुतेक दऽ दहक। हम िक छु ने कहबह। एते िद नक पछाित दरब जापर एलह सहए खुशी अिछ ।”सनक काकक बात सुिन जिह ना जाड़सँ कठुआ िक यो देह-हाथ तािन अचेत भऽ जाइत तिह नामनमोहनक भेल। मुदा....?ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।िबदेर ठाकुर, धनुषा, नेपाल। हाल-कतार।ेम-प / सपनाक अबसान24


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ेम-पहमर ाणयारी नतामनभिरके माया आ नेह मा अहक।हम ऐठाम कुशल रिह अहक कुशलताक कामना करैत छी। अहक िवयोगमे िबना पािनक माछ आ िबना नेहुकऽ मस बनल हम एतऽ पिरवारक भरण-पोषण लेल मजीवीक टोपी लगा िदन कािट रहल छी।कािक फोनसँ साचे हमर मन बड दुिखत अिछ। अहक उपराग छल जे हमरा िबसिर गेलॱ, बराबर फोननै करैत छी। अहक हमर याले नै अिछ। मुदा सय ई नै छै। िकएक तँ हम तँ बस शरीर छी जिहकऽआमा अह छी। जौँ ास लेबऽबला फोसो हम छी तखन ऑसीजन तँ अह छी। आब अहॴ कहू जकरािबना हम एक पल बिच नै सकब, ओकरासँ अलग रहबाक कपना कोना करब? मुदा तैयो पिरिथितलोकक दोसर कऽ सामने िववश कऽ दै छै। आन लग काम करब, ओहो चड गममे, बड पैघ बात छै।घरमे बिसया-कुबिसया िकछु नै खाइ छलॱ। मुदा एतऽ सुखल खबुस िचबाएब लत भऽ गेल अिछ। नेपालमेरहैत काल िवदेश माने वग हएत से कपना करैत छलॱ। ओतुा लोक सभ आनदसँ, खुशी साथ जीवनयतीत करैत हेताह, से म छल। पैसा जेना गाछसँ िहला कऽ लाख- दू लाख पठबैत अिछ, तिहना बुझाइतछल। शायद एखन अहूँ ओहे सोचैत हएब। मुदा देखू िदेरी, सय ई नै छै। वग कहल ई जगहिवयोगाभासमे तड़िप-तड़िप मरऽबला थान छै। एतऽ पैसाक महव संगे मनुयक खरीद-िबी होइ छै। दोसरिदस राितमे अह संग िबताएल ओ पल सभ,नेहक तीत-मीठ गप-सप िबढ़नीक खोता जक हमरा मानसपटलमे आिबकऽ िनद तोिड़ दैए। कखनो-कखनो िवदेश छोिड़ कऽ अहॴ संग ओइठाम साग-पात खा िदवसगमएबाक इछा होइए। मुदा िवगतक दु:ख-ददसँ मन तरिस जाइए। सचे, नीक खाना, नीक कपड़ा आ नीकगहना लेल कतेक तरिस गेल छलॱ। नीक खाएब आ नीक लगाएब सपना भऽ गेल छल।एतऽ आिब पिरवार टेबब एकटा िकनर िमलल अिछ। दाियव पूरा करबाक एकटा सहारा अिछ। हम एतबेमेखुशी छी। मुदा तैयो फोन करबाक पयत पैसा आ समय नै हएब, दोसरक वशमे बड़द जक जोताएब, घर-पिरवारसँ दूर रहब िचताक िवषय िथक।एहन िवषम पिरिथितमे हमर साथ देब, आमिवास बढ़ाएब, अपनामे धैयताक बाध मजगूत राखब अहककतय अिछ। कारण अहक धैयता आ आमिवासे वासमे हमरा हौसला दान करत।अतमे समय-समयमे फोन करैत रहब से वाचाक संग एखन िवराम। बकी दोसर पमे।अहक नेहीएकात राममभूिम टोल,कतार25


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२सपनाक अबसानएक िदन रमलोचना आंगनमे सँ महेश महेश... िकलोल करै छिथ। तखन चौिकये परसँ काकी कहै छिथन,बौआ एहरे आउ- काकीक मन बड िपड़ाएल आ मन िख रहए। रमलोचना गामक बेटा आ महेसक संगीछल। बुिढ़या रमलोचनाक बजा कऽ महेशक वृतात सुनबैत छिथन।महेश जे तीन साल पिहने गेल छलाह कतार, अपन सपना पूरा करबाक लेल। जयबाक बेर अयत हिषत-माएला घर बनाएब, पीक लेल नीक कपड़ा, बचा-बुचीक नीक कूलमे पढ़ाएब आ जबान बिहनक शादीकरब। हतपतमे पापोट बनौलक। अपन िकयो नै रहै िवदेशमे। तैयो घरक पड़ोसी मदनक सहयोगमे हुनकरमामासँ वीजा मङौलक। पिहने किनए पैसामे भऽ जाएत किहतो लेनपर चढ़ऽसँ पिहने १ लाख नगद लेबाकिजद करऽ लागल। पैसा नै भेलाक कारणे दोबर कऽ कागज बनबा लेलक। आब दूध-माछ दुनू बातर भऽगेलै महेशक। की करत घरमे, सभ सदयक आँिखक नोर पोछैत ओ गेलाह कतार। मुदा हुनका सभक नैचाही एना, काम नाथुरक कैहक िदन-राित धूपमे तबुक उठाएब आ देह धुिन िबिडङ कसशनमे कामकरब। नै खएबाक नीक यवथा, नै सुतबाक। कपनी सेहो सलाइ।घरक याद बड सतबैक महेशक। मुदा िताक अटल रहिथन महेश। कतबो दु:ख पीड़ा होइतो काम नैछोड़िथन। ओइठाम याज बिढ़ कऽ घर िगरवी रखबाक िथित आिब गेलै। एतऽ पगार जिहनाक तिहना।िदन-िदन सोिच-सोिच कमजोर भऽ गेल बेचारा महेश। एक िदन काम करैत काल करेट लािग गेल हुनका।साथी-संगीक सहयोगमे अपताल लऽ जा बचलिथ। मुदा हाथ िबना काम कऽ भऽ गेल। ऊपरसँ कपनीतोरा गतीसँ करेट लागल आ कपनीक समान सभ नोकसान भेल कहैत मस सेहो कािट लेलक। शरीरिबना कामक भेलासँ उपचार करएबाक बदला महेशक घर पठा देलक। महेशक आँिखसँ नोर बर्-बर् टपकैतरहल।घर पहुँचलाक बाद ओ माएक िथित देिख बौक भऽ गेलाह। जेना मुँहसँ िकछु अबाज नै िनकलल। मायसेहो अितम सस रोकने बस महेशक लेल। बौआ-बुची बाबुक सनेसक तीामे। पीक लेल सेहो िकछुनै। हाथ खाली। बड लािन भेलिन महेशक।िकछु िदन बाद उपराग सभसँ महेशक धैयताक बाध टुिट गेलै। ई बाध बड मजगूत होइ छै आ टुटलापरसवनाश होइ छै। यएह भेल महेशक साथ। अपन जबान बिहनक िववाह दहेजक कारण नै भऽ सकल आगामक लोकक ताना सुिन-सुिन ओ पागल भऽ गेलाह।महेश बिन कऽ सृिक रा करब उेय रखने हमर बेटा ऐ गरीबीक चपेटामे िजनगी नरक बना लेलक।आ हम सभ दर-दर भटिक रहल छी। अते कहैत बुिढ़याक आँिखमे नोर भरल आ जोर-जोरसँ िचिचया उठलआ िधया-पुता जक हुचिक-हुचिक कानऽ लगलीह।रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।26


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मो. जािह द उफ राजा मो. डोमी नदाफ सुदै ारम (मधुबनी)ी रंजीत राम ी लखन राम खुटौना (मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-आगन- ी छेदी पंिड त व. च पंिड त बरहारा (सुपौल)नाल- ी परमेर भारती व. जगप भारती मुसहरिन य (मधुबनी)करनेट- ी च दर राम ी जीतन राम लछिम िन य (मधुबनी)नङेरा- ी लाल राम व. फुसन राम लछिम िन य (मधुबनी)ढोलक- ी कलानंद राम व. खर राम लछिम िन य (मधुबनी)मसेट- ी भोलट दास ी योगे दास ि◌ नमली (सुपौल)आन सहयोगी-ी या◌ेगे यादव ी ठकाई यादव मुसहरिन यघुरन दास ी भायलाल दास (ता◌ॅित) लछिम िन यिद नेश राम ी सीताराम राम लछिम िन य28


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>नाच पाटी- ी ी 108 ी भगवती नाचपाट- िस मराहा सतरीक पनी- ी रामच म डल पे. ी वृजलाल म डलपता, गाम- िस मराहा, पो ट- बरसाइन, िज ला- स तरी (नेपाल)मैनेजर- ी राम सु दर राम पे. ी सुवी रामपता, गाम- दउरी, पो ट- बरसाइन, िज ला- स तरी (नेपाल)नाच- (1) अ हा दल (2) लिछ या रानीअिभ नय कक नाओं/पता-ी शैनी पासवान ी दुखी पासवान खड़कपुर (बरसाइन)ी ल मण राम ी कैलू राम दउरी (बरसाइन)ी बेचू राम ी ीसाद राम दउरी (बरसाइन)ी स य नारायण राम- ी नथुनी राम दउरी (बरसाइन)ी देव नारायण यादव- ी नथुनी यादव दउरी (बरसाइन)ी परमेर म डल- ी तेजी म डल िस मराहा (बरसाइन)ी रघु म डल- व. था म डल िस मराहा (बरसाइन)ी चिर र म डल- व. कारी म डल िस मराहा (बरसाइन)ी जोगी म डल- ी ब चाई म डल िस मराहा (बरसाइन)29


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ी बेचू राम ी साद राम दउरी (स तरी)वा एवं वादक नाओं/पता-करनेट- ी देव नारायण राम व. नाथो राम दउरी (बरसाइन)करनेट- ी दुखी राम व. कारी राम खड़कपुर (बरसाइन)ढोलक- ी नशीवलाल राम ी कैलू राम दउरी (बरसाइन)नङेरा- ी राम साद राम ी सुवी राम दउरी (बरसाइन)हारमोिन यम- ी चिर र म डल ी कारी म डल दउरी (बरसाइन)आन सहयोगी-िश व नारायण दास ी ठकाइ दास दउरी (बरसाइन)30


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>कोसी नाय कला पिर षद- िस मराहा-सुपौलक पनी- ी गया साद म डल पे. ी राम नारायण म डलपता, गाम- िस मराहा, पो ट- नौआबाखैर, भाया- थरिब िट या, िज ला- सुपौलमैनेजर- ी दया न द म डल पे. ी राम लखन म डलपता, गाम- िस मराहा, पो ट- नौआबाखैर, भाया- थरिब िट या, िज ला- सुपौल।नाच- (1) अ हा दल (2) सती लिछ याअिभ नय कक नाओं/पता-ी अण कुमार म डल ी नथु म डल िस मराहा (सुपौल)ी दी पासवान व. बहादुर पासवान परसा माधो (सुपौल)ी राम साद शम व. िब लट शम परसाहा (सुपौल)ी देवराज शम व. तपेर शम िस मराहा (सुपौल)ी च नारायण म डल व. रघुनाथ म डल िस मराहा (सुपौल)ी दुखी पासवान ी बेचन पासवान परसा माधो (सुपौल)ी िव जय कुमार राय ी राम वप राय िस मराहा (सुपौल)ी बेचन शम व. रामसु दर शम परसाहा (सुपौल)31


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- ी स य नारायण म डल व. खुशीलाल मडल िस मराहा (सुपौल)ढोलक- ी गणेश राम ी िव देर राम एकडारा, थरिव िट या (सुपौल)करनेट- ी िश व नारायण सदा व. ............. एकडारा, थरिव िट या (सुपौल)नङेरा-िड ी- ी गुनेर राम ी ............... परसाहा, ना◌ैआ बाखैर (सुपौल)झाइल- ी हिर नारायण पासवान व. नकछेदी पासवान िस मराहा (सुपौल)झाइल- ी तेज नारायण म डल व. खुशीलाल म डल िस मराहा, नौआबाखैर (सुपौल)भिड़ या- ी लालदेव म डल ी ब चा म डल िस मराहा, नौआबाखैर (सुपौल)जोकर- ी सीताराम राम .................. परसाहा, ना◌ैआ बाखैर (सुपौल)अ य सहयोगी-ी सुभाष कुमार राय ी क हैया लाल राय बौराहा, थरिव िट या (सुपौल)32


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>रामलीला नाय कला पिर षद- रसुआर िज ला-सुपौलक पनी- ी झोटन म डल पे. व. नथुनी म डलपता, गाम- रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, अनुम डल- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल (िब हार)मैनेजर- ी ि लोक नाथ झा पे. व. रामेर झापता, गाम- रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, अनुम डल- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल (िब हार)नाच- (1) अ हा दल (2) सती लिछ या (3) राजा सलहेश (4) िव ापित (5) धुलक फूल (6) सु तानाडाकू (7) राजा हिर षच (8) कृ ण लीला (9) रामायणअिभ नय कक नाओं/पता-ी रामू म डल व. गोपी म डल रसुआर (सुपौल) व. राज कुमार ठाकुर ी रामजी ठाकुर रसुआर (सुपौल)ी धिन क लाल म डल व. रामजी म डल रसुआर (सुपौल)ी देव नारायण म डल व. बलदेव म डल रसुआर (सुपौल) व. भोला झा व. जयदेव झा रसुआर (सुपौल) व. िज लेब म डल व. नथुनी म डल रसुआर (सुपौल)ी शैनी म डल व. लालजी म डल रसुआर (सुपौल)ी सीताराम म डल व. पलाल म डल रसुआर (सुपौल)33


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- ी ि लोक नाथ झा पे. व. रामेर झा रसुआर (सुपौल)ढोलक- व. रामगुलाम म डल व. संती म डल रसुआर (सुपौल)नङेरा-िड ी- ी झड़ीलाल राम व. िह या लाल राम रसुआर (सुपौल)झाइल- देवीलाल म डल व. खुशीलाल म डल रसुआर (सुपौल)झालड़ ी िक शोरी म डल व. नेवैत म डल रसुआर (सुपौल)िड ी सदैबला- व. रामिक शुन म डल व. शि त म डल रसुआर (सुपौल)भिड़ या- ी नारायण मुिख या व............... रसुआर (सुपौल)जोकर- ी सीताराम राम .................. परसाहा, ना◌ैआ बाखैर (सुपौल)डा सर- ी छोटेलाल म डल ी बुधु म डल रसुआर (सुपौल)जोकर- ी रामअिध न म डल व. धिन क लाल म डल रसुआर (सुपौल)34


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>इटहरी नाच कला पिर षद- इटहरी िज ला-सुपौलक पनी- ी जगदीश साहु पे. व. गंगा साद साहुपता, गाम- इटहरी, पो ट- ि◌ नमली, भाया- ि◌ नमली, अनुम डल- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल (िब हार)मैनेजर- ी रामिव लास साहु पे. व. भोला साहुपता, गाम- इटहरी, पोस्ट- ि◌ नमली, भाया- ि◌ नमली, अनुम डल- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल (िब हार)नाच- (1) कुमर वृजभान (2) राजा नल (3) राजा सलहेश (4) गुगली घटमा (5) शीत-वसंतअिभ नय कक नाओं/पता-नायक- रामिव लास साहु व. भोला साहु इटहरी (सुपौल)नारी पा- बैजू सदाय व. सोती सदाय इटहरी (सुपौल)नारी पा- अशोक िस◌ ंह ी बलराम िस◌ ंह इटहरी (सुपौल)मु य खलनायक- दुखी म डल व. ीलाल मडल इटहरी (सुपौल)जोकर- िव जय साहु व. केसो साहु इटहरी (सुपौल)नारी पा- रघुनाथ सदाय व. मोती सदाय इटहरी (सुपौल)अिभ नय- सुकुमार म डल .................. मुसहरिन य-रतसारा(मधुबनी)35


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिभ नय- रामअिध न म डल व. धिन कलाल म डल मुंगराहा (सुपौल)अिभ नय- हिर नारायण म डल ..... छजना (मधुबनी)अिभ नय- राम बहादुर मुिख या व. ब चा मुिख या ननपी फुलपरास(मधुबनी)अिभ नय- ी साधु दास व. .............. िप पराही-वनगामा (मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- ी जगदीश साहु व. गंगा साद साहु इटहरी (सुपौल)ढोलक- ी जुगल साफी व. दाहुर साफी इटहरी (सुपौल)नङेरा-िड ी- ी रामिक सुन सदाय व. सोती सदाय इटहरी (सुपौल)झाइल- ी सुकदेव साफी ..... इटहरी (सुपौल)झाइल- ी रामेर साहु व. मुकु द साहु इटहरी (सुपौल)िड ी सदैबला- ी रामिक शुन सदाय ................... इटहरी (सुपौल)भिड़ या- झड़ी लाल सदाय ी सरयुग सदाय इटहरी (सुपौल)ढोलिक या-2 रामाशीष यादव .............. ननपी-फुलपरास (मधुबनी)हारमोिन यम-2 ी तनुकलाल म डल ................ हिर याही-ि◌नमली (सुपौल)36


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आदश वाल-कला िन केतन- ि◌नमली-पुनवस (िज ला-सुपौल)क पनी- ी राम शरण कामत पे. व. िश वधर कामतपता, गाम- सुरयाही, भाया- मुिज यासी, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- ी अशोक िस◌ ंह पे. व. वलराम िस◌ ंहपता, गाम- इटहरी-पुरवस, पो ट- ि◌ नमली, भाया- ि◌नमली, अनुम डल- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल (िब हार)मंचन- (1) कच ताग (2) आ हर कानून (3) लोहा िस◌ ंह (4) माइक कलेजा (5) चुड़ी आ िस नूरअिभ नय कक नाओं/पता-नायक- हेम नारायण साहु व. ल मी साहु इटहरी (सुपौल)नारी पा- राम िव लास साफी व. शोिभ त लाल साफी इटहरी (सुपौल)नारी पा- अशोक िस◌ ंह ी बलराम िस◌ ंह इटहरी (सुपौल)नारी पा- हिर नारायण साहु ी िम ी लाल साहु इटहरी (सुपौल)नारी पा हिर नारायण साहु ी ल मी साहु इटहरी (सुपौल)अिभ नय- राम सागर साफी ी शोिभ त साफी इटहरी (सुपौल)अिभ नय- स य नारायण साहु ी ल मी साहु इटहरी (सुपौल)अिभ नय- जगत नारायण साहु ी ल मी साहु इटहरी (सुपौल)37


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिभ नय- रोिह त साहु ी राम लखन साहु इटहरी (सुपौल)अिभ नय- हीरा लाल साहु व. सुकदेव साहु इटहरी (सुपौल)अिभ नय- िज रा लाल साहु व. सुकदेव साहु इटहरी (सुपौल)अिभ नय- रामावतार यादव ी नुजाइ यादव इटहरी (सुपौल)अिभ नय- गंगा पासवान व. कुसुमलाल पासवान इटहरी (सुपौल)अिभ नय- रामच यादव व. सुखी यादव इटहरी (सुपौल)अिभ नय- शु न साहु व............. इटहरी (सुपौल)गायक- मदन साद साहु व. गंगा साद साहु इटहरी (सुपौल)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- जगत नारायण साहु ी ल मी साहु इटहरी (सुपौल)ठेकैता- राम िव लास साफी व. शोिभ त लाल साफी इटहरी (सुपौल)ठेकैता- ी िश बू साफी ................... इटहरी (सुपौल)झाइल- ी राम नारायण साहु व. ब चा लाल साहु ल मीपुर-धबही (मधुबनी)हारमोिन यम-2 अशोक िस◌ ंह ी बलराम िस◌ ंह इटहरी (सुपौल)38


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>कला िन केतन नाचपाटी- लि म िन य (िज ला-मधुबनी)(1945-1965)क पनी- ी झमेली साहु पे. व. मंगल साहुपता, गाम- लि म िन य, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- व. महेरी पाठक पे. व. कारी पाठकपता, गाम- मझोरा, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)नाचक मंचन- (1) जंगली वादशाह (2) वंश-उजारन (3) िव देिश या (4) शीत-वशंत (5) लोिड़ क मिन यार (6)राजा नलअिभ नय कक नाओं/पता-नारी पा- व. अचकी गोसइ .................... लि म िन य(मधुबनी)नारी पा- व. बहुरी म डल व. सुनर म डल लि म िन य(मधुबनी)पुष पा- ी रामदास साफी व. सुवंश साफी लि म िन य(मधुबनी)पुष पा- व. घौली साफी व. सुनर साफी लि म िन य(मधुबनी)39


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पुष पा व. वसुदेव ठाकुर(उफ बतहु ठाकुर) व. कैलू ठाकुर लि म िन य(मधुबनी)जोकर- व. खर मुिख या ..................... लि म िन य(मधुबनी)अिभ नय- व. दुखाय साहु ..................... लि म िन य(मधुबनी)नारी पा- व. रतन म डल ..................... मझौरा(मधुबनी)अिभ नय- व. िब लम साफी व. पा साफी लि म िन य(मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- व. तुलसी म डल .................... मझौरा (मधुबनी)ठेकैता- व. रघुनाथ ठाकुर .................... छजना (मधुबनी)नागाच- व. फुसन राम व. कंचन राम लि म िन य (मधुबनी)झाइल करताल- व. ब चा म डल व. पंची म डल लि म िन य (मधुबनी)िड गरी सेा- व. अशफ गोसइ .................... लि म िन य (मधुबनी)भिड़ या- व. अशफ गोसइ .................... लि म िन य (मधुबनी)अ य सहयोगी-40


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong> व. नेबाजी साहु व. भैरव साहु लि म िन य (मधुबनी)(संकलन सहयोग- रामिव लास साहु, लि म िन य, मधुबनी)41


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आदश नाचपाटी- लि म िन य (िज ला-मधुबनी)(1968-1977)क पनी- व. गभू गोसइपता, गाम- लि म िन य, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- व. नेबाजी साहु पे. व. भैरव साहुपता, गाम- लि म िन य, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)नाचक मंचन- (1) बापक ह या (2) दमाद वध (3) िन सा◌ाद वध (4) वंस-उजारन (5) गोपीचन (6) शंकरशोिस ला (7) उित म चन।अिभ नय कक नाओं/पता-पुष पा- व. बहुरी म डल व. सुनर म डल लि म िन य (मधुबनी)पुष पा- ी राम अिध न दास व. जहुरी दास लि म िन य(मधुबनी)पुष पा- व. झोली दास व. धुर दास लि म िन य (मधुबनी)नारी पा- ी नथुनी दास व. सोनाइ दास लि म िन य(मधुबनी)नारी पा व. रघुनी दास व. सुनर दास लि म िन य (मधुबनी)42


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिभ नय- ी िश व नारायण मंडल ..................... लि म िन य(मधुबनी)अिभ नय- व. डु बी मुिख या ..................... लि म िन य(मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- व. बहुरी म डल व. सुनर म डल लि म िन य (मधुबनी)ठेकैता- व. ी लाल गोसइ व. बुधु गोसइ लि म िन य (मधुबनी)नागाच- व. रामेर राम व. नेबी राम मझौरा (मधुबनी)झाइल करताल- व. ब चा म डल व. पंची म डल लि म िन य (मधुबनी)िड गरी सेा- व. चमकलाल गोसइ .................... लि म िन य (मधुबनी)भिड़ या- व. सुनर दास .................... लि म िन य (मधुबनी)(संकलन सहयोग- रामिव लास साहु, लि म िन य, मधुबनी)43


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>लि म िन य नाचपाटी- लि म िन य (िज ला-मधुबनी)(1970-1982)क पनी- ी राजे साद साहु पे. व. सु दर लाल साहुपता, गाम- लि म िन य, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- व. बहुरी म डल पे. व. सुनर म डलपता, गाम- लि म िन य, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)नाचक मंचन- (1) कुमर वृजभान (2) लिछ या रानी (3) सु दर वनक सु दर फूल (4) अ हा-दल (5)िव जय िस◌ ंह (6) गुगली घटमा।अिभ नय कक नाओं/पता-पुष पा- ी सीताराम राम व. जंगल मोची लि म िन य (मधुबनी)पुष पा- व. रिस क लाल गोसइ व. बुधु गोसइ लि म िन य (मधुबनी)पुष पा- ी गोसइ मुिख या व. डु बी मुिख या लि म िन य(मधुबनी)नारी पा- ी मलभोगी दास व. भायलाल दास लि म िन य(मधुबनी)नारी पा ी क लर राम व. खर राम लि म िन य (मधुबनी)44


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिभ नय- ी मूसन साहु व. अशफ साहु लि म िन य(मधुबनी)नारी पा- ी राम खेलावन राम व. फूसन राम लि म िन य(मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- ी राम शरण साहु व. िह रो साहु लि म िन य (मधुबनी)ठेकैता- व. ल मण राम व. जीतन राम लि म िन य (मधुबनी)नागाच- व. फूसन राम व. कंचन राम लि म िन य (मधुबनी)झाइल करताल- ी िश व नारायण म डल (गामक भिग नमान) ल् िम िन य (मधुबनी)िड गरी सेा- किप लेर राम व. सगम राम करहरी, फूलपरास (मधुबनी)भिड़ या- व. िन रसन राम व. कंचन राम लि म िन य (मधुबनी)करनेिट या- ी च दर राम व. जीतन राम लि म िन य (मधुबनी)(संकलन सहयोग- रामिव लास साहु, लि म िन य, मधुबनी)45


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>कला नाचपाटी- छजना (िज ला-मधुबनी)(1945-1980)क पनी- ी लालदेव म डल पे. व. चतुरी म डलपता, गाम- छजना, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- ी राम साद राम पे. व. गंगाय रामपता, गाम- छजना, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)नाचक मंचन- (1) िब हुला शती (2) लिछ या रानी (3) सु दर वनक सु दर फूल (4) िप ता ह या (5) दमादवध (6) वंश-उजारन (7) कुमर वृजभान (8) िव देिश या (9) जंगली वादसाह (10) रास िल ला।अिभ नय कक नाओं/पता-नारी पा- ी कारी म डल व. नंदी म डल छजना (मधुबनी)नारी पा- ी हिर म डल व. नंदी म डल छजना (मधुबनी)पुष पा- ी ब ची लाल चौपाल व. दसइ चौपाल छजना (मधुबनी)नारी/पुष पा- ी छुतह चौपाल व. सुनर खतबे छजना (मधुबनी)पुष पा स् व. नथुनी म डल व. रामफल म डल छजना (मधुबनी)अिभ नय- ी झोली चौपाल व. ननधर चौपाल छजना (मधुबनी)46


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिभ नय- ी छोटकिन चौपाल व. बौकू चौपाल छजना (मधुबनी)नारी/पुष पा- ी रामजस राम व. उिच त राम छजना (मधुबनी)नारी पा- ी हिर हर राम व. दसइ राम छजना (मधुबनी)पुष पा- ी रामिक सुन मुिख या व. सहदेव मुिख या छजना (मधुबनी)पुष पा ी दुग नंद ठाकुर व. नगर ठाकुर छजना (मधुबनी)अिभ नय- ी मटन चौपाल व. सेमु चौपाल छजना (मधुबनी)नृत- ी िश व नारायण चौपाल ी छोटकिन चौपाल छजना (मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- ी राम साद चौपाल व. िब हारी छजना (मधुबनी)ढोलिक या- ी जनकधारी चा◌ैपाल व. खुशीलाल चौपाल छजना (मधुबनी)नागाच- ी छोटकिन राम व. सुनर राम छजना (मधुबनी)झाइल करताल- ी नथुनी चौपाल व. मधुकर चौपाल छजना (मधुबनी)िड गरी सेा- व. रोगहा चौपाल व. तेतर चौपाल छजना (मधुबनी)भिड़ या- ी सुनर चौपाल व. नथुनी चौपाल छजना (मधुबनी)करनेिट या- ी राम साद राम व. मंगल राम लि म िन य (मधुबनी)अ य सहयोगी-ी बालेर ठाकुर व. लखन ठाकुर छजना (मधुबनी)47


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ी रामिव लास मुिख या स् व. बलदेव मुिख या छजना (मधुबनी)ी िब सो म डल व. अजोधी म डल छजना (मधुबनी)(संकलन सहयोग- रामिव लास साहु, लि म िन य, मधुबनी)48


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िग रधारी नाचपाटी- छजना (िज ला-मधुबनी)(1956-2008)क पनी- व. िग रधारी साहुवमान क पनी- जलेर दास पे. व. खटर दासपता, गाम- छजना, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)मैनेजर- जलेर दास पे. व. खटर दासपता, गाम- छजना, पो ट- छजना, भाया- नरिह या, अनुम डल- फुलपरास, िज ला- मधुबनी (िब हार)नाचक मंचन- (1) िब हुला शती (2) गोपी च द (3) अ हा-दल (4) गुगली घटमा (5) णा-झुणा (6)सामा-चकेबा (7) िप ता ह या (8) दमाद वध (9) किब र िल ला (10) कलयुग ेम (9अम एवं 10समवमानमे जारी)अिभ नय कक नाओं/पता-नारी पा- ी गोसइ म डल ................... धबौली, वनगामा(मधुबनी)नारी पा- ी राजेर यादव व. तनुक लाल यादव बेरयाही (मधुबनी)पुष पा- ी हिर हर चौपाल व. मोहन चौपाल छजना (मधुबनी)नारी/पुष पा- ी रघुनाथ चौपाल व. मुंगालाल चौपाल छजना (मधुबनी)49


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पुष पा ी कुसुमलाल चौपाल व. नथुनी चौपाल छजना (मधुबनी)अिभ नय- ी िश वजी चौपाल व. फुिस याही चौपाल छजना (मधुबनी)नृत- ी राजे चौपाल व. धीरज चौपाल िब मशेर,अंधरामठ (मधुबनी)नारी/पुष पा- ी नेहाली चौपाल व. जहुरी चौपाल छजना (मधुबनी)नारी पा- ी संतलाल साहु व. दसइ साहु छजना (मधुबनी)अिभ नय- ी किप लेर राम व. नेबी राम मझौरा (मधुबनी)अिभ नय व. राम साद चौपाल व. िब हारी चौपाल छजना (मधुबनी)अिभ नय- ी धम म डल व. ................ रतन सारा(मधुबनी)अिभ नय- ी यशोलाल यादव .................... बेिर याही (मधुबनी)वा एवं वादक नाओं/पता-हारमोिन यम- व. ठीठर म डल व. ...... रतनसारा (मधुबनी)ढोलिक या- व. भुटाइ चा◌ैपाल व. फेकन चौपाल छजना (मधुबनी)नागाच- व. रामेर राम व. नेबी छजना (मधुबनी)झाइल करताल- ी नथुनी चौपाल व. मधुकर चौपाल छजना (मधुबनी)िड गरी सेा- व. रोगहु चौपाल व. तेतर चौपाल छजना (मधुबनी)भिड़ या- व. नथुनी चौपाल व. चुमन चौपाल छजना (मधुबनी)करनेिट या- ी जालेर दास व. खर चौपाल छजना (मधुबनी)50


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अ य सहयोगी-ी गंगाय साहु व. दुखाय साहु छजना (मधुबनी) व. गोिव द लाल साहु व. झग साहु छजना (मधुबनी)ी लोदाय चौपाल व. गुणेर चौपाल छजना (मधुबनी)ी भुगती चौपाल व. बलदेव चौपाल छजना (मधुबनी)(संकलन सहयोग- रामिव लास साहु, लि म िन य, मधुबनी)िम िथ लाक लोक संगीत/ लोक कलाभगैत गबैया-(धमराज, योित श महराज, अंदू मािल , उदय साहु, हिर या डोम, बेनी, शती अवला, काबाबा इ यािद भगैतिन िल िख त ‘रसुआर-भगैत पाट’ 1980 ई.सँ गबै छिथ ।)ी श भु साद म डलसुपु व. लखन म डलभगैत गायन सह खजरी वादनउमेर- 42 साल1980 ई.सँ भगैत गबै छिथ ।पता- गाम- बिढ याघाट/रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल।51


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ी गंगाराम म डलसुपु ी अशफ म डल-झािल वादकउमेर- 401980 ई.सँ झािल बजबै छिथ ।पता- गाम- बिढ याघाट/रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल।ी जनक म डलसुपु व. उिच त म डलउमेर- 60रमझािल / कठझािल / करताल वादक1975 ई.सँ रमझािल बजबै छिथ ।पता- गाम- बिढ याघाट/रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल।ी रिव म डलसुपु ी खर म डलउमेर- 32नाल वादकपता- गाम- बिढ याघाट/रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल।ी परमेर म डलसुपु व. िब हारी म डलउमेर- 41ुमबाजा/ गुमगुि◌ मय1980 ई.सँ गुमगुि◌ मय बजबै छिथ ।पता- गाम- बिढ याघाट/रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- ि◌ नमली, िज ला- सुपौल।ी महे साद म डलसुपु व. छेदी म डलउमेर- 48कठझािल वादकबचपनसँ गेबो करै छिथ आ रमझािल /कठझािल बजेबो करै छिथ ।पता- गाम- रसुआर, पो ट- मुंगराहा, भाया- िन मली, िज ला- सुपौल।52


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2010 केर अवसरपर मंिच त नाटक- बाप भेल िप ी थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 20/ 01/ 2010 (बुध िद न)नाटककार सह ि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. लखन आशा कुमारी ी राम अवतार यादव कनकपुरा2. मोतीलाल सर वती कुमारी ी िव पीन कुमार साह चनौरागंज3. बौह सर वती कुमारी ी .................... िस मरा4. ब चा मनोज ेता कुमारी ी वालेर कामत पौराम (चनौरागंज)5. िस यान मनोज िश पी कुमारी ी ल मण झा चनौरागोठ6. संतोष ियंका कुमारी ी बैनाथ साह ि◌ समरा7. मदन सुलेखा कुमारी ी हरेराम यादव चनौरागंज8. मीना नेहा कुमारी ी बोध कृ ण दास चनौरागोठ9. गणेश अंजली ि यदिशनी ी गणेश ठाकुर चनौरागंज10. रामलाल पुनम कुमारी ी बाबू साहेब साह चनौरागंज12. सोनी कािम नी कुमारी ी ............. .............13. रमाकत ीित कुमारी ी रमेश धान चनौरागंज53


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>14. बलदेव िर◌ ंकु कुमारी ी अशफ महतो बेरमासहयोगक-अ य- ी शिश रंजन चनौरागंज (मधुबनी)उपा य- ी दुगन द ठाकुर चनौरागंजकोषा य- ी वेद काश पौरामउपकोषा य- ी अिम त रंजन पौराम वागता य- ी रमेश कुमार बेरमाउप वागता य- ी राम कुमार ठाकुर चनौरागंजवा संगतकत-नाल- ी रमेश कुमार िव शौल (मधुबनी)पैड- ी गणेश महतो झंझारपुरऑगन- ी राजू कुमार राम चनौरागंज54


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2010 केर अवसरपर मंिच त नाटक- संकषण थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 20/ 01/ 2010 (बुध िद न)नाटककार- गजे ठाकुरि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. संकषण- कृ ण कुमार यादव- ी राज कुमार यादव- चनौरागंज।2. भा कर- अशोक कुमार पासवान- ी ल मी पासवान- चनौरागंज।3. भा करक बाबू जीक संगी- ि◌ कशोर कुमार यादव- ी जगाथ यादव- चनौरागंज।4. बंगाली बाबू- पवन कुमार पंिज याद- ी शंभू पंिज यार- चनौरागंज।5. कल टर- कृ णानंद कुमार- ी सीताराम कारण- चनौरागंज।6. पिह ल कुकुर- दुगनंद कुमार- ी बैनाथ महतो- बेरमा।7. दोसर कुकुर- सुरेश कुमार महतो- ी यामानंद महतो- चनौरागंज।8. तेसर कुकुर- रमेश कुमार महतो- ी इंदेव महतो- बेरमा।9. मधुरक दोकानक मािल क- मनोज कुमार महतो- ी मोद महतो- बेरमा।10. लुी झा- सुरेश कुमार महतो- ी गंगासाद महतो- बेरमा।11. जयराम- राम रतन साह- ी नारायण साह- चनौरागंज।55


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>12. िन याकाका- िम िथ लेश कुमार राम ी चौठी राम- मछधी।13. महॴसबार- संतोष कुमार साह- ी रामच साह- चनौरागंज।14. गोनर झा- बैजू साफी- ी महे साफी- चनौरागंज।15. घटक- िम िथ लेश कुमार यादव- ी राम िक शुन यादव- चनौरागंज।16. संकषणक बाबू- भाष कुमार ी बाबू साहेब साह- चनौरागंज।17. मीत भाय- शत कुमार- ी राम नारायण महतो- चनौरागंज।18. बुढ़ी- बलराम कुमार- ी राज कुमार यादव- चनौरागंज।19. पिह ल िस पाही- गणेश कुमार- ी बैनाथ म डल चनौरागंज।20. दोसर िस पाही- संजय कुमार- ी महादेव महतो- चनौरागंज।21. िस पाहीक अफसर- रोिह त कुमार- ी मोद यादव- चनौरागंज।22. लाल काका- िश व कुमार- ी भाईजी मुिख या िस मरा।23. लालकाकी- राजेश कुमार- ी रासधारी महतो- चनौरागंज।24. चोर बजारक दोकानदार- आन द कुमार- ी राम अवतार यादव- चनौरागंज।56


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2011 केर अवसरपर मंिच त एककी- अिध कार थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 18/ 02/ 2011 (मंगल िद न)नाटककार सह ि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. च दन िम िथ लेश कुमार महतो ी रासधारी महतो चनौरागंज2. अमरनाथ रमेश म डल ी .................. िस मरा3. मंजूर रमनजी ी दया का त पेार चनौरागंज4. िव नोद शोभाका त महतो ी राम अवतार महतो कोिर यापी (चनौरागंज)5. सुनील िव वेक कुमार सागर ी हनुमान पोार चनौरागंज6. बहादुर मो टॉिफ क मो. मु ताक आलम चनौरागंज7. हंशराज शिश का त िस◌ ंह ी ................ नौलखा (महरैल)8. नजीमा मो. टॉिफ क मो. मु ताक आलम चनौरागंज9. अनजार अनबर मो. िक मत चनौरागंज10. देव मनोज कुमार ी जालेर महतो कोिर यापी (चनौरागंज)57


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>12. अिख लेश सुनील कुमार महतो ी िव नोद महतो कोिर यापी (बेरमा)13. सलमा रमेश महतो ी इ देव महतो कोिर यापी (बेरमा)14. अजहर कुणाल िक शोर ‘धीरज’ ी बेचन ठाकुर चनौरागंज15. अ फाक कमल िक शोर पंकज ी बेचन ठाकुर चनौरागंजसहयोगक-ी शिश रंजन ी न द िक शोर गु ता चनौरागंज (मधुबनी)ी दुगन द ठाकुर व. भरत ठाकुर चनौरागंजी अिम त रंजन ी नागेर कामत पौरामी रमेश कुमार ी भागवत महतो चनौरागंजी संजय कुमार ी बैनाथ साह िस मरासर वती पूजा 2011 केर अवसरपर मंिच त नाटक- िम िथ लाक बेटी थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 18/ 02/ 2011 (मंगल िद न)नाटककार- जगदीश साद म डलि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. कमनाथ- पुनम कुमारी- ी बाबू साहेब साह- चनौरागंज।58


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>2. सोमनाथ- ीित कुमारी- ी रमेश धान- चनौरागंज।3. रामिव लास- िब भा कुमारी- ी अमर राम- चनौरागंज।4. िव कास- सुलेखा कुमारी- ी हरेराम यादव-चनौरागंज।5. नुनू- नेहा कुमारी- ी बोध कृ ण दास- चनौरागंज गोठ।6. लालबाबू- सोना कुमारी- ी रामसेवक पोार- चनौरागंज।7. ीधन- संगीता कुमारी- ी स य नारायण महतो- चनौरागंज।8. फुलेसर- ल मी रंभा- ी हिर नारायण महतो- चनौरागंज।9. राधे याम- आशा कुमारी- ी राम अवतार यादव- चनौरागंज।10. चमेली- दुखनी कुमारी- ी महे साफी- चनौरागंज।11. आशा- सोनम कुमारी- व. भरत ठाकुर- चनौरागंज।12. माधुरी- अिन ता कुमारी- व. राम लखन महतो- चनौरागंज।13. च पा- रेखा कुमारी- ी अशफ महतो- चनौरागंज।14. जुही- मुी कुमारी- ी शंभू म डल- चनौरागंज।59


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2012 केर अवसरपर मंिच त नाटक- उ कामुख थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 28/ 01/ 2012 (शिन , राित क स)नाटककार- गजे ठाकुरि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. गंगेश अंजली ि यदिशनी ी गणेश ठाकुर चनौरागंज2. व लभा ीित कुमारी ी रमेश धान चनौरागंज3. देवद सुलेखा कुमारी ी हरेराम यादव चनौरागंज4. वमान लिल ता कुमारी ी म खन महतो बेरमा5. उदयन आशा कुमारी ी रामा अवतार यादव बेरमा6. दीना ि यंका कुमारी ी वैनाथ साह िस मरा7. भदरी सोनम कुमारी व. भरत ठाकुर चनौरागंज8. आचाय या पूजा कुमारी ी महे साह चनौरागंज9. आचाय िस◌ ंह वेता कुमारी ी बालेर कामत पौराम10. आचाय सरम सर वती कुमारी ी िव पीन कुमार साह चनौरागंज60


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>11. िश य साही आरती कुमारी ी लाल बहादुर यादव चनौरागंज12. िश य िख िख र रािग नी कुमारी ी िव णुदेव साह चनौरागंज13. िश य निढ़ या सुिब ता कुमारी ी गंगाराम म डल मछधी14. िश य िब जी मीना कुमारी ी राम साद म डल मछधी15. भगता पूजा कुमारी ी बैनाथ ठाकुर चनौरागंज16. भगताक िश य- िव भा कुमारी ी अमर कुमार राम चनौरागंज17. गंगाधर िश पी कुमारी ी ल मण झा चनौरागंज गोठ18. आन दा सिव ता कुमारी ी महे साफी चनौरागंज19. सोहागो योि◌त कुमारी ी राम अवतार यादव चनौरागंज20. मेघा ीित कुमारी ी रमेश धान चनौरागंज21. मित सुधीरा कुमारी ी यामानंद महतो चनौरागंज22. जीवे अंजू कुमारी ी बेचन म डल मछधी23. मीतू सर वती कुमारी ी कुशेर म डल िस मरा24. माधव उजमा िन कहत ी मो. मुतजा मछधी25. माधवक सहयोगी-1 फूल कुमारी ी सबधलाल यादव चनौरागंज26. माधवक सहयोगी-2 सुधीरा कुमारी ी िब लट यादव चनौरागंज27. मनसुख बिब ता कुमारी ी सीताराम साह चनौरागंज28. हिर कर ोपदी कुमारी ी किप लदेव यादव चनौरागंज29. कीित िस◌ ंह नेहा कुमारी ी बोध कृ ण दास चनौरागंज गोठ30. हिर पित संगीता कुमारी ी रामदेव पासवान चनौरागंज61


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>31. अथमंी नारायण अचना कुमारी ी राम नारायण महतो चनौरागंज32. पिह ल दरबारी सुिब ता कुमारी ी गंगाराम म डल मछधी33. दोसर दरबारी मीना कुमारी ी राम साद म डल मछधी34. ऋृिष जटा पूजा कुमारी ी बैनाथ ठाकुर चनौरागंज35. ही िब भा कुमारी ी अमर कुमार राम चनौरागंजअ य सहयोगी-ी उमेश म डल ी जगदीश साद म डल बेरमा (मधुबनी)ी दुगन द म डल ी रामदेव म डल गोधनपुरी अिम त रंजन ी नागेर कामत पौरामी रमेश कुमार ी भागवत महतो चनौरागंजी संजय कुमार ी बैनाथ साह िस मरा62


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2012 केर अवसरपर मंिच त एककी- वीरगना थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 29/ 01/ 2012 (रिव , राित क स)नाटककार- जगदीश साद म डलि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. सोनमा काका- कृ ण कुमार यादव ी राजकुमार महतो कनकपुरा2. पनी दादी- िक शोर कुमार यादव ी जगाथ यादव कनकपुरा3. जुगेसर- िम िथ लेश कु. यादव ी राम िक शुन यादव चनौरागंज4. अयोधी- िम िथ लेश कु. राम ी चौठी राम मछधी5. जीवन- पवन कुमार यादव ी छोटकैन यादव चनौरागंज6. कुसेसरी राम रतन साहु ी नारायण साहु चनौरागंज7. कोिश ला- कमल िक शोर पंकज ी बेचन ठाकुर चनौरागंजअ य सहयोगी-ी उमेश म डल ी जगदीश साद म डल बेरमा (मधुबनी)63


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ी दुगन द म डल ी रामदेव म डल गोधनपुरी अिम त रंजन ी नागेर कामत पौरामी रमेश कुमार ी भागवत महतो चनौरागंजी संजय कुमार ी बैनाथ साह िस मरा64


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सर वती पूजा 2012 केर अवसरपर मंिच त नाटक- िब सवासघात थान- जे. एम. एस. कॲिच◌ ंग से टर- चनौरागंज (मधुबनी)िद नक- 28/ 01/ 2012 (शिन , िद नक स)नाटककार- बेचन ठाकुरि◌नदशक- बेचन ठाकुरपा, कलाकार, िप ता आ गामक नाओं...1. रामिक शुन- दुगन द ठाकुर व. भरत ठाकुर चनौरागंज।2. राम सेवक शत कुमार ी राम ना. महतो चनौरागंज।3. िस याराम- मो. अनवर- मो. िक मत- चनौरागंज।4. लखन- मनोज कुमार- ी जालेर महतो चनौरागंज।5. ल मी- नवीन कुमार ी उपे कामत िस मरा।6. जीते - सुनील कु. महतो ी िव नोद महतो बेरमा।7. मनोहर- संजीव कुमार ी िब हारी म डल चनौरागंज।8. जगाथ- शोभा कु. महतो ी रामच महतो बेरमा।9. बी- वण कु. महतो ी अशफ महतो चनौरागंज।10. सुशील- िम िथ लेश कुमार ी रासधारी महतो चनौरागंज।65


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>11. यामलाल- चेतनारायण िसंह- ी योगे महतो चनौरागंज।12. उमाशंकर- अिम त रंजन- ी नागेर कामत- चनौरागंज।13. िब देर- राजनीश कुमार- ी िव िप न कुमार साह चनौरागंज।14. रामलाल- रमेश कुमार- ी भागवत महतो- बेरमा।15. झामलाल- राघव कुमार झा- ी ल मण झा- चनौरागंज गोठ।16. गंगाराम- सव नारायण कुमार- ी रामिक शुन महतो- चनौरागंज।17. मोहन- देवन म डल- व. छेदी म डल- चनौरागंज।18. पंचु- अिव नाश कुमार साह- व. वण साह- चनौरागंज।19. रामभ- देव यादव- ी मदन यादव- चनौरागंज।20. बलदेव- सुभाष कुमार- ी बाबू साहेब साह- चनौरागंज।21. बीजे - नवीन कु. म डल- ी कामेर म डल- चनौरागंज।22. मजलूम- भोला कण- व. लाल बहादुर शा ी- रेवाड़ी।23. ओम काश- अिभ नव कु. सागर- ी हनुमान पौार- चनौरागंज।24. पवन- िव ी कु. कण- ी इ दुनाथ कण- रेवाड़ी।25. बीलट- मो. टॉिस फ- मो. मु ताक आलम- चनौरागंज।26. नदीम- सुबोध कुमार यादव- ी कुलानंद यादव- चनौरागंज।27. लालू- मो. टॉिफ क- मो. मु ताक आलम- चनौरागंज।28. राजा- रमेश कु. यादव- ी रामन दन यादव- चनौरागंज।29. सलीम- शिश का त िस◌ ंह- ी अशोक महतो नौलखा।30. मो तकीम- लालू कु. यादव- ी सहदेव यादव- चनौरागंज।66


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>31. बौधु- िश व कु. ‘िश व’ ी बचनु म डल- िस मरा।32. मनोज- गं◌ुजन कुमार- ी गोपाल साह- िस मरा।33. चमेली- लालू कुमार यादव- ी िव णुदेव यादव- चनौरागंज।34. बुधन- बैनाथ ठाकुर- ी महाका त ठाकुर- चनौरागंज।35. घूरन- कृ णानंद कुमार- ी संतोष कारक- चनौरागंज।36. भूटन- दीप कु. म डल- ी राजे म डल- चनौरागंज।37. पलटू- रंजीत कु. म डल- ी पवन म डल- ि◌ समरा।38. िच नमा- रमेश कुमार महतो- ी इ देव महतो- बेरमा।39. ल मण- संतोष कु. महतो- ी सूरत महतो- चनौरागंज।40. हिर केशर- जीते कुमार पासवान- ी उतीम लाल पासवान- रेवाड़ी।67


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।गजे ठाकुरजगदीश साद मडल :एकटा बायोाफीआगरामपीक जहल बिन गेल छल। मुदा उाटन नै भेने ओिह ना पड़ल छल। नरकोमे िक कम ठेलम-ठेल होइछै। मधुबनी ची वाडमे जे दसो-बीस िद न रहल हेताह, हुनका मोने हेतिन । तइठाम साल के कहए जेकतेको सालसँ कतेको गोटे छलाह। आजादीसँ पिह नॱ आ पछ मधुबनी जेलक चलती रहबे कएल। तइमेमुदा एकटा जर भेल रहै जे जेलक भीतरो िव भािज त रहए, वाड न. ०२ राजनीित पाटबला सभक रहै,बकी सहरगंजा।सहरगंजा ऐ लेल जे ने अपराध एक रंगक छै आ ने अपराधी। मुदा जेल तँ जेल छी मठाधीशसँ लऽ कऽफुलतोड़ा धिर एकेठाम रहता। मुदा जहलोक कारोबारमे चोरी-चपाटी रहबे करै, िक यो जलखैक बदाम चोरालै तँ िक यो गुड़। िक यो क तेल हेर फेर कऽ दै, िक यो िक छु। आजादीक समए मधुबनी िज ला (तइिद नक सविड वीजन) जखन आजादीक सीमापर आिब गेल तखन कने भाषा-ेमी-अंेजक देिख ये ली।एकटा एस.डी.ओ. भेला ि यसन। जे गाम-गाम घूिम भाषाक ममक बुझैक कोिश श केलिन । कोिश शे नै केलिनभोलूमक-भोलूम पोिथ यो िल खने छिथ । पैघ-पैघ पु तकालयक िस◌ ंगारक व तु बिन जेवर-जेवरात जक आलमारीधेने अिछ । भाषा-सािह यक लेल सरकािर यो-गैर-सरकािर यो सं था सभ खूब काज केलक , मुदा ि यसनककएल मैिथ ली सेवा आलमारीक दराजमे फँिस गेल अिछ ! जिह ना सािह य सृजन अनुभावा मक आ बौधा मकहोइत अिछ तिह ना भाषाक सेहो अिछ । मैिथ ली श दक ि◌सफ सं कृतसँ आएल श द बुझै छी तँ मैिथ ली संगअ याय होइ छै। याय तखन हेतै जखन मैिथ ली श दक वैिद क जीवन-पित क श द पमे देखल जेतइ।एक-एक श द एक-एक जीवनक काजक न शा तैयार करैक शि त रखैए। सं कृतक भाव ऐ लेल मानलजाएत जे वैिद क भाषा सं कृत रहल। ओना भाषाक दौड़मे आगू नै बढ़ब मुदा एकटा बात आव यक बूिझ68


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पड़ैए तँए वैिद क सं कृतक शैली अनुभवा मक अिछ जखन िक लौिक क सं कृतक भावा मक बेसी। भावा मकिद शा क पनाशील बनैत गेल। जेना-जेना भावा मक िद शा मजबूत होइत गेल तेना-तेना सािह य िज नगीसँ(जीवन पित ) दूर हटैत गेल।रामपी जेलक उाटन नै होइक कारण रहै जे शासनसँ ठीकेदार धिर िक यो फाइनल करैले तैयारे नै।िक छु काज पछुआएल तँ िक छु िब ल-भुगतान पछुआएल। मुदा नजिर सबहक योजना खाइक पाछू।रा य वामपंथी (भाकपा-माकपा) पाट अपन वलंत सम या सभ लऽ कऽ जेलभरो आ दोलन केलक। ओनासॱसे रा यक वलंत सम या सभ मुा रहए मुदा िम िथ लचलक लेल दूटा मुख मुा छल। पिह ल कोसीनहिर क संग नूनथर, शीशापानी आ बराहेमे डैम बना पिन िब जली उ पादन कएल जाए जइसँ कृिषक संगउोगो धंधा बढ़तै। िक छु गोटेक एहेन धारणा अखनो छि ह जे कारखानाक जरित खाने ेटा मे होइछै। मुदा से नै, ईहो होइ छै जे जते-रंगक कारखाना अिछ तइमे ५५ ित शत जँ खान ेक मालसँ चलैततँ ४५ ित शत कृिष उ पािद त व तुसँ सेहो चलैत। दोसर मुा छल मैिथ ली भाषाक सरकारी मा यता भेटौअथत् अ टम अनुसूचीमे शािम ल हा◌ेउ। जइसँ िम िथ लाक िव कासमे एक कड़ी जुड़त।मधुबनी िज ला बिढ़ -चिढ़ कऽ ओइ आ दोलनमे िह सेदारी दज करौलक। दजनो वकील सेहो रहिथ । हजारसँऊपर कायक जेलमे रहिथ । जइ िद न मधेपुर-लखनौर लौकक समए (दशनक संग जेल) रहै तइ िद निव स् फीक सेहो रहए। जगदीश साद मडल सभ िज ला-कायलय (डी.एम. ऑिफ स)क गेटक बाहर रहिथ।पूवजी ( व. राजकुमार पूव) कायलयक पैछला गेट देने आिब , पाछूमे ठाढ़ भेल एस.पी.क कालर पकिड़लेलिख न। भीतर-बाहर हूड़-बड़ेरा भऽ गेल। लाठी चाच भऽ गेलै। मुदा बहुत नै भेलइ।जगदीश साद मडल रामपी जेल पहुँचला। बेरमाक अारह गोटे रहिथ। नागे जी (डॉ. नागे कुमारझा, पैटघाट) आ जगदीश साद मडल सभ लेडी वाडक ओसारा पकड़ने रहिथ। िज लाक सभ िव धायको आिव धान पाषदो रहिथ । िव धायक रहिथ पूवजी ( व. राज कुमार पुव) तेजनारायण जी (ी तेज नारायण झा)लाल िब हारीजी (ी लाल िब हारी यादव) रमणजी (राम लखन ‘रमण’ भाकपा.क िव धायक) पूव िव धायकबैजनाथजी (ी वैनाथ यादव) चौधरीजी (ी कृ ण च चौधरी)।जेलक भीतर दू बेर भाषण-भूषण चलै। मु य व ता रहिथ चौधरीजी। मजल िव ान। भाषापर एते पकड़रहिन जे एका◌े श द कम-बेसी नै होि ह । कोनो िव षयक यथाि थ त या या करैक अुत मता रहिन । ओइसमए पाटक जनशि त दैिन क पि का िन कलैत छल। स पादक रहिथ चौधरीजी। जगदीश साद मडलजनशि त पि काक संवाददाता रहिथ। व. कृ णच चौधरी नीक व ता छलाह। िल खबो नीक करैत छलाह। मैिथ लीमे तँ भिर सक नै मुदा िह दी-अंेजीमे कतेको पोथी िल खने छिथ । जेहने िव ान तेहने सु य त पिर वारक सेहो छलाह। पानो खूब खाइछलाह आ िस गरेटो पीबैत छलाह। जेल तँ छु छे देहे आिब गेलाह मुदा िभ नस पहर चाह पीला पछाित पान69


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>खाइले मन छटपटाए लगलिन । जगदीश साद मडल सभ पानक ओिर यान कऽ कऽ रखने रहिथ। जहलोकोनो जहल जक निह य रहै। ने सरकारी पय त टाफ रहै आ ने सरकारी बेव था। अपने सभ सभिक छु। गेटो खुजले रहै। भीतर बाहर दशनकारी लोक सॱसे टहलैत। बे पहर ढोलकपर अ हा होइ।चौधरीजीक चाहोक िह साब निह य रहिन । आबिथ तँ जगदीश साद मडल चाह िपआ पान खुअबिथन । तेकरबाद गप-सप शु होइ।ओना िब हारक कतेको िज लाक दशनकारी दुइये िद नक पछाित सँ िन कलए लगलाह। मुदा मधुबनीक मािर -पीटकेस भिर या देलकै। दू िद नक पछाित भोगे जी सेहो दरभंगा जेलसँ िन किल मधुबनी जेल चिल एलाह। तेरहिद नक पछाित िन कलैक आदेश आएल रहै। मुदा सभक नै। ३५ गोटेक मुजफरपुर जेल पठबैक आदेश सेहोआएल रहै। तेरहम िद न िन कलै बेर िक यो िन कलैले तैयारे नै भेलाह। िक छु िव दाइ भेने िब ना केनािन कलताह। गप उठल धोती-कुत, गंजी-गमछा आ चिर क मुदा से नै भेलै। होइत-हबाइत एकटा लूंगी आएकटा गमछा सभक भेटलिन । पाट आ दोलनक अंित म जेल याा छलै। तेकर बाद जे जगदीश सादमडल गेबो केला तँ एक-िद ना-दु-िद नामे। जे कएक बेर थानेसँ चिल आबिथ।ओना जगदीश साद मडल सभ दोहरी जेलक याी रहिथ। अपनो गाममे तते मुकदमा भऽ गेल रहिन जेएक ने एकटा वारंट सभ िद न रहबे करिन। दू हजार ई वी अबैत-अबैत सभ केश समा त भऽ गेलिन, खालीदूटा शेष बँचल रहलिन। एकटा ३०७ (ह याक यास) जे हाई कोटमे छलिन, दोसर ४३६ (अिग ल गी) जेिड ि ट क जजक कोटमे छलिन। जिह ना बािढ़ क पािन पोखिर मे वेश करैकाल सॱसे पोखिर क पािन गित शीलभऽ जाइए आ घुमती बेर (बािढ़ सटकैक समए) धीरे-धीरे गित हीन हुअए लगैए तिह ना मुकदमाक दौड़मे भऽगेलिन। मुदा अि थ र नै भेल छलै। कारण दुनू केश शेसन छलै। असिथ र ई भेलै जे िज लाक केश(अिग ल गीक) क फाइले तरमे पिड़ गेल आ हाईकोटमे दौड़-बरहा कम होइ छलै।अखन धिर माने २०००ई.सँ पूव जगदीश साद मडल देशक आधासँ बेसी मण कऽ नेने छलिथ। एकिद स देशक आिथक राजधानी मु वई देख नेने छलिथ तँ दोसर िद स नागालड-अणाचल सेहो देखने छलिथ।रिव बाबूक (महिष रिव नाथ टैगौर) शाि त िन केतनक संग सु दर वन, गंगासागर, कबीर दासक गाड़लख ती समुक कात, तँ सूय मंिद र सेहो देखने छला। रंग-रंगक ैत ( ) एक िद स जँ हजारी बाबूक(आचाय हजारी साद ि वेदी) जे शाि त िन केतनमे १९३० ई.सँ १९५० ई. धिर िह दीक अ यापक रहलाह।िस रीसक फूलक महमहीसँ मुध होइत रहिथ तँ दोसर िद स िम िथ लचलमे ई िस रीस बिजत अिछ ! ने घरककाजमे आऔत आ ने चौकी, कुरसीक काजमे! ततबे नै, फलक गित सेहो सएह। गाछ तँ बड़का-बड़का होइछै जिह ना कहबी छै “मनुख तँ बलवीर मुदा मोछ ने तँ िक छु ने।” तिह ना। मन मािन गेलिन जे पुरबा-पिछ याक लहिड़ छी। फूलक लेल केहेन गाछ लगाओल जाए, फूलक संग फलक लेल केहेन गाछ लगाओलजाए आ िब नु फूल-फलक गाछ कतए लगाओल जाए, ई तँ भेलिन। मुदा पिछ याक पूवक लपेट तर कऽदइ छै। जँ से नै करै छै तँ िम िथ लचलक भूिम मे कतए कहसँ आिब बोन-झाड़ लािग गेल छै, जइठाम एक-सँ-एक फल, एक-सँ-एक फूल आ एक-सँ-एक सुकाठ लकड़ीक बास भूिम छी। िम िथ लचलक िव कास तखनहएत जखन िम िथ लचलक गहराइसँ अ ययन कऽ अनुकूल पिर ि थ ित बना उपयोग हएत।70


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>यााक दौड़मे राज थान सन दशनीय जगह सेहो छुटले छलिन। याा तँ गरपर छलिन मुदा समैओ आपाइओक तंगी छलिन। मिम यौत भाित ज राज थानक पाली िज ला अ तगत डी.एल.एफ. िस मट कारखानामेसुपर-वाइजर छलिखन जे बेर-बेर अबैक बात करैत रहिथन। ओना ओ (तेज नारायण म डल) पढ़ल-िल खलनै। कोिस क हा भेने गामक कूलो न ट भऽ गेलिन आ गामो। जमीन-ज था गुजर करैबला जर छै मुदाकोसी-कमलाक बीच पिड़ गेल छै। भािग कऽ ओ राज थान चिल गेला। डी.एल.एफ. िसमट कारखानामे उामजदूरक पमे नोकरी भऽ गेलिन। एन.के. पारीख नाओंक एक गोटे जे चािर कोठरी मकानो बनौने छलाहआ ओही िस मट कारखानामे नीक पदपर सेहो छलाह, हुनके मकानमे एकटा कोठरी भाड़ा लऽ तेज नारायणरहए लगला। धीरे-धीरे दुनू गोटेक बीच संबंध बढ़ैत गेलिन । हुनकर (एन.के. पारीखक) सासुर नेपालककाकरिभ ा तँए पी िम िथ लचलसँ पिर िच त, स ब धक मजबूतीक कारण वएह भेल। भाए-बिह न जक दुनूकस ब ध बिन गेलिन । एक-दोसरक पािर वािर क िज नगीक स ब ध बढ़लिन। एन.के. पारीख तेजनारायणककहलिख न जे बैसारीमे पढ़ा देब। सचमुच पढ़ा कऽ कारखानाक सुपर-बाइजर बना देलिख न।जगदीश साद मडल मनमे अँटकािर लेलिन जे मा जाइ धिर क सम या छिन । जखन जेता तँ एतबो ओनै करत? देखैबला जगहो देख लेता आ ओइठामक मािट -पािन-हवाक ेो देख लेता। एक िद न एिह ना िक छुपािर वािर क आमदनी भेलिन, उिठ कऽ िव दा भेला। असगरे घुमैक वभावो छलिहये। िद ली होइत राज थानपहुँचला। सुपर-वाइजर भेला पछाित तेजनारायण अपना पिर वारो (पी) आ एकटा भाइयोक गामसँ लऽ गेला।भाएक ओइ कारखानामे नोकरी धड़ा देलिखन। एन.के. पारीखक मकानसँ हिट तीन कोठरीक मकान भाड़ालऽ रहए लगला। पैखाना कोठरीक ओतेक जरी नै, एक तँ ेक िह साबसँ पातर जनसं या दोसरझाड़दार सगरीक (बगूर जक पातो आ कटो होइ छै) िछ टफुट गाछक परदा। बससँ उतिर सोझे कारखानागेला आ ऑिफ समे भातीजक स ब धमे पुछलिखन। तेजनारायण यूटीमे नै रहिथ। एक गोटे पटनाक संगभेलिखन आ तेजनारायणक डेरापर दोसिर सझ होइत पहुँचा देलिखन । िब जलीक इजोत। बगलमे तीस-चालीस दोकानक छोट-छीन बाजार। जइ बीच होइत बसक रा ता। अ हार रहने बेसी नै देिख पेला।चैत मास रहने गरमी खूब पड़ै, दस बजेक बाद घरसँ ि◌ नकलैक मन नै होइ। मुदा बारह बजे राित क पछाित(जेना-जेना राित ढलै) मोटगर चदिर क जरित भऽ जाइ छलै। रहैले एकटा खाट, िस रकक संग भेटलछलिन। िभ नसर होइत देखैक अवसर भेटलिन। डेराक आगूमे चािर -पचटा अशोकक गाछ लागल, मझोलकेगाछ। मकान मािल कक घर अधा िक लोमीटर हिट कऽ रहै। मुदा मालक घर बगलेमे बनौने रहए। मालो िकिबनु ब चा दूटा तौिड़ या महॴस। तीन बापूत मकान मािल क। िप ता बुढ़े जे बेसीकाल महॴसक ताक-हेिर करैतछल। एक भइ ओही िस मं◌ेट कारखानामे नोकरी करैत छलाह। आ दोसर खेती-िग रह तीसँ लऽ कऽ महॴसदुहनाइ आ मोटर साइिक लपर दूध बेचनाइ धिर । तीन-िक लो मीटरपर एकटा दोकानदारक ित िद न दूध दइत।साइठ बीघा जमीनो रहिन आ एकटा बोिर◌ ंग सेहो। शु दोखरा बालुक खेत। पहाड़-बालुक े। गाछकपमे मा सगरी। पहाड़क अित िर त खेत सभमे पाथरक छोट-पैघ टुकड़ा ओंघराएल। पराते भने मकानमािल कसँ िच हा-पिर चय भऽ गेलिन। पँइसिठ -सिर क उमेर, देहमे मा एकटा धोती। परात भने जखन बेटामहॴस दुहए लगलिन तँ जगदीश साद मडल देखलिन जे दूध तँ कमे भेलै मुदा ओइमे पािन ढािर देलकै।71


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पुलिखन जे पािन िक अए देिल ऐ? जबाव देलकिन जे जँ दूधमे पािन नै देबै तँ महॴसक थन जिर जाएत!जबाव सुिन िक छु फुड़बे ने कएलिन। आ◌ेहो चिल गेलाह।तेसर िद न अजमेर दरगा देखैक कायम बनलिन। बहुत सु दर थान। पहाड़ी इलाका तँए बेसी िच नो-चुनमुन। थानक पूबािर भाग ऊँचगर पहाड़। पिह ने तँ मनमे भेलिन जे िह दूक रोक हेतै मुदा से नै।देिख िन हारमे बेसी िह दू। कबूलो-पाती बेसी। थानक भीतरे रहिथ िक गजा-बाजाक संग एकटा जुलुसदेख लिन। हाथी, ऊँटक संग मनुखक चलबैत चिर पिह या गाड़ी (िब नु इंिज नक, आगू-पाछू आदमी ठेलैत) मद-औरतसँ सजल जुलुस। रंग-रंगक बबािज योक समूह। नंगासँ लऽ कऽ रइस धिर ।दरगा देखलाक पछाित पु कर गेला। अजमेरमे आम, जामुन, लताम इ यािद क गाछ सेहो देखलिन। गुलाबफूलक खेती बहुत बेसी। पु कर एकटा नमहर पोखिर नुमा अिछ । जइपर ाक मंिद र अिछ । अनेकोधमशाला आ अनेको घाट बनल अिछ । जिह ना दरगामे भीड़ तिह ना पु करोमे रहए।ओना जेबाकाल जयपुरेमे बससँ उतरला। मुदा राित मे गेला। भोरे अ हरगरे दोसर बस पकिड़ लेलिन तँएदेखैक अवसर ओइ िद न िक छु नै भेटलिन। अजमेरक तेसरा िद न पछाित जयपुर पहुँचला। सचमुच कला-कृि े ठ छै खास कऽ ाचीनक। मीराक थान (मैरता) सेहो गेला। बसनुमा रेलक गाड़ी चलै छै ।एकटा मंिद र अिछ जइमे अनेको मूित अिछ । मंिद र बहुत नमहर नै मुदा िछ पगरो नै। ढोलपेटा जक अिछ ।अ◌ोना भीतर एबा-जेबा लेल लोहाक केबाड़ी लागल । मुदा सिद खन लगले रहै छै। छाती भिर ऊपर चाकात नमगर-चौड़गर िख ड़कीनुमा मोटगर लोहाक सरी लागल छै। जइ होइत चा कात घूिम कऽ देखलजाइत अिछ । भीतरमे राजदरबारक दृ य बनल छै। जिह ना राजदरबारमे सभ िक छु सजल रहै छै तिह ना सभिक छु सोनाक बनल छै। ओना देशमे एक-पर-एक थानो अिछ आ मंिद रो अिछ । जिह ना कलाक ेमे अिछतिह ना आिथक ेमे। मुदा मूल व तु अिध कश थानक गाइब अिछ । ओ छी ओकर महा य। उदाहरणकपमे “कामप कामा या” कामप कामा यामे सभ कथूक बिल दान होइत छै, मुदा दोसर-तेसरमे अंतरछै। िक छु थानमे खास चीजक बिल पड़ै छै। तिह ना परसादो अिछ । जगाथक परसादक अलग प-गुणअिछ ।ओना कोनो थानक महगाइक पिर चय बारहो मास रहलापर होइ छै, से तँ राज थानमे नै रहला, मुदा जतबेिद न रहला तइमे देखलिन जे बीतभिर क सजमिन क दाम, जेकर दाम अपना ऐठाम आठो आना नै हेतइ ओ दसपैयामे िब काइत। १९९९ ई.मे गेल रहिथ। तीन पैये चाह िब काइत छल। तिह या अपना ऐठाम एक पैयेकप िब काइत छलै। तीन पैये पान िब काइत छल अपना ऐठाम बारह आना रहै। एक तँ अपना सभ जकितसैकड़ो अ दोकानमे नै देखलिन मुदा अक भाउमे अपना सभसँ कम अ तर छलै। िकछु स तो छलै।जना चीिन या बदाम। चीिन या बदामक खेती होइ छै। खएब-पीअब अपना सभ जक नै, सीिम त िज नगीसीिम त भोजन। गरीबी सेहो छै। मुदा अपना ऐठामक कारण िभ अिछ ओइठामक कारण िभ छै। जिह ना72


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>हिर अरो आ सुखलो ठठेर नेने अबै आ छीिट दइ। गाए-सभ अपन-अपन खाए। परबा सेहो छै मुदा खाएबविजत । जँ खेबै आ पकड़ा जाएब तँ जुमना लागत।राज थान जाइसँ डेढ़ बख पूव पनचानबे बखक अव थामे जगदीश साद मडलक माए मिर गेली। माइकअंित म दशन। िद नक बारह बजैत। जगदीश साद मडलक पीक ओ कहलिख न-“तूँ सभ खाइ-पीबै गेलह?”पुतोहु- “हँ।”“ब चा, गाममे अिछ िक ने?”खाइ कालमे देिख ने िह रहिथ न, मुदा लगले िव सिर गेली। मनमे शंका भेलिन।“हमरो कने िब छान कऽ दाए।”पुतोहु ओसारेपर बगलेमे िब छान कऽ देलकिन । बैसले-बैसल घुसुिक कऽ िब छानपर पहुँिच ते पिड़ रहली सेपड़ले रिह गेलीह! एकादशीक िद न।अंित म समए धिर माएक आशा नै टुटलिन । िज नगीमे नमहर-नमहर दुिदन सेहो एलिन , तँ सेवो एते मजगूतरहलिन जे आशाक बाट पकड़निह रहलिन ।सु य त पिर वारमे माइक ज म भेल छलिन । दू भाए-बहीिन क बीच िप ताक पिर वार छलिन । बहीिन क बेटानिसग म डल दीप गामक छलिख न। िज नका १९४२ ई.मे झंझारपुर सकलक आ दोलनमे गोली लागलछलिन । दुनू गोटेक (जगदीश साद मडल आ हुनको) माि क मनसारा (दरभंगा िज ला, घन यामपुर लौक)एके पिर वार। बेरमामे माइक सासुर, दीपमे पीसक (दीदीक, िज नकर बेटा नरिस◌ ंग म डल) सासुर, गोधनपुरमेजेठ बिह न जे सात भाए-बिह नमे सभसँ जेठ। मनसारा पिर वार स पि येमे अगुआएल नै समगोमे अगुआएल।माइक मौसीक सासुर बेरमे। हुनके पिर वारक पोखिर अिध कारी पोखिर क नाओंसँ जानल जाइत अिछ , जेजगदीश साद मडलक घरक बगलेमे अखनो कारगर अिछ । घरे-घरे कल भेने नहाएब तँ किम गेल छै मुदामाछ-मखानक बखारी छै। तिह ना एक लकीरमे तीनटा इनार सेहो छलिन , जे भ नावशेष मा रिह गेल छै ।तीन भइक भैयारीक बटबारामे चानीक पैया गिन कऽ नै तराजूपर तौल कऽ बारह-बारह पसेरीक बटबाराभेलिन। आ◌ेइ पिर वारक लािग मे जगदीश साद मडलक िप ताक िब आह हेबाक कारण छल पैछला इित हास।जइमे कूल-मूलसँ लऽ कऽ पािर वािर क बेवहार धिर अबैत अिछ । जगदीश साद मडल सँ ऊपर सीढ़ी धिरपिर वारमे हर जोतब आ गाए दूहब विजत छल। मुदा आब नै। मौसीक (माइक मौसी) अनुशंसासँ माइकिब आह एक साधारण पिर वारमे भेलिन । घरदेखीमे पच गोटे जे एलिख न से पचो पच रंगक। अपन-अपननजिर ये सभ पिर वार देखलिन । एकटा नमगर-छड़गर खलीफा सेहो रहिथन । खेला पछाित घरसँ जखन74


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िन कलए लगलाह तँ चौकिठ मे किस कऽ चोट लगलिन । ओइ तामसपर बािज गेलाह जे एहनो ठाम कुटुमैतीकरब। जेकरा घर ने दुआर छै। मुदा सभ चुपचाप सुिन लेलिन । मौसीक (माइक मौसी) िज ासा रहिन जेअपना स पित निह य छै तँ िक हेतै। अपना खेत-पथार, पोखिर -इनार तखन दुख कथीक हेतइ। कारणोछलिन जे सासुर िक छुए िद न बसला पछाित िव धवा भऽ गेल रहिथ ।दोसर िस फािर श (माएक िब आहक) मौसीक रहिन । माइक जेठ बिह न गोधनपुरमे। गोधनपुर बेरमा सटलेअिछ । सात भाए-बिह नमे मौसी सभसँ जेठ आ माए सभसँ छोट। करीब तीस बखक दूरी। ओना ओहो पुिव ही न िव धवा भऽ गेल छलिख न। मुदा दूटा स तान तँ छलिन ह। हुनको िस फािर श भेलिन । तेसर िस फिर शदीपक (नरिसंह भाइक) दीदीक भेलिन । पिर वारमे मिह ला समूहक िव चार काटब किठ न भऽ गेलै। माएकिब आह भऽ गेलिन ।३५ बखक आयुसँ पिह ने िव धबा भऽ गेलीह। िप ता मृ युक पछाित करीब सािठ बख जीिव त रहली। ऐ सािठबखमे एकटा (नैहरक) सु य त पिर वारक उजड़ल-उपटल देखलिख न। कोसी-कमलाक चपेटमे मनसारा गामउजिड़ गेल। बीच ब ती (पुरना ब ती) देने कमला बिह रहल अिछ । तीनू भाितज आ दुनू पोताक एक-एकसाल जहलमे ब देखलिन । िव धवा मौसी देखलिन, िव धवा दीदी आ बिह न देख अपनो वैध य वीकारकेलिन । नरिसंह भायक गोली लागल देखलिन । ततबे नै देखलिन , पिर वारक भािग नक उजड़ल पिर वार(हिर नाही) सेहो देखलिन । िज नगीक धे ने पंजा मजगूत करै छै!मनसारा उजड़लासँ दीप, गोधनपुर आ बेरमाक एक पिर वारसँ स बि ध त रहने स ब ध मजगूत भऽ गेल ।पिर वारक दू सू अिछ । एक वंशगत दोसर बेवहारगत। एकठाम रहने आ एकठाम नै रहने (हिट कऽ रहने)स ब ध भािव त होइते अिछ । नरिस◌ ंह म डलक पिर वार आ बेरमाक पिर वारमे माि कक स ब ध बिन गेलअिछ । जखन नरिस◌ ंह म डलक गोली लगलिन , इलाजक दरिम यान बहुत िद न धिर बेरमेमे रहलाह।माएक मुइला पछाित सराधक सवाल उठलिन। ि थ ित नीक नै छलिन, मुदा समाजो तँ ऐ सम याक मेटाचुकल अिछ तँए तेहेन सम या निह य बूिझ पड़लिन। मुदा मनमे दूटा सवाल अपनो उठल रहिन, बाजिथ नै।कारण प ट, बिर आतीक मरजादी भोजक ठहाका तँ नै, तीस-चालीस हजारक काज। रहै जे एक बेरखेलहो-िब नु-खेलहोक खुआ स ब ध तोिड़ लेता। भेिर पेट भोज खाइ दुआरे िद न-राित क समए लुटा देल जाए,ई नीक नै भेल। मुदा डर ईहो रहिन, एहनो लोकक तँ कमी नै जे अनका ऐठाम प था मािर दइ छिथ न आअपना बेरमे...। दोसर कारण मनमे नचैत रहिन जे कमकडक तँ हटेलिन, मुदा भोज तँ लधले रिह गेलिन।एक िद स िद स होइिन जे एक बेर भोज खुआ हरदा बजा दैिथ , कम-सँ-कम एतबो तँ हएत जे पच गामकपंचो आ समाजो आँिख क सोझमे देख लेिथ न। मुदा िक छु बाजिथ नै। मुदा अखढ़ुआ मेघ तड़तड़ाएल। तेराित(सारा बनौला पछाित ) ि◌ दन सराधक गप-सप उठल, िप िस औत भाय (गोनर म डल) आिब कऽ (हिर नाहीसँबेरमा) चािल देलिख न जे मामी तँ बेटे जक पोसलिन तँए हम भोज करबै। आठ बख पिह ने गाया सेहो लऽगेल रहिथ न। अपन ि थ ित (गोनर म डलक) ओते नीक नै, मुदा छोट भाएक बेटा सभ (पचो भइ) कमासुततेकर हूबा रहबे करिन । भाितजक िप ताक िबमारीक िख सा बेर-बेर सुना तैयार (भोज करैले) कऽ नेने75


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>रहिथ । ओ सभ (भाितज) गिछ लेलकिन । जिह ना पोखिर मे माछ चाल दैत तिह ना भैयाक चाल देिख (जेठभाय, जे पिह निह मिर गेल छलाह) भौजी पिर वारसँ चाल देलिख न जे जते ओ (िप िस औत भाय गोनर म डल)करिथ न तते हमहूँ करबै। कारण छलिन जे दूटा बेटा िद लीमे नौकरी करए लागल रहिन ।जगदीश साद मडल िह साब जोड़िथ तँ देखिथ जे दूटा भोज पचगामामे भेल जइमे तीस-पइतीस हजार खाइ-पीबैमे आ तीस-पइतीस हजार ि या-कममे होइ छै। अपन िह साब आधामे जोड़िथ। एकटा नव बीमारी गामकभोजमे सेहो पकिड़ लेने रहै जे िम ठाइक भोज रसगु लाक भोज भऽ गेल रहए। भोजपर नजिर जाइिन तँ मनभटिक जाइिन। होइिन जे अनेरे फेरामे पड़ता। कमकड अजसक कड छी। भनिस याक गलती वा बािरककगलती भोजैतक चटैत अिछ । तइ संग मनमे एकटा ईहो उठैत रहिन जे अखुनका जे पचगामा बनल अिछ , ईतँ हालमे बनल अिछ । एकर खेबे कते केिलिन। भोज खेने छिथ ननौर, भोज खेने छिथ लकसेना, परसाइ यािद मे। से तँ आब फुिट कऽ ओहो दोसर िद स चिल गेलै आ जगदीश साद मडल सभ दोसर िद स भऽगेला। अपन आँट-पेट देखिथ तँ चौथाइपर बूिझ पड़िन। भात-दािल क भोज केलिन। जिह ना कथा गो ठी“सगर राित दीप जरय”मे भाय-बंधुक करौने रहिथ, तेहने भोज केलिन, नीक जस भेलिन। भोज खुआ भोजखाएब छोिड़ देलिन।माइक मुइला पछाित , जना कु हारक आबामे ढबाि◌ह लगै छै तिह ना ढबािह लिग गेलिन। िक छुए िद नक पछाितसासु मिर गेलिन। हुनको उमेर करीब न बे बख छलिन । ओहू भोजक छोट केलिन। छोट एना जे तीन-भाएएक बिह नक बीच सासुक सराध। जेठ भाय सरकारी नोकरी करैत तँए सरकारी धाही। पीसँ तकरार हेबेकरतिन। मुदा सुतरलिन। नैहर लग रहने पी माएक जीिव त मुँह देखए गेलीह से भिर सराध रिह ये गेलीह।जगदीश साद मडल अनठा देलिन। मुदा सासुरेसँ समाद पहुँचलिन जे एक-सवा सए किठ आरी गेल रहै,तेकर खच अपने लागत िक ने। सुिन कऽ अनठा देलिन। जखन आठ िद न िबतलै, परसुए नह-केश हएत तँसमाद पठा देलिन जे अह सभ अशौचक भोज नह-केश िद न करै छी। हम सभ (बेरमा) छोिड़ देने िछ ऐतखन अहॴ कहू जे हमर आएब उिच त हएत। मुदा खूब घौचाल भेलै। दुइये िद नमे कते घौचाले हएत, अनठादेलिन।सासुर िब सरलो ने रहिथ आिक नरिस◌ ंह मामा (करीब ८०-८५ बखक रहिथन ) मिर गेलिखन । मुदा दीपकभोज नमहर होइतो छोट होइ छै। गाम नमहर तँए सॱसे गामक भोज करैत-करैत भोजैतक दम खड़ा जाइछै। मुदा आन गाम तँ एको घरक िक अए ने हुअए ओ तँ गामे कहाएत। संयोग थोड़ेक नीक भेलिन जेमृ युसँ करीब आठ बख पूव वतंा सेनानी भेट गेल रहिन । जइसँ दू-अढ़ाइ बीघा खेत कीिन लेलिन । वतंता सेनानी भेटैसँ पूव गामेमे एक गोटे ऐठाम नौकरी करए लागल रहिथ । जे पशन भेटलापर छोड़लिन ।चािर म भेलिन जे पीक मामा (मिम औत ससुर) सेहो ओही पित आनीमे चिल गेलिन। ओना हुनको उमेर अ सीपार कऽ गेल रहिन । मुदा ओइठामसँ आबा-जाही नै रहने कोनो भारे ने पड़लिन।एक पीढ़ीक (पुरान पीढ़ीक) अ त भऽ गेलै।76


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।सयनारायण झािवहिन कथा- भोलाबैरक न० ९ आ कैदी न० ९ |भोला एकटा दुदत कैदी छैक |आजीवन काराबासक दंड देल गेल छैक |१२बरख सं जहल मे अिछ |आइ हाजरीक बाद जेलर साहेब भोला क’ बजेलिखन |भोला आिब गोर लगलकिनआ मुँह िदस ताकय लगलिन ?जेलर साहेब कहलिखन ,भोला ,तोहर चिर आ काज देिख सरकार िनणयलेलक अिछ जे तोराआँठ बरख पिहने िरहाई क’ देल जेतय आ जीवन यापन चलाबय लेल २ एकड़ जमीन आ इा आबास संएकटा घर आबंटन कयल जेतय |तोरा जदी छोिर देल जेतह |भोलाक चेहरा पर कोनो भाव निह अयलैक |ओ उिठ बैरक मे आिब गेल |चुप चाप पिर रहल आ एकटक संछत िदस ताकय लागल ?की भेटल हमरा ?एकटा छोट गलती हमरा कत’ पहुँचा देलक ?मुिखया जी संकोटाक अ लेबय गेल रही |हुनकर बईमानी देिख निह रहल भेल |कहिलयैन ,मुिखयाजी सभटा अ त’कालाबाजारी क’ देिलयैक ,आब २ िकलो गहुम ल’ हमरा सभक पेट कोना चलत |मुिखया जी गरिज उठलाह,सार ,कानून पढ़ैत छह ?हम कहिलयैन गािर निह पढू ?एिह पर ओ दनादन लात जूता चलबय लगलाह|कतेको लोक छल |िकयो निह बचेलक |अपमानक वाला मे हम धधक’ लगलौ |मुिखया सं बदला लेबाकधुिन सबार भ’ गेल |एहने समय म एकटा नसली सं भेट भ’ गेल |ओकर बात सुिन बुझायल एकरा संिहतेषी दोसर िकयो निह |उपेित ,शोिषत आ तािड़त लोकक मदिद केनाइ ओकर संगठनक मुय काज छैक|हम ओ संगठन पकिर लेलौ |बदलाक भावना सं हमरा देह मे आिग लागल छल |मुिखयाक पूरा पिरबार केगोली मािर देिलयैक |ओिह िदन सं कतेक या कयल से अपनो िगनती निह अिछ |बेसी िनदषे मारल जायतछल |संगठनक काज सं हमर मोन निह िमलैत छल |संगठनक काज नीरस लागे \भिर िदन लूट आ या|फायदा िकछु निह |कोनॲ सामािजक काज निह |मुिखया जक संगठनॲ गलत लगैत छल |एिह लूट –या सं83


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>निह केलहुं हम कबुला-पातीकयलिन जीवनभिर वत-उपवतदादी आ माए सबहक सातीहुनकिह आशीषक गंगामेभिर पोख मोन अिछ नहा गेल,हम सोिच रहल छी जीवनमेकी भेटल आ की हेरा गेल ।मा क हे िपता हमरबरखी-तरखी निह करब ह’मनिह केश कटायब बेर-बेरनिह भोज-भातमे पड़ब ह’महम मानब ओकरिह िया-कमजे तृत जीिबतिहं करा गेल,हम सोिच रहल छी जीवनमेकी भेटल आ की हेरा गेल।मा क हे िम हमरनिह आंिख मूिनकऽ चलब ह’म88


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>गजल-1पकडू रेल चलू िदलीभरबै जेल चलू िदलीनेता लूिट रहल सभकेबुिझ बकलेल चलू िदलीबैसल बाट कते जोहबसभ लुिट गेल चलू िदलीसभ छै भूखल कुस केरोकब खेल चलू िदलीपापक कुड भरल सगरोसभटा हेल चलू िदलीलागल भीड़ पमिरया केसभके ठेल चलू िदलीअपनेमे जुिन झगडू यौराखू मेल चलू िदलीधरना देब करब अनशनिमिथला लेल चलू िदलीितक धार "नवल" बहलैलड़बा लेल चलू िदली*मााम : २२२१+१२२२(ितिथ-१०.११.२०१२)92


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>गजल-2आब िमिथलाराज चाहीमैिथली के ताज चाहीबािढ़ आ रौदीसँ मारलमैिथलो के काज चाहीबड़ रहल बेसुर इ नगरीसुर सजायब साज चाहीगजना गुंिजत गगन धिरदम भरल आवाज चाहीसंयिमत सहलॱ उपेा"नवल" नव अंदाज चाही*बहरे रमल/मााम-२१२२(ितिथ-०७.१२.२०१२)गजल-3सगतिर बखान िमिथला केमिहमा महान िमिथला केयुग-युगसँ छै जनक नगरीगौरव पुरान िमिथला केगंगासँ अिछ िहमालय धिरपसरल िसमान िमिथला केरखने सहेज आँचिर मेकमला बलान िमिथला के93


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पोखिर बिन गेलखेत-पथार ।डोका- ककौड़लऽ लऽ छपकुिनयाबीछय सभ ।धानक बीयाउजरल िबड़ारखेत रोपेतै ।खूब उपजाभिर जैत बखारीरीन-उरीन ।(ितिथ-०६.०७.२०१२)शेयूकृिमतामेअभागल मनुखअभोगे गेलघून-गड़ाड़लािग रहल अिछमानवतामेघोर अिदताघेरने सगतिरजायब कतऽकंठमे कठीशोिणत के यासल95


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मौसक भूखभूखे आहरमनुख-मनुख केिचबा रहल(ितिथ-१०.०७.२०१२)हजलकिनया सुर देशी चाहीठाठमुदा परदेसी चाहीबंगला - गाड़ी नोकर संगेदरमाहो िकछु बेशी चाहीकूलरसँ नैदेह शीतेतैशौचालय तक एसी चाहीिसगारे टा नै हो अंेिजयामिदरा सेहो िवदेशी चाहीगाए-महीश पोसै म लाजकुुर-घोड़ा मवेशी चाहीदेशक मयदा नै िबगड़ैछूट मुदा परदेसी चाहीपिम पैरपसारै रोकू"नवल"सोच वदेशी चाही*आखर-१० (ितिथ-२५.०८.२०१२)96


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>किवता : माए मैिथली छिथ आान करैत !!िबख घॲिट-घॲिट छिथ पीिब रहलमैिथली छिथ िहचकैत जीिब रहलआकुल भऽ आइ िववशतावशदेखू माए नै िवषपान करिथमाए मैिथली छिथ आान करैत !!नै कम छी एकहु गोट िकओसभ पैघे छी नै छोट िकओबेरा - बेरी सभ राज कमतक पर कीितक ताज धअपनिहमे रहू जुिन ओझरायलई िमया मतदान करैत !माए मैिथली छिथ आान करैत !!माए कानिथ सुत िनिंत पड़लसुिध-बुिध िबसरल अिचंत पड़लचलू पोछब माएक नोर िकयोचलू लायब सुख केर भोर िकयोनिह देिख दुदशा जननी केरचलू छाती अपन उतान करैत !माए मैिथली छिथ आान करैत !!कते क सिह माय जनम देलकबाजू की ममता कम देलक ?िनलज बनू नै, कने लाज कजुिन वयं पर एतबा नाज कजुिन क एना अिभमान अहअपनिह-अपन गुणगान करैत !माए मैिथली छिथ आान करैत !!छी मैिथल एिह पर शान कअह मैिथलीक समान क97


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सभ िमिल मैिथलीक चार किमिथलाक कीित िवतार कसुखद नूतन इितहास बनतचलु डेग िमला सहगान करैत !माए मैिथली छिथ आान करैत !!(ितिथ-२४.०१.२००१)२मनोज कुमार म डलकिहमालयक शु बसात सनपसरल िमिथलाक भू-भागसभ वगक मुँहसँ िनकलैतसु-मधुर भावसँ भरलअमृत सदृश भाषा-मैिथ ली।मैिथिलक इितहास कहैछबड पुरान छी हमअपन िलपी, अपन शैलीपसरल शदक भंडार हमरिनत सृजन होइत हमर शदमोटाइत रहैत अिछ98


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>एर शदकोषक पाकेना िबला गेल एर पाठकबजत िकछु िलखत िकछुिकएक घूिस गेलै लाज?अपनसँ आँिख िमचौनीदोसरसँ िमलबैत हाथके छिथ िजमेदार एरिमिथलाक बुि-जीवी परउिठ रहल अिछ दुखी छिथ मैिथलीदुखी छिथ मैिथिलक सेवकिजनक जीवन िब त गेलिनमैिथलीक साधनामेके कहत? किहया िमलतिनहुनकर सेवा-फलके ई कहत?३मो. गुल हसनउदास लागै.....जिर गेलै सुिख गेलैबौक भऽ गेलै धानउदास लागै भैया99


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िक सानक खिढ़ यानउदास लागै......।मेहनत बेकार भेलैबोिन -बुा सेहो गेलैहाथो तरक गेल भैयालातो तरक सेहो गेलैकेना कऽ करतैिक सान भाय लेबानउदास लागै भैयािक सानक......।िक सानक मनोरथ मोनेमे रहलैिब आह-दुरागमनक िद न पतरेमे रहलैनै जािन िक अए सुिख गेलै अ◌ासमानउदास लागै भैयािक सानक......।िक सानक पीड़ाक िक यो नै बुझै छैिध या-पुता-बाल-ब चा केना िल खतै-पढ़तै100


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>कली िखल कऽ बिन गेलै फूलचहुँ िदश इजोतक भेलै रायचलल परीदा बािह हुजूमएहनमे इयािद आिब अहसब िकछु भऽ गेल धुआँ धुआँआँिखमे नोर दऽ . . . . .एलै वसंत आ एतै फागुनआम महुआ गेलै मजिरकू कू कुहकऽ लागल कोयिलयामधुसँ मधुकर गेलै तिरजाड़ िबतल तरसैत ओछैनाइहो मास िबतत अह िबनाआँिखमे नोर दऽ . . . . . . .2पुष-बाड़ीमे आबू लताम तऽर बैसूखाउ लताम आ फेर बितयाबूबनतै अपन ेम िपहानीहम बनब राजा अह बनू हमर रानीमिहला -बाड़ीमे आएब लताम तऽर बैसबखेबै लताम आ फेर बितयाएबबनतै अपन ेम िपहानीअह बनू राजा हम बनब अहक रानीमिहला-बाड़ीमे एिथन का यौ सजनालगतै मािर तखन पा यौ सजनापुष -घर घरबैयासँ िकए डेराइ छीेममे जिड़ सजनी िकए सेराइ छीहेतै ने कोनो परेशानीहम बनब राजा अह बनू हमर रानी102


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पुष -पोखिर मोहार चलू ओतै बितएबैमाछेक अपन सुख दुख सुनेबैमिहला -बाधसँ बाबू जी आबैत हेिथनदेिखते कोदारीसँ घट कािट देिथनसोचू सोचू यौ दोसर कहानीअह बनू राजा हम बनब अहक रानीमिहला -दुिनय छै देखैत दुरिबन लगेनेेमक नाश कऽरऽ दल बल सजेनेपुष -एकेटा िदल जे सुरित अिछ बचलहम अहक अह हमरमे आिब जाउचलतै नै तखन मनमानीहम बनब राजा अह बनू हमर रानीअह बनू राजा हम बनब अहके रानी3ेम पित परसलौँ पलकपर पढ़ै छीअह बाजू ने बाजू हम एतबे बुझै छीहम अहक अह हमर छीअिछ हमरे पवन जािहमे वास अहकओ गीत हमरे जािहमे भास अहकहम सब ठाम भेटब जे बाट धऽ आबूदेब ेमक पिरा अह सोिच राखूअह बाजू ने बाजू हम एतबे बुझै छीहम अहक अह हमर छीकोनो नव गप नै जँ प नै िलखबमुदा नैनक आखर मेटा नै सकबअह कतबो नुकाउ आएब हम सपनामेजिहना आबै छी अह हमर सपनामे103


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अह बाजू ने बाजू हम एतबे बुझै छीहम अहक अह हमर छीऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।१. आशीष अनिचहार- नुकाएल बलाकारी प २. िकशन कारीगर- िडनर िडलोमेसी१नुकाएल बलाकारी पआशीष अनिचहारहरेक मदक िभर नुकाएल रहैत छै एकटा बलाकारी पजकरा चाही समय आ सहयोग,आ हरेक घटनाक पछाितबदिल जाइ छै दृिकोण मिहलाकचाहे ओ हमर माए-बहीिन होिथ की मिहला सहकम वा की बाटपर चलैत कोनो अय ीओकरा सभ लेल घटनाक पछाित कोनो सबध इयाद नै रहैआ रहै जाइ छै मोन जे हम ी छी आ ओ पुष104


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>हरेक राितमे जािग क' अपना माथापर वेयाक िचपी सटनेआइ हम लिजत छी अपन मद होमएपरहम समवेत पसँ माफी मँगैत छी अह सभसँ२िकशन कारीगरिडनर िडलोमेसी(हाय किवता)िडनर टेबल पर परोसल अिछमटर पनीर आ शाही पनीरछॱकल अिछ घी देसीआउ-आउ ई छी िडनर िडलोमेसी।हम सताढ़ दल वला छीआई सहयोगी दल वला लेलिडनर माने भोज आयोिजत भेल106


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>हमरा समथन भेटल खूम बेसी।आब बाहर सँ समथन देिनहारबािक रिह गेल छिथ तआई हुनके नामे राजनीितक िडनरई छी िडनर िडलोमेसी।अह सभ जे खाएबहम अहक फरमाईस पुराएबमुदा एकटा गप किह िद हमबाहिर समथन के कहाबि कराएब।भिर पेट खाई जाई जाउअह जे खाएब से हम खुआएबमुदा ई कहू त चुपेचाप रहबआ की मयाविध चुनाव करबाएब।धू जी महराज अहूँ तएकदम ताले करैत छीखाइत-पीबैत काल ई गप निह107


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>पिहने दा मँगाउ अह िबदेशी।िडनर टेबुल के नीचा मे देखूबोतल राखल अिछ देसी-िबदेशीभिर छाक पीब िलयअई छी िडनर िडलोमेसी।अछा ई कहू त सरकारएतेक खच अपना जेबीआ िक सरकारी खजाना सँहमरा ध लेलक बेहोशी।होश मे आउ गठबंधन बचाउहम सा मे छी की कहूअपनो खच सरकारी भेल बड बेसीई छी िडनर िडलोमेसी।।किव:- िकशन कारीगरआकाशवाणी िदली।फोनः- 9990065181108


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।१. मुी कामत केर दुइ गोट किवता- बेटी-लहास/ बाल-म २. ीित ि या झा-किव ता-कऽ देलिख न उपकार महाशय१मुी कामत केर दुइ गोट किवता- बेटी-लहास/ बाल-मबेटी-लहासएक-एक िदन िबतलपुरल एक मास,अ हार घरमेसूतल छेलॱ हमनअ मास।देखै क बहुतिजासा छल हमरा109


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>बाल-मकुड़ा-कड़कट बीछ कऽबाबू नै हमकोनो पाप करै छी,अहक गदगीपिहले साफ किरफेर अपन पेटक जोगार करै छी।बाल-म अिछ जुलुमबड़का-बड़का पो टरमे पड़लॱपर अफसर आ नेतेक घरमेिनत काज करैत एलजब पेटक आिग धधकैत अिछतब ने कोनोकागज-कलम सोहाइत अिछ।चोरी-चपाटीसँ तँ नीकमेहनित किर दूगो रोटी खाइ छी।२111


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ीित ि या झाकिव ता-कऽ देलिख न उपकार महाशयकऽ देलिख न उपकार महाशयबेटा बिन जनम की लेलिख नलगैछ जेना अमेघ यकिव िव जेता- ीराम वा पु यिम पाग-मौर मुरेठा ओ पगरीपिह रबाक उमेर भेलिन नै कीमहाराजक भाव राजकुमारक ताउिव कबाक लेल तैयारस य हिर वचन खाित रसेहो िब कल छलाहमुदा! तैयो माथ िन च छलिनएहेन वरदक कोन इ जितकोन मान....?बचबू भगवान112


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>एहेन दै यसँआयवक नारीकचाम मोट, बोल चाखगरतराजू कमजोर पासंग भिर गरलाखक लाख टकाक संगे-संगसोनाक गरदाम चािर चा चाहीिक छु िद न पछाित एरो लेन मगतिथकिन य चािह यिन िव सु दरीडूिम रहल समाज काटरक लीलामेदुभ य जे नारीक शु नारीबापसँ बेसी माय पसारिथ गोरथारीजखन बेटीक मायतखन कनैत अिछजखन बेटाक मायतँ मंगरैल बेटाक“वासमती” सन किन य चािह यिनएेटा क यामेसोोकला छीसो गुणसमाजक अोगित उ भऽ गेल...।113


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।१. राजदेव म डलक तीन गोट किव ता-िश शुक वर/ बोलती ब/ िद लक आवाज २. जगदीशसाद म डलक सातटा गीत१राजदेव म डलक तीनटा किव ता- िश शुक वर/ बोलती ब/ िद लक आवाजिश शुक वरब परसौित घरिच िच आइत िश शुक वरिन कलैत सुग धमन् द–म दशाि त मे प द114


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मधुर आवाजसजौने साजकनैत बार बारखोलत अन त संभावनाक दुआरबनत िन त-नूतन िस रजनहारऐ हेतु होए एहेन आधारबढ़ै बुिध , िव वेक, िव चारतकाल चाही सुराक ढालदेखू पाछू नचै छै काललेने छै वएह पुरना जाल दन वर पुछै सवाल“की हरण कऽ सकब अह हमर दुखदेख रहल छी घातीक खतािक सकब अह िच हल मुखहएत कोनो मनुखे सन मनुख?”बोलती बअिभ भावकक सीख कानक सुनाइतहवामे चा-भर गुनगुनाइत115


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>“स हािर कऽ चिल ह अपन चालनै तँ बाटेमे धऽ लेतौ काल।”देश-दुिन य आगू बढ़लहम रहब ओझरा कऽ पड़लतैयो पैसल रहैत छल डरकपैत रहैत छलॱ थर-थरसुराक एतेक अिछ समानतँए ने देिल ऐ गपपर िध यानआइ जाएत बे-वजह जानराह भेल अिछ सु-मसानआगू ठाढ़ भेल जमदूत समानककश वर सुिन ठाढ़ भेल कान“मुँहसँ जे िन कलतौ अ◌ावाजिक यो ने देतौ अखन काज।”हमर की गलती िक अए भेल नाराज“आइ िग रत हमरेपर गाजनजिर उठा देखलॱ जी उड़ल सहमर भऽ गेल बोलती ब।”िद लक आवाज116


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अ तरमे रहैत अिछ अमृतबाहर बीख भरल अनघोलेमक नै कोनो मोलभीतर शाि त क खजाना अनमोलिद लक बोलक जािर -मािरबजै छी हम दोसर बोलश द दैत अिछ िद लक धोखाखोजैत अिछ बार बार मौकाकखनो श द िद लपर होइत अिछ नाराजकखनो िद लक बात कहैत श दक होइत लाजश द होइत जे िद लक आवाजसभठाम होइत स यक राजअ तरमे बहुत सजबए पड़त साजतखैन बनत श द िद लक आवाज।२117


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जगदीश साद म डलक सातटा गीत-सालक िव दाइभाव-अभाव िब नु केना फुटतैफुटलोपर लेतै के यौ।अभाव-भाव सुभाव सुधिरदपण-दशन देखौतै यौ।दपण-दशन......।दपण सािह य समाज किहदृ ट–दशन िछ पौलकै यौ।एना-केना बाट बनाबटोही बाट भोित औलकै यौ।बेटोही......।118


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>एैस-बीस समए ससिरनिच नी नाच नचै छै यौ।िब नु अिख यासे जन-मरमिज नगी भसान भसै छै यौ।िज नगी......।119


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मोिन मन......मोिन मन उमिड़ -घुमिड़िब ढ़नी गीत गबैत रहै छै।िस◌ ंह-बाघ धरती धमिकपािन गोिह मोहैत रहै छै।बढ़नी गीत......।घटनी-बढ़नी किह -सुिनबढ़नी घटनी करैत रहै छै।बढ़नी झट झािड़ -झिट यामािर बढ़नी मारैत रहै छै।भाय यौ, िब ढ़नी गीत......।सेवा किह -किह सभ ठकठेका रस पीबैत रहै छै।मुदा िक , पिब ते िज नगीक रस सेवा पद-ेम िम िल मीिल गबै छै।120


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong> पद-ेम......।िब ढ़नी गीत......।121


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सेड़ाइते......मीत यौ, सेराइते सड़ै छै।हेराइते हरै छै, डेराइते डरै छै।मीत यौ, सेराइते सड़ै छै।भात-बात बािस बिस याबिस या-लिस या प धड़ै छै।बिस या-टटका किह -सुिनदा िन शा चढ़बैत रहै छै।दा िन शा......।मीत यौ, सेराइते सड़े छै।हेराइते हरै छै, डेराइते डरै छै।वाह रे मन, इि छ त जीवनचाहक हाल बुझैत रहै छै।पािन किह सेराएल चाहहटा कात फेकैत रहै छै।122


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>हटा कात......।मीत यौ, सेराइते सड़ै छै।हेराइते हरै छै, डेराइते डरै छै।123


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िद न-राित क......िद न-राित क आँिख िम चौनीअ हरा-ि◌ दठड़ा खेल खेलै छै।िद न-सुिद न किह सुिनिन सभिर राित रमैत रहै छै।अ हरा-िद ठरा......।िद न दुख िघ िस या-ित िर यािन त-नीन नश-नश भरै छै।अधा िज नगी उला-पकाअधे आँिख क बीच उड़ै छै।अधे आँिख क......।िद ठड़ा डेग बिढ़ -बढ़ालपिक बिह अ हरा पकड़ै छै।पकिड़ बिह नूनू-दूनूराित कािट भाती गबै छै।124


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>राि◌त कािट ......।अ हरा िद ठड़ा......।125


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अिब ते आंगन......अिब ते आंगन अलिक -झलिकदोग-साि ह देखए लगै छै।दोगे-दोग दौड़ देिखअलकक चान दौड़ए लगै छै।अलकक......।सोिन -सािन शून सि ह याउगडुम डुमउग करए लगै छै।उिग -डूिम डुककुिन या मािर -कािटिच तंग हेल हेलए लगै छै।िच तंग......।जिह ना लहास धिर भिसचीत-पट पिर चय करए लगै छै।अलिक -फलिक अिल -अल किहअलकक चान देखए लगै छै।126


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अलकक......।127


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>समाज सजल......समाज सजल छै िछ पाड़-उकीछीप-उकठपना बेवसाय बनल छै।रंग-िब रंग समाज गिढ़ -मिढ़रंग-रंग छीप कटैत रहै छै।भाय यौ, रंग-रंग......।आस-िव यास बिन ते जिह नाचोर-माखन कृ ण कहै छै।गोप-गोपी बीच उमिककिह उमिक उकठपन कहै छै।भाय यौ, किह उमिक ......।भावो लोक तिह ना भवएमािर से ह कािट कहै छै।शा ी, श दशा ी किहकत-धत कहै छै।128


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मीत यौ, कत......।129


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>सभ िम िल ......सभ िम िल हमरा बािड़ देलकै।अपना समाजसँ टािर देलकै।सभ िम िल हमरा बािड़ देलकै।बिन -बिन बदिल -बदिलवािर स वष बादल कहौलकै।मािट -छोिड़ बालु पकिड़अपने मुँह अपने भरलकै।मीत यौ, अपने मुँह......।अपना समाजसँ टािर देलकै।बािड़ चोरवी देख अ हअ है जलधर बसौलकै।बास बासुिक किह -किहिस र िश व मिल मललकै।मीत यौ, िश व मिल ......।130


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अपना समाजसँ टािर देलकै।चास-बास-अगवास बिन वनिस रा आगू पीड़ा सजौिल ऐ।िस र आगू पीड़ सजौिल ऐ।पंच-एकक फ द फिड़ फलमेव पंच साद बँटिल ऐमीत यौ, मेव......।ऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।१. राम िव लास साफी- पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ २. सतोष कुमार िम- गुलामी डे३. िजते ‘िजतु’- गरीबीक जाड़/ कथी लए...? ४. राजेश कुमार झा- जॲ अह नै छी१पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआराम िव लास साफीपढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआकैसन-कैसन ढॲगी रचए उपाए131


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>क थरक टुकिर या जखन पहाड़ पर रहलैतब टुकिर या प थले कहाय।वहए रे टुकिर या जखन पंिड त घर अइलैठाकुरजी हो हुनकर नाम कहाय।जब ई ठाकुरजी पंिड त घरे रिह यमिह नो-मिह नॲ रिह ये खुंटीमे टंगाय।जखने ओ योता जजमान घरे एलाहखुिट योसँ ठाकुरजी झोड़ामे धड़ाय।पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ।जखने पंिड त जजमान घरे पहुँचलाहतुर त देलकिन ओडर हो सुनायगइयाक दुघवामे कुलकुिल या हो जायपढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ।एम.ए, बी.ए िब टबासँ गोबर पुजेथुन।ऊपरसँ लेथुन एकावन टका मंगाय।ठाकुरजीक झपे खाित र सवा गज कपड़ा लेथुनिस याइ लेथुन पंिड ताइनक आंगी।पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ।132


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जखने ओ सत् नारायणक कथा सुनौताबिन य नामक कथा ओ सुनोतुहुनबिन य जखन पूजा कऽ साद नै खेलकैलादल जहाज जँ हुनकर डुिम जाय।पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ।लकड़हारा जखने पूजा कऽ साद नै खैलकैखेलैत बेटा वहॴ जाय।जखन ओ पंिड त अछुत घर पूजा ओ कराबेतखने पंिड त अछुत घरक साद नै खेलकैपंिड तक बेटा ि◌कअए नै पिर जाइ।पढ़ल-िल खल तिन गौर किर यो बबूआ।२गुलामी डेसतोष कुमार िम, काठमाडू, नेपाल133


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अवाद छलहुँबरवाद भेलहुँवाद लेलहुँ तरकारीकेनोकरी तँ िनके छलमुदा निह छल सरकारीके ।अवाद छलहुँबरवाद भलहुँवाद लेलहुँ तरकारीकेनोकरी तँ िनके छलतैयो, इिडयटअतरवात लऽकऽदेलिन छाप गुलामीकेनोकरी तँ िनके छलमुदा निह छल सरकारीके ।अवाद छलहुँबरबाद भेलहुँवाद लेलहुँ तरकारीकेखच बढ़लचच बढ़लखािलयो जेब केर सच बढ़लमुदा, नइ बढ़ल बाट आमदनीकेनोकरी तँ िनके छलमुदा निह छल सरकारीके ।अवाद छलहुँबरवाद भेलहुँलाज कमसमाज कमबाल बचा दजनमे छलदेख–भाल करैत–करैत िबतल िदन गुलामीमेनोकरी तँ िनके छल134


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>मुदा निह छल सरकारीके ।कजन सभ दजनमे छलगजन करैत िदन आ राितअपन सेहो थप–थाप भऽकऽगनती चिल गेल सोरहीमेचैन पिरणत भऽ गेल बेचैनी मेनोकरी तँ िनके छलमुदा निह छल सरकारीके ।जनम िदन िकनको,मरन िदन िकनकोपाविन–ितहारक लाइन चलैतअपनो एक बेर बरबादी डेनोकरी छोिड़ धुमधामसँमना रहल छी बरबादी डेआशीवद देिनहार सबहे लोक कहलिनआइ–काि आ िनत िदन,सबहे मिहना, सबहे शाल आ सबहे जुगमेमनैबैत रहू गुलामी डेनोकरी तँ िनके छलमुदा निह छल सरकारीके ।३िजते ‘िजतु’- गरीबीक जाड़/ कथी लए...?135


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>गरीबीक जाड़–आिरपर ठाढ़ बुचकुन बाबूदेख रहल छिथ ननुवाकनुनुवा हुनक हरवाहकाज कऽ रहल अिछअपन किनया आ बालबचाक संगपुसक कुहेसा आ िबसिबसीक िबचफाटल चेथराक बलपर खटैत ओकर पिरवारअनायास अपना िदन ताकै छिथ ओमोट–मोट ऊनी कपड़ा, कोट गुलबद आ टोपीतइपर ओसबालक ऊनी चादरमुदा तैयो हवाक येक वेगसँशरीरमे उप भऽ रहल कपनहुनका सोचबाक लेल बाय करैत अिछजे कोना चेथराक बलपर खिट रहल अिछनुनुवा आ ओकर नेना सभतध नजिरसँ ओ देखै छिथ पुनः नुनुवा िदसआ नुनुवा सेहो नजर उठा देखैत अिछ हुनका िदसनुनुवाक हँसमुख मुखार बृदआ सतु नजिरजेना किह रहल हौमािलक ई तँ गिरबीक जाड़ िथकैअिहना आबैत छै, अिहना कटैत छैअिहना आबैत छै, अिहना कटैत छै२कथी लए...?औ िकएक ई बदूक...?ई लाठी कथी लए...?136


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िकएक मशाल...?ई आदोलन कथी लए...?अहक मधेश आ थहट अहँ◌ाक?अहक चुरेभावर आ खबु िलबु अहक?आिखर िकए ई मािर?आ ई आदोलन कथी लए...?अितवक लेल संघीयतामुदा ओतहु िवभाजनअिधकारक नामपर िकएक ई ...?ई पूण आदोलन कथी लए...?औ ई तँ कुसक खेल िथकै,साक लेल िथकैराजनेताक दाव िथकैराजनीितक घाव िथकैओ तँ लड़ेबे करताहओ तँ िभड़ेबे करताहहुनकर तँ बाते छोड़ूओ तँ ओझरेबे करताहमुदा अहूँ विववेकी छीअपन िववेक कथी लए...?कथी लए बदुक...?िकए मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?हम मैिथल छी, नै पिहने नेपालीहम था छी, नै पिहने नेपालीहम पहाड़ी, नै पिहने नेपालीहम मधेशी, नै पिहने नेपालीहमहूँ नेपाली, अहूँ नेपालीतखन िवभेद कथी लए...?कथी लए बदुक...?137


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िकएक मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?वत भेल अफगानक देखूउजिड गेल इराक ओतएिमटा रहल ओइ पाकक देखूभातृक िबज तरअपन रा िथक, अपन धरोहरतखन ई झगड़ा कथी लए...?कथी लए बदुक...?िकए मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?भागलै राजा गणत एलै हौजाग जाग परत गेलै हौछऽ िक तोरा...?बाटबऽ त की...?िक अरजलहा...?फाटबऽ त की...?जेहने ओ अिछ, तेहने हमहूँतखन ई रगड़ा कथी लए...?कथी लए बदुक...?िकए मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?ओकर बपौती नेपाल नै िछऐवएह टा कोनो नेपाली नै िछऐहमर नेपाल छी हमहूँ नेपालीतखन िवभाजन कथी लए...?कथी लए बदुक...?िकएक मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?138


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िमिल सवृ नेपाल बनाबीअपन नवीन इितहास रचाबीउठू जागू बहा जाउ एक सूमेएकताक संकार जगाबीनब नेपालमे सभ नेपालीजेहने मधेशी, ओिहने पहाड़ीककरो िबच नै रहत िवखडनिवभेद, िवभाजन कथी लए...?कथी लए बदुक...?िकए मशाल...?हे हौ िवखडन कथी लए...?४राजेश कुमार झा- जॲ अह नै छीजॲ अह नै छी, िदलमे धरकन नै यऽमरल समान लागै छी, शरीरमे जाने नै यऽिनठला बैसल रहै छी, िकछु करइक जोशे नै यऽजॲ अह नै छी, फूलो मे महक नै यऽिदन बजर समान लगैए, राितयोमे नॴद नै यऽमौसम ठहिर सन गेल, बहार मे ख़ुशी नै यऽजॲ अह नै छी, आँिखमे ओ चमक नै यऽमुकुराइक कोिशश करै छी, ठोर पर हँसी नै यऽअह सँ दूर रहैक, जीबैक चाहत नै यऽजॲ अह नै छी, घर मे ओ दमक नै यऽकान तरिस गेलह, ओ पायलक आवाज नै यऽ139


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>हर पल िवरान लगैए, कतौ िवरहक उदासी तँ नै यऽजॲ अह नै छी, ई िजदगी- िजदगी नै यऽऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।१. िबनीता झा- अही देशक बेटी हम २. कािमनी कामायनी -िखलैत पलास वन३.योित झा चौधरी- शदमे उसव१िबनीता झाअही देशक बेटी हमअही देशक बेटी हमने होमए देबै ककरो अपमानिकए मा किरऐ ओकराजे नै कए सकैत अिछ नारीक समान?िकए भरोस किरऐ ओकरा परजे नै भऽ सकल मनुखक संतान?140


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>नै होइतिथ नारीतँ जम कोना लैतॱ,नै होइतिथ नारीतँ बिहन के होइतिथनै होइतिथ नारीतँ किनय कतएसँ तिकतॱनै होइतिथ नारीतँ बेटी ककरा किहितऐनै होइतिथ नारीतँ सृि िक चलैत?जागू, सोचू, िवचासभ नर, नारीकी होमए देबैअह नारीक अपमान?अही देशक बेटी हमनै चुप बैिस कानब,करब ओकर ितकारजे करत हमरा संग अितचारऐ लड़ाइमे हम एकसरे नेसंगे छिथ हमर सखी, सखाजे करै छिथनारीक समान l२कािमनी कामायनी141


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िखलैत पलास वनिखलैत पलास वन ।धरती सँ उनचास हाथ ऊपर/उठल जे /दीत मशाल/भक, भुक, करैत/ िमझा गेल हुअए/तँ ऐ मे बसातक कोन दोष ?ओकर तँ अपन वृि/ओ, समथ/ ओ शितमान।मुदा, िमझैल मशाल/ठाढ़ तँ ओिहना/अपन, दुगितक िखसा कहैत/खसा रहल अिछ/ दुनु आँिख सँ झर-झर नोर/ई केहेन इजोर/नै राित/ नै भोर/चा िदस / िबछल/ बफक सफेद चादिर/छोट छोट/मोमक बाती/आ केक पैघ उदासी/ई कोन वत/ ई कोन उपास/मुदा तैयो/ मोनमे जमल जा रहल छै आस/142


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िक जे देवता/ िपतर क /अपन िना आ ेम सँ/गोहराबैत /आथा क जीिवत राखल /मानवीय संबंध क /मन ाण मे सइतने /जुग जुग सँ ओकर कुशल भाखैत/आइ फेर ओ जािग उठल अिछ/मनबै ले हा क/चाही ओ रा कवच/िलखल ताड़ प पर/जे दनुज, दैय ,राकस क दंड हुअए िनित/नारीक चीर हरण/ करै नै दु जन/प िदअ दुग क / शित िदअ काली क /किप उठैक सोिच कऽ धृता असुर जन /कतबो अनहर हुअए/ िवास आब संग छै/पात पात झड़ल /डािढ़ पर/ िखलतै पलास वन/एतबे मे/आबए बाला ऋतु / किह गेलै कान मे/पाछ क नै आब अपन वाण/तैयार दधीिच ओ छिथ/देबए फेर सँ/ अपन अिथ दानमे।143


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>३योित झा चौधरीशदमे उसवयासक अमृत रससँ सॴिचतरहय सदैव िवदेहक फुलवाड़ीआखर मे अिभयत कयउसव क शद मे उतारीितला संाितक घूर तापैतखोली नव सुबोधक पेटारीवसतक धवल आवरण पराथनाक सुमन सनेह सँवारीसािहयक िविवध शैली भरनेइधनुषी फगुआक िपचकारीशीतल शदक औषिध लऽगरमीक सूरज पा मे िनहारीबरसातमे िवचारक बूँदा बूँदीसँ अपन लेखनी िसत करीजाड़क ािह सँ ाण पाबै लेल144


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>नवल उसाहक ऊमा पसारीऐ रचनापर अपन मंतय ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाउ।बालान कृतेपंकज चौधरी (नवली)बाल गजलबोहिन के बेर छै बटुआ ओिरयेने जाएत छलफुकना िलअ' फुकना िलअ' िचिचयेने जाएत छलसभटा फुकना के फूंिक-फूंिक डोरा लए बािह-बािहओकरा ठगामे खॲिस-खॲिस सिरयेने जाएत छलमगन मत भेल झूिम-झूिम गामे-गाम घूिम-घूिमफूलल - फूलल फुकना के उिड़येने जाएत छलगिहंकीक बड़ भीड़ छलै नेा सभ अधीर छलैतइयो सौदा सभसँ धिर फिरयेने जाएत छलअनमन लागैत छैक सॴग पुछरी आ पिख सनएना फुकनामे फुकने के सिहयेने जाएत छलबेसी नमहर फुलाबयमे फुकना जे फूिट गेलै145


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ओ मोने-मोन सभके आब गिरयेने जाएत छलएकटा फुकना के फुटलासँ चािर आना छूिट गेलैरिह - रिहकऽ केश "नवल" कुिड़येने जाएत छल*आखर-१९ (ितिथ-११.०९.२०१२)बचा लोकिन ारा मरणीय लोक१.ातः काल मुहू (सूयदयक एक घंटा पिहने) सवथम अपन दुनू हाथ देखबाक चाही, आ’ ई लोकबजबाक चाही।कराे वसते लमीः करमये सरवती।करमूले िथतो ा भाते करदशनम्॥करक आग लमी बसैत छिथ, करक मयमे सरवती, करक मूलमे ा िथत छिथ। भोरमे तािह ारेकरक दशन करबाक थीक।२.संया काल दीप लेसबाक काल-दीपमूले िथतो ा दीपमये जनादनः।दीपाे शरः ोः सयायोितनमोऽतुते॥दीपक मूल भागमे ा, दीपक मयभागमे जनादन (िवणु) आऽ दीपक अ भागमे शर िथत छिथ। हेसंयायोित! अहक नमकार।३.सुतबाक काल-रामं कदं हनूमतं वैनतेयं वृकोदरम्।शयने यः मरेियं दुःवतय नयित॥146


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जे सभ िदन सुतबासँ पिहने राम, कुमारवामी, हनूमान्, गड़ आऽ भीमक मरण करैत छिथ, हुनकर दुःवन भऽ जाइत छिह।४. नहेबाक समय-गे च यमुने चैव गोदाविर सरवित।नमदे िसधु कावेिर जलेऽिमन् सििधं कु॥हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरवती, नमदा, िसधु आऽ कावेरी धार। एिह जलमे अपन सािय िदअ।५.उरं यसमुय िहमाेैव दिणम्।वषं तत् भारतं नाम भारती य सतितः॥समुक उरमे आऽ िहमालयक दिणमे भारत अिछ आऽ ओतुका सतित भारती कहबैत छिथ।६.अहया ौपदी सीता तारा मडोदरी तथा।पचकं ना मरेियं महापातकनाशकम्॥जे सभ िदन अहया, ौपदी, सीता, तारा आऽ मदोदरी, एिह पच सावी-ीक मरण करैत छिथ, हुनकरसभ पाप न भऽ जाइत छिह।७.अथामा बिलयसो हनूम िवभीषणः।कृपः परशुराम सतैते िचरीिवनः॥अथामा, बिल, यास, हनूमान्, िवभीषण, कृपाचाय आऽ परशुराम- ई सात टा िचरीवी कहबैत छिथ।८.साते भवतु सुीता देवी िशखर वािसनीउेन तपसा लधो यया पशुपितः पितः।िसिः साये सतामतु सादातय धूजटेःजावीफेनलेखेव ययूिध शिशनः कला॥९. बालोऽहं जगदानद न मे बाला सरवती।147


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अपूण पंचमे वष वणयािम जगयम् ॥१०. दूवत मं(शुल यजुवद अयाय २२, मं २२)आ ियय जापितॠिषः। िलंभोा देवताः। वराडुकृितछदः। षजः वरः॥आ ॑न् ा॒णो ॑वच॒सी जा॑यता॒मा रा॒े रा॑ज॒यः शुरे॑ऽइषयो॒ऽितया॒धी म॑हार॒थो जा॑यत॒ दोॴधे॒नुवढा॑न॒वाना॒शुः सितः॒ पुर॑िध॒यवा॑ िज॒णू र॑थे॒ाः स॒भेयो॒ युवाय यज॑मानय वी॒रो जा॒यत िनका॒मे-िन॑कामे नःप॒जयॲ वषतु॒ फल॑वयो न॒ऽओष॑धयः पयत योगे॒मो नः॑ कपताम्॥२२॥माथः िसयः सतु पूणः सतु मनोरथाः। शूण बुिनाशोऽतु िमाणामुदयतव।ॐ दीघयुभव। ॐ सौभायवती भव।हे भगवान्। अपन देशमे सुयोय आ’ सव िवाथ उप होिथ, आ’ शुुक नाश कएिनहार सैिनक उपहोिथ। अपन देशक गाय खूब दूध दय बाली, बरद भार वहन करएमे सम होिथ आ’ घोड़ा विरत पदौगय बला होए। ीगण नगरक नेतृव करबामे सम होिथ आ’ युवक सभामे ओजपूण भाषण देबयबला आ’नेतृव देबामे सम होिथ। अपन देशमे जखन आवयक होय वष होए आ’ औषिधक-बूटी सवदा पिरपवहोइत रहए। एवं मे सभ तरह हमरा सभक कयाण होए। शुक बुिक नाश होए आ’ िमक उदय होए॥मनुयक कोन वतुक इछा करबाक चाही तकर वणन एिह मंमे कएल गेल अिछ।एिहमे वाचकलुतोपमालकार अिछ।अवय-॑न् - िवा आिद गुणसँ पिरपूण रा॒े - देशमे॑वच॒सी- िवाक तेजसँ युआ जा॑यत॒- उप होएरा॑ज॒यः-राजाशुरे॑ऽ–िबना डर बला148


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>इषयो॒- बाण चलेबामे िनपुणऽितया॒धी-शुक तारण दय बलाम॑हार॒थो-पैघ रथ बला वीरदोॴ-कामना(दूध पूण करए बाली)धे॒नुवढा॑न॒वाना॒शुः धे॒नु-गौ वा वाणी वढा॑न॒वा- पैघ बरद ना॒शुः-आशुः-विरतसितः॒-घोड़ापुर॑िध॒यवा॑- पुर॑िध॒- यवहारक धारण करए बाली यवा॑-ीिज॒णू-शुक जीतए बलार॑थे॒ाः-रथ पर िथरस॒भेयो॒-उम सभामेयुवाय-युवा जेहनयज॑मानय-राजाक रायमेवी॒रो-शुक परािजत करएबलािनका॒मे-िन॑कामे-िनययु कायमेनः-हमर सभकप॒जयॲ-मेघवषतु॒-वष होएफल॑वयो-उम फल बलाओष॑धयः-औषिधःपयत- पाकए149


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>योगे॒मो-अलय लय करेबाक हेतु कएल गेल योगक रानः॑-हमरा सभक हेतुकपताम्-समथ होएििफथक अनुवाद- हे ण, हमर रायमे ाण नीक धािमक िवा बला, राजय-वीर,तीरंदाज, दूध दएबाली गाय, दौगय बला जतु, उमी नारी होिथ। पाजय आवयकता पड़ला पर वष देिथ, फल देय बलागाछ पाकए, हम सभ संपि अिजत/संरित करी।8.<strong>VIDEHA</strong> FOR NON RESIDENTS8.1 to 8.3 MAITHILI LITERATURE IN ENGLISH8.1.1.The Comet-GAJENDRA THAKUR translated by Jyoti Jha chaudhary8.1.2.The_Science_of_Words- GAJENDRA THAKUR translated by the authorhimself8.1.3.On_the_dice-board_of_the_millennium- GAJENDRA THAKUR translated byJyoti Jha chaudhary8.1.4.NAAGPHANS (IN ENGLISH)- SHEFALIKA VERMA translated by Dr. RajivKumar Verma and Dr. Jaya VermaSend your <strong>com</strong>ments to ggajendra@videha.<strong>com</strong>िवदेह नूतन अंक भाषापाक रचनालेखन-इंिलशकोष -मैिथली-/ मैिथलीकोष -इंिलश-ोजेटक आगू बढ़ाऊ, अपन सुझाव आ योगदान ई-मेल ाराggajendra@videha.<strong>com</strong> पर पठाऊ।१.भारत आ नेपालक मैिथली भाषा-वैािनक लोकिन ारा बनाओल मानक शैली आ २.मैिथलीमे भाषा सपादनपायम150


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१.नेपाल आ भारतक मैिथली भाषा-वैािनक लोकिन ारा बनाओल मानक शैली१.१. नेपालक मैिथली भाषा वैािनक लोकिन ारा बनाओल मानक उचारण आ लेखन शैली(भाषाशाी डा. रामावतार यादवक धारणाक पूण पसँ स लऽ िनधिरत)मैिथलीमे उचारण तथा लेखन१.पचमार आ अनुवार: पचमारातगत ङ, ञ, ण, न एवं म अबैत अिछ। संकृत भाषाक अनुसारशदक अतमे जािह वगक अर रहैत अिछ ओही वगक पचमार अबैत अिछ। जेना-अ (क वगक रहबाक कारणे अतमे ङ् आएल अिछ।)पच (च वगक रहबाक कारणे अतमे ञ् आएल अिछ।)खड (ट वगक रहबाक कारणे अतमे ण् आएल अिछ।)सिध (त वगक रहबाक कारणे अतमे न् आएल अिछ।)खभ (प वगक रहबाक कारणे अतमे म् आएल अिछ।)उपयुत बात मैिथलीमे कम देखल जाइत अिछ। पचमारक बदलामे अिधकश जगहपर अनुवारक योगदेखल जाइछ। जेना- अंक, पंच, खंड, संिध, खंभ आिद। याकरणिवद पिडत गोिवद झाक कहब छिन जेकवग, चवग आ टवगसँ पूव अनुवार िलखल जाए तथा तवग आ पवगसँ पूव पचमारे िलखल जाए।जेना- अंक, चंचल, अंडा, अत तथा कपन। मुदा िहदीक िनकट रहल आधुिनक लेखक एिह बातक निहमानैत छिथ। ओ लोकिन अत आ कपनक जगहपर सेहो अंत आ कंपन िलखैत देखल जाइत छिथ।नवीन पित िकछु सुिवधाजनक अवय छैक। िकएक तँ एिहमे समय आ थानक बचत होइत छैक। मुदाकतोक बेर हतलेखन वा मुणमे अनुवारक छोट सन िबदु प निह भेलासँ अथक अनथ होइत सेहोदेखल जाइत अिछ। अनुवारक योगमे उचारण-दोषक सभावना सेहो ततबए देखल जाइत अिछ। एतदथकसँ लऽ कऽ पवग धिर पचमारेक योग करब उिचत अिछ। यसँ लऽ कऽ धिरक अरक सअनुवारक योग करबामे कतहु कोनो िववाद निह देखल जाइछ।२.ढ आ ढ़ : ढ़क उचारण “र् ह”जक होइत अिछ। अतः जतऽ “र् ह”क उचारण हो ओतऽ मा ढ़िलखल जाए। आन ठाम खाली ढ िलखल जएबाक चाही। जेना-ढ = ढाकी, ढेकी, ढीठ, ढेउआ, ढ, ढेरी, ढाकिन, ढाठ आिद।151


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ढ़ = पढ़ाइ, बढ़ब, गढ़ब, मढ़ब, बुढ़बा, सढ़, गाढ़, रीढ़, चढ़, सीढ़ी, पीढ़ी आिद।उपयुत शद सभक देखलासँ ई प होइत अिछ जे साधारणतया शदक शुमे ढ आ मय तथा अतमेढ़ अबैत अिछ। इएह िनयम ड आ ड़क सदभ सेहो लागू होइत अिछ।३.व आ ब : मैिथलीमे “व”क उचारण ब कएल जाइत अिछ, मुदा ओकरा ब पमे निह िलखल जएबाकचाही। जेना- उचारण : बैनाथ, िबा, नब, देबता, िबणु, बंश, बदना आिद। एिह सभक थानपर मशःवैनाथ, िवा, नव, देवता, िवणु, वंश, वदना िलखबाक चाही। सामायतया व उचारणक लेल ओ योगकएल जाइत अिछ। जेना- ओकील, ओजह आिद।४.य आ ज : कतहु-कतहु “य”क उचारण “ज”जक करैत देखल जाइत अिछ, मुदा ओकरा ज निहिलखबाक चाही। उचारणमे य, जिद, जमुना, जुग, जाबत, जोगी, जदु, जम आिद कहल जाएबला शदसभक मशः य, यिद, यमुना, युग, यावत, योगी, यदु, यम िलखबाक चाही।५.ए आ य : मैिथलीक वतनीमे ए आ य दुनू िलखल जाइत अिछ।ाचीन वतनी- कएल, जाए, होएत, माए, भाए, गाए आिद।नवीन वतनी- कयल, जाय, होयत, माय, भाय, गाय आिद।सामायतया शदक शुमे ए मा अबैत अिछ। जेना एिह, एना, एकर, एहन आिद। एिह शद सभकथानपर यिह, यना, यकर, यहन आिदक योग निह करबाक चाही। यिप मैिथलीभाषी था सिहत िकछुजाितमे शदक आरभोमे “ए”क य किह उचारण कएल जाइत अिछ।ए आ “य”क योगक सदभमे ाचीने पितक अनुसरण करब उपयुत मािन एिह पुतकमे ओकरे योगकएल गेल अिछ। िकएक तँ दुनूक लेखनमे कोनो सहजता आ दुहताक बात निह अिछ। आ मैिथलीकसवसाधारणक उचारण-शैली यक अपेा एसँ बेसी िनकट छैक। खास कऽ कएल, हएब आिद कितपयशदक कैल, हैब आिद पमे कतहु-कतहु िलखल जाएब सेहो “ए”क योगक बेसी समीचीन मािणत करैतअिछ।६.िह, हु तथा एकार, ओकार : मैिथलीक ाचीन लेखन-परपरामे कोनो बातपर बल दैत काल शदक पाछिह, हु लगाओल जाइत छैक। जेना- हुनकिह, अपनहु, ओकरहु, तकालिह, चोिह, आनहु आिद। मुदा152


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आधुिनक लेखनमे िहक थानपर एकार एवं हुक थानपर ओकारक योग करैत देखल जाइत अिछ। जेना-हुनके, अपनो, तकाले, चोे, आनो आिद।७.ष तथा ख : मैिथली भाषामे अिधकशतः षक उचारण ख होइत अिछ। जेना- षय (खड़य),षोडशी (खोड़शी), षकोण (खटकोण), वृषेश (वृखेश), सतोष (सतोख) आिद।८.विन-लोप : िनिलिखत अवथामे शदसँ विन-लोप भऽ जाइत अिछ:(क) ियावयी यय अयमे य वा ए लुत भऽ जाइत अिछ। ओिहमे सँ पिहने अक उचारण दीघ भऽजाइत अिछ। ओकर आग लोप-सूचक िच वा िवकारी (’ / ऽ) लगाओल जाइछ। जेना-पूण प : पढ़ए (पढ़य) गेलाह, कए (कय) लेल, उठए (उठय) पड़तौक।अपूण प : पढ़’ गेलाह, क’ लेल, उठ’ पड़तौक।पढ़ऽ गेलाह, कऽ लेल, उठऽ पड़तौक।(ख) पूवकािलक कृत आय (आए) ययमे य (ए) लुत भऽ जाइछ, मुदा लोप-सूचक िवकारी निह लगाओलजाइछ। जेना-पूण प : खाए (य) गेल, पठाय (ए) देब, नहाए (य) अएलाह।अपूण प : खा गेल, पठा देब, नहा अएलाह।(ग) ी यय इक उचारण ियापद, संा, ओ िवशेषण तीनूमे लुत भऽ जाइत अिछ। जेना-पूण प : दोसिर मािलिन चिल गेिल।अपूण प : दोसर मािलन चिल गेल।(घ) वतमान कृदतक अितम त लुत भऽ जाइत अिछ। जेना-पूण प : पढ़ैत अिछ, बजैत अिछ, गबैत अिछ।अपूण प : पढ़ै अिछ, बजै अिछ, गबै अिछ।(ङ) ियापदक अवसान इक, उक, ऐक तथा हीकमे लुत भऽ जाइत अिछ। जेना-पूण प: िछयौक, िछयैक, छहीक, छौक, छैक, अिबतैक, होइक।153


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>अपूण प : िछयौ, िछयै, छही, छौ, छै, अिबतै, होइ।(च) ियापदीय यय ह, हु तथा हकारक लोप भऽ जाइछ। जेना-पूण प : छिह, कहलिह, कहलहुँ, गेलह, निह।अपूण प : छिन, कहलिन, कहलौँ, गेलऽ, नइ, निञ, नै।९.विन थानातरण : कोनो-कोनो वर-विन अपना जगहसँ हिट कऽ दोसर ठाम चिल जाइत अिछ। खासकऽ व इ आ उक सबधमे ई बात लागू होइत अिछ। मैिथलीकरण भऽ गेल शदक मय वा अतमे जँव इ वा उ आबए तँ ओकर विन थानातिरत भऽ एक अर आग आिब जाइत अिछ। जेना- शिन(शइन), पािन (पाइन), दािल ( दाइल), मािट (माइट), काछु (काउछ), मासु (माउस) आिद। मुदा तसम शदसभमे ई िनअम लागू निह होइत अिछ। जेना- रिमक रइम आ सुधशुक सुधाउंस निह कहल जा सकैतअिछ।१०.हलत(◌्)क योग : मैिथली भाषामे सामायतया हलत (◌्)क आवयकता निह होइत अिछ। कारण जेशदक अतमे अ उचारण निह होइत अिछ। मुदा संकृत भाषासँ जिहनाक तिहना मैिथलीमे आएल (तसम)शद सभमे हलत योग कएल जाइत अिछ। एिह पोथीमे सामायतया सपूण शदक मैिथली भाषा सबधीिनअम अनुसार हलतिवहीन राखल गेल अिछ। मुदा याकरण सबधी योजनक लेल अयावयक थानपरकतहु-कतहु हलत देल गेल अिछ। तुत पोथीमे मिथली लेखनक ाचीन आ नवीन दुनू शैलीक सरल आसमीचीन प सभक समेिट कऽ वण-िवयास कएल गेल अिछ। थान आ समयमे बचतक सिह हत-लेखनतथा तकनीकी दृिसँ सेहो सरल होबऽबला िहसाबसँ वण-िवयास िमलाओल गेल अिछ। वतमान समयमेमैिथली मातृभाषी पयतक आन भाषाक मायमसँ मैिथलीक ान लेबऽ पिड़ रहल पिरेयमे लेखनमे सहजतातथा एकपतापर यान देल गेल अिछ। तखन मैिथली भाषाक मूल िवशेषता सभ कुिठत निह होइक, ताहूिदस लेखक-मडल सचेत अिछ। िस भाषाशाी डा. रामावतार यादवक कहब छिन जे सरलताकअनुसधानमे एहन अवथा िकहु ने आबऽ देबाक चाही जे भाषाक िवशेषता छहमे पिड जाए।-(भाषाशाी डा. रामावतार यादवक धारणाक पूण पसँ स लऽ िनधिरत)१.२. मैिथली अकादमी, पटना ारा िनधिरत मैिथली लेखन-शैली१. जे शद मैिथली-सािहयक ाचीन कालसँ आइ धिर जािह वनीमे चिलत अिछ, से सामायतः तािहवनीमे िलखल जाय- उदाहरणाथ-154


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ाएखनठामजकर, तकरतिनकरअिछअाअखन, अखिन, एखेन, अखनीिठमा, िठना, ठमाजेकर, तेकरितनकर। (वैकिपक प ा)ऐछ, अिह, ए।२. िनिलिखत तीन कारक प वैकिपकतया अपनाओल जाय: भऽ गेल, भय गेल वा भए गेल। जा रहलअिछ, जाय रहल अिछ, जाए रहल अिछ। कर’ गेलाह, वा करय गेलाह वा करए गेलाह।३. ाचीन मैिथलीक ‘ह’ विनक थानमे ‘न’ िलखल जाय सकैत अिछ यथा कहलिन वा कहलिह।४. ‘ऐ’ तथा ‘औ’ ततय िलखल जाय जत’ पतः ‘अइ’ तथा ‘अउ’ सदृश उचारण इ हो। यथा-देखैत, छलैक, बौआ, छौक इयािद।५. मैिथलीक िनिलिखत शद एिह पे युत होयत: जैह, सैह, इएह, ओऐह, लैह तथा दैह।६. व इकारत शदमे ‘इ’ के लुत करब सामायतः अा िथक। यथा- ा देिख आबह, मािलिन गेिल(मनुय मामे)।७. वतं व ‘ए’ वा ‘य’ ाचीन मैिथलीक उरण आिदमे तँ यथावत राखल जाय, िकंतु आधुिनक योगमेवैकिपक प ‘ए’ वा ‘य’ िलखल जाय। यथा:- कयल वा कएल, अयलाह वा अएलाह, जाय वा जाएइयािद।८. उचारणमे दू वरक बीच जे ‘य’ विन वतः आिब जाइत अिछ तकरा लेखमे थान वैकिपक प देल155


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जाय। यथा- धीआ, अढ़ैआ, िवआह, वा धीया, अढ़ैया, िबयाह।९. सानुनािसक वतं वरक थान यथासंभव ‘ञ’ िलखल जाय वा सानुनािसक वर। यथा:- मैञा,किनञा, िकरतिनञा वा मैआँ, किनआँ, िकरतिनआँ।१०. कारकक िवभिक िनिलिखत प ा:- हाथक, हाथसँ, हाथ, हाथक, हाथमे। ’मे’ मे अनुवारसवथा याय िथक। ‘क’ क वैकिपक प ‘केर’ राखल जा सकैत अिछ।११. पूवकािलक ियापदक बाद ‘कय’ वा ‘कए’ अयय वैकिपक प लगाओल जा सकैत अिछ। यथा:-देिख कय वा देिख कए।१२. मग, भग आिदक थानमे माङ, भाङ इयािद िलखल जाय।१३. अ ‘न’ ओ अ ‘म’ क बदला अनुसार निह िलखल जाय, िकंतु छापाक सुिवधाथ अ ‘ङ’ , ‘ञ’,तथा ‘ण’ क बदला अनुवारो िलखल जा सकैत अिछ। यथा:- अ, वा अंक, अचल वा अंचल, कठ वाकंठ।१४. हलंत िच िनअमतः लगाओल जाय, िकंतु िवभितक संग अकारत योग कएल जाय। यथा:- ीमान्,िकंतु ीमानक।१५. सभ एकल कारक िच शदमे सटा क’ िलखल जाय, हटा क’ निह, संयुत िवभितक हेतु फराकिलखल जाय, यथा घर परक।१६. अनुनािसकक चिबदु ारा यत कयल जाय। परंतु मुणक सुिवधाथ िह समान जिटल माापरअनुवारक योग चिबदुक बदला कयल जा सकैत अिछ। यथा- िहँ केर बदला िहं।१७. पूण िवराम पासीसँ ( । ) सूिचत कयल जाय।१८. समत पद सटा क’ िलखल जाय, वा हाइफेनसँ जोिड़ क’ , हटा क’ निह।१९. िलअ तथा िदअ शदमे िबकारी (ऽ) निह लगाओल जाय।२०. अंक देवनागरी पमे राखल जाय।156


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२१.िकछु विनक लेल नवीन िचह बनबाओल जाय। जा' ई निह बनल अिछ ताबत एिह दुनू विनक बदलापूववत् अय/ आय/ अए/ आए/ आओ/ अओ िलखल जाय। आिक ऎ वा ऒ सँ यत कएल जाय।ह./- गोिवद झा ११/८/७६ ीकात ठाकुर ११/८/७६ सुरे झा "सुमन" ११/०८/७६२. मैिथलीमे भाषा सपादन पायम२.१. उचारण िनदश: (बोड कएल प ा):-दत न क उचारणमे दतमे जीह सटत- जेना बाजू नाम , मुदा ण क उचारणमे जीह मूधमे सटत (नैसटैए तँ उचारण दोष अिछ)- जेना बाजू गणेश। तालय शमे जीह तालुसँ , षमे मूधसँ आ दत समे दतसँसटत। िनश, सभ आ शोषण बािज कऽ देखू। मैिथलीमे ष क वैिदक संकृत जक ख सेहो उचिरतकएल जाइत अिछ, जेना वष, दोष। य अनेको थानपर ज जक उचिरत होइत अिछ आ ण ड़ जक(यथा संयोग आ गणेश संजोग आगड़ेस उचिरत होइत अिछ)। मैिथलीमे व क उचारण ब, श क उचारण स आ य क उचारण ज सेहोहोइत अिछ।ओिहना व इ बेशीकाल मैिथलीमे पिहने बाजल जाइत अिछ कारण देवनागरीमे आ िमिथलारमे व इअरक पिहने िलखलो जाइत आ बाजलो जएबाक चाही। कारण जे िहदीमे एकर दोषपूण उचारण होइतअिछ (िलखल तँ पिहने जाइत अिछ मुदा बाजल बादमे जाइत अिछ), से िशा पितक दोषक कारण हमसभ ओकर उचारण दोषपूण ढंगसँ कऽ रहल छी।अिछ- अ इ छ ऐछ (उचारण)छिथ- छ इ थ – छैथ (उचारण)पहुँिच- प हुँ इ च (उचारण)आब अ आ इ ई ए ऐ ओ औ अं अः ऋ ऐ सभ लेल माा सेहो अिछ, मुदा ऐमे ई ऐ ओ औ अं अः ऋक संयुतार पमे गलत पमे युत आ उचिरत कएल जाइत अिछ। जेना ऋ क री पमे उचिरतकरब। आ देिखयौ- ऐ लेल देिखऔ क योग अनुिचत। मुदा देिखऐ लेल देिखयै अनुिचत। क् सँ धिर असिमिलत भेलासँ क सँ ह बनैत अिछ, मुदा उचारण काल हलत युत शदक अतक उचारणक वृिबढ़ल अिछ, मुदा हम जखन मनोजमे ज् अतमे बजैत छी, तखनो पुरनका लोकक बजैत सुनबिह- मनोजऽ,वातवमे ओ अ युत ज् = ज बजै छिथ।157


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>फेर अिछ ज् आ ञ क संयुत मुदा गलत उचारण होइत अिछ- य। ओिहना अिछ क् आ ष कसंयुत मुदा उचारण होइत अिछ छ। फेर श् आ र क संयुत अिछ ( जेना िमक) आ स् आ र कसंयुत अिछ (जेना िम)। भेल त+र ।उचारणक ऑिडयो फाइल िवदेह आकइव http://www.videha.co.in/ पर उपलध अिछ। फेर क / सँ/ पर पूव अरसँ सटा कऽ िलखू मुदा तँ / कऽ हटा कऽ। ऐमे सँ मे पिहल सटा कऽ िलखू आ बादबलाहटा कऽ। अंकक बाद टा िलखू सटा कऽ मुदा अय ठाम टा िलखू हटा कऽ– जेनाछहटा मुदा सभ टा। फेर ६अ म सातम िलखू- छठम सातम नै। घरबलामे बला मुदा घरवालीमे वाली युतक।रहए-रहै मुदा सकैए (उचारण सकै-ए)।मुदा कखनो काल रहए आ रहै मे अथ िभता सेहो, जेना से कमो जगहमे पािकंग करबाक अयास रहैओकरा। पुछलापर पता लागल जे ढुनढुन नाा ई ाइवर कनाट लेसक पािकंगमे काज करैत रहए।छलै, छलए मे सेहो ऐ तरहक भेल। छलए क उचारण छल-ए सेहो।संयोगने- (उचारण संजोगने)क/ कऽकेर- क (केर क योग गमे नै क , पमे कऽ सकै छी। )क (जेना रामक)–रामक आ संगे (उचारण राम के / राम कऽ सेहो)सँ- सऽ (उचारण)चिबदु आ अनुवार- अनुवारमे कंठ धिरक योग होइत अिछ मुदा चिबदुमे नै। चिबदुमे कनेकएकारक सेहो उचारण होइत अिछ- जेना रामसँ- (उचारण राम सऽ) रामक- (उचारण राम कऽ/ राम केसेहो)।क जेना रामक भेल िहदीक को (राम को)- राम को= रामक158


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>क जेना रामक भेल िहदीक का ( राम का) राम का= रामककऽ जेना जा कऽ भेल िहदीक कर ( जा कर) जा कर= जा कऽसँ भेल िहदीक से (राम से) राम से= रामसँसऽ , तऽ , त , केर (गमे) ए◌े चा शद सबहक योग अविछत।के दोसर अथँ युत भऽ सकैए- जेना, के कहलक? िवभित “क”क बदला एकर योग अविछत।निञ, निह, नै, नइ, नँइ, नइँ, नइं ऐ सभक उचारण आ लेखन - नैव क बदलामे व जेना महवपूण (महवपूण नै) जतए अथ बदिल जाए ओतिह मा तीन अरकसंयुतारक योग उिचत। सपित- उचारण स प इ त (सपि नै- कारण सही उचारण आसानीसँसभव नै)। मुदा सवम (सवतम नै)।रािय (राीय नै)सकैए/ सकै (अथ पिरवतन)पोछैले/ पोछै लेल/ पोछए लेलपोछैए/ पोछए/ (अथ पिरवतन) पोछए/ पोछैओ लोकिन ( हटा कऽ, ओ मे िबकारी नै)ओइ/ ओिहओिहले/ओिह लेल/ ओही लऽजएब/ बैसबपँचभइयदेिखयौक/ (देिखऔक नै- तिहना अ मे व आ दीघक मााक योग अनुिचत)जक / जेकतँइ/ तैँ/159


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>होएत / हएतनिञ/ निह/ नँइ/ नइँ/ नैसौँसे/ सॱसेबड़ /बड़ी (झोराओल)गाए (गाइ निह), मुदा गाइक दूध (गाएक दूध नै।)रहल/ पिहरतैँहमहॴ/ अहॴसब - सभसबहक - सभहकधिर - तकगप- बातबूझब - समझबबुझलॱ/ समझलॱ/ बुझलहुँ - समझलहुँहमरा आर - हम सभआिक- आ िकसकैछ/ करैछ (गमे योगक आवयकता नै)होइन/ होिनजाइन (जािन नै, जेना देल जाइन) मुदा जािन-बूिझ (अथ पिरतन)पइठ/ जाइठआउ/ जाउ/ आऊ/ जाऊमे, क, सँ, पर (शदसँ सटा कऽ) तँ कऽ धऽ दऽ (शदसँ हटा कऽ) मुदा दूटा वा बेसी िवभित संगरहलापर पिहल िवभित टाक सटाऊ। जेना ऐमे सँ ।160


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>एकटा , दूटा (मुदा कए टा)िबकारीक योग शदक अतमे, बीचमे अनावयक प नै। आकारात आ अतमे अ क बाद िबकारीक योगनै (जेना िदअ, आ/ िदय’ , आ’, आ नै )अपोोफीक योग िबकारीक बदलामे करब अनुिचत आ मा फॉटक तकनीकी यूनताक पिरचायक)- ओनािबकारीक संकृत प ऽ अवह कहल जाइत अिछ आ वतनी आ उचारण दुनू ठाम एकर लोप रहैत अिछ/रिह सकैत अिछ (उचारणमे लोप रिहते अिछ)। मुदा अपोोफी सेहो अंेजीमे पसेिसव केसमे होइत अिछआ चमे शदमे जतए एकर योग होइत अिछ जेना raison d’etre एतए सेहो एकर उचारण रैजौन डेटरहोइत अिछ, माने अपोॉफी अवकाश नै दैत अिछ वरन जोड़ैत अिछ, से एकर योग िबकारीक बदला देनाइतकनीकी प सेहो अनुिचत)।अइमे, एिहमे/ ऐमेजइमे, जािहमेएखन/ अखन/ अइखनक (के निह) मे (अनुवार रिहत)भऽमेदऽतँ (तऽ, त नै)सँ ( सऽ स नै)गाछ तरगाछ लगसझ खनजो (जो go, करै जो do)तै/तइ जेना- तै दुआरे/ तइमे/ तइले161


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जै/जइ जेना- जै कारण/ जइसँ/ जइलेऐ/अइ जेना- ऐ कारण/ ऐसँ/ अइले/ मुदा एकर एकटा खास योग- लालित कतेक िद नसँ कहैत रहैत अइलै/लइ जेना लैसँ/ लइले/ लै दुआरेलहँ/ लॱगेलॱ/ लेलॱ/ लेलँह/ गेलहुँ/ लेलहुँ/ लेलँजइ/ जािह / जैजिह ठाम/ जािह ठाम/ जइठाम/ जैठामएिह / अिह /अइ (वायक अंतमे ा( / ऐअइछ/ अिछ / ऐछतइ/ तिह / तै/ तािहओिह / ओइसीिख / सीखजीिव / जीवी/ जीबभलेहॴ/ भलिह◌ ंत/ तँइ/ तँएजाएब/ जएबलइ/ लैछइ/ छैनिह / नै/ नइगइ/ गै162


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>छिन/ छि ह ...समए श दक संग जखन कोनो िव भि त जुटै छै तखन समै जना समैपर इ यािद । असगरमे हृदए आ िव भि तजुटने हृदे जना हृदेसँ, हृदेमे इ यािद ।जइ/ जािह /जैजिह ठाम/ जािह ठाम/ जइठाम/ जैठामएिह / अिह / अइ/ ऐअइछ/ अिछ / ऐछतइ/ तिह / तै/ तािहओिह / ओइसीिख / सीखजीिव / जीवी/जीबभले/ भलेहॴ/भलिह◌ ंत/ तँइ/ तँएजाएब/ जएबलइ/ लैछइ/ छैनिह / नै/ नइगइ/गैछिन / छि ह163


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>चुकल अिछ/ गेल गिछ२.२. मैिथलीमे भाषा सपादन पायमनीचक सूचीमे देल िवकपमेसँ लगुएज एडीटर ारा कोन प चुनल जेबाक चाही:बोड कएल प ा:१.होयबला/ होबयबला/ होमयबला/ हेब’बला, हेम’बला/ होयबाक/होबएबला /होएबाक२. आ’/आऽआ३. क’ लेने/कऽ लेने/कए लेने/कय लेने/ल’/लऽ/लय/लए४. भ’ गेल/भऽ गेल/भय गेल/भएगेल५. कर’ गेलाह/करऽगेलह/करए गेलाह/करय गेलाह६.िलअ/िदअ िलय’,िदय’,िलअ’,िदय’/७. कर’ बला/करऽ बला/ करय बला करैबला/क’र’ बला /करैवाली८. बला वला (पुष), वाली ( ी) ९.आल आंल१०. ायः ायह११. दुःख दुख १२. चिल गेल चल गेल/चैल गेल164


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१३. देलिखह देलिकह, देलिखन१४.देखलिह देखलिन/ देखलैह१५. छिथह/ छलिह छिथन/ छलैन/ छलिन१६. चलैत/दैत चलित/दैित१७. एखनोअखनो१८.बढ़िन बढ़इन बढ़िह१९. ओ’/ओऽ(सवनाम) ओ२०. ओ (संयोजक) ओ’/ओऽ२१. फिग/फाि फाइंग/फाइङ२२.जे जे’/जेऽ २३. ना-नुकुर ना-नुकर२४. केलिह/केलिन /कयलिह२५. तखनतँ/ तखन तँ२६. जारहल/जाय रहल/जाए रहल२७. िनकलय/िनकलएलागल/ लगल बहराय/ बहराए लागल/ लगल िनकल’/बहरै लागल२८. ओतय/ जतय जत’/ ओत’/ जतए/ ओतए165


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२९.की फूरल जे िक फूरल जे३०. जे जे’/जेऽ३१. कूिद / यािद(मोन पारब) कूइद/याइद/कूद/याद/यािद (मोन)३२. इहो/ ओहो३३.हँसए/ हँसय हँसऽ३४. नौ आिक दस/नौ िकंवा दस/ नौ वा दस३५. सासु-ससुर सास-ससुर३६. छह/ सात छ/छः/सात३७.की की’/ कीऽ (दीघकारातमे ऽ विजत)३८. जबाब जवाब३९. करएताह/ करेताह करयताह४०. दलान िदिश दलान िदश/दलान िदस४१. गेलाह गएलाह/गयलाह४२. िकछु आर/ िकछु और/ िकछ आर४३. जाइ छल/ जाइत छल जाित छल/जैत छल४४. पहुँिच/ भेट जाइत छल/ भेट जाइ छलए पहुँच/ भेिट जाइत छल४५.166


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>जबान (युवा)/ जवान(फौजी)४६. लय/ लए क’/ कऽ/ लए कए / लऽ कऽ/ लऽ कए४७. ल’/लऽ कय/कए४८. एखन / एखने / अखन / अखने४९.अहॴक अहीँक५०. गहॴर गहीँर५१.धार पार केनाइ धार पार केनाय/केनाए५२. जेक जक/जक५३. तिहना तेिहना५४. एकर अकर५५. बिहनउ बहनोइ५६. बिहन बिहिन५७. बिहन-बिहनोइबिहन-बहनउ५८. निह/ नै५९. करबा / करबाय/ करबाए६०. तँ/ त ऽ तय/तए६१. भैयारी मे छोट-भाए/भै/, जेठ-भाय/भाइ,167


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>६२. िग नतीमे दू भाइ/भाए/भइ६३. ई पोथी दू भाइक/ भइ/ भाए/ लेल। यावत जावत६४. माय मै / माए मुदा माइक ममता६५. देिह/ दइन दिन / दएिह/ दयिह दिह/ दैिह६६. द’/ दऽ/ दए६७. ओ (संयोजक) ओऽ (सवनाम)६८. तका कए तकाय तकाए६९. पैरे (on foot) पएरे कएक/ कैक७०.ताहुमे/ ताहूमे७१.पुीक७२.बजा कय/ कए / कऽ७३. बननाय/बननाइ७४. कोला७५.िदनुका िदनका७६.ततिहसँ७७. गरबओलिह/ गरबौलिन /गरबेलिह/ गरबेलिन168


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>७८. बालु बालू७९.चेह िचह(अशु)८०. जे जे’८१. से/ के से’/के’८२. एखुनका अखनुका८३. भुिमहार भूिमहार८४. सुगर/ सुगरक/ सूगर८५. झठहाक झटहाक ८६.छूिब८७. करइयो/ओ करैयो ने देलक /किरयौ-करइयौ८८. पुबािरपुबाइ८९. झगड़ा-झटीझगड़ा-झिट९०. पएरे-पएरे पैरे-पैरे९१. खेलएबाक९२. खेलेबाक९३. लगा९४. होए- हो – होअए169


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>९५. बुझल बूझल९६.बूझल (संबोधन अथमे)९७. यैह यएह / इएह/ सैह/ सएह९८. ताितल९९. अयनाय- अयनाइ/ अएनाइ/ एनाइ१००. िन- िनद१०१.िबनु िबन१०२. जाए जाइ१०३.जाइ (in different sense)-last word of sentence१०४. छत पर आिब जाइ१०५.ने१०६. खेलाए (play) –खेलाइ१०७. िशकाइत- िशकायत१०८.ढप- ढ़प१०९. पढ़- पढ११०. किनए/ किनये किनञे170


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१११. राकस- राकश११२. होए/ होय होइ११३. अउरदा-औरदा११४. बुझेलिह (different meaning- got understand)११५. बुझएलिह/बुझेलिन / बुझयलिह (understood himself)११६. चिल- चल/ चिल गेल११७. खधाइ- खधाय११८.मोन पाड़लिखह/ मोन पाड़लिख न/ मोन पारलिखह११९. कैक- कएक- कइएक१२०.लग ल’ग१२१. जरेनाइ१२२. जरौनाइ जरओनाइ- जरएनाइ/जरेनाइ१२३. होइत१२४.गरबेलिह/ गरबेलिन गरबौलिह/ गरबौलिन१२५.िचखैत- (to test)िचखइत१२६. करइयो (willing to do) करैयो171


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१२७. जेकरा- जकरा१२८. तकरा- तेकरा१२९.िबदेसर थानेमे/ िबदेसरे थानमे१३०. करबयलहुँ/ करबएलहुँ/ करबेलहुँ करबेलॱ१३१.हािरक (उचारण हाइरक)१३२. ओजन वजन आफसोच/ अफसोस कागत/ कागच/ कागज१३३. आधे भाग/ आध-भागे१३४. िपचा / िपचाय/िपचाए१३५. नञ/ ने१३६. बचा नञ(ने) िपचा जाय१३७. तखन ने (नञ) कहैत अिछ। कहै/ सुनै/ देखै छल मुदा कहैत-कहैत/ सुनैत-सुनैत/ देखैत-देखैत१३८.कतेक गोटे/ कताक गोटे१३९. कमाइ-धमाइ/ कमाई- धमाई१४०. लग ल’ग१४१. खेलाइ (for playing)१४२.छिथह/ छिथन172


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१४३.होइत होइ१४४. यो िकयो / केओ१४५.केश (hair)१४६.केस (court-case)१४७. बननाइ/ बननाय/ बननाए१४८. जरेनाइ१४९. कुरसी कुस१५०. चरचा चच१५१. कम करम१५२. डुबाबए/ डुबाबै/ डुमाबै डुमाबय/ डुमाबए१५३. एखुनका/अखुनका१५४. लए/ िलअए (वायक अंितम शद)- लऽ१५५. कएलक/केलक१५६. गरमी गम१५७. वरदी वद173


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१५८. सुना गेलाह सुना’/सुनाऽ१५९. एनाइ-गेनाइ१६०.तेना ने घेरलिह/ तेना ने घेरलिन१६१. निञ / नै१६२.डरो ड’रो१६३. कतहु/ कतौ कहॴ१६४. उमिरगर-उमेरगर उमरगर१६५. भिरगर१६६. धोल/धोअल धोएल१६७. गप/गप१६८.के के’१६९. दरबजा/ दरबजा१७०. ठाम१७१.धिर तक१७२.घूिर लौिट१७३. थोरबेक१७४. बड174


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१७५. त/ तू ◌ँ१७६. तिह( पमे ा)१७७. तही / तिह१७८.करबाइए करबाइये१७९. एकेटा१८०. किरतिथ /करतिथ१८१.पहुँिच/ पहुँच१८२. राखलिह रखलिह/ रखलिन१८३.लगलिह/ लगलिन लागलिह१८४.सुिन (उचारण सुइन)१८५. अिछ (उचारण अइछ)१८६. एलिथ गेलिथ१८७. िबतओने/ िब तौने/िबतेने१८८. करबओलिह/ करबौलिन /करेलिखह/ करेलिख न१८९. करएलिह/ करेलिन१९०.175


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>आिक/ िक१९१. पहुँिच/पहुँच१९२. बी जराय/ जराए जरा (आिग लगा)१९३.से से’१९४.ह मे ह (हमे ह िवभिमे हटा कए)१९५. फेल फैल१९६. फइल(spacious) फैल१९७. होयतिह/ होएतिह/ होएतिन /हेतिन / हेतिह१९८. हाथ मिटआएब/ हाथ मिटयाबय/हाथ मिटयाएब१९९. फेका फका२००. देखाए देखा२०१. देखाबए२०२. सिर सर२०३.साहेब साहब२०४.गेलैह/ गेलिह/ गेलिन२०५. हेबाक/ होएबाक२०६.केलो/ कएलहुँ/केलॱ/ केलुँ२०७. िकछु न िकछु/176


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िकछु ने िकछु२०८.घुमेलहुँ/ घुमओलहुँ/ घुमेलॱ२०९. एलाक/ अएलाक२१०. अः/ अह२११.लय/लए (अथ-पिरवन) २१२.कनीक/ कनेक२१३.सबहक/ सभक२१४.िमलाऽ/ िमला२१५.कऽ/ क२१६.जाऽ/जा२१७.आऽ/ आ२१८.भऽ /भ’ (’ फॉटक कमीक ोतक)२१९.िनअम/ िनयम२२०.हेटेअर/ हेटेयर२२१.पिहल अर ढ/ बादक/ बीचक ढ़२२२.तिहं/तिहँ/ तिञ/ त२२३.किहं/ कहॴ२२४.तँइ/त / तइँ२२५.नँइ/ नइँ/ निञ/ निह/नै177


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२२६.है/ हए / एलीह/२२७.छिञ/ छै/ छैक /छइ२२८.दृिएँ/ दृिय२२९.आ (<strong>com</strong>e)/ आऽ(conjunction)२३०.आ (conjunction)/ आऽ(<strong>com</strong>e)२३१.कुनो/ कोनो, कोना/केना२३२.गेलैह-गेलिह-गेलिन२३३.हेबाक- होएबाक२३४.केलौँ- कएलौँ-कएलहुँ/केलॱ२३५.िकछु न िकछ- िकछु ने िकछु२३६.केहेन- केहन२३७.आऽ (<strong>com</strong>e)-आ (conjunction-and)/आ। आब'-आब' /आबह-आबह२३८. हएत-हैत२३९.घुमेलहुँ-घुमएलहुँ- घुमेला◌े◌ं२४०.एलाक- अएलाक२४१.होिन- होइन/ होिह/२४२.ओ-राम ओ यामक बीच(conjunction), ओऽ कहलक (he said)/ओ२४३.की हए/ कोसी अएली हए/ की है। की हइ२४४.दृिएँ/ दृिय२४५.शािमल/ सामेल178


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२४६.तैँ / तँए/ तिञ/ तिहं२४७.जॱ/ य/ जँ/२४८.सभ/ सब२४९.सभक/ सबहक२५०.किहं/ कहॴ२५१.कुनो/ कोनो/ कोनहुँ/२५२.फारकती भऽ गेल/ भए गेल/ भय गेल२५३.कोना/ केना/ क ना/कना२५४.अः/ अह२५५.जनै/ जनञ२५६.गेलिन /गेलाह (अथ पिरवतन)२५७.केलिह/ कएलिह/ केलिन /२५८.लय/ लए/ लएह (अथ पिरवतन)२५९.कनीक/ कनेक/कनी-मनी२६०.पठेलिह पठेलिन / पठेलइन/ पपठओलिह/ पठबौलिन /२६१.िनअम/ िनयम२६२.हेटेअर/ हेटेयर२६३.पिहल अर रहने ढ/ बीचमे रहने ढ़२६४.आकारातमे िबकारीक योग उिचत नै/ अपोोफीक योग फाटक तकनीकी यूनताक पिरचायकओकर बदला अवह (िबकारी) क योग उिचत२६५.केर (पमे ा) / -क/ कऽ/ के179


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२६६.छैिह- छिह२६७.लगैए/ लगैये२६८.होएत/ हएत२६९.जाएत/ जएत/२७०.आएत/ अएत/ आओत२७१.खाएत/ खएत/ खैत२७२.िपअएबाक/ िपएबाक/िप येबाक२७३.शु/ शुह२७४.शुहे/ शुए२७५.अएताह/अओताह/ एताह/ औताह२७६.जािह/ जाइ/ जइ/ जै/२७७.जाइत/ जैतए/ जइतए२७८.आएल/ अएल२७९.कैक/ कएक२८०.आयल/ अएल/ आएल२८१. जाए/ जअए/ जए (लालित जाए लगलीह।)२८२. नुकएल/ नुकाएल२८३. कठुआएल/ कठुअएल२८४. तािह/ तै/ तइ२८५. गायब/ गाएब/ गएब२८६. सकै/ सकए/ सकय180


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२८७.सेरा/सरा/ सराए (भात सरा गेल)२८८.कहैत रही/देखैत रही/ कहैत छलॱ/ कहै छलॱ- अिहना चलैत/ पढ़ैत(पढ़ै-पढ़ैत अथ कखनो काल पिरवितत) - आर बुझै/ बुझैत (बुझै/ बुझै छी, मुदा बुझैत-बुझैत)/ सकैत/ सकै।करैत/ करै। दै/ दैत। छैक/ छै। बचलै/ बचलैक। रखबा/ रखबाक । िबनु/ िबन। राितक/ रातुक बुझै आबुझैत केर अपन-अपन जगहपर योग समीचीन अिछ । बुझैत-बुझैत आब बुझिल ऐ। हमहूँ बुझै छी।२८९. दुआरे/ ारे२९०.भेिट/ भेट/ भट२९१.खन/ खीन/ खुना (भोर खन/ भोर खीन)२९२.तक/ धिर२९३.गऽ/ गै (meaning different-जनबै गऽ)२९४.सऽ/ सँ (मुदा दऽ, लऽ)२९५.व,(तीन अरक मेल बदला पुनितक एक आ एकटा दोसरक उपयोग) आिदक बदला व आिद।महव/ महव/ कत/ क आिदमे संयुतक कोनो आवयकता मैिथलीमे नै अिछ। वतय२९६.बेसी/ बेशी२९७.बाला/वाला बला/ वला (रहैबला)२९८.वाली/ (बदलैवाली)२९९.वा/ वात३००. अतरिय/ अतरीय३०१. लेमए/ लेबए३०२.लमछुरका, नमछुरका३०२.लागै/ लगै (181


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>भेटैत/ भेटै)३०३.लागल/ लगल३०४.हबा/ हवा३०५.राखलक/ रखलक३०६.आ (<strong>com</strong>e)/ आ (and)३०७. पाताप/ पााप३०८. ऽ केर यवहार शदक अतमे मा, यथासंभव बीचमे नै।३०९.कहैत/ कहै३१०.रहए (छल)/ रहै (छलै) (meaning different)३११.तागित/ ताकित३१२.खराप/ खराब३१३.बोइन/ बोिन/ बोइिन३१४.जािठ/ जाइठ३१५.कागज/ कागच/ कागत३१६.िगरै (meaning different- swallow)/ िगरए (खसए)३१७.रािय/ राीयDATE-LIST (year- 2012-13)(१४२० फसली साल (Marriage Days:Nov.2012- 25, 26, 28, 29, 30182


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>Dec.2012- 5,9, 10, 13, 14January 2013- 16, 17, 18, 23, 24, 31Feb.2013- 1, 3, 4, 6, 8, 10, 14, 15, 18, 20, 24, 25April 2013- 21, 22, 24, 26, 29May 2013- 1,2,3,5,6,9,12,13,17,19,20,22,23,24,26,27,29,30,31June 2013- 2,3July 2013- 11, 14, 15Upanayana Days:January 2013- 16February 2013- 14, 15, 20, 21April 2013- 22May 2013- 20, 21Dviragaman Din:November 2012- 25, 26, 28, 29December 2012- 2, 3, 14February 2013- 14, 15, 18, 20, 21, 22, 27, 28March 2013- 1April 2013- 18, 22, 24, 26, 28, 29May 2013- 12, 13Mundan Din:183


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>November 2012- 26, 30December 2012- 3January 2013- 18, 24February 2013- 1, 14, 15, 20, 28April 2013- 17May 2013- 13, 23, 29June 2013- 13, 19, 26, 27, 28July 2013- 10, 15FESTIVALS OF MITHILA (2012-13)Mauna Panchami-08 JulyMadhushravani- 22 JulyNag Panchami- 24 JulyRaksha Bandhan- 02 AugKrishnastami- 10 AugustKushi Amavasya / Somvari Vrat- 17 AugustVishwakarma Pooja- 17 SeptemberHartalika Teej- 18 SeptemberChauthChandra-19 SeptemberKarma Dharma Ekadashi-26 September184


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>Indra Pooja Aarambh- 27 SeptemberAnant Caturdashi- 29 SepAgastyarghadaan- 30 SepPitri Paksha begins- 30 SepJimootavahan Vrata/ Jitia-08 OctoberMatri Navami- 09 OctoberSomvatiAmavasya Vrat- 15 OctoberKalashsthapan- 16 OctoberBelnauti- 20 OctoberPatrika Pravesh- 21 OctoberMahastami- 22 OctoberMaha Navami - 23 OctoberVijaya Dashami- 24 OctoberKojagara- 29 OctDhanteras- 11 NovemberDiyabati, shyama pooja-13 NovemberAnnakoota/ Govardhana Pooja-14 NovemberBhratridwitiya/ Chitragupta Pooja- 15 NovemberChhathi -19 NovemberDevotthan Ekadashi- 24 November185


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>ravivratarambh- 25 NovemberNavanna parvan- 25 NovemberKartikPoornima- Sama Visarjan- 28 NovemberVivaha Panchmi- 17 DecemberMakara/ Teela Sankranti-14 JanNaraknivaran chaturdashi- 08 FebruaryBasant Panchami/ Saraswati Pooja- 15 FebruaryAchla Saptmi- 17 FebruaryMahashivaratri-10 MarchHolikadahan-Fagua-26 MarchHoli- 28 MarchVaruni Trayodashi-07 AprilChaiti navaratrarambh- 11 AprilJurishital-15 AprilChaiti Chhathi vrata-16 AprilRam Navami- 19 AprilRavi Brat Ant- 12 MayAkshaya Tritiya-13 MayJanaki Navami- 19 MayVat Savitri-barasait- 08 June186


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>Ganga Dashhara-18 JuneSomavati Amavasya Vrata- 08 JulyJagannath Rath Yatra- 10 JulyHari Sayan Ekadashi- 19 JulyAashadhi Guru Poornima-22 Jul<strong>VIDEHA</strong> ARCHIVE१पिकाक सभटा पुरान अंक ेल -िवदेह ई., ितरहुता आ देवनागरी पमे Videha e journal's all oldissues in Braille Tirhuta and Devanagari versionsिवदेह ईअंक ५०पिकाक पिहल -िवदेह ईम सँ आगक अंक५०पिकाक -http://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha/https://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-archive-part-i/https://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-archive-part-ii/२.मैिथली पोथी डाउनलोड Maithili Books Downloadhttp://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-pothi३मैिथली ऑिडयो संकलन. Maithili Audio Downloadshttp://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-audio४.मैिथली वीिडयोक संकलन Maithili Videoshttp://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-video५ आधुिनक िचकला आ िच /िमिथला िचकला.Mithila Painting/ Modern Art and Photoshttp://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha-paintings-photos/187


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>"िवदेह"क एिह सभ सहयोगी िलंकपर सेहो एक बेर जाउ।६.िवदेह मैिथली िवज :http://videhaquiz.blogspot.<strong>com</strong>/७.िवदेह मैिथली जालवृ एीगेटर :http://videha-aggregator.blogspot.<strong>com</strong>/८.िवदेह मैिथली सािहय अंेजीमे अनूिदतhttp://madhubani-art.blogspot.<strong>com</strong>/९.िवदेहक पूव-प "भालसिरक गाछ" :http://gajendrathakur.blogspot.<strong>com</strong>/१०.िवदेह इंडेस :http://videha123.blogspot.<strong>com</strong>/११.िवदेह फाइल :http://videha123.wordpress.<strong>com</strong>/१२. िवदेह: सदेह : पिहल ितरहुता (िमिथला़र) जालवृ (लॉग)http://videha-sadeha.blogspot.<strong>com</strong>/१३. िवदेह:ेल: मैिथली ेलमे: पिहल बेर िवदेह ाराhttp://videha-braille.blogspot.<strong>com</strong>/१४.<strong>VIDEHA</strong> IST MAITHILI FORTNIGHTLY EJOURNAL ARCHIVEhttp://videha-archive.blogspot.<strong>com</strong>/१५. िवदेह थम मैिथली पािक ई पिका मैिथली पोथीक आकइवhttp://videha-pothi.blogspot.<strong>com</strong>/188


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>१६. िवदेह थम मैिथली पािक ई पिका ऑिडयो आकइवhttp://videha-audio.blogspot.<strong>com</strong>/१७. िवदेह थम मैिथली पािक ई पिका वीिडयो आकइवhttp://videha-video.blogspot.<strong>com</strong>/१८. िवदेह थम मैिथली पािक ई पिका िमिथला िचकला, आधुिनक कला आ िचकलाhttp://videha-paintings-photos.blogspot.<strong>com</strong>/१९. मैिथल आर िमिथला ( मैिथलीक सभसँ लोकिय जालवृ)http://maithilaurmithila.blogspot.<strong>com</strong>/२० ुित काशन .http://www.shruti-publication.<strong>com</strong>/२१.http://groups.google.<strong>com</strong>/group/videha२२.http://groups.yahoo.<strong>com</strong>/group/<strong>VIDEHA</strong>/२३.गजे ठाकुर इ डेसhttp://gajendrathakur123.blogspot.<strong>com</strong>२४. नेना भुटकाhttp://mangan-khabas.blogspot.<strong>com</strong>/२५.िवदेह रेिडयो किवता आिदक पिहल पोडकाट साइट -मैिथली कथा:http://videha123radio.wordpress.<strong>com</strong>/२६. Videha Radio189


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>२७. Join official Videha facebook group.२८. िवदेह मैिथली नाय उसवhttp://maithili-drama.blogspot.<strong>com</strong>/२९.समिदयाhttp://esamaad.blogspot.<strong>com</strong>/३०. मैिथली िफसhttp://maithilifilms.blogspot.<strong>com</strong>/३१.अनिचहार आखरhttp://anchinharakharkolkata.blogspot.<strong>com</strong>/३२. मैिथली हाइकूhttp://maithili-haiku.blogspot.<strong>com</strong>/३३. मानक मैिथलीhttp://manak-maithili.blogspot.<strong>com</strong>/३४. िवहिन कथाhttp://vihanikatha.blogspot.in/३५. मैिथली किवताhttp://maithili-kavita.blogspot.in/३६. मैिथली कथाhttp://maithili-katha.blogspot.in/३७.मैिथली समालोचना190


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>http://maithili-samalochna.blogspot.in/महवपूण सूचना: The Maithili pdf books are AVAILABLE FOR free PDF DOWNLOAD AThttps://sites.google.<strong>com</strong>/a/videha.<strong>com</strong>/videha/http://videha123.wordpress.<strong>com</strong>/http://videha123.wordpress.<strong>com</strong>/about/191


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>िवदेह:सदेह:१: २: ३: ४:५:६:७:८:९:१० "िवदेह"क िंट संकरण: िवदेह-ई-पिका(http://www.videha.co.in/) क चुनल रचना सिमिलत।सपादक: गजे ठाकुर।Details for purchase available at publishers's (print-version) site http://www.shrutipublication.<strong>com</strong>or you may write to shruti.publication@shruti-publication.<strong>com</strong>िवदेहमैिथली सािहय आदोलन(c)२००४-१२. सविधकार लेखकाधीन आ जतए लेखकक नाम निह अिछ ततए संपादकाधीन। िवदेह- थममैिथली पािक ई-पिका <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong> सपादक: गजे ठाकुर। सह-सपादक: उमेशमंडल। सहायक सपादक: िशव कुमार झा आ मुाजी (मनोज कुमार कण)। भाषा-सपादन: नागे कुमारझा आ पीकार िवानद झा। कला-सपादन: योित झा चौधरी आ रिम रेखा िसहा। सपादक-शोध-अवेषण: डॉ. जया वम आ डॉ. राजीव कुमार वम। सपादक- नाटक-रंगमंच-चलिच- बेचन ठाकुर।सपादक- सूचना-सपक-समाद- पूनम मंडल आ ियंका झा। सपादक- अनुवाद िवभाग- िवनीत उपल।रचनाकार अपन मौिलक आ अकािशत रचना (जकर मौिलकताक संपूण उरदाियव लेखक गणक मयछिह) ggajendra@videha.<strong>com</strong> क मेल अटैचमेटक पम .doc, .docx, .rtf वा .txt फॉमटमे पठासकैत छिथ। रचनाक संग रचनाकार अपन संित पिरचय आ अपन कैन कएल गेल फोटो पठेताह, सेआशा करैत छी। रचनाक अंतमे टाइप रहय, जे ई रचना मौिलक अिछ, आ पिहल काशनक हेतु िवदेह(पािक) ई पिकाक देल जा रहल अिछ। मेल ात होयबाक बाद यथासंभव शी ( सात िदनक भीतर)एकर काशनक अंकक सूचना देल जायत। ’िवदेह' थम मैिथली पािक ई पिका अिछ आ ऐमे मैिथली,192


िवद ेह Videha www.videha.co.in िवद ेह थम मैिथली पािक ई पि का www.videha.<strong>com</strong> Videha Ist Maithili Fortnightly ejournal 'वदेह' १२१ म अंक ०१ जनवर २०१३ (वष ६ मास ६१ अंक १२१) मानुषीिमह संकृताम् <strong>ISSN</strong> <strong>2229</strong>-<strong>547X</strong> <strong>VIDEHA</strong>संकृत आ अंेजीमे िमिथला आ मैिथलीसँ संबंिधत रचना कािशत कएल जाइत अिछ। एिह ई पिकाकीमित लमी ठाकुर ारा मासक ०१ आ १५ ितिथक ई कािशत कएल जाइत अिछ।(c) 2004-12 सविधकार सुरित। िवदेहमे कािशत सभटा रचना आ आकइवक सविधकार रचनाकार आसंहकक लगमे छिह। रचनाक अनुवाद आ पुनः काशन िकंवा आकइवक उपयोगक अिधकार िकनबाकहेतु ggajendra@videha.<strong>com</strong> पर संपक क। एिह साइटक ीित झा ठाकुर, मधूिलका चौधरी आरिम िया ारा िडजाइन कएल गेल।िसिरतु193

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