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B R E A K t he Language Bar r i er - Read i n your own script Roman ...

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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAस ूचना: िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजी मैिथली कोष (इ ंटरटपर पिहल बेरसच र्-िडनरी) एम.एस. एस.ू.एल. सव र्र आधािरत -Based on ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong>Mai t hi l i -Engl i sh and Engl i sh-Mai t hi l i Di ct i onar y athttp:// wwwvidehacoin. . . / िवदेहक भाषापाक- रचनालेखन ंभमे।िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ( ल, ितरहुता आ देवनागरी मे ) पी.डी.एफ.डाउनलोडक लेल नीचा ँक िलंकपर उपल अिछ। Al l t <strong>he</strong> ol d i ssues ofVi deha e j our nal ( i n Br ai l l e,Ti r hut a and Devanagar iv<strong>er</strong> si ons ) ar e avai l abl e f or pdf d<strong>own</strong>l oad at t <strong>he</strong>following link.िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ल, ितरहुता आ देवनागरी पमेVi deha e j our nal 's allDevanagar i v<strong>er</strong> si onsold issues in Br ai l l e Ti r hut a andिवदेह आर.एस.एस.फीड।"िवदेह" ई-पिका ई-पसँ ा क।अपन िमकेँ िवदेहक िवषयमे स ू िचत क।↑ िवदेह आर.एस.एस.फीड एनीमेटरकेँ अपन साइट/ ब्लॉगपर लगाऊ।ब्लॉग "लेआउट" पर "एड गाडजेट" मे "फीड" सेले कए "फीड य.आर.एल." ू मेht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ i ndex. xml टाइप केलासँ सेहो िवदेह फीड ा कए सकैत छी।ग ूगल रीडरमे पढबा लेल ht t p:// r ead<strong>er</strong> . googl e. com/ पर जा कऽ Add aSubscr i pt i on बटन िक क आ खाली ानमे ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ i ndex.xmlपे क आ Add बटन दबाऊ।मैिथली देवनागरी वा िमिथलाक्षरमे निह देिख/ िलिख पािब रहल छी, ( cannotsee/ wr i t e Maithili in Devanagari / Mithilakshar a f ol l owl i nks bel ow or cont act at ggaj endr a vi deha com@ . ) तँ एिह हेतुनीचा ँक िलंक सभ पर जाऊ। संगिह िवदेहक ंभ मैिथली भाषापाक/ रचना लेखनकनव-पुरान अंक पढ़◌ू।:// . /ht t pdevanaagar i i net2


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAht t pkaul onl i ne comuni nagar i:// . / / (एतए बॉमे ऑनलाइन देवनागरीटाइप क, बॉसँ कापी क आ वडर् डाुमेटमे पे कए वडर् फाइलकेँ सेवक। िवशेष जानकारीक लेल ggaj endr a@ vi deha. com पर सकर्क।)(Use Fi r ef ox 3. 0 ( f r om WWWMOZI . LLA. COM )/ Op<strong>er</strong> a/ Saf ar i /. / . /I nt <strong>er</strong> net Expl or <strong>er</strong> 8 0 Fl ock 2 0 Googl e Chr ome f or bestvi ew of ' Vi deha' Mai t hi l i e-j our nal athttp:// wwwvidehacoin. . . / .)Go t o t <strong>he</strong> l i nk bel ow f or d<strong>own</strong>l oad of ol d i ssues of VI DEHA Mai t hi l i emagazi ne i n . pdf f or mat and Mai t hi l i Audi o/ Vi deo/ Book/ pai nt i ngs/phot o f i l es. िवदेहक पुरान अंक आ ऑिडयो/ वीिडयो/ पोथी/ िचकला/ फोटो सभक फाइलसभ (उारण, बड सुख सार आ द ूवा र्क्षत म ं सिहत) डाउनलोड करबाक हेतु नीचा ँक िलंक पर जाऊ।VI DEHA ARCHI VE िवदेह आका र्इवभारतीय डाक िवभाग ारा जारी किव, नाटककार आ धम र्शास्ी िवापितक ा। भारत आ पालकमािटमे पसरल िमिथलाक धरती ाचीन कालिहसँ महान पुष ओ मिहला लोकिनक कम र्भूिम रहल अिछ।िमिथलाक महान पुष ओ मिहला लोकिनक िच 'िमिथला र' मे देख ू।गौरी-श ंकरक पालव ंश कालक मिर्, ू एिहमे िमिथलाक्षरमे (१२०० वष र् प ूव र्क) अिभलेख अंिकत अिछ।िमिथलाक भारत आ पालक मािटमे पसरल एिह तरहक अा ाचीन आ नव ाप, िच, अिभलेखआ मिर्कलाक़ ू हेतु देख ू 'िमिथलाक खोज'िमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सित स ूचना, सकर्, अेषण संगिह िवदेहक सच र्-इ ंजन आ ूज सिव र्स आिमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सित वेबसाइट सभक सम संकलनक लेल देख ू "िवदेह स ूचना संपकर्अेषण"िवदेह जालव ृक िडसकसन फोरमपर जाऊ।3


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA"मैिथल आर िमिथला" (मैिथलीक सभसँ लोकिय जालव ृ) पर जाऊ।महत्प ूण र् स ूचना: ( 1) िवृत किव . रामजी चौधरी (1878-1952)पर शोध-लेखिवदेहक पिहल अँकमे ई-कािशत भेल छल।तकर बाद हुनकर पु ी द ुगानर्चौधरी, ाम-पुर,थाना-अंधरा-ठाढी, िजला-मध ुबनी किवजीक अकािशत पाुिलिपिवदेह काया र्लयकेँ डाकसँ िवदेहमे काशनाथ र् पठओलि अिछ। ई गोट-पचासेक पिवदेहमे अिगला अंकसँ धारावािहक पेँ ई-कािशत होयत।महत्प ूण र् स ूचना: ( 2) मैिथलीक विर रचनाकार ी गंगेश गुंजनजीककिवता अिगला अंकसँ ( 01 मई 2008) िवदेहमे।महत्प ूण र् स ूचना: ( 3) मैिथलीक विर किव आ' नाटककार ीउदयनारायण िसंह 'निचकेता' जीक नाटक ' एंी :मा िवश'15 अपैल 2008 सँ'िवदेह' ई पिकामे धारावािहक पमे ई-कािशत कएल जा' रहल अिछ।महत्प ूण र् स ूचना:(4) 'िवदेह' ारा कएल गेल शोधक आधार पर १.मैिथली-अंजीश कोश २.अंजी-मैिथली श कोश आऽ ३.िमिथलाक्षरसँ देवनागरी पाुिलिपिलारण-पी-ब डाटाबेश ुित पिब्लकेशन ारा िट फॉम र्मे कािशत करबाकआह ीकार कए लेल गेल अिछ। पुक-ािक िविधक आऽ पोथीक म ूक स ूचनाएिह प ृ पर शी देल जायत।१.मैिथली-अंजी शकोश, २.अंजी-मैिथली शकोशआऽ ३.पी-ब (िडिजटल इमेिजंग आऽ िमिथलाक्षरसँ देवनागरी िला ंतरण) (तीन ूपोथीक संकलन-सादन-िला ंतरण गजे ठाकुर, नागे कुमार झा एव ंपीकार िवान झा ारा)महत्प ूण र् स ूचना:(5) 'िवदेह' ारा धारावािहक पे ई-कािशत कएल जा' रहलगजे ठाकुरक 'सहबाढिन'(उपास), 'ग-गु'(कथा संह) , 'भालसिर' (प4


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंह), 'बालाना ं कृते', 'एकाी संह', 'महाभारत' 'ब ु चिरत' (महाका)आऽ 'यााव ृा ंत' िवदेहमे संप ूण र् ई-काशनक बाद - कुम ्–अम र्नक, ख-१ आऽ २(लेखकक िछिडआयल प, उपास, ग-कथा, नाटक-एकाी, बालाना ं कृते, महाका,शोध-िनब आिदक सम संकलन)- गजे ठाकुरमहत्प ूण र् स ूचना (6): महत्प ूण र् स ूचना: ीमान ् निचकेताजीक नाटक " एंी: मािवश" केर 'िवदेह' मे ई-कािशत प देिख कए एकर िंट पमे काशनकलेल 'िवदेह' केर समक्ष "ुित काशन" केर ाव आयल छल। ी निचकेता जीएकर िंट प करबाक ीकृित दए देलि। िंट प हाडर्बाउड (I SBN NO978 . -81-907729-0-7 म ू .१२५/- य.एस. ू डालर ४०) आऽ पेपरबैक ( I SBNNo . 978-81-907729-1-4 म ू . ७५/- य ूएस.डालर २५/-) मे ुित काशन,१/७, ितीय तल, पटेल नगर (प.) नई िदी-११०००८ ारा छापल गेल अिछ। e-mai l : shruti. publication@ shruti-publ i cat i on. com webs i t e:http:// wwwshruti . -publ i cat i on.comमहत्प ूण र् स ूचना (7): "िवदेह" केर २५म अंक १ जनवरी २००९, ई-कािशत तँहोएबे करत, संगमे एकर िंट संरण सेहो िनकलत जािहमे पुरान २४ अंकक चुनलरचना सििलत कएल जाएत।एिह अंकमे अिछ:-15 अैल 2008वष र् 1 मास 4 अंक 81.मैिथली म ंथनी गंगेश गुंजन2. एंी: मा िवश ी उदय नारायण िसंह 'निचकेता'मैिथली सािहक सुिस योगधमीर् नाटककार ी निचकेताजीक टटका नाटक, जेिवगत 25 वष र्क मौनभंगक पात् पाठकक सुख ुत भ’ रहल अिछ।सव र्थम5


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिवदेहमे एकरा धारावािहक पेँ ई-कािशत कएल जा रहल अिछ।पढ़◌ू नाटककथम कोलक पिहल खेप।3. शोध लेख: मायान िमक इितहास बोध (आगा ँ)4. उपास सहबाढिन – गजे ठाकुर (आगा ँ)5. महाका महाभारत –गजे ठाकुर(आगा ँ) 6. कथा(भैयारी िबसरब निह )-गजेठाकुर7. प ोित झा चौधरीक प आध ु िनक जीवन-दश र्नगजे ठाकुर- िमिथलाक ज गीत8. संृत िशक्षा(आ ँगा)-गजे ठाकुर9. िमिथला कला(आ ँगा)10. संगीत िशक्षा-गजे ठाकुर 11. बालाना ं कृते- गजे ठाकुर ोित पँिजयार-लोकगाथा12. पी ब ंध –गजे ठाकुर (आगा ँ) पी-संाहक ी िवानंद झापीकार (िस मोहनजी )13. संृत िमिथला बा झा(भाग-3)6


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA-गजे ठाकुर14.मैिथली भाषापाक –गजे ठाकुर 15. रचना लेखन-गजे ठाकुर(आगा ँ)16. VI DEHA FOR NON RESI DENT MAI THI LS . VI DEHA MITHILATI RBHUKTI TI RHUT...17.िमिथला आ’ मैिथलीसँ संबिधत ं िकछु मु साइट18. िमिथला र19.िमिथलाक खोजिवदेह (िदना ंक 15 अपैल 2008)संपादकीयवष: र् 1 मास: 4 अंक:8मावर,िवदेहक नव अंक (अंक 8 िदना ंक 15 अैल 2008) ई पिब्लश भ’ रहल अिछ। एिहहेतु लॉग ऑन क ht t p:// wwwvi . deha. co. i n |एिह अंकमे निचकेता अपन 25 सालक चुी तोिड एंी: मा िवश नाटक मैिथलीकपाठकक समक्ष िवदेह ई-पिकाक मामसँ पहु ँचा रहल छिथ।धारावािहक ँपे ईनाटक िवदेहमे ई-कािशत भ’ रहल अिछ।ी गंगेश गुंजन जीक वैचािरक म ंथन एिह बेर पाठकक समक्ष अिछ। अिगला अंकसँपाठक हुनकर किवताक वैचािरक रस ल’ सकताह।बालाना ं कृतेमे ोित पँिजयारकलोकगाथा ुत कएल गेल अिछ। हमर कथा ‘भैयारी िबसरब निह’ नव पीढीकिवजयक ित लगावकेँ दशा र् रहल अिछ।शेष सभ ंभ वर्मान अिछ।7


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिमिथलाक र ंभकेँ नाम आ' वष र्सँ जतय तक संभव भ' सकल िवभूिषत कएल गेलअिछ। एकर पिरवर्नक हेतु सुझाव आमित ं अिछ।अपक रचना आ’ ितियाक तीक्षामे।विर रचनाकार अपन रचना हिलिखतपमे सेहो नीचा ँ िलखल पता पर पठा सकैत छिथ।गजे ठाकुर 15 अैल 2008389,पॉकेट-सी, सेर-ए, बसकुंज,नव देहली-110070.फै:011-41771725ht t p:// wwwvi . deha.co.i nggaj endr a@ vi deha. co.i nggaj endr a@ yahoo. co.i n(c)२००८. सवािधकार र् लेखकाधीन आ’ जतय लेखकक नाम निह अिछ ततय संपादकाधीन।िवदेह (पािक्षक) संपादक- गजे ठाकुर। एतय कािशत रचना सभक कापीराइटलेखक लोकिनक लगमे रहति, मा एकर थम काशनक/ आका र्इवक/ अंजी-संृत अवादक ई-काशन/ आका र्इवक अिधकार एिह ई पिकाकेँ छैक। रचनाकारअपन मौिलक आऽ अकािशत रचना (जकर मौिलकताक संप ूण र् उरदािय लेखक गणकम छि) ggaj endr a@ yahoo. co. i n आिक ggaj endr a@ vi deha. com केँमेल अटैचमेक पमेँ . doc, . docx, . r t f वा . txt फॉमे र्टमे पठा सकैतछिथ। रचनाक संग रचनाकार अपन संिक्ष पिरचय आ’ अपन ैन कएल गेल फोटोपठेताह, से आशा करैत छी। रचनाक अंतमे टाइप रहय, जे ई रचना मौिलकअिछ, आऽ पिहल काशनक हेतु िवदेह (पािक्षक) ई पिकाकेँ देल जा रहल अिछ।मेल ा होयबाक बाद यथासंभव शी ( सात िदनक भीतर) एकर काशनक अंककस ूचना देल जायत। एिह ई पिकाकेँ ीमित ली ठाकुर ारा मासक 1 आ’ 15ितिथकेँ ई कािशत कएल जाइत अिछ।२.संदेश8


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA[ िवदेह ई-पिका, िवदेह:सदेह िमिथलाक्षर आ देवनागरी आ गजे ठाकुरक सात खक- िनब-ब-समीक्षा,उपास (सहबाढिन) , प-संह (सहाीक चौपडपर), कथा-ग (ग गु), नाटक (संकष र्ण), महाका(ाह आ असाित मन) आ बाल-म ंडली-िकशोर जगत- संह कुम ् अंतम र्नक मादेँ। ]१.ी गोिव झा- िवदेहकेँ तर ंगजालपर उतािर िवभिरमे माभाषा मैिथलीक लहिर जगाओल, खेदजे अपक एिह महािभयानमे हम एखन धिर संग निह दए सकलहँ। ु सुत छी अपकेँ सुझाओ आरचनाक आलोचना िय लगैत अिछ तेँ िकछु िलखक मोन भेल। हमर सहायता आ सहयोग अपकेँसदा उपल रहत।२.ी रमान रे- मैिथलीमे ई-पिका पािक्षक पेँ चला कऽ जे अपन माभाषाक चार कऽ रहलछी, से धवाद । आगा ँ अपक सम मैिथलीक काय र्क हेतु हम दयसँ शुभकामना दऽ रहल छी।३.ी िवानाथ झा "िविदत"- संचार आ ौोिगकीक एिह ितधीर् ोबल युगमे अपन मिहमामय"िवदेह"केँ अपना देहमे कट देिख जतबा सता आ संतोष भेल, तकरा को उपल "मीटर"सँनिह नापल जा सकैछ? ..एकर ऐितहािसक म ूा ंकन आ सा ंृितक ितफलन एिह शताीक अंत धिरलोकक नजिरमे आय र्जनक पसँ कट हैत।४. ो. उदय नारायण िसंह "निचकेता"- जे काज अहा ँ कए रहल छी तकर चरचा एक िदन मैिथलीभाषाक इितहासमे होएत। आन भए रहल अिछ, ई जािन कए जे एतेक गोट मैिथल "िवदेह" ईजन र्लकेँ पिढ रहल छिथ।...िवदेहक चालीसम अंक पुरबाक लेल अिभनन।५. डा. गंगेश गुंजन- एिह िवदेह-कम र्मे लािग रहल अहा ँक सेदनशील मन, मैिथलीक ित समिप र्तमेहनितक अम ृत र ंग, इितहास मे एक टा िविश फराक अाय आर ंभ करत, हमरा िवास अिछ।अशेष शुभकामना आ बधाइक स, सेह...अहा ँक पोथी कुम ् अंतम र्नक थम द ृया बहुत भतथा उपयोगी ब ुझाइछ। मैिथलीमे तँ अपना पक ायः ई पिहले एहन भ अवतारक पोथीिथक। हष र्प ूण र् हमर हािद र्क बधाई ीकार करी।६. ी रामाय झा "रामर ंग"(आब गीर्य)- "अपना" िमिथलासँ संबिधत...िवषय ंवुसँ अवगतभेलहँ।...शेष ु सभ कुशल अिछ।७. ी जे िपाठी- सािह अकादमी- इ ंटरट पर थम मैिथली पािक्षक पिका "िवदेह" केरलेल बधाई आ शुभकामना ीकार क।८. ी फुकुमार िसंह "मौन"- थम मैिथली पािक्षक पिका "िवदेह" क काशनक समाचार जािनकक चिकत मुदा बेसी आािदत भेलहँ। ु कालचकेँ पकिड जािह द ूरदिक ृ पिरचय देलहँ, ु ओिह लेलहमर म ंगलकामना।९.डा. िशवसाद यादव- ई जािन अपार हष र् भए रहल अिछ, जे नव स ूचना-ािक मे मैिथलीपकािरताकेँ वेश िदअएबाक साहिसक कदम उठाओल अिछ। पकािरतामे एिह कारक नव योगकहम ागत करैत छी, संगिह "िवदेह"क सफलताक शुभकामना।१०. ी आाचरण झा- को प-पिकाक काशन- ताहूमे मैिथली पिकाक काशनमे के कतेकसहयोग करताह- ई तऽ भिव कहत। ई हमर ८८ वष र्मे ७५ वष र्क अभव रहल। एतेक पैघमहान यज्ञमे हमर ाप ूण र् आहु ित ा होयत- यावत ठीक-ठाक छी/ रहब।9


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA११. ी िवजय ठाकुर- िमिशगन िविवालय- "िवदेह" पिकाक अंक देखलह ु ँ, सूण र् टीम बधाईक पाअिछ। पिकाक म ंगल भिव हेतु हमर शुभकामना ीकार कएल जाओ।१२. ी सुभाषच यादव- ई-पिका "िवदेह" क बारेमे जािन सता भेल। ’िवदेह’ िनररपिवत-पुित हो आ चतुिद र्क अपन सुगंध पसारय से कामना अिछ।१३. ी मैिथलीपु दीप- ई-पिका "िवदेह" केर सफलताक भगवतीसँ कामना। हमर प ूण र् सहयोगरहत।१४. डा. ी भीमनाथ झा- "िवदेह" इटरट पर अिछ तेँ "िवदेह" नाम उिचत आर कतेक पेँ एकरिववरण भए सकैत अिछ। आइ-काि मोनमे उेग रहैत अिछ, मुदा शी प ूण र् सहयोगदेब।कुम ् अम र्नक देिख अित सता भेल। मैिथलीक लेल ई घटना छी।१५. ी रामभरोस कापिड "मर"- जनकपुरधाम- "िवदेह" ऑनलाइन देिख रहल छी। मैिथलीकेँअराष्ीय र् जगतमे पहँचेलह ु ँ ु तकरा लेल हािद र्क बधाई। िमिथला र सभक संकलन अप ूव र्। पालोकसहयोग भेटत, से िवास करी।१६. ी राजनन लालदास- "िवदेह" ई-पिकाक मामसँ बड नीक काज कए रहल छी, नाितक अिहठामदेखलहँ। ु एकर वािष र्क अ ंक जखन िंट िनकालब तँ हमरा पठायब। कलकामे बहुत गोटेकेँ हमसाइटक पता िलखाए दे िछयि। मोन तँ होइत अिछ जे िदी आिब कए आशीवा र्द दैतहँ, ु मुदाउमर आब बेशी भए गेल। शुभकामना देश-िवदेशक मैिथलकेँ जोडबाक लेल।.. उृ काशनकुम ् अंतम र्नक लेल बधाइ। अुत काज कएल अिछ, नीक ुित अिछ सात खमे। ..सुभाषच यादवक कथापर अहा ँक आमुखक पिहल दस प ंिमे आ आगा ँ िही, उद ूर् तथा अंजी श अिछ(बेबाक, आोपा, फोकलोर..)..लोक निह कहत जे चालिन द ुशलिन बाढिनकेँ िजनका अपना बहिर टाभूर!..( ीकरण- अहा ँ ारा उृत अंश यादवजीक कथा संह बत-िबगडैतक आमुख १ जेकैलास कुमार िमजी ारा िलखल गेल अिछ-हमरा ारा निह- केँ संबोिधत करैत अिछ। कैलासजीकसूण र् आमुख हम पढ छी आ ओ अपन िवषयक िवशेषज्ञ छिथ आ हुनका ित कएल अपशक योगअिचत-गजे ठाकुर)...अहा ँक म ंत ो िचगु सभा खोिल मिणपकेँ बेिच रहल छिथ तँ ोमैिथल (ाण) सभा खोिल सुमनजीक ापारमे लागल छिथ-मिणप आ सुमनजीक आिरमे अपन ध ंधाचमका रहल छिथ आ मिणप आ सुमनजीकेँ अपमािनत कए रहल छिथ।..तखन लोक तँ कहबे करतजे अपन घेघ निह सुझैत छि, लोकक टेटर आ से िबना देखनिह, अधलाह लागैत छिन.....ओना अहा ँतँ अपनहु ँ बड पैघ ध ंधा कऽ रहल छी। मा सेवा आ से िनःाथ र् तखन ब ूझल जाइत जँ अहा ँ ाराकािशत पोथी सभपर दाम िलखल निह रिहतैक। ओिहना सभकेँ िवलिह देल जइतैक। (ीकरण-ीमान, ् अहा ँक स ूचनाथ र् िवदेह ारा ई-कािशत कएल सभटा सामी आका र्इवमेht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ पर िबना म ूक डाउनलोड लेल उपल छै आ भिवमे सेहोरहतैक। एिह आका र्इवकेँ जे िकयो काशक अमित लऽ कऽ िंट पमे कािशत कए छिथ आतकर ओ दाम रख छिथ आ िकएक रख छिथ वा आगा ँसँ दाम निह राखथ ु- ई सभटा परामश र् अहा ँकाशककेँ प/ ई-प ारा पठा सकै िछयि।- गजे ठाकुर)... अहा ँक ित अशेषशुभकामनाक संग।१७. डा. मश ंकर िसंह- अहा ँ मैिथलीमे इ ंटरटपर पिहल पिका "िवदेह" कािशत कए अपन अुतमाभाषारागक पिरचय देल अिछ, अहा ँक िनःाथ र् माभाषारागसँ िरत छी, एकर िनिम जे हमरसेवाक योजन हो, तँ स ू िचत करी। इ ंटरटपर आोपा ंत पिका देखल, मन फुित भऽ गेल।10


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१८.ीमती शेफािलका वमा र्- िवदेह ई-पिका देिख मोन उाससँ भिर गेल। िवज्ञान कतेक गितकऽ रहल अिछ...अहा ँ सभ अन आकाशकेँ भेिद िदयौ, सम िवारक रहकेँ तार-तार कऽिदयौक...। अपक अुत पुक कुम ् अंतम र्नक िवषयवुक दिसँ ृ गागरमे सागर अिछ।बधाई।१९.ी हेतुकर झा, पटना-जािह समप र्ण भावसँ अप िमिथला-मैिथलीक सेवामे तर छी से ुअिछ। देशक राजधानीसँ भय रहल मैिथलीक श ंखनाद िमिथलाक गाम-गाममे मैिथली चेतनाक िवकासअव करत।२०. ी योगान झा, किबलपुर, लहेिरयासराय- कुम ् अंतम र्नक पोथीकेँ िनकटसँ देखबाक अवसरभेटल अिछ आ मैिथली जगतक एकटा उट ओ समसामियक दिस ृ हाक्षरक कलमब पिरचयसँआािदत छी। "िवदेह"क देवनागरी सँरण पटनामे . 80/- मे उपल भऽ सकल जे िविभलेखक लोकिनक छायािच, पिरचय पक ओ रचनावलीक सक काशनसँ ऐितहािसक कहल जा सकैछ।२१. ी िकशोरीका िम- कोलकाता- जय मैिथली, िवदेहमे बह ुत रास किवता, कथा, िरपोट र् आिदकसिच संह देिख आ आर अिधक सता िमिथलाक्षर देिख- बधाई ीकार कएल जाओ।२२.ी जीवका- िवदेहक मुित अंक पढल- अुत मेहनित। चाबस-चाबस। िकछु समालोचनामरखाह..मुदा स।२३. ी भालच झा- अपक कुम ् अंतम र्नक देिख ब ुझाएल जेना हम अप छपलहँ ु अिछ।एकर िवशालकाय आकृित अपक सव र्समावेशताक पिरचायक अिछ। अपक रचना सामर्मे उरोरवि ृ हो, एिह शुभकामनाक संग हािद र्क बधाई।२४.ीमती डा नीता झा- अहा ँक कुम ् अंतम र्नक पढलहँ। ु ोितरीर शावली, कृिष मत्शावली आ सीत बस आ सभ कथा, किवता, उपास, बाल-िकशोर सािह सभ उम छल। मैिथलीकउरोर िवकासक ल दिगोचर ृ होइत अिछ।२५.ी मायान िम- कुम ् अंतम र्नक मे हमर उपास स्ीधनक जे िवरोध कएल गेल अिछतकर हम िवरोध करैत छी।... कुम ् अंतम र्नक पोथीक लेल शुभकामना।(ीमान ् समालोचनाकेँिवरोधक पमे निह लेल जाए।-गजे ठाकुर)२६.ी महे हजारी- सादक ीिमिथला- कुम ् अंतम र्नक पिढ मोन हिष र्त भऽ गेल..एखन प ूरापढयमे बहुत समय लागत, मुदा जतेक पढलहँ ु से आािदत कएलक।२७.ी केदारनाथ चौधरी- कुम ् अंतम र्नक अुत लागल, मैिथली सािह लेल ई पोथी एकटाितमान बनत।२८.ी सान पाठक- िवदेहक हम िनयिमत पाठक छी। ओकर पक श ंसक छलहँ। ु एर अहा ँकिलखल - कुम ् अंतम र्नक देखलहँ। ु मोन आािदत भऽ उठल। को रचना तरा-उपरी।२९.ीमती रमा झा-सादक िमिथला दप र्ण। कुम ् अंतम र्नक िंट फॉम र् पिढ आ एकर गुणवादेिख मोन स भऽ गेल, अुत श एकरा लेल यु कऽ रहल छी। िवदेहक उरोर गितकशुभकामना।11


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA३०.ी नरे झा, पटना- िवदेह िनयिमत देखैत रहैत छी। मैिथली लेल अुत काज कऽ रहलछी।३१.ी रामलोचन ठाकुर- कोलकाता- िमिथलाक्षर िवदेह देिख मोन सतासँ भिर उठल, अंकक िवशालपिरद ृ आकारी अिछ।३२.ी तारान िवयोगी- िवदेह आ कुम ् अंतम र्नक देिख चकिबदोर लािग गेल। आय र्।शुभकामना आ बधाई।३३.ीमती मलता िम “म”- कुम ् अंतम र्नक पढलह ु ँ। सभ रचना उकोिटक लागल।बधाई।३४.ी कीितर्नारायण िम- बेग ूसराय- कुम ् अंतम र्नक ब नीक लागल, आगा ंक सभ काज लेलबधाई।३५.ी महाकाश-सहरसा- कुम ् अंतम र्नक नीक लागल, िवशालकाय संगिह उमकोिटक।३६.ी अिपु- िमिथलाक्षर आ देवाक्षर िवदेह पढल..ई थम तँ अिछ एकरा श ंसामे मुदा हम एकराद ुाहिसक कहब। िमिथला िचकलाक केँ मुदा अिगला अंकमे आर िवृत बनाऊ।३७.ी म ंजर सुलेमान-दरभंगा- िवदेहक जतेक श ंसा कएल जाए कम होएत। सभ चीज उम।३८.ीमती ोफेसर वीणा ठाकुर- कुम ् अंतम र्नक उम, पठनीय, िवचारनीय। जे ो देखैत छिथपोथी ा करबाक उपाय पुछैत छिथ। शुभकामना।३९.ी छान िसंह झा- कुम ् अंतम र्नक पढलह ु ँ, ब नीक सभ तरहेँ।४०.ी ताराका झा- सादक मैिथली दैिनक िमिथला समाद- िवदेह तँ कटेट ोवाइडरक काज कऽरहल अिछ। कुम ् अंतम र्नक अुत लागल।४१.डा रवी कुमार चौधरी- कुम ् अंतम र्नक बहुत नीक, बहुत मेहनितक पिरणाम। बधाई।४२.ी अमरनाथ- कुम ् अंतम र्नक आ िवदेह द ुन ू रणीय घटना अिछ, मैिथली सािह म।४३.ी पंचानन िम- िवदेहक वैिव आ िनररता भािवत करैत अिछ, शुभकामना।४४.ी केदार कानन- कुम ् अम र्नक लेल अक धवाद, शुभकामना आ बधाइ ीकार करी। आनिचकेताक भूिमका पढलहँ। ु शुमे तँ लागल जेना को उपास अहा ँ ारा सिजत ृ भेल अिछ मुदापोथी उनटौला पर ज्ञात भेल जे एिहमे तँ सभ िवधा समािहत अिछ।४५.ी धनाकर ठाकुर- अहा ँ नीक काज कऽ रहल छी। फोटो गैलरीमे िच एिह शताीक जितिथकअसार रहैत तऽ नीक।४६.ी आशीष झा- अहा ँक पुकक संब ंधमे एतबा िलखबा सँ अपना कए निह रोिक सकलह ु ँ जे ई िकताबमा िकताब निह थीक, ई एकटा उीद छी जे मैिथली अहा ँ सन पुक सेवा सँ िनर ंतर सम ृ होइतिचरजीवन कए ा करत।12


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA४७.ी शु कुमार िसंह- िवदेहक तरता आ ियाशीलता देिख आािदत भऽ रहल छी।िनितपेण कहल जा सकैछ जे समकालीन मैिथली पिकाक इितहासमे िवदेहक नाम णा र्क्षरमे िलखलजाएत। ओिह कुक घटना सभ तँ अठारहे िदनमे खतम भऽ गेल रहए मुदा अहा ँक कुम ्तँ अशेष अिछ।४८.डा. अजीत िम- अपक यासक कतबो श ंसा कएल जाए कमे होएतैक। मैिथली सािहमे अहा ँारा कएल गेल काज युग-युगार धिर प ूजनीय रहत।४९.ी बीरे मिक- अहा ँक कुम ् अम र्नक आ िवदेह:सदेह पिढ अित सता भेल। अहा ँका ठीक रहए आ उाह बनल रहए से कामना।५०.ी कुमार राधारमण- अहा ँक िदशा-िनदेर्शमे िवदेह पिहल मैिथली ई-जन र्ल देिख अित सताभेल। हमर शुभकामना।५१.ी फूलच झा वीण-िवदेह:सदेह पढ रही मुदा कुम ् अम र्नक देिख बढाई देबा लेलबा भऽ गेलहँ। ु आब िवास भऽ गेल जे मैिथली निह मरत। अशेष शुभकामना।५२.ी िवभूित आन- िवदेह:सदेह देिख, ओकर िवार देिख अित सता भेल।५३.ी मार मज-कुम ् अम र्नक एकर भता देिख अित सता भेल, एतेक िवशाल मैिथलीमे आइ धिर निह देख रही। एिहना भिवमे काज करैत रही, शुभकामना।५४.ी िवान झा- आइ.आइ.एम.कोलकाता- कुम ् अम र्नक िवार, छपाईक संग गुणवा देिखअित सता भेल।५५.ी अरिव ठाकुर-कुम ् अम र्नक मैिथली सािहमे कएल गेल एिह तरहक पिहल योगअिछ, शुभकामना।५६.ी कुमार पवन-कुम ् अम र्नक पिढ रहल छी। िकछु लघ ुकथा पढल अिछ, बहुत मािम र्कछल।५७. ी दीप िबहारी-कुम ् अम र्नक देखल, बधाई।५८.डा मिणका ठाकुर-कैिलफोिन र्या- अपन िवलक्षण िनयिमत सेवासँ हमरा लोकिनक दयमे िवदेहसदेह भऽ गेल अिछ।५९.ी धीरे मिष र्- अहा ँक सम यास सराहनीय। द ुख होइत अिछ जखन अहा ँक यासमेअपेिक्षत सहयोग निह कऽ पबैत छी।६०.ी देवश ंकर नवीन- िवदेहक िनररता आ िवशाल प- िवशाल पाठक व, एकरा ऐितहािसकबनबैत अिछ।६१.ी मोहन भाराज- अहा ँक सम काय र् देखल, बहुत नीक। एखन िकछु परेशानीमे छी, मुदा शीसहयोग देब।13


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA६२.ी फजलुर रहमान हाशमी-कुम ् अम र्नक मे एतेक मेहनतक लेल अहा ँ साध ुवादक अिधकारीछी।६३.ी लण झा "सागर"- मैिथलीमे चमािरक पेँ अहा ँक वेश आादकारी अिछ।..अहा ँकेँ एखनआर..द ूर..बहुत द ूरधिर जेबाक अिछ। आ स रही।६४.ी जगदीश साद म ंडल-कुम ् अम र्नक पढलहँ ु । कथा सभ आ उपास सहबाढिन प ूण र्पेँपिढ गेल छी। गाम-घरक भौगोिलक िववरणक जे स ू वण र्न सहबाढिनमे अिछ, से चिकत कएलक,एिह संहक कथा-उपास मैिथली लेखनमे िविवधता अनलक अिछ। समालोचना शास्मे अहा ँक दिृवैयिक निह वरन ् सामािजक आ काणकारी अिछ, से श ंसनीय।६५.ी अशोक झा-अक्ष िमिथला िवकास पिरषद- कुम ् अम र्नक लेल बधाई आ आगा ँ लेलशुभकामना।६६.ी ठाकुर साद मुमुर्- अुत यास। धवादक संग ाथ र्ना जे अपन मािट-पािनकेँ ानमे रािखअंकक समायोजन कएल जाए। नव अंक धिर यास सराहनीय। िवदेहकेँ बह ुत-बहुत धवाद जेएहेन सुर-सुर सचार (आलेख) लगा रहल छिथ। सभटा हणीय- पठनीय।६७.बिनाथ ु िम- िय गजे जी,अहा ँक सादन मे कािशत ‘िवदेह’आ ‘कुम ् अंतम र्नक’िवलक्षण पिका आ िवलक्षण पोथी! की निह अिछ अहा ँक सादनमे? एिह य सँ मैिथली किवकास होयत,िनंदेह।६८.ी ब ृखेश च लाल- गजेजी, अपक पुक कुम ् अंतम र्नक पिढ मोन गदगद भय गेल, दयसँ अगृिहत छी । हािद र्क शुभकामना ।६९.ी परमेर कापिड - ी गजे जी । कुम ् अंतम र्नक पिढ गदगद आ हाल भेलह ु ँ।७०.ी रवीनाथ ठाकुर- िवदेह पढैत रहैत छी। धीरे मिष र्क मैिथली गजलपर आलेख पढलहँ।ुमैिथली गजल कऽ सँ कऽ चिल गेलैक आ ओ अपन आलेखमे मा अपन जानल-पिहचानल लोककचच र् कए छिथ। जेना मैिथलीमे मठक पररा रहल अिछ। (ीकरण- ीमान, ् मिष र् जी ओिहआलेखमे ई िलख छिथ जे िकनको नाम जे छुिट गेल छि तँ से मा आलेखक लेखककजानकारी निह रहबाक ारे, एिहमे आन को कारण निह देखल जाय। अहा ँसँ एिह िवषयपर िवृतआलेख सादर आमित ं अिछ।-सादक)७१.ी म ंर झा- िवदेह पढल आ संगिह अहा ँक मैगनम ओपस कुम ् अंतम र्नक सेहो, अितउम। मैिथलीक लेल कएल जा रहल अहा ँक सम काय र् अतुलनीय अिछ।७२. ी हरेकृ झा- कुम ् अंतम र्नक मैिथलीमे अपन तरहक एकमा अिछ, एिहमे लेखककसम दि ृ आ रचना कौशल देखबामे आएल जे लेखकक फील्डवकर्सँ ज ुडल रहबाक कारणसँ अिछ।७३.ी सुका सोम- कुम ् अंतम र्नक मे समाजक इितहास आ वतर्मानसँ अहा ँक ज ुडाव ब नीकलागल, अहा ँ एिह मे आर आगा ँ काज करब से आशा अिछ।७४.ोफेसर मदन िम- कुम ् अंतम र्नक सन िकताब मैिथलीमे पिहले अिछ आ एतेक िवशालसंहपर शोध कएल जा सकैत अिछ। भिवक लेल शुभकामना।14


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA७५.ोफेसर कमला चौधरी- मैिथलीमे कुम ् अंतम र्नक सन पोथी आबए जे गुण आ प द ुन ूमेिनन होअए, से बहुत िदनसँ आका ंक्षा छल, ओ आब जा कऽ प ूण र् भेल। पोथी एक हाथसँ दोसर हाथघिम ु रहल अिछ, एिहना आगा ँ सेहो अहा ँसँ आशा अिछ।1.मैिथली म ंथनी गंगेश गुंजन(1942- )। ज ान- िपलखबाड, मध ुबनी। एम.ए.(िही), रेिडयो नाटक पर पी.एच.डी.। किव, कथाकार, नाटककार आ' उपासकार।मैिथलीक थम चौबिटया नाटक बिधबिधयाक ु लेखक। उिचतवा (कथा संह) क लेलसािह अकादमी पुरार। एकर अितिरक् हम एकटा िमा पिरचय, लोक सुन ू(किवता संह), अार- इजोत (कथा संह), पिहल लोक (उपास), आइ भोट(नाटक)कािशत। िहीमे िमिथला ंचल की लोक कथाएँ, मिणपक का- बिनजाराकमैिथलीसँ िही अवाद आ' श तैयार है (किवता संह)।मैिथलीक उव र्र मे कारपोरेट-जगत धापएर आब मैिथलीकेँ ई अम स ूचीक माता एकटा आओर नव वादक उपहार-दरभंगा-मध ुबनी-सहरसा वादक उपहार बिन रहलए। नव बाजारी विक ृ ई बीज-वपन आर भ’ चुकल अिछ। सावधान। जे व एिह नव योजन-िसिकबाट पर चिल आ’ चला रहलाह अिछ, तिनकासँ संवाद होयबाक चाही। एखनिह-एहीकाल। अथा मैिथलीक जतेक आ’ जेहन हािन आइ धिर निह भेल छलैक, तािहसँबहुत बेशी आ’ खतरनाक कसान भ’ जयतैक। देशमे चिलत तुतावादी विकृिव रखबारी कर’ पडत। प ूरवाह मुक् मन-ाणसँ। अपना-अी क’ क’सुतारबाक, हिथययबाक अवसरवादी विसँ ृ बाज अबै जािथ।मैिथलीक िवषयकेँ समतामे -देिख-बिझ ू क’- जािहमे सूण र् िमिथला, मैिथल आ’मैिथली अिछ। छुछे दरभंगा-सहरसा-मध ुबनी –ए टा निह। आ’ छुे सोित-ाण-ाह्म्तर मैिथली भाषा-संृित। तिहना सािह कथा िक किवता िक उपास िकनाटके टा निह। ई सभटा सम िमिथला ंचलक एक जातीय सा ंृितक समता तथा15


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलोक गिरमाक, मानवीय गुणवा, जीवनम ूक दबाबमे करैत रचनाकर-िवचारकक संघष र्आ’ आदशो र्ुख अिभिक्मे सम युग-यथाथ र् बत अिछ।ओना अपना-अपना पीढीक ित आह-आवेश ाभािवक, तेँ सभ िदना यथाथ र्। मुदावैह यिद करताक प ल’ िलअय तँ सामािजक जहर बिन जाइछ। द ुःखद आ’िचक िवषय तँ ई जे एहन वि ृ मैिथली भाषा आ’ सािहमे स ृजनरत अिधका ंशनतम रचनाकारमे पय ंत र् देखाइ पड’ लागलए। जिनकर लेखनसँ मैिथलीकेँ बड-बडआशा छैक। से लोक सेहो।ई दिेक ु िवषय। एहन िवभाजनकारी, िवेषोुखीडेगकेँ रोकबाक चेतना जगाउ। आरेमे-एख।एहन वेगमे संाम ू सभक क्षय होयबामे समकालीन लोकक नकाराक पहल केरमु भूिमका रहैत आयल छैक। आइ तँ आर। संा समेत सािहक आकलन-म ूा ंकनसँ ल’ सािह-सान धिरक मानद-िनकष-कसौटीक िनक्षता आ’ ईमानदारीपर उिठ रहल अिछ। संा म ू सभक क्षरण आ’ कठघरामे ठाढ कएल जयबाकघटना सभकेँ , हुक क’ निह, बहुत गंभीरता आ’ िजेदारीसँ ीकार करबाक एखनिहअिछ- बेर छैक। निह तँ पछताय लेल तँ सौ ँसे भिव धएल अिछ। एिह पिरििततथा एकर खतरनाक वि ृ पर लोकक ान जयबाक चाही, जे कोना एन.आर.आइ.कारक लोक सभ आइ एक-बएक अचानक मैिथलीक भाषा-सा ंृितक आ ँगनकेँ सेहोका क’ रहल छिथ। तेहन देशी एन.आर.आइ कारक लोककेँ अव िचित कयलजयबाक चाही जे िमिथला ंचल-मैिथली भाषा आ’ लोकक सँग किहयो िकछु निहकयलिन। को योगदान निह। परु आइ मैिथलीक ओहू क अवसर आ’संाकेँ अप अधीन क’ लेबाक ब ंधमे सिय, लगातार सफल भ’ रहल छिथ।िवडं बना तँ ई जे मैिथली-िमिथला ंचलक िव एिह गितिविधमे बहुत रास तथाकिथतमैिथलीक उकोिटक लेखक-समालोचक-किव ( छ ाितशील रचनाकार समेत) सेहोको आपि वा िवरोध दजर् निह क’ रहल छिथ। बि मैिथलीक एिह नवोदयक-साावादक परोक्ष सहयोगे क’ रहल छिथ। सँभव जे भिवमे अपना लेल कोउादक अवसरक वाे िनवेश बिसँ, ु ई सभ क’ रहल होिथ, एकरे ावहािरक बाटमािन क’ चुप बनल छिथ। युवा पीढीक सेहो। के पडय एिह सभमे?अाविध ा इितहासक जानकारीमे ताल यश-धनक अित-उताहुल , नवपीढी! ई पराभव बजार आ’ भूम ंडलीकरण (ायः!) िमिथला ंचलक एिह नव गिणतआ’ समाजशास्केँ की चीओ? जा रहल लोक चीओ िक आिब रहल लोक? ककरदािय।हमरा जत अवसर आ’ द ूरगामी भाव पिरणितकेँ दृ िमे रािख क’, छुे बौिकताक,बिजीिवताक ुसंकीण र्ताक निह, सबजन मैिथल अथा र्त् जनसाधारणक म ंगलकेँ नजिर पर16


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरािख, दय, पारदशीर् व्हारवादक चलन अ जाउ। यिद से मैिथली, िमिथलासँअराग हो। पारिरक मैिथल कूिटचािल चोडै जाइ जाउ। अंततः मैिथली अपनासभक एकिह टा नाओ अिछ। सभ गोटय एही नाओमे सवार छी। पार उतरब तँ सभो। तेँ नाओमे भूर निह हो। बीचिहमे डूबय कतहु। अारोमे अनका टाटकभूर देखबाक आिख ँ आ’ त बदल’ पडतैक।(अारोमे अनका टाटक भूर देखबाकिब पिण ू र्याक किव- शाजीक मन पिड गेलय ‘स मैिथल छी’) जे ओ’ आकवाणीपटनाक मैिथली काय र्म भारतीमे सािरत कय रहिथ)।नकाराक-ंसाक समझ आ’ बिसँ ु परहेज करए जाइ जे ो से क’ र होइ।चमा पर नव भुवक ॉट-रिजस्ी जेका ँ साः उपल मैिथलीक एहनऐितहािसक अवसरक उपयोग सोचै जाउ-उपभोग निह। दरभंगा बनाम सहरसा बनाक’ मैिथलीक ीय रिजस्ी जिन ु करबै जाउ। म छी, किहयो छल हेतै ईमनवाद। मुदा से मैिथलीक िनता ंत दोसर दौर छलैक। से ान रखबाक िथक।ई(िव)काल ायः सभ भाषा-सािहक इितहासमे अबैत रहलैए। सािहिक सरोकारसमाजसँ रहैत छैक, तथा समाज जीवन-यापन समेत जीवन-श ैली आ’ जीवन म ूकिनिमित र् आ’ िनव र्हन तालीन साक उपज होइत अिछ। तेँ जन साधार लोकटानिह, बिजीवी ु आ’ व सेहो ताही दबाबमे अपन ाथिमकता तय क’ क’ अपनबाट बनबैत अिछ आ’ सुभीता चह’ लगैत अिछ। काला ंतरमे जीये तकर अभ’ जाइत अिछ। मम व बेशी आ’ जी।ई सुिवधावादी जीवन-श ैली आ’ जीवनदश र्न जैत छैक- किहयो धम र्-सा, किहयोराज-सा, किहयो िवकला ंग लोकतं वा किहयो अपिरप लोक साक िवचार-वहारक संवेदनशील वा शासनक अधीनतामे। बहुसंक जनताक अिशक्षा द ुआरे।तखन ओिह समयक जे बिधयार ु व रहैत अिछ से साक अगमन करबाक सुभीतगरिनंटक बाट चुये। सुभीताकेँ अपन जीवन-म ू बना लैत अिछ। जे बिधयारुनिह अथा र्त् जनसाधारण लोक, तािह पिरिितकेँ अपन िनयित वा ार मािन लैतअिछ। एना अिगला कएक पीढी धिर एिहना ओंघडाइत चलैत चिल जाइत छैक।गुलामी खाली को बाहरीये देश वा साट-सााेक टा निह होइत अिछ।गतागितकता आ’ यथािितवादी मानिसकता आ’ युगक गित-गितकेँ निह बिझ, ू म ूडीिनहु ँरै सभ िकछु ीकार आ’ सहैत चिल जाइक वि ृ सेहो गुलािमयेक िथक। सातु लोकक ताबेदारी सेहो नव भा ँग-गा ँजाक अास अथा र्त् गुलािमये होइत अिछ।से ई सभ कारक गुलामी बहुत युग धिर चलैत रिह जाइत छैक- अिगला कोसामािजक पिरवर्न- को महााित ं अयबा धिर। एखन धिरक इितहासक िशक्षा तँयैह कहैत अिछ।17


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAउव र्र क आिवारक बाद बजार ओकरा हिथयबैत छैक। तेहन लोक से क’निह गुजरय। िनजी सि बना िलअय। एकर रिजस्ी-केबाला करबा करबा िलअय। मैिथलीकेँ मसोमातक जमीन जेका ँ अपना-अपना नामे िलखबाक ोंतमेलागल तेहन लोक से क’ निह िलअय।एिह ियामे मािफयो –घ ुसपैिठयो सभक गितिविध अचानक तेज भ’ जाइत छैक।कहबाक प्र्योजन निह जे मैिथली एखन सैह उव र्र बनल अिछ। मैिथलीमािफयाक कारपोरेट सेर जोशमे अिछ। गितिविध तेज के अिछ।मैिथलीक िवषयकेँ समतामे -देिख-बिझ ू क’- जािहमे सूण र् िमिथला, मैिथल आ’मैिथली अिछ। छुे दरभंगा-सहरसा-मध ुबनी-ए टा निह। आ’ छुे सोित-ाण-ातर मैिथली भाषा, संृित। तिहना सािह कथा िक किवता िक उपास िकनाटके निह। ई सभटा सम िमिथला ंचलक एक जातीय सा ंृितक समता तथा लोकगिरमा, मानवीय गुणवा, जीवनम ूक दबाबमे करैत रचनाकार-िवचारकक संघष र् आ’तकरे आदशो र्ुख अिभिक्मे युग-यथाथ र् बत अिछ। सः उपल मैिथलीक एहनऐितहािसक अवसरक उपयोग सोचै जाइ- उपभोग निह। दरभंगा बनाम सहरसाबना क’ मैिथलीक रिजस्ी-बोब निह करबै जाइ जाय।॥ िकछु एह बात िवषय॥यिप एिह बात –‘सगर राित दीप जरय’ पर हम िसा ंततः भासजीसँ सहमत निहरहलौ, ँ परु एर पिछला दशकमे ई ितमाही-कथा गोी- ‘सगर राित दीप जरय’-आज ुक मैिथली कथा-िवधामे की योगदान कएलक अिछ, से त आब इितहासमे दजर्अिछ। ई बात सही छैक जे एहन को काय र् को एक गोटेक निह होइछ।मुदा सभ वर्मानकेँ ओिह एक संापना-कक िक्-लेखककेँ अवसरोिचत पेँकृतज्ञतासँ रण अव कयल जयबाक चाही। से लेखकीय ितकता िथक। आ’हमरा जनतबे, से रहिथ- . भास कुमार चौधरी।हमरा तखन द ुखद िनराशा भेल जखन एिह बेरक मैिथली सािह अकादेमी पुरारपओिनहार दीप िबहारीजी सािह अकादेमी-सभागारमे लेखक-सिलन-अवसर परअपना वमे सगर राित दी जरयक उपलिक चचा र् तँ कएलि, मुदा . भासजीक नामोेखो निह कयलिखन। एकरा हम साधारण घटना निह मािन सकैत छी।गंभीर बात ब ुझैत छी। कारण हमरा लोकिन रचनाकार छी। औसत कोिटक कोराजनीितक निह। संभव हो नाम अनावधानतामे छूिट गेल होिन। मुदा हमरा सभ18


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलेखक छी तेँ एहन असावधानी करबा लेल ाधीन निह छी। यिप अपन खेद हमहुनका कट कयिलयिन।हमरा लगैये जे अपन-अपन सकाराक इितहासक ित सभ पीढीक मनमेकृतज्ञताक भाव अंततः लेखकक ऊजा र् आ’ र बत रहैत छैक। बतौर किवहम मैिथलीमे जािह काल-िबु पर ठाढ छी, तकर जिड िवापितसँ ल’ सुमन-िकरण-मध ुप- आ याीएमे। ई सोिच क’ मन कृतज्ञ होइत अिछ! बि गौरािवत।ंओना, एकटा लेखक पमे हम एिहमे सँ ो निह छी। जेना सभ, सभक कारियीान छिथ, तिहना हमहु ँ नागाजर्न-याीक ु कारयाी ान छी। आ’ ई भाव हमरारचनाकम र्मे असर करबाक उरदािय द’ गेलय।तप र्ण ितल-कुश –अंजिल बला कम र्काकेँ तँ हम निह मात छी, मुदा पुरखाक तप र्णहमरा िय अिछ। अपना श ैलीमे। अपन जीवन-म ूक एकटा अिभ तत् ब ुझाइतअिछ।तकर बाट की हो? अवसर पर कृतज्ञ ृित! अवसर पर- ितिथ पर निह।2. नाटकी उदय नारायण िसंह ‘निचकेता’ ज-1951 ई. कलकामे।1966 मे 15 वष र्कउमे पिहल का संह ‘कवयो वदि’ | 1971 ‘अम ृत पुाः’(किवता संकलन) आ’‘नायकक नाम जीवन’(नाटक)| 1974 मे ‘एक छल राजा’/’नाटकक लेल’(नाटक)। 1976-77 ‘ावर्न’/ ’रामलीला’(नाटक)। 1978मे जनक आ’ अ एका ंकी। 1981‘अरण’(किवता-संकलन)। 1988 ‘ियंवदा’ (नािटका)। 1997-‘रवीनाथक बाल-19


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसािह’(अवाद)। 1998 ‘अकृित’- आधिनक ु मैिथली किवताक ब ंगलामे अवाद, संगिहब ंगलामे द ूटा किवता संकलन। 1999 ‘अु ओ पिरहास’। 2002 ‘खाम खेयाली’।2006मे ‘ममपुष एकवचन’(किवता संह। भाषा-िवज्ञानक मे दसटा पोथी आ’द ू सयसँ बेशी शोध-प कािशत। 14 टा पी.एह.डी. आ’ 29 टा एम.िफल. शोध-कम र्क िदशा िनदेर्श। बड़◌ौदा, स ूरत, िदी आ’ हैदराबाद िव.िव.मे अापन। संितिनदेशक, केीय भारतीय भाषा संान, मैस ूर। एंी : मा िवश(चािर-अंकीय मैिथली नाटक)नाटककारउदय नारायण िसंह ‘निचकेता’िनदेशक, कें ीय भारतीय भाषा संान, मैस ूर(मैिथली सािहक सुिस योगधमीर् नाटककार ी निचकेताजीक टटका नाटक, जेिवगत 25 वष र्क मौनभंगक पात् पाठकक सुख ुत भ’ रहल अिछ।)पिहल अंक जारी....िवदेहक एिह आठम अंक 15 अैल 2008 सँ| एंी : मा िवश(चािर-अंकीय मैिथली नाटक)पा–पिरचयपदा र् उिठतिह –ढोल–िपपही, बाजा–गाजा बजौिनहार–सबद ूटा चोर, जािह मे सँ एक गोटे पॉिकट–मार आएकटा उचाद ू गोट भ िमी20


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिमकाबाजार सँ घ ुरैत ौढ़ िबीमा कं पनीक एजें टरद ्दी िक–बेचैबलािभख-म ंगनीरमणी-मोहननंदी–ं गीकैकटा म ृत सैिनकबाद मेता आ ताक एक-द ूटा चमचा/अयायीअिभतावाम-पंथी युवाउ–व ंशीय मिहलाअंत मेयमिचगु21


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAथम कोल[एकटा बड़का–टा दरबा म ंचक बीच मे देखल जाइछ।दरबाक द ुन ू िदिस एकटा अदृ मुदा सत देवार छैक, जेबिझ ु लेबाक अिछ– कखनह ु अिभता लोकिनक अिभनय–कुशलता सँतथा कतेको वाता र्लाप सँ से भ’ जाइछ। म ंच परककाश–वा सँ ई पता निह चलैत अिछ जे िदन िथक अथवाराित, आलीक कक मिम, सुर–संगत होइत सेहो क मिरयलसन।एकटा कतार मे दस–बारह गोटे ठाढ़ छिथ–जािह मे कैकटा चोर–उचा, एक-द ू गोटे भ ित मुदा ई जे हुनकालोकिनक िनधन भ’ चुकल छि। एकटा मी–युगल जे िवष-पानक’ कए आ-हा कैल अिछ, मुदा एत’ क (चाही त’ नरककसेहो किह सकै छी) ार लग आिब कए क िवल भ’ गेल छिथजे आब की कैल जाइक। एकटा ौढ ित जे बजारकझोरा ल’ कए आिब गेल छिथ–ब ुझाइछ को पथ–द ुघ र्टनाक िशकारभेल छिथ बाजार सँ घ ुरैत काल। एकटा बीमा कं पनीक एजें टसेहो छिथ, िकछु परेशानी छिन सेहो । एकटा रद ्दीबला जेरी कागजक खरीद–िबी करैत छल, एकटा िभखम ंगनी–एकटापुतलाकेँ अपन बौआ (भिरसक ई कहै चाहैत छल जे वैह छलओकर मुइल बालक अथवा तकर ितप) जका ँ का ँख तर ,एक गोट अंत ब ूढ़ ि सेहो, जिनक रमणी–ीित एखनह ु कमनिह भेल छिन, हुनका हमसब रमणी–मोह कहबिन।सब गोटे कतार मे त’ छिथ, मुदा धीरजक अभाव भ’जाइछ। ो-ो अनकाकेँ लािघ ँ आगा ँ जैबाक यास करैत छिथ,त’ ो से देिख कए शोर करय लागैत छिथ। मा तीन–चािरटाम ृत सैिनक–जे िक सब सँ पाछा ँ ठाढ़ छिथ, हुनका सबमे कोिवकृित लखा दैछ आ को हड़बड़◌ी।बजार-बला व ृ : हे – हे – हे देखै जाउ... देिख रहलछी िक निह सबटातमाशा... कोना–कोना क’ रहल छइ ई सब !की ? त’ कनीटा त’ आगा ँ बढ़ि◌ जाई !22


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA[एकटा चोर आ एकटा उचा केँ देखा कए बािज रहल छिथ, जेसब ओना त’ चािरम तथा पा ँचम ान पर ढ़◌ाढ छैक, मुदाकतेको काल सँ अथक यास क’ रहल अिछ जे कोना द ुन ू भि आ मी–िमका युगलकेँ पार क’ कए कतारक आगा ँ पहु ँिचजाई!]बीमा एजें ट : [निह ब ू िझ पबैत छिथ जे ओ व ृ ि हुनके सँिकछु किह रहल छिथ िक आन ककरहु सँ। बजार-बला व ृ सँ आगा ँ छल रद ्दी बेचैबला आ तकरहुसँ आगा ँ छलाह बीमा बाब ू।] हमरा िकछु कहलह ु ँ ?बाजारी : अहा ँ ओर देखब त’ ब ू िझ जायब हम की किहरहल छी आ ककरा दय...! [अकात् अंतोधक आवेश मे आिब ] हे रौ! की ब ुझै छही ं ...ो निह देिख रहल छौ ? [बीमा बाब ू केँ बजारक झोराथबैत -] हे ई ध त’! हम देखै छी।[कहैत शोर करैत आगा ँ बढ़ि◌ कए एकटा चोर आ उचा केँकालर पकड़ि◌ कए घसीटैत पुनः पाछा ँ चािरम-पा ँचम ान पर ल’अबैत छिथ, ओसब वाद–ितवाद कर’ लगैत अिछ -]चोर : हमर कालर िकयै धरै छी ?उचा : हे ब ूढ़◌ौ ! हमर कमीज, फाड़ि◌ देबै ं की ?ँबाजारी : कमीजे िकयैक ? तोहर आिख सेहो देबौ हम फोड़ि◌!23


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकी ब ूझै छेँ ? ो िकछु कहै बाला निह छौ एत’?उचा : के छै हमरा टोकै–बला एत’? देखा त’ िदय’ ?चोर : आिह रे बा ! हम की कैल जे हमर टीक धै छी?दोसर चोर :(जे िक असल मे पॉिकट–मार छल) हे हे,टीक छोड़ि◌ दी, नंगड़◌ी पकड़ि◌ िलयह सरबा क !चोर : (गोा सँ) तोँ चुप रह ! बदमाश निहतन !पॉिकटमार : (अकड़ि◌ कए) िकयै ? हम िकयै निह बाजब ?उचा : (व ृ िक हाथ सँ अपना केँ छोड़बैत) ओय ख ुदरा!बेसी बड़बड़◌ैलें त’... (हाथ सँ इशारा करैत अिछ गराकािट देबाक)पॉिकटमार : त’ की करबे ं ?उचा : (भय ंकर मुामे आगा बढ़◌ैत) त’ देब धड़ सँ गरा केँअलगाय... रामपुरी देख छह ? रामपुरी ? (कहैत एकटाचाकू बहार करैत अिछ।)चोर : हे, की क’ रहल छी... भाइजी, छोड़ि◌ िदयौक !ुँँँबा छै... कखनह ु–कखनह जोश मे आिब जाइ छै !भ ि 1 : (पंिक आगा सँ) हँ, हँ... छोड़ि◌ देल जाय !उचा : [भय ंकर मुा आ नाटकीयता केँ बरकरार रखैतपंिक आगा िदिस जा कए... अपन रामपुरीचाकू केँ दोसर हाथ मे उरा जका घसैत ] छोड़ि◌24


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिदयह की मजा चखा देल जाय ? [एहन भाव–भंिगमा देिख द ुन ू भ ि डरै छिथ–मी–युगल अपनिहमे मगन छिथ; हुनका द ुन ू केँदिनयाक ु आर िकछु सँ को लेन-देन निह...] की ?[घिर ु कए पॉिकट–मार िदिस अबैत... तावत् ईसब देिख बाजारी व ृक होश उड़ि◌ जाइत छिन...ओ चोरक टीक/कालर जे कही... छोड़ि◌ दैत छिथघबड़◌ा कए ] की रौ ? िदयौ भोंिक ? आ िक…?चोर : उचकू–भाइजी ! बा छै... अप िबरादरीकब ुझ ू ...! [आ ँ िख सँ इशारा करै छिथ।]उचा : [अहास ् करैत] ऐं ? अप िबरादरीक िथकै ?[हँसब ब ंद कए- प ूछैत] की रौ ? कोन काज करैछेँ ?[पॉिकट-मार डरेँ िकछु बािज निह पबैत अिछ–मा दािहना हाथक द ूटा आङुर केँ कैंची जका ँ चलाकए देखबैत छैक।]उचा : पॉिकट-मार िथकेँ रौ ? [पुनः हँस’ लागै छिथ-छूरी केँतह लगबैत’]ँ चोर : कहलहु निह भाईजी ? ई हमरा सन मा ँजलचोरबिन सकल आ किहयो सपनहु मे सोिच सकल25


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAजे अहा ँ सन गुंडा आ बदमाशो बिन सकत !उचा : बदमाश ? ककरा कहलेँ बदमाश ? आ ँय !पॉिकट-मार :हमरा, हुजूर ! ओकर बात जाय िदयह ! गेल छलिगरहथक घर मे सेंध देब’... जे आइ जािन के टका-पैसा-गहना भेटत ! त’ पिहले बेिर मेजािग गेल िगरहथ, आ तकर चािर–चािरटाजवान-जहान बालक आ सँगिह आठ–आठटाकुकुर... तेहन हा मचा देलक जे पकड़ि◌ कएपीटैत–पीटैत एत’ पठा देलक ! [हँसैत... उचासेहो हँिस दैत अिछ] आब ब ुझ ु ! ई केहन चोर िथक !(मुँह द ूसैत) हमरा कहैत छिथ ![कतारक आ-आन लोक आ अंततः सब गोटेहँसय लागैत छिथ]भ-ित 1:आ ँय यौ,चोर िथकौ ं ? लागै त’ निह छी चोरजका...ँचोर : िकएक ? चोर देख’ मे केहन होइत छैक ?पॉिकट-मार :हमरा जका...! ँ (कहैत, हँसैत अिछ, आरो एक-द ूगोटे हँिस दैत छिथ।) चललाह िभखारी बौआ बन’... ?की ? त’ हम तर-राज छी ! [कतहु सँ एकटाटूल आिन तािह पर ठाढ़ होइत... म ंचक आन26


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिदिससँ भाषणक भंिगमा मे] सुन, ू सुन, ू सुन, ू भाई–भिगनी! सुन ूसब गोटे! ीमान, ् ील 108ी ी ब ु ि-श ंकर महाराज तर साट आिबरहल छिथ! सावधान, होिशयार! [एतबा कहैत टूलपर सँ उतिर अपन हाथ-मुँहक म ूकािभनयसँएहन भंिगमा करैत छिथ जेना िक भोंप ू बजारहल होिथ... पाछा ँ सँ भोंप ू – िपपहीक शकिनये काल सुनल जाइछ, जाबत ओ ‘माच’ र् करैतचोर लग अबैत अिछ...]चोर : [कक लजबैत] निह तोरा हम साथ िलतहु ँ ओिहराितकेँ , आ हमर िपटाइ देखबाक मौके तोराभैटितहौक! [कहैत आ ँ िख मे एक-द ूइ ब ु पािनआिब जाइत छैक।]पॉिकट-मार :आ-हा-हा! एिह मे लजबैक आ मोन द ुखैक कोनग?[थैत, लग आिब कए] देखह! आइ त’काि-चोिर त’ पकड़ले जाइछ। आ एकबेर जँ भंडा-फोड़ भ’ जाइत अिछ त’ बर त’ माथ पर खसबेकरत ! सैह भेल... एिह मे द ुख कोन बातक ?उचा : (हँसैत) हँ, द ुखी िकयै होइ छहक?बाजारी : [एतबा काल आय र् भए सबटा सुिन रहल छलाह।27


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAआब रहल निह गेलिन – अगुआ कए बाजयलगलाह]हे भगवान! हमर भाग मे छल िह शरीर मेिबना को रोग-शोक भेनिह मे जायब... तै ँहम एत’ ऐलहु ँ, आ क ार पर ठ़◌ाढ छीू मे...! मुदा ई सब चोर–उचा जँगे र् मे जायत, तखन केहन हैत ओ रहबाक लेल ?पॉिकट-मार :से िकयै बाबा ? अहा ँ की ब ूझै छी, त’ सभकलेल होइत अिछ ! एिह मे ककरहु बपौती त’ निञ।बाजारी : [बीमा एजें ट केँ ] आब ब ूझ ू ! आब....चोर िसखाबय गुण केर मिहमा,पॉिकट–मारो करै बयान!मार उचा झाड़ि◌ लेलक अिछ,पाट–कपाट त’ जय िसयाराम ![चोर-उचा-पॉिकट-मार ताली दैत अिछ, सुिन कए चौ ंकैतिभख-म ंगनी आ मी-युगल िब िकछु ब ुझनिह ताली बजाब’ लागैतअिछ।]चोर : ई त’ नीक फकरा बिन गेल यौ!पॉिकट-मार :एर तर-राज त’ ओर किव-राज!28


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAबाजारी : (खौ ंझैत’) िकयै ? कोन गुण छह तोहर, जकरबखान करै अयलह एत’?पॉिकट-मार :(इ ं िगत करैत आ हँसैत) हाथक सफाई... अपनजेब मे त’ देखू , िकछुओ बाकी अिछ वा निञ...बाजारी : [बाजारी तुर ंत अपन जेब टटोलैत छिथ – त’ हाथपॉिकटक भूर दे बाहर आिब जाइत छिन। आय र्चिकत भ’ कए मुँह सँ मा िवयक आभास होइत छिन।] जा![बीमा बाब ूकेँ आब रहल निञ गेलिन। ओ ठहा पाड़ि◌कए हँस’ लगलाह, हुनकर देखा–देखी कैक गोटे बाजारी िदिसहाथ सँ इशारा करैत हँिस रहल छलाह।]चोर : [हाथ उठा कए सबकेँ थबाक इशारा करैत] हँिस त’रहल छी ख ूब !उचा : ई बात त’ जे मर ंज ख ूब भेल हैतिन।पॉिकट-मार : मुदा अपन-अपन पॉिकट मे त’ हाथ ध’ कए देख ू ![िभखम ंगनी आ मी-युगल केँ छोड़ि◌ सब ो पॉिकट टेब’लागैत’ छिथ आ बैगक भीतर तािक-झािक ँ कए देख’ लागैत छिथत’ पता चलैत छिन जे सभक पाइ, आ निह त’ बटुआ गायबभ’ गेल छिन। हुनका सबकेँ ई बात ब ु िझते देरी चोर, उचा,29


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपॉिकट-मार आ िभख-म ंगनी हँस’ लागैत छिथ। बाकी सब गोटेहतबि ु भए टुकुर- टुकुर तािकते रिह जाइत छिथ]िभखम ंगनी : नंगटाक कोन डर चोर की उचा ?जेरिह तकै छी लागै अिछ धा !धा खा कए नाचब त’ नाचू !खेल खेल हािर कए बा ँचब त’ बा ँचू ![चोर-उचा–पॉिकट-मार, समवेत र मे जेना ध ुन गािब रहलहोिथ]नंगटाक कोन डर चोर िक उचा !आ ँ िखएक साम पलटल छा !िभख-म ंगनी : खेल–खेल हािर कए सबटा फा !समवेत-र : नंगटाक कोन डर चोर िक उचा ?[कहैत चा गोटे गोल-गोल घ ुर’ लागै छिथ आ नािच नािच कएकहै छिथ।]सब गोटे : आब जायब, तब जायब, कत’ ओ का ?पॉिकट मे हाथ दी त’ सब िकछु ला !नंगटाक कोन डर चोर िक उचा !30


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAू बीमा-बाब : (चीार करैत) हे थ’ ! ब ंद कर’ ई तमाशा...चोर : (जेना बीमा-बाब ूक चा िदिस सपना मे भािस रहलहोिथ एहन भंिगमा मे) तमाशा निञ... हताशा....!उचा : (तािहना चलैत) हताशा निञ... िनराशा !पॉिकट-मार : [पॉिकट सँ छह-सातटा बटुआ बाहर क’ कए देखा –देखा कए] हताशा आ िनराशा, मा तमाशा...ल’ लैह बाब ू छह आना, हरेक बटुआ छह आना![कहैत एक–एकटा बटुआ बॉल जका ँ तकर मािलककिदिस फें कैत छिथ आ हुनका लोकिन मे तकरासबटाकेँ बटौर’ लेल हड़बड़◌ी मिच जाइत छिन। एिहमौकाक फायदा उठबैत चोर–उचा-पॉिकटमारआ िभख-म ंगनी कतारक सब सँ आगा ँ जा’ कए ठाढभ’ जाइत छिथ।]रद ्दी-बला : [जकर को कसान निह भेल छल-ओ मा मी क’रहल छल आ घटनासँ भरप ूर आन ल’ रहल छल।] हे बाब ू–भैया लोकिन ! एकर आन निञ अिछ को जे “भूलल-भटकल कहुना क’ कए घिर ु आयल अिछ हमर बटुआ”। [कहैत द ूडेग बढा’ कए नािचओ लैत’ छिथ।] ई जे ब ुझै छी जे अहा ँकधन अही ं केँ घिर ु आयल... से सबटा फूिस िथक !बीमा-बाब ू : (आय र् होइत) आ ँय ? से की ?बाजारी : (गरा सँ गरा िमला कए) सबटा फूिस ?31


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभ-ि 1 : की कहै छी ?भ-ि 2 : मा बटुआ त’ भेटल, मुदा भीतर ढन–ढन!रद ्दी-बला :से हम कत’ कहलहु ँ ? बटुओ अही ं क आ पाइयोछैहे! मुदा एखन बटुआक को काज रहत’ आ पाइयेक!बीमा-बाब ू : मा ?रद ्दी-बला :मा निञ ब ुझिलयैक ? औ बाब ू ! आयल छी सबगोटे यमालय... ठाढ़ छी ब दरबाक साम...कतार सँ... एक–दोसरा सँ जूिझ रहल छी जे केपिहल ठाम मे रहत आ के रहत तकर बाद...?तखन ई पाइ आ बटुआक कोन काज ?भ-ि1 :से त’! भीतर गेलहु ँ तखन त’ ई पाइ को काजमे निह लागत !बाजारी : आ ँय ?भ-ि2 :निह ब ु िझिलयैक ? दोसर देस मे जाइ छी त’ थोड़◌ेचलैत छैक अपन पैया ? (आन लोग सँसहमितक अपेक्षा मे-) छै िक निञ ?रमणी-मोहन :(जेना दीघ र् मौनता के तोड़◌ैत पिहल बेिर िकछु ढंगकेर बात बािज रहल छिथ एहन भंिगमा मे... एिहसँ पिह ओ कखनह ु मी-युगलक लग जाय32


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिमका केँ िपयासल नजिर द’ रहल छलाह त’कखनह ु िभख-म ंगिनये लग आिब आ ँ िख सँ तकरशरीर केँ जेना पीिब रहल छलाह...) अपन िमकाजखन अनकर िबयाहल पी बिन जाइत छिथतखन तकरा सँ कोन लाभ ? (कहैत दीघ र्-ासाग करैत छिथ।)बीमा-बाब ू :(डा ँटैत) हे...अहा ँ चु रहू! क’ रहल छी बातपैयाक, आ ई कहै छिथ प दय...!रमणी-मोहन :हाय! हम त’ कहै छलहु ँ पा दय! (िभख-म ंगनीरमणी-मोहन लग सटल चिल आबै छैक।)िभख-म ंगनी : हाय! के िथकी पा ?रमणी-मोहन : “कािन-कािन वािम पािन रमणी च... !बाजारी : मा ?रमणी-मोहन :एकर अथ र् अक गंभीर होइत छैक... अहा ँ सनबाजारी निह ब ूझत!िभख-म ंगनी : [ला करैत] हमरा ब ुझाउ ![तावत िभख-म ंगनीक भंिगमा देिख क-किबहु ँसैत’पॉिकट–मार लग आिब जाइत अिछ।]िभख-म ंगनी :[कपट ोधेँ] हँसै िकयै छें ? हे... (कोरा सँ पुतलाकेँ33


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपॉिकट-मारकेँ थबैत) हे पकड़◌ू त’ एकरा... (कहैतरमणी-मोहन लग जा कए) औ मोहन जी! अहा ँ की कहलहु ँ, एखनह ु धिर भीतर मे एकटा छटपटीमचल यै’! रमणी-धमनी कोन बात’ कहलहु ँ ?रमणी-मोहन :ध ूर म ूख र्! हम त’ करै छलहु ँ शकुलाक ग,मोदरीक था... तोँ की ब ुझबे ँ ?िभख-म ंगनी :सबटा था केर गप ब ुझै छी हम... भीख मािग-ंमािग ं खाइ छी, तकर मा ई थोड़◌े, जे हमर शरीरअिछ आ को था... ?रमणी-मोहन :ध ुत् तोरी ! अपन था–तथा छोड़, आ भीतर कीछैक, तािह दय सोच ! (कहैत ब ंद दरबा िदिसदेखबैत छिथ-)पॉिकट-मार :(अवाक् भ’ कए दरबा िदिस देखैत) भीतर ? कीछइ भीतरमे... ?रमणी-मोहन :ठोिक कए) भीतर?(न ृक भंिगमा करैत ताल ठोिक-“धा–िधन–िधा... भरल तमा !तेरे-केरे-िधन-ता... आब निञ िचा !”िभख-म ंगनी : (आय र् भए) मा ? की छैक ई ?रमणी-मोहन : (गव र् सँ) ‘की’ निञ... ‘की’ निञ... ‘के’ बोल !बोल- भीतर ‘के’ छिथ ? के, के छिथ?34


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपॉिकट-मार :रमणी-मोहन :के, के छिथ?एक बेिर अिह ारकेँ पार कयलेँ त’ भीतर भेटतीएक सँ एक सुर–नारी,उव र्शी–मेनका–रा... (बाजैत- बाजैत जेनामुँहमे पािन आिब जाइत छिन--)िभख-म ंगनी :ईः! र ंभा...मेनका... ! (मुँह द ूसैत) मुँह-झरकीसब... बर खसौ सबटा पर!रमणी-मोहन :(हँसैत) कोना खसतैक बर ? ब त’ छिन देवराजइ लग ! आ अरा त’ सबटा छिथ हुनकिहन ृा ंगना।[िभख-म ंगनीक ितिया देिख कैक गोटे हँस’ लगैत छिथ]पॉिकट-मार : हे....एकटा बात हम किह दैत छी – ई निह ब ूझ ू जेदरबा खोिलतिह आनंदे आनंद !बाजारी : तखन ?बीमा-बाब ू :अहू ठाम छै अशाित, ं तोड़-फोड़, बाढ़ि◌ आ स ूखार ?आ िक चा िदिस छइ हिरयर, अकाससँ झहरैतख ुशी केर लहर आ मािटसँ उगलैत सोना ?ंपॉिकट-मार : िकएक ? जँ अशाित, तोड़-फोड़ होइत त’नीक... की35


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAब ूझै छी, एहु अहा ँ जीवन–बीमा चलाब’ चाहै छी की ?चोर : (एतबा काल उचा सँ फुसुर-फुसुर क’ रहलछल आ ओिह, दरबा लग ठाढ़ छल– एिहबात पर हँसैत आगा ँ आिब जाइत अिछ) मेजीवन-बीमा ? वाह ! ई त’ ब नीक ग !पॉिकट-मार :देवराज इ ंक ब.. बोल ू कतेक बोली लगबै छी?उचा : पह करोड़!चोर : सोलह!पॉिकट-मार :साढे-बाईस!बीमा-बाब ू :रमणी-मोहन :ब,पीस करोड़!हे हौ! तोँ सब बताह भेलह ? क राजा केरतकर बीमा हेतैक एक सय करोड़ सँ कम मे?[कतहु सँ एकटा ूलक जोगाड़ क’ कए तािह पर चट दय ठाढ़भ’ कए-]पॉिकट-मार :बोल ू , बोल ू भाई-सब ! सौ करोड़ !बीमा-बाब ू : सौ करोड़ एक !चोर : सौ करोड़ द ू –रमणी-मोहन : एक सौ दस !36


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिभख-म ंगनी : सवा सौ करोड़ !चोर : डेढ़सौ करोड़...िभख-म ंगनी : पचपन –चोर : सािठ –िभख-म ंगनी : एकसिठ –[द ून ूक आ ँ िख–मुँह पर ‘टेनशन’ क छाप भ’ जाइत छैक। ]चोर : (खौ ंझैत) एक सौ नै...[एतेक बड़का बोली पर िभख-म ंगनी चुप भ’ जाइत अिछ।]पॉिकट-मार : त’ भाई-सब ! आब अंितम घड़◌ी आिब गेल अिछ –190 एक, 190 द ू, 190...पॉिकट-मार : की भेल ?[ठहा पाड़ि◌ कए हँस’ लगलाह बाजारी, द ून ू भ ि आ रद ्दी-बला-]चोर : हँीक मतलब ?बाजारी : (हँसैते कहैत छिथ) हौ बाब ू ! एहन मजेदार मोल-नीलामी हम कतहु निञ देख छी !37


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभ-ि 1 : एकटा चोर...भ-ि 2 : त’ दोसर िभख-म ंगनी...बाजारी : आ चलबै बला पॉिकट-मार...[कहैत तीन ू गोटे हँस’ लागै छिथ]बीमा-बाब ू :त’ एिह मे कोन अचरज?भ-ि 1 : आ कोन चीजक बीमाक मोल लािग रहल अिछ–त’ ब केर !भ-ि 2 : बर खसौ एहन नीलामी पर !बाजारी : (गीत गाब’ लागै’ छिथ)चोर िसखाबय बीमा–मिहमा,पॉिकट-मारो करै बयान !मार उचा झाड़ि◌ लेलक अिछ,पाट कपाट त’ जय िसयाराम !द ुन ू भ-ि : (एिह संगे) जय िसयाराम ![पिहल खेप मे तीन ू गोटे नाच’-गाब’ लागै छिथ। तकर बादधीरे-धीरे बीमा बाब ू आ रद ्दी-बला सेहो संग दैत छिथ।]बाजारी : कौआ बजबै हंसक बाजाभ-ि 1 : हंस गबै अिछ मोरक गीत38


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभ-ि 2 : गीत की गाओत ? छल बदनाम !बाजारी : नाट-िवराटल जय िसयाराम !समवेत : मार उचा झाड़ि◌ लेलक अिछ।पाट-कपाटक जय िसयाराम ![चोर-उचा-पॉिकट-मार ताली दैत अिछ, सुिन कए चौ ंकैतिभख-म ंगनी आ मी-युगल िब िकछु ब ुझनिह ताली बजाब’ लागैतअिछ।](मश:)3.शोध लेखमायान िमक इितहास बोध (आ ँगा)थम ं श ैल पुी च/ म ंपु/ /पुरोिहत/ आ' स्ी-धन केर संदभर्मेी मायाना िमक ज सहरसा िजलाक बिनया गाममे 17 अग 1934 ई.केँभेलि। मैिथलीमे एम.ए. कएलाक बाद िकछु िदन ई आकाशवानी पटनाक चौपाल सँसंब रहलाह । तकरा बाद सहरसा कालेजमे मैिथलीक ााता आ’ िवभागाक्षरहलाह। पिह मायान जी किवता िलखलि,पछाित जा कय िहनक ितभाआलोचनाक िनब ंध, उपास आ’ कथामे सेहो कट भेलि। भा लोटा, आिगमोम आ’ पाथर आओर च-िबु- िहनकर कथा संह सभ छि। िबहािड पातपाथर , म ं-पु ,खोता आ’ िचडै आ’ स ूया र् िहनकर उपास सभ अिछ॥ िदशा ंतरिहनकर किवता संह अिछ। एकर अितिर सो की ा माटी के लोग, थम ं श ैलपुी च,म ंपु, पुरोिहत आ’ स्ी-धन िहनकर िहीक कृित अिछ। म ंपु िही आ’मैिथली द ुन ू भाषामे कािशत भेल आ’ एकर मैिथली संरणक हेतु िहनका सािहअकादमी पुरारसँ सािनत कएल गेलि। ी मायान िम बोध सानसँ सेहो39


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपुरृत छिथ। पिह मायान जी कोमल पदावलीक रचना करैत छलाह , पाछा ँ जा’कय योगवादी किवता सभ सेहो रचलि।थम ं श ैल पुी च/ म ंपु/ /पुरोिहत/ आ' स्ी-धन केर संदभर्मेदोसर सहाी ई.प ूव र् अरायुक् रथ , भारतीय देवनाम, भारतक धार, ऋगवेिदकतत्िचंतन, अिवा, िश-तकनीकी आ’ पुरातन ् कथा भारतसँ पिम एिशया, ीट-य ूनान िदिश जाय लागल। कालमसँ िम, सुमेर-बेबीलोन, आिद सता आ’ िमनीआ’ िही सतासँ बह ुत पिहनिह ऋगवेदक अिधका ंश म ंडलक रचना भ’ गेल छल।मायानजीक एिह सीरीजक दोसर रचना म ंपु अिछ। एिहमे ऋगवैिदक आधार परजीवन-दश र्नकेँ राखल गेल अिछ।ऋगवेद 10 म ंडलमे (आ’ आठ अकमे सेहो) िवभक् अिछ। मायान िमजीम ंडलक आधार पर म ंपुक िवभाजन सेहो 10 मलमे कएलि अिछ। एिह पुककभूिमकाक नाम अिछ, ऋचालोक आ’ ई पुकक अंतमे 10म मलक बाद देल गेलअिछ।थम मलमे काक्षसेनी पुी ऋिजाक चच र् अिछ, संगिह ऋतुिव र्त पुी शातीकसेहो। जन सभा आ’ जन-सिमित ारा राजाकेँ ुत करबाक/िनवा र्सन देबाक आ’दोसर राजाक िनवा र्चन करबाक चचा र् सेहो अिछ। क नील र ंग रहबाक बदलाामल भ’ जयबाक चचा र् आ’ एकर कारण खास तरहक िववाहक होयबाक चचा र् सेहोभेल अिछ।िवता तटसँ कृ सभक िनरर उपवक चचा र् सेहो अिछ।सुवाु तटसँरक् िमणक ियाक वण र्न अिछ। गोमेधकेँ विजर्त कएल जाय, ई िवचार िवमश र्कएल जाय लागल। दासक चचा र् सेहो अिछ। हिरपिपयापतन ू आ’ ओकर िविभ नगरसभ उजिड जयबाक चचा र् अिछ आ’ पात् बूथ ारा अनाय र् सभक वािणवाकेँ संगिठत करबाक चचा र् अिछ।ितीय मलमे(अवतर्ते)40


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA4.उपाससहबाढिन-गजे ठाकुरगिणत आ’ िवज्ञानक अितिरक् को आन िवषयकेँ निह तँ हम एक बेरसँ दोसर बेरपढैत छलहु ँ आ’ निहये एिह हेतु मार साहेबे कहैत छलाह। को िवाथीर्केँमार साहेब इितहास आ’ नागिरक शास्क िकताबकेँ एकसँ दोसर-तेसर बेर पढैतदेिख जाइत छलाह तखन तँ ओिह िवाथीर्क नामे ओिह िवषयसँ पिड जाइत छल।आब ओ’ गिणतो पढत तँ ओकरा सुनय पडतैक जे बाब ू ई इितहास निह िछयैक, जेकं ठ कए रहल छी। सैया-िननानबे अनठानबे- सानबे-िछयानबे-पनचानबे कहैत-कहैत आ’ बोराक आसनीकेँ बरषाक समयमे छा बनओ पा ँच चािर तीन द ू एक-एक-एक करैत भागैत िवाथीर् सभ। किहयो छुीक िदन जौ ँ कबी खेलाबय कालमार साहेब साइिकल पर चढल देखा पडिथ, तँ कबी-कबी, मार साहेब णामकबी-कबी कहैत भागैत िवाथीर्। आ’ एह एकटा घटनामे हम मार साहेबकेँठाढ भ’ कए सा ँस तोिड कए णाम कए रिहयि आ’ एिह ममे िवपक्षी पाटीर् ारालोिक लेल गेल छलहु ँ, तँ एिह पर कोइलख बला मार साहेब स भेल रहिथ, आ’एकर चचा र् ूलमे सभक समक्ष कए रहिथ।ब ुझ ु जे गामक वास बादक समयमे एकटा पैघ संबल िस भेल छल।खडाम पिहिरकए गितसँ दौगैत रही, फेर बषा र्मे आिर पर िपड पर खडाम पिहिर कए दौगैतरही।िपड पर खडाम निह िपछडैत छल। बादमे हवाइ चलक आगमन भेलाकबाद कतेक गोटे खिस-खिस कए डा ँर पर गरम पािनक भाप लैत छलाह। अिगलही,41


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिकरासन तेलक लाइन, रोशनाइक गोटी, लबनचूस, रबडक बॉल, ओिधक गेंद, पसीधकरसक िवषसँ पोखिरमे माछ मरलाक बाद भेल द ू टोलक बीचमे बाझल मािर, बािढकदृ देखबाक लेल ज ुटल भीड,छोट-छोट गप पर होइत पंचैती, आमक मासक आमकजाबीसँ बहराइत गछपू आमक छटा, ई सभ टा अलोिपत तँ निह भ’ जायत।(अवतर्ते)5.महाकामहाभारत –गजे ठाकुर(आ ँगा) ------2.सभा पव र्भय मदा द ुयो र्धन कहल हे िवद ुर,जाऊ समाचार ई ौपदीकेँ जाए सुनाऊ।छिथ ओ’ हमर दासी झाड़◌ू-बहा करिथ,महलमे आिब हमर ई आदेश सुनाऊ।िवद ुर कहल औ’ द ुयो र्धन घम छोड़◌ू,स्ीक ज ुआरी अहा ँ हमरा निह ब ुझ ू।42


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAदेिख िवद ुरक ई प पठाओल िवकण र्केँ ,जाऊ दासी ौपदीकेँ जाय आन ू गय,िवकण र् ई ौपदी लग किह सुनाओल।चिकत ौपदी कहल य ंकेँ जे हारल,युिधिर कोनाकेँ अिधकार ई पाओल,अपन हािरक बाद होयत ो सक्षम,दोसरकेँ हेतु ज ुआमे लगाबए केहन।ई जखन राखल िवकण र् सभा बीच आिब,द ुयो र्धन कहल द ुःशासन जाऊ पकिडकेँ लाऊ।ब ुझाओल ौपदी द ुःशासनकेँ , जखन मानल,भागिल गा ंधारीक भवन िदिश, दौगल द ुःशासन,ख ूजल केशकेँ पकिड िघिसअओ छल आनल।सभा भवन महापुष निह थोड जतय छल।भी, िवद ुर, ोण,कृपा लाजक लेल गोँत,गािड माथ देिख रहल ौपदीक अुपात।िसंहनादमे भीम तखन ई बाजल,स ूय र् देवतागण रहब साक्षी अहा ँ सभ,43


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAहाथसँ द ुःशासन केश ौपदीकेँ धए,उखािड फें कब हाथ ओकर ओ द ून ू।कौरव भय सँ भीत भेलाह नादसँ भीमक,द ुयो र्धन देखल मुदा देिख ई छल बाजल,जा ँघ पर दैत थोपडी करैत घिणत ृ इशारा,ौपदीकेँ बैसबा लए ओतय कहैत छल।गरिज कहल भीम अधम द ुयो र्धनसँ,तोहर जा ँघकेँ तोडब च गदासँ।िखिसयाकेँ द ुयो र्धन देलक ई आज्ञा पुनः ई,चीर-हरण क द ुःशासन ौपदी दासी छी।ौपदी कएलि होरा लोकिनसँिवनय ई,लाज बचाऊ करैत छी िवनती।सभ ो झ ुका माथ अपन ओिह सभामे,कृा छोडल सभ आश सभ िदशासँ,भक् वल अहा ँसँ टा अिछ ई आशा।कोहुना राख ू हमर ई लाज अिछ ाशा।आ र्-रसँ छिल रहिल पुकािर ौपदी,गोहािड खसिल सभा-िबच, म ू िर्त ।44


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलागल खीचय ौपदीक वस् द ुःशासन,सभासद देखल चमार ई ितपल,यावत रहल िखंचैत वस्केँ द ुःशासन,बढैत रहल वस् ौपदीक तावत खन।थािक-हािफ ँ बैसल जखन द ुःशासन,कहल भीम सुन ू सभ एिह भवनमे,यावत फािड छाती द ुःशासनक ऊ िधरकेँ ,पीयब, निह िपयास मेटत म ृु भेटत निह।सुिन ितज्ञा ई सभ भयसँ थडथडाय लागल छल।ध ृतराष् देिख द ुघ र्टना ौपदीकेँ लगमे बजाओल,सा ंना दए शा ंत कएल युिधिरसँ छल बाजल,िबसिर जाऊ इ सुख-शाितसँ ं रहए जाउ,जे हाडलहु ँ,से ब ुझ ू देल हम ठामिह लौटायल ।(अवतर्ते)6. कथा8.भैयारी िबसरब निह- गजे ठाकुर“कहलहु ँ सुत िछयैक। बेटी पैघ भ’ रहल अिछ। बेटा सभक लेल िकछु निहकएलहु ँ। अपन घरो निह बनल। िरटायर भेलाक बाद कतय रहब।“” बेटीक िचा निह क। बेटा बला’ अप चिल कए आयत।हमरा सभकेँ जतेकसुिवधा भेटल छल, तािहसँ बेशी सुिवधा िहनका सभकेँ भेिट रहल छि। तखन पढ़◌्थ ु45


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवा निह से ई सभ जानिथ। िरटायरमेटक बाद गाम जा’ कय रहब। सात जशहर िदिश घिम ु कए निह आयब।“” ो सर-कुटुम अबैत छिथ तँ हुनका सार करबा लेल घरमे इ ंतजामो निह रहैतअिछ।“” इ ंतजाम करबाक की जरित अिछ। एक पैली बेशी लगा’ िदयौक अदहनमे।“आिण मायबापक एिह तरहक वाा र्लाप सुिन पैघ भेलिथ। एक बेर हॉीटलमेिपताजीकेँ देखय लेल एक गोट कुटु आयल रहिथ। हुनकर गप सेहो िकछु एहब ुझा पडलि।” की क’ लेलहु ँ शरीरकेँ । ई बा सभकेँ देिख कए मोहो निह भेल। कतयपढैत जाइत ई सभ। आ’ को टा सुिवधा, निहये को टा िचे छलअहा ँकेँ ।अप आ’ एकरो सभक िजनगी बबा र्द कएलहु ँ।““आिण। एकटा पैघ राजनीित चिल रहल अिछ ऑिफसमे। अहा ँक िव षं चिलरहल अिछ। अहा ँकेँ चेतेनाइ हमर काज छल। मुदा अहा ँ तँ को तरहकितिया दैते निह छी।“ फोन पर एक गोट िहतैषीक आवाज सुिन रहल छलाहआिण।”आिण। की भ’ गेल। बाब ूजी जेका ँ डरायल रहब।िकछु िदका बाद हािर मािनऋिष भ’ जायब। आिक द ुक संहार करब। एिह द ुन ूमे की चुनब अहा ँ।“”िचा निह क। “ हँसैत बजलाह आिण फोन पर, आ’ फोन रािख देलि।ऑिफसक एकटा लॉबी आिणक पा ँछा पिड गेल छल। ा ंसफर-पोिंग केर बादआिणक ऊपर दवाब आिब गेल छल।िकछु गोटे हुनकर िव िबना-को आधारकिकछु कम्ेन कए दे छलि। एकटा ऑिफसर शशा ंक केर हाथ छलैक एिहमे। ओकरखास-खास आदमीक पोिंग मोन-मुतािबक निह भेल रहय आ’ ओ’ ोमोशनमेआिणकेँ पा ँछा करए चाहैत छल।एिह बीचमे आिणक फोन िकछु िदन डेड छलि।तकरा बाद हुनकर फोनसँ अब ुधाबी आ’ द ुबइ फोन कएल गेल छल। मुदा ओिहसमयमे सरकारी फोनमे आइ.एस.डी. केर सुिवधाक हेतु टेलीफोन िवभागकेँ स ू िचत46


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकरए पडैत छल। हुनकर ऑिफसक एकटा शासिनक अिधकारी टेलीफोन िवभागकेँिची िलिख कए ई सुिवधा आिणक जानकारीक िबना करबाए दे छल। िवजीलेंसकजा ँचमे ओ’ बयान दे छल जे आिण एिह ऑिफसक मु छिथ, आ’ हुनकर मौिखकआदेशोक पालन करए पडैत छि हुनका। से आइ. एस.डी. केर सुिवधाक लेलटेलीफोन िवभागकेँ ओ’ आिणक मौिखक आदेश पर िची िलख छलाह।मािफयाओकरा तोिड ले छल आ’ ओिहमे ओ’ शासिनक अिधकारी अपनाकेँ सेहो फँसा लेछल।सोम िदन फै आयल आ’ आिणक ा ंसफर भ’ गेल।”िरसेंट क एिह आदेशक िव”। वैह िचरपिरिचत र, मणीक।“अहूँ कोन झमेलामे पडल छी। सभ ठीक भ’ जायत”। बजलाह आिण फोनपर।शशा ंकक घर पर पाटीर् भेल।”िमर आिण िरसेट तक निह कएलि। िरलीव भ’ कए चिल गेलाह। ब ुझ ूसरेडर कए देलि अपनाकेँ ”।”ोमोशन ब ुझ ू जे दस साल धिर कल रहति। सीिनयिरटी मारल जएति।बदनामी भेलि से अलग। सुत छी जे फोन पर द ुबइक गलर सभसँ गपकरैत छलाह”।-------------------------------------------------------------------ओर आिणकेँ अपन बाब ूजीक ा ंसफर, ईमानदारीक संग कएल संघष, र् संघष र्क िवफलताआ’ तकर बाद हुनकर तं-िवा आ’ प ूजा-पाठक िदिश अपनाकेँ ओझरायब आ’घर-ार,ऑिफस आ’ सा ंसािरकतासँ िवरिक् मोन पिड गेलि। एिह सभ घटनामकबाद हुनकर मुँह पर जे िचाक रेखा आयल छलि,से बेशी िदन धिर निह रहलिआिणक मोन पर। हािरकेँ जीतमे कतोक बेर बदल छलाह ओ’ । पढाइक ाफिपताक मोनक संग बत-िबगडैत रहैत छलि। मुदा घिर ु कए पुनः ल ाकरैत छलाह। करीमे रिहतहु ई घटना एक बेर भेल छल। एकटा सरकारीयााक बाद भेल एीडेट, 15 िदन धिर वेंटीलेटर पर,फेर एक साल धिर बैशाखी पररहलाक बाद, पुनः अपन पैर पर ठाढ भ’ गेलाह। म ृु पर िवजय कएलि।मुदाडेढ साल बाद जखन ऑिफस अएलाह तखन लोककेँ िवासे निह भेलैक।मुख पर47


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिकाँ'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवैह िचरपिरिचत हँसी।लोक सभ तँ ईहो कहैत छल जे ई एीडेंट भेल निह छलवरन ् करबाओल गेल छल।” की यौ मणी। को फोन-फान निह। ेटसँ बाहर ा ंसफर भ’ गेल तँ अहा ँसभ तँ िबसिरये गेलहु ँ”।” हम की सभ ो िबसिर गेल अहा ँकेँ एतय।“अहा ँ की ब ुझलहु ँ। जे हम सेहो िबसिर गेल छी। अहा ँकेँ मोन अिछ। हम जखनइ ंटरक बाद बाब ूजीक इाक िव िवज्ञान छोिड कए कला िवषय ले छलहु ँ।िवज्ञानक सभटा िकताब 11 बजे राितमे पोखिडमे फें िक दे छिलयैक। कोटाअवशेषो निह छोड छलहु ँ ओिह िवषयक अपन घरमे। आ’ जखन कला िवषयमेथम णी आयल छल तखन गेल छलहु ँ गाम। तकरा पिह कतेक बिरयाती छोडछलहु ँ, कतेक ज-म ृु। मुदा गाम निह गेल छलहु ँ”।” एह भाई। अहा ँकेँ तँ सभटा मोन अिछ। हमरा तँ भेल जे अहूँ काका जेका ँभ’ गेलहु ँ। ई सभ क्षमाक यो निह अिछ। कक देखा’ िदयौक। आब हमरािवास भ’ गेल जे िकछु होयत”।” फेर वैह गप। जखन अहा ँ निह बदललहु ँ तखन हम कोना बदलब। चोड छलहुिकछु िदन अपनाकेँ । आब सुन ू। जे कहैत छी से टा क। बेशी बाजब जिन।ुजािह समयक काल हमर टेलीफोनसँ बाहरी देश कएल गेल छल, ओिह समयमे तँ हमरटेलीफोन खराब छल, ई तँ अहा ँकेँ ब ुझले अिछ।घरसँ टेलीफोन िवभागकेँ कम्ेनसेहो िलखबाओल गेल छल। मुदा से टेलीफो पर िलखबाओल गेल छल। कोिलिखत प आ’ ओकर ाि रशीद तँ अिछ निह। मुदा ई पता क जे एिहतरहक कम्ेनक को रेकाडर् टेलीफोन िवभागक लग रहैत छैक की निह।“मणीक फोन आयल िकछु िदका बाद जे फोन िवभाग एक महीनाक बाद कम्ेन नंबरफेरसँ एक सँ देब शु कए दैत छैक। से ई काज निह भेल।” बेश तखन ई पता क, जे हमर नंबरसँ ककरा-ककरा कोन-कोन नंबर परिवदेश फोन कएल गेल छल। आ’ ओिह िवदेशीक फोन कोन-कोन नंबर पर आयलअिछ”।”हँ। एिह गपक तँ हमरा सुरते निह रहल”।48


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAआब मणी जे टेलीफोन नंबरक स ूची अनलि, से सभटा टेलीफोन ब ूथ सभकछल। मुदा को टा काल आिणक नंबर पर निह आयल छल।िवजीलेंसक सुनबाहीमे ई सभ वण र्न जखन आिण कएलि, तखन शशा ंक हतभ रिहगेलाह। ई तँ नीक भेल जे हुनकर आदमी सभ ब ूथ बलासँ संपकर् रख छल, निहतँ ओहो सभ फसैत आ’ संगिह शशा ंकोक नाम अबैत एिह सभमे। अु आिणजा ँचसँ बाहर िनकिल गेलाह।-----------------------------------------------------------------------“ भाइ। हम मणी। ओकरा सभकेँ तँ िकछु निह भेलैक।“”हमर ा ंसफर िदी भेल अिछ। देखैत छी। अहा ँ िनिंत रहू।“”हम तँ ओिह िदन िनिंत भ’ गेलहु ँ जिहया अहा ँ पुरनका गप सभ सुलहँ।ुकाकाक अपमानक बदला अहा ँकेँ लेबाक अिछ। मा िक् सभ बदलल अिछ। चिरसभ वैह अिछ”।--------------------------------------------------------------------िदीमे आिण िवजीलेंस िवभागक स ूचना-ौोिगकी शाखामे पदािपत भेलाह। एिहिवभागकेँ शिट ं ंग पोिंग मानल जाइत छल। िवजीलेंसक एनायरीसँ बाहर िनकललाकबादो आिण एिह पोिंगके चुनलि, से एिहसँ तँ ईएह िस होइत अिछ, जेआिण थािक गेलाह। पा ँच साल कोनमे बैसल रहताह। शशा ंकक ुप फु छल।एर आिण अपन िवज्ञानक छोडल पाठ फेरसँ शु कएलि। भिर िदन कम्ुटरआ’ ओकर तकनीकी िवशेषज्ञ सभसँ िभडल रहिथ। ओहो लोकिन बहुत िदनक बादएहन अिधकारी देखनी छलाह जे िभडल अिछ, काजसँ। दोसिर लोकिन तँ कोहुना टम र्प ूण र् कए भागैत छिथ।ओना देखल जाय तँ ई िवभाग ब संवेदनशील छल। आब आिणक अपन िवभागकसभ कम र्चारीसँ बेश िनकटता भ’ गेल छलि। सभक आवेदन समयसँ आग ू बढैतछल। सभटा ऑिफसक इिपमेंट नव आबय लागल। पिहलुका ऑिफसर सभ तँ समय49


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकािट भागय केर फेरमे रहैत छल आ’ ऑिफसक आवक आवकता सेहो प ूण र् निहकरैत छल।ऑिफसमे एकटा इिपमेट आयल छल, एटी करप्शन रोकय लेल। एिहमे गलरसभक फोन टेप करबाक सुिवधा छल।िकछु िदन समय तीत होइत रहल।”मणी। को फोन-फान निह”।”हम आब िनि छी”।”हँ समय आिब गेल अिछ। एकटा काज क रक संग शशा ंकक संब ंधक संब ंधमेएकटा ूज िनकलबा िदऔक अखबारमे।आगा ँ सभ चीज तैयार अिछ”।ओर अखबारमे खबिर िनकलल, आ’ म ंीक जन संपकर् पदािधकारी जकर काजिवभागक खबिरकेँ अखबारसँ कािट कए म ंी धिर पहु ँचायब छल, ओ’ ििपंग म ंीजी लगपहु ँचाय देलि। समय समीचीन छल कारण िवभागीय म ंीजी पर ढेर आरोप ओिहसमय आयल छलि,संसदक स चिल रहल छल, से ओ’ को तरहक िर निहलेलि। इ ंायरीक ऑडर्र दय देलि।िविजलेंस िवभागमे केश आयल। ओकर आ ंतिरक बैठकी होइत छल, जािहमेौोिगकी िवभागकेँ सेहो बजाओल जाइत छल। सभ केशमे मोटा-मोटी ौोिगकीिवभाग अनािधकार ामाण प दए दैत छल।आ’ केश इ ंायरीक बाद समा भ’जाइत छल।मीिट ंगक ितिथ तय भेल। मीिट ंगमे आिण िविजलेंस कमेटीक सदक पमे शािमलभेलाह।”शशा ंक पर को तरहक को आरोप िस निह होइत छि। आिण अहा ँकिवभागकेँ टेलीफोन टैिपंगक उपकरण उपल करबाओल गेल छल। मुदा अपनऑिफसमे तँ फै मशी 6 मास िकनाकय राखल रहलाक बाद लगाओल जाइत अिछ,तखन ई मशीन एख राखले होयत आिक िकछु कं वशे र्शन रेकाडो र् भेल अिछ”।”ीमान। ई मशीन एिह मासक पिहल ितिथकेँ आएल आ’ ओिह ितिथसँ एकर उपयोगशु भ’ गेल। एिह केशमे जिह गलरक नाम आयल अिछ, ओकर नाम ओिह स ूचीमे50


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअिछ, जकर काल रेकाडर् करबाक आदेश हमरा भेटल छल। शशा ंकक कं वशे र्शन एिहिक्सँ निह केर बराबड अिछ।आध-आध िमनटक द ू टा कं वशे र्शन।दोसर कं वशे र्शन बजे राितक छी आ’ एिह कं वशे र्शनक बाद ओिह गलरक फोन अपन कम र्चारीकेँजाइत छैक, आ’ ताहूमे मा आध िमनट ओ’ लगबैत अिछ”।” ई कोन तारीखक अिछ”।”पा ँच तारीखक”।” छह तारीखक भोरमे एिह गलरक ओिहठाम रेड भेल छल, आ’ िकछु निह भेटलछल। ई सभ फोनक िडटेल िदअ आिण’ ।”पिहल कालमे शशा ंक कहैत छिथ, जे साढे आठ बजे घर पर आिब कए भेंटक।ब जरी गप अिछ। दोसर कं वशे र्शनमे ओ’ बजे तमसाइत कहैत छिथ,जे बािज गेल आ’ अहा ँ एखन धिर निह अएलहु ँ। एिहमे उर सेहो भेटैतअिछ, जे ओ’ शशा ंकक गेट पर ठाढ अिछ”।” तेसर फोनमे की वाा र्लाप अिछ”।” तेसर फोन ओ’ गलर अपन ऑिफस ाफकेँ साढे बजे करैत अिछ। ओ’कम र्चारीकेँ आदेश दैत अिछ, जे तुरत ऑिफस आऊ, हमहु ँ पहु ँचैत छी। बस एकरअितिर िकछु निह। को एवीडेंस निह भेिट सकल एिह केसमे। कहू तँ हम ऑेन सिटिफकेट र् दए िदअ”।”आिण। की कहैत छी अहा ँ। अहा ँक िवभाग तँ आइ तक को काज निह कएछल, मुदा आइ तँ सभटा कडी जोिड देलहु ँ अहा ँ। शशा ंक फोन कएलक जे भेंटक। दोसर फोन पर ओ’ िक् ओकर गेट पर ठाढ छल। तेसर फोनमेओकर कम र्चारी ऑिफस ओतेक राितमे की करए जाइत अिछ। रेडक खबिड शशा ंकलीक कएलि। ओ’ कम र्चारी सभटा कागज हटा देलक, आ’ हमर िवभागक ऑिफसरभोरमे छु हाथ घिर ु कए आिब गेलाह। आब एकटा फोन आर क। शशा ंककनंबर टेप तँ निह भ’ सकल छल, मुदा ियाक असार ओकर आवाजक सैंपल मैचकरबाक चाही। ओ’ फोन उठायत तँ गलत नंबर किह कािट िदयौक”।”सैह होयत”।तख ई िया कएल गेल।51


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA“ई तँ ओपन आ’ शट केस अिछ”। िवजीलेंस कमेटीक अक्ष महािनदेशककेँबतओलि। महािनदेशक शशा ंककेँ बजबओलि आ’ ओकरा द ू टा िवक देलि।”शशा ंक एिह सभ घटनाक बाद अहा ँ लग द ू टा िवक अिछ। िवभागसँ कं पलसरी सेवािनवि ृ लेबय पडत अहा ँकेँ । निह तँ इ ंायरी आगा ँ बढत”।शशा ंक कं पलसरी सेवािनवि ृ लए लेलि। िवभाग छोिड कए चिल गेलाह।” भाइ मणी। को फोन-फान निह”।”भजार। हम तँ ओिह िदन िनिंत भ’ गेल छलहु ँ जािह िदन हमरा ब ुझबामे आओल,जे अहा ँकेँ बाक सभटा गप मोन अिछ। काका आ’ अहा ँमे को अंतर निह।मा मा द ू तरहक रहल। एिह िवजयक मा पर अहा ँ चली तािह हेतु, कतेकभरकाबैत छलहु ँ अहा ँकेँ से मोन अिछ । मुदा ओिह िदन जखन हमरा अहा ँ बाकगप सभ कहए लगलह ु ँ तिहये िनि भ’ गेल छलहु ँ हम”।(अवतर्ते)7. पनाम - ोित झा चौधरी ;ज ितिथ -३० िदसर १९७८;ज ान -बेवार,मध ुबनी;िशक्षा - ामी िववेकान िम िडल ूल़ िटो साकची गर्र् हाई ूल़,िमसेज के एमपी एम इटर कालेज़,इिरा गाी ओपन यिनविस ू र्टी, आइ सी डबू ए आइ (काएकाउेी);;िनवास ान - लन, य ू के ;िपता -ी शुभंकर झा,ज़मशेदपुर ;माता -ीमती सुधा झा,िशवीपी ; ।''मैिथली िलखबाक अास हम अपन दादी नानी भाई बिहन52


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसबकेँ प िलखबामे के छी।।बचपनसँ मैिथली सँ लगाव रहल अिछ।-ोितआध ु िनक जीवनदश र्नअितशयोि सँ िवरि अिछजाबे ओ' दोसरक श ंसा में होयपर िनंदामे िकएक कं जूसीजखन अनकर करबाक होय ।अस तऽ ओकरा ब ुझबजे हमर श ंसकके रोकयए, हर िकयो श ंसक अिछ समाजमे िकयो अस ब ुझाइए ।परोपकार करिनहारके आिशषजे हमर काज बना गेलअथा ओ सब बेरोजगारजे आनक काजमे लािग गेल ।53


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिमिथलाक ज ग़◌ीत- गजे ठाकुरिमिथलाक ज फहरायत जगतमे,मा ँ षिल,भूषिल,द ूषिल, देखल हम,अकुलाइत छी, भँिसयाइत अिछ मन।छी िवाक उोगक कम र्भूिमसँ,पछािड आयत सित अहा ँक पुिन,बि, ु चातुय र्क आ’ शौय र्ककरसँ,िवजयक ित क अहँ श ंका ज ु िन।मैिथली छिथ अाण भेल जौ,ँसक्षर बािज करब हम ोरा,वण र् ोटक बनत श र्सँ हमर,ज खसत निह हे मातु िमिथला।Music Notationराग वैदेही भैरव िताल(म लय)54


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAाईसा ंधसा ं धप म (-) रे – सा सा सा रे॒ म – प ध प ममप ध – ध सा ं – सा ं धसा ं रें – सा ं सा ं धसा ं धप म, धसा ं धप म (-)सा ंअराप ध सा ं ध सा ं सा ं सा ं ध – रें ॒ – म ंरें ॒ – सा ं सा ंसा ं – ध प म - - प म रे॒ – सा रे॒ – सा सा- रे॒ म - प ध ध सा ं ध सा ं- सा ं रें ॒ रें ॒ सा ं सा ंमप धसा ंधसा ं रें ॒सा ं धसा ं धप म,सा ं55


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA8. संृत िशक्षा(आ ँगा)गीतम ्-गजे ठाकुरपिथकः चिलतुं गित द ूरे,त आगिमित लम ् एकम ्।िकमिप न चिलतुम ं शोिम मम,इित िचयित सः पिथकः भीते।त आगित साहसम ् एकम,्प ृित व िचयित िकम दयम ्।मिे िचयतु ाुम लम,्पिथकः चलित गित अ शीम,्ाते लं िसयित म ्।सुभािषतम ्वयम ् इदानीम ् एकं सुभािषतं ुः।उपकािरषु यः साध ुः साध ुे त को गुणः।आिरषु यः साध ुः स साद ु िरित कीितर्तः॥56


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवयम ् इदानीम यत सुभािषतं ुतवः त अथ र्ः एवम ् अि। लोके केचन ् जनाःअाकम ् उपकार ं कुवि, र् अ केचन ् अपकार ं कुवि। र् ये उपकार ं कुवि र् तेषा ं िवेसवे र् संतुाः भवि, तेषा ं िवषये साध ुं दश र्यि एव, िकु यः अपकार ं करोित तिवषये अिप यः साध ुं दश र्यि यः तािप उपकार ं करोित सः वुतः साध ुः।अथा यः मम उपकार ं करोित त अहम ् उपकार ं करोिम चेत् त साध ुं िकमिपनाि। यः अपकार ं करोित तािप यः उपकार ं करोित सः वुतः साध ुः।कथाअहम ् इदानीम ् एकं लघ ु कथा ं वदािम।कन ् ामः आसीत्। तिन ् ामे एकः पितः आसीत्। सः महान ् िवान,्अकेषु शास्षु िनातः आसीत्। सः ितिदनम ् अयनं करोित, ितिदनम ्अापनम ् अिप करोित, ितिदनं पाठं करोित। द ूर-द ूरतः अिप छााः ितिदनंत समीपम ् आग िशक्षणं ावि।, ितिदनं पाठाथ र्म ् आगछि। त पितएकः पुः आसीत्। पु िवषये पित महती ीितः आसीत्। सः पुः अिपसक पठित । एकिन ् िद छााः यथाप ूव ं र् गुरोः समीपम ् आगतवः। गुःतान ् सवानर्् यथाप ूव ं र् पािठतवान ्। ाकरण वा ायशास्ं वा िकं िचत्शास्ं सः सवानर्् छााण ् यथाप ूव ं र् पािठतवान ्। छााः सवे र् पाठं ुा सुाः ामम ्अतर ं गतवः। साया ंकालः अभवत्।तिन ् िद अकात् त पित पु महान ् रः आग। सः औिषधम ्आनीतवान ्। परु योजनं न भवथ। राि समये सः बालकः म ृतः एवअभवत्। पित एकः एव पुः। सः पुः अिप म ृतः अभवत्। पितमहत् द ुःखं जातम ्। सहजं सः बहुद ुःखेन ् एव पु कायािण र् यािण किरिणयािन तािनसवािन र् कृतवान ्। त िशाः सवे र् अ ामेषु िनवसु। ते एता ं वाां र् न जानु।अनर िद ातः काले ते सवे र् यथा प ूव ं र् पाठाथ र्म ् आगतवः। गुः दृवान ्।सवे र् छााः पाठाथ र्म ् आगतवः। गुः ा उपिववान ्। सवानािप र् पािठतवान ्।ितिदनम ् यथा पाठयित तथैव एक घा पय र्ं पाठनं कृतवान ्। पाठः समाा छााःसवे र् गुरोः पुं न दृवः। अ पुः न दृते। कु इित तेषा ं संशयाःभवि। ते गुं प ृवः।भवतः पुः कु।57


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAतदा गुः सव र्म ् उक्वान ्।छााः उक्वः- कीदृशः भवान ्।िकमथ र्म ् अान ् प ूव र्मेव न उक्वान ्। तदा गुः उक्वान ्- भवः सवे र् द ूर-द ूरामतः पाठं ोतुम ् आगतव ंटः। एताव ंटः िशाःद ूरतः पाठं ोतुम ्आगतवः। अहं पाठं न करोित चेत्, भवताम ् सवे र्षाम ् समयः थ र्ः न भवित? अतः पाठनं मम ् धम र्म ्।--------------------साषणम ्वयम ् आरे प ूव र्तन ् पठ िकं िचत् रण कुम र्ः।ददाित ददािम दापयािम दापयितपठित पठािम पाठयािम पाठयितअ बहूिन वूिन सि।करदीपः अि।अहं करदीपं ीकरोिम।अहं उपं ददािम।ीकरोतु।करदीपं ददािम।तथा वाािन वदामः।इदानीं भवः एकम ् एकं वां वदि एव, िकम ् िकम ् ददित।58


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवदु।भवती फलं ददाित।अहं लेखनीं ददािम।कृपया उपं ददातु।मम ् समीपे बहूिन वूिन सि।अहम ् एकम ् एकं वु दश र्यािम।करदीपः- कृपया करदीपं ददातु।दंतकूच र्ः- कृपया दंतकूच ं र् ददातु।िनमुिकाम ्सामुिकाम ्-अम ् एकम ् अासम ् कुम र्ः।-अहम ् एकम ् वां िलखािम।मय ूरः पठित।अहम ् अं खादािम।िचयु। अहाः मम ् अितिथः अि। सा मम ् गृहम ् आगित। अहं कथं साषणंकरोिम । ुणवु।भो:। आगतु। उपिवशतु।कुशलं वा। आम ् सव ं र् कुशलम ्।अािप सव ं र् कुशलं।गृहे सव ं र् कुशलम ्।माता कुशिलनी अि।59


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिकं िचत् पानीय ं ददािम।संकोचं माु।माु।िकं िचत् ीकरोतु।िकं िचत्।चाय ं ददािम।सक् अि।िकं िचत् ीकरोतु। माु।िकं िचत् शकर्रा आवकी।िकं िचत् न आवकम ्।सावधानं ीकरोतु।कः िवशेषः।मम ् गृहे ः प ूजा अि।किन ् समये प ूजा।भिगनी नाि वा।सवे र् आगु।आगामः।पुनिम र्लामः।आगतु।धवादः।कुशलम ् वा।60


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAआम कुशलम ्।कः िवशेषः।िवशेषः कोिप नाि।गृहे सव ं र् कुशलम ्।आम ् कुशलम ्।िपता काया र्लयं गतवान ्।अज परीक्षा समाा।भो िवृतवान ्।िकमिप।पानीय ं िकम ् ीकरोित। माु।संकोचः माु।िकं िचत् िकं िचत् ददातु।ीकरोतु भोः।िकम ् ददािम।फलरसम ् ददातु।अु ददािम।अ िवशेषः कः।कोिप नाि।अु अहं गािम।िकं िचत् कालं िततु।न गािम।61


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअु धवादः।आसः मम ् पुरतः अि।उीिठका मम ् प ृतः अि।संगणकं पुरतः अि।कूपी प ृतः अि।िया मेघायाः पुरतः अि।अहा मेघायाः प ृतः अि।िवजयः पुरतः आगतु।न न प ृतः गतु।सः दिक्षणतः अि।िया मम ् वामतः अि।मम ् दिक्षणतः कः अि।मम ् वामतः कः अि।ः आकाशः उपिर अि।पातालं भूिमः अधः अि।रघ ुव ंशः रामायण उपिर अि।स ूं महाभारत उपिर/अधः अि।रामायणं महाभारत अधः अि।पुरतः/प ृतः/वामतः/दिक्षणतः/उपिर/अधः/अहं पठयािम।एव ं िततु।62


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपुरतः/प ृतः/दिक्षणतः/वामतः/हम ् एव ं करोतु।पुरतः/प ृतः/दिक्षणतः/वामतः।(अवतर्ते)9. िमिथला कला(आ ँगा)िचकार- ीित, गाम-जगेली(िजला प ू िण र्या),िबहार, भारत)।दशपात अिरपनपिछला अंकमे स्ीगणक दिशपात अिरपन देल गेल छल। एिह बेर पुषक दिशपातअिरपन देल गेल अिछ।एकर नाम दसकम र्क बोध करएबाक कारण दशपात अिछ, आ’ ई पुषक सभ संारकअवसर पर िलखल जाइत अिछ।ऊपरी भागमे द ू टा मय ूर,कमलक फूल,शुभ मत्,भीतरमे 12 टा मा ँछक िच आ’दसटा डािढक िच देल गेल अिछ,आ’ , बीचमे अदल कमल।63


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA10. संगीत िशक्षा-गजे ठाकुरवण र्सँ रागक प-भाव गट कएल जाइत छैक। एकर चािरटा कार छैक।1.ायी-जखन एकटा र बेर-बेर अबैत अिछ।ओकर अवि ृ होइत अिछ।2.अवरोही- ऊपरसँ नीचा ँ होइत र सम ूह, एकरा अवरोही वण र् कहल जाइत अिछ।3.आरोही- नीचा ँसँ ऊपर होइत र सम ूह, एकरा आरोही वण र् कहल जाइत अिछ।4.संचारी-जािहमे ऊपरका तीन ू प लयमे होय।64


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलक्षण गीत: रचना जािहमे बादी, सादी,जाित आ’ गायनक समय केर िनदेर्शक रागकलक्षण भ’ जाय।ायी: को गीतक पिहल भाग, जे सभ अराक बाद दोहराओल जाइत अिछ।अरा: जकरा एकिह बेर ायीक बाद गाओल जाइत अिछ।अलंकार/पलटा: र समुदायक िनयमब गायन/वादन भेल अलंकार।आलाप: को िवशेष रागक अत युक् भेल र समुदायक िवारप ूण र्गायन/वादन भेल आलाप।तान: रागमे युक् भेल रक िरत गायन/वादन भेल तान।(अवतर्ते)11. बालाना ं कृते-गजे ठाकुरोित पँिजयारोित पँिजयार छलाह िस।पीपुर गामक। तं-म ं जानएबला।धम र्राज रहिथहुनकर कुलदेवता। ोित पँिजयारक पी छलीह लिखमा।एक बेर साध ुक वेष धय धम र्राज िभक्षाक हेतु अएलाह। ोित पँिजयार लिखमाक संगगहबर बना रहल छलाह। माय स ूपमे अ लए क’ अयलीह। मुदा साध ु कहलिखजे हम तँ भीख लेब ोित पँिजयारक हाथेटा सँ। ोित पँिजयार मना कएदेलिख जे हम गहबर बनायब छोिड कए निह आयब।साध ु ाप दए देलिख जेिनध र्न भ’ जयताह ोित पँिजयार, कु फूिट जएति हुनका।आे-आे ई घिटत होमय लागल। ोित पँिजयार बिहिनक ओिहठाम चिल गेलाह।मुदा ओतय अवहेलना भेटलि। ोित ओतय सँ िनकिल गेलाह। ओइटदल गामपहु ँिच गेलाह अपन संगी लगवारक लग। एकटा ंिक अएलाह। कहल- बारह वष र्65


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAधिर कदलीवनमे रहए पडत। धम र्राजक आराधना करए पडत। गहबड बनाए करचीरोपी ओतए। बा ँसक घर बनाऊ धम र्राजक हेतु। धम र्राज दश र्न देताह, अहा ँ ठीकभ’ जायब। पँिजयार चललाह, रामे सैनी गाछ भेटलि, ओकर छहमे सुेलाहपँिजयार, मुदा ओ’ गाछ सुखा गेल, अरडा कए खिस पडल।कोइलीकेँ कहलि जेपािन आिन िदअ, ओ’ उडल तँ िबहाड आिब गेल। कोइली मिर गेल।पँिजयार उिडकए पहु ँिच गेलाह कदली वनमे। एकटा मिहसबार कहलकि जे अिछ्मतपुर गामजाऊ। मिहसबार छलाह धम र्राज, बिन गेलाह भेम-भौरा। एकटा िक् भेटलि।ओ’ कहलकि जे आग ू वरक गाछ भेटत, ओकर पात तोड़◌ू।ओिह पर अहा ँक सभक उर रहत। ई किह ओ’ परबा बिन गेल। वरक पात तोडलि ोित तँओिह पर िलखल छल, यैह छी अिछ्मतपुर। ओतुा राजाकेँ बा निह छलि। ोितआशीवा र्द देलि। कहलि, एकटा छगर ओिह िदन पोसब जािह िदन गभर् ठहिरजाय। हम कदली वनसँ आयब तँ ई छगर यं ख ुट्ट्सँ खिज ु जायत। 12 बरखकबाद ोित कदली वनसँ चललाह। कोइलीकेँ जीिवत कए देलि। सुखायल धारमेपािन आिब गेल। सैनीक गाछ हिरयर कचोर भ’ जीिब उठल। अिछ्मतपुर गाममेराजा कहलि जे छागर आ’ पु द ुन ू एकिह िदन मिर गेल। पँिजयार पाठाकेँ िजआदेलि, कहलि जो तोँ कदलीवनक धारमे नाओ पर चिढ जो, म प भेिटजयतौक। तावत राजाक पु सेहो कदलीवनसँ िशकार खेला’ कए घोडा पर चिढकए आिब गेल। ोित पँिजयार गाम पहु ँिच गेलाह गमछामे गहबर ले।बा लोकिन ारा रणीय ोक१.ातः काल मुहूर् (स ूयो र्दयक एक घंटा पिह) सव र्थम अपन द ुन ू हाथ देखबाकचाही, आ’ ई ोक बजबाक चाही।करा वसते लीः करमे सरती।करम ूले ितो ा भाते करदश र्नम ्॥करक आगा ँ ली बसैत छिथ, करक ममे सरती, करक म ूलमे ा ित छिथ।भोरमे तािह ारे करक दश र्न करबाक थीक।२.संा काल दीप लेसबाक काल-दीपम ूले ितो ा दीपमे जनाद र्नः।दीपा शरः ोक्ः साोितन र्मोऽुते॥दीपक म ूल भागमे ा, दीपक मभागमे जनाद र्न (िवु) आऽ दीपक अ भागमेशर ित छिथ। हे संाोित! अहा ँकेँ नमार।66


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA३.सुतबाक काल-राम ं ं हन ूमं वैनतेय ं व ृकोदरम ्।शय यः रेिं द ुः नित॥जे सभ िदन सुतबासँ पिह राम, कुमारामी, हन ूमान, ् गड आऽ भीमक रण करैतछिथ, हुनकर द ुः न भऽ जाइत छि।४. नहेबाक समय-गे च यमु चैव गोदाविर सरित।नम र्दे िसु कावेिर जलेऽिन ् सििध ं कु॥हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरती, नम र्दा, िसु आऽ कावेरी धार। एिह जलमेअपन साि िदअ।५.उर ं यमु िहमाेैव दिक्षणम ्।वष ं र् तत् भारतं नाम भारती य सितः॥समुक उरमे आऽ िहमालयक दिक्षणमे भारत अिछ आऽ ओतुका सित भारतीकहबैत छिथ।६.अहा ौपदी सीता तारा मोदरी तथा।पकं ना रेिं महापातकनाशकम ्॥जे सभ िदन अहा, ौपदी, सीता, तारा आऽ मदोदरी, एिह पा ँच साी-स्ीक रणकरैत छिथ, हुनकर सभ पाप न भऽ जाइत छि।७.अामा बिला र्सो हन ूमा ं िवभीषणः।कृपः परशुराम सैते िचरीिवनः॥अामा, बिल, ास, हन ूमान, ् िवभीषण, कृपाचाय र् आऽ परशुराम- ई सात टा िचरीवीकहबैत छिथ।८.साते भवतु सुीता देवी िशखर वािसनी67


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAउन तपसा लो यया पशुपितः पितः।िसिः साे सतामु सादा ध ूजर्टेःजावीफेनलेखेव यूिध शिशनः कला॥९. बालोऽहं जगदान न मे बाला सरती।अप ू र् पंचमे वषे र् वण र्यािम जगत्यम ् ॥१०. द ूवा र्क्षत म ं (शु यज ुवे र्द अाय 22, म ं 22) डाउनलोड क।िवक थम देशभिक् गीत(शु यज ुवे र्द अाय २२, म ं २२)आ ि जापितर ्ॠिषः। िलंभोक्ा देवताः। राडुृितः। षड्जःरः॥आ ॑न ् ा॒ ॑वच॒सी र् जा॑यता॒मा रा॒ष् रा॑ज॒ः शुरे॑ऽइषो॒ऽिता॒धी म॑हार॒थोजा॑यता॒ ं दोग्ीं धे॒वो र्ढा॑न॒ड्वाना॒शुः सिः॒ पुर॑ि॒यो र्वा॑ िज॒ू र॑थे॒ाः स॒भेयो॒ युवायज॑मान वी॒रो जा॒यता ं िनका॒मे-िन॑कामे नः प॒जर्ों वष र्तु॒ फल॑वो न॒ऽओष॑धयः पा ंयोगेक्ष॒मो नः॑ कताम ्॥२२॥माथा र्ः िसयः सु प ूणा र्ः सु मरथाः। शूणा ं ब ु िनाशोऽु िमाणामुदयव।ॐ दीघा र्युभर्व। ॐ सौभावती भव।हे भगवान ्। अपन देशमे सुयो आ’ सव र्ज्ञ िवाथीर् उ होिथ, आ’ शुुकेँ नाशकएिनहार सैिनक उ होिथ। अपन देशक गाय ख ूब द ूध दय बाली, बरद भार वहनकरएमे सक्षम होिथ आ’ घोडा िरत पेँ दौगय बला होए। स्ीगण नगरक करबामे सक्षम होिथ आ’ युवक सभामे ओजप ूण र् भाषण देबयबला आ’ देबामेसक्षम होिथ। अपन देशमे जखन आवक होय वषा र् होए आ’ औषिधक-ब ूटी सव र्दापिरप होइत रहए। एव ं मे सभ तरहेँ हमरा सभक काण होए। शुकबिक ु नाश होए आ’ िमक उदय होए॥मकें कोन वुक इा करबाक चाही तकर वण र्न एिह म ंमे कएल गेल अिछ।एिहमे वाचकलुोपमालड़◌्कार अिछ।68


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअय-॑न ् - िवा आिद गुणसँ पिरप ूण र् रा॒ष् - देशमे॑वच॒सी- र् िवाक तेजसँ युक्आ जा॑यता॒- ं उ होएरा॑ज॒ः-राजाशुरे॑ऽ– िबना डर बलाइषो॒- बाण चलेबामे िनपुणऽिता॒धी-शुकेँ तारण दय बलाम॑हार॒थो-पैघ रथ बला वीरदोग्ीं-कामना(द ूध प ूण र् करए बाली)धे॒वो र्ढा॑न॒ड्वाना॒शुः धे॒-गौ वा वाणी वो र्ढा॑न॒ड्वा- पैघ बरद ना॒शुः-आशुः-िरतसिः॒-घोडापुर॑ि॒यो र्वा॑- पुर॑ि॒- वहारकेँ धारण करए बाली यो र्वा॑-स्ीिज॒ू-शुकेँ जीतए बलार॑थे॒ाः-रथ पर िरस॒भेयो॒-उम सभामेयुवा-युवा जेहनयज॑मान-राजाक रामेवी॒रो-शुकेँ परािजत करएबला69


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिनका॒मे-िन॑कामे-िनययुक् काय र्मेनः-हमर सभकप॒जर्ों-मेघवष र्तु॒-वषा र् होएफल॑वो-उम फल बलाओष॑धयः-औषिधःपा ं- पाकएयोगेक्ष॒मो-अल ल करेबाक हेतु कएल गेल योगक रक्षानः॑-हमरा सभक हेतुकताम ्-समथ र् होएििफथक अवाद- हे ण, हमर रामे ाण नीक धािम र्क िवा बला, राज-वीर,तीर ंदाज, द ूध दए बाली गाय, दौगय बला जु, उमी नारी होिथ। पाजर्आवकता पडला पर वषा र् देिथ, फल देय बला गाछ पाकए, हम सभ संपिअिजर्त/संरिक्षत करी।अहा ँक बा ऋ केँ री आ' ज्ञ केँ उािरत करैत छिथ? तखन शु उारणकहेतु नीचा ँ िलखल फाइल डाउनलोड क।अ सँ ज्ञिवापितक बड सुखसार डाउनलोड क।बड सुख सार12. पी ब ंध-गजे ठाकुर70


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपंजी-संाहक- ी िवानंद झा पीकार (िस मोहनजी)ी िवान झा पञीकार (िस मोहनजी) ज-09.04.1957,पुआ, ततैल,ककरौड(मध ुबनी), रशाढय(पिण ू र्या), िशवनगर (अरिरया) आ’ सम्ित पिण ू र्या। िपता लधौत पीशास् मार् पीकार मोदान झा, िशवनगर, अरिरया, पिण ू र्या| िपतामह-.ी िभिखया झा | पीशास्क दस वष र् धिर 1970 ई.सँ 1979 ई. धिर अयन,32वष र्क वयससँ पी-ब ंधक संवर्न आ' संरक्षणमे संन। कृित- पी शाखा पुककिला ंतरण आ' संवर्न- 800 प ृसँ अिधक अंकन सिहत। पी नगरिमक िलारणओ' संवर्न- लगभग 600 प ृसँ ऊपर(ितरहुता िलिपसँ देवनागरी िलिपमे)। गु-पीकार मोदान झा। गुक गु- पीकार िभिखया झा, पीकार िनरस ू झा िसिवनाथ झा- सौराठ, पीकार ल ूटन झा, सौराठ। गुक शास्ाथ र् परीक्षा- दरभंगामहाराज कुमार जीवेर िसंहक यज्ञोपवीत संारक अवसर पर महाराजािधराज(दरभंगा)कामेर िसंह ारा आयोिजत परीक्षा-1937 ई. जािहमे मौिखक परीक्षाक मुपरीक्षक म.म. डा. सर गंगानाथ झा छलाह।पिछला अंकमे देल गेल ोियक सातक बदलामे आठ णीमे ओ लोकिन मबछिथ- आ’ पीक कुल संा 185 अिछ, जािहमे 32 टा ोिय आ’ 153 टा आनाणक णी अिछ। जातुकण र् गो िवर जातुकण र्/आ ंगीरस/भाराज छिथ। पिहसभ ो अपन-अपन पुरखाक, आ’ वैवािहक संब ंधक लेखा यं रखैत रहिथ।हरिसंहदेवजी एिह हेतु एक गोट संाक ार कलि। मैिथल ाणक हेतु गुणाकरझा, कण र् कायक लेल श ंकरद, आ’ क्षियक हेतु िवजयद एिह हेतु थमतयािनयुक् भेलाह। हरिसंहदेवक पंजी वैज्ञािनक आधार बला छल आ’ शु पेँ व ंशावलीपिरचय छल। सभ ाण काय आ’ क्षिय एिहमे बराबर छलाह। मुदा महाराजमाधव िसंहक समयमे शाखा पीक ार भेल आ’ ोिय आिद िवभाजन आ’मासारे छोट-पैघक आ’ ओिहसँ उपजल सामािजक कुरीितक ार भेल।कण र् कायमे एकेटा गो काप अिछ। मा म ूलक असारेँ उतेढ होइत अिछ,मझौला दजा र्क गृह कहल जाइत अिछ।71


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAम ूलसँ गो सामातः पता चिल जाइत अिछ। िकछु अपवादो छैक। जेना: पुराम ूल, काप/गौतम/व/विश।(7टा)करमहा- शाि (गौल शाखा)/ बाकी सभ व गोी।द ुन ू करमहामे िववाह संभव।चैत महाभु: रमापित उपााय करमहे तरौनी म ूलक छलाह। ओ’ ब ंगाल चिलगेलाह, हुकर िश रहिथ चैत महाभु।ोियकेँ पुबािरपार आ’ शेषकेँ पछ्बािरपार सेहो कहल जाइत अिछ।ोियकपािजकेँ ँ चौगाला(णी) मे िवभक् अिछ। ोिय पंीकेँ लौिकत कहल जाइतअिछ। कुल 8 टा चौगोल णी अिछ।32 टा पी अिछ। पी आ’ पािन अधोगामीहोइत अिछ। िववाह संब ंधक कार समय बीतला पर उ णी समा होइत जाइतअिछ। थम णी तािह कारणसँ समा भ’ गेल अिछ।शेष ाण पछ्बािरपार कहबैत छिथ। एिह मे 15 गोट णी अिछ।153 टा पीअिछ। एकरा नामसँ जेना महादेव झा पािज ँ इािद संबोिधत कएल जाइत अिछ।(अवतर्ते)13. संृत िमिथला – गजे ठाकुरसव र्तं तं ी धम र्द झा(बा झा) (1860 ई.-1921 ई.)(भाग-3)72


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपं. रपािण झाक पु केँ बा झाकेँ अपर गेश उपााय सेहो कहल जाइतअिछ। िहनकर ारिक अयन गामे पर भेलि। तकरा बाद ओ’ िवनाथ झासँअयनक हेतु ‘ ठाढी’ गाम चिल गेलाह। फेर बब ुजन झा आ’ ऋि झासँायदश र्नक िविधवत अयन कएलि। फेर धम र्द झा िस बा झा काशी गेलाह।ओतय ामी िवशुान सरतीसँ मीमा ंसा, वेदाक अयन कएलि।सन ् 1886 ई. केर गप छी। एकटा पुिरणीक उाटनक उवमे दामोदर शास्ी जीकाशीसँ िमिथलाक राघोपुर ाममे िनमित ं भेल छलाह। ओतय हुनकर शास्ाथ र्पररासार बा झाक िवागु ऋि झासँ भेल छलि। एिहमे ऋि झा पराभेल छलाह। गुक पराजयक ितशोध लेबाक हेतु सन ् 1889 मे बा झा काशीगेलाह। बा झाक उ ओिह समयमे 29 वष र् मा छलि। ओ’ ायः दामोदरशास्ीकेँ ल करैत छलाह, जे काशीक वैाकरिणक पित लोकिनकेँ श-खकको ज्ञान निह छि।बा झा सम काशीक िवान ् लोकिनकेँ शास्ाथ र्क हेतुललकारा देलि। दामोदर शास्ीसँ भेल शास्ाथ र्क वण र्न पिछला अंकमे कएल जा’चुकल अिछ। शास्ाथ र् तीन िदन धिर चलल। ई शास्ाथ र् सासँ शु होइत छल,आ’ म राि धिर चलैत छल।शास्ाथ र्क तेसर िदन दामोदर शास्ी तकर् कएनाइब कए देलि, आ’ ोताक पमे बा झाक तकर् सुत रहलाह। पं िशवकुमारशास्ी आ’ कैलाशच िशरोमिण द ू टा िनणा र्यक छलाह। िशरोमिणजीक दृ िमे वादीी बा झाक पक्ष ायशास्क दृ िसँ समुिचत छल। िशवकुमारजीक सितमेितवादी ी दामोदरशास्ीक पक्ष ाकरणक म ंतासार औिचस छलि।द ुन ूपितक शास्ाथ र् कलाक संुित कएल गेल आ’ द ुन ू गोटेकेँ अपन िसाक उृवापनक लेल िवजयी मानल गेल।बा झा गामेमे रिह कए अापन करैत छलाह। मुदा महाराजािधराज दरभंगा नरेशी रमेरिसंहक अका आहक कारणसँ मुजफ्फरपुरक धम र् समाज संृत कालेजकधानाचाय र्क पद ीकार कएलि।मुदा एकर एकिह वष र्मे ओ’ शरीर ाग कए देलि। बा झाजीकेँ समालोचकगणिकछु उद आ’ अिभमानी मनबाक गलती करैत रहलाह अिछ। मुदा एकटा उदाहरणहमरा लगमे एहन अिछ, जािहसँ ई गलत िस होइत अिछ।ई घटना एहन सन अिछ। मुजफ्फरपुर धम र्समाज संृत िवालयमे बा झाधानाचाय/अक्ष र् पद पर छलाह, आ’ हुनकर िश पं बालकृ िम ओतय ापकछलाह। ओिह समय काशीक पित-पमे गंगाधर शास्ीक एकटा ोकक िवषयमे बाझा कहलि, जे एिह ोकमे एकिह पदथ र् वािरधर एक बेरम ृदंग बजबय बला चेतन िक्क पमे आ’ दोसर बेर वैह अुद- जविनकापीअचेतन पमे विण र्त अिछ। एतय पदाथाशुि र् अिछ।73


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAएिह पर हुनकर िश बालकृ टोकलिख- गुजी! एिहमे को दोष निह अिछ।िकएक तँ वािरकेँ धारण करए बला मेघ(वािरधर) केर िित आकाशमे ऊपर होइतअिछ, आ’ अु(जल) केँ देबय बला मेघ (अुद) केर िित नीचा ँ होइतअिछ।अतः द ुन ूमे ानक िभता अिछ। वािरधर आ’ वािरद एिह द ुन ू शसँ द ू िभअथ र् ज्ञात होइत अिछ। तािह हेतु एतय पदाथ र्क अशुि निह अिछ।ई ोक िन कारे छल:-म ृद ुम ृदिननादमहरे, िनत वािरधरे चपला नटी।िवयित न ृित र इवाुदे, जविनकामकुवित र् सम्ित॥14. मैिथली भाषापाक ( 1)- गजे ठाकुर िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजीमैिथली कोष (इ ंटरटपर पिहल बेर सच र्-िडनरी) एम.एस. एस.ू.एल. सव र्र आधािरत-Based on ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong> Maithili-Engl i sh and Engl i sh-Mai t hi l i Di ct i onar y at ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ िवदेहकभाषापाक- रचनालेखन ंभमे।म ूा ंकनअुम- 14-15उम- 12-13बड-बिढया- 09-111.अिरया-दिभर्क्ष: ु क. दाही ख. रौदी. ग. आिरक एक िदिश अकाल एक िदिशनिह घ. एिहमे सँ को निह।2. कोलपित: क. चोकटल ख. फूलल ग. मसुआयल. घ. बिसया।3. दकचब: क. य-त काटब ख. तोडब ग.फोडब घ. घँसब।4. थकुचब: क. आघात पहु ँचायब. ख.फेकब, ग. लोकब. घ. खसब।74


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA5. िनहुछल: क. फेकल. ख. राखल. ग. देवताकेँ प ूजब. घ. देवताक दानाथ र्अलगसँ राखब।6. ओडहा: क. बदाम भूजल(घ ूरमे) ख. सुखायल दाना. ग. तरल दाना. घ.भीजल दाना।7.खखडी: क. दानािवहीन धान ख.दाना सिहत धान. ग. उसनल धान घ. भुा।8. गोजू: क. डं टाकेँ पािनमे भेस. ू ख. डं टाकेँ जमीनमे भेस. ू ग. डं टाकेँहवामे भेस. ू घ. डं टाकेँ आिगमे भेस ू।9. बजर्ब: क. ागब. ख. आनब. ग. सहब. घ. हँसब।10. िसटब: क. फेँ कब ख. आिन कए राखब. ग. आिन कए फें कब. घ.िवासयुक् करब।11. ख ुटब: क. लटकायब. ख. सुखायब. ग. ख ुा गािड नापब. घ.एिहमे सँको निह।12. गेँटब: क. एर-ओर एक करब ख. तराउपडी एक करब.ग. एकपंिमे राखब. घ. एिहमे सँ को निह।13. डपटब: क. हँसब. ख. कानब. ग. तमसायब घ. द ुलार करब।14. खटब: क. आल करब. ख. फुतीर् करब. ग. अनवरत काय र् करब. घ.एिहमे सँ को निह।15. हँटब: क. भागब. ख. द ूर जायब. ग. दबाडब. घ. हँसायब।उरमैिथली भाषापाक ( 1) केर उर:1. ग. (खेतक आिरक एक िदिश नीक खेती एक िदिश निह)।2. क. चोकटल आम।3. क. य-त काटब।4. क. आघात पहु ँचायब.5. घ. देवताक दानाथ र् अलगसँ राखब।6. क. बदाम भूजल(घ ूरमे)-खेतमे।7. क. दानािवहीन धान(द ुा धान बािढक पािनमे प ूराडूिब गेलाक पिरणाम)।8. क. डं टाकेँ पािनमे भेस ू।9. क. ागब।10. घ. िवासयुक् करब।11. ग. ख ुा गािड नापब।12. ख. तराउपडी एक करब।13. ग. तमसायब।75


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA14. ग. अनवरत काय र् करब।15. ग. दबाडब।म ूा ंकनअुम- 14-15उम- 12-13बड-बिढया- 09-1115. रचना लेखन-गजे ठाकुर िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजी मैिथली कोष(इ ंटरटपर पिहल बेर सच र्-िडनरी) एम.एस. एस.ू.एल. सव र्र आधािरत -Basedon ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong> Maithili-Engl i sh and Engl i sh-MaithiliDi c t i onar y at http wwwvidehacoinंभमे।:// . . . / िवदेहक भाषापाक- रचनालेखनमािक छक योग वेदमे निह अिछ, वरन ् वण र्व ृक योग अिछ। मु छगायी, एकर योग सभसँ बेशी अिछ। तकर बाद िुप आ’ जगतीक योगअिछ।1. गायी- 8-8 केर तीन पाद।2. िुप- 11-11 केर 4 पाद।3. जगती- 12-12 केर 4 पाद।4. उिक- 8-8 केर द ू तकर बाद 12 वण र्-संाक पाद।5. अुप- 8-8 केर चािर पाद। एकर योग वेदक अपेक्षा संृत सािहमेबेशी अिछ।6. ब ृहती- 8-8 केर द ू आ’ तकरा बाद 12 आ’ 8 मााक द ू पाद।76


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA7. पंिक्- 8-8 केर पा ँच। थम द ू पदक बाद िवराम अबैछ।यिद अक्षर प ूरा निह होइत अिछ, तँ एक वा द ू अक्षर िन कारेँ घटा-बढा लेलजाइत अिछ।(अ) वरेम ् केँ वरेिणयम ् ः केँ सुवः।(आ) गुण विकेँ ृ अलग कए लेल जाइत अिछ।’ ए’ केँ ‘ अ’ , ‘ इ’ ।‘ ओ’ केँ ‘ अ’ , ‘ उ’ ।’ ऐ’ केँ ‘ अ’ , ‘ आ’ ।’ ए’ ‘ औ’ केँ ‘ अ’ , वा ‘ आ’ आ’ ‘ ओ’ ।एहू कारेँ निह भेलासँ अ िवराडािद नामसँ एकर नामकरण होइत अिछ।यथा- गायी(24), िवराट् (22), िनचृत्(23), शुा(24),मुिरक् (25), राट्(26) आिद।वैिदक ऋिष यंकेँ आ’ देवताकेँ सेहो किव कहैत छिथ। स्ूण र् वैिदक सािह एिहकिव चेतनाक वाय म ू िर् अिछ। ओतय आा चेतना, अिधदैवे उीण र् भेल अिछ,एवम ् ओकरा आिधभूितक भाषामे प देल गेल अिछ।(अवतर्ते)इिश-मैिथली-कोष ं/ मैिथली-इिश-कोष ंोजेकेँ आग ू बढाऊ, अपन सुझाव आ योगदान ई-मेल ारा ggaj endr a@ vi deha. com पर पठाऊ।िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजी मैिथली कोष (इ ंटरटपर पिहल बेर सच र्-िडनरी) एम.एस.एस.ू.एल. सव र्र आधािरत -Based on ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong> Maithili-Engl i sh andEnglish-Maithili Dictionary.१.भारत आ पालक मैिथली भाषा-वैज्ञािनक लोकिन ारा बनाओल मानक श ैली आ२.मैिथलीमे भाषा सादन पाम77


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१.पाल आ भारतक मैिथली भाषा-वैज्ञािनक लोकिन ारा बनाओल मानक श ैलीअ.पालक मैिथली भाषा वैज्ञािनक लोकिन ारा बनाओल मानक उारण आ लेखन श ैली(भाषाशास्ी डा. रामावतार यादवक धारणाकेँ प ूण र् पसँ स लऽ िनधािरत)र्मैिथलीमे उारण तथा लेखन१.पमाक्षर आ अार: पमाक्षरात ङ, ञ, ण, न एव ं म अबैत अिछ। संृतभाषाक असार शक अमे जािह वक अक्षर रहैत अिछ ओही वक पमाक्षरअबैत अिछ। जेना-अ (क वक रहबाक कार अमे ङ् आएल अिछ।)प (च वक रहबाक कार अमे ञ् आएल अिछ।)ख (ट वक रहबाक कार अमे ण ् आएल अिछ।)सि (त वक रहबाक कार अमे न ् आएल अिछ।)ख (प वक रहबाक कार अमे म ् आएल अिछ।)उपयु र् बात मैिथलीमे कम देखल जाइत अिछ। पमाक्षरक बदलामे अिधका ंशजगहपर अारक योग देखल जाइछ। जेना- अंक, पंच, खंड, संिध, खंभआिद। ाकरणिवद पित गोिव झाक कहब छिन जे कव, चव आ टवसँ प ूव र्अार िलखल जाए तथा तव आ पवसँ प ूव र् पमाक्षरे िलखल जाए। जेना-अंक, चंचल, अंडा, अ तथा कन। मुदा िहीक िनकट रहल आधिनक ु लेखक एिहबातकेँ निह मात छिथ। ओ लोकिन अ आ कनक जगहपर सेहो अंत आ कं पनिलखैत देखल जाइत छिथ।नवीन पित िकछु सुिवधाजनक अव छैक। िकएक तँ एिहमे समय आ ानक बचतहोइत छैक। मुदा कतोक बेर हलेखन वा मुणमे अारक छोट सन िबु निह भेलासँ अथ र्क अनथ र् होइत सेहो देखल जाइत अिछ। अारकयोगमे उारण-दोषक सावना सेहो ततबए देखल जाइत अिछ। एतदथ र् कसँलऽ कऽ पव धिर पमाक्षरेक योग करब उिचत अिछ। यसँ लऽ कऽ ज्ञ धिरकअक्षरक स अारक योग करबामे कतहु को िववाद निह देखल जाइछ।78


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२.ढ आ ढ : ढक उारण “ र ् ह” जका ँ होइत अिछ। अतः जतऽ “ र ् ह” कउारण हो ओतऽ मा ढ िलखल जाए। आन ठाम खाली ढ िलखल जएबाक चाही।जेना-ढ = ढाकी, ढेकी, ढीठ, ढेउआ, ढ, ढेरी, ढाकिन, ढाठ आिद।ढ = पढाइ, बढब, गढब, मढब, ब ुढबा, सा ँढ, गाढ, रीढ, चा ँढ, सीढी, पीढी आिद।उपयु र् श सभकेँ देखलासँ ई होइत अिछ जे साधारणतया शक शुमे ढआ म तथा अमे ढ अबैत अिछ। इएह िनयम ड आ डक सभर् सेहो लाग ूहोइत अिछ।३.व आ ब : मैिथलीमे “ व” क उारण ब कएल जाइत अिछ, मुदा ओकरा ब पमेनिह िलखल जएबाक चाही। जेना- उारण : बैनाथ, िबा, नब, देबता, िबु, ब ंश,बना आिद। एिह सभक ानपर मशः वैनाथ, िवा, नव, देवता, िवु, व ंश,वना िलखबाक चाही। सामातया व उारणक लेल ओ योग कएल जाइत अिछ।जेना- ओकील, ओजह आिद।४.य आ ज : कतहु-कतहु “ य” क उारण “ ज” जका ँ करैत देखल जाइत अिछ, मुदाओकरा ज निह िलखबाक चाही। उारणमे यज्ञ, जिद, जमुना, ज ुग, जाबत, जोगी,जद, ु जम आिद कहल जाएबला श सभकेँ मशः यज्ञ, यिद, यमुना, युग, यावत,योगी, यद, ु यम िलखबाक चाही।५.ए आ य : मैिथलीक वतर्नीमे ए आ य द ुन ू िलखल जाइत अिछ।ाचीन वतर्नी- कएल, जाए, होएत, माए, भाए, गाए आिद।नवीन वतर्नी- कयल, जाय, होयत, माय, भाय, गाय आिद।सामातया शक शुमे ए मा अबैत अिछ। जेना एिह, एना, एकर, एहन आिद।एिह श सभक ानपर यिह, यना, यकर, यहन आिदक योग निह करबाक चाही।यिप मैिथलीभाषी था सिहत िकछु जाितमे शक आरोमे “ ए” केँ य किह उारणकएल जाइत अिछ।79


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAए आ “ य” क योगक सभर्मे ाची पितक असरण करब उपयु मािन एिहपुकमे ओकरे योग कएल गेल अिछ। िकएक तँ द ुन ूक लेखनमे को सहजताआ द ुहताक बात निह अिछ। आ मैिथलीक सव र्साधारणक उारण-श ैली यक अपेक्षाएसँ बेसी िनकट छैक। खास कऽ कएल, हएब आिद कितपय शकेँ कैल, हैब आिदपमे कतहु-कतहु िलखल जाएब सेहो “ ए” क योगकेँ बेसी समीचीन मािणत करैतअिछ।६.िह, हु तथा एकार, ओकार : मैिथलीक ाचीन लेखन-पररामे को बातपर बलदैत काल शक पाछा ँ िह, हु लगाओल जाइत छैक। जेना- हुनकिह, अपनहु, ओकरहु,तालिह, चोिह, आनहु आिद। मुदा आधिनक ु लेखनमे िहक ानपर एकार एव ं हुकानपर ओकारक योग करैत देखल जाइत अिछ। जेना- हुनके, अप, ताले,चोे, आ आिद।७.ष तथा ख : मैिथली भाषामे अिधका ंशतः षक उारण ख होइत अिछ। जेना-ष (खडय), षोडशी (खोडशी), षट्कोण (खटकोण), व ृषेश (व ृखेश), सोष(सोख) आिद।८.िन-लोप : िनिलिखत अवामे शसँ िन-लोप भऽ जाइत अिछ:(क) ियायी य अयमे य वा ए लु भऽ जाइत अिछ। ओिहमे सँ पिह अकउारण दीघ र् भऽ जाइत अिछ। ओकर आगा ँ लोप-स ूचक िच वा िवकारी (’ / ऽ)लगाओल जाइछ। जेना-प ूण र् प : पढए (पढय) गेलाह, कए (कय) लेल, उठए (उठय) पडतौक।अप ूण र् प : पढ’ गेलाह, क’ लेल, उठ’ पडतौक।पढऽ गेलाह, कऽ लेल, उठऽ पडतौक।(ख) प ूव र्कािलक कृत आय (आए) यमे य (ए) लु भऽ जाइछ, मुदा लोप-स ूचकिवकारी निह लगाओल जाइछ। जेना-प ूण र् प : खाए (य) गेल, पठाय (ए) देब, नहाए (य) अएलाह।80


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअप ूण र् प : खा गेल, पठा देब, नहा अएलाह।(ग) स्ी य इक उारण ियापद, संज्ञा, ओ िवशेषण तीन ूमे लु भऽ जाइतअिछ। जेना-प ूण र् प : दोसिर मािलिन चिल गेिल।अप ूण र् प : दोसर मािलन चिल गेल।(घ) वतर्मान कृदक अिम त लु भऽ जाइत अिछ। जेना-प ूण र् प : पढैत अिछ, बजैत अिछ, गबैत अिछ।अप ूण र् प : पढै अिछ, बजै अिछ, गबै अिछ।(ङ) ियापदक अवसान इक, उक, ऐक तथा हीकमे लु भऽ जाइत अिछ। जेना-प ूण र् प: िछयौक, िछयैक, छहीक, छौक, छैक, अिबतैक, होइक।अप ूण र् प : िछयौ, िछयै, छही, छौ, छै, अिबतै, होइ।(च) ियापदीय य , हु तथा हकारक लोप भऽ जाइछ। जेना-प ूण र् प : छि, कहलि, कहलह ु ँ, गेलह, निह।अप ूण र् प : छिन, कहलिन, कहलौ, ँ गेलऽ, नइ, निञ, ।९.िन ानारण : को-को र-िन अपना जगहसँ हिट कऽ दोसर ठाम चिलजाइत अिछ। खास कऽ इ आ उक समे ई बात लाग ू होइत अिछ।मैिथलीकरण भऽ गेल शक म वा अमे जँ इ वा उ आबए तँ ओकर िनानािरत भऽ एक अक्षर आगा ँ आिब जाइत अिछ। जेना- शिन (शइन), पािन(पाइन), दािल ( दाइल), मािट (माइट), काछु (काउछ), मासु (माउस) आिद। मुदातम श सभमे ई िनअम लाग ू निह होइत अिछ। जेना- रिकेँ रइ आसुधा ंशुकेँ सुधाउं स निह कहल जा सकैत अिछ।१०.हल(◌्)क योग : मैिथली भाषामे सामातया हल (◌्)क आवकता निहहोइत अिछ। कारण जे शक अमे अ उारण निह होइत अिछ। मुदा संृत81


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभाषासँ जिहनाक तिहना मैिथलीमे आएल (तम) श सभमे हल योग कएलजाइत अिछ। एिह पोथीमे सामातया सूण र् शकेँ मैिथली भाषा सी िनअमअसार हलिवहीन राखल गेल अिछ। मुदा ाकरण सी योजनक लेल अावकानपर कतहु-कतहु हल देल गेल अिछ। ुत पोथीमे मिथली लेखनक ाचीनआ नवीन द ुन ू श ैलीक सरल आ समीचीन पक्ष सभकेँ समेिट कऽ वण र्-िवास कएल गेलअिछ। ान आ समयमे बचतक सिह ह-लेखन तथा तकनीकी दृ िसँ सेहो सरलहोबऽबला िहसाबसँ वण र्-िवास िमलाओल गेल अिछ। वतर्मान समयमे मैिथली माभाषीपय र्केँ आन भाषाक मामसँ मैिथलीक ज्ञान लेबऽ पिड रहल पिरमे लेखनमेसहजता तथा एकपतापर ान देल गेल अिछ। तखन मैिथली भाषाक म ूल िवशेषतासभ कुित निह होइक, ताहू िदस लेखक-मल सचेत अिछ। िस भाषाशास्ीडा. रामावतार यादवक कहब छिन जे सरलताक असानमे एहन अवा िकहु आबऽ देबाक चाही जे भाषाक िवशेषता छा ँहमे पिड जाए।-(भाषाशास्ी डा. रामावतार यादवक धारणाकेँ प ूण र् पसँ स लऽ िनधािरत)र्आ. मैिथली अकादमी, पटना ारा िनधािरत र् मैिथली लेखन-श ैली१. जे श मैिथली-सािहक ाचीन कालसँ आइ धिर जािह वर्नीमे चिलत अिछ, सेसामातः तािह वर्नीमे िलखल जाय- उदाहरणाथ र्-ाएखनठामजकर, तकरतिनकरअिछअाअखन, अखिन, एखेन, अखनीिठमा, िठना, ठमाजेकर, तेकरितनकर। (वैकिक पेँ ा)ऐछ, अिह, ए।२. िनिलिखत तीन कारक प वैकिकतया अपनाओल जाय: भऽ गेल, भय गेल वाभए गेल। जा रहल अिछ, जाय रहल अिछ, जाए रहल अिछ। कर’ गेलाह, वा82


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकरय गेलाह वा करए गेलाह।३. ाचीन मैिथलीक ‘ ’ िनक ानमे ‘ न’ िलखल जाय सकैत अिछ यथा कहलिन वाकहलि।४. ‘ ऐ’ तथा ‘ औ’ ततय िलखल जाय जत’ तः ‘ अइ’ तथा ‘ अउ’ सदृशउारण इ हो। यथा- देखैत, छलैक, बौआ, छौक इािद।५. मैिथलीक िनिलिखत श एिह पे यु होयत: जैह, सैह, इएह, ओऐह, लैहतथा दैह।६. ह्र् इकारा ंत शमे ‘ इ’ के लु करब सामातः अा िथक। यथा- ादेिख आबह, मािलिन गेिल (म मामे)।७. तं ‘ ए’ वा ‘ य’ ाचीन मैिथलीक उरण आिदमे तँ यथावत राखल जाय,िकं तु आध ु िनक योगमे वैकिक पेँ ‘ ए’ वा ‘ य’ िलखल जाय। यथा:- कयल वाकएल, अयलाह वा अएलाह, जाय वा जाए इािद।८. उारणमे द ू रक बीच जे ‘ य’ िन तः आिब जाइत अिछ तकरा लेखमे ानवैकिक पेँ देल जाय। यथा- धीआ, अढैआ, िवआह, वा धीया, अढैया, िबयाह।९. सानािसक तं रक ान यथासंभव ‘ ञ’ िलखल जाय वा सानािसक र।यथा:- मैञा, किनञा, िकरतिनञा वा मैआ, ँ किनआ, ँ िकरतिनआ ँ।१०. कारकक िवभिक्क िनिलिखत प ा:- हाथकेँ , हाथसँ, हाथेँ, हाथक, हाथमे।’ मे’ मे अार सव र्था ा िथक। ‘ क’ क वैकिक प ‘ केर’ राखल जासकैत अिछ।११. प ूव र्कािलक ियापदक बाद ‘ कय’ वा ‘ कए’ अय वैकिक पेँ लगाओल जासकैत अिछ। यथा:- देिख कय वा देिख कए।१२. मा ँग, भा ँग आिदक ानमे माङ, भाङ इािद िलखल जाय।१३. अर् ‘ न’ ओ अर् ‘ म’ क बदला असार निह िलखल जाय, िकं तु छापाक सुिवधाथ र्अर् ‘ ङ’ , ‘ ञ’ , तथा ‘ ण’ क बदला अारो िलखल जा सकैत अिछ। यथा:-अ, वा अंक, अल वा अंचल, क वा कं ठ।१४. हलंत िच िनअमतः लगाओल जाय, िकं तु िवभिक संग अकारा ंत योग कएल83


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAजाय। यथा:- ीमान, ् िकं तु ीमानक।१५. सभ एकल कारक िच शमे सटा क’ िलखल जाय, हटा क’ निह, संयुिवभिक हेतु फराक िलखल जाय, यथा घर परक।१६. अनािसककेँ चिबु ारा कयल जाय। पर ंतु मुणक सुिवधाथ र् िह समानजिटल माापर अारक योग चिबुक बदला कयल जा सकैत अिछ। यथा- िहँकेर बदला िहं।१७. प ूण र् िवराम पासीसँ ( । ) स ू िचत कयल जाय।१८. सम पद सटा क’ िलखल जाय, वा हाइफेनसँ जोिड क’ , हटा क’ निह।१९. िलअ तथा िदअ शमे िबकारी (ऽ) निह लगाओल जाय।२०. अंक देवनागरी पमे राखल जाय।२१.िकछु िनक लेल नवीन िच बनबाओल जाय। जा' ई निह बनल अिछ ताबत एिहद ुन ू िनक बदला प ूव र्वत् अय/ आय/ अए/ आए/ आओ/ अओ िलखल जाय। आिक ऎ वाऒ सँ कएल जाय।ह./- गोिव झा ११/८/७६ ीका ठाकुर ११/८/७६ सुरे झा "सुमन" ११/०८/७६२.मैिथलीमे भाषा सादन पामनीचा ँक स ूचीमे देल िवकमेसँ लै ंगुएज एडीटर ारा कोन प चुनल जएबाक चाही:वडर् फाइलमे बोल्ड कएल प:१.होयबला/ होबयबला/ होमयबला/ हेब’बला, हेम’बला/ होयबाक/होबएबला /होएबाक२. आ’/आऽ आ३. क’ ले/कऽ ले/कए ले/कय ले/ल’/लऽ/लय/लए४. भ’ गेल/भऽ गेल/भय गेल/भए गेल५. कर’ गेलाह/करऽ गेलह/करए गेलाह/करय गेलाह६. िलअ/िदअ िलय’,िदय’,िलअ’,िदय’/७. कर’ बला/करऽ बला/ करय बला करै बला/क’र’ बला / करए बला८. बला वला९. आङ्ल आ ं84


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA५४. एकर अकर५५. बिहनउ बहइ५६. बिहन बिहिन५७. बिहन-बिहइ बिहन-बहनउ५८. निह/ ५९. करबा / करबाय/ करबाए६०. तँ/ त ऽ तय/तए६१. भाय भै/भाए६२. भा ँय६३. यावत जावत६४. माय मै / माए६५. देि/दएि/ दयि दि/ दैि६६. द’/ दऽ/ दए६७. ओ (संयोजक) ओऽ (सव र्नाम)६८. तका कए तकाय तकाए६९. पैरे (on f oot ) पएरे७०. ताहुमे ताहूमे७१. पुीक७२. बजा कय/ कए७३. बननाय/बननाइ७४. कोला७५. िदका िदनका७६. ततिहसँ७७. गरबओलि गरबेलि७८. बालु बाल ू७९. चे िच(अशु)८०. जे जे’८१. से/ के से’/के’८२. एख ुनका अखका८३. भुिमहार भूिमहार८४. सुगर स ूगर८५. झठहाक झटहाक८६. छूिब८७. करइयो/ओ करैयो/किरऔ-करइयौ८८. पुबािर पुबाइ८९. झगड़◌ा-झा ँटी झगड़◌ा-झािटँ९०. पएरे-पएरे पैरे-पैरे९१. खेलएबाक९२. खेलेबाक९३. लगा९४. होए- हो९५. ब ुझल ब ूझल86


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA९६. ब ूझल (संबोधन अथ र्मे)९७. यैह यएह / इएह९८. ताितल९९. अयनाय- अयनाइ/ अएनाइ१००. िन- िन१०१. िब िबन१०२. जाए जाइ१०३. जाइ (i n di f f <strong>er</strong> ent sense)-l ast wor d of sent ence१०४. छत पर आिब जाइ१०५. १०६. खेलाए (pl ay) – खेलाइ१०७. िशकाइत- िशकायत१०८. ढप- ढ़प१०९. पढ़- पढ११०. किनए/ किनये किन१११. राकस- राकश११२. होए/ होय होइ११३. अउरदा- औरदा११४. ब ुझेलि (di f f <strong>er</strong> ent meani ng- got und<strong>er</strong> st and)११५. ब ुझएलि/ ब ुझयलि (und<strong>er</strong> st ood hi msel f )११६. चिल- चल११७. खधाइ- खधाय११८. मोन पाड़लिख मोन पारलिख११९. कैक- कएक- कइएक१२०. लग ल’ग१२१. जरेनाइ१२२. जरओनाइ- जरएनाइ/जरयनाइ१२३. होइत१२४. गरबेलि/ गरबओलि१२५. िचखैत- (t o test)िचखइत१२६. करइयो (willing to do) करैयो१२७. जेकरा- जकरा१२८. तकरा- तेकरा१२९. िबदेसर ामे/ िबदेसरे ानमे१३०. करबयलहँ/ ु करबएलहँ/ ु करबेलहँु१३१. हािरक (उारण हाइरक)१३२. ओजन वजन१३३. आधे भाग/ आध-भागे१३४. िपचा / िपचाय/िपचाए१३५. नञ/ १३६. बा नञ () िपचा जाय१३७. तखन (नञ) कहैत अिछ।१३८. कतेक गोटे/ कताक गोटे१३९. कमाइ- धमाइ कमाई- धमाई१४०. लग ल’ग87


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१४१. खेलाइ (f or playing)१४२. छिथ छिथन१४३. होइत होइ१४४. ो िकयो / केओ१४५. केश (hai r )१४६. केस (cour t -case)१४७. बननाइ/ बननाय/ बननाए१४८. जरेनाइ१४९. कुरसी कुसीर्१५०. चरचा चचा र्१५१. कम र् करम१५२. डुबाबए/ डुमाबय/ डुमाबए१५३. एख ुनका/ अख ुनका१५४. लय (वाक अितम श)- लऽ१५५. कएलक केलक१५६. गरमी गमीर्१५७. बरदी वदीर्१५८. सुना गेलाह सुना’/सुनाऽ१५९. एनाइ-गेनाइ१६०. तेना घेरलि१६१. निञ१६२. डरो ड’रो१६३. कतहु- कही ं१६४. उमिरगर- उमरगर१६५. भिरगर१६६. धोल/धोअल धोएल१६७. गप/ग१६८. के के’१६९. दरबा/ दरबजा१७०. ठाम१७१. धिर तक१७२. घिर ू लौिट१७३. थोरबेक१७४. ब१७५. तोँ/ तू◌ँ१७६. तोँिह( पमे ा)१७७. तोँही / तोँिह१७८. करबाइए करबाइये१७९. एकेटा१८०. किरतिथ करतिथ१८१. पहु ँिच पहँचु१८२. राखलि रखलि१८३. लगलि लागलि१८४. सुिन (उारण सुइन)88


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१८५. अिछ (उारण अइछ)१८६. एलिथ गेलिथ१८७. िबतओ िबते१८८. करबओलि/ करेलिख१८९. करएलि१९०. आिक िक१९१. पहु ँिच पहँचु१९२. जराय/ जराए जरा (आिग लगा)१९३. से से’१९४. हा ँ मे हा ँ (हा ँमे हा ँ िवभिक्मे हटा कए)१९५. फेल फैल१९६. फइल(spaci ous) फैल१९७. होयति/ होएति हेति१९८. हाथ मिटआयब/ हाथ मिटयाबय/हाथ मिटआएब१९९. फेका फें का२००. देखाए देखा२०१. देखाबए२०२. सिर सर२०३. साहेब साहब२०४.गेलै/ गेलि२०५.हेबाक/ होएबाक२०६.केलो/ कएलहँु२०७. िकछु न िकछु/ िकछु िकछु२०८.घ ुमेलहँ/ ु घ ुमओलहँु२०९. एलाक/ अएलाक२१०. अः/ अह२११.लय/ लए (अथ र्-पिरवर्न)२१२.कनीक/ कक२१३.सबहक/ सभक२१४.िमलाऽ/ िमला२१५.कऽ/ क२१६.जाऽ/ जा२१७.आऽ/ आ२१८.भऽ/भ’ (’ फॉटक कमीक ोतक)२१९.िनअम/ िनयम२२०.हेेअर/ हेेयर२२१.पिहल अक्षर ढ/ बादक/बीचक ढ़२२२.तिहं/तिहँ/ तिञ/ तै ं२२३.किहं/ कही ं२२४.तँइ/ तइ ँ२२५.नँइ/ नइ ँ/ निञ/ निह२२६.है/ हए२२७.छिञ/ छै/ छैक/छइ२२८.दिएँ/ ृ दियेँृ89


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२२९.आ (come)/ आऽ(conj unct i on)२३०. आ (conj unct i on)/ आऽ(come)२३१.कु/ को२३२.गेलै-गेलि२३३.हेबाक- होएबाक२३४.केलौ ँ- कएलौ ँ- कएलहँु२३५.िकछु न िकछ- िकछु िकछु२३६.केहेन- केहन२३७.आऽ (come)-आ (conj unct i on-and)/आ२३८. हएत-हैत२३९.घ ुमेलहु ँ-घ ुमएलहँु२४०.एलाक- अएलाक२४१.होिन- होइन/होि२४२.ओ-राम ओ ामक बीच(conj unct i on), ओऽ कहलक (<strong>he</strong> sai d)/ओ२४३.की हए/ कोसी अएली हए/ की है। की हइ२४४.दिएँ/ ृ दियेँृ२४५.शािमल/ सामेल२४६.तै ँ / तँए/ तिञ/ तिहं२४७.जौ/ ँ ोँ२४८.सभ/ सब२४९.सभक/ सबहक२५०.किहं/ कही ं२५१.कु/ को२५२.फारकती भऽ गेल/ भए गेल/ भय गेल90


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२५३.कु/ को२५४.अः/ अह२५५.ज/ जनञ२५६.गेलि/ गेलाह (अथ र् पिरवतर्न)२५७.केलि/ कएलि२५८.लय/ लए (अथ र् पिरवतर्न)२५९.कनीक/ कक२६०.पठेलि/ पठओलि२६१.िनअम/ िनयम२६२.हेेअर/ हेेयर२६३.पिहल अक्षर रह ढ/ बीचमे रह ढ२६४.आकारामे िबकारीक योग उिचत निह/ अपोस्ोफीक योग फाटक तकनीकी ूनताक पिरचायकओकर बदला अवह (िबकारी) क योग उिचत२६५.केर/-क/ कऽ/ के२६६.छैि- छि२६७.लगैए/ लगैये२६८.होएत/ हएत२६९.जाएत/ जएत२७०.आएत/ अएत/ आओत२७१.खाएत/ खएत/ खैत२७२.िपअएबाक/ िपएबाक२७३.शु/ शुह२७४.शुहे/ शुए91


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२७५.अएताह/अओताह/ एताह२७६.जािह/ जाइ/ जै२७७.जाइत/ जैतए/ जइतए२७८.आएल/ अएल२७९.कैक/ कएक२८०.आयल/ अएल/ आएल२८१. जाए/ जै/ जए२८२. कएल/ काएल२८३. कठ ुआएल/ कठ ुअएल२८४. तािह/ तै२८५. गायब/ गाएब/ गएब२८६. सकै/ सकए/ सकय२८७.सेरा/सरा/ सराए (भात सेरा गेल)२८८.कहैत रही/देखैत रही/ कहैत छलहँ/ ु कहै छलहँ- ु एिहना चलैत/ पढैत (पढै-पढैत अथ र् कखकाल पिरवितर्त)-आर ब ुझै/ ब ुझैत (ब ुझै/ ब ुझैत छी, मुदा ब ुझैत-ब ुझैत)/ सकैत/ सकै। करैत/करै। दै/ दैत। छैक/ छै। बचलै/ बचलैक। रखबा/ रखबाक । िब/ िबन। राितक/ रातुक२८९. द ुआरे/ ारे२९०.भेिट/ भेट२९१. खन/ ख ुना (भोर खन/ भोर ख ुना)२९२.तक/ धिर२९३.गऽ/गै (meani ng diff<strong>er</strong>ent-जनबै गऽ)२९४.सऽ/ सँ (मुदा दऽ, लऽ)२९५.त्,(तीन अक्षरक मेल बदला पुनिक एक आ एकटा दोसरक उपयोग) आिदक बदला आिद। महत्/ मह/ कता/ र् का र् आिदमे संयुक को आवकता मैिथलीमे निह अिछ। व२९६.बेसी/ बेशी92


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२९७.बाला/वाला बला/ वला (रहैबला)२९८.वाली/ (बदलएवाली)२९९.वाा/ र् वाता र्३००. अरािष्य/ र् अराष्ीयर्३०१. लेमए/ लेबए३०२.लमछुरका, नमछुरका३०२.लागै/ लगै (भेटैत/ भेटै)३०३.लागल/ लगल३०४.हबा/ हवा३०५.राखलक/ रखलक३०६.आ (come)/ आ (and)३०७. पाताप/ पााप३०८. ऽ केर वहार शक अमे मा, यथासंभव बीचमे निह।३०९.कहैत/ कहै३१०. रहए (छल)/ रहै (छलै) (meani ng di f f <strong>er</strong> ent )३११.तागित/ ताकित३१२.खराप/ खराब३१३.बोइन/ बोिन/ बोइिन३१४.जािठ/ जाइठ३१५.कागज/ कागच३१६.िगरै (meani ng di f f <strong>er</strong> ent - swallow)/ िगरए (खसए)३१७.रािष्य/ राष्ीयउारण िनदेर्श:93


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAद न क उारणमे दा ँतमे जीह सटत- जेना बाजू नाम , मुदा ण क उारणमे जीह म ूधा र्मे सटत(निह सटैए तँ उारण दोष अिछ)- जेना बाजू गश। ताल शमे जीह तालुसँ , षमे म ूधा र्सँ आद समे दा ँतसँ सटत। िनशा, ँ सभ आ शोषण बािज कऽ देख ू। मैिथलीमे ष केँ वैिदक संृतजेका ँ ख सेहो उिरत कएल जाइत अिछ, जेना वषा, र् दोष। य अको ानपर ज जेका ँ उिरतहोइत अिछ आ ण ड जेका ँ (यथा संयोग आ गश संजोग आ गडेस उिरत होइत अिछ)।मैिथलीमे व क उारण ब, श क उारण स आ य क उारण ज सेहो होइत अिछ।ओिहना इ बेशीकाल मैिथलीमे पिह बाजल जाइत अिछ कारण देवनागरीमे आ िमिथलाक्षरमे इ अक्षरक पिह िलखलो जाइत आ बाजलो जएबाक चाही। कारण जे िहीमे एकर दोषप ूण र् उारणहोइत अिछ (िलखल तँ पिह जाइत अिछ मुदा बाजल बादमे जाइत अिछ), से िशक्षा पितकदोषक कारण हम सभ ओकर उारण दोषप ूण र् ढंगसँ कऽ रहल छी।अिछ- अ इ छ ऐछछिथ- छ इ थ – छैथपहँिच- ु प हु ँ इ चआब अ आ इ ई ए ऐ ओ औ अं अः ऋ एिह सभ लेल माा सेहो अिछ, मुदा एिहमे ई ऐ ओ औ अंअः ऋ केँ संयुाक्षर पमे गलत पमे यु आ उिरत कएल जाइत अिछ। जेना ऋ केँ रीपमे उिरत करब। आ देिखयौ- एिह लेल देिखऔ क योग अिचत। मुदा देिखऐ लेलदेिखयै अिचत। क् सँ ह् धिर अ सििलत भेलासँ क सँ ह बत अिछ, मुदा उारण काल हलयु शक अक उारणक वि ृ बढल अिछ, मुदा हम जखन मजमे ज ् अमे बजैत छी, तखपुरनका लोककेँ बजैत सुनबि- मजऽ, वावमे ओ अ यु ज ् = ज बजै छिथ।फेर ज्ञ अिछ ज ् आ ञ क संयु मुदा गलत उारण होइत अिछ- । ओिहना क्ष अिछ क् आ षक संयु मुदा उारण होइत अिछ छ। फेर श ् आ र क संयु अिछ ( जेना िमक) आ स ् आर क संयु अिछ (जेना िम)। भेल त+र ।उारणक ऑिडयो फाइल िवदेह आका र्इव ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ पर उपल अिछ। फेरकेँ / सँ / पर प ूव र् अक्षरसँ सटा कऽ िलख ू मुदा तँ/ के/ कऽ हटा कऽ। एिहमे सँ मे पिहल सटा कऽिलख ू आ बादबला हटा कऽ। अंकक बाद टा िलख ू सटा कऽ मुदा अ ठाम टा िलख ू हटा कऽ– जेनाछहटा मुदा सभ टा। फेर ६अ म सातम िलख ू- छठम सातम निह। घरबलामे बला मुदा घरवालीमेवाली यु क।रहए- रहै मुदा सकैए (उारण सकै-ए)।मुदा कख काल रहए आ रहै मे अथ र् िभता सेहो, जेना से को जगहमे पािकर् ं ग करबाक अासरहै ओकरा। पुछलापर पता लागल जे ढुनढुन नाा ई ाइवर कनाट ेसक पािकर् ं गमे काज करैतरहए।छलै, छलए मे सेहो एिह तरहक भेल। छलए क उारण छल-ए सेहो।संयोग- (उारण संजोग)केँ / के / कऽ94


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकेर- क (केर क योग निह क )क (जेना रामक) – रामक आ संगे (उारण राम के / राम कऽ सेहो)सँ- सऽचिबु आ अार- अारमे कं ठ धिरक योग होइत अिछ मुदा चिबुमे निह। चिबुमेकक एकारक सेहो उारण होइत अिछ- जेना रामसँ- (उारण राम सऽ) रामकेँ - (उारण रामकऽ/ राम के सेहो)।केँ जेना रामकेँ भेल िहीक को (राम को)- राम को= रामकेँक जेना रामक भेल िहीक का ( राम का) राम का= रामककऽ जेना जा कऽ भेल िहीक कर ( जा कर) जा कर= जा कऽसँ भेल िहीक से (राम से) राम से= रामसँसऽ तऽ त केर एिह सभक योग अवािछत।ंके दोसर अथेँ र् यु भऽ सकैए- जेना के कहलक?निञ, निह, , नइ, नँइ, नइ ँ एिह सभक उारण- त् क बदलामे जेना महप ूण र् (महत्प ूण र् निह) जतए अथ र् बदिल जाए ओतिह मा तीन अक्षरकसंयुाक्षरक योग उिचत। सित- उारण स इ त (सि निह- कारण सही उारण आसानीसँसव निह)। मुदा सवो र्म (सवो र्तम निह)।रािष्य (राष्ीय निह)सकैए/ सकै (अथ र् पिरवतर्न)पोछैले/पोछैए/ पोछए/ (अथ र् पिरवतर्न)पोछए/ पोछैओ लोकिन ( हटा कऽ, ओ मे िबकारी निह)ओइ/ ओिह95


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAओिहले/ ओिह लेलजएबे ँ/ बैसबे ँपँचभइया ँदेिखयौक (देिखऔक बिह- तिहना अ मे आ दीघ र्क मााक योग अिचत)जका ँ/ जेका ँतँइ/ तै ँहोएत/ हएतनिञ/ निह/ नँइ/ नइ ँसौ ँसेबड/ बडी (झोराओल)गाए (गाइ निह)रहलेँ/ पिहरतै ँहमही ं / अही ंसब - सभसबहक - सभहकधिर - तकगप- बातब ूझब - समझबब ुझलहु ँ - समझलहँुहमरा आर - हम सभआिक- आ िकसकैछ/ करैछ (गमे योगक आवकता निह)मे केँ सँ पर (शसँ सटा कऽ) तँ कऽ धऽ दऽ (शसँ हटा कऽ) मुदा द ूटा वा बेशी िवभि संगरहलापर पिहल िवभि टाकेँ सटाऊ।96


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAएकटा द ूटा (मुदा कैक टा)िबकारीक योग शक अमे, बीचमे अनावक पेँ निह। आकारा आ अमे अ क बाद िबकारीकयोग निह (जेना िदअ, आ )अपोस्ोफीक योग िबकारीक बदलामे करब अिचत आ मा फॉटक तकनीकी ूनताक पिरचायक)-ओना िबकारीक संृत प ऽ अवह कहल जाइत अिछ आ वतर्नी आ उारण द ुन ू ठाम एकर लोप रहैतअिछ/ रिह सकैत अिछ (उारणमे लोप रिहते अिछ)। मुदा अपोस्ोफी सेहो अंजीमे पसेिसवकेसमे होइत अिछ आ ंचमे शमे जतए एकर योग होइत अिछ जेना r ai son d’ et r eएतए सेहो एकर उारण रैजौन डेटर होइत अिछ, मा अपोस्ॉफी अवकाश निह दैत अिछ वरनजोडैत अिछ, से एकर योग िबकारीक बदला देनाइ तकनीकी पेँ सेहो अिचत)।अइमे, एिहमेजइमे, जािहमेएखन/ अखन/ अइखनकेँ (के निह) मे (अार रिहत)भऽमेदऽतँ (तऽ त निह)सँ ( सऽ स निह)गाछ तरगाछ लगसा ँझ खनजो (जो go, करै जो do)16. VI DEHA FOR NON RESI DENT MAI THI LS97


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAMar r i age dat es as p<strong>er</strong> KSD Samskr i t Uni v<strong>er</strong> si t y Panchang-2008-09novemb<strong>er</strong> 2008 19, 20, 23, 24, 27, 28, 30, decemb<strong>er</strong> 2008 1,3f ebr uar y 2009 26, 27, mar ch 2009 4, 9, 11, 12 apr i l 2009 16,1719, 20, 22, 23, 27, 29, may 2009 3, 46781720212425, , , , , , , , , 31, june20091, 34578121721262829, , , , , , , , , , july 2009 12 ,YEAR 2008-09 FESTI VALS OF MITHILAिमिथलाक पाबिन-ितहारYear 2008 maunamadhusr avani nag panchmi 6ashunyashayan panchmi - 23 vr at samapt 4 august नाग पंचमीvr at - 19 j ul yअश ूशयन तjuly मौना पंचमी august मध ुावनीत समाr akshabandhan/sr avanipoor ni ma 16august रक्षाबन ावनी प ू िण र्माkushot pat an/kushiamavasya 30augustकुशोाटन / कुशीअमावाkar ma dhar maekadasi vr at11 sept emb<strong>er</strong>कमा र् धमा र् एकादशीतpi t r i pakshaar ambh 16sept emb<strong>er</strong>िपपक्ष आरkajli tritiya19 augustकजली ितीयाhar i t al i kavr at 2sept emb<strong>er</strong>हिरतािलका तi ndr apooj aar ambh 12sept emb<strong>er</strong>इप ूजा आरvi shvakar mapooj a 17sept emb<strong>er</strong>िवकमा र् प ूजाsr i kr i shnaj anmasht ami -23 august ीकृजामीchaut h chandr a3 sept emb<strong>er</strong> चौठचanant pooj a 14sept emb<strong>er</strong> अनंतप ूजाi ndr vi sar j an18 sept emb<strong>er</strong>इ िवसजर्नsr i kr i shnasht ami24 augustीकृामीRi shi panchmi 4sept emb<strong>er</strong> ऋिषपंचमीagast yaar dhdanam 15sept emb<strong>er</strong> अगस्अध र्दानमsrijimoot vahanvr at 22sept emb<strong>er</strong> ीजीम ूतवाहन त98


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAmat r i navmi 23sept emb<strong>er</strong>मानवमीsomaavat eeamavasya 29sept emb<strong>er</strong>सोमावती अमावाkal ashst haapana30 sept emb<strong>er</strong>कलशापनvi l vabhi mant r a/bel naut i 5oct ob<strong>er</strong> िवािभम ं/बेलितpat r i kapr avesh 6oct ob<strong>er</strong> पिकावेशkoj agr a 14oct ob<strong>er</strong> कोजगराmahasht ami 7oct ob<strong>er</strong> महामीdhant <strong>er</strong> as 26oct ob<strong>er</strong>धनतेरसmahanavmi 8oct ob<strong>er</strong> महानवमीdeepaval i -di yabat i -shyamapooj a 28oct ob<strong>er</strong> दीयाबाती/ामाप ूजा/ दीयाबातीvijayadasmi 9oct ob<strong>er</strong> िवजयादशमीannakut a-govar dhan pooj a29 oct ob<strong>er</strong> अकूटगोवध र्न प ूजाbr at r i dvi t i ya/chi t r aguptpooj a 30oct ob<strong>er</strong>ाितीयाkhasht hikhar na 3novemb<strong>er</strong> षीखरनाchhat hisayankal i kaar ghya 4navamb<strong>er</strong> छिठसाय ंकािलक अर्samaa pooj aar ambh- chhat hivr at ak par ana 5novemb<strong>er</strong> सामा प ूजाआर/ छिठ तकपारनाakshaya navmi7 novemb<strong>er</strong>अक्षय नवमीshanmasi kravivr at ar ambh 30novemb<strong>er</strong>षाणमािसक रिवतारdevot t hanekadasi 9novemb<strong>er</strong>देवोान एकादशीnavan par van4 dec. नवानपाव र्नvi dyapat ismr i t i par v11novemb<strong>er</strong> िवापितृित पव र् काितर्क धवलयोदशीvi vah panchmi 2decemb<strong>er</strong> िववाहपंचमीkaar t i k poor ni ma13 novemb<strong>er</strong>काितर्क पिण ू र्मा99


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAYear 2009makarsankr ant i 14j anuar y मकरसंाितंnar ak ni var anchat ur dasi 24j anuar y नरकिनवारण चतुद र्शीmauni amavasya26 j anuar y मौनीअमावाsar asvat i pooj a31 j anuar y सरतीप ूजाachl a sapt mi -2 f ebr uar yअचला समीmahashi vr at r ivr at 23f ebr uar yमहािशवराि तj anakpurpar i kr ama 26f ebr uar y जनकपुरपिरमाhol i ka dahan 10mar ch होिलका दहनhol i /sapt ador a11mar ch होलीसाडोराvar uni yog 24mar ch वािणयोगvasant /navr at r ar ambh27 mar ch वसंतनवराारbasantsoor yashasht hi /chhat hi vr at 1apr i l बसंत स ूय र्षी/छिठ तramnavmi 3apr i l रामनवमीshanmasi kravivratsamapt 3 mayषणमािसक रिवतसमाmeshsankr ant i 14apr i l मेषसंाितंj anki navmi3 mayvat savi t r i 24may जानकी नवमीjurisital 15apr i l जूिडशीतलgangadashhar a 2j une गंगादशहराakshya t r i t i ya27 apr i l अक्षयितयाsomavat iamavasya 22 j uneसोमवती अमावाj agannat hrath yatra 24j une जगाथरथयााsaur at h sabhaar ambh 24j une सौराठ सभाआरsaur at h sabhasamapt i 2 j ul yसौराठ सभा समािhar i shayanekadashi 3 j ul yहिरशयन एकादशी100


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAaashadhi gur upoor ni ma 7july आषाढी गुपिण ू र्माDATE-LI ST( year - 2009-10)(१४१७ साल)Mar r i age Days:Nov . 2009- 19, 22, 23,27May 2010- 28,30June 2010- 2, 3, 6, 7, 9, 13, 17, 18, 20, 21, 23, 24, 25, 27, 28,30Jul y 2010- 1, 8, 9,14Upanayana Days : June 2010- 21,22Dvi r agaman Di n:Nov emb<strong>er</strong> 2009- 18, 19, 23, 27,29Dec emb<strong>er</strong> 2009- 2, 4,6Feb 2010- 15, 18, 19, 21, 22, 24,25Mar ch 2010- 1, 4,5Mundan Di n:Nov emb<strong>er</strong> 2009- 18, 19,23Dec emb<strong>er</strong> 2009- 3101


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAJan 2010- 18,22Feb 2010- 3, 15, 25,26Mar ch 2010- 3,5June 2010- 2,21Jul y 2010- 1FESTI VALS OF MITHILAMauna Panchami -12 Jul yMadhushr avani -24 Jul yNag Panchami -26 JulRaksha Bandhan-5 AugKr i shnast ami -13-14 AugKushiAmavasya- 20 AugustHar t al i ka Teej - 23 AugChaut hChandr a-23 AugKar ma Dhar ma Ekadashi -31 AugustI ndr a Pooj a Aar ambh- 1 Sept emb<strong>er</strong>AnantPi t r iCat ur dashi - 3 SepPaksha begi ns- 5 SepJi moot avahan Vr at a/ Ji t i a-11 SepMat r iNavami - 13 SepVi shwakar ma Pooj a-17SepKal ashst hapan-19 SepBel naut i - 24 Sept emb<strong>er</strong>102


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAMahast ami - 26 SepMaha Navami - 27 Sept emb<strong>er</strong>Vijaya Dashami - 28 Sept emb<strong>er</strong>Koj agar a- 3 OctDhant <strong>er</strong> as- 15 OctChat ur dashi -27 OctDi yabat i / Deepaval i / Shyama Pooj a-17 OctAnnakoot a/ Govar dhana Pooj a-18 OctBhr at r i dwi t i ya/ Chi t r agupt a Pooj a-20 OctChhat hi - -24 OctAkshyay Navami - 27 OctDevot t han Ekadashi - 29 OctKar t i k Poor ni ma/ Sama Bi sarj an- 2 NovSomvar iAmavasya Vr at a-16 NovVi vaha Panchami - 21 NovRavi vr at ar ambh-22 NovNavanna Par vana-25 NovNar akni var an chat ur dashi -13 JanMakar a/ Teel a Sankr ant i -14 JanBasant Panchami / Sar aswat i Pooj a- 20 JanMahashi var at r i -12 FebFagua-28 FebHol i -1 Mar103


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHARam Navami -24 Mar chMesha Sankr ant i -Sat uani -14 Apr i lJur i shi t al -15 Apr i lRavi Br at Ant -25 Apr i lAkshaya Tr i t i ya-16 MayJanakiNavami - 22 MayVatSavi t r i -bar asai t -12 JuneGanga Dashhar a-21 JuneHar iSayan Ekadashi - 21 JulGur u Poor ni ma-25 JulDATE-LI ST( year - 2009-10)(१४१७ साल)Marriage Days:Nov . 2009- 19, 22, 23,27May 2010- 28,30June 2010- 2 3 6 7 9 13 17 18 20 21 23 24 2527, 28,30Jul y 2010- 1, 8, 9,14, , , , , , , , , , , , ,Upanayana Days : June 2010- 21,22Dvi r agaman Di n:Nov emb<strong>er</strong> 2009- 18, 19, 23, 27,29Dec emb<strong>er</strong> 2009- 2, 4,6104


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAFeb 2010- 15, 18, 19, 21, 22, 24,25Mar ch 2010- 1, 4,5Mundan Di n:Nov emb<strong>er</strong> 2009- 18, 19,23Dec emb<strong>er</strong> 2009- 3Jan 2010- 18,22Feb 2010- 3, 15, 25,26Mar ch 2010- 3,5June 2010- 2,21Jul y 2010- 1FESTI VALS OF MITHILAMauna Panchami -12 Jul yMadhushr avani -24 Jul yNag Panchami -26 JulRaksha Bandhan-5 AugKr i shnast ami -13-14 AugKushiAmavasya- 20 AugustHar t al i ka Teej - 23 AugChaut hChandr a-23 AugKar ma Dhar ma Ekadashi -31 AugustI ndr a Pooj a Aar ambh- 1 Sept emb<strong>er</strong>AnantCat ur dashi - 3 Sep105


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAPi t r iPaksha begi ns- 5 SepJi moot avahan Vr at a/ Ji t i a-11 SepMat r iNavami - 13 SepVi shwakar ma Pooj a-17SepKal ashst hapan-19 SepBel naut i - 24 Sept emb<strong>er</strong>Mahast ami - 26 SepMaha Navami - 27 Sept emb<strong>er</strong>Vijaya Dashami - 28 Sept emb<strong>er</strong>Koj agar a- 3 OctDhant <strong>er</strong> as- 15 OctChat ur dashi -27 OctDi yabat i / Deepaval i / Shyama Pooj a-17 OctAnnakoot a/ Govar dhana Pooj a-18 OctBhr at r i dwi t i ya/ Chi t r agupt a Pooj a-20 OctChhat hi - -24 OctAkshyay Navami - 27 OctDevot t han Ekadashi - 29 OctKar t i k Poor ni ma/ Sama Bi sarj an- 2 NovSomvar iAmavasya Vr at a-16 NovVi vaha Panchami - 21 NovRavi vr at ar ambh-22 NovNavanna Par vana-25 Nov106


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHANar akni var an chat ur dashi -13 JanMakar a/ Teel a Sankr ant i -14 JanBasant Panchami / Sar aswat i Pooj a- 20 JanMahashi var at r i -12 FebFagua-28 FebHol i -1 MarRam Navami -24 Mar chMesha Sankr ant i -Sat uani -14 Apr i lJur i shi t al -15 Apr i lRavi Br at Ant -25 Apr i lAkshaya Tr i t i ya-16 MayJanakiNavami - 22 MayVatSavi t r i -bar asai t -12 JuneGanga Dashhar a-21 JuneHar iSayan Ekadashi - 21 JulGur u Poor ni ma-25 JulVI DEHA , MI THI LA, TI RBHUKTI , TI RHUT……Mahabhar at a ment i ons Ki ng of Vi deha as a v<strong>er</strong> y pi ous ki ngengaged i n di scussi ng wi t h t <strong>he</strong> sage Vasi st ha on somephi l osophi cal doct r i nes.Ni mi Jat aka says t hat Kal ar aJanaka r enounced t <strong>he</strong> wor l d and br ought hi s l i ne t o an end.On t <strong>he</strong> ot <strong>he</strong>r hand Ar t hasast r a and Buddha Char i t a gi ve adi f f <strong>er</strong> ent st or y.I n t <strong>he</strong> Ar t hasast r a i t i s st at ed t hat107


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHABhoj a, kn<strong>own</strong> by t <strong>he</strong> name of Dundakya,making a lasciviousattempt on a Br ahmana mai den,p<strong>er</strong> i s<strong>he</strong>d al ong wi t h hi ski ngdom and r el at i ons; so al so Kar al a, t <strong>he</strong> Vai deha.T<strong>he</strong>Jayamangal a comment ar y of Bhi kshu Pr abhamat i on t<strong>he</strong> samepassage of t <strong>he</strong> Ar t hasast r a f ur t <strong>he</strong>r expl ai ns t hat t <strong>he</strong> ki ngKar al a Vai deha on hi s pi l gr i mage t o Yogesvar a,seei ng t <strong>he</strong>cr owd wi t h cur i osi t y,gl anced a young and beaut i f ul wi f eof a Br ahmana, and bei ng st r uck wi t h passi on,<strong>he</strong> t ook <strong>he</strong>rforcibly to t<strong>he</strong> ci t y.T<strong>he</strong> Br ahmana went t o t <strong>he</strong> ci t y cr yi ngangr i l y " Why does t hat t <strong>own</strong> not cr ack w<strong>he</strong>r e such an evi lsoul r esi des ?" Consequent l y t <strong>he</strong> ear t h cr acked and t <strong>he</strong>ki ng p<strong>er</strong> i s<strong>he</strong>d i n i t al ong wi t h hi s whol e f ami l y.BuddhaChar i t a of Asvaghoshaal so says ‘ Kar al a Janaka t ook awaya Br ahmana mai den and gai ned not hi ng but r ui n;st i l l <strong>he</strong>di d not gi ve up passi on.T<strong>he</strong> Mahabhar at a r ef <strong>er</strong> s t o t <strong>he</strong> ol dst or y of a gr eat bat t l e bet ween Pr at ar dana,ki ng of Kasiaccordi ng t o t <strong>he</strong> Ramayana, and Janaka, ki ng of Mi thila.Int<strong>he</strong> time of t <strong>he</strong> gr eat Janaka, Aj at ashat r u, ki ng of Kasi ,coul d har dl y conceal hi s j eal ousy of t <strong>he</strong> Vi dehan ki ng'sfame . T<strong>he</strong> l i st of t <strong>he</strong> ki ngs of Vi deha of Mi t hi l a f ound i nt <strong>he</strong> Di pavamsa l at <strong>er</strong> on seems t o r ef <strong>er</strong> t o ki ngs ofVar anasi , havi ng ment i oned t <strong>he</strong> f i r st and l ast kings of t<strong>he</strong>Vi deha . Aj at asat r u of Kasi was a r i val of Janaka Vai dehaon a spi r i t ual l evel . He want ed t o gi ve a t housand cows t ot <strong>he</strong> descr i b<strong>er</strong> of Br ahma and be cal l ed by t <strong>he</strong> peopl e as aJanaka.T<strong>he</strong> <strong>he</strong>r oes of -Kasi and Vi deha w<strong>er</strong> e exp<strong>er</strong> t bowmen.Li chchhavi s had some bl ood r el at i onshi p wi t h t <strong>he</strong> r oyalfami l y of t <strong>he</strong> Kasi . I t i s, howev<strong>er</strong> , now<strong>he</strong>r e , Li chchhavi s putan end t o t <strong>he</strong> r oyal l i ne of Vi deha.Much ami t y was t <strong>he</strong>r ebet ween Vi deha and Kasi , par t i cul ar l y i n t <strong>he</strong> post Bhar at aWar p<strong>er</strong> i od. I n t <strong>he</strong> pr e-Bhar at a war p<strong>er</strong> i od al so t <strong>he</strong> ki ngsof Kasi , Vai sal i and Vi deha had f ought agai nst t <strong>he</strong>i rcommon enemi es, t <strong>he</strong> Hai hayas and t <strong>he</strong> Nagas.T<strong>he</strong> use of Kal icl ot h by t <strong>he</strong> Br ahmanas of Vi deha shows t hat br i sk t r adewas goi ng on bet ween t <strong>he</strong>se t wo t <strong>er</strong> r i t or i es. At Takshasi l a,pr i nces of bot h t <strong>he</strong> ki ngdoms went f or compl et i ng t <strong>he</strong>i r108


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhi g<strong>he</strong>r educat i on. Nami ( Ni mi I I ), ki ng of Vi deha,accept edJai ni sm accor di ng t o t <strong>he</strong> Jai na t r adi t i on and accept ed t <strong>he</strong>r el i gi on pr opagat ed by Par svanat ha,f or m<strong>er</strong>l y a pri nce ofKasi . T<strong>he</strong> compound name Kasi -Vi deha occur s i n t <strong>he</strong>Kaushi t aki -Upani shad. T<strong>he</strong> Sankhayana Sr aut aSut r a ment i onsone Pur ohi t a as act i ng f or t <strong>he</strong> ki ngs of Kosal a,Kasi andVi deha.Kasi peopl e had a shar e i n t <strong>he</strong> ov<strong>er</strong> t hr ow of t <strong>he</strong>Janaka dynast y.T<strong>he</strong> cent r e of gr avi t y i n Nor t h Bi har shi f t sfromMithila t o Vai sal i . Ramayana r ef <strong>er</strong> s t o Si r adhvaj aJanaka's f at <strong>he</strong>r goi ng t o t <strong>he</strong> f or est af t <strong>er</strong> gi vi ng t <strong>he</strong>t hr one t o hi s el d<strong>er</strong> son.T<strong>he</strong>r e w<strong>er</strong> e f r equent r enunci at i ons by t <strong>he</strong> ki ngs of Mi thila.T<strong>he</strong> most cel ebr at ed among t <strong>he</strong> post -Bhar at a War ki ngs ofVi deha was t <strong>he</strong> r ul <strong>er</strong> Janaka Vai deha, whose r ei gn saw anunusual out bur st of l ear ni ng,sacr i f i ci al cul t andintellectual activity.This attitude of non attachment i smost pr omi nent l y r ef l ect ed i n t <strong>he</strong> f amous r oyal ut t <strong>er</strong> ancesabout t <strong>he</strong> bur ni ng of Mi thila. " My weal t h i s boundl ess,yetI have not hi ng.I f t <strong>he</strong> whol e of Mi thila w<strong>er</strong>e burnt toas<strong>he</strong>s, not hi ng of mi ne will be burnt.T<strong>he</strong>r e w<strong>er</strong> e t en ki ngl y dut i es i n Jat akas." Al ms, mor al s,char i t y j ust i ce peni t ence peace mi l dness m<strong>er</strong> cy meeknesspat i ence.", , , , , , ,Mahaj anaka I I was si xt een year s ol dw<strong>he</strong>n <strong>he</strong> had l ear nedt <strong>he</strong> t hr ee Vedas and al l t <strong>he</strong> sci ences.A Vi dehan pr i ncessused t o go t o Takshsi l a f or hi g<strong>he</strong>r educat i on and i t wasusual f or t <strong>he</strong> pr i ncess t o get mar r i ed af t <strong>er</strong> t <strong>he</strong>i r r et ur nf r om Takshsi l a. I f t <strong>he</strong>r e w<strong>er</strong> e t wo pr i nces, t <strong>he</strong> el d<strong>er</strong> becameUpar aj a and t <strong>he</strong> young<strong>er</strong> was gi ven t <strong>he</strong> post of Senapat i .Af t <strong>er</strong> t <strong>he</strong> deat h of t <strong>he</strong> Ki ng el d<strong>er</strong> ascended t o t <strong>he</strong> t hr oneas a ki ng and t <strong>he</strong> young<strong>er</strong> was appoi nt ed Upar aj a.T<strong>he</strong> pal aces of Mi t hi l a has been magni f i cent l y descr i bed i nl i t <strong>er</strong> at ur e. T<strong>he</strong> ki ng r ode on char i ot dr awn by f our109


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAmi l kwhi t e t hor oughbr eds w<strong>he</strong>n maki ng ci r cui t of t <strong>he</strong> capi t alci t y. T<strong>he</strong> Vi dehan ki ng had a Sami t i , <strong>he</strong>l ped i nadmi ni st r at i on by t <strong>he</strong> Upar aj a, t <strong>he</strong> Pur ohi t a, t <strong>he</strong> Mi nist<strong>er</strong>s,Senapat i and t <strong>he</strong> Chi ef Judges, t <strong>he</strong>r e was a t r easur <strong>er</strong> ,cashi <strong>er</strong> , keep<strong>er</strong> of t <strong>he</strong> umbr el l a, swor d-bear <strong>er</strong> , f emal e-at t endant s, nobl emen, pol i cemen, char i ot -dr i v<strong>er</strong> andvillage-<strong>he</strong>ads.T<strong>he</strong> ar my was und<strong>er</strong> t <strong>he</strong> Senapat i havi ngf our f ol d di vi si ons, t <strong>he</strong> char i ot s, el ephant s, hor se-men andf oot men.T<strong>he</strong> peopl e of Vi deha and Kasi used bows andar r ows agai nst t <strong>he</strong>i r enemi es.Ri ght conduct was t <strong>he</strong> onl yway t o bl i ss. A t housand Vedas wi l l not br i ng saf et y.W<strong>he</strong>nUddal aka put f or t h t <strong>he</strong> char act <strong>er</strong> of a Br ahmana as <strong>he</strong>appar ent l y sees i n r eal l i f e, i . e.,as one who r ej ect s al lwor l dl y t hought s, t akes t <strong>he</strong> f ire with him, sprinkles wat<strong>er</strong>,of f <strong>er</strong> s sacr i f i ces and set s up t <strong>he</strong> sacr i f i ci al post , hi sf at <strong>he</strong>r r epl i es i n hi s <strong>own</strong> way. A pr i nci pal l and<strong>own</strong><strong>er</strong> ofMi t hi l a, Al ar a by name , becomi ng an ascet i c. Si vah,a queenof Mi t hi l a, al so adopt ed t <strong>he</strong> ascet i c l i f e of a r i shi .T<strong>he</strong> f at <strong>he</strong>r was t <strong>he</strong> f i r st t eac<strong>he</strong>r . Di r ect cont act bet weent <strong>he</strong> t eac<strong>he</strong>r and t <strong>he</strong> t aught was emphasi sed.T<strong>he</strong> p<strong>er</strong> i odr equi r ed f or st udy was gen<strong>er</strong> al l y t wel ve year s. Br ahmanasdi d not <strong>he</strong>si t at e t o r ecei ve i nst r uct i on f r om Kshat r i yapr i ncess. T<strong>he</strong> Br ahmi n of Mithila t <strong>own</strong> are sh<strong>own</strong> as dressedi n Kasi cl ot h.T<strong>he</strong> st or y of Mahaj anaka I I goi ng t oSuvar nabhumi ( Myanmar ) f or t r ade pur poses and l ost hi sshipT<strong>he</strong>re . was availability of beaut i f ul st one pi eces i nt <strong>he</strong> Gandak r i v<strong>er</strong> whi ch w<strong>er</strong> e much l at <strong>er</strong> wor shi pped asSal agr ama ( a f or m of Vi shnu).Vi deh cont ai ned 16000vi l l ages, 16000 st or e-houses and 16000 danci nggi r l s.Mi t hi l a ci t y has f our gat es and t <strong>he</strong>r e exi st ed f ourmar ket -t <strong>own</strong>s.B R E A K t <strong>he</strong> <strong>Language</strong> <strong>Bar</strong> r i <strong>er</strong> - <strong>Read</strong> i n <strong>your</strong><strong>own</strong> scr i pt<strong>Roman</strong>( Eng) Guj ar at i Bangl a Or i ya Gur mukhi Tel ugu Tami lKannada Mal ayal am Hi ndiनव अंक देखबाक लेल प ृ सभकेँ िरश कए देखू। Al ways r ef r esh t <strong>he</strong>110


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHApages f or vi ewi ng new i ssue of VI DEHA.स ूचना: िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजी मैिथली कोष (इ ंटरटपर पिहल बेर सच र्-िडनरी) एम.एस. एस.ू.एल. सव र्र आधािरत -Based on ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong>Mai t hi l i -Engl i sh and Engl i sh-Mai t hi l i Di ct i onar y athttp:// wwwvidehacoin. . . / िवदेहक भाषापाक- रचनालेखन ंभमे।िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ( ल, ितरहुता आ देवनागरी मे ) पी.डी.एफ.डाउनलोडक लेल नीचा ँक िलंकपर उपल अिछ। Al l t <strong>he</strong> ol d i ssues ofVi deha e j our nal ( i n Br ai l l e,Ti r hut a and Devanagar iv<strong>er</strong> si ons ) ar e avai l abl e f or pdflink.d<strong>own</strong>l oad at t <strong>he</strong> f ol l owi ngिवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ल, ितरहुता आ देवनागरी पमेVi deha e j our nal 's allDevanagar i v<strong>er</strong> si onsold issues in Br ai l l e Ti r hut a andिवदेह आर.एस.एस.फीड।"िवदेह" ई-पिका ई-पसँ ा क।अपन िमकेँ िवदेहक िवषयमे स ू िचत क।↑ िवदेह आर.एस.एस.फीड एनीमेटरकेँ अपन साइट/ ब्लॉगपर लगाऊ।ब्लॉग "लेआउट" पर "एड गाडजेट" मे "फीड" सेले कए "फीड य.आर.एल." ू मेht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ i ndex. xml टाइप केलासँ सेहो िवदेह फीड ा कए सकैत छी।ग ूगल रीडरमे पढबा लेल ht t p:// r ead<strong>er</strong> . googl e. com/ पर जा कऽ Add a Subscr i pt i onबटन िक क आ खाली ानमे ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ i ndex. xml पे क आ Addबटन दबाऊ।cannotमैिथली देवनागरी वा िमिथलाक्षरमे निह देिख/ िलिख पािब रहल छी, (see/ wr i t e Maithili in Devanagari / Mi t hi l akshar a f ol l owl i nks bel ow or cont act at ggaj endr a@ vi deha. com) तँ एिह हेतुनीचा ँक िलंक सभ पर जाऊ। संगिह िवदेहक ंभ मैिथली भाषापाक/ रचना लेखनक111


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAनव-पुरान अंक पढ़◌ू।:// . /ht t pht t pdevanaagar i i netkaul onl i ne comuni nagar i:// . / / (एतए बॉमे ऑनलाइन देवनागरी टाइपक, बॉसँ कापी क आ वडर् डाुमेटमे पे कए वडर् फाइलकेँ सेव क।िवशेष जानकारीक लेल ggaj endr a@ vi deha. com पर सकर् क।)(Us eFi r ef ox 3. 0 ( f r om WWWMOZI LLA COM )/ / /Expl or <strong>er</strong> 8. 0/ Fl ock 2. 0/Googl e Chr ome f or best vi ew of:// . . . / .). . Op<strong>er</strong> a Saf ar i I nt <strong>er</strong> net' Vi deha' Mai t hi l i e-j our nal at ht t p wwwvi deha co i nVi deha e j our nal 's al l ol d i ssues i n Br ai l l e,Ti r hut a andDevanagar i v<strong>er</strong> si ons atht t p:// si t es. googl e. coma / / vi deha. comvi / deha/१.िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ल, ितरहुता आ देवनागरी पमे Vi dehae j our nal ' s al l ol d i ssues i n Br ai l l e Ti r hut a andDevanagar i v<strong>er</strong> si ons२.मैिथली पोथी डाउनलोड Mai t hi l i३.मैिथली ऑिडयो संकलन Mai t hi l i४.मैिथली वीिडयोक संकलन Mai t hi l iBooks D<strong>own</strong>l oad,Audi o D<strong>own</strong>l oads,Vi deos५.िमिथला िचकला/ आध ुAr tand Phot osिनक िचकला आ िच Mi thila Painting/Mod<strong>er</strong> n"िवदेह"क एिह सभ सहयोगी िलंकपर सेहो एक बेर जाऊ।६.िवदेह मैिथली िज ::// . . /ht t pvi dehaqui z bl ogspot com112


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA७.िवदेह मैिथली जालव ृ एीगेटर :ht t p:// vi deha-aggr egat or . bl ogspot . com/८.िवदेह मैिथली सािह अंजीमे अन ू िदत :http:// madhubani -ar t . bl ogspot . com/९.िवदेहक प ूव र्-प "भालसिरक गाछ" :ht t pgaj endr at hakur bl ogspot com:// . . /१०.िवदेह इ ंडे :ht t pvi deha123 bl ogspot com:// . . /११.िवदेह फाइल :ht t pvi deha123 wor dpr ess com:// . . /१२. िवदेह: सदेह : पिहल ितरहुता (िमिथला़क्षर) जालव ृ (ब्लॉग)113


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAht t p:// vi deha-sadeha. bl ogspot . com/१३. िवदेह:ल: मैिथली लमे: पिहल बेर िवदेह ाराht t p:// vi deha-br ai l l e. bl ogspot . com/१४.V I DEHA" I ST MAI THI L I FORTNI GHTL YEJ OURNAL ARCHI VEht t p:// vi deha-ar chi ve. bl ogspot . com/१५. ' िव दे ह ' थम मैिथली पा िक्ष क ई पिका मैिथलीपो थी क आ का र् इ वht t p:// vi deha-pot hi bl ogspot co. . m/१६. ' िव दे ह ' थम मैिथली पा िक्ष क ई पिका ऑ िड योआ का र् इवht t p:// vi deha-audi o. bl ogspot . com/१७. ' िव दे ह ' थम मैिथली पा िक्ष क ई पिका वी िड योआ का र् इवht t p:// vi deha-vi deo. bl ogspot . com/१८. ' िव दे ह ' थम मैिथली पा िक्ष क ई पिका िम िथ लािच क ला , आ ध ु िन क क ला आ िच क लाht t p:// vi deha-pai nt i ngs-phot os. bl ogspot . com/१९. मैिथल आर िमिथला (मैिथलीक सभसँ लोकिय जालव ृ)httpmai t hi l aur mi t hi l a bl ogspot com:// . . /114


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२०.ुित काशनhttp:// wwwshruti . -publ i cat i on. com/२१.ht t pgr oups googl e comgr oup vi deha:// . . / /VI DEHA केर सदता िलअईमेल :???? ???एिह सम ूहपर जाऊ२२.ht t pgr oups yahoo comgr oup VI DEHA:// . . / / /Subscri be t o VIDEHAent<strong>er</strong> email addressPow<strong>er</strong> ed by us. gr oups. yahoo.com२३.गजे ठाकुर इ डेhttp:/ / gaj endr at hakur 123. bl ogspot . com२४.िवदेह रेिडयो:मैिथली कथा-किवता आिदक पिहल पोडका:// . . /साइटht t pvi deha123r adi o wor dpr ess com115


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२५. ना भुटकाhttp:// mangan-khabas. bl ogspot . com/Go t o t <strong>he</strong> l i nk bel ow f or d<strong>own</strong>l oad of ol d i ssues ofVI DEHA Mai t hi l i e magazi ne i n . pdf f or mat andMai t hi l i Audi o/ Vi deo Book pai nt i ngs phot o/ / / files. िवदेहकपुरान अंक आ ऑिडयो/ वीिडयो/ पोथी/ िचकला/ फोटो सभक फाइलसभ (उारण, बड सुख सार आ द ूवा र्क्षत म ं सिहत) डाउनलोड करबाक हेतु नीचा ँकिलंक पर जाऊ।VI DEHA ARCHI VE िवदेह आका र्इवht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ new_ page_ 15.ht mभारतीय डाक िवभाग ारा जारी किव, नाटककार आऽ धम र्शास्ी िवापितका। भारत आऽ पालक मािटमे पसरल िमिथलाक धरती ाचीन कालिहसँ महानपुष ओऽ मिहला लोकिनक कम र्भूिम रहल अिछ। िमिथलाक महान पुष ओऽ मिहलालोकिनक िच 'िमिथला र' मे देखू।:// . . . / .ht t pwwwvi deha co i n phot o ht mगौरी-श ंकरक पालव ंश कालक मिर्, ू एिहमे िमिथलाक्षरमे (१२०० वष र् प ूव र्क)अिभलेख अंिकत अिछ। िमिथलाक भारत आऽ पालक मािटमे पसरल एिह तरहकअा ाचीन आऽ नव ाप, िच, अिभलेख आऽ मिर्कलाक़ ू हेतु देखू 'िमिथलाकखोज'। http:// wwwvidehacoinfavoritehtm. . . / .िमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सित स ूचना, सकर्, अेषण संगिह िवदेहक सच र्-इ ंजनआ ूज सिव र्स आ िमिथला, मैिथल आ मैिथलीसँ सित वेबसाइट सभक समसंकलनक लेल देखू "िवदेह स ूचना संपकर् अेषण" ।:// . . . / .ht t pwwwvi deha co i n f eedback ht mVI DEHA MITHILA MAI THI L MAI THI LINEWS SERVI CE116


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAMai t hi l i AcademyRadhi ka JhaMi t hi l a Sanskr i t NyayaNavyaNyayaJnanapi t haYaj naval kyaLal i t Kar poor i Kar pur i Vai dehi Vi dehSi t aJhaKant hKar nLabhVai sal i AngaPanj i kar Mi t hi l aSapt ar i Mait hi l i Pur ni aSahar saPur neaBhagal pur Janakpur Dar bhangaJhanj har pur Madubani Jhanj har pur kant i pur Bi har Samast i pur Begusar ai Monghyr Mung<strong>er</strong> Mai t hi l Bi r at nagar Mad<strong>he</strong>pur aSi t amar hi Raj bi r aj Supaul Mi thila PaintingMadhubaniPai nt i ngChampar anMuzaf f ar pur Ci i l Mysor eSahi t yaAkademi Sahi t yaAcademyBaghmat i GandakBagmat i Kosi Kaml aBalanMai t hi l aKar nKayast haMai t hi l Br ahmi nChampar anKhagar i aVi dyapat i C<strong>he</strong>t naSamitiMuzaf f ar pur Vi dehaTi r bhukt i Ti r hut Roht ar aSar l ahi Mobi tar i mohi t ar i Sapt ar i Mot i har i Mor angMad<strong>he</strong>shDhanushDhanushaBanailiMad<strong>he</strong>pur Tamur i aMonghyr Andhr aThar hi Thadhi Gonghar di haNi r mal i LaukhaJaynagar Lokhi Vi dyapati Nagar Kat i har Rohat ar aSar i l ahi Mohi t ar i Sapt ar i Mor angPr essweb ( pr ess r el ease) - Češt í vědci publ i koval itrojrozměrnou strukturu dál kového st ř íhače ...pow<strong>er</strong> ed bycannotमैिथली देवनागरी वा िमिथलाक्षरमे निह देिख/ िलिख पािब रहल छी, (see/ wr i t e Maithili in Devanagari / Mi t hi l akshar a f ol l owl i nks bel ow or cont act at ggaj endr a@ vi deha. com) तँ एिह हेतुनीचा ँक िलंक सभ पर जाऊ। संगिह िवदेहक ंभ मैिथली भाषापाक/ रचना लेखनकनव-पुरान अंक पढ़◌ू।:// . /ht t pht t pdevanaagar i i netkaul onl i ne comuni nagar i:// . / / (एतए बॉमे ऑनलाइन देवनागरीटाइप क, बॉसँ कापी क आ वडर् डाुमेटमे पे कए वडर् फाइलकेँ सेवक। िवशेष जानकारीक लेल ggaj endr a@ vi deha. com पर सकर्क।)(Use Fi r ef ox 3. 0 ( f r om WWWMOZI . LLA. COM )/ Op<strong>er</strong> a/ Saf ar i /. / . /I nt <strong>er</strong> net Expl or <strong>er</strong> 8 0 Fl ock 2 0 Googl e Chr ome f or bestvi ew of ' Vi deha' Mai t hi l i e-j our nal athttp:// wwwvidehacoin. . . / .)117


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिवदेहक नव-पुरान अंकमे ताकू (कोकमे देवनागरी, िमिथलाक्षर िकं वा रोमनमे टाइपक)।एिह प ृ पर देल गेल िमिथला आ मैिथलीसँ संबिधत ं साइट सभमे ताकू (कोकमेदेवनागरी, िमिथलाक्षर िकं वा रोमनमे टाइप क)।" VI DEHA"I s t Mai t hi l i For t ni ght l y ej our nal ARCHI VEOF OLD I SSUES 'िवदेह' थम मैिथली पािक्षक ई पिका पुरान अंककआका र्इविव दे ह िवदेह Vi deha িবেদহ ht t p:// wwwvi . deha. co. i n िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Vi deha I stMaithili Fortnightly e Magazi ne िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका नव अंक देखबाक लेलप ृ सभकेँ िरश कए देख ू। Al ways r ef r esh t <strong>he</strong> pages f orvi ewi ng new i ssue of VI DEHA.<strong>Read</strong> i n <strong>your</strong> <strong>own</strong> scr i pt<strong>Roman</strong>( Eng) Guj ar at i Bangl a Oriya Gur mukhi Tel ugu Tami lKannada Mal ayal am Hi nVI DEHA ARCHIVE OF OLD ISSUES िवदेह पुरान अंकक आका र्इव(प ूण र्तः अवसाियक उे आ मा एकेडिमक योग लेल)िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ल, ितरह ुता आ देवनागरी मे पी.डी.एफ. डाउनलोड लेलमासार नीचा ँक िलंकपर उपल अिछ। Al l t <strong>he</strong> ol d i ssues of Vi deha e j our nal i savailable in Braille,Tirhuta and Devanagar i v<strong>er</strong> si ons f or pdfd<strong>own</strong>l oad at t <strong>he</strong> r espect i ve l i nks bel ow.िवदेह ई-पिकाक पिहल ५० अंकिवदेह ई-पिकाक ५०म सँ आगा ँक अंकिवदेहक आठम अंक (१५.०४.२००८)मे िमिथलाक खोज (ान िववरण सिहत), िमिथला र, संपकर्-स ूचना-खोजक िमिथला-मैिथलीसँ संब ंधी साइटक संह, मानक मैिथली, द ूवा र्क्षत म ं (अथ र् सिहत) आ बाल लोकिन118


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAारा रणीय ोक, ई सभ देल गेल अिछ। िकएक तँ ई-सभ सभ अंकमे समान अिछ, तािह ारेआठम अंकक अितिरक् िवदेहक दोसर आका र्इव अंकमे ई निह देल गेल अिछ। आठम अंककेँ समय-समय पर साइटक िच-स ूचना-ोक-साइट-संहमे पिरवर्नक िितमे अपडेट सेहो कएल जाइतअिछ।8t h i ssue of VI DEHA ( 15. 04. 2008)i ncl udes Di scov<strong>er</strong> y ofMi thila Mi t hi l a Rat n and ot <strong>he</strong>r common par t s of e j our nalAs t <strong>he</strong>se t opi cs ar e common, i n ot <strong>he</strong>r i ssues t <strong>he</strong>se havenot been i ncl uded. T<strong>he</strong>r ef or e,i n t <strong>he</strong> event of any changei n t hose common t opi cs,8t h i ssue of Vi deha i s updat edaccor di ngl y., .िवदेहक पुरान अंक डाउनलोड करबाक लेल :-१. इटरट एोररमे :- िलंक पर ’िसंगल लेफ्ट िक” क आ कक कालपी.डी.एफ. फाइल ख ुजबाक बाट ताकू। पी.डी.एफ. फाइल ख ुजलाक अनर "फाइल,सेव ए कापी" कए पुरान अंक डाउनलोड क। वा िलंक पर "राइट िक" आ"सेव टारगेट एज" िक क।२. मोिजला इ ंजन जेना, फायरफ◌ॉ ३.० आ ◌ॉक २.० मे :- िलंक पर "राइटिक" आ "सेव िलंक एज" िक क।३. ओपेरा हेतु :- िलंक पर "राइट िक" आ "सेव िलंक्ड कटेट एज" िकक।४. सफारी हेतु :- िलंक पर "राइट िक" आ "डाउनलोड िलंक्ड फाइल एज" िकक।५. ग ूगल ोम हेतु:- िलंक पर "राइट िक" आ "सेव िलंक एज" िक क।'िवदेह' थम मैिथली पािक्षक ई पिकािवदेहक न ूतन अंक ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/c( )२००४-१०. सवा र्िधकार सुरिक्षत। िवदेहमे कािशत सभटा रचना आ आका र्इवक सवािधकार र् रचनाकार आ संहका र्क लगमेछि। रचनाक अवाद आ पुनः काशन िकं वा आका र्इवक उपयोगक अिधकार िकनबाक हेतु ggaj endr a@ vi deha. co. i n पर संपकर्क। एिह साइटकेँ ीित झा ठाकुर, मधिलका ू चौधरी आ रि िया ारा िडजाइन कएल गेल।( c)२००४-१०.सवािधकार र् लेखकाधीन आ जतय लेखकक नाम निह अिछ ततय संपादकाधीन।'िवदेह' (पािक्षक) संपादक- गजे ठाकुर। एतय कािशत रचना सभक कापीराइट लेखक/संहका र् लोकिनक लगमे रहति, मा एकरथम काशनक/आका र्इवक/अंजी-संृत अवादक ई-काशन/ आका र्इवक अिधकार एिह ई पिकाकेँ छैक। रचनाकार अपन मौिलक आअकािशत रचना (जकर मौिलकताक संप ूण र् उरदािय लेखक गणक म छि) ggaj endr a@ vi deha. com केँ मेल अटैचमेकपमेँ . doc, . docx, .rtf वा . txt फ◌ॉमे र्टमे पठा सकैत छिथ। रचनाक संग रचनाकार अपन सं िक्ष पिरचय आ अपन ैन कएलगेल फोटो पठेताह, से आशा करैत छी। रचनाक अंतमे टाइप रहय, जे ई रचना मौिलक अिछ, आ पिहल काशनक हेतु िवदेह119


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA(पािक्षक) ई पिकाकेँ देल जा रहल अिछ। मेल ा होयबाक बाद यथास ंभव शी ( सात िदनक भीतर) एकर काशनक अंकक स ूचनादेल जायत। एिह ई पिकाकेँ ीमती ली ठाकुर ारा मासक १ आ १५ ितिथकेँ ई कािशत कएल जाइत अिछ।Attachment s ( 220)• 08. pdf - on Jan 18, 2010 11:54 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1143k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 1pdf . - on Mar 3, 2009 10: 38 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)370k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 10. pdf - on Mar 3, 2009 10:35 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)245k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 11. pdf - on Mar 3, 2009 10:35 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)235k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 12. pdf - on Mar 3, 2009 10:34 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)326k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 13. pdf - on Mar 3, 2009 10:34 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)317k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 14. pdf - on Mar 3, 2009 10:34 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)357k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 15. pdf - on Mar 3, 2009 10:33 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)557k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 16. pdf - on Mar 3, 2009 10:33 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)430k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 17. pdf - on Mar 3, 2009 10:32 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)795k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 18. pdf - on Mar 3, 2009 10:32 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)857k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 19. pdf - on Mar 3, 2009 10:31 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)556k Vi ew D<strong>own</strong>l oad120


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• 2pdf . - on Mar 3, 2009 10: 38 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)358k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 20. pdf - on Mar 3, 2009 10:31 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)575k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 21. pdf - on Mar 3, 2009 10:30 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)654k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 22. pdf - on Mar 3, 2009 10:30 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)811k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 23. pdf - on Mar 3, 2009 10:29 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)647k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 24. pdf - on Mar 3, 2009 10:29 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)666k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 25. pdf - on Mar 3, 2009 10:28 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)943k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 26. pdf - on Mar 3, 2009 10:28 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)543k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 27. pdf - on Mar 3, 2009 10:27 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)697k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 28. pdf - on Mar 3, 2009 10:27 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)509k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 29. pdf - on Mar 3, 2009 10:26 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)455k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 3pdf . - on Mar 3, 2009 10: 38 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)314k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 30. pdf - on Mar 31, 2009 8:48 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)814k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 31. pdf - on Apr 5, 2009 7: 48 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)964k Vi ew D<strong>own</strong>l oad121


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• 32. pdf - on Apr 30, 2009 6:38 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)636k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 33. pdf - on May 14, 2009 12:04 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)629k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 34. pdf - on May 31, 2009 1:13 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)709k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 35. pdf - on Jun 14, 2009 3:55 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)654k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 36. pdf - on Jun 29, 2009 9:24 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)597k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 37. pdf - on Jul 12, 2009 9:49 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)603k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 38. pdf - on Jul 30, 2009 8:06 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)763k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 39. pdf - on Aug 14, 2009 9:45 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)543k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 4pdf . - on Mar 3, 2009 10: 37 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)287k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 40. pdf - on Aug 30, 2009 2:45 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)521k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 41. pdf - on Sep 13, 2009 7:27 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)558k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 42. pdf - on Sep 29, 2009 3:13 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)677k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 43. pdf - on Oct 14, 2009 7:09 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)757k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 44. pdf - on Oct 30, 2009 7: 06 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)957k Vi ew D<strong>own</strong>l oad122


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• 45. pdf - on Nov 14, 2009 3:40 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)773k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 46. pdf - on Nov 30, 2009 7:22 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1645k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 47. pdf - on Dec 14, 2009 9:26 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)926k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 49. pdf - on Dec 30, 2009 11:55 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1970k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 49_ 2. pdf - on Dec 31, 2009 9: 06 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2699k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 5pdf . - on Mar 3, 2009 10: 37 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)218k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 50. pdf - on Jan 30, 2010 12:55 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1523k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 51. pdf - on Feb 14, 2010 11:44 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1093k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 52. pdf - on Feb 26, 2010 10:47 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1345k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 53. pdf - on Mar 13, 2010 7:05 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1210k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 54. pdf - on Mar 29, 2010 7:28 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)782k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 55. pdf - on Apr 14, 2010 3:58 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1121k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 56. pdf - on Apr 30, 2010 5:54 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)784k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 57. pdf - on May 13, 2010 8:26 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)892k Vi ew D<strong>own</strong>l oad123


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• 58. pdf - on May 31, 2010 12:09 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)874k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 59. pdf - on Jul 4, 2010 2: 26 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)946k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 6pdf . - on Mar 3, 2009 10: 37 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)221k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 60. pdf - on Jul 4, 2010 2: 39 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)1197k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 61. pdf - on Jul 13, 2010 10:36 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1071k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 62. pdf - on Jul 31, 2010 7: 30 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)721k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 63. pdf - on Aug 12, 2010 11:05 PM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)887k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 64. pdf - on Aug 30, 2010 9:36 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)954k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 65. pdf - on Sep 13, 2010 2:14 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1121k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 66. pdf - on Sep 30, 2010 12:21 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1031k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 67. pdf - on Oct 3, 2010 6: 38 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)1173k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 68. pdf - on Oct 31, 2010 12:14 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)787k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 69. pdf - on Nov 9, 2010 4: 20 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)1176k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 7pdf . - on Mar 3, 2009 10: 36 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)221k Vi ew D<strong>own</strong>l oad124


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• 70. pdf - on Nov 29, 2010 12:45 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1536k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 71. pdf - on Dec 13, 2010 2: 10 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1704k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• 9pdf . - on Mar 3, 2009 10: 36 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on1)336k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Kur uKs<strong>he</strong>t r amAnt ar manak_ Gaj endr aThakur . pdf - on Jun 29,2009 8: 12 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2755k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Kur uKs<strong>he</strong>t r amAnt ar manak_ Gaj endr aThakur _ Ti r hut a. pdf - onJun 29, 2009 8: 49 AM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3764k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Par ashar sI nt el l ect ual T<strong>he</strong>f t . pdf - on Jan 29, 2010 7:35 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2145k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• SADEHA _ VI DEHA _ DEVNAGARI VERSI ON _ PART _ 1. pdf - on May 12,2009 1: 14 PM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)5298k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• SADEHA _ VI DEHA _ DEVNAGARI VERSI ON _ PART _ 2. pdf - on May 12,2009 1: 21 PM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)5319k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• SADEHA _ VI DEHA _ TI RHUTAVERSI ON _ PART _ 1. pdf - on May 12,20091: 31 PM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)6165k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• SADEHA _ VI DEHA _ TI RHUTAVERSI ON _ PART _ 2. pdf - on May 12,20091: 42 PM by Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)6146k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 01_ 08. pdf - on Jan 17, 2009 11:20 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1830k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 01_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:21 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1943k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 01_ 2009. pdf - on Jan 14, 2009 9:37 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3632k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 01_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:36 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2003k Vi ew D<strong>own</strong>l oad125


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 01_ 01_ 2010. pdf - on Dec 31, 2009 9:08 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3642k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 01_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Dec 31, 2009 9:11 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)4245k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 08. pdf - on Nov 14, 2008 9:30 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)477k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:38 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)635k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 2009. pdf - on Feb 28, 2009 6:41 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1284k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Feb 28, 2009 6:38 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1528k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 2010. pdf - on Feb 14, 2010 11:40 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2090k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 02_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Feb 14, 2010 11:42 PMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2365k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 08. pdf - on Jul 4, 2008 4: 00 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)511k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:49 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong>sion 1)646k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 2009. pdf - on Mar 3, 2009 10:53 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)684k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Mar 3, 2009 10:52 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)866k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 2010. pdf - on Mar 13, 2010 6:49 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1992k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 03_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Mar 13, 2010 6:51 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2361k Vi ew D<strong>own</strong>l oad126


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 01_ 04_ 2008. pdf - on Jul 4, 2008 3:49 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)853k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 04_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:54 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)950k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 04_ 2009. pdf - on Apr 5, 2009 7:46 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1434k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 04_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Apr 5, 2009 7:47 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1789k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 04_ 2010. pdf - on Apr 14, 2010 3:54 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1581k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 04_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Apr 14, 2010 3:57 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1921k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2008. pdf - on Jul 4, 2008 3:42 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)937k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:56 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1116k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2009. pdf - on May 14, 2009 12:02 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1242k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on May 14, 2009 12:04 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong>sion 1)1477k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2010. pdf - on May 13, 2010 8:23 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1319k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 05_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on May 13, 2010 8:25 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1498k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 06_ 2008. pdf - on Jan 17, 2009 6:32 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1687k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 06_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:57 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)886k Vi ew D<strong>own</strong>l oad127


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 01_ 06_ 2009. pdf - on Jun 14, 2009 3:41 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1532k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 06_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jun 14, 2009 3:54 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1734k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 06_ 2010. pdf - on Jul 4, 2010 2:23 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1602k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 06_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jul 4, 2010 2:24 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1813k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2008. pdf - on Jan 17, 2009 6:33 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 7 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)2314k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:58 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1059k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2009. pdf - on Jul 12, 2009 9:45 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1487k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jul 12, 2009 9:46 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1733k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2010. pdf - on Jul 13, 2010 10:34 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1706k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 07_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jul 13, 2010 10:36 PMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1928k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 08_ 2008. pdf - on Aug 17, 2008 1:23 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 7 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)2508k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 08_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:00 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2750k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 08_ 2009. pdf - on Aug 14, 2009 9:10 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1215k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 08_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Aug 14, 2009 9:47 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1392k Vi ew D<strong>own</strong>l oad128


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 01_ 11_ 2008. pdf - on Nov 14, 2008 10:17 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1869k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 11_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:06 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1849k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 11_ 2009. pdf - on Nov 14, 2009 3:38 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1210k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 11_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Nov 14, 2009 3:39 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1441k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 11_ 2010. pdf - on Nov 9, 2010 4:17 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2235k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 11_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Nov 9, 2010 4:20 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2596k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2008. pdf - on Jan 17, 2009 11:09 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 2 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1647k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:41 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1698k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2009. pdf - on Dec 14, 2009 9:26 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1333k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Dec 14, 2009 9:29 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1570k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2010. pdf - on Dec 13, 2010 2:07 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1956k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 01_ 12_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Dec 13, 2010 2:09 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2352k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 01_ 08. pdf - on Nov 14, 2008 9:28 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)745k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 01_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:43 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)908k Vi ew D<strong>own</strong>l oad130


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 01_ 2009. pdf - on Jan 31, 2009 5:55 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)928k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 01_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jan 31, 2009 5:57 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1203k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 01_ 2010. pdf - on Jan 30, 2010 12:59 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2480k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 01_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jan 30, 2010 1:01 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2829k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_15_02_ 08. pdf - on Oct 15, 2008 10:26 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)522k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 02_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:22 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)645k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 02_ 2009. pdf - on Feb 28, 2009 6:34 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)893k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 02_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Feb 28, 2009 6:36 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1077k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 02_ 2010. pdf - on Feb 26, 2010 10:44 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1960k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 02_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Feb 26, 2010 10:46 PMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2296k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 03_ 08. pdf - on Jul 4, 2008 5:21 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 6 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)700k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 03_ 08_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:23 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)853k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 03_ 2009. pdf - on Mar 31, 2009 8:45 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1511k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 03_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Mar 31, 2009 8:43 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1531k Vi ew D<strong>own</strong>l oad131


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 03_ 2010. pdf - on Mar 29, 2010 7:25 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1260k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 03_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Mar 29, 2010 7:27 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1480k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2008. pdf - on Jan 18, 2010 11:46 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 46 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)3780k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 18, 2010 11:51 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 17 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)4071k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2009. pdf - on Apr 30, 2009 6:34 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1532k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Apr 30, 2009 6:37 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1786k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2010. pdf - on Apr 30, 2010 5:52 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1167k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 04_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Apr 30, 2010 5:54 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1379k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2008. pdf - on Jul 4, 2008 3:39 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)770k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:23 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)984k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2009. pdf - on May 31, 2009 1:29 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1795k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on May 31, 2009 1:22 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2053k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2010. pdf - on Jun 28, 2010 10:36 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1361k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 05_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jun 28, 2010 1036 : AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1604k Vi ew D<strong>own</strong>l oad132


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 06_ 2008. pdf - on Jan 17, 2009 6:38 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1962k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 06_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:24 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)944k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 06_ 2009. pdf - on Jun 29, 2009 9:18 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2342k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 06_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jun 29, 2009 9:23 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2488k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 06_ 2010. pdf - on Jul 4, 2010 2:35 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3627k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 06_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jul 4, 2010 2:38 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)4044k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2008. pdf - on Jan 17, 2009 6:40 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)3267k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:25 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1248k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2009. pdf - on Jul 30, 2009 7:57 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1879k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Jul 30, 2009 8:05 PM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2205k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2010. pdf - on Jul 31, 2010 7:28 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1996k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 07_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Jul 31, 2010 7:29 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2162k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 08_ 2008. pdf - on Sep 28, 2008 5:40 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1298k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 08_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:26 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1496k Vi ew D<strong>own</strong>l oad133


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 08_ 2009. pdf - on Aug 30, 2009 2:35 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1228k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 08_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Aug 30, 2009 2:30 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1371k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 08_ 2010. pdf - on Aug 30, 2010 9:34 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2042k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 08_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Aug 30, 2010 9:35 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2332k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 09_ 2008. pdf - on Oct 14, 2008 10:08 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 3 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)2286k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 09_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:28 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2626k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_15_ 09_ 2009. pdf - on Sep 29, 2009 3:23 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1399k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 09_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Sep 29, 2009 3:15 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1674k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 09_ 2010. pdf - on Sep 30, 2010 12:20 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1962k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 09_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Sep 30, 2010 12:20 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2229k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 10_ 2008. pdf - on Oct 31, 2008 8:53 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1365k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 10_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:29 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1569k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 10_ 2009. pdf - on Oct 30, 2009 7:00 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1367k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 10_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Oct 30, 2009 7:01 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1631k Vi ew D<strong>own</strong>l oad134


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 10_ 2010. pdf - on Oct 31, 2010 12:11 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3959k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 10_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Oct 31, 2010 12:13 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)4145k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2008. pdf - on Nov 30, 2008 11:47 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1999k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 10:49 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1972k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2009. pdf - on Nov 30, 2009 7:29 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2182k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Nov 30, 2009 7:34 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2557k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2010. pdf - on Nov 29, 2010 12:41 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2717k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 11_ 2010_ Ti r hut a. pdf - on Nov 29, 2010 12:44 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2926k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 12_ 2008. pdf - on Jan 2, 2009 2:02 AM by Gaj endr aThakur ( v<strong>er</strong> si on 5 / ear l i <strong>er</strong> v<strong>er</strong> si ons)1077k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 12_ 2008_ Ti r hut a. pdf - on Jan 17, 2009 11:29 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)1377k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 12_ 2009. pdf - on Dec 31, 2009 12:12 AM byGaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)2591k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• Vi deha_ 15_ 12_ 2009_ Ti r hut a. pdf - on Dec 31, 2009 12:15 AMby Gaj endr a Thakur ( v<strong>er</strong> si on 1)3078k Vi ew D<strong>own</strong>l oad• VI DEHA ARCHIVE OF OLD ISSUES िवदेह पुरान अंकक आका र्इव•• (प ूण र्तः अवसाियक उे आ मा एकेडिमक योग लेल)135


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• िवदेह ई-पिकाक सभटा पुरान अंक ल, ितरह ुता आ देवनागरी मे पी.डी.एफ. डाउनलोडलेल मासार नीचा ँक िलंकपर उपल अिछ। डाउनलोड करबाक लेल िलंक पर "राइटिक" कए "सेव टारगेट एज" क।• All t<strong>he</strong> old issues of Videha e journal is available in Braille,Ti r hut a and Devanagar i v<strong>er</strong> si ons f or pdf d<strong>own</strong>l oad at t<strong>he</strong>r espect i ve l i nks bel ow. For d<strong>own</strong>l oad " r i ght cl i ck"t <strong>he</strong> l i nk andsel ect " save t ar get as".• Devanagar i Mi thilaksharaBrailleिवदेह ई-पिकाक ५०म सँ आगा ँक अंक (एिह िलंककेँ िक क।)िवदेह ई-पिकाक ५०म सँ आगा ँक अंक (नीचा ँ)Devanagar iBrailleMi thilaksharaVI DEHA 71st i ssue िवदेहक एकहैरम अंकVi deha_ 01_ 12_ 2010 Vi deha_ 01_ 12_ 2010_ Ti r hut a71VI DEHA 70t h i s s ue िवदेहक सैरम अंकVi deha_ 15_ 11_ 2010 Vi deha_ 15_ 11_ 2010_ Ti r hut a70VI DEHA 69t h i s s ue िवदेहक उनहैरम अंकVi deha_ 01_ 11_ 2010 Vi deha_ 01_ 11_ 2010_ Ti r hut a69VI DEHA 68t h i s s ue िवदेहक अरसइठम अंकVi deha_ 15_ 10_ 2010 Vi deha_ 15_ 10_ 2010_ Ti r hut a68VI DEHA 67t h i s s ue िवदेहक सरसइठम अंकVi deha_ 01_ 10_ 2010 Vi deha_ 01_ 10_ 2010_ Ti r hut a67VI DEHA 66t h i s s ue िवदेहक िछयासइठम अंकVi deha_ 15_ 09_ 2010 Vi deha_ 15_ 09_ 2010_ Ti r hut a66VI DEHA 65t h i s s ue िवदेहक पैसइठम अंकVi deha_ 01_ 09_ 2010 Vi deha_ 01_ 09_ 2010_ Ti r hut a65VI DEHA 64t h i s s ue िवदेहक चौ ंसइठम अंकVi deha_ 15_ 08_ 2010 Vi deha_ 15_ 08_ 2010_ Ti r hut a64VI DEHA 63r d i s s ue िवदेहक ितरसइठम अंकVi deha_ 01_ 08_ 2010 Vi deha_ 01_ 08_ 2010_ Ti r hut a63VI DEHA 62nd i s s ue िवदेहक बासइठम अंकVi deha_ 15_ 07_ 2010 Vi deha_ 15_ 07_ 2010_ Ti r hut a62VI DEHA 61st i ssue िवदेहक एकसइठम अंकVi deha_ 01_ 07_ 2010 Vi deha_ 01_ 07_ 2010_ Ti r hut a61VI DEHA 60t h i s s ue िवदेहक साइठम अंकVi deha_ 15_ 06_ 2010 Vi deha_ 15_ 06_ 2010_ Ti r hut a60VI DEHA 59t h i s s ue िवदेहक उनसैठम अंक136


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAVi deha_ 01_ 06_ 2010 Vi deha_ 01_ 06_ 2010_ Ti r hut a59VI DEHA 58t h i s s ue िवदेहक अनठावनम अंकVi deha_ 15_ 05_ 2010 Vi deha_ 15_ 05_ 2010_ Ti r hut a58VI DEHA 57t h i s s ue िवदेहक सनतावनम अंकVi deha_ 01_ 05_ 2010. pdf Vi deha_ 01_ 05_ 2010_ Ti r hut a. pdf 57.pdfVI DEHA 56t h i s s ue िवदेहक छनम अंकVi deha_ 15_ 04_ 2010. pdf Vi deha_ 15_ 04_ 2010_ Ti r hut a. pdf56.pdfVI DEHA 55t h i s s ue िवदेहक पचपनम अंकVi deha_ 01_ 04_ 2010. pdf Vi deha_ 01_ 04_ 2010_ Ti r hut a. pdf55.pdfVI DEHA 54t h i s s ue िवदेहक चौबनम अंकVi deha_ 15_ 03_ 2010. pdf Vi deha_ 15_ 03_ 2010_ Ti r hut a. pdf54.pdfVI DEHA 53r d i s s ue िवदेहक ितरपनम अंकVi deha_ 01_ 03_ 2010. pdf Vi deha_ 01_ 03_ 2010_ Ti r hut a. pdf53.pdfVI DEHA 52nd i s s ue िवदेहक बावनम अंकVi deha_ 15_ 02_ 2010. pdf Vi deha_ 15_ 02_ 2010_ Ti r hut a. pdf52.pdfVI DEHA 51s ti s s ue िवदेहक एकाबनम अंकVi deha_ 01_ 02_ 2010. pdf Vi deha_ 01_ 02_ 2010_ Ti r hut a. pdf51.pdf•िवदेह ई-पिकाक पिहल ५० अंक (नीचा ँ)िवदेह:सदेह २६ म सँ ५० म अंकक बीछल रचनाक संगVI DEHA pr i nt f or m- cont ai ni ng mat t <strong>er</strong> f r om 26t h t o 50t hissue of e-magazi ne• िवदेह:सदेह:२ (मैिथली ब-िनब-समालोचना २००९-१०)• िवदेह:सदेह:३ (मैिथली प २००९-१०)िवदेह:सदेह:४ (मैिथली कथा २००९-१०)VI DEHA 50t h i s s ue िवदेहक पचासम अंक137


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 01_ 2010. pdf Vi deha_ 15_ 01_ 2010_ Tirhutapdf.50.pdf• VI DEHA 49t h i s s ue िवदेहक उनचासम अंक• Vi deha_ 01_ 01_ 2010. pdf Vi deha_ 01_ 01_ 2010_ Ti r hut a.pdf49.pdf• VI DEHA 48t h i s s ue िवदेहक अडतालीसम अंक• Vi deha_ 15_ 12_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 12_ 2009_ Ti r hut a.pdf48.pdf• VI DEHA 47t h i s s ue िवदेहक सैंतालीसम अंक• Vi deha_ 01_ 12_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 12_ 2009_ Ti r hut a.pdf47.pdf• VI DEHA 46t h i s s ue िवदेहक िछयालीसम अंक• Vi deha_ 15_ 11_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 11_ 2009_ Ti r hut a.pdf46.pdf• VI DEHA 45t h i s s ue िवदेहक पै ंतालीसम अंक• Vi deha_ 01_ 11_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 11_ 2009_ Ti r hut a.pdf45.pdf• VI DEHA 44t h i s s ue िवदेहक चौवालीसम अंक• Vi deha_ 15_ 10_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 10_ 2009_ Ti r hut a.pdf44.pdf• VI DEHA 43r d i s s ue िवदेहक तै ंतालीसम अंक• Vi deha_ 01_ 10_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 10_ 2009_ Ti r hut a.pdf43.pdf• VI DEHA 42nd i s s ue िवदेहक िबयालीसम अंक• Vi deha_ 15_ 09_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 09_ 2009_ Ti r hut a.pdf42.pdf• VI DEHA 41s t i s s ue िवदेहक एकतालीसम अंक• Vi deha_ 01_ 09_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 09_ 2009_ Ti r hut a.pdf41.pdf• VI DEHA 40t h i s s ue िवदेहक चालीसम अंक138


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 08_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 08_ 2009_ Ti r hut a.pdf40.pdf• VI DEHA 39t h i s s ue िवदेहक उनचालीसम अंक• Vi deha_ 01_ 08_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 08_ 2009_ Ti r hut a.pdf39.pdf• VI DEHA 38t h i s s ue िवदेहक अडतीसम अंक• Vi deha_ 15_ 07_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 07_ 2009_ Ti r hut a.pdf38.pdf• VI DEHA 37t h i s s ue िवदेहक सैतीसम अंक• Vi deha_ 01_ 07_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 07_ 2009_ Ti r hut a.pdf37.pdf• VI DEHA 36t h i s s ue िवदेहक छीसम अंक• Vi deha_ 15_ 06_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 06_ 2009_ Ti r hut a.pdf36.pdf• VI DEHA 35t h i s s ue िवदेहक पै ंतीसम अंक• Vi deha_ 01_ 06_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 06_ 2009_ Ti r hut a.pdf35.pdf• VI DEHA 34t h i s s ue िवदेहक चौतीसम अंक• Vi deha_ 15_ 05_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 05_ 2009_ Ti r hut a.pdf34.pdf• VI DEHA 33r d i s s ue िवदेहक तै ंतीसम अंक• Vi deha_ 01_ 05_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 05_ 2009_ Ti r hut a.pdf33.pdf• VI DEHA 32nd i s s ue िवदेहक बीसम अंक• Vi deha_ 15_ 04_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 04_ 2009_ Ti r hut a.pdf32.pdf• VI DEHA 31s t i s s ue िवदेहक एकतीसम अंक• Vi deha_ 01_ 04_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 04_ 2009_ Ti r hut a.pdf31.pdf• VI DEHA 30t h i s s ue िवदेहक तीसम अंक• Vi deha_ 15_ 03_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 03_ 2009_ Ti r hut a.pdf30.pdf139


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• VI DEHA 29t h i s s ue िवदेहक उनतीसम अंक• Vi deha_ 01_ 03_ 2009. pdf Vi deha_ 01_ 03_ 2009_ Ti r hut a.pdf29.pdf• VI DEHA 28t h i s s ue िवदेहक अाइसम अंक• Vi deha_ 15_ 02_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 02_ 2009_ Ti r hut a.pdf28.pdf• VI DEHA 27t h i s s ue िवदेहक साइसम अंक• Vi deha_ 01_ 02_ 2009. pdfVi deha_ 01_ 02_ 2009_ Ti r hut a.pdf27.pdf• VI DEHA 26t h issue िवदेहक छीसम अंक• Vi deha_ 15_ 01_ 2009. pdf Vi deha_ 15_ 01_ 2009_ Ti rhut a.pdf26.pdf•• िवदेहक सदेह (िंट) अंक ई-पिकाक पिहल 25अंकक रचनाक संग• VI DEHA pr i nt f or m- cont ai ni ngmat t <strong>er</strong> f r om f i r st 25 i ssues of e-magazi ne• देवनागरी वस र्न• SADEHA _ VI DEHA _ DEVNAGARI VERSI ON _ PART _ 1.pdfSADEHA _ VI DEHA _ DEVNAGARI VERSI ON _ PART _ 2.pdf•ितरहुता वस र्न• SADEHA _ VI DEHA _ TI RHUTAVERSI ON _ PART _ 1.pdf• SADEHA _ VI DEHA _ TI RHUTAVERSI ON _ PART _ 2.pdf•कुम ् अम र्नक- गजे ठाकुर140


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA•• देवनागरी वस र्न Kur uKs<strong>he</strong>t r amAnt ar manak_ Gaj endr aThakur . pdf• ितरहुता वस र्नKur uKs <strong>he</strong>t r amAnt ar manak_ Gaj endr aThakur _ Ti r hut a.pdf• ल वस र्नKur uKs <strong>he</strong>t r amAnt ar manak_ Gaj endr aThakur _ Br ai l l e.pdf•• ितरहुता (िमिथलाक्षर) सीखू•• Lear n_ Mi t hi l akShar a_ Gaj endr aThakur . pdf•• ल सीखू•• Lear nBr ai lle_ through_ Mi t hi l akshar a.pdf•• अराष्ीय र् ाक वण र्माला सीखू•• Lear n_ I nt <strong>er</strong> nat i onal _ Phonet i c_ Al phabet _ t hr ough_Mi thilakshar a.pdf•• VI DEHA 25t h issue िवदेहक पचीसम अंक• Vi deha_ 01_ 01_ 2009.pdfVi deha_ 01_ 01_ 2009_ Ti r hut a. pdf25.pdf• VI DEHA 24t h issue िवदेहक चौबीसम अंक141


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 12_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 12_ 2008_ Ti r hut a. pdf24.pdf• VI DEHA 23r d issue िवदेहक तेइसम अंक• Vi deha_ 01_ 12_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 12_ 2008_ Ti r hut a. pdf23.pdf• VI DEHA 22nd issue िवदेहक बाइसम अंक• Vi deha_ 15_ 11_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 11_ 2008_ Ti r hut a. pdf 22.pdf• VI DEHA 21s t issue िवदेहक एकैसम अंक• Vi deha_ 01_ 11_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 11_ 2008_ Ti r hut a. pdf21.pdf• VI DEHA 20t h i s s ue िवदेहक बीसम अंक• Vi deha_ 15_ 10_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 10_ 2008_ Ti r hut a. pdf20.pdf• VI DEHA 19t h i s s ue िवदेहक उैसम अंक• Vi deha_ 01_ 10_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 10_ 2008_ Ti r hut a. pdf19.pdf• VI DEHA 18t h i s s ue िवदेहक अठारहम अंक• Vi deha_ 15_ 09_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 09_ 2008_ Ti r hut a. pdf 18.pdf• VI DEHA 17t h i s s ue िवदेहक सहम अंक• Vi deha_ 01_ 09_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 09_ 2008_ Ti r hut a. pdf 17.pdf• VI DEHA 16t h i s s ue िवदेहक सोलहम अंक• Vi deha_ 15_ 08_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 08_ 2008_ Ti r hut a. pdf 16.pdf• VI DEHA 15t h i s s ue िवदेहक पहम अंक142


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 01_ 08_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 08_ 2008_ Ti r hut a. pdf 15.pdf• VI DEHA 14t h i s s ue िवदेहक चौदहम अंक• Vi deha_ 15_ 07_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 07_ 2008_ Ti r hut a. pdf 14.pdf• VI DEHA 13t h i s s ue िवदेहक तेरहम अंक• Vi deha_ 01_ 07_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 07_ 2008_ Ti r hut a. pdf 13.pdf• VI DEHA 12t h i s s ue िवदेहक बारहम अंक• Vi deha_ 15_ 06_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 06_ 2008_ Ti r hut a. pdf 12.pdf• VI DEHA 11t h i s s ue िवदेहक एगारहम अंक• Vi deha_ 01_ 06_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 06_ 2008_ Ti r hut a. pdf 11.pdf• VI DEHA 10t h i s s ue िवदेहक दसम अंक• Vi deha_ 15_ 05_ 2008.pdfVi deha_ 15_ 05_ 2008_ Ti r hut a. pdf 10.pdf• VI DEHA 9t h i s s ue िवदेहक नवम अंक• Vi deha_ 01_ 05_ 2008.pdfVi deha 01 05 2008 Ti r hut a pdf_ _ _ _ . 9pdf .• VI DEHA 8t h i s s ue िवदेहक आठम अंक• Vi deha_ 15_ 04_ 2008. pdfVi deha_ 15_ 04_ 2008_ Ti r hut a.pdf08.pdf• VI DEHA 7t h i s s ue िवदेहक सातम अंक• Vi deha_ 01_ 04_ 2008.pdfVi deha_ 01_ 04_ 2008_ Ti r hut a. pdf 7.pdf• VI DEHA 6t h i s s ue िवदेहक छठम अंक143


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA• Vi deha_ 15_ 03_ 08.pdfVi deha_ 15_ 03_ 08_ Ti r hut a. pdf6pdf .• VI DEHA 5t h i s s ue िवदेहक पा ँचम अंक• Vi deha_ 01_ 03_ 08.pdfVi deha_ 01_ 03_ 08_ Ti r hut a. pdf5pdf .• VI DEHA 4t h i s s ue िवदेहक चािरम अंक• Vi deha_ 15_ 02_ 08.pdfVi deha_ 15_ 02_ 08_ Ti r hut a. pdf4.pdf• VI DEHA 3r d i s s ue िवदेहक तेसर अंक• Vi deha_ 01_ 02_ 08.pdfVi deha_ 01_ 02_ 08_ Ti r hut a. pdf3.pdf• VI DEHA 2nd i s s ue िवदेहक दोसर अंक• Vi deha_ 15_ 01_ 08.pdfVi deha_ 15_ 01_ 08_ Ti r hut a. pdf2.pdf• VI DEHA I s t i s s ue िवदेहक पिहल अंक• Vi deha_ 01_ 01_ 08.pdfVi deha 01 01 08 Ti r hut a pdf_ _ _ _ . 1pdf .• Home िवदेह न ूतन अंक संपादकीय संदेश िवदेह न ूतन अंक ग िवदेह न ूतनअंक प िवदेह न ूतन अंक िमिथला कला संगीत• िवदेह न ूतन अंक ग-प भारती िवदेह न ूतन अंक बालाना ं कृते िवदेह न ूतन अंक भाषापाक रचना लेखनVI DEHA NON RESI DENT MAI THI LS VI DEHA MAI THI LI SAMSKRI T TUTORVI DEHA ARCHI VE• िवदेह िमिथला र िवदेह िमिथलाक खोज िवदेह स ूचना संपकर् अेषण•• िवदेह पुरान अंक िवदेह मैिथली पोथी िवदेह मैिथली•ऑिडयोिवदेह मैिथली वीिडयो िवदेह िच-िचकला• अपन टीका-िटणी िदअ। SUBMI T YOUR COMMENTS144


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिवदेह िमिथला रभारत आ पालक मािटमे पसरल िमिथलाक धरती ाचीन कालिहसँ महान पुष ओ मिहलालोकिनक कम र्भूिम रहल अिछ। ुत अिछ िमिथला रक एकटा छोट संह। एिह संहकेँ प ूण र्करबाक हेतु अपन बहुम ू संहकेँ ggaj endr a@ vi deha. com केँ पठाऊ। आका र्इवकसवािधकार र् रचनाकार, सित फोटोाफर आ संहका र्क लगमे छि। फोटो सभ पठएबाक लेलधवाद पाठकगण। साभार। प ूण र्तः अवसाियक उे आ मा एकेडिमक योग लेल।वैिदक जनकवाीिकसीतापित राम'वैदेह राजा' ऋगवेिदककालक नमी साक नामसँछलाह, यज्ञ करैत सदेह गेलाह, ऋगवेदमेवण र्न अिछ। ओ इकसंग देलि असुर नमुचीकिव आ तािहमे इहुनका बचओलि।शतपथाणक िवदेघमाथव आपुराणक िनिम द ुन ू गोटेकपुरोिहत गौतम छिथ सेद ुन ू एके छिथ आ एतएसँिवदेह राक ार।माथवक पुरिहत गौतमिमिव यज्ञक/ बिलकार कएलि आ पुनःएकर पुनःापना भेलमहाजनक-२ क समयमेयाज्ञवल् ारा। िनिमगौतमक आमक लगजय आ िमिथ -िजनकािमिथला नामसँ सेहो सोरकएल जाइत छि,िमिथला नगरक िनमा र्णकएलि। िनमीकजयपुर वतर्मानजनकपुरमे छल, िमथीकिमिथलानगरीक ान एखनधिर िनधािरत र् निह भएसकल अिछ, अमािनतअिछ जनकपुरक लग ।’सीरज जनक’ सीताकिपता छिथ आ एतयसँिमिथलाक राजाक सुदृढ145


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपररा देखबामे अबैतअिछ। ’कृित जनक’सीरजक बादक 18मपुमे भेल छलाह।कृित िहरनाभक पुछलाह आ जनक बहुलाकपु छलाह। याज्ञवलिहराभक िश छलाह,हुनकासँ योगक िशक्षाले छलाह। करालजनक ारा एकटा ाणयुवतीक शील-अपहरणकयास भेल आ जनकराजव ंश समा भए गेल(संदभर् अघोष-ब ुचिरतआ कौिट-अथ र्शास्)।वैदेही सीता लव कुश िवदेघमाथवशतपथ ाणकिवदेघमाथव आ पुराणकिनिम द ुन ू गोटेकपुरोिहत गौतम छिथ सेद ुन ू एके छिथ आ एतएसँिवदेह राक ार।वाजसयीयाज्ञवल्याज्ञवल् पीमैयीअंगराज कण र्याज्ञवल् िमिथलाकदाशिनक र् राजा कृितजनकक दरबारमेछलाह। हुनकर माताकवा िपताक नाम सवतःवाजसनी छलि। ओनाहुनकर िपता देवरातकेँमानल जाइत छि।याज्ञवल् १. शुयाज्ञवल्क द ू टा पीछलिथ पिहल काायनीआ दोसर मैयी।मैयी वािदनीछलीह। काायनीसँ हुनकातीनटा पु छलि-चकाा, महामेघ आिवजय।146


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAयज ुरवेद, २. शतपथाण, ३.ब ृहदारकउपिनषद आ ४.याज्ञवल्ृितक दृा/लेखकछिथ।वैशेिषक दश र्नकणादमहावीर जैन599-527गौतम ब ु BC563-483महावीर िवदेहमे छह टाबावास िबतेलि।ओना तँ महावीर िवदेहमेछह टा बावास िबतेलिमुदा ब ु एकोटा मुदािमिथलामे बौ धम र्कभाव पछाित बढल।ब ु वैशाली नगरीमेआपालीक उानमेिलवीगणकेँ सेश देछलाह।चाण BC 350-283धम र् आ िविधक मे कौिटकअथ र्शास् आ याज्ञवल् ृितमेब समानता अिछ जे चाणकिमिथलावासी होयबाक माणअिछ।अथ र्शास्मे(१.६ िवनयािधकािरकेथमािधकर षडोऽायःइियजये अिरषड्वागः)कराल जनकक पतनक सेहोचचा र् अिछ।तिविरवेियातुरोऽिपृराजा सो िवनित- यथाचगु मौय र्चाणक िशBC 340-293आय र्भवैज्ञािनक 476-550पीमे आय र्भकिववरण- (२७) (३४/०८)मिहपितय: म ंगरौनी माैरसै पीता र सुत दाम ूदौ मा सै वीजीिनयनभ: ए सुतोआय र्भ: ए सुतोउदयभ: ए सुतोिवजयभ ए सुतोसुलोचनभट (सुनयनभ)147


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAदाो नाम भोजः कामाद ्ाण कायमिभममानःसबराष्ो िवननाश करालवैदेहः,...।ए सुतो भ ए सुतोधम र्जटीिम ए सुतोधाराजटी िम एसुतोजरी िम एसुतो िपुरजटी िम एसुत िवघ ुजटी िम एसुतो अजयिसंह: ए सुतोिवजयिसंह: ए सुतो एसुतो आिदवराह: ए सुतोमहोवराह: ए सुतोद ुयो र्धन िसंह: ए सुतोसोढ◌ऱजयिसंहका र्चायास्स महास्िवा पारङगतमहामहोपाा य:नरिसंह:।।िस सरहपाद700-780सरहपाद-“िसिरु मइपढमे पिढअउ ,मिपबोँ िबसरउएमइउ”।िमिथलामेअक्षरार िसिरु जकरप ूव र्मे िसिरु,गशजीक अंकुश आ ँजी,िलखल जाइत अिछ।िमिथलामे ई धारणा जेमा ँड िपलासँ रण शिक्षीण होइत अिछ; ईसरहपादक िमिथलावासीहोएबाक माण अिछ।आिद श ंकराचाय र्788-820 म ंडनिमसँ शास्ाथ र्म.म.गोन ू झा1050-1150करमहे सोनकिरयाम गोन ूझाक वण र्न पीमे अिछ-महामहोपााय ध ूतर्राजगोन ू। पीक असारपीढीक गणना कएलासँगोन ूक ज ( गोन ूकसोनकिरयाम करमहे-वमे २४म पीढी चिलरहल अिछ) आय र्भकबाद (आय र्भक मार-कापमे ३९ म पीढी चिलरहल अिछ) आिवापितक पिह(िवापितक िवषएवारिबी-कापमे १४म पीढीचिल रहल अिछ) लगभग१०५० ई.मे िस होइतअिछ। कारण एिह तरहेँएक पीढीकेँ ४० सँ गुणाकेला सँ आय र्भक जलगभग ४७६ ई. आिवापितक ज लगभग१३५० ई. अबैत अिछजे इितहाससत अिछ।148


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकृाराम आहाथी सुबरनिमिथलाक यादव (गुआर)जाितक लोकदेवताकृाराम अपन हाथीसुबरनपर सवार।व ंशीधर ाणछेछन महराजिमिथलाक डोम जाितकलोकदेवतादीना- भदरीोित पँिजयारमोतीदाइिमिथलाक मुसहर जाितकलोकदेवतािमिथलाक रजक (धोिब)जाितक लोकदेवताराजा सलहेसद ुलरा दयालकािलदासिमिथलाक द ूधव ंशी (द ुसाध)जाितक लोकदेवतागोन ू झाक गाम भरौडाकराजकुमार, "बहुरा गोिढननटुआ दयाल" लोककथाकमलाह कथानायक।भरौडामे एख िहनकरगहबर छि।149


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAबोिध कायराधाकृ आकरताराम मिकिमिथलाक अमता घरेनकारिक गबैामहाराज नादेविमिथलाक कणा र्ट व ंशक1097 ई. मे ापना।1147 ई. मे मृु।मदेवमहाराज हरिस ंहदेवम ंी गरिमिथलाक कणा र्ट व ंशकसंापक नादेवक पु।िमिथलाक गंधविरयाराजप ूत मदेवकेँ अपनबीजीपुष मात छिथ।िमिथलाक कणा र्ट व ंशक।ोितरीर ठाकुरक वण र्-राकरमे हरिस ंहदेवनायक आिक राजाछलाह। 1294 ई. मेज आ 1307 ई. मेराजिसंहासन। िघयासुीनतुगलकसँ 1324-25 ई.मे हािरक बाद पालपलायन। िमिथलाक पी-बक ाण, काय आक्षिय म आिधकािरकापक, मैिथल ाणकहेतु गुणाकर झा, कण र्कायक लेल श ंकरद,आ क्षियक हेतुिवजयद एिह हेतुथमतया िनयुक्भेलाह। हरिस ंहदेवकरणासँ- आ ईहरिस ंहदेव नादेवकव ंशज छलाह, जे नादेवकाणा र्ट व ंशक १००९शाकेमे ापना केरहिथ- नैद शुं शिशशाक वषे र् (१०१९ शाके)...िमिथलाक पित लोकिनशाके १२४८ तदसार१३२६ ई. मे पी-बक वतर्मान पकारक िनण र्य कएलि।पुनः वतर्मान स ्वपमेिमिथलाक कणा र्ट व ंशकनरेश हरिस ंहदेवक म ंी।सुगितसोपानमे िमिथलाकसा ंवैधािनक इितहासकवण र्न।150


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAथोडे बि ु िवलासी लोकिनिमिथलेश महाराज माधविसंहसँ १७६० ई. मेआदेश करबाए पीकारसँशाखा पुकक णयनकरबओलि। ओकर बादपािजमे ँ (कख कालविण र्त १६०० शाके मा१६७८ ई. वावमे माधविसंहक बादमे १८०० ई.कआसपास) ोिय नामकएकटा नव ाणउपजाितक िमिथलामेउि भेल।िबहुलागा ंगो देवीगरीबन बाबाचानगरक िबहुला।िमिथलाक मलाह जाितकलोकदेवता। गा ंगोदेवीकभगता अख िमिथलाकमलाह लोकिनमे चिलतअिछ।िमिथलाक धोिब जाितकलोकदेवता।लालबन बाबामोर ंगक मोतीसायरअयाची िमिमिथलाक चम र्कार जाितकलोकदेवता।पहम शताीक भवनाथिम बड पैघ ाियकछलाह आ किहयोककरोसँ को वुकयाचना निह कएलि, तािहलेल सभ हुनका अयाचीिम कहए लगलि।151


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAश ंकर िमपक्षधर िममहाराज िशव िसंह"बालोऽहं जगदान न मेबाला सरती।अप ू र् पंचमे वषे र्वण र्यािम जगत्यम ् ॥"क वा। पहमशताीमे भवनाथ िमकघरमे मध ुबनी िजलाकसिरसव ाममे श ंकरिमक ज भेल।श ंकरिम महाराज भैरविसंहक किन पु राजापुषोमदेवक आितछलाह। एकर वण र्नरसाण र्व ंथमे भेटैतअिछ। श ंकर िम किव,नाटककार, धम र्शास्ी आाय-वैशेिषकक ााकाररहिथ।श ंकर िमंथावली- १.गौरी िदगरहसन २.कृ िवदनाटक ३.मभवपराभवनाटक४.रसाण र्व५.द ुगा र्-टीका६.वािदिवद७.वैशेिषकस ू परउपार८.कुसुमा ंजिल परआमोद९.खनख-खाटीका १०.छोगािकोार११.ा दीप१२.ायित दीप।िवापितक समकालीनजयदेव िम, जे अपनअका तकर्क कारणपक्षधर िमक नामसँजानल गेलाह।िमिथला नरेश िवापितकआयदाता ओइनवार व ंशकमहाराज िशव िसंह।उगना महादेवमाहादेव िवापितकअिहठाम गीत सुनबा लेलउगना कर बिन रहैतछलाह।महाकिविवापित ठाकुर1350-1450मैिथली भाषाक आिदश ंकरदेव1449-1569152


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकिव। अक गहुकता । कालजयी पदरचनाक अमर किव ।कीितर्लता, कीितर्पताका,पुष परीक्षा,गोरक्षिवजय, िलखनावलीआिद ंथ समेत िवपुलसंामे कालजयी मैिथलीपदक रचियता ।लीनाथ गोसाई1793-1872किव चा झा1831-1907सर जी. ए. ियस र्नमैिथली मी 1851-1941म ूलनाम चनाथ झा,ाम- िपाछ,दरभंगा। कवीर,किवच नामसँिवभूिषत। िएस र्नकेँमैिथलीक संगमे मुसहायता केिनहार।कृित- िमिथला भाषारामायण, गीित-सुधा,महेशवाणी संह, चपदावली, लीर िवलास,अिहाचिरत आऽिवापित रिचत संृतपुष-परीक्षाक ग-पमय अवाद।महाकिव लालदास1856-1921िहनक ज खड़◌ौआाममे १८५६ ई. मेतथा मृु १९२१ ई. मेभेलि । िहनक अकम. म. परमेरझा 1856-1924ज 1856 ई. मेतरौनी ाम (दरभंगा)अवधिबहारी सादशाही 1859-1929153


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरचना उपल होइतअिछ, यथा—रमेर चिरतरामायाण,’ स्ी िशक्षा,’’सािवी-सवान,’ ’चीचिरत,’ ’िवदावली,’ ’द ुगा र्सशती,’ तो िमिथलामाहा’ आिद ।मैिथलीक अितिर ईसंृत, िही तथाफारसीक ज्ञाता छलाह ।किवताक अितिर गमेसेहो ई रचना कएल ।रमेर चिरत रामायणिहनक सभसँ िविश अिछ । राम-कथाकउेखमे सीताक मिहमाकमहत् दए िमिथला तथामैिथलीक ित ई अपना तथा भिकेँ कएल अिछ ।िजलामे भेल छलि तथािनधन 1924 ई. मे ।संृत ाकरणक ईिदज िवान ् छलाह तथा‘वैयाकरण केशरी’ कउपािधसँ िवभूिषत छलाह। मैिथली सािहमेअपन कृित ‘िमिथलातत्िवमश’ र् तथा ‘सीमितनींआाियका’क कारमहत्प ूण र् ान रखैतछिथ । ई महाराजरमेर िसंहक दरवारमेराज-पंिडतक पदपरअको वष र् धिरसुितित छलाह ।सव र्तं तं बाझा 1860-1921मध ुबनी िजला ंततलवाणी(नवानी) गाममेिहनकर जभेलि।िहनक कृित सभअिछ। 1. सुलोचन-माधवचू का, 2.ायवािर्कताय र् ाान, 3.ग ूढाथ र्तत्लोक(ीमदभागवतगीता ााभूतमध ुस ूदनी टीका पर)4.ािपंचक टीका5.अवदक िनिक्िववेचन 6.सिभचारिटण 7.सतितपक्षिटण 8.ागनिववेचन 9.िसा ंत लक्षणिववेक 10.ुिवादग ूढाथ र् तालोक11.शिक्वाद िटण12.खन-ख़ खािटण 13. अैत िसिचिका िटण14.कुकुकािल काशिटण।म. म. शिशनाथ झा1860-1930मुंशी रघ ुननदास 1860-1945गाम-सखबार, ज़ि◌ला-मध ुबनी। "िमिथला नाटक"आ "द ूता ंगद ायोग"कलेखक।154


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAडा. सर आशुतोष मुखजीर्मैिथली मी 1864-1924मध ुस ूदन ओझा1866-1939मुकु झा"बख्शी" 1869-1936ज हिरपुर बख्शी टोलाम (मध ुबनी िजला) मे1869 ई. मे भेल तथािहनक िनधन काशीमे1937 ई. मे भेलि। िहनक िलखल संृतमे अक ंथ अिछ ।मैिथलीमे िहनकमहत्प ूण र् कृित अिछ‘िमिथला भाषामय इितहास’। एकर अितिरमैिथलीमे िहनक ुटिनब सभ सेहोकािशत भेल ।िमिथलाक ऐितहािसक वण र्नसभसँ पिह िहनकेकािशत भेल । एिहइितहासमे िमिथलाकसव र्तोमुखी पिरचय ुतकएल गेल अिछ ।डा. सर गंगानाथझा 1871-1941ज मध ुबनी िजलाकसिरसब-पाही ाममे1871 ई. मे भेल तथािनधन यागमे 1941 ई.मे । ई अपना समयकसंृतक का िवान म.म. िचधर िम, म. म.जयदेव िम तथा म. म.िशवकुमार शास्ीसँ मीमा ंसाएव ं दश र्नक अयनअरिव घोष मैिथलीमी 1872-1950जनाद र्न झाजनसीदन 1872-1951155


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकएलि तथा दश र्नकिविभ द ुह ंथकअङरेजीमे अवाद कएपाा संसारक ानआकृ कएलि । ईगवन र्मेट संृत कालेजबनारसमे 1917 सँ1923 धिर ििसपलछलाह तथा एलाहाबादिविवालयक 1923 सँ1932 पय र् कुलपितरहलाह । मैिथलीमेिहनक सािदत चाझाक ‘महेशवाणी संह’तथा ‘गणनाथ-िवनाथपदावली’ कािशत अिछ। मैिथली सािह पिरषद ्ारा कािशत िहनक‘वेदा दीपक’ (दश र्न)िवषयक अप ूव र् ंथ अिछ। एिहसँ िभ िहनकिनब ंध सभ सामियकमैिथली प-पिकामेकािशत अिछ ।रासिबहारी लालदास1872-1940"िमिथला दप र्ण" कलेखक।रामच िम "च"1873-1937 मैिथलभामहावैाकरणाचाय र् पंदीनबु झा 1878-1955भवनाथ िम1879-1933कीान र् िसंहट ंकनाथ चौधरी1884-1928मैिथली शकोष "िमिथलाश काश"क लेखक।156


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभवीतानओझा 1886-1970किपलेर िम1887-1987गाम सलेमपुर, थाना-उिजयारपुर, िजलासमीपुर। “सीतादाइ”पुक भंडारसँकािशत।बालकृ िम1888-1948सुनीित कुमार चटजीर्मैिथली मी 1890-1977बलदेव िम1890-1975िहनक ज सहरसािजलाक वनगा ँव ाममे1890 ई. मे एव ं िनधनफरवरी, 1975मे भेलि। ारमे पं. गेनालालचौधरीसँ ौितष पिढ ईकाशीमे पं. सुधाकरिवेदीजीक िश भेलाह। बहुत वष र् धिरसरती भवन (वाराणसी)मे हिलिखत िवभागमेकाय र् कएल । पात्पटनाक काशीसादजयसवाल िरसच र् संानमेअक ाचीन िततीहिलिपकेँ देवनारीमेिलिरत कएल।’िमिथलामोद’ काशन एव ंम.म. मुरलीधर झाकोाहनसँ ौितषीजी१९१० ई.सँ ’मोद’मे िलखएलगलाह। िहनक कािशतरचना अिछ—’रामायणिशक्षा’, ’चा झा’,’संृित’, ’भारत िशक्षा’,’ग-स िववेक’,’समाज’ आिद ।आचाय र् रामलोचनशरण 1890-1971"मैिथलीरामचिरतमानस"कलेखक।157


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपितजी यावत् धिरपटना रहलाह बराबिर’िमिहर’मे िलखैत रहलाह।सीताराम झा1891-1975ज चौगामा ाममे १८९१ई.मे तथा िनधन १९७५ई. मे भेलि ।संृतमे ोितष शास्कअक रचनाक .अितिरमैिथलीमे िहनक ’अचिरत’ (महाका), ’सिूसुधा,’ लोक लक्षण,’’पढ़◌ुआचिरत,’ ’प ूवा र्परवहार,’ उनटा बसात,’’अलंकार दप र्ण’, ’भूकवण र्न’, ’का षट-रस’,’मैिथली काोपवन’, आिद उपल अिछ ।िहनक गीताक मैिथलीअवाद सेहो उपलअिछ । िमिथला मोदकसादन १९२० ई.सँ १९२७ई. धिर ई कएल ।ताराचरण झा1892-1928बीनाथ झा1893-1973ज मध ुबनी िजलाकसिरसव ाममे १८९३ ई.मे भेलि तथा १९१४ ई.मे ई काशी लाभ कएिल। बहुत िदन धिर ईमुजफ्फरपुरक धर् समाजसंृत कालेजमे सािहकअापक छलाह ।मैिथलीक िवात किवलोकिन यथा सुमनजी,मध ुपजी, मोहनजी आिदिहनक िश छिथ ।संृत सािहमे िहनकअक रचना अिछ ।जािहमे राधा पिरणय’(महाका) क ान िविशअिछ । मैिथलीमे िहनक’एकावली पिरणय’(महाका) एक नवीनकीितर्मान ािपतकएलक। कोअलंकारक दृा तकबाकहेतु ’एकावली पिरणय’पया र् अिछ ।जीवनाथ राय1893-1964उमेश िम1895-1967ज मध ुबनी िजलाकबाब ू धषधारी लालदास 1895-1965मैिथलीमे िबहारी158


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगजहरा ाममे 1895ई. मे भेल छलि ।ई एकहतिर वष र्क आयुमे१९६७ ई. मे यागमेवासी भेलाह । ईअपन नाम-ध िपता म.म. जयदेव िम तथा म.म. डा. गंगानाथ झाकसािमे िवाजर्नकएल। १९२३ सँ १९५९धिर िमजी एलाहाबादिविवालयमे संृतकाापक छलाह ।दरभंगा ’िमिथला शोधसंान’क िनदेशक पदपरिकछु समय काय र् कए१९६२ सँ ६५ धिरकामेर िसंह संृतिविवालयक कुलपितरहलाह ।म. म. मुरलीधरझासँ भािवत भए’िमिथलामोद’मे ई िलखबार कएलि तथा अपनिविवध कारक रचनासँमैिथलीक गकेँ समृ्कएलि । मैिथलीमेिहनक िस अिछ—’कमला’ (शेपीयरक’टेे’क भावावाद),’नलोपाान’, ‘मैिथली-संृित’ तथा अकवण र्नाक एव ंआलोचनाक िनब;मनबोधक कृजकसादन, िवापितककीितर्लता, कीितर्पताका,गोरक्ष िवजय आिदकअवाद-सादन सेहोकएल।किवक अवादकािशत।अमरनाथ झा1897-1955सिरसब पाहीटोल ाममे१८९७ ई. मे भेल ।िहनक िनधन पटनामेजखन ई िबहार लोकसेवा आयोगक अक्षछलाह, १९५५ मे भेलिभोलालाल दास1897-1977िहनक ज दरभंगािजलाक कसरौर मेभेलि । सािहसजर्नाक अितिर अपनसंगठन क्षमता तथामैिथली सािहककुमार गंगानिसंह 1898-1971ज—बलीराजपिरवारमे 24-9-1898, मृु:-ीनगरपिण ू र्ञा 17-1-1970159


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA। ई एलाहाबादिविवालयक नओ वष र्धिर कुलपित रिह पात्िहू िविवालयक सेहोकुलपितक पदकेँसुशोिभत कएलि । ईअंगरेजीक का िवान ्छलाह, तािह संग िही,उद, ूर् फारसी, संृत,बङला एव ं मैिथलीक सेहोअुत िवान ् छलाह।मैिथलीमे िहनका ारासािदत ‘हष र्नाथ काावली’ तथा‘गोिवदासकृग्ङारभजन’ महत्प ूण र्अिछ । एिहसँ िभिहनक मैिथली सािहपिरषदक अक्षीय भाषणतथा अ लेख कािशतअिछ ।सव र्तोमुखी िवकासक हेतुसतत तर रहबाककारँ भोला बाब ू मैिथलीसंसारक एक कपमे रहलाह । िहनकिनधन 1977 ई. मे भेल। मैिथलीक चार-सारमे ई अपन जीवनसमिपत कए छलाह।पाममे मैिथलीकेँ ानहो तािह हेतु ई बीडाउठओलि । िवालयरक अक पोथीकिनमा र्ण कएल । मैिथलीसािह पिरषदक ईसंापक मलक सदछलाह । 1931 सँ1940 ई. पय र् ओकरधान मी रहलाह ।िहनक मिकालमे’भारती’ नामक मािसकपक काशन भेल ।एिहसँ प ूव र् (१९२९-३१)कुशेर कुमरजीक संगसंयु सादनमे ’िमिथला’नामक प चलाओल ।ई नवीन एव ं गितशीलिवचारक लोक छलाह ।ननव लेखककेँ ोािहतकरब, श ैलीमे एकपताआनब, नव काशनसँमैिथलीक सािह भंडारकपिर् ू करब िहनक कर्बिन गेल छल । िहनकिलखल ‘मैिथली ाकरण’तथा िहनकिह ारासािदत ‘गकुसुमा ंजिलबहुत िदन धिर िवालयमेपढाओल जाइत रहल ।िहनक िलखल अक िनबसमालोचना, किवता,संरण, जीवनी-सािहमैिथलीक प-पिकामेिछिडआएल अिछ ।। भूतप ूव र् िशक्षाम ंी,िबहार एब ं कुलपित,कामेर िसंह दरभंगासंृत िविवालय।रचना—अिगलही (अप ूण र्उपास) तथा अक कथाएव ं एका ंकी । युगकअप सामािजक कुरीितआिदकेँ आधार बनाएसुधारवादी दृिएँ कथासभिहक रचना ।जमोहन ठाकुर1899-1977रामव ृक्ष बेनीपुरी1899-1967भुवर साद1902-दरभंगा िजलाक बली160


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगाम, िनवास रायसाहेबपोखिर लहेिरयासराय।सरती ूललहेिरयासरायमे १९३०-१९६४ ई. धिर अापन।मैिथलीमे "बाल रामायण”कािशत।जयनारायण झा'िवनीत' 1902-1991सुधाकर झा"शास्ी" 1904-1974दामोदर लालदास िवशारद1904-1981बब ुआजी झा'अज्ञात'1904-1996२००१- बब ुआजी झा“अज्ञात” (ितज्ञा पाव,महाका)लेल सािहअकादमी पुरार।ीवभ झाहाटी 1905-1940रमानाथ झा1906-1971ज दरभंगा िजलाकउजान (धम र्पुर) ाममे1906 ई. मे एव ं िहनकिनधन दरभंगामे १९७१ ई.मे भेलि । 1930ई. मे अङरेजीमे एम.ए. कएलाक बाद ईकतोक वष र् धिर मधेपुरउ िवालयकधानाापक छलाह, तकराबाद दरभग्ङा-राज-लाइरीकपुकालयाक्षक पमे1936 सँ अिम समयधिर रहलाह । 1952 सँ62 चधारी िमिथलाकालेजमे ो. झाअङरेजीक ाापक पेँकाजka पात् ओहीकालेजमे मैिथलीिवभागाक्ष बनाओलगेलाह । 1965 मे161


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरमानाथ बाब ू सािहअकादमीक मैिथलीकितिनिध िनवािचत र् भेलाहजािह पद पर ओ जीवनकअ समय तक रहलाह।िहनक रचनाक बहुत ापक छल ।िहनक असंधानाक िनब ंकद ू गोट संह ‘िनबमाला’तथा ‘ब ंध संह’कािशत अिछ ।संकिलत सािदत पुकसभमे ‘मैिथली प-संह’, ‘मैिथली ग-संह’, ‘ाचीन गीत’,‘कथा का’, ‘नवीन गीत’,‘किवता कुसुम’, ‘कथासंह’ आिद अिछ ।‘कथासिरागर’क आधारपर ाल ग श ैलीमेिहनक ‘उदयन-कथा’ तथा‘बरिच-कथा’ बेश ाितपओलक । ाकरणक‘िमिथला भाषा काश’,‘अलक्ङारवेश’ आिदअक कािशत अिछ। ‘मैिथली सािह प’ैमािसक पिकाकसंपादक।काशीका िम"मध ुप " 1906-1987का ंीनाथ झा"िकरण" 1906-1988ामान झा1906-1949१९७०- काशीका िम“मध ुप” (राधा िवरह,महाका) पर सािहअकादेमी पुरार ामैिथलीक श किव आमैिथलीक चार-सारकसमिप र्त काय र्कता र् ’झंकार’किवतासँ ाि गीतकआान कएलिन । कृितमक िवलक्षण किव ।’घसल अठी किवताकलेल क आ िश-संवेदना—द ुहू र परज ान-धम र्पुर,लोहनारोड, दरभंगा िबहार ।मैिथली भाषा आ ंदोलनमेमहप ूण र् भूिमका।’पराशर’ महाका लेलसािह अकादमी ओ ’कथािकरण’ लेल वैदेहीपुरारसँ सािनत ।कािशत कृित: चंहण(उपास), वीर-स ून(बालकथा), जय जभूिम(एका ंकी), िवजेतािवापित (नाटक), कथा-162


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAचरम लोकियताभेटलिन।िकरण (कथा-संह),िकरण-किवतावली, कतेकिदनक बाद (किवता-संह), पराशर (महाका)ओ िकरण-िनब ंधावली(िनब ंध-संह)आिद।१९८९- काीनाथझा “िकरण” (पराशर,महाका)पर मैिथली मेसािह अकादमी पुरारसँसािनत।रमाका ंत झा,पाल 1907-1971ईशनाथ झा1907-1965बहुमुखी ितभाक किव। ाचीन आ नवीनपितक का-रचनाकिवलक्षण संयोग िहनकरकिवतामे भेटैत अिछ। दिलत व, शोषणकसमा, देश मकयथाथ र्वादी रचनाक संगसंग ििन कनाकअक िविश किवतामैिथलीमे िलखलिन ।भुवर िसंह'भुवन' 1907-1944अपन खाढीक बहुमुखीितभाक किव । ाचीनआ नवीन रीितक किवताकरचना िवपुल संामेकएलिन । ’भुवनभारती’ किवता संकलनकाशनसँ मैिथली ओज आनव चेतनाक श ंखफुकलिन।हिरमोहन झा1908-1984िहनकर मैिथली कृित१९३३ मे “कादान”(उपास), १९४३ मे"िरागमन”(उपास),१९४५ मे “ण देवता”(कथा-संह), १९४९ मे“र ंगशाला”(कथा-संह),रामधारी िसंह 'िदनकर'िमिथला र 1908-1974मा ँगिन खबास1908-1943संगीतज्ञगिछयामे ज। अबएसमे मृु।163


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१९६० मे “चच र्री”(कथा-संह) आऽ १९४८ ई. मे“खर ककाक तर ंग”(ं) अिछ। मृोपरा ंत१९८५मे (जीवन याा,आकथा)पर मैिथलीकसािह अकादमी पुरारसँसािनत।सुभ झा1909-2000ेहलता 1909-1993कालीका झा1909-"फ◌ॉमे र्शन ऑफ मैिथलीलै ंगुएज"क लेखक।१९८६- सुभ झा(नाितक पक उर,िनब)पर मैिथलीक सािहअकादमी पुरारसँसािनत।म ूल गाम ढंगा (हिरपुर),मध ुबनी। फेर माकबरदबा,पो. उरलाहा,भाया- मदनपुर, िजला-पिण ू र्यामे बिस गेलाह।सतघरा (मध ुबनी), मदनपुरआ काशीमे पािणनीाकरणक अयन।"हमान चिरत"कलेखक।तंनाथ झा1909-1984ज १९०९ ई मे दरभंगािजलाक धम र्पुर ाममेभेलि मुु ४-५-’८४,चधारी िमिथलाकालेजमे अथ र्शास्काापक छलाह ।अवकाश हण क कासाधनामे लागल रहलाह। महाका, मुक,एका ंकी सभ िवधामे ईिस ह छलाह ।जीवनाथ झा1910-1977सुरे झा'सुमन' 1910-2002ज: ाम : बीपुर,िजला-समीपुर ।कािशत कृित: ितपदा,अच र्ना,साओन-भादव,अंकावली, अना र्द,पयिनी, उरा आिदतीससँ अिधक मौिलककिवता-पुक;पुष-परीक्षा, अगीता ंजिल, ऋतु164


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिहनक ’कीचक व ंध’महाका अङरेजीक‘ब्लैक्ङ भस’ र् (अिमाक्षरछ) म िलखल अिछ ।मैिथलीमे ’सौट’ एव ंब्लैक्ङ भस’क र् ई थमयोा िथकाह ।संृत पररामे कारचना किरतहु ँ पााश ैलीक नवीनता िहनकारचनामे भेल । िहनक’कीचक वध’ ओ ’कृचिरत’ महाका—‘मल-पािशका’ एव ं ‘नमा’मैिथली सािहमे अपनिविश ान रखैछ ।तकर अितिर मुककामे िवषय वुकापकता एव ं िश शिलकैचुरता अबैत अिछ ।एक िदश यिद ाचीनढंगक ईश्बर वनाकरचना कएलि तँ दोसरिदस ‘सौट’(चतुद र्शपदी) ‘बैलेड’आिद िलखबामे प ूण र्सफलता ा कएलि।‘कृ चिरत’ महाकापर िहनका 1979 ई कसािहक अकादमी पुरारभेटलि । 1980 ई.मे िहनका अिभननसमिप र्त कएल गेलि।ृ ंगार तथा वण र्राकर,पािरजात-हरण, कृज,आन-िवजय आिदकितपय क अवाद-संपादन; ’मैिथली कापर संृतक भाव’नामक समीक्षा-ंथ।’पयिनी’ लेल १९७१ मेसािह अकादेमी पुरारतथा ’उरा’ पर १९१८मे मैिथली अकादेमीकिवापित पुरार ा। मैिथलीक थमदैिनक प ’देश’कलितसादक।१९९५- सुरेझा “सुमन” (रवीनाटकावली- रवीनाथटैगोर, बा ंा)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार। २००० ई.-पं.सुरे झा “सुमन”,दरभंगा;याी-चेतनापुरार।'नागाजर्न' ु वैनाथिम 'याी'1911-1998ज अपन मामागामसतलखामे भेलि, जेहुनकर गाम तरौनीकसमीपिहमे अिछ, िजला-दरभ्गा । म ूल नाम:वैनाथ िम । िहीमेनागाजर्न ु नामे ात ।कािशत कृित: िचा,पहीन न गाछ (मैिथलीकिवता-संह); पारो,आरसीसाद िसंह1911-1996ज: ाम-एरौत, िजला-समीपुर । कािशतकृित: मािटक दीप, प ूजाकफूल, स ूय र्मुखी (किवता-संह), मेघद ूत (अवाद),आरसी, नदास, संजीवनी(िही का संह)।’स ूय र्मुखी’ लेल १९८४ मेसािह अकादेमी पुरारा ।गु जयदेविम 1911-1991 िशगंगानाथ झा165


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAबलचनमा, नवतुिरया(मैिथली उपास);युगधारा, सतर ंगेपंखोंवाली, ासी पथराईआ ंखे ं, िखचडी िवव देखाहम, तुम कहा था,हजार हजार बाहो वाली,पुरानी जूितयो काकोरस, रगभा, र् ऐसे भीहम ा ! ऐसे भी तुमा ! (िही किवता-संह); रितनाथ की चाची,बलचनमा, नई पौध, बाबाबटेसरनाथ, वण केबेटे, द ुखमोचन,कुीपाक, अिभनन,उतारा, इमरितया(िही उपास); आसमानमें चा तैरे (कहानीसंह); भा ंकुर (िहीख का); अहीनम ्ियाहीनम ् (िनब-संह);गीत गोिव; मेघद ूत;िवापित के गीत,िवापित की कहािनया ं(अवाद) । ’पहीनन गाछ’ लेल १९६८ मेसािह अकादेमी पुरारा । यायावरी जीवन। मैिथली ितिनिधकपमे स मण ।नागाजर्न ु (. ी वैनाथिम “याी” ), िही आमैिथली किव, १९९४ ई.मेसािह अकादेमीक फेलो(भारत देशक सवो र्सािहक पुरार)।यशोधर झािमिथला वैभव, दश र्नमैिथली पोथीपर 1966मे पिहल सािह अकादमीपुरार मैिथली लेला।वैनाथ मिक'िवध' ु 1912-1987१९७६- वैनाथ मिक“िवध” ु (सीतायन, महाका)लेल मैिथलीक सािहअकादमी पुरार।भीम झा1912-प ू िण र्या िजलाक मदनपुरगामक। ज ५ नवर१९१२ ई.। बलीक ीामान िस ंहकअक्षतामे “नारायणसंकीतर्न महामली”कापना।166


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAराधानाथ दास१९१२-उपे ठाकुर'मोहन'1913-1980जयनाथ िम1913-1985ज १९१३ ई. मेदरभंगा िजलाक चतिरयााममे भेलि । मृु२४-५-१९८० । संृतिशक्षामे सािहाचाय र् ओबड़◌ौदा राजक िवत्-परीक्षासँ ‘सािह-र’कउपािधसँ िवभूिषत भेलाह। दैिनक आयावतर्मेआिदअिहसँ, पात् १९६०सँ िमिथला िमिहरक उप-सादक एव ं सह-सादकपेँ काय र् करैत १९७७मे सेवा िनव ृत भेलाह।मोहनजी करीब पचासवष र् सािह साधनामे लागलरहलाह । िवजयान,कुंजर ंजन, सुदश र्न,पुरीक, शास्ी, बामनआिद छ नामसँ प-पिकामे िविवध िवषयपरिहनक लेख सभ कािशतभेल अिछ ।मोहन जीक‘बािज उठल मुरली’मे १०१गोट किवताक संकलनअिछ जािहमे िहनक सुदीघ र्का-आराधनाक िविभिवचारधाराक ओ िविभअभूितक सामी उपलअिछ । एिह पुकपरमोहन’जीकेँ १९७८ मेसािह अकादम ् पुरारभेटलि। एिहसँ बहुतप ूव र् िहनक ’फुलडाली’नामक किवता संह सेहोकािशत भेल छल ।167


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAीका ंत ठाकुर"िवालंकार"पीकारमोदान झा1914-1998आन झा1914-1988ल धौत पीशास्मार् पीकार मोदानझा, िशवनगर, अरिरया,पिण ू र्या। िपता-. ीिभिखया झा। गु-पीकार िभिखया झा।पिण ू र्या िजलाक बलीलगक िशवनगर गामक।ज २२ िसतर १९१४ई.।सौराठमे अपनमौसा . ल ूटनझा सँपंजीशास्क अयन।१९४८-१९५१ ई. धिरदरभंगामे रिह आचाय र्रमानाथ झाकेँ पािजँपढओलिन।शास्ाथ र्परीक्षा- दरभंगा महाराजकुमार जीवेर िसंहकयज्ञोपवीत संारकअवसर परमहाराजािधराज(दरभंगा)कामेर िसंह ाराआयोिजत परीक्षा-1937ई. जािहमे मौिखकपरीक्षाक मु परीक्षकम.म. डा. सर गंगानाथ झाछलाह।बाब ू साहेबचौधरी 1916-1998दरभंगा िजलाक द ुलारपुरलण झा1916-2000शुदेव झा'उल' 1916-गोा िजलाक अलखद-महेनपुरक िनवासी। ज168


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगामक। १९४३ ई. मेजीिवकाथ र् कलकाअएलाह। नवम कक्षामेरा आोलनमे बािझकए िशक्षाक इिती।कलकामे ानीत मैिथलसंघमे वेश।कलकामे मैिथली आट र्स. ९/१, िखलात घोषलेन, कलका-७००००६ सँमैिथली-िमिथला आोलनमेसिय। “कुहेस” आ“चाण” द ूटा नाटक।१९७१-७९ धिर “िमिथलादश र्न” आ “मैिथली दश र्न”मैिथली मािसककसादन।१६ अूबर १९१६ ई.।संगीत भारराजकुमार ामानिसंह १९१६-१९९४रामचिर पाेय"अ" १९१७-२०१०लीनाथ झािमिथला िचकला1917-1990उपे नाथ झा'ास' 1917-2002ज ान-हिरपुरवकशीटोल, मध ुबनी, िबहार। १९६९- उपेनाथझा “ास” (द ू प,उपास) लेल सािहअकादेमी पुरारसँसािनत । सािहअकादेमीक अवादपुरार ा ।कािशत कृित: कुमार, द ूमनमोहन झा1918-2009ज सिरसबमे, अुकण,वीरभोा, िमिथलाकिनशापुरमे।२००९-.मनमोहन झा (गंगापु,कथास ंह)पर मृोपरा ंतसािह अकादमी पुरार।जिकशोर वमा र्'मिणप' 1918-1986ज ान-बहेडा, दरभंगािबहार । १९७३-जिकशोर वमा र् “मिणप”(का बिनजारा, उपास)लेल सािह अकादेमीपुरारसँ सािनत ।उपासकार, कथाकार ओकिव । कािशत कृित:कोागल, र् कनकी,अर्नारीर, लोिरकिवजय, का-बिनजारा,169


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAप (उपास), िवडं बना,भजना भजले (कथा-संह), पतन संासी,तीक (का), महाभारत(पिहल द ू पव) र् आिद।लवहिर-कुशहिर, रायरणपाल, आिदम गुलामआिद उपास ओ कं ठहार(नाटक) आिद।पं. सहदेव झा१९१९-"िमिथला की धरोहर"पोथी कािशत।गीर्य िवेरी सादम ंडल, राजता 1919-1982ज २५ अग १९१९,मृु १३ अैल १९८२बिधारी ु िसंहरमाकर 1919-1991ज मध ुबनीमे 1919 ई.मे भेल । अपन िपता. मधारी िसंहसँिविभ िवषयक िशक्षाहण कएलि । ईरामकृ कालेज, मध ुबनीकमैिथली िवभागाक्ष छलाह। जतएसँ अवकाश ाकएलि । बाा-विहसँई किवकाय र्मे लागलरहलाह अिछ । संृततथा मैिथली द ुन ू भाषामेिहनक रचना कािशतअिछ । यथा—मैिथलीमे‘यास’ (कथा-संह),‘मध ुमती’, ‘अमरबाप’ू(किवता-संह), ‘शरशा’(खंड-का) ‘ृितसाही’ (महाका) आिद।आाचरण झा1920-फणीर नाथ 'रे' िमिथलार 1921-1977जयका िम, पुीक संगआ' हक संग 1922-2009170


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAच भा िसंह1922-२००४- चभा िसंह(शकुला, महाका)लेलसािह अकादमी पुरार।सुधा ंशु शेखरचौधरी 1922-1990ज दरभंगाकिमटोलामे 1922 ई. मेभेलि तथा मृु 1990ई. मे भेलि । िकछुिदन िविभ जीिवकामेरिह पात् सािहकारकजीवन ार कएल ।िकछु िदन ‘बैदेही’कसादन ी सुमनजी एव ंी कृका िमजीक संगकएल तात् 1960ई. सँ 1982 ई. धिरपटनामे ‘िमिथला िमिहर’’कसफल सादन कएल।िहनक द ू गोटनाकृित-‘भफाइत चाहकिजनगी’, लेटाइत आ ँचर’,तथा ‘पिहल सा ँझ’ िहनकनाटकक नीक ावहािरकअभवक पिरचायक अिछ।छनामसँ िहनक द ूगोट उपास िमिहर’ मेकािशत भेल अिछ ।िहनक उपास ई वतहासंसार’ जे मैिथलीअकादमी ारा कािशतभेल आ जािह पर1980 क सािहअकादमीक पुरार देलगेल ।गोिव झा1923-जान- इसहपुर,सिरसब पाही, मध ुबनी,िबहार । िस कथाकार,उपासकार, नाटककार,भाषा वैज्ञािनक ओअवादक। सािहअकादेमी पुरार, सािहअकादेमी अवादपुरारसँ सािनत।िबहार सरकारसँ कािमलब ुे पुरार, ियस र्नपुरार आिदसँ सािनत। कािशत कृित:उपास, नाटक, कथा,किवता, भाषा िवज्ञानआिद िविभ िवधामेअडतीस टा पोथीकािशत । काशन:सामाक पौती,पालीसािहक इितहास (अ)आिद । १९९३- गोिवझा (सामाक पौती,कथा)पुक लेल सिहअकादेमी पुरारसँसािनत ।१९९३-गोिव झा (पालीसािहक इितहास- कुमारधान, अंजी) लेलसािह अकादेमी मैिथलीअवाद पुरार। बोधसान 2006 सँसािनत।योगान झा1923-1986रामकृ झा 'िकसुन'1923-1970उमानाथ झा1923-2009171


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिहनक ज मध ुबनी िजलाककोइलख ाममे 1923ई. मे भेलि । मृु1986 मे भेलिन ।अजीमे एम. ए. कएलाकपात् ई िकछु िदनचधरी िमिथला कालेजमेाापक रहलाह ।िबहार शासिनक सेवामे1981 धिर िविभपदपर काय र् कएल ।ताैिथली अकादमीकिनदेशक ’84 धिर।योगान झाजीमैिथली सािहमे अपनउपास ‘भलमास’ एव ं‘पिवा’क हेतु ातछिथ । िहनक नाटक‘मुिनक मितम’ एव ं कथासंह ‘उडैत व ंशी’ यथेिता ा कए अिछ। एकर अितिर ईमहाा गाीक आकथाकअवाद एव ं ‘आमकजलखरी’ नामक एक कथासंहक सादन सेहोकए छिथ ।आधिनक ु धाराक िविशकिव, कथाकार, िचक ।कािशत कृित: आपद(किवता संह), मैिथलीनवकिवता (सादन)।मृतयुपरा ’िकसुनरचनावली’ तीन खमेकािशत ।ज:-01-01-1923,मृु 07-12-2009महरैल, भध ुबनी।भूतप ूव र् अङरेजीिवभागाक्ष एव ं ित-कुलपित िमिथलािविवालय, दरभंगा ।रचना:-रेखािच, अतीत(कथा संह); मैिथलीनवीन सािह, इ धष,िवापित गीतशती(सादन)।१९८७-उमानाथ झा (अतीत,कथा) पर मैिथलीकसािह अकादमी पुरारसँसािनत।ज़टाश ंकर दास1923-2006बोध नारायणिसंह 1924-2005मदर िम1924-2004िही, संृत, मैिथली,पाली एव ं फारसीकिवान ्। िमिथला, मैिथलएव ं मैिथलीक ई अनभ छिथ । कलकारिह िमिथला दश र्न’,मैिथली किवता’, मैिथलीर ंगम ंच’ आिद पिकाककाशनक मामसँ ीबोधजी मैिथलीक जेसेवा कएल अिछ तकरवण र्न थोडमे सव निह। अक बङला कृितकई अवाद सेहो कएलअिछ ।िहीमे सेहोिहनक ‘किवता संह’172


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकािशत अिछ ।कलकािविवालयमे िहीक प ूव र्अक्ष। २००२- डा.बोध नारायण िसंह(पतझड◌़क र- कुतुर्लऐन हैदर, उद) ूर् लेलसािह अकादेमी मैिथलीअवाद पुरार।अमोघ नारायणझा "अमोघ"1924-मुरलीधर िसंह, जमोहनठाकुर, शुभंकर झा,मदर िम 1924-2004, लिलत नारायणिम, देवनाथ रायमितनाथ िममतंग 1924-आन िम1924-2007डा. जयम िम१९२५-२०१०चनाथ िमअमर 1925-ज १५-१०-१९२५ मृु०७-०९-२०१०, गाम-ढंगा-हिरपुर-मजरही।१९९५- जयम िम(किवता कुसुमा ंजिल, प)लेल सािह अकादेमीपुरार- मैिथली।ज: खोजपुर, मध ुबनी। विर किव,कथाकार-उपासकार ।हा-ंक किवतामेबेजोड। मैिथलीक लेलसमिप र्त ि । पा ंचदजर्नसं बेसी कथा आिवदागरी, वीरका(उपास) जल समािध(कथा संह) कािशत।१९८३- चनाथ िम“अमर” (मैिथलीपकािरताक इितहास)लेल सािह अकादमीपुरारसँ सािनत। एम.एल. एकेडमी,लहेिरिरयासरायस ं िशक्षककपमे अवकाश ा।आशा िदशा, गुदगुदी,युगच, उनटा पाल आिद173


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकिवता संह कािशत।१९९८- चनाथ िम“अमर” (परशुरामक बीछलबेरायल कथा- राजशेखरबसु, बा ंा) लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार। चनाथ िमअमर २०१० मे मैिथलीसािह लेल सािहअकादेमीक फेलो (भारतदेशक सवो र् सािहकपुरार)।मुिनाथ झा ( 1926-2009)शुभंकर झा1926-डा. हिरव ंश तण1927-2009ज 21 जून 1927ई.। गाम- चकसलेम,पो.- पटोरी, िजला-समीपुर। तीन दजर्नसँ बेशी िही पोथीजािहमे का-कथा-बसििलत अिछ।दीनानाथ पाठक'बु' 1928-1962ब ुचन भगत,संत 1928-1991अनंत िबहारीलाल दास "इु"1928-2010२००७- अन िबहारी लालदास “इु” (यु आयोा-अगम िसंह िगिर,पाली)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।174


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAजगदान झा1928-द ुगानाथ र् झा "ीश"िहनकर ज मध ुबनीिजलाक िवो गाममे १९२९ई. मे भेलि। िहीआ मैिथलीमे एम.ए. आबी.एड. केलाक बाद िकछुिदन ूलमे अापन, फेरिमत कालेज,लहेिरयासरायमे मैिथलीआ िही िवभागकअक्ष। मैिथली भाषामेपिहल पी.एच. डी.।"ीश" जीक मैिथलीमेकािशत रचना अिछ-"मैिथली सािहकइितहास", "भुवन भारती"(सादन), "महामत् ओम" (किवता), "ना कथासार"(सादन),"पुषाथ"(प र् नाटक) आअक किवता, एका ंकी आआलोचनाक िनब।राजकमल चौधरी1929-1967मिहषी, सहरसा। रचना:-आिद कथा, आोलन,पाथर फूल (उपास),रगंधा (किवता संह),ललका पाग (कथा संह),कथा पराग (कथा संहसादन)। िहीमेअक उपास, किवताकरचना, चौरी (बङलाउपासक िही पार)अ िस।िवनाथ झा"िवषपायी" 1929-2005"राम सुयश सागर"(मैिथली रामायण) १९८०ई. मे कािशत। २५जनवरी २००५ केँ मृु।जयधारी िसंह1929-2007समीक्षक, किव ।काशन: बौगानमेतािक ं िसा ंत, समीक्षाशास्ा अिद । रामकृकालेज, मध ुबनीमै मैिथलीिवभागक प ूव र् अक्ष ।श ैले मोहनझा 1929-1994१९९२- श ैले मोहन झा(शरतच ि आकलाकार-सुबोधच सेन,अंजी)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।175


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिवजयनाथ ठाकुर1929-2008सुर झा "शास्ी"1930-1998रमेशच वमा र्1930-जनकपुर, पाल,युवावाक जेलक द ुल र्भफोटो।गोपालजी झा'गोपेश'1931-2008ज मध ुबनी िजलाकमेहथ गाममे १९३१ ई.मेभेलि।िहनकर रिचत“सोन दाइक िची”, “गुमभेल ठाढ छी”, “एलबम”“आब कहू मन केहनलगैए”, "मखानक पात"कािशत भेल जािहमेसोनदाइक िची बेशलोकिय भेल।२००६ई.-ी गोपालजी झागोपेश, मेंहथ,मध ुबनी;याी-चेतनापुरार।िववेकानठाकुर 1931-२००५- िववेकान ठाकुर(चानन घन गिछया,प)मैिथली लेल सािहअकादमी पुरार।ताराका ंत िम1931-176


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलिलत 1932-1983मुरािर मध ुस ूदनठाकुर 1932-िवानारायणठाकुर 1933-ज ान बसैठ चानपुरामध ुबनी, िबहार । िसकथाकार ओ उपासकार। कािशत कृित:ितिनिध, (कथा संह),प ृी-पु (उपास)आिद।ताराश ंकर ब ंदोपाायकब ंगला उपास "आरोिनकेतन"क मैिथलीअवाद लेल सािहअकादमीक अवादपुरार 1999 भेटलछि।ध ूमकेतु1932-2000राजमोहन झा1934-डा. धीरे1934-2004ज ान कोइलख,मध ुबनी, िबहार । िसकथाकार, उपासकार ओकिव । कािशत कृित :द ू टा कथा संह ओ एकटा उपास ।ज ान कुमरबािजतपुर,वैशाली, िबहार । ातकथाकार ओ संपादक ।आइ काि परस ू (कथा-संह) लेल १९९६ मेसािह अकादेमीसँ सािनत। कािशत कृित : एकआिद एका ंत, झ ूठ सा ँच,एकटा तेसर, अलक,आइ काि परस ू (कथासंह), गलतीनामा, भनिहिवापित, टीणीािद(आलोचना)। ’आर’पिकाक संपादन।बोधसान 2009 सँसािनत।ज ान लोहन, सिरसबपाही, मध ुबनी, िबहार ।िसकथाकार,उपासकार ओकिव । कािशत कृित:कुहेस आ िकरण,पझाइत घ ूरक आिग,शतपा ओ म अपनमिर (कथास ंह) हैंगरमेटा ँगल कोट, काि ओआइ (किवता संह)सिहत कैक िवधामेिविभ पोथी।जमािहरलाल जवाहरलालह जयका िमबैनाथ चौधरीहिरमोहन झा,मायान िम,प दासमायान िम1934-िहनक ज १७ अग177


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१९३४ ई. केँ सुपौलिजलाक बिनया ँ गाममेभेलिन।भा लोटा, आिगमोम आ’ पाथर आओरच-िबु- िहनकर कथासंह सभ छि। िबहािडपात पाथर , म ं-पु,खोता आ’ िचडै आ’स ूया र् िहनकर उपाससभ अिछ॥ िदशा ंतरिहनकर किवता संहअिछ। एकर अितिरसो की ा माटी केलोग, थम ं श ैल पुीच,म ंपु, पुरोिहत आ’स्ी-धन िहनकर िहीककृित अिछ।१९८८-मायान िम (म ंपु,उपास)पर मैिथलीकसािह अकादमी पुरारसँसािनत।बोध सान 2007सँसािनत।हिरश ंकरीवाव"शलभ"1934-सोमदेव1934-उपासकार ओ किव ।सािह अकादेमी पुरारसँसािनत । कािशतकृित: चादाइ, होटलअनारकली (उपास), कालिन (किवता संह),चरैवेित (गीित ना)सोम सतसइ(दोहा)।२००२- सोमदेव(सहमुखी चौक पर,प) लेल सािह अकादमीपुरार। २००१ ई. -ी सोमदेव,दरभंगा;याी-चेतनापुरार।राजनन लालदास 1934-"कणा र्मृतक"क सादन।"िचा-िविचा"कािशत।178


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरमान रे1934-रामभ, धषा,पाल 1935-केदारनाथ चौधरी1936-ज ान उसमामठ,दरभंगा, िबहार । विरकिव, कथाकार ओउपासकार। सािहअकादेमी पुरारसँसािनत। कािशतकृित: कचोट, िकोण,अंतहीन आकाश (कथा-संह), द ूधफूल (उपास),अंतत:, ओकरे नाम(किवता-संह)। २०००-रमान रे (कतेक रासबात, प)लेल सािहअकादमी पुरार।सािह तथा अाक कतोक सफलिसभ अपनरणाोत आ पथ-दश र्क मात छिथ ।मैिथली सािह-मेिहनक पिरचयक मादेएतबाए कहब पया र्होएत जे मैिथलीकम ूर् सािहकार डा.धीरे िहनका मैिथलीसािहक सव र् कथाकारमात छिथ ।िहनककथामे तीकाकताकअदभुत योगिहटा निह,अिपतु एकटा आदश र्कथाक समवैिशसभिवमान रहैतअिछ । कथाकारकअितिर ई उृसमालोचक, नाटककार आकिव सेहो छिथ ।पालमे मैिथलीक पिहलमोामा िलखबाक यसेहो िहनका जाइत छिन।सामािजक कुरीितसभकँकुशलतासँ िचण करबामे,िचनीय बनएबामे आमन-मिपर अिमट छापछोडबामे रामभिसह छिथ । धषािजलाक कुथा र् गाममेजनमल रामभक प ूण र्नाम रामभ कण र् छिन। अग्ङरेजी िवषयकअवकाशा िशक्षकरामभ ाकरण,पाठयपुक आ सहायकपुकसभ िलखबाककाजमे िनरर सियछिथ।ज 3 जनवरी 1936ई हरा, िजलादरभंगामे। 1958ई.मे अथ र्शास्मेातकोर, 1959 ई.मेल◌ॉ। 1969 ई.मेकैिलफोिन र्या िव.िव.सँअथ र्ास् मे ातकोर,1971 ई.मे सानािसोंिव.िव.सँ एम.बी.ए.,1978मे भारतआगमन। 1981-86कबीच तेहरान आैंकफुतर्मे। फेर बई,पु होइत 2000 सँलहेिरयासरायमे िनवास।मैिथली िफ 'ममतागाबय गीत'क मदनमोहनदास आ उदयभा िसंहकसंग सह िनमा र्ता। तीनटा उपास 2004 मेचमेली रानी, 2006 मेकरार, 2008 मेमाहुर।179


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकालीका ंत झा "ब ूच"1934-2009िहनक ज, महानदाशिनक र् उदयनाचाय र्ककम र्भूिम समीपुर िजलाककिरयन ाममे 1934 ई.मे भेलिन । िपता .पंिडत राजिकशोर झागामक म िवालयकथम धानाापक छलाह। माता . कला देवीगृिहणी छलीह ।अंतरातक समीपुरका◌लेज, समीपुरसँकयलाक पात् िबहारसरकारक खंड कम र्चारीकपमे सेवा ार ंभकयलिन । बालिहं कालसँकिवता लेखनमे िवषेशिच छल । मैिथलीपिका - िमिथला िमिहर,मािट - पािन, भाखा तथामैिथली अकादमी पटनाारा कािशत पिकामेसमय - समय पर िहनकरचना कािशत होइतरहलिन । जीवनक िविवधिवधाकेँ अपन किवता एव ंगीत ुत कयलिन ।सािह अकादमी िदी ाराकािशत मैिथली कथाकिवकास (संपादक डा◌बासुकीनाथ झा ) मे हाकथा कारक स ूची मे डा◌िवापित झा िहनक रचना‘‘धम र् शास्ाचाय र्क उेखकयलिन । मैिथलीएकादमी पटना एव ं िमिथलािमिहर ारा समय - समयपर िहनका श ंसा पभेजल जाइत छल।ृ ंगाररस एव ं हारसक संग-संग िवचारम ूलक किवताक रचनासेहो कयलिन । डा◌द ुगानाथ र् झा ीश संकिलतमैिथली सािहकइितहासमे किवक पमेिहनक उेख कएल गेलाम च 1934-उपास "पा दीदी"कािशत। गाम मलंिगया,िजला- मध ुबनी।डोरीलाल शमा र् "ोिय"१९३५-"िमिथला की पािपररा" पोथीकािशत।180


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअिछ ।जीवका ंत 1936-नाम- जीवका झा,िपता-गुणान झा, माता-महेरी देवी, ज-२५.०७.१९३६ अभुआढ◌़,िजला-सुपौल। करी-िवज्ञान िशक्षक(उ.िव.खजौली १९५७-८१),िही िशक्षक(उ.िव.डेओढ◌़ एव ंउ.िव.पोखराम १९८१-९८)।पिहल रचना-इजोड◌़ि◌या आ िटटही(किवता, जनवरी १९६५िमिथला िमिहर)।पिहलछपल पोथी- द ू कुहेसकबाट (उपास१९६८)।न ूतन पोथी-िखिखरक बीअिर (२००७बाल प कथा), अठीखसलइ वनमे (प-कथासंह) आ पंजिर मकािसया (जीवन-व ृकअंश)।पुरार-सािहअकादेमी 1998 तकैअिछ िचड◌़◌ै, प ,िकरण सान (१९९८),वैदेही सान(१९८५)।कािशतपोथी-किवता संह:नाचू हे प ृी(७१), धार निह होइछमु (९१), तकैत अिछिचड◌़◌ै (९५), खा ँड◌़◌ो(१९९६), पािनमे जोगअिछ बी (९८), फुनगीनीलाकाशमे (२०००), गाछझ ूल-झ ूल (२००४), छाहसोहाओन (२००६),िखिखिरक बीअिर (२००७)कथा-संह:एकसिर ठाढ◌़ि◌कदम तर रे (७२), स ूय र्गिल रहल अिछ (७५),देवका ंत झा1936-डा अमरेशपाठक 1936-िहनक ज सीतामढीिजलाक अत सामािराममे १९३६ मे भेलि। १९५७ मे पटनािविवालयसँ मैिथलीकएम. ए. परीक्षामे थमणीमे थमान पाओल। १९५७ सँ १९६० धिररामकृ महािवालय,मध ुबनीमे ााता पेँतकरा बाद पटनािविवालयमे ाातापमे काय र् करए लगलाह। पटना िविवालयमेमैिथली िवभागाक्ष पेँ। मैिथली उपासकआलोचनाक अयन’शोध बपर िहनकािबहार िव-िवालय ारािड. िलट्क उपािधभेटलि । ई शोधब पुकाकार पेँसेहो कािशत भेल अिछिबहार राष्भाषापिरषदक िवापितावलीक सादकमलक सद । िहनकअ कािशत रचना अिछ’िनब संकलन’ । एकराछोिड िविभ प-पिकामे िहनक कतेकोिनब कािशत छि ।मैिथली अकादमी ाराकािशत कथा-संहकइहो एक सादक छिथ। ई अिधकतर उरीय आलोचनाकिनब िलखैत छिथ ।२०००- डा. अमरेशपाठक, (तमस- भीसाहनी, िही)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।181


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवु (८३), करमी झील(९८)उपास:द ू कुहेसकबाट(६८), पिनपत(७७),निह, कतहु निह (७६),पीयर गुलाब छल (७१),अिगनबान (८१)िही अवाद- िनशा कीिचड◌़ि◌या (तकैत अिछिचड◌़◌ै, सािह अकादमी,िदी २००३)।बोध सान 2010 सँसािनत।बलराम 1936-2008ज ान पचही, मध ुबनी,िबहार । िविशकथाकार । कािशतकृित : दकचल देबाल(कथा-संह)।मैिथलीपुदीप 1936-रामदेव झा1936-कथाकर, समीक्षक,अवादक, ंथ सादक। सािह अकादेमीक म ूलएव ं अवाद पुरार ाका र् ल. ना. िमिथलािविवालय दरभंगाकमैिथली िवभागक प ूव र्ाचाय र् । काशन:पिसझैत पाथर, (अ.)आिद । १९९१- रामदेवझा (पिसझैत पाथर,एका ंकी)लेल सािहअकादमी पुरारसँसािनत ।१९९४-रामदेव झा (सगाइ-रािजर िसंह बेदी, उद)ूर्लेल सािह अकादेमीमैिथली अवाद पुरार।182


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरवी नाथ ठाकुर1936-ज पिण ू र्ञा िजलाकधमदाहा ाममे 1936 ई.मे भेलि । अवासँ गीत गएबामे एव ंकिवता िलखबामे िवशेषिच । को म ंच परठाढ भेला पर ईसहजिह ीताकेँ आािदतकरैत छिथ । िहनकसात गोट मैिथलीक गीतसंह, एक िमनी महाका,एक योगधमीर् का, एकउपास, एक नाटक ‘एकराित’ एव ं एक िहीनाटक, कािशत भेलछि ।िबद िबहारीवमा र् 1937-2003मैिथल करण कायकपािजक ँ सवे र्क्षण, बलानकबोिनहार ओ पवी तथाअ कथा (कथा संह)ललन कुमार वमा र्1937-2001सहरसा िजलाक डुमरागामक। िपता ीस ूय र्नारायण लाल दास।पेशासँ वकील ललनजीमैिथली लेल कतेको केससरकारक िवलडलाह।वीरे मिक1937-ज- 3 जनबरी 1937ई. परसौनी,मध ुबनीमे।किव, सादक,समीक्षक । आखर,अगिनपक सादन।अि-िशखा (किवतासंह)।कीितर्नारायणिम 1937-ज १७ ज ुलाई १९३७ ई.केँ ाम शोकहारा(बरौनी), िजलाबेग ूसरायमे भेलि।हुनकर कािशत कृितअिछ सीमा,महानगर (दीघ र्किवता), हम वन निहिलखब, होइत शाितंूप (एिह पोथीपर सािहअकादमी 1997 पुरार),आदमीकेँ जोहैत (किवतासंह)। संरण-अपनएका ंतमे, ृित याा,पक दप र्णमे।सादन- आखर मािसकपिका, आधिनक ु मैिथलीगौरीका ंतचौधरीका ंत 1937-2001183


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसािह, ' 63, राजकमलजीवन आ सािह, ' 68,कथा-संकलन- कालकोठरी। आलोचना-अथां तर-2004 र्युगल िकशोरिम १९३८-२००७फु कुमार िसंह'मौन' 1938-ाम+पो- हसनपुर,िजला-समीपुर।मैिथलीमे१.पालक मैिथली सािहकइितहास(िवराटनगर,१९७२ई.),२.ाम(िरपोता र्जदरभंगा १९७२ ई.),३.’मैिथली’ ैमािसककसादन (िवराटनगर,पाल१९७०-७३ई.), ४.मैिथलीकनागीत (पटना, १९८८ई.), ५.पालक आधिनकुमैिथली सािह (पटना,१९९८ ई.), ६. मचचयिनत कथा, भाग- १आऽ २ (अवाद), ७.वाीिकक देशमे (महनार,२००५ ई.)।२००४- डा.फु कुमार िसंह “मौन”(मच की कहानी-मच, िही) लेलसािह अकादेमी मैिथलीअवाद पुरार।महेरनाथमिक 1938-परशुराम झा१९३८-गाम- मेंहथ (मध ुबनी),कृित- डाइमेश ऑफपीस इन इिलशकुलान िम1940-2000ज पकडी कोठी,सीतामढी, िबहार।िबलट पासवान'िवहंगम' 1940-ज मध ुबनी िजलाकएकहा ाममे १९४० ई.मे भेलि।184


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAामा,िियन पोएिटकामा।सुिवात किव,, संपादक,समालोचक। कािशतकृित- तावत एतबे,भोरक तीक्षामे (किवतासंह), भारतक भाषासवे र्क्षण, पारो, राजकमलचौधरी की ारह कहािनया ँ(अवाद)।फजलुर रहमानहासमी 1940-ज-पटना िजलाक बराहगाममे। वि ृ अापक।िही किवता संह "रिरािश" आ मैिथली किवतासंह "िनमो र्ही"कािशत। १९९६मेअब ुलकलाम आजाद-अुलकवी देसनवी, उद ूर्सँमैिथली अवादपर सािहअकादमीक मैिथली अवादपुरार।भास कुमारचौधरी 1941-1998गाम- िपंडाछ, िजला-दरभंगा ।ातकथाकार ओ उपासकार। भासक कािशतकृित : कथा-भास,भासक कथा, नव घरउठय पुरान घर खसय,िददवल (कथास ंह),अिभश, युगपुष, हमरालग रहब, नवार, राजापोखिरमे कतेक मछरी(उपास) । िविभमहप ूण र् पिकाक सादन। ैमािसक कथा गोी'सगर राित दीप जरय'केर ार।१९९०-भास कुमार चौधरी(भासक कथा, कथा) लेलसािह अकादमी पुरारसँसािनत ।साकेतान1940-विर कथाकार, गणनायक(कथा-संह) लेल सािहअकादेमी पुरारसँसािनत। कािशतकृित: मैिथली कथासािहमे 1962 स’सिय । गोडेकचािलस_पचास टा कथा,िरपोता र्ज. संरण,याा_िववरण मैिथलीमेकािशत अिधका ंशप_पिकामे छपल ।पिहल मैिथली कथा“ेिसयर” 1962मे‘िमिथलािमिहर’मे कािशत। िहियोमे द ू दजर्नकथा आिद कािशत ।सन 99मे छपल पिहलकथा_संह “गणनायक’ केओही वष र् ‘सािह अकादमीपुरार। पैघ बा’ स’अबैबला िवपिकेरेखािकत ं करैत, पयावरणर्के कथा वु बना क’राजकमल काशन स’कािशत एव ं अंत चिच र्तउपास (‘डौकूमेंीिफन’) “सव र्ा ंत”।आकाशवाणीक राष्ीयकाय र्ममे सािरत द ू टाउेखनीय व ृ पक_‘महाना अभयार’ परआधािरत “जंगल बोलताहै” एव ं झारखंड केामीण क लंतडाइनक समा परआधािरत व ृपक “ ना185


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAजोगन “ चिच र्त एव ंिस ।रामावतारयादव, मैिथलीभािषकी, पाल1942-देश-िवदेशक भाषािवज्ञानजन र्लमे पचासो आलेखकारा मैिथलीक िविशताकेँउजागर केिनहार।मैिथली िनशास् 1984ई. मे जम र्नीसँ आमैिथलीक सभर् ाकरण1996 ई. मे बिल र्न आूयाकर्सँ कािशत।2000 ई..मे लंदनसँकािशत भारतीयआय र्भाषा पुक मेसंकिलत िहनकर मैिथलीभाषा संब ंधी आलेख िवशेषउेखनीय। पालराजकीय ज्ञा-ितानसँपासाङ ामु ज्ञा-पुरारसँ सािनत।गंगेश गुंजन1942-ज ान- िपलखबाड,मध ुबनी।ी गंगेश गुंजनमैिथलीक थम चौबिटयानाटक बिधबिधयाक ु लेखकछिथ आ िहनका उिचतवा(कथा संह) क लेलसािह अकादमी पुरारभेटल छि। एकरअितिरक् मैिथलीमे हमएकटा िमा पिरचय, लोकसुन ू (किवता संह),अार- इजोत (कथासंह), पिहल लोक(उपास), आइ भोर(नाटक)कािशत।िहीमे िमिथला ंचल कीलोक कथाएँ, मिणपकका- बिनजाराकमैिथलीसँ िही अवाद आश तैयार है (किवतासंह)।१९९४- गंगेशगुंजन (उिचतवा,कथा)पुक लेल सिहअकादेमी पुरारसँसािनत ।मश ंकर िसंह1942-ाम+पो- जोिगयारा,थाना- जाले, िजला-दरभंगा।मौिलक मैिथली:१.मैिथली नाटक ओर ंगम ंच,मैिथली अकादमी,पटना, १९७८ २.मैिथलीनाटक पिरचय, मैिथलीअकादमी, पटना, १९८१३.पुषाथ र् ओ िवापित,ऋचा काशन, भागलपुर,१९८६ ४.िमिथलाक िवभूितजीवन झा, मैिथलीअकादमी, पटना,१९८७५.नाााचय, शेखरकाशन, पटना २००२६.आधिनक ु मैिथलीसािहमे हा-ं,मैिथली अकादमी, पटना,२००४ ७.पािणका,कण र्गोी, कोलकाता२००५, ८.ईक्षण, ऋचाकाशन भागलपुर २००८९.युगसंिधक ितमान, ऋचाकाशन, भागलपुर २००८१०.चेतना सिमित ओनाम ंच, चेतना सिमित,पटना २००८। २००९ ई.-ी मश ंकर िसंह,जोिगयारा, दरभंगायाी-चेतना पुरार।माकर्ेय वासीडा. भीमनाथ झा186


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA1942-2010देवे झा १९४३-1945-ज ाम: गआर, िजला:समीपुर । कािशतकृित: अगस्ाियनी(महाका); एतदथ र्(किवता संह), अक्षरचेतना (का संह)।अिभयान, हम कािलदास(उपास)। ’अगस्ाियनी’लेल १९८१मे सािहअकादेमी पुरार ा।गाम- चानपुरा (मध ुबनी),कृित- िवापितकृ ंगािरक पदककाशास्ीय अयन,लालदास, सुधाकर झा"शास्ी", अभव, बदिलजाइछ घरे टा।ज:कोइलख, मध ुबनी,िबहार । खर किव,समालोचक, ाापक ।’िविवधा’िनब पुक लेलसन ् १९९२मे सिहअकादेमी पुरारसँसािनत । कािशतकृित: िधारा, वीणा, कीफुरैए की निह, नाम तँिथक ओएह (किवतासंकलन), पिरचाियका,सीताराम झा, किवचूडामिणक का साधना,िविवधा (िनब ंध,आलोचना),टावर चौकसँआिद ।महे मलंिगया1946-गाम- मलंिगया, िजला-मध ुबनी । मैिथलीकसुपिरिचत नाटककार, र ंगिनदेर्शक एव ं मैलोर ंगकसंापक अक्ष । लोकसािह पर गंभीर शोधआलेख । मैिथलीमे13टा नाटक, 19टाएका ंकी, 14टा ड आ10टा रेिडयो नाटककािशत आ आकाशवाणीसँ सािरत । सीिनयरफेलोिशप (भारतसरकार), इ ंटरशनलिथएटर इिूट ं (पाल),बोध सािह सान आिदसँ सािनत । संितोितरीर िलिखतमैिथलीक थम पुकवण र्राकर पर शोध काय र्। ी महे मलिगयाकज २० जनबरी १९४६मे मध ुबनी िजलाकमलंिगया गाममे भेलि।मलंिगयाजी मैिथली िही,अंजी आ पालीभाषाक जानकार आडा रामदयालराकेश, सलाही,र्पाल 1942-मैिथली माभाषा, िहीकाापक आ पालीकलेखक ई तीन ू भाषा’राकेश’क िमे एना िमझराएल छैक जेकोनहुसँ िहनका िभ निहकएल जा सकैत अिछ ।ई िवशेषत: पालीमेिलखैत छिथ, मुदालेखनक िवषय म ूलत:मैिथलीए संृित रहैतछिन । ओना मैिथली,िही आ अग्ङरेजीमेसेहो ई अक रचनाकए छिथ ।पालकराजकीय-ज्ञा-ितानकसद ’राकेश’ िदीिविवालयसँ पीएचडी आअमेिरकाित इियानायिनभिस ू र्टीसँ पोडारल िरसच र् कएछिथ । डा. ’राकेश’कज २५ ज ुलाइ १९४२ई. कऽ सलाही र् िजलाकिससौिटयामे भेल छिनउपे दोषी1943-2001ज ान रामपुर-कोिरगामा, दरभंगा ।किव-कथाकार, गीत-गजलकार । कािशतकृित: य ंणाक क्षणमे(किवता संह)। िहीमेअक पोथी कािशत।ओिडयासँ मैिथली अवादहेतु मृुपरा सािहअकादेमीसँ पुरृत।२००३- उपे दोषी(कथा किहनी- मजदास, उड◌़ि◌या) लेलसािह अकादेमी मैिथलीअवाद पुरार।187


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिथयेटर िशक्षण, पटकथालेखन आ ती शोधकीला िशक्षकछिथ।२००२ ई.- ीमहे मलं िगया,मलंिगया;याी-चेतनापुरार। बोध सान2005 सँ सािनत।। पाली, मैिथली, िहीआ अग्ङरेजीमे मौिलक,सािदत आ अनिदत ू कऽकरीब द ू दजर्न पोथीकािशत , दजर्नभिरदेशक मण सेहो कएछिथ ।उदयच झा"िवद" 1943-गाम- रिहका, मध ुबनी ।ज-ाम- द ुलहा, मध ुबनी। कािशत कृित:संाि, मौसम अयलापर, एहना िितमे, भिरदेह गौरा (किवता-संह), ध ूरी (सहयोगीकिवता संह); जा ंत(कथा संह) ’मािटपािन’क वरेसादक।२००५ ई.-ीउदय च झा “िवद”,रिहका, मध ुबनी;याी-चेतना पुरार।रेवती रमणलाल, जनकपुर1943-म ंर झा1944-ज ६ जनवरी १९४४ई.ाम-लालगंज, िजला-मध ुबनीमे। कािशतकृित: खािध, अिचनहारगाम, बहसल राितकइजोत (किवता संह);एक बटे द ू (कथा संह),ओझा लेखे गाम बताह(लिलत िनब)। मैिथलीकथा संहक िही अवाद“कुंडली” नामसँकािशत। िद फूपैराडाइज (अंजीमेलिलत िनब)। २००८ई.-ी म ंर झा,लालगंज,मध ुबनी याी-चेतना पुरार। २००८-म ंर झा (कतेक डािरपर, आकथा) परसािह अकादमी पुरार।रेर िम1945-अवादक, िनब ंधकार ।जगदीश सादम ंडल 1947-गाम-बेरमा, तमुिरया,मोहनान झा1955-188


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकाशन: तिमल सािहकइितहास,भवभूित (द ुन ूअवाद)।िजला-मध ुबनी।एम.ए.।कथाकार (गामकिजनगी-कथा संह आतरेगण- बाल-रकलघ ुकथा संह),नाटककार(िमिथलाक बेटी-नाटक),उपासकार(मौलाइलगाछक फूल, जीवन संघष,र्जीवन मरण, उान-पतन, िजनगीक जीत-उपास)। मार्वादकगहन अयन। िहनकरकथामे गामक लोककिजजीिवषाक वण र्न आ नवदृिकोण दृिगोचरहोइत अिछ।राजमहाराजािधराजलीर िसंह1858-1898महाराजािधराजरमेर िसंह1860-1929महाराजािधराजकामेर िसंह1907-1962सर हरगोिविम, अलीगढ आकामेर िसंहिबदान झा1895-1971189


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAलिलत नारायणिम 1922-1975कप ूर्री ठाकुर1921-1988रामिवलास पासवान१९४६-ज ५ ज ुलाइ१९४६, गाम-शहरबी, िजलाखगिडया।भारतीयराजनीितज्ञ।राम लषण राम"रमण"भोगे झाचतुरानन िमरमाका ंत िमरमानाथ िम"िमिहर"गजे नारायणचौधरी, पकार1929-2008मोहन भाराज1943-गाम- नवानी, िजला-मध ुबनी । मैिथलीकखर समालोचक।२००७हीरान झा"शास्ी",पकारप नारायण झा"िवरिच ं " 1941-ज- गाम खोजपुर,िजला-मध ुबनीमे ।िमिथला िमिहरक श190


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAई.-ी आन मोहन झा,भाराज, नवानी,मध ुबनी;याी-चेतनापुरार। बोध सान2008 सँ सािनत।ंभकार । 1977 केरजनता आोलनमे अणीभूिमका, पाटीर्क मुखप"जनता"क सादक।बादमे लोक दल (ब) मेहेमवतीनन बहुगुणाकराजनीितक सलाहकार।दीनानाथ झा,पकारनरे झा,अथ र्शास्-पकार. द ुगानाथर्झा,पकार1946-2005पकार। िपता.रमानाथ झा।मश ंकर झा,पकारसी.पी. झा,पकारशरिदु चौधरी,पकारिनिशका ठाकुर,पकारराधाकृ चौधरी,इितहासकार1921-1985िवजयका िमइितहासकार1927-1994डा. िवजयका ंत िमकज १० अग १९२७191


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAम ंगरौनी गाम - जे नाय आ तािक ं साधनाकज-ली अिछ- (िजलामध ुबनी) मे भेलि। ओ1948 मे ाचीनभारतीय इितहास आसंृित िवषयमे एलाहाबादिविवालयसँ सनाकोरउपािध कएलाक बादकतेक बरख धिर िबहारसरकार आ पटनािवालयसँ स रहलाहआ 1957 ई. सँभारतीय पुरािवभागमे काज कएलिआ ओकर िशशुपालगढ,कौशाी, वैशाली,हिनापुर, कुरार,पाटिलपु, किरयन,सोनपुर, िबलावली, नाला,राजगीर, चवी, आही ख ुदाइमे िविभनाभूिमकामे भागलेलि।िहनकर िलखल-सािदत पोथी सभमेअिछ: 1.वैशाली,19502.कुरार एकेवेश ंस:1950-1957 3.पुरातकी दृिमे वैशाली4.नागेश भाजपािरभाषेुशेखर5.िमिथला आट र् एआिकर्टेर (सािदत)6.कल्चरल हेिरटेज ऑफिमिथला 7.ृ ंगारभजनावली- एक अयन8. पुरातिवज्ञान-9.पुरात शावली।िजे नारायणझा, इितहासकारसुरेर झा,राजनीित िवज्ञानकुमार तारानिसंह, संगीतज्ञ२००१- सुरेर झा(अिरक्षमे िवोट-जय िवु नालीर्कर,मराठी)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।192


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंगीताचाय र्रायबहाद ुरलीनारायण िसंहरामचतुर मिक ुपदसंगीत 1905-1990रामाय झा'रामर ंग' अिभनवभातखे 1928-2009ज ११ अग १९२८ ई.तदसारभा कृपक्षएकादशी ितिथकेँ मध ुबनीिजलात खज ुरा नामकगाममे भेलि। अिभनवगीता ंजिल, हुनकरउकोिटक शास् रचनाअिछ।िमिथलावासी ीरामर ंग राग तीरभुिक्,राग वैदेही भैरव, आऽराग िवापित काणकेर रचना सेहो कएछिथ आऽ मैिथली भाषामेिहनकर खयाल ’र ंजयितइित रागः’ केर अपअिछ।अभयनारायणमिकपंिडत परमानचौधरी, संगीतज्ञिमिथलेश कुमारझा, तबलावादन193


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAदयनारायण झालीका झािरजव र् बै ंक गवन र्र1913-1988एन. एन. झािडोमेटकामेनाथ झा"अमल" 1938-भानारायण झा1941-डा ामानलाल दासरमाका ंत राय "रमा"1947महे 1944-2009ज मध ुबनी िजलाकजमसम गाममे। िसमैिथली गीतकार आगायक।सुभाषच यादव1948-ज ०५ माच र् १९४८,माक दीवानगंज,सुपौलमे। पैक ान:बलबा-मेनाही,सुपौल।घरदेिखया(मैिथली कथा-संह),मैिथली अकादमी, पटना,१९८३, हाली (अंजीसँमैिथली अवाद), सािहअकादमी, नई िदी, १९८८,बीछल कथा (हिरमोहनझाक कथाक चयन एव ंभूिमका), सािह अकादमी,नई िदी, १९९९, िबहािडआउ (ब ंगला सँ मैिथलीअवाद), िकसुन संकलोक, सुपौल, १९९५,भारत-िवभाजन औरिही उपास (िहीआलोचना), िबहारराष्भाषा पिरषद, ् पटना,२००१, राजकमल चौधरीका सफर (िही जीवनी)सारा ंश काशन, नई िदी,२००१, बत-िबगडैत(कथा-संह) २००९।मैिथलीमे करीब सिर टा194


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकथा, तीस टा समीक्षा आिही, ब ंगला तथा अंजीमे अक अवादकािशत।योगे सादयादव,भािषकी,िसरहा,पाल 1946-1998 ई. मे जम र्नीसँकािशत इशुज इनमैिथली िसंटै आट◌ॉिप इन पालीजिलिि, रीिडं ग्स इनमैिथली लंगुएज- िलटरेचरए कल्चर आ लेीाफीइन पाल (सािदत)कािशत। पालराजकीय ज्ञा-ितानमेभाषा-िवभागक ाज्ञ रिहकतोक महप ूण र् काय र्कसादन।रामलोचन ठाकुर1949-ी रामलचन ठाकुर, ज१८ माच र् १९४९ई.पिलमोहन, मध ुबनीमे।विर किव, र ंगकमीर्,सादक, समीक्षक।भाषाई आोलनमे सियभागीदारी। कािशतकृित- इितहासहा,मािटपािनक गीत, देशकनाम छल सोन िचडैया,अप ूवा र् (किवता संह),बेताल कथा (ं),मैिथली लोक कथा(लोककथा), ितिन(अिदत किवता), जासकै छी, िकु िकएजाउ(अिदत किवता),लाख अिरत(किवता), जाद ूगर(अवाद), ृितक धोखरलर ंग (संरणाक िनब),आिख ं मुन: आिखंखोल (िनब)।गंगा सादम ंडल "अकेला",पाल 1944-पं सुर झा शास्ीरािष्य ितभा पुरारसँसािनत। िमिथला ंचलकिकछु लोक कथा (संकलनआ सादन) आ िशरीषकफूल (अवाद) कािशत।महेनारायणिनिध, धषा,पालपरमेरकापिड, धषा,पालजयनारायण झा"िजज्ञासु",पाल195


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसुरेश झा,पाल 1920-1995रोिहणी रमण झा1950-डा. कमलाकाभारी 1952-िवद िबहारीलाल 1953-ज ान पचही, मध ुबनी,िबहार ।चिच र्त कथाकार। सयसँ ऊपर कथाकािशत ।अरिव ठाकुर1954-परती टूिट रहल अिछ(किवता संह), अारकिवरोधमे (कथा संह)ाम दिरहरे1954-ज ान बरहा, बेनीपीमध ुबनी, िबहार । किव,कथाकार । कािशतकृित : सिरसोमे भूत(कथा संह) अनिदतूकृित : किनिया (धम र्वीरभारती)िदश कुमार झाअशोक कुमारठाकुरतापनारायण झा,पाल196


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAशीतल झा, पालउनारायण िम"कनक"देवनारायण यादव,िनदेशक िमिथला शोधसंानअमरजी, एस. एन. दास,गोिव झा, जेिपाठीडा. शूनाथ चौधरी1920-2008इका ंत झापंचानन िमोफेसरगुरमैताोफेसर महे1947-ज: भेलाही, सुपौल,िबहार । िस किव,कथाकार, आलोचक ।वि: ृ भू.ना. िविवालयकातकोर के,सहरसामे मैिथलीिवभागाक्ष। कािशतकृित सािह अकादेमीसँाकािशत मोाफश ैले मोहन झा ।सहयोगी संकलन-संक। ’राजकमल जयीसंगक संपादन।197


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमहे नारायणिसंह "मगन"स ूय र्का ंत झा,जनकपुर. चका िम,आसी, दरभंगा. महे नारायणझा, बेलौ ंजा,मध ुबनी.राजकुमार मिक,सोहराय(पोखिरभीडा),मध ुबनीलीपित िसंहफूलच िम रमणिववािसनी देवीमैिथली लोकगीत1920-2006कामेरी देवी1922-मध ुबनी िजलाक नवानीगामक। ज १९२२ ई.मे अपन माक नाहरमेभेलिन। पित पंमदनमोहन झा।बरौनीवासी िस तािकपित केशव िम िहनकिपता छलिथन। "िमिथलासंार गीत" पोथी।198


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकुसुमलता कण र्अिणमा िसंह1924-िलली रे1933-समीिक्षका, अवािदका,सािदका । काशन:मैिथली लोकगीत,वसवेर (अ.) आिद।लेडी बोन र् कालेज,कलकामे प ूव र्ाािपका।ज:२६ जनवरी,१९३३,िपता:भीमनाथिम,पित:डा. एच.एन.रे,्द ुगा र्गंज, मैिथलीक िविशकथाकार एव ं उपासकार। मरीिचका उपासपरसािह अकादेमीक १९८२ई. मे पुरार ।मैिथलीमे लगभग द ू सयकथा आ पा ँच टा उपासकािशत । िवपुल बालसािहक स ृजन। अकभारतीय भाषामे कथाकअवाद-कािशत। पिहलबोध सान 2004 सँसािनत।िचलेखा देवी1935-मोिहनी झा1937-डा. सािवी झाकिवता देवी1942-िमला झाशाि सुमन1942-ज 15 िसतर 1942,199


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिकां'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकािसमपुर, सहरसा, िबहार,कािशत कृित, “ओतीिक्षत, परछाई टूटती,सुलगते पसी, पसीके िरश्त, मौसम हुआकबीर, समय चेतावनी नहीदेता, तप रेहे कचनार,भीतर-भीतर आग, मेघइनील (मैिथली गीतसंह), शोध ब ंध:मवगीर्य चेतना औरिही का आधिनक ु का,उपास: जल झ ुकािहरन। सान: सािहसेवा सान, किव रसान, महादेवी वमा र्सान। अापन काय र्।भावती झा1945-1999. इलारानी िसंह1945-1993उषािकरण खान1945-इलारानी िस ंह: ज 1ज ुलाई, 1945, िनधन :13 जून, 1993, िपता :ो. बोध नारायण िसंहसािदका : िमिथला दश र्न,िवशेष अयन : मैिथली,िही, ब ंगला, अंजी,भाषा िवज्ञान एव ं लोकसािह । कािशत कृित: सलोमा (आरवाइल्डक ंच नाटककअवाद 1965), म एककिवता (1968) ब ंगलानाटकक अवाद, िवषव ृक्ष(1968) ब ंगला नाटककअवाद, िवंती (1972),रिचत: मैिथली किवतासंह (1973), िहीसंह।ज:१४ अूबर१९४५,कथा एव ं उपासलेखनमे ात ।मैिथली तथा िही द ून ूभाषाक चिच र्त लेिखका।कािशत कृित:अंिरत, द ूवा र्क्षत, हसीनाम ंज़ि◌ल (उपास), नाटक,उपास ।200


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAनीरजा रे1945-ज: ११ अूबर१९४५,नाम: कामाादेवी,उपनाम:नीरजारे,जान:नवटोल,सिरसबपाही।िशक्षा: बी.ए. (आनस)र्एम.ए., पी-एच.डी.,गृिहणी।कािशत रचना :ओसकण (किवता िम.िम.,१९६०) लेखन परपािरवािरक, सा ंृितकपिरवेशक भाव ।मैिथली कथा धारा सािहअकादेमी नई िदीसँातयोर मैिथलीकथाक पह टा ितिनिधकथाक सादन ।स ृजनधार िपयासल कथासंह,आगत क्षण लेकिवता संह,ऋतरा कथासंह,ितिव िही कथासंह,१९६० सँ आइधिरसएसँ अिधक कथा, किवता,शोधिनब,लिलतिनब,आिद अकप-पिका तथाअिभननमे कािशत।मैिथलीक अितिर िकछुरचना िही तथाअंजीमे सेहो।२००३-नीरजा रे (ऋतरा,कथा)लेल सािह अकादमीपुरार।वीणा ठाकुर1954-ज्ञानसुधा िमभारतक उतमायालयक चािरम मिहलाायाधीश आ पिहलमैिथलानी।जिस म ृद ुला िम वीणा कण र् शेफािलका वमा र्201


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA1943-ज:९ अग, १९४३,जान : ब ंगाली टोला,भागलपुर । िशक्षा:एम.,पी-एच.डी. (पटनािविवालय),सम्ित: ए.एन. कालेज मे िहीकाािपका ।कािशतरचना:झहरैत र,िबज ुकैत ठोर । नारीमनक िकेँ खोिल:कणरससँ भरल अिधकतररचना। कािशत कृित:िवला किवतासंह,ृित रेखा संरणसंह,एकटा आकाश कथासंह,यायावरी यााव ृा,भावािल कागीत ।ठहरे हुए पल िहीसंह।२००४ ई.- डा. ीमतीशेफािलका वमा,र्पटना;याी-चेतनापुरार।नीता झा1953-सुशीला झा 1945-आशा िम1950-ज : २१-०१-१९५३,वसाय:ाािपका। लेखन पर समाजकपररा तथा आधिनकताकुसंार सँ होइतिवसंगितकभाव।कािशत कृित :फिर, कथा संह १९८४,कथानवनीत १९९०,सामािजकअसोष ओ मैिथली सािहशोध समीक्षा ।ज:६-७-१९५०ई.,कािशत कथा मेमैिथकीक संग िही मेसेहो । सभसँ पैघिवजय मैिथली कथा संह।202


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAडा. सुनीित झामलता िम'म' 1948-डा. इिरा झा1957जान:रिहका,माता:ीमतीव ृा देवी,िपता:पं.दीनानाथ झा,िशक्षा:एम.ए.,बी.एड.,िस अिभी द ूसयसँ बेशी नाटकमे भागलेलिन ।भंिगमा (नाम ंच)क भूतप ूव र् उपाक्षा,पिकाक सादन,कथालेखन आिदमे कुशल। ’अिरपन’ आिद अकसंा ारा पुरृत-सािनत।मेनका मिक1966-शारदा िसामैिथलीलोकगीत1953-लालपरी देवीशकुंतला चौधरीराजे साद िसंह, िललीरे, शिशकाा चौधरी,गोिव झा, िशवश ंकरीिनवासगोदावरी दा,िमिथला िचकला203


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAउषा वमा र् 1948-कमला चौधरी1953-सीता देवी, िमिथलािचकलाकृित- मैिथलीक वेश-भूषा-साधन सीशावली, काशनाधीन:बाटे िबलायल पािन (कथासंह), िपया मध ुमास(किवता संह), आशाप ूणा र्देवीक ब ंगला लघ ु उपासमन म ंजूषाक मैिथलीअवाद। मुजफ्फरपुरसँकािशत मैिथली सािहिकपिका ातीक सादन(१९८४-८५)।सरती चौधरी,जनकपुरडा. अणा चौधरीिवभा रानी1959-मैिथली के 3 सािहअकादमी पुरार िवजेतालेखकक 4 गोट िकताब"कादान" (हिरमोहनझा), "राजा पोखरे मेंिकतनी मछिलया ं" (भासकुमार चाऊधरी), "िबलटेलर की डायरी" व"पटाप" (िलली रे)िहीमे अनिदत ू छि।2गोट लोककथाक पुक"िमिथला की लोक कथाएं"व "गोन ू झा केिके"। मैिथली कथासंह "खोहसँ िनकसैत"।204


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAोना चम1963-वना झासुिता पाठक1962-जितिथ: १५ िदसर,१९६३,जान : मआरा,िसंिधया ख ुद , र्समीपुर,िपता : ीमाकर्ेय वासी,माता:ीमती सुशीला झा,अापन।सुपिरिचत कवियी,कथाकार । कािशतकृित: बोनसाई (किवतासंह), िझिझरकोना(कथास ंह)।ज: सुपौल, िबहार ।पिरिचित किवता संहकािशत । कथावाचक,कथास ंह काशनाधीन ।राजनीित शास्मेएम.ए.। संगीत, पेिट ं ंगमेिच । मैिथलीक पोथीपिका पर अकरेखािच कािशत ।समकालीन जीवन, समय,आ तकर ंदनककवियी । अकभाषामे रचनाक अवादकािशत।उिम र्ला देवी, िमिथलािचकलायमुना देवी, िमिथलािचकलायशोदा देवी,िमिथला िचकलारमा झा, सादकिमिथला दप र्णपा झासुधा कण र्न ूतन दासरािधका झाअंजी लेिखकायंभा झा205


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसािदका, िमिथला ंगन1970-युवा रचनाकारपा धी 1973-पा धी- जान-मयनाकडेरी, सरी, ीमतीप ूनम झा आ ीअणकुमार झाकपुी।ायी पता-अल- सगरमाथा, िजा-िसरहा। थम कािशतरचना-कोइली कानए,मािटसँ िसह(किवता),भगता बेङकदेश-मण (कनकदीिक्षतक पुकक धीरेमिष र्सँग मैिथलीमेसहअवाद,सीतसीकृित- रािष्यगान, भोर,हक वएन, चेतना,ियतम हमर कमौआ(पिहल मैिथली सीडी),म भेल तरघ ुीमे,सुरिक्षत मा गीतमाला,सुखक सस। सादन-पव, मैिथली सािहिकमािसक पिका, सादन-सहयोग,हमर मैिथलीपोथी (कक्षा १, २, ३, ४आ ५ आ कक्षा 9-10क ऐिक मैिथली िवषयपापुकक भाषासादन), पविमिथला,थम मैिथली इटरटपिका,िव.सं. २०५९ माघ(सािहिक), सादन-सहयोग।र ंजना झा, िवापितसंगीत गाियकारि रानी, गाियका,जनकपुर206


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकािमनी कामायनीमुी झा युवारचनाकारोित सुनीत चौधरीज ितिथ -३० िदसर१९७८; ज ान -बेवार,मध ुबनी ; िशक्षा- ामीिववेकान िम िडल ूल◌़िटो साकची गर् हाईूल◌़, िमसेज के एम पीएम इटर कालेज़, इिरागाी ओपन यिनविस ू र्टी, आइसी डबू ए आइ (काएकाउेी); िनवास ान-लन, य.के.; ू िपता- ीशुभंकर झा, ज़मशेदपुर;माता- ीमती सुधा झा,िशवीपी।ोितकेँ wwwpoet . r y. comसँसंपादकक च◌ॉयस अवाडर्(अंजी पक हेतु) भेटलछि। हुनकर अंजी पिकछु िदन धिरwwwpoet . r ysoup.comकेर मु प ृ पर सेहोरहल अिछ। ोित िमिथलािचकलामे सेहो पार ंगतछिथ आ िहनकर िमिथलािचकलाक दश र्नी ईिलंगआट र् ुप केर अंततईिलंग ◌ॊडवे, लंडनमेदिश र्त कएल गेल अिछ।किवता संह ’अिच र्स ’ ्कािशत।कािमनी 1978-युवा किवियीाना िसीकीहा व, र ंगम ंचहा वमा, र् र ंगम ंच सिवता अिया207


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAम ृद ुला धानअण िम, मिहलाब◌ॉिंगराखी दास, िमिथलािचकलाबनारसीपंिडत,िमिथलािचकला, धषा,पालदेवकला देवीकण,िमिथलार्िचकला, पालमदनकला कण,िमिथलार्िचकला, पालमहासुरीदेवी,िमिथलािचकलािनजर्ला झा, िमिथलािचकला, पालफुलो साह, िमिथलािचकला, महोरी,पालरजनी पवीसंगीता कुमारी,मैिथली फेडोरािवेरी दास208


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAोजेगौरी सेन सीमा झा वाणी िम, किवियी१९५३-१९९६कोइलख, मध ुबनी।जान ितलाठी,पाल।मौसमी बनजीर् ,किवियीश ैल झाशाि देवीशिशबालामुी कुमारी वमा र्रणा झािपता ी उ नारायणलाल, पित ी उमेशकुमार क (िबसहथ)।िशवा कप आ कृकुमार कपक सहयोगसँ"भारती िवकास संा"कापना। रचना: कृकुमार कपक संग"मेघद ूत" आ "गीत-गोिव"क मैिथलीअवाद, माछ-भात,िमिथला िच-िशक्षा, भाग-१, िमिथला िच-कोर,िमिथला लोक कला209


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभाग-३।अंशुमालामैिथली लोकगीत।ेता झा चौधरी,िचकारगाम सिरसव-पाही, लिलतकला आ गृहिवज्ञानमेातक। िमिथलािचकलामे सिटिफकेटर्कोस र्।कला दिश र्नी:ए.एल.आर.आइ.,जमशेदपुरक सा ंृितककाय र्म, ाम-ी मेलाजमशेदपुर, कला मिरजमशेदपुर ( एक्जीवीशनआ वकर्श◌ॉप)।कलासी काय: र् एन.आइ.टी.जमशेदपुरमे कलाितयोिगतामे िनणा र्यककपमे सहभािगता, २००२-०७ धिर बसेरा,जमशेदपुरमे कला-िशक्षक (िमिथला िचकला),व ूमेन कालेज पुकालयआ ह◌ॉटेल ब ूलेवाडर् लेलवाल-पेिट ं ंग।ितित◌ॉर: कारपोरेटकुिनकेश, िटो;टी.एस.आर.डी.एस, िटो;ए.आइ.ए.डी.ए., ेट बै ंकऑफ इिया, जमशेदपुर;िविभ ि, ह◌ॉटेल,संगठन आ िगत कलासंाहक।डा. जया वमा र्1964-ज १६.०२.१९६४.एसोिसएट ोफेसर,इितहास, िदी िव.िव.।“महाका आ पुराणमेनारी” आ “जेडरडीज”पर िवशेषअयन। ीमितशेफािलका वमा र्क उपास“नागफा ँस”क अंजीअवाद (िवदेह ई-पिकामे धारावािहकपे)।ह◌ॉबी: िमिथला िचकला,लिलत कला, संगीत आभानस-भात।210


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरानी झा ूटी कुमारी मोती कण र्िमिथला िचकलाकना िममुइसँ कािशत होइबलामैिथली पिका "िवदेह"कसादक।तुिनशा ियममा ँक नाम- . िनभा रानी,िपता- डा. रमेश कुमारराय, नाना- ो. िशवनाथम ंडार, िवभागाक्षभूगोल, बिलराम भगतकालेज, समीपुर।नानी- ीमित िनपमापटेल, धानाािपका,म.िव.गा ँधीपाकर्,समीपुर। जितिथ-२०-१०-१९९८ पैकगाम- म ँझौिलया, ख-बोचहा, िजलामुजफ्फरपुर, माक-ाम-धोिबयाही, पो-बहेडी, िजला-समीपुर।छाा- कक्षा- सम “अ”,डी.ए.वी. ूल, समेपुर।आदश र्- नानाजी। आवास,आिशयाना भवन, रोडनं.०२, आदश र्नगर,समीपुर।. चुनचुन िम,रिहका, मध ुबनी।िमिथला राक आोलनकमीर्।सनारायण लाल कण र्िमिथला िचकलाडा. राजीवकुमार वमा र् 1963-, डुमरा, सहरसा। ज२१.०७.१९६३, एसोिसएटोफेसर, इितहास, िदीिव.िव.। कतेको अवादखास कऽ ीमिताम िकशोर िसंह211


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAशेफािलका वमा र्क“बोल्डसक लहास”क“कोर् ऑफ बोल्डस”-ैरो, मुै ारा कािशतआ ीमित शेफािलकावमा र्क उपास“नागफा ँस”क अंजीअवाद (िवदेह ई-पिकामे धारावािहकपे)।सिचनाथ झािमिथला लोक िचकलाकृ कुमार कप1949-ज १५ िसतर १९४९ई.। िपता- किव-उपासकार .इनारायण लाल"सँविलया"। जनबरी१९६५ ई. मे ना सभलेल "नाइट ूल", १९८१ई. मे "कला आधािरतजीवन आ िशक्षणपित"क वतर्न आतकर कायायन र् लेल िशवाकप आ शिशबालाकसहयोगसँ "भारती िवकाससंा"क ापना। रचना:शिशबालाक संग "मेघद ूत"आ "गीत-गोिव"कमैिथली अवाद, माछ-भात, िमिथला िच-िशक्षा,भाग-१, िमिथला िच-कोर, भाग-३।कालीनाथ ठाकुराम सव र्सीमामुरलीधर, मैिथलीिफ िनदेर्शकराजे िवमल, जनकपुर,पाल 1949-नरेश कुमार िवकल1950-212


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमैिथली, पाली आ िहीभाषाक ाज्ञ िवमलिशक्षाक हकमे िवावािरिध(पी.एच.डी.)क उपािध ाकए छिथ।कोिलिखकऽ यथे यशअरजिनहार डा. िवमलकलेखनीक श ंसा मैिथलीकसस पाली आ िहीसािहमे सेहो होइतरहलिन अिछ। िभुवनिविवालयअतरा.रा.ब. कैस,जनकपुरधाममे ाापनकएिनहार डा. िवमलक प ूण र्नाम राजे लाभिछयिन। िहनक ज २६ज ुलाई १९४९ ई. कऽभेल अिछ। सािहकारकनव पीढीकेँ िनररउत्िरत करबाककार ई डा.धीरेकबाद जनकपुर-पिरसरकसािहिक गुक पमेािपत भऽ गेल छिथ।ज २७ ज ुलाइ १९५०भगवानपुर देसुआ(समीपुर)। का-अिरपन, महुआ मदन रसटपकय, िबन बाती दीपजरय। कथा-संह-भिर गेल दद र्क इनार।उपास- टहकैत टीस।नाटक- चोखगर खौ ंच।जनक िकशोरलाल दासकृच झा"मयंक"लण झा"सागर" 1953-"उचिर बैस ू कौआ"मैिथली किवता संहकािशत।रघ ुवीर मोचीशारदान दास"पिरमल"शिशबोध िम"शिश" 1946-213


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसुरेनाथअमरनाथबा ठाकुर१९७५ ई. मे "क्षिणका"लघ ुकथा संह कािशत।हा कथाकार।बिनाथ ु िमकुंज िबहारी,मैिथली गायकटोो हासेगावा, िनदेशकिमिथला ूिजयम, िनगाटाराजाराम िसंहराठौर, धषावैनाथ िवमल1955-डा वासुकीनाथ झा1940-िजते िम"जीवन"वीरे नारायणझावीरे झा1956-214


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवैकु झा 1954-िपता-गीर्य रामच झा,ज-२४ - ०७ - १९५४(ाम-भरवाडा, िजला-दरभंगा), िशक्षा-ाोर(अथ र्शास्), पेशा-िशक्षक। मैिथली, िहीतथा अंजी भाषा मेलगभग २०० गीतकरचना। गोन ू झा परआधािरत नाटक''हािशरोमिण गोन ू झातथा अ कहानी" कलेखन। एकर अलावािहीमे लगभग १५उपास तथा कथाकलेखन।वैकु झािवान झा'पीकार'1957-ज-09. 04. 1957,पुआ,ततैल, ककरौड(मध ुबनी),रशाढय(पिण ू र्या), िशवनगर(अरिरया) आ सम्ितपिण ू र्या। िपता ल धौतपीशास् मार् पीकारमोदान झा, िशवनगर,अरिरया, पिण ू र्या|िपतामह-. ी िभिखयाझा। पीशास्क दसवष र् धिर 1970 ई.सँ1979 ई. धिर अयन,22 वष र्क बएससँ पी-ब ंधक संवर्न आसंरक्षणमे संल। कृित-पी शाखा पुककिलंतरण आ संवर्न।महे नारायणकण र्डा. िवेर िमअजर्न ु नारायणचौधरीनरे महे िम, पाल रमान झा215


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA'रमण'ज: 02 जनबरी, 1949,िशक्षा-एम.ए., पीएच.डी.,आजीिवका-भारतीय िरजव र्बै ंक, पटना (सेवािनव ृ)। काशन: 1.नवीन मैिथलीकिवता, 1982, 2. मैिथलीनऽव किवता, 1993, 3.मैिथली सािह ओराजनीित, 1994, 4.अिखयासल, 1995, 5.बेसाहल, 2003, 6.भजारल, 2005., 7.िनया र्त कैसे शु करें?िही- िरजव र् बै ंक,पटनाक काशन सािदत8. मैिथलीक आरिककथा, 1978 समीक्षा, 9.ामान रचनावली,1981, 10. जनाद र्न झाजनसीदन कृत िनद र्यीसासु( 1914) आ पुनिव र्वाह( 1926), 1984, 11.चेतनाथझाकृतीजगाथपुरी याा( 1910), 1994, 12.तेजनाथ झाकृतसुरराजिवजय नाटक( 1919), 1994, 13.रासिबहारीलाल दासकृतसुमित ( 1918), 1996,14. जीबछ िमकृतरामेर ( 1916), 1996,15. भेटघ◌ॉ◌ंट(भेटवाता), र् 1998, 16.चय तँ स तँ फूिस,1998, 17. पुानझाकृत िमिथला दप र्ण( 1925), 2003, 18.यद ुवर रचनावली ( 1888-1934) 2003, 19.ीवभ झा ( 1905-1940) कृत िवापितिववरण, 2005, 20.मैिथली उपासमे िचितसमाज, 2003, 21.पित गोिव झाः अचा र्ओ चचा, र् 1997 बसादक, 22. कवीरचेतना, 2008, चेतनासिमित, पटना अवादआिद।216


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकमल का ंत झा1943-महाकाश1946-छान िसंहझा 1946-ज: बनगा ंव, सहरसा,िबहार । विर किव ओकथाकार। कािशतकृित: किवता संभवा, संगसमय के (किवतासंह)।अयोानाथ चौधरी,धषा, पाल1947-म ूलत: किवक पमेपिरिचत छिथ । पालकआधिनक ु किवताक मेिहनक नाम उेखनीय अिछ। ी चौधरीक लेखनमेमानवीय संवेदनाक ितिबपाओल जाइत अिछ ।किवताक संग कथा आिनबमे सेहो ई कलमचलबैत छिथ ।फिडछाएल लेखन िहनकिवशेषता िथकिन ।धषािजलाक द ुहबी गामकरहिनहार ी चौधरीकज ६अुबर १९४७कऽभेल छिन । िहनकिक्षितजक ओिहपार नामसँएक किवता-सग्ङहकािशत छिन ।िवानाथ झा'िविदत'िसयाराम झा"सरस" 1948-ज ान मेंहथ, मध ुबनीिबहार । िसगीतकार, बादमे कथालेखन ार केलिन ।कािशत कृित आ ंज ुरभिर िसंगरहार,शोिणताएल उगैत स ूय र्कधक (कथा संह)।217


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअिपु1948-मध ुका ंत झा1949-डा. रामबरन यादव,पाल राष्पितज: तरौनी, दरभंगा।म ूलनाम : महे झा ।मैिथलीमे सहस्बाहुकिवता संह कािशत। मुि संगक अवादकािशत । वामपंथीआोलनमे सिय।िशक्षा, साद आिदपिकाक सादन ।वामपंथी िवचारधाराक सशकिव।हरेकृ झा1950-एस.एन.साथीर्महे हजारीज १० ज ुलाई १९५० ई.गाम- कोइलखमे।अिभय ंणक अयण छोिडमार्वादी राजनीितमेसिय। अक किवताआ आलोचनाक िनबकािशत। अवाद एव ंिवकास िवषयक शोधकाय र्मे िच। तंलेखन। कृित एव ंजीवनक तादा बोधकअणी किव। "एना त’निह जे" (किवतासंह)।२००८ ई. - ीहरेकृ झाकेँ किवतासंह “एना त निहजे”लेल कीितर्नारायण िमसािह सान।218


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिगरीश चलालवीन ू भाइउदय नारायण िसंहनिचकेता 1951-ज-१९५१ ई.कलकामे।पिहल कासंह ‘कवयो वदि’।१९७१ ‘अमृत पुाः’(किवता संकलन) आऽ‘नायकक नाम जीवन’(नाटक) | १९७४ मे ‘एकछल राजा’/ ’नाटकक लेल’(नाटक)। १९७६-७७‘ावर्न’/’रामलीला’(नाटक)।१९७८मे जनक आऽ अएका ंकी। १९८१‘अरण’(किवता-संकलन)। १९८८‘िय ंवदा’ (नािटका)।१९९७-‘रवीनाथक बाल-सािह’(अवाद)। १९९८‘अकृित’- आधिनकुमैिथली किवताक ब ंगलामेअवाद, संगिह ब ंगलामेद ूटा किवता संकलन।१९९९ ‘अु ओ पिरहास’।२००२ ‘खाम खेयाली’।२००६मे ‘ममपुषएकवचन’(किवता संह।२००८ ई. मे नाटक "एी: मा िवश" सूण र्पेँ "िवदेह" ई-पिकामे धारावािहक पेँई-कािशत भए एकटाकीितर्मान बलक।२००९ई.-ी उदय नारायण िसंह“निचकेता”केँ नाटक एी: मा िवश लेलकीितर्नारायण िम सािहसान।219


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAडा. अशोक अिवचल1967-रिवका ंत नीरजसान पाठकज- ५ जनवरी १९६७,गाम- रहुआ संाम, िजलामध ुबनी। मैिथलीाापक। रचना: एकबन ू क बन ू (लघ ु नाटक),मैिथली भाषा: सवे र्क्षण आिवेषण, हमरा देशकभागमे (मैिथलीक थमअसंगत नाटक), सादन:झारखक सश, कचोट( अंक), झारख वाणी(िही साािहक), सान:अराष्ीय र् मैिथलीसेलनमे सान (२०००),परमहंस लीनाथ गोामीसिमित सान (२००८)िशव कुमार नीरव िवानाथ झा योगीराजकुणाल 1951-राम भरोस कापिडमर, धषा,पाल 1951-धीरेनाथ िमज-बघचौरा, िजलाधषा(पाल)।बकोठरी:220


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAऔनाइत धँआ ु (किवतासंह), निह, आब निह(दीघ र् किवता), तोरा संगेजएबौ रे कुजबा (कथासंह, मैिथली अकादमीपटना, १९८४), मोमकपघलैत अधर (गीत,गजल संह, १९८३),अन अनिचार (किवतासंह, १९९० ई.), रानीचावती (नाटक), एकटाआओर बस (नाटक),मिहषासुर मुदाबाद र् एव ंअ नाटक (नाटक संह),अतः (कथा-संह),मैिथली संृित बीचरमाउं दा (सा ंृितक िनबसभक संह), िबसरल-िबसरल सन (किवता-संह), जनकपुर लोकिच (िमिथला पेिटस),ंलोक ना: जट-जिटन(असान)।िशवेलाल कण,र्धषा, पाल1951-लेखकसँ अिधक िशक्षककपमे पिरिचत आितित छिथ ।िभुवनिविवालयअतरा. रा.ब. कैस, जनकपुर-धामक सह-ाापक ीकण र्क ऐितहािसक िवषय-वुपर िलखल कतोकलेख मैिथली, िही आअग्ङरेजी भाषामेकािशत अिछ । ा-सुखाय ई किहयो कालकऽकिवता-कथा सेहो िलिखलैत छिथ । िहनकलेखन ज्ञानवर्क,जानकारीम ूलक एव ंसोझारएल रहैत अिछ ।देखलापर ब ुझना जाइतअिछ जे ई िहनक गीरदेव लालदासचेर खानगाम- पीटोल, िजलामध ुबनी। लघ ुकथा लेलचिच र्त शिसत।ं221


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअयनक पिरणित िथक।सामािजक तथा सािहिकस-संासभमे सेहोसिय ाापक कण र्कज धषा िजलाकदेवडीहा गाममे २जनवरी १९५१ ई. कऽभेल छिन ।दयाका झागजे नारायणिसंह, पालपी ीगजे नारायणिसंहगौरीश ंकरराजहंसहिरका झाइनारायण झाकमलेश झािकशोरीकािमलिलत कुमुद222


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमनमोहन झावासीसािहालंकारसीताराम िसंहसंगीतज्ञ।तुलान िमश ैले कुमारझा 1952-ज ान हिरपुर, वकशीटोल, मध ुबनी िबहार।कािशत कृित: आरोहअवरोह, दशम ख ुी (कथासंह), इकोिमक िहस्ीऑफ िमिथला (अंजी)।िशवश ंकरीिनवास1953-ज ान लोहना मध ुबनी,िबहार । चिच र्त कथाकारओ आलोचक । गीत ओकिवता सेहो किहयोकाल िलखैत छिथ ।कािशत कृित : िकोण,अदहन, गाछ-पात, गामकलोक (कथा संह)।अशोक 1953-ज ान लोहना, मध ुबनी,िबहार। चिच र्त कथाकार,किव ओ सादक ।कािशत कृित : चूह(किवता संह) िकोण(सहयोगी कथा संह),ओिह राितक भोर (कथा-संह), मातवर (कथािवभूित आन1953-ज: िशवनगर, मध ुबनी,िबहार। चिच र्त किव,कथाकार, संपादक ।कािशत कृित टूटाउपास टूटा समीक्षा, तीनटा कथ संह, टूटा गीत-गजल संह ओ चािरटाकेदार कानन1959-ज ान सुपौल,िबहार। चिच र्त किव,कथाकार ओ संपादक।कािशत कृित : आकारलैत श (किवता संह),अनिदत ू कृित राजा राममोहन राय, ायित।223


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंह)।कथा-संहकािशत।२००६- िवभूितआन (काठ, कथा)मैिथलीलेल सािह अकादमीपुरार ।सादन संक, भारतीम ंडन (पिका)।डा. शिशनाथ झा1954-गाम-दीप, िजला-मध ुबनी। मैिथली, बा ंा,वारी आ देवनागरीपा ंडुिलिपक िवशेषज्ञ।सािह अकादमीक भाषासान 2007 ािसकलआ मकालीन सािहलेल।मानस िबहारी वमा,र्वैज्ञािनकराजन झा२००६- राजन झा(कालबेला- समरेशमज ुमदार, बा ंा)लेलसािह अकादेमी मैिथलीअवाद पुरार।आानाथ झा"नवीन"अमलतास 1956-डा. बैनाथ चौधरी"बैजू"कमलधर दासय ंनाथ िमिदगर ठाकुर"मैिथल कण र् कायकगो, वर, म ूल आवैवािहक स" पोथीकािशत।224


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगश झा 1950-. जनाद र्न सादझा 'िज'कप र्नारायण लालकण र्िहीक सािहकार।कीितर्नाथ झा1955-श ैले आन1955-द ू टा समीक्षा, तीन टाकथा संह, द ू टा गीत-गजल संह ओ चािर टाकथा-संह कािशत।कमलाका ंत झाअक्ष, मैिथली अकादमी,पटनारमण झा ( 1957-)लन साद ठाकुर1951-1995डा. कमलान झारचना: पााप (कथा-संह)-1995, का-वािटका (किवता-संह)-1999, अलंकार-भार(प ूव र्-ख) - 2002,अलंकार-भार (अलंकारशास्)- 2003, िभ-अिभ (समीक्षा)- 2008,संग सादन: मैिथली(िमिथला िविवालय,ज ५ फरबरी १९५१मुंगेर मे ीमती सुभादेवी आ ी हीरानंदठाकुरक ितीय बालक ।िहनक ाम-समौल,िजला-मध ुबनी।िसिवल इ ंजीिनयर, टाटाीलमे चाकरी। काशझाक फ◌़ि◌ "कथामाधोपुर की" मे मु225


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमैिथली िवभागक शोध-पिका) - 1996,सादन: मैिथली (िमिथलािविवालय, मैिथलीिवभागक शोध-पिका)-2007,2008भुिमका। नाटककार आम ंच अिभता। हुनकिलखल िकछु िस मैिथलीनाटक छि :बडकासाहेब,िमर िनलो काका,लोंिगया िमरचाई,बकलेलआिद वा अंत।लोकनाथ िमडा. रवी कुमारचौधरी 1966-िजते जीतज:5 माच र् 1966 ई.गनपतगंज, सुपौल।मैिथलीक ाापक।रक्षाम ंीक पदक आिबहार आ झारखसरकार ारा पुरृत।झारखक मैिथलीआोलनमे अणी।डा. ीपित िसंह१९४४-"उम ंग-तर ंग"किवता-संहकािशत।महेनाथ झायाा सािह "हमर इ ंैंडयाा" कािशत।डा. उमाकामैिथली ं-आलेखकपोथी "अपन बात"कािशत।226


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसुशील 1942-ीदेवम ूल नाम- वागेर झा।कथा-सँह "िहलकोर",नाटक "लोहक कङना",गीत-ब "पुलोमा"कािशत।सुका ंत सोम1950-ज दरभंगा िजलाकतरौनी गाममे 1950 ई.मे भेलि । बी. ए.पास कए ई पटनाकदैिनक ‘जनशि’कसहायक सादक छलाह। फेर नव भारतटाइ,पटनामे।बावासँ अपनपैक (िपता याीजी)गुण किवता करबाक तथाकथा िलखबामे सेहो यशअजर्न कएलि अिछ ।वर्मान राजनीितसामािजक िवषयसँ संाक, सरल भाषामेिलखल नव किवता िहनकिवशेषता छि ।गामघरक पिरवेशतदकूल श एव ं िबरचनामे मिह िस छिथ।डा. देवका ंत िम1952-डा. िनान लालदासराजनाथ िम1950-िपता किवचूड्क्षामिण पं.काशीका ंत िम "मध ुप","बेनीपुर अमलमेमैिथली" पोथीकािशत।"िलत ज्ञा" (डा.ए.पी.जे. कलामकइाइटेड माइ ंड्सकमैिथली अवाद)कािशत)।"अ बड्स र् आइ ू ऑनिमिथला" कािशत।िवजयनाथ झाताराका झा मैिथलीभािषकी (सादक मैिथलीयोगान झा227


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA"अही ं क लेल" (गीत-गजलसंह कािशत)।दैिनक िमिथला समाद)२००८- ताराका झा(संरचनावाद उर-संरचनावाद एव ं ाकाशास्-गोपीचनार ंग, उद)लेल ूर् सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।1955-२००५- डा. योगान झा(िबहारक लोककथा-पी.सी.राय चौधरी,अंजी)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।पशुपितनाथ झा,महोरी, पाल1954-िहनक लेखन िववरणाकहोइत अिछ आ सिवषयमे नीकजकाजानकारी दैत अिछ ।िविभ प-पिकामेिहनक लेख-रचना बरोबिरदेखबामे अबैत रहैछ।रा.रा.ब. कैस,जनकपुरधाममे मैिथलीिवषयक ाापनमे संली झा मैिथलीसीसग्ङठनाक गितिविधसँसेहो ज ुडल छिथ ।मैिथली भाषाक लोपोुखअवामे रहल अपन िलिपितरहुतामे िवशेषज्ञतारखिनहार ी झा एकरसंरक्षण-सर्नक िदशामेसेहो ियाशील छिथ।ापक झा मैिथलीमहाकामे रस िनपणिवषयपर िवावािरिधकए छिथ आ िशक्षा तथाकान ून िवषयमे सेहोातक छिथ । महोरीिजलाक एकरिहया रहिनहारी झाक ज ४ िदसर१९५४ कऽ भेलछिन।चेैमे िमिथला रसँसािनत।अिनलच ठाकुर1954-2009व ृखेश च लाल,पाल 1955-ज 29 माच र् 1955 ई.केँ भेलि। िपताः .उिदतनारायण लाल,माताःीमती भुवरी देव।िहनकर छिठहारक नामिवेर छि। म ूलतःराजनीितककमीर् ।पालमे लोकतलेलिनरर संघष र्क ममे १७बेर िगरफ्तार ।लगभग ८ वष र् जेल।सम्ित तराई–मधेशलोकतािक पाटीर्करा«◌ीय उपाक्ष ।मैिथलीमे िकछु कथािविभ पपिकामेकािशत । आोलनकिवता संह आ बी.पींकोइरालाक िस लघ ुउपास मोिदआइनकमैिथली पारण तथापालीमे संघीय शासनितरनामक पुक कािशत। ओ िवेर सादकोइरालाक ितबराजनीित अयायी आपालक जातािकंआोलनक सिय योाछिथ। पालीराजनीितपर बरोबिरिलखैत रहैत छिथ।228


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAनारायणजी1956-भीर झा"सारथी"डा. ी ीश ंकरझा 1952-ज: घोघरडीहा(मध ुबनी)। मैिथलीभाषा-सािहमे एम. ए.,पी-एच. डी. कामेरलता संृत िवालय,घोघरडीहामे अापन ।कािशत कृित: ’घिर घिरुरहल छी’ (का-संह)।जगदीपनारायण"दीपक"राजदेव म ंडलिशक्षा- एम.ए.य, एल एलबी.,पता- ाम-मषहूरिनया,ँरतनसारा(िनम र्ली)लिलत कुमार झा१९६३-गाम- िसरसी, िजला-सीतामढी।कािशत कृित- िही,नाम-राजदेविय ंकर,उपास- िजगीऔर नाव,िपजरें केपंछी,दरका हुआदरपन,अकािशत कृित-मैिथली- किवता संहद ुगे र्श कुमार229


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAचौधरीकुंदन कुमारदीपक नीलेशर ंगम ंचर ंगम ंचमैिथली र ंगम ंच।िजते कुमार झामैिथली र ंगम ंचिशवसाद यादवहीरे कुमारझा 1958-ज 30 अग1958,गाम- कोइलख(मध ुबनी), िपता ीकामे नाथ झा।ा ंसफम र्र (मैिथली कथासंह) कािशत।मार मज1958-नबोनाथ झामहे नारायणराम 1958-ज गिरया (मानपौर,मध ुबनी)मे, 1978सँ1992 धिर सेनामेिविभ जहाजपरकाय र्रत, फेर याीरेलमे। स (कथासंह) कािशत।सादन-“नव ोित”पिका, “लोकशि”सामािजक मुख-पक।लोकव ृ ताहूमेलोकगाथाक अेता।230


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAतारानिवयोगी1966-मिहषी, सहरसामेज।पिहल पोथी अपनयुक सा (गजलसंह) १९९१ मेकािशत। अ पुकहप (किवता-संह),अितमण (कथा-संह),िशलालेख(लघ ुकथा संह),कम र्धारय।राजकमलचौधरीक कथाकृित एकटाचंपाकली एकटा िवषधरसंकलन-स पादन। सािहअकादेमी मैिथली बालसािह पुरार २०१०-तारान िवयोगीकेँ पोथी"ई भेटल तँ की भेटल"लेल।भालच झाए.टी.डी., बी.ए.,(अथ र्शास्), मुईसँिथएटर कलामे िडोमा।मैिथलीक अितिर िही,मराठी, अजी आगुजरातीमे िनात।१९७४ ई.सँ मराठी आिही िथएटरमेिनदेशक। महाराष्रा उपािध १९८६ आ१९९९ मे। आइ.एन.टी.केर लेल नाटक “सीता”क िनदेर्शन। “वासुदेवसंगित” आइ.एन.टी.कलोक कलाक शोध आदश र्नसँ ज ुड◌़ल छिथ आनाशालासँ ज ुड◌़ल छिथिवकला ंग बाल लेलिथएटरसँ। िन टी.वी.मीिडयामे रचनाकिनदेशक पेँकाय र्।लेखन-बीछलबेरायल मराठीएका ंकी(अवाद),िसंहावलोकन (मराठीसािहक १५० वष),र्आकाश (जी.टी.वी.कधारावािहकक ३०एपीसोड), जीवन सा(मराठी साािहक, डी.डी,मुई), धनाजी नानाचौधरी (मराठी), यर(मराठी), िफर नही ं कभीनही ं ( िही), आहट(िही), याा ( मराठीसीरयल), मय ूरप (मराठी बाल-धारावािहक),हेल्थकेअर इन २००ए.डी.) (डी.डी.)।२००९मे- भालच झा (बीछलबेरायल मराठी एका ँकी-सादक सुधा जोशी आराकर मतकरी,मराठी)लेल सािहअकादेमी मैिथली अवादपुरार।कुमार श ैले231


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरमेश 1961-ज ान मेंहथ, मध ुबनी,िबहार। चिच र्त कथाकारओ किव । कािशतकृित: समा ंग, समाना ंतर(कथा संह), नागफेनी(गजल संह), संगोर,समवेत रक आग ू, कोसीधारक सता, पाथर परदिभ ू (का संह),ितिया (आलोचनाकिनब ंध)।मेघन साद1961-दीप िबहारी1963-ज ान कौली मिकटोल, खजौली, मध ुबनी,िबहार। चिच र्त कथाकार,उपासकार ओ र ंगकमीर्। कािशत कृित: गुमकीओ िबहािड, िवसिवयसू(उपास), औतीह कमलाजयतीह कमला, ख-खिजनगी, सरोकार (कथासंह)। २००७- दीपिबहारी (सरोकार,कथा)मैिथली लेल सािहअकादमी पुरार ।चमोहन झापवा र्अशोक द,जनकपुरकृ मोहन झा1968-ज मधेपुरा िजलाकजीतपुर गाममे।“िवजयदेव नारायण साहीकी कााभूित कीबनावट” िवषयपरजे.एन.य. ू सँ एम.िफल आओतिहसँ “िनम र्ल वमा र् केकथा सािह में म कीपिरकना” िवषयपरपी.एच.डी.। िहीमेएकटा किवता सँह “समयको चीरकर” आ मैिथलीमे“एकटा हेरायल दिनया”ुकािशत। िही किवतालेल “कैया ृितसान”(1998) आ “हेम ंतृित किवतापुरार”(2003)। असमिविवालय, िसल्चरकिही िवभागमेअापन।232


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपरमान भाकररमेश र ंजन, परवाहा,पाल 1966-डा. सुरे लाभ, पालपरवाहा, पालमे ज। पालीय कथा-जगतक नवीन मुदासािनत नाम ।जनपक्षधर कथा-दृि आमोहक िश । थोडिलखलिन, मुदा बेर-बेरचिच र्त रहलाह ।सुनील कुमार मिक,गायक, जनकपुर,पाल 1968-मैिथलीक गायक-सग्ङीतकारक पमेिस छिथ । मैिथलीभाषाक गीतसभमेमौिलक तथा साथ र्कसग्ङीतक स ृजनमे िहनकसियता श ंसनीय छिन। सुनीलक गायन तथासग्ङीतमे कैसेटएलबमसभ सेहो बाहरभेल अिछ ।लेखनिदसिहनक सियतापिरमाणाक पमे कमरिहतहु ँ गुणाक दृिएँदयशीर् मानल जाइतअिछ ।पेशासँ िवज्ञान-िशक्षक छिथ ।रोशनजनकपुरी,पालडा. अरिवअू 1957-233


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअशोक झा1957-कुमार पवन 1958गाम मुरैठा। कथा संह,किवता संह आ ंसंह शी का।मैिथलीमे १९९० ई सँिवरल लेखन। २००८ ई.सँ दस सालक मौन भंगकबाद पुनः रचनाक दोसरपालीक ार।फूलच झा"वीण" 1961-गाम तुमौल दरभंगा,आयल नवल भात,पा ंगल गाछक छाहिर,हमरा मोनक खजनिचडैया, बसंतक बजिनञा(किवता संह), भूतहोइत भिवष ्य़ (कथासंह)।रणजीत कुमार िसंहदेवश ंकर नवीन1962-िवान झा1965-ओ ना मा सी (ग-पिमित िही-मैिथलीकारिक सजर्ना), चानन-काजर (मैिथली किवतासंह), आधिनक ु (मैिथली)सािहक पिरदृ,गीितका के प मेंिवापित पदावली,राजकमल चौधरी कारचनाकम र् (आलोचना),जमाना बदल गया, सोनाबाब ू का यार, पहचान(िही कहानी), अिभधा(िही किवता-संह),हाथी चलए बजार (कथा-संह)।ब ुपिण ू र्मा, १९६५केंकैिथिनया, ँ झंझारपुरमुध ुबनीमे ज। परातीजका ँ (किवता संह)कािशत । म ूलतःकिव, थोड कथा िलखलिन,जे अपन मािम र्कअिभिक कारण बेसचिच र्त भेल ।िवडनाप ूण र् पिरिितकपाछू िजेवार समाजािथ र्ककारणक खोज िहनकरम ूल स ृजन रणा िथक।234


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिकशोर कुमार झा"िसिन"लाला पंिडत,िमिथला म ू ितर्कलाराजे पंिडत,िमिथला म ू ितर्कलाबटोही झा, िमिथलािचकलाउिदतनारायणिफ गायक. हेमका झा,गायकरामबाब ू झा, गायकराजकमल झा,अंजी लेखकपकारकाश झा, िफिनदेर्शककाश झा, मैिथलीर ंगम ंचडा. धनाकर ठाकुरताराका ंत झासुपिरिचत र ंगकमीर्।राष्ीय रक सा ंृितकसंा सभक संग काय र्क235


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअभव। शोध आलेख(लोकना एव ं र ंगम ंच) आकथा लेखन। राष्ीयजूिनयर फेलोिशप, भारतसरकार ा। राजधानीिदीमे मैिथली लोक र ंगमहोवक शुआत।मैिथली लोककला आसंृितक लेखन आ िवफलकपर िवारक लेलितब। अपन कम र्ठसंगीक संग मैलोर ंगकसंापक, िनदेशक।मैलोर ंग पिकाकसादन। संित राष्ीयना िवालय, नई िदीकर ंगम ंचीय शोध पिकार ंग-संगक सहयोगीसंपादकक पमेकाय र्रत।डा. नारायण कुमारझारामेर मनागेर लाल कण,र्तबला वादककेर ठाकुरकाप कमल,र ंगम ंचमुकेश कुमार झा,र ंगम ंचमनीष झा िफ संजय झा िफ कीितर् आजाद236


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिनदेर्शक िनमा र्ता िकेटीराम झाशतर ंजअिभषेक झागोल्फकुमार मनीषअरिव1964-र् मध ुकर भाराज बदरी नारायण बमा राजे िकशोर,पालधीरे मिष,र्िसरहा, पाल1967-िव.सं.२०२४ साल भादब १८गते िसरहा िजलाकगोिवपुर-१, बीपुरगाममे ज लेिनहारमिष र्क प ूण र् नाम धीरेझा िछयिन।कािपुरसँहेो िमिथला काय र्मुत कता र् जोडी पा-धीरेक धीरेक अबाजगामक बा-बा िचैतअिछ। “पव” मैिथलीसािहिक पिका आअमलेु शेखरपाठकाम सुरशिश, पालाम सुर शिश,जनकपुरधाम, पाल।पेशा-पकािरता।िशक्षा: िभुवनिविवालयसँ,एम.ए.मैिथली, थम णीमेथम ान। मैिथलीकायः सभ िवधामेरचनारत। बहुत रासरचना िविभ प-पिकामे कािशत।िही, पाली आऽअंजी भाषामे सेहो237


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA“समाज” मैिथली सामािजकपिकाक सादन।रचनारत आऽ बहुतरासरचना कािशत।सम्ित- कािपुरवासक अरब ूरोमेकाय र्रत।िहमा ंशु चौधरी,पालसनारायणमेहताभुवर पाथेयिपता : गीर्य कामेश्र्वरचौधरी,माताः ीमतीचावती चौधरी,जः िवस २०२०/६/५ लहान,िसरहा,िशक्षाःातकोर(पाली),पेशाःपकािरता (सम्ित :रािष्य समाचार सिमित),कृित : की भार सा ंठू? (मैिथली किवतासंह ),िवगत द ू दशकसंपाली आ मैिथली लेखनतथा अिभयानमे िनररियाशील आ िविभ संघसंास ं आब ।राजे झा, धषा अिखल आन िवद कुमार झा238


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअशोक कुमारमेहतासंजीव तमाधमे र् िवल,िसरहा, पाल1967-रा तकैत िजनगी, एकसि ृ एक किवता, एकसमयक बात, ध ुअनाएलआकृित सभ (मैिथलीकिवता संह), मरकाउृ नाटकह,गोन ूझाका कथाह(मैिथलीसँ पालीअवाद), मैिथलीक कक्षा1 सँ 5 आ बाल-सािहसंदभर्क तीनटा पोथीकसह-लेखक।पकािरताक म ूल िसा ंत(मैिथली, समे), दिलतिरपोिट ंग र् मैअल(पाली, समे)।भवीतान रघ ुनाथ मुिखया धीरे कुमार झािगिरजानन िसंह मच पंकज सिदान सूअण कुमार कण र्1961-िनिमष झा,अनलका ंत239


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAपाल(गौरीनाथ)1969-रमण कुमार िसंह1969-आशुतोष झानीरज कण, र् धषा,पाल 1970-समाजशास्क छा आगिणत तथा िवज्ञानकिशक्षक छिथ, मुदा मैिथलीसािह आ संगठनकमे सेहो िनररसिय छिथ । भाषा,ाकरण आिदक मेंहीपक्षसभपर सेहो ई प ूण र्अिधकार रखैत छिथ ।ज धषा िजलाक कुथा र्गाममे भेल छिन ।िविभ पपिकामेिहनक कथा, किवता,लेख-रचनासभ मैिथली,पाली आ अग्ङरेजीभाषामे कािशत होइतरहैत छिन । अवादकमे सेहो िहनक नीकअिधकार छिन ।उपे भगतनागव ंशी, पालदमन कुमार झा1969-एम.ए.पी.एच.डी. (मैिथली),काशन: मैिथली बालसािह(शोध-ंथ)-2002आ बोक चाह (कथासंह) 2009. सम्ितजे.एन.क~ओलेज मध ुबनीमेााता।ीधरम 1974-240


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAश ंकरदेव झा अंशुमन पाेय आन कुमार झा1977-ज ान: मेंहथ,झंझारपुर; िपता .अभयका ंत झा, माताीमती इकाली देवी,काशन- "धधाइत नवकीकिनया ँक लहास", "हठात्पिरवतर्न", "बदलैतसमाज", "टाकाक मोल","कलह" (पा ँचू मैिथलीनाटक) कािशत।कमल मोहन चुू कुमार राहुल अंशुमान सकेतुशुभेु शेखरवनदेवीपु भवनाथ,नाटककारअमरे यादव, पाल241


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिमिथलेश कुमार झा1970-िपता- ी िवनाथ झा,ज-12-01-1970 केँमनपौर(माक) मेपैक-ाम-जगित,पो*-बेनीपी,िजला-मध ुबनी, िमिथला, िपन*-847223 िशक्षा :ाथिमकधिर- गामिहक िवालयमे। म िवालय धिर-म िवालय, बेनीपीसँ। मािमक धिर- ीलीलाधर उिवालय,बेनीपीसँइितहास-िताक संगातक-कािलदास िवापितसाइ ंस का ँलेज उैठ सँ,पकािरता मे िडोमा-पकािरतामहािवालय(पाचारमाम) िदी सँ, कम्ुटरमे डी.टी.पी ओ बेिसकज्ञान। रचना: िही ओमैिथली मे किवता,गजल, बाल किवता, बालकथा,सािहिक ओ गैर-सािहिक िनब ंध, लिलतिनब ंध, साक्षाार,िरपोता र्ज, फीचर आिद।अनमोल झा 1970-गाम नआर, िजलामध ुबनी। एक दजर्नसँबेशी कथा, लगभग सएलघ ुकथा, तीन दजर्नसँबेशी किवता, िकछु गीत,बाल गीत आ िरपोता र्जआिद िविभ पिका,ािरका आ िविभ संहयथा- “कथा-िदशा”-महािवशेषा ंक, “ेतप”,आ “एैसम शताीकघोषणाप” (द ुन ू संहकथागोीमे पिठत कथाकसंह), “भात”-अंक २(िवराटनगरसँ कािशतकथा िवशेषा ंक) आिदमेसंिहत।मज मुि,पालसे कुमारझा 1969-अिजत कुमारआजादसुधीर कुमार झा1970-ज ०१.०१.१९६९संकटमोचन नगर,मध ुबनी। किव, कथाकार,अिभता। पोथी-अही ं केँ कहै छी (लघ ु कथा242


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंह), मैिथली िफिपिरितया, द ुलआ बाब ूआ ामा दश र्न आसौभा िमिथलाक सीिरयलडा. टोीवाला मेअिभनय। आकाशवाणीमेकाय र्रत।अशोक िसंह तोमर चेश राम सेवक िसंहसंतोष िम, पाल सतीश च झा आशीष अनिचारअभय लाल दासशहीद द ुगानर्झा, पालिकसलय कृसुरम उदयनाथ झा किपलेर राउत243


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA"अशोक"किपलेर साहूअभय कुमार यादव,मैिथली र ंगम ंचडा. शु कुमारिसंहज: 18 अील 1965सहरसा िजलाक मिहषीखंडक लहुआर गाममे।आरिभक ं िशक्षा, गामिहसँ,आइ.ए., बी.ए. (मैिथलीसान) एम.ए. मैिथली(ण र्पदक ा) ितलकामा ँझी भागलपुरिविवालय, भागलपुर,िबहार सँ। BET [िबहारपाता परीक्षा ( NET कसमतु) ााता हेतुउीण, र् 1995] “मैिथलीनाटकक सामािजक िववर्न”िवषय पर पी-एच.डी. वष र्2008, ितलका मा.ँभा.िविवालय, भागलपुर,िबहार सँ। मैिथलीककतोक ितित प-पिका सभमे किवता,कथा, िनब ंध आिद समय-समय पर कािशत।वतर्मानमे शिक्षकैसलाहकार (मैिथली)राष्ीय अवाद िमशन,केीय भारतीय भाषासंान, मैस ूर-6 मेकाय र्रत।बा यादव 1958- िजतेनारायण झा कैलाश कुमार िम244


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकृच यादव,पालमहेश दप र्णनवलिकशोर सादीवावमका चौधरी,प ूवो र्र मैिथलिशवका ठाकुरशोभाका झाउमाका झा आिय ंका, मैिथलीर ंगम ंचअिनल कुमार चौधरी1962-देवीनाथ िमफणीका िमामान ठाकुरन कुमार िमपुरातिवद।245


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमायानाथ झा1946-भुवन भूषणअशोक कुमार झाच िकशोर लाल,पकार, पालहिरका ंत लाल दास,पालशिशनाथ ठाकुर,पालअशोक कुमार1981-डा. अजीत िमभवनाथ झासाधारण काकारकपिरवारमे समीपुरिजलाक मोिखयारपुरसखलानी गाममे जनमलअशोक कुमार किहयोूल निह गेलाह। िदनमेपचास टाका कमेिनहारिदीक एकटा गोल्फबक एिह कैडीकेँ1994 ई. मे चोिरकिमारोप लगा कए गोल्फकोस र्सँ बाहर कए देलगेल। वैह कैडी दससालक भीतर भारतकनर एक गोल्फर बिनगेल।246


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमुाजीमुाजी (उपनाम, एिहनामे मैिथलीमे लेखन),म ूलनाम मज कुमारकण, र् ज–27 जनवरी1971 (हटाढ पौली,मध ुबनी), िशक्षा–ातकिता, मैिथली सािह।व ृत–अिभका, र् भारतीयजीवन बीमा िनगम।पिहल लघ ुकथा–‘का ँट’भारती मनमे 1995पकािशत। पिहल कथा–कुकुर आ हम, ‘भिर रातभोर’मे 1997मेकािशत। एखन धिरदजर् लघ ुकथा, कथा,क्षिणका आ लघ ुकथा सीिकछु आलेख कािशत।िवशेषः- मुतःमैिथली लघ ुकथाकेँ तंिवधा पेँ ािपतकरवाक िदशामेसंघष र्रत।िवनीत उल1978-आनंदपुरा, मधेपुरा।ारिभक ं िशक्षासँ इ ंटरधिर मुंगेर िजला अंततरणगा ंव आ तारापुरमे।ितलकामा ंझी भागलपुर,िविवालयसँ गिणतमेबीएससी (आनस)। र् गुजेर िविवालयसँजनसंचारमे मारिडी। भारतीय िवाभवन, नई िदीसँअंगरेजी पकािरतामेातकोर िडोमा।जािमया िमिया इािमया,नई िदीसँ जनसंचार आरचनाक लेखनमेातकोर िडोमा।न म ंडेला सेंटरफ◌ॉर पीस एंड कनििरजोूशन, जािमयािमिलया इािमयाक पिहलबैचक छा भsसिटिफकेट र् ा।भारतीय िवा भवनकंच कोस र्क छा।आकाशवाणी भागलपुरसँकिवता पाठ, पिरचचा र्आिद सािरत। देशकितित प-पिकासभमे िविभ िवषयपरतं लेखन।पकािरता कैिरयर-दैिनक भार, इ ंदौर,रायपुर, िदी स,दैिनक िहंद ुान, नईिदी, फरीदाबाद, अिकं चनभारत, आगरा, देशब ंध , ुिदी मे। एखन राष्ीयसहारा, एडा मे विरउपसंपादक। "हम पुछैतछी" किवता संहकािशत।उमेश म ंडल247


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरेर साद िसंहअिनल पतंग1951-ओमकाश भारती1968-संजय कुन1969-चधर ठाकुर1978-मदन ठाकुरचिच र्त र ंगकमीर्, जनकपुरकचिच र्त संस ्था िमिथलानाकला पिरषदकसंस ्थापक । तीन दशकसँबेसी समयसँ र ंगमेसिय। करीब ३०–४०गोट म ंचीय नाटकक सयोस ्तुित , २०–२५ गोटसडक नाटकक हजारसँबेसी दश र्नमे अिभनय।२० गोट टेली-सीिरयलआ आधा दजर्न मैिथलीफीचर िफल ्ममे अिभनय। पुरस ्कार: सप ्तमअन ्तरा र्ष िय ् महोत् सवमेसव र्ष ्ठ अिभता २०४९िव.स., ीय ितभापुरस ्कार (पाल सरकार)२०६३ िव.स.।िबेर पाठककुमार गगन,मैिथली र ंगम ंचीका मल,मैिथली र ंगम ंच248


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरवी कुमार दासिचकला।रवी लाल दाससंजय कुमारचौधरी, मैिथलीर ंगम ंचद ुगान र् म ंडल अिनल कुमार िम कुमार सौरभकौशल िकशोर िमअमोद कुमारझाआशीष चमनआशीष चौधरीबेचन ठाकुरदेवा ंशु वगाम-चरैया, अरिरया।ज- तुलापी, सुपौल।मास कुिनकेशनमे एम.ए.,िही, अंजी आमैिथलीक िविभ प-पिर्कामे कथा, लघ ुकथा,िवज्ञान-कथा, िच-कथा,249


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकाटून, र् िच-हेिलकाइािदक काशन।िवशेष: गुजरात राशाला पा-पुक म ंडलारा आठम कक्षाक लेलिवज्ञान कथा “जंग”कािशत (2004 ई.),नताशा: मैिथलीक पिहल-िच-ृ ंखला (कािम)कािशत।िशव कुमार झा1973-गोिव पाठक1973-िविपन कुमार झािशव कुमार झा‘‘िटू‘‘,िपताक नामः .काली का झा ‘‘ब ूच‘‘,माताक नामः . चकलादेवी,ज ितिथः 11-12-1973,िशक्षाः ातक(िता),ज ानःमाक- मालीपुर मोडतर,िज. - बेग ूसराय,म ूलामः ाम-पालय -किरयन, िजला -समीपुर, िपन:848101,संितः ब ंधक,संहण,जे. एम. ए. ोस र्िल.,मेन रोड, िबुपुरजमशेदपुर - 831001, अ गितिविधः वष र्1996 सँ वष र् 2002 धिरिवापित पिरषदसमीपुरक सा ंृितक,गितविध एव ं मैिथलीकचार-सार हेतु डा.नरेश कुमार िवकल आ ीउदय नारायण चौधरी(राष्पित पुरार ािशक्षक) क मेसंल।गाम- किरयन (समीपुर),माक- जलसैन (अा-ठाढी, मध ुबनी)। दसबख र्सँ बेशीसँ िही आमैिथली िथयेटरमेसिय। मैिथली द ूरदश र्नसीिरयल "न न ितरिपतभेल" लेल अिभनय, ारसक ट इियनलाफ्टर चैलेंज-I V आमहुआ चैनलक हँसीकअखाडामे सहभािगता।सोनी टी.वी. आ द ूरदश र्नइािद लेलकाज।सम्ितमुइमे।250


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमो. गुल हसन जयकाश म ंडल ामल सुमनराम िबलास साहूकृपान झामहाका ठाकुरअराष्ीय र् मैिथलीपिरषदसरोज िखलाडीपालक पिहल मैिथलीरेिडयो नाटक संचालकिवजय हरीशनबोनारायण िम1955-िपता-ी गोिब िम,माता- ीमित अढ़◌ूलादेवी। गाम-कुशमौल,पो.नागदह-बलाइन, भाया-अरेडहाट,िजला-मध ुबनी। मैिथलीर ंगम ंचसँ स "कोिकलम ंच" संाक मामसँ।251


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAबचेर झा, िनम र्लीधीरे कुमार,िनम र्लीचशेखर कामित1959-मैिथली किव। िश क्षा-एम.ए. (राजनीित शास ्),िप ता- स ्व. योगेन ्कामित , गाम-पोस ्ट-किर यन, भाया- इलमासनगर, थाना- रोसड◌़◌ा,िज ला- समस ्तीपुर,िब हार। संित -खण ्डसहकािर ता सारपदािध कारी (बेनीपी)।कुमार मजकपसुजीत कुमार झा,पालन िवलास रायज मध ुबनी िजला ंततसलेमपुर गाम मे। बाकाले सँ लेखन मेआभिच। कैक गोटरचना आकाशवानी सँसािरत आ िविभ प-पिका मे कािशत।सम्ित कें ीय सिचवालयमे अभाग आधकारी पदपर पदािपत।खडान यादव िगरीश च सिदानसौरभ252


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमज कुमारम ंडलराधाका म ंडलिववेकान झाशा िम ऋिष विश िवनय भूषणराजेश र ंजन,मैिथली फेडोराोजेसुधाकर झा,महोरी , पालसएसँ बेशी सडक नाटकमेम ंचन।िजतमोहन झाबाब ूजीक नाम: ी बैनाथझा,ेाता: ी िपतारझा (िपंटू),ाम/पो-बनगा ँव, प ूबाइ टोला(खौ ंआरे),िजला -सहरसा, (िबहार), िपन -८५२२१२कुमार िकसलय भात भाकर राजेश मोहन झा1981-253


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAउपनाम- गुंजन,जान- गाम+पालय-किरयन, िजला- समीपुर,हा किवताक मामसँसमाजक िवगिलत दशाकवण र्न। बाल सािहमेिवशेष िच।िकशन कारीगर वीरे यादव आितश कुमार िम,पालअकलेश कुमारम ंडलिजते झा,जनकपुरनवेु कुमार झा,पकारसुिमत आन१९९२-गाम- हटाढ पौली(मध ुबनी)।नवनीत कुमारझाआशुतोष यादवअिभज्ञमैिथली र ंगम ंच254


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAवीण कप मनीष कुमार झा पंकज िया ंशुभारत भूषण झा इभूषण पाठक काश मीरिव भूषण पाठकअणाभ सौरभमो. जािहद हुसैनसादक- नवतुिरया।िसमिरया कुिया,अरिरया।हाण रशीद"गािफल" 1965-ककोडवा बसंतपुर,अरिरया।मो. जोहेब आलमअरिरया।डा. नवल िकशोरदास "नवल"255


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAडा. सुशील कुमारीवावसादक कोशी-कात।डा. भुवन िकशोरिम "भुवश"मैिथली कथा संह-गोबरछा।पंकज कुमार झािपता-ी महें मोहनझा, माता-ीमती अीदेवी झा : माडर,िजतबारपुर, मध ुबनी,पंकज जी एच.सी.एल.मेसोफ्टवेयर इिजनीयरंछिथ।नागे कण,र्पालपेश कुमार झा 'ोंथ'ाम+पालय-ोंथा,भाया-िखरहर, थाना-बेनीपी, िजला-मध ुबनी,सम्ित कोलकातामेअनरत, सािहिकगितिविध मे सेहो सिय,ढेर रचना प-पिकािदमे कािशत।नवीन कुमार "आशा"1987-िपता ी गंगानाथ झा,माता ीमित िवनीताझा। गाम- धारामपुर,पो- लोहना रोड,िजला- दरभंगा।िवदेह िमिथलाक खोजुत अिछ िवदेह, िमिथला, तीरभुि आ ितरह ुतक नामसँ िवात वर्मान भारत आ पालमे पसरलमािटक ाचीन आ नव ाप, िचािकत ं अिभलेख आ मिर्कलाक ू एकटा छोट संह। एिह संहकेँ प ूण र्करबाक हेतु अपन बहुम ू संह ggaj endr a@ vi deha. com केँ पठाऊ। आका र्इवक सवािधकारर्रचनाकार, सित फोटोाफर आ संहका र्क लगमे छि। फोटो सभ पठएबाक लेल धवादपाठकगण। साभार। प ूण र्तः अवसाियक उे आ मा एकेडिमक योग लेल।256


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगौरीश ंकर, जमथिर,हैंठी बाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनी257


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीगौरीश ंकर, जमथिर, हैंठीबाली, मध ुबनीबाइसी-बसैटी, अरिरयािमिथलाक्षर तालेखबाइसी-बसैटी, अरिरयािमिथलाक्षर तालेखबाइसी-बसैटी, अरिरयािमिथलाक्षर तालेखबाइसी-बसैटी, अरिरयािमिथलाक्षर तालेखधरहरा, बनमनखी, पिण ू र्या,ँनरिसंह अवतारधरहरा, बनमनखी, पिण ू र्या,ँनरिसंह अवतारप ूरणदेवी, पिण ू र्या ँिबदेर ानअिभलेख, मध ुबनीअाठाढी अिभलेख,मध ुबनीब ु अधातु, िससवबसंतपुर, बगहा12 शताी,कोइलख, मध ुबनीअि िबदेर ान,मध ुबनी ब ु, मुंगेरअिहा ान258


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअाठाढी, मध ुबनीअशोक ंभ,बसाढ, वैशालीब ुअवलोिकतेरतारा, भागलपुरबसाढ, वैशालीब ु भूिमश र्ब ु, ताब ु मक,सुलतानगंजवैशाली मिर्ूचामुा नाग-नािगनी, मुंगेरमुकुटधारी ब ु,अंतीचक, भागलपुरनाचैत गश,10म शताी,दरभंगा259


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAदरभंगा ुिजयम दरभंगा ुिजयम द ुगा, र् कािर्केय10म शताी, भीटभगवानपुर, अाठाढीगश ब ुगौतम ब ु, वैशालीहिरहर ब ुिचडैकेँ ख ुआबैतमिहला, राजमहललौिरया ननगढ,अशोक ंभलोमश सुदामा गुफा मुंगेरनागराज तीथंकरर्260


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकुमािरल भटटफेकेलाह, नालािवमिशलािविवालय,भागलपुरठाढ ब ुपाव र्ती रामायण रामपुरवा व ृषभरामपुरवा ब ुक अवशेष संिकसासमाका सव र्तो भ मल स ूय र्र् र्स ूय स ूय र्क संगी स ूय , मध ुबनी आभागलपुर261


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAमिर्ूमिर्ूमिर्, ू वैशालीउमा माहेर,काणसुरवैशाली व ृषभ शीष र्वैशाली, शालभंिजकाभागलपुरनाओक कार िवु ब ुा पािखयुक् ँ मिहलाअिहाअयोिगनी मिर,सहरसाबनगंगा262


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAदरभंगादरभंगा नगर,1934दरभंगा मेिडकलकालेजद ुदिन ु मिर,जनकपुरी य ंगीरगंगासागर पोखिर,मध ुबनीहमान मिर,मध ुबनीहिरहरानमध ुबनी ह◌ॉीटलजनकपुर जानकीमिरजानकी मिरजानकी मिर,सीतामढीजानकी मिर,सीतामढीिजला ाकाया र्लयराजिबराज, पाल263


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकलर बाबा किपलेर कोषलेखाकाया र्लय,राजिबराज, पालिमिथला िविवालय,दरभंगालीर पैलेस,1934मािमकिवालय ,जनकपुरमहे चौक,जनकपुरजनकपुर म ंडप िमिथला,1988भूकपगलाबाबा धम र्शाला,जनकपुर, पालपंडौल अहा मध ुबनी बस ैंड264


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAराज हेड ऑिफस,1934राज ह◌ॉीटल,दरभंगा,1934सौराठ सभािशव मिर, 1934 िशवश ंकर िसमा,मध ुबनीामा मिरिवापित म ू िर्,िबीउतारा, ताराान,मिहषी, सहरसािवापित ारक,िबीिवी, उदनामहादेविबी, िवेरीभगवतीअहा मिर,अिहयारी265


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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकिपलेर िशवमिरलौिरया ननगढमदर िशवमिरमार पव र्त, बा ँका मोितहारी साहारकपरमेरी मिर,ठाढी, मध ुबनीरामजानकी मिर,सीतामढीसाह ारक,सीतामढीशाित ं ूप, वैशालीउैठ भगवती उैठ मिर िसंघेर ान,मधेपुरा267


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAस ूय र्धाम, परसाउतारा मिर,मिहषी, सहरसावैशाली ूपिवमिशलािविवालय,भागलपुरिवराटपुर मिर,मधेपुराव ृषभ शीष,र्रामपुरवािसंह शीष, र् रामपुरवा शरभ, पाल पािखयुक् ँ देवी,वैशालीबाबा बडेर,देवना, बनगा ँववट व ृक्ष, बनगा ँवभगवान िवु,देवना, बनगा ँव268


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAशास्ाथ र्ल,ताराान मिहषीशास्ाथ र्ल,ताराान मिहषीताराान मिहषीमाता तारा,ताराान मिहषीउतारा (खादरवाणी तारा) मितर्,ूमिहषीविश मुिन,ताराान मिहषीआविध र्त काली उैठ बौदेवी तारावारी समीपुरभगवती देकुलीभगवती िगिरजाफुरभगवती म ृणम ू ितर्गबािरभगवती वारीसमीपुर269


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAर् र् ूभुवरी कोथ देवीकाली कोथ गंगामितर् नगरडीहदरभंगागोसाउिन मिरकोथ र्हैह देवी हाबीडीहकाली उैठमिहषासुरमिद र्नीबहेरी दरभंगामिहषासुरमिद र्नीहाबीडीहमिहषासुरमिद र्नीनाहर-भगवतीपुरउमा ेमिद र्नीिमजा र्पुर दरभंगायमुना भैरव बिलयामध ुबनीअभुजगश,कोथ र्270


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभैरव, भैरव-बिलयानटराज, तारालाहीिशव-पाव र्ती मिर,किपलेरानिशव-पाव र्ती मिर,किपलेरानिशव मिर,िसंिगया, िवीउमामाहेर,महादेवमठउमामाहेर,ितरह ुतिवु, भवानीपुरिवु, भीठभगवानपुरिवु, जयनगर िवु, लदहो िवु, साहो-पररी,हाबीडीह271


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAशेषशायी िवु,सवास, मुजफ्फरपुरवराह मितर्,ूितलकेरानिमिथलाक्षरअिभलेख, िवु ब ुमितर्ूभगवती उैठ,बेनीपीभगवती वारी,भंडारीसमचामुा मिर,कटरा, मुजफ्फरपुरअभुज गश,हाबीडीहअभुज गश,कोथ र्गंगा, आा-ठाढीमिहषासुरमिद र्नी,द ुगा र्ेमिद र्नी मिर,िमजा र्पुर, दरभंगानटराज272


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAराममिर,अिहाानसेहनी, वैशाली,िवु ितलक-यज्ञोपवीतधारीपनगर िशवमिरस ूय , र् देकुली स ूय र् मितर्, ू िडलाहीस ूय र् मितर्, ू िवु,बआरउमामाहेर यमुना, आा-ठाढी िसमरौनागढ म ू ितर्आिद काली, चैनपुरसहरसाचैनपुर सहरसा- िमिथलाकएकमा नीलकं ठ मिर,संगमे आिदकालीन भकाली-मिर सेहो एिहगाममे अिछ।महािशवराि आ कालीप ूजाोथागढक ामी माानकौलाचाय र् काली मिरोथा गढ लग। पुरानगढ। एकर प ूबमेपुराक बाबा हिरहरनाथमहादेव मिर आदिक्षणमे उैठ भगवतीछिथ।ोथागढक दसमुखी कालीोथा गढ लग। पुरानगढ। एकर प ूबमेपुराक बाबा हिरहरनाथमहादेव मिर आदिक्षणमे उैठ भगवतीछिथ।273


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAबड ध ूमधामसँ चैनपुरमेहोइत अिछ।िमिथलाक खोजई आलेख हमर दशकसँ ऊपरक िमिथलाक यााक उपराक स ू-व ृा अिछ आ एिहमेएिह सभ ानक ानीय िनवासी आ गाइड सभक अकथनीय योगदान छि । कखकालतँ भाडाक गाडीक ाइवर लोकिन सेहो नीक गाइड िस भेलाह ।-गजेठाकुर१.गौरी-श ंकर ान- मध ुबनी िजलाक जमथिर गाम आ हैंठी बाली गामक बीच ई ानगौरी आ शरक सििलत मिर् ू आ एिह पर िमिथलाक्षरमे िलखल पालव ंशीय अिभलेखककारणसँ िवशेष पसँ उेखनीय अिछ। ई ल एकमा पुरातन ल अिछ जे प ूण र्पसँ गामक उाही काय र्का र् लोकिनक सहयोगसँ प ूण र् पसँ िवकिसत अिछ।िशवरािमे एिह लक चुहचुही देखबा यो रहैत अिछ। िबदेरानसँ २-३िकलोमीटर उर िदशामे ई ान अिछ।२.भीठ-भगवानपुर अिभलेख- राजा नादेवक पु मदेवसँ संबिधत ं अिभलेख एतएअिछ। मध ुबनी िजलाक मधेपुर थानामे ई ल अिछ।३.हुलासपी- मध ुबनी िजलाक फुलपरास थानाक जागेर ान लग हुलासपी गामअिछ। कारी पाथरक िवु भगवानक मिर् ू एतए अिछ।४.िपपराही-लौकहा थानाक िपपराही गाममे िवुक मिर्क ू चा हाथ भ भए गेलअिछ।५.मध ुबन- िपपराहीसँ १० िकलोमीटर उर पालक मध ुबन गाममे चतुभुर्ज िवुक मिर्ूअिछ।६.अंधरा-ठाढीक ानीय वाचित संहालय- गौड गामक यिक्षणीक भ मिर् ू एतएराखल अिछ।७.कमलािद ान- अंधरा ठाढी गामक लगमे कमलािद ानक िवु मिदर ं कणाट र् राजानादेवक म ंी ीधर दास ारा ािपत भेल।८.झंझारपुर अमलक रखबारी गाममे व ृक्षक नीचा ँ राखल िवु मिर्, ू गा ंधारश ैली मेबनाओल गेल अिछ।९.पजेबागढ वनही टोल- एतए एकटा ब ु मिर् ू भेटल छल, मुदा ओकर आब कोपता निह अिछ। ई ल सेहो रखबारी गाम लग अिछ।१०.मुसहरिनया ं डीह- अंधरा ठाढीसँ ३ िकलोमीटर पिम पन गाम लग एकटा ऊं चडीह अिछ।ब ुकालीन एकजिनया ँ कोठली, बौकालीन मिर्, ू पाइ, बर्नक टुकडी आपजेबाक अवशेष एतए अिछ।११.भगीरथपुर- पौल लग भगीरथपुर गाममे अिभलेख अिछ जािहसँ ओइनवार व ंशक274


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAअंितम द ुन ू शासक रामभदेव आ लीनाथक शासनक िवषयमे स ूचना भेटैत अिछ।१२.अकौर- मध ुबनीसँ २० िकलोमीटर पिम आ उरमे अकौर गाममे एकटा ऊँ च डीहअिछ, जतए बौकालक मिर् ू अिछ।१३.बिलराजपुर िकला- मध ुबनी िजलाक बाब ूबरही खसँ ५ िकलोमीटर प ूब बिलराजपुरगाम अिछ। एकर दिक्षण िदशामे एकटा पुरान िकलाक अवशेष अिछ। िकला चािरिकलोमीटर नमगर आ एक िकलोमीटर चाकर अिछ। दस फीटक मोट देबालसँ ईघेरल अिछ।१४.असुरगढ िकला- िमिथलाक दोसर िकला मध ुबनी िजलाक प ूब आ उर सीमा परितलयुगा धारक कातमे महादेव मठ लग ५० एकडमे पसरल अिछ।१५.जयनगर िकला- िमिथलाक तेसर िकला अिछ भारत पाल सीमा पर ाचीन जयपुरआ वर्मान जयनगर नगर लग। दरभंगा लग पंचोभ गामसँ ा ता अिभलेख परजयपुर केर वण र्न अिछ।१६.ननगढ- बेितयासँ १२ मील पिम-उरमे ई िकला अिछ। तीन पंिक्मे १५ टाऊँ च डीह अिछ।१७.लौिरया-ननगढ- ननगढसँ उर ित अिछ, एतए अशोक ंभ आ बौ ूपअिछ।१८.देकुलीगढ- िशवहर िजलासँ तीन िकलोमीटर प ूब हाइवे केर कातमे द ू टा िकलाकअवशेष अिछ। चा िदिश खधाइ अिछ।१९.कटरागढ- मुजफ्फरपुरमे कटरा गाममे िवशाल गढ अिछ, देकुली गढ जेका ँ चाकात खधाइ ख ुनल अिछ।२०.लागढ-बेगुसरायसँ २५ िकलोमीटर उर ३५० एकडमे पसरल ई गढ अिछ।२१.जयम ंगलगढ-बेगूसरायमे बिरयारपुर थानामे काबर झीलक म एकटा ऊँ च डीहअिछ। एतए ई गढ◌़ अिछ। नाओकोठी (मझौल) गाम लग ई गढ◌़ अिछ।२१ अ.म ंगलगढ- समीपुर िजलामे द ुधपुरा बजार लग देओढ गाम लग।२२.अलौलीगढ-खगिडयासँ १५ िकलोमीटर उर अलौली गाम लग १०० एकडमे पसरल ईगढ अिछ।२३.कीचकगढ-पिण ू र्या िजलामे डेंगरघाटसँ १० िकलोमीटर उर महाना नदीक प ूबमे ईगढ अिछ।२४.बेन ूगढ-टेढगाछ थानामे कवल धारक कातमे ई गढ अिछ।२५.विरजनगढ-बहाद ुरगंजसँ छह िकलोमीटर दिक्षणमे लोनसवरी धारक कातमे ई गढअिछ।२६.गौतम तीथ र्- कमतौल ेशनसँ ६ िकलोमीटर पिम पुर गाम लग एकटागौतम कु पुिरणी अिछ।२७.हलावर्- जनकपुरसँ ३५ िकलोमीटर दिक्षण पिममे सीतामढी नगरमे हलवेरिशव मिर आ जानकी मिर अिछ। एतएसँ डेढ िकलोमीटर पर पुरीक मेसीताकु अिछ। हलावर्मे जनक ार हर चलएबा काल सीता भेटिल छलीह। रामनवमी (चै शु नवमी) आ जानकी नवमी (वैशाख शु नवमी) पर एतए मेला लगैतअिछ।275


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२८.फुलहर-मध ुबनी िजलाक हरलाखी थानामे फुलहर गाममे जनकक पुवािटका छलजतए सीता फूल लोढैत छलीह।२९.जनकपुर-ब ृहद ् िवुपुराणमे िमिथलामाहामे जनकपुर क वण र्न अिछ। सहमशताीमे संत स ूर िकशोरकेँ अयोामे सरय ू धारमे राम आ जानकीक द ू टा भमिर् ू भेटलि, जकरा ओ जानकी मिर, जनकपुरमे ािपत कए देलि। वर्मानमिरक ापना टीकमगढक महारानी ारा १९११ ई. मे भेल। नगरक चाकात यमुनी,गेखा आ द ुवती धार अिछ। राम नवमी (चै शु नवमी),जानकी नवमी (वैशाखशु नवमी) आ िववाह पंचमी (अगहन शु पंचमी) पर एतए मेला लगैत अिछ।३०.धषा- जनकपुरसँ १५ िकलोमीटर उर धषा ानमे पीपरक गाछक नीचा ँ एकटाधषाकार ख पडल अिछ। रामक तोडल ई धष अिछ। एिहसँ प ूब वाणगंगा धारबहैत अिछ जे लण ारा वाणसँ उािटत भेल छल।३१.सुा-जनकपुर लग जलेर िशवधामक समीप सुा ाममे शुकदेवजीक आमअिछ। शुकदेवजी जनकसँ िशक्षा लेबाक हेतु िमिथला आएल छलाह- एिह ठाम हुनकरठहरेबाक वा भेल छल।३२.िसंहेर- मधेपुरासँ ५ िकलोमीटरपर गौरीपुर गाम लग िसंहेर िशवधाम अिछ।३३.किपलेर-किपल मुिन ार ािपत महादेव मध ुबनीसँ ६ िकलोमीटर पिममे अिछ।३४.कुशेर- समीपुरसँ उर-प ूब, लहेिरयासरायसँ 60 िकलोमीटर दिक्षण-प ूब आसहरसासँ २५ िकलोमीटर पिम ई एकटा िस िशवान अिछ। एतए िचडै-अारसेहो अिछ जतए उर आ कारी गैबर, लालसर, िदघौछ, मैल, नकटा, गैरी, गगन,िसी, अधानी, हिरअल, चाहा, करन, रतबा िचडै सभ अनायासिह नवरसँ माच र् धिरदेखबामे आएत ।३५.िसमरदह-थलवारा ेशन लग िशविसंह ारा बसाओल िशविसंहपुर गाम लग ईिशवमिर अिछ।३६.सोमनाथ- मध ुबनी िजलाक सौराठ गाममे सभागाछी लग सोमदेव महादेव छिथ।३७.मदर- मध ुबनी िजलाक अंधरा ठाढीसँ ४ िकलोमीटर प ूब मदर िशव ानअिछ।३८.कुाम:हाजीपुरसँ बीस िकलोमीटर उर-प ूव र्मे बसाध-वैशाली आ लगमे वासोकुलग गाम गढ-टीलासँ २ िक.मी. उर-प ूव र् अिछ कुाम , जतए जैनक २४म तीथंकरर्महावीरक ज भेल छलि। एतए ब ुक छाउर, अिभषेक पुषकरणी (राजाअिभषेकसँ प ूव र् एतए नहाइत रहिथ), अशोक आ संसद-भवन (राजा िवशालकगढ) अिछ।३९.चेर- झंझारपुरमे हरडी गाम लग चेर ठाकुर ारा ािपत चेर िशवानअिछ।४०.िबदेर-मध ुबनी िजलामे लोहनारोड ेशन लग ित िशवधामक ापना महाराजमाधविसंह कएलि। तािह युगक िमिथलाक्षरक अिभलेख सेहो एतए अिछ।४१.िशलानाथ- जयनगर लग कमला धारक कातमे िशलानाथ महादेव छिथ।४२.उनाथ-मध ुबनीसँ दिक्षण पौल ेशन लग भवानीपुर गाममे उगना महादेवकिशविलंग अिछ। िवापितकेँ ास लगलि तँ उगनापी महादेव जटासँ गंगाजल276


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAिनकािल जल िपएलिख। िवापितक हठ कएला पर एिह ान पर उगना हुनका अपनअसल िशवपक दश र्न देलिख।४३.उैठ िछमिका भगवती- कमतौल ेशनसँ १६ िकलोमीटर प ूवो र्र उैठमेकािलदास भगवतीक प ूजा करैत छलाह। भगवतीक मौिलक मिर् ू मक िवहीन अिछ।४४.उतारा- मन िमक जभूिम मिहषीमे मनक गोसाउिन उतारा छिथ।४५.भकािलका- मध ुबनी िजलाक कोइलख गाममे भकािलका मिदर ं अिछ।४६.चामुा- मुजफ्फरपुर िजलामे कटरागढ लग लणा वा लखनदेइ धार लग द ुगा र्ारा च-मुक वध कएल गेल। ओिह ान पर ई मिर अिछ।४७.परसा स ूय र् मिर- झंझारपुरमे सामसँ पा ँच िकलोमीटर प ूव र् परसा गाममे साढेचािर फीटक भ स ूय र् मिर् ू भेटल अिछ।४८.िबसफी- मध ुबनी िजलाक बेनीपी थानामे कमतौल रेलवे ेशनसँ ६ िकलोमीटर प ूबआ किपलेर ानसँ ४ िकलोमीटर पिम िबसफी गाम अिछ। िवापितक ज-ान ईगाम अिछ। एतए िवापितक ारक सेहो अिछ।४९.म ंदार पव र्त-बा ंका ित लमे िमिथलाक्षरक गुव ंशीय ७म ् शताीक अिभलेख अिछ।समु म ंथनक हेतु म ंदारक योग भेल छल। िनकटमे बौ ंसीमे जैनक बारहमतीथंकर र् वासुप ू नाथक द ूटा मिर् ू अिछ, पैघ मितर् ू लाल पाथरक अिछ तँ दोसरका ँसाक जकर सोझा ँ द ूटा पदिच अिछ। जैनक बारहम तीथंकर र् वासुप ू नाथक जचानगरमे आ िनवा र्ण एतिह भेल छलि।५०.िवमिशला-भागलपुरमे ित ाचीन िविवालय। भागलपुर िजलाक अंतीचकगाममे राजा धम र्पालक बनाओल ब ु िविवालय अिछ। १०८ ााता लेल रहबाकान आ बाहरसँ पढए बला लेल सेहो ान एतए िनिम र्त अिछ५१. िमिथलाक बीस टा िस पीठ- १.िगिरजाान(फुलहर, मध ुबनी), २.द ुगा र्ान(उचैठ,मध ुबनी), ३.रहेरी (दोखर, मध ुबनी), ४.भुवरीान(भगवतीपुर, मध ुबनी),५.भकािलका(कोइलख, मध ुबनी), ६.चमुा ान(पचाही, मध ुबनी), ७.सोनामाइ(जनकपुर,पाल), ८.योगिना(जनकपुर, पाल), ९.कािलका ान (जनकपुर ान), १०.राजेरीदेवी(जनकपुर, पाल), ११.िछनमा देवी(उजान, मध ुबनी), १२.बनद ुगा(खररख, र् मध ुबनी),१३.िसधेरी देवी(सिरसव, मध ुबनी), १४.देवी-ान (अंधरा ठाढी, मध ुबनी),१५.कं काली देवी(भारत पाल सीमा आ रामबाग ेस, दरभंगा), १६.उतारा (मिहषी, सहरसा),१७.काानी देवी(बदलाघाट, सहरसा), १८.पुरन देवी(पिण ू र्या ँ), १९.काली ान (दरभंगा),२०.जैम ंगलाान(मुंगेर), ५२. जनकपुर पिरमाक १५ ल आ ओतुा मु देवता १.हमाननगर- हमानजी, २.कार- िशविलंग, ३.िगिरजा-ान- शि, ४.मिटहानी-िवु मिर, ५.जालेर- िशविलंग, ६.मनाई- माव ऋिष, ७. ुव कु- ुव मिर,८.कं चन वन- को मिर निञ मा मरम दृ, ९.पव र्त- पा ँच टा पव र्त, १०.धषा-िशवधषक टुकडी, ११.सतोखडी- सिष र्क सात टा कु, १२.हषाहा- िवमलागंगा, १३.कणा- को मिर निह मा मरम दृ, १४. िबसौल- िवािम मिर,१५.जनकपुर।“िमिथलायदय मंते िरपवो इित िमिथला नगरी” - िमिथला जतएशुकेँ मथल जाइत अिछ- पािणनीक िववरण ।277


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA५३. चैनपुर सहरसा- िमिथलाक एकमा नीलकं ठ मिर, संगमे आिदकालीन भ काली-मिर सेहो एिह गाममे अिछ। महािशवराि आ कालीप ूजा बड ध ूमधामसँ चैनपुरमेहोइत अिछ।५४.धरहरा, बनमनखी, पिण ू र्या ँमे नरिसंह अवतारक ान अिछ, एकटा खोह जेका ँ पैघपाया अिछ जािहमे जे िकछु फेकबैक तँ बडी काल धिर गों-गोँ अबाज होइतरहत। ई ान आब नरिसंह भगवानक मितर् ू आ मिरक कारणसँ बेश िवकिसत भएगेल अिछ।५५.ऊरी: दरभंगाक िबरौल खसँ १३.िकलोमीटर पिममे एकटा गढ अिछ जेलोिरकक मानल जाइत अिछ।५६.दरभंगा कैथोिलक चच: र् १८९१मे ािपत ई चच र् १८९७ केर भूकमे क्षितभए गेल। एकरा होली रोजेरी चच र् सेहो कहल जाइत अिछ।५७.सेंट फािसस ं ऑिससी चच र् मुजफ्फरपुरमे अिछ।५८.िभखा सलामी मजार: गंगासागर पोखिर दरभंगाक महारपर ई मजार अिछ।५९.दरभंगा टावर मिस्जद इाम मतावलीक एकटा भ मिस्जद आ धािम र्क लअिछ।६०. मकद ूम बाबाक मजार:लिलत नारायण िमिथला िवविवालय आ कामेर िसंह संृतिविवालय दरभंगाक बीच ित ई मजार िहू आ मुिम मतावलीक एकटा पावनान अिछ।६१.चानगर:भागलपुरक पिममे, आब नगरसँ सिट गेल अिछ। ई जैन लोकिनकएकटा पिवल अिछ, एतए महावीर तीनटा बावास कए रहिथ। द ू टा जैन मिरएतए अिछ, जे जैनक बारहम तीथंकर र् वासुप ू नाथकेँ समिप र्त अिछ।६२.बसैटी अिभलेख- पिणया ू ँमे ीनगर लग िमिथलाक्षरक ई अिभलेख िमिथलाक पिहलमिहला शासक रानी इावतीक राकालक वण र्न करैत अिछ। एकर आधार परमदर िम ’एक छलीह महारानी’ उपास सेहो िलख छिथ।बाइसी-बसैटी, अरिरया िमिथलाक्षर िशलालेख- रानी इावती (१७८४-१८०२) जे फूड-फ◌ॉर-वकर् आ अ काणकारी काय र्क ार कएलि केर िमिथलाक्षर अिभलेख एतएएकटा मिरक ऊपरमे ता-पपर कीिलत अिछ जे िन कारसँ अिछ:-बसैटी (अरिरया) िबहार, िशव मिरक िमिथलाक्षर िशलालेखक देवनागरी पारण।व ंशे सभा समा सुरगन िबिदते भू स ूरावितना र्।राजाभूतकृदेवोन ृपित समरिसंहा िमधाजातः॥यिन ् राािभषेकं फलियतु िमवतितुोमहेशः।कैलाशाद ् भूगतेोिधन सिततरा वैनाथेन नााः॥त तजः सुकृितन ृपवरौ िवनाथ राजा भूत।िवरनारायण राजाासीद ् सुत॥नरनारायण राजो नरपित कुल मौिल भूषणम ् पुनः।अिथ र्नकूमद ूव सुरगन व ंसावतंसोत्भूत॥२॥तािद वैिरकुल स ूदन रामच नाराय नरपितनयो वभूक।278


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंमोिदता दश िदशो िनज कीितर् च ोितेहािभराथ र् िनवहः सुिरवतयेण॥३।।यानवािर पिरविर्त वािर रािश सा कीितर् िवमलेु मिरिचकािभः।ोोितता दशिदशः सतज इनाराय कुलभूषण राजराजः॥४॥तेनच सुल जाता तनया मनबोध शझिणः कृितनः।पिरणीता बु यैिस्लोचननाि पुीव॥५॥या तापतरणाविदतेऽिपिचतेुिचारजिव वनमालभते िवकासमसौदय दय मकर च उेनतैव यद ् गुणगणा मध ुपि योगात्॥६॥यज्ञेवदेर्व ग िजाित िनवहः सायनादरैः।ददा र्प ूण र्ः मरथोऽथ र्परन सिितिनः सना॥७॥गर्द वैिर मदावारण चपःपेतापा ंकुरौ।व र्ाः सव र्दृशेकृतागुण चमेम र्ा भूमीत॥८॥ी ी इुमित सतीमितमती देवी महारािज्ञकाजाता मैिथल माराऽिमछकुलात् मोधोसरी जानयाः।दा कलता मधः कृतवती ी िवु सेवा परापाित परायणाच सततं गंगेर सारणी॥९॥शाकेु नवच श ैलधरणी संलिक्षत फाुमािस तरे िसताहिन िशतेप ितीयाया ं ितथौ।भूदेवैव र्र वैिदकेर्ठमयं िनभारय र् सििनिमःत सेुमित सुर िविध ाण िताधात्॥१०॥सोदरपुर सव राजाकापिजविनकृितनः।ी शुभनाय कृितिम र्दं िवज्ञेक्षं सताम ्॥११॥मैिथली आ िमिथलासँ संबिधत ं िकछु मु साइट:- आन िलंकक िवषयमेस ूचना ggaj endr a@ vi deha. com केँ ई मेलसँ पठाबी।ht t p:// wwwvi . deha. co. i n/ ("िवदेह" थम मैिथली पािक्षक ई पिका)ht t p:// www. mai t hi l i l ekhaksangh. com/ (मैिथली लेखक संघकजालल)ht t p:// wwwai . r dar bhanga. or g/ (आकाशवाणी दरभंगाक साइट)http:// mi t hi l adot combl . ogspot . com/ (मैिथली राष्ीय दैिनक)http:// mi t hi l angan. or g/ (िमिथला गनक साइट)279


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhttp:// wwwesamaad . . com/ (मैिथलीक पिहल ई-पेपर ई-समाद)http:// wwwmi . t hi l anews . com/ (मैिथली ूज पोट र्ल)http:// wwwvmymi . . n/ (िवपित मैिथल युवा म ंच)ht t p:// wwwt . i r hut al i pi . 4t . com/ (देवनागरी-ितरहुता फ◌ॉट कटर)र्http:// wwwanujhacocc. . . / (य ूनीकोड ितरहुता फ◌ॉट-िमिथला)http:// wwwjaimithilacom. . / (िमिथलाक सता, संृित, िवभूित, गीत-संगीत आबहुत रास जानकारीक लेल)ht t p:// sobhagyami thilatvcom . / (सौभा िमिथला- पिहल मैिथलीचैनल)ht t p:// kashyap-mi t hi l a. bl ogspot . com/ht t p:// dul ar uababumai t hi l i f i l mbl . ogspot . com/ht t p:// senur akl aaj mai t hi l i f i l mbl . ogspot . com/http:// wwwmithilalokcom. . /ht t p:// gr oups. googl e. comgr / oup/vi dehaht t p:// saket anands. bl ogspot . com/ (साकेतानजीक जालव ृ)ht t p:// gunj ang. bl ogspot . com/ (गुंजनजीक जालव ृ)ht t p:// dar i har e. bl ogspot . com/ (ाम दिरहरेक जालव ृ)ht t p:// deoshankar navi n. bl ogspot . com/ (देवश ंकर नवीनक जालव ृ)ht t p:// wwwudayanar . ayana. com/ (निचकेताक साइट)ht t p:// wwwi . ndi anembassy. or g. np/ (भारतीय द ूतावास पाल)http:// wwwpurvottarmai . t hi l . com/ (िमिथला सा ंृितक समय सिमितक ैमािसकपिका)ht t p:// gr oups. yahoo. comgr / oup/ VI DEHA /280


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhttphttpht t pmai t hi l i academy org:// . /mai t hi l i sour cef or ge net:// . . /ansi ss or g:// . /http:// fedor apr oj ect or g. /ht t ps:// f edor ahost ed. or g/ f uel / wi ki / f uel -mai t hi l iht t pht t pl 10n gnome org teamsmai:// . . / /t r ansl at e f edor apr oj ect or g l anguages mai:// . . / /ht t p:// wwwbi . har l okmanch. or g/ (िमिथला-मैिथली पोथी ऑनलाइनकीन ू)ht t p:// wwwbi . har l okmanch. or g/ mi t hi l a_ pr oduct s_ onl i ne.php( Buy Mithila-Mai t hi l i books onl i ne)http:// wwwantika . -pr akashan. com/ (अंितका काशनक साइट-मैिथली काशक)http:// wwwshruti . -publicationcom . (ुित काशनक साइट-मैिथली काशक)ht t pht t phttphttpwwwgor khapat r a or g np:// . . . /wwwsaj ha or g np:// . . . /wwwkantipuronlinecom:// . . /mi t hi l ahyd or g:// . /http:// wwwjyoticonsultant . . com/ (मैिथलक करी डाट काम)httpht t pht t phttpwwwmithilamant han com:// . . /wwwbr andbi har com:// . . /wwwbi har br ai ns or g:// . . /wwwkfm961 com:// . . / (हेो िमिथला काय र्म ेक शिनकेँ पाली समयासार राित९.३० बजेसँ ११ बजेधिर आ राजनीितक िवषयवुपर केित चौबिटया काय र्म ेक सोमकेँ281


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAराित १० सँ ११ बजेधिर सारण)http:// wwwjumpt . v. comen / / channel / nepal 1/ (पाल1 टी.वी.-ज टी.वी. मैिथली काय र्मस ूचना)ht t p:// j anaki f mor . g. np/ (जानकी एफ.एम., मैिथली समाचार रेिडयो)http:// wwwradiomithilaorg. . / (मैिथली रेिडयो)ht t phttpwwwj anakpur t oday comnp:// . . . /इोमे र्शन)mjnkcocc:// . . / (ई जनकपुर ूज◌़, तराई म◌ॉडल, िमिथलाht t p wwwT<strong>er</strong> ai Nepal co ccजनकपुर मधेश हालचाल Anyt i me Anyw<strong>he</strong>r e see)httphttp:// . . . / (तराई पाल िमिथलाmadanpur askar or g:// . /wwwmad<strong>he</strong>shuk or g:// . . / (एसोिशएशन ऑफ पाली मधेसीज इन य.के.)ूhttp:// wwwmithilaart . . com/ (ीमित भा झाक साइट)httpht t phttpht t pht t phttpht t phttphttpht t phttpwwwmithilavihar com:// . . /wwwsugat i sopan com:// . . /wwwmai t hi l samaj com:// . . /wwwj anakpur ci t y com:// . . /wwwj anakpur comnp:// . . . /homeatt net ~mai t hi:// . . / ls/shyampr akashj ha com:// . /ramanat hj ha com:// . /wwwramaj ha com:// . . /sudhakar co i n maithili:// . . /wwwmai t hi l s net:// . . /282


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAht t pht t pht t pht t pwwwget pr edi ct i ononl i ne com:// . . /wwwbi har t i mes com:// . . /wwwbi har ws:// . . /wwwpat nadai l y com:// . . /http:// chitthajagat. in/ (देवनागरी िलिपक ब्ल◌ॉगक एीगेटर)http://gaj endr at hakur . bl ogspot . com/2004/07/bhal sar i k-gachh. ht ml (इ ंटरटपर मैिथली भाषाक थम उपिित/ मैिथलीक पिहल ब्ल◌ॉग- मैिथलीभाषा ब्ल◌ॉगक एीगेटर)http:// mai t hi l aur mi thilablogspot . . com/ (मैिथलक आ िमिथलाकलोकिय ब्ल◌ॉग)ht t p:// par aat i . bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)ht t p:// si ngar haar . bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// <strong>he</strong>llomithilaablogspot . . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// anchi nhar akhar kol kat a. bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकियगजलक ब्ल◌ॉग)ht t p:// vaachi k. wor dpr ess. com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// mi t hi l ai nf o. bl ogspot . com (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// mi t hl asamachaar . bl ogspot . com (मैिथलीक लोकियब्ल◌ॉग)ht t p:// j anakpur news . bl ogspot . com/ (िमिथला आ मैिथलीक समाचारकसाइट)http:// wwwmai . t hi l i news . bl ogspot . com/ (िमिथला आ मैिथलीक283


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसमाचारक साइट)ht t p:// pi l akhwar . bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)ht t p:// desi l bayna. bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// maithilynjhablogspot . . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// mai t hi l i -dar pan.bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकियब्ल◌ॉग)ht t p:// gaam-ghar . bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)http:// mithila-mi hi r . bl ogspot . com/ (मैिथलीक लोकिय ब्ल◌ॉग)ht t pwwwvi deha com:// . . / (इ ंटरटपर मैिथली भाषाक थम उपिित/ लोकियब्ल◌ॉग- मैिथली भाषा ब्ल◌ॉगक एीगेटर)http:// <strong>he</strong>llomi t hi l a. bl ogspot . com/ (हेलो िमिथला- मैिथलीकलोकिय ब्ल◌ॉग)ht t p:// pr akar ant ar . bl ogspot . com/ (कारा ंतर मैिथलीक लोकियब्ल◌ॉग)http:// mai l or ang. bl ogspot . com/ (मैलोर ंग ना संाक ब्ल◌ॉग)http:// mithilatol. blogspot. com(िमिथलाटोल मैिथलीक लोकियब्ल◌ॉग)http:// mai t hi l i song. bl ogspot . com/ (िमिथला आ मैिथलीक समाचारकब्ल◌ॉग)ht t p:// r kj t eot h. bl ogspot . com/ (पेश कुमार झा "ोंथ"क ब्ल◌ॉग)http mithila samachar t r i pod commi thilasamacharआ मैिथलीक समाचारक साइट):// _ . . / / (िमिथला284


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhttphttphttptdil mi t gov i n Coi l Net I GNCA mi thilahtm:// . . . / / / .wwwmithilaartscom:// . . /wwwmi t hi l apai nt i ng or g:// . . /http:// wwwmai . t hi l i . net / (िमिथला-मैिथल-मैिथलीक लोकियसाइट)http:// wwwmi . t hi l aonl i ne. com/ (िमिथला-मैिथल-मैिथलीक लोकियसाइट)ht t p wwwonl i nemi thilसाइट)ht t pht t pht t phttphttp:// . ainwwwnnl gov np:// . . . /wwwnepal academy orgnp:// . . . /wwwkar nagosht hi or:// . . g/surmast i com:// . /wwwmaithiliworldcom:// . . /. / (िमिथला-मैिथल-मैिथलीक लोकियhttp:// wwwmithila. -museumcomabout . / MMEi / ndex.ht mlht t p:// wwwt . r i bhuvan-uni v<strong>er</strong> si t y edu nphttpwwwciillibraryorg:// . . /. . /ht t p:// wwwswast . i f oundat i on. com/ (ि फाउडेशनक साइट)httpwwwopmcmgov np:// . . . /http:// wwwmoe . . gov. np/ (पाल सरकारक साइट)httplnmubihnicin:// . . . /ht t p:// gov. bi h. ni c. i n/ (िबहार सरकारक साइट)ht t pwwwi ndi a gov i n:// . . . /285


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhttprajbhashanicin:// . . /ht t p:// wwwhi . ndi ni deshal aya ni c i nhttphttpt<strong>he</strong>mi t hi l a t r i pod com:// . . /wwwmi t hi l aconnect com:// . . /. . /ht t p:// wwwesabha . . net / (मैिथल िववाहक साइट)http:// wwwmai . t hi l vi vah. com/ (मैिथल िववाहक साइट)ht t p:// wwwkanyadan . . net / (मैिथल िववाहक साइट)ht t p:// wwwkal . yani f oundat i on or ghttpht t pwwwmadhubani com:// . . /wwwj anakpur or g:// . . /. /ht t p:// wwwdar . bhanga-f r i ends. com/ht t pht t pwwwhi ndi sanst han or g:// . . /wwwbi har associ at i on net:// . . /ht t p:// wwwnat . i onal l i br ar y. gov. i n/ (शनल लाइरी कोलकाता)http:// dpl. govin . / (िदी पिब्लक लाइरी)ht t p:// wwwconnemar . apubl i cl i br ar yc<strong>he</strong>nnai . com/ (कोमारापिब्लक लाइरी)http:// rrrlf. nicin . / (राजा राम मोहन राय लाइरी फाउं डेशन)http:// wwwsahitya. -akademi . gov. i n/(सािह अकादमीक साइट)ht t p:// wwwnbt . i ndi a. or g. i n/ (शनल ब ुक क साइट)ht t pwwwcsuchi co edu ant h mi thila:// . . / / /http webmac comnadj agr i mmi Web JWDC Mithila 20Art 20htm:// . . / / / / % % .l286


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAht t phttpwwwsout hasi ani st i nf o i ndi a mi thilaindexhtml:// . . / / / .wwwmithilalivecom:// . . /http:// wwwet . hnol ogue. comshow / _ l anguage. asp? code=maiht t p:// l i ngui st l i st . or g/ f or ms / l angs/ LLDescr i pt i on. cf m? code=maihttp:// wwwl . anguageshome. comEnglish/ -Mai t hi l i . ht mht t pht t pwwwr oset t apr oj ect or g ar chi ve mai:// . . / /wwwnepal gov gov np:// . . . /http:// mai t hi l i -mp3-songs. f ol kmusicindiacom . /http:// wwwciil . . org/ (भारतीय भाषा संानक साइट)ht t p:// j nanpi t h. net / (भारतीय ज्ञानपीठक साइट)ht t p:// wwwgoakonkani . akademi . org/akademi / ai mshtm . (गोवाको ंकणी अकादमीक साइट)httphttpht t pwwwmusei ndi a com:// . . /wwwvarnamal a or g:// . . /i ndi a poet r yi nt <strong>er</strong> nat i onal web or g:// . . /http:// madhubani -ar t . bl ogspot . com/ ( Maithili Lit<strong>er</strong>ature inEnglish)ht t p:// wwwf . or t uneci t y. comvi / ct or i an/ char coal / 49/ht t pwwwt ar ai news comnp:// . . . /http:// met a. wi k i medi a. or g/ wi ki / Request s_ f or _ new_ l anguages/Wiki pedi a_Mai t hi l iht t p:// t r ansl at ewi ki . net / wi ki / Speci al : Tr ansl at e? t ask=unt r ansl at ed& gr oup= cor e-most used& l i mi t = 2000& l anguage=maihttpincubator wikimedi a or g wi ki Wp mai:// . . / / /287


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAhttp:// translatewiki . net/ wiki / Medi aWiki: Mai npage/maiअंितम चा साइट िवकी मैिथली ोजेक अिछ। एिह िलंक सभ पर जा कयोजेकेँ आगा ँ बढाऊ।महत्प ूण र् स ूचना:(१) 'िवदेह' ारा धारावािहक पे ई-कािशत कएल गेल गजे ठाकुरक िनब-ब-समीक्षा, उपास (सहबाढिन) , प-संह (सहाीक चौपडपर), कथा-ग (ग-गु),नाटक(संकष र्ण), महाका (ाह आ असाित मन) आ बाल-िकशोर सािह िवदेहमे संप ूण र् ई-काशनक बाद िंट फ◌ॉम र्मे। कुम ्–अम र्नक ख-१ सँ ७ Combi ned I SBN No . 978-81-907729-7-6 िववरण एिह प ृपर नीचा ँमे आ काशकक साइट http:// wwwshruti . -publ i cat i on. com/ पर ।महत्प ूण र् स ूचना (२):स ूचना: िवदेहक मैिथली-अंजी आ अंजी मैिथली कोष (इ ंटरटपर पिहल बेरसच र्-िडनरी) एम.एस. एस.ू.एल. सव र्र आधािरत -Based on ms-sql s<strong>er</strong> v<strong>er</strong> Maithili-Engl i sh and Engl i sh-Mai t hi l i Di ct i onar y. िवदेहक भाषापाक- रचनालेखन ंभमे।कुम ् अम र्नक- गजे ठाकुरगजे ठाकुरक िनब-ब-समीक्षा, उपास (सहबाढिन) , प-संह (सहाीक चौपडपर), कथा-ग (ग गु), नाटक(संकष र्ण), महाका (ाह आ असाित मन) आ बालम ंडली-िकशोरजगतिवदेहमे संप ूण र् ई-काशनक बाद िंट फ◌ॉम र्मे। कुम ्–अम र्नक, ख-१ सँ ७I st edi t i on 2009 of Gaj endr a Thakur ’s KuruKs<strong>he</strong>tram-Antarmanak (Vol. I toVII)- essay-pap<strong>er</strong>-criticism, novel, poems, story, play, epics and Children-gr<strong>own</strong>-ups lit<strong>er</strong>aturein single bindi ng:<strong>Language</strong>:Maithili६९२ प ृ : म ू भा. . 100/-( f or i ndi vi dual buy<strong>er</strong> s i nsi de i ndi a)( add cour i <strong>er</strong> char ges Rs . 50/-p<strong>er</strong> copy f or Del hi / NCR and Rs . 100/- p<strong>er</strong>copy f or out si de Del hi )For Li br ar i es and ov<strong>er</strong> seas buy<strong>er</strong> s $ 40 US ( i ncl udi ng post age)T<strong>he</strong> book i s AVAI LABLE FOR PDF DOWNLOAD ATht t ps:// si t es. googl e. coma / / vi deha. comvi / deha/ht t p:// vi deha123. wor dpr ess. com/Det ai l s f or pur chase avai l abl e at pr i nt -v<strong>er</strong> si on publ i s<strong>he</strong>r s's si t e288


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAwebsi t e: http:// wwwshruti . -publ i cat i on. com/or you may wr i t e t oe-mai l : shr ut i . publ i cat i on@shr ut i -publ i cat i on.comिवदेह: सदेह : १: २: ३: ४ ितरहुता : देवनागरी "िवदेह" क, िंट संरण :िवदेह-ई-पिका (http:// wwwvidehacoin. . . /) क चुनल रचना सििलत।िवदेह:सदेह:१: २: ३: ४सादक: गजे ठाकुर।Det ai l s f or pur chase avai l abl e at pr i nt -v<strong>er</strong> si on publ i s<strong>he</strong>r s'ssi t e http:// wwwshruti . -publicationcom . or you may wr i t e t oshr ut i . publ i cat i on@ shr ut i -publ i cat i on.com२. संदेश-[ िवदेह ई-पिका, िवदेह:सदेह िमिथलाक्षर आ देवनागरी आ गजे ठाकुरक सात खक- िनब-ब-समीक्षा, उपास (सहबाढिन) , प-संह (सहाीक चौपडपर), कथा-ग (ग गु), नाटक(संकष र्ण), महाका (ाह आ असाित मन) आ बाल-म ंडली-िकशोर जगत- संह कुम ्अंतम र्नक मादेँ। ]१.ी गोिव झा- िवदेहकेँ तर ंगजालपर उतािर िवभिरमे माभाषामैिथलीक लहिर जगाओल, खेद जे अपक एिह महािभयानमे हम एखन धिर289


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसंग निह दए सकलहु ँ। सुत छी अपकेँ सुझाओ आ रचनाक आलोचनािय लगैत अिछ तेँ िकछु िलखक मोन भेल। हमर सहायता आ सहयोगअपकेँ सदा उपल रहत।२.ी रमान रे- मैिथलीमे ई-पिका पािक्षक पेँ चला कऽ जेअपन माभाषाक चार कऽ रहल छी, से धवाद । आगा ँ अपक सममैिथलीक काय र्क हेतु हम दयसँ शुभकामना दऽ रहल छी।३.ी िवानाथ झा "िविदत"- संचार आ ौोिगकीक एिह ितधीर् ोबलयुगमे अपन मिहमामय "िवदेह"केँ अपना देहमे कट देिख जतबासता आ संतोष भेल, तकरा को उपल "मीटर"सँ निह नापल जासकैछ? ..एकर ऐितहािसक म ूा ंकन आ सा ंृितक ितफलन एिह शताीकअंत धिर लोकक नजिरमे आय र्जनक पसँ कट हैत।४. ो. उदय नारायण िसंह "निचकेता"- जे काज अहा ँ कए रहल छी तकरचरचा एक िदन मैिथली भाषाक इितहासमे होएत। आन भए रहलअिछ, ई जािन कए जे एतेक गोट मैिथल "िवदेह" ई जन र्लकेँ पिढ रहलछिथ।...िवदेहक चालीसम अंक पुरबाक लेल अिभनन।५. डा. गंगेश गुंजन- एिह िवदेह-कम र्मे लािग रहल अहा ँक सेदनशीलमन, मैिथलीक ित समिप र्त मेहनितक अम ृत र ंग, इितहास मे एक टािविश फराक अाय आर ंभ करत, हमरा िवास अिछ। अशेष शुभकामनाआ बधाइक स, सेह...अहा ँक पोथी कुम ् अंतम र्नक थम दृयाबहुत भ तथा उपयोगी ब ुझाइछ। मैिथलीमे तँ अपना पक ायःई पिहले एहन भ अवतारक पोथी िथक। हष र्प ूण र् हमर हािद र्क बधाईीकार करी।६. ी रामाय झा "रामर ंग"(आब गीर्य)- "अपना" िमिथलासँ संब िधत...िवषय ंवुसँ अवगत भेलहु ँ।...शेष सभ कुशल अिछ।७. ी जे िपाठी- सािह अकादमी- इ ंटरट पर थम मैिथलीपािक्षक पिका "िवदेह" केर लेल बधाई आ शुभकामना ीकार क।८. ी फुकुमार िसंह "मौन"- थम मैिथली पािक्षक पिका "िवदेह" क290


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAकाशनक समाचार जािन कक चिकत मुदा बेसी आािदत भेलहु ँ।कालचकेँ पकिड जािह द ूरदृ िक पिरचय देलहु ँ , ओिह लेल हमरम ंगलकामना।९.डा. िशवसाद यादव- ई जािन अपार हष र् भए रहल अिछ, जे नवस ूचना-ािक मे मैिथली पकािरताकेँ वेश िदअएबाक साहिसककदम उठाओल अिछ। पकािरतामे एिह कारक नव योगक हम ागतकरैत छी, संगिह "िवदेह"क सफलताक शुभकामना।१०. ी आाचरण झा- को प-पिकाक काशन- ताहूमे मैिथलीपिकाक काशनमे के कतेक सहयोग करताह- ई तऽ भिव कहत।ई हमर ८८ वष र्मे ७५ वष र्क अभव रहल। एतेक पैघ महान यज्ञमेहमर ाप ूण र् आहुित ा होयत- यावत ठीक-ठाक छी/ रहब।११. ी िवजय ठाकुर- िमिशगन िविवालय- "िवदेह" पिकाक अंकदेखलहु ँ , सूण र् टीम बधाईक पा अिछ। पिकाक म ंगल भिव हेतु हमरशुभकामना ीकार कएल जाओ।१२. ी सुभाषच यादव- ई-पिका "िवदेह" क बारेमे जािन सताभेल। ’िवदेह’ िनरर पिवत-पुित हो आ चतुिद र्क अपन सुगंधपसारय से कामना अिछ।१३. ी मैिथलीपु दीप- ई-पिका "िवदेह" केर सफलताक भगवतीसँकामना। हमर प ूण र् सहयोग रहत।१४. डा. ी भीमनाथ झा- "िवदेह" इटरट पर अिछ तेँ "िवदेह" नामउिचत आर कतेक पेँ एकर िववरण भए सकैत अिछ। आइ-कािमोनमे उेग रहैत अिछ, मुदा शी प ूण र् सहयोग देब।कुम ्अम र्नक देिख अित सता भेल। मैिथलीक लेल ई घटना छी।१५. ी रामभरोस कापिड "मर"- जनकपुरधाम- "िवदेह" ऑनलाइनदेिख रहल छी। मैिथलीकेँ अराष्ीय र् जगतमे पहु ँचेलहु ँ तकरा लेलहािद र्क बधाई। िमिथला र सभक संकलन अप ूव र्। पालोक सहयोगभेटत, से िवास करी।291


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA१६. ी राजनन लालदास- "िवदेह" ई-पिकाक मामसँ बड नीक काजकए रहल छी, नाितक अिहठाम देखलहु ँ। एकर वािष र्क अ ंक जखन िंटिनकालब तँ हमरा पठायब। कलकामे बहुत गोटेकेँ हम साइटक पतािलखाए दे िछयि। मोन तँ होइत अिछ जे िदी आिब कए आशीवा र्ददैतहु ँ , मुदा उमर आब बेशी भए गेल। शुभकामना देश-िवदेशकमैिथलकेँ जोडबाक लेल।.. उृ काशन कुम ् अंतम र्नक लेलबधाइ। अुत काज कएल अिछ, नीक ुित अिछ सात खमे। मुदाअहा ँक सेवा आ से िनःाथ र् तखन ब ूझल जाइत जँ अहा ँ ारा कािशतपोथी सभपर दाम िलखल निह रिहतैक। ओिहना सभकेँ िवलिह देलजइतैक। (ीकरण- ीमान, ् अहा ँक स ूचनाथ र् िवदेह ारा ई-कािशतकएल सभटा सामी आका र्इवमेht t ps:// si t es. googl e. coma / / vi deha. comvi / deha-pot hi / पर िबना म ूकडाउनलोड लेल उपल छै आ भिवमे सेहो रहतैक। एिह आका र्इवकेँजे िकयो काशक अमित लऽ कऽ िंट पमे कािशत कए छिथ आतकर ओ दाम रख छिथ तािहपर हमर को िनय ंण निह अिछ।-गजे ठाकुर)... अहा ँक ित अशेष शुभकामनाक संग।१७. डा. मश ंकर िसंह- अहा ँ मैिथलीमे इ ंटरटपर पिहल पिका"िवदेह" कािशत कए अपन अुत माभाषारागक पिरचय देल अिछ,अहा ँक िनःाथ र् माभाषारागसँ िरत छी, एकर िनिम जे हमर सेवाकयोजन हो, तँ सिचत ू करी। इ ंटरटपर आोपा ंत पिका देखल, मनफुित भऽ गेल।१८.ीमती शेफािलका वमा र्- िवदेह ई-पिका देिख मोन उाससँ भिरगेल। िवज्ञान कतेक गित कऽ रहल अिछ...अहा ँ सभ अन आकाशकेँभेिद िदयौ, सम िवारक रहकेँ तार-तार कऽ िदयौक...। अपकअुत पुक कुम ् अंतम र्नक िवषयवुक दृ िसँ गागरमे सागरअिछ। बधाई।१९.ी हेतुकर झा, पटना-जािह समप र्ण भावसँ अप िमिथला-मैिथलीकसेवामे तर छी से ु अिछ। देशक राजधानीसँ भय रहल मैिथलीकश ंखनाद िमिथलाक गाम-गाममे मैिथली चेतनाक िवकास अव करत।292


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA२०. ी योगान झा, किबलपुर, लहेिरयासराय- कुम ् अंतम र्नकपोथीकेँ िनकटसँ देखबाक अवसर भेटल अिछ आ मैिथली जगतक एकटाउट ओ समसामियक दृ िस हाक्षरक कलमब पिरचयसँ आािदतछी। "िवदेह"क देवनागरी सँरण पटनामे . 80/- मे उपल भऽसकल जे िविभ लेखक लोकिनक छायािच, पिरचय पक ओ रचनावलीकसक काशनसँ ऐितहािसक कहल जा सकैछ।२१. ी िकशोरीका िम- कोलकाता- जय मैिथली, िवदेहमे बहुत रासकिवता, कथा, िरपोट र् आिदक सिच संह देिख आ आर अिधक सतािमिथलाक्षर देिख- बधाई ीकार कएल जाओ।२२.ी जीवका- िवदेहक मुित अंक पढल- अुत मेहनित। चाबस-चाबस। िकछु समालोचना मरखाह..मुदा स।२३. ी भालच झा- अपक कुम ् अंतम र्नक देिख ब ुझाएल जेनाहम अप छपलहु ँ अिछ। एकर िवशालकाय आकृित अपक सव र्समावेशताकपिरचायक अिछ। अपक रचना सामर्मे उरोर वि ृ हो, एिहशुभकामनाक संग हािद र्क बधाई।२४.ीमती डा नीता झा- अहा ँक कुम ् अंतम र्नक पढलहु ँ।ोितरीर शावली, कृिष मत् शावली आ सीत बस आ सभ कथा,किवता, उपास, बाल-िकशोर सािह सभ उम छल। मैिथलीक उरोरिवकासक ल दृ िगोचर होइत अिछ।२५.ी मायान िम- कुम ् अंतम र्नक मे हमर उपास स्ीधनकजे िवरोध कएल गेल अिछ तकर हम िवरोध करैत छी।... कुम ्अंतम र्नक पोथीक लेल शुभकामना।(ीमान ् समालोचनाकेँ िवरोधक पमेनिह लेल जाए।-गजे ठाकुर)२६.ी महे हजारी- सादक ीिमिथला- कुम ् अंतम र्नक पिढमोन हिष र्त भऽ गेल..एखन प ूरा पढयमे बहुत समय लागत, मुदा जतेकपढलहु ँ से आािदत कएलक।२७.ी केदारनाथ चौधरी- कुम ् अंतम र्नक अुत लागल, मैिथली293


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसािह लेल ई पोथी एकटा ितमान बनत।२८.ी सान पाठक- िवदेहक हम िनयिमत पाठक छी। ओकर पकश ंसक छलहु ँ। एर अहा ँक िलखल - कुम ् अंतम र्नक देखलहु ँ।मोन आािदत भऽ उठल। को रचना तरा-उपरी।२९.ीमती रमा झा-सादक िमिथला दप र्ण। कुम ् अंतम र्नक िंटफ◌ॉम र् पिढ आ एकर गुणवा देिख मोन स भऽ गेल, अुत शएकरा लेल यु कऽ रहल छी। िवदेहक उरोर गितकशुभकामना।३०.ी नरे झा, पटना- िवदेह िनयिमत देखैत रहैत छी। मैिथली लेलअुत काज कऽ रहल छी।३१.ी रामलोचन ठाकुर- कोलकाता- िमिथलाक्षर िवदेह देिख मोनसतासँ भिर उठल, अंकक िवशाल पिरदृ आकारी अिछ।३२.ी तारान िवयोगी- िवदेह आ कुम ् अंतम र्नक देिख चकिबदोरलािग गेल। आय र्। शुभकामना आ बधाई।३३.ीमती मलता िम “म”- कुम ् अंतम र्नक पढलहु ँ। सभ रचनाउकोिटक लागल। बधाई।३४.ी कीितर्नारायण िम- बेग ूसराय- कुम ् अंतम र्नक ब नीक लागल,आगा ंक सभ काज लेल बधाई।३५.ी महाकाश-सहरसा- कुम ् अंतम र्नक नीक लागल, िवशालकायसंगिह उमकोिटक।३६.ी अिपु- िमिथलाक्षर आ देवाक्षर िवदेह पढल..ई थम तँ अिछएकरा श ंसामे मुदा हम एकरा द ुाहिसक कहब। िमिथला िचकलाककेँ मुदा अिगला अंकमे आर िवृत बनाऊ।३७.ी म ंजर सुलेमान-दरभंगा- िवदेहक जतेक श ंसा कएल जाए कमहोएत। सभ चीज उम।294


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA३८.ीमती ोफेसर वीणा ठाकुर- कुम ् अंतम र्नक उम, पठनीय,िवचारनीय। जे ो देखैत छिथ पोथी ा करबाक उपाय पुछैतछिथ। शुभकामना।३९.ी छान िसंह झा- कुम ् अंतम र्नक पढलहु ँ , ब नीक सभतरहेँ।४०.ी ताराका झा- सादक मैिथली दैिनक िमिथला समाद- िवदेह तँकटेट ोवाइडरक काज कऽ रहल अिछ। कुम ् अंतम र्नक अुतलागल।४१.डा रवी कुमार चौधरी- कुम ् अंतम र्नक बहुत नीक, बहुतमेहनितक पिरणाम। बधाई।४२.ी अमरनाथ- कुम ् अंतम र्नक आ िवदेह द ुन ू रणीय घटना अिछ,मैिथली सािह म।४३.ी पंचानन िम- िवदेहक वैिव आ िनररता भािवत करैत अिछ,शुभकामना।४४.ी केदार कानन- कुम ् अम र्नक लेल अक धवाद, शुभकामनाआ बधाइ ीकार करी। आ निचकेताक भूिमका पढलहु ँ। शुमे तँ लागलजेना को उपास अहा ँ ारा सिजत ृ भेल अिछ मुदा पोथी उनटौलापर ज्ञात भेल जे एिहमे तँ सभ िवधा समािहत अिछ।४५.ी धनाकर ठाकुर- अहा ँ नीक काज कऽ रहल छी। फोटो गैलरीमेिच एिह शताीक जितिथक असार रहैत तऽ नीक।४६.ी आशीष झा- अहा ँक पुकक संब ंधमे एतबा िलखबा सँ अपना कएनिह रोिक सकलहु ँ जे ई िकताब मा िकताब निह थीक, ई एकटा उीदछी जे मैिथली अहा ँ सन पुक सेवा सँ िनर ंतर सम ृ होइत िचरजीवनकए ा करत।४७.ी शु कुमार िसंह- िवदेहक तरता आ ियाशीलता देिख आािदत295


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAभऽ रहल छी। िनितपेण कहल जा सकैछ जे समकालीन मैिथलीपिकाक इितहासमे िवदेहक नाम णा र्क्षरमे िलखल जाएत। ओिहकुक घटना सभ तँ अठारहे िदनमे खतम भऽ गेल रहए मुदाअहा ँक कुम ् तँ अशेष अिछ।४८.डा. अजीत िम- अपक यासक कतबो श ंसा कएल जाए कमेहोएतैक। मैिथली सािहमे अहा ँ ारा कएल गेल काज युग-युगार धिरप ूजनीय रहत।४९.ी बीरे मिक- अहा ँक कुम ् अम र्नक आ िवदेह:सदेह पिढअित सता भेल। अहा ँक ा ठीक रहए आ उाह बनल रहए सेकामना।५०.ी कुमार राधारमण- अहा ँक िदशा-िनदेर्शमे िवदेह पिहल मैिथली ई-जन र्ल देिख अित सता भेल। हमर शुभकामना।५१.ी फूलच झा वीण-िवदेह:सदेह पढ रही मुदा कुम ्अम र्नक देिख बढाई देबा लेल बा भऽ गेलहु ँ। आब िवास भऽ गेलजे मैिथली निह मरत। अशेष शुभकामना।५२.ी िवभूित आन- िवदेह:सदेह देिख, ओकर िवार देिख अितसता भेल।५३.ी मार मज-कुम ् अम र्नक एकर भता देिख अितसता भेल, एतेक िवशाल मैिथलीमे आइ धिर निह देख रही।एिहना भिवमे काज करैत रही, शुभकामना।५४.ी िवान झा- आइ.आइ.एम.कोलकाता- कुम ् अम र्नकिवार, छपाईक संग गुणवा देिख अित सता भेल।५५.ी अरिव ठाकुर-कुम ् अम र्नक मैिथली सािहमे कएल गेलएिह तरहक पिहल योग अिछ, शुभकामना।५६.ी कुमार पवन-कुम ् अम र्नक पिढ रहल छी। िकछु लघ ुकथापढल अिछ, बहुत मािम र्क छल।296


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA५७. ी दीप िबहारी-कुम ् अम र्नक देखल, बधाई।५८.डा मिणका ठाकुर-कैिलफोिन र्या- अपन िवलक्षण िनयिमत सेवासँ हमरालोकिनक दयमे िवदेह सदेह भऽ गेल अिछ।५९.ी धीरे मिष र्- अहा ँक सम यास सराहनीय। द ुख होइत अिछजखन अहा ँक यासमे अपेिक्षत सहयोग निह कऽ पबैत छी।६०.ी देवश ंकर नवीन- िवदेहक िनररता आ िवशाल प- िवशालपाठक व, एकरा ऐितहािसक बनबैत अिछ।६१.ी मोहन भाराज- अहा ँक सम काय र् देखल, बहुत नीक। एखनिकछु परेशानीमे छी, मुदा शी सहयोग देब।६२.ी फजलुर रहमान हाशमी-कुम ् अम र्नक मे एतेक मेहनतकलेल अहा ँ साध ुवादक अिधकारी छी।६३.ी लण झा "सागर"- मैिथलीमे चमािरक पेँ अहा ँक वेशआादकारी अिछ।..अहा ँकेँ एखन आर..द ूर..बहुत द ूरधिर जेबाक अिछ। आ स रही।६४.ी जगदीश साद म ंडल-कुम ् अम र्नक पढलहु ँ । कथा सभआ उपास सहबाढिन प ूण र्पेँ पिढ गेल छी। गाम-घरक भौगोिलकिववरणक जे स ू वण र्न सहबाढिनमे अिछ, से चिकत कएलक, एिह संहककथा-उपास मैिथली लेखनमे िविवधता अनलक अिछ। समालोचना शास्मेअहा ँक दृ ि वैयिक निह वरन ् सामािजक आ काणकारी अिछ, सेश ंसनीय।६५.ी अशोक झा-अक्ष िमिथला िवकास पिरषद- कुम ् अम र्नकलेल बधाई आ आगा ँ लेल शुभकामना।६६.ी ठाकुर साद मुमुर्- अुत यास। धवादक संग ाथ र्ना जेअपन मािट-पािनकेँ ानमे रािख अंकक समायोजन कएल जाए। नव अंकधिर यास सराहनीय। िवदेहकेँ बहुत-बहुत धवाद जे एहेन सुर-297


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAसुर सचार (आलेख) लगा रहल छिथ। सभटा हणीय- पठनीय।६७.ब ु िनाथ िम- िय गजे जी,अहा ँक सादन मे कािशत ‘िवदेह’आ‘कुम ् अंतम र्नक’ िवलक्षण पिका आ िवलक्षण पोथी! की निह अिछअहा ँक सादनमे? एिह य सँ मैिथली क िवकास होयत,िनंदेह।६८.ी ब ृखेश च लाल- गजेजी, अपक पुक कुम ् अंतम र्नकपिढ मोन गदगद भय गेल , दयसँ अगृिहत छी । हािद र्क शुभकामना।६९.ी परमेर कापिड - ी गजे जी । कुम ् अंतम र्नक पिढगदगद आ हाल भेलहु ँ।७०.ी रवीनाथ ठाकुर- िवदेह पढैत रहैत छी। धीरे मिष र्कमैिथली गजलपर आलेख पढलहु ँ। मैिथली गजल कऽ सँ कऽ चिलगेलैक आ ओ अपन आलेखमे मा अपन जानल-पिहचानल लोकक चच र्कए छिथ। जेना मैिथलीमे मठक पररा रहल अिछ। (ीकरण-ीमान, ् मिष र् जी ओिह आलेखमे ई िलख छिथ जे िकनको नामजे छुिट गेल छि तँ से मा आलेखक लेखकक जानकारी निह रहबाकारे, एिहमे आन को कारण निह देखल जाय। अहा ँसँ एिह िवषयपरिवृत आलेख सादर आमित ं अिछ।-सादक)७१.ी म ंर झा- िवदेह पढल आ संगिह अहा ँक मैगनम ओपसकुम ् अंतम र्नक सेहो, अित उम। मैिथलीक लेल कएल जा रहलअहा ँक सम काय र् अतुलनीय अिछ।७२. ी हरेकृ झा- कुम ् अंतम र्नक मैिथलीमे अपन तरहकएकमा अिछ, एिहमे लेखकक सम दृ ि आ रचना कौशल देखबामेआएल जे लेखकक फील्डवकर्सँ ज ुडल रहबाक कारणसँ अिछ।७३.ी सुका सोम- कुम ् अंतम र्नक मे समाजक इितहास आवतर्मानसँ अहा ँक ज ुडाव ब नीक लागल, अहा ँ एिह मे आर आगा ँ काजकरब से आशा अिछ।298


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHA७४.ोफेसर मदन िम- कुम ् अंतम र्नक सन िकताब मैिथलीमे पिहलेअिछ आ एतेक िवशाल संहपर शोध कएल जा सकैत अिछ। भिवकलेल शुभकामना।७५.ोफेसर कमला चौधरी- मैिथलीमे कुम ् अंतम र्नक सन पोथीआबए जे गुण आ प द ुन ूमे िनन होअए, से बहुत िदनसँ आका ंक्षा छल,ओ आब जा कऽ प ूण र् भेल। पोथी एक हाथसँ दोसर हाथ घिम ु रहल अिछ,एिहना आगा ँ सेहो अहा ँसँ आशा अिछ।७६.ी उदय च झा "िवद": गजेजी, अहा ँ जतेक काज कएलहु ँ अिछसे मैिथलीमे आइ धिर िकयो निह कए छल। शुभकामना। अहा ँकेँएखन बहुत काज आर करबाक अिछ।७७.ी कृ कुमार कप: गजे ठाकुरजी, अहा ँसँ भेँट एकटा रणीय क्षणबिन गेल। अहा ँ जतेक काज एिह बएसमे कऽ गेल छी तािहसँ हजारगुणा आर बेशीक आशा अिछ।७८.ी मिणका दास: अहा ँक मैिथलीक काय र्क श ंसा लेल श निह भेटैतअिछ। अहा ँक कुम ् अम र्नक सूण र् पेँ पिढ गेलहु ँ। ाहब नीक लागल।िवदेहमैिथली सािह आोलन( c)२००४-१०. सवािधकार र् लेखकाधीन आ जतय लेखकक नाम निह अिछ ततय संपादकाधीन। िवदेह- थममैिथली पािक्षक ई-पिका I SSN 2229-547X VI DEHA सादक: गजे ठाकुर। सह-सादक:उमेश म ंडल। सहायक सादक: िशव कुमार झा आ मुाजी (मज कुमार कण)। र् भाषा-सादन:नागे कुमार झा आ पीकार िवान झा। कला-सादन: ोित सुनीत चौधरी आ रि रेखािसा। सादक-शोध-अेषण: डा. जया वमा र् आ डा. राजीव कुमार वमा र्।299


िव दे ह िवदेह Videha িবেদহिवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई-पिका'िवदेह' ८म अंक १५ अैल २००८ (वषर् १ मास ४ अंक ८)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संकृताम् ISSN 2229-547X VIDEHAरचनाकार अपन मौिलक आ अकािशत रचना (जकर मौिलकताक संप ूण र् उरदािय लेखक गणक मछि) ggaj endr a@ vi deha. com केँ मेल अटैचमेक पमेँ .doc, . docx, . r t f वा .t xtफ◌ॉमे र्टमे पठा सकैत छिथ। रचनाक संग रचनाकार अपन संिक्ष पिरचय आ अपन ैन कएल गेलफोटो पठेताह, से आशा करैत छी। रचनाक अंतमे टाइप रहय, जे ई रचना मौिलक अिछ, आपिहल काशनक हेतु िवदेह (पािक्षक) ई पिकाकेँ देल जा रहल अिछ। मेल ा होयबाक बादयथासंभव शी ( सात िदनक भीतर) एकर काशनक अंकक स ूचना देल जायत। ’िवदेह' थम मैिथलीपािक्षक ई पिका अिछ आ एिहमे मैिथली, संृत आ अंजीमे िमिथला आ मैिथलीसँ संब िधत ं रचनाकािशत कएल जाइत अिछ। एिह ई पिकाकेँ ीमित ली ठाकुर ारा मासक ०१ आ १५ ितिथकेँ ईकािशत कएल जाइत अिछ।( c) 2004-10 सवािधकार र् सुरिक्षत। िवदेहमे कािशत सभटा रचना आ आका र्इवक सवािधकारर्रचनाकार आ संहका र्क लगमे छि। रचनाक अवाद आ पुनः काशन िकं वा आका र्इवक उपयोगकअिधकार िकनबाक हेतु ggaj endr a@ vi deha. co. i n पर संपकर् क। एिह साइटकेँ ीित झाठाकुर, मध ू िलका चौधरी आ रि िया ारा िडजाइन कएल गेल।िसिरु300

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