Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्यौ, भगवान सभहक सभटा इजाम बैसले-बैसल ‘क’ दैत छिथन। द ूर जो, मनसासभहक लप-लप करैत िजा आ आिखक ँ खोराकक पितर् ू सिदकाल सँ बाल-िवधवे सँपितर् ू होइत रहलै अिछ। ई को कायल ग छैक?आब अही ं कहू जे मनता मानल पाठी आ िवधवा भेिल र ंजना मे की फकर्? कोतरहक िशकायत करब सेहो युि संगत निह होयत। त¢◌ँ आब नीक होयत जेअिह िखा क¢◌ँ अही ठाम िवराम द’ क’ ओही गाम मे ओही िदन घटल दोसर घटनाकजानकारी ा करी।गामक नाम भेल पानापुर। पानापुर मे सभ जाित, समुदाय एव ं सम्दायक लोककिनवास। गाम आिथ र्क पे स। ओिह गाम मे छल एकटा द ुगा र् मिदर, ं जे दस-बीस कोस द ूर तक िस छल। पैघ पोखिरक प ूबिरया भीड़ पर तीन-चािर बीघामे पसरल मिदर ं आ मिदरक ं पिरसर। मिदर ं मे द ुगा र्क भ ितमा। तकरबादम ंडप, पुजारीजीक आवास आ सिदकाल खल-खल हँसैत, , िवशाल समतल भूिम।दशहराक समय मे अही ान पर मेला, ट ंकी, नाच-गान आिद आयोिजत होइतछल।द ुगा र् मिदरक ं पुजारी छलाह काली का ओझा। द ुर-पातर, सा ँची धोती, खोंसल ढेका,छाती पर उगल पंिब हीक उपर द ू भा फहराइत जनउ, गौ-खँर ू बरोबिरटीक, पयर मे खराम आ ललाट पर सेरक ठोप। पुजारीजी सन आ म ृद ुभाषीछलाह। वैव त’ओ छलाहे आ साह मे अिधक िदन उपासे मे रहैत छलाह। मुदाहुनक पी अढ़◌ाइ मोनक पा छलिथन। थ ुलथ ुल देह, ख ुजल कारी केश, नाक सँमा ंग तक पितताक िनशानी प सेरक डरीर, पान-जदा र् द ुआरे कारी भेल दा ँतआ बीड़◌ी त’ ओ हरे सँ िपबैत आयल रहिथ। जँ ज ुमिन त’ िन मा ँउस-मा ँछचाहबे करी। द ू अगहनी जोड़ द ू री गुण द ू बरोबिर मिदरक ं बख र् भिरक अ-टाकाकआमदनी पर हुनक प ूण र् एकािधकार छलिन।पुजारीजी पीक सोझा मे आब’ मे कँ पैत छलाह। शारीिरक द ुब र्लता अथवा धािम र्कअजीण र्ता, कारण जे हौउ, पुजारी जी सिदकाल पी सँ डेरायल रहैत छलाह। तखनपुजारीजी के संतान प पुाक ाि भेलिन कोना? ई रहक िवषय अवेछल। मुदा अिह रहक छेदन नीित शास्ा ज्ञाता कइएक बेर क’ चुकल छिथ।27