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Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्ओही अमीक राित ब ुझ ू िनशा प ूजा िनिमे, द ुन ू यार बैसल रहिथ। ान छल यद ुनाथकशयन-कक्ष। पुजारीजीक आवास मे पिह छल कटा ख ुजल दरबा। तकरबादककोठली मे पुजारीजी पीक संग राि िवाम करैत छलाह। तकर सटले भंडार आभनसाघर। सभ सँ अ मे जे कोठली छल सैह भेल यद ुनाथक शयन-कक्ष।द ुरगमिनआ ँ पलंगक एक कात टेब ुल आ कुसीर्। देवाल पर िसमाक अिभा◌ीकनयनािभराम फोटोक बीच भगवतीक फोटो। िखड़की-केबाड़ पदा र् सँ झा ँपल।द ू गोट कुसीर् पर यद ुनाथ आ िबदेसरा कुएक आम-साम बैसल छल। बीचक टेब ुलपर एकटा फूलदार िवदेशी शराबक ख ुजल बोतल, पािन सँ भरल जग आ द ू गोटशीशाक िगलास राखल रहैक। ताही काल यद ुनाथक किनआ ँ कािमनी िछपली मे भुजलमा ँउस टेब ुल पर रखलिन आ पितक अिगला आदेशक तीक्षा मे एक कात ठार भ’गेलीह। हुनक गोरकी बािह ँ मे सटल किरका ब्ला◌उज ककरो एक बेर आरो देखीक’लोभ मे पटिक सकैत छल। िबदेसरा कुएक अपन नजिरक क क¢◌ँ कािमनीकउठल ब्ला◌उज मे भोंकैत बाजलदृ”यार, एतय सभ ठरा र् िपबैत अिछ। मुदा अहा ँलेल हम दिरभंगा सँ सय टाका मे असली अी ितशत ूफ अोहलबला ‘जीन’म ंगौलहु ँ अिछ। आब िबल निह क’ एकरा टे किरयौ।“द ू टा िगलास मे शराब ढारल गेल, पािन िमलाओल गेल, िगलास टकराओल गेल आतखन द ुन ू यार िपअब शु केलिन। मा ँउस िनघं िट गेल। को बात , कािमनीिछपली भरी भूजल मा ँउस फेर सँ अनलिन।यद ुनाथ पिहले पैग मे डोिल गेल छलाह। शराब पचेबाक हुनका काया रहिन आ ाइिटस। दोसर पैग समा करैत-करैत यद ुनाथक आिखक ँ िडा सँ टच र्कफोिंग बाहर होब’ लगलिन। तेसर पेगक आरे मे कािमनी फेर सँ भूजल मा ँउसआन’ चिल गेल रहिथ। जाबे ओ घ ू िम क’ एलीह ताबे हुनक नाथ पलंग पर िचतबेहोश पड़ल रहिथन आ हुनकर थ ुथ ून सँ सा¢◌ँ-सौ ंक अबाज सािरत भ’ रहल छल।कािमनीक हाथ मे तेसर खेपबला भूजल मा ँउसक िछपली छलिन। ओ थकमकाइत ठारभ’ गेलीह आ पलंग पर पड़ल अपन ामी क¢◌ँ टकटक देख’ लगलीह। िकछु समयलेल कािमनीक मिक सोचक य ंा मे क लािग गेलिन।29

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