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Videha १ १३) http://www.videha.co.in/

Videha_01_07_2008_Tirhuta

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<strong>Videha</strong> ÕिवदेहÕ थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>१</strong> जुलाई २००८ (वषर् <strong>१</strong> मास ७ अंक <strong>१</strong>३)<strong>http</strong>://<strong>www</strong>.<strong>videha</strong>.<strong>co</strong>.<strong>in</strong>/मानुषीिमह संस्कृ ताम ्इ.प गजे ठाकुर श ैले मोहन झािवृत किव . रामजी चौधरी (1878-1952)पर शोध-लेख िवदेहक पिहल अँकमे ई-कािशत भेल छल।तकर बाद हुनकर पु ी द ुगान र् चौधरी, ाम-पुर,थाना-अंधरा-ठाढ़◌ी, िजला-मध ुबनी किवजीक अकािशत पाुिलिप िवदेह काया र्लयकेँ डाकसँ िवदेहमे काशनाथ र् पठओलि अिछ। ई गोट-पचासेक प िवदेहमे एिह अंकसँधारावािहक पेँ ई-कािशत भ’ रहल अिछ।िवृत किव- पं. रामजी चौधरी(1878-1952) ज ान- ाम-पुर,थाना-अंधरा-ठाढ◌़◌ी,िजला-मध ुबनी. म ूल-पगुार राजे गो-शाि ।जेना श ंकरदेव असामीक बदला मैिथलीमे रचना रचलि, तिहना किव रामजी चौधरी मैिथलीक अितिरक् जब ुलीमे सेहो रचना रचलि।किव रामजीक सभ पमे रागकवण र् अिछ, ओिहना जेना िवापितक पालसँ ा पदावलीमे अिछ, ई भाव हु ंकर बाबा जे गबैा छलाहसँ िरत ब ुझना जाइत अिछ।िमिथलाक लोक पंच्देवोपासक छिथमुदा िशवालय सभ गाममे भेिट जायत, से रामजी चौधरी महेानी िलखलि आ’ चैत मासक हेतु ठ ुमरी आ’ भोरक भजन (पराती/ भाती) सेहो। जािह राग सभकवण र्न हुनकर कृितमे अबैत अिछ से अिछ:1. राग रेखता 2 लावणी 3. राग झपताला 4.राग ुपद 5. राग संगीत 6. राग देश 7. राग गौरी 8.ितरहुत 9. भजन िवनय 10. भजन भैरवी 11.भजन गजल 12. होली13.राग ाम काण 14.किवता 15. डक होली 16.राग काग ू काफी 17. राग िवहाग 18.गजलक ठ ुमरी 19. राग पावस चौमासा 20. भजन भाती 21.महेशवाणी आ’ 22.भजन कीर्न आिद।िमिथलाक लोचनक रागतरिगणीमे ं िकछु राग एहन छल जे िमिथले टामे छल, तकर योग सेहो किवजी कएलि।ुत अिछ हुनकर अकािशत रचनाक धारावािहक ुित:-18.भजन िवनयसुन ू-सुन ू औ भगवान,अहा ँक िबना जाइ अिछआब अधम मोरा ाण॥कतेक शुरके मनाबल िनिशिदनिकयो न सुनलिन कान,अित दयालु सिन ू अहा ँक शरण अयलहु ँ जािन॥बु व कुटु सभ छिथ बहुत धनवान,हमर द ुःख देिख-देिख हुनकौ होइ छिन हािन।।रामजी िनरास एक अहा ँक आशा जािन,कृपा करी हे नाथ,अशरण जन जािन॥19.17

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