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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

Videha_15_03_2009

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<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १५ माचर् २००९ (वषर् २मास १५ अंक ३०) http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्करैत छैक जे िबना मुं<strong>ह</strong> खोलन<strong>ह</strong>ु सवेदनाक आदान- प््रादान करैतछैक। बगलक वुᆬस पर बैसबाक ईशारा करैत रजत के बुझाबऽ लगला<strong>ह</strong> - ''बाऊ!घबराईत िकयैक छी? ई खुशी आ संगि<strong>ह</strong> गवर्क बात आछ जे आ<strong>ह</strong>ाँ भारतसरकारक एकटा उच्च पद पर आसीन <strong>ह</strong>ोमय जा र<strong>ह</strong>ल छी। आ<strong>ह</strong>ाँक योग्यताक पूणर्परीक्षा कईयेकऽ आ<strong>ह</strong>ाँ के ई िजमेदारीक पद सॱपल गेल आछ ।'' पेᆬर पानकिखली पनबी सँ िनकािल मुं<strong>ह</strong> मे लैत आगू बजला<strong>ह</strong>- ''के पि<strong>ह</strong>ने सँ ऑिफसककाज सँ िभग्य र<strong>ह</strong>ैत आछ? समय सभ कें सभ ग़्यान करा दैत छैक। अ<strong>ह</strong>ाँ एतबाधिर करब जे आँिख आ कान दु<strong>ह</strong>ु खोलने र<strong>ह</strong>ब सिदखन। जतऽ कोनो प््राकारकपरेशानी बुझाय तऽ सला<strong>ह</strong> लेबा मे कोनो टा संकोच नि<strong>ह</strong> करब - चा<strong>ह</strong>े ओअ<strong>ह</strong>ाँक मात<strong>ह</strong>ते िकयैक ने <strong>ह</strong>ो!''बाबूजीक बात सँ रजत के जेना कोनो िदय दृि भेट गेलैक। लगलैक जेना मृगजकाँ कतुरी ओकरा संगे मे छैक आ ओ ना<strong>ह</strong>क लोकक बात सुिन-सुिन िचंतामे पड़ल छल। एकटा मुकी पसिर गेलै ओकर ठोर पर।ऑिफस मे कायर्-भार स<strong>ह</strong>ािरते दशर्न भेलै फाईलक अबार सँ। उपर सँ एकटाफाईल उठा पिढकऽ बुझबाक प््रायास करऽ लागल; मुदा िनफल। कतबो अपनाभिर प््रायास केलक रजत मुदा नि<strong>ह</strong> बुझबा मे एलई ओकर <strong>िव</strong>षय-वतु आ नेआगूक प््रा<strong>िव</strong>र्ᆬया । ़पेᆬर खखिसकऽ उच्च वरे बाजल-''िकनकर फाईल आछ ई?ई आँक़डा आ<strong>ह</strong>ाँ कतऽ सँ लेलं<strong>ह</strong>ु?''सुिनति<strong>ह</strong> िकरानी अपन वुᆬस सँ उिठ कऽ दौड़ल आयल जेना ओकरा सँ कोनोगलती भऽ गेल <strong>ह</strong>ो। पेᆬर <strong>िव</strong>तार सँ सभ बात बुझा <strong>दे</strong>लकै। रजत ओकरा सभ केफाईल पर फिरछायल नोिटंग करबाक ि<strong>ह</strong>दायत दैत ओकरा अपन सीट पर जेबाकईशारा केलक पेᆬर <strong>िव</strong>जयी भावें आँिख उठा कऽ तकलक। <strong>िव</strong>जयी एि<strong>ह</strong> दुआरे जेआधनथ कमर्चारी पर धाख जमाकऽ ओकरा सभक नजिर मे नविसखुआकआभास नि<strong>ह</strong> <strong>ह</strong>ोमय <strong>दे</strong>लकै संगि<strong>ह</strong> कायर्क आरभ से<strong>ह</strong>ो शुभ र<strong>ह</strong>लै। शुरु भला तऽअंतो भला। टेबुल पर राखल पािनक िगलास के एके छाक मे खाली क लेने छलरजत।11

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